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डी.ए.वी.से.पब्लिक स्कूि ,पब्चिम एन्क्िेव ,नई दिल्िी – 87
कक्षा –िौथी ववषय – दिन्किी
पाठ्यक्रम (2014-15) SA1 SA2 भाषा माधुरी – भाषा माधुरी –
१.फैिती िप्पिें (चित्रकथा ) १०. एक बौना और िकडिारा
२.उिटा-पुिटा (कववता ) ११. मौसम (कववता )
३.अनोखा ढंग १२.आँख –ममिौनी
४.ममत्रता १३.ितुर चित्रकार
५.सेर को सवा सेर १४. एक थी स्वातत
६.पििी बाररश १५. िोिी के रंग िज़ार
७.िािी का रेडडयो १६. ऐसे भी बच्िे
८.ककस्से-किावतों की ितुनया १७. कोयि
९.नानी की नाव ििी १८.खत पिँुिे स्को को
भाषा अभ्यास – भाषा अभ्यास –
पाठ १ से ९ तक पाठ १० से १८ तक
पषृ्ठ १ से २९ तक पषृ्ठ ३० से ५६ तक
व्याकरण कायय – व्याकरण कायय –
संवाि िेखन , संवाि िेखन ,नारा िेखन
चित्र वणयन, चित्र वणयन,ववज्ञापन िेखन
पत्र (अनौपिाररक ,औपिाररक ), पत्र (अनौपिाररक ,औपिाररक ),
अपदठत गदयांश, अपदठत गदयांश, अनुच्छेि
अनुच्छेि, डायरी िेखन
FORMATIVE ASSESSMENT मिीना पाठ्यक्रम
I
अपै्रि-मई
वर्णमाला - स्वर,व्यंजन भाषा माधुरी - १.फैिती िप्पिें (चित्रकथा ) २.उिटा-पिुटा (कववता ) 3.अनोखा ढंग भाषा अभ्यास- उपरो्त पाठ पर आधाररत व्याकरण कायय
व्याकरर् - संवाि िेखन अनचु्छेि िेखन
II
जुिाई-अगस्त
भाषा माधुरी – पाठ४.ममत्रता ५.सेर को सवा सेर ६.पििी बाररश ७.िािी का रेडडयो’ ८. ककस्से-किावतों की ितुनया ९.नानी की नाव ििी भाषा अभ्यास- उपरो्त पाठ पर आधाररत व्याकरण कायय
अनचु्छेि
व्याकरण – अनचु्छेि िेखन पत्र िेखन वगय पिेिी
FORMATIVE ASSESSMENT मिीना पाठ्यक्रम
III
‘पनुरावतृ्ति’ अर्द्ण वार्षणक परीक्षा
मसतम्बर –दिसम्बर
भाषा माधुरी - पाठ १०. एक बोना िकड़िारा ११.मौसम १२.आँख ममिौनी १३.ितरु चित्रकार १४.एक थी स्वातत १५. िोिी के रंग िज़ार भाषा अभ्यास- उपरो्त पाठ पर आधाररत व्याकरण कायय
व्याकरर् - अपदठत गदयांश पत्र िेखन नारा िेखन वगय पिेिी
IV
जनवरी –मािय भाषा माधुरी – पाठ१६ ऐसे भी बच्िे. १७. कोयि १८.खत पिँुिे सकको को भाषा अभ्यास- उपरो्त पाठ पर आधाररत व्याकरण कायय
व्याकरर् – अनचु्छेि िेखन पत्र िेखन अपदठत गदयांश संवाि िेखन नारा िेखन
शिक्षर् योजना
मिीना ववषय /उपववषय दिन्किी मशक्षण
अचधगम के उदे्दचय
मशक्षण ववचध गिृ कायय /कायय प्रपत्र संख्या
काययकिाप जीवन मूल्य नैततक मूल्य
FA1
अप्रैि –मई
अप्रैि
मई
पाठ्यक्रम – भाषा माधुरी- १.फैिती िप्पिें २.उिटा-पुिटा भाषा अभ्यास- पाठ-१,२ पृष्ठ १ -९ व्याकरर् - संवाि िेखन
वणयमािा – *स्वर *व्यंजन
भाषा माधुरी – पाठ १ –फैिती िप्पिें *शुद्ध उच्िारण व शुद्ध िेखन का अभ्यास *प्रचनोत्तर *अभ्यास कायय भाषा अभ्यास -*ड़ व ढ़ का शलि प्रयोग *चित्र पर आधाररत कायय
भाषा की सबसे छोटी इकाई का ज्ञान
*संवाि शैिी का अभ्यास (मौखखक) *संयु्त व्यंजन का प्रयोग तथा वा्य तनमायण की क्षमता *नए शलिों से पररिय
*वणों का उच्िारण *चित्रों की सिायता से वणों की पििान कराते िुए मशक्षण कायय करवाया जाएगा|
*आधे अक्षर वािे शलिों का अभ्यास करते िुए आिशय पाठ –वािन
१
-
*ववदयाचथययों दवारा कक्षा में संवाि ववचध का अभ्यास
*समयावचध िेकर (१ ममनट में)आधे अक्षर वािे शलि बताना
-
*आपसी संबंध कौशि का अभ्यास
*समस्या समाधान कौशि
-
*बड़े-बुजुगों के प्रतत आिर व सम्मान की भावना का ववकास करना|
मिीना
ववषय /उपववषय
भाषा माधुरी- पाठ -२ उिटा-पुिटा (कवव –भगवती प्रसाि दिवेिी ) *कववता वािन *शुद्ध उच्िारण व िेखन *कववता का भावाथय *कववता में आए पशु –पक्षक्षयों के नामों को छाँटना
दिन्किी मशक्षण अचधगम के उदे्दचय
*किानी के माध्यम से ममत्रता का अथय व बातिीत
*कववता के माध्यम से ववदयाचथययों को िुनौतीपूणय ब्स्थततयों से तनपटने के मिए पे्रररत करना|
मशक्षण ववचध -
*िमारे जीवन में ‘चगरने व संभिने ‘का अथय समझाते िुए पाठ को आगे बढ़ाया जाएगा | *कववता के पात्रों के साथ संबंध स्थावपत करते िुए जीवन में इनके मित्व को बताया जाएगा|*दृचय –श्रव्य दवारा मशक्षण
गिृ कायय/ कायय प्रपत्र
२-३
काययकिाप
*ममत्र /सिेिी के मिए जन्कमदिन का काडय बनाना *िी गई वस्तुओ ंके चित्र से उनके कायों की पििान
*स्वरचित कववता का तनमायण (मिखखत) *अधरूी कववता को पूरा कीब्जए|(मौखखक )
जीवन मूल्य
*आपसी संबंध कौशि का ववकास
*तनावपूणय ब्स्थतत से तनपटारा *रिनात्मक शब््त का ववकास *िुनौतीपूणय ब्स्थतत का अविोकन एवं तनपटने के उपाय
नैततक मूल्य
*जीवन में आए उतार-िढ़ाव को खुिे हृिय से अपनाना |
मिीना
मई
ववषय /उपववषय
भाषा अभ्यास –संज्ञा –पररभाषा *संज्ञा शलिों का ियन *समान िय वािे शलि *पंिम वणय का प्रयोग *संयु्त व्यंजन *वा्य तनमायण *अनुच्छेि *ममत्रता का मित्व भाषा माधुरी – पाठ ३.अनोखा ढंग (उमाशंकर जोशी ) *शलिाथय *अनुनामसक शलिों को छाँटना व उच्िारण *मिात्मा गाँधी की ववशेषताएँ
दिन्किी मशक्षण अचधगम के उदे्दचय
*भाषा के शुद्ध और स्पष्ट उच्िारण िेतु व्याकरण का ज्ञान *मात्राओ ंकी सिायता से शुद्ध *अपने वविारों की अमभव्यब््त
*मिात्मा गाँधी का भारतीय संिभय में योगिान
मशक्षण ववचध
*भावों और अनुभवों के आधार पर अनुच्छेि िेखन
*मिात्मा गाँधी के जीवन से जुड़ी कथायों की ििाय
गिृ कायय / कायय प्रपत्र
२
२
काययकिाप
*कववता को किानी के रूप में सुनाएँ|(मौखखक ) *संवाि शैिी का अभ्यास
*कक्षा में मिात्मा गाँधी के जीवन से जुडी कथाओ ंकी ििाय *सूिना िेखन का अभ्यास
जीवन मूल्य
*प्रभावपूणय संवाि का ववकास *परस्पर संबंध कौशि का ववकास *िुनौतीपूणय ब्स्थतत का सामना
*िुनौतीपूणय ब्स्थतत का सामना *प्रभावपूणय संवाि का ववकास
नैततक मूल्य
*पशु-पक्षक्षयों के प्रतत पे्रमपूणय व्यविार /सिानुभूततपूणय व्यविार रखें |
*मिात्मा गाँधी के जीवन से पे्ररणा िेना *अन्कय व्यब््त के मिए संवेिनशीिता
FA2
जुिाई भाषा माधुरी – पाठ ३,४ भाषा अभ्यास- पाठ ३,४
अनुच्छेि
*प्रचनोत्तर,अभ्यास
कायय *पाठ में आए संज्ञा शलिों का ज्ञान
भाषा अभ्यास –युग्म शलि,िदं्रबबिुं
भाषा माधुरी – पाठ-४.ममत्रता *ववशेषण –ववशेष्य *शलिाथय *प्रचनोत्तर *अभ्यास कायय *समान अथय वािे शलि *पयाययवािी शलि *संज्ञा ,विन *वा्य तनमायण *अनुस्वार और अनुनामसक चिह्न का प्रयोग
*बित की आित का ववकास
*व्याकरणीय बबिुंओ ंकी सिायता से अचधकाचधक अभ्यास
*मानव जीवन के ववमभन्कन गुणों –अवगुणों पर ििाय
*वास्तववक उिािरणों दवारा अध्ययन कायय
-
१
*वगय पिेिी *संकेतों बबिुंओ ंदवारा किानी पूरी करना
*परस्पर संबंध कौशि का ववकास *आत्म –अविोकन
*िेशभब््त व िेशपे्रम की भावना का ववकास
*परस्पर संबंध कौशि *िुनौतीपूणय ब्स्थतत से तनपटना *भावात्मक संबंध कौशि
*जीवन में बित का मित्व और उसके सिी उपयोग का मित्व *जीवन में ममत्रता का मूल्य *सच्िी ममत्रता की पििान *अच्छी संगतत अच्छाई का पररिायक िै |
अगस्ि -
*किानी वािन
भाषा माधुरी – पाठ ५-.सेर को सवा सेर *िास्य व्यंग्य कथा *शलिाथय ,उिूय शलिों का प्रयोग भाषा अभ्यास – *किानी िेखन
भाषा माधुरी – पाठ ६- पििी बाररश (कववता ) कवव – सफ़िर िाशमी
भाषा अभ्यास – *कक्रया ,समान िय वािे शलि *अनुनामसक वािे शलि *मिगं ,युग्म शलि ,विन
*ववववधता एवं नवीनता की दृब्ष्ट से किानी वािन की ववचध का प्रयोग
*ववशेषण शलिों का प्रयोग
*कल्पना-शब््त व चितंन शब््त का ववकास *व्याकरणीय दृब्ष्ट से अभ्यास
*ताककय क अविोकन क्षमता का प्रयोग *पाठ को रुचिकर बनाते िुए उपयोगी पाठन कायय
*वतयमान सामाब्जक पररब्स्थतयों के साथ पाठ को जोड़ते िुए पठन – पाठन कायय
* ताककय क अविोकन क्षमता का प्रयोग
_
१
*किानी तनमायण
*कागज़ की नाव बनवाना *चित्र पर आधाररत वषाय-ऋतु से
जीवन में िास्य –व्यंग्य का मित्व
*समस्या समाधान कौशि
*अविोकन क्षमता का ववकास
*कल्पना शब््त का ववकास *जीवन पर आधाररत अनेक ववषम पररब्स्थततयों का सािस से सामना करना
*अच्छी रुचि का मित्व
* बुराई पर अच्छाई की जीत *भाई-िारा,मेि –ममिाप का ववकास
*स्वच्छ वातावरण के प्रतत जागरुकता *जि संग्रिण का मित्व या उपयोचगता
भाषा माधुरी – पाठ ७ – िािी का रेडडयो * शलिाथय *सवयनाम *प्रचनोत्तर भाषा अभ्यास - *समान अथय ,विन ,शलि-युग्म *आ का प्रयोग
* ववववधता एवं नवीनता की दृब्ष्ट से किानी वािन की ववचध का प्रयोग
*ववशेषण शलिों का प्रयोग
*अनेक मुिावरों से पररिय कराते िुए अध्ययन कराना
२
संबचधत अनुच्छेि
*परपीड़ा का अिसास
*आपसी संबंध कौशि *ताककय क अविोकन क्षमता का ववकास
*आपसी ररचतों में अच्छा व्यविार *भावात्मक संबंध
*समाज में बड़े – बुजुगो के स्थान का मित्व
भाषामधुरी – पाठ ८ – ककस्से किावतों की िुतनया *शलिाथय *पाठ में दिए मुिावरों के ककस्सों का वणयन तथा अन्कय मुिावरों के ककस्सों का वणयन *प्रचनोत्तर *अभ्यास कायय
भाषा अभ्यास – *कारक शलि *वा्यांश के मिए एक शलि
भाषा माधुरी – पाठ ९ – नानी की नाव ििी (केवि पढ़ने के मिए )
* मनोरंजन िेतु छात्रों में उत्सुकता
*बिपन के ववमभन्कन खेिों की ििाय के साथ पाठ का आरम्भ तथा खेिने से शारीररक तथा मानमसक ववकास पर ििाय
*खेिों का मित्व
* िय सदित कववता वािन *शुद्ध उच्िारण पर ववशेष ध्यान
*अनेक शलिों का उच्िारण व ज्ञान
२
२
१
*मेरी िािी पर चित्र सदित अनुच्छेि
*अपने ककसी वप्रयजन पर कववता वािन *अपने छोटे भाई – बिन की कोई पाँि बाि सुिभ बातें कक्षा में सुनाना
*कोई एक िोकोब््त या मुिावरे पर अमभनय करके बताना *मुिावरा मंथन
*भावात्मक तथा सामाब्जक संबंध कौशि *परस्पर संबंध कौशि
-
*किपन शब््त का ववकास
* जीवन में िोकोब््तयों का मित्व
*जीवन में िास्य व्यंग्य का मित्व
शसिम्बर- पुनरावृत्ति
पुनरावतृ्ति FA3
अक्िूबर
अर्द्ण
पुनरावतृ्ति
वार्षणक
-
परीक्षा
SA-1
नवम्बर
भाषा माधुरी – पाठ१०. एक बौना और िकडिारा *शलिाथय *प्रचनोत्तर भाषा अभ्यास – *नु्ता िगाकर शलि का उच्िारण व िेखन *शलि तनमायण *उपसगय-प्रत्यय *अनुस्वार-अनुनामसक *मिगं,विन, वविोम शलिों का अभ्यास *किानी वािन व िेखन
*भाषा की रोिकता बढ़ाने में मुिावरों तथा िोकोब््तयाँ का मित्व
* बौने व्यब््त के बारे में वणयन करते िुए पाठ वािन ,ठंड में िोने िाि को मनोरंजक ढंग से प्रस्तुत करवाना *दृचय –श्रव्य साधन दवारा मिगं,विन ,वविोम शलिों का अध्ययन
*उिूय शलिों व नु्ता वािे शलिों के उच्िारण पर ज़ोर
२
*परस्पर ररचतों का मित्व *बिनों का परस्पर पे्रम
*प्रत्येक व्यब््त का समाज में मित्वपूणय स्थान
पाठ -११.मौसम (कववता) *कववता वािन *शलिाथय *प्रकृतत के अनेक रूपों का वणयन *प्रचनोत्तर तुकांत वािे शलि *’र’के अनेक रूपों का प्रयोग ,ऋ की मात्रा का प्रयोग *दिन्किी वा्य रिना के अनुसार वा्य तनमायण
पाठ १२- आँख-ममिौनी (िेखक- मुिकराज आनंि) *शलिाथय *कदठन शलिों का िेखन व उच्िारण *खेि खेिते
* पाठ के दवारा कदठन पररब्स्थतत में तनणयय िेने के मित्व पर रोशनी डािना *समय के प्रत्येक क्षण का जीवन में मित्व –इस
*प्रत्येक मौसम की ववशेषताओ ंका वणयन *मौसम का बििना आवचयक िै,इस पर ििाय
*िमारे जीवन में खेि सिायक िैं तथा समाज को एक तथा सुदृड रखने में इनका ्या और कैसे योगिान िै,समझते िुए पाठ वणयन िोगा
-
२
*
* प्रभावपूणय संवाि शैिी का ववकास *ताककय क अविोकन *कल्पना शब््त का ववकास
*जीवन में िास्य –व्यंग्य का मित्व
*जीवन में पररवतयन का मित्व जीवन में िोकोब््तयों का मित्व
*बुराई पर अच्छाई की जीत *भाई-िारा,मेि –ममिाप का ववकास
दिसम्बर
समय बरतने वािी सावधातनयों की
ििाय *प्रचनोत्तर
भाषा अभ्यास – *संज्ञा के भेि *कारक चिह्नों का प्रयोग
भाषा माधुरी - पाठ १३ितुर चित्रकार *शलिाथय *कदठन शलिों का िेखन व उच्िारण भाषा अभ्यास- *मुिावरों का प्रयोग
पर ििाय
*कववता का िय सदित वािन
*पाठ के दवारा कदठन पररब्स्थततयों का दिम्मत से सामना
१
३
*ववदयािय में पूरे एक वषय में या मिीनों में जो-जो कक्रयाकिाप का िक्र दवारा वणयन
*अनौपिाररक पत्र का अभ्यास व िेखन
अपनी रुचि के ककसी एक खेि पर चित्र बनाकर अनुच्छेि मिखना
*कल्पना शब््त का ववकास *प्रकृतत पे्रम के प्रतत सजगता
अमभनय क्षमता का ववकास
भावात्मक तथा सामाब्जक संबंध कौशि *परस्पर संबंध कौशि
*संवेिनशीिता *ियािुता *दिम्मत से काम िेना ,धयैय रखना जैसे गुणों का ववकास
जनवरी FA4
भाषा माधुरी – पाठ -१५,१६ भाषा अभ्यास – पाठ १५,१६ अपदठत गदयांश अनुच्छेि
* भाषा माधुरी – पाठ १४ -एक थी स्वातत *शलिाथय *प्रचनोत्तर *अभ्यास कायय
*भाषा अभ्यास – *संचध,शलि-तनमायण *उपसगय –प्रत्यय का ज्ञान *मिगं ,विन *वा्य-तनमायण *ववशेषण-ववशेष्य *िो वा्यों से सरि वा्य का तनमायण
व्याकरणीय ज्ञान का अजयन
*मनोरंजन िेतु छात्रों में उत्सुकता
*पाठ-शैिी – पत्र के रूप में पाठ तनमायण *”िोिी” त्योिार के बारे में जानकारी व रोिक बातों(किातनयाँ) दवारा ववदयाचथययों का ध्यान पाठ में िगाना *दृचय-श्रव्य साधन दवारा काि,ववशेषण-ववशेष्य समझाना
*”र” के अनेक रूपों
३
* ड,ड़,ढ,ढ़से बने शलिों की वगय-पिेिी को सुिझाना
*ववमभन्कन राज्यों के ववमभन्कन तरीको से एक िी त्योिार को मनाना-अखडंता,अनेकता में एकता का भाव
*तनणयय कौशि का ववकास *समस्या
समाधान कौशि का ववकास *कदठन पररब्स्थतत से साक्षात्कार िोने पर शीघ्र तनणयय
*आत्मववचवास गुण का ववकास *भाषा का सौंियीकरण (नु्ता िगाकर )
पाठ-१५ िोिी के रंग िज़ार *पाठ अनौपिाररक पत्र के रूप में िै –इसका वणयन *शलिाथय –उच्िारण व िेखन *त्योिार पर बरतने वािी सावधातनयाँ –कक्षा में ििाय *इस त्योिार से जुड़े अनेक राज्यों के नाम व कथाएँ भाषा अभ्यास- *काि,विन,शुद्ध वा्य तनमायण,ववशेषण – ववशेष्य,शुद्ध वतयनी वािे शलि
भाषा माधुरी – पाठ-१६ ऐसे भी बच्िे *शलिाथय
*किानी िेखन का अभ्यास *संकेत बबिुंओ ंदवारा ववदयाचथययों से किानी तनमायण
*पाठ के दवारा कदठन पररब्स्थतत में तनणयय िेने के मित्व पर रोशनी डािना *समय के
के शलिों पर ध्यान िेते िुए
पाठ विन *पाठ में आए क्रमवार घटनओ ंका ध्यान रखते िुए पाठ विन *उिूय शलिों व नु्ता वािे शलिों के उच्िारण पर ज़ोर
*पढ़ाई-मिखाई के मित्व पर ििाय करते िुए पाठ-वािन *समाज के ववकास के मिए सभी वगों के मिए
३
*संकेत बबिुंओ ंसे किानी पूरी करना *चित्र पर आधाररत अनुच्छेि
*िोिी-पर रोिक पोस्टर बनाकर उसपर स्िोगन(नारा)
िेने की क्षमता का ववकास
*ववमभन्कन राज्यों के ववमभन्कन तरीको से एक िी त्योिार को मनाना-अखडंता,अनेकता में एकता का भाव
*प्रभावपूणय संवाि शैिी का ववकास *ताककय क अविोकन
*प्रत्येक व्यब््त का समाज में मित्वपूणय स्थान
फरवरी (पुनरावृत्ति )
*नाट्य –मंिन *प्रचनोत्तर *प्रचनोत्तर
भाषा अभ्यास – *संयु्त व्यंजन – *र के रूप का प्रयोग *”ऑ” का प्रयोग *ड,ड़,ढ,ढ़से बने शलिों का उच्िारण व शुद्ध िेखन का अभ्यास *अनुस्वार ,अनुनामसक का प्रयोग *मिगं ,मुिावरे *अनौपिाररक पत्र का अभ्यास भाषा माधुरी-पाठ-१७ -कोयल कदठन िब्िार्ण *प्रश्नोतिर *योजक चिह्न
भाषा अभ्यास – *संज्ञा ,कक्रया ,वविोम ,ववशेषण
प्रत्येक क्षण का जीवन में मित्व –इस पर ििाय
*िड़का-िड़की एक समान -इस पर कक्षा में ििाय
*िय ,िाव भाव व ताि कववता वािन
*भावषक
मशक्षा का मित्व बताते िुए पात्र की भूममका का नाट्यमंिन करवाना करवाना
*जीवन में पक्षी का मित्व बताते िुए कववता –वािन *बिपन की बाि-सुिभ ब्जज्ञासाओ ंका तनवारण करते िुए कववता-वािन कराना
२
*मुिावरों का अमभनय दवारा प्रिशयन *वगय–पिेिी *शलि रेिगाड़ी
*मुिावरों दवारा आत्म – पररिय
* “मशक्षा के मित्व” पर नारा िेखन *किानी तनमायण *नाट्य-मंिन
*कल्पना शब््त का ववकास
*समाज में प्रत्येक जीव का मित्वपूणय स्थान *प्रभावपूणय
*संवाि आपसी संबंध कौशि का ववकास
*आत्म-ववचवास में वृवद्ध *समाज में तनडर बनकर रिने की मशक्षा िेना
*समाज में िसूरों का भिा *प्रकृतत पे्रम को िशायना *प्रकृतत सौंियीकरण के प्रतत सजगता
,विन ,मिगं का अभ्यास
भाषा माधुरी- पाठ-१८ खत पिुँिे स्को को (केवि पढ़ने के मिए) भाषा अभ्यास- पत्र का अभ्यास
ज्ञान की वृवद्ध करना *सिज स्वाभाववक ढंग से वविारों का गततमान िोना
२
३
*प्रकृतत पर आधाररत कववता वािन प्रततयोचगता
अपने अनुभव का किानी के रूप में बताना
*आसपास के वातावरण से पररिय
*जीवन के प्रतत सकरात्मक सोि का ववकास
२