कै�कै� डॊ�डॊ�. . शं� वा परां�जप शं� वा परां�जप ((१९२६ १९२६ – – १९७८१९७८))
सं�स्थापकै सं�स्थापकै ""हौ�शं� नाट्य मं�डॊळहौ�शं� नाट्य मं�डॊळ" " वा वा ""कैलापिपना�“कैलापिपना�“नागरांध्यक्षनागरांध्यक्ष, , तळ गवातळ गवाअध्यक्षअध्यक्ष --
मंवाळ तला(कैमंवाळ तला(कै भारांत�य जनासं�घभारांत�य जनासं�घगणे शं मं,फत वाचनालायगणे शं मं,फत वाचनालायNIMA NIMA वा�द्यकै0यवा�द्यकै0य सं�घटनासं�घटना
प्रवात3कै प्रवात3कै - - मंपिहौला मं�डॊळमंपिहौला मं�डॊळस्ना हौवार्ध3कै मं�डॊळस्ना हौवार्ध3कै मं�डॊळ
आम्हौ� सं�जन्यत आहौ,तआम्हौ� सं�जन्यत आहौ,त ((१९७७१९७७))
त(झे आहौ त(झेपशं�त(झे आहौ त(झेपशं� ((१९६५१९६५))
कैथा कै( णेच� व्यथा कै( णेकैथा कै( णेच� व्यथा कै( णे ((१९६७१९६७))
संष्टां�ग नामंस्कैरांसंष्टां�ग नामंस्कैरां ((१९७५१९७५))
संष्टां�ग नामंस्कैरांसंष्टां�ग नामंस्कैरां ((१९६९१९६९))
कैथा कै( णेच� व्यथा कै( णेकैथा कै( णेच� व्यथा कै( णे ((नारांयणेगवानारांयणेगवा))
अ�मंलादारांअ�मंलादारां ((१९७२१९७२))
दिदावा जळ@दा संरां� रांत दिदावा जळ@दा संरां� रांत ((१९७२१९७२))
संसंरां बु(वा जरां जप@ना संसंरां बु(वा जरां जप@ना ((परिरांत,पिCकै परिरांत,पिCकै ) ) १९७७१९७७
““अ�मंलादारांअ�मंलादारां” ” रांज्य नाट्य स्पर्ध3 प(णे रांज्य नाट्य स्पर्ध3 प(णे
शिशंत@ शिशंत@ – – मं(�बुईमं(�बुई १९७०१९७०
संष्टां�ग नामंस्कैरांसंष्टां�ग नामंस्कैरां ((१९७५१९७५))
परांच कैवाळ परांच कैवाळ - - १९५६१९५६
वा गळ� व्हौयचय मंला वा गळ� व्हौयचय मंला - - १९६४१९६४
वा�दा भारांतमं वा�दा भारांतमं - - १९५६१९५६
अ�मंलादारांअ�मंलादारां ((१९७२१९७२))
भ्रमंच भा,पळभ्रमंच भा,पळ ((१९७११९७१))
अ�मंलादारांअ�मंलादारां ((१९७२१९७२))
अ�मंलादारांअ�मंलादारां ((१९७२१९७२))
दिदावा जळ@दा संरां� रांत दिदावा जळ@दा संरां� रांत ((१९७२१९७२))
अ�मंलादारांअ�मंलादारां ((१९७२१९७२))
संष्टां�ग नामंस्कैरांसंष्टां�ग नामंस्कैरां ((१९७५१९७५))
कैथा कै( णेच� व्यथा कै( णेकैथा कै( णेच� व्यथा कै( णे
कैथा कै( णेच� व्यथा कै( णेकैथा कै( णेच� व्यथा कै( णे
कैथा कै( णेच� व्यथा कै( णेकैथा कै( णेच� व्यथा कै( णे
दिदावा जळ@दा संरां� रांतदिदावा जळ@दा संरां� रांत ((नारांयणेगवानारांयणेगवा))
अ�मंलादारांअ�मंलादारां ((१९७२१९७२))
भ्रमंच भा,पळभ्रमंच भा,पळ ((१९७११९७१))
वा गळ� व्हौयचय मंला वा गळ� व्हौयचय मंला - - १९६४१९६४
दिदावा जळ@दा संरां� रांतदिदावा जळ@दा संरां� रांत
कै�कै� डॊ�डॊ�. . शं� वा परां�जप शं� वा परां�जप प्रथामं स्मंLपितदिदाना १९७९प्रथामं स्मंLपितदिदाना १९७९