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रररर ररर ररर रररररर ररररररररर जजजजजज-जजजजजज-पपपपपप-जजजजज-जजजजज जजजजज-जजजजजज-जजजजजजजज-जजजजजज-जजजजज-जजजजजजजज जजजजजजजजजजजजजज-जजजजजजजज-जजजजजजजजज जजजज-जजजजजजजजजजजज-जजजजज-जज जजजज जजजजज .. .. जजज जजज जज जज जजज जजजजजज जज जज जजजजजजजज जज जजजज जज जज जजजजजज जजजज जजज जज जजजजजजजजजज ज जजजज जजज, जजजजज जजज जजज जजज जजज जजजजज जजजजजज जज जजजजजज जजज जजजज जजज, जजज जज जजज जज जज-जज जजजज जजज जज जजजजजजज जजजजजज जजजज जजज, जज जजजजज जजजजज जजजजजज जजजज जजज-जजज-जजज-जजजजजजजजजजजज-जजजजज-जजजजजजज- -जजजजजजज-जजजजजजजज-जजजजजजजज-जजजजजजज . जजजजजजजजजज-जजजजजज-जजजजजज-जजजज-जजजजज जजजजजजजजजजजजजजजज जजजज जजजजजजजजजज जज .. .. जजज जजज जज जज जजजजज जजज जजजजजज जज जजजजज जजजजजज जजजजज जज जजज जजजज जजजज जज जजजज जजजज जजज जज जजजज जजजज जजज, जजजजज जजजजज जज जजजजज जज जजजजजजज जजजजजजजजज जजज-जजज जजजज जजजजजजजजज जज जजजज जजज, जज जजज जजजजजजज जज जजजजजजज जजजजज जजज जजजज जजजजजजजजजज जजजज जजजजजज-जजजजजजजज-जजजजजजजजजजज-जजजजज-जजजजजज जजजजज-जजजजजजजज-जजजजजजजजजजजज-जजज-जजजजज . जजजज-जजजजजज-जजजजज-जजजजजजज-जजजजजजजजजज जजजजज-जजजजजजजजजज-जजज जजजजजजजजज जजजजजजज .. .. जज जजजजजजजजजजजज(जजजजजजज जज) जजज जजजजजजज जजजजज जजजजजजजज जजज जजज जजजजजजज जजजजज जजजज जजज, जजजजज जजजजज जजज जजजजजजजज जजजजजज जजज जजजजजजजज जजज जजजज जजज, जजज जजजजज जजजजजजजजजज जजजजज जज जजजजजज जज जजजजज जजजजजजजजजज जजज जज जजजज जजज, जजज जजजजजजज (जजजज जज जजजजजज जजजजज जजजज जजजज जजजज) जजजजज जज जजजजजज जज जजजज जजजजज जजजजजजज जजजजजज-जजजजजज-जजजजजज-जजजजजजजजजज-जजजजजजजज जजजजज-जजजजजजज-जजजजजजजजजजजज-जजजजज-जजजजजज जजजजजज-जजजजजजज-जजजजजजजजजज-जजजजजजज-जजज-जजजज जजज जजजजजजजजजजजज-जजजजजजज-जजजजजजजजज .. .. जजज जज जजजजज जज जजजजज जजज जजजजजज जजजज जज जजज जजजजजजजजज जज जज जजजज जजज जजजजज जजज, जजजजज जजजजजज जजज जजजजज जजजजजज जज जज जज जजजजजज जज जजजजजज जजजज जजजज जजजजज-जजज जजजजज जज जजजजजज जज जजजजजजजज जजजज जजज जज जज जजजजजज जज जजजजजजज जजजजजजजजजजजजजजजजजजजज-जजज-जजज-जजजज जजजजजज-जजजज-जजजजज-जजजज-जजजजजजजजज-जजजजजज जजजजजजजजज-जजजजज-जजजजजज-जजजजजजज: जजजजजज-जजजजज-जजजजजज जजजज-जजजजज-जजजजज .. .. जजज जजज जज जज जजज जजजजजज-जजजजजज जजज जजजजजजज जज जजजजज जज जजजजजजज जज जजज जज जजजजज जजज (जजजजजज जजजजजजज जजजज जज जज जजजजज जजजजज जजजज जजज), जजजजज जजज जज जजज जजजज जजजजजजजज जज, जजजजजजजजजजज जजजज जजजजजज जज जजज जजजजजज जजजजजजज-जजजजज-जजजजजजजजजजजज-जजजजजजजजजजज- जजजजज-जजजज-जजजजज-जजजजजज-जजजजज-जजजजजज

रावण कृत शिव ताण्डव स्तोत्रम्

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रावण कृत शिव ताण्डव स्तोत्रम्

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Page 1: रावण कृत शिव ताण्डव स्तोत्रम्

रा�वण कृ� त शिव त�ण्डव स्त त्रम्�

जटा�टावी�-गलज्जल-प्रव�ह-पा�विवीत-स्थल गल ऽवी-लम्ब्य-लम्बिम्�त��-भु�जङ्ग-त�ङ्ग-मा�लिलका�मा� 

डमाड्डमाड्डमाड्डमा-लि�ना�दवी-ड्डमावी!य�चका�र-चण्ड�त�ण्डवी�-तना%त�-ना& शि)वी& शि)वीमा� .. १..

 जिजना शि)वी ज� का, सघना जटा�रूपा वीना स प्रवी�वि1त 1% ग�ग� ज� का, धा�र�य� उनाका का� ठ का% प्रक्षा�लिलत का 1%त� 16, जिजनाका गल मा7 �ड एवी� लम्� सपा9 का, मा�ल�ए� लटाका र1: 16, तथा� ज% शि)वी ज� डमा-डमा डमारू �ज� कार प्रचण्ड त�ण्डवी कारत 16, वी शि)वीज� 1मा�र� काल्य�ना कार7

जटा�-काटा�-1स�-भ्रमाभ्रमालि�-लिलम्प-विनार्झ!र�--विवील%लवी�-लिचवील्लर�-विवीर�जमा�ना-मा@धा!विना .

धागद्धगद्धग-ज्ज्वील-ल्लल�टा-पाट्ट-पा�वीका विका)%रचन्द्र) खर रवित& प्रवितक्षाणं� मामा .. २..

 जिजना शि)वी ज� का जटा�ओं मा7 अवितवी ग स विवील�स पा�वी!का भ्रमाणं कार र1� द वी� ग�ग� का, ल1र उनाका शि)) पार ल1र� र1: 16, जिजनाका मास्तका पार अम्बिLना का, प्रचण्ड ज्वी�ल�य7 धाधाका-धाधाका कारका प्रज्वीलिलत 1% र1: 16, उना ��ल च�द्रमा� स विवीभु@विMत शि)वीज� मा7 मा र� अ�ना�र�ग प्रवितक्षाणं �ढत� र1 ।

धार�-धार न्द्र-ना�दिदना�विवील�स-�न्धु�-�न्धु�रस्फु� र-दिSगन्त-सन्तवितप्रमा%द-मा�ना-मा�नास .काT पा�-काटा�क्षा-धा%रणं�-विनारुद्ध-दुधा!र�पादिद

क्वीलिच-दिSगम्�र -माना% विवीना%दमा त� वीस्त�विना .. ३..

ज% पावी!तर�जस�त�(पा�वी!त� ज�) का अ विवील�समाय रमाशिणंय काटा�क्षाY मा7 पारमा आनाजिन्दत लिचत्त र1त 16, जिजनाका मास्तका मा7 सम्प@णं! सTवि\ एवी� प्र�णं�गणं वी�स कारत 16, तथा� जिजनाका काT पा�दृवि\ मा�त्र स भुक्तोंY का, समास्त विवीपालित्तय�� दूर 1% ज�त� 16, ऐस दिदगम्�र (आका�) का% वीस्त्र स�मा�ना धा�रणं कारना वी�ल ) शि)वीज� का, आर�धाना� स मा र� लिचत्त सवी!द� आजिन्दत र1 ।

जटा�-भु�जङ्ग-विपाङ्गल-स्फु� रत्फणं�-माशिणंप्रभु�कादम्�-का� ङ्� का� मा-द्रवीप्रलिलप्त-दिदLवी-धा@मा�ख  माद�न्धु-लिसन्धु�र-स्फु� रत्त्वी-ग�त्तर�-यमा -दुर

माना% विवीना%दमाद्भुhत�-वि�भुत�!-भु@तभुत!रिर .. ४..

 मा6 उना शि)वीज� का, भुलिक्तों मा7 आजिन्दत रहूँl ज% सभु� प्र�शिणंयY का, का आधा�र एवी� रक्षाका 16, जिजनाका ज�टा�ओं मा7 लिलपाटा सपा9 का फणं का, माशिणंयY का प्रका�) पा�ल वीणं! प्रभु�-समा�1रूपाका सर का का�तिंतn स दिद)�ओं का% प्रका�शि)त कारत 16 और ज% गजचमा! स विवीभु�विMत 16।

स1स्रल%चनाप्रभुTत्य-) M-ल ख-) खरप्रस@ना-धा@लिल-धा%रणं�-विवीधा@-सर�ङ्� घ्रिr-पा�ठभु@& 

भु�जङ्गर�ज-मा�लय�-विना�द्ध-ज�टाज@टाका:शिsयt-लिचर�य-ज�यत�� चका%र-�न्धु�-) खर& .. ५..

 जिजना शि)वी ज� का� चरणं इन्द्र-विवीष्णं� आदिद द वीत�ओं का मास्तका का पा�ष्पाY का धा@ल स र�जिजत 16 (जिजन्1 द वीत�गणं अपाना सर का पा�ष्पा अपा!ना कारत 16), जिजनाका, जटा� पार ल�ल सपा! विवीर�जमा�ना 1t, वी% चन्द्र) खर 1मा7 लिचरका�ल का लिलए सम्पद� द7।

लल�टा-चत्वीर-ज्वीलद्धनाञ्जय-स्फु� लिलङ्गभु�-विनापा�त-पाञ्च-स�यका� -नामालि�-लिलम्प-ना�यकामा� 

स�धा�-माय@ख-ल खय�-विवीर�जमा�ना-) खर�मा1�कापा�लिल-सम्पद -शि)र%-जटा�ल-मास्त�ना&.. ६..

 जिजना शि)वी ज� ना इन्द्र�दिद द वीत�ओं का� गवी! द1ना कारत हुए, का�माद वी का% अपाना विवी)�ल मास्तका का, अम्बिLना ज्वी�ल� स भुस्मा कार दिदय�, तथा� ज% सशिभु द वीY द्वा�र� पा�ज्य 16, तथा� चन्द्रमा� और ग�ग� द्वा�र� स�)%शिभुत 16, वी मा�र्झ लिसS} प्रद�ना कार7।

कृरा�ल-भा�ल-पट्टि�कृ�-धगद्धगद्धग-ज्ज्वलद्धनञ्ज-या�हुत कृ� त-प्रचण्डपञ्च-सा�याकृ$  

धरा�-धरा$न्द्र-नन्दिन्(न -कृ) च�ग्रशिचत्र-पत्रकृ-प्रकृल्प-न,कृशिल्पिल्पनिन-नित्रल चन$-रानितम्/म् … ७..

Page 2: रावण कृत शिव ताण्डव स्तोत्रम्

 जिजनाका मास्तका स धाका-धाका कारत� प्रचण्ड ज्वी�ल� ना का�माद वी का% भुस्मा कार दिदय� तथा� ज% शि)वी पा�वी!त� ज� का स्तना का अग्र भु�ग पार लिचत्रका�र� कारना मा7 अवित चत�र 1t ( य1�l पा�वी!त� प्रकाT वित 16, तथा� लिचत्रका�र� सTजना 1t), उना शि)वी ज� मा7 मा र� प्र�वित अटाल 1%।

नावी�ना-मा घ-माण्डल�-विनारुद्ध-दुधा!र-स्फु� रत�का� हूँ-विना)�-लिथाना�-तमा& प्र�न्धु-�द्ध-कान्धुर& विनालिलम्प-विनार्झ!र�-धारस्त-ना%त� काT लित्त-लिसन्धु�र&

काल�-विनाधा�ना-�न्धु�र& शिsय� जगद्धhर�धार& .. ८..

 जिजनाका� काण्ठ नावी�ना मा7घY का, घटा�ओं स पारिरपा@णं! आमावीस्य� का, र�वित्र का स�मा�ना का�ल� 1t, ज% विका गज-चमा!, ग�ग� एवी� ��ल-चन्द्र द्वा�र� )%भु�यमा�ना 16 तथा� ज% विका जगत का� �%र्झ धा�रणं कारना वी�ल 16, वी शि)वी ज� 1मा सशिभु प्रका�र का, सम्पनात� प्रद�ना कार7।

प्रफ� ल्ल-ना�लपाङ्� काज-प्रपाञ्च-का�लिलमाप्रभु�--वीलम्बिम्�-काण्ठ-कान्दल�-रुलिचप्र�द्ध-कान्धुरमा� .

स्मारच्छि�द� पा�रच्छि�द� भुवीच्छि�द� माखच्छि�द�गजच्छि�द��धाकालि�द� तमा�तका-च्छि�द� भुज .. ९..

 जिजनाका� काण्ठ और कान्धु� पा@णं! खिखल हुए ना�लकामाल का, फt ल� हुई स�न्दर श्य�मा प्रभु� स विवीभु�विMत 1t, ज% का�माद वी और वित्रपा�र�स�र का विवीना�)का, स�स�र का दु:ख%6 का का�टाना वी�ल , दक्षायज्ञ विवीना�)का, गज�स�र एवी� अन्धुका�स�र का स�1�रका 16 तथा� ज% माTत्य@ का% वी) मा7 कारना वी�ल 16, मा6 उना शि)वी ज� का% भुजत� हूँl

अखवी!सवी!-माङ्ग-ल�काल�-काद��माञ्जर�रस-प्रवी�1-मा�धा�र� विवीजT�भुणं�-माधा�व्रतमा� .स्मार�न्तका� पा�र�न्तका� भुवी�न्तका� माख�न्तका�

गज�न्त-का�न्धु-का�न्तका� तमान्तका�न्तका� भुज .. १०..

 ज% काल्य�नामाय, अविवीना�शि), समास्त काल�ओं का रस का� अस्वी�दना कारना वी�ल 16, ज% का�माद वी का% भुस्मा कारना वी�ल 16, वित्रपा�र�स�र, गज�स�र, अन्धुका�स�र का स1��रका, दक्षायज्ञविवीध्वीस�का तथा� स्वीय� यमार�ज का लिलए भु� यमास्वीरूपा 16, मा6 उना शि)वी ज� का% भुजत� हूँl।

जयत्वी-दभ्र-विवीभ्र-मा-भ्रमाद्भुhजङ्ग-माश्वस-विद्वाविनाग!मात्क्रमा-स्फु� रत्कार�ल-भु�ल-1व्यवी�टा�लिधाघ्रिमाशिद्धघ्रिमाशिद्धघ्रिमाध्वीनान्माTदङ्ग-त�ङ्ग-माङ्गल

ध्वीविना-क्रमा-प्रवीर्तितnत प्रचण्डत�ण्डवी& शि)वी& .. ११..

 अतय�त वी ग स भ्रमाणं कार र1 सपा9 का फ@ फका�र स क्रमा): लल�टा मा7 �ढ� हूँई प्रच�णं अम्बिLना का माध्य माTद�ग का, मा�गलका�र� उच्च लिधामा-लिधामा का, ध्वीविना का स�था त�ण्डवी नाTत्य मा7 ल�ना शि)वी ज� सवी! प्रका�र स�)%शिभुत 1% र1 16।

दृM-विद्वालिचत्र-तल्पाय%भु�!जङ्ग-मा�लिक्तों-कास्रज%र�-गरिरष्ठरत्नाल%ष्ठय%& स�हृविद्वा-पाक्षापाक्षाय%& .

तTष्णं�र-विवीन्द-चक्षा�M%& प्रज�-मा1�-मा1 न्द्रय%&समाप्रवीTवितका& काद� सद�शि)वी� भुज .. १२..

काठ%र पात्थर एवी� का%माल )य्य�, सपा! एवी� मा%वितयY का, मा�ल�ओं, �हुमा@ल्य रत्ना एवी� घ्रिमाट्ट} का टा@काडY, )त्र@ एवी� घ्रिमात्रY, र�ज�ओं तथा� प्रज�ओं, वितनाकाY तथा� कामालY पार स�मा�ना दृवि\ रखना वी�ल शि)वी का% मा6 भुजत� हूँl।

काद� विनालिलम्प-विनार्झ!र�विनाका� ञ्ज-का%टार वीसना�विवीमा�क्तों-दुमा!वित& सद� शि)र&स्थ-माञ्जलिंलn वी1ना� .

विवीमा�क्तों-ल%ल-ल%चना% लल�मा-भु�ललLनाका&शि)वी वित मा�त्र-मा�च्चरना� काद� स�ख� भुवी�म्य1मा� .. १३..

 का� मा6 ग�ग� ज� का का��रग�ञ मा7 विनावी�स कारत� हुआ, विनाष्कापाटा 1%, लिसर पार अ�जल� धा�रणं कार च�चल ना त्रY तथा� लल�टा वी�ल शि)वी ज� का� मा�त्र%च्च�र कारत हुए अक्षाय स�ख का% प्र�प्त कारू� ग�।

विनालिलम्प ना�थाना�गर� कादम्� मा�लमाच्छिल्लका�-विनाग�म्फविनाभु!क्षारन्मा धा@च्छिष्णंका�माना%1र& ।तना%त� ना% माना%मा�द� विवीना%दिदना:मा1विना)�

पारिरsय पार� पाद� तद�गजखित्वीM�� चय& ॥१४ ॥

Page 3: रावण कृत शिव ताण्डव स्तोत्रम्

प्रचण्ड वी�डवी�नाल प्रभु�)�भुप्रच�रणं�मा1�\लिसशिद्धका�घ्रिमाना� जना�वीहूँत जल्पाना� ।विवीमा�क्तों वी�मा ल%चना% विवीवी�1का�लिलकाध्वीविना&

शि)वी वित मान्त्रभु@Mग% जगज्जय�य ज�यत�मा� ॥१५॥

इदमा� वि1 विनात्य-मा वी-मा�क्तोंमा�त्तमा%त्तमा� स्तवी�पाठन्स्मारन्ब्रु�वी�र% विवी)�शिद्ध-मा वित-स�ततमा� .1र ग�र� स�भुलिक्तोंमा� )�य�वितना� न्यथा� गतिंतn

विवीमा%1ना� वि1 द वि1ना�� स�)ङ्� कारस्य लिंचnतनामा� .. १६..

इस उत्त्मा%त्त्मा शि)वी त�ण्डवी स्त्र%त का% विनात्य पाढना य� sवीणं कारना मा�त्र स प्र�शिणं पाविवीत्र 1%, पार�ग�रू शि)वी मा7 स्थ�विपात 1% ज�त� 1t तथा� सभु� प्रका�र का भ्रमाY स मा�क्तों 1% ज�त� 1t।

पा@ज�वीस�नासमाय द)वीक्त्रग�त�य& )�भु�पा@जनापार� पाठवित प्रद%M .

तस्य च्छिस्थर�� रथा गज न्द्र त�रङ्ग य�क्तों��लक्ष्मा: सदtवीस�मा�खिंखn प्रदद�वित )�भु�& .. १७..

प्र�त: शि)वीपा�जना का अ�त मा7 इस र�वीणंकाT त शि)वीत�ण्डवीस्त%त्र का ग�ना स लक्ष्मा� च्छिस्थर र1त� 16 तथा� भुक्तों रथा, गज, घ%ड� आदिद सम्पद� स सवी!द� य�क्तों र1त� 1t।