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ररर ररर रररर रर रररर ररररर / ररररररररर ररररर रररर: ररररररररर ररररर ~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~ ररर ररर रररर रर रररर ररररर रर ररररर रर रररर रर ररररर ररररर रररररर रर ररर ररररर रररररररर ररर रर ररररर रर रररररर रर ररर ररर रररररररर रर ररर रर ररररर ररर रर ररर ररर रर रररररररर रर ररर ररर ररर रररररररर ररर रररर ररर ररररर ररररर रर रर रररररर ररर ररर ररर ररर रररर रर रररर ररररर रर ररररर रर रररर रर ररररर र रर ररररर रर रर रररर ररर ररर रररररररररर रररर ररररर रर ररर रररर रर ररर रररर रररर रर ररर रर रररर

रात आधी खींच कर मेरी हथेली

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Page 1: रात आधी खींच कर मेरी हथेली

रात आधी खींच कर मेरी हथेली / हरिरवंशराय बच्चनलेखक: हरि�वंश�ाय बच्चन

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�ात आधी खींच क� मे�ी हथेलीएक उंगली से लिलखा था प्या� तुमने।

फ़ासला था कुछ हमा�े बिबस्त�ों मेंऔ� चा�ों ओ� दुबिनया सो �ही थी।तारि�काऐं ही गगन की जानती हैंजो दशा दिदल की तुम्हा�े हो �ही थी।मैं तुम्हा�े पास होक� दू� तुमसेअधजगा सा औ� अधसोया हुआ सा।�ात आधी खींच क� मे�ी हथेलीएक उंगली से लिलखा था प्या� तुमने।

एक बिबजली छू गई सहसा जगा मैंकृष्णपक्षी चाँद बिनकला था गगन में।इस त�ह क�वट पड़ी थी तुम बिक आँसूबह �हे थ ेइस नयन से उस नयन में।मैं लगा दँू आग इस संसा� मेंहै प्या� जिजसमें इस त�ह असमथA कात�।जानती हो उस समय क्या क� गुज़�नेके लिलए था क� दिदया तैया� तुमने!�ात आधी खींच क� मे�ी हथेलीएक उंगली से लिलखा था प्या� तुमने।

प्रात ही की ओ� को है �ात चलतीऔ उजाले में अंधे�ा डूब जाता।मंच ही पू�ा बदलता कौन ऐसीखूबिबयों के साथ प�दे को उठाता।एक चेह�ा सा लगा तुमने लिलया थाऔ� मैंने था उता�ा एक चेह�ा।वो बिनशा का स्वप्न मे�ा था बिक अपनेप� ग़ज़ब का था बिकया अधिधका� तुमने।�ात आधी खींच क� मे�ी हथेलीएक उंगली से लिलखा था प्या� तुमने।

औ� उतने फ़ासले प� आज तकसौ यत्न क�के भी न आये बिN� कभी हम।बिN� न आया वक्त वैसाबिN� न मौका उस त�ह काबिN� न लौटा चाँद बिनमAम।औ� अपनी वेदना मैं क्या बताऊँ।

Page 2: रात आधी खींच कर मेरी हथेली

क्या नहीं ये पंलिक्तयाँ खुद बोलती हैं?बुझ नहीं पाया अभी तक उस समय जो�ख दिदया था हाथ प� अंगा� तुमने।�ात आधी खींच क� मे�ी हथेलीएक उंगली से लिलखा था प्या� तुमने।