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krishn-kumar-tiwari
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copy रचनाकार का सवारिधकार सरिकषत
सिवधान कावय
रचनाकार - सनील कमार गौतम (भारतीय पिलस सवा)
परकाशक - नय वलडर पिबलकशन सी - 42 मन रोड़ वजीरपर इनडिसटरयल एिरया
िदलली - 110052
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समपरण
ldquoसिवधान िनमारता डा० भीम राव अमबडकर को िजनकी िवलकषण
परितभा और सझबझ स हम दिनया का सबस बहतरीन सिवधान िमलाrdquo
- सनील कमार गौतम
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परसतावना भारतीय सिवधान हमार दश की नीितयो का मागरदशरक ह इसिलए यह हमार दश का सबस महतवपणर गरनथ ह यही नही यह पर िवशव म भी सबस बड़ा सिवधान ह ऐस सिवधान को मन सरल भाषा व पदो क रप म रिचत करक सगराही बनान की कोिशश की ह इस सिवधान कावय म करीब 238 पद ह िजनम सिवधान क हर भाग व अनचछद क मल-भाव को समािहत करन की कोिशश की गई ह साथ ही बोलचाल की भाषा का परयोग िकया गया ह तािक यह जनसाधारण की समझ म भी आसानी स आ सक इस कावय की रचना क िलए म अपनी पतनी शरीमती िकरन गौतम का आभारी ह िजनहोन इसम भावातमक पट डालन म मरी मदद की म माननीय डा० नसीम जदी भारत क मखय िनवारचन आयकत माननीय शरी नजीब जग उपराजयपाल िदलली माननीय शरी आलोक कमार वमार पिलस आयकत िदलली का हरदय स बहत-बहत आभारी ह िजनहोन सिवधान कावय क बार म अपन बहमलय िवचार वयकत िकय ह आशा ह िक आप सभी लोग इस सिवधान कावय स जरर लाभािनवत होग धनयवाद - सनील कमार गौतम
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डा० नसीम जदी भारत क मखय िनवारचन आयकत भारत िनवारचन आयोग Election Commission of India
भारतीय सिवधान हमारा परमख काननी मागरदशरक ह हर वयिकत को सिवधान क बार म जञान होना चािहए िजसस उस अपन अिधकारो और कततरवयो की जानकारी िमल सक म समझता ह िक शरी सनील कमार गौतम दवारा रिचत सिवधान कावय स यह कायर अब बहत आसान हो जाएगा इसम सिवधान क सार को पदो क रप म बहत खबसरती स िलखा गया ह यह इतना रिचकर ह िक यिद एक बार इसको पढ़ना शर कर िदया जाए तो िफर परा पढ़ िबना मन नही मानता इतन बड़ एव जिटल गरथ को इतन सरल शबदो म वयकत करक शरी गौतम न एक िमसाल कायम की ह मरा िवचार ह िक इसको परतयक नागिरक को पढ़ना चािहए और परतयक जनपरितिनिध को िवशष रप स पढ़ना चािहए िजसस व सिवधान व जनता क परित अपन कततरवयो का और बखबी स पालन कर सक म शरी गौतम को उनक इस कायर क िलए बहत-बहत बधाई दता ह और अपनी शभकामनाय वयकत करता ह
30 माचर 2016
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उपराजयपाल िदलली राज िनवास िदलली - ११००५४ RAJ NIWAS DELHI - 110054
L G DELHI
भारत ससदीय परणाली वाला लोकतनतरातमक गणराजय ह इस लोकततर की आतमा भारत क सिवधान म बसती ह 26 नवमबर 1949 को पािरत तथा 26 जनवरी 1950 स लाग भारतीय सिवधान िवशव क िकसी भी लोकताितरक दश का सबस लमबा िलिखत सिवधान ह 465 अनचछद 12 अनसिचया तथा 22 भागो म िवभािजत भारतीय सिवधान भारत की परभता एकता और अखणडता का वहद दसतावज ह आईपीएस अिधकारी शरी सनील कमार गौतम न भारतीय सिवधान को सिवधान कावय पदयातमक पिसतका क माधयम स पाठको तक पहचान का जो कायर िकया ह वह परशसनीय ह सिवधान क मल पाठ क ममर को धयान म रखत हए उसको जन साधारण तक उनही की भाषा म परसतत करना एक अनठा परयोग ह म शरी सनील कमार गौतम क इस पनीत कायर की भिर-भिर परशसा करता ह तथा आशा करता ह िक सिवधान क इस पदय रप को पढ़त समय सधी पाठक अपन आप को सिवधान क साथ आतमसात कर सक ग इस पसतक की सफलता क िलए मरी हािदर क शभकामनाय
16022016
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CP Delhi िदलली
पिलस मखयालय
नई िदलली - 110002
पिलस आयकत िदलली
यह सवरिविदत ह िक भारतीय सिवधान अनय सभी काननो का सतरोत ह परतयक पिलस अिधकारी अपना पदभार गरहण करन स पवर सिवधान क परित शरदधा व िनषठा रखन की शपथ लता ह वह सवा पयरनत कानन वयवसथा बनाए रखन की हर सभव कोिशश करता ह शरी सनील कमार गौतम न अपन वयसततम कायर क बावजद भारतीय सिवधान की कावयातमक रप म जो परसतित की ह वह वासतव म अिदवतीय ह उनका यह कायर काफी पररणादायक व आम जन क िलए बहत लाभदायक ह म आशा करता ह िक सिवधान कावय क माधयम स हर भारतीय सिवधान को आसानी स समझ सकगा म शरी गौतम क इस अदभत कायर की सराहना करता ह और इस पसतक की सफलता क िलए कामना करता ह
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िवषय-सची (Index)
सिवधान की उददिशका (Preamble)भाग-1
सघ और उसका राजय कषतर (The Union and its Territories)
भाग-2नागिरकता (Citizenship)
भाग-3मल अिधकार (Fundamental Rights)
भाग-4
राजय क नीित िनदरशक ततव (Directive Principles of State Policy)भाग-4 (क)
मल कतरवय (Fundamental Duties)भाग-5
सघ (The Union)भाग-6
राजय (The States)भाग-7
परथम अनसची क भाग ख म राजय - िनरिसत (The States in Part B of First Schedule - Repealed)
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भाग-8
सघ राजयकषतर (The Union Territories)भाग-9
पचायत (The Panchayats)
भाग-9 (क)नगरपािलकाय (The Municipalities)
भाग-9 (ख)
सहकारी सिमितया (The Co-Operative Societies)भाग-10
अनसिचत और जनजाित कषतर (The Scheduled and Tribal Areas)भाग-11
सघ और राजयो क बीच म समबनध (Relations between the Union and the States)
भाग-12
िवतत समपितत सिवदाए और वाद (Finance Property Contracts and Suits)भाग-13
भारत क राजय कषतर क अनदर वयापार वािणजय और समागम (Trade Commerce and Intercourse in India)
भाग-14
सघ और राजयो क अधीन सवाए (Services under the Union and the States)
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भाग-14 (क)
अिधकरण (Tribunals)भाग-15
िनवारचन (Elections)
भाग-16कछ वगोर क समबनध म िवशष उपबनध (Special Provisions relating
to Certain Classes)भाग-17
राजभाषा (Official Language)भाग-18
आपात उपबनध (Emergency Provisions)
भाग-19परकीणर (Miscellaneous)
भाग-20
सिवधान का सशोधन (Amendment of the Constitution)भाग-21
असथायी सकरमणकालीन और िवशष उपबनध (Temporary Transitional and Special Provisions)
भाग-22सिकषपत नाम परारमभ िहनदी म परािधकत पाठ (Short Title
Commencement Authoritative Text in Hindi)
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सिवधान की उददिशका (Preamble)
हम भारत क लोग आज य सिवधान अपनात ह
समाजवादी धमरिनरपकष राषटर को गल लगात ह िमलगा हर तरह का नयाय बोलन की आजादी
िमलगी समानता सबको दश की जो आबादी बधता बढ़ हर एक स हर वयिकत इजजत पाय
राषटर हमारा रह अखड एकता बढ़ती जाय
26 नवमबर 1949 दढ़िनशचय हम करत ह
सिवधान को अगीकत आतमािपर त करत ह
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भाग-1सघ और उसका राजय कषतर
(The Union and its Territories) सब राजयो को िमलाकर भारत एक सघ होगा
चाह तो नवराषटरो का िमलन िविध सममत होगा (अनचछद - 12)
ससद चाह नय राजयो का िनमारण कर सकती ह
वतरमान राजयो म पिरवतरन भी कर सकती ह (अनचछद - 3)
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भाग-2नागिरकता (Citizenship)
भारत म रहन वाला वयिकत भारतीय कहलाता ह
बाहर स आ बस भारत म वह भी य हक पाता ह (अनचछद - 5)
कोई सवचछा स कर िवदशी नागिरकता सवीकार
भारतीय नागिरकता पर वह खोयगा अिधकार (अनचछद - 9)
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भाग-3मल अिधकार (Fundamental Rights)
मानव मल अिधकारो को महतवपणर बतलाया ह
इनक िवरदध िकसी िविध को असगत ठहराया ह (अनचछद - 13)
अनचछद चौदह म समता का अिधकार ह
होटल हो चाह दकान सबको परवश अिधकार ह (अनचछद - 14 15)
अनसिचत जाित जनजाित की करनी होगी भलाई
तािक उनकी उननित हो और कमी की हो भरपाई (अनचछद - 15)
नौकरी म धमर जाित िलग का नही होगा भद
साफ साफ शबदो म समझाता सोलह अनचछद (अनचछद - 16)
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समाज क िपछड़ वगोर कोहो आरकषण का सहारा
उननित कर दिलत िजनका जीवन विचत सारा (अनचछद - 16)
छआछत कलक का अनचछद सतरह कर अत
डॉ० अमबडकर हए मसीहा मानवता क बन सत (अनचछद - 17)
रह ना कोई जमीदार अब ना नवाब ना महाराजा
पद ना होगा जनम स खला योगयता का दरवाजा (अनचछद - 18)
परितयोिगता स ही िमलगा अब पद और सममान
बनो डॉकटर और कलकटर खब कमाओ नाम (अनचछद - 18 [भाव की अिभवयिकत])
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वयकत करो अपन भावो को जो चाह सो बोलो
अनयाय स नही डरो मह तम अपना खोलो (अनचछद - 19)
सघ और समह बनाना ह सबका अिधकार
शाितपणर करो सममलन जो हो िबना हिथयार (अनचछद - 19)
सारा भारत दश तमहारा कही भी जा सकत हो
कोई जगह पसनद आय वहा भी रह सकत हो (अनचछद - 19)
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बनो वकील या वयापारी करो कोई भी कारोबार
अनचछद उननीस दता ह तमको य सार अिधकार (अनचछद - 19)
जब तक िसदध नही हो दोषदोषी नही कहलाओग
बगनाह सािबत होन क सब अवसर तम पाओग (अनचछद - 20)
पहल कारण बतलायग तभी करग िगरफतार
चौबीस घट म छोड़ग िगरफतारी यिद बआधार (अनचछद - 22)
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कोई बचचा ना कर मजदरी मजदर ना कर बगार
यिद कोई भी कर उललघन जाना होगा कारागार (अनचछद - 23)
ननह - ननह स बचच नही कर खान म काम
सरकार उनह दगी िशकषा तािक बन बड़ इसान (अनचछद - 24 21 क)
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िकसी भी धमर को मानो या उसका परचार करो
अपन बनाओ ससथान सचालन का काम करो (अनचछद - 25 26)
कर स होता मकत ह धािमरक कायोर का परबध
सरकारी सकलो म ह धािमरक िशकषा पर परितबध (अनचछद - 27 28)
बौदध मिसलम िसख ईसाईअलपसखयक ह य भाई
अपन धमर िलिप भाषा की कर सकत ह पढ़ाई (अनचछद - 29 30)
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मल अिधकार बहत जररी परजाततर का सार
इन सब की गारटी दता सवधािनक उपचार (अनचछद - 32)
छीन यिद कोई अिधकार िरट दायर करवाओ
नयायालय स लो आदश लाग उस कराओ (अनचछद - 32)
शसतर बलो व आई०बी० मबहत जररी अनशासन
अिधकारो म अलप कटौती कर सकता ह शासन (अनचछद - 33)
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भाग-4राजय क नीित िनदरशक ततव
(Directive Principles of State Policy)
सिवधान सब राजयो को दता ह िनदरश
जनता क कलयाण की वयवसथा कर िवशष (अनचछद - 38)
सामािजक असमता कम हो घट आय का अतर
सभी कषतर कर िवकास अवसर िमल िनरनतर (अनचछद - 38)
सतरी-परष सबको िमल आजीिवका क साधन
सामिहक िहत हो िजसम बाटो सब ससाधन (अनचछद - 39)
एक हाथ म किनदरत ना हो उतपादन क साधन
नर-नारी यिद कर कायर तो िमल समान ही वतन (अनचछद - 39)
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कािमरको क सवासथय का धयान रख सरकार
सतरी - परष बचच न कर हािनकारक रोजगार (अनचछद - 39)
सब बचच उननित कर िमल माहौल अनकल
शोषण उनका ना होय कभी न जाना भल (अनचछद - 39)
नयाय सवरजन को िमल अपराधी या सशील
कोई बहत गरीब हो तो मफत म िमल वकील (अनचछद - 39 क)
गाव म िनिशचत कर पचायत का गठन
जनता को शिकत िमल लग िवकास म धन (अनचछद - 40)
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बढ़ा हो बकार हो असमथर या बीमार
सहारा इनको भी िमल कछ मदद कर सरकार (अनचछद - 41)
अचछा सिवधाजनक हो कायारलय म काम
गभरवती मिहलाओ को िमल िवशष आराम (अनचछद - 42)
जीवन का सतर सधर चहमखी होय िवकास
बकारो को िमल काम सिवधा और अवकाश (अनचछद - 43)
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उदयोगो क परबनध म हो मजदरो का हाथ
सहकारी सिमित का सवरप िखल साथ ही साथ (अनचछद - 43 क और ख)
सब नागिरको क िलए जो दश म कर िनवास
समान िसिवल सिहता का िकया जाय परयास (अनचछद - 44)
ननह बचचो को िमल िशकषा और सरकषा
बन सभय नागिरक व जीवन हो अित अचछा (अनचछद - 45)
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अनसिचत जाित जनजाित वगर ह सबस दबरल
अनयायो पर लग रोक िमल िशकषा और धन बल (अनचछद - 46)
िमल िवटािमन पोषक ततव उचच सतरीय जीवन
सवासथय सवा म हो सधार रक नश का सवन (अनचछद - 47)
वजञािनक तकनीको स बढ़ किष और पशपालन
सधर नसल पशओ की वध-िनषध का हो पालन (अनचछद - 48)
पयारवरण सरिकषत रखो करो जीवन का रकषण
वकष लगाओ करो हिरयालीवन जीवो का रकषण (अनचछद - 48 क)
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समारको की कर सरकषा रख िवशष धयान
इितहास रहगा सरिकषत बढ़गा सबका जञान (अनचछद - 49)
परशासन का नयायालय म ना हो कोई दखल
नयायपािलका रह सवततर नयाय िमल परितपल (अनचछद - 50)
सब दशो क बीच म रह सरकषा शािनत
आपस म आदर बढ़ िमट परसपर भरािनत (अनचछद - 51)
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भाग-4कमल कतरवय (Fundamental Duties)
सिवधान का कर पालन झड का कर सममान
इसक आदशोर को मान आदर स कर राषटरगान (अनचछद - 51 क [ क ])
आजादी क आदशोर को समझ और बयान कर
दश की परभता अखडता क रकषक का काम कर (अनचछद - 51 क [ ख ग ])
राषटर की सवा कर सतरी का सममान कर
भदभाव रिहत होकर भराततव का िनमारण कर (अनचछद - 51 क [ घ ङ ])
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सामािजक ससकित समझ परमपरा का मान कर
परकित का िवसतार कर जीवन का सममान कर (अनचछद - 51 क [ च छ ])
वजञािनक हो दिषटकोण जञानाजरन का काम कर
सावरजिनक समपितत का कभी नही नकसान कर (अनचछद - 51 क [ ज झ ])
खद ऊचाईयो को छ ल लोगो को भी बढ़ाय
राषटर िनरनतर बढ़ आग सभी सफल हो जाय (अनचछद - 51 क [ ञ ] )
माता-िपता या सरकषक परथम काम य करवाय
चाह गरीबी हो घर म बचच को िशकषा िदलवाय (अनचछद - 51 क [ ट ] )
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भाग-5सघ (The Union)
कायरपािलका (The Executive)
भारत सरकार म राषटरपित सवोरचचािधकारी होगा
जल थल वाय सना का वह शीषारिधकारी होगा (अनचछद - 52 53)
ससद िवधानसभाओ दवाराराषटरपित चयिनत होगा
पाच साल का कायरकालिजनका िनयिमत होगा (अनचछद - 54 56)
नागिरक हो भारत का आय पतीस स कम ना हो
सासद बनन लायक होकोई लाभ का पद ना हो (अनचछद - 58)
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मखय नयायाधीश दवारा उनका शपथ गरहण होगा
सिवधान की रकषा और अनपालन का परण होगा (अनचछद - 60)
राषटरपित यिद सिवधान की अवहलना करत ह
ससद सदसय उनक ऊपर दोषारोपण करत ह (अनचछद - 61)
ससद दवारा दोषारोपण महािभयोग कहलाता ह
दोष िसदध होन पर उनको पद स हटाया जाता ह (अनचछद - 61)
राषटरपित सवोरचच ह पर ससद ह उनस ऊपर
राषटरपित ससद नयायालय सिवधान सबस ऊपर (अनचछद - 61 [भाव की अिभवयिकत])
राषटरपित यिद हो असमथर अनपिसथत या बीमार
भारत क उपराषटरपित दखग उनका कायरभार (अनचछद - 63 65)
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ससद क दो सदन कर उपराषटरपित का िनवारचन
सिवधान क परित व लग शरदधा िनषठा क वचन (अनचछद - 66 69)
राषटरपित कर सकत ह िकसी भी सजा को कम
द सकत ह माफी भी या िफर सजा का िनलबन (अनचछद - 72)
राषटरपित की मदद हत एक मतरी पिरषद होगी
समिचत कायरवाही हत जो अपनी सलाह दगी (अनचछद - 74)
महामिहम को सलाह का पालन करना ही होगा
इस सलाह की अनदखी सभव काम नही होगा (अनचछद - 74)
मतरी-मडल की िनयिकत राषटरपित दवारा होगी
लोकसभा क परित भी मडल की िजममदारी होगी (अनचछद - 75)
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मतरी-पिरषद का मिखया परधानमतरी होता ह
परजाततर म वह वयिकत सबस ताकतवर होता ह (अनचछद - 75)
एक महानयायवादी होगा भारत सरकार म िनयकत
सरकार को िविध समबनधी सलाह दगा उपयकत (अनचछद - 76)
सरकार सब काम करगी राषटरपित क नाम स
उनको अवगत भी करायगी सरकार क काम स (अनचछद - 77 78)
ससद (Parliament)
ससद भारत दश की सबस बड़ी ससथा होगी
नय कानन बनान हत उसकी ही कषमता होगी (अनचछद - 79)
तीन भागो स होता ह भारतीय ससद का गठन
सवरपरथम ह राषटरपित िफर ससद क दो सदन (अनचछद - 79)
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राजय सभा क सदसयो का राजय ही कर चयन
कछ िवशष लोगो का िकया जाता ह मनोनयन (अनचछद - 80)
परतयक पाच साल म होता लोक सभा का चनाव
यही लोकततर का जाद जब लोग कर बदलाव (अनचछद - 83)
राजय सभा म िनयिकत हत उमर चािहए तीस
लोकसभा म आन हत पर कर पचचीस (अनचछद - 84)
राषटरपित समय समय पर करग ससद म बठक
दोनो सदनो म अिभभाषण का होगा उनका हक (अनचछद - 86 87)
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लोकसभा शीघर चनगी अपना एक अधयकष
लोकसभा क सचालन म होगा वह अित दकष (अनचछद - 93)
ससद क सब सदसयो को लनी होगी एक शपथ
सिवधान का करग पालन अपनायग उसका पथ (अनचछद - 99)
सासद नही बन रहग यिद हो िवकत मानिसकता
हो जाय िदवािलया या तयाग दश की नागिरकता (अनचछद - 102)
सासद सदन म बोल या रख सवततर िवचार
वाणी की सवततरता ही ह ससद का मखय आचार (अनचछद - 105)
ससद बनायगी कानन और पास करगी िबल
दोनो सदनो की सहमित स काम नही मिशकल (अनचछद - 107)
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जब कोई िबल पास होगा सहमित दग राषटरपित
यिद सिवधान सममत हतो जलद ही दग सवीकित (अनचछद - 111)
मतरालय सरकारी खचर का परा बजट बनाता ह
िवतत मतरी िफर इसको ससद म पास कराता ह (अनचछद - 112)
ससद म होगी परयोग िहनदी या अगरजी भाषा
यिद कोई दोनो ना जान बोल अपनी मातभाषा (अनचछद - 120)
िकसी जज क बतारव पर ससद म ना होगी बहस
ससदीय कायरवाही पर जज का नही चलगा बस (अनचछद - 121 122)
ससद ना चल रही हो पिरिसथित भी हो िवशष
राषटरपित कानन बनाय जारी करक अधयादश (अनचछद - 123)
Page 36
नयायपािलका (The Union Judiciary)
पर भारत म एक सवोरचच नयायालय होगा
नयाय का मिनदर होगा जजो का कायारलय होगा (अनचछद - 124)
जज यिद बनना हो तो चािहए सिवधान का जञान
वकील या जज क रप म पहल िकया हो काम (अनचछद - 124)
इन सभी जजो का चयन राषटरपित जी करत ह
इसक िलए अनय जजो स सलाह भी वह करत ह (अनचछद - 124)
Page 37
पद गरहण स पवर सब जज करत ह य वादा
पकषपात म नही करगा रख सिवधान मयारदा (अनचछद - 124)
जज हो जाय असमथर या तोड़ सिवधान की हद
ससद करगी महािभयोग छोड़ना होगा उनको पद (अनचछद - 124)
सपरीम कोटर क पास सबस जयादा अिधकार
मसला अपील का होया िफर राजयो की तकरार (अनचछद - 131 132 133 134)
जररत पड़ तो सपरीम कोटर नय कानन बनाता ह
जिटल सवधािनक मसलो को भीय सलझाता ह (अनचछद - 141 143)
भारत म एक िनयतरक महालखापरीकषक होगा
कनदर-राजय क खचोर का बयौरा उस रखना होगा (अनचछद - 148 149)
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भाग-6राजय (The States)
कायरपािलका (The Executive)
राजयपाल हर राजय म सवोरचच अिधकारी होगा
राषटरपित करग िनयिकतकायरकाल पाच वषर होगा (अनचछद - 153 154 155 156)
राजयपाल की िनयिकत हत भारत का नागिरक हो
आय पतीस की हो अनय लाभ का पद ना हो (अनचछद - 157 158)
राजयपाल को िमलग भतत और िवशषािधकार
साथ ही साथ होग व मफत मकान क हकदार (अनचछद - 158)
उचच नयायालय क जज स राजयपाल लग शपथ
जनता की करग सवा अपनायग सिवधान पथ (अनचछद - 159)
Page 39
आपरािधक मामलो म राजयपाल रखत ह शिकत
दोषी की कम कर सजाया िफर दणड स द मिकत (अनचछद - 161)
राजयपाल िववकानसार करग कायोर का िनवारह
अनय मामलो म व लग मतरी पिरषद स सलाह (अनचछद - 163)
राजयपाल ही करग राजय मखयमतरी की िनयिकत
िफर उनकी सलाह पर अनय मितरयो की िनयिकत (अनचछद - 164)
राजय क कल मितरयो की सखया िनधारिरत होगी
एम एल ए की सखया कापदरह परितशत ही होगी (अनचछद - 164)
राजय मितरयो की शपथ सिवधान क परित होगी
सारी जनता की सवा पकषपात रिहत होगी (अनचछद - 164)
Page 40
मतरी को गोपनीयता की शपथ गरहण करनी होगी
कछ िवषयो की जानकारी उनह गपत रखनी होगी (अनचछद - 164)
राजयपाल ही िनयकत करग राजय का महािधवकता
काननी िवषयो पर होगावो ही अिधकािरक वकता (अनचछद - 165)
राजय की कायरवाही होगी राजयपाल क नाम स
मखयमतरी अवगत करायग उनको अपन काम स (अनचछद - 166 167)
िवधान मणडल (The State Legislature)
सब राजयो म होगा िवधानसभा एक मखय सदन
कछ म अितिरकत होगा िवधानपिरषद का गठन (अनचछद - 168)
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िवधानसभा म होगा जनसखया का सही अनपात
तािक हर समाज क लोग परी रख अपनी बात (अनचछद - 170)
उमर यिद पचचीस की हो मन म हो सवा का भाव
एम०एल०ए० बनन हत लड़ सकत हो तम चनाव (अनचछद - 173)
सिवधान परित रखनी होगी हर सदसय को िनषठा
मरा भारत रह अखणड ऊची उसकी रह परितषठा (अनचछद - 173)
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िवधानसभा अधयकष करग सभा का सचालन
हर दल रख अपनी बातहो िनयमो का भी पालन (अनचछद - 178)
सदन म हर सदसय अपनी बात कह सकता ह
बखौफ बिहचक िवचार वयकत कर सकता ह (अनचछद - 194)
सदन सदसयो क वतन को भी तय कर सकता ह
जररत पड़ तो भततो म बढ़ोततरी कर सकता ह (अनचछद - 195)
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िवधानसभा राजय का िबल भीपास कर सकती ह
िफर उस पर राजयपाल स सवीकित ल सकती ह (अनचछद - 196)
राजयपाल सहमत होन पर अपनी महर लगायग
िबल म कछ गड़बड़ ह तो राषटरपित को बतायग (अनचछद - 200)
िवधानसभा बना सकती ह राजय क िलए कानन
िजसम राजय का िहत हो जनता को िमल सकन (अनचछद - 200)
राजय बजट बतलायगासरकार का वािषरक खचार
योजनाओ क मददो पर िफर होगी सदन म चचार (अनचछद - 202 203)
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िहनदी अगरजी सथानीय होगी सदन की भाषा
कोई न जान यिद इनह भी बोलगा वह मातभाषा (अनचछद - 210)
जज क आचरण पर नही करगा सदन बहस
सदन की कायरवाही पर भी न चल कोटर का बस (अनचछद - 211 212)
िवधानसभा का सतर न हो पिरिसथित हो िवशष
राजयपाल कानन बनाय जारी करक अधयादश (अनचछद - 213)
अधयादश को सदन दवारा करना होगा पास
वनार होगा बअसर वह बीत यिद डढ़ मास (अनचछद - 21३)
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राजयो क उचच नयायालय (The High Courts in the States)
हर राजय म नयाय हत एक उचच नयायालय होगा
िजसम जनता की खाितर नयाय दवार खला होगा (अनचछद - 214)
दस साल का नयाियक अनभव या रहा हो वकील
तब होगा उचच नयायालय का जज बनन कािबल (अनचछद - 217)
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राषटरपित दवारा होगी नयायधीश की िनयिकत
बासठ वषर परा होन पर होगी पद स मिकत (अनचछद - 217)
नयायधीश लग शपथ राजयपाल क साथ
सब लोगो को दग नयाय िबना िकए पकषपात (अनचछद - 219)
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अधीनसथ नयायालय (Subordinate Courts)
छोट नयायालयो पर होगी हाईकोटर की िनगरानी
िनयमपवरक कायर कर सब कोई न कर मनमानी (अनचछद - 233)
िजला जजो की िनयिकत राजयपाल दवारा होगी
इसस समबिनधत सलाह हाईकोटर दवारा होगी (अनचछद - 233)
सात वषर वकालत वाला िजला जज बनन योगय
अनय नयाियक पदो हत ह लोक सवा आयोग (अनचछद - 233)
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भाग-7परथम अनसची क भाग ख म राजय
(The States in Part B of First Schedule)
िनरिसत (Repealed)
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भाग-8सघ राजयकषतर
(The Union Territories)
सघ राजयकषतरो क िलए परशासक होग िजममदार
चाह हो दमन दीव या अडमान और िनकोबार (अनचछद - 239)
राजधानी िदलली म ह उपराजयपाल का शासन
यहा िवधानसभा भी ह जहा जनता कर िनवारचन (अनचछद - 239 क [ क ])
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भाग-9पचायत
(The Panchayats)
तजी स हो सबका िवकास हो जनता का शासन
इसक िलए करना होगा पचायतो का परशासन (अनचछद - 243 ख)
गराम सभा हो पचायत हो और हो िजला पिरषद
अनसिचत जाित जनजाित हत आरिकषत हो पद (अनचछद - 243 ग घ)
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मिहलाय भी समाज की ह महतवपणर ईकाई
उनक िलए आरिकषत हो अधयकष पद एक ितहाई (अनचछद - 243 घ)
राजय पचायतो को दग शिकत और अिधकार
िवकास हो नयाय िमल हो जनता का उपकार (अनचछद - 243 छ)
पचायत कर सकती ह टकस वसली का भी काम
खचार-पितर क िलए राजय भी दगा उनह अनदान (अनचछद - 243 ज)
परतयक पाच साल म होगा पचायत का िनवारचन
राजय चनाव आयोग करगा इन सबका सचालन (अनचछद - 243 ट)
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भाग-9 कनगरपािलकाय
(The Municipalities)
शहरो म नगरपािलका ह पचायत का दसरा रप
वाडर और उसकी सिमितयो जसा होगा परारप (अनचछद - 243 थ द ध)
मिहला कमजोर वगोर का आरकषण करना होगा
योजना लाग करन को टकस वसल करना होगा (अनचछद - 243 न भ)
महानगर कषतर म आबादी ह दस लाख स जयादा
परमख मयर कहलाता हिजममदारी भी ह जयादा (अनचछद - 243 त थ ब)
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भाग-9 खसहकारी सिमितया
(The Co-Operative Societies)
लोग बना सकत ह अपनी एक सहकारी सिमित
बोडर करगा सचालनबहतर होगी आिथरक िसथित (अनचछद - 243 यज यञ)
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भाग-10अनसिचत और जनजाित कषतर
(The Scheduled and Tribal Areas)
एस०टी० लोगो क िवकास का ह िवशष परावधान
अनसिचत कषतरो का भी खब रखना होगा धयान (अनचछद - 244)
जनजाित क िलए एक सलाहकार पिरषद होगी
िजसस उनक परशासन की नीित िनधारिरत होगी (अनचछद - 244 पाचवी अनसची)
उनक कलयाण कायोर पर राजयपाल रख िनगरानी
भिम उनकी रह सरिकषत साहकार न कर मनमानी (अनचछद - 244 पाचवी अनसची)
राजयपाल उनक कषतरो म पिरवतरन कर सकत ह
शािनत सरकषा काननो म बदली भी कर सकत ह (अनचछद - 244 पाचवी अनसची)
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असम राजय म होग सवशासी िजला और परदश
लाग नही होग इन पर राजय सरकार क िनदरश (अनचछद - 244 छठी अनसची)
जगल और जनजाित म ह बहत गहरा सबध
सतलन कस रखा जाय इसका ह सही परबध (अनचछद - 244 छठी अनसची)
वनभिम का उतपादो का जनजाित कर परयोग
वन भी रह सरिकषत ना हो जीिवका म अवरोध (अनचछद - 244 छठी अनसची)
राजयपाल ऐस कषतरो म िनिशचत कर सशासन
िशकषा सवासथय सचार क िदलवाय सब साधन (अनचछद - 244 छठी अनसची)
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भाग-11सघ और राजयो क बीच म समबनध
(Relations between the Union and the States)
ससद पर भारत म कानन बना सकती ह
िवधानसभा कवल राजय म ऐसा कर सकती ह (अनचछद - 245)
कानन बनान की शिकत कनदर-राजय की ह पथक
िवषय उनक िनधारिरत ह तािक ना हो कोई शक (अनचछद - 246)
सघ सची म िलख ह ससद क अिधकार
जस रकषा रल िवदश सना दर सचार (अनचछद - 246 सातवी अनसची - सघ सची)
राजय सची म विणर त ह िवधानसभा क अिधकार
जस पिलस सवासथय किष वन िवदयत कारागार (अनचछद - 246 सातवी अनसची - राजय सची)
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कछ िवषय ऐस ह िजन पर दोनो का अिधकार
इनम स ह िशकषा सजा नयाय वन वयापार (अनचछद - 246 सातवी अनसची - समवतीर सची)
िफर भी ससद बड़ी ह शरषठ ह उसक अिधकार
राषटरिहत म कानन बनाय कर अनतराषटरीय करार (अनचछद - 247 248 249 250 251 252 253 254)
काननो का अनपालन िनिशचत कर राजय सरकार
वनार िनदरिशत भी कर सकती ह भारत सरकार (अनचछद - 256)
क दर राजय सरकारो को द सकता ह आदश
दशिहत क कामो म यिद मिशकल आती ह पश (अनचछद - 257)
दो राजयो म िववाद हो या नदी जल का बटवारा
कनदर कानन बनाकर कर सकता ह िनपटारा (अनचछद - 262)
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राजयो क झगड़ो को सब िमलजल क सलझाय
जाच एव सझाव हत पिरषद एक बनाय (अनचछद - 263)
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भाग-12िवतत समपितत सिवदाए और वाद
(Finance Property Contracts and Suits)
टकस दवारा जो पसा आय सिचत धन कहलाय
भाित-भाित क खचोर म यह धन काम म आय (अनचछद - 266)
कछ खचर करन पड़त ह एकदम और कई बार
िजसकी खाितर कटीजसी फडरखती ह सरकार (अनचछद - 267)
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क दर और राजय सरकार दोनो ल जनता स कर
िफर िनयमानसार आपस म बाट इस बराबर (अनचछद - 268 269 270)
कनदर को राजय सरकारो को दना होगा अनदान
जनजाित कषतरो क िवकास का रखना होगा धयान (अनचछद - 275)
िवतत आयोग सझाव दता ह धन क िवतरण पर
तािक राजयो को िमल उननित क बराबर अवसर (अनचछद - 280 281)
क दर की समपितत पर राजय नही लगाय कर
क दर भी इस समबनध म कर राजय का आदर (अनचछद - 285 289)
क दर राजय कर सकत ह वयापार और कारोबार
समदरी खिनजो पर होगाकवल क दर का अिधकार (अनचछद - 297 298)
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राषटरपित की ओर स साइन होग सब करार
पर कोई चक हई तो नही होग व िजममदार (अनचछद - 299)
कोई वयिकत कर सकता ह समपितत को सिचत
कानन िबना उस नही कर सकत ह विचत (अनचछद - 300 क)
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भाग-13भारत क राजय कषतर क अनदर वयापार वािणजय और समागम (Trade Commerce and
Intercourse in India)
कोई कही भी कर सकता ह वािणजय या वयापार
िजस जनिहत म िनयिमत कर सकती ह सरकार (अनचछद - 301 302)
कनदर फड क िवतरण म न कर िकसी स पकषपात
साधन िवहीन राजयो कािफर भी दना होगा साथ (अनचछद - 303)
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भाग-14सघ और राजयो क अधीन सवाए
(Services under the Union and the States)
सरकारी कामकाज हत िनयकत होत ह अिधकारी
कायर सचार रप स हो लत ह िजममदारी (अनचछद - 309)
कोई अिधकारी कमरठ ह काम ह उसका अचछा
सिवधान उसको दता ह काफी अिधक सरकषा (अनचछद - 310 311)
िनयिकत कतार ही िकसी को पद स हटा सकता ह
िविधवत जाच कराक सजा सना सकता ह (अनचछद - 311)
िकसी कायरवाही स पहल वयिकत को सनना होगा
उसक दोष बतान होग िफर िनणरय करना होगा (अनचछद - 311)
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यिद गभीर अपराध म दोषी िसदध हआ अिधकारी
पद स हटाया जा सकता ह उस िबना इनकवारी (अनचछद - 311 2 क)
कभी-कभी सरकषा िहत म जाच नही हो सकती ह
िबना जाच अिधकारी की सवामिकत हो सकती ह (अनचछद - 311 2 ख ग)
क दर म भतीर हत ह सघ लोक सवा आयोग
आवदन कर सकत ह सवा क इचछक सब लोग (अनचछद - 315)
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आयोग करगा सचािलत िनयिकत हत परीकषा
उचच सवाओ म चािहए गरजएट तक की िशकषा (अनचछद - 315 320)
राजयो म भतीर हत ह राजय लोक सवा आयोग
छोट राजय चाह तो बनगा एक सयकत आयोग (अनचछद - 315)
आयोग म होग सदसय होगा एक अधयकष
रह हो सरकारी पद पर छिव हो उनकी िनषपकष (अनचछद - 316)
आयोग भतीर समबिनधत अपनी सलाह भी दगा
राषटरपित को हर साल सब कायोर का बयौरा दगा (अनचछद - 323)
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भाग-14कअिधकरण (Tribunals)
क दर राजय सतर पर होग परशासिनक अिधकरण
भतीर सवा क झगड़ो का िकया करग िनराकरण (अनचछद - 323 क)
कछ अिधकरण करग अनय िववादो का िनपटारा
टकस शरम िववाद या खादय वसतओ का बटवारा (अनचछद - 323 ख)
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भाग-15िनवारचन (Elections)
परजातनतर का मखय तनतर ह िनवारचन आयोग
इसकी मदद स सरकारो को चनत ह हम लोग (अनचछद - 324)
मखय चनाव अायकत कराय चनाव का सचालन
आचार सिहता का करवाय सखती स अनपालन (अनचछद - 324)
राषटरपित उपराषटरपित ससद या िवधानमडल सबक चनाव पर आयोग िनगरानी रख परितपल
(अनचछद - 324)
चनाव आयकतो को दता ह सिवधान सरकषा
सवतनतर चनावो स ही होती परजातनतर की रकषा (अनचछद - 324)
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लोकसभा िवधान सभा का जब भी हो िनवारचन
आयोग को सब सहयोग दगा राजय परशासन (अनचछद - 324)
वोटर िलसट म शािमल होगा हर वयसक का नाम
इस सब को िनषपकष कराना ह आयोग का काम (अनचछद - 325)
अठारह वषर का हर वयिकत रखता ह मतािधकार
अपनी इचछा क अनसार चन सकता ह सरकार (अनचछद - 326)
एम०पी० और एम०एल०ए० बन हो चनाव िनषपकष
लोकततर कायम रह यही आयोग का लकषय (अनचछद - 324 [भाव की अिभवयिकत])
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भाग-16कछ वगोर क समबनध म िवशष उपबनध
(Special Provisions relating to Certain Classes)
अनसिचत जाित जनजाित का ह िवशष परबध
लोकसभा म ह आरकषण ह अनपाितक सबध (अनचछद - 330)
ऐगलो इिडयन लोग यिद सखया म कम लगत ह
राषटरपित लोकसभा म दो सदसय रख सकत ह (अनचछद - 331)
एससी एसटी लोगो की िजतनी जनसखया होगी
उतनी ही िवधानसभा म सीटो की सखया होगी (अनचछद - 332)
सरकारी सवाओ मएससी एसटी का हो सथान
थोड़ी छट िमल अको म तािक भतीर हो आसान (अनचछद - 335)
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राषटरीय अनसिचतजाित आयोग कर हको की रकषा
उनस सबिधत समसयाओ की करता ह य परीकषा (अनचछद - 338)
एक अधयकष उपाधयकष और अनय सदसय होग
सिवधान क परावधान उनह लाग करन होग (अनचछद - 338)
एस० सी० लोगो क िहतो म न हो कोई कोताही
सािबत हो आरोप यिद आयोग कर कायरवाही (अनचछद - 338)
अनय कलयाणकारी उपाय खोजकर लायगा
राषटरपित को आयोग अपन सझाव बतलायगा (अनचछद - 338)
आयोग का दजार िसिवल नयायालय का होगा
सबकी पशी करान का हक उस परापत होगा (अनचछद - 338)
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राषटरपित आयोग की िरपोटर ससद म रखवायग
िसफािरशो पर काररवाई स अवगत भी करवायग (अनचछद - 338)
आयोग चाह तो सबिधत कागज पश करन होग
शपथपतर दकर सार सबत परकट करन होग (अनचछद - 338)
एस० सी० सबिधत कोई िनणरय लती ह सरकार
आयोग स लकर सलाह उस करना होगा िवचार (अनचछद - 338)
एक राषटरीय अनसिचत जनजाित आयोग भी होगा
एस सी आयोग जसा सतर इसको भी परापत होगा (अनचछद - 338 क)
Page 72
वसी ही शिकत होगी वही कायर वह करगा
जनजाित क िहतो की रकषा हर हालत म करगा (अनचछद - 338 क)
एस०टी० की उननित हत आयोग की होगी िनयिकत
राजय यिद कर िढलाई क दर करगा सखती (अनचछद - 339)
सामािजक शिकषक दिषट स िपछड़ ह जो लोग
राषटरपित उनक िलए गिठत कर आयोग (अनचछद - 340)
आयोग अधययन करगा कस हो उनका सधार
कस क दर-राजय बन सकत उन लोगो क मददगार (अनचछद - 340)
आयोग राषटरपित को दगा िसफािरश बयौरवार
ससद को िफर करना होगा भलाई हत िवचार (अनचछद - 340)
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भाग-17राजभाषा
(Official Language)
सघ की भाषा िहदी िलिप दवनागरी होगी
शासकीय परयोजन हत अगरजी की जररत होगी (अनचछद - 343)
राषटरपित भाषािवदो का एक आयोग कर गिठत
िहदी क परचार हत परयास कर जो सगिठत (अनचछद - 344)
िहदी भाषा हो समदध बढ़ जञान और िवजञान
अिहदी भाषी लोगो का आयोग रख धयान (अनचछद - 344)
िवधानसभा सथानीय भाषा को कर ल अगीकार
पर सरकारी कामो म रह अगरजी बरकरार (अनचछद - 345)
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दो राजयो को आपस म यिद करना ह पतराचार
दोनो िमलकर िहदी को कर सकत ह सवीकार (अनचछद - 346)
उचच उचचतम नयायालय म अगरजी परयकत होगी
आदशोअिधिनयमो की परित अगरजी म ही होगी (अनचछद - 348)
भाषाई अलपसखयको का सरकार रख धयान
मातभाषा म ही िमल सब िवषयो का जञान (अनचछद - 350 क ख)
सरकार िहदी को कर समदध खब कर परचार
अनय भाषाओ क शबदो स कर इसका िवसतार (अनचछद - 351)
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भाग-18आपात उपबनध
(Emergency Provisions)
यदध का हो सकट िवदरोिहयो का िबछा हो जाल
राषटरपित सनतिषट करकघोिषत कर आपातकाल (अनचछद - 352)
आपातकाल क िलए चािहए ससद की मजरी
एक माह क भीतर ही यह सहमित अित जररी (अनचछद - 352)
इस दौरान िमल जात हक दर को जयादा अिधकार
क दर सरकार चला सकती हराजय की भी सरकार (अनचछद - 353)
क दर राजय की करगा हर हालत म सरकषा
चाह वाहय आकरमण हो या सशसतर िवदरोह स रकषा (अनचछद - 355)
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राजय यिद नही चल रहा सिवधान क अनसार
राजयपाल राषटरपित को दग िरपोटर िसलिसलवार (अनचछद - 356)
िफर उस राजय म लाग होगा राषटरपित शासन
भारत सरकार हाथ म लगी वहा का परशासन (अनचछद - 356)
उदघोषणा का ससद दवारा करना होगा अनमोदन
दो महीनो म पास करग ससद क दोनो सदन (अनचछद - 356)
आपातकाल म िछन जायग सार मल अिधकार
बचगी शारीिरक सवततरता व जीन का अिधकार (अनचछद - 358 359)
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भारत म यिद पदा हो आिथरक सकट काल
राषटरपित घोिषत करत ह िवततीय आपातकाल (अनचछद - 352)
इस दौरान राजयो क खचर िकय जायग कम
घट जायग कमरचािरयो और जजो क वतन (अनचछद - 360)
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भाग-19परकीणर (Miscellaneous)
राषटरपित व राजयपाल को परापत ह िवशषािधकार
ना उन पर कोई कस चलगा न होग व िगरफतार (अनचछद - 361)
यिद कोई छपवाता ह ससद की कायरवाही
नयायालय नही करगा कोई दािणडक कायरवाही (अनचछद - 361 क)
सतयमव जयत
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भाग-20सिवधान का सशोधन
(Amendment of the Constitution)
ससद चाह कर सकती ह सिवधान म सशोधन
दो ितहाई बहमत स यिद पास कर दोनो सदन (अनचछद - 368)
िफर य िवधयक राषटरपित को भजा जायगा
उनकी सवीकित िमलन पर सशोधन कहलायगा (अनचछद - 368)
Page 80
भाग-21असथायी सकरमणकालीन और िवशष उपबनध
(Temporary Transitional and Special Provisions)
जमम और कशमीर राजय का ह िवशष अिधकार
ससद का कानन चलगा जब राजय कर सवीकार (अनचछद - 370)
कई बहत स राजयो म भी ह िवशष उपबनध
उनकी उननित और िवकास हो कछ ऐस परबध (अनचछद - 371 371 क ख ग घ ङ च छ ज झ ञ)
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भाग-22सिकषपत नाम परारमभ िहनदी म परािधकत पाठ
(Short Title Commencement Authoritative Text in Hindi)
हमारा य सिवधानभारत का सिवधान कहलायगा
छबबीस जनवरी 1950 स परा लाग हो जायगा (अनचछद - 393 394)
राषटरपित जी सिवधान को िहनदी म छपवायग
िहनदी अगरजी ससकरण ही अिधकत कहलायग (अनचछद - 394 क)
समापत
Page 2
copy रचनाकार का सवारिधकार सरिकषत
सिवधान कावय
रचनाकार - सनील कमार गौतम (भारतीय पिलस सवा)
परकाशक - नय वलडर पिबलकशन सी - 42 मन रोड़ वजीरपर इनडिसटरयल एिरया
िदलली - 110052
Page 3
समपरण
ldquoसिवधान िनमारता डा० भीम राव अमबडकर को िजनकी िवलकषण
परितभा और सझबझ स हम दिनया का सबस बहतरीन सिवधान िमलाrdquo
- सनील कमार गौतम
Page 4
परसतावना भारतीय सिवधान हमार दश की नीितयो का मागरदशरक ह इसिलए यह हमार दश का सबस महतवपणर गरनथ ह यही नही यह पर िवशव म भी सबस बड़ा सिवधान ह ऐस सिवधान को मन सरल भाषा व पदो क रप म रिचत करक सगराही बनान की कोिशश की ह इस सिवधान कावय म करीब 238 पद ह िजनम सिवधान क हर भाग व अनचछद क मल-भाव को समािहत करन की कोिशश की गई ह साथ ही बोलचाल की भाषा का परयोग िकया गया ह तािक यह जनसाधारण की समझ म भी आसानी स आ सक इस कावय की रचना क िलए म अपनी पतनी शरीमती िकरन गौतम का आभारी ह िजनहोन इसम भावातमक पट डालन म मरी मदद की म माननीय डा० नसीम जदी भारत क मखय िनवारचन आयकत माननीय शरी नजीब जग उपराजयपाल िदलली माननीय शरी आलोक कमार वमार पिलस आयकत िदलली का हरदय स बहत-बहत आभारी ह िजनहोन सिवधान कावय क बार म अपन बहमलय िवचार वयकत िकय ह आशा ह िक आप सभी लोग इस सिवधान कावय स जरर लाभािनवत होग धनयवाद - सनील कमार गौतम
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डा० नसीम जदी भारत क मखय िनवारचन आयकत भारत िनवारचन आयोग Election Commission of India
भारतीय सिवधान हमारा परमख काननी मागरदशरक ह हर वयिकत को सिवधान क बार म जञान होना चािहए िजसस उस अपन अिधकारो और कततरवयो की जानकारी िमल सक म समझता ह िक शरी सनील कमार गौतम दवारा रिचत सिवधान कावय स यह कायर अब बहत आसान हो जाएगा इसम सिवधान क सार को पदो क रप म बहत खबसरती स िलखा गया ह यह इतना रिचकर ह िक यिद एक बार इसको पढ़ना शर कर िदया जाए तो िफर परा पढ़ िबना मन नही मानता इतन बड़ एव जिटल गरथ को इतन सरल शबदो म वयकत करक शरी गौतम न एक िमसाल कायम की ह मरा िवचार ह िक इसको परतयक नागिरक को पढ़ना चािहए और परतयक जनपरितिनिध को िवशष रप स पढ़ना चािहए िजसस व सिवधान व जनता क परित अपन कततरवयो का और बखबी स पालन कर सक म शरी गौतम को उनक इस कायर क िलए बहत-बहत बधाई दता ह और अपनी शभकामनाय वयकत करता ह
30 माचर 2016
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उपराजयपाल िदलली राज िनवास िदलली - ११००५४ RAJ NIWAS DELHI - 110054
L G DELHI
भारत ससदीय परणाली वाला लोकतनतरातमक गणराजय ह इस लोकततर की आतमा भारत क सिवधान म बसती ह 26 नवमबर 1949 को पािरत तथा 26 जनवरी 1950 स लाग भारतीय सिवधान िवशव क िकसी भी लोकताितरक दश का सबस लमबा िलिखत सिवधान ह 465 अनचछद 12 अनसिचया तथा 22 भागो म िवभािजत भारतीय सिवधान भारत की परभता एकता और अखणडता का वहद दसतावज ह आईपीएस अिधकारी शरी सनील कमार गौतम न भारतीय सिवधान को सिवधान कावय पदयातमक पिसतका क माधयम स पाठको तक पहचान का जो कायर िकया ह वह परशसनीय ह सिवधान क मल पाठ क ममर को धयान म रखत हए उसको जन साधारण तक उनही की भाषा म परसतत करना एक अनठा परयोग ह म शरी सनील कमार गौतम क इस पनीत कायर की भिर-भिर परशसा करता ह तथा आशा करता ह िक सिवधान क इस पदय रप को पढ़त समय सधी पाठक अपन आप को सिवधान क साथ आतमसात कर सक ग इस पसतक की सफलता क िलए मरी हािदर क शभकामनाय
16022016
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CP Delhi िदलली
पिलस मखयालय
नई िदलली - 110002
पिलस आयकत िदलली
यह सवरिविदत ह िक भारतीय सिवधान अनय सभी काननो का सतरोत ह परतयक पिलस अिधकारी अपना पदभार गरहण करन स पवर सिवधान क परित शरदधा व िनषठा रखन की शपथ लता ह वह सवा पयरनत कानन वयवसथा बनाए रखन की हर सभव कोिशश करता ह शरी सनील कमार गौतम न अपन वयसततम कायर क बावजद भारतीय सिवधान की कावयातमक रप म जो परसतित की ह वह वासतव म अिदवतीय ह उनका यह कायर काफी पररणादायक व आम जन क िलए बहत लाभदायक ह म आशा करता ह िक सिवधान कावय क माधयम स हर भारतीय सिवधान को आसानी स समझ सकगा म शरी गौतम क इस अदभत कायर की सराहना करता ह और इस पसतक की सफलता क िलए कामना करता ह
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िवषय-सची (Index)
सिवधान की उददिशका (Preamble)भाग-1
सघ और उसका राजय कषतर (The Union and its Territories)
भाग-2नागिरकता (Citizenship)
भाग-3मल अिधकार (Fundamental Rights)
भाग-4
राजय क नीित िनदरशक ततव (Directive Principles of State Policy)भाग-4 (क)
मल कतरवय (Fundamental Duties)भाग-5
सघ (The Union)भाग-6
राजय (The States)भाग-7
परथम अनसची क भाग ख म राजय - िनरिसत (The States in Part B of First Schedule - Repealed)
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भाग-8
सघ राजयकषतर (The Union Territories)भाग-9
पचायत (The Panchayats)
भाग-9 (क)नगरपािलकाय (The Municipalities)
भाग-9 (ख)
सहकारी सिमितया (The Co-Operative Societies)भाग-10
अनसिचत और जनजाित कषतर (The Scheduled and Tribal Areas)भाग-11
सघ और राजयो क बीच म समबनध (Relations between the Union and the States)
भाग-12
िवतत समपितत सिवदाए और वाद (Finance Property Contracts and Suits)भाग-13
भारत क राजय कषतर क अनदर वयापार वािणजय और समागम (Trade Commerce and Intercourse in India)
भाग-14
सघ और राजयो क अधीन सवाए (Services under the Union and the States)
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भाग-14 (क)
अिधकरण (Tribunals)भाग-15
िनवारचन (Elections)
भाग-16कछ वगोर क समबनध म िवशष उपबनध (Special Provisions relating
to Certain Classes)भाग-17
राजभाषा (Official Language)भाग-18
आपात उपबनध (Emergency Provisions)
भाग-19परकीणर (Miscellaneous)
भाग-20
सिवधान का सशोधन (Amendment of the Constitution)भाग-21
असथायी सकरमणकालीन और िवशष उपबनध (Temporary Transitional and Special Provisions)
भाग-22सिकषपत नाम परारमभ िहनदी म परािधकत पाठ (Short Title
Commencement Authoritative Text in Hindi)
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सिवधान की उददिशका (Preamble)
हम भारत क लोग आज य सिवधान अपनात ह
समाजवादी धमरिनरपकष राषटर को गल लगात ह िमलगा हर तरह का नयाय बोलन की आजादी
िमलगी समानता सबको दश की जो आबादी बधता बढ़ हर एक स हर वयिकत इजजत पाय
राषटर हमारा रह अखड एकता बढ़ती जाय
26 नवमबर 1949 दढ़िनशचय हम करत ह
सिवधान को अगीकत आतमािपर त करत ह
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भाग-1सघ और उसका राजय कषतर
(The Union and its Territories) सब राजयो को िमलाकर भारत एक सघ होगा
चाह तो नवराषटरो का िमलन िविध सममत होगा (अनचछद - 12)
ससद चाह नय राजयो का िनमारण कर सकती ह
वतरमान राजयो म पिरवतरन भी कर सकती ह (अनचछद - 3)
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भाग-2नागिरकता (Citizenship)
भारत म रहन वाला वयिकत भारतीय कहलाता ह
बाहर स आ बस भारत म वह भी य हक पाता ह (अनचछद - 5)
कोई सवचछा स कर िवदशी नागिरकता सवीकार
भारतीय नागिरकता पर वह खोयगा अिधकार (अनचछद - 9)
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भाग-3मल अिधकार (Fundamental Rights)
मानव मल अिधकारो को महतवपणर बतलाया ह
इनक िवरदध िकसी िविध को असगत ठहराया ह (अनचछद - 13)
अनचछद चौदह म समता का अिधकार ह
होटल हो चाह दकान सबको परवश अिधकार ह (अनचछद - 14 15)
अनसिचत जाित जनजाित की करनी होगी भलाई
तािक उनकी उननित हो और कमी की हो भरपाई (अनचछद - 15)
नौकरी म धमर जाित िलग का नही होगा भद
साफ साफ शबदो म समझाता सोलह अनचछद (अनचछद - 16)
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समाज क िपछड़ वगोर कोहो आरकषण का सहारा
उननित कर दिलत िजनका जीवन विचत सारा (अनचछद - 16)
छआछत कलक का अनचछद सतरह कर अत
डॉ० अमबडकर हए मसीहा मानवता क बन सत (अनचछद - 17)
रह ना कोई जमीदार अब ना नवाब ना महाराजा
पद ना होगा जनम स खला योगयता का दरवाजा (अनचछद - 18)
परितयोिगता स ही िमलगा अब पद और सममान
बनो डॉकटर और कलकटर खब कमाओ नाम (अनचछद - 18 [भाव की अिभवयिकत])
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वयकत करो अपन भावो को जो चाह सो बोलो
अनयाय स नही डरो मह तम अपना खोलो (अनचछद - 19)
सघ और समह बनाना ह सबका अिधकार
शाितपणर करो सममलन जो हो िबना हिथयार (अनचछद - 19)
सारा भारत दश तमहारा कही भी जा सकत हो
कोई जगह पसनद आय वहा भी रह सकत हो (अनचछद - 19)
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बनो वकील या वयापारी करो कोई भी कारोबार
अनचछद उननीस दता ह तमको य सार अिधकार (अनचछद - 19)
जब तक िसदध नही हो दोषदोषी नही कहलाओग
बगनाह सािबत होन क सब अवसर तम पाओग (अनचछद - 20)
पहल कारण बतलायग तभी करग िगरफतार
चौबीस घट म छोड़ग िगरफतारी यिद बआधार (अनचछद - 22)
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कोई बचचा ना कर मजदरी मजदर ना कर बगार
यिद कोई भी कर उललघन जाना होगा कारागार (अनचछद - 23)
ननह - ननह स बचच नही कर खान म काम
सरकार उनह दगी िशकषा तािक बन बड़ इसान (अनचछद - 24 21 क)
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िकसी भी धमर को मानो या उसका परचार करो
अपन बनाओ ससथान सचालन का काम करो (अनचछद - 25 26)
कर स होता मकत ह धािमरक कायोर का परबध
सरकारी सकलो म ह धािमरक िशकषा पर परितबध (अनचछद - 27 28)
बौदध मिसलम िसख ईसाईअलपसखयक ह य भाई
अपन धमर िलिप भाषा की कर सकत ह पढ़ाई (अनचछद - 29 30)
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मल अिधकार बहत जररी परजाततर का सार
इन सब की गारटी दता सवधािनक उपचार (अनचछद - 32)
छीन यिद कोई अिधकार िरट दायर करवाओ
नयायालय स लो आदश लाग उस कराओ (अनचछद - 32)
शसतर बलो व आई०बी० मबहत जररी अनशासन
अिधकारो म अलप कटौती कर सकता ह शासन (अनचछद - 33)
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भाग-4राजय क नीित िनदरशक ततव
(Directive Principles of State Policy)
सिवधान सब राजयो को दता ह िनदरश
जनता क कलयाण की वयवसथा कर िवशष (अनचछद - 38)
सामािजक असमता कम हो घट आय का अतर
सभी कषतर कर िवकास अवसर िमल िनरनतर (अनचछद - 38)
सतरी-परष सबको िमल आजीिवका क साधन
सामिहक िहत हो िजसम बाटो सब ससाधन (अनचछद - 39)
एक हाथ म किनदरत ना हो उतपादन क साधन
नर-नारी यिद कर कायर तो िमल समान ही वतन (अनचछद - 39)
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कािमरको क सवासथय का धयान रख सरकार
सतरी - परष बचच न कर हािनकारक रोजगार (अनचछद - 39)
सब बचच उननित कर िमल माहौल अनकल
शोषण उनका ना होय कभी न जाना भल (अनचछद - 39)
नयाय सवरजन को िमल अपराधी या सशील
कोई बहत गरीब हो तो मफत म िमल वकील (अनचछद - 39 क)
गाव म िनिशचत कर पचायत का गठन
जनता को शिकत िमल लग िवकास म धन (अनचछद - 40)
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बढ़ा हो बकार हो असमथर या बीमार
सहारा इनको भी िमल कछ मदद कर सरकार (अनचछद - 41)
अचछा सिवधाजनक हो कायारलय म काम
गभरवती मिहलाओ को िमल िवशष आराम (अनचछद - 42)
जीवन का सतर सधर चहमखी होय िवकास
बकारो को िमल काम सिवधा और अवकाश (अनचछद - 43)
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उदयोगो क परबनध म हो मजदरो का हाथ
सहकारी सिमित का सवरप िखल साथ ही साथ (अनचछद - 43 क और ख)
सब नागिरको क िलए जो दश म कर िनवास
समान िसिवल सिहता का िकया जाय परयास (अनचछद - 44)
ननह बचचो को िमल िशकषा और सरकषा
बन सभय नागिरक व जीवन हो अित अचछा (अनचछद - 45)
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अनसिचत जाित जनजाित वगर ह सबस दबरल
अनयायो पर लग रोक िमल िशकषा और धन बल (अनचछद - 46)
िमल िवटािमन पोषक ततव उचच सतरीय जीवन
सवासथय सवा म हो सधार रक नश का सवन (अनचछद - 47)
वजञािनक तकनीको स बढ़ किष और पशपालन
सधर नसल पशओ की वध-िनषध का हो पालन (अनचछद - 48)
पयारवरण सरिकषत रखो करो जीवन का रकषण
वकष लगाओ करो हिरयालीवन जीवो का रकषण (अनचछद - 48 क)
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समारको की कर सरकषा रख िवशष धयान
इितहास रहगा सरिकषत बढ़गा सबका जञान (अनचछद - 49)
परशासन का नयायालय म ना हो कोई दखल
नयायपािलका रह सवततर नयाय िमल परितपल (अनचछद - 50)
सब दशो क बीच म रह सरकषा शािनत
आपस म आदर बढ़ िमट परसपर भरािनत (अनचछद - 51)
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भाग-4कमल कतरवय (Fundamental Duties)
सिवधान का कर पालन झड का कर सममान
इसक आदशोर को मान आदर स कर राषटरगान (अनचछद - 51 क [ क ])
आजादी क आदशोर को समझ और बयान कर
दश की परभता अखडता क रकषक का काम कर (अनचछद - 51 क [ ख ग ])
राषटर की सवा कर सतरी का सममान कर
भदभाव रिहत होकर भराततव का िनमारण कर (अनचछद - 51 क [ घ ङ ])
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सामािजक ससकित समझ परमपरा का मान कर
परकित का िवसतार कर जीवन का सममान कर (अनचछद - 51 क [ च छ ])
वजञािनक हो दिषटकोण जञानाजरन का काम कर
सावरजिनक समपितत का कभी नही नकसान कर (अनचछद - 51 क [ ज झ ])
खद ऊचाईयो को छ ल लोगो को भी बढ़ाय
राषटर िनरनतर बढ़ आग सभी सफल हो जाय (अनचछद - 51 क [ ञ ] )
माता-िपता या सरकषक परथम काम य करवाय
चाह गरीबी हो घर म बचच को िशकषा िदलवाय (अनचछद - 51 क [ ट ] )
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भाग-5सघ (The Union)
कायरपािलका (The Executive)
भारत सरकार म राषटरपित सवोरचचािधकारी होगा
जल थल वाय सना का वह शीषारिधकारी होगा (अनचछद - 52 53)
ससद िवधानसभाओ दवाराराषटरपित चयिनत होगा
पाच साल का कायरकालिजनका िनयिमत होगा (अनचछद - 54 56)
नागिरक हो भारत का आय पतीस स कम ना हो
सासद बनन लायक होकोई लाभ का पद ना हो (अनचछद - 58)
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मखय नयायाधीश दवारा उनका शपथ गरहण होगा
सिवधान की रकषा और अनपालन का परण होगा (अनचछद - 60)
राषटरपित यिद सिवधान की अवहलना करत ह
ससद सदसय उनक ऊपर दोषारोपण करत ह (अनचछद - 61)
ससद दवारा दोषारोपण महािभयोग कहलाता ह
दोष िसदध होन पर उनको पद स हटाया जाता ह (अनचछद - 61)
राषटरपित सवोरचच ह पर ससद ह उनस ऊपर
राषटरपित ससद नयायालय सिवधान सबस ऊपर (अनचछद - 61 [भाव की अिभवयिकत])
राषटरपित यिद हो असमथर अनपिसथत या बीमार
भारत क उपराषटरपित दखग उनका कायरभार (अनचछद - 63 65)
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ससद क दो सदन कर उपराषटरपित का िनवारचन
सिवधान क परित व लग शरदधा िनषठा क वचन (अनचछद - 66 69)
राषटरपित कर सकत ह िकसी भी सजा को कम
द सकत ह माफी भी या िफर सजा का िनलबन (अनचछद - 72)
राषटरपित की मदद हत एक मतरी पिरषद होगी
समिचत कायरवाही हत जो अपनी सलाह दगी (अनचछद - 74)
महामिहम को सलाह का पालन करना ही होगा
इस सलाह की अनदखी सभव काम नही होगा (अनचछद - 74)
मतरी-मडल की िनयिकत राषटरपित दवारा होगी
लोकसभा क परित भी मडल की िजममदारी होगी (अनचछद - 75)
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मतरी-पिरषद का मिखया परधानमतरी होता ह
परजाततर म वह वयिकत सबस ताकतवर होता ह (अनचछद - 75)
एक महानयायवादी होगा भारत सरकार म िनयकत
सरकार को िविध समबनधी सलाह दगा उपयकत (अनचछद - 76)
सरकार सब काम करगी राषटरपित क नाम स
उनको अवगत भी करायगी सरकार क काम स (अनचछद - 77 78)
ससद (Parliament)
ससद भारत दश की सबस बड़ी ससथा होगी
नय कानन बनान हत उसकी ही कषमता होगी (अनचछद - 79)
तीन भागो स होता ह भारतीय ससद का गठन
सवरपरथम ह राषटरपित िफर ससद क दो सदन (अनचछद - 79)
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राजय सभा क सदसयो का राजय ही कर चयन
कछ िवशष लोगो का िकया जाता ह मनोनयन (अनचछद - 80)
परतयक पाच साल म होता लोक सभा का चनाव
यही लोकततर का जाद जब लोग कर बदलाव (अनचछद - 83)
राजय सभा म िनयिकत हत उमर चािहए तीस
लोकसभा म आन हत पर कर पचचीस (अनचछद - 84)
राषटरपित समय समय पर करग ससद म बठक
दोनो सदनो म अिभभाषण का होगा उनका हक (अनचछद - 86 87)
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लोकसभा शीघर चनगी अपना एक अधयकष
लोकसभा क सचालन म होगा वह अित दकष (अनचछद - 93)
ससद क सब सदसयो को लनी होगी एक शपथ
सिवधान का करग पालन अपनायग उसका पथ (अनचछद - 99)
सासद नही बन रहग यिद हो िवकत मानिसकता
हो जाय िदवािलया या तयाग दश की नागिरकता (अनचछद - 102)
सासद सदन म बोल या रख सवततर िवचार
वाणी की सवततरता ही ह ससद का मखय आचार (अनचछद - 105)
ससद बनायगी कानन और पास करगी िबल
दोनो सदनो की सहमित स काम नही मिशकल (अनचछद - 107)
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जब कोई िबल पास होगा सहमित दग राषटरपित
यिद सिवधान सममत हतो जलद ही दग सवीकित (अनचछद - 111)
मतरालय सरकारी खचर का परा बजट बनाता ह
िवतत मतरी िफर इसको ससद म पास कराता ह (अनचछद - 112)
ससद म होगी परयोग िहनदी या अगरजी भाषा
यिद कोई दोनो ना जान बोल अपनी मातभाषा (अनचछद - 120)
िकसी जज क बतारव पर ससद म ना होगी बहस
ससदीय कायरवाही पर जज का नही चलगा बस (अनचछद - 121 122)
ससद ना चल रही हो पिरिसथित भी हो िवशष
राषटरपित कानन बनाय जारी करक अधयादश (अनचछद - 123)
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नयायपािलका (The Union Judiciary)
पर भारत म एक सवोरचच नयायालय होगा
नयाय का मिनदर होगा जजो का कायारलय होगा (अनचछद - 124)
जज यिद बनना हो तो चािहए सिवधान का जञान
वकील या जज क रप म पहल िकया हो काम (अनचछद - 124)
इन सभी जजो का चयन राषटरपित जी करत ह
इसक िलए अनय जजो स सलाह भी वह करत ह (अनचछद - 124)
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पद गरहण स पवर सब जज करत ह य वादा
पकषपात म नही करगा रख सिवधान मयारदा (अनचछद - 124)
जज हो जाय असमथर या तोड़ सिवधान की हद
ससद करगी महािभयोग छोड़ना होगा उनको पद (अनचछद - 124)
सपरीम कोटर क पास सबस जयादा अिधकार
मसला अपील का होया िफर राजयो की तकरार (अनचछद - 131 132 133 134)
जररत पड़ तो सपरीम कोटर नय कानन बनाता ह
जिटल सवधािनक मसलो को भीय सलझाता ह (अनचछद - 141 143)
भारत म एक िनयतरक महालखापरीकषक होगा
कनदर-राजय क खचोर का बयौरा उस रखना होगा (अनचछद - 148 149)
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भाग-6राजय (The States)
कायरपािलका (The Executive)
राजयपाल हर राजय म सवोरचच अिधकारी होगा
राषटरपित करग िनयिकतकायरकाल पाच वषर होगा (अनचछद - 153 154 155 156)
राजयपाल की िनयिकत हत भारत का नागिरक हो
आय पतीस की हो अनय लाभ का पद ना हो (अनचछद - 157 158)
राजयपाल को िमलग भतत और िवशषािधकार
साथ ही साथ होग व मफत मकान क हकदार (अनचछद - 158)
उचच नयायालय क जज स राजयपाल लग शपथ
जनता की करग सवा अपनायग सिवधान पथ (अनचछद - 159)
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आपरािधक मामलो म राजयपाल रखत ह शिकत
दोषी की कम कर सजाया िफर दणड स द मिकत (अनचछद - 161)
राजयपाल िववकानसार करग कायोर का िनवारह
अनय मामलो म व लग मतरी पिरषद स सलाह (अनचछद - 163)
राजयपाल ही करग राजय मखयमतरी की िनयिकत
िफर उनकी सलाह पर अनय मितरयो की िनयिकत (अनचछद - 164)
राजय क कल मितरयो की सखया िनधारिरत होगी
एम एल ए की सखया कापदरह परितशत ही होगी (अनचछद - 164)
राजय मितरयो की शपथ सिवधान क परित होगी
सारी जनता की सवा पकषपात रिहत होगी (अनचछद - 164)
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मतरी को गोपनीयता की शपथ गरहण करनी होगी
कछ िवषयो की जानकारी उनह गपत रखनी होगी (अनचछद - 164)
राजयपाल ही िनयकत करग राजय का महािधवकता
काननी िवषयो पर होगावो ही अिधकािरक वकता (अनचछद - 165)
राजय की कायरवाही होगी राजयपाल क नाम स
मखयमतरी अवगत करायग उनको अपन काम स (अनचछद - 166 167)
िवधान मणडल (The State Legislature)
सब राजयो म होगा िवधानसभा एक मखय सदन
कछ म अितिरकत होगा िवधानपिरषद का गठन (अनचछद - 168)
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िवधानसभा म होगा जनसखया का सही अनपात
तािक हर समाज क लोग परी रख अपनी बात (अनचछद - 170)
उमर यिद पचचीस की हो मन म हो सवा का भाव
एम०एल०ए० बनन हत लड़ सकत हो तम चनाव (अनचछद - 173)
सिवधान परित रखनी होगी हर सदसय को िनषठा
मरा भारत रह अखणड ऊची उसकी रह परितषठा (अनचछद - 173)
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िवधानसभा अधयकष करग सभा का सचालन
हर दल रख अपनी बातहो िनयमो का भी पालन (अनचछद - 178)
सदन म हर सदसय अपनी बात कह सकता ह
बखौफ बिहचक िवचार वयकत कर सकता ह (अनचछद - 194)
सदन सदसयो क वतन को भी तय कर सकता ह
जररत पड़ तो भततो म बढ़ोततरी कर सकता ह (अनचछद - 195)
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िवधानसभा राजय का िबल भीपास कर सकती ह
िफर उस पर राजयपाल स सवीकित ल सकती ह (अनचछद - 196)
राजयपाल सहमत होन पर अपनी महर लगायग
िबल म कछ गड़बड़ ह तो राषटरपित को बतायग (अनचछद - 200)
िवधानसभा बना सकती ह राजय क िलए कानन
िजसम राजय का िहत हो जनता को िमल सकन (अनचछद - 200)
राजय बजट बतलायगासरकार का वािषरक खचार
योजनाओ क मददो पर िफर होगी सदन म चचार (अनचछद - 202 203)
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िहनदी अगरजी सथानीय होगी सदन की भाषा
कोई न जान यिद इनह भी बोलगा वह मातभाषा (अनचछद - 210)
जज क आचरण पर नही करगा सदन बहस
सदन की कायरवाही पर भी न चल कोटर का बस (अनचछद - 211 212)
िवधानसभा का सतर न हो पिरिसथित हो िवशष
राजयपाल कानन बनाय जारी करक अधयादश (अनचछद - 213)
अधयादश को सदन दवारा करना होगा पास
वनार होगा बअसर वह बीत यिद डढ़ मास (अनचछद - 21३)
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राजयो क उचच नयायालय (The High Courts in the States)
हर राजय म नयाय हत एक उचच नयायालय होगा
िजसम जनता की खाितर नयाय दवार खला होगा (अनचछद - 214)
दस साल का नयाियक अनभव या रहा हो वकील
तब होगा उचच नयायालय का जज बनन कािबल (अनचछद - 217)
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राषटरपित दवारा होगी नयायधीश की िनयिकत
बासठ वषर परा होन पर होगी पद स मिकत (अनचछद - 217)
नयायधीश लग शपथ राजयपाल क साथ
सब लोगो को दग नयाय िबना िकए पकषपात (अनचछद - 219)
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अधीनसथ नयायालय (Subordinate Courts)
छोट नयायालयो पर होगी हाईकोटर की िनगरानी
िनयमपवरक कायर कर सब कोई न कर मनमानी (अनचछद - 233)
िजला जजो की िनयिकत राजयपाल दवारा होगी
इसस समबिनधत सलाह हाईकोटर दवारा होगी (अनचछद - 233)
सात वषर वकालत वाला िजला जज बनन योगय
अनय नयाियक पदो हत ह लोक सवा आयोग (अनचछद - 233)
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भाग-7परथम अनसची क भाग ख म राजय
(The States in Part B of First Schedule)
िनरिसत (Repealed)
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भाग-8सघ राजयकषतर
(The Union Territories)
सघ राजयकषतरो क िलए परशासक होग िजममदार
चाह हो दमन दीव या अडमान और िनकोबार (अनचछद - 239)
राजधानी िदलली म ह उपराजयपाल का शासन
यहा िवधानसभा भी ह जहा जनता कर िनवारचन (अनचछद - 239 क [ क ])
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भाग-9पचायत
(The Panchayats)
तजी स हो सबका िवकास हो जनता का शासन
इसक िलए करना होगा पचायतो का परशासन (अनचछद - 243 ख)
गराम सभा हो पचायत हो और हो िजला पिरषद
अनसिचत जाित जनजाित हत आरिकषत हो पद (अनचछद - 243 ग घ)
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मिहलाय भी समाज की ह महतवपणर ईकाई
उनक िलए आरिकषत हो अधयकष पद एक ितहाई (अनचछद - 243 घ)
राजय पचायतो को दग शिकत और अिधकार
िवकास हो नयाय िमल हो जनता का उपकार (अनचछद - 243 छ)
पचायत कर सकती ह टकस वसली का भी काम
खचार-पितर क िलए राजय भी दगा उनह अनदान (अनचछद - 243 ज)
परतयक पाच साल म होगा पचायत का िनवारचन
राजय चनाव आयोग करगा इन सबका सचालन (अनचछद - 243 ट)
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भाग-9 कनगरपािलकाय
(The Municipalities)
शहरो म नगरपािलका ह पचायत का दसरा रप
वाडर और उसकी सिमितयो जसा होगा परारप (अनचछद - 243 थ द ध)
मिहला कमजोर वगोर का आरकषण करना होगा
योजना लाग करन को टकस वसल करना होगा (अनचछद - 243 न भ)
महानगर कषतर म आबादी ह दस लाख स जयादा
परमख मयर कहलाता हिजममदारी भी ह जयादा (अनचछद - 243 त थ ब)
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भाग-9 खसहकारी सिमितया
(The Co-Operative Societies)
लोग बना सकत ह अपनी एक सहकारी सिमित
बोडर करगा सचालनबहतर होगी आिथरक िसथित (अनचछद - 243 यज यञ)
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भाग-10अनसिचत और जनजाित कषतर
(The Scheduled and Tribal Areas)
एस०टी० लोगो क िवकास का ह िवशष परावधान
अनसिचत कषतरो का भी खब रखना होगा धयान (अनचछद - 244)
जनजाित क िलए एक सलाहकार पिरषद होगी
िजसस उनक परशासन की नीित िनधारिरत होगी (अनचछद - 244 पाचवी अनसची)
उनक कलयाण कायोर पर राजयपाल रख िनगरानी
भिम उनकी रह सरिकषत साहकार न कर मनमानी (अनचछद - 244 पाचवी अनसची)
राजयपाल उनक कषतरो म पिरवतरन कर सकत ह
शािनत सरकषा काननो म बदली भी कर सकत ह (अनचछद - 244 पाचवी अनसची)
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असम राजय म होग सवशासी िजला और परदश
लाग नही होग इन पर राजय सरकार क िनदरश (अनचछद - 244 छठी अनसची)
जगल और जनजाित म ह बहत गहरा सबध
सतलन कस रखा जाय इसका ह सही परबध (अनचछद - 244 छठी अनसची)
वनभिम का उतपादो का जनजाित कर परयोग
वन भी रह सरिकषत ना हो जीिवका म अवरोध (अनचछद - 244 छठी अनसची)
राजयपाल ऐस कषतरो म िनिशचत कर सशासन
िशकषा सवासथय सचार क िदलवाय सब साधन (अनचछद - 244 छठी अनसची)
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भाग-11सघ और राजयो क बीच म समबनध
(Relations between the Union and the States)
ससद पर भारत म कानन बना सकती ह
िवधानसभा कवल राजय म ऐसा कर सकती ह (अनचछद - 245)
कानन बनान की शिकत कनदर-राजय की ह पथक
िवषय उनक िनधारिरत ह तािक ना हो कोई शक (अनचछद - 246)
सघ सची म िलख ह ससद क अिधकार
जस रकषा रल िवदश सना दर सचार (अनचछद - 246 सातवी अनसची - सघ सची)
राजय सची म विणर त ह िवधानसभा क अिधकार
जस पिलस सवासथय किष वन िवदयत कारागार (अनचछद - 246 सातवी अनसची - राजय सची)
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कछ िवषय ऐस ह िजन पर दोनो का अिधकार
इनम स ह िशकषा सजा नयाय वन वयापार (अनचछद - 246 सातवी अनसची - समवतीर सची)
िफर भी ससद बड़ी ह शरषठ ह उसक अिधकार
राषटरिहत म कानन बनाय कर अनतराषटरीय करार (अनचछद - 247 248 249 250 251 252 253 254)
काननो का अनपालन िनिशचत कर राजय सरकार
वनार िनदरिशत भी कर सकती ह भारत सरकार (अनचछद - 256)
क दर राजय सरकारो को द सकता ह आदश
दशिहत क कामो म यिद मिशकल आती ह पश (अनचछद - 257)
दो राजयो म िववाद हो या नदी जल का बटवारा
कनदर कानन बनाकर कर सकता ह िनपटारा (अनचछद - 262)
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राजयो क झगड़ो को सब िमलजल क सलझाय
जाच एव सझाव हत पिरषद एक बनाय (अनचछद - 263)
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भाग-12िवतत समपितत सिवदाए और वाद
(Finance Property Contracts and Suits)
टकस दवारा जो पसा आय सिचत धन कहलाय
भाित-भाित क खचोर म यह धन काम म आय (अनचछद - 266)
कछ खचर करन पड़त ह एकदम और कई बार
िजसकी खाितर कटीजसी फडरखती ह सरकार (अनचछद - 267)
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क दर और राजय सरकार दोनो ल जनता स कर
िफर िनयमानसार आपस म बाट इस बराबर (अनचछद - 268 269 270)
कनदर को राजय सरकारो को दना होगा अनदान
जनजाित कषतरो क िवकास का रखना होगा धयान (अनचछद - 275)
िवतत आयोग सझाव दता ह धन क िवतरण पर
तािक राजयो को िमल उननित क बराबर अवसर (अनचछद - 280 281)
क दर की समपितत पर राजय नही लगाय कर
क दर भी इस समबनध म कर राजय का आदर (अनचछद - 285 289)
क दर राजय कर सकत ह वयापार और कारोबार
समदरी खिनजो पर होगाकवल क दर का अिधकार (अनचछद - 297 298)
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राषटरपित की ओर स साइन होग सब करार
पर कोई चक हई तो नही होग व िजममदार (अनचछद - 299)
कोई वयिकत कर सकता ह समपितत को सिचत
कानन िबना उस नही कर सकत ह विचत (अनचछद - 300 क)
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भाग-13भारत क राजय कषतर क अनदर वयापार वािणजय और समागम (Trade Commerce and
Intercourse in India)
कोई कही भी कर सकता ह वािणजय या वयापार
िजस जनिहत म िनयिमत कर सकती ह सरकार (अनचछद - 301 302)
कनदर फड क िवतरण म न कर िकसी स पकषपात
साधन िवहीन राजयो कािफर भी दना होगा साथ (अनचछद - 303)
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भाग-14सघ और राजयो क अधीन सवाए
(Services under the Union and the States)
सरकारी कामकाज हत िनयकत होत ह अिधकारी
कायर सचार रप स हो लत ह िजममदारी (अनचछद - 309)
कोई अिधकारी कमरठ ह काम ह उसका अचछा
सिवधान उसको दता ह काफी अिधक सरकषा (अनचछद - 310 311)
िनयिकत कतार ही िकसी को पद स हटा सकता ह
िविधवत जाच कराक सजा सना सकता ह (अनचछद - 311)
िकसी कायरवाही स पहल वयिकत को सनना होगा
उसक दोष बतान होग िफर िनणरय करना होगा (अनचछद - 311)
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यिद गभीर अपराध म दोषी िसदध हआ अिधकारी
पद स हटाया जा सकता ह उस िबना इनकवारी (अनचछद - 311 2 क)
कभी-कभी सरकषा िहत म जाच नही हो सकती ह
िबना जाच अिधकारी की सवामिकत हो सकती ह (अनचछद - 311 2 ख ग)
क दर म भतीर हत ह सघ लोक सवा आयोग
आवदन कर सकत ह सवा क इचछक सब लोग (अनचछद - 315)
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आयोग करगा सचािलत िनयिकत हत परीकषा
उचच सवाओ म चािहए गरजएट तक की िशकषा (अनचछद - 315 320)
राजयो म भतीर हत ह राजय लोक सवा आयोग
छोट राजय चाह तो बनगा एक सयकत आयोग (अनचछद - 315)
आयोग म होग सदसय होगा एक अधयकष
रह हो सरकारी पद पर छिव हो उनकी िनषपकष (अनचछद - 316)
आयोग भतीर समबिनधत अपनी सलाह भी दगा
राषटरपित को हर साल सब कायोर का बयौरा दगा (अनचछद - 323)
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भाग-14कअिधकरण (Tribunals)
क दर राजय सतर पर होग परशासिनक अिधकरण
भतीर सवा क झगड़ो का िकया करग िनराकरण (अनचछद - 323 क)
कछ अिधकरण करग अनय िववादो का िनपटारा
टकस शरम िववाद या खादय वसतओ का बटवारा (अनचछद - 323 ख)
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भाग-15िनवारचन (Elections)
परजातनतर का मखय तनतर ह िनवारचन आयोग
इसकी मदद स सरकारो को चनत ह हम लोग (अनचछद - 324)
मखय चनाव अायकत कराय चनाव का सचालन
आचार सिहता का करवाय सखती स अनपालन (अनचछद - 324)
राषटरपित उपराषटरपित ससद या िवधानमडल सबक चनाव पर आयोग िनगरानी रख परितपल
(अनचछद - 324)
चनाव आयकतो को दता ह सिवधान सरकषा
सवतनतर चनावो स ही होती परजातनतर की रकषा (अनचछद - 324)
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लोकसभा िवधान सभा का जब भी हो िनवारचन
आयोग को सब सहयोग दगा राजय परशासन (अनचछद - 324)
वोटर िलसट म शािमल होगा हर वयसक का नाम
इस सब को िनषपकष कराना ह आयोग का काम (अनचछद - 325)
अठारह वषर का हर वयिकत रखता ह मतािधकार
अपनी इचछा क अनसार चन सकता ह सरकार (अनचछद - 326)
एम०पी० और एम०एल०ए० बन हो चनाव िनषपकष
लोकततर कायम रह यही आयोग का लकषय (अनचछद - 324 [भाव की अिभवयिकत])
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भाग-16कछ वगोर क समबनध म िवशष उपबनध
(Special Provisions relating to Certain Classes)
अनसिचत जाित जनजाित का ह िवशष परबध
लोकसभा म ह आरकषण ह अनपाितक सबध (अनचछद - 330)
ऐगलो इिडयन लोग यिद सखया म कम लगत ह
राषटरपित लोकसभा म दो सदसय रख सकत ह (अनचछद - 331)
एससी एसटी लोगो की िजतनी जनसखया होगी
उतनी ही िवधानसभा म सीटो की सखया होगी (अनचछद - 332)
सरकारी सवाओ मएससी एसटी का हो सथान
थोड़ी छट िमल अको म तािक भतीर हो आसान (अनचछद - 335)
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राषटरीय अनसिचतजाित आयोग कर हको की रकषा
उनस सबिधत समसयाओ की करता ह य परीकषा (अनचछद - 338)
एक अधयकष उपाधयकष और अनय सदसय होग
सिवधान क परावधान उनह लाग करन होग (अनचछद - 338)
एस० सी० लोगो क िहतो म न हो कोई कोताही
सािबत हो आरोप यिद आयोग कर कायरवाही (अनचछद - 338)
अनय कलयाणकारी उपाय खोजकर लायगा
राषटरपित को आयोग अपन सझाव बतलायगा (अनचछद - 338)
आयोग का दजार िसिवल नयायालय का होगा
सबकी पशी करान का हक उस परापत होगा (अनचछद - 338)
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राषटरपित आयोग की िरपोटर ससद म रखवायग
िसफािरशो पर काररवाई स अवगत भी करवायग (अनचछद - 338)
आयोग चाह तो सबिधत कागज पश करन होग
शपथपतर दकर सार सबत परकट करन होग (अनचछद - 338)
एस० सी० सबिधत कोई िनणरय लती ह सरकार
आयोग स लकर सलाह उस करना होगा िवचार (अनचछद - 338)
एक राषटरीय अनसिचत जनजाित आयोग भी होगा
एस सी आयोग जसा सतर इसको भी परापत होगा (अनचछद - 338 क)
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वसी ही शिकत होगी वही कायर वह करगा
जनजाित क िहतो की रकषा हर हालत म करगा (अनचछद - 338 क)
एस०टी० की उननित हत आयोग की होगी िनयिकत
राजय यिद कर िढलाई क दर करगा सखती (अनचछद - 339)
सामािजक शिकषक दिषट स िपछड़ ह जो लोग
राषटरपित उनक िलए गिठत कर आयोग (अनचछद - 340)
आयोग अधययन करगा कस हो उनका सधार
कस क दर-राजय बन सकत उन लोगो क मददगार (अनचछद - 340)
आयोग राषटरपित को दगा िसफािरश बयौरवार
ससद को िफर करना होगा भलाई हत िवचार (अनचछद - 340)
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भाग-17राजभाषा
(Official Language)
सघ की भाषा िहदी िलिप दवनागरी होगी
शासकीय परयोजन हत अगरजी की जररत होगी (अनचछद - 343)
राषटरपित भाषािवदो का एक आयोग कर गिठत
िहदी क परचार हत परयास कर जो सगिठत (अनचछद - 344)
िहदी भाषा हो समदध बढ़ जञान और िवजञान
अिहदी भाषी लोगो का आयोग रख धयान (अनचछद - 344)
िवधानसभा सथानीय भाषा को कर ल अगीकार
पर सरकारी कामो म रह अगरजी बरकरार (अनचछद - 345)
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दो राजयो को आपस म यिद करना ह पतराचार
दोनो िमलकर िहदी को कर सकत ह सवीकार (अनचछद - 346)
उचच उचचतम नयायालय म अगरजी परयकत होगी
आदशोअिधिनयमो की परित अगरजी म ही होगी (अनचछद - 348)
भाषाई अलपसखयको का सरकार रख धयान
मातभाषा म ही िमल सब िवषयो का जञान (अनचछद - 350 क ख)
सरकार िहदी को कर समदध खब कर परचार
अनय भाषाओ क शबदो स कर इसका िवसतार (अनचछद - 351)
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भाग-18आपात उपबनध
(Emergency Provisions)
यदध का हो सकट िवदरोिहयो का िबछा हो जाल
राषटरपित सनतिषट करकघोिषत कर आपातकाल (अनचछद - 352)
आपातकाल क िलए चािहए ससद की मजरी
एक माह क भीतर ही यह सहमित अित जररी (अनचछद - 352)
इस दौरान िमल जात हक दर को जयादा अिधकार
क दर सरकार चला सकती हराजय की भी सरकार (अनचछद - 353)
क दर राजय की करगा हर हालत म सरकषा
चाह वाहय आकरमण हो या सशसतर िवदरोह स रकषा (अनचछद - 355)
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राजय यिद नही चल रहा सिवधान क अनसार
राजयपाल राषटरपित को दग िरपोटर िसलिसलवार (अनचछद - 356)
िफर उस राजय म लाग होगा राषटरपित शासन
भारत सरकार हाथ म लगी वहा का परशासन (अनचछद - 356)
उदघोषणा का ससद दवारा करना होगा अनमोदन
दो महीनो म पास करग ससद क दोनो सदन (अनचछद - 356)
आपातकाल म िछन जायग सार मल अिधकार
बचगी शारीिरक सवततरता व जीन का अिधकार (अनचछद - 358 359)
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भारत म यिद पदा हो आिथरक सकट काल
राषटरपित घोिषत करत ह िवततीय आपातकाल (अनचछद - 352)
इस दौरान राजयो क खचर िकय जायग कम
घट जायग कमरचािरयो और जजो क वतन (अनचछद - 360)
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भाग-19परकीणर (Miscellaneous)
राषटरपित व राजयपाल को परापत ह िवशषािधकार
ना उन पर कोई कस चलगा न होग व िगरफतार (अनचछद - 361)
यिद कोई छपवाता ह ससद की कायरवाही
नयायालय नही करगा कोई दािणडक कायरवाही (अनचछद - 361 क)
सतयमव जयत
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भाग-20सिवधान का सशोधन
(Amendment of the Constitution)
ससद चाह कर सकती ह सिवधान म सशोधन
दो ितहाई बहमत स यिद पास कर दोनो सदन (अनचछद - 368)
िफर य िवधयक राषटरपित को भजा जायगा
उनकी सवीकित िमलन पर सशोधन कहलायगा (अनचछद - 368)
Page 80
भाग-21असथायी सकरमणकालीन और िवशष उपबनध
(Temporary Transitional and Special Provisions)
जमम और कशमीर राजय का ह िवशष अिधकार
ससद का कानन चलगा जब राजय कर सवीकार (अनचछद - 370)
कई बहत स राजयो म भी ह िवशष उपबनध
उनकी उननित और िवकास हो कछ ऐस परबध (अनचछद - 371 371 क ख ग घ ङ च छ ज झ ञ)
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भाग-22सिकषपत नाम परारमभ िहनदी म परािधकत पाठ
(Short Title Commencement Authoritative Text in Hindi)
हमारा य सिवधानभारत का सिवधान कहलायगा
छबबीस जनवरी 1950 स परा लाग हो जायगा (अनचछद - 393 394)
राषटरपित जी सिवधान को िहनदी म छपवायग
िहनदी अगरजी ससकरण ही अिधकत कहलायग (अनचछद - 394 क)
समापत
Page 3
समपरण
ldquoसिवधान िनमारता डा० भीम राव अमबडकर को िजनकी िवलकषण
परितभा और सझबझ स हम दिनया का सबस बहतरीन सिवधान िमलाrdquo
- सनील कमार गौतम
Page 4
परसतावना भारतीय सिवधान हमार दश की नीितयो का मागरदशरक ह इसिलए यह हमार दश का सबस महतवपणर गरनथ ह यही नही यह पर िवशव म भी सबस बड़ा सिवधान ह ऐस सिवधान को मन सरल भाषा व पदो क रप म रिचत करक सगराही बनान की कोिशश की ह इस सिवधान कावय म करीब 238 पद ह िजनम सिवधान क हर भाग व अनचछद क मल-भाव को समािहत करन की कोिशश की गई ह साथ ही बोलचाल की भाषा का परयोग िकया गया ह तािक यह जनसाधारण की समझ म भी आसानी स आ सक इस कावय की रचना क िलए म अपनी पतनी शरीमती िकरन गौतम का आभारी ह िजनहोन इसम भावातमक पट डालन म मरी मदद की म माननीय डा० नसीम जदी भारत क मखय िनवारचन आयकत माननीय शरी नजीब जग उपराजयपाल िदलली माननीय शरी आलोक कमार वमार पिलस आयकत िदलली का हरदय स बहत-बहत आभारी ह िजनहोन सिवधान कावय क बार म अपन बहमलय िवचार वयकत िकय ह आशा ह िक आप सभी लोग इस सिवधान कावय स जरर लाभािनवत होग धनयवाद - सनील कमार गौतम
Page 5
डा० नसीम जदी भारत क मखय िनवारचन आयकत भारत िनवारचन आयोग Election Commission of India
भारतीय सिवधान हमारा परमख काननी मागरदशरक ह हर वयिकत को सिवधान क बार म जञान होना चािहए िजसस उस अपन अिधकारो और कततरवयो की जानकारी िमल सक म समझता ह िक शरी सनील कमार गौतम दवारा रिचत सिवधान कावय स यह कायर अब बहत आसान हो जाएगा इसम सिवधान क सार को पदो क रप म बहत खबसरती स िलखा गया ह यह इतना रिचकर ह िक यिद एक बार इसको पढ़ना शर कर िदया जाए तो िफर परा पढ़ िबना मन नही मानता इतन बड़ एव जिटल गरथ को इतन सरल शबदो म वयकत करक शरी गौतम न एक िमसाल कायम की ह मरा िवचार ह िक इसको परतयक नागिरक को पढ़ना चािहए और परतयक जनपरितिनिध को िवशष रप स पढ़ना चािहए िजसस व सिवधान व जनता क परित अपन कततरवयो का और बखबी स पालन कर सक म शरी गौतम को उनक इस कायर क िलए बहत-बहत बधाई दता ह और अपनी शभकामनाय वयकत करता ह
30 माचर 2016
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उपराजयपाल िदलली राज िनवास िदलली - ११००५४ RAJ NIWAS DELHI - 110054
L G DELHI
भारत ससदीय परणाली वाला लोकतनतरातमक गणराजय ह इस लोकततर की आतमा भारत क सिवधान म बसती ह 26 नवमबर 1949 को पािरत तथा 26 जनवरी 1950 स लाग भारतीय सिवधान िवशव क िकसी भी लोकताितरक दश का सबस लमबा िलिखत सिवधान ह 465 अनचछद 12 अनसिचया तथा 22 भागो म िवभािजत भारतीय सिवधान भारत की परभता एकता और अखणडता का वहद दसतावज ह आईपीएस अिधकारी शरी सनील कमार गौतम न भारतीय सिवधान को सिवधान कावय पदयातमक पिसतका क माधयम स पाठको तक पहचान का जो कायर िकया ह वह परशसनीय ह सिवधान क मल पाठ क ममर को धयान म रखत हए उसको जन साधारण तक उनही की भाषा म परसतत करना एक अनठा परयोग ह म शरी सनील कमार गौतम क इस पनीत कायर की भिर-भिर परशसा करता ह तथा आशा करता ह िक सिवधान क इस पदय रप को पढ़त समय सधी पाठक अपन आप को सिवधान क साथ आतमसात कर सक ग इस पसतक की सफलता क िलए मरी हािदर क शभकामनाय
16022016
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CP Delhi िदलली
पिलस मखयालय
नई िदलली - 110002
पिलस आयकत िदलली
यह सवरिविदत ह िक भारतीय सिवधान अनय सभी काननो का सतरोत ह परतयक पिलस अिधकारी अपना पदभार गरहण करन स पवर सिवधान क परित शरदधा व िनषठा रखन की शपथ लता ह वह सवा पयरनत कानन वयवसथा बनाए रखन की हर सभव कोिशश करता ह शरी सनील कमार गौतम न अपन वयसततम कायर क बावजद भारतीय सिवधान की कावयातमक रप म जो परसतित की ह वह वासतव म अिदवतीय ह उनका यह कायर काफी पररणादायक व आम जन क िलए बहत लाभदायक ह म आशा करता ह िक सिवधान कावय क माधयम स हर भारतीय सिवधान को आसानी स समझ सकगा म शरी गौतम क इस अदभत कायर की सराहना करता ह और इस पसतक की सफलता क िलए कामना करता ह
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िवषय-सची (Index)
सिवधान की उददिशका (Preamble)भाग-1
सघ और उसका राजय कषतर (The Union and its Territories)
भाग-2नागिरकता (Citizenship)
भाग-3मल अिधकार (Fundamental Rights)
भाग-4
राजय क नीित िनदरशक ततव (Directive Principles of State Policy)भाग-4 (क)
मल कतरवय (Fundamental Duties)भाग-5
सघ (The Union)भाग-6
राजय (The States)भाग-7
परथम अनसची क भाग ख म राजय - िनरिसत (The States in Part B of First Schedule - Repealed)
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भाग-8
सघ राजयकषतर (The Union Territories)भाग-9
पचायत (The Panchayats)
भाग-9 (क)नगरपािलकाय (The Municipalities)
भाग-9 (ख)
सहकारी सिमितया (The Co-Operative Societies)भाग-10
अनसिचत और जनजाित कषतर (The Scheduled and Tribal Areas)भाग-11
सघ और राजयो क बीच म समबनध (Relations between the Union and the States)
भाग-12
िवतत समपितत सिवदाए और वाद (Finance Property Contracts and Suits)भाग-13
भारत क राजय कषतर क अनदर वयापार वािणजय और समागम (Trade Commerce and Intercourse in India)
भाग-14
सघ और राजयो क अधीन सवाए (Services under the Union and the States)
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भाग-14 (क)
अिधकरण (Tribunals)भाग-15
िनवारचन (Elections)
भाग-16कछ वगोर क समबनध म िवशष उपबनध (Special Provisions relating
to Certain Classes)भाग-17
राजभाषा (Official Language)भाग-18
आपात उपबनध (Emergency Provisions)
भाग-19परकीणर (Miscellaneous)
भाग-20
सिवधान का सशोधन (Amendment of the Constitution)भाग-21
असथायी सकरमणकालीन और िवशष उपबनध (Temporary Transitional and Special Provisions)
भाग-22सिकषपत नाम परारमभ िहनदी म परािधकत पाठ (Short Title
Commencement Authoritative Text in Hindi)
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सिवधान की उददिशका (Preamble)
हम भारत क लोग आज य सिवधान अपनात ह
समाजवादी धमरिनरपकष राषटर को गल लगात ह िमलगा हर तरह का नयाय बोलन की आजादी
िमलगी समानता सबको दश की जो आबादी बधता बढ़ हर एक स हर वयिकत इजजत पाय
राषटर हमारा रह अखड एकता बढ़ती जाय
26 नवमबर 1949 दढ़िनशचय हम करत ह
सिवधान को अगीकत आतमािपर त करत ह
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भाग-1सघ और उसका राजय कषतर
(The Union and its Territories) सब राजयो को िमलाकर भारत एक सघ होगा
चाह तो नवराषटरो का िमलन िविध सममत होगा (अनचछद - 12)
ससद चाह नय राजयो का िनमारण कर सकती ह
वतरमान राजयो म पिरवतरन भी कर सकती ह (अनचछद - 3)
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भाग-2नागिरकता (Citizenship)
भारत म रहन वाला वयिकत भारतीय कहलाता ह
बाहर स आ बस भारत म वह भी य हक पाता ह (अनचछद - 5)
कोई सवचछा स कर िवदशी नागिरकता सवीकार
भारतीय नागिरकता पर वह खोयगा अिधकार (अनचछद - 9)
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भाग-3मल अिधकार (Fundamental Rights)
मानव मल अिधकारो को महतवपणर बतलाया ह
इनक िवरदध िकसी िविध को असगत ठहराया ह (अनचछद - 13)
अनचछद चौदह म समता का अिधकार ह
होटल हो चाह दकान सबको परवश अिधकार ह (अनचछद - 14 15)
अनसिचत जाित जनजाित की करनी होगी भलाई
तािक उनकी उननित हो और कमी की हो भरपाई (अनचछद - 15)
नौकरी म धमर जाित िलग का नही होगा भद
साफ साफ शबदो म समझाता सोलह अनचछद (अनचछद - 16)
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समाज क िपछड़ वगोर कोहो आरकषण का सहारा
उननित कर दिलत िजनका जीवन विचत सारा (अनचछद - 16)
छआछत कलक का अनचछद सतरह कर अत
डॉ० अमबडकर हए मसीहा मानवता क बन सत (अनचछद - 17)
रह ना कोई जमीदार अब ना नवाब ना महाराजा
पद ना होगा जनम स खला योगयता का दरवाजा (अनचछद - 18)
परितयोिगता स ही िमलगा अब पद और सममान
बनो डॉकटर और कलकटर खब कमाओ नाम (अनचछद - 18 [भाव की अिभवयिकत])
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वयकत करो अपन भावो को जो चाह सो बोलो
अनयाय स नही डरो मह तम अपना खोलो (अनचछद - 19)
सघ और समह बनाना ह सबका अिधकार
शाितपणर करो सममलन जो हो िबना हिथयार (अनचछद - 19)
सारा भारत दश तमहारा कही भी जा सकत हो
कोई जगह पसनद आय वहा भी रह सकत हो (अनचछद - 19)
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बनो वकील या वयापारी करो कोई भी कारोबार
अनचछद उननीस दता ह तमको य सार अिधकार (अनचछद - 19)
जब तक िसदध नही हो दोषदोषी नही कहलाओग
बगनाह सािबत होन क सब अवसर तम पाओग (अनचछद - 20)
पहल कारण बतलायग तभी करग िगरफतार
चौबीस घट म छोड़ग िगरफतारी यिद बआधार (अनचछद - 22)
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कोई बचचा ना कर मजदरी मजदर ना कर बगार
यिद कोई भी कर उललघन जाना होगा कारागार (अनचछद - 23)
ननह - ननह स बचच नही कर खान म काम
सरकार उनह दगी िशकषा तािक बन बड़ इसान (अनचछद - 24 21 क)
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िकसी भी धमर को मानो या उसका परचार करो
अपन बनाओ ससथान सचालन का काम करो (अनचछद - 25 26)
कर स होता मकत ह धािमरक कायोर का परबध
सरकारी सकलो म ह धािमरक िशकषा पर परितबध (अनचछद - 27 28)
बौदध मिसलम िसख ईसाईअलपसखयक ह य भाई
अपन धमर िलिप भाषा की कर सकत ह पढ़ाई (अनचछद - 29 30)
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मल अिधकार बहत जररी परजाततर का सार
इन सब की गारटी दता सवधािनक उपचार (अनचछद - 32)
छीन यिद कोई अिधकार िरट दायर करवाओ
नयायालय स लो आदश लाग उस कराओ (अनचछद - 32)
शसतर बलो व आई०बी० मबहत जररी अनशासन
अिधकारो म अलप कटौती कर सकता ह शासन (अनचछद - 33)
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भाग-4राजय क नीित िनदरशक ततव
(Directive Principles of State Policy)
सिवधान सब राजयो को दता ह िनदरश
जनता क कलयाण की वयवसथा कर िवशष (अनचछद - 38)
सामािजक असमता कम हो घट आय का अतर
सभी कषतर कर िवकास अवसर िमल िनरनतर (अनचछद - 38)
सतरी-परष सबको िमल आजीिवका क साधन
सामिहक िहत हो िजसम बाटो सब ससाधन (अनचछद - 39)
एक हाथ म किनदरत ना हो उतपादन क साधन
नर-नारी यिद कर कायर तो िमल समान ही वतन (अनचछद - 39)
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कािमरको क सवासथय का धयान रख सरकार
सतरी - परष बचच न कर हािनकारक रोजगार (अनचछद - 39)
सब बचच उननित कर िमल माहौल अनकल
शोषण उनका ना होय कभी न जाना भल (अनचछद - 39)
नयाय सवरजन को िमल अपराधी या सशील
कोई बहत गरीब हो तो मफत म िमल वकील (अनचछद - 39 क)
गाव म िनिशचत कर पचायत का गठन
जनता को शिकत िमल लग िवकास म धन (अनचछद - 40)
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बढ़ा हो बकार हो असमथर या बीमार
सहारा इनको भी िमल कछ मदद कर सरकार (अनचछद - 41)
अचछा सिवधाजनक हो कायारलय म काम
गभरवती मिहलाओ को िमल िवशष आराम (अनचछद - 42)
जीवन का सतर सधर चहमखी होय िवकास
बकारो को िमल काम सिवधा और अवकाश (अनचछद - 43)
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उदयोगो क परबनध म हो मजदरो का हाथ
सहकारी सिमित का सवरप िखल साथ ही साथ (अनचछद - 43 क और ख)
सब नागिरको क िलए जो दश म कर िनवास
समान िसिवल सिहता का िकया जाय परयास (अनचछद - 44)
ननह बचचो को िमल िशकषा और सरकषा
बन सभय नागिरक व जीवन हो अित अचछा (अनचछद - 45)
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अनसिचत जाित जनजाित वगर ह सबस दबरल
अनयायो पर लग रोक िमल िशकषा और धन बल (अनचछद - 46)
िमल िवटािमन पोषक ततव उचच सतरीय जीवन
सवासथय सवा म हो सधार रक नश का सवन (अनचछद - 47)
वजञािनक तकनीको स बढ़ किष और पशपालन
सधर नसल पशओ की वध-िनषध का हो पालन (अनचछद - 48)
पयारवरण सरिकषत रखो करो जीवन का रकषण
वकष लगाओ करो हिरयालीवन जीवो का रकषण (अनचछद - 48 क)
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समारको की कर सरकषा रख िवशष धयान
इितहास रहगा सरिकषत बढ़गा सबका जञान (अनचछद - 49)
परशासन का नयायालय म ना हो कोई दखल
नयायपािलका रह सवततर नयाय िमल परितपल (अनचछद - 50)
सब दशो क बीच म रह सरकषा शािनत
आपस म आदर बढ़ िमट परसपर भरािनत (अनचछद - 51)
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भाग-4कमल कतरवय (Fundamental Duties)
सिवधान का कर पालन झड का कर सममान
इसक आदशोर को मान आदर स कर राषटरगान (अनचछद - 51 क [ क ])
आजादी क आदशोर को समझ और बयान कर
दश की परभता अखडता क रकषक का काम कर (अनचछद - 51 क [ ख ग ])
राषटर की सवा कर सतरी का सममान कर
भदभाव रिहत होकर भराततव का िनमारण कर (अनचछद - 51 क [ घ ङ ])
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सामािजक ससकित समझ परमपरा का मान कर
परकित का िवसतार कर जीवन का सममान कर (अनचछद - 51 क [ च छ ])
वजञािनक हो दिषटकोण जञानाजरन का काम कर
सावरजिनक समपितत का कभी नही नकसान कर (अनचछद - 51 क [ ज झ ])
खद ऊचाईयो को छ ल लोगो को भी बढ़ाय
राषटर िनरनतर बढ़ आग सभी सफल हो जाय (अनचछद - 51 क [ ञ ] )
माता-िपता या सरकषक परथम काम य करवाय
चाह गरीबी हो घर म बचच को िशकषा िदलवाय (अनचछद - 51 क [ ट ] )
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भाग-5सघ (The Union)
कायरपािलका (The Executive)
भारत सरकार म राषटरपित सवोरचचािधकारी होगा
जल थल वाय सना का वह शीषारिधकारी होगा (अनचछद - 52 53)
ससद िवधानसभाओ दवाराराषटरपित चयिनत होगा
पाच साल का कायरकालिजनका िनयिमत होगा (अनचछद - 54 56)
नागिरक हो भारत का आय पतीस स कम ना हो
सासद बनन लायक होकोई लाभ का पद ना हो (अनचछद - 58)
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मखय नयायाधीश दवारा उनका शपथ गरहण होगा
सिवधान की रकषा और अनपालन का परण होगा (अनचछद - 60)
राषटरपित यिद सिवधान की अवहलना करत ह
ससद सदसय उनक ऊपर दोषारोपण करत ह (अनचछद - 61)
ससद दवारा दोषारोपण महािभयोग कहलाता ह
दोष िसदध होन पर उनको पद स हटाया जाता ह (अनचछद - 61)
राषटरपित सवोरचच ह पर ससद ह उनस ऊपर
राषटरपित ससद नयायालय सिवधान सबस ऊपर (अनचछद - 61 [भाव की अिभवयिकत])
राषटरपित यिद हो असमथर अनपिसथत या बीमार
भारत क उपराषटरपित दखग उनका कायरभार (अनचछद - 63 65)
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ससद क दो सदन कर उपराषटरपित का िनवारचन
सिवधान क परित व लग शरदधा िनषठा क वचन (अनचछद - 66 69)
राषटरपित कर सकत ह िकसी भी सजा को कम
द सकत ह माफी भी या िफर सजा का िनलबन (अनचछद - 72)
राषटरपित की मदद हत एक मतरी पिरषद होगी
समिचत कायरवाही हत जो अपनी सलाह दगी (अनचछद - 74)
महामिहम को सलाह का पालन करना ही होगा
इस सलाह की अनदखी सभव काम नही होगा (अनचछद - 74)
मतरी-मडल की िनयिकत राषटरपित दवारा होगी
लोकसभा क परित भी मडल की िजममदारी होगी (अनचछद - 75)
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मतरी-पिरषद का मिखया परधानमतरी होता ह
परजाततर म वह वयिकत सबस ताकतवर होता ह (अनचछद - 75)
एक महानयायवादी होगा भारत सरकार म िनयकत
सरकार को िविध समबनधी सलाह दगा उपयकत (अनचछद - 76)
सरकार सब काम करगी राषटरपित क नाम स
उनको अवगत भी करायगी सरकार क काम स (अनचछद - 77 78)
ससद (Parliament)
ससद भारत दश की सबस बड़ी ससथा होगी
नय कानन बनान हत उसकी ही कषमता होगी (अनचछद - 79)
तीन भागो स होता ह भारतीय ससद का गठन
सवरपरथम ह राषटरपित िफर ससद क दो सदन (अनचछद - 79)
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राजय सभा क सदसयो का राजय ही कर चयन
कछ िवशष लोगो का िकया जाता ह मनोनयन (अनचछद - 80)
परतयक पाच साल म होता लोक सभा का चनाव
यही लोकततर का जाद जब लोग कर बदलाव (अनचछद - 83)
राजय सभा म िनयिकत हत उमर चािहए तीस
लोकसभा म आन हत पर कर पचचीस (अनचछद - 84)
राषटरपित समय समय पर करग ससद म बठक
दोनो सदनो म अिभभाषण का होगा उनका हक (अनचछद - 86 87)
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लोकसभा शीघर चनगी अपना एक अधयकष
लोकसभा क सचालन म होगा वह अित दकष (अनचछद - 93)
ससद क सब सदसयो को लनी होगी एक शपथ
सिवधान का करग पालन अपनायग उसका पथ (अनचछद - 99)
सासद नही बन रहग यिद हो िवकत मानिसकता
हो जाय िदवािलया या तयाग दश की नागिरकता (अनचछद - 102)
सासद सदन म बोल या रख सवततर िवचार
वाणी की सवततरता ही ह ससद का मखय आचार (अनचछद - 105)
ससद बनायगी कानन और पास करगी िबल
दोनो सदनो की सहमित स काम नही मिशकल (अनचछद - 107)
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जब कोई िबल पास होगा सहमित दग राषटरपित
यिद सिवधान सममत हतो जलद ही दग सवीकित (अनचछद - 111)
मतरालय सरकारी खचर का परा बजट बनाता ह
िवतत मतरी िफर इसको ससद म पास कराता ह (अनचछद - 112)
ससद म होगी परयोग िहनदी या अगरजी भाषा
यिद कोई दोनो ना जान बोल अपनी मातभाषा (अनचछद - 120)
िकसी जज क बतारव पर ससद म ना होगी बहस
ससदीय कायरवाही पर जज का नही चलगा बस (अनचछद - 121 122)
ससद ना चल रही हो पिरिसथित भी हो िवशष
राषटरपित कानन बनाय जारी करक अधयादश (अनचछद - 123)
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नयायपािलका (The Union Judiciary)
पर भारत म एक सवोरचच नयायालय होगा
नयाय का मिनदर होगा जजो का कायारलय होगा (अनचछद - 124)
जज यिद बनना हो तो चािहए सिवधान का जञान
वकील या जज क रप म पहल िकया हो काम (अनचछद - 124)
इन सभी जजो का चयन राषटरपित जी करत ह
इसक िलए अनय जजो स सलाह भी वह करत ह (अनचछद - 124)
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पद गरहण स पवर सब जज करत ह य वादा
पकषपात म नही करगा रख सिवधान मयारदा (अनचछद - 124)
जज हो जाय असमथर या तोड़ सिवधान की हद
ससद करगी महािभयोग छोड़ना होगा उनको पद (अनचछद - 124)
सपरीम कोटर क पास सबस जयादा अिधकार
मसला अपील का होया िफर राजयो की तकरार (अनचछद - 131 132 133 134)
जररत पड़ तो सपरीम कोटर नय कानन बनाता ह
जिटल सवधािनक मसलो को भीय सलझाता ह (अनचछद - 141 143)
भारत म एक िनयतरक महालखापरीकषक होगा
कनदर-राजय क खचोर का बयौरा उस रखना होगा (अनचछद - 148 149)
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भाग-6राजय (The States)
कायरपािलका (The Executive)
राजयपाल हर राजय म सवोरचच अिधकारी होगा
राषटरपित करग िनयिकतकायरकाल पाच वषर होगा (अनचछद - 153 154 155 156)
राजयपाल की िनयिकत हत भारत का नागिरक हो
आय पतीस की हो अनय लाभ का पद ना हो (अनचछद - 157 158)
राजयपाल को िमलग भतत और िवशषािधकार
साथ ही साथ होग व मफत मकान क हकदार (अनचछद - 158)
उचच नयायालय क जज स राजयपाल लग शपथ
जनता की करग सवा अपनायग सिवधान पथ (अनचछद - 159)
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आपरािधक मामलो म राजयपाल रखत ह शिकत
दोषी की कम कर सजाया िफर दणड स द मिकत (अनचछद - 161)
राजयपाल िववकानसार करग कायोर का िनवारह
अनय मामलो म व लग मतरी पिरषद स सलाह (अनचछद - 163)
राजयपाल ही करग राजय मखयमतरी की िनयिकत
िफर उनकी सलाह पर अनय मितरयो की िनयिकत (अनचछद - 164)
राजय क कल मितरयो की सखया िनधारिरत होगी
एम एल ए की सखया कापदरह परितशत ही होगी (अनचछद - 164)
राजय मितरयो की शपथ सिवधान क परित होगी
सारी जनता की सवा पकषपात रिहत होगी (अनचछद - 164)
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मतरी को गोपनीयता की शपथ गरहण करनी होगी
कछ िवषयो की जानकारी उनह गपत रखनी होगी (अनचछद - 164)
राजयपाल ही िनयकत करग राजय का महािधवकता
काननी िवषयो पर होगावो ही अिधकािरक वकता (अनचछद - 165)
राजय की कायरवाही होगी राजयपाल क नाम स
मखयमतरी अवगत करायग उनको अपन काम स (अनचछद - 166 167)
िवधान मणडल (The State Legislature)
सब राजयो म होगा िवधानसभा एक मखय सदन
कछ म अितिरकत होगा िवधानपिरषद का गठन (अनचछद - 168)
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िवधानसभा म होगा जनसखया का सही अनपात
तािक हर समाज क लोग परी रख अपनी बात (अनचछद - 170)
उमर यिद पचचीस की हो मन म हो सवा का भाव
एम०एल०ए० बनन हत लड़ सकत हो तम चनाव (अनचछद - 173)
सिवधान परित रखनी होगी हर सदसय को िनषठा
मरा भारत रह अखणड ऊची उसकी रह परितषठा (अनचछद - 173)
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िवधानसभा अधयकष करग सभा का सचालन
हर दल रख अपनी बातहो िनयमो का भी पालन (अनचछद - 178)
सदन म हर सदसय अपनी बात कह सकता ह
बखौफ बिहचक िवचार वयकत कर सकता ह (अनचछद - 194)
सदन सदसयो क वतन को भी तय कर सकता ह
जररत पड़ तो भततो म बढ़ोततरी कर सकता ह (अनचछद - 195)
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िवधानसभा राजय का िबल भीपास कर सकती ह
िफर उस पर राजयपाल स सवीकित ल सकती ह (अनचछद - 196)
राजयपाल सहमत होन पर अपनी महर लगायग
िबल म कछ गड़बड़ ह तो राषटरपित को बतायग (अनचछद - 200)
िवधानसभा बना सकती ह राजय क िलए कानन
िजसम राजय का िहत हो जनता को िमल सकन (अनचछद - 200)
राजय बजट बतलायगासरकार का वािषरक खचार
योजनाओ क मददो पर िफर होगी सदन म चचार (अनचछद - 202 203)
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िहनदी अगरजी सथानीय होगी सदन की भाषा
कोई न जान यिद इनह भी बोलगा वह मातभाषा (अनचछद - 210)
जज क आचरण पर नही करगा सदन बहस
सदन की कायरवाही पर भी न चल कोटर का बस (अनचछद - 211 212)
िवधानसभा का सतर न हो पिरिसथित हो िवशष
राजयपाल कानन बनाय जारी करक अधयादश (अनचछद - 213)
अधयादश को सदन दवारा करना होगा पास
वनार होगा बअसर वह बीत यिद डढ़ मास (अनचछद - 21३)
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राजयो क उचच नयायालय (The High Courts in the States)
हर राजय म नयाय हत एक उचच नयायालय होगा
िजसम जनता की खाितर नयाय दवार खला होगा (अनचछद - 214)
दस साल का नयाियक अनभव या रहा हो वकील
तब होगा उचच नयायालय का जज बनन कािबल (अनचछद - 217)
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राषटरपित दवारा होगी नयायधीश की िनयिकत
बासठ वषर परा होन पर होगी पद स मिकत (अनचछद - 217)
नयायधीश लग शपथ राजयपाल क साथ
सब लोगो को दग नयाय िबना िकए पकषपात (अनचछद - 219)
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अधीनसथ नयायालय (Subordinate Courts)
छोट नयायालयो पर होगी हाईकोटर की िनगरानी
िनयमपवरक कायर कर सब कोई न कर मनमानी (अनचछद - 233)
िजला जजो की िनयिकत राजयपाल दवारा होगी
इसस समबिनधत सलाह हाईकोटर दवारा होगी (अनचछद - 233)
सात वषर वकालत वाला िजला जज बनन योगय
अनय नयाियक पदो हत ह लोक सवा आयोग (अनचछद - 233)
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भाग-7परथम अनसची क भाग ख म राजय
(The States in Part B of First Schedule)
िनरिसत (Repealed)
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भाग-8सघ राजयकषतर
(The Union Territories)
सघ राजयकषतरो क िलए परशासक होग िजममदार
चाह हो दमन दीव या अडमान और िनकोबार (अनचछद - 239)
राजधानी िदलली म ह उपराजयपाल का शासन
यहा िवधानसभा भी ह जहा जनता कर िनवारचन (अनचछद - 239 क [ क ])
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भाग-9पचायत
(The Panchayats)
तजी स हो सबका िवकास हो जनता का शासन
इसक िलए करना होगा पचायतो का परशासन (अनचछद - 243 ख)
गराम सभा हो पचायत हो और हो िजला पिरषद
अनसिचत जाित जनजाित हत आरिकषत हो पद (अनचछद - 243 ग घ)
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मिहलाय भी समाज की ह महतवपणर ईकाई
उनक िलए आरिकषत हो अधयकष पद एक ितहाई (अनचछद - 243 घ)
राजय पचायतो को दग शिकत और अिधकार
िवकास हो नयाय िमल हो जनता का उपकार (अनचछद - 243 छ)
पचायत कर सकती ह टकस वसली का भी काम
खचार-पितर क िलए राजय भी दगा उनह अनदान (अनचछद - 243 ज)
परतयक पाच साल म होगा पचायत का िनवारचन
राजय चनाव आयोग करगा इन सबका सचालन (अनचछद - 243 ट)
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भाग-9 कनगरपािलकाय
(The Municipalities)
शहरो म नगरपािलका ह पचायत का दसरा रप
वाडर और उसकी सिमितयो जसा होगा परारप (अनचछद - 243 थ द ध)
मिहला कमजोर वगोर का आरकषण करना होगा
योजना लाग करन को टकस वसल करना होगा (अनचछद - 243 न भ)
महानगर कषतर म आबादी ह दस लाख स जयादा
परमख मयर कहलाता हिजममदारी भी ह जयादा (अनचछद - 243 त थ ब)
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भाग-9 खसहकारी सिमितया
(The Co-Operative Societies)
लोग बना सकत ह अपनी एक सहकारी सिमित
बोडर करगा सचालनबहतर होगी आिथरक िसथित (अनचछद - 243 यज यञ)
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भाग-10अनसिचत और जनजाित कषतर
(The Scheduled and Tribal Areas)
एस०टी० लोगो क िवकास का ह िवशष परावधान
अनसिचत कषतरो का भी खब रखना होगा धयान (अनचछद - 244)
जनजाित क िलए एक सलाहकार पिरषद होगी
िजसस उनक परशासन की नीित िनधारिरत होगी (अनचछद - 244 पाचवी अनसची)
उनक कलयाण कायोर पर राजयपाल रख िनगरानी
भिम उनकी रह सरिकषत साहकार न कर मनमानी (अनचछद - 244 पाचवी अनसची)
राजयपाल उनक कषतरो म पिरवतरन कर सकत ह
शािनत सरकषा काननो म बदली भी कर सकत ह (अनचछद - 244 पाचवी अनसची)
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असम राजय म होग सवशासी िजला और परदश
लाग नही होग इन पर राजय सरकार क िनदरश (अनचछद - 244 छठी अनसची)
जगल और जनजाित म ह बहत गहरा सबध
सतलन कस रखा जाय इसका ह सही परबध (अनचछद - 244 छठी अनसची)
वनभिम का उतपादो का जनजाित कर परयोग
वन भी रह सरिकषत ना हो जीिवका म अवरोध (अनचछद - 244 छठी अनसची)
राजयपाल ऐस कषतरो म िनिशचत कर सशासन
िशकषा सवासथय सचार क िदलवाय सब साधन (अनचछद - 244 छठी अनसची)
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भाग-11सघ और राजयो क बीच म समबनध
(Relations between the Union and the States)
ससद पर भारत म कानन बना सकती ह
िवधानसभा कवल राजय म ऐसा कर सकती ह (अनचछद - 245)
कानन बनान की शिकत कनदर-राजय की ह पथक
िवषय उनक िनधारिरत ह तािक ना हो कोई शक (अनचछद - 246)
सघ सची म िलख ह ससद क अिधकार
जस रकषा रल िवदश सना दर सचार (अनचछद - 246 सातवी अनसची - सघ सची)
राजय सची म विणर त ह िवधानसभा क अिधकार
जस पिलस सवासथय किष वन िवदयत कारागार (अनचछद - 246 सातवी अनसची - राजय सची)
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कछ िवषय ऐस ह िजन पर दोनो का अिधकार
इनम स ह िशकषा सजा नयाय वन वयापार (अनचछद - 246 सातवी अनसची - समवतीर सची)
िफर भी ससद बड़ी ह शरषठ ह उसक अिधकार
राषटरिहत म कानन बनाय कर अनतराषटरीय करार (अनचछद - 247 248 249 250 251 252 253 254)
काननो का अनपालन िनिशचत कर राजय सरकार
वनार िनदरिशत भी कर सकती ह भारत सरकार (अनचछद - 256)
क दर राजय सरकारो को द सकता ह आदश
दशिहत क कामो म यिद मिशकल आती ह पश (अनचछद - 257)
दो राजयो म िववाद हो या नदी जल का बटवारा
कनदर कानन बनाकर कर सकता ह िनपटारा (अनचछद - 262)
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राजयो क झगड़ो को सब िमलजल क सलझाय
जाच एव सझाव हत पिरषद एक बनाय (अनचछद - 263)
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भाग-12िवतत समपितत सिवदाए और वाद
(Finance Property Contracts and Suits)
टकस दवारा जो पसा आय सिचत धन कहलाय
भाित-भाित क खचोर म यह धन काम म आय (अनचछद - 266)
कछ खचर करन पड़त ह एकदम और कई बार
िजसकी खाितर कटीजसी फडरखती ह सरकार (अनचछद - 267)
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क दर और राजय सरकार दोनो ल जनता स कर
िफर िनयमानसार आपस म बाट इस बराबर (अनचछद - 268 269 270)
कनदर को राजय सरकारो को दना होगा अनदान
जनजाित कषतरो क िवकास का रखना होगा धयान (अनचछद - 275)
िवतत आयोग सझाव दता ह धन क िवतरण पर
तािक राजयो को िमल उननित क बराबर अवसर (अनचछद - 280 281)
क दर की समपितत पर राजय नही लगाय कर
क दर भी इस समबनध म कर राजय का आदर (अनचछद - 285 289)
क दर राजय कर सकत ह वयापार और कारोबार
समदरी खिनजो पर होगाकवल क दर का अिधकार (अनचछद - 297 298)
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राषटरपित की ओर स साइन होग सब करार
पर कोई चक हई तो नही होग व िजममदार (अनचछद - 299)
कोई वयिकत कर सकता ह समपितत को सिचत
कानन िबना उस नही कर सकत ह विचत (अनचछद - 300 क)
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भाग-13भारत क राजय कषतर क अनदर वयापार वािणजय और समागम (Trade Commerce and
Intercourse in India)
कोई कही भी कर सकता ह वािणजय या वयापार
िजस जनिहत म िनयिमत कर सकती ह सरकार (अनचछद - 301 302)
कनदर फड क िवतरण म न कर िकसी स पकषपात
साधन िवहीन राजयो कािफर भी दना होगा साथ (अनचछद - 303)
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भाग-14सघ और राजयो क अधीन सवाए
(Services under the Union and the States)
सरकारी कामकाज हत िनयकत होत ह अिधकारी
कायर सचार रप स हो लत ह िजममदारी (अनचछद - 309)
कोई अिधकारी कमरठ ह काम ह उसका अचछा
सिवधान उसको दता ह काफी अिधक सरकषा (अनचछद - 310 311)
िनयिकत कतार ही िकसी को पद स हटा सकता ह
िविधवत जाच कराक सजा सना सकता ह (अनचछद - 311)
िकसी कायरवाही स पहल वयिकत को सनना होगा
उसक दोष बतान होग िफर िनणरय करना होगा (अनचछद - 311)
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यिद गभीर अपराध म दोषी िसदध हआ अिधकारी
पद स हटाया जा सकता ह उस िबना इनकवारी (अनचछद - 311 2 क)
कभी-कभी सरकषा िहत म जाच नही हो सकती ह
िबना जाच अिधकारी की सवामिकत हो सकती ह (अनचछद - 311 2 ख ग)
क दर म भतीर हत ह सघ लोक सवा आयोग
आवदन कर सकत ह सवा क इचछक सब लोग (अनचछद - 315)
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आयोग करगा सचािलत िनयिकत हत परीकषा
उचच सवाओ म चािहए गरजएट तक की िशकषा (अनचछद - 315 320)
राजयो म भतीर हत ह राजय लोक सवा आयोग
छोट राजय चाह तो बनगा एक सयकत आयोग (अनचछद - 315)
आयोग म होग सदसय होगा एक अधयकष
रह हो सरकारी पद पर छिव हो उनकी िनषपकष (अनचछद - 316)
आयोग भतीर समबिनधत अपनी सलाह भी दगा
राषटरपित को हर साल सब कायोर का बयौरा दगा (अनचछद - 323)
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भाग-14कअिधकरण (Tribunals)
क दर राजय सतर पर होग परशासिनक अिधकरण
भतीर सवा क झगड़ो का िकया करग िनराकरण (अनचछद - 323 क)
कछ अिधकरण करग अनय िववादो का िनपटारा
टकस शरम िववाद या खादय वसतओ का बटवारा (अनचछद - 323 ख)
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भाग-15िनवारचन (Elections)
परजातनतर का मखय तनतर ह िनवारचन आयोग
इसकी मदद स सरकारो को चनत ह हम लोग (अनचछद - 324)
मखय चनाव अायकत कराय चनाव का सचालन
आचार सिहता का करवाय सखती स अनपालन (अनचछद - 324)
राषटरपित उपराषटरपित ससद या िवधानमडल सबक चनाव पर आयोग िनगरानी रख परितपल
(अनचछद - 324)
चनाव आयकतो को दता ह सिवधान सरकषा
सवतनतर चनावो स ही होती परजातनतर की रकषा (अनचछद - 324)
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लोकसभा िवधान सभा का जब भी हो िनवारचन
आयोग को सब सहयोग दगा राजय परशासन (अनचछद - 324)
वोटर िलसट म शािमल होगा हर वयसक का नाम
इस सब को िनषपकष कराना ह आयोग का काम (अनचछद - 325)
अठारह वषर का हर वयिकत रखता ह मतािधकार
अपनी इचछा क अनसार चन सकता ह सरकार (अनचछद - 326)
एम०पी० और एम०एल०ए० बन हो चनाव िनषपकष
लोकततर कायम रह यही आयोग का लकषय (अनचछद - 324 [भाव की अिभवयिकत])
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भाग-16कछ वगोर क समबनध म िवशष उपबनध
(Special Provisions relating to Certain Classes)
अनसिचत जाित जनजाित का ह िवशष परबध
लोकसभा म ह आरकषण ह अनपाितक सबध (अनचछद - 330)
ऐगलो इिडयन लोग यिद सखया म कम लगत ह
राषटरपित लोकसभा म दो सदसय रख सकत ह (अनचछद - 331)
एससी एसटी लोगो की िजतनी जनसखया होगी
उतनी ही िवधानसभा म सीटो की सखया होगी (अनचछद - 332)
सरकारी सवाओ मएससी एसटी का हो सथान
थोड़ी छट िमल अको म तािक भतीर हो आसान (अनचछद - 335)
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राषटरीय अनसिचतजाित आयोग कर हको की रकषा
उनस सबिधत समसयाओ की करता ह य परीकषा (अनचछद - 338)
एक अधयकष उपाधयकष और अनय सदसय होग
सिवधान क परावधान उनह लाग करन होग (अनचछद - 338)
एस० सी० लोगो क िहतो म न हो कोई कोताही
सािबत हो आरोप यिद आयोग कर कायरवाही (अनचछद - 338)
अनय कलयाणकारी उपाय खोजकर लायगा
राषटरपित को आयोग अपन सझाव बतलायगा (अनचछद - 338)
आयोग का दजार िसिवल नयायालय का होगा
सबकी पशी करान का हक उस परापत होगा (अनचछद - 338)
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राषटरपित आयोग की िरपोटर ससद म रखवायग
िसफािरशो पर काररवाई स अवगत भी करवायग (अनचछद - 338)
आयोग चाह तो सबिधत कागज पश करन होग
शपथपतर दकर सार सबत परकट करन होग (अनचछद - 338)
एस० सी० सबिधत कोई िनणरय लती ह सरकार
आयोग स लकर सलाह उस करना होगा िवचार (अनचछद - 338)
एक राषटरीय अनसिचत जनजाित आयोग भी होगा
एस सी आयोग जसा सतर इसको भी परापत होगा (अनचछद - 338 क)
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वसी ही शिकत होगी वही कायर वह करगा
जनजाित क िहतो की रकषा हर हालत म करगा (अनचछद - 338 क)
एस०टी० की उननित हत आयोग की होगी िनयिकत
राजय यिद कर िढलाई क दर करगा सखती (अनचछद - 339)
सामािजक शिकषक दिषट स िपछड़ ह जो लोग
राषटरपित उनक िलए गिठत कर आयोग (अनचछद - 340)
आयोग अधययन करगा कस हो उनका सधार
कस क दर-राजय बन सकत उन लोगो क मददगार (अनचछद - 340)
आयोग राषटरपित को दगा िसफािरश बयौरवार
ससद को िफर करना होगा भलाई हत िवचार (अनचछद - 340)
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भाग-17राजभाषा
(Official Language)
सघ की भाषा िहदी िलिप दवनागरी होगी
शासकीय परयोजन हत अगरजी की जररत होगी (अनचछद - 343)
राषटरपित भाषािवदो का एक आयोग कर गिठत
िहदी क परचार हत परयास कर जो सगिठत (अनचछद - 344)
िहदी भाषा हो समदध बढ़ जञान और िवजञान
अिहदी भाषी लोगो का आयोग रख धयान (अनचछद - 344)
िवधानसभा सथानीय भाषा को कर ल अगीकार
पर सरकारी कामो म रह अगरजी बरकरार (अनचछद - 345)
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दो राजयो को आपस म यिद करना ह पतराचार
दोनो िमलकर िहदी को कर सकत ह सवीकार (अनचछद - 346)
उचच उचचतम नयायालय म अगरजी परयकत होगी
आदशोअिधिनयमो की परित अगरजी म ही होगी (अनचछद - 348)
भाषाई अलपसखयको का सरकार रख धयान
मातभाषा म ही िमल सब िवषयो का जञान (अनचछद - 350 क ख)
सरकार िहदी को कर समदध खब कर परचार
अनय भाषाओ क शबदो स कर इसका िवसतार (अनचछद - 351)
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भाग-18आपात उपबनध
(Emergency Provisions)
यदध का हो सकट िवदरोिहयो का िबछा हो जाल
राषटरपित सनतिषट करकघोिषत कर आपातकाल (अनचछद - 352)
आपातकाल क िलए चािहए ससद की मजरी
एक माह क भीतर ही यह सहमित अित जररी (अनचछद - 352)
इस दौरान िमल जात हक दर को जयादा अिधकार
क दर सरकार चला सकती हराजय की भी सरकार (अनचछद - 353)
क दर राजय की करगा हर हालत म सरकषा
चाह वाहय आकरमण हो या सशसतर िवदरोह स रकषा (अनचछद - 355)
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राजय यिद नही चल रहा सिवधान क अनसार
राजयपाल राषटरपित को दग िरपोटर िसलिसलवार (अनचछद - 356)
िफर उस राजय म लाग होगा राषटरपित शासन
भारत सरकार हाथ म लगी वहा का परशासन (अनचछद - 356)
उदघोषणा का ससद दवारा करना होगा अनमोदन
दो महीनो म पास करग ससद क दोनो सदन (अनचछद - 356)
आपातकाल म िछन जायग सार मल अिधकार
बचगी शारीिरक सवततरता व जीन का अिधकार (अनचछद - 358 359)
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भारत म यिद पदा हो आिथरक सकट काल
राषटरपित घोिषत करत ह िवततीय आपातकाल (अनचछद - 352)
इस दौरान राजयो क खचर िकय जायग कम
घट जायग कमरचािरयो और जजो क वतन (अनचछद - 360)
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भाग-19परकीणर (Miscellaneous)
राषटरपित व राजयपाल को परापत ह िवशषािधकार
ना उन पर कोई कस चलगा न होग व िगरफतार (अनचछद - 361)
यिद कोई छपवाता ह ससद की कायरवाही
नयायालय नही करगा कोई दािणडक कायरवाही (अनचछद - 361 क)
सतयमव जयत
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भाग-20सिवधान का सशोधन
(Amendment of the Constitution)
ससद चाह कर सकती ह सिवधान म सशोधन
दो ितहाई बहमत स यिद पास कर दोनो सदन (अनचछद - 368)
िफर य िवधयक राषटरपित को भजा जायगा
उनकी सवीकित िमलन पर सशोधन कहलायगा (अनचछद - 368)
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भाग-21असथायी सकरमणकालीन और िवशष उपबनध
(Temporary Transitional and Special Provisions)
जमम और कशमीर राजय का ह िवशष अिधकार
ससद का कानन चलगा जब राजय कर सवीकार (अनचछद - 370)
कई बहत स राजयो म भी ह िवशष उपबनध
उनकी उननित और िवकास हो कछ ऐस परबध (अनचछद - 371 371 क ख ग घ ङ च छ ज झ ञ)
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भाग-22सिकषपत नाम परारमभ िहनदी म परािधकत पाठ
(Short Title Commencement Authoritative Text in Hindi)
हमारा य सिवधानभारत का सिवधान कहलायगा
छबबीस जनवरी 1950 स परा लाग हो जायगा (अनचछद - 393 394)
राषटरपित जी सिवधान को िहनदी म छपवायग
िहनदी अगरजी ससकरण ही अिधकत कहलायग (अनचछद - 394 क)
समापत
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परसतावना भारतीय सिवधान हमार दश की नीितयो का मागरदशरक ह इसिलए यह हमार दश का सबस महतवपणर गरनथ ह यही नही यह पर िवशव म भी सबस बड़ा सिवधान ह ऐस सिवधान को मन सरल भाषा व पदो क रप म रिचत करक सगराही बनान की कोिशश की ह इस सिवधान कावय म करीब 238 पद ह िजनम सिवधान क हर भाग व अनचछद क मल-भाव को समािहत करन की कोिशश की गई ह साथ ही बोलचाल की भाषा का परयोग िकया गया ह तािक यह जनसाधारण की समझ म भी आसानी स आ सक इस कावय की रचना क िलए म अपनी पतनी शरीमती िकरन गौतम का आभारी ह िजनहोन इसम भावातमक पट डालन म मरी मदद की म माननीय डा० नसीम जदी भारत क मखय िनवारचन आयकत माननीय शरी नजीब जग उपराजयपाल िदलली माननीय शरी आलोक कमार वमार पिलस आयकत िदलली का हरदय स बहत-बहत आभारी ह िजनहोन सिवधान कावय क बार म अपन बहमलय िवचार वयकत िकय ह आशा ह िक आप सभी लोग इस सिवधान कावय स जरर लाभािनवत होग धनयवाद - सनील कमार गौतम
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डा० नसीम जदी भारत क मखय िनवारचन आयकत भारत िनवारचन आयोग Election Commission of India
भारतीय सिवधान हमारा परमख काननी मागरदशरक ह हर वयिकत को सिवधान क बार म जञान होना चािहए िजसस उस अपन अिधकारो और कततरवयो की जानकारी िमल सक म समझता ह िक शरी सनील कमार गौतम दवारा रिचत सिवधान कावय स यह कायर अब बहत आसान हो जाएगा इसम सिवधान क सार को पदो क रप म बहत खबसरती स िलखा गया ह यह इतना रिचकर ह िक यिद एक बार इसको पढ़ना शर कर िदया जाए तो िफर परा पढ़ िबना मन नही मानता इतन बड़ एव जिटल गरथ को इतन सरल शबदो म वयकत करक शरी गौतम न एक िमसाल कायम की ह मरा िवचार ह िक इसको परतयक नागिरक को पढ़ना चािहए और परतयक जनपरितिनिध को िवशष रप स पढ़ना चािहए िजसस व सिवधान व जनता क परित अपन कततरवयो का और बखबी स पालन कर सक म शरी गौतम को उनक इस कायर क िलए बहत-बहत बधाई दता ह और अपनी शभकामनाय वयकत करता ह
30 माचर 2016
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उपराजयपाल िदलली राज िनवास िदलली - ११००५४ RAJ NIWAS DELHI - 110054
L G DELHI
भारत ससदीय परणाली वाला लोकतनतरातमक गणराजय ह इस लोकततर की आतमा भारत क सिवधान म बसती ह 26 नवमबर 1949 को पािरत तथा 26 जनवरी 1950 स लाग भारतीय सिवधान िवशव क िकसी भी लोकताितरक दश का सबस लमबा िलिखत सिवधान ह 465 अनचछद 12 अनसिचया तथा 22 भागो म िवभािजत भारतीय सिवधान भारत की परभता एकता और अखणडता का वहद दसतावज ह आईपीएस अिधकारी शरी सनील कमार गौतम न भारतीय सिवधान को सिवधान कावय पदयातमक पिसतका क माधयम स पाठको तक पहचान का जो कायर िकया ह वह परशसनीय ह सिवधान क मल पाठ क ममर को धयान म रखत हए उसको जन साधारण तक उनही की भाषा म परसतत करना एक अनठा परयोग ह म शरी सनील कमार गौतम क इस पनीत कायर की भिर-भिर परशसा करता ह तथा आशा करता ह िक सिवधान क इस पदय रप को पढ़त समय सधी पाठक अपन आप को सिवधान क साथ आतमसात कर सक ग इस पसतक की सफलता क िलए मरी हािदर क शभकामनाय
16022016
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CP Delhi िदलली
पिलस मखयालय
नई िदलली - 110002
पिलस आयकत िदलली
यह सवरिविदत ह िक भारतीय सिवधान अनय सभी काननो का सतरोत ह परतयक पिलस अिधकारी अपना पदभार गरहण करन स पवर सिवधान क परित शरदधा व िनषठा रखन की शपथ लता ह वह सवा पयरनत कानन वयवसथा बनाए रखन की हर सभव कोिशश करता ह शरी सनील कमार गौतम न अपन वयसततम कायर क बावजद भारतीय सिवधान की कावयातमक रप म जो परसतित की ह वह वासतव म अिदवतीय ह उनका यह कायर काफी पररणादायक व आम जन क िलए बहत लाभदायक ह म आशा करता ह िक सिवधान कावय क माधयम स हर भारतीय सिवधान को आसानी स समझ सकगा म शरी गौतम क इस अदभत कायर की सराहना करता ह और इस पसतक की सफलता क िलए कामना करता ह
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िवषय-सची (Index)
सिवधान की उददिशका (Preamble)भाग-1
सघ और उसका राजय कषतर (The Union and its Territories)
भाग-2नागिरकता (Citizenship)
भाग-3मल अिधकार (Fundamental Rights)
भाग-4
राजय क नीित िनदरशक ततव (Directive Principles of State Policy)भाग-4 (क)
मल कतरवय (Fundamental Duties)भाग-5
सघ (The Union)भाग-6
राजय (The States)भाग-7
परथम अनसची क भाग ख म राजय - िनरिसत (The States in Part B of First Schedule - Repealed)
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भाग-8
सघ राजयकषतर (The Union Territories)भाग-9
पचायत (The Panchayats)
भाग-9 (क)नगरपािलकाय (The Municipalities)
भाग-9 (ख)
सहकारी सिमितया (The Co-Operative Societies)भाग-10
अनसिचत और जनजाित कषतर (The Scheduled and Tribal Areas)भाग-11
सघ और राजयो क बीच म समबनध (Relations between the Union and the States)
भाग-12
िवतत समपितत सिवदाए और वाद (Finance Property Contracts and Suits)भाग-13
भारत क राजय कषतर क अनदर वयापार वािणजय और समागम (Trade Commerce and Intercourse in India)
भाग-14
सघ और राजयो क अधीन सवाए (Services under the Union and the States)
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भाग-14 (क)
अिधकरण (Tribunals)भाग-15
िनवारचन (Elections)
भाग-16कछ वगोर क समबनध म िवशष उपबनध (Special Provisions relating
to Certain Classes)भाग-17
राजभाषा (Official Language)भाग-18
आपात उपबनध (Emergency Provisions)
भाग-19परकीणर (Miscellaneous)
भाग-20
सिवधान का सशोधन (Amendment of the Constitution)भाग-21
असथायी सकरमणकालीन और िवशष उपबनध (Temporary Transitional and Special Provisions)
भाग-22सिकषपत नाम परारमभ िहनदी म परािधकत पाठ (Short Title
Commencement Authoritative Text in Hindi)
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सिवधान की उददिशका (Preamble)
हम भारत क लोग आज य सिवधान अपनात ह
समाजवादी धमरिनरपकष राषटर को गल लगात ह िमलगा हर तरह का नयाय बोलन की आजादी
िमलगी समानता सबको दश की जो आबादी बधता बढ़ हर एक स हर वयिकत इजजत पाय
राषटर हमारा रह अखड एकता बढ़ती जाय
26 नवमबर 1949 दढ़िनशचय हम करत ह
सिवधान को अगीकत आतमािपर त करत ह
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भाग-1सघ और उसका राजय कषतर
(The Union and its Territories) सब राजयो को िमलाकर भारत एक सघ होगा
चाह तो नवराषटरो का िमलन िविध सममत होगा (अनचछद - 12)
ससद चाह नय राजयो का िनमारण कर सकती ह
वतरमान राजयो म पिरवतरन भी कर सकती ह (अनचछद - 3)
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भाग-2नागिरकता (Citizenship)
भारत म रहन वाला वयिकत भारतीय कहलाता ह
बाहर स आ बस भारत म वह भी य हक पाता ह (अनचछद - 5)
कोई सवचछा स कर िवदशी नागिरकता सवीकार
भारतीय नागिरकता पर वह खोयगा अिधकार (अनचछद - 9)
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भाग-3मल अिधकार (Fundamental Rights)
मानव मल अिधकारो को महतवपणर बतलाया ह
इनक िवरदध िकसी िविध को असगत ठहराया ह (अनचछद - 13)
अनचछद चौदह म समता का अिधकार ह
होटल हो चाह दकान सबको परवश अिधकार ह (अनचछद - 14 15)
अनसिचत जाित जनजाित की करनी होगी भलाई
तािक उनकी उननित हो और कमी की हो भरपाई (अनचछद - 15)
नौकरी म धमर जाित िलग का नही होगा भद
साफ साफ शबदो म समझाता सोलह अनचछद (अनचछद - 16)
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समाज क िपछड़ वगोर कोहो आरकषण का सहारा
उननित कर दिलत िजनका जीवन विचत सारा (अनचछद - 16)
छआछत कलक का अनचछद सतरह कर अत
डॉ० अमबडकर हए मसीहा मानवता क बन सत (अनचछद - 17)
रह ना कोई जमीदार अब ना नवाब ना महाराजा
पद ना होगा जनम स खला योगयता का दरवाजा (अनचछद - 18)
परितयोिगता स ही िमलगा अब पद और सममान
बनो डॉकटर और कलकटर खब कमाओ नाम (अनचछद - 18 [भाव की अिभवयिकत])
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वयकत करो अपन भावो को जो चाह सो बोलो
अनयाय स नही डरो मह तम अपना खोलो (अनचछद - 19)
सघ और समह बनाना ह सबका अिधकार
शाितपणर करो सममलन जो हो िबना हिथयार (अनचछद - 19)
सारा भारत दश तमहारा कही भी जा सकत हो
कोई जगह पसनद आय वहा भी रह सकत हो (अनचछद - 19)
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बनो वकील या वयापारी करो कोई भी कारोबार
अनचछद उननीस दता ह तमको य सार अिधकार (अनचछद - 19)
जब तक िसदध नही हो दोषदोषी नही कहलाओग
बगनाह सािबत होन क सब अवसर तम पाओग (अनचछद - 20)
पहल कारण बतलायग तभी करग िगरफतार
चौबीस घट म छोड़ग िगरफतारी यिद बआधार (अनचछद - 22)
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कोई बचचा ना कर मजदरी मजदर ना कर बगार
यिद कोई भी कर उललघन जाना होगा कारागार (अनचछद - 23)
ननह - ननह स बचच नही कर खान म काम
सरकार उनह दगी िशकषा तािक बन बड़ इसान (अनचछद - 24 21 क)
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िकसी भी धमर को मानो या उसका परचार करो
अपन बनाओ ससथान सचालन का काम करो (अनचछद - 25 26)
कर स होता मकत ह धािमरक कायोर का परबध
सरकारी सकलो म ह धािमरक िशकषा पर परितबध (अनचछद - 27 28)
बौदध मिसलम िसख ईसाईअलपसखयक ह य भाई
अपन धमर िलिप भाषा की कर सकत ह पढ़ाई (अनचछद - 29 30)
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मल अिधकार बहत जररी परजाततर का सार
इन सब की गारटी दता सवधािनक उपचार (अनचछद - 32)
छीन यिद कोई अिधकार िरट दायर करवाओ
नयायालय स लो आदश लाग उस कराओ (अनचछद - 32)
शसतर बलो व आई०बी० मबहत जररी अनशासन
अिधकारो म अलप कटौती कर सकता ह शासन (अनचछद - 33)
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भाग-4राजय क नीित िनदरशक ततव
(Directive Principles of State Policy)
सिवधान सब राजयो को दता ह िनदरश
जनता क कलयाण की वयवसथा कर िवशष (अनचछद - 38)
सामािजक असमता कम हो घट आय का अतर
सभी कषतर कर िवकास अवसर िमल िनरनतर (अनचछद - 38)
सतरी-परष सबको िमल आजीिवका क साधन
सामिहक िहत हो िजसम बाटो सब ससाधन (अनचछद - 39)
एक हाथ म किनदरत ना हो उतपादन क साधन
नर-नारी यिद कर कायर तो िमल समान ही वतन (अनचछद - 39)
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कािमरको क सवासथय का धयान रख सरकार
सतरी - परष बचच न कर हािनकारक रोजगार (अनचछद - 39)
सब बचच उननित कर िमल माहौल अनकल
शोषण उनका ना होय कभी न जाना भल (अनचछद - 39)
नयाय सवरजन को िमल अपराधी या सशील
कोई बहत गरीब हो तो मफत म िमल वकील (अनचछद - 39 क)
गाव म िनिशचत कर पचायत का गठन
जनता को शिकत िमल लग िवकास म धन (अनचछद - 40)
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बढ़ा हो बकार हो असमथर या बीमार
सहारा इनको भी िमल कछ मदद कर सरकार (अनचछद - 41)
अचछा सिवधाजनक हो कायारलय म काम
गभरवती मिहलाओ को िमल िवशष आराम (अनचछद - 42)
जीवन का सतर सधर चहमखी होय िवकास
बकारो को िमल काम सिवधा और अवकाश (अनचछद - 43)
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उदयोगो क परबनध म हो मजदरो का हाथ
सहकारी सिमित का सवरप िखल साथ ही साथ (अनचछद - 43 क और ख)
सब नागिरको क िलए जो दश म कर िनवास
समान िसिवल सिहता का िकया जाय परयास (अनचछद - 44)
ननह बचचो को िमल िशकषा और सरकषा
बन सभय नागिरक व जीवन हो अित अचछा (अनचछद - 45)
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अनसिचत जाित जनजाित वगर ह सबस दबरल
अनयायो पर लग रोक िमल िशकषा और धन बल (अनचछद - 46)
िमल िवटािमन पोषक ततव उचच सतरीय जीवन
सवासथय सवा म हो सधार रक नश का सवन (अनचछद - 47)
वजञािनक तकनीको स बढ़ किष और पशपालन
सधर नसल पशओ की वध-िनषध का हो पालन (अनचछद - 48)
पयारवरण सरिकषत रखो करो जीवन का रकषण
वकष लगाओ करो हिरयालीवन जीवो का रकषण (अनचछद - 48 क)
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समारको की कर सरकषा रख िवशष धयान
इितहास रहगा सरिकषत बढ़गा सबका जञान (अनचछद - 49)
परशासन का नयायालय म ना हो कोई दखल
नयायपािलका रह सवततर नयाय िमल परितपल (अनचछद - 50)
सब दशो क बीच म रह सरकषा शािनत
आपस म आदर बढ़ िमट परसपर भरािनत (अनचछद - 51)
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भाग-4कमल कतरवय (Fundamental Duties)
सिवधान का कर पालन झड का कर सममान
इसक आदशोर को मान आदर स कर राषटरगान (अनचछद - 51 क [ क ])
आजादी क आदशोर को समझ और बयान कर
दश की परभता अखडता क रकषक का काम कर (अनचछद - 51 क [ ख ग ])
राषटर की सवा कर सतरी का सममान कर
भदभाव रिहत होकर भराततव का िनमारण कर (अनचछद - 51 क [ घ ङ ])
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सामािजक ससकित समझ परमपरा का मान कर
परकित का िवसतार कर जीवन का सममान कर (अनचछद - 51 क [ च छ ])
वजञािनक हो दिषटकोण जञानाजरन का काम कर
सावरजिनक समपितत का कभी नही नकसान कर (अनचछद - 51 क [ ज झ ])
खद ऊचाईयो को छ ल लोगो को भी बढ़ाय
राषटर िनरनतर बढ़ आग सभी सफल हो जाय (अनचछद - 51 क [ ञ ] )
माता-िपता या सरकषक परथम काम य करवाय
चाह गरीबी हो घर म बचच को िशकषा िदलवाय (अनचछद - 51 क [ ट ] )
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भाग-5सघ (The Union)
कायरपािलका (The Executive)
भारत सरकार म राषटरपित सवोरचचािधकारी होगा
जल थल वाय सना का वह शीषारिधकारी होगा (अनचछद - 52 53)
ससद िवधानसभाओ दवाराराषटरपित चयिनत होगा
पाच साल का कायरकालिजनका िनयिमत होगा (अनचछद - 54 56)
नागिरक हो भारत का आय पतीस स कम ना हो
सासद बनन लायक होकोई लाभ का पद ना हो (अनचछद - 58)
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मखय नयायाधीश दवारा उनका शपथ गरहण होगा
सिवधान की रकषा और अनपालन का परण होगा (अनचछद - 60)
राषटरपित यिद सिवधान की अवहलना करत ह
ससद सदसय उनक ऊपर दोषारोपण करत ह (अनचछद - 61)
ससद दवारा दोषारोपण महािभयोग कहलाता ह
दोष िसदध होन पर उनको पद स हटाया जाता ह (अनचछद - 61)
राषटरपित सवोरचच ह पर ससद ह उनस ऊपर
राषटरपित ससद नयायालय सिवधान सबस ऊपर (अनचछद - 61 [भाव की अिभवयिकत])
राषटरपित यिद हो असमथर अनपिसथत या बीमार
भारत क उपराषटरपित दखग उनका कायरभार (अनचछद - 63 65)
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ससद क दो सदन कर उपराषटरपित का िनवारचन
सिवधान क परित व लग शरदधा िनषठा क वचन (अनचछद - 66 69)
राषटरपित कर सकत ह िकसी भी सजा को कम
द सकत ह माफी भी या िफर सजा का िनलबन (अनचछद - 72)
राषटरपित की मदद हत एक मतरी पिरषद होगी
समिचत कायरवाही हत जो अपनी सलाह दगी (अनचछद - 74)
महामिहम को सलाह का पालन करना ही होगा
इस सलाह की अनदखी सभव काम नही होगा (अनचछद - 74)
मतरी-मडल की िनयिकत राषटरपित दवारा होगी
लोकसभा क परित भी मडल की िजममदारी होगी (अनचछद - 75)
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मतरी-पिरषद का मिखया परधानमतरी होता ह
परजाततर म वह वयिकत सबस ताकतवर होता ह (अनचछद - 75)
एक महानयायवादी होगा भारत सरकार म िनयकत
सरकार को िविध समबनधी सलाह दगा उपयकत (अनचछद - 76)
सरकार सब काम करगी राषटरपित क नाम स
उनको अवगत भी करायगी सरकार क काम स (अनचछद - 77 78)
ससद (Parliament)
ससद भारत दश की सबस बड़ी ससथा होगी
नय कानन बनान हत उसकी ही कषमता होगी (अनचछद - 79)
तीन भागो स होता ह भारतीय ससद का गठन
सवरपरथम ह राषटरपित िफर ससद क दो सदन (अनचछद - 79)
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राजय सभा क सदसयो का राजय ही कर चयन
कछ िवशष लोगो का िकया जाता ह मनोनयन (अनचछद - 80)
परतयक पाच साल म होता लोक सभा का चनाव
यही लोकततर का जाद जब लोग कर बदलाव (अनचछद - 83)
राजय सभा म िनयिकत हत उमर चािहए तीस
लोकसभा म आन हत पर कर पचचीस (अनचछद - 84)
राषटरपित समय समय पर करग ससद म बठक
दोनो सदनो म अिभभाषण का होगा उनका हक (अनचछद - 86 87)
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लोकसभा शीघर चनगी अपना एक अधयकष
लोकसभा क सचालन म होगा वह अित दकष (अनचछद - 93)
ससद क सब सदसयो को लनी होगी एक शपथ
सिवधान का करग पालन अपनायग उसका पथ (अनचछद - 99)
सासद नही बन रहग यिद हो िवकत मानिसकता
हो जाय िदवािलया या तयाग दश की नागिरकता (अनचछद - 102)
सासद सदन म बोल या रख सवततर िवचार
वाणी की सवततरता ही ह ससद का मखय आचार (अनचछद - 105)
ससद बनायगी कानन और पास करगी िबल
दोनो सदनो की सहमित स काम नही मिशकल (अनचछद - 107)
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जब कोई िबल पास होगा सहमित दग राषटरपित
यिद सिवधान सममत हतो जलद ही दग सवीकित (अनचछद - 111)
मतरालय सरकारी खचर का परा बजट बनाता ह
िवतत मतरी िफर इसको ससद म पास कराता ह (अनचछद - 112)
ससद म होगी परयोग िहनदी या अगरजी भाषा
यिद कोई दोनो ना जान बोल अपनी मातभाषा (अनचछद - 120)
िकसी जज क बतारव पर ससद म ना होगी बहस
ससदीय कायरवाही पर जज का नही चलगा बस (अनचछद - 121 122)
ससद ना चल रही हो पिरिसथित भी हो िवशष
राषटरपित कानन बनाय जारी करक अधयादश (अनचछद - 123)
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नयायपािलका (The Union Judiciary)
पर भारत म एक सवोरचच नयायालय होगा
नयाय का मिनदर होगा जजो का कायारलय होगा (अनचछद - 124)
जज यिद बनना हो तो चािहए सिवधान का जञान
वकील या जज क रप म पहल िकया हो काम (अनचछद - 124)
इन सभी जजो का चयन राषटरपित जी करत ह
इसक िलए अनय जजो स सलाह भी वह करत ह (अनचछद - 124)
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पद गरहण स पवर सब जज करत ह य वादा
पकषपात म नही करगा रख सिवधान मयारदा (अनचछद - 124)
जज हो जाय असमथर या तोड़ सिवधान की हद
ससद करगी महािभयोग छोड़ना होगा उनको पद (अनचछद - 124)
सपरीम कोटर क पास सबस जयादा अिधकार
मसला अपील का होया िफर राजयो की तकरार (अनचछद - 131 132 133 134)
जररत पड़ तो सपरीम कोटर नय कानन बनाता ह
जिटल सवधािनक मसलो को भीय सलझाता ह (अनचछद - 141 143)
भारत म एक िनयतरक महालखापरीकषक होगा
कनदर-राजय क खचोर का बयौरा उस रखना होगा (अनचछद - 148 149)
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भाग-6राजय (The States)
कायरपािलका (The Executive)
राजयपाल हर राजय म सवोरचच अिधकारी होगा
राषटरपित करग िनयिकतकायरकाल पाच वषर होगा (अनचछद - 153 154 155 156)
राजयपाल की िनयिकत हत भारत का नागिरक हो
आय पतीस की हो अनय लाभ का पद ना हो (अनचछद - 157 158)
राजयपाल को िमलग भतत और िवशषािधकार
साथ ही साथ होग व मफत मकान क हकदार (अनचछद - 158)
उचच नयायालय क जज स राजयपाल लग शपथ
जनता की करग सवा अपनायग सिवधान पथ (अनचछद - 159)
Page 39
आपरािधक मामलो म राजयपाल रखत ह शिकत
दोषी की कम कर सजाया िफर दणड स द मिकत (अनचछद - 161)
राजयपाल िववकानसार करग कायोर का िनवारह
अनय मामलो म व लग मतरी पिरषद स सलाह (अनचछद - 163)
राजयपाल ही करग राजय मखयमतरी की िनयिकत
िफर उनकी सलाह पर अनय मितरयो की िनयिकत (अनचछद - 164)
राजय क कल मितरयो की सखया िनधारिरत होगी
एम एल ए की सखया कापदरह परितशत ही होगी (अनचछद - 164)
राजय मितरयो की शपथ सिवधान क परित होगी
सारी जनता की सवा पकषपात रिहत होगी (अनचछद - 164)
Page 40
मतरी को गोपनीयता की शपथ गरहण करनी होगी
कछ िवषयो की जानकारी उनह गपत रखनी होगी (अनचछद - 164)
राजयपाल ही िनयकत करग राजय का महािधवकता
काननी िवषयो पर होगावो ही अिधकािरक वकता (अनचछद - 165)
राजय की कायरवाही होगी राजयपाल क नाम स
मखयमतरी अवगत करायग उनको अपन काम स (अनचछद - 166 167)
िवधान मणडल (The State Legislature)
सब राजयो म होगा िवधानसभा एक मखय सदन
कछ म अितिरकत होगा िवधानपिरषद का गठन (अनचछद - 168)
Page 41
िवधानसभा म होगा जनसखया का सही अनपात
तािक हर समाज क लोग परी रख अपनी बात (अनचछद - 170)
उमर यिद पचचीस की हो मन म हो सवा का भाव
एम०एल०ए० बनन हत लड़ सकत हो तम चनाव (अनचछद - 173)
सिवधान परित रखनी होगी हर सदसय को िनषठा
मरा भारत रह अखणड ऊची उसकी रह परितषठा (अनचछद - 173)
Page 42
िवधानसभा अधयकष करग सभा का सचालन
हर दल रख अपनी बातहो िनयमो का भी पालन (अनचछद - 178)
सदन म हर सदसय अपनी बात कह सकता ह
बखौफ बिहचक िवचार वयकत कर सकता ह (अनचछद - 194)
सदन सदसयो क वतन को भी तय कर सकता ह
जररत पड़ तो भततो म बढ़ोततरी कर सकता ह (अनचछद - 195)
Page 43
िवधानसभा राजय का िबल भीपास कर सकती ह
िफर उस पर राजयपाल स सवीकित ल सकती ह (अनचछद - 196)
राजयपाल सहमत होन पर अपनी महर लगायग
िबल म कछ गड़बड़ ह तो राषटरपित को बतायग (अनचछद - 200)
िवधानसभा बना सकती ह राजय क िलए कानन
िजसम राजय का िहत हो जनता को िमल सकन (अनचछद - 200)
राजय बजट बतलायगासरकार का वािषरक खचार
योजनाओ क मददो पर िफर होगी सदन म चचार (अनचछद - 202 203)
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िहनदी अगरजी सथानीय होगी सदन की भाषा
कोई न जान यिद इनह भी बोलगा वह मातभाषा (अनचछद - 210)
जज क आचरण पर नही करगा सदन बहस
सदन की कायरवाही पर भी न चल कोटर का बस (अनचछद - 211 212)
िवधानसभा का सतर न हो पिरिसथित हो िवशष
राजयपाल कानन बनाय जारी करक अधयादश (अनचछद - 213)
अधयादश को सदन दवारा करना होगा पास
वनार होगा बअसर वह बीत यिद डढ़ मास (अनचछद - 21३)
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राजयो क उचच नयायालय (The High Courts in the States)
हर राजय म नयाय हत एक उचच नयायालय होगा
िजसम जनता की खाितर नयाय दवार खला होगा (अनचछद - 214)
दस साल का नयाियक अनभव या रहा हो वकील
तब होगा उचच नयायालय का जज बनन कािबल (अनचछद - 217)
Page 46
राषटरपित दवारा होगी नयायधीश की िनयिकत
बासठ वषर परा होन पर होगी पद स मिकत (अनचछद - 217)
नयायधीश लग शपथ राजयपाल क साथ
सब लोगो को दग नयाय िबना िकए पकषपात (अनचछद - 219)
Page 47
अधीनसथ नयायालय (Subordinate Courts)
छोट नयायालयो पर होगी हाईकोटर की िनगरानी
िनयमपवरक कायर कर सब कोई न कर मनमानी (अनचछद - 233)
िजला जजो की िनयिकत राजयपाल दवारा होगी
इसस समबिनधत सलाह हाईकोटर दवारा होगी (अनचछद - 233)
सात वषर वकालत वाला िजला जज बनन योगय
अनय नयाियक पदो हत ह लोक सवा आयोग (अनचछद - 233)
Page 48
भाग-7परथम अनसची क भाग ख म राजय
(The States in Part B of First Schedule)
िनरिसत (Repealed)
Page 49
भाग-8सघ राजयकषतर
(The Union Territories)
सघ राजयकषतरो क िलए परशासक होग िजममदार
चाह हो दमन दीव या अडमान और िनकोबार (अनचछद - 239)
राजधानी िदलली म ह उपराजयपाल का शासन
यहा िवधानसभा भी ह जहा जनता कर िनवारचन (अनचछद - 239 क [ क ])
Page 50
भाग-9पचायत
(The Panchayats)
तजी स हो सबका िवकास हो जनता का शासन
इसक िलए करना होगा पचायतो का परशासन (अनचछद - 243 ख)
गराम सभा हो पचायत हो और हो िजला पिरषद
अनसिचत जाित जनजाित हत आरिकषत हो पद (अनचछद - 243 ग घ)
Page 51
मिहलाय भी समाज की ह महतवपणर ईकाई
उनक िलए आरिकषत हो अधयकष पद एक ितहाई (अनचछद - 243 घ)
राजय पचायतो को दग शिकत और अिधकार
िवकास हो नयाय िमल हो जनता का उपकार (अनचछद - 243 छ)
पचायत कर सकती ह टकस वसली का भी काम
खचार-पितर क िलए राजय भी दगा उनह अनदान (अनचछद - 243 ज)
परतयक पाच साल म होगा पचायत का िनवारचन
राजय चनाव आयोग करगा इन सबका सचालन (अनचछद - 243 ट)
Page 52
भाग-9 कनगरपािलकाय
(The Municipalities)
शहरो म नगरपािलका ह पचायत का दसरा रप
वाडर और उसकी सिमितयो जसा होगा परारप (अनचछद - 243 थ द ध)
मिहला कमजोर वगोर का आरकषण करना होगा
योजना लाग करन को टकस वसल करना होगा (अनचछद - 243 न भ)
महानगर कषतर म आबादी ह दस लाख स जयादा
परमख मयर कहलाता हिजममदारी भी ह जयादा (अनचछद - 243 त थ ब)
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भाग-9 खसहकारी सिमितया
(The Co-Operative Societies)
लोग बना सकत ह अपनी एक सहकारी सिमित
बोडर करगा सचालनबहतर होगी आिथरक िसथित (अनचछद - 243 यज यञ)
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भाग-10अनसिचत और जनजाित कषतर
(The Scheduled and Tribal Areas)
एस०टी० लोगो क िवकास का ह िवशष परावधान
अनसिचत कषतरो का भी खब रखना होगा धयान (अनचछद - 244)
जनजाित क िलए एक सलाहकार पिरषद होगी
िजसस उनक परशासन की नीित िनधारिरत होगी (अनचछद - 244 पाचवी अनसची)
उनक कलयाण कायोर पर राजयपाल रख िनगरानी
भिम उनकी रह सरिकषत साहकार न कर मनमानी (अनचछद - 244 पाचवी अनसची)
राजयपाल उनक कषतरो म पिरवतरन कर सकत ह
शािनत सरकषा काननो म बदली भी कर सकत ह (अनचछद - 244 पाचवी अनसची)
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असम राजय म होग सवशासी िजला और परदश
लाग नही होग इन पर राजय सरकार क िनदरश (अनचछद - 244 छठी अनसची)
जगल और जनजाित म ह बहत गहरा सबध
सतलन कस रखा जाय इसका ह सही परबध (अनचछद - 244 छठी अनसची)
वनभिम का उतपादो का जनजाित कर परयोग
वन भी रह सरिकषत ना हो जीिवका म अवरोध (अनचछद - 244 छठी अनसची)
राजयपाल ऐस कषतरो म िनिशचत कर सशासन
िशकषा सवासथय सचार क िदलवाय सब साधन (अनचछद - 244 छठी अनसची)
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भाग-11सघ और राजयो क बीच म समबनध
(Relations between the Union and the States)
ससद पर भारत म कानन बना सकती ह
िवधानसभा कवल राजय म ऐसा कर सकती ह (अनचछद - 245)
कानन बनान की शिकत कनदर-राजय की ह पथक
िवषय उनक िनधारिरत ह तािक ना हो कोई शक (अनचछद - 246)
सघ सची म िलख ह ससद क अिधकार
जस रकषा रल िवदश सना दर सचार (अनचछद - 246 सातवी अनसची - सघ सची)
राजय सची म विणर त ह िवधानसभा क अिधकार
जस पिलस सवासथय किष वन िवदयत कारागार (अनचछद - 246 सातवी अनसची - राजय सची)
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कछ िवषय ऐस ह िजन पर दोनो का अिधकार
इनम स ह िशकषा सजा नयाय वन वयापार (अनचछद - 246 सातवी अनसची - समवतीर सची)
िफर भी ससद बड़ी ह शरषठ ह उसक अिधकार
राषटरिहत म कानन बनाय कर अनतराषटरीय करार (अनचछद - 247 248 249 250 251 252 253 254)
काननो का अनपालन िनिशचत कर राजय सरकार
वनार िनदरिशत भी कर सकती ह भारत सरकार (अनचछद - 256)
क दर राजय सरकारो को द सकता ह आदश
दशिहत क कामो म यिद मिशकल आती ह पश (अनचछद - 257)
दो राजयो म िववाद हो या नदी जल का बटवारा
कनदर कानन बनाकर कर सकता ह िनपटारा (अनचछद - 262)
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राजयो क झगड़ो को सब िमलजल क सलझाय
जाच एव सझाव हत पिरषद एक बनाय (अनचछद - 263)
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भाग-12िवतत समपितत सिवदाए और वाद
(Finance Property Contracts and Suits)
टकस दवारा जो पसा आय सिचत धन कहलाय
भाित-भाित क खचोर म यह धन काम म आय (अनचछद - 266)
कछ खचर करन पड़त ह एकदम और कई बार
िजसकी खाितर कटीजसी फडरखती ह सरकार (अनचछद - 267)
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क दर और राजय सरकार दोनो ल जनता स कर
िफर िनयमानसार आपस म बाट इस बराबर (अनचछद - 268 269 270)
कनदर को राजय सरकारो को दना होगा अनदान
जनजाित कषतरो क िवकास का रखना होगा धयान (अनचछद - 275)
िवतत आयोग सझाव दता ह धन क िवतरण पर
तािक राजयो को िमल उननित क बराबर अवसर (अनचछद - 280 281)
क दर की समपितत पर राजय नही लगाय कर
क दर भी इस समबनध म कर राजय का आदर (अनचछद - 285 289)
क दर राजय कर सकत ह वयापार और कारोबार
समदरी खिनजो पर होगाकवल क दर का अिधकार (अनचछद - 297 298)
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राषटरपित की ओर स साइन होग सब करार
पर कोई चक हई तो नही होग व िजममदार (अनचछद - 299)
कोई वयिकत कर सकता ह समपितत को सिचत
कानन िबना उस नही कर सकत ह विचत (अनचछद - 300 क)
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भाग-13भारत क राजय कषतर क अनदर वयापार वािणजय और समागम (Trade Commerce and
Intercourse in India)
कोई कही भी कर सकता ह वािणजय या वयापार
िजस जनिहत म िनयिमत कर सकती ह सरकार (अनचछद - 301 302)
कनदर फड क िवतरण म न कर िकसी स पकषपात
साधन िवहीन राजयो कािफर भी दना होगा साथ (अनचछद - 303)
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भाग-14सघ और राजयो क अधीन सवाए
(Services under the Union and the States)
सरकारी कामकाज हत िनयकत होत ह अिधकारी
कायर सचार रप स हो लत ह िजममदारी (अनचछद - 309)
कोई अिधकारी कमरठ ह काम ह उसका अचछा
सिवधान उसको दता ह काफी अिधक सरकषा (अनचछद - 310 311)
िनयिकत कतार ही िकसी को पद स हटा सकता ह
िविधवत जाच कराक सजा सना सकता ह (अनचछद - 311)
िकसी कायरवाही स पहल वयिकत को सनना होगा
उसक दोष बतान होग िफर िनणरय करना होगा (अनचछद - 311)
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यिद गभीर अपराध म दोषी िसदध हआ अिधकारी
पद स हटाया जा सकता ह उस िबना इनकवारी (अनचछद - 311 2 क)
कभी-कभी सरकषा िहत म जाच नही हो सकती ह
िबना जाच अिधकारी की सवामिकत हो सकती ह (अनचछद - 311 2 ख ग)
क दर म भतीर हत ह सघ लोक सवा आयोग
आवदन कर सकत ह सवा क इचछक सब लोग (अनचछद - 315)
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आयोग करगा सचािलत िनयिकत हत परीकषा
उचच सवाओ म चािहए गरजएट तक की िशकषा (अनचछद - 315 320)
राजयो म भतीर हत ह राजय लोक सवा आयोग
छोट राजय चाह तो बनगा एक सयकत आयोग (अनचछद - 315)
आयोग म होग सदसय होगा एक अधयकष
रह हो सरकारी पद पर छिव हो उनकी िनषपकष (अनचछद - 316)
आयोग भतीर समबिनधत अपनी सलाह भी दगा
राषटरपित को हर साल सब कायोर का बयौरा दगा (अनचछद - 323)
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भाग-14कअिधकरण (Tribunals)
क दर राजय सतर पर होग परशासिनक अिधकरण
भतीर सवा क झगड़ो का िकया करग िनराकरण (अनचछद - 323 क)
कछ अिधकरण करग अनय िववादो का िनपटारा
टकस शरम िववाद या खादय वसतओ का बटवारा (अनचछद - 323 ख)
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भाग-15िनवारचन (Elections)
परजातनतर का मखय तनतर ह िनवारचन आयोग
इसकी मदद स सरकारो को चनत ह हम लोग (अनचछद - 324)
मखय चनाव अायकत कराय चनाव का सचालन
आचार सिहता का करवाय सखती स अनपालन (अनचछद - 324)
राषटरपित उपराषटरपित ससद या िवधानमडल सबक चनाव पर आयोग िनगरानी रख परितपल
(अनचछद - 324)
चनाव आयकतो को दता ह सिवधान सरकषा
सवतनतर चनावो स ही होती परजातनतर की रकषा (अनचछद - 324)
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लोकसभा िवधान सभा का जब भी हो िनवारचन
आयोग को सब सहयोग दगा राजय परशासन (अनचछद - 324)
वोटर िलसट म शािमल होगा हर वयसक का नाम
इस सब को िनषपकष कराना ह आयोग का काम (अनचछद - 325)
अठारह वषर का हर वयिकत रखता ह मतािधकार
अपनी इचछा क अनसार चन सकता ह सरकार (अनचछद - 326)
एम०पी० और एम०एल०ए० बन हो चनाव िनषपकष
लोकततर कायम रह यही आयोग का लकषय (अनचछद - 324 [भाव की अिभवयिकत])
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भाग-16कछ वगोर क समबनध म िवशष उपबनध
(Special Provisions relating to Certain Classes)
अनसिचत जाित जनजाित का ह िवशष परबध
लोकसभा म ह आरकषण ह अनपाितक सबध (अनचछद - 330)
ऐगलो इिडयन लोग यिद सखया म कम लगत ह
राषटरपित लोकसभा म दो सदसय रख सकत ह (अनचछद - 331)
एससी एसटी लोगो की िजतनी जनसखया होगी
उतनी ही िवधानसभा म सीटो की सखया होगी (अनचछद - 332)
सरकारी सवाओ मएससी एसटी का हो सथान
थोड़ी छट िमल अको म तािक भतीर हो आसान (अनचछद - 335)
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राषटरीय अनसिचतजाित आयोग कर हको की रकषा
उनस सबिधत समसयाओ की करता ह य परीकषा (अनचछद - 338)
एक अधयकष उपाधयकष और अनय सदसय होग
सिवधान क परावधान उनह लाग करन होग (अनचछद - 338)
एस० सी० लोगो क िहतो म न हो कोई कोताही
सािबत हो आरोप यिद आयोग कर कायरवाही (अनचछद - 338)
अनय कलयाणकारी उपाय खोजकर लायगा
राषटरपित को आयोग अपन सझाव बतलायगा (अनचछद - 338)
आयोग का दजार िसिवल नयायालय का होगा
सबकी पशी करान का हक उस परापत होगा (अनचछद - 338)
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राषटरपित आयोग की िरपोटर ससद म रखवायग
िसफािरशो पर काररवाई स अवगत भी करवायग (अनचछद - 338)
आयोग चाह तो सबिधत कागज पश करन होग
शपथपतर दकर सार सबत परकट करन होग (अनचछद - 338)
एस० सी० सबिधत कोई िनणरय लती ह सरकार
आयोग स लकर सलाह उस करना होगा िवचार (अनचछद - 338)
एक राषटरीय अनसिचत जनजाित आयोग भी होगा
एस सी आयोग जसा सतर इसको भी परापत होगा (अनचछद - 338 क)
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वसी ही शिकत होगी वही कायर वह करगा
जनजाित क िहतो की रकषा हर हालत म करगा (अनचछद - 338 क)
एस०टी० की उननित हत आयोग की होगी िनयिकत
राजय यिद कर िढलाई क दर करगा सखती (अनचछद - 339)
सामािजक शिकषक दिषट स िपछड़ ह जो लोग
राषटरपित उनक िलए गिठत कर आयोग (अनचछद - 340)
आयोग अधययन करगा कस हो उनका सधार
कस क दर-राजय बन सकत उन लोगो क मददगार (अनचछद - 340)
आयोग राषटरपित को दगा िसफािरश बयौरवार
ससद को िफर करना होगा भलाई हत िवचार (अनचछद - 340)
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भाग-17राजभाषा
(Official Language)
सघ की भाषा िहदी िलिप दवनागरी होगी
शासकीय परयोजन हत अगरजी की जररत होगी (अनचछद - 343)
राषटरपित भाषािवदो का एक आयोग कर गिठत
िहदी क परचार हत परयास कर जो सगिठत (अनचछद - 344)
िहदी भाषा हो समदध बढ़ जञान और िवजञान
अिहदी भाषी लोगो का आयोग रख धयान (अनचछद - 344)
िवधानसभा सथानीय भाषा को कर ल अगीकार
पर सरकारी कामो म रह अगरजी बरकरार (अनचछद - 345)
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दो राजयो को आपस म यिद करना ह पतराचार
दोनो िमलकर िहदी को कर सकत ह सवीकार (अनचछद - 346)
उचच उचचतम नयायालय म अगरजी परयकत होगी
आदशोअिधिनयमो की परित अगरजी म ही होगी (अनचछद - 348)
भाषाई अलपसखयको का सरकार रख धयान
मातभाषा म ही िमल सब िवषयो का जञान (अनचछद - 350 क ख)
सरकार िहदी को कर समदध खब कर परचार
अनय भाषाओ क शबदो स कर इसका िवसतार (अनचछद - 351)
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भाग-18आपात उपबनध
(Emergency Provisions)
यदध का हो सकट िवदरोिहयो का िबछा हो जाल
राषटरपित सनतिषट करकघोिषत कर आपातकाल (अनचछद - 352)
आपातकाल क िलए चािहए ससद की मजरी
एक माह क भीतर ही यह सहमित अित जररी (अनचछद - 352)
इस दौरान िमल जात हक दर को जयादा अिधकार
क दर सरकार चला सकती हराजय की भी सरकार (अनचछद - 353)
क दर राजय की करगा हर हालत म सरकषा
चाह वाहय आकरमण हो या सशसतर िवदरोह स रकषा (अनचछद - 355)
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राजय यिद नही चल रहा सिवधान क अनसार
राजयपाल राषटरपित को दग िरपोटर िसलिसलवार (अनचछद - 356)
िफर उस राजय म लाग होगा राषटरपित शासन
भारत सरकार हाथ म लगी वहा का परशासन (अनचछद - 356)
उदघोषणा का ससद दवारा करना होगा अनमोदन
दो महीनो म पास करग ससद क दोनो सदन (अनचछद - 356)
आपातकाल म िछन जायग सार मल अिधकार
बचगी शारीिरक सवततरता व जीन का अिधकार (अनचछद - 358 359)
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भारत म यिद पदा हो आिथरक सकट काल
राषटरपित घोिषत करत ह िवततीय आपातकाल (अनचछद - 352)
इस दौरान राजयो क खचर िकय जायग कम
घट जायग कमरचािरयो और जजो क वतन (अनचछद - 360)
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भाग-19परकीणर (Miscellaneous)
राषटरपित व राजयपाल को परापत ह िवशषािधकार
ना उन पर कोई कस चलगा न होग व िगरफतार (अनचछद - 361)
यिद कोई छपवाता ह ससद की कायरवाही
नयायालय नही करगा कोई दािणडक कायरवाही (अनचछद - 361 क)
सतयमव जयत
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भाग-20सिवधान का सशोधन
(Amendment of the Constitution)
ससद चाह कर सकती ह सिवधान म सशोधन
दो ितहाई बहमत स यिद पास कर दोनो सदन (अनचछद - 368)
िफर य िवधयक राषटरपित को भजा जायगा
उनकी सवीकित िमलन पर सशोधन कहलायगा (अनचछद - 368)
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भाग-21असथायी सकरमणकालीन और िवशष उपबनध
(Temporary Transitional and Special Provisions)
जमम और कशमीर राजय का ह िवशष अिधकार
ससद का कानन चलगा जब राजय कर सवीकार (अनचछद - 370)
कई बहत स राजयो म भी ह िवशष उपबनध
उनकी उननित और िवकास हो कछ ऐस परबध (अनचछद - 371 371 क ख ग घ ङ च छ ज झ ञ)
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भाग-22सिकषपत नाम परारमभ िहनदी म परािधकत पाठ
(Short Title Commencement Authoritative Text in Hindi)
हमारा य सिवधानभारत का सिवधान कहलायगा
छबबीस जनवरी 1950 स परा लाग हो जायगा (अनचछद - 393 394)
राषटरपित जी सिवधान को िहनदी म छपवायग
िहनदी अगरजी ससकरण ही अिधकत कहलायग (अनचछद - 394 क)
समापत
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डा० नसीम जदी भारत क मखय िनवारचन आयकत भारत िनवारचन आयोग Election Commission of India
भारतीय सिवधान हमारा परमख काननी मागरदशरक ह हर वयिकत को सिवधान क बार म जञान होना चािहए िजसस उस अपन अिधकारो और कततरवयो की जानकारी िमल सक म समझता ह िक शरी सनील कमार गौतम दवारा रिचत सिवधान कावय स यह कायर अब बहत आसान हो जाएगा इसम सिवधान क सार को पदो क रप म बहत खबसरती स िलखा गया ह यह इतना रिचकर ह िक यिद एक बार इसको पढ़ना शर कर िदया जाए तो िफर परा पढ़ िबना मन नही मानता इतन बड़ एव जिटल गरथ को इतन सरल शबदो म वयकत करक शरी गौतम न एक िमसाल कायम की ह मरा िवचार ह िक इसको परतयक नागिरक को पढ़ना चािहए और परतयक जनपरितिनिध को िवशष रप स पढ़ना चािहए िजसस व सिवधान व जनता क परित अपन कततरवयो का और बखबी स पालन कर सक म शरी गौतम को उनक इस कायर क िलए बहत-बहत बधाई दता ह और अपनी शभकामनाय वयकत करता ह
30 माचर 2016
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उपराजयपाल िदलली राज िनवास िदलली - ११००५४ RAJ NIWAS DELHI - 110054
L G DELHI
भारत ससदीय परणाली वाला लोकतनतरातमक गणराजय ह इस लोकततर की आतमा भारत क सिवधान म बसती ह 26 नवमबर 1949 को पािरत तथा 26 जनवरी 1950 स लाग भारतीय सिवधान िवशव क िकसी भी लोकताितरक दश का सबस लमबा िलिखत सिवधान ह 465 अनचछद 12 अनसिचया तथा 22 भागो म िवभािजत भारतीय सिवधान भारत की परभता एकता और अखणडता का वहद दसतावज ह आईपीएस अिधकारी शरी सनील कमार गौतम न भारतीय सिवधान को सिवधान कावय पदयातमक पिसतका क माधयम स पाठको तक पहचान का जो कायर िकया ह वह परशसनीय ह सिवधान क मल पाठ क ममर को धयान म रखत हए उसको जन साधारण तक उनही की भाषा म परसतत करना एक अनठा परयोग ह म शरी सनील कमार गौतम क इस पनीत कायर की भिर-भिर परशसा करता ह तथा आशा करता ह िक सिवधान क इस पदय रप को पढ़त समय सधी पाठक अपन आप को सिवधान क साथ आतमसात कर सक ग इस पसतक की सफलता क िलए मरी हािदर क शभकामनाय
16022016
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CP Delhi िदलली
पिलस मखयालय
नई िदलली - 110002
पिलस आयकत िदलली
यह सवरिविदत ह िक भारतीय सिवधान अनय सभी काननो का सतरोत ह परतयक पिलस अिधकारी अपना पदभार गरहण करन स पवर सिवधान क परित शरदधा व िनषठा रखन की शपथ लता ह वह सवा पयरनत कानन वयवसथा बनाए रखन की हर सभव कोिशश करता ह शरी सनील कमार गौतम न अपन वयसततम कायर क बावजद भारतीय सिवधान की कावयातमक रप म जो परसतित की ह वह वासतव म अिदवतीय ह उनका यह कायर काफी पररणादायक व आम जन क िलए बहत लाभदायक ह म आशा करता ह िक सिवधान कावय क माधयम स हर भारतीय सिवधान को आसानी स समझ सकगा म शरी गौतम क इस अदभत कायर की सराहना करता ह और इस पसतक की सफलता क िलए कामना करता ह
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िवषय-सची (Index)
सिवधान की उददिशका (Preamble)भाग-1
सघ और उसका राजय कषतर (The Union and its Territories)
भाग-2नागिरकता (Citizenship)
भाग-3मल अिधकार (Fundamental Rights)
भाग-4
राजय क नीित िनदरशक ततव (Directive Principles of State Policy)भाग-4 (क)
मल कतरवय (Fundamental Duties)भाग-5
सघ (The Union)भाग-6
राजय (The States)भाग-7
परथम अनसची क भाग ख म राजय - िनरिसत (The States in Part B of First Schedule - Repealed)
Page 9
भाग-8
सघ राजयकषतर (The Union Territories)भाग-9
पचायत (The Panchayats)
भाग-9 (क)नगरपािलकाय (The Municipalities)
भाग-9 (ख)
सहकारी सिमितया (The Co-Operative Societies)भाग-10
अनसिचत और जनजाित कषतर (The Scheduled and Tribal Areas)भाग-11
सघ और राजयो क बीच म समबनध (Relations between the Union and the States)
भाग-12
िवतत समपितत सिवदाए और वाद (Finance Property Contracts and Suits)भाग-13
भारत क राजय कषतर क अनदर वयापार वािणजय और समागम (Trade Commerce and Intercourse in India)
भाग-14
सघ और राजयो क अधीन सवाए (Services under the Union and the States)
Page 10
भाग-14 (क)
अिधकरण (Tribunals)भाग-15
िनवारचन (Elections)
भाग-16कछ वगोर क समबनध म िवशष उपबनध (Special Provisions relating
to Certain Classes)भाग-17
राजभाषा (Official Language)भाग-18
आपात उपबनध (Emergency Provisions)
भाग-19परकीणर (Miscellaneous)
भाग-20
सिवधान का सशोधन (Amendment of the Constitution)भाग-21
असथायी सकरमणकालीन और िवशष उपबनध (Temporary Transitional and Special Provisions)
भाग-22सिकषपत नाम परारमभ िहनदी म परािधकत पाठ (Short Title
Commencement Authoritative Text in Hindi)
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सिवधान की उददिशका (Preamble)
हम भारत क लोग आज य सिवधान अपनात ह
समाजवादी धमरिनरपकष राषटर को गल लगात ह िमलगा हर तरह का नयाय बोलन की आजादी
िमलगी समानता सबको दश की जो आबादी बधता बढ़ हर एक स हर वयिकत इजजत पाय
राषटर हमारा रह अखड एकता बढ़ती जाय
26 नवमबर 1949 दढ़िनशचय हम करत ह
सिवधान को अगीकत आतमािपर त करत ह
Page 12
भाग-1सघ और उसका राजय कषतर
(The Union and its Territories) सब राजयो को िमलाकर भारत एक सघ होगा
चाह तो नवराषटरो का िमलन िविध सममत होगा (अनचछद - 12)
ससद चाह नय राजयो का िनमारण कर सकती ह
वतरमान राजयो म पिरवतरन भी कर सकती ह (अनचछद - 3)
Page 13
भाग-2नागिरकता (Citizenship)
भारत म रहन वाला वयिकत भारतीय कहलाता ह
बाहर स आ बस भारत म वह भी य हक पाता ह (अनचछद - 5)
कोई सवचछा स कर िवदशी नागिरकता सवीकार
भारतीय नागिरकता पर वह खोयगा अिधकार (अनचछद - 9)
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भाग-3मल अिधकार (Fundamental Rights)
मानव मल अिधकारो को महतवपणर बतलाया ह
इनक िवरदध िकसी िविध को असगत ठहराया ह (अनचछद - 13)
अनचछद चौदह म समता का अिधकार ह
होटल हो चाह दकान सबको परवश अिधकार ह (अनचछद - 14 15)
अनसिचत जाित जनजाित की करनी होगी भलाई
तािक उनकी उननित हो और कमी की हो भरपाई (अनचछद - 15)
नौकरी म धमर जाित िलग का नही होगा भद
साफ साफ शबदो म समझाता सोलह अनचछद (अनचछद - 16)
Page 15
समाज क िपछड़ वगोर कोहो आरकषण का सहारा
उननित कर दिलत िजनका जीवन विचत सारा (अनचछद - 16)
छआछत कलक का अनचछद सतरह कर अत
डॉ० अमबडकर हए मसीहा मानवता क बन सत (अनचछद - 17)
रह ना कोई जमीदार अब ना नवाब ना महाराजा
पद ना होगा जनम स खला योगयता का दरवाजा (अनचछद - 18)
परितयोिगता स ही िमलगा अब पद और सममान
बनो डॉकटर और कलकटर खब कमाओ नाम (अनचछद - 18 [भाव की अिभवयिकत])
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वयकत करो अपन भावो को जो चाह सो बोलो
अनयाय स नही डरो मह तम अपना खोलो (अनचछद - 19)
सघ और समह बनाना ह सबका अिधकार
शाितपणर करो सममलन जो हो िबना हिथयार (अनचछद - 19)
सारा भारत दश तमहारा कही भी जा सकत हो
कोई जगह पसनद आय वहा भी रह सकत हो (अनचछद - 19)
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बनो वकील या वयापारी करो कोई भी कारोबार
अनचछद उननीस दता ह तमको य सार अिधकार (अनचछद - 19)
जब तक िसदध नही हो दोषदोषी नही कहलाओग
बगनाह सािबत होन क सब अवसर तम पाओग (अनचछद - 20)
पहल कारण बतलायग तभी करग िगरफतार
चौबीस घट म छोड़ग िगरफतारी यिद बआधार (अनचछद - 22)
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कोई बचचा ना कर मजदरी मजदर ना कर बगार
यिद कोई भी कर उललघन जाना होगा कारागार (अनचछद - 23)
ननह - ननह स बचच नही कर खान म काम
सरकार उनह दगी िशकषा तािक बन बड़ इसान (अनचछद - 24 21 क)
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िकसी भी धमर को मानो या उसका परचार करो
अपन बनाओ ससथान सचालन का काम करो (अनचछद - 25 26)
कर स होता मकत ह धािमरक कायोर का परबध
सरकारी सकलो म ह धािमरक िशकषा पर परितबध (अनचछद - 27 28)
बौदध मिसलम िसख ईसाईअलपसखयक ह य भाई
अपन धमर िलिप भाषा की कर सकत ह पढ़ाई (अनचछद - 29 30)
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मल अिधकार बहत जररी परजाततर का सार
इन सब की गारटी दता सवधािनक उपचार (अनचछद - 32)
छीन यिद कोई अिधकार िरट दायर करवाओ
नयायालय स लो आदश लाग उस कराओ (अनचछद - 32)
शसतर बलो व आई०बी० मबहत जररी अनशासन
अिधकारो म अलप कटौती कर सकता ह शासन (अनचछद - 33)
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भाग-4राजय क नीित िनदरशक ततव
(Directive Principles of State Policy)
सिवधान सब राजयो को दता ह िनदरश
जनता क कलयाण की वयवसथा कर िवशष (अनचछद - 38)
सामािजक असमता कम हो घट आय का अतर
सभी कषतर कर िवकास अवसर िमल िनरनतर (अनचछद - 38)
सतरी-परष सबको िमल आजीिवका क साधन
सामिहक िहत हो िजसम बाटो सब ससाधन (अनचछद - 39)
एक हाथ म किनदरत ना हो उतपादन क साधन
नर-नारी यिद कर कायर तो िमल समान ही वतन (अनचछद - 39)
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कािमरको क सवासथय का धयान रख सरकार
सतरी - परष बचच न कर हािनकारक रोजगार (अनचछद - 39)
सब बचच उननित कर िमल माहौल अनकल
शोषण उनका ना होय कभी न जाना भल (अनचछद - 39)
नयाय सवरजन को िमल अपराधी या सशील
कोई बहत गरीब हो तो मफत म िमल वकील (अनचछद - 39 क)
गाव म िनिशचत कर पचायत का गठन
जनता को शिकत िमल लग िवकास म धन (अनचछद - 40)
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बढ़ा हो बकार हो असमथर या बीमार
सहारा इनको भी िमल कछ मदद कर सरकार (अनचछद - 41)
अचछा सिवधाजनक हो कायारलय म काम
गभरवती मिहलाओ को िमल िवशष आराम (अनचछद - 42)
जीवन का सतर सधर चहमखी होय िवकास
बकारो को िमल काम सिवधा और अवकाश (अनचछद - 43)
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उदयोगो क परबनध म हो मजदरो का हाथ
सहकारी सिमित का सवरप िखल साथ ही साथ (अनचछद - 43 क और ख)
सब नागिरको क िलए जो दश म कर िनवास
समान िसिवल सिहता का िकया जाय परयास (अनचछद - 44)
ननह बचचो को िमल िशकषा और सरकषा
बन सभय नागिरक व जीवन हो अित अचछा (अनचछद - 45)
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अनसिचत जाित जनजाित वगर ह सबस दबरल
अनयायो पर लग रोक िमल िशकषा और धन बल (अनचछद - 46)
िमल िवटािमन पोषक ततव उचच सतरीय जीवन
सवासथय सवा म हो सधार रक नश का सवन (अनचछद - 47)
वजञािनक तकनीको स बढ़ किष और पशपालन
सधर नसल पशओ की वध-िनषध का हो पालन (अनचछद - 48)
पयारवरण सरिकषत रखो करो जीवन का रकषण
वकष लगाओ करो हिरयालीवन जीवो का रकषण (अनचछद - 48 क)
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समारको की कर सरकषा रख िवशष धयान
इितहास रहगा सरिकषत बढ़गा सबका जञान (अनचछद - 49)
परशासन का नयायालय म ना हो कोई दखल
नयायपािलका रह सवततर नयाय िमल परितपल (अनचछद - 50)
सब दशो क बीच म रह सरकषा शािनत
आपस म आदर बढ़ िमट परसपर भरािनत (अनचछद - 51)
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भाग-4कमल कतरवय (Fundamental Duties)
सिवधान का कर पालन झड का कर सममान
इसक आदशोर को मान आदर स कर राषटरगान (अनचछद - 51 क [ क ])
आजादी क आदशोर को समझ और बयान कर
दश की परभता अखडता क रकषक का काम कर (अनचछद - 51 क [ ख ग ])
राषटर की सवा कर सतरी का सममान कर
भदभाव रिहत होकर भराततव का िनमारण कर (अनचछद - 51 क [ घ ङ ])
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सामािजक ससकित समझ परमपरा का मान कर
परकित का िवसतार कर जीवन का सममान कर (अनचछद - 51 क [ च छ ])
वजञािनक हो दिषटकोण जञानाजरन का काम कर
सावरजिनक समपितत का कभी नही नकसान कर (अनचछद - 51 क [ ज झ ])
खद ऊचाईयो को छ ल लोगो को भी बढ़ाय
राषटर िनरनतर बढ़ आग सभी सफल हो जाय (अनचछद - 51 क [ ञ ] )
माता-िपता या सरकषक परथम काम य करवाय
चाह गरीबी हो घर म बचच को िशकषा िदलवाय (अनचछद - 51 क [ ट ] )
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भाग-5सघ (The Union)
कायरपािलका (The Executive)
भारत सरकार म राषटरपित सवोरचचािधकारी होगा
जल थल वाय सना का वह शीषारिधकारी होगा (अनचछद - 52 53)
ससद िवधानसभाओ दवाराराषटरपित चयिनत होगा
पाच साल का कायरकालिजनका िनयिमत होगा (अनचछद - 54 56)
नागिरक हो भारत का आय पतीस स कम ना हो
सासद बनन लायक होकोई लाभ का पद ना हो (अनचछद - 58)
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मखय नयायाधीश दवारा उनका शपथ गरहण होगा
सिवधान की रकषा और अनपालन का परण होगा (अनचछद - 60)
राषटरपित यिद सिवधान की अवहलना करत ह
ससद सदसय उनक ऊपर दोषारोपण करत ह (अनचछद - 61)
ससद दवारा दोषारोपण महािभयोग कहलाता ह
दोष िसदध होन पर उनको पद स हटाया जाता ह (अनचछद - 61)
राषटरपित सवोरचच ह पर ससद ह उनस ऊपर
राषटरपित ससद नयायालय सिवधान सबस ऊपर (अनचछद - 61 [भाव की अिभवयिकत])
राषटरपित यिद हो असमथर अनपिसथत या बीमार
भारत क उपराषटरपित दखग उनका कायरभार (अनचछद - 63 65)
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ससद क दो सदन कर उपराषटरपित का िनवारचन
सिवधान क परित व लग शरदधा िनषठा क वचन (अनचछद - 66 69)
राषटरपित कर सकत ह िकसी भी सजा को कम
द सकत ह माफी भी या िफर सजा का िनलबन (अनचछद - 72)
राषटरपित की मदद हत एक मतरी पिरषद होगी
समिचत कायरवाही हत जो अपनी सलाह दगी (अनचछद - 74)
महामिहम को सलाह का पालन करना ही होगा
इस सलाह की अनदखी सभव काम नही होगा (अनचछद - 74)
मतरी-मडल की िनयिकत राषटरपित दवारा होगी
लोकसभा क परित भी मडल की िजममदारी होगी (अनचछद - 75)
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मतरी-पिरषद का मिखया परधानमतरी होता ह
परजाततर म वह वयिकत सबस ताकतवर होता ह (अनचछद - 75)
एक महानयायवादी होगा भारत सरकार म िनयकत
सरकार को िविध समबनधी सलाह दगा उपयकत (अनचछद - 76)
सरकार सब काम करगी राषटरपित क नाम स
उनको अवगत भी करायगी सरकार क काम स (अनचछद - 77 78)
ससद (Parliament)
ससद भारत दश की सबस बड़ी ससथा होगी
नय कानन बनान हत उसकी ही कषमता होगी (अनचछद - 79)
तीन भागो स होता ह भारतीय ससद का गठन
सवरपरथम ह राषटरपित िफर ससद क दो सदन (अनचछद - 79)
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राजय सभा क सदसयो का राजय ही कर चयन
कछ िवशष लोगो का िकया जाता ह मनोनयन (अनचछद - 80)
परतयक पाच साल म होता लोक सभा का चनाव
यही लोकततर का जाद जब लोग कर बदलाव (अनचछद - 83)
राजय सभा म िनयिकत हत उमर चािहए तीस
लोकसभा म आन हत पर कर पचचीस (अनचछद - 84)
राषटरपित समय समय पर करग ससद म बठक
दोनो सदनो म अिभभाषण का होगा उनका हक (अनचछद - 86 87)
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लोकसभा शीघर चनगी अपना एक अधयकष
लोकसभा क सचालन म होगा वह अित दकष (अनचछद - 93)
ससद क सब सदसयो को लनी होगी एक शपथ
सिवधान का करग पालन अपनायग उसका पथ (अनचछद - 99)
सासद नही बन रहग यिद हो िवकत मानिसकता
हो जाय िदवािलया या तयाग दश की नागिरकता (अनचछद - 102)
सासद सदन म बोल या रख सवततर िवचार
वाणी की सवततरता ही ह ससद का मखय आचार (अनचछद - 105)
ससद बनायगी कानन और पास करगी िबल
दोनो सदनो की सहमित स काम नही मिशकल (अनचछद - 107)
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जब कोई िबल पास होगा सहमित दग राषटरपित
यिद सिवधान सममत हतो जलद ही दग सवीकित (अनचछद - 111)
मतरालय सरकारी खचर का परा बजट बनाता ह
िवतत मतरी िफर इसको ससद म पास कराता ह (अनचछद - 112)
ससद म होगी परयोग िहनदी या अगरजी भाषा
यिद कोई दोनो ना जान बोल अपनी मातभाषा (अनचछद - 120)
िकसी जज क बतारव पर ससद म ना होगी बहस
ससदीय कायरवाही पर जज का नही चलगा बस (अनचछद - 121 122)
ससद ना चल रही हो पिरिसथित भी हो िवशष
राषटरपित कानन बनाय जारी करक अधयादश (अनचछद - 123)
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नयायपािलका (The Union Judiciary)
पर भारत म एक सवोरचच नयायालय होगा
नयाय का मिनदर होगा जजो का कायारलय होगा (अनचछद - 124)
जज यिद बनना हो तो चािहए सिवधान का जञान
वकील या जज क रप म पहल िकया हो काम (अनचछद - 124)
इन सभी जजो का चयन राषटरपित जी करत ह
इसक िलए अनय जजो स सलाह भी वह करत ह (अनचछद - 124)
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पद गरहण स पवर सब जज करत ह य वादा
पकषपात म नही करगा रख सिवधान मयारदा (अनचछद - 124)
जज हो जाय असमथर या तोड़ सिवधान की हद
ससद करगी महािभयोग छोड़ना होगा उनको पद (अनचछद - 124)
सपरीम कोटर क पास सबस जयादा अिधकार
मसला अपील का होया िफर राजयो की तकरार (अनचछद - 131 132 133 134)
जररत पड़ तो सपरीम कोटर नय कानन बनाता ह
जिटल सवधािनक मसलो को भीय सलझाता ह (अनचछद - 141 143)
भारत म एक िनयतरक महालखापरीकषक होगा
कनदर-राजय क खचोर का बयौरा उस रखना होगा (अनचछद - 148 149)
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भाग-6राजय (The States)
कायरपािलका (The Executive)
राजयपाल हर राजय म सवोरचच अिधकारी होगा
राषटरपित करग िनयिकतकायरकाल पाच वषर होगा (अनचछद - 153 154 155 156)
राजयपाल की िनयिकत हत भारत का नागिरक हो
आय पतीस की हो अनय लाभ का पद ना हो (अनचछद - 157 158)
राजयपाल को िमलग भतत और िवशषािधकार
साथ ही साथ होग व मफत मकान क हकदार (अनचछद - 158)
उचच नयायालय क जज स राजयपाल लग शपथ
जनता की करग सवा अपनायग सिवधान पथ (अनचछद - 159)
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आपरािधक मामलो म राजयपाल रखत ह शिकत
दोषी की कम कर सजाया िफर दणड स द मिकत (अनचछद - 161)
राजयपाल िववकानसार करग कायोर का िनवारह
अनय मामलो म व लग मतरी पिरषद स सलाह (अनचछद - 163)
राजयपाल ही करग राजय मखयमतरी की िनयिकत
िफर उनकी सलाह पर अनय मितरयो की िनयिकत (अनचछद - 164)
राजय क कल मितरयो की सखया िनधारिरत होगी
एम एल ए की सखया कापदरह परितशत ही होगी (अनचछद - 164)
राजय मितरयो की शपथ सिवधान क परित होगी
सारी जनता की सवा पकषपात रिहत होगी (अनचछद - 164)
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मतरी को गोपनीयता की शपथ गरहण करनी होगी
कछ िवषयो की जानकारी उनह गपत रखनी होगी (अनचछद - 164)
राजयपाल ही िनयकत करग राजय का महािधवकता
काननी िवषयो पर होगावो ही अिधकािरक वकता (अनचछद - 165)
राजय की कायरवाही होगी राजयपाल क नाम स
मखयमतरी अवगत करायग उनको अपन काम स (अनचछद - 166 167)
िवधान मणडल (The State Legislature)
सब राजयो म होगा िवधानसभा एक मखय सदन
कछ म अितिरकत होगा िवधानपिरषद का गठन (अनचछद - 168)
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िवधानसभा म होगा जनसखया का सही अनपात
तािक हर समाज क लोग परी रख अपनी बात (अनचछद - 170)
उमर यिद पचचीस की हो मन म हो सवा का भाव
एम०एल०ए० बनन हत लड़ सकत हो तम चनाव (अनचछद - 173)
सिवधान परित रखनी होगी हर सदसय को िनषठा
मरा भारत रह अखणड ऊची उसकी रह परितषठा (अनचछद - 173)
Page 42
िवधानसभा अधयकष करग सभा का सचालन
हर दल रख अपनी बातहो िनयमो का भी पालन (अनचछद - 178)
सदन म हर सदसय अपनी बात कह सकता ह
बखौफ बिहचक िवचार वयकत कर सकता ह (अनचछद - 194)
सदन सदसयो क वतन को भी तय कर सकता ह
जररत पड़ तो भततो म बढ़ोततरी कर सकता ह (अनचछद - 195)
Page 43
िवधानसभा राजय का िबल भीपास कर सकती ह
िफर उस पर राजयपाल स सवीकित ल सकती ह (अनचछद - 196)
राजयपाल सहमत होन पर अपनी महर लगायग
िबल म कछ गड़बड़ ह तो राषटरपित को बतायग (अनचछद - 200)
िवधानसभा बना सकती ह राजय क िलए कानन
िजसम राजय का िहत हो जनता को िमल सकन (अनचछद - 200)
राजय बजट बतलायगासरकार का वािषरक खचार
योजनाओ क मददो पर िफर होगी सदन म चचार (अनचछद - 202 203)
Page 44
िहनदी अगरजी सथानीय होगी सदन की भाषा
कोई न जान यिद इनह भी बोलगा वह मातभाषा (अनचछद - 210)
जज क आचरण पर नही करगा सदन बहस
सदन की कायरवाही पर भी न चल कोटर का बस (अनचछद - 211 212)
िवधानसभा का सतर न हो पिरिसथित हो िवशष
राजयपाल कानन बनाय जारी करक अधयादश (अनचछद - 213)
अधयादश को सदन दवारा करना होगा पास
वनार होगा बअसर वह बीत यिद डढ़ मास (अनचछद - 21३)
Page 45
राजयो क उचच नयायालय (The High Courts in the States)
हर राजय म नयाय हत एक उचच नयायालय होगा
िजसम जनता की खाितर नयाय दवार खला होगा (अनचछद - 214)
दस साल का नयाियक अनभव या रहा हो वकील
तब होगा उचच नयायालय का जज बनन कािबल (अनचछद - 217)
Page 46
राषटरपित दवारा होगी नयायधीश की िनयिकत
बासठ वषर परा होन पर होगी पद स मिकत (अनचछद - 217)
नयायधीश लग शपथ राजयपाल क साथ
सब लोगो को दग नयाय िबना िकए पकषपात (अनचछद - 219)
Page 47
अधीनसथ नयायालय (Subordinate Courts)
छोट नयायालयो पर होगी हाईकोटर की िनगरानी
िनयमपवरक कायर कर सब कोई न कर मनमानी (अनचछद - 233)
िजला जजो की िनयिकत राजयपाल दवारा होगी
इसस समबिनधत सलाह हाईकोटर दवारा होगी (अनचछद - 233)
सात वषर वकालत वाला िजला जज बनन योगय
अनय नयाियक पदो हत ह लोक सवा आयोग (अनचछद - 233)
Page 48
भाग-7परथम अनसची क भाग ख म राजय
(The States in Part B of First Schedule)
िनरिसत (Repealed)
Page 49
भाग-8सघ राजयकषतर
(The Union Territories)
सघ राजयकषतरो क िलए परशासक होग िजममदार
चाह हो दमन दीव या अडमान और िनकोबार (अनचछद - 239)
राजधानी िदलली म ह उपराजयपाल का शासन
यहा िवधानसभा भी ह जहा जनता कर िनवारचन (अनचछद - 239 क [ क ])
Page 50
भाग-9पचायत
(The Panchayats)
तजी स हो सबका िवकास हो जनता का शासन
इसक िलए करना होगा पचायतो का परशासन (अनचछद - 243 ख)
गराम सभा हो पचायत हो और हो िजला पिरषद
अनसिचत जाित जनजाित हत आरिकषत हो पद (अनचछद - 243 ग घ)
Page 51
मिहलाय भी समाज की ह महतवपणर ईकाई
उनक िलए आरिकषत हो अधयकष पद एक ितहाई (अनचछद - 243 घ)
राजय पचायतो को दग शिकत और अिधकार
िवकास हो नयाय िमल हो जनता का उपकार (अनचछद - 243 छ)
पचायत कर सकती ह टकस वसली का भी काम
खचार-पितर क िलए राजय भी दगा उनह अनदान (अनचछद - 243 ज)
परतयक पाच साल म होगा पचायत का िनवारचन
राजय चनाव आयोग करगा इन सबका सचालन (अनचछद - 243 ट)
Page 52
भाग-9 कनगरपािलकाय
(The Municipalities)
शहरो म नगरपािलका ह पचायत का दसरा रप
वाडर और उसकी सिमितयो जसा होगा परारप (अनचछद - 243 थ द ध)
मिहला कमजोर वगोर का आरकषण करना होगा
योजना लाग करन को टकस वसल करना होगा (अनचछद - 243 न भ)
महानगर कषतर म आबादी ह दस लाख स जयादा
परमख मयर कहलाता हिजममदारी भी ह जयादा (अनचछद - 243 त थ ब)
Page 53
भाग-9 खसहकारी सिमितया
(The Co-Operative Societies)
लोग बना सकत ह अपनी एक सहकारी सिमित
बोडर करगा सचालनबहतर होगी आिथरक िसथित (अनचछद - 243 यज यञ)
Page 54
भाग-10अनसिचत और जनजाित कषतर
(The Scheduled and Tribal Areas)
एस०टी० लोगो क िवकास का ह िवशष परावधान
अनसिचत कषतरो का भी खब रखना होगा धयान (अनचछद - 244)
जनजाित क िलए एक सलाहकार पिरषद होगी
िजसस उनक परशासन की नीित िनधारिरत होगी (अनचछद - 244 पाचवी अनसची)
उनक कलयाण कायोर पर राजयपाल रख िनगरानी
भिम उनकी रह सरिकषत साहकार न कर मनमानी (अनचछद - 244 पाचवी अनसची)
राजयपाल उनक कषतरो म पिरवतरन कर सकत ह
शािनत सरकषा काननो म बदली भी कर सकत ह (अनचछद - 244 पाचवी अनसची)
Page 55
असम राजय म होग सवशासी िजला और परदश
लाग नही होग इन पर राजय सरकार क िनदरश (अनचछद - 244 छठी अनसची)
जगल और जनजाित म ह बहत गहरा सबध
सतलन कस रखा जाय इसका ह सही परबध (अनचछद - 244 छठी अनसची)
वनभिम का उतपादो का जनजाित कर परयोग
वन भी रह सरिकषत ना हो जीिवका म अवरोध (अनचछद - 244 छठी अनसची)
राजयपाल ऐस कषतरो म िनिशचत कर सशासन
िशकषा सवासथय सचार क िदलवाय सब साधन (अनचछद - 244 छठी अनसची)
Page 56
भाग-11सघ और राजयो क बीच म समबनध
(Relations between the Union and the States)
ससद पर भारत म कानन बना सकती ह
िवधानसभा कवल राजय म ऐसा कर सकती ह (अनचछद - 245)
कानन बनान की शिकत कनदर-राजय की ह पथक
िवषय उनक िनधारिरत ह तािक ना हो कोई शक (अनचछद - 246)
सघ सची म िलख ह ससद क अिधकार
जस रकषा रल िवदश सना दर सचार (अनचछद - 246 सातवी अनसची - सघ सची)
राजय सची म विणर त ह िवधानसभा क अिधकार
जस पिलस सवासथय किष वन िवदयत कारागार (अनचछद - 246 सातवी अनसची - राजय सची)
Page 57
कछ िवषय ऐस ह िजन पर दोनो का अिधकार
इनम स ह िशकषा सजा नयाय वन वयापार (अनचछद - 246 सातवी अनसची - समवतीर सची)
िफर भी ससद बड़ी ह शरषठ ह उसक अिधकार
राषटरिहत म कानन बनाय कर अनतराषटरीय करार (अनचछद - 247 248 249 250 251 252 253 254)
काननो का अनपालन िनिशचत कर राजय सरकार
वनार िनदरिशत भी कर सकती ह भारत सरकार (अनचछद - 256)
क दर राजय सरकारो को द सकता ह आदश
दशिहत क कामो म यिद मिशकल आती ह पश (अनचछद - 257)
दो राजयो म िववाद हो या नदी जल का बटवारा
कनदर कानन बनाकर कर सकता ह िनपटारा (अनचछद - 262)
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राजयो क झगड़ो को सब िमलजल क सलझाय
जाच एव सझाव हत पिरषद एक बनाय (अनचछद - 263)
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भाग-12िवतत समपितत सिवदाए और वाद
(Finance Property Contracts and Suits)
टकस दवारा जो पसा आय सिचत धन कहलाय
भाित-भाित क खचोर म यह धन काम म आय (अनचछद - 266)
कछ खचर करन पड़त ह एकदम और कई बार
िजसकी खाितर कटीजसी फडरखती ह सरकार (अनचछद - 267)
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क दर और राजय सरकार दोनो ल जनता स कर
िफर िनयमानसार आपस म बाट इस बराबर (अनचछद - 268 269 270)
कनदर को राजय सरकारो को दना होगा अनदान
जनजाित कषतरो क िवकास का रखना होगा धयान (अनचछद - 275)
िवतत आयोग सझाव दता ह धन क िवतरण पर
तािक राजयो को िमल उननित क बराबर अवसर (अनचछद - 280 281)
क दर की समपितत पर राजय नही लगाय कर
क दर भी इस समबनध म कर राजय का आदर (अनचछद - 285 289)
क दर राजय कर सकत ह वयापार और कारोबार
समदरी खिनजो पर होगाकवल क दर का अिधकार (अनचछद - 297 298)
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राषटरपित की ओर स साइन होग सब करार
पर कोई चक हई तो नही होग व िजममदार (अनचछद - 299)
कोई वयिकत कर सकता ह समपितत को सिचत
कानन िबना उस नही कर सकत ह विचत (अनचछद - 300 क)
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भाग-13भारत क राजय कषतर क अनदर वयापार वािणजय और समागम (Trade Commerce and
Intercourse in India)
कोई कही भी कर सकता ह वािणजय या वयापार
िजस जनिहत म िनयिमत कर सकती ह सरकार (अनचछद - 301 302)
कनदर फड क िवतरण म न कर िकसी स पकषपात
साधन िवहीन राजयो कािफर भी दना होगा साथ (अनचछद - 303)
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भाग-14सघ और राजयो क अधीन सवाए
(Services under the Union and the States)
सरकारी कामकाज हत िनयकत होत ह अिधकारी
कायर सचार रप स हो लत ह िजममदारी (अनचछद - 309)
कोई अिधकारी कमरठ ह काम ह उसका अचछा
सिवधान उसको दता ह काफी अिधक सरकषा (अनचछद - 310 311)
िनयिकत कतार ही िकसी को पद स हटा सकता ह
िविधवत जाच कराक सजा सना सकता ह (अनचछद - 311)
िकसी कायरवाही स पहल वयिकत को सनना होगा
उसक दोष बतान होग िफर िनणरय करना होगा (अनचछद - 311)
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यिद गभीर अपराध म दोषी िसदध हआ अिधकारी
पद स हटाया जा सकता ह उस िबना इनकवारी (अनचछद - 311 2 क)
कभी-कभी सरकषा िहत म जाच नही हो सकती ह
िबना जाच अिधकारी की सवामिकत हो सकती ह (अनचछद - 311 2 ख ग)
क दर म भतीर हत ह सघ लोक सवा आयोग
आवदन कर सकत ह सवा क इचछक सब लोग (अनचछद - 315)
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आयोग करगा सचािलत िनयिकत हत परीकषा
उचच सवाओ म चािहए गरजएट तक की िशकषा (अनचछद - 315 320)
राजयो म भतीर हत ह राजय लोक सवा आयोग
छोट राजय चाह तो बनगा एक सयकत आयोग (अनचछद - 315)
आयोग म होग सदसय होगा एक अधयकष
रह हो सरकारी पद पर छिव हो उनकी िनषपकष (अनचछद - 316)
आयोग भतीर समबिनधत अपनी सलाह भी दगा
राषटरपित को हर साल सब कायोर का बयौरा दगा (अनचछद - 323)
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भाग-14कअिधकरण (Tribunals)
क दर राजय सतर पर होग परशासिनक अिधकरण
भतीर सवा क झगड़ो का िकया करग िनराकरण (अनचछद - 323 क)
कछ अिधकरण करग अनय िववादो का िनपटारा
टकस शरम िववाद या खादय वसतओ का बटवारा (अनचछद - 323 ख)
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भाग-15िनवारचन (Elections)
परजातनतर का मखय तनतर ह िनवारचन आयोग
इसकी मदद स सरकारो को चनत ह हम लोग (अनचछद - 324)
मखय चनाव अायकत कराय चनाव का सचालन
आचार सिहता का करवाय सखती स अनपालन (अनचछद - 324)
राषटरपित उपराषटरपित ससद या िवधानमडल सबक चनाव पर आयोग िनगरानी रख परितपल
(अनचछद - 324)
चनाव आयकतो को दता ह सिवधान सरकषा
सवतनतर चनावो स ही होती परजातनतर की रकषा (अनचछद - 324)
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लोकसभा िवधान सभा का जब भी हो िनवारचन
आयोग को सब सहयोग दगा राजय परशासन (अनचछद - 324)
वोटर िलसट म शािमल होगा हर वयसक का नाम
इस सब को िनषपकष कराना ह आयोग का काम (अनचछद - 325)
अठारह वषर का हर वयिकत रखता ह मतािधकार
अपनी इचछा क अनसार चन सकता ह सरकार (अनचछद - 326)
एम०पी० और एम०एल०ए० बन हो चनाव िनषपकष
लोकततर कायम रह यही आयोग का लकषय (अनचछद - 324 [भाव की अिभवयिकत])
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भाग-16कछ वगोर क समबनध म िवशष उपबनध
(Special Provisions relating to Certain Classes)
अनसिचत जाित जनजाित का ह िवशष परबध
लोकसभा म ह आरकषण ह अनपाितक सबध (अनचछद - 330)
ऐगलो इिडयन लोग यिद सखया म कम लगत ह
राषटरपित लोकसभा म दो सदसय रख सकत ह (अनचछद - 331)
एससी एसटी लोगो की िजतनी जनसखया होगी
उतनी ही िवधानसभा म सीटो की सखया होगी (अनचछद - 332)
सरकारी सवाओ मएससी एसटी का हो सथान
थोड़ी छट िमल अको म तािक भतीर हो आसान (अनचछद - 335)
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राषटरीय अनसिचतजाित आयोग कर हको की रकषा
उनस सबिधत समसयाओ की करता ह य परीकषा (अनचछद - 338)
एक अधयकष उपाधयकष और अनय सदसय होग
सिवधान क परावधान उनह लाग करन होग (अनचछद - 338)
एस० सी० लोगो क िहतो म न हो कोई कोताही
सािबत हो आरोप यिद आयोग कर कायरवाही (अनचछद - 338)
अनय कलयाणकारी उपाय खोजकर लायगा
राषटरपित को आयोग अपन सझाव बतलायगा (अनचछद - 338)
आयोग का दजार िसिवल नयायालय का होगा
सबकी पशी करान का हक उस परापत होगा (अनचछद - 338)
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राषटरपित आयोग की िरपोटर ससद म रखवायग
िसफािरशो पर काररवाई स अवगत भी करवायग (अनचछद - 338)
आयोग चाह तो सबिधत कागज पश करन होग
शपथपतर दकर सार सबत परकट करन होग (अनचछद - 338)
एस० सी० सबिधत कोई िनणरय लती ह सरकार
आयोग स लकर सलाह उस करना होगा िवचार (अनचछद - 338)
एक राषटरीय अनसिचत जनजाित आयोग भी होगा
एस सी आयोग जसा सतर इसको भी परापत होगा (अनचछद - 338 क)
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वसी ही शिकत होगी वही कायर वह करगा
जनजाित क िहतो की रकषा हर हालत म करगा (अनचछद - 338 क)
एस०टी० की उननित हत आयोग की होगी िनयिकत
राजय यिद कर िढलाई क दर करगा सखती (अनचछद - 339)
सामािजक शिकषक दिषट स िपछड़ ह जो लोग
राषटरपित उनक िलए गिठत कर आयोग (अनचछद - 340)
आयोग अधययन करगा कस हो उनका सधार
कस क दर-राजय बन सकत उन लोगो क मददगार (अनचछद - 340)
आयोग राषटरपित को दगा िसफािरश बयौरवार
ससद को िफर करना होगा भलाई हत िवचार (अनचछद - 340)
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भाग-17राजभाषा
(Official Language)
सघ की भाषा िहदी िलिप दवनागरी होगी
शासकीय परयोजन हत अगरजी की जररत होगी (अनचछद - 343)
राषटरपित भाषािवदो का एक आयोग कर गिठत
िहदी क परचार हत परयास कर जो सगिठत (अनचछद - 344)
िहदी भाषा हो समदध बढ़ जञान और िवजञान
अिहदी भाषी लोगो का आयोग रख धयान (अनचछद - 344)
िवधानसभा सथानीय भाषा को कर ल अगीकार
पर सरकारी कामो म रह अगरजी बरकरार (अनचछद - 345)
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दो राजयो को आपस म यिद करना ह पतराचार
दोनो िमलकर िहदी को कर सकत ह सवीकार (अनचछद - 346)
उचच उचचतम नयायालय म अगरजी परयकत होगी
आदशोअिधिनयमो की परित अगरजी म ही होगी (अनचछद - 348)
भाषाई अलपसखयको का सरकार रख धयान
मातभाषा म ही िमल सब िवषयो का जञान (अनचछद - 350 क ख)
सरकार िहदी को कर समदध खब कर परचार
अनय भाषाओ क शबदो स कर इसका िवसतार (अनचछद - 351)
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भाग-18आपात उपबनध
(Emergency Provisions)
यदध का हो सकट िवदरोिहयो का िबछा हो जाल
राषटरपित सनतिषट करकघोिषत कर आपातकाल (अनचछद - 352)
आपातकाल क िलए चािहए ससद की मजरी
एक माह क भीतर ही यह सहमित अित जररी (अनचछद - 352)
इस दौरान िमल जात हक दर को जयादा अिधकार
क दर सरकार चला सकती हराजय की भी सरकार (अनचछद - 353)
क दर राजय की करगा हर हालत म सरकषा
चाह वाहय आकरमण हो या सशसतर िवदरोह स रकषा (अनचछद - 355)
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राजय यिद नही चल रहा सिवधान क अनसार
राजयपाल राषटरपित को दग िरपोटर िसलिसलवार (अनचछद - 356)
िफर उस राजय म लाग होगा राषटरपित शासन
भारत सरकार हाथ म लगी वहा का परशासन (अनचछद - 356)
उदघोषणा का ससद दवारा करना होगा अनमोदन
दो महीनो म पास करग ससद क दोनो सदन (अनचछद - 356)
आपातकाल म िछन जायग सार मल अिधकार
बचगी शारीिरक सवततरता व जीन का अिधकार (अनचछद - 358 359)
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भारत म यिद पदा हो आिथरक सकट काल
राषटरपित घोिषत करत ह िवततीय आपातकाल (अनचछद - 352)
इस दौरान राजयो क खचर िकय जायग कम
घट जायग कमरचािरयो और जजो क वतन (अनचछद - 360)
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भाग-19परकीणर (Miscellaneous)
राषटरपित व राजयपाल को परापत ह िवशषािधकार
ना उन पर कोई कस चलगा न होग व िगरफतार (अनचछद - 361)
यिद कोई छपवाता ह ससद की कायरवाही
नयायालय नही करगा कोई दािणडक कायरवाही (अनचछद - 361 क)
सतयमव जयत
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भाग-20सिवधान का सशोधन
(Amendment of the Constitution)
ससद चाह कर सकती ह सिवधान म सशोधन
दो ितहाई बहमत स यिद पास कर दोनो सदन (अनचछद - 368)
िफर य िवधयक राषटरपित को भजा जायगा
उनकी सवीकित िमलन पर सशोधन कहलायगा (अनचछद - 368)
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भाग-21असथायी सकरमणकालीन और िवशष उपबनध
(Temporary Transitional and Special Provisions)
जमम और कशमीर राजय का ह िवशष अिधकार
ससद का कानन चलगा जब राजय कर सवीकार (अनचछद - 370)
कई बहत स राजयो म भी ह िवशष उपबनध
उनकी उननित और िवकास हो कछ ऐस परबध (अनचछद - 371 371 क ख ग घ ङ च छ ज झ ञ)
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भाग-22सिकषपत नाम परारमभ िहनदी म परािधकत पाठ
(Short Title Commencement Authoritative Text in Hindi)
हमारा य सिवधानभारत का सिवधान कहलायगा
छबबीस जनवरी 1950 स परा लाग हो जायगा (अनचछद - 393 394)
राषटरपित जी सिवधान को िहनदी म छपवायग
िहनदी अगरजी ससकरण ही अिधकत कहलायग (अनचछद - 394 क)
समापत
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उपराजयपाल िदलली राज िनवास िदलली - ११००५४ RAJ NIWAS DELHI - 110054
L G DELHI
भारत ससदीय परणाली वाला लोकतनतरातमक गणराजय ह इस लोकततर की आतमा भारत क सिवधान म बसती ह 26 नवमबर 1949 को पािरत तथा 26 जनवरी 1950 स लाग भारतीय सिवधान िवशव क िकसी भी लोकताितरक दश का सबस लमबा िलिखत सिवधान ह 465 अनचछद 12 अनसिचया तथा 22 भागो म िवभािजत भारतीय सिवधान भारत की परभता एकता और अखणडता का वहद दसतावज ह आईपीएस अिधकारी शरी सनील कमार गौतम न भारतीय सिवधान को सिवधान कावय पदयातमक पिसतका क माधयम स पाठको तक पहचान का जो कायर िकया ह वह परशसनीय ह सिवधान क मल पाठ क ममर को धयान म रखत हए उसको जन साधारण तक उनही की भाषा म परसतत करना एक अनठा परयोग ह म शरी सनील कमार गौतम क इस पनीत कायर की भिर-भिर परशसा करता ह तथा आशा करता ह िक सिवधान क इस पदय रप को पढ़त समय सधी पाठक अपन आप को सिवधान क साथ आतमसात कर सक ग इस पसतक की सफलता क िलए मरी हािदर क शभकामनाय
16022016
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CP Delhi िदलली
पिलस मखयालय
नई िदलली - 110002
पिलस आयकत िदलली
यह सवरिविदत ह िक भारतीय सिवधान अनय सभी काननो का सतरोत ह परतयक पिलस अिधकारी अपना पदभार गरहण करन स पवर सिवधान क परित शरदधा व िनषठा रखन की शपथ लता ह वह सवा पयरनत कानन वयवसथा बनाए रखन की हर सभव कोिशश करता ह शरी सनील कमार गौतम न अपन वयसततम कायर क बावजद भारतीय सिवधान की कावयातमक रप म जो परसतित की ह वह वासतव म अिदवतीय ह उनका यह कायर काफी पररणादायक व आम जन क िलए बहत लाभदायक ह म आशा करता ह िक सिवधान कावय क माधयम स हर भारतीय सिवधान को आसानी स समझ सकगा म शरी गौतम क इस अदभत कायर की सराहना करता ह और इस पसतक की सफलता क िलए कामना करता ह
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िवषय-सची (Index)
सिवधान की उददिशका (Preamble)भाग-1
सघ और उसका राजय कषतर (The Union and its Territories)
भाग-2नागिरकता (Citizenship)
भाग-3मल अिधकार (Fundamental Rights)
भाग-4
राजय क नीित िनदरशक ततव (Directive Principles of State Policy)भाग-4 (क)
मल कतरवय (Fundamental Duties)भाग-5
सघ (The Union)भाग-6
राजय (The States)भाग-7
परथम अनसची क भाग ख म राजय - िनरिसत (The States in Part B of First Schedule - Repealed)
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भाग-8
सघ राजयकषतर (The Union Territories)भाग-9
पचायत (The Panchayats)
भाग-9 (क)नगरपािलकाय (The Municipalities)
भाग-9 (ख)
सहकारी सिमितया (The Co-Operative Societies)भाग-10
अनसिचत और जनजाित कषतर (The Scheduled and Tribal Areas)भाग-11
सघ और राजयो क बीच म समबनध (Relations between the Union and the States)
भाग-12
िवतत समपितत सिवदाए और वाद (Finance Property Contracts and Suits)भाग-13
भारत क राजय कषतर क अनदर वयापार वािणजय और समागम (Trade Commerce and Intercourse in India)
भाग-14
सघ और राजयो क अधीन सवाए (Services under the Union and the States)
Page 10
भाग-14 (क)
अिधकरण (Tribunals)भाग-15
िनवारचन (Elections)
भाग-16कछ वगोर क समबनध म िवशष उपबनध (Special Provisions relating
to Certain Classes)भाग-17
राजभाषा (Official Language)भाग-18
आपात उपबनध (Emergency Provisions)
भाग-19परकीणर (Miscellaneous)
भाग-20
सिवधान का सशोधन (Amendment of the Constitution)भाग-21
असथायी सकरमणकालीन और िवशष उपबनध (Temporary Transitional and Special Provisions)
भाग-22सिकषपत नाम परारमभ िहनदी म परािधकत पाठ (Short Title
Commencement Authoritative Text in Hindi)
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सिवधान की उददिशका (Preamble)
हम भारत क लोग आज य सिवधान अपनात ह
समाजवादी धमरिनरपकष राषटर को गल लगात ह िमलगा हर तरह का नयाय बोलन की आजादी
िमलगी समानता सबको दश की जो आबादी बधता बढ़ हर एक स हर वयिकत इजजत पाय
राषटर हमारा रह अखड एकता बढ़ती जाय
26 नवमबर 1949 दढ़िनशचय हम करत ह
सिवधान को अगीकत आतमािपर त करत ह
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भाग-1सघ और उसका राजय कषतर
(The Union and its Territories) सब राजयो को िमलाकर भारत एक सघ होगा
चाह तो नवराषटरो का िमलन िविध सममत होगा (अनचछद - 12)
ससद चाह नय राजयो का िनमारण कर सकती ह
वतरमान राजयो म पिरवतरन भी कर सकती ह (अनचछद - 3)
Page 13
भाग-2नागिरकता (Citizenship)
भारत म रहन वाला वयिकत भारतीय कहलाता ह
बाहर स आ बस भारत म वह भी य हक पाता ह (अनचछद - 5)
कोई सवचछा स कर िवदशी नागिरकता सवीकार
भारतीय नागिरकता पर वह खोयगा अिधकार (अनचछद - 9)
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भाग-3मल अिधकार (Fundamental Rights)
मानव मल अिधकारो को महतवपणर बतलाया ह
इनक िवरदध िकसी िविध को असगत ठहराया ह (अनचछद - 13)
अनचछद चौदह म समता का अिधकार ह
होटल हो चाह दकान सबको परवश अिधकार ह (अनचछद - 14 15)
अनसिचत जाित जनजाित की करनी होगी भलाई
तािक उनकी उननित हो और कमी की हो भरपाई (अनचछद - 15)
नौकरी म धमर जाित िलग का नही होगा भद
साफ साफ शबदो म समझाता सोलह अनचछद (अनचछद - 16)
Page 15
समाज क िपछड़ वगोर कोहो आरकषण का सहारा
उननित कर दिलत िजनका जीवन विचत सारा (अनचछद - 16)
छआछत कलक का अनचछद सतरह कर अत
डॉ० अमबडकर हए मसीहा मानवता क बन सत (अनचछद - 17)
रह ना कोई जमीदार अब ना नवाब ना महाराजा
पद ना होगा जनम स खला योगयता का दरवाजा (अनचछद - 18)
परितयोिगता स ही िमलगा अब पद और सममान
बनो डॉकटर और कलकटर खब कमाओ नाम (अनचछद - 18 [भाव की अिभवयिकत])
Page 16
वयकत करो अपन भावो को जो चाह सो बोलो
अनयाय स नही डरो मह तम अपना खोलो (अनचछद - 19)
सघ और समह बनाना ह सबका अिधकार
शाितपणर करो सममलन जो हो िबना हिथयार (अनचछद - 19)
सारा भारत दश तमहारा कही भी जा सकत हो
कोई जगह पसनद आय वहा भी रह सकत हो (अनचछद - 19)
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बनो वकील या वयापारी करो कोई भी कारोबार
अनचछद उननीस दता ह तमको य सार अिधकार (अनचछद - 19)
जब तक िसदध नही हो दोषदोषी नही कहलाओग
बगनाह सािबत होन क सब अवसर तम पाओग (अनचछद - 20)
पहल कारण बतलायग तभी करग िगरफतार
चौबीस घट म छोड़ग िगरफतारी यिद बआधार (अनचछद - 22)
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कोई बचचा ना कर मजदरी मजदर ना कर बगार
यिद कोई भी कर उललघन जाना होगा कारागार (अनचछद - 23)
ननह - ननह स बचच नही कर खान म काम
सरकार उनह दगी िशकषा तािक बन बड़ इसान (अनचछद - 24 21 क)
Page 19
िकसी भी धमर को मानो या उसका परचार करो
अपन बनाओ ससथान सचालन का काम करो (अनचछद - 25 26)
कर स होता मकत ह धािमरक कायोर का परबध
सरकारी सकलो म ह धािमरक िशकषा पर परितबध (अनचछद - 27 28)
बौदध मिसलम िसख ईसाईअलपसखयक ह य भाई
अपन धमर िलिप भाषा की कर सकत ह पढ़ाई (अनचछद - 29 30)
Page 20
मल अिधकार बहत जररी परजाततर का सार
इन सब की गारटी दता सवधािनक उपचार (अनचछद - 32)
छीन यिद कोई अिधकार िरट दायर करवाओ
नयायालय स लो आदश लाग उस कराओ (अनचछद - 32)
शसतर बलो व आई०बी० मबहत जररी अनशासन
अिधकारो म अलप कटौती कर सकता ह शासन (अनचछद - 33)
Page 21
भाग-4राजय क नीित िनदरशक ततव
(Directive Principles of State Policy)
सिवधान सब राजयो को दता ह िनदरश
जनता क कलयाण की वयवसथा कर िवशष (अनचछद - 38)
सामािजक असमता कम हो घट आय का अतर
सभी कषतर कर िवकास अवसर िमल िनरनतर (अनचछद - 38)
सतरी-परष सबको िमल आजीिवका क साधन
सामिहक िहत हो िजसम बाटो सब ससाधन (अनचछद - 39)
एक हाथ म किनदरत ना हो उतपादन क साधन
नर-नारी यिद कर कायर तो िमल समान ही वतन (अनचछद - 39)
Page 22
कािमरको क सवासथय का धयान रख सरकार
सतरी - परष बचच न कर हािनकारक रोजगार (अनचछद - 39)
सब बचच उननित कर िमल माहौल अनकल
शोषण उनका ना होय कभी न जाना भल (अनचछद - 39)
नयाय सवरजन को िमल अपराधी या सशील
कोई बहत गरीब हो तो मफत म िमल वकील (अनचछद - 39 क)
गाव म िनिशचत कर पचायत का गठन
जनता को शिकत िमल लग िवकास म धन (अनचछद - 40)
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बढ़ा हो बकार हो असमथर या बीमार
सहारा इनको भी िमल कछ मदद कर सरकार (अनचछद - 41)
अचछा सिवधाजनक हो कायारलय म काम
गभरवती मिहलाओ को िमल िवशष आराम (अनचछद - 42)
जीवन का सतर सधर चहमखी होय िवकास
बकारो को िमल काम सिवधा और अवकाश (अनचछद - 43)
Page 24
उदयोगो क परबनध म हो मजदरो का हाथ
सहकारी सिमित का सवरप िखल साथ ही साथ (अनचछद - 43 क और ख)
सब नागिरको क िलए जो दश म कर िनवास
समान िसिवल सिहता का िकया जाय परयास (अनचछद - 44)
ननह बचचो को िमल िशकषा और सरकषा
बन सभय नागिरक व जीवन हो अित अचछा (अनचछद - 45)
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अनसिचत जाित जनजाित वगर ह सबस दबरल
अनयायो पर लग रोक िमल िशकषा और धन बल (अनचछद - 46)
िमल िवटािमन पोषक ततव उचच सतरीय जीवन
सवासथय सवा म हो सधार रक नश का सवन (अनचछद - 47)
वजञािनक तकनीको स बढ़ किष और पशपालन
सधर नसल पशओ की वध-िनषध का हो पालन (अनचछद - 48)
पयारवरण सरिकषत रखो करो जीवन का रकषण
वकष लगाओ करो हिरयालीवन जीवो का रकषण (अनचछद - 48 क)
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समारको की कर सरकषा रख िवशष धयान
इितहास रहगा सरिकषत बढ़गा सबका जञान (अनचछद - 49)
परशासन का नयायालय म ना हो कोई दखल
नयायपािलका रह सवततर नयाय िमल परितपल (अनचछद - 50)
सब दशो क बीच म रह सरकषा शािनत
आपस म आदर बढ़ िमट परसपर भरािनत (अनचछद - 51)
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भाग-4कमल कतरवय (Fundamental Duties)
सिवधान का कर पालन झड का कर सममान
इसक आदशोर को मान आदर स कर राषटरगान (अनचछद - 51 क [ क ])
आजादी क आदशोर को समझ और बयान कर
दश की परभता अखडता क रकषक का काम कर (अनचछद - 51 क [ ख ग ])
राषटर की सवा कर सतरी का सममान कर
भदभाव रिहत होकर भराततव का िनमारण कर (अनचछद - 51 क [ घ ङ ])
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सामािजक ससकित समझ परमपरा का मान कर
परकित का िवसतार कर जीवन का सममान कर (अनचछद - 51 क [ च छ ])
वजञािनक हो दिषटकोण जञानाजरन का काम कर
सावरजिनक समपितत का कभी नही नकसान कर (अनचछद - 51 क [ ज झ ])
खद ऊचाईयो को छ ल लोगो को भी बढ़ाय
राषटर िनरनतर बढ़ आग सभी सफल हो जाय (अनचछद - 51 क [ ञ ] )
माता-िपता या सरकषक परथम काम य करवाय
चाह गरीबी हो घर म बचच को िशकषा िदलवाय (अनचछद - 51 क [ ट ] )
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भाग-5सघ (The Union)
कायरपािलका (The Executive)
भारत सरकार म राषटरपित सवोरचचािधकारी होगा
जल थल वाय सना का वह शीषारिधकारी होगा (अनचछद - 52 53)
ससद िवधानसभाओ दवाराराषटरपित चयिनत होगा
पाच साल का कायरकालिजनका िनयिमत होगा (अनचछद - 54 56)
नागिरक हो भारत का आय पतीस स कम ना हो
सासद बनन लायक होकोई लाभ का पद ना हो (अनचछद - 58)
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मखय नयायाधीश दवारा उनका शपथ गरहण होगा
सिवधान की रकषा और अनपालन का परण होगा (अनचछद - 60)
राषटरपित यिद सिवधान की अवहलना करत ह
ससद सदसय उनक ऊपर दोषारोपण करत ह (अनचछद - 61)
ससद दवारा दोषारोपण महािभयोग कहलाता ह
दोष िसदध होन पर उनको पद स हटाया जाता ह (अनचछद - 61)
राषटरपित सवोरचच ह पर ससद ह उनस ऊपर
राषटरपित ससद नयायालय सिवधान सबस ऊपर (अनचछद - 61 [भाव की अिभवयिकत])
राषटरपित यिद हो असमथर अनपिसथत या बीमार
भारत क उपराषटरपित दखग उनका कायरभार (अनचछद - 63 65)
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ससद क दो सदन कर उपराषटरपित का िनवारचन
सिवधान क परित व लग शरदधा िनषठा क वचन (अनचछद - 66 69)
राषटरपित कर सकत ह िकसी भी सजा को कम
द सकत ह माफी भी या िफर सजा का िनलबन (अनचछद - 72)
राषटरपित की मदद हत एक मतरी पिरषद होगी
समिचत कायरवाही हत जो अपनी सलाह दगी (अनचछद - 74)
महामिहम को सलाह का पालन करना ही होगा
इस सलाह की अनदखी सभव काम नही होगा (अनचछद - 74)
मतरी-मडल की िनयिकत राषटरपित दवारा होगी
लोकसभा क परित भी मडल की िजममदारी होगी (अनचछद - 75)
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मतरी-पिरषद का मिखया परधानमतरी होता ह
परजाततर म वह वयिकत सबस ताकतवर होता ह (अनचछद - 75)
एक महानयायवादी होगा भारत सरकार म िनयकत
सरकार को िविध समबनधी सलाह दगा उपयकत (अनचछद - 76)
सरकार सब काम करगी राषटरपित क नाम स
उनको अवगत भी करायगी सरकार क काम स (अनचछद - 77 78)
ससद (Parliament)
ससद भारत दश की सबस बड़ी ससथा होगी
नय कानन बनान हत उसकी ही कषमता होगी (अनचछद - 79)
तीन भागो स होता ह भारतीय ससद का गठन
सवरपरथम ह राषटरपित िफर ससद क दो सदन (अनचछद - 79)
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राजय सभा क सदसयो का राजय ही कर चयन
कछ िवशष लोगो का िकया जाता ह मनोनयन (अनचछद - 80)
परतयक पाच साल म होता लोक सभा का चनाव
यही लोकततर का जाद जब लोग कर बदलाव (अनचछद - 83)
राजय सभा म िनयिकत हत उमर चािहए तीस
लोकसभा म आन हत पर कर पचचीस (अनचछद - 84)
राषटरपित समय समय पर करग ससद म बठक
दोनो सदनो म अिभभाषण का होगा उनका हक (अनचछद - 86 87)
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लोकसभा शीघर चनगी अपना एक अधयकष
लोकसभा क सचालन म होगा वह अित दकष (अनचछद - 93)
ससद क सब सदसयो को लनी होगी एक शपथ
सिवधान का करग पालन अपनायग उसका पथ (अनचछद - 99)
सासद नही बन रहग यिद हो िवकत मानिसकता
हो जाय िदवािलया या तयाग दश की नागिरकता (अनचछद - 102)
सासद सदन म बोल या रख सवततर िवचार
वाणी की सवततरता ही ह ससद का मखय आचार (अनचछद - 105)
ससद बनायगी कानन और पास करगी िबल
दोनो सदनो की सहमित स काम नही मिशकल (अनचछद - 107)
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जब कोई िबल पास होगा सहमित दग राषटरपित
यिद सिवधान सममत हतो जलद ही दग सवीकित (अनचछद - 111)
मतरालय सरकारी खचर का परा बजट बनाता ह
िवतत मतरी िफर इसको ससद म पास कराता ह (अनचछद - 112)
ससद म होगी परयोग िहनदी या अगरजी भाषा
यिद कोई दोनो ना जान बोल अपनी मातभाषा (अनचछद - 120)
िकसी जज क बतारव पर ससद म ना होगी बहस
ससदीय कायरवाही पर जज का नही चलगा बस (अनचछद - 121 122)
ससद ना चल रही हो पिरिसथित भी हो िवशष
राषटरपित कानन बनाय जारी करक अधयादश (अनचछद - 123)
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नयायपािलका (The Union Judiciary)
पर भारत म एक सवोरचच नयायालय होगा
नयाय का मिनदर होगा जजो का कायारलय होगा (अनचछद - 124)
जज यिद बनना हो तो चािहए सिवधान का जञान
वकील या जज क रप म पहल िकया हो काम (अनचछद - 124)
इन सभी जजो का चयन राषटरपित जी करत ह
इसक िलए अनय जजो स सलाह भी वह करत ह (अनचछद - 124)
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पद गरहण स पवर सब जज करत ह य वादा
पकषपात म नही करगा रख सिवधान मयारदा (अनचछद - 124)
जज हो जाय असमथर या तोड़ सिवधान की हद
ससद करगी महािभयोग छोड़ना होगा उनको पद (अनचछद - 124)
सपरीम कोटर क पास सबस जयादा अिधकार
मसला अपील का होया िफर राजयो की तकरार (अनचछद - 131 132 133 134)
जररत पड़ तो सपरीम कोटर नय कानन बनाता ह
जिटल सवधािनक मसलो को भीय सलझाता ह (अनचछद - 141 143)
भारत म एक िनयतरक महालखापरीकषक होगा
कनदर-राजय क खचोर का बयौरा उस रखना होगा (अनचछद - 148 149)
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भाग-6राजय (The States)
कायरपािलका (The Executive)
राजयपाल हर राजय म सवोरचच अिधकारी होगा
राषटरपित करग िनयिकतकायरकाल पाच वषर होगा (अनचछद - 153 154 155 156)
राजयपाल की िनयिकत हत भारत का नागिरक हो
आय पतीस की हो अनय लाभ का पद ना हो (अनचछद - 157 158)
राजयपाल को िमलग भतत और िवशषािधकार
साथ ही साथ होग व मफत मकान क हकदार (अनचछद - 158)
उचच नयायालय क जज स राजयपाल लग शपथ
जनता की करग सवा अपनायग सिवधान पथ (अनचछद - 159)
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आपरािधक मामलो म राजयपाल रखत ह शिकत
दोषी की कम कर सजाया िफर दणड स द मिकत (अनचछद - 161)
राजयपाल िववकानसार करग कायोर का िनवारह
अनय मामलो म व लग मतरी पिरषद स सलाह (अनचछद - 163)
राजयपाल ही करग राजय मखयमतरी की िनयिकत
िफर उनकी सलाह पर अनय मितरयो की िनयिकत (अनचछद - 164)
राजय क कल मितरयो की सखया िनधारिरत होगी
एम एल ए की सखया कापदरह परितशत ही होगी (अनचछद - 164)
राजय मितरयो की शपथ सिवधान क परित होगी
सारी जनता की सवा पकषपात रिहत होगी (अनचछद - 164)
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मतरी को गोपनीयता की शपथ गरहण करनी होगी
कछ िवषयो की जानकारी उनह गपत रखनी होगी (अनचछद - 164)
राजयपाल ही िनयकत करग राजय का महािधवकता
काननी िवषयो पर होगावो ही अिधकािरक वकता (अनचछद - 165)
राजय की कायरवाही होगी राजयपाल क नाम स
मखयमतरी अवगत करायग उनको अपन काम स (अनचछद - 166 167)
िवधान मणडल (The State Legislature)
सब राजयो म होगा िवधानसभा एक मखय सदन
कछ म अितिरकत होगा िवधानपिरषद का गठन (अनचछद - 168)
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िवधानसभा म होगा जनसखया का सही अनपात
तािक हर समाज क लोग परी रख अपनी बात (अनचछद - 170)
उमर यिद पचचीस की हो मन म हो सवा का भाव
एम०एल०ए० बनन हत लड़ सकत हो तम चनाव (अनचछद - 173)
सिवधान परित रखनी होगी हर सदसय को िनषठा
मरा भारत रह अखणड ऊची उसकी रह परितषठा (अनचछद - 173)
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िवधानसभा अधयकष करग सभा का सचालन
हर दल रख अपनी बातहो िनयमो का भी पालन (अनचछद - 178)
सदन म हर सदसय अपनी बात कह सकता ह
बखौफ बिहचक िवचार वयकत कर सकता ह (अनचछद - 194)
सदन सदसयो क वतन को भी तय कर सकता ह
जररत पड़ तो भततो म बढ़ोततरी कर सकता ह (अनचछद - 195)
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िवधानसभा राजय का िबल भीपास कर सकती ह
िफर उस पर राजयपाल स सवीकित ल सकती ह (अनचछद - 196)
राजयपाल सहमत होन पर अपनी महर लगायग
िबल म कछ गड़बड़ ह तो राषटरपित को बतायग (अनचछद - 200)
िवधानसभा बना सकती ह राजय क िलए कानन
िजसम राजय का िहत हो जनता को िमल सकन (अनचछद - 200)
राजय बजट बतलायगासरकार का वािषरक खचार
योजनाओ क मददो पर िफर होगी सदन म चचार (अनचछद - 202 203)
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िहनदी अगरजी सथानीय होगी सदन की भाषा
कोई न जान यिद इनह भी बोलगा वह मातभाषा (अनचछद - 210)
जज क आचरण पर नही करगा सदन बहस
सदन की कायरवाही पर भी न चल कोटर का बस (अनचछद - 211 212)
िवधानसभा का सतर न हो पिरिसथित हो िवशष
राजयपाल कानन बनाय जारी करक अधयादश (अनचछद - 213)
अधयादश को सदन दवारा करना होगा पास
वनार होगा बअसर वह बीत यिद डढ़ मास (अनचछद - 21३)
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राजयो क उचच नयायालय (The High Courts in the States)
हर राजय म नयाय हत एक उचच नयायालय होगा
िजसम जनता की खाितर नयाय दवार खला होगा (अनचछद - 214)
दस साल का नयाियक अनभव या रहा हो वकील
तब होगा उचच नयायालय का जज बनन कािबल (अनचछद - 217)
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राषटरपित दवारा होगी नयायधीश की िनयिकत
बासठ वषर परा होन पर होगी पद स मिकत (अनचछद - 217)
नयायधीश लग शपथ राजयपाल क साथ
सब लोगो को दग नयाय िबना िकए पकषपात (अनचछद - 219)
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अधीनसथ नयायालय (Subordinate Courts)
छोट नयायालयो पर होगी हाईकोटर की िनगरानी
िनयमपवरक कायर कर सब कोई न कर मनमानी (अनचछद - 233)
िजला जजो की िनयिकत राजयपाल दवारा होगी
इसस समबिनधत सलाह हाईकोटर दवारा होगी (अनचछद - 233)
सात वषर वकालत वाला िजला जज बनन योगय
अनय नयाियक पदो हत ह लोक सवा आयोग (अनचछद - 233)
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भाग-7परथम अनसची क भाग ख म राजय
(The States in Part B of First Schedule)
िनरिसत (Repealed)
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भाग-8सघ राजयकषतर
(The Union Territories)
सघ राजयकषतरो क िलए परशासक होग िजममदार
चाह हो दमन दीव या अडमान और िनकोबार (अनचछद - 239)
राजधानी िदलली म ह उपराजयपाल का शासन
यहा िवधानसभा भी ह जहा जनता कर िनवारचन (अनचछद - 239 क [ क ])
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भाग-9पचायत
(The Panchayats)
तजी स हो सबका िवकास हो जनता का शासन
इसक िलए करना होगा पचायतो का परशासन (अनचछद - 243 ख)
गराम सभा हो पचायत हो और हो िजला पिरषद
अनसिचत जाित जनजाित हत आरिकषत हो पद (अनचछद - 243 ग घ)
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मिहलाय भी समाज की ह महतवपणर ईकाई
उनक िलए आरिकषत हो अधयकष पद एक ितहाई (अनचछद - 243 घ)
राजय पचायतो को दग शिकत और अिधकार
िवकास हो नयाय िमल हो जनता का उपकार (अनचछद - 243 छ)
पचायत कर सकती ह टकस वसली का भी काम
खचार-पितर क िलए राजय भी दगा उनह अनदान (अनचछद - 243 ज)
परतयक पाच साल म होगा पचायत का िनवारचन
राजय चनाव आयोग करगा इन सबका सचालन (अनचछद - 243 ट)
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भाग-9 कनगरपािलकाय
(The Municipalities)
शहरो म नगरपािलका ह पचायत का दसरा रप
वाडर और उसकी सिमितयो जसा होगा परारप (अनचछद - 243 थ द ध)
मिहला कमजोर वगोर का आरकषण करना होगा
योजना लाग करन को टकस वसल करना होगा (अनचछद - 243 न भ)
महानगर कषतर म आबादी ह दस लाख स जयादा
परमख मयर कहलाता हिजममदारी भी ह जयादा (अनचछद - 243 त थ ब)
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भाग-9 खसहकारी सिमितया
(The Co-Operative Societies)
लोग बना सकत ह अपनी एक सहकारी सिमित
बोडर करगा सचालनबहतर होगी आिथरक िसथित (अनचछद - 243 यज यञ)
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भाग-10अनसिचत और जनजाित कषतर
(The Scheduled and Tribal Areas)
एस०टी० लोगो क िवकास का ह िवशष परावधान
अनसिचत कषतरो का भी खब रखना होगा धयान (अनचछद - 244)
जनजाित क िलए एक सलाहकार पिरषद होगी
िजसस उनक परशासन की नीित िनधारिरत होगी (अनचछद - 244 पाचवी अनसची)
उनक कलयाण कायोर पर राजयपाल रख िनगरानी
भिम उनकी रह सरिकषत साहकार न कर मनमानी (अनचछद - 244 पाचवी अनसची)
राजयपाल उनक कषतरो म पिरवतरन कर सकत ह
शािनत सरकषा काननो म बदली भी कर सकत ह (अनचछद - 244 पाचवी अनसची)
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असम राजय म होग सवशासी िजला और परदश
लाग नही होग इन पर राजय सरकार क िनदरश (अनचछद - 244 छठी अनसची)
जगल और जनजाित म ह बहत गहरा सबध
सतलन कस रखा जाय इसका ह सही परबध (अनचछद - 244 छठी अनसची)
वनभिम का उतपादो का जनजाित कर परयोग
वन भी रह सरिकषत ना हो जीिवका म अवरोध (अनचछद - 244 छठी अनसची)
राजयपाल ऐस कषतरो म िनिशचत कर सशासन
िशकषा सवासथय सचार क िदलवाय सब साधन (अनचछद - 244 छठी अनसची)
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भाग-11सघ और राजयो क बीच म समबनध
(Relations between the Union and the States)
ससद पर भारत म कानन बना सकती ह
िवधानसभा कवल राजय म ऐसा कर सकती ह (अनचछद - 245)
कानन बनान की शिकत कनदर-राजय की ह पथक
िवषय उनक िनधारिरत ह तािक ना हो कोई शक (अनचछद - 246)
सघ सची म िलख ह ससद क अिधकार
जस रकषा रल िवदश सना दर सचार (अनचछद - 246 सातवी अनसची - सघ सची)
राजय सची म विणर त ह िवधानसभा क अिधकार
जस पिलस सवासथय किष वन िवदयत कारागार (अनचछद - 246 सातवी अनसची - राजय सची)
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कछ िवषय ऐस ह िजन पर दोनो का अिधकार
इनम स ह िशकषा सजा नयाय वन वयापार (अनचछद - 246 सातवी अनसची - समवतीर सची)
िफर भी ससद बड़ी ह शरषठ ह उसक अिधकार
राषटरिहत म कानन बनाय कर अनतराषटरीय करार (अनचछद - 247 248 249 250 251 252 253 254)
काननो का अनपालन िनिशचत कर राजय सरकार
वनार िनदरिशत भी कर सकती ह भारत सरकार (अनचछद - 256)
क दर राजय सरकारो को द सकता ह आदश
दशिहत क कामो म यिद मिशकल आती ह पश (अनचछद - 257)
दो राजयो म िववाद हो या नदी जल का बटवारा
कनदर कानन बनाकर कर सकता ह िनपटारा (अनचछद - 262)
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राजयो क झगड़ो को सब िमलजल क सलझाय
जाच एव सझाव हत पिरषद एक बनाय (अनचछद - 263)
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भाग-12िवतत समपितत सिवदाए और वाद
(Finance Property Contracts and Suits)
टकस दवारा जो पसा आय सिचत धन कहलाय
भाित-भाित क खचोर म यह धन काम म आय (अनचछद - 266)
कछ खचर करन पड़त ह एकदम और कई बार
िजसकी खाितर कटीजसी फडरखती ह सरकार (अनचछद - 267)
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क दर और राजय सरकार दोनो ल जनता स कर
िफर िनयमानसार आपस म बाट इस बराबर (अनचछद - 268 269 270)
कनदर को राजय सरकारो को दना होगा अनदान
जनजाित कषतरो क िवकास का रखना होगा धयान (अनचछद - 275)
िवतत आयोग सझाव दता ह धन क िवतरण पर
तािक राजयो को िमल उननित क बराबर अवसर (अनचछद - 280 281)
क दर की समपितत पर राजय नही लगाय कर
क दर भी इस समबनध म कर राजय का आदर (अनचछद - 285 289)
क दर राजय कर सकत ह वयापार और कारोबार
समदरी खिनजो पर होगाकवल क दर का अिधकार (अनचछद - 297 298)
Page 61
राषटरपित की ओर स साइन होग सब करार
पर कोई चक हई तो नही होग व िजममदार (अनचछद - 299)
कोई वयिकत कर सकता ह समपितत को सिचत
कानन िबना उस नही कर सकत ह विचत (अनचछद - 300 क)
Page 62
भाग-13भारत क राजय कषतर क अनदर वयापार वािणजय और समागम (Trade Commerce and
Intercourse in India)
कोई कही भी कर सकता ह वािणजय या वयापार
िजस जनिहत म िनयिमत कर सकती ह सरकार (अनचछद - 301 302)
कनदर फड क िवतरण म न कर िकसी स पकषपात
साधन िवहीन राजयो कािफर भी दना होगा साथ (अनचछद - 303)
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भाग-14सघ और राजयो क अधीन सवाए
(Services under the Union and the States)
सरकारी कामकाज हत िनयकत होत ह अिधकारी
कायर सचार रप स हो लत ह िजममदारी (अनचछद - 309)
कोई अिधकारी कमरठ ह काम ह उसका अचछा
सिवधान उसको दता ह काफी अिधक सरकषा (अनचछद - 310 311)
िनयिकत कतार ही िकसी को पद स हटा सकता ह
िविधवत जाच कराक सजा सना सकता ह (अनचछद - 311)
िकसी कायरवाही स पहल वयिकत को सनना होगा
उसक दोष बतान होग िफर िनणरय करना होगा (अनचछद - 311)
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यिद गभीर अपराध म दोषी िसदध हआ अिधकारी
पद स हटाया जा सकता ह उस िबना इनकवारी (अनचछद - 311 2 क)
कभी-कभी सरकषा िहत म जाच नही हो सकती ह
िबना जाच अिधकारी की सवामिकत हो सकती ह (अनचछद - 311 2 ख ग)
क दर म भतीर हत ह सघ लोक सवा आयोग
आवदन कर सकत ह सवा क इचछक सब लोग (अनचछद - 315)
Page 65
आयोग करगा सचािलत िनयिकत हत परीकषा
उचच सवाओ म चािहए गरजएट तक की िशकषा (अनचछद - 315 320)
राजयो म भतीर हत ह राजय लोक सवा आयोग
छोट राजय चाह तो बनगा एक सयकत आयोग (अनचछद - 315)
आयोग म होग सदसय होगा एक अधयकष
रह हो सरकारी पद पर छिव हो उनकी िनषपकष (अनचछद - 316)
आयोग भतीर समबिनधत अपनी सलाह भी दगा
राषटरपित को हर साल सब कायोर का बयौरा दगा (अनचछद - 323)
Page 66
भाग-14कअिधकरण (Tribunals)
क दर राजय सतर पर होग परशासिनक अिधकरण
भतीर सवा क झगड़ो का िकया करग िनराकरण (अनचछद - 323 क)
कछ अिधकरण करग अनय िववादो का िनपटारा
टकस शरम िववाद या खादय वसतओ का बटवारा (अनचछद - 323 ख)
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भाग-15िनवारचन (Elections)
परजातनतर का मखय तनतर ह िनवारचन आयोग
इसकी मदद स सरकारो को चनत ह हम लोग (अनचछद - 324)
मखय चनाव अायकत कराय चनाव का सचालन
आचार सिहता का करवाय सखती स अनपालन (अनचछद - 324)
राषटरपित उपराषटरपित ससद या िवधानमडल सबक चनाव पर आयोग िनगरानी रख परितपल
(अनचछद - 324)
चनाव आयकतो को दता ह सिवधान सरकषा
सवतनतर चनावो स ही होती परजातनतर की रकषा (अनचछद - 324)
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लोकसभा िवधान सभा का जब भी हो िनवारचन
आयोग को सब सहयोग दगा राजय परशासन (अनचछद - 324)
वोटर िलसट म शािमल होगा हर वयसक का नाम
इस सब को िनषपकष कराना ह आयोग का काम (अनचछद - 325)
अठारह वषर का हर वयिकत रखता ह मतािधकार
अपनी इचछा क अनसार चन सकता ह सरकार (अनचछद - 326)
एम०पी० और एम०एल०ए० बन हो चनाव िनषपकष
लोकततर कायम रह यही आयोग का लकषय (अनचछद - 324 [भाव की अिभवयिकत])
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भाग-16कछ वगोर क समबनध म िवशष उपबनध
(Special Provisions relating to Certain Classes)
अनसिचत जाित जनजाित का ह िवशष परबध
लोकसभा म ह आरकषण ह अनपाितक सबध (अनचछद - 330)
ऐगलो इिडयन लोग यिद सखया म कम लगत ह
राषटरपित लोकसभा म दो सदसय रख सकत ह (अनचछद - 331)
एससी एसटी लोगो की िजतनी जनसखया होगी
उतनी ही िवधानसभा म सीटो की सखया होगी (अनचछद - 332)
सरकारी सवाओ मएससी एसटी का हो सथान
थोड़ी छट िमल अको म तािक भतीर हो आसान (अनचछद - 335)
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राषटरीय अनसिचतजाित आयोग कर हको की रकषा
उनस सबिधत समसयाओ की करता ह य परीकषा (अनचछद - 338)
एक अधयकष उपाधयकष और अनय सदसय होग
सिवधान क परावधान उनह लाग करन होग (अनचछद - 338)
एस० सी० लोगो क िहतो म न हो कोई कोताही
सािबत हो आरोप यिद आयोग कर कायरवाही (अनचछद - 338)
अनय कलयाणकारी उपाय खोजकर लायगा
राषटरपित को आयोग अपन सझाव बतलायगा (अनचछद - 338)
आयोग का दजार िसिवल नयायालय का होगा
सबकी पशी करान का हक उस परापत होगा (अनचछद - 338)
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राषटरपित आयोग की िरपोटर ससद म रखवायग
िसफािरशो पर काररवाई स अवगत भी करवायग (अनचछद - 338)
आयोग चाह तो सबिधत कागज पश करन होग
शपथपतर दकर सार सबत परकट करन होग (अनचछद - 338)
एस० सी० सबिधत कोई िनणरय लती ह सरकार
आयोग स लकर सलाह उस करना होगा िवचार (अनचछद - 338)
एक राषटरीय अनसिचत जनजाित आयोग भी होगा
एस सी आयोग जसा सतर इसको भी परापत होगा (अनचछद - 338 क)
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वसी ही शिकत होगी वही कायर वह करगा
जनजाित क िहतो की रकषा हर हालत म करगा (अनचछद - 338 क)
एस०टी० की उननित हत आयोग की होगी िनयिकत
राजय यिद कर िढलाई क दर करगा सखती (अनचछद - 339)
सामािजक शिकषक दिषट स िपछड़ ह जो लोग
राषटरपित उनक िलए गिठत कर आयोग (अनचछद - 340)
आयोग अधययन करगा कस हो उनका सधार
कस क दर-राजय बन सकत उन लोगो क मददगार (अनचछद - 340)
आयोग राषटरपित को दगा िसफािरश बयौरवार
ससद को िफर करना होगा भलाई हत िवचार (अनचछद - 340)
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भाग-17राजभाषा
(Official Language)
सघ की भाषा िहदी िलिप दवनागरी होगी
शासकीय परयोजन हत अगरजी की जररत होगी (अनचछद - 343)
राषटरपित भाषािवदो का एक आयोग कर गिठत
िहदी क परचार हत परयास कर जो सगिठत (अनचछद - 344)
िहदी भाषा हो समदध बढ़ जञान और िवजञान
अिहदी भाषी लोगो का आयोग रख धयान (अनचछद - 344)
िवधानसभा सथानीय भाषा को कर ल अगीकार
पर सरकारी कामो म रह अगरजी बरकरार (अनचछद - 345)
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दो राजयो को आपस म यिद करना ह पतराचार
दोनो िमलकर िहदी को कर सकत ह सवीकार (अनचछद - 346)
उचच उचचतम नयायालय म अगरजी परयकत होगी
आदशोअिधिनयमो की परित अगरजी म ही होगी (अनचछद - 348)
भाषाई अलपसखयको का सरकार रख धयान
मातभाषा म ही िमल सब िवषयो का जञान (अनचछद - 350 क ख)
सरकार िहदी को कर समदध खब कर परचार
अनय भाषाओ क शबदो स कर इसका िवसतार (अनचछद - 351)
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भाग-18आपात उपबनध
(Emergency Provisions)
यदध का हो सकट िवदरोिहयो का िबछा हो जाल
राषटरपित सनतिषट करकघोिषत कर आपातकाल (अनचछद - 352)
आपातकाल क िलए चािहए ससद की मजरी
एक माह क भीतर ही यह सहमित अित जररी (अनचछद - 352)
इस दौरान िमल जात हक दर को जयादा अिधकार
क दर सरकार चला सकती हराजय की भी सरकार (अनचछद - 353)
क दर राजय की करगा हर हालत म सरकषा
चाह वाहय आकरमण हो या सशसतर िवदरोह स रकषा (अनचछद - 355)
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राजय यिद नही चल रहा सिवधान क अनसार
राजयपाल राषटरपित को दग िरपोटर िसलिसलवार (अनचछद - 356)
िफर उस राजय म लाग होगा राषटरपित शासन
भारत सरकार हाथ म लगी वहा का परशासन (अनचछद - 356)
उदघोषणा का ससद दवारा करना होगा अनमोदन
दो महीनो म पास करग ससद क दोनो सदन (अनचछद - 356)
आपातकाल म िछन जायग सार मल अिधकार
बचगी शारीिरक सवततरता व जीन का अिधकार (अनचछद - 358 359)
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भारत म यिद पदा हो आिथरक सकट काल
राषटरपित घोिषत करत ह िवततीय आपातकाल (अनचछद - 352)
इस दौरान राजयो क खचर िकय जायग कम
घट जायग कमरचािरयो और जजो क वतन (अनचछद - 360)
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भाग-19परकीणर (Miscellaneous)
राषटरपित व राजयपाल को परापत ह िवशषािधकार
ना उन पर कोई कस चलगा न होग व िगरफतार (अनचछद - 361)
यिद कोई छपवाता ह ससद की कायरवाही
नयायालय नही करगा कोई दािणडक कायरवाही (अनचछद - 361 क)
सतयमव जयत
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भाग-20सिवधान का सशोधन
(Amendment of the Constitution)
ससद चाह कर सकती ह सिवधान म सशोधन
दो ितहाई बहमत स यिद पास कर दोनो सदन (अनचछद - 368)
िफर य िवधयक राषटरपित को भजा जायगा
उनकी सवीकित िमलन पर सशोधन कहलायगा (अनचछद - 368)
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भाग-21असथायी सकरमणकालीन और िवशष उपबनध
(Temporary Transitional and Special Provisions)
जमम और कशमीर राजय का ह िवशष अिधकार
ससद का कानन चलगा जब राजय कर सवीकार (अनचछद - 370)
कई बहत स राजयो म भी ह िवशष उपबनध
उनकी उननित और िवकास हो कछ ऐस परबध (अनचछद - 371 371 क ख ग घ ङ च छ ज झ ञ)
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भाग-22सिकषपत नाम परारमभ िहनदी म परािधकत पाठ
(Short Title Commencement Authoritative Text in Hindi)
हमारा य सिवधानभारत का सिवधान कहलायगा
छबबीस जनवरी 1950 स परा लाग हो जायगा (अनचछद - 393 394)
राषटरपित जी सिवधान को िहनदी म छपवायग
िहनदी अगरजी ससकरण ही अिधकत कहलायग (अनचछद - 394 क)
समापत
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CP Delhi िदलली
पिलस मखयालय
नई िदलली - 110002
पिलस आयकत िदलली
यह सवरिविदत ह िक भारतीय सिवधान अनय सभी काननो का सतरोत ह परतयक पिलस अिधकारी अपना पदभार गरहण करन स पवर सिवधान क परित शरदधा व िनषठा रखन की शपथ लता ह वह सवा पयरनत कानन वयवसथा बनाए रखन की हर सभव कोिशश करता ह शरी सनील कमार गौतम न अपन वयसततम कायर क बावजद भारतीय सिवधान की कावयातमक रप म जो परसतित की ह वह वासतव म अिदवतीय ह उनका यह कायर काफी पररणादायक व आम जन क िलए बहत लाभदायक ह म आशा करता ह िक सिवधान कावय क माधयम स हर भारतीय सिवधान को आसानी स समझ सकगा म शरी गौतम क इस अदभत कायर की सराहना करता ह और इस पसतक की सफलता क िलए कामना करता ह
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िवषय-सची (Index)
सिवधान की उददिशका (Preamble)भाग-1
सघ और उसका राजय कषतर (The Union and its Territories)
भाग-2नागिरकता (Citizenship)
भाग-3मल अिधकार (Fundamental Rights)
भाग-4
राजय क नीित िनदरशक ततव (Directive Principles of State Policy)भाग-4 (क)
मल कतरवय (Fundamental Duties)भाग-5
सघ (The Union)भाग-6
राजय (The States)भाग-7
परथम अनसची क भाग ख म राजय - िनरिसत (The States in Part B of First Schedule - Repealed)
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भाग-8
सघ राजयकषतर (The Union Territories)भाग-9
पचायत (The Panchayats)
भाग-9 (क)नगरपािलकाय (The Municipalities)
भाग-9 (ख)
सहकारी सिमितया (The Co-Operative Societies)भाग-10
अनसिचत और जनजाित कषतर (The Scheduled and Tribal Areas)भाग-11
सघ और राजयो क बीच म समबनध (Relations between the Union and the States)
भाग-12
िवतत समपितत सिवदाए और वाद (Finance Property Contracts and Suits)भाग-13
भारत क राजय कषतर क अनदर वयापार वािणजय और समागम (Trade Commerce and Intercourse in India)
भाग-14
सघ और राजयो क अधीन सवाए (Services under the Union and the States)
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भाग-14 (क)
अिधकरण (Tribunals)भाग-15
िनवारचन (Elections)
भाग-16कछ वगोर क समबनध म िवशष उपबनध (Special Provisions relating
to Certain Classes)भाग-17
राजभाषा (Official Language)भाग-18
आपात उपबनध (Emergency Provisions)
भाग-19परकीणर (Miscellaneous)
भाग-20
सिवधान का सशोधन (Amendment of the Constitution)भाग-21
असथायी सकरमणकालीन और िवशष उपबनध (Temporary Transitional and Special Provisions)
भाग-22सिकषपत नाम परारमभ िहनदी म परािधकत पाठ (Short Title
Commencement Authoritative Text in Hindi)
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सिवधान की उददिशका (Preamble)
हम भारत क लोग आज य सिवधान अपनात ह
समाजवादी धमरिनरपकष राषटर को गल लगात ह िमलगा हर तरह का नयाय बोलन की आजादी
िमलगी समानता सबको दश की जो आबादी बधता बढ़ हर एक स हर वयिकत इजजत पाय
राषटर हमारा रह अखड एकता बढ़ती जाय
26 नवमबर 1949 दढ़िनशचय हम करत ह
सिवधान को अगीकत आतमािपर त करत ह
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भाग-1सघ और उसका राजय कषतर
(The Union and its Territories) सब राजयो को िमलाकर भारत एक सघ होगा
चाह तो नवराषटरो का िमलन िविध सममत होगा (अनचछद - 12)
ससद चाह नय राजयो का िनमारण कर सकती ह
वतरमान राजयो म पिरवतरन भी कर सकती ह (अनचछद - 3)
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भाग-2नागिरकता (Citizenship)
भारत म रहन वाला वयिकत भारतीय कहलाता ह
बाहर स आ बस भारत म वह भी य हक पाता ह (अनचछद - 5)
कोई सवचछा स कर िवदशी नागिरकता सवीकार
भारतीय नागिरकता पर वह खोयगा अिधकार (अनचछद - 9)
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भाग-3मल अिधकार (Fundamental Rights)
मानव मल अिधकारो को महतवपणर बतलाया ह
इनक िवरदध िकसी िविध को असगत ठहराया ह (अनचछद - 13)
अनचछद चौदह म समता का अिधकार ह
होटल हो चाह दकान सबको परवश अिधकार ह (अनचछद - 14 15)
अनसिचत जाित जनजाित की करनी होगी भलाई
तािक उनकी उननित हो और कमी की हो भरपाई (अनचछद - 15)
नौकरी म धमर जाित िलग का नही होगा भद
साफ साफ शबदो म समझाता सोलह अनचछद (अनचछद - 16)
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समाज क िपछड़ वगोर कोहो आरकषण का सहारा
उननित कर दिलत िजनका जीवन विचत सारा (अनचछद - 16)
छआछत कलक का अनचछद सतरह कर अत
डॉ० अमबडकर हए मसीहा मानवता क बन सत (अनचछद - 17)
रह ना कोई जमीदार अब ना नवाब ना महाराजा
पद ना होगा जनम स खला योगयता का दरवाजा (अनचछद - 18)
परितयोिगता स ही िमलगा अब पद और सममान
बनो डॉकटर और कलकटर खब कमाओ नाम (अनचछद - 18 [भाव की अिभवयिकत])
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वयकत करो अपन भावो को जो चाह सो बोलो
अनयाय स नही डरो मह तम अपना खोलो (अनचछद - 19)
सघ और समह बनाना ह सबका अिधकार
शाितपणर करो सममलन जो हो िबना हिथयार (अनचछद - 19)
सारा भारत दश तमहारा कही भी जा सकत हो
कोई जगह पसनद आय वहा भी रह सकत हो (अनचछद - 19)
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बनो वकील या वयापारी करो कोई भी कारोबार
अनचछद उननीस दता ह तमको य सार अिधकार (अनचछद - 19)
जब तक िसदध नही हो दोषदोषी नही कहलाओग
बगनाह सािबत होन क सब अवसर तम पाओग (अनचछद - 20)
पहल कारण बतलायग तभी करग िगरफतार
चौबीस घट म छोड़ग िगरफतारी यिद बआधार (अनचछद - 22)
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कोई बचचा ना कर मजदरी मजदर ना कर बगार
यिद कोई भी कर उललघन जाना होगा कारागार (अनचछद - 23)
ननह - ननह स बचच नही कर खान म काम
सरकार उनह दगी िशकषा तािक बन बड़ इसान (अनचछद - 24 21 क)
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िकसी भी धमर को मानो या उसका परचार करो
अपन बनाओ ससथान सचालन का काम करो (अनचछद - 25 26)
कर स होता मकत ह धािमरक कायोर का परबध
सरकारी सकलो म ह धािमरक िशकषा पर परितबध (अनचछद - 27 28)
बौदध मिसलम िसख ईसाईअलपसखयक ह य भाई
अपन धमर िलिप भाषा की कर सकत ह पढ़ाई (अनचछद - 29 30)
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मल अिधकार बहत जररी परजाततर का सार
इन सब की गारटी दता सवधािनक उपचार (अनचछद - 32)
छीन यिद कोई अिधकार िरट दायर करवाओ
नयायालय स लो आदश लाग उस कराओ (अनचछद - 32)
शसतर बलो व आई०बी० मबहत जररी अनशासन
अिधकारो म अलप कटौती कर सकता ह शासन (अनचछद - 33)
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भाग-4राजय क नीित िनदरशक ततव
(Directive Principles of State Policy)
सिवधान सब राजयो को दता ह िनदरश
जनता क कलयाण की वयवसथा कर िवशष (अनचछद - 38)
सामािजक असमता कम हो घट आय का अतर
सभी कषतर कर िवकास अवसर िमल िनरनतर (अनचछद - 38)
सतरी-परष सबको िमल आजीिवका क साधन
सामिहक िहत हो िजसम बाटो सब ससाधन (अनचछद - 39)
एक हाथ म किनदरत ना हो उतपादन क साधन
नर-नारी यिद कर कायर तो िमल समान ही वतन (अनचछद - 39)
Page 22
कािमरको क सवासथय का धयान रख सरकार
सतरी - परष बचच न कर हािनकारक रोजगार (अनचछद - 39)
सब बचच उननित कर िमल माहौल अनकल
शोषण उनका ना होय कभी न जाना भल (अनचछद - 39)
नयाय सवरजन को िमल अपराधी या सशील
कोई बहत गरीब हो तो मफत म िमल वकील (अनचछद - 39 क)
गाव म िनिशचत कर पचायत का गठन
जनता को शिकत िमल लग िवकास म धन (अनचछद - 40)
Page 23
बढ़ा हो बकार हो असमथर या बीमार
सहारा इनको भी िमल कछ मदद कर सरकार (अनचछद - 41)
अचछा सिवधाजनक हो कायारलय म काम
गभरवती मिहलाओ को िमल िवशष आराम (अनचछद - 42)
जीवन का सतर सधर चहमखी होय िवकास
बकारो को िमल काम सिवधा और अवकाश (अनचछद - 43)
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उदयोगो क परबनध म हो मजदरो का हाथ
सहकारी सिमित का सवरप िखल साथ ही साथ (अनचछद - 43 क और ख)
सब नागिरको क िलए जो दश म कर िनवास
समान िसिवल सिहता का िकया जाय परयास (अनचछद - 44)
ननह बचचो को िमल िशकषा और सरकषा
बन सभय नागिरक व जीवन हो अित अचछा (अनचछद - 45)
Page 25
अनसिचत जाित जनजाित वगर ह सबस दबरल
अनयायो पर लग रोक िमल िशकषा और धन बल (अनचछद - 46)
िमल िवटािमन पोषक ततव उचच सतरीय जीवन
सवासथय सवा म हो सधार रक नश का सवन (अनचछद - 47)
वजञािनक तकनीको स बढ़ किष और पशपालन
सधर नसल पशओ की वध-िनषध का हो पालन (अनचछद - 48)
पयारवरण सरिकषत रखो करो जीवन का रकषण
वकष लगाओ करो हिरयालीवन जीवो का रकषण (अनचछद - 48 क)
Page 26
समारको की कर सरकषा रख िवशष धयान
इितहास रहगा सरिकषत बढ़गा सबका जञान (अनचछद - 49)
परशासन का नयायालय म ना हो कोई दखल
नयायपािलका रह सवततर नयाय िमल परितपल (अनचछद - 50)
सब दशो क बीच म रह सरकषा शािनत
आपस म आदर बढ़ िमट परसपर भरािनत (अनचछद - 51)
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भाग-4कमल कतरवय (Fundamental Duties)
सिवधान का कर पालन झड का कर सममान
इसक आदशोर को मान आदर स कर राषटरगान (अनचछद - 51 क [ क ])
आजादी क आदशोर को समझ और बयान कर
दश की परभता अखडता क रकषक का काम कर (अनचछद - 51 क [ ख ग ])
राषटर की सवा कर सतरी का सममान कर
भदभाव रिहत होकर भराततव का िनमारण कर (अनचछद - 51 क [ घ ङ ])
Page 28
सामािजक ससकित समझ परमपरा का मान कर
परकित का िवसतार कर जीवन का सममान कर (अनचछद - 51 क [ च छ ])
वजञािनक हो दिषटकोण जञानाजरन का काम कर
सावरजिनक समपितत का कभी नही नकसान कर (अनचछद - 51 क [ ज झ ])
खद ऊचाईयो को छ ल लोगो को भी बढ़ाय
राषटर िनरनतर बढ़ आग सभी सफल हो जाय (अनचछद - 51 क [ ञ ] )
माता-िपता या सरकषक परथम काम य करवाय
चाह गरीबी हो घर म बचच को िशकषा िदलवाय (अनचछद - 51 क [ ट ] )
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भाग-5सघ (The Union)
कायरपािलका (The Executive)
भारत सरकार म राषटरपित सवोरचचािधकारी होगा
जल थल वाय सना का वह शीषारिधकारी होगा (अनचछद - 52 53)
ससद िवधानसभाओ दवाराराषटरपित चयिनत होगा
पाच साल का कायरकालिजनका िनयिमत होगा (अनचछद - 54 56)
नागिरक हो भारत का आय पतीस स कम ना हो
सासद बनन लायक होकोई लाभ का पद ना हो (अनचछद - 58)
Page 30
मखय नयायाधीश दवारा उनका शपथ गरहण होगा
सिवधान की रकषा और अनपालन का परण होगा (अनचछद - 60)
राषटरपित यिद सिवधान की अवहलना करत ह
ससद सदसय उनक ऊपर दोषारोपण करत ह (अनचछद - 61)
ससद दवारा दोषारोपण महािभयोग कहलाता ह
दोष िसदध होन पर उनको पद स हटाया जाता ह (अनचछद - 61)
राषटरपित सवोरचच ह पर ससद ह उनस ऊपर
राषटरपित ससद नयायालय सिवधान सबस ऊपर (अनचछद - 61 [भाव की अिभवयिकत])
राषटरपित यिद हो असमथर अनपिसथत या बीमार
भारत क उपराषटरपित दखग उनका कायरभार (अनचछद - 63 65)
Page 31
ससद क दो सदन कर उपराषटरपित का िनवारचन
सिवधान क परित व लग शरदधा िनषठा क वचन (अनचछद - 66 69)
राषटरपित कर सकत ह िकसी भी सजा को कम
द सकत ह माफी भी या िफर सजा का िनलबन (अनचछद - 72)
राषटरपित की मदद हत एक मतरी पिरषद होगी
समिचत कायरवाही हत जो अपनी सलाह दगी (अनचछद - 74)
महामिहम को सलाह का पालन करना ही होगा
इस सलाह की अनदखी सभव काम नही होगा (अनचछद - 74)
मतरी-मडल की िनयिकत राषटरपित दवारा होगी
लोकसभा क परित भी मडल की िजममदारी होगी (अनचछद - 75)
Page 32
मतरी-पिरषद का मिखया परधानमतरी होता ह
परजाततर म वह वयिकत सबस ताकतवर होता ह (अनचछद - 75)
एक महानयायवादी होगा भारत सरकार म िनयकत
सरकार को िविध समबनधी सलाह दगा उपयकत (अनचछद - 76)
सरकार सब काम करगी राषटरपित क नाम स
उनको अवगत भी करायगी सरकार क काम स (अनचछद - 77 78)
ससद (Parliament)
ससद भारत दश की सबस बड़ी ससथा होगी
नय कानन बनान हत उसकी ही कषमता होगी (अनचछद - 79)
तीन भागो स होता ह भारतीय ससद का गठन
सवरपरथम ह राषटरपित िफर ससद क दो सदन (अनचछद - 79)
Page 33
राजय सभा क सदसयो का राजय ही कर चयन
कछ िवशष लोगो का िकया जाता ह मनोनयन (अनचछद - 80)
परतयक पाच साल म होता लोक सभा का चनाव
यही लोकततर का जाद जब लोग कर बदलाव (अनचछद - 83)
राजय सभा म िनयिकत हत उमर चािहए तीस
लोकसभा म आन हत पर कर पचचीस (अनचछद - 84)
राषटरपित समय समय पर करग ससद म बठक
दोनो सदनो म अिभभाषण का होगा उनका हक (अनचछद - 86 87)
Page 34
लोकसभा शीघर चनगी अपना एक अधयकष
लोकसभा क सचालन म होगा वह अित दकष (अनचछद - 93)
ससद क सब सदसयो को लनी होगी एक शपथ
सिवधान का करग पालन अपनायग उसका पथ (अनचछद - 99)
सासद नही बन रहग यिद हो िवकत मानिसकता
हो जाय िदवािलया या तयाग दश की नागिरकता (अनचछद - 102)
सासद सदन म बोल या रख सवततर िवचार
वाणी की सवततरता ही ह ससद का मखय आचार (अनचछद - 105)
ससद बनायगी कानन और पास करगी िबल
दोनो सदनो की सहमित स काम नही मिशकल (अनचछद - 107)
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जब कोई िबल पास होगा सहमित दग राषटरपित
यिद सिवधान सममत हतो जलद ही दग सवीकित (अनचछद - 111)
मतरालय सरकारी खचर का परा बजट बनाता ह
िवतत मतरी िफर इसको ससद म पास कराता ह (अनचछद - 112)
ससद म होगी परयोग िहनदी या अगरजी भाषा
यिद कोई दोनो ना जान बोल अपनी मातभाषा (अनचछद - 120)
िकसी जज क बतारव पर ससद म ना होगी बहस
ससदीय कायरवाही पर जज का नही चलगा बस (अनचछद - 121 122)
ससद ना चल रही हो पिरिसथित भी हो िवशष
राषटरपित कानन बनाय जारी करक अधयादश (अनचछद - 123)
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नयायपािलका (The Union Judiciary)
पर भारत म एक सवोरचच नयायालय होगा
नयाय का मिनदर होगा जजो का कायारलय होगा (अनचछद - 124)
जज यिद बनना हो तो चािहए सिवधान का जञान
वकील या जज क रप म पहल िकया हो काम (अनचछद - 124)
इन सभी जजो का चयन राषटरपित जी करत ह
इसक िलए अनय जजो स सलाह भी वह करत ह (अनचछद - 124)
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पद गरहण स पवर सब जज करत ह य वादा
पकषपात म नही करगा रख सिवधान मयारदा (अनचछद - 124)
जज हो जाय असमथर या तोड़ सिवधान की हद
ससद करगी महािभयोग छोड़ना होगा उनको पद (अनचछद - 124)
सपरीम कोटर क पास सबस जयादा अिधकार
मसला अपील का होया िफर राजयो की तकरार (अनचछद - 131 132 133 134)
जररत पड़ तो सपरीम कोटर नय कानन बनाता ह
जिटल सवधािनक मसलो को भीय सलझाता ह (अनचछद - 141 143)
भारत म एक िनयतरक महालखापरीकषक होगा
कनदर-राजय क खचोर का बयौरा उस रखना होगा (अनचछद - 148 149)
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भाग-6राजय (The States)
कायरपािलका (The Executive)
राजयपाल हर राजय म सवोरचच अिधकारी होगा
राषटरपित करग िनयिकतकायरकाल पाच वषर होगा (अनचछद - 153 154 155 156)
राजयपाल की िनयिकत हत भारत का नागिरक हो
आय पतीस की हो अनय लाभ का पद ना हो (अनचछद - 157 158)
राजयपाल को िमलग भतत और िवशषािधकार
साथ ही साथ होग व मफत मकान क हकदार (अनचछद - 158)
उचच नयायालय क जज स राजयपाल लग शपथ
जनता की करग सवा अपनायग सिवधान पथ (अनचछद - 159)
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आपरािधक मामलो म राजयपाल रखत ह शिकत
दोषी की कम कर सजाया िफर दणड स द मिकत (अनचछद - 161)
राजयपाल िववकानसार करग कायोर का िनवारह
अनय मामलो म व लग मतरी पिरषद स सलाह (अनचछद - 163)
राजयपाल ही करग राजय मखयमतरी की िनयिकत
िफर उनकी सलाह पर अनय मितरयो की िनयिकत (अनचछद - 164)
राजय क कल मितरयो की सखया िनधारिरत होगी
एम एल ए की सखया कापदरह परितशत ही होगी (अनचछद - 164)
राजय मितरयो की शपथ सिवधान क परित होगी
सारी जनता की सवा पकषपात रिहत होगी (अनचछद - 164)
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मतरी को गोपनीयता की शपथ गरहण करनी होगी
कछ िवषयो की जानकारी उनह गपत रखनी होगी (अनचछद - 164)
राजयपाल ही िनयकत करग राजय का महािधवकता
काननी िवषयो पर होगावो ही अिधकािरक वकता (अनचछद - 165)
राजय की कायरवाही होगी राजयपाल क नाम स
मखयमतरी अवगत करायग उनको अपन काम स (अनचछद - 166 167)
िवधान मणडल (The State Legislature)
सब राजयो म होगा िवधानसभा एक मखय सदन
कछ म अितिरकत होगा िवधानपिरषद का गठन (अनचछद - 168)
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िवधानसभा म होगा जनसखया का सही अनपात
तािक हर समाज क लोग परी रख अपनी बात (अनचछद - 170)
उमर यिद पचचीस की हो मन म हो सवा का भाव
एम०एल०ए० बनन हत लड़ सकत हो तम चनाव (अनचछद - 173)
सिवधान परित रखनी होगी हर सदसय को िनषठा
मरा भारत रह अखणड ऊची उसकी रह परितषठा (अनचछद - 173)
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िवधानसभा अधयकष करग सभा का सचालन
हर दल रख अपनी बातहो िनयमो का भी पालन (अनचछद - 178)
सदन म हर सदसय अपनी बात कह सकता ह
बखौफ बिहचक िवचार वयकत कर सकता ह (अनचछद - 194)
सदन सदसयो क वतन को भी तय कर सकता ह
जररत पड़ तो भततो म बढ़ोततरी कर सकता ह (अनचछद - 195)
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िवधानसभा राजय का िबल भीपास कर सकती ह
िफर उस पर राजयपाल स सवीकित ल सकती ह (अनचछद - 196)
राजयपाल सहमत होन पर अपनी महर लगायग
िबल म कछ गड़बड़ ह तो राषटरपित को बतायग (अनचछद - 200)
िवधानसभा बना सकती ह राजय क िलए कानन
िजसम राजय का िहत हो जनता को िमल सकन (अनचछद - 200)
राजय बजट बतलायगासरकार का वािषरक खचार
योजनाओ क मददो पर िफर होगी सदन म चचार (अनचछद - 202 203)
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िहनदी अगरजी सथानीय होगी सदन की भाषा
कोई न जान यिद इनह भी बोलगा वह मातभाषा (अनचछद - 210)
जज क आचरण पर नही करगा सदन बहस
सदन की कायरवाही पर भी न चल कोटर का बस (अनचछद - 211 212)
िवधानसभा का सतर न हो पिरिसथित हो िवशष
राजयपाल कानन बनाय जारी करक अधयादश (अनचछद - 213)
अधयादश को सदन दवारा करना होगा पास
वनार होगा बअसर वह बीत यिद डढ़ मास (अनचछद - 21३)
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राजयो क उचच नयायालय (The High Courts in the States)
हर राजय म नयाय हत एक उचच नयायालय होगा
िजसम जनता की खाितर नयाय दवार खला होगा (अनचछद - 214)
दस साल का नयाियक अनभव या रहा हो वकील
तब होगा उचच नयायालय का जज बनन कािबल (अनचछद - 217)
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राषटरपित दवारा होगी नयायधीश की िनयिकत
बासठ वषर परा होन पर होगी पद स मिकत (अनचछद - 217)
नयायधीश लग शपथ राजयपाल क साथ
सब लोगो को दग नयाय िबना िकए पकषपात (अनचछद - 219)
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अधीनसथ नयायालय (Subordinate Courts)
छोट नयायालयो पर होगी हाईकोटर की िनगरानी
िनयमपवरक कायर कर सब कोई न कर मनमानी (अनचछद - 233)
िजला जजो की िनयिकत राजयपाल दवारा होगी
इसस समबिनधत सलाह हाईकोटर दवारा होगी (अनचछद - 233)
सात वषर वकालत वाला िजला जज बनन योगय
अनय नयाियक पदो हत ह लोक सवा आयोग (अनचछद - 233)
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भाग-7परथम अनसची क भाग ख म राजय
(The States in Part B of First Schedule)
िनरिसत (Repealed)
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भाग-8सघ राजयकषतर
(The Union Territories)
सघ राजयकषतरो क िलए परशासक होग िजममदार
चाह हो दमन दीव या अडमान और िनकोबार (अनचछद - 239)
राजधानी िदलली म ह उपराजयपाल का शासन
यहा िवधानसभा भी ह जहा जनता कर िनवारचन (अनचछद - 239 क [ क ])
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भाग-9पचायत
(The Panchayats)
तजी स हो सबका िवकास हो जनता का शासन
इसक िलए करना होगा पचायतो का परशासन (अनचछद - 243 ख)
गराम सभा हो पचायत हो और हो िजला पिरषद
अनसिचत जाित जनजाित हत आरिकषत हो पद (अनचछद - 243 ग घ)
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मिहलाय भी समाज की ह महतवपणर ईकाई
उनक िलए आरिकषत हो अधयकष पद एक ितहाई (अनचछद - 243 घ)
राजय पचायतो को दग शिकत और अिधकार
िवकास हो नयाय िमल हो जनता का उपकार (अनचछद - 243 छ)
पचायत कर सकती ह टकस वसली का भी काम
खचार-पितर क िलए राजय भी दगा उनह अनदान (अनचछद - 243 ज)
परतयक पाच साल म होगा पचायत का िनवारचन
राजय चनाव आयोग करगा इन सबका सचालन (अनचछद - 243 ट)
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भाग-9 कनगरपािलकाय
(The Municipalities)
शहरो म नगरपािलका ह पचायत का दसरा रप
वाडर और उसकी सिमितयो जसा होगा परारप (अनचछद - 243 थ द ध)
मिहला कमजोर वगोर का आरकषण करना होगा
योजना लाग करन को टकस वसल करना होगा (अनचछद - 243 न भ)
महानगर कषतर म आबादी ह दस लाख स जयादा
परमख मयर कहलाता हिजममदारी भी ह जयादा (अनचछद - 243 त थ ब)
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भाग-9 खसहकारी सिमितया
(The Co-Operative Societies)
लोग बना सकत ह अपनी एक सहकारी सिमित
बोडर करगा सचालनबहतर होगी आिथरक िसथित (अनचछद - 243 यज यञ)
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भाग-10अनसिचत और जनजाित कषतर
(The Scheduled and Tribal Areas)
एस०टी० लोगो क िवकास का ह िवशष परावधान
अनसिचत कषतरो का भी खब रखना होगा धयान (अनचछद - 244)
जनजाित क िलए एक सलाहकार पिरषद होगी
िजसस उनक परशासन की नीित िनधारिरत होगी (अनचछद - 244 पाचवी अनसची)
उनक कलयाण कायोर पर राजयपाल रख िनगरानी
भिम उनकी रह सरिकषत साहकार न कर मनमानी (अनचछद - 244 पाचवी अनसची)
राजयपाल उनक कषतरो म पिरवतरन कर सकत ह
शािनत सरकषा काननो म बदली भी कर सकत ह (अनचछद - 244 पाचवी अनसची)
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असम राजय म होग सवशासी िजला और परदश
लाग नही होग इन पर राजय सरकार क िनदरश (अनचछद - 244 छठी अनसची)
जगल और जनजाित म ह बहत गहरा सबध
सतलन कस रखा जाय इसका ह सही परबध (अनचछद - 244 छठी अनसची)
वनभिम का उतपादो का जनजाित कर परयोग
वन भी रह सरिकषत ना हो जीिवका म अवरोध (अनचछद - 244 छठी अनसची)
राजयपाल ऐस कषतरो म िनिशचत कर सशासन
िशकषा सवासथय सचार क िदलवाय सब साधन (अनचछद - 244 छठी अनसची)
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भाग-11सघ और राजयो क बीच म समबनध
(Relations between the Union and the States)
ससद पर भारत म कानन बना सकती ह
िवधानसभा कवल राजय म ऐसा कर सकती ह (अनचछद - 245)
कानन बनान की शिकत कनदर-राजय की ह पथक
िवषय उनक िनधारिरत ह तािक ना हो कोई शक (अनचछद - 246)
सघ सची म िलख ह ससद क अिधकार
जस रकषा रल िवदश सना दर सचार (अनचछद - 246 सातवी अनसची - सघ सची)
राजय सची म विणर त ह िवधानसभा क अिधकार
जस पिलस सवासथय किष वन िवदयत कारागार (अनचछद - 246 सातवी अनसची - राजय सची)
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कछ िवषय ऐस ह िजन पर दोनो का अिधकार
इनम स ह िशकषा सजा नयाय वन वयापार (अनचछद - 246 सातवी अनसची - समवतीर सची)
िफर भी ससद बड़ी ह शरषठ ह उसक अिधकार
राषटरिहत म कानन बनाय कर अनतराषटरीय करार (अनचछद - 247 248 249 250 251 252 253 254)
काननो का अनपालन िनिशचत कर राजय सरकार
वनार िनदरिशत भी कर सकती ह भारत सरकार (अनचछद - 256)
क दर राजय सरकारो को द सकता ह आदश
दशिहत क कामो म यिद मिशकल आती ह पश (अनचछद - 257)
दो राजयो म िववाद हो या नदी जल का बटवारा
कनदर कानन बनाकर कर सकता ह िनपटारा (अनचछद - 262)
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राजयो क झगड़ो को सब िमलजल क सलझाय
जाच एव सझाव हत पिरषद एक बनाय (अनचछद - 263)
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भाग-12िवतत समपितत सिवदाए और वाद
(Finance Property Contracts and Suits)
टकस दवारा जो पसा आय सिचत धन कहलाय
भाित-भाित क खचोर म यह धन काम म आय (अनचछद - 266)
कछ खचर करन पड़त ह एकदम और कई बार
िजसकी खाितर कटीजसी फडरखती ह सरकार (अनचछद - 267)
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क दर और राजय सरकार दोनो ल जनता स कर
िफर िनयमानसार आपस म बाट इस बराबर (अनचछद - 268 269 270)
कनदर को राजय सरकारो को दना होगा अनदान
जनजाित कषतरो क िवकास का रखना होगा धयान (अनचछद - 275)
िवतत आयोग सझाव दता ह धन क िवतरण पर
तािक राजयो को िमल उननित क बराबर अवसर (अनचछद - 280 281)
क दर की समपितत पर राजय नही लगाय कर
क दर भी इस समबनध म कर राजय का आदर (अनचछद - 285 289)
क दर राजय कर सकत ह वयापार और कारोबार
समदरी खिनजो पर होगाकवल क दर का अिधकार (अनचछद - 297 298)
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राषटरपित की ओर स साइन होग सब करार
पर कोई चक हई तो नही होग व िजममदार (अनचछद - 299)
कोई वयिकत कर सकता ह समपितत को सिचत
कानन िबना उस नही कर सकत ह विचत (अनचछद - 300 क)
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भाग-13भारत क राजय कषतर क अनदर वयापार वािणजय और समागम (Trade Commerce and
Intercourse in India)
कोई कही भी कर सकता ह वािणजय या वयापार
िजस जनिहत म िनयिमत कर सकती ह सरकार (अनचछद - 301 302)
कनदर फड क िवतरण म न कर िकसी स पकषपात
साधन िवहीन राजयो कािफर भी दना होगा साथ (अनचछद - 303)
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भाग-14सघ और राजयो क अधीन सवाए
(Services under the Union and the States)
सरकारी कामकाज हत िनयकत होत ह अिधकारी
कायर सचार रप स हो लत ह िजममदारी (अनचछद - 309)
कोई अिधकारी कमरठ ह काम ह उसका अचछा
सिवधान उसको दता ह काफी अिधक सरकषा (अनचछद - 310 311)
िनयिकत कतार ही िकसी को पद स हटा सकता ह
िविधवत जाच कराक सजा सना सकता ह (अनचछद - 311)
िकसी कायरवाही स पहल वयिकत को सनना होगा
उसक दोष बतान होग िफर िनणरय करना होगा (अनचछद - 311)
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यिद गभीर अपराध म दोषी िसदध हआ अिधकारी
पद स हटाया जा सकता ह उस िबना इनकवारी (अनचछद - 311 2 क)
कभी-कभी सरकषा िहत म जाच नही हो सकती ह
िबना जाच अिधकारी की सवामिकत हो सकती ह (अनचछद - 311 2 ख ग)
क दर म भतीर हत ह सघ लोक सवा आयोग
आवदन कर सकत ह सवा क इचछक सब लोग (अनचछद - 315)
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आयोग करगा सचािलत िनयिकत हत परीकषा
उचच सवाओ म चािहए गरजएट तक की िशकषा (अनचछद - 315 320)
राजयो म भतीर हत ह राजय लोक सवा आयोग
छोट राजय चाह तो बनगा एक सयकत आयोग (अनचछद - 315)
आयोग म होग सदसय होगा एक अधयकष
रह हो सरकारी पद पर छिव हो उनकी िनषपकष (अनचछद - 316)
आयोग भतीर समबिनधत अपनी सलाह भी दगा
राषटरपित को हर साल सब कायोर का बयौरा दगा (अनचछद - 323)
Page 66
भाग-14कअिधकरण (Tribunals)
क दर राजय सतर पर होग परशासिनक अिधकरण
भतीर सवा क झगड़ो का िकया करग िनराकरण (अनचछद - 323 क)
कछ अिधकरण करग अनय िववादो का िनपटारा
टकस शरम िववाद या खादय वसतओ का बटवारा (अनचछद - 323 ख)
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भाग-15िनवारचन (Elections)
परजातनतर का मखय तनतर ह िनवारचन आयोग
इसकी मदद स सरकारो को चनत ह हम लोग (अनचछद - 324)
मखय चनाव अायकत कराय चनाव का सचालन
आचार सिहता का करवाय सखती स अनपालन (अनचछद - 324)
राषटरपित उपराषटरपित ससद या िवधानमडल सबक चनाव पर आयोग िनगरानी रख परितपल
(अनचछद - 324)
चनाव आयकतो को दता ह सिवधान सरकषा
सवतनतर चनावो स ही होती परजातनतर की रकषा (अनचछद - 324)
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लोकसभा िवधान सभा का जब भी हो िनवारचन
आयोग को सब सहयोग दगा राजय परशासन (अनचछद - 324)
वोटर िलसट म शािमल होगा हर वयसक का नाम
इस सब को िनषपकष कराना ह आयोग का काम (अनचछद - 325)
अठारह वषर का हर वयिकत रखता ह मतािधकार
अपनी इचछा क अनसार चन सकता ह सरकार (अनचछद - 326)
एम०पी० और एम०एल०ए० बन हो चनाव िनषपकष
लोकततर कायम रह यही आयोग का लकषय (अनचछद - 324 [भाव की अिभवयिकत])
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भाग-16कछ वगोर क समबनध म िवशष उपबनध
(Special Provisions relating to Certain Classes)
अनसिचत जाित जनजाित का ह िवशष परबध
लोकसभा म ह आरकषण ह अनपाितक सबध (अनचछद - 330)
ऐगलो इिडयन लोग यिद सखया म कम लगत ह
राषटरपित लोकसभा म दो सदसय रख सकत ह (अनचछद - 331)
एससी एसटी लोगो की िजतनी जनसखया होगी
उतनी ही िवधानसभा म सीटो की सखया होगी (अनचछद - 332)
सरकारी सवाओ मएससी एसटी का हो सथान
थोड़ी छट िमल अको म तािक भतीर हो आसान (अनचछद - 335)
Page 70
राषटरीय अनसिचतजाित आयोग कर हको की रकषा
उनस सबिधत समसयाओ की करता ह य परीकषा (अनचछद - 338)
एक अधयकष उपाधयकष और अनय सदसय होग
सिवधान क परावधान उनह लाग करन होग (अनचछद - 338)
एस० सी० लोगो क िहतो म न हो कोई कोताही
सािबत हो आरोप यिद आयोग कर कायरवाही (अनचछद - 338)
अनय कलयाणकारी उपाय खोजकर लायगा
राषटरपित को आयोग अपन सझाव बतलायगा (अनचछद - 338)
आयोग का दजार िसिवल नयायालय का होगा
सबकी पशी करान का हक उस परापत होगा (अनचछद - 338)
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राषटरपित आयोग की िरपोटर ससद म रखवायग
िसफािरशो पर काररवाई स अवगत भी करवायग (अनचछद - 338)
आयोग चाह तो सबिधत कागज पश करन होग
शपथपतर दकर सार सबत परकट करन होग (अनचछद - 338)
एस० सी० सबिधत कोई िनणरय लती ह सरकार
आयोग स लकर सलाह उस करना होगा िवचार (अनचछद - 338)
एक राषटरीय अनसिचत जनजाित आयोग भी होगा
एस सी आयोग जसा सतर इसको भी परापत होगा (अनचछद - 338 क)
Page 72
वसी ही शिकत होगी वही कायर वह करगा
जनजाित क िहतो की रकषा हर हालत म करगा (अनचछद - 338 क)
एस०टी० की उननित हत आयोग की होगी िनयिकत
राजय यिद कर िढलाई क दर करगा सखती (अनचछद - 339)
सामािजक शिकषक दिषट स िपछड़ ह जो लोग
राषटरपित उनक िलए गिठत कर आयोग (अनचछद - 340)
आयोग अधययन करगा कस हो उनका सधार
कस क दर-राजय बन सकत उन लोगो क मददगार (अनचछद - 340)
आयोग राषटरपित को दगा िसफािरश बयौरवार
ससद को िफर करना होगा भलाई हत िवचार (अनचछद - 340)
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भाग-17राजभाषा
(Official Language)
सघ की भाषा िहदी िलिप दवनागरी होगी
शासकीय परयोजन हत अगरजी की जररत होगी (अनचछद - 343)
राषटरपित भाषािवदो का एक आयोग कर गिठत
िहदी क परचार हत परयास कर जो सगिठत (अनचछद - 344)
िहदी भाषा हो समदध बढ़ जञान और िवजञान
अिहदी भाषी लोगो का आयोग रख धयान (अनचछद - 344)
िवधानसभा सथानीय भाषा को कर ल अगीकार
पर सरकारी कामो म रह अगरजी बरकरार (अनचछद - 345)
Page 74
दो राजयो को आपस म यिद करना ह पतराचार
दोनो िमलकर िहदी को कर सकत ह सवीकार (अनचछद - 346)
उचच उचचतम नयायालय म अगरजी परयकत होगी
आदशोअिधिनयमो की परित अगरजी म ही होगी (अनचछद - 348)
भाषाई अलपसखयको का सरकार रख धयान
मातभाषा म ही िमल सब िवषयो का जञान (अनचछद - 350 क ख)
सरकार िहदी को कर समदध खब कर परचार
अनय भाषाओ क शबदो स कर इसका िवसतार (अनचछद - 351)
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भाग-18आपात उपबनध
(Emergency Provisions)
यदध का हो सकट िवदरोिहयो का िबछा हो जाल
राषटरपित सनतिषट करकघोिषत कर आपातकाल (अनचछद - 352)
आपातकाल क िलए चािहए ससद की मजरी
एक माह क भीतर ही यह सहमित अित जररी (अनचछद - 352)
इस दौरान िमल जात हक दर को जयादा अिधकार
क दर सरकार चला सकती हराजय की भी सरकार (अनचछद - 353)
क दर राजय की करगा हर हालत म सरकषा
चाह वाहय आकरमण हो या सशसतर िवदरोह स रकषा (अनचछद - 355)
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राजय यिद नही चल रहा सिवधान क अनसार
राजयपाल राषटरपित को दग िरपोटर िसलिसलवार (अनचछद - 356)
िफर उस राजय म लाग होगा राषटरपित शासन
भारत सरकार हाथ म लगी वहा का परशासन (अनचछद - 356)
उदघोषणा का ससद दवारा करना होगा अनमोदन
दो महीनो म पास करग ससद क दोनो सदन (अनचछद - 356)
आपातकाल म िछन जायग सार मल अिधकार
बचगी शारीिरक सवततरता व जीन का अिधकार (अनचछद - 358 359)
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भारत म यिद पदा हो आिथरक सकट काल
राषटरपित घोिषत करत ह िवततीय आपातकाल (अनचछद - 352)
इस दौरान राजयो क खचर िकय जायग कम
घट जायग कमरचािरयो और जजो क वतन (अनचछद - 360)
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भाग-19परकीणर (Miscellaneous)
राषटरपित व राजयपाल को परापत ह िवशषािधकार
ना उन पर कोई कस चलगा न होग व िगरफतार (अनचछद - 361)
यिद कोई छपवाता ह ससद की कायरवाही
नयायालय नही करगा कोई दािणडक कायरवाही (अनचछद - 361 क)
सतयमव जयत
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भाग-20सिवधान का सशोधन
(Amendment of the Constitution)
ससद चाह कर सकती ह सिवधान म सशोधन
दो ितहाई बहमत स यिद पास कर दोनो सदन (अनचछद - 368)
िफर य िवधयक राषटरपित को भजा जायगा
उनकी सवीकित िमलन पर सशोधन कहलायगा (अनचछद - 368)
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भाग-21असथायी सकरमणकालीन और िवशष उपबनध
(Temporary Transitional and Special Provisions)
जमम और कशमीर राजय का ह िवशष अिधकार
ससद का कानन चलगा जब राजय कर सवीकार (अनचछद - 370)
कई बहत स राजयो म भी ह िवशष उपबनध
उनकी उननित और िवकास हो कछ ऐस परबध (अनचछद - 371 371 क ख ग घ ङ च छ ज झ ञ)
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भाग-22सिकषपत नाम परारमभ िहनदी म परािधकत पाठ
(Short Title Commencement Authoritative Text in Hindi)
हमारा य सिवधानभारत का सिवधान कहलायगा
छबबीस जनवरी 1950 स परा लाग हो जायगा (अनचछद - 393 394)
राषटरपित जी सिवधान को िहनदी म छपवायग
िहनदी अगरजी ससकरण ही अिधकत कहलायग (अनचछद - 394 क)
समापत
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िवषय-सची (Index)
सिवधान की उददिशका (Preamble)भाग-1
सघ और उसका राजय कषतर (The Union and its Territories)
भाग-2नागिरकता (Citizenship)
भाग-3मल अिधकार (Fundamental Rights)
भाग-4
राजय क नीित िनदरशक ततव (Directive Principles of State Policy)भाग-4 (क)
मल कतरवय (Fundamental Duties)भाग-5
सघ (The Union)भाग-6
राजय (The States)भाग-7
परथम अनसची क भाग ख म राजय - िनरिसत (The States in Part B of First Schedule - Repealed)
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भाग-8
सघ राजयकषतर (The Union Territories)भाग-9
पचायत (The Panchayats)
भाग-9 (क)नगरपािलकाय (The Municipalities)
भाग-9 (ख)
सहकारी सिमितया (The Co-Operative Societies)भाग-10
अनसिचत और जनजाित कषतर (The Scheduled and Tribal Areas)भाग-11
सघ और राजयो क बीच म समबनध (Relations between the Union and the States)
भाग-12
िवतत समपितत सिवदाए और वाद (Finance Property Contracts and Suits)भाग-13
भारत क राजय कषतर क अनदर वयापार वािणजय और समागम (Trade Commerce and Intercourse in India)
भाग-14
सघ और राजयो क अधीन सवाए (Services under the Union and the States)
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भाग-14 (क)
अिधकरण (Tribunals)भाग-15
िनवारचन (Elections)
भाग-16कछ वगोर क समबनध म िवशष उपबनध (Special Provisions relating
to Certain Classes)भाग-17
राजभाषा (Official Language)भाग-18
आपात उपबनध (Emergency Provisions)
भाग-19परकीणर (Miscellaneous)
भाग-20
सिवधान का सशोधन (Amendment of the Constitution)भाग-21
असथायी सकरमणकालीन और िवशष उपबनध (Temporary Transitional and Special Provisions)
भाग-22सिकषपत नाम परारमभ िहनदी म परािधकत पाठ (Short Title
Commencement Authoritative Text in Hindi)
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सिवधान की उददिशका (Preamble)
हम भारत क लोग आज य सिवधान अपनात ह
समाजवादी धमरिनरपकष राषटर को गल लगात ह िमलगा हर तरह का नयाय बोलन की आजादी
िमलगी समानता सबको दश की जो आबादी बधता बढ़ हर एक स हर वयिकत इजजत पाय
राषटर हमारा रह अखड एकता बढ़ती जाय
26 नवमबर 1949 दढ़िनशचय हम करत ह
सिवधान को अगीकत आतमािपर त करत ह
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भाग-1सघ और उसका राजय कषतर
(The Union and its Territories) सब राजयो को िमलाकर भारत एक सघ होगा
चाह तो नवराषटरो का िमलन िविध सममत होगा (अनचछद - 12)
ससद चाह नय राजयो का िनमारण कर सकती ह
वतरमान राजयो म पिरवतरन भी कर सकती ह (अनचछद - 3)
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भाग-2नागिरकता (Citizenship)
भारत म रहन वाला वयिकत भारतीय कहलाता ह
बाहर स आ बस भारत म वह भी य हक पाता ह (अनचछद - 5)
कोई सवचछा स कर िवदशी नागिरकता सवीकार
भारतीय नागिरकता पर वह खोयगा अिधकार (अनचछद - 9)
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भाग-3मल अिधकार (Fundamental Rights)
मानव मल अिधकारो को महतवपणर बतलाया ह
इनक िवरदध िकसी िविध को असगत ठहराया ह (अनचछद - 13)
अनचछद चौदह म समता का अिधकार ह
होटल हो चाह दकान सबको परवश अिधकार ह (अनचछद - 14 15)
अनसिचत जाित जनजाित की करनी होगी भलाई
तािक उनकी उननित हो और कमी की हो भरपाई (अनचछद - 15)
नौकरी म धमर जाित िलग का नही होगा भद
साफ साफ शबदो म समझाता सोलह अनचछद (अनचछद - 16)
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समाज क िपछड़ वगोर कोहो आरकषण का सहारा
उननित कर दिलत िजनका जीवन विचत सारा (अनचछद - 16)
छआछत कलक का अनचछद सतरह कर अत
डॉ० अमबडकर हए मसीहा मानवता क बन सत (अनचछद - 17)
रह ना कोई जमीदार अब ना नवाब ना महाराजा
पद ना होगा जनम स खला योगयता का दरवाजा (अनचछद - 18)
परितयोिगता स ही िमलगा अब पद और सममान
बनो डॉकटर और कलकटर खब कमाओ नाम (अनचछद - 18 [भाव की अिभवयिकत])
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वयकत करो अपन भावो को जो चाह सो बोलो
अनयाय स नही डरो मह तम अपना खोलो (अनचछद - 19)
सघ और समह बनाना ह सबका अिधकार
शाितपणर करो सममलन जो हो िबना हिथयार (अनचछद - 19)
सारा भारत दश तमहारा कही भी जा सकत हो
कोई जगह पसनद आय वहा भी रह सकत हो (अनचछद - 19)
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बनो वकील या वयापारी करो कोई भी कारोबार
अनचछद उननीस दता ह तमको य सार अिधकार (अनचछद - 19)
जब तक िसदध नही हो दोषदोषी नही कहलाओग
बगनाह सािबत होन क सब अवसर तम पाओग (अनचछद - 20)
पहल कारण बतलायग तभी करग िगरफतार
चौबीस घट म छोड़ग िगरफतारी यिद बआधार (अनचछद - 22)
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कोई बचचा ना कर मजदरी मजदर ना कर बगार
यिद कोई भी कर उललघन जाना होगा कारागार (अनचछद - 23)
ननह - ननह स बचच नही कर खान म काम
सरकार उनह दगी िशकषा तािक बन बड़ इसान (अनचछद - 24 21 क)
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िकसी भी धमर को मानो या उसका परचार करो
अपन बनाओ ससथान सचालन का काम करो (अनचछद - 25 26)
कर स होता मकत ह धािमरक कायोर का परबध
सरकारी सकलो म ह धािमरक िशकषा पर परितबध (अनचछद - 27 28)
बौदध मिसलम िसख ईसाईअलपसखयक ह य भाई
अपन धमर िलिप भाषा की कर सकत ह पढ़ाई (अनचछद - 29 30)
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मल अिधकार बहत जररी परजाततर का सार
इन सब की गारटी दता सवधािनक उपचार (अनचछद - 32)
छीन यिद कोई अिधकार िरट दायर करवाओ
नयायालय स लो आदश लाग उस कराओ (अनचछद - 32)
शसतर बलो व आई०बी० मबहत जररी अनशासन
अिधकारो म अलप कटौती कर सकता ह शासन (अनचछद - 33)
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भाग-4राजय क नीित िनदरशक ततव
(Directive Principles of State Policy)
सिवधान सब राजयो को दता ह िनदरश
जनता क कलयाण की वयवसथा कर िवशष (अनचछद - 38)
सामािजक असमता कम हो घट आय का अतर
सभी कषतर कर िवकास अवसर िमल िनरनतर (अनचछद - 38)
सतरी-परष सबको िमल आजीिवका क साधन
सामिहक िहत हो िजसम बाटो सब ससाधन (अनचछद - 39)
एक हाथ म किनदरत ना हो उतपादन क साधन
नर-नारी यिद कर कायर तो िमल समान ही वतन (अनचछद - 39)
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कािमरको क सवासथय का धयान रख सरकार
सतरी - परष बचच न कर हािनकारक रोजगार (अनचछद - 39)
सब बचच उननित कर िमल माहौल अनकल
शोषण उनका ना होय कभी न जाना भल (अनचछद - 39)
नयाय सवरजन को िमल अपराधी या सशील
कोई बहत गरीब हो तो मफत म िमल वकील (अनचछद - 39 क)
गाव म िनिशचत कर पचायत का गठन
जनता को शिकत िमल लग िवकास म धन (अनचछद - 40)
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बढ़ा हो बकार हो असमथर या बीमार
सहारा इनको भी िमल कछ मदद कर सरकार (अनचछद - 41)
अचछा सिवधाजनक हो कायारलय म काम
गभरवती मिहलाओ को िमल िवशष आराम (अनचछद - 42)
जीवन का सतर सधर चहमखी होय िवकास
बकारो को िमल काम सिवधा और अवकाश (अनचछद - 43)
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उदयोगो क परबनध म हो मजदरो का हाथ
सहकारी सिमित का सवरप िखल साथ ही साथ (अनचछद - 43 क और ख)
सब नागिरको क िलए जो दश म कर िनवास
समान िसिवल सिहता का िकया जाय परयास (अनचछद - 44)
ननह बचचो को िमल िशकषा और सरकषा
बन सभय नागिरक व जीवन हो अित अचछा (अनचछद - 45)
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अनसिचत जाित जनजाित वगर ह सबस दबरल
अनयायो पर लग रोक िमल िशकषा और धन बल (अनचछद - 46)
िमल िवटािमन पोषक ततव उचच सतरीय जीवन
सवासथय सवा म हो सधार रक नश का सवन (अनचछद - 47)
वजञािनक तकनीको स बढ़ किष और पशपालन
सधर नसल पशओ की वध-िनषध का हो पालन (अनचछद - 48)
पयारवरण सरिकषत रखो करो जीवन का रकषण
वकष लगाओ करो हिरयालीवन जीवो का रकषण (अनचछद - 48 क)
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समारको की कर सरकषा रख िवशष धयान
इितहास रहगा सरिकषत बढ़गा सबका जञान (अनचछद - 49)
परशासन का नयायालय म ना हो कोई दखल
नयायपािलका रह सवततर नयाय िमल परितपल (अनचछद - 50)
सब दशो क बीच म रह सरकषा शािनत
आपस म आदर बढ़ िमट परसपर भरािनत (अनचछद - 51)
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भाग-4कमल कतरवय (Fundamental Duties)
सिवधान का कर पालन झड का कर सममान
इसक आदशोर को मान आदर स कर राषटरगान (अनचछद - 51 क [ क ])
आजादी क आदशोर को समझ और बयान कर
दश की परभता अखडता क रकषक का काम कर (अनचछद - 51 क [ ख ग ])
राषटर की सवा कर सतरी का सममान कर
भदभाव रिहत होकर भराततव का िनमारण कर (अनचछद - 51 क [ घ ङ ])
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सामािजक ससकित समझ परमपरा का मान कर
परकित का िवसतार कर जीवन का सममान कर (अनचछद - 51 क [ च छ ])
वजञािनक हो दिषटकोण जञानाजरन का काम कर
सावरजिनक समपितत का कभी नही नकसान कर (अनचछद - 51 क [ ज झ ])
खद ऊचाईयो को छ ल लोगो को भी बढ़ाय
राषटर िनरनतर बढ़ आग सभी सफल हो जाय (अनचछद - 51 क [ ञ ] )
माता-िपता या सरकषक परथम काम य करवाय
चाह गरीबी हो घर म बचच को िशकषा िदलवाय (अनचछद - 51 क [ ट ] )
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भाग-5सघ (The Union)
कायरपािलका (The Executive)
भारत सरकार म राषटरपित सवोरचचािधकारी होगा
जल थल वाय सना का वह शीषारिधकारी होगा (अनचछद - 52 53)
ससद िवधानसभाओ दवाराराषटरपित चयिनत होगा
पाच साल का कायरकालिजनका िनयिमत होगा (अनचछद - 54 56)
नागिरक हो भारत का आय पतीस स कम ना हो
सासद बनन लायक होकोई लाभ का पद ना हो (अनचछद - 58)
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मखय नयायाधीश दवारा उनका शपथ गरहण होगा
सिवधान की रकषा और अनपालन का परण होगा (अनचछद - 60)
राषटरपित यिद सिवधान की अवहलना करत ह
ससद सदसय उनक ऊपर दोषारोपण करत ह (अनचछद - 61)
ससद दवारा दोषारोपण महािभयोग कहलाता ह
दोष िसदध होन पर उनको पद स हटाया जाता ह (अनचछद - 61)
राषटरपित सवोरचच ह पर ससद ह उनस ऊपर
राषटरपित ससद नयायालय सिवधान सबस ऊपर (अनचछद - 61 [भाव की अिभवयिकत])
राषटरपित यिद हो असमथर अनपिसथत या बीमार
भारत क उपराषटरपित दखग उनका कायरभार (अनचछद - 63 65)
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ससद क दो सदन कर उपराषटरपित का िनवारचन
सिवधान क परित व लग शरदधा िनषठा क वचन (अनचछद - 66 69)
राषटरपित कर सकत ह िकसी भी सजा को कम
द सकत ह माफी भी या िफर सजा का िनलबन (अनचछद - 72)
राषटरपित की मदद हत एक मतरी पिरषद होगी
समिचत कायरवाही हत जो अपनी सलाह दगी (अनचछद - 74)
महामिहम को सलाह का पालन करना ही होगा
इस सलाह की अनदखी सभव काम नही होगा (अनचछद - 74)
मतरी-मडल की िनयिकत राषटरपित दवारा होगी
लोकसभा क परित भी मडल की िजममदारी होगी (अनचछद - 75)
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मतरी-पिरषद का मिखया परधानमतरी होता ह
परजाततर म वह वयिकत सबस ताकतवर होता ह (अनचछद - 75)
एक महानयायवादी होगा भारत सरकार म िनयकत
सरकार को िविध समबनधी सलाह दगा उपयकत (अनचछद - 76)
सरकार सब काम करगी राषटरपित क नाम स
उनको अवगत भी करायगी सरकार क काम स (अनचछद - 77 78)
ससद (Parliament)
ससद भारत दश की सबस बड़ी ससथा होगी
नय कानन बनान हत उसकी ही कषमता होगी (अनचछद - 79)
तीन भागो स होता ह भारतीय ससद का गठन
सवरपरथम ह राषटरपित िफर ससद क दो सदन (अनचछद - 79)
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राजय सभा क सदसयो का राजय ही कर चयन
कछ िवशष लोगो का िकया जाता ह मनोनयन (अनचछद - 80)
परतयक पाच साल म होता लोक सभा का चनाव
यही लोकततर का जाद जब लोग कर बदलाव (अनचछद - 83)
राजय सभा म िनयिकत हत उमर चािहए तीस
लोकसभा म आन हत पर कर पचचीस (अनचछद - 84)
राषटरपित समय समय पर करग ससद म बठक
दोनो सदनो म अिभभाषण का होगा उनका हक (अनचछद - 86 87)
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लोकसभा शीघर चनगी अपना एक अधयकष
लोकसभा क सचालन म होगा वह अित दकष (अनचछद - 93)
ससद क सब सदसयो को लनी होगी एक शपथ
सिवधान का करग पालन अपनायग उसका पथ (अनचछद - 99)
सासद नही बन रहग यिद हो िवकत मानिसकता
हो जाय िदवािलया या तयाग दश की नागिरकता (अनचछद - 102)
सासद सदन म बोल या रख सवततर िवचार
वाणी की सवततरता ही ह ससद का मखय आचार (अनचछद - 105)
ससद बनायगी कानन और पास करगी िबल
दोनो सदनो की सहमित स काम नही मिशकल (अनचछद - 107)
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जब कोई िबल पास होगा सहमित दग राषटरपित
यिद सिवधान सममत हतो जलद ही दग सवीकित (अनचछद - 111)
मतरालय सरकारी खचर का परा बजट बनाता ह
िवतत मतरी िफर इसको ससद म पास कराता ह (अनचछद - 112)
ससद म होगी परयोग िहनदी या अगरजी भाषा
यिद कोई दोनो ना जान बोल अपनी मातभाषा (अनचछद - 120)
िकसी जज क बतारव पर ससद म ना होगी बहस
ससदीय कायरवाही पर जज का नही चलगा बस (अनचछद - 121 122)
ससद ना चल रही हो पिरिसथित भी हो िवशष
राषटरपित कानन बनाय जारी करक अधयादश (अनचछद - 123)
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नयायपािलका (The Union Judiciary)
पर भारत म एक सवोरचच नयायालय होगा
नयाय का मिनदर होगा जजो का कायारलय होगा (अनचछद - 124)
जज यिद बनना हो तो चािहए सिवधान का जञान
वकील या जज क रप म पहल िकया हो काम (अनचछद - 124)
इन सभी जजो का चयन राषटरपित जी करत ह
इसक िलए अनय जजो स सलाह भी वह करत ह (अनचछद - 124)
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पद गरहण स पवर सब जज करत ह य वादा
पकषपात म नही करगा रख सिवधान मयारदा (अनचछद - 124)
जज हो जाय असमथर या तोड़ सिवधान की हद
ससद करगी महािभयोग छोड़ना होगा उनको पद (अनचछद - 124)
सपरीम कोटर क पास सबस जयादा अिधकार
मसला अपील का होया िफर राजयो की तकरार (अनचछद - 131 132 133 134)
जररत पड़ तो सपरीम कोटर नय कानन बनाता ह
जिटल सवधािनक मसलो को भीय सलझाता ह (अनचछद - 141 143)
भारत म एक िनयतरक महालखापरीकषक होगा
कनदर-राजय क खचोर का बयौरा उस रखना होगा (अनचछद - 148 149)
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भाग-6राजय (The States)
कायरपािलका (The Executive)
राजयपाल हर राजय म सवोरचच अिधकारी होगा
राषटरपित करग िनयिकतकायरकाल पाच वषर होगा (अनचछद - 153 154 155 156)
राजयपाल की िनयिकत हत भारत का नागिरक हो
आय पतीस की हो अनय लाभ का पद ना हो (अनचछद - 157 158)
राजयपाल को िमलग भतत और िवशषािधकार
साथ ही साथ होग व मफत मकान क हकदार (अनचछद - 158)
उचच नयायालय क जज स राजयपाल लग शपथ
जनता की करग सवा अपनायग सिवधान पथ (अनचछद - 159)
Page 39
आपरािधक मामलो म राजयपाल रखत ह शिकत
दोषी की कम कर सजाया िफर दणड स द मिकत (अनचछद - 161)
राजयपाल िववकानसार करग कायोर का िनवारह
अनय मामलो म व लग मतरी पिरषद स सलाह (अनचछद - 163)
राजयपाल ही करग राजय मखयमतरी की िनयिकत
िफर उनकी सलाह पर अनय मितरयो की िनयिकत (अनचछद - 164)
राजय क कल मितरयो की सखया िनधारिरत होगी
एम एल ए की सखया कापदरह परितशत ही होगी (अनचछद - 164)
राजय मितरयो की शपथ सिवधान क परित होगी
सारी जनता की सवा पकषपात रिहत होगी (अनचछद - 164)
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मतरी को गोपनीयता की शपथ गरहण करनी होगी
कछ िवषयो की जानकारी उनह गपत रखनी होगी (अनचछद - 164)
राजयपाल ही िनयकत करग राजय का महािधवकता
काननी िवषयो पर होगावो ही अिधकािरक वकता (अनचछद - 165)
राजय की कायरवाही होगी राजयपाल क नाम स
मखयमतरी अवगत करायग उनको अपन काम स (अनचछद - 166 167)
िवधान मणडल (The State Legislature)
सब राजयो म होगा िवधानसभा एक मखय सदन
कछ म अितिरकत होगा िवधानपिरषद का गठन (अनचछद - 168)
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िवधानसभा म होगा जनसखया का सही अनपात
तािक हर समाज क लोग परी रख अपनी बात (अनचछद - 170)
उमर यिद पचचीस की हो मन म हो सवा का भाव
एम०एल०ए० बनन हत लड़ सकत हो तम चनाव (अनचछद - 173)
सिवधान परित रखनी होगी हर सदसय को िनषठा
मरा भारत रह अखणड ऊची उसकी रह परितषठा (अनचछद - 173)
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िवधानसभा अधयकष करग सभा का सचालन
हर दल रख अपनी बातहो िनयमो का भी पालन (अनचछद - 178)
सदन म हर सदसय अपनी बात कह सकता ह
बखौफ बिहचक िवचार वयकत कर सकता ह (अनचछद - 194)
सदन सदसयो क वतन को भी तय कर सकता ह
जररत पड़ तो भततो म बढ़ोततरी कर सकता ह (अनचछद - 195)
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िवधानसभा राजय का िबल भीपास कर सकती ह
िफर उस पर राजयपाल स सवीकित ल सकती ह (अनचछद - 196)
राजयपाल सहमत होन पर अपनी महर लगायग
िबल म कछ गड़बड़ ह तो राषटरपित को बतायग (अनचछद - 200)
िवधानसभा बना सकती ह राजय क िलए कानन
िजसम राजय का िहत हो जनता को िमल सकन (अनचछद - 200)
राजय बजट बतलायगासरकार का वािषरक खचार
योजनाओ क मददो पर िफर होगी सदन म चचार (अनचछद - 202 203)
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िहनदी अगरजी सथानीय होगी सदन की भाषा
कोई न जान यिद इनह भी बोलगा वह मातभाषा (अनचछद - 210)
जज क आचरण पर नही करगा सदन बहस
सदन की कायरवाही पर भी न चल कोटर का बस (अनचछद - 211 212)
िवधानसभा का सतर न हो पिरिसथित हो िवशष
राजयपाल कानन बनाय जारी करक अधयादश (अनचछद - 213)
अधयादश को सदन दवारा करना होगा पास
वनार होगा बअसर वह बीत यिद डढ़ मास (अनचछद - 21३)
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राजयो क उचच नयायालय (The High Courts in the States)
हर राजय म नयाय हत एक उचच नयायालय होगा
िजसम जनता की खाितर नयाय दवार खला होगा (अनचछद - 214)
दस साल का नयाियक अनभव या रहा हो वकील
तब होगा उचच नयायालय का जज बनन कािबल (अनचछद - 217)
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राषटरपित दवारा होगी नयायधीश की िनयिकत
बासठ वषर परा होन पर होगी पद स मिकत (अनचछद - 217)
नयायधीश लग शपथ राजयपाल क साथ
सब लोगो को दग नयाय िबना िकए पकषपात (अनचछद - 219)
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अधीनसथ नयायालय (Subordinate Courts)
छोट नयायालयो पर होगी हाईकोटर की िनगरानी
िनयमपवरक कायर कर सब कोई न कर मनमानी (अनचछद - 233)
िजला जजो की िनयिकत राजयपाल दवारा होगी
इसस समबिनधत सलाह हाईकोटर दवारा होगी (अनचछद - 233)
सात वषर वकालत वाला िजला जज बनन योगय
अनय नयाियक पदो हत ह लोक सवा आयोग (अनचछद - 233)
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भाग-7परथम अनसची क भाग ख म राजय
(The States in Part B of First Schedule)
िनरिसत (Repealed)
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भाग-8सघ राजयकषतर
(The Union Territories)
सघ राजयकषतरो क िलए परशासक होग िजममदार
चाह हो दमन दीव या अडमान और िनकोबार (अनचछद - 239)
राजधानी िदलली म ह उपराजयपाल का शासन
यहा िवधानसभा भी ह जहा जनता कर िनवारचन (अनचछद - 239 क [ क ])
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भाग-9पचायत
(The Panchayats)
तजी स हो सबका िवकास हो जनता का शासन
इसक िलए करना होगा पचायतो का परशासन (अनचछद - 243 ख)
गराम सभा हो पचायत हो और हो िजला पिरषद
अनसिचत जाित जनजाित हत आरिकषत हो पद (अनचछद - 243 ग घ)
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मिहलाय भी समाज की ह महतवपणर ईकाई
उनक िलए आरिकषत हो अधयकष पद एक ितहाई (अनचछद - 243 घ)
राजय पचायतो को दग शिकत और अिधकार
िवकास हो नयाय िमल हो जनता का उपकार (अनचछद - 243 छ)
पचायत कर सकती ह टकस वसली का भी काम
खचार-पितर क िलए राजय भी दगा उनह अनदान (अनचछद - 243 ज)
परतयक पाच साल म होगा पचायत का िनवारचन
राजय चनाव आयोग करगा इन सबका सचालन (अनचछद - 243 ट)
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भाग-9 कनगरपािलकाय
(The Municipalities)
शहरो म नगरपािलका ह पचायत का दसरा रप
वाडर और उसकी सिमितयो जसा होगा परारप (अनचछद - 243 थ द ध)
मिहला कमजोर वगोर का आरकषण करना होगा
योजना लाग करन को टकस वसल करना होगा (अनचछद - 243 न भ)
महानगर कषतर म आबादी ह दस लाख स जयादा
परमख मयर कहलाता हिजममदारी भी ह जयादा (अनचछद - 243 त थ ब)
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भाग-9 खसहकारी सिमितया
(The Co-Operative Societies)
लोग बना सकत ह अपनी एक सहकारी सिमित
बोडर करगा सचालनबहतर होगी आिथरक िसथित (अनचछद - 243 यज यञ)
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भाग-10अनसिचत और जनजाित कषतर
(The Scheduled and Tribal Areas)
एस०टी० लोगो क िवकास का ह िवशष परावधान
अनसिचत कषतरो का भी खब रखना होगा धयान (अनचछद - 244)
जनजाित क िलए एक सलाहकार पिरषद होगी
िजसस उनक परशासन की नीित िनधारिरत होगी (अनचछद - 244 पाचवी अनसची)
उनक कलयाण कायोर पर राजयपाल रख िनगरानी
भिम उनकी रह सरिकषत साहकार न कर मनमानी (अनचछद - 244 पाचवी अनसची)
राजयपाल उनक कषतरो म पिरवतरन कर सकत ह
शािनत सरकषा काननो म बदली भी कर सकत ह (अनचछद - 244 पाचवी अनसची)
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असम राजय म होग सवशासी िजला और परदश
लाग नही होग इन पर राजय सरकार क िनदरश (अनचछद - 244 छठी अनसची)
जगल और जनजाित म ह बहत गहरा सबध
सतलन कस रखा जाय इसका ह सही परबध (अनचछद - 244 छठी अनसची)
वनभिम का उतपादो का जनजाित कर परयोग
वन भी रह सरिकषत ना हो जीिवका म अवरोध (अनचछद - 244 छठी अनसची)
राजयपाल ऐस कषतरो म िनिशचत कर सशासन
िशकषा सवासथय सचार क िदलवाय सब साधन (अनचछद - 244 छठी अनसची)
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भाग-11सघ और राजयो क बीच म समबनध
(Relations between the Union and the States)
ससद पर भारत म कानन बना सकती ह
िवधानसभा कवल राजय म ऐसा कर सकती ह (अनचछद - 245)
कानन बनान की शिकत कनदर-राजय की ह पथक
िवषय उनक िनधारिरत ह तािक ना हो कोई शक (अनचछद - 246)
सघ सची म िलख ह ससद क अिधकार
जस रकषा रल िवदश सना दर सचार (अनचछद - 246 सातवी अनसची - सघ सची)
राजय सची म विणर त ह िवधानसभा क अिधकार
जस पिलस सवासथय किष वन िवदयत कारागार (अनचछद - 246 सातवी अनसची - राजय सची)
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कछ िवषय ऐस ह िजन पर दोनो का अिधकार
इनम स ह िशकषा सजा नयाय वन वयापार (अनचछद - 246 सातवी अनसची - समवतीर सची)
िफर भी ससद बड़ी ह शरषठ ह उसक अिधकार
राषटरिहत म कानन बनाय कर अनतराषटरीय करार (अनचछद - 247 248 249 250 251 252 253 254)
काननो का अनपालन िनिशचत कर राजय सरकार
वनार िनदरिशत भी कर सकती ह भारत सरकार (अनचछद - 256)
क दर राजय सरकारो को द सकता ह आदश
दशिहत क कामो म यिद मिशकल आती ह पश (अनचछद - 257)
दो राजयो म िववाद हो या नदी जल का बटवारा
कनदर कानन बनाकर कर सकता ह िनपटारा (अनचछद - 262)
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राजयो क झगड़ो को सब िमलजल क सलझाय
जाच एव सझाव हत पिरषद एक बनाय (अनचछद - 263)
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भाग-12िवतत समपितत सिवदाए और वाद
(Finance Property Contracts and Suits)
टकस दवारा जो पसा आय सिचत धन कहलाय
भाित-भाित क खचोर म यह धन काम म आय (अनचछद - 266)
कछ खचर करन पड़त ह एकदम और कई बार
िजसकी खाितर कटीजसी फडरखती ह सरकार (अनचछद - 267)
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क दर और राजय सरकार दोनो ल जनता स कर
िफर िनयमानसार आपस म बाट इस बराबर (अनचछद - 268 269 270)
कनदर को राजय सरकारो को दना होगा अनदान
जनजाित कषतरो क िवकास का रखना होगा धयान (अनचछद - 275)
िवतत आयोग सझाव दता ह धन क िवतरण पर
तािक राजयो को िमल उननित क बराबर अवसर (अनचछद - 280 281)
क दर की समपितत पर राजय नही लगाय कर
क दर भी इस समबनध म कर राजय का आदर (अनचछद - 285 289)
क दर राजय कर सकत ह वयापार और कारोबार
समदरी खिनजो पर होगाकवल क दर का अिधकार (अनचछद - 297 298)
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राषटरपित की ओर स साइन होग सब करार
पर कोई चक हई तो नही होग व िजममदार (अनचछद - 299)
कोई वयिकत कर सकता ह समपितत को सिचत
कानन िबना उस नही कर सकत ह विचत (अनचछद - 300 क)
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भाग-13भारत क राजय कषतर क अनदर वयापार वािणजय और समागम (Trade Commerce and
Intercourse in India)
कोई कही भी कर सकता ह वािणजय या वयापार
िजस जनिहत म िनयिमत कर सकती ह सरकार (अनचछद - 301 302)
कनदर फड क िवतरण म न कर िकसी स पकषपात
साधन िवहीन राजयो कािफर भी दना होगा साथ (अनचछद - 303)
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भाग-14सघ और राजयो क अधीन सवाए
(Services under the Union and the States)
सरकारी कामकाज हत िनयकत होत ह अिधकारी
कायर सचार रप स हो लत ह िजममदारी (अनचछद - 309)
कोई अिधकारी कमरठ ह काम ह उसका अचछा
सिवधान उसको दता ह काफी अिधक सरकषा (अनचछद - 310 311)
िनयिकत कतार ही िकसी को पद स हटा सकता ह
िविधवत जाच कराक सजा सना सकता ह (अनचछद - 311)
िकसी कायरवाही स पहल वयिकत को सनना होगा
उसक दोष बतान होग िफर िनणरय करना होगा (अनचछद - 311)
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यिद गभीर अपराध म दोषी िसदध हआ अिधकारी
पद स हटाया जा सकता ह उस िबना इनकवारी (अनचछद - 311 2 क)
कभी-कभी सरकषा िहत म जाच नही हो सकती ह
िबना जाच अिधकारी की सवामिकत हो सकती ह (अनचछद - 311 2 ख ग)
क दर म भतीर हत ह सघ लोक सवा आयोग
आवदन कर सकत ह सवा क इचछक सब लोग (अनचछद - 315)
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आयोग करगा सचािलत िनयिकत हत परीकषा
उचच सवाओ म चािहए गरजएट तक की िशकषा (अनचछद - 315 320)
राजयो म भतीर हत ह राजय लोक सवा आयोग
छोट राजय चाह तो बनगा एक सयकत आयोग (अनचछद - 315)
आयोग म होग सदसय होगा एक अधयकष
रह हो सरकारी पद पर छिव हो उनकी िनषपकष (अनचछद - 316)
आयोग भतीर समबिनधत अपनी सलाह भी दगा
राषटरपित को हर साल सब कायोर का बयौरा दगा (अनचछद - 323)
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भाग-14कअिधकरण (Tribunals)
क दर राजय सतर पर होग परशासिनक अिधकरण
भतीर सवा क झगड़ो का िकया करग िनराकरण (अनचछद - 323 क)
कछ अिधकरण करग अनय िववादो का िनपटारा
टकस शरम िववाद या खादय वसतओ का बटवारा (अनचछद - 323 ख)
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भाग-15िनवारचन (Elections)
परजातनतर का मखय तनतर ह िनवारचन आयोग
इसकी मदद स सरकारो को चनत ह हम लोग (अनचछद - 324)
मखय चनाव अायकत कराय चनाव का सचालन
आचार सिहता का करवाय सखती स अनपालन (अनचछद - 324)
राषटरपित उपराषटरपित ससद या िवधानमडल सबक चनाव पर आयोग िनगरानी रख परितपल
(अनचछद - 324)
चनाव आयकतो को दता ह सिवधान सरकषा
सवतनतर चनावो स ही होती परजातनतर की रकषा (अनचछद - 324)
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लोकसभा िवधान सभा का जब भी हो िनवारचन
आयोग को सब सहयोग दगा राजय परशासन (अनचछद - 324)
वोटर िलसट म शािमल होगा हर वयसक का नाम
इस सब को िनषपकष कराना ह आयोग का काम (अनचछद - 325)
अठारह वषर का हर वयिकत रखता ह मतािधकार
अपनी इचछा क अनसार चन सकता ह सरकार (अनचछद - 326)
एम०पी० और एम०एल०ए० बन हो चनाव िनषपकष
लोकततर कायम रह यही आयोग का लकषय (अनचछद - 324 [भाव की अिभवयिकत])
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भाग-16कछ वगोर क समबनध म िवशष उपबनध
(Special Provisions relating to Certain Classes)
अनसिचत जाित जनजाित का ह िवशष परबध
लोकसभा म ह आरकषण ह अनपाितक सबध (अनचछद - 330)
ऐगलो इिडयन लोग यिद सखया म कम लगत ह
राषटरपित लोकसभा म दो सदसय रख सकत ह (अनचछद - 331)
एससी एसटी लोगो की िजतनी जनसखया होगी
उतनी ही िवधानसभा म सीटो की सखया होगी (अनचछद - 332)
सरकारी सवाओ मएससी एसटी का हो सथान
थोड़ी छट िमल अको म तािक भतीर हो आसान (अनचछद - 335)
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राषटरीय अनसिचतजाित आयोग कर हको की रकषा
उनस सबिधत समसयाओ की करता ह य परीकषा (अनचछद - 338)
एक अधयकष उपाधयकष और अनय सदसय होग
सिवधान क परावधान उनह लाग करन होग (अनचछद - 338)
एस० सी० लोगो क िहतो म न हो कोई कोताही
सािबत हो आरोप यिद आयोग कर कायरवाही (अनचछद - 338)
अनय कलयाणकारी उपाय खोजकर लायगा
राषटरपित को आयोग अपन सझाव बतलायगा (अनचछद - 338)
आयोग का दजार िसिवल नयायालय का होगा
सबकी पशी करान का हक उस परापत होगा (अनचछद - 338)
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राषटरपित आयोग की िरपोटर ससद म रखवायग
िसफािरशो पर काररवाई स अवगत भी करवायग (अनचछद - 338)
आयोग चाह तो सबिधत कागज पश करन होग
शपथपतर दकर सार सबत परकट करन होग (अनचछद - 338)
एस० सी० सबिधत कोई िनणरय लती ह सरकार
आयोग स लकर सलाह उस करना होगा िवचार (अनचछद - 338)
एक राषटरीय अनसिचत जनजाित आयोग भी होगा
एस सी आयोग जसा सतर इसको भी परापत होगा (अनचछद - 338 क)
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वसी ही शिकत होगी वही कायर वह करगा
जनजाित क िहतो की रकषा हर हालत म करगा (अनचछद - 338 क)
एस०टी० की उननित हत आयोग की होगी िनयिकत
राजय यिद कर िढलाई क दर करगा सखती (अनचछद - 339)
सामािजक शिकषक दिषट स िपछड़ ह जो लोग
राषटरपित उनक िलए गिठत कर आयोग (अनचछद - 340)
आयोग अधययन करगा कस हो उनका सधार
कस क दर-राजय बन सकत उन लोगो क मददगार (अनचछद - 340)
आयोग राषटरपित को दगा िसफािरश बयौरवार
ससद को िफर करना होगा भलाई हत िवचार (अनचछद - 340)
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भाग-17राजभाषा
(Official Language)
सघ की भाषा िहदी िलिप दवनागरी होगी
शासकीय परयोजन हत अगरजी की जररत होगी (अनचछद - 343)
राषटरपित भाषािवदो का एक आयोग कर गिठत
िहदी क परचार हत परयास कर जो सगिठत (अनचछद - 344)
िहदी भाषा हो समदध बढ़ जञान और िवजञान
अिहदी भाषी लोगो का आयोग रख धयान (अनचछद - 344)
िवधानसभा सथानीय भाषा को कर ल अगीकार
पर सरकारी कामो म रह अगरजी बरकरार (अनचछद - 345)
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दो राजयो को आपस म यिद करना ह पतराचार
दोनो िमलकर िहदी को कर सकत ह सवीकार (अनचछद - 346)
उचच उचचतम नयायालय म अगरजी परयकत होगी
आदशोअिधिनयमो की परित अगरजी म ही होगी (अनचछद - 348)
भाषाई अलपसखयको का सरकार रख धयान
मातभाषा म ही िमल सब िवषयो का जञान (अनचछद - 350 क ख)
सरकार िहदी को कर समदध खब कर परचार
अनय भाषाओ क शबदो स कर इसका िवसतार (अनचछद - 351)
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भाग-18आपात उपबनध
(Emergency Provisions)
यदध का हो सकट िवदरोिहयो का िबछा हो जाल
राषटरपित सनतिषट करकघोिषत कर आपातकाल (अनचछद - 352)
आपातकाल क िलए चािहए ससद की मजरी
एक माह क भीतर ही यह सहमित अित जररी (अनचछद - 352)
इस दौरान िमल जात हक दर को जयादा अिधकार
क दर सरकार चला सकती हराजय की भी सरकार (अनचछद - 353)
क दर राजय की करगा हर हालत म सरकषा
चाह वाहय आकरमण हो या सशसतर िवदरोह स रकषा (अनचछद - 355)
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राजय यिद नही चल रहा सिवधान क अनसार
राजयपाल राषटरपित को दग िरपोटर िसलिसलवार (अनचछद - 356)
िफर उस राजय म लाग होगा राषटरपित शासन
भारत सरकार हाथ म लगी वहा का परशासन (अनचछद - 356)
उदघोषणा का ससद दवारा करना होगा अनमोदन
दो महीनो म पास करग ससद क दोनो सदन (अनचछद - 356)
आपातकाल म िछन जायग सार मल अिधकार
बचगी शारीिरक सवततरता व जीन का अिधकार (अनचछद - 358 359)
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भारत म यिद पदा हो आिथरक सकट काल
राषटरपित घोिषत करत ह िवततीय आपातकाल (अनचछद - 352)
इस दौरान राजयो क खचर िकय जायग कम
घट जायग कमरचािरयो और जजो क वतन (अनचछद - 360)
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भाग-19परकीणर (Miscellaneous)
राषटरपित व राजयपाल को परापत ह िवशषािधकार
ना उन पर कोई कस चलगा न होग व िगरफतार (अनचछद - 361)
यिद कोई छपवाता ह ससद की कायरवाही
नयायालय नही करगा कोई दािणडक कायरवाही (अनचछद - 361 क)
सतयमव जयत
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भाग-20सिवधान का सशोधन
(Amendment of the Constitution)
ससद चाह कर सकती ह सिवधान म सशोधन
दो ितहाई बहमत स यिद पास कर दोनो सदन (अनचछद - 368)
िफर य िवधयक राषटरपित को भजा जायगा
उनकी सवीकित िमलन पर सशोधन कहलायगा (अनचछद - 368)
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भाग-21असथायी सकरमणकालीन और िवशष उपबनध
(Temporary Transitional and Special Provisions)
जमम और कशमीर राजय का ह िवशष अिधकार
ससद का कानन चलगा जब राजय कर सवीकार (अनचछद - 370)
कई बहत स राजयो म भी ह िवशष उपबनध
उनकी उननित और िवकास हो कछ ऐस परबध (अनचछद - 371 371 क ख ग घ ङ च छ ज झ ञ)
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भाग-22सिकषपत नाम परारमभ िहनदी म परािधकत पाठ
(Short Title Commencement Authoritative Text in Hindi)
हमारा य सिवधानभारत का सिवधान कहलायगा
छबबीस जनवरी 1950 स परा लाग हो जायगा (अनचछद - 393 394)
राषटरपित जी सिवधान को िहनदी म छपवायग
िहनदी अगरजी ससकरण ही अिधकत कहलायग (अनचछद - 394 क)
समापत
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भाग-8
सघ राजयकषतर (The Union Territories)भाग-9
पचायत (The Panchayats)
भाग-9 (क)नगरपािलकाय (The Municipalities)
भाग-9 (ख)
सहकारी सिमितया (The Co-Operative Societies)भाग-10
अनसिचत और जनजाित कषतर (The Scheduled and Tribal Areas)भाग-11
सघ और राजयो क बीच म समबनध (Relations between the Union and the States)
भाग-12
िवतत समपितत सिवदाए और वाद (Finance Property Contracts and Suits)भाग-13
भारत क राजय कषतर क अनदर वयापार वािणजय और समागम (Trade Commerce and Intercourse in India)
भाग-14
सघ और राजयो क अधीन सवाए (Services under the Union and the States)
Page 10
भाग-14 (क)
अिधकरण (Tribunals)भाग-15
िनवारचन (Elections)
भाग-16कछ वगोर क समबनध म िवशष उपबनध (Special Provisions relating
to Certain Classes)भाग-17
राजभाषा (Official Language)भाग-18
आपात उपबनध (Emergency Provisions)
भाग-19परकीणर (Miscellaneous)
भाग-20
सिवधान का सशोधन (Amendment of the Constitution)भाग-21
असथायी सकरमणकालीन और िवशष उपबनध (Temporary Transitional and Special Provisions)
भाग-22सिकषपत नाम परारमभ िहनदी म परािधकत पाठ (Short Title
Commencement Authoritative Text in Hindi)
Page 11
सिवधान की उददिशका (Preamble)
हम भारत क लोग आज य सिवधान अपनात ह
समाजवादी धमरिनरपकष राषटर को गल लगात ह िमलगा हर तरह का नयाय बोलन की आजादी
िमलगी समानता सबको दश की जो आबादी बधता बढ़ हर एक स हर वयिकत इजजत पाय
राषटर हमारा रह अखड एकता बढ़ती जाय
26 नवमबर 1949 दढ़िनशचय हम करत ह
सिवधान को अगीकत आतमािपर त करत ह
Page 12
भाग-1सघ और उसका राजय कषतर
(The Union and its Territories) सब राजयो को िमलाकर भारत एक सघ होगा
चाह तो नवराषटरो का िमलन िविध सममत होगा (अनचछद - 12)
ससद चाह नय राजयो का िनमारण कर सकती ह
वतरमान राजयो म पिरवतरन भी कर सकती ह (अनचछद - 3)
Page 13
भाग-2नागिरकता (Citizenship)
भारत म रहन वाला वयिकत भारतीय कहलाता ह
बाहर स आ बस भारत म वह भी य हक पाता ह (अनचछद - 5)
कोई सवचछा स कर िवदशी नागिरकता सवीकार
भारतीय नागिरकता पर वह खोयगा अिधकार (अनचछद - 9)
Page 14
भाग-3मल अिधकार (Fundamental Rights)
मानव मल अिधकारो को महतवपणर बतलाया ह
इनक िवरदध िकसी िविध को असगत ठहराया ह (अनचछद - 13)
अनचछद चौदह म समता का अिधकार ह
होटल हो चाह दकान सबको परवश अिधकार ह (अनचछद - 14 15)
अनसिचत जाित जनजाित की करनी होगी भलाई
तािक उनकी उननित हो और कमी की हो भरपाई (अनचछद - 15)
नौकरी म धमर जाित िलग का नही होगा भद
साफ साफ शबदो म समझाता सोलह अनचछद (अनचछद - 16)
Page 15
समाज क िपछड़ वगोर कोहो आरकषण का सहारा
उननित कर दिलत िजनका जीवन विचत सारा (अनचछद - 16)
छआछत कलक का अनचछद सतरह कर अत
डॉ० अमबडकर हए मसीहा मानवता क बन सत (अनचछद - 17)
रह ना कोई जमीदार अब ना नवाब ना महाराजा
पद ना होगा जनम स खला योगयता का दरवाजा (अनचछद - 18)
परितयोिगता स ही िमलगा अब पद और सममान
बनो डॉकटर और कलकटर खब कमाओ नाम (अनचछद - 18 [भाव की अिभवयिकत])
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वयकत करो अपन भावो को जो चाह सो बोलो
अनयाय स नही डरो मह तम अपना खोलो (अनचछद - 19)
सघ और समह बनाना ह सबका अिधकार
शाितपणर करो सममलन जो हो िबना हिथयार (अनचछद - 19)
सारा भारत दश तमहारा कही भी जा सकत हो
कोई जगह पसनद आय वहा भी रह सकत हो (अनचछद - 19)
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बनो वकील या वयापारी करो कोई भी कारोबार
अनचछद उननीस दता ह तमको य सार अिधकार (अनचछद - 19)
जब तक िसदध नही हो दोषदोषी नही कहलाओग
बगनाह सािबत होन क सब अवसर तम पाओग (अनचछद - 20)
पहल कारण बतलायग तभी करग िगरफतार
चौबीस घट म छोड़ग िगरफतारी यिद बआधार (अनचछद - 22)
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कोई बचचा ना कर मजदरी मजदर ना कर बगार
यिद कोई भी कर उललघन जाना होगा कारागार (अनचछद - 23)
ननह - ननह स बचच नही कर खान म काम
सरकार उनह दगी िशकषा तािक बन बड़ इसान (अनचछद - 24 21 क)
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िकसी भी धमर को मानो या उसका परचार करो
अपन बनाओ ससथान सचालन का काम करो (अनचछद - 25 26)
कर स होता मकत ह धािमरक कायोर का परबध
सरकारी सकलो म ह धािमरक िशकषा पर परितबध (अनचछद - 27 28)
बौदध मिसलम िसख ईसाईअलपसखयक ह य भाई
अपन धमर िलिप भाषा की कर सकत ह पढ़ाई (अनचछद - 29 30)
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मल अिधकार बहत जररी परजाततर का सार
इन सब की गारटी दता सवधािनक उपचार (अनचछद - 32)
छीन यिद कोई अिधकार िरट दायर करवाओ
नयायालय स लो आदश लाग उस कराओ (अनचछद - 32)
शसतर बलो व आई०बी० मबहत जररी अनशासन
अिधकारो म अलप कटौती कर सकता ह शासन (अनचछद - 33)
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भाग-4राजय क नीित िनदरशक ततव
(Directive Principles of State Policy)
सिवधान सब राजयो को दता ह िनदरश
जनता क कलयाण की वयवसथा कर िवशष (अनचछद - 38)
सामािजक असमता कम हो घट आय का अतर
सभी कषतर कर िवकास अवसर िमल िनरनतर (अनचछद - 38)
सतरी-परष सबको िमल आजीिवका क साधन
सामिहक िहत हो िजसम बाटो सब ससाधन (अनचछद - 39)
एक हाथ म किनदरत ना हो उतपादन क साधन
नर-नारी यिद कर कायर तो िमल समान ही वतन (अनचछद - 39)
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कािमरको क सवासथय का धयान रख सरकार
सतरी - परष बचच न कर हािनकारक रोजगार (अनचछद - 39)
सब बचच उननित कर िमल माहौल अनकल
शोषण उनका ना होय कभी न जाना भल (अनचछद - 39)
नयाय सवरजन को िमल अपराधी या सशील
कोई बहत गरीब हो तो मफत म िमल वकील (अनचछद - 39 क)
गाव म िनिशचत कर पचायत का गठन
जनता को शिकत िमल लग िवकास म धन (अनचछद - 40)
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बढ़ा हो बकार हो असमथर या बीमार
सहारा इनको भी िमल कछ मदद कर सरकार (अनचछद - 41)
अचछा सिवधाजनक हो कायारलय म काम
गभरवती मिहलाओ को िमल िवशष आराम (अनचछद - 42)
जीवन का सतर सधर चहमखी होय िवकास
बकारो को िमल काम सिवधा और अवकाश (अनचछद - 43)
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उदयोगो क परबनध म हो मजदरो का हाथ
सहकारी सिमित का सवरप िखल साथ ही साथ (अनचछद - 43 क और ख)
सब नागिरको क िलए जो दश म कर िनवास
समान िसिवल सिहता का िकया जाय परयास (अनचछद - 44)
ननह बचचो को िमल िशकषा और सरकषा
बन सभय नागिरक व जीवन हो अित अचछा (अनचछद - 45)
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अनसिचत जाित जनजाित वगर ह सबस दबरल
अनयायो पर लग रोक िमल िशकषा और धन बल (अनचछद - 46)
िमल िवटािमन पोषक ततव उचच सतरीय जीवन
सवासथय सवा म हो सधार रक नश का सवन (अनचछद - 47)
वजञािनक तकनीको स बढ़ किष और पशपालन
सधर नसल पशओ की वध-िनषध का हो पालन (अनचछद - 48)
पयारवरण सरिकषत रखो करो जीवन का रकषण
वकष लगाओ करो हिरयालीवन जीवो का रकषण (अनचछद - 48 क)
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समारको की कर सरकषा रख िवशष धयान
इितहास रहगा सरिकषत बढ़गा सबका जञान (अनचछद - 49)
परशासन का नयायालय म ना हो कोई दखल
नयायपािलका रह सवततर नयाय िमल परितपल (अनचछद - 50)
सब दशो क बीच म रह सरकषा शािनत
आपस म आदर बढ़ िमट परसपर भरािनत (अनचछद - 51)
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भाग-4कमल कतरवय (Fundamental Duties)
सिवधान का कर पालन झड का कर सममान
इसक आदशोर को मान आदर स कर राषटरगान (अनचछद - 51 क [ क ])
आजादी क आदशोर को समझ और बयान कर
दश की परभता अखडता क रकषक का काम कर (अनचछद - 51 क [ ख ग ])
राषटर की सवा कर सतरी का सममान कर
भदभाव रिहत होकर भराततव का िनमारण कर (अनचछद - 51 क [ घ ङ ])
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सामािजक ससकित समझ परमपरा का मान कर
परकित का िवसतार कर जीवन का सममान कर (अनचछद - 51 क [ च छ ])
वजञािनक हो दिषटकोण जञानाजरन का काम कर
सावरजिनक समपितत का कभी नही नकसान कर (अनचछद - 51 क [ ज झ ])
खद ऊचाईयो को छ ल लोगो को भी बढ़ाय
राषटर िनरनतर बढ़ आग सभी सफल हो जाय (अनचछद - 51 क [ ञ ] )
माता-िपता या सरकषक परथम काम य करवाय
चाह गरीबी हो घर म बचच को िशकषा िदलवाय (अनचछद - 51 क [ ट ] )
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भाग-5सघ (The Union)
कायरपािलका (The Executive)
भारत सरकार म राषटरपित सवोरचचािधकारी होगा
जल थल वाय सना का वह शीषारिधकारी होगा (अनचछद - 52 53)
ससद िवधानसभाओ दवाराराषटरपित चयिनत होगा
पाच साल का कायरकालिजनका िनयिमत होगा (अनचछद - 54 56)
नागिरक हो भारत का आय पतीस स कम ना हो
सासद बनन लायक होकोई लाभ का पद ना हो (अनचछद - 58)
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मखय नयायाधीश दवारा उनका शपथ गरहण होगा
सिवधान की रकषा और अनपालन का परण होगा (अनचछद - 60)
राषटरपित यिद सिवधान की अवहलना करत ह
ससद सदसय उनक ऊपर दोषारोपण करत ह (अनचछद - 61)
ससद दवारा दोषारोपण महािभयोग कहलाता ह
दोष िसदध होन पर उनको पद स हटाया जाता ह (अनचछद - 61)
राषटरपित सवोरचच ह पर ससद ह उनस ऊपर
राषटरपित ससद नयायालय सिवधान सबस ऊपर (अनचछद - 61 [भाव की अिभवयिकत])
राषटरपित यिद हो असमथर अनपिसथत या बीमार
भारत क उपराषटरपित दखग उनका कायरभार (अनचछद - 63 65)
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ससद क दो सदन कर उपराषटरपित का िनवारचन
सिवधान क परित व लग शरदधा िनषठा क वचन (अनचछद - 66 69)
राषटरपित कर सकत ह िकसी भी सजा को कम
द सकत ह माफी भी या िफर सजा का िनलबन (अनचछद - 72)
राषटरपित की मदद हत एक मतरी पिरषद होगी
समिचत कायरवाही हत जो अपनी सलाह दगी (अनचछद - 74)
महामिहम को सलाह का पालन करना ही होगा
इस सलाह की अनदखी सभव काम नही होगा (अनचछद - 74)
मतरी-मडल की िनयिकत राषटरपित दवारा होगी
लोकसभा क परित भी मडल की िजममदारी होगी (अनचछद - 75)
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मतरी-पिरषद का मिखया परधानमतरी होता ह
परजाततर म वह वयिकत सबस ताकतवर होता ह (अनचछद - 75)
एक महानयायवादी होगा भारत सरकार म िनयकत
सरकार को िविध समबनधी सलाह दगा उपयकत (अनचछद - 76)
सरकार सब काम करगी राषटरपित क नाम स
उनको अवगत भी करायगी सरकार क काम स (अनचछद - 77 78)
ससद (Parliament)
ससद भारत दश की सबस बड़ी ससथा होगी
नय कानन बनान हत उसकी ही कषमता होगी (अनचछद - 79)
तीन भागो स होता ह भारतीय ससद का गठन
सवरपरथम ह राषटरपित िफर ससद क दो सदन (अनचछद - 79)
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राजय सभा क सदसयो का राजय ही कर चयन
कछ िवशष लोगो का िकया जाता ह मनोनयन (अनचछद - 80)
परतयक पाच साल म होता लोक सभा का चनाव
यही लोकततर का जाद जब लोग कर बदलाव (अनचछद - 83)
राजय सभा म िनयिकत हत उमर चािहए तीस
लोकसभा म आन हत पर कर पचचीस (अनचछद - 84)
राषटरपित समय समय पर करग ससद म बठक
दोनो सदनो म अिभभाषण का होगा उनका हक (अनचछद - 86 87)
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लोकसभा शीघर चनगी अपना एक अधयकष
लोकसभा क सचालन म होगा वह अित दकष (अनचछद - 93)
ससद क सब सदसयो को लनी होगी एक शपथ
सिवधान का करग पालन अपनायग उसका पथ (अनचछद - 99)
सासद नही बन रहग यिद हो िवकत मानिसकता
हो जाय िदवािलया या तयाग दश की नागिरकता (अनचछद - 102)
सासद सदन म बोल या रख सवततर िवचार
वाणी की सवततरता ही ह ससद का मखय आचार (अनचछद - 105)
ससद बनायगी कानन और पास करगी िबल
दोनो सदनो की सहमित स काम नही मिशकल (अनचछद - 107)
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जब कोई िबल पास होगा सहमित दग राषटरपित
यिद सिवधान सममत हतो जलद ही दग सवीकित (अनचछद - 111)
मतरालय सरकारी खचर का परा बजट बनाता ह
िवतत मतरी िफर इसको ससद म पास कराता ह (अनचछद - 112)
ससद म होगी परयोग िहनदी या अगरजी भाषा
यिद कोई दोनो ना जान बोल अपनी मातभाषा (अनचछद - 120)
िकसी जज क बतारव पर ससद म ना होगी बहस
ससदीय कायरवाही पर जज का नही चलगा बस (अनचछद - 121 122)
ससद ना चल रही हो पिरिसथित भी हो िवशष
राषटरपित कानन बनाय जारी करक अधयादश (अनचछद - 123)
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नयायपािलका (The Union Judiciary)
पर भारत म एक सवोरचच नयायालय होगा
नयाय का मिनदर होगा जजो का कायारलय होगा (अनचछद - 124)
जज यिद बनना हो तो चािहए सिवधान का जञान
वकील या जज क रप म पहल िकया हो काम (अनचछद - 124)
इन सभी जजो का चयन राषटरपित जी करत ह
इसक िलए अनय जजो स सलाह भी वह करत ह (अनचछद - 124)
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पद गरहण स पवर सब जज करत ह य वादा
पकषपात म नही करगा रख सिवधान मयारदा (अनचछद - 124)
जज हो जाय असमथर या तोड़ सिवधान की हद
ससद करगी महािभयोग छोड़ना होगा उनको पद (अनचछद - 124)
सपरीम कोटर क पास सबस जयादा अिधकार
मसला अपील का होया िफर राजयो की तकरार (अनचछद - 131 132 133 134)
जररत पड़ तो सपरीम कोटर नय कानन बनाता ह
जिटल सवधािनक मसलो को भीय सलझाता ह (अनचछद - 141 143)
भारत म एक िनयतरक महालखापरीकषक होगा
कनदर-राजय क खचोर का बयौरा उस रखना होगा (अनचछद - 148 149)
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भाग-6राजय (The States)
कायरपािलका (The Executive)
राजयपाल हर राजय म सवोरचच अिधकारी होगा
राषटरपित करग िनयिकतकायरकाल पाच वषर होगा (अनचछद - 153 154 155 156)
राजयपाल की िनयिकत हत भारत का नागिरक हो
आय पतीस की हो अनय लाभ का पद ना हो (अनचछद - 157 158)
राजयपाल को िमलग भतत और िवशषािधकार
साथ ही साथ होग व मफत मकान क हकदार (अनचछद - 158)
उचच नयायालय क जज स राजयपाल लग शपथ
जनता की करग सवा अपनायग सिवधान पथ (अनचछद - 159)
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आपरािधक मामलो म राजयपाल रखत ह शिकत
दोषी की कम कर सजाया िफर दणड स द मिकत (अनचछद - 161)
राजयपाल िववकानसार करग कायोर का िनवारह
अनय मामलो म व लग मतरी पिरषद स सलाह (अनचछद - 163)
राजयपाल ही करग राजय मखयमतरी की िनयिकत
िफर उनकी सलाह पर अनय मितरयो की िनयिकत (अनचछद - 164)
राजय क कल मितरयो की सखया िनधारिरत होगी
एम एल ए की सखया कापदरह परितशत ही होगी (अनचछद - 164)
राजय मितरयो की शपथ सिवधान क परित होगी
सारी जनता की सवा पकषपात रिहत होगी (अनचछद - 164)
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मतरी को गोपनीयता की शपथ गरहण करनी होगी
कछ िवषयो की जानकारी उनह गपत रखनी होगी (अनचछद - 164)
राजयपाल ही िनयकत करग राजय का महािधवकता
काननी िवषयो पर होगावो ही अिधकािरक वकता (अनचछद - 165)
राजय की कायरवाही होगी राजयपाल क नाम स
मखयमतरी अवगत करायग उनको अपन काम स (अनचछद - 166 167)
िवधान मणडल (The State Legislature)
सब राजयो म होगा िवधानसभा एक मखय सदन
कछ म अितिरकत होगा िवधानपिरषद का गठन (अनचछद - 168)
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िवधानसभा म होगा जनसखया का सही अनपात
तािक हर समाज क लोग परी रख अपनी बात (अनचछद - 170)
उमर यिद पचचीस की हो मन म हो सवा का भाव
एम०एल०ए० बनन हत लड़ सकत हो तम चनाव (अनचछद - 173)
सिवधान परित रखनी होगी हर सदसय को िनषठा
मरा भारत रह अखणड ऊची उसकी रह परितषठा (अनचछद - 173)
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िवधानसभा अधयकष करग सभा का सचालन
हर दल रख अपनी बातहो िनयमो का भी पालन (अनचछद - 178)
सदन म हर सदसय अपनी बात कह सकता ह
बखौफ बिहचक िवचार वयकत कर सकता ह (अनचछद - 194)
सदन सदसयो क वतन को भी तय कर सकता ह
जररत पड़ तो भततो म बढ़ोततरी कर सकता ह (अनचछद - 195)
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िवधानसभा राजय का िबल भीपास कर सकती ह
िफर उस पर राजयपाल स सवीकित ल सकती ह (अनचछद - 196)
राजयपाल सहमत होन पर अपनी महर लगायग
िबल म कछ गड़बड़ ह तो राषटरपित को बतायग (अनचछद - 200)
िवधानसभा बना सकती ह राजय क िलए कानन
िजसम राजय का िहत हो जनता को िमल सकन (अनचछद - 200)
राजय बजट बतलायगासरकार का वािषरक खचार
योजनाओ क मददो पर िफर होगी सदन म चचार (अनचछद - 202 203)
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िहनदी अगरजी सथानीय होगी सदन की भाषा
कोई न जान यिद इनह भी बोलगा वह मातभाषा (अनचछद - 210)
जज क आचरण पर नही करगा सदन बहस
सदन की कायरवाही पर भी न चल कोटर का बस (अनचछद - 211 212)
िवधानसभा का सतर न हो पिरिसथित हो िवशष
राजयपाल कानन बनाय जारी करक अधयादश (अनचछद - 213)
अधयादश को सदन दवारा करना होगा पास
वनार होगा बअसर वह बीत यिद डढ़ मास (अनचछद - 21३)
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राजयो क उचच नयायालय (The High Courts in the States)
हर राजय म नयाय हत एक उचच नयायालय होगा
िजसम जनता की खाितर नयाय दवार खला होगा (अनचछद - 214)
दस साल का नयाियक अनभव या रहा हो वकील
तब होगा उचच नयायालय का जज बनन कािबल (अनचछद - 217)
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राषटरपित दवारा होगी नयायधीश की िनयिकत
बासठ वषर परा होन पर होगी पद स मिकत (अनचछद - 217)
नयायधीश लग शपथ राजयपाल क साथ
सब लोगो को दग नयाय िबना िकए पकषपात (अनचछद - 219)
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अधीनसथ नयायालय (Subordinate Courts)
छोट नयायालयो पर होगी हाईकोटर की िनगरानी
िनयमपवरक कायर कर सब कोई न कर मनमानी (अनचछद - 233)
िजला जजो की िनयिकत राजयपाल दवारा होगी
इसस समबिनधत सलाह हाईकोटर दवारा होगी (अनचछद - 233)
सात वषर वकालत वाला िजला जज बनन योगय
अनय नयाियक पदो हत ह लोक सवा आयोग (अनचछद - 233)
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भाग-7परथम अनसची क भाग ख म राजय
(The States in Part B of First Schedule)
िनरिसत (Repealed)
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भाग-8सघ राजयकषतर
(The Union Territories)
सघ राजयकषतरो क िलए परशासक होग िजममदार
चाह हो दमन दीव या अडमान और िनकोबार (अनचछद - 239)
राजधानी िदलली म ह उपराजयपाल का शासन
यहा िवधानसभा भी ह जहा जनता कर िनवारचन (अनचछद - 239 क [ क ])
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भाग-9पचायत
(The Panchayats)
तजी स हो सबका िवकास हो जनता का शासन
इसक िलए करना होगा पचायतो का परशासन (अनचछद - 243 ख)
गराम सभा हो पचायत हो और हो िजला पिरषद
अनसिचत जाित जनजाित हत आरिकषत हो पद (अनचछद - 243 ग घ)
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मिहलाय भी समाज की ह महतवपणर ईकाई
उनक िलए आरिकषत हो अधयकष पद एक ितहाई (अनचछद - 243 घ)
राजय पचायतो को दग शिकत और अिधकार
िवकास हो नयाय िमल हो जनता का उपकार (अनचछद - 243 छ)
पचायत कर सकती ह टकस वसली का भी काम
खचार-पितर क िलए राजय भी दगा उनह अनदान (अनचछद - 243 ज)
परतयक पाच साल म होगा पचायत का िनवारचन
राजय चनाव आयोग करगा इन सबका सचालन (अनचछद - 243 ट)
Page 52
भाग-9 कनगरपािलकाय
(The Municipalities)
शहरो म नगरपािलका ह पचायत का दसरा रप
वाडर और उसकी सिमितयो जसा होगा परारप (अनचछद - 243 थ द ध)
मिहला कमजोर वगोर का आरकषण करना होगा
योजना लाग करन को टकस वसल करना होगा (अनचछद - 243 न भ)
महानगर कषतर म आबादी ह दस लाख स जयादा
परमख मयर कहलाता हिजममदारी भी ह जयादा (अनचछद - 243 त थ ब)
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भाग-9 खसहकारी सिमितया
(The Co-Operative Societies)
लोग बना सकत ह अपनी एक सहकारी सिमित
बोडर करगा सचालनबहतर होगी आिथरक िसथित (अनचछद - 243 यज यञ)
Page 54
भाग-10अनसिचत और जनजाित कषतर
(The Scheduled and Tribal Areas)
एस०टी० लोगो क िवकास का ह िवशष परावधान
अनसिचत कषतरो का भी खब रखना होगा धयान (अनचछद - 244)
जनजाित क िलए एक सलाहकार पिरषद होगी
िजसस उनक परशासन की नीित िनधारिरत होगी (अनचछद - 244 पाचवी अनसची)
उनक कलयाण कायोर पर राजयपाल रख िनगरानी
भिम उनकी रह सरिकषत साहकार न कर मनमानी (अनचछद - 244 पाचवी अनसची)
राजयपाल उनक कषतरो म पिरवतरन कर सकत ह
शािनत सरकषा काननो म बदली भी कर सकत ह (अनचछद - 244 पाचवी अनसची)
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असम राजय म होग सवशासी िजला और परदश
लाग नही होग इन पर राजय सरकार क िनदरश (अनचछद - 244 छठी अनसची)
जगल और जनजाित म ह बहत गहरा सबध
सतलन कस रखा जाय इसका ह सही परबध (अनचछद - 244 छठी अनसची)
वनभिम का उतपादो का जनजाित कर परयोग
वन भी रह सरिकषत ना हो जीिवका म अवरोध (अनचछद - 244 छठी अनसची)
राजयपाल ऐस कषतरो म िनिशचत कर सशासन
िशकषा सवासथय सचार क िदलवाय सब साधन (अनचछद - 244 छठी अनसची)
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भाग-11सघ और राजयो क बीच म समबनध
(Relations between the Union and the States)
ससद पर भारत म कानन बना सकती ह
िवधानसभा कवल राजय म ऐसा कर सकती ह (अनचछद - 245)
कानन बनान की शिकत कनदर-राजय की ह पथक
िवषय उनक िनधारिरत ह तािक ना हो कोई शक (अनचछद - 246)
सघ सची म िलख ह ससद क अिधकार
जस रकषा रल िवदश सना दर सचार (अनचछद - 246 सातवी अनसची - सघ सची)
राजय सची म विणर त ह िवधानसभा क अिधकार
जस पिलस सवासथय किष वन िवदयत कारागार (अनचछद - 246 सातवी अनसची - राजय सची)
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कछ िवषय ऐस ह िजन पर दोनो का अिधकार
इनम स ह िशकषा सजा नयाय वन वयापार (अनचछद - 246 सातवी अनसची - समवतीर सची)
िफर भी ससद बड़ी ह शरषठ ह उसक अिधकार
राषटरिहत म कानन बनाय कर अनतराषटरीय करार (अनचछद - 247 248 249 250 251 252 253 254)
काननो का अनपालन िनिशचत कर राजय सरकार
वनार िनदरिशत भी कर सकती ह भारत सरकार (अनचछद - 256)
क दर राजय सरकारो को द सकता ह आदश
दशिहत क कामो म यिद मिशकल आती ह पश (अनचछद - 257)
दो राजयो म िववाद हो या नदी जल का बटवारा
कनदर कानन बनाकर कर सकता ह िनपटारा (अनचछद - 262)
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राजयो क झगड़ो को सब िमलजल क सलझाय
जाच एव सझाव हत पिरषद एक बनाय (अनचछद - 263)
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भाग-12िवतत समपितत सिवदाए और वाद
(Finance Property Contracts and Suits)
टकस दवारा जो पसा आय सिचत धन कहलाय
भाित-भाित क खचोर म यह धन काम म आय (अनचछद - 266)
कछ खचर करन पड़त ह एकदम और कई बार
िजसकी खाितर कटीजसी फडरखती ह सरकार (अनचछद - 267)
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क दर और राजय सरकार दोनो ल जनता स कर
िफर िनयमानसार आपस म बाट इस बराबर (अनचछद - 268 269 270)
कनदर को राजय सरकारो को दना होगा अनदान
जनजाित कषतरो क िवकास का रखना होगा धयान (अनचछद - 275)
िवतत आयोग सझाव दता ह धन क िवतरण पर
तािक राजयो को िमल उननित क बराबर अवसर (अनचछद - 280 281)
क दर की समपितत पर राजय नही लगाय कर
क दर भी इस समबनध म कर राजय का आदर (अनचछद - 285 289)
क दर राजय कर सकत ह वयापार और कारोबार
समदरी खिनजो पर होगाकवल क दर का अिधकार (अनचछद - 297 298)
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राषटरपित की ओर स साइन होग सब करार
पर कोई चक हई तो नही होग व िजममदार (अनचछद - 299)
कोई वयिकत कर सकता ह समपितत को सिचत
कानन िबना उस नही कर सकत ह विचत (अनचछद - 300 क)
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भाग-13भारत क राजय कषतर क अनदर वयापार वािणजय और समागम (Trade Commerce and
Intercourse in India)
कोई कही भी कर सकता ह वािणजय या वयापार
िजस जनिहत म िनयिमत कर सकती ह सरकार (अनचछद - 301 302)
कनदर फड क िवतरण म न कर िकसी स पकषपात
साधन िवहीन राजयो कािफर भी दना होगा साथ (अनचछद - 303)
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भाग-14सघ और राजयो क अधीन सवाए
(Services under the Union and the States)
सरकारी कामकाज हत िनयकत होत ह अिधकारी
कायर सचार रप स हो लत ह िजममदारी (अनचछद - 309)
कोई अिधकारी कमरठ ह काम ह उसका अचछा
सिवधान उसको दता ह काफी अिधक सरकषा (अनचछद - 310 311)
िनयिकत कतार ही िकसी को पद स हटा सकता ह
िविधवत जाच कराक सजा सना सकता ह (अनचछद - 311)
िकसी कायरवाही स पहल वयिकत को सनना होगा
उसक दोष बतान होग िफर िनणरय करना होगा (अनचछद - 311)
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यिद गभीर अपराध म दोषी िसदध हआ अिधकारी
पद स हटाया जा सकता ह उस िबना इनकवारी (अनचछद - 311 2 क)
कभी-कभी सरकषा िहत म जाच नही हो सकती ह
िबना जाच अिधकारी की सवामिकत हो सकती ह (अनचछद - 311 2 ख ग)
क दर म भतीर हत ह सघ लोक सवा आयोग
आवदन कर सकत ह सवा क इचछक सब लोग (अनचछद - 315)
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आयोग करगा सचािलत िनयिकत हत परीकषा
उचच सवाओ म चािहए गरजएट तक की िशकषा (अनचछद - 315 320)
राजयो म भतीर हत ह राजय लोक सवा आयोग
छोट राजय चाह तो बनगा एक सयकत आयोग (अनचछद - 315)
आयोग म होग सदसय होगा एक अधयकष
रह हो सरकारी पद पर छिव हो उनकी िनषपकष (अनचछद - 316)
आयोग भतीर समबिनधत अपनी सलाह भी दगा
राषटरपित को हर साल सब कायोर का बयौरा दगा (अनचछद - 323)
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भाग-14कअिधकरण (Tribunals)
क दर राजय सतर पर होग परशासिनक अिधकरण
भतीर सवा क झगड़ो का िकया करग िनराकरण (अनचछद - 323 क)
कछ अिधकरण करग अनय िववादो का िनपटारा
टकस शरम िववाद या खादय वसतओ का बटवारा (अनचछद - 323 ख)
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भाग-15िनवारचन (Elections)
परजातनतर का मखय तनतर ह िनवारचन आयोग
इसकी मदद स सरकारो को चनत ह हम लोग (अनचछद - 324)
मखय चनाव अायकत कराय चनाव का सचालन
आचार सिहता का करवाय सखती स अनपालन (अनचछद - 324)
राषटरपित उपराषटरपित ससद या िवधानमडल सबक चनाव पर आयोग िनगरानी रख परितपल
(अनचछद - 324)
चनाव आयकतो को दता ह सिवधान सरकषा
सवतनतर चनावो स ही होती परजातनतर की रकषा (अनचछद - 324)
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लोकसभा िवधान सभा का जब भी हो िनवारचन
आयोग को सब सहयोग दगा राजय परशासन (अनचछद - 324)
वोटर िलसट म शािमल होगा हर वयसक का नाम
इस सब को िनषपकष कराना ह आयोग का काम (अनचछद - 325)
अठारह वषर का हर वयिकत रखता ह मतािधकार
अपनी इचछा क अनसार चन सकता ह सरकार (अनचछद - 326)
एम०पी० और एम०एल०ए० बन हो चनाव िनषपकष
लोकततर कायम रह यही आयोग का लकषय (अनचछद - 324 [भाव की अिभवयिकत])
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भाग-16कछ वगोर क समबनध म िवशष उपबनध
(Special Provisions relating to Certain Classes)
अनसिचत जाित जनजाित का ह िवशष परबध
लोकसभा म ह आरकषण ह अनपाितक सबध (अनचछद - 330)
ऐगलो इिडयन लोग यिद सखया म कम लगत ह
राषटरपित लोकसभा म दो सदसय रख सकत ह (अनचछद - 331)
एससी एसटी लोगो की िजतनी जनसखया होगी
उतनी ही िवधानसभा म सीटो की सखया होगी (अनचछद - 332)
सरकारी सवाओ मएससी एसटी का हो सथान
थोड़ी छट िमल अको म तािक भतीर हो आसान (अनचछद - 335)
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राषटरीय अनसिचतजाित आयोग कर हको की रकषा
उनस सबिधत समसयाओ की करता ह य परीकषा (अनचछद - 338)
एक अधयकष उपाधयकष और अनय सदसय होग
सिवधान क परावधान उनह लाग करन होग (अनचछद - 338)
एस० सी० लोगो क िहतो म न हो कोई कोताही
सािबत हो आरोप यिद आयोग कर कायरवाही (अनचछद - 338)
अनय कलयाणकारी उपाय खोजकर लायगा
राषटरपित को आयोग अपन सझाव बतलायगा (अनचछद - 338)
आयोग का दजार िसिवल नयायालय का होगा
सबकी पशी करान का हक उस परापत होगा (अनचछद - 338)
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राषटरपित आयोग की िरपोटर ससद म रखवायग
िसफािरशो पर काररवाई स अवगत भी करवायग (अनचछद - 338)
आयोग चाह तो सबिधत कागज पश करन होग
शपथपतर दकर सार सबत परकट करन होग (अनचछद - 338)
एस० सी० सबिधत कोई िनणरय लती ह सरकार
आयोग स लकर सलाह उस करना होगा िवचार (अनचछद - 338)
एक राषटरीय अनसिचत जनजाित आयोग भी होगा
एस सी आयोग जसा सतर इसको भी परापत होगा (अनचछद - 338 क)
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वसी ही शिकत होगी वही कायर वह करगा
जनजाित क िहतो की रकषा हर हालत म करगा (अनचछद - 338 क)
एस०टी० की उननित हत आयोग की होगी िनयिकत
राजय यिद कर िढलाई क दर करगा सखती (अनचछद - 339)
सामािजक शिकषक दिषट स िपछड़ ह जो लोग
राषटरपित उनक िलए गिठत कर आयोग (अनचछद - 340)
आयोग अधययन करगा कस हो उनका सधार
कस क दर-राजय बन सकत उन लोगो क मददगार (अनचछद - 340)
आयोग राषटरपित को दगा िसफािरश बयौरवार
ससद को िफर करना होगा भलाई हत िवचार (अनचछद - 340)
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भाग-17राजभाषा
(Official Language)
सघ की भाषा िहदी िलिप दवनागरी होगी
शासकीय परयोजन हत अगरजी की जररत होगी (अनचछद - 343)
राषटरपित भाषािवदो का एक आयोग कर गिठत
िहदी क परचार हत परयास कर जो सगिठत (अनचछद - 344)
िहदी भाषा हो समदध बढ़ जञान और िवजञान
अिहदी भाषी लोगो का आयोग रख धयान (अनचछद - 344)
िवधानसभा सथानीय भाषा को कर ल अगीकार
पर सरकारी कामो म रह अगरजी बरकरार (अनचछद - 345)
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दो राजयो को आपस म यिद करना ह पतराचार
दोनो िमलकर िहदी को कर सकत ह सवीकार (अनचछद - 346)
उचच उचचतम नयायालय म अगरजी परयकत होगी
आदशोअिधिनयमो की परित अगरजी म ही होगी (अनचछद - 348)
भाषाई अलपसखयको का सरकार रख धयान
मातभाषा म ही िमल सब िवषयो का जञान (अनचछद - 350 क ख)
सरकार िहदी को कर समदध खब कर परचार
अनय भाषाओ क शबदो स कर इसका िवसतार (अनचछद - 351)
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भाग-18आपात उपबनध
(Emergency Provisions)
यदध का हो सकट िवदरोिहयो का िबछा हो जाल
राषटरपित सनतिषट करकघोिषत कर आपातकाल (अनचछद - 352)
आपातकाल क िलए चािहए ससद की मजरी
एक माह क भीतर ही यह सहमित अित जररी (अनचछद - 352)
इस दौरान िमल जात हक दर को जयादा अिधकार
क दर सरकार चला सकती हराजय की भी सरकार (अनचछद - 353)
क दर राजय की करगा हर हालत म सरकषा
चाह वाहय आकरमण हो या सशसतर िवदरोह स रकषा (अनचछद - 355)
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राजय यिद नही चल रहा सिवधान क अनसार
राजयपाल राषटरपित को दग िरपोटर िसलिसलवार (अनचछद - 356)
िफर उस राजय म लाग होगा राषटरपित शासन
भारत सरकार हाथ म लगी वहा का परशासन (अनचछद - 356)
उदघोषणा का ससद दवारा करना होगा अनमोदन
दो महीनो म पास करग ससद क दोनो सदन (अनचछद - 356)
आपातकाल म िछन जायग सार मल अिधकार
बचगी शारीिरक सवततरता व जीन का अिधकार (अनचछद - 358 359)
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भारत म यिद पदा हो आिथरक सकट काल
राषटरपित घोिषत करत ह िवततीय आपातकाल (अनचछद - 352)
इस दौरान राजयो क खचर िकय जायग कम
घट जायग कमरचािरयो और जजो क वतन (अनचछद - 360)
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भाग-19परकीणर (Miscellaneous)
राषटरपित व राजयपाल को परापत ह िवशषािधकार
ना उन पर कोई कस चलगा न होग व िगरफतार (अनचछद - 361)
यिद कोई छपवाता ह ससद की कायरवाही
नयायालय नही करगा कोई दािणडक कायरवाही (अनचछद - 361 क)
सतयमव जयत
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भाग-20सिवधान का सशोधन
(Amendment of the Constitution)
ससद चाह कर सकती ह सिवधान म सशोधन
दो ितहाई बहमत स यिद पास कर दोनो सदन (अनचछद - 368)
िफर य िवधयक राषटरपित को भजा जायगा
उनकी सवीकित िमलन पर सशोधन कहलायगा (अनचछद - 368)
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भाग-21असथायी सकरमणकालीन और िवशष उपबनध
(Temporary Transitional and Special Provisions)
जमम और कशमीर राजय का ह िवशष अिधकार
ससद का कानन चलगा जब राजय कर सवीकार (अनचछद - 370)
कई बहत स राजयो म भी ह िवशष उपबनध
उनकी उननित और िवकास हो कछ ऐस परबध (अनचछद - 371 371 क ख ग घ ङ च छ ज झ ञ)
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भाग-22सिकषपत नाम परारमभ िहनदी म परािधकत पाठ
(Short Title Commencement Authoritative Text in Hindi)
हमारा य सिवधानभारत का सिवधान कहलायगा
छबबीस जनवरी 1950 स परा लाग हो जायगा (अनचछद - 393 394)
राषटरपित जी सिवधान को िहनदी म छपवायग
िहनदी अगरजी ससकरण ही अिधकत कहलायग (अनचछद - 394 क)
समापत
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भाग-14 (क)
अिधकरण (Tribunals)भाग-15
िनवारचन (Elections)
भाग-16कछ वगोर क समबनध म िवशष उपबनध (Special Provisions relating
to Certain Classes)भाग-17
राजभाषा (Official Language)भाग-18
आपात उपबनध (Emergency Provisions)
भाग-19परकीणर (Miscellaneous)
भाग-20
सिवधान का सशोधन (Amendment of the Constitution)भाग-21
असथायी सकरमणकालीन और िवशष उपबनध (Temporary Transitional and Special Provisions)
भाग-22सिकषपत नाम परारमभ िहनदी म परािधकत पाठ (Short Title
Commencement Authoritative Text in Hindi)
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सिवधान की उददिशका (Preamble)
हम भारत क लोग आज य सिवधान अपनात ह
समाजवादी धमरिनरपकष राषटर को गल लगात ह िमलगा हर तरह का नयाय बोलन की आजादी
िमलगी समानता सबको दश की जो आबादी बधता बढ़ हर एक स हर वयिकत इजजत पाय
राषटर हमारा रह अखड एकता बढ़ती जाय
26 नवमबर 1949 दढ़िनशचय हम करत ह
सिवधान को अगीकत आतमािपर त करत ह
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भाग-1सघ और उसका राजय कषतर
(The Union and its Territories) सब राजयो को िमलाकर भारत एक सघ होगा
चाह तो नवराषटरो का िमलन िविध सममत होगा (अनचछद - 12)
ससद चाह नय राजयो का िनमारण कर सकती ह
वतरमान राजयो म पिरवतरन भी कर सकती ह (अनचछद - 3)
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भाग-2नागिरकता (Citizenship)
भारत म रहन वाला वयिकत भारतीय कहलाता ह
बाहर स आ बस भारत म वह भी य हक पाता ह (अनचछद - 5)
कोई सवचछा स कर िवदशी नागिरकता सवीकार
भारतीय नागिरकता पर वह खोयगा अिधकार (अनचछद - 9)
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भाग-3मल अिधकार (Fundamental Rights)
मानव मल अिधकारो को महतवपणर बतलाया ह
इनक िवरदध िकसी िविध को असगत ठहराया ह (अनचछद - 13)
अनचछद चौदह म समता का अिधकार ह
होटल हो चाह दकान सबको परवश अिधकार ह (अनचछद - 14 15)
अनसिचत जाित जनजाित की करनी होगी भलाई
तािक उनकी उननित हो और कमी की हो भरपाई (अनचछद - 15)
नौकरी म धमर जाित िलग का नही होगा भद
साफ साफ शबदो म समझाता सोलह अनचछद (अनचछद - 16)
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समाज क िपछड़ वगोर कोहो आरकषण का सहारा
उननित कर दिलत िजनका जीवन विचत सारा (अनचछद - 16)
छआछत कलक का अनचछद सतरह कर अत
डॉ० अमबडकर हए मसीहा मानवता क बन सत (अनचछद - 17)
रह ना कोई जमीदार अब ना नवाब ना महाराजा
पद ना होगा जनम स खला योगयता का दरवाजा (अनचछद - 18)
परितयोिगता स ही िमलगा अब पद और सममान
बनो डॉकटर और कलकटर खब कमाओ नाम (अनचछद - 18 [भाव की अिभवयिकत])
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वयकत करो अपन भावो को जो चाह सो बोलो
अनयाय स नही डरो मह तम अपना खोलो (अनचछद - 19)
सघ और समह बनाना ह सबका अिधकार
शाितपणर करो सममलन जो हो िबना हिथयार (अनचछद - 19)
सारा भारत दश तमहारा कही भी जा सकत हो
कोई जगह पसनद आय वहा भी रह सकत हो (अनचछद - 19)
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बनो वकील या वयापारी करो कोई भी कारोबार
अनचछद उननीस दता ह तमको य सार अिधकार (अनचछद - 19)
जब तक िसदध नही हो दोषदोषी नही कहलाओग
बगनाह सािबत होन क सब अवसर तम पाओग (अनचछद - 20)
पहल कारण बतलायग तभी करग िगरफतार
चौबीस घट म छोड़ग िगरफतारी यिद बआधार (अनचछद - 22)
Page 18
कोई बचचा ना कर मजदरी मजदर ना कर बगार
यिद कोई भी कर उललघन जाना होगा कारागार (अनचछद - 23)
ननह - ननह स बचच नही कर खान म काम
सरकार उनह दगी िशकषा तािक बन बड़ इसान (अनचछद - 24 21 क)
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िकसी भी धमर को मानो या उसका परचार करो
अपन बनाओ ससथान सचालन का काम करो (अनचछद - 25 26)
कर स होता मकत ह धािमरक कायोर का परबध
सरकारी सकलो म ह धािमरक िशकषा पर परितबध (अनचछद - 27 28)
बौदध मिसलम िसख ईसाईअलपसखयक ह य भाई
अपन धमर िलिप भाषा की कर सकत ह पढ़ाई (अनचछद - 29 30)
Page 20
मल अिधकार बहत जररी परजाततर का सार
इन सब की गारटी दता सवधािनक उपचार (अनचछद - 32)
छीन यिद कोई अिधकार िरट दायर करवाओ
नयायालय स लो आदश लाग उस कराओ (अनचछद - 32)
शसतर बलो व आई०बी० मबहत जररी अनशासन
अिधकारो म अलप कटौती कर सकता ह शासन (अनचछद - 33)
Page 21
भाग-4राजय क नीित िनदरशक ततव
(Directive Principles of State Policy)
सिवधान सब राजयो को दता ह िनदरश
जनता क कलयाण की वयवसथा कर िवशष (अनचछद - 38)
सामािजक असमता कम हो घट आय का अतर
सभी कषतर कर िवकास अवसर िमल िनरनतर (अनचछद - 38)
सतरी-परष सबको िमल आजीिवका क साधन
सामिहक िहत हो िजसम बाटो सब ससाधन (अनचछद - 39)
एक हाथ म किनदरत ना हो उतपादन क साधन
नर-नारी यिद कर कायर तो िमल समान ही वतन (अनचछद - 39)
Page 22
कािमरको क सवासथय का धयान रख सरकार
सतरी - परष बचच न कर हािनकारक रोजगार (अनचछद - 39)
सब बचच उननित कर िमल माहौल अनकल
शोषण उनका ना होय कभी न जाना भल (अनचछद - 39)
नयाय सवरजन को िमल अपराधी या सशील
कोई बहत गरीब हो तो मफत म िमल वकील (अनचछद - 39 क)
गाव म िनिशचत कर पचायत का गठन
जनता को शिकत िमल लग िवकास म धन (अनचछद - 40)
Page 23
बढ़ा हो बकार हो असमथर या बीमार
सहारा इनको भी िमल कछ मदद कर सरकार (अनचछद - 41)
अचछा सिवधाजनक हो कायारलय म काम
गभरवती मिहलाओ को िमल िवशष आराम (अनचछद - 42)
जीवन का सतर सधर चहमखी होय िवकास
बकारो को िमल काम सिवधा और अवकाश (अनचछद - 43)
Page 24
उदयोगो क परबनध म हो मजदरो का हाथ
सहकारी सिमित का सवरप िखल साथ ही साथ (अनचछद - 43 क और ख)
सब नागिरको क िलए जो दश म कर िनवास
समान िसिवल सिहता का िकया जाय परयास (अनचछद - 44)
ननह बचचो को िमल िशकषा और सरकषा
बन सभय नागिरक व जीवन हो अित अचछा (अनचछद - 45)
Page 25
अनसिचत जाित जनजाित वगर ह सबस दबरल
अनयायो पर लग रोक िमल िशकषा और धन बल (अनचछद - 46)
िमल िवटािमन पोषक ततव उचच सतरीय जीवन
सवासथय सवा म हो सधार रक नश का सवन (अनचछद - 47)
वजञािनक तकनीको स बढ़ किष और पशपालन
सधर नसल पशओ की वध-िनषध का हो पालन (अनचछद - 48)
पयारवरण सरिकषत रखो करो जीवन का रकषण
वकष लगाओ करो हिरयालीवन जीवो का रकषण (अनचछद - 48 क)
Page 26
समारको की कर सरकषा रख िवशष धयान
इितहास रहगा सरिकषत बढ़गा सबका जञान (अनचछद - 49)
परशासन का नयायालय म ना हो कोई दखल
नयायपािलका रह सवततर नयाय िमल परितपल (अनचछद - 50)
सब दशो क बीच म रह सरकषा शािनत
आपस म आदर बढ़ िमट परसपर भरािनत (अनचछद - 51)
Page 27
भाग-4कमल कतरवय (Fundamental Duties)
सिवधान का कर पालन झड का कर सममान
इसक आदशोर को मान आदर स कर राषटरगान (अनचछद - 51 क [ क ])
आजादी क आदशोर को समझ और बयान कर
दश की परभता अखडता क रकषक का काम कर (अनचछद - 51 क [ ख ग ])
राषटर की सवा कर सतरी का सममान कर
भदभाव रिहत होकर भराततव का िनमारण कर (अनचछद - 51 क [ घ ङ ])
Page 28
सामािजक ससकित समझ परमपरा का मान कर
परकित का िवसतार कर जीवन का सममान कर (अनचछद - 51 क [ च छ ])
वजञािनक हो दिषटकोण जञानाजरन का काम कर
सावरजिनक समपितत का कभी नही नकसान कर (अनचछद - 51 क [ ज झ ])
खद ऊचाईयो को छ ल लोगो को भी बढ़ाय
राषटर िनरनतर बढ़ आग सभी सफल हो जाय (अनचछद - 51 क [ ञ ] )
माता-िपता या सरकषक परथम काम य करवाय
चाह गरीबी हो घर म बचच को िशकषा िदलवाय (अनचछद - 51 क [ ट ] )
Page 29
भाग-5सघ (The Union)
कायरपािलका (The Executive)
भारत सरकार म राषटरपित सवोरचचािधकारी होगा
जल थल वाय सना का वह शीषारिधकारी होगा (अनचछद - 52 53)
ससद िवधानसभाओ दवाराराषटरपित चयिनत होगा
पाच साल का कायरकालिजनका िनयिमत होगा (अनचछद - 54 56)
नागिरक हो भारत का आय पतीस स कम ना हो
सासद बनन लायक होकोई लाभ का पद ना हो (अनचछद - 58)
Page 30
मखय नयायाधीश दवारा उनका शपथ गरहण होगा
सिवधान की रकषा और अनपालन का परण होगा (अनचछद - 60)
राषटरपित यिद सिवधान की अवहलना करत ह
ससद सदसय उनक ऊपर दोषारोपण करत ह (अनचछद - 61)
ससद दवारा दोषारोपण महािभयोग कहलाता ह
दोष िसदध होन पर उनको पद स हटाया जाता ह (अनचछद - 61)
राषटरपित सवोरचच ह पर ससद ह उनस ऊपर
राषटरपित ससद नयायालय सिवधान सबस ऊपर (अनचछद - 61 [भाव की अिभवयिकत])
राषटरपित यिद हो असमथर अनपिसथत या बीमार
भारत क उपराषटरपित दखग उनका कायरभार (अनचछद - 63 65)
Page 31
ससद क दो सदन कर उपराषटरपित का िनवारचन
सिवधान क परित व लग शरदधा िनषठा क वचन (अनचछद - 66 69)
राषटरपित कर सकत ह िकसी भी सजा को कम
द सकत ह माफी भी या िफर सजा का िनलबन (अनचछद - 72)
राषटरपित की मदद हत एक मतरी पिरषद होगी
समिचत कायरवाही हत जो अपनी सलाह दगी (अनचछद - 74)
महामिहम को सलाह का पालन करना ही होगा
इस सलाह की अनदखी सभव काम नही होगा (अनचछद - 74)
मतरी-मडल की िनयिकत राषटरपित दवारा होगी
लोकसभा क परित भी मडल की िजममदारी होगी (अनचछद - 75)
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मतरी-पिरषद का मिखया परधानमतरी होता ह
परजाततर म वह वयिकत सबस ताकतवर होता ह (अनचछद - 75)
एक महानयायवादी होगा भारत सरकार म िनयकत
सरकार को िविध समबनधी सलाह दगा उपयकत (अनचछद - 76)
सरकार सब काम करगी राषटरपित क नाम स
उनको अवगत भी करायगी सरकार क काम स (अनचछद - 77 78)
ससद (Parliament)
ससद भारत दश की सबस बड़ी ससथा होगी
नय कानन बनान हत उसकी ही कषमता होगी (अनचछद - 79)
तीन भागो स होता ह भारतीय ससद का गठन
सवरपरथम ह राषटरपित िफर ससद क दो सदन (अनचछद - 79)
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राजय सभा क सदसयो का राजय ही कर चयन
कछ िवशष लोगो का िकया जाता ह मनोनयन (अनचछद - 80)
परतयक पाच साल म होता लोक सभा का चनाव
यही लोकततर का जाद जब लोग कर बदलाव (अनचछद - 83)
राजय सभा म िनयिकत हत उमर चािहए तीस
लोकसभा म आन हत पर कर पचचीस (अनचछद - 84)
राषटरपित समय समय पर करग ससद म बठक
दोनो सदनो म अिभभाषण का होगा उनका हक (अनचछद - 86 87)
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लोकसभा शीघर चनगी अपना एक अधयकष
लोकसभा क सचालन म होगा वह अित दकष (अनचछद - 93)
ससद क सब सदसयो को लनी होगी एक शपथ
सिवधान का करग पालन अपनायग उसका पथ (अनचछद - 99)
सासद नही बन रहग यिद हो िवकत मानिसकता
हो जाय िदवािलया या तयाग दश की नागिरकता (अनचछद - 102)
सासद सदन म बोल या रख सवततर िवचार
वाणी की सवततरता ही ह ससद का मखय आचार (अनचछद - 105)
ससद बनायगी कानन और पास करगी िबल
दोनो सदनो की सहमित स काम नही मिशकल (अनचछद - 107)
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जब कोई िबल पास होगा सहमित दग राषटरपित
यिद सिवधान सममत हतो जलद ही दग सवीकित (अनचछद - 111)
मतरालय सरकारी खचर का परा बजट बनाता ह
िवतत मतरी िफर इसको ससद म पास कराता ह (अनचछद - 112)
ससद म होगी परयोग िहनदी या अगरजी भाषा
यिद कोई दोनो ना जान बोल अपनी मातभाषा (अनचछद - 120)
िकसी जज क बतारव पर ससद म ना होगी बहस
ससदीय कायरवाही पर जज का नही चलगा बस (अनचछद - 121 122)
ससद ना चल रही हो पिरिसथित भी हो िवशष
राषटरपित कानन बनाय जारी करक अधयादश (अनचछद - 123)
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नयायपािलका (The Union Judiciary)
पर भारत म एक सवोरचच नयायालय होगा
नयाय का मिनदर होगा जजो का कायारलय होगा (अनचछद - 124)
जज यिद बनना हो तो चािहए सिवधान का जञान
वकील या जज क रप म पहल िकया हो काम (अनचछद - 124)
इन सभी जजो का चयन राषटरपित जी करत ह
इसक िलए अनय जजो स सलाह भी वह करत ह (अनचछद - 124)
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पद गरहण स पवर सब जज करत ह य वादा
पकषपात म नही करगा रख सिवधान मयारदा (अनचछद - 124)
जज हो जाय असमथर या तोड़ सिवधान की हद
ससद करगी महािभयोग छोड़ना होगा उनको पद (अनचछद - 124)
सपरीम कोटर क पास सबस जयादा अिधकार
मसला अपील का होया िफर राजयो की तकरार (अनचछद - 131 132 133 134)
जररत पड़ तो सपरीम कोटर नय कानन बनाता ह
जिटल सवधािनक मसलो को भीय सलझाता ह (अनचछद - 141 143)
भारत म एक िनयतरक महालखापरीकषक होगा
कनदर-राजय क खचोर का बयौरा उस रखना होगा (अनचछद - 148 149)
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भाग-6राजय (The States)
कायरपािलका (The Executive)
राजयपाल हर राजय म सवोरचच अिधकारी होगा
राषटरपित करग िनयिकतकायरकाल पाच वषर होगा (अनचछद - 153 154 155 156)
राजयपाल की िनयिकत हत भारत का नागिरक हो
आय पतीस की हो अनय लाभ का पद ना हो (अनचछद - 157 158)
राजयपाल को िमलग भतत और िवशषािधकार
साथ ही साथ होग व मफत मकान क हकदार (अनचछद - 158)
उचच नयायालय क जज स राजयपाल लग शपथ
जनता की करग सवा अपनायग सिवधान पथ (अनचछद - 159)
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आपरािधक मामलो म राजयपाल रखत ह शिकत
दोषी की कम कर सजाया िफर दणड स द मिकत (अनचछद - 161)
राजयपाल िववकानसार करग कायोर का िनवारह
अनय मामलो म व लग मतरी पिरषद स सलाह (अनचछद - 163)
राजयपाल ही करग राजय मखयमतरी की िनयिकत
िफर उनकी सलाह पर अनय मितरयो की िनयिकत (अनचछद - 164)
राजय क कल मितरयो की सखया िनधारिरत होगी
एम एल ए की सखया कापदरह परितशत ही होगी (अनचछद - 164)
राजय मितरयो की शपथ सिवधान क परित होगी
सारी जनता की सवा पकषपात रिहत होगी (अनचछद - 164)
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मतरी को गोपनीयता की शपथ गरहण करनी होगी
कछ िवषयो की जानकारी उनह गपत रखनी होगी (अनचछद - 164)
राजयपाल ही िनयकत करग राजय का महािधवकता
काननी िवषयो पर होगावो ही अिधकािरक वकता (अनचछद - 165)
राजय की कायरवाही होगी राजयपाल क नाम स
मखयमतरी अवगत करायग उनको अपन काम स (अनचछद - 166 167)
िवधान मणडल (The State Legislature)
सब राजयो म होगा िवधानसभा एक मखय सदन
कछ म अितिरकत होगा िवधानपिरषद का गठन (अनचछद - 168)
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िवधानसभा म होगा जनसखया का सही अनपात
तािक हर समाज क लोग परी रख अपनी बात (अनचछद - 170)
उमर यिद पचचीस की हो मन म हो सवा का भाव
एम०एल०ए० बनन हत लड़ सकत हो तम चनाव (अनचछद - 173)
सिवधान परित रखनी होगी हर सदसय को िनषठा
मरा भारत रह अखणड ऊची उसकी रह परितषठा (अनचछद - 173)
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िवधानसभा अधयकष करग सभा का सचालन
हर दल रख अपनी बातहो िनयमो का भी पालन (अनचछद - 178)
सदन म हर सदसय अपनी बात कह सकता ह
बखौफ बिहचक िवचार वयकत कर सकता ह (अनचछद - 194)
सदन सदसयो क वतन को भी तय कर सकता ह
जररत पड़ तो भततो म बढ़ोततरी कर सकता ह (अनचछद - 195)
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िवधानसभा राजय का िबल भीपास कर सकती ह
िफर उस पर राजयपाल स सवीकित ल सकती ह (अनचछद - 196)
राजयपाल सहमत होन पर अपनी महर लगायग
िबल म कछ गड़बड़ ह तो राषटरपित को बतायग (अनचछद - 200)
िवधानसभा बना सकती ह राजय क िलए कानन
िजसम राजय का िहत हो जनता को िमल सकन (अनचछद - 200)
राजय बजट बतलायगासरकार का वािषरक खचार
योजनाओ क मददो पर िफर होगी सदन म चचार (अनचछद - 202 203)
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िहनदी अगरजी सथानीय होगी सदन की भाषा
कोई न जान यिद इनह भी बोलगा वह मातभाषा (अनचछद - 210)
जज क आचरण पर नही करगा सदन बहस
सदन की कायरवाही पर भी न चल कोटर का बस (अनचछद - 211 212)
िवधानसभा का सतर न हो पिरिसथित हो िवशष
राजयपाल कानन बनाय जारी करक अधयादश (अनचछद - 213)
अधयादश को सदन दवारा करना होगा पास
वनार होगा बअसर वह बीत यिद डढ़ मास (अनचछद - 21३)
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राजयो क उचच नयायालय (The High Courts in the States)
हर राजय म नयाय हत एक उचच नयायालय होगा
िजसम जनता की खाितर नयाय दवार खला होगा (अनचछद - 214)
दस साल का नयाियक अनभव या रहा हो वकील
तब होगा उचच नयायालय का जज बनन कािबल (अनचछद - 217)
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राषटरपित दवारा होगी नयायधीश की िनयिकत
बासठ वषर परा होन पर होगी पद स मिकत (अनचछद - 217)
नयायधीश लग शपथ राजयपाल क साथ
सब लोगो को दग नयाय िबना िकए पकषपात (अनचछद - 219)
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अधीनसथ नयायालय (Subordinate Courts)
छोट नयायालयो पर होगी हाईकोटर की िनगरानी
िनयमपवरक कायर कर सब कोई न कर मनमानी (अनचछद - 233)
िजला जजो की िनयिकत राजयपाल दवारा होगी
इसस समबिनधत सलाह हाईकोटर दवारा होगी (अनचछद - 233)
सात वषर वकालत वाला िजला जज बनन योगय
अनय नयाियक पदो हत ह लोक सवा आयोग (अनचछद - 233)
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भाग-7परथम अनसची क भाग ख म राजय
(The States in Part B of First Schedule)
िनरिसत (Repealed)
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भाग-8सघ राजयकषतर
(The Union Territories)
सघ राजयकषतरो क िलए परशासक होग िजममदार
चाह हो दमन दीव या अडमान और िनकोबार (अनचछद - 239)
राजधानी िदलली म ह उपराजयपाल का शासन
यहा िवधानसभा भी ह जहा जनता कर िनवारचन (अनचछद - 239 क [ क ])
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भाग-9पचायत
(The Panchayats)
तजी स हो सबका िवकास हो जनता का शासन
इसक िलए करना होगा पचायतो का परशासन (अनचछद - 243 ख)
गराम सभा हो पचायत हो और हो िजला पिरषद
अनसिचत जाित जनजाित हत आरिकषत हो पद (अनचछद - 243 ग घ)
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मिहलाय भी समाज की ह महतवपणर ईकाई
उनक िलए आरिकषत हो अधयकष पद एक ितहाई (अनचछद - 243 घ)
राजय पचायतो को दग शिकत और अिधकार
िवकास हो नयाय िमल हो जनता का उपकार (अनचछद - 243 छ)
पचायत कर सकती ह टकस वसली का भी काम
खचार-पितर क िलए राजय भी दगा उनह अनदान (अनचछद - 243 ज)
परतयक पाच साल म होगा पचायत का िनवारचन
राजय चनाव आयोग करगा इन सबका सचालन (अनचछद - 243 ट)
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भाग-9 कनगरपािलकाय
(The Municipalities)
शहरो म नगरपािलका ह पचायत का दसरा रप
वाडर और उसकी सिमितयो जसा होगा परारप (अनचछद - 243 थ द ध)
मिहला कमजोर वगोर का आरकषण करना होगा
योजना लाग करन को टकस वसल करना होगा (अनचछद - 243 न भ)
महानगर कषतर म आबादी ह दस लाख स जयादा
परमख मयर कहलाता हिजममदारी भी ह जयादा (अनचछद - 243 त थ ब)
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भाग-9 खसहकारी सिमितया
(The Co-Operative Societies)
लोग बना सकत ह अपनी एक सहकारी सिमित
बोडर करगा सचालनबहतर होगी आिथरक िसथित (अनचछद - 243 यज यञ)
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भाग-10अनसिचत और जनजाित कषतर
(The Scheduled and Tribal Areas)
एस०टी० लोगो क िवकास का ह िवशष परावधान
अनसिचत कषतरो का भी खब रखना होगा धयान (अनचछद - 244)
जनजाित क िलए एक सलाहकार पिरषद होगी
िजसस उनक परशासन की नीित िनधारिरत होगी (अनचछद - 244 पाचवी अनसची)
उनक कलयाण कायोर पर राजयपाल रख िनगरानी
भिम उनकी रह सरिकषत साहकार न कर मनमानी (अनचछद - 244 पाचवी अनसची)
राजयपाल उनक कषतरो म पिरवतरन कर सकत ह
शािनत सरकषा काननो म बदली भी कर सकत ह (अनचछद - 244 पाचवी अनसची)
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असम राजय म होग सवशासी िजला और परदश
लाग नही होग इन पर राजय सरकार क िनदरश (अनचछद - 244 छठी अनसची)
जगल और जनजाित म ह बहत गहरा सबध
सतलन कस रखा जाय इसका ह सही परबध (अनचछद - 244 छठी अनसची)
वनभिम का उतपादो का जनजाित कर परयोग
वन भी रह सरिकषत ना हो जीिवका म अवरोध (अनचछद - 244 छठी अनसची)
राजयपाल ऐस कषतरो म िनिशचत कर सशासन
िशकषा सवासथय सचार क िदलवाय सब साधन (अनचछद - 244 छठी अनसची)
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भाग-11सघ और राजयो क बीच म समबनध
(Relations between the Union and the States)
ससद पर भारत म कानन बना सकती ह
िवधानसभा कवल राजय म ऐसा कर सकती ह (अनचछद - 245)
कानन बनान की शिकत कनदर-राजय की ह पथक
िवषय उनक िनधारिरत ह तािक ना हो कोई शक (अनचछद - 246)
सघ सची म िलख ह ससद क अिधकार
जस रकषा रल िवदश सना दर सचार (अनचछद - 246 सातवी अनसची - सघ सची)
राजय सची म विणर त ह िवधानसभा क अिधकार
जस पिलस सवासथय किष वन िवदयत कारागार (अनचछद - 246 सातवी अनसची - राजय सची)
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कछ िवषय ऐस ह िजन पर दोनो का अिधकार
इनम स ह िशकषा सजा नयाय वन वयापार (अनचछद - 246 सातवी अनसची - समवतीर सची)
िफर भी ससद बड़ी ह शरषठ ह उसक अिधकार
राषटरिहत म कानन बनाय कर अनतराषटरीय करार (अनचछद - 247 248 249 250 251 252 253 254)
काननो का अनपालन िनिशचत कर राजय सरकार
वनार िनदरिशत भी कर सकती ह भारत सरकार (अनचछद - 256)
क दर राजय सरकारो को द सकता ह आदश
दशिहत क कामो म यिद मिशकल आती ह पश (अनचछद - 257)
दो राजयो म िववाद हो या नदी जल का बटवारा
कनदर कानन बनाकर कर सकता ह िनपटारा (अनचछद - 262)
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राजयो क झगड़ो को सब िमलजल क सलझाय
जाच एव सझाव हत पिरषद एक बनाय (अनचछद - 263)
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भाग-12िवतत समपितत सिवदाए और वाद
(Finance Property Contracts and Suits)
टकस दवारा जो पसा आय सिचत धन कहलाय
भाित-भाित क खचोर म यह धन काम म आय (अनचछद - 266)
कछ खचर करन पड़त ह एकदम और कई बार
िजसकी खाितर कटीजसी फडरखती ह सरकार (अनचछद - 267)
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क दर और राजय सरकार दोनो ल जनता स कर
िफर िनयमानसार आपस म बाट इस बराबर (अनचछद - 268 269 270)
कनदर को राजय सरकारो को दना होगा अनदान
जनजाित कषतरो क िवकास का रखना होगा धयान (अनचछद - 275)
िवतत आयोग सझाव दता ह धन क िवतरण पर
तािक राजयो को िमल उननित क बराबर अवसर (अनचछद - 280 281)
क दर की समपितत पर राजय नही लगाय कर
क दर भी इस समबनध म कर राजय का आदर (अनचछद - 285 289)
क दर राजय कर सकत ह वयापार और कारोबार
समदरी खिनजो पर होगाकवल क दर का अिधकार (अनचछद - 297 298)
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राषटरपित की ओर स साइन होग सब करार
पर कोई चक हई तो नही होग व िजममदार (अनचछद - 299)
कोई वयिकत कर सकता ह समपितत को सिचत
कानन िबना उस नही कर सकत ह विचत (अनचछद - 300 क)
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भाग-13भारत क राजय कषतर क अनदर वयापार वािणजय और समागम (Trade Commerce and
Intercourse in India)
कोई कही भी कर सकता ह वािणजय या वयापार
िजस जनिहत म िनयिमत कर सकती ह सरकार (अनचछद - 301 302)
कनदर फड क िवतरण म न कर िकसी स पकषपात
साधन िवहीन राजयो कािफर भी दना होगा साथ (अनचछद - 303)
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भाग-14सघ और राजयो क अधीन सवाए
(Services under the Union and the States)
सरकारी कामकाज हत िनयकत होत ह अिधकारी
कायर सचार रप स हो लत ह िजममदारी (अनचछद - 309)
कोई अिधकारी कमरठ ह काम ह उसका अचछा
सिवधान उसको दता ह काफी अिधक सरकषा (अनचछद - 310 311)
िनयिकत कतार ही िकसी को पद स हटा सकता ह
िविधवत जाच कराक सजा सना सकता ह (अनचछद - 311)
िकसी कायरवाही स पहल वयिकत को सनना होगा
उसक दोष बतान होग िफर िनणरय करना होगा (अनचछद - 311)
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यिद गभीर अपराध म दोषी िसदध हआ अिधकारी
पद स हटाया जा सकता ह उस िबना इनकवारी (अनचछद - 311 2 क)
कभी-कभी सरकषा िहत म जाच नही हो सकती ह
िबना जाच अिधकारी की सवामिकत हो सकती ह (अनचछद - 311 2 ख ग)
क दर म भतीर हत ह सघ लोक सवा आयोग
आवदन कर सकत ह सवा क इचछक सब लोग (अनचछद - 315)
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आयोग करगा सचािलत िनयिकत हत परीकषा
उचच सवाओ म चािहए गरजएट तक की िशकषा (अनचछद - 315 320)
राजयो म भतीर हत ह राजय लोक सवा आयोग
छोट राजय चाह तो बनगा एक सयकत आयोग (अनचछद - 315)
आयोग म होग सदसय होगा एक अधयकष
रह हो सरकारी पद पर छिव हो उनकी िनषपकष (अनचछद - 316)
आयोग भतीर समबिनधत अपनी सलाह भी दगा
राषटरपित को हर साल सब कायोर का बयौरा दगा (अनचछद - 323)
Page 66
भाग-14कअिधकरण (Tribunals)
क दर राजय सतर पर होग परशासिनक अिधकरण
भतीर सवा क झगड़ो का िकया करग िनराकरण (अनचछद - 323 क)
कछ अिधकरण करग अनय िववादो का िनपटारा
टकस शरम िववाद या खादय वसतओ का बटवारा (अनचछद - 323 ख)
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भाग-15िनवारचन (Elections)
परजातनतर का मखय तनतर ह िनवारचन आयोग
इसकी मदद स सरकारो को चनत ह हम लोग (अनचछद - 324)
मखय चनाव अायकत कराय चनाव का सचालन
आचार सिहता का करवाय सखती स अनपालन (अनचछद - 324)
राषटरपित उपराषटरपित ससद या िवधानमडल सबक चनाव पर आयोग िनगरानी रख परितपल
(अनचछद - 324)
चनाव आयकतो को दता ह सिवधान सरकषा
सवतनतर चनावो स ही होती परजातनतर की रकषा (अनचछद - 324)
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लोकसभा िवधान सभा का जब भी हो िनवारचन
आयोग को सब सहयोग दगा राजय परशासन (अनचछद - 324)
वोटर िलसट म शािमल होगा हर वयसक का नाम
इस सब को िनषपकष कराना ह आयोग का काम (अनचछद - 325)
अठारह वषर का हर वयिकत रखता ह मतािधकार
अपनी इचछा क अनसार चन सकता ह सरकार (अनचछद - 326)
एम०पी० और एम०एल०ए० बन हो चनाव िनषपकष
लोकततर कायम रह यही आयोग का लकषय (अनचछद - 324 [भाव की अिभवयिकत])
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भाग-16कछ वगोर क समबनध म िवशष उपबनध
(Special Provisions relating to Certain Classes)
अनसिचत जाित जनजाित का ह िवशष परबध
लोकसभा म ह आरकषण ह अनपाितक सबध (अनचछद - 330)
ऐगलो इिडयन लोग यिद सखया म कम लगत ह
राषटरपित लोकसभा म दो सदसय रख सकत ह (अनचछद - 331)
एससी एसटी लोगो की िजतनी जनसखया होगी
उतनी ही िवधानसभा म सीटो की सखया होगी (अनचछद - 332)
सरकारी सवाओ मएससी एसटी का हो सथान
थोड़ी छट िमल अको म तािक भतीर हो आसान (अनचछद - 335)
Page 70
राषटरीय अनसिचतजाित आयोग कर हको की रकषा
उनस सबिधत समसयाओ की करता ह य परीकषा (अनचछद - 338)
एक अधयकष उपाधयकष और अनय सदसय होग
सिवधान क परावधान उनह लाग करन होग (अनचछद - 338)
एस० सी० लोगो क िहतो म न हो कोई कोताही
सािबत हो आरोप यिद आयोग कर कायरवाही (अनचछद - 338)
अनय कलयाणकारी उपाय खोजकर लायगा
राषटरपित को आयोग अपन सझाव बतलायगा (अनचछद - 338)
आयोग का दजार िसिवल नयायालय का होगा
सबकी पशी करान का हक उस परापत होगा (अनचछद - 338)
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राषटरपित आयोग की िरपोटर ससद म रखवायग
िसफािरशो पर काररवाई स अवगत भी करवायग (अनचछद - 338)
आयोग चाह तो सबिधत कागज पश करन होग
शपथपतर दकर सार सबत परकट करन होग (अनचछद - 338)
एस० सी० सबिधत कोई िनणरय लती ह सरकार
आयोग स लकर सलाह उस करना होगा िवचार (अनचछद - 338)
एक राषटरीय अनसिचत जनजाित आयोग भी होगा
एस सी आयोग जसा सतर इसको भी परापत होगा (अनचछद - 338 क)
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वसी ही शिकत होगी वही कायर वह करगा
जनजाित क िहतो की रकषा हर हालत म करगा (अनचछद - 338 क)
एस०टी० की उननित हत आयोग की होगी िनयिकत
राजय यिद कर िढलाई क दर करगा सखती (अनचछद - 339)
सामािजक शिकषक दिषट स िपछड़ ह जो लोग
राषटरपित उनक िलए गिठत कर आयोग (अनचछद - 340)
आयोग अधययन करगा कस हो उनका सधार
कस क दर-राजय बन सकत उन लोगो क मददगार (अनचछद - 340)
आयोग राषटरपित को दगा िसफािरश बयौरवार
ससद को िफर करना होगा भलाई हत िवचार (अनचछद - 340)
Page 73
भाग-17राजभाषा
(Official Language)
सघ की भाषा िहदी िलिप दवनागरी होगी
शासकीय परयोजन हत अगरजी की जररत होगी (अनचछद - 343)
राषटरपित भाषािवदो का एक आयोग कर गिठत
िहदी क परचार हत परयास कर जो सगिठत (अनचछद - 344)
िहदी भाषा हो समदध बढ़ जञान और िवजञान
अिहदी भाषी लोगो का आयोग रख धयान (अनचछद - 344)
िवधानसभा सथानीय भाषा को कर ल अगीकार
पर सरकारी कामो म रह अगरजी बरकरार (अनचछद - 345)
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दो राजयो को आपस म यिद करना ह पतराचार
दोनो िमलकर िहदी को कर सकत ह सवीकार (अनचछद - 346)
उचच उचचतम नयायालय म अगरजी परयकत होगी
आदशोअिधिनयमो की परित अगरजी म ही होगी (अनचछद - 348)
भाषाई अलपसखयको का सरकार रख धयान
मातभाषा म ही िमल सब िवषयो का जञान (अनचछद - 350 क ख)
सरकार िहदी को कर समदध खब कर परचार
अनय भाषाओ क शबदो स कर इसका िवसतार (अनचछद - 351)
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भाग-18आपात उपबनध
(Emergency Provisions)
यदध का हो सकट िवदरोिहयो का िबछा हो जाल
राषटरपित सनतिषट करकघोिषत कर आपातकाल (अनचछद - 352)
आपातकाल क िलए चािहए ससद की मजरी
एक माह क भीतर ही यह सहमित अित जररी (अनचछद - 352)
इस दौरान िमल जात हक दर को जयादा अिधकार
क दर सरकार चला सकती हराजय की भी सरकार (अनचछद - 353)
क दर राजय की करगा हर हालत म सरकषा
चाह वाहय आकरमण हो या सशसतर िवदरोह स रकषा (अनचछद - 355)
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राजय यिद नही चल रहा सिवधान क अनसार
राजयपाल राषटरपित को दग िरपोटर िसलिसलवार (अनचछद - 356)
िफर उस राजय म लाग होगा राषटरपित शासन
भारत सरकार हाथ म लगी वहा का परशासन (अनचछद - 356)
उदघोषणा का ससद दवारा करना होगा अनमोदन
दो महीनो म पास करग ससद क दोनो सदन (अनचछद - 356)
आपातकाल म िछन जायग सार मल अिधकार
बचगी शारीिरक सवततरता व जीन का अिधकार (अनचछद - 358 359)
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भारत म यिद पदा हो आिथरक सकट काल
राषटरपित घोिषत करत ह िवततीय आपातकाल (अनचछद - 352)
इस दौरान राजयो क खचर िकय जायग कम
घट जायग कमरचािरयो और जजो क वतन (अनचछद - 360)
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भाग-19परकीणर (Miscellaneous)
राषटरपित व राजयपाल को परापत ह िवशषािधकार
ना उन पर कोई कस चलगा न होग व िगरफतार (अनचछद - 361)
यिद कोई छपवाता ह ससद की कायरवाही
नयायालय नही करगा कोई दािणडक कायरवाही (अनचछद - 361 क)
सतयमव जयत
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भाग-20सिवधान का सशोधन
(Amendment of the Constitution)
ससद चाह कर सकती ह सिवधान म सशोधन
दो ितहाई बहमत स यिद पास कर दोनो सदन (अनचछद - 368)
िफर य िवधयक राषटरपित को भजा जायगा
उनकी सवीकित िमलन पर सशोधन कहलायगा (अनचछद - 368)
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भाग-21असथायी सकरमणकालीन और िवशष उपबनध
(Temporary Transitional and Special Provisions)
जमम और कशमीर राजय का ह िवशष अिधकार
ससद का कानन चलगा जब राजय कर सवीकार (अनचछद - 370)
कई बहत स राजयो म भी ह िवशष उपबनध
उनकी उननित और िवकास हो कछ ऐस परबध (अनचछद - 371 371 क ख ग घ ङ च छ ज झ ञ)
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भाग-22सिकषपत नाम परारमभ िहनदी म परािधकत पाठ
(Short Title Commencement Authoritative Text in Hindi)
हमारा य सिवधानभारत का सिवधान कहलायगा
छबबीस जनवरी 1950 स परा लाग हो जायगा (अनचछद - 393 394)
राषटरपित जी सिवधान को िहनदी म छपवायग
िहनदी अगरजी ससकरण ही अिधकत कहलायग (अनचछद - 394 क)
समापत
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सिवधान की उददिशका (Preamble)
हम भारत क लोग आज य सिवधान अपनात ह
समाजवादी धमरिनरपकष राषटर को गल लगात ह िमलगा हर तरह का नयाय बोलन की आजादी
िमलगी समानता सबको दश की जो आबादी बधता बढ़ हर एक स हर वयिकत इजजत पाय
राषटर हमारा रह अखड एकता बढ़ती जाय
26 नवमबर 1949 दढ़िनशचय हम करत ह
सिवधान को अगीकत आतमािपर त करत ह
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भाग-1सघ और उसका राजय कषतर
(The Union and its Territories) सब राजयो को िमलाकर भारत एक सघ होगा
चाह तो नवराषटरो का िमलन िविध सममत होगा (अनचछद - 12)
ससद चाह नय राजयो का िनमारण कर सकती ह
वतरमान राजयो म पिरवतरन भी कर सकती ह (अनचछद - 3)
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भाग-2नागिरकता (Citizenship)
भारत म रहन वाला वयिकत भारतीय कहलाता ह
बाहर स आ बस भारत म वह भी य हक पाता ह (अनचछद - 5)
कोई सवचछा स कर िवदशी नागिरकता सवीकार
भारतीय नागिरकता पर वह खोयगा अिधकार (अनचछद - 9)
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भाग-3मल अिधकार (Fundamental Rights)
मानव मल अिधकारो को महतवपणर बतलाया ह
इनक िवरदध िकसी िविध को असगत ठहराया ह (अनचछद - 13)
अनचछद चौदह म समता का अिधकार ह
होटल हो चाह दकान सबको परवश अिधकार ह (अनचछद - 14 15)
अनसिचत जाित जनजाित की करनी होगी भलाई
तािक उनकी उननित हो और कमी की हो भरपाई (अनचछद - 15)
नौकरी म धमर जाित िलग का नही होगा भद
साफ साफ शबदो म समझाता सोलह अनचछद (अनचछद - 16)
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समाज क िपछड़ वगोर कोहो आरकषण का सहारा
उननित कर दिलत िजनका जीवन विचत सारा (अनचछद - 16)
छआछत कलक का अनचछद सतरह कर अत
डॉ० अमबडकर हए मसीहा मानवता क बन सत (अनचछद - 17)
रह ना कोई जमीदार अब ना नवाब ना महाराजा
पद ना होगा जनम स खला योगयता का दरवाजा (अनचछद - 18)
परितयोिगता स ही िमलगा अब पद और सममान
बनो डॉकटर और कलकटर खब कमाओ नाम (अनचछद - 18 [भाव की अिभवयिकत])
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वयकत करो अपन भावो को जो चाह सो बोलो
अनयाय स नही डरो मह तम अपना खोलो (अनचछद - 19)
सघ और समह बनाना ह सबका अिधकार
शाितपणर करो सममलन जो हो िबना हिथयार (अनचछद - 19)
सारा भारत दश तमहारा कही भी जा सकत हो
कोई जगह पसनद आय वहा भी रह सकत हो (अनचछद - 19)
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बनो वकील या वयापारी करो कोई भी कारोबार
अनचछद उननीस दता ह तमको य सार अिधकार (अनचछद - 19)
जब तक िसदध नही हो दोषदोषी नही कहलाओग
बगनाह सािबत होन क सब अवसर तम पाओग (अनचछद - 20)
पहल कारण बतलायग तभी करग िगरफतार
चौबीस घट म छोड़ग िगरफतारी यिद बआधार (अनचछद - 22)
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कोई बचचा ना कर मजदरी मजदर ना कर बगार
यिद कोई भी कर उललघन जाना होगा कारागार (अनचछद - 23)
ननह - ननह स बचच नही कर खान म काम
सरकार उनह दगी िशकषा तािक बन बड़ इसान (अनचछद - 24 21 क)
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िकसी भी धमर को मानो या उसका परचार करो
अपन बनाओ ससथान सचालन का काम करो (अनचछद - 25 26)
कर स होता मकत ह धािमरक कायोर का परबध
सरकारी सकलो म ह धािमरक िशकषा पर परितबध (अनचछद - 27 28)
बौदध मिसलम िसख ईसाईअलपसखयक ह य भाई
अपन धमर िलिप भाषा की कर सकत ह पढ़ाई (अनचछद - 29 30)
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मल अिधकार बहत जररी परजाततर का सार
इन सब की गारटी दता सवधािनक उपचार (अनचछद - 32)
छीन यिद कोई अिधकार िरट दायर करवाओ
नयायालय स लो आदश लाग उस कराओ (अनचछद - 32)
शसतर बलो व आई०बी० मबहत जररी अनशासन
अिधकारो म अलप कटौती कर सकता ह शासन (अनचछद - 33)
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भाग-4राजय क नीित िनदरशक ततव
(Directive Principles of State Policy)
सिवधान सब राजयो को दता ह िनदरश
जनता क कलयाण की वयवसथा कर िवशष (अनचछद - 38)
सामािजक असमता कम हो घट आय का अतर
सभी कषतर कर िवकास अवसर िमल िनरनतर (अनचछद - 38)
सतरी-परष सबको िमल आजीिवका क साधन
सामिहक िहत हो िजसम बाटो सब ससाधन (अनचछद - 39)
एक हाथ म किनदरत ना हो उतपादन क साधन
नर-नारी यिद कर कायर तो िमल समान ही वतन (अनचछद - 39)
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कािमरको क सवासथय का धयान रख सरकार
सतरी - परष बचच न कर हािनकारक रोजगार (अनचछद - 39)
सब बचच उननित कर िमल माहौल अनकल
शोषण उनका ना होय कभी न जाना भल (अनचछद - 39)
नयाय सवरजन को िमल अपराधी या सशील
कोई बहत गरीब हो तो मफत म िमल वकील (अनचछद - 39 क)
गाव म िनिशचत कर पचायत का गठन
जनता को शिकत िमल लग िवकास म धन (अनचछद - 40)
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बढ़ा हो बकार हो असमथर या बीमार
सहारा इनको भी िमल कछ मदद कर सरकार (अनचछद - 41)
अचछा सिवधाजनक हो कायारलय म काम
गभरवती मिहलाओ को िमल िवशष आराम (अनचछद - 42)
जीवन का सतर सधर चहमखी होय िवकास
बकारो को िमल काम सिवधा और अवकाश (अनचछद - 43)
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उदयोगो क परबनध म हो मजदरो का हाथ
सहकारी सिमित का सवरप िखल साथ ही साथ (अनचछद - 43 क और ख)
सब नागिरको क िलए जो दश म कर िनवास
समान िसिवल सिहता का िकया जाय परयास (अनचछद - 44)
ननह बचचो को िमल िशकषा और सरकषा
बन सभय नागिरक व जीवन हो अित अचछा (अनचछद - 45)
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अनसिचत जाित जनजाित वगर ह सबस दबरल
अनयायो पर लग रोक िमल िशकषा और धन बल (अनचछद - 46)
िमल िवटािमन पोषक ततव उचच सतरीय जीवन
सवासथय सवा म हो सधार रक नश का सवन (अनचछद - 47)
वजञािनक तकनीको स बढ़ किष और पशपालन
सधर नसल पशओ की वध-िनषध का हो पालन (अनचछद - 48)
पयारवरण सरिकषत रखो करो जीवन का रकषण
वकष लगाओ करो हिरयालीवन जीवो का रकषण (अनचछद - 48 क)
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समारको की कर सरकषा रख िवशष धयान
इितहास रहगा सरिकषत बढ़गा सबका जञान (अनचछद - 49)
परशासन का नयायालय म ना हो कोई दखल
नयायपािलका रह सवततर नयाय िमल परितपल (अनचछद - 50)
सब दशो क बीच म रह सरकषा शािनत
आपस म आदर बढ़ िमट परसपर भरािनत (अनचछद - 51)
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भाग-4कमल कतरवय (Fundamental Duties)
सिवधान का कर पालन झड का कर सममान
इसक आदशोर को मान आदर स कर राषटरगान (अनचछद - 51 क [ क ])
आजादी क आदशोर को समझ और बयान कर
दश की परभता अखडता क रकषक का काम कर (अनचछद - 51 क [ ख ग ])
राषटर की सवा कर सतरी का सममान कर
भदभाव रिहत होकर भराततव का िनमारण कर (अनचछद - 51 क [ घ ङ ])
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सामािजक ससकित समझ परमपरा का मान कर
परकित का िवसतार कर जीवन का सममान कर (अनचछद - 51 क [ च छ ])
वजञािनक हो दिषटकोण जञानाजरन का काम कर
सावरजिनक समपितत का कभी नही नकसान कर (अनचछद - 51 क [ ज झ ])
खद ऊचाईयो को छ ल लोगो को भी बढ़ाय
राषटर िनरनतर बढ़ आग सभी सफल हो जाय (अनचछद - 51 क [ ञ ] )
माता-िपता या सरकषक परथम काम य करवाय
चाह गरीबी हो घर म बचच को िशकषा िदलवाय (अनचछद - 51 क [ ट ] )
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भाग-5सघ (The Union)
कायरपािलका (The Executive)
भारत सरकार म राषटरपित सवोरचचािधकारी होगा
जल थल वाय सना का वह शीषारिधकारी होगा (अनचछद - 52 53)
ससद िवधानसभाओ दवाराराषटरपित चयिनत होगा
पाच साल का कायरकालिजनका िनयिमत होगा (अनचछद - 54 56)
नागिरक हो भारत का आय पतीस स कम ना हो
सासद बनन लायक होकोई लाभ का पद ना हो (अनचछद - 58)
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मखय नयायाधीश दवारा उनका शपथ गरहण होगा
सिवधान की रकषा और अनपालन का परण होगा (अनचछद - 60)
राषटरपित यिद सिवधान की अवहलना करत ह
ससद सदसय उनक ऊपर दोषारोपण करत ह (अनचछद - 61)
ससद दवारा दोषारोपण महािभयोग कहलाता ह
दोष िसदध होन पर उनको पद स हटाया जाता ह (अनचछद - 61)
राषटरपित सवोरचच ह पर ससद ह उनस ऊपर
राषटरपित ससद नयायालय सिवधान सबस ऊपर (अनचछद - 61 [भाव की अिभवयिकत])
राषटरपित यिद हो असमथर अनपिसथत या बीमार
भारत क उपराषटरपित दखग उनका कायरभार (अनचछद - 63 65)
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ससद क दो सदन कर उपराषटरपित का िनवारचन
सिवधान क परित व लग शरदधा िनषठा क वचन (अनचछद - 66 69)
राषटरपित कर सकत ह िकसी भी सजा को कम
द सकत ह माफी भी या िफर सजा का िनलबन (अनचछद - 72)
राषटरपित की मदद हत एक मतरी पिरषद होगी
समिचत कायरवाही हत जो अपनी सलाह दगी (अनचछद - 74)
महामिहम को सलाह का पालन करना ही होगा
इस सलाह की अनदखी सभव काम नही होगा (अनचछद - 74)
मतरी-मडल की िनयिकत राषटरपित दवारा होगी
लोकसभा क परित भी मडल की िजममदारी होगी (अनचछद - 75)
Page 32
मतरी-पिरषद का मिखया परधानमतरी होता ह
परजाततर म वह वयिकत सबस ताकतवर होता ह (अनचछद - 75)
एक महानयायवादी होगा भारत सरकार म िनयकत
सरकार को िविध समबनधी सलाह दगा उपयकत (अनचछद - 76)
सरकार सब काम करगी राषटरपित क नाम स
उनको अवगत भी करायगी सरकार क काम स (अनचछद - 77 78)
ससद (Parliament)
ससद भारत दश की सबस बड़ी ससथा होगी
नय कानन बनान हत उसकी ही कषमता होगी (अनचछद - 79)
तीन भागो स होता ह भारतीय ससद का गठन
सवरपरथम ह राषटरपित िफर ससद क दो सदन (अनचछद - 79)
Page 33
राजय सभा क सदसयो का राजय ही कर चयन
कछ िवशष लोगो का िकया जाता ह मनोनयन (अनचछद - 80)
परतयक पाच साल म होता लोक सभा का चनाव
यही लोकततर का जाद जब लोग कर बदलाव (अनचछद - 83)
राजय सभा म िनयिकत हत उमर चािहए तीस
लोकसभा म आन हत पर कर पचचीस (अनचछद - 84)
राषटरपित समय समय पर करग ससद म बठक
दोनो सदनो म अिभभाषण का होगा उनका हक (अनचछद - 86 87)
Page 34
लोकसभा शीघर चनगी अपना एक अधयकष
लोकसभा क सचालन म होगा वह अित दकष (अनचछद - 93)
ससद क सब सदसयो को लनी होगी एक शपथ
सिवधान का करग पालन अपनायग उसका पथ (अनचछद - 99)
सासद नही बन रहग यिद हो िवकत मानिसकता
हो जाय िदवािलया या तयाग दश की नागिरकता (अनचछद - 102)
सासद सदन म बोल या रख सवततर िवचार
वाणी की सवततरता ही ह ससद का मखय आचार (अनचछद - 105)
ससद बनायगी कानन और पास करगी िबल
दोनो सदनो की सहमित स काम नही मिशकल (अनचछद - 107)
Page 35
जब कोई िबल पास होगा सहमित दग राषटरपित
यिद सिवधान सममत हतो जलद ही दग सवीकित (अनचछद - 111)
मतरालय सरकारी खचर का परा बजट बनाता ह
िवतत मतरी िफर इसको ससद म पास कराता ह (अनचछद - 112)
ससद म होगी परयोग िहनदी या अगरजी भाषा
यिद कोई दोनो ना जान बोल अपनी मातभाषा (अनचछद - 120)
िकसी जज क बतारव पर ससद म ना होगी बहस
ससदीय कायरवाही पर जज का नही चलगा बस (अनचछद - 121 122)
ससद ना चल रही हो पिरिसथित भी हो िवशष
राषटरपित कानन बनाय जारी करक अधयादश (अनचछद - 123)
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नयायपािलका (The Union Judiciary)
पर भारत म एक सवोरचच नयायालय होगा
नयाय का मिनदर होगा जजो का कायारलय होगा (अनचछद - 124)
जज यिद बनना हो तो चािहए सिवधान का जञान
वकील या जज क रप म पहल िकया हो काम (अनचछद - 124)
इन सभी जजो का चयन राषटरपित जी करत ह
इसक िलए अनय जजो स सलाह भी वह करत ह (अनचछद - 124)
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पद गरहण स पवर सब जज करत ह य वादा
पकषपात म नही करगा रख सिवधान मयारदा (अनचछद - 124)
जज हो जाय असमथर या तोड़ सिवधान की हद
ससद करगी महािभयोग छोड़ना होगा उनको पद (अनचछद - 124)
सपरीम कोटर क पास सबस जयादा अिधकार
मसला अपील का होया िफर राजयो की तकरार (अनचछद - 131 132 133 134)
जररत पड़ तो सपरीम कोटर नय कानन बनाता ह
जिटल सवधािनक मसलो को भीय सलझाता ह (अनचछद - 141 143)
भारत म एक िनयतरक महालखापरीकषक होगा
कनदर-राजय क खचोर का बयौरा उस रखना होगा (अनचछद - 148 149)
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भाग-6राजय (The States)
कायरपािलका (The Executive)
राजयपाल हर राजय म सवोरचच अिधकारी होगा
राषटरपित करग िनयिकतकायरकाल पाच वषर होगा (अनचछद - 153 154 155 156)
राजयपाल की िनयिकत हत भारत का नागिरक हो
आय पतीस की हो अनय लाभ का पद ना हो (अनचछद - 157 158)
राजयपाल को िमलग भतत और िवशषािधकार
साथ ही साथ होग व मफत मकान क हकदार (अनचछद - 158)
उचच नयायालय क जज स राजयपाल लग शपथ
जनता की करग सवा अपनायग सिवधान पथ (अनचछद - 159)
Page 39
आपरािधक मामलो म राजयपाल रखत ह शिकत
दोषी की कम कर सजाया िफर दणड स द मिकत (अनचछद - 161)
राजयपाल िववकानसार करग कायोर का िनवारह
अनय मामलो म व लग मतरी पिरषद स सलाह (अनचछद - 163)
राजयपाल ही करग राजय मखयमतरी की िनयिकत
िफर उनकी सलाह पर अनय मितरयो की िनयिकत (अनचछद - 164)
राजय क कल मितरयो की सखया िनधारिरत होगी
एम एल ए की सखया कापदरह परितशत ही होगी (अनचछद - 164)
राजय मितरयो की शपथ सिवधान क परित होगी
सारी जनता की सवा पकषपात रिहत होगी (अनचछद - 164)
Page 40
मतरी को गोपनीयता की शपथ गरहण करनी होगी
कछ िवषयो की जानकारी उनह गपत रखनी होगी (अनचछद - 164)
राजयपाल ही िनयकत करग राजय का महािधवकता
काननी िवषयो पर होगावो ही अिधकािरक वकता (अनचछद - 165)
राजय की कायरवाही होगी राजयपाल क नाम स
मखयमतरी अवगत करायग उनको अपन काम स (अनचछद - 166 167)
िवधान मणडल (The State Legislature)
सब राजयो म होगा िवधानसभा एक मखय सदन
कछ म अितिरकत होगा िवधानपिरषद का गठन (अनचछद - 168)
Page 41
िवधानसभा म होगा जनसखया का सही अनपात
तािक हर समाज क लोग परी रख अपनी बात (अनचछद - 170)
उमर यिद पचचीस की हो मन म हो सवा का भाव
एम०एल०ए० बनन हत लड़ सकत हो तम चनाव (अनचछद - 173)
सिवधान परित रखनी होगी हर सदसय को िनषठा
मरा भारत रह अखणड ऊची उसकी रह परितषठा (अनचछद - 173)
Page 42
िवधानसभा अधयकष करग सभा का सचालन
हर दल रख अपनी बातहो िनयमो का भी पालन (अनचछद - 178)
सदन म हर सदसय अपनी बात कह सकता ह
बखौफ बिहचक िवचार वयकत कर सकता ह (अनचछद - 194)
सदन सदसयो क वतन को भी तय कर सकता ह
जररत पड़ तो भततो म बढ़ोततरी कर सकता ह (अनचछद - 195)
Page 43
िवधानसभा राजय का िबल भीपास कर सकती ह
िफर उस पर राजयपाल स सवीकित ल सकती ह (अनचछद - 196)
राजयपाल सहमत होन पर अपनी महर लगायग
िबल म कछ गड़बड़ ह तो राषटरपित को बतायग (अनचछद - 200)
िवधानसभा बना सकती ह राजय क िलए कानन
िजसम राजय का िहत हो जनता को िमल सकन (अनचछद - 200)
राजय बजट बतलायगासरकार का वािषरक खचार
योजनाओ क मददो पर िफर होगी सदन म चचार (अनचछद - 202 203)
Page 44
िहनदी अगरजी सथानीय होगी सदन की भाषा
कोई न जान यिद इनह भी बोलगा वह मातभाषा (अनचछद - 210)
जज क आचरण पर नही करगा सदन बहस
सदन की कायरवाही पर भी न चल कोटर का बस (अनचछद - 211 212)
िवधानसभा का सतर न हो पिरिसथित हो िवशष
राजयपाल कानन बनाय जारी करक अधयादश (अनचछद - 213)
अधयादश को सदन दवारा करना होगा पास
वनार होगा बअसर वह बीत यिद डढ़ मास (अनचछद - 21३)
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राजयो क उचच नयायालय (The High Courts in the States)
हर राजय म नयाय हत एक उचच नयायालय होगा
िजसम जनता की खाितर नयाय दवार खला होगा (अनचछद - 214)
दस साल का नयाियक अनभव या रहा हो वकील
तब होगा उचच नयायालय का जज बनन कािबल (अनचछद - 217)
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राषटरपित दवारा होगी नयायधीश की िनयिकत
बासठ वषर परा होन पर होगी पद स मिकत (अनचछद - 217)
नयायधीश लग शपथ राजयपाल क साथ
सब लोगो को दग नयाय िबना िकए पकषपात (अनचछद - 219)
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अधीनसथ नयायालय (Subordinate Courts)
छोट नयायालयो पर होगी हाईकोटर की िनगरानी
िनयमपवरक कायर कर सब कोई न कर मनमानी (अनचछद - 233)
िजला जजो की िनयिकत राजयपाल दवारा होगी
इसस समबिनधत सलाह हाईकोटर दवारा होगी (अनचछद - 233)
सात वषर वकालत वाला िजला जज बनन योगय
अनय नयाियक पदो हत ह लोक सवा आयोग (अनचछद - 233)
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भाग-7परथम अनसची क भाग ख म राजय
(The States in Part B of First Schedule)
िनरिसत (Repealed)
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भाग-8सघ राजयकषतर
(The Union Territories)
सघ राजयकषतरो क िलए परशासक होग िजममदार
चाह हो दमन दीव या अडमान और िनकोबार (अनचछद - 239)
राजधानी िदलली म ह उपराजयपाल का शासन
यहा िवधानसभा भी ह जहा जनता कर िनवारचन (अनचछद - 239 क [ क ])
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भाग-9पचायत
(The Panchayats)
तजी स हो सबका िवकास हो जनता का शासन
इसक िलए करना होगा पचायतो का परशासन (अनचछद - 243 ख)
गराम सभा हो पचायत हो और हो िजला पिरषद
अनसिचत जाित जनजाित हत आरिकषत हो पद (अनचछद - 243 ग घ)
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मिहलाय भी समाज की ह महतवपणर ईकाई
उनक िलए आरिकषत हो अधयकष पद एक ितहाई (अनचछद - 243 घ)
राजय पचायतो को दग शिकत और अिधकार
िवकास हो नयाय िमल हो जनता का उपकार (अनचछद - 243 छ)
पचायत कर सकती ह टकस वसली का भी काम
खचार-पितर क िलए राजय भी दगा उनह अनदान (अनचछद - 243 ज)
परतयक पाच साल म होगा पचायत का िनवारचन
राजय चनाव आयोग करगा इन सबका सचालन (अनचछद - 243 ट)
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भाग-9 कनगरपािलकाय
(The Municipalities)
शहरो म नगरपािलका ह पचायत का दसरा रप
वाडर और उसकी सिमितयो जसा होगा परारप (अनचछद - 243 थ द ध)
मिहला कमजोर वगोर का आरकषण करना होगा
योजना लाग करन को टकस वसल करना होगा (अनचछद - 243 न भ)
महानगर कषतर म आबादी ह दस लाख स जयादा
परमख मयर कहलाता हिजममदारी भी ह जयादा (अनचछद - 243 त थ ब)
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भाग-9 खसहकारी सिमितया
(The Co-Operative Societies)
लोग बना सकत ह अपनी एक सहकारी सिमित
बोडर करगा सचालनबहतर होगी आिथरक िसथित (अनचछद - 243 यज यञ)
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भाग-10अनसिचत और जनजाित कषतर
(The Scheduled and Tribal Areas)
एस०टी० लोगो क िवकास का ह िवशष परावधान
अनसिचत कषतरो का भी खब रखना होगा धयान (अनचछद - 244)
जनजाित क िलए एक सलाहकार पिरषद होगी
िजसस उनक परशासन की नीित िनधारिरत होगी (अनचछद - 244 पाचवी अनसची)
उनक कलयाण कायोर पर राजयपाल रख िनगरानी
भिम उनकी रह सरिकषत साहकार न कर मनमानी (अनचछद - 244 पाचवी अनसची)
राजयपाल उनक कषतरो म पिरवतरन कर सकत ह
शािनत सरकषा काननो म बदली भी कर सकत ह (अनचछद - 244 पाचवी अनसची)
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असम राजय म होग सवशासी िजला और परदश
लाग नही होग इन पर राजय सरकार क िनदरश (अनचछद - 244 छठी अनसची)
जगल और जनजाित म ह बहत गहरा सबध
सतलन कस रखा जाय इसका ह सही परबध (अनचछद - 244 छठी अनसची)
वनभिम का उतपादो का जनजाित कर परयोग
वन भी रह सरिकषत ना हो जीिवका म अवरोध (अनचछद - 244 छठी अनसची)
राजयपाल ऐस कषतरो म िनिशचत कर सशासन
िशकषा सवासथय सचार क िदलवाय सब साधन (अनचछद - 244 छठी अनसची)
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भाग-11सघ और राजयो क बीच म समबनध
(Relations between the Union and the States)
ससद पर भारत म कानन बना सकती ह
िवधानसभा कवल राजय म ऐसा कर सकती ह (अनचछद - 245)
कानन बनान की शिकत कनदर-राजय की ह पथक
िवषय उनक िनधारिरत ह तािक ना हो कोई शक (अनचछद - 246)
सघ सची म िलख ह ससद क अिधकार
जस रकषा रल िवदश सना दर सचार (अनचछद - 246 सातवी अनसची - सघ सची)
राजय सची म विणर त ह िवधानसभा क अिधकार
जस पिलस सवासथय किष वन िवदयत कारागार (अनचछद - 246 सातवी अनसची - राजय सची)
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कछ िवषय ऐस ह िजन पर दोनो का अिधकार
इनम स ह िशकषा सजा नयाय वन वयापार (अनचछद - 246 सातवी अनसची - समवतीर सची)
िफर भी ससद बड़ी ह शरषठ ह उसक अिधकार
राषटरिहत म कानन बनाय कर अनतराषटरीय करार (अनचछद - 247 248 249 250 251 252 253 254)
काननो का अनपालन िनिशचत कर राजय सरकार
वनार िनदरिशत भी कर सकती ह भारत सरकार (अनचछद - 256)
क दर राजय सरकारो को द सकता ह आदश
दशिहत क कामो म यिद मिशकल आती ह पश (अनचछद - 257)
दो राजयो म िववाद हो या नदी जल का बटवारा
कनदर कानन बनाकर कर सकता ह िनपटारा (अनचछद - 262)
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राजयो क झगड़ो को सब िमलजल क सलझाय
जाच एव सझाव हत पिरषद एक बनाय (अनचछद - 263)
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भाग-12िवतत समपितत सिवदाए और वाद
(Finance Property Contracts and Suits)
टकस दवारा जो पसा आय सिचत धन कहलाय
भाित-भाित क खचोर म यह धन काम म आय (अनचछद - 266)
कछ खचर करन पड़त ह एकदम और कई बार
िजसकी खाितर कटीजसी फडरखती ह सरकार (अनचछद - 267)
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क दर और राजय सरकार दोनो ल जनता स कर
िफर िनयमानसार आपस म बाट इस बराबर (अनचछद - 268 269 270)
कनदर को राजय सरकारो को दना होगा अनदान
जनजाित कषतरो क िवकास का रखना होगा धयान (अनचछद - 275)
िवतत आयोग सझाव दता ह धन क िवतरण पर
तािक राजयो को िमल उननित क बराबर अवसर (अनचछद - 280 281)
क दर की समपितत पर राजय नही लगाय कर
क दर भी इस समबनध म कर राजय का आदर (अनचछद - 285 289)
क दर राजय कर सकत ह वयापार और कारोबार
समदरी खिनजो पर होगाकवल क दर का अिधकार (अनचछद - 297 298)
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राषटरपित की ओर स साइन होग सब करार
पर कोई चक हई तो नही होग व िजममदार (अनचछद - 299)
कोई वयिकत कर सकता ह समपितत को सिचत
कानन िबना उस नही कर सकत ह विचत (अनचछद - 300 क)
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भाग-13भारत क राजय कषतर क अनदर वयापार वािणजय और समागम (Trade Commerce and
Intercourse in India)
कोई कही भी कर सकता ह वािणजय या वयापार
िजस जनिहत म िनयिमत कर सकती ह सरकार (अनचछद - 301 302)
कनदर फड क िवतरण म न कर िकसी स पकषपात
साधन िवहीन राजयो कािफर भी दना होगा साथ (अनचछद - 303)
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भाग-14सघ और राजयो क अधीन सवाए
(Services under the Union and the States)
सरकारी कामकाज हत िनयकत होत ह अिधकारी
कायर सचार रप स हो लत ह िजममदारी (अनचछद - 309)
कोई अिधकारी कमरठ ह काम ह उसका अचछा
सिवधान उसको दता ह काफी अिधक सरकषा (अनचछद - 310 311)
िनयिकत कतार ही िकसी को पद स हटा सकता ह
िविधवत जाच कराक सजा सना सकता ह (अनचछद - 311)
िकसी कायरवाही स पहल वयिकत को सनना होगा
उसक दोष बतान होग िफर िनणरय करना होगा (अनचछद - 311)
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यिद गभीर अपराध म दोषी िसदध हआ अिधकारी
पद स हटाया जा सकता ह उस िबना इनकवारी (अनचछद - 311 2 क)
कभी-कभी सरकषा िहत म जाच नही हो सकती ह
िबना जाच अिधकारी की सवामिकत हो सकती ह (अनचछद - 311 2 ख ग)
क दर म भतीर हत ह सघ लोक सवा आयोग
आवदन कर सकत ह सवा क इचछक सब लोग (अनचछद - 315)
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आयोग करगा सचािलत िनयिकत हत परीकषा
उचच सवाओ म चािहए गरजएट तक की िशकषा (अनचछद - 315 320)
राजयो म भतीर हत ह राजय लोक सवा आयोग
छोट राजय चाह तो बनगा एक सयकत आयोग (अनचछद - 315)
आयोग म होग सदसय होगा एक अधयकष
रह हो सरकारी पद पर छिव हो उनकी िनषपकष (अनचछद - 316)
आयोग भतीर समबिनधत अपनी सलाह भी दगा
राषटरपित को हर साल सब कायोर का बयौरा दगा (अनचछद - 323)
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भाग-14कअिधकरण (Tribunals)
क दर राजय सतर पर होग परशासिनक अिधकरण
भतीर सवा क झगड़ो का िकया करग िनराकरण (अनचछद - 323 क)
कछ अिधकरण करग अनय िववादो का िनपटारा
टकस शरम िववाद या खादय वसतओ का बटवारा (अनचछद - 323 ख)
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भाग-15िनवारचन (Elections)
परजातनतर का मखय तनतर ह िनवारचन आयोग
इसकी मदद स सरकारो को चनत ह हम लोग (अनचछद - 324)
मखय चनाव अायकत कराय चनाव का सचालन
आचार सिहता का करवाय सखती स अनपालन (अनचछद - 324)
राषटरपित उपराषटरपित ससद या िवधानमडल सबक चनाव पर आयोग िनगरानी रख परितपल
(अनचछद - 324)
चनाव आयकतो को दता ह सिवधान सरकषा
सवतनतर चनावो स ही होती परजातनतर की रकषा (अनचछद - 324)
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लोकसभा िवधान सभा का जब भी हो िनवारचन
आयोग को सब सहयोग दगा राजय परशासन (अनचछद - 324)
वोटर िलसट म शािमल होगा हर वयसक का नाम
इस सब को िनषपकष कराना ह आयोग का काम (अनचछद - 325)
अठारह वषर का हर वयिकत रखता ह मतािधकार
अपनी इचछा क अनसार चन सकता ह सरकार (अनचछद - 326)
एम०पी० और एम०एल०ए० बन हो चनाव िनषपकष
लोकततर कायम रह यही आयोग का लकषय (अनचछद - 324 [भाव की अिभवयिकत])
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भाग-16कछ वगोर क समबनध म िवशष उपबनध
(Special Provisions relating to Certain Classes)
अनसिचत जाित जनजाित का ह िवशष परबध
लोकसभा म ह आरकषण ह अनपाितक सबध (अनचछद - 330)
ऐगलो इिडयन लोग यिद सखया म कम लगत ह
राषटरपित लोकसभा म दो सदसय रख सकत ह (अनचछद - 331)
एससी एसटी लोगो की िजतनी जनसखया होगी
उतनी ही िवधानसभा म सीटो की सखया होगी (अनचछद - 332)
सरकारी सवाओ मएससी एसटी का हो सथान
थोड़ी छट िमल अको म तािक भतीर हो आसान (अनचछद - 335)
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राषटरीय अनसिचतजाित आयोग कर हको की रकषा
उनस सबिधत समसयाओ की करता ह य परीकषा (अनचछद - 338)
एक अधयकष उपाधयकष और अनय सदसय होग
सिवधान क परावधान उनह लाग करन होग (अनचछद - 338)
एस० सी० लोगो क िहतो म न हो कोई कोताही
सािबत हो आरोप यिद आयोग कर कायरवाही (अनचछद - 338)
अनय कलयाणकारी उपाय खोजकर लायगा
राषटरपित को आयोग अपन सझाव बतलायगा (अनचछद - 338)
आयोग का दजार िसिवल नयायालय का होगा
सबकी पशी करान का हक उस परापत होगा (अनचछद - 338)
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राषटरपित आयोग की िरपोटर ससद म रखवायग
िसफािरशो पर काररवाई स अवगत भी करवायग (अनचछद - 338)
आयोग चाह तो सबिधत कागज पश करन होग
शपथपतर दकर सार सबत परकट करन होग (अनचछद - 338)
एस० सी० सबिधत कोई िनणरय लती ह सरकार
आयोग स लकर सलाह उस करना होगा िवचार (अनचछद - 338)
एक राषटरीय अनसिचत जनजाित आयोग भी होगा
एस सी आयोग जसा सतर इसको भी परापत होगा (अनचछद - 338 क)
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वसी ही शिकत होगी वही कायर वह करगा
जनजाित क िहतो की रकषा हर हालत म करगा (अनचछद - 338 क)
एस०टी० की उननित हत आयोग की होगी िनयिकत
राजय यिद कर िढलाई क दर करगा सखती (अनचछद - 339)
सामािजक शिकषक दिषट स िपछड़ ह जो लोग
राषटरपित उनक िलए गिठत कर आयोग (अनचछद - 340)
आयोग अधययन करगा कस हो उनका सधार
कस क दर-राजय बन सकत उन लोगो क मददगार (अनचछद - 340)
आयोग राषटरपित को दगा िसफािरश बयौरवार
ससद को िफर करना होगा भलाई हत िवचार (अनचछद - 340)
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भाग-17राजभाषा
(Official Language)
सघ की भाषा िहदी िलिप दवनागरी होगी
शासकीय परयोजन हत अगरजी की जररत होगी (अनचछद - 343)
राषटरपित भाषािवदो का एक आयोग कर गिठत
िहदी क परचार हत परयास कर जो सगिठत (अनचछद - 344)
िहदी भाषा हो समदध बढ़ जञान और िवजञान
अिहदी भाषी लोगो का आयोग रख धयान (अनचछद - 344)
िवधानसभा सथानीय भाषा को कर ल अगीकार
पर सरकारी कामो म रह अगरजी बरकरार (अनचछद - 345)
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दो राजयो को आपस म यिद करना ह पतराचार
दोनो िमलकर िहदी को कर सकत ह सवीकार (अनचछद - 346)
उचच उचचतम नयायालय म अगरजी परयकत होगी
आदशोअिधिनयमो की परित अगरजी म ही होगी (अनचछद - 348)
भाषाई अलपसखयको का सरकार रख धयान
मातभाषा म ही िमल सब िवषयो का जञान (अनचछद - 350 क ख)
सरकार िहदी को कर समदध खब कर परचार
अनय भाषाओ क शबदो स कर इसका िवसतार (अनचछद - 351)
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भाग-18आपात उपबनध
(Emergency Provisions)
यदध का हो सकट िवदरोिहयो का िबछा हो जाल
राषटरपित सनतिषट करकघोिषत कर आपातकाल (अनचछद - 352)
आपातकाल क िलए चािहए ससद की मजरी
एक माह क भीतर ही यह सहमित अित जररी (अनचछद - 352)
इस दौरान िमल जात हक दर को जयादा अिधकार
क दर सरकार चला सकती हराजय की भी सरकार (अनचछद - 353)
क दर राजय की करगा हर हालत म सरकषा
चाह वाहय आकरमण हो या सशसतर िवदरोह स रकषा (अनचछद - 355)
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राजय यिद नही चल रहा सिवधान क अनसार
राजयपाल राषटरपित को दग िरपोटर िसलिसलवार (अनचछद - 356)
िफर उस राजय म लाग होगा राषटरपित शासन
भारत सरकार हाथ म लगी वहा का परशासन (अनचछद - 356)
उदघोषणा का ससद दवारा करना होगा अनमोदन
दो महीनो म पास करग ससद क दोनो सदन (अनचछद - 356)
आपातकाल म िछन जायग सार मल अिधकार
बचगी शारीिरक सवततरता व जीन का अिधकार (अनचछद - 358 359)
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भारत म यिद पदा हो आिथरक सकट काल
राषटरपित घोिषत करत ह िवततीय आपातकाल (अनचछद - 352)
इस दौरान राजयो क खचर िकय जायग कम
घट जायग कमरचािरयो और जजो क वतन (अनचछद - 360)
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भाग-19परकीणर (Miscellaneous)
राषटरपित व राजयपाल को परापत ह िवशषािधकार
ना उन पर कोई कस चलगा न होग व िगरफतार (अनचछद - 361)
यिद कोई छपवाता ह ससद की कायरवाही
नयायालय नही करगा कोई दािणडक कायरवाही (अनचछद - 361 क)
सतयमव जयत
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भाग-20सिवधान का सशोधन
(Amendment of the Constitution)
ससद चाह कर सकती ह सिवधान म सशोधन
दो ितहाई बहमत स यिद पास कर दोनो सदन (अनचछद - 368)
िफर य िवधयक राषटरपित को भजा जायगा
उनकी सवीकित िमलन पर सशोधन कहलायगा (अनचछद - 368)
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भाग-21असथायी सकरमणकालीन और िवशष उपबनध
(Temporary Transitional and Special Provisions)
जमम और कशमीर राजय का ह िवशष अिधकार
ससद का कानन चलगा जब राजय कर सवीकार (अनचछद - 370)
कई बहत स राजयो म भी ह िवशष उपबनध
उनकी उननित और िवकास हो कछ ऐस परबध (अनचछद - 371 371 क ख ग घ ङ च छ ज झ ञ)
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भाग-22सिकषपत नाम परारमभ िहनदी म परािधकत पाठ
(Short Title Commencement Authoritative Text in Hindi)
हमारा य सिवधानभारत का सिवधान कहलायगा
छबबीस जनवरी 1950 स परा लाग हो जायगा (अनचछद - 393 394)
राषटरपित जी सिवधान को िहनदी म छपवायग
िहनदी अगरजी ससकरण ही अिधकत कहलायग (अनचछद - 394 क)
समापत
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भाग-1सघ और उसका राजय कषतर
(The Union and its Territories) सब राजयो को िमलाकर भारत एक सघ होगा
चाह तो नवराषटरो का िमलन िविध सममत होगा (अनचछद - 12)
ससद चाह नय राजयो का िनमारण कर सकती ह
वतरमान राजयो म पिरवतरन भी कर सकती ह (अनचछद - 3)
Page 13
भाग-2नागिरकता (Citizenship)
भारत म रहन वाला वयिकत भारतीय कहलाता ह
बाहर स आ बस भारत म वह भी य हक पाता ह (अनचछद - 5)
कोई सवचछा स कर िवदशी नागिरकता सवीकार
भारतीय नागिरकता पर वह खोयगा अिधकार (अनचछद - 9)
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भाग-3मल अिधकार (Fundamental Rights)
मानव मल अिधकारो को महतवपणर बतलाया ह
इनक िवरदध िकसी िविध को असगत ठहराया ह (अनचछद - 13)
अनचछद चौदह म समता का अिधकार ह
होटल हो चाह दकान सबको परवश अिधकार ह (अनचछद - 14 15)
अनसिचत जाित जनजाित की करनी होगी भलाई
तािक उनकी उननित हो और कमी की हो भरपाई (अनचछद - 15)
नौकरी म धमर जाित िलग का नही होगा भद
साफ साफ शबदो म समझाता सोलह अनचछद (अनचछद - 16)
Page 15
समाज क िपछड़ वगोर कोहो आरकषण का सहारा
उननित कर दिलत िजनका जीवन विचत सारा (अनचछद - 16)
छआछत कलक का अनचछद सतरह कर अत
डॉ० अमबडकर हए मसीहा मानवता क बन सत (अनचछद - 17)
रह ना कोई जमीदार अब ना नवाब ना महाराजा
पद ना होगा जनम स खला योगयता का दरवाजा (अनचछद - 18)
परितयोिगता स ही िमलगा अब पद और सममान
बनो डॉकटर और कलकटर खब कमाओ नाम (अनचछद - 18 [भाव की अिभवयिकत])
Page 16
वयकत करो अपन भावो को जो चाह सो बोलो
अनयाय स नही डरो मह तम अपना खोलो (अनचछद - 19)
सघ और समह बनाना ह सबका अिधकार
शाितपणर करो सममलन जो हो िबना हिथयार (अनचछद - 19)
सारा भारत दश तमहारा कही भी जा सकत हो
कोई जगह पसनद आय वहा भी रह सकत हो (अनचछद - 19)
Page 17
बनो वकील या वयापारी करो कोई भी कारोबार
अनचछद उननीस दता ह तमको य सार अिधकार (अनचछद - 19)
जब तक िसदध नही हो दोषदोषी नही कहलाओग
बगनाह सािबत होन क सब अवसर तम पाओग (अनचछद - 20)
पहल कारण बतलायग तभी करग िगरफतार
चौबीस घट म छोड़ग िगरफतारी यिद बआधार (अनचछद - 22)
Page 18
कोई बचचा ना कर मजदरी मजदर ना कर बगार
यिद कोई भी कर उललघन जाना होगा कारागार (अनचछद - 23)
ननह - ननह स बचच नही कर खान म काम
सरकार उनह दगी िशकषा तािक बन बड़ इसान (अनचछद - 24 21 क)
Page 19
िकसी भी धमर को मानो या उसका परचार करो
अपन बनाओ ससथान सचालन का काम करो (अनचछद - 25 26)
कर स होता मकत ह धािमरक कायोर का परबध
सरकारी सकलो म ह धािमरक िशकषा पर परितबध (अनचछद - 27 28)
बौदध मिसलम िसख ईसाईअलपसखयक ह य भाई
अपन धमर िलिप भाषा की कर सकत ह पढ़ाई (अनचछद - 29 30)
Page 20
मल अिधकार बहत जररी परजाततर का सार
इन सब की गारटी दता सवधािनक उपचार (अनचछद - 32)
छीन यिद कोई अिधकार िरट दायर करवाओ
नयायालय स लो आदश लाग उस कराओ (अनचछद - 32)
शसतर बलो व आई०बी० मबहत जररी अनशासन
अिधकारो म अलप कटौती कर सकता ह शासन (अनचछद - 33)
Page 21
भाग-4राजय क नीित िनदरशक ततव
(Directive Principles of State Policy)
सिवधान सब राजयो को दता ह िनदरश
जनता क कलयाण की वयवसथा कर िवशष (अनचछद - 38)
सामािजक असमता कम हो घट आय का अतर
सभी कषतर कर िवकास अवसर िमल िनरनतर (अनचछद - 38)
सतरी-परष सबको िमल आजीिवका क साधन
सामिहक िहत हो िजसम बाटो सब ससाधन (अनचछद - 39)
एक हाथ म किनदरत ना हो उतपादन क साधन
नर-नारी यिद कर कायर तो िमल समान ही वतन (अनचछद - 39)
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कािमरको क सवासथय का धयान रख सरकार
सतरी - परष बचच न कर हािनकारक रोजगार (अनचछद - 39)
सब बचच उननित कर िमल माहौल अनकल
शोषण उनका ना होय कभी न जाना भल (अनचछद - 39)
नयाय सवरजन को िमल अपराधी या सशील
कोई बहत गरीब हो तो मफत म िमल वकील (अनचछद - 39 क)
गाव म िनिशचत कर पचायत का गठन
जनता को शिकत िमल लग िवकास म धन (अनचछद - 40)
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बढ़ा हो बकार हो असमथर या बीमार
सहारा इनको भी िमल कछ मदद कर सरकार (अनचछद - 41)
अचछा सिवधाजनक हो कायारलय म काम
गभरवती मिहलाओ को िमल िवशष आराम (अनचछद - 42)
जीवन का सतर सधर चहमखी होय िवकास
बकारो को िमल काम सिवधा और अवकाश (अनचछद - 43)
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उदयोगो क परबनध म हो मजदरो का हाथ
सहकारी सिमित का सवरप िखल साथ ही साथ (अनचछद - 43 क और ख)
सब नागिरको क िलए जो दश म कर िनवास
समान िसिवल सिहता का िकया जाय परयास (अनचछद - 44)
ननह बचचो को िमल िशकषा और सरकषा
बन सभय नागिरक व जीवन हो अित अचछा (अनचछद - 45)
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अनसिचत जाित जनजाित वगर ह सबस दबरल
अनयायो पर लग रोक िमल िशकषा और धन बल (अनचछद - 46)
िमल िवटािमन पोषक ततव उचच सतरीय जीवन
सवासथय सवा म हो सधार रक नश का सवन (अनचछद - 47)
वजञािनक तकनीको स बढ़ किष और पशपालन
सधर नसल पशओ की वध-िनषध का हो पालन (अनचछद - 48)
पयारवरण सरिकषत रखो करो जीवन का रकषण
वकष लगाओ करो हिरयालीवन जीवो का रकषण (अनचछद - 48 क)
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समारको की कर सरकषा रख िवशष धयान
इितहास रहगा सरिकषत बढ़गा सबका जञान (अनचछद - 49)
परशासन का नयायालय म ना हो कोई दखल
नयायपािलका रह सवततर नयाय िमल परितपल (अनचछद - 50)
सब दशो क बीच म रह सरकषा शािनत
आपस म आदर बढ़ िमट परसपर भरािनत (अनचछद - 51)
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भाग-4कमल कतरवय (Fundamental Duties)
सिवधान का कर पालन झड का कर सममान
इसक आदशोर को मान आदर स कर राषटरगान (अनचछद - 51 क [ क ])
आजादी क आदशोर को समझ और बयान कर
दश की परभता अखडता क रकषक का काम कर (अनचछद - 51 क [ ख ग ])
राषटर की सवा कर सतरी का सममान कर
भदभाव रिहत होकर भराततव का िनमारण कर (अनचछद - 51 क [ घ ङ ])
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सामािजक ससकित समझ परमपरा का मान कर
परकित का िवसतार कर जीवन का सममान कर (अनचछद - 51 क [ च छ ])
वजञािनक हो दिषटकोण जञानाजरन का काम कर
सावरजिनक समपितत का कभी नही नकसान कर (अनचछद - 51 क [ ज झ ])
खद ऊचाईयो को छ ल लोगो को भी बढ़ाय
राषटर िनरनतर बढ़ आग सभी सफल हो जाय (अनचछद - 51 क [ ञ ] )
माता-िपता या सरकषक परथम काम य करवाय
चाह गरीबी हो घर म बचच को िशकषा िदलवाय (अनचछद - 51 क [ ट ] )
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भाग-5सघ (The Union)
कायरपािलका (The Executive)
भारत सरकार म राषटरपित सवोरचचािधकारी होगा
जल थल वाय सना का वह शीषारिधकारी होगा (अनचछद - 52 53)
ससद िवधानसभाओ दवाराराषटरपित चयिनत होगा
पाच साल का कायरकालिजनका िनयिमत होगा (अनचछद - 54 56)
नागिरक हो भारत का आय पतीस स कम ना हो
सासद बनन लायक होकोई लाभ का पद ना हो (अनचछद - 58)
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मखय नयायाधीश दवारा उनका शपथ गरहण होगा
सिवधान की रकषा और अनपालन का परण होगा (अनचछद - 60)
राषटरपित यिद सिवधान की अवहलना करत ह
ससद सदसय उनक ऊपर दोषारोपण करत ह (अनचछद - 61)
ससद दवारा दोषारोपण महािभयोग कहलाता ह
दोष िसदध होन पर उनको पद स हटाया जाता ह (अनचछद - 61)
राषटरपित सवोरचच ह पर ससद ह उनस ऊपर
राषटरपित ससद नयायालय सिवधान सबस ऊपर (अनचछद - 61 [भाव की अिभवयिकत])
राषटरपित यिद हो असमथर अनपिसथत या बीमार
भारत क उपराषटरपित दखग उनका कायरभार (अनचछद - 63 65)
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ससद क दो सदन कर उपराषटरपित का िनवारचन
सिवधान क परित व लग शरदधा िनषठा क वचन (अनचछद - 66 69)
राषटरपित कर सकत ह िकसी भी सजा को कम
द सकत ह माफी भी या िफर सजा का िनलबन (अनचछद - 72)
राषटरपित की मदद हत एक मतरी पिरषद होगी
समिचत कायरवाही हत जो अपनी सलाह दगी (अनचछद - 74)
महामिहम को सलाह का पालन करना ही होगा
इस सलाह की अनदखी सभव काम नही होगा (अनचछद - 74)
मतरी-मडल की िनयिकत राषटरपित दवारा होगी
लोकसभा क परित भी मडल की िजममदारी होगी (अनचछद - 75)
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मतरी-पिरषद का मिखया परधानमतरी होता ह
परजाततर म वह वयिकत सबस ताकतवर होता ह (अनचछद - 75)
एक महानयायवादी होगा भारत सरकार म िनयकत
सरकार को िविध समबनधी सलाह दगा उपयकत (अनचछद - 76)
सरकार सब काम करगी राषटरपित क नाम स
उनको अवगत भी करायगी सरकार क काम स (अनचछद - 77 78)
ससद (Parliament)
ससद भारत दश की सबस बड़ी ससथा होगी
नय कानन बनान हत उसकी ही कषमता होगी (अनचछद - 79)
तीन भागो स होता ह भारतीय ससद का गठन
सवरपरथम ह राषटरपित िफर ससद क दो सदन (अनचछद - 79)
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राजय सभा क सदसयो का राजय ही कर चयन
कछ िवशष लोगो का िकया जाता ह मनोनयन (अनचछद - 80)
परतयक पाच साल म होता लोक सभा का चनाव
यही लोकततर का जाद जब लोग कर बदलाव (अनचछद - 83)
राजय सभा म िनयिकत हत उमर चािहए तीस
लोकसभा म आन हत पर कर पचचीस (अनचछद - 84)
राषटरपित समय समय पर करग ससद म बठक
दोनो सदनो म अिभभाषण का होगा उनका हक (अनचछद - 86 87)
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लोकसभा शीघर चनगी अपना एक अधयकष
लोकसभा क सचालन म होगा वह अित दकष (अनचछद - 93)
ससद क सब सदसयो को लनी होगी एक शपथ
सिवधान का करग पालन अपनायग उसका पथ (अनचछद - 99)
सासद नही बन रहग यिद हो िवकत मानिसकता
हो जाय िदवािलया या तयाग दश की नागिरकता (अनचछद - 102)
सासद सदन म बोल या रख सवततर िवचार
वाणी की सवततरता ही ह ससद का मखय आचार (अनचछद - 105)
ससद बनायगी कानन और पास करगी िबल
दोनो सदनो की सहमित स काम नही मिशकल (अनचछद - 107)
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जब कोई िबल पास होगा सहमित दग राषटरपित
यिद सिवधान सममत हतो जलद ही दग सवीकित (अनचछद - 111)
मतरालय सरकारी खचर का परा बजट बनाता ह
िवतत मतरी िफर इसको ससद म पास कराता ह (अनचछद - 112)
ससद म होगी परयोग िहनदी या अगरजी भाषा
यिद कोई दोनो ना जान बोल अपनी मातभाषा (अनचछद - 120)
िकसी जज क बतारव पर ससद म ना होगी बहस
ससदीय कायरवाही पर जज का नही चलगा बस (अनचछद - 121 122)
ससद ना चल रही हो पिरिसथित भी हो िवशष
राषटरपित कानन बनाय जारी करक अधयादश (अनचछद - 123)
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नयायपािलका (The Union Judiciary)
पर भारत म एक सवोरचच नयायालय होगा
नयाय का मिनदर होगा जजो का कायारलय होगा (अनचछद - 124)
जज यिद बनना हो तो चािहए सिवधान का जञान
वकील या जज क रप म पहल िकया हो काम (अनचछद - 124)
इन सभी जजो का चयन राषटरपित जी करत ह
इसक िलए अनय जजो स सलाह भी वह करत ह (अनचछद - 124)
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पद गरहण स पवर सब जज करत ह य वादा
पकषपात म नही करगा रख सिवधान मयारदा (अनचछद - 124)
जज हो जाय असमथर या तोड़ सिवधान की हद
ससद करगी महािभयोग छोड़ना होगा उनको पद (अनचछद - 124)
सपरीम कोटर क पास सबस जयादा अिधकार
मसला अपील का होया िफर राजयो की तकरार (अनचछद - 131 132 133 134)
जररत पड़ तो सपरीम कोटर नय कानन बनाता ह
जिटल सवधािनक मसलो को भीय सलझाता ह (अनचछद - 141 143)
भारत म एक िनयतरक महालखापरीकषक होगा
कनदर-राजय क खचोर का बयौरा उस रखना होगा (अनचछद - 148 149)
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भाग-6राजय (The States)
कायरपािलका (The Executive)
राजयपाल हर राजय म सवोरचच अिधकारी होगा
राषटरपित करग िनयिकतकायरकाल पाच वषर होगा (अनचछद - 153 154 155 156)
राजयपाल की िनयिकत हत भारत का नागिरक हो
आय पतीस की हो अनय लाभ का पद ना हो (अनचछद - 157 158)
राजयपाल को िमलग भतत और िवशषािधकार
साथ ही साथ होग व मफत मकान क हकदार (अनचछद - 158)
उचच नयायालय क जज स राजयपाल लग शपथ
जनता की करग सवा अपनायग सिवधान पथ (अनचछद - 159)
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आपरािधक मामलो म राजयपाल रखत ह शिकत
दोषी की कम कर सजाया िफर दणड स द मिकत (अनचछद - 161)
राजयपाल िववकानसार करग कायोर का िनवारह
अनय मामलो म व लग मतरी पिरषद स सलाह (अनचछद - 163)
राजयपाल ही करग राजय मखयमतरी की िनयिकत
िफर उनकी सलाह पर अनय मितरयो की िनयिकत (अनचछद - 164)
राजय क कल मितरयो की सखया िनधारिरत होगी
एम एल ए की सखया कापदरह परितशत ही होगी (अनचछद - 164)
राजय मितरयो की शपथ सिवधान क परित होगी
सारी जनता की सवा पकषपात रिहत होगी (अनचछद - 164)
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मतरी को गोपनीयता की शपथ गरहण करनी होगी
कछ िवषयो की जानकारी उनह गपत रखनी होगी (अनचछद - 164)
राजयपाल ही िनयकत करग राजय का महािधवकता
काननी िवषयो पर होगावो ही अिधकािरक वकता (अनचछद - 165)
राजय की कायरवाही होगी राजयपाल क नाम स
मखयमतरी अवगत करायग उनको अपन काम स (अनचछद - 166 167)
िवधान मणडल (The State Legislature)
सब राजयो म होगा िवधानसभा एक मखय सदन
कछ म अितिरकत होगा िवधानपिरषद का गठन (अनचछद - 168)
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िवधानसभा म होगा जनसखया का सही अनपात
तािक हर समाज क लोग परी रख अपनी बात (अनचछद - 170)
उमर यिद पचचीस की हो मन म हो सवा का भाव
एम०एल०ए० बनन हत लड़ सकत हो तम चनाव (अनचछद - 173)
सिवधान परित रखनी होगी हर सदसय को िनषठा
मरा भारत रह अखणड ऊची उसकी रह परितषठा (अनचछद - 173)
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िवधानसभा अधयकष करग सभा का सचालन
हर दल रख अपनी बातहो िनयमो का भी पालन (अनचछद - 178)
सदन म हर सदसय अपनी बात कह सकता ह
बखौफ बिहचक िवचार वयकत कर सकता ह (अनचछद - 194)
सदन सदसयो क वतन को भी तय कर सकता ह
जररत पड़ तो भततो म बढ़ोततरी कर सकता ह (अनचछद - 195)
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िवधानसभा राजय का िबल भीपास कर सकती ह
िफर उस पर राजयपाल स सवीकित ल सकती ह (अनचछद - 196)
राजयपाल सहमत होन पर अपनी महर लगायग
िबल म कछ गड़बड़ ह तो राषटरपित को बतायग (अनचछद - 200)
िवधानसभा बना सकती ह राजय क िलए कानन
िजसम राजय का िहत हो जनता को िमल सकन (अनचछद - 200)
राजय बजट बतलायगासरकार का वािषरक खचार
योजनाओ क मददो पर िफर होगी सदन म चचार (अनचछद - 202 203)
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िहनदी अगरजी सथानीय होगी सदन की भाषा
कोई न जान यिद इनह भी बोलगा वह मातभाषा (अनचछद - 210)
जज क आचरण पर नही करगा सदन बहस
सदन की कायरवाही पर भी न चल कोटर का बस (अनचछद - 211 212)
िवधानसभा का सतर न हो पिरिसथित हो िवशष
राजयपाल कानन बनाय जारी करक अधयादश (अनचछद - 213)
अधयादश को सदन दवारा करना होगा पास
वनार होगा बअसर वह बीत यिद डढ़ मास (अनचछद - 21३)
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राजयो क उचच नयायालय (The High Courts in the States)
हर राजय म नयाय हत एक उचच नयायालय होगा
िजसम जनता की खाितर नयाय दवार खला होगा (अनचछद - 214)
दस साल का नयाियक अनभव या रहा हो वकील
तब होगा उचच नयायालय का जज बनन कािबल (अनचछद - 217)
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राषटरपित दवारा होगी नयायधीश की िनयिकत
बासठ वषर परा होन पर होगी पद स मिकत (अनचछद - 217)
नयायधीश लग शपथ राजयपाल क साथ
सब लोगो को दग नयाय िबना िकए पकषपात (अनचछद - 219)
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अधीनसथ नयायालय (Subordinate Courts)
छोट नयायालयो पर होगी हाईकोटर की िनगरानी
िनयमपवरक कायर कर सब कोई न कर मनमानी (अनचछद - 233)
िजला जजो की िनयिकत राजयपाल दवारा होगी
इसस समबिनधत सलाह हाईकोटर दवारा होगी (अनचछद - 233)
सात वषर वकालत वाला िजला जज बनन योगय
अनय नयाियक पदो हत ह लोक सवा आयोग (अनचछद - 233)
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भाग-7परथम अनसची क भाग ख म राजय
(The States in Part B of First Schedule)
िनरिसत (Repealed)
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भाग-8सघ राजयकषतर
(The Union Territories)
सघ राजयकषतरो क िलए परशासक होग िजममदार
चाह हो दमन दीव या अडमान और िनकोबार (अनचछद - 239)
राजधानी िदलली म ह उपराजयपाल का शासन
यहा िवधानसभा भी ह जहा जनता कर िनवारचन (अनचछद - 239 क [ क ])
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भाग-9पचायत
(The Panchayats)
तजी स हो सबका िवकास हो जनता का शासन
इसक िलए करना होगा पचायतो का परशासन (अनचछद - 243 ख)
गराम सभा हो पचायत हो और हो िजला पिरषद
अनसिचत जाित जनजाित हत आरिकषत हो पद (अनचछद - 243 ग घ)
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मिहलाय भी समाज की ह महतवपणर ईकाई
उनक िलए आरिकषत हो अधयकष पद एक ितहाई (अनचछद - 243 घ)
राजय पचायतो को दग शिकत और अिधकार
िवकास हो नयाय िमल हो जनता का उपकार (अनचछद - 243 छ)
पचायत कर सकती ह टकस वसली का भी काम
खचार-पितर क िलए राजय भी दगा उनह अनदान (अनचछद - 243 ज)
परतयक पाच साल म होगा पचायत का िनवारचन
राजय चनाव आयोग करगा इन सबका सचालन (अनचछद - 243 ट)
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भाग-9 कनगरपािलकाय
(The Municipalities)
शहरो म नगरपािलका ह पचायत का दसरा रप
वाडर और उसकी सिमितयो जसा होगा परारप (अनचछद - 243 थ द ध)
मिहला कमजोर वगोर का आरकषण करना होगा
योजना लाग करन को टकस वसल करना होगा (अनचछद - 243 न भ)
महानगर कषतर म आबादी ह दस लाख स जयादा
परमख मयर कहलाता हिजममदारी भी ह जयादा (अनचछद - 243 त थ ब)
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भाग-9 खसहकारी सिमितया
(The Co-Operative Societies)
लोग बना सकत ह अपनी एक सहकारी सिमित
बोडर करगा सचालनबहतर होगी आिथरक िसथित (अनचछद - 243 यज यञ)
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भाग-10अनसिचत और जनजाित कषतर
(The Scheduled and Tribal Areas)
एस०टी० लोगो क िवकास का ह िवशष परावधान
अनसिचत कषतरो का भी खब रखना होगा धयान (अनचछद - 244)
जनजाित क िलए एक सलाहकार पिरषद होगी
िजसस उनक परशासन की नीित िनधारिरत होगी (अनचछद - 244 पाचवी अनसची)
उनक कलयाण कायोर पर राजयपाल रख िनगरानी
भिम उनकी रह सरिकषत साहकार न कर मनमानी (अनचछद - 244 पाचवी अनसची)
राजयपाल उनक कषतरो म पिरवतरन कर सकत ह
शािनत सरकषा काननो म बदली भी कर सकत ह (अनचछद - 244 पाचवी अनसची)
Page 55
असम राजय म होग सवशासी िजला और परदश
लाग नही होग इन पर राजय सरकार क िनदरश (अनचछद - 244 छठी अनसची)
जगल और जनजाित म ह बहत गहरा सबध
सतलन कस रखा जाय इसका ह सही परबध (अनचछद - 244 छठी अनसची)
वनभिम का उतपादो का जनजाित कर परयोग
वन भी रह सरिकषत ना हो जीिवका म अवरोध (अनचछद - 244 छठी अनसची)
राजयपाल ऐस कषतरो म िनिशचत कर सशासन
िशकषा सवासथय सचार क िदलवाय सब साधन (अनचछद - 244 छठी अनसची)
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भाग-11सघ और राजयो क बीच म समबनध
(Relations between the Union and the States)
ससद पर भारत म कानन बना सकती ह
िवधानसभा कवल राजय म ऐसा कर सकती ह (अनचछद - 245)
कानन बनान की शिकत कनदर-राजय की ह पथक
िवषय उनक िनधारिरत ह तािक ना हो कोई शक (अनचछद - 246)
सघ सची म िलख ह ससद क अिधकार
जस रकषा रल िवदश सना दर सचार (अनचछद - 246 सातवी अनसची - सघ सची)
राजय सची म विणर त ह िवधानसभा क अिधकार
जस पिलस सवासथय किष वन िवदयत कारागार (अनचछद - 246 सातवी अनसची - राजय सची)
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कछ िवषय ऐस ह िजन पर दोनो का अिधकार
इनम स ह िशकषा सजा नयाय वन वयापार (अनचछद - 246 सातवी अनसची - समवतीर सची)
िफर भी ससद बड़ी ह शरषठ ह उसक अिधकार
राषटरिहत म कानन बनाय कर अनतराषटरीय करार (अनचछद - 247 248 249 250 251 252 253 254)
काननो का अनपालन िनिशचत कर राजय सरकार
वनार िनदरिशत भी कर सकती ह भारत सरकार (अनचछद - 256)
क दर राजय सरकारो को द सकता ह आदश
दशिहत क कामो म यिद मिशकल आती ह पश (अनचछद - 257)
दो राजयो म िववाद हो या नदी जल का बटवारा
कनदर कानन बनाकर कर सकता ह िनपटारा (अनचछद - 262)
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राजयो क झगड़ो को सब िमलजल क सलझाय
जाच एव सझाव हत पिरषद एक बनाय (अनचछद - 263)
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भाग-12िवतत समपितत सिवदाए और वाद
(Finance Property Contracts and Suits)
टकस दवारा जो पसा आय सिचत धन कहलाय
भाित-भाित क खचोर म यह धन काम म आय (अनचछद - 266)
कछ खचर करन पड़त ह एकदम और कई बार
िजसकी खाितर कटीजसी फडरखती ह सरकार (अनचछद - 267)
Page 60
क दर और राजय सरकार दोनो ल जनता स कर
िफर िनयमानसार आपस म बाट इस बराबर (अनचछद - 268 269 270)
कनदर को राजय सरकारो को दना होगा अनदान
जनजाित कषतरो क िवकास का रखना होगा धयान (अनचछद - 275)
िवतत आयोग सझाव दता ह धन क िवतरण पर
तािक राजयो को िमल उननित क बराबर अवसर (अनचछद - 280 281)
क दर की समपितत पर राजय नही लगाय कर
क दर भी इस समबनध म कर राजय का आदर (अनचछद - 285 289)
क दर राजय कर सकत ह वयापार और कारोबार
समदरी खिनजो पर होगाकवल क दर का अिधकार (अनचछद - 297 298)
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राषटरपित की ओर स साइन होग सब करार
पर कोई चक हई तो नही होग व िजममदार (अनचछद - 299)
कोई वयिकत कर सकता ह समपितत को सिचत
कानन िबना उस नही कर सकत ह विचत (अनचछद - 300 क)
Page 62
भाग-13भारत क राजय कषतर क अनदर वयापार वािणजय और समागम (Trade Commerce and
Intercourse in India)
कोई कही भी कर सकता ह वािणजय या वयापार
िजस जनिहत म िनयिमत कर सकती ह सरकार (अनचछद - 301 302)
कनदर फड क िवतरण म न कर िकसी स पकषपात
साधन िवहीन राजयो कािफर भी दना होगा साथ (अनचछद - 303)
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भाग-14सघ और राजयो क अधीन सवाए
(Services under the Union and the States)
सरकारी कामकाज हत िनयकत होत ह अिधकारी
कायर सचार रप स हो लत ह िजममदारी (अनचछद - 309)
कोई अिधकारी कमरठ ह काम ह उसका अचछा
सिवधान उसको दता ह काफी अिधक सरकषा (अनचछद - 310 311)
िनयिकत कतार ही िकसी को पद स हटा सकता ह
िविधवत जाच कराक सजा सना सकता ह (अनचछद - 311)
िकसी कायरवाही स पहल वयिकत को सनना होगा
उसक दोष बतान होग िफर िनणरय करना होगा (अनचछद - 311)
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यिद गभीर अपराध म दोषी िसदध हआ अिधकारी
पद स हटाया जा सकता ह उस िबना इनकवारी (अनचछद - 311 2 क)
कभी-कभी सरकषा िहत म जाच नही हो सकती ह
िबना जाच अिधकारी की सवामिकत हो सकती ह (अनचछद - 311 2 ख ग)
क दर म भतीर हत ह सघ लोक सवा आयोग
आवदन कर सकत ह सवा क इचछक सब लोग (अनचछद - 315)
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आयोग करगा सचािलत िनयिकत हत परीकषा
उचच सवाओ म चािहए गरजएट तक की िशकषा (अनचछद - 315 320)
राजयो म भतीर हत ह राजय लोक सवा आयोग
छोट राजय चाह तो बनगा एक सयकत आयोग (अनचछद - 315)
आयोग म होग सदसय होगा एक अधयकष
रह हो सरकारी पद पर छिव हो उनकी िनषपकष (अनचछद - 316)
आयोग भतीर समबिनधत अपनी सलाह भी दगा
राषटरपित को हर साल सब कायोर का बयौरा दगा (अनचछद - 323)
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भाग-14कअिधकरण (Tribunals)
क दर राजय सतर पर होग परशासिनक अिधकरण
भतीर सवा क झगड़ो का िकया करग िनराकरण (अनचछद - 323 क)
कछ अिधकरण करग अनय िववादो का िनपटारा
टकस शरम िववाद या खादय वसतओ का बटवारा (अनचछद - 323 ख)
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भाग-15िनवारचन (Elections)
परजातनतर का मखय तनतर ह िनवारचन आयोग
इसकी मदद स सरकारो को चनत ह हम लोग (अनचछद - 324)
मखय चनाव अायकत कराय चनाव का सचालन
आचार सिहता का करवाय सखती स अनपालन (अनचछद - 324)
राषटरपित उपराषटरपित ससद या िवधानमडल सबक चनाव पर आयोग िनगरानी रख परितपल
(अनचछद - 324)
चनाव आयकतो को दता ह सिवधान सरकषा
सवतनतर चनावो स ही होती परजातनतर की रकषा (अनचछद - 324)
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लोकसभा िवधान सभा का जब भी हो िनवारचन
आयोग को सब सहयोग दगा राजय परशासन (अनचछद - 324)
वोटर िलसट म शािमल होगा हर वयसक का नाम
इस सब को िनषपकष कराना ह आयोग का काम (अनचछद - 325)
अठारह वषर का हर वयिकत रखता ह मतािधकार
अपनी इचछा क अनसार चन सकता ह सरकार (अनचछद - 326)
एम०पी० और एम०एल०ए० बन हो चनाव िनषपकष
लोकततर कायम रह यही आयोग का लकषय (अनचछद - 324 [भाव की अिभवयिकत])
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भाग-16कछ वगोर क समबनध म िवशष उपबनध
(Special Provisions relating to Certain Classes)
अनसिचत जाित जनजाित का ह िवशष परबध
लोकसभा म ह आरकषण ह अनपाितक सबध (अनचछद - 330)
ऐगलो इिडयन लोग यिद सखया म कम लगत ह
राषटरपित लोकसभा म दो सदसय रख सकत ह (अनचछद - 331)
एससी एसटी लोगो की िजतनी जनसखया होगी
उतनी ही िवधानसभा म सीटो की सखया होगी (अनचछद - 332)
सरकारी सवाओ मएससी एसटी का हो सथान
थोड़ी छट िमल अको म तािक भतीर हो आसान (अनचछद - 335)
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राषटरीय अनसिचतजाित आयोग कर हको की रकषा
उनस सबिधत समसयाओ की करता ह य परीकषा (अनचछद - 338)
एक अधयकष उपाधयकष और अनय सदसय होग
सिवधान क परावधान उनह लाग करन होग (अनचछद - 338)
एस० सी० लोगो क िहतो म न हो कोई कोताही
सािबत हो आरोप यिद आयोग कर कायरवाही (अनचछद - 338)
अनय कलयाणकारी उपाय खोजकर लायगा
राषटरपित को आयोग अपन सझाव बतलायगा (अनचछद - 338)
आयोग का दजार िसिवल नयायालय का होगा
सबकी पशी करान का हक उस परापत होगा (अनचछद - 338)
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राषटरपित आयोग की िरपोटर ससद म रखवायग
िसफािरशो पर काररवाई स अवगत भी करवायग (अनचछद - 338)
आयोग चाह तो सबिधत कागज पश करन होग
शपथपतर दकर सार सबत परकट करन होग (अनचछद - 338)
एस० सी० सबिधत कोई िनणरय लती ह सरकार
आयोग स लकर सलाह उस करना होगा िवचार (अनचछद - 338)
एक राषटरीय अनसिचत जनजाित आयोग भी होगा
एस सी आयोग जसा सतर इसको भी परापत होगा (अनचछद - 338 क)
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वसी ही शिकत होगी वही कायर वह करगा
जनजाित क िहतो की रकषा हर हालत म करगा (अनचछद - 338 क)
एस०टी० की उननित हत आयोग की होगी िनयिकत
राजय यिद कर िढलाई क दर करगा सखती (अनचछद - 339)
सामािजक शिकषक दिषट स िपछड़ ह जो लोग
राषटरपित उनक िलए गिठत कर आयोग (अनचछद - 340)
आयोग अधययन करगा कस हो उनका सधार
कस क दर-राजय बन सकत उन लोगो क मददगार (अनचछद - 340)
आयोग राषटरपित को दगा िसफािरश बयौरवार
ससद को िफर करना होगा भलाई हत िवचार (अनचछद - 340)
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भाग-17राजभाषा
(Official Language)
सघ की भाषा िहदी िलिप दवनागरी होगी
शासकीय परयोजन हत अगरजी की जररत होगी (अनचछद - 343)
राषटरपित भाषािवदो का एक आयोग कर गिठत
िहदी क परचार हत परयास कर जो सगिठत (अनचछद - 344)
िहदी भाषा हो समदध बढ़ जञान और िवजञान
अिहदी भाषी लोगो का आयोग रख धयान (अनचछद - 344)
िवधानसभा सथानीय भाषा को कर ल अगीकार
पर सरकारी कामो म रह अगरजी बरकरार (अनचछद - 345)
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दो राजयो को आपस म यिद करना ह पतराचार
दोनो िमलकर िहदी को कर सकत ह सवीकार (अनचछद - 346)
उचच उचचतम नयायालय म अगरजी परयकत होगी
आदशोअिधिनयमो की परित अगरजी म ही होगी (अनचछद - 348)
भाषाई अलपसखयको का सरकार रख धयान
मातभाषा म ही िमल सब िवषयो का जञान (अनचछद - 350 क ख)
सरकार िहदी को कर समदध खब कर परचार
अनय भाषाओ क शबदो स कर इसका िवसतार (अनचछद - 351)
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भाग-18आपात उपबनध
(Emergency Provisions)
यदध का हो सकट िवदरोिहयो का िबछा हो जाल
राषटरपित सनतिषट करकघोिषत कर आपातकाल (अनचछद - 352)
आपातकाल क िलए चािहए ससद की मजरी
एक माह क भीतर ही यह सहमित अित जररी (अनचछद - 352)
इस दौरान िमल जात हक दर को जयादा अिधकार
क दर सरकार चला सकती हराजय की भी सरकार (अनचछद - 353)
क दर राजय की करगा हर हालत म सरकषा
चाह वाहय आकरमण हो या सशसतर िवदरोह स रकषा (अनचछद - 355)
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राजय यिद नही चल रहा सिवधान क अनसार
राजयपाल राषटरपित को दग िरपोटर िसलिसलवार (अनचछद - 356)
िफर उस राजय म लाग होगा राषटरपित शासन
भारत सरकार हाथ म लगी वहा का परशासन (अनचछद - 356)
उदघोषणा का ससद दवारा करना होगा अनमोदन
दो महीनो म पास करग ससद क दोनो सदन (अनचछद - 356)
आपातकाल म िछन जायग सार मल अिधकार
बचगी शारीिरक सवततरता व जीन का अिधकार (अनचछद - 358 359)
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भारत म यिद पदा हो आिथरक सकट काल
राषटरपित घोिषत करत ह िवततीय आपातकाल (अनचछद - 352)
इस दौरान राजयो क खचर िकय जायग कम
घट जायग कमरचािरयो और जजो क वतन (अनचछद - 360)
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भाग-19परकीणर (Miscellaneous)
राषटरपित व राजयपाल को परापत ह िवशषािधकार
ना उन पर कोई कस चलगा न होग व िगरफतार (अनचछद - 361)
यिद कोई छपवाता ह ससद की कायरवाही
नयायालय नही करगा कोई दािणडक कायरवाही (अनचछद - 361 क)
सतयमव जयत
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भाग-20सिवधान का सशोधन
(Amendment of the Constitution)
ससद चाह कर सकती ह सिवधान म सशोधन
दो ितहाई बहमत स यिद पास कर दोनो सदन (अनचछद - 368)
िफर य िवधयक राषटरपित को भजा जायगा
उनकी सवीकित िमलन पर सशोधन कहलायगा (अनचछद - 368)
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भाग-21असथायी सकरमणकालीन और िवशष उपबनध
(Temporary Transitional and Special Provisions)
जमम और कशमीर राजय का ह िवशष अिधकार
ससद का कानन चलगा जब राजय कर सवीकार (अनचछद - 370)
कई बहत स राजयो म भी ह िवशष उपबनध
उनकी उननित और िवकास हो कछ ऐस परबध (अनचछद - 371 371 क ख ग घ ङ च छ ज झ ञ)
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भाग-22सिकषपत नाम परारमभ िहनदी म परािधकत पाठ
(Short Title Commencement Authoritative Text in Hindi)
हमारा य सिवधानभारत का सिवधान कहलायगा
छबबीस जनवरी 1950 स परा लाग हो जायगा (अनचछद - 393 394)
राषटरपित जी सिवधान को िहनदी म छपवायग
िहनदी अगरजी ससकरण ही अिधकत कहलायग (अनचछद - 394 क)
समापत
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भाग-2नागिरकता (Citizenship)
भारत म रहन वाला वयिकत भारतीय कहलाता ह
बाहर स आ बस भारत म वह भी य हक पाता ह (अनचछद - 5)
कोई सवचछा स कर िवदशी नागिरकता सवीकार
भारतीय नागिरकता पर वह खोयगा अिधकार (अनचछद - 9)
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भाग-3मल अिधकार (Fundamental Rights)
मानव मल अिधकारो को महतवपणर बतलाया ह
इनक िवरदध िकसी िविध को असगत ठहराया ह (अनचछद - 13)
अनचछद चौदह म समता का अिधकार ह
होटल हो चाह दकान सबको परवश अिधकार ह (अनचछद - 14 15)
अनसिचत जाित जनजाित की करनी होगी भलाई
तािक उनकी उननित हो और कमी की हो भरपाई (अनचछद - 15)
नौकरी म धमर जाित िलग का नही होगा भद
साफ साफ शबदो म समझाता सोलह अनचछद (अनचछद - 16)
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समाज क िपछड़ वगोर कोहो आरकषण का सहारा
उननित कर दिलत िजनका जीवन विचत सारा (अनचछद - 16)
छआछत कलक का अनचछद सतरह कर अत
डॉ० अमबडकर हए मसीहा मानवता क बन सत (अनचछद - 17)
रह ना कोई जमीदार अब ना नवाब ना महाराजा
पद ना होगा जनम स खला योगयता का दरवाजा (अनचछद - 18)
परितयोिगता स ही िमलगा अब पद और सममान
बनो डॉकटर और कलकटर खब कमाओ नाम (अनचछद - 18 [भाव की अिभवयिकत])
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वयकत करो अपन भावो को जो चाह सो बोलो
अनयाय स नही डरो मह तम अपना खोलो (अनचछद - 19)
सघ और समह बनाना ह सबका अिधकार
शाितपणर करो सममलन जो हो िबना हिथयार (अनचछद - 19)
सारा भारत दश तमहारा कही भी जा सकत हो
कोई जगह पसनद आय वहा भी रह सकत हो (अनचछद - 19)
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बनो वकील या वयापारी करो कोई भी कारोबार
अनचछद उननीस दता ह तमको य सार अिधकार (अनचछद - 19)
जब तक िसदध नही हो दोषदोषी नही कहलाओग
बगनाह सािबत होन क सब अवसर तम पाओग (अनचछद - 20)
पहल कारण बतलायग तभी करग िगरफतार
चौबीस घट म छोड़ग िगरफतारी यिद बआधार (अनचछद - 22)
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कोई बचचा ना कर मजदरी मजदर ना कर बगार
यिद कोई भी कर उललघन जाना होगा कारागार (अनचछद - 23)
ननह - ननह स बचच नही कर खान म काम
सरकार उनह दगी िशकषा तािक बन बड़ इसान (अनचछद - 24 21 क)
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िकसी भी धमर को मानो या उसका परचार करो
अपन बनाओ ससथान सचालन का काम करो (अनचछद - 25 26)
कर स होता मकत ह धािमरक कायोर का परबध
सरकारी सकलो म ह धािमरक िशकषा पर परितबध (अनचछद - 27 28)
बौदध मिसलम िसख ईसाईअलपसखयक ह य भाई
अपन धमर िलिप भाषा की कर सकत ह पढ़ाई (अनचछद - 29 30)
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मल अिधकार बहत जररी परजाततर का सार
इन सब की गारटी दता सवधािनक उपचार (अनचछद - 32)
छीन यिद कोई अिधकार िरट दायर करवाओ
नयायालय स लो आदश लाग उस कराओ (अनचछद - 32)
शसतर बलो व आई०बी० मबहत जररी अनशासन
अिधकारो म अलप कटौती कर सकता ह शासन (अनचछद - 33)
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भाग-4राजय क नीित िनदरशक ततव
(Directive Principles of State Policy)
सिवधान सब राजयो को दता ह िनदरश
जनता क कलयाण की वयवसथा कर िवशष (अनचछद - 38)
सामािजक असमता कम हो घट आय का अतर
सभी कषतर कर िवकास अवसर िमल िनरनतर (अनचछद - 38)
सतरी-परष सबको िमल आजीिवका क साधन
सामिहक िहत हो िजसम बाटो सब ससाधन (अनचछद - 39)
एक हाथ म किनदरत ना हो उतपादन क साधन
नर-नारी यिद कर कायर तो िमल समान ही वतन (अनचछद - 39)
Page 22
कािमरको क सवासथय का धयान रख सरकार
सतरी - परष बचच न कर हािनकारक रोजगार (अनचछद - 39)
सब बचच उननित कर िमल माहौल अनकल
शोषण उनका ना होय कभी न जाना भल (अनचछद - 39)
नयाय सवरजन को िमल अपराधी या सशील
कोई बहत गरीब हो तो मफत म िमल वकील (अनचछद - 39 क)
गाव म िनिशचत कर पचायत का गठन
जनता को शिकत िमल लग िवकास म धन (अनचछद - 40)
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बढ़ा हो बकार हो असमथर या बीमार
सहारा इनको भी िमल कछ मदद कर सरकार (अनचछद - 41)
अचछा सिवधाजनक हो कायारलय म काम
गभरवती मिहलाओ को िमल िवशष आराम (अनचछद - 42)
जीवन का सतर सधर चहमखी होय िवकास
बकारो को िमल काम सिवधा और अवकाश (अनचछद - 43)
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उदयोगो क परबनध म हो मजदरो का हाथ
सहकारी सिमित का सवरप िखल साथ ही साथ (अनचछद - 43 क और ख)
सब नागिरको क िलए जो दश म कर िनवास
समान िसिवल सिहता का िकया जाय परयास (अनचछद - 44)
ननह बचचो को िमल िशकषा और सरकषा
बन सभय नागिरक व जीवन हो अित अचछा (अनचछद - 45)
Page 25
अनसिचत जाित जनजाित वगर ह सबस दबरल
अनयायो पर लग रोक िमल िशकषा और धन बल (अनचछद - 46)
िमल िवटािमन पोषक ततव उचच सतरीय जीवन
सवासथय सवा म हो सधार रक नश का सवन (अनचछद - 47)
वजञािनक तकनीको स बढ़ किष और पशपालन
सधर नसल पशओ की वध-िनषध का हो पालन (अनचछद - 48)
पयारवरण सरिकषत रखो करो जीवन का रकषण
वकष लगाओ करो हिरयालीवन जीवो का रकषण (अनचछद - 48 क)
Page 26
समारको की कर सरकषा रख िवशष धयान
इितहास रहगा सरिकषत बढ़गा सबका जञान (अनचछद - 49)
परशासन का नयायालय म ना हो कोई दखल
नयायपािलका रह सवततर नयाय िमल परितपल (अनचछद - 50)
सब दशो क बीच म रह सरकषा शािनत
आपस म आदर बढ़ िमट परसपर भरािनत (अनचछद - 51)
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भाग-4कमल कतरवय (Fundamental Duties)
सिवधान का कर पालन झड का कर सममान
इसक आदशोर को मान आदर स कर राषटरगान (अनचछद - 51 क [ क ])
आजादी क आदशोर को समझ और बयान कर
दश की परभता अखडता क रकषक का काम कर (अनचछद - 51 क [ ख ग ])
राषटर की सवा कर सतरी का सममान कर
भदभाव रिहत होकर भराततव का िनमारण कर (अनचछद - 51 क [ घ ङ ])
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सामािजक ससकित समझ परमपरा का मान कर
परकित का िवसतार कर जीवन का सममान कर (अनचछद - 51 क [ च छ ])
वजञािनक हो दिषटकोण जञानाजरन का काम कर
सावरजिनक समपितत का कभी नही नकसान कर (अनचछद - 51 क [ ज झ ])
खद ऊचाईयो को छ ल लोगो को भी बढ़ाय
राषटर िनरनतर बढ़ आग सभी सफल हो जाय (अनचछद - 51 क [ ञ ] )
माता-िपता या सरकषक परथम काम य करवाय
चाह गरीबी हो घर म बचच को िशकषा िदलवाय (अनचछद - 51 क [ ट ] )
Page 29
भाग-5सघ (The Union)
कायरपािलका (The Executive)
भारत सरकार म राषटरपित सवोरचचािधकारी होगा
जल थल वाय सना का वह शीषारिधकारी होगा (अनचछद - 52 53)
ससद िवधानसभाओ दवाराराषटरपित चयिनत होगा
पाच साल का कायरकालिजनका िनयिमत होगा (अनचछद - 54 56)
नागिरक हो भारत का आय पतीस स कम ना हो
सासद बनन लायक होकोई लाभ का पद ना हो (अनचछद - 58)
Page 30
मखय नयायाधीश दवारा उनका शपथ गरहण होगा
सिवधान की रकषा और अनपालन का परण होगा (अनचछद - 60)
राषटरपित यिद सिवधान की अवहलना करत ह
ससद सदसय उनक ऊपर दोषारोपण करत ह (अनचछद - 61)
ससद दवारा दोषारोपण महािभयोग कहलाता ह
दोष िसदध होन पर उनको पद स हटाया जाता ह (अनचछद - 61)
राषटरपित सवोरचच ह पर ससद ह उनस ऊपर
राषटरपित ससद नयायालय सिवधान सबस ऊपर (अनचछद - 61 [भाव की अिभवयिकत])
राषटरपित यिद हो असमथर अनपिसथत या बीमार
भारत क उपराषटरपित दखग उनका कायरभार (अनचछद - 63 65)
Page 31
ससद क दो सदन कर उपराषटरपित का िनवारचन
सिवधान क परित व लग शरदधा िनषठा क वचन (अनचछद - 66 69)
राषटरपित कर सकत ह िकसी भी सजा को कम
द सकत ह माफी भी या िफर सजा का िनलबन (अनचछद - 72)
राषटरपित की मदद हत एक मतरी पिरषद होगी
समिचत कायरवाही हत जो अपनी सलाह दगी (अनचछद - 74)
महामिहम को सलाह का पालन करना ही होगा
इस सलाह की अनदखी सभव काम नही होगा (अनचछद - 74)
मतरी-मडल की िनयिकत राषटरपित दवारा होगी
लोकसभा क परित भी मडल की िजममदारी होगी (अनचछद - 75)
Page 32
मतरी-पिरषद का मिखया परधानमतरी होता ह
परजाततर म वह वयिकत सबस ताकतवर होता ह (अनचछद - 75)
एक महानयायवादी होगा भारत सरकार म िनयकत
सरकार को िविध समबनधी सलाह दगा उपयकत (अनचछद - 76)
सरकार सब काम करगी राषटरपित क नाम स
उनको अवगत भी करायगी सरकार क काम स (अनचछद - 77 78)
ससद (Parliament)
ससद भारत दश की सबस बड़ी ससथा होगी
नय कानन बनान हत उसकी ही कषमता होगी (अनचछद - 79)
तीन भागो स होता ह भारतीय ससद का गठन
सवरपरथम ह राषटरपित िफर ससद क दो सदन (अनचछद - 79)
Page 33
राजय सभा क सदसयो का राजय ही कर चयन
कछ िवशष लोगो का िकया जाता ह मनोनयन (अनचछद - 80)
परतयक पाच साल म होता लोक सभा का चनाव
यही लोकततर का जाद जब लोग कर बदलाव (अनचछद - 83)
राजय सभा म िनयिकत हत उमर चािहए तीस
लोकसभा म आन हत पर कर पचचीस (अनचछद - 84)
राषटरपित समय समय पर करग ससद म बठक
दोनो सदनो म अिभभाषण का होगा उनका हक (अनचछद - 86 87)
Page 34
लोकसभा शीघर चनगी अपना एक अधयकष
लोकसभा क सचालन म होगा वह अित दकष (अनचछद - 93)
ससद क सब सदसयो को लनी होगी एक शपथ
सिवधान का करग पालन अपनायग उसका पथ (अनचछद - 99)
सासद नही बन रहग यिद हो िवकत मानिसकता
हो जाय िदवािलया या तयाग दश की नागिरकता (अनचछद - 102)
सासद सदन म बोल या रख सवततर िवचार
वाणी की सवततरता ही ह ससद का मखय आचार (अनचछद - 105)
ससद बनायगी कानन और पास करगी िबल
दोनो सदनो की सहमित स काम नही मिशकल (अनचछद - 107)
Page 35
जब कोई िबल पास होगा सहमित दग राषटरपित
यिद सिवधान सममत हतो जलद ही दग सवीकित (अनचछद - 111)
मतरालय सरकारी खचर का परा बजट बनाता ह
िवतत मतरी िफर इसको ससद म पास कराता ह (अनचछद - 112)
ससद म होगी परयोग िहनदी या अगरजी भाषा
यिद कोई दोनो ना जान बोल अपनी मातभाषा (अनचछद - 120)
िकसी जज क बतारव पर ससद म ना होगी बहस
ससदीय कायरवाही पर जज का नही चलगा बस (अनचछद - 121 122)
ससद ना चल रही हो पिरिसथित भी हो िवशष
राषटरपित कानन बनाय जारी करक अधयादश (अनचछद - 123)
Page 36
नयायपािलका (The Union Judiciary)
पर भारत म एक सवोरचच नयायालय होगा
नयाय का मिनदर होगा जजो का कायारलय होगा (अनचछद - 124)
जज यिद बनना हो तो चािहए सिवधान का जञान
वकील या जज क रप म पहल िकया हो काम (अनचछद - 124)
इन सभी जजो का चयन राषटरपित जी करत ह
इसक िलए अनय जजो स सलाह भी वह करत ह (अनचछद - 124)
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पद गरहण स पवर सब जज करत ह य वादा
पकषपात म नही करगा रख सिवधान मयारदा (अनचछद - 124)
जज हो जाय असमथर या तोड़ सिवधान की हद
ससद करगी महािभयोग छोड़ना होगा उनको पद (अनचछद - 124)
सपरीम कोटर क पास सबस जयादा अिधकार
मसला अपील का होया िफर राजयो की तकरार (अनचछद - 131 132 133 134)
जररत पड़ तो सपरीम कोटर नय कानन बनाता ह
जिटल सवधािनक मसलो को भीय सलझाता ह (अनचछद - 141 143)
भारत म एक िनयतरक महालखापरीकषक होगा
कनदर-राजय क खचोर का बयौरा उस रखना होगा (अनचछद - 148 149)
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भाग-6राजय (The States)
कायरपािलका (The Executive)
राजयपाल हर राजय म सवोरचच अिधकारी होगा
राषटरपित करग िनयिकतकायरकाल पाच वषर होगा (अनचछद - 153 154 155 156)
राजयपाल की िनयिकत हत भारत का नागिरक हो
आय पतीस की हो अनय लाभ का पद ना हो (अनचछद - 157 158)
राजयपाल को िमलग भतत और िवशषािधकार
साथ ही साथ होग व मफत मकान क हकदार (अनचछद - 158)
उचच नयायालय क जज स राजयपाल लग शपथ
जनता की करग सवा अपनायग सिवधान पथ (अनचछद - 159)
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आपरािधक मामलो म राजयपाल रखत ह शिकत
दोषी की कम कर सजाया िफर दणड स द मिकत (अनचछद - 161)
राजयपाल िववकानसार करग कायोर का िनवारह
अनय मामलो म व लग मतरी पिरषद स सलाह (अनचछद - 163)
राजयपाल ही करग राजय मखयमतरी की िनयिकत
िफर उनकी सलाह पर अनय मितरयो की िनयिकत (अनचछद - 164)
राजय क कल मितरयो की सखया िनधारिरत होगी
एम एल ए की सखया कापदरह परितशत ही होगी (अनचछद - 164)
राजय मितरयो की शपथ सिवधान क परित होगी
सारी जनता की सवा पकषपात रिहत होगी (अनचछद - 164)
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मतरी को गोपनीयता की शपथ गरहण करनी होगी
कछ िवषयो की जानकारी उनह गपत रखनी होगी (अनचछद - 164)
राजयपाल ही िनयकत करग राजय का महािधवकता
काननी िवषयो पर होगावो ही अिधकािरक वकता (अनचछद - 165)
राजय की कायरवाही होगी राजयपाल क नाम स
मखयमतरी अवगत करायग उनको अपन काम स (अनचछद - 166 167)
िवधान मणडल (The State Legislature)
सब राजयो म होगा िवधानसभा एक मखय सदन
कछ म अितिरकत होगा िवधानपिरषद का गठन (अनचछद - 168)
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िवधानसभा म होगा जनसखया का सही अनपात
तािक हर समाज क लोग परी रख अपनी बात (अनचछद - 170)
उमर यिद पचचीस की हो मन म हो सवा का भाव
एम०एल०ए० बनन हत लड़ सकत हो तम चनाव (अनचछद - 173)
सिवधान परित रखनी होगी हर सदसय को िनषठा
मरा भारत रह अखणड ऊची उसकी रह परितषठा (अनचछद - 173)
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िवधानसभा अधयकष करग सभा का सचालन
हर दल रख अपनी बातहो िनयमो का भी पालन (अनचछद - 178)
सदन म हर सदसय अपनी बात कह सकता ह
बखौफ बिहचक िवचार वयकत कर सकता ह (अनचछद - 194)
सदन सदसयो क वतन को भी तय कर सकता ह
जररत पड़ तो भततो म बढ़ोततरी कर सकता ह (अनचछद - 195)
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िवधानसभा राजय का िबल भीपास कर सकती ह
िफर उस पर राजयपाल स सवीकित ल सकती ह (अनचछद - 196)
राजयपाल सहमत होन पर अपनी महर लगायग
िबल म कछ गड़बड़ ह तो राषटरपित को बतायग (अनचछद - 200)
िवधानसभा बना सकती ह राजय क िलए कानन
िजसम राजय का िहत हो जनता को िमल सकन (अनचछद - 200)
राजय बजट बतलायगासरकार का वािषरक खचार
योजनाओ क मददो पर िफर होगी सदन म चचार (अनचछद - 202 203)
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िहनदी अगरजी सथानीय होगी सदन की भाषा
कोई न जान यिद इनह भी बोलगा वह मातभाषा (अनचछद - 210)
जज क आचरण पर नही करगा सदन बहस
सदन की कायरवाही पर भी न चल कोटर का बस (अनचछद - 211 212)
िवधानसभा का सतर न हो पिरिसथित हो िवशष
राजयपाल कानन बनाय जारी करक अधयादश (अनचछद - 213)
अधयादश को सदन दवारा करना होगा पास
वनार होगा बअसर वह बीत यिद डढ़ मास (अनचछद - 21३)
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राजयो क उचच नयायालय (The High Courts in the States)
हर राजय म नयाय हत एक उचच नयायालय होगा
िजसम जनता की खाितर नयाय दवार खला होगा (अनचछद - 214)
दस साल का नयाियक अनभव या रहा हो वकील
तब होगा उचच नयायालय का जज बनन कािबल (अनचछद - 217)
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राषटरपित दवारा होगी नयायधीश की िनयिकत
बासठ वषर परा होन पर होगी पद स मिकत (अनचछद - 217)
नयायधीश लग शपथ राजयपाल क साथ
सब लोगो को दग नयाय िबना िकए पकषपात (अनचछद - 219)
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अधीनसथ नयायालय (Subordinate Courts)
छोट नयायालयो पर होगी हाईकोटर की िनगरानी
िनयमपवरक कायर कर सब कोई न कर मनमानी (अनचछद - 233)
िजला जजो की िनयिकत राजयपाल दवारा होगी
इसस समबिनधत सलाह हाईकोटर दवारा होगी (अनचछद - 233)
सात वषर वकालत वाला िजला जज बनन योगय
अनय नयाियक पदो हत ह लोक सवा आयोग (अनचछद - 233)
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भाग-7परथम अनसची क भाग ख म राजय
(The States in Part B of First Schedule)
िनरिसत (Repealed)
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भाग-8सघ राजयकषतर
(The Union Territories)
सघ राजयकषतरो क िलए परशासक होग िजममदार
चाह हो दमन दीव या अडमान और िनकोबार (अनचछद - 239)
राजधानी िदलली म ह उपराजयपाल का शासन
यहा िवधानसभा भी ह जहा जनता कर िनवारचन (अनचछद - 239 क [ क ])
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भाग-9पचायत
(The Panchayats)
तजी स हो सबका िवकास हो जनता का शासन
इसक िलए करना होगा पचायतो का परशासन (अनचछद - 243 ख)
गराम सभा हो पचायत हो और हो िजला पिरषद
अनसिचत जाित जनजाित हत आरिकषत हो पद (अनचछद - 243 ग घ)
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मिहलाय भी समाज की ह महतवपणर ईकाई
उनक िलए आरिकषत हो अधयकष पद एक ितहाई (अनचछद - 243 घ)
राजय पचायतो को दग शिकत और अिधकार
िवकास हो नयाय िमल हो जनता का उपकार (अनचछद - 243 छ)
पचायत कर सकती ह टकस वसली का भी काम
खचार-पितर क िलए राजय भी दगा उनह अनदान (अनचछद - 243 ज)
परतयक पाच साल म होगा पचायत का िनवारचन
राजय चनाव आयोग करगा इन सबका सचालन (अनचछद - 243 ट)
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भाग-9 कनगरपािलकाय
(The Municipalities)
शहरो म नगरपािलका ह पचायत का दसरा रप
वाडर और उसकी सिमितयो जसा होगा परारप (अनचछद - 243 थ द ध)
मिहला कमजोर वगोर का आरकषण करना होगा
योजना लाग करन को टकस वसल करना होगा (अनचछद - 243 न भ)
महानगर कषतर म आबादी ह दस लाख स जयादा
परमख मयर कहलाता हिजममदारी भी ह जयादा (अनचछद - 243 त थ ब)
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भाग-9 खसहकारी सिमितया
(The Co-Operative Societies)
लोग बना सकत ह अपनी एक सहकारी सिमित
बोडर करगा सचालनबहतर होगी आिथरक िसथित (अनचछद - 243 यज यञ)
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भाग-10अनसिचत और जनजाित कषतर
(The Scheduled and Tribal Areas)
एस०टी० लोगो क िवकास का ह िवशष परावधान
अनसिचत कषतरो का भी खब रखना होगा धयान (अनचछद - 244)
जनजाित क िलए एक सलाहकार पिरषद होगी
िजसस उनक परशासन की नीित िनधारिरत होगी (अनचछद - 244 पाचवी अनसची)
उनक कलयाण कायोर पर राजयपाल रख िनगरानी
भिम उनकी रह सरिकषत साहकार न कर मनमानी (अनचछद - 244 पाचवी अनसची)
राजयपाल उनक कषतरो म पिरवतरन कर सकत ह
शािनत सरकषा काननो म बदली भी कर सकत ह (अनचछद - 244 पाचवी अनसची)
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असम राजय म होग सवशासी िजला और परदश
लाग नही होग इन पर राजय सरकार क िनदरश (अनचछद - 244 छठी अनसची)
जगल और जनजाित म ह बहत गहरा सबध
सतलन कस रखा जाय इसका ह सही परबध (अनचछद - 244 छठी अनसची)
वनभिम का उतपादो का जनजाित कर परयोग
वन भी रह सरिकषत ना हो जीिवका म अवरोध (अनचछद - 244 छठी अनसची)
राजयपाल ऐस कषतरो म िनिशचत कर सशासन
िशकषा सवासथय सचार क िदलवाय सब साधन (अनचछद - 244 छठी अनसची)
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भाग-11सघ और राजयो क बीच म समबनध
(Relations between the Union and the States)
ससद पर भारत म कानन बना सकती ह
िवधानसभा कवल राजय म ऐसा कर सकती ह (अनचछद - 245)
कानन बनान की शिकत कनदर-राजय की ह पथक
िवषय उनक िनधारिरत ह तािक ना हो कोई शक (अनचछद - 246)
सघ सची म िलख ह ससद क अिधकार
जस रकषा रल िवदश सना दर सचार (अनचछद - 246 सातवी अनसची - सघ सची)
राजय सची म विणर त ह िवधानसभा क अिधकार
जस पिलस सवासथय किष वन िवदयत कारागार (अनचछद - 246 सातवी अनसची - राजय सची)
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कछ िवषय ऐस ह िजन पर दोनो का अिधकार
इनम स ह िशकषा सजा नयाय वन वयापार (अनचछद - 246 सातवी अनसची - समवतीर सची)
िफर भी ससद बड़ी ह शरषठ ह उसक अिधकार
राषटरिहत म कानन बनाय कर अनतराषटरीय करार (अनचछद - 247 248 249 250 251 252 253 254)
काननो का अनपालन िनिशचत कर राजय सरकार
वनार िनदरिशत भी कर सकती ह भारत सरकार (अनचछद - 256)
क दर राजय सरकारो को द सकता ह आदश
दशिहत क कामो म यिद मिशकल आती ह पश (अनचछद - 257)
दो राजयो म िववाद हो या नदी जल का बटवारा
कनदर कानन बनाकर कर सकता ह िनपटारा (अनचछद - 262)
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राजयो क झगड़ो को सब िमलजल क सलझाय
जाच एव सझाव हत पिरषद एक बनाय (अनचछद - 263)
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भाग-12िवतत समपितत सिवदाए और वाद
(Finance Property Contracts and Suits)
टकस दवारा जो पसा आय सिचत धन कहलाय
भाित-भाित क खचोर म यह धन काम म आय (अनचछद - 266)
कछ खचर करन पड़त ह एकदम और कई बार
िजसकी खाितर कटीजसी फडरखती ह सरकार (अनचछद - 267)
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क दर और राजय सरकार दोनो ल जनता स कर
िफर िनयमानसार आपस म बाट इस बराबर (अनचछद - 268 269 270)
कनदर को राजय सरकारो को दना होगा अनदान
जनजाित कषतरो क िवकास का रखना होगा धयान (अनचछद - 275)
िवतत आयोग सझाव दता ह धन क िवतरण पर
तािक राजयो को िमल उननित क बराबर अवसर (अनचछद - 280 281)
क दर की समपितत पर राजय नही लगाय कर
क दर भी इस समबनध म कर राजय का आदर (अनचछद - 285 289)
क दर राजय कर सकत ह वयापार और कारोबार
समदरी खिनजो पर होगाकवल क दर का अिधकार (अनचछद - 297 298)
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राषटरपित की ओर स साइन होग सब करार
पर कोई चक हई तो नही होग व िजममदार (अनचछद - 299)
कोई वयिकत कर सकता ह समपितत को सिचत
कानन िबना उस नही कर सकत ह विचत (अनचछद - 300 क)
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भाग-13भारत क राजय कषतर क अनदर वयापार वािणजय और समागम (Trade Commerce and
Intercourse in India)
कोई कही भी कर सकता ह वािणजय या वयापार
िजस जनिहत म िनयिमत कर सकती ह सरकार (अनचछद - 301 302)
कनदर फड क िवतरण म न कर िकसी स पकषपात
साधन िवहीन राजयो कािफर भी दना होगा साथ (अनचछद - 303)
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भाग-14सघ और राजयो क अधीन सवाए
(Services under the Union and the States)
सरकारी कामकाज हत िनयकत होत ह अिधकारी
कायर सचार रप स हो लत ह िजममदारी (अनचछद - 309)
कोई अिधकारी कमरठ ह काम ह उसका अचछा
सिवधान उसको दता ह काफी अिधक सरकषा (अनचछद - 310 311)
िनयिकत कतार ही िकसी को पद स हटा सकता ह
िविधवत जाच कराक सजा सना सकता ह (अनचछद - 311)
िकसी कायरवाही स पहल वयिकत को सनना होगा
उसक दोष बतान होग िफर िनणरय करना होगा (अनचछद - 311)
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यिद गभीर अपराध म दोषी िसदध हआ अिधकारी
पद स हटाया जा सकता ह उस िबना इनकवारी (अनचछद - 311 2 क)
कभी-कभी सरकषा िहत म जाच नही हो सकती ह
िबना जाच अिधकारी की सवामिकत हो सकती ह (अनचछद - 311 2 ख ग)
क दर म भतीर हत ह सघ लोक सवा आयोग
आवदन कर सकत ह सवा क इचछक सब लोग (अनचछद - 315)
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आयोग करगा सचािलत िनयिकत हत परीकषा
उचच सवाओ म चािहए गरजएट तक की िशकषा (अनचछद - 315 320)
राजयो म भतीर हत ह राजय लोक सवा आयोग
छोट राजय चाह तो बनगा एक सयकत आयोग (अनचछद - 315)
आयोग म होग सदसय होगा एक अधयकष
रह हो सरकारी पद पर छिव हो उनकी िनषपकष (अनचछद - 316)
आयोग भतीर समबिनधत अपनी सलाह भी दगा
राषटरपित को हर साल सब कायोर का बयौरा दगा (अनचछद - 323)
Page 66
भाग-14कअिधकरण (Tribunals)
क दर राजय सतर पर होग परशासिनक अिधकरण
भतीर सवा क झगड़ो का िकया करग िनराकरण (अनचछद - 323 क)
कछ अिधकरण करग अनय िववादो का िनपटारा
टकस शरम िववाद या खादय वसतओ का बटवारा (अनचछद - 323 ख)
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भाग-15िनवारचन (Elections)
परजातनतर का मखय तनतर ह िनवारचन आयोग
इसकी मदद स सरकारो को चनत ह हम लोग (अनचछद - 324)
मखय चनाव अायकत कराय चनाव का सचालन
आचार सिहता का करवाय सखती स अनपालन (अनचछद - 324)
राषटरपित उपराषटरपित ससद या िवधानमडल सबक चनाव पर आयोग िनगरानी रख परितपल
(अनचछद - 324)
चनाव आयकतो को दता ह सिवधान सरकषा
सवतनतर चनावो स ही होती परजातनतर की रकषा (अनचछद - 324)
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लोकसभा िवधान सभा का जब भी हो िनवारचन
आयोग को सब सहयोग दगा राजय परशासन (अनचछद - 324)
वोटर िलसट म शािमल होगा हर वयसक का नाम
इस सब को िनषपकष कराना ह आयोग का काम (अनचछद - 325)
अठारह वषर का हर वयिकत रखता ह मतािधकार
अपनी इचछा क अनसार चन सकता ह सरकार (अनचछद - 326)
एम०पी० और एम०एल०ए० बन हो चनाव िनषपकष
लोकततर कायम रह यही आयोग का लकषय (अनचछद - 324 [भाव की अिभवयिकत])
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भाग-16कछ वगोर क समबनध म िवशष उपबनध
(Special Provisions relating to Certain Classes)
अनसिचत जाित जनजाित का ह िवशष परबध
लोकसभा म ह आरकषण ह अनपाितक सबध (अनचछद - 330)
ऐगलो इिडयन लोग यिद सखया म कम लगत ह
राषटरपित लोकसभा म दो सदसय रख सकत ह (अनचछद - 331)
एससी एसटी लोगो की िजतनी जनसखया होगी
उतनी ही िवधानसभा म सीटो की सखया होगी (अनचछद - 332)
सरकारी सवाओ मएससी एसटी का हो सथान
थोड़ी छट िमल अको म तािक भतीर हो आसान (अनचछद - 335)
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राषटरीय अनसिचतजाित आयोग कर हको की रकषा
उनस सबिधत समसयाओ की करता ह य परीकषा (अनचछद - 338)
एक अधयकष उपाधयकष और अनय सदसय होग
सिवधान क परावधान उनह लाग करन होग (अनचछद - 338)
एस० सी० लोगो क िहतो म न हो कोई कोताही
सािबत हो आरोप यिद आयोग कर कायरवाही (अनचछद - 338)
अनय कलयाणकारी उपाय खोजकर लायगा
राषटरपित को आयोग अपन सझाव बतलायगा (अनचछद - 338)
आयोग का दजार िसिवल नयायालय का होगा
सबकी पशी करान का हक उस परापत होगा (अनचछद - 338)
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राषटरपित आयोग की िरपोटर ससद म रखवायग
िसफािरशो पर काररवाई स अवगत भी करवायग (अनचछद - 338)
आयोग चाह तो सबिधत कागज पश करन होग
शपथपतर दकर सार सबत परकट करन होग (अनचछद - 338)
एस० सी० सबिधत कोई िनणरय लती ह सरकार
आयोग स लकर सलाह उस करना होगा िवचार (अनचछद - 338)
एक राषटरीय अनसिचत जनजाित आयोग भी होगा
एस सी आयोग जसा सतर इसको भी परापत होगा (अनचछद - 338 क)
Page 72
वसी ही शिकत होगी वही कायर वह करगा
जनजाित क िहतो की रकषा हर हालत म करगा (अनचछद - 338 क)
एस०टी० की उननित हत आयोग की होगी िनयिकत
राजय यिद कर िढलाई क दर करगा सखती (अनचछद - 339)
सामािजक शिकषक दिषट स िपछड़ ह जो लोग
राषटरपित उनक िलए गिठत कर आयोग (अनचछद - 340)
आयोग अधययन करगा कस हो उनका सधार
कस क दर-राजय बन सकत उन लोगो क मददगार (अनचछद - 340)
आयोग राषटरपित को दगा िसफािरश बयौरवार
ससद को िफर करना होगा भलाई हत िवचार (अनचछद - 340)
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भाग-17राजभाषा
(Official Language)
सघ की भाषा िहदी िलिप दवनागरी होगी
शासकीय परयोजन हत अगरजी की जररत होगी (अनचछद - 343)
राषटरपित भाषािवदो का एक आयोग कर गिठत
िहदी क परचार हत परयास कर जो सगिठत (अनचछद - 344)
िहदी भाषा हो समदध बढ़ जञान और िवजञान
अिहदी भाषी लोगो का आयोग रख धयान (अनचछद - 344)
िवधानसभा सथानीय भाषा को कर ल अगीकार
पर सरकारी कामो म रह अगरजी बरकरार (अनचछद - 345)
Page 74
दो राजयो को आपस म यिद करना ह पतराचार
दोनो िमलकर िहदी को कर सकत ह सवीकार (अनचछद - 346)
उचच उचचतम नयायालय म अगरजी परयकत होगी
आदशोअिधिनयमो की परित अगरजी म ही होगी (अनचछद - 348)
भाषाई अलपसखयको का सरकार रख धयान
मातभाषा म ही िमल सब िवषयो का जञान (अनचछद - 350 क ख)
सरकार िहदी को कर समदध खब कर परचार
अनय भाषाओ क शबदो स कर इसका िवसतार (अनचछद - 351)
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भाग-18आपात उपबनध
(Emergency Provisions)
यदध का हो सकट िवदरोिहयो का िबछा हो जाल
राषटरपित सनतिषट करकघोिषत कर आपातकाल (अनचछद - 352)
आपातकाल क िलए चािहए ससद की मजरी
एक माह क भीतर ही यह सहमित अित जररी (अनचछद - 352)
इस दौरान िमल जात हक दर को जयादा अिधकार
क दर सरकार चला सकती हराजय की भी सरकार (अनचछद - 353)
क दर राजय की करगा हर हालत म सरकषा
चाह वाहय आकरमण हो या सशसतर िवदरोह स रकषा (अनचछद - 355)
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राजय यिद नही चल रहा सिवधान क अनसार
राजयपाल राषटरपित को दग िरपोटर िसलिसलवार (अनचछद - 356)
िफर उस राजय म लाग होगा राषटरपित शासन
भारत सरकार हाथ म लगी वहा का परशासन (अनचछद - 356)
उदघोषणा का ससद दवारा करना होगा अनमोदन
दो महीनो म पास करग ससद क दोनो सदन (अनचछद - 356)
आपातकाल म िछन जायग सार मल अिधकार
बचगी शारीिरक सवततरता व जीन का अिधकार (अनचछद - 358 359)
Page 77
भारत म यिद पदा हो आिथरक सकट काल
राषटरपित घोिषत करत ह िवततीय आपातकाल (अनचछद - 352)
इस दौरान राजयो क खचर िकय जायग कम
घट जायग कमरचािरयो और जजो क वतन (अनचछद - 360)
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भाग-19परकीणर (Miscellaneous)
राषटरपित व राजयपाल को परापत ह िवशषािधकार
ना उन पर कोई कस चलगा न होग व िगरफतार (अनचछद - 361)
यिद कोई छपवाता ह ससद की कायरवाही
नयायालय नही करगा कोई दािणडक कायरवाही (अनचछद - 361 क)
सतयमव जयत
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भाग-20सिवधान का सशोधन
(Amendment of the Constitution)
ससद चाह कर सकती ह सिवधान म सशोधन
दो ितहाई बहमत स यिद पास कर दोनो सदन (अनचछद - 368)
िफर य िवधयक राषटरपित को भजा जायगा
उनकी सवीकित िमलन पर सशोधन कहलायगा (अनचछद - 368)
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भाग-21असथायी सकरमणकालीन और िवशष उपबनध
(Temporary Transitional and Special Provisions)
जमम और कशमीर राजय का ह िवशष अिधकार
ससद का कानन चलगा जब राजय कर सवीकार (अनचछद - 370)
कई बहत स राजयो म भी ह िवशष उपबनध
उनकी उननित और िवकास हो कछ ऐस परबध (अनचछद - 371 371 क ख ग घ ङ च छ ज झ ञ)
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भाग-22सिकषपत नाम परारमभ िहनदी म परािधकत पाठ
(Short Title Commencement Authoritative Text in Hindi)
हमारा य सिवधानभारत का सिवधान कहलायगा
छबबीस जनवरी 1950 स परा लाग हो जायगा (अनचछद - 393 394)
राषटरपित जी सिवधान को िहनदी म छपवायग
िहनदी अगरजी ससकरण ही अिधकत कहलायग (अनचछद - 394 क)
समापत
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भाग-3मल अिधकार (Fundamental Rights)
मानव मल अिधकारो को महतवपणर बतलाया ह
इनक िवरदध िकसी िविध को असगत ठहराया ह (अनचछद - 13)
अनचछद चौदह म समता का अिधकार ह
होटल हो चाह दकान सबको परवश अिधकार ह (अनचछद - 14 15)
अनसिचत जाित जनजाित की करनी होगी भलाई
तािक उनकी उननित हो और कमी की हो भरपाई (अनचछद - 15)
नौकरी म धमर जाित िलग का नही होगा भद
साफ साफ शबदो म समझाता सोलह अनचछद (अनचछद - 16)
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समाज क िपछड़ वगोर कोहो आरकषण का सहारा
उननित कर दिलत िजनका जीवन विचत सारा (अनचछद - 16)
छआछत कलक का अनचछद सतरह कर अत
डॉ० अमबडकर हए मसीहा मानवता क बन सत (अनचछद - 17)
रह ना कोई जमीदार अब ना नवाब ना महाराजा
पद ना होगा जनम स खला योगयता का दरवाजा (अनचछद - 18)
परितयोिगता स ही िमलगा अब पद और सममान
बनो डॉकटर और कलकटर खब कमाओ नाम (अनचछद - 18 [भाव की अिभवयिकत])
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वयकत करो अपन भावो को जो चाह सो बोलो
अनयाय स नही डरो मह तम अपना खोलो (अनचछद - 19)
सघ और समह बनाना ह सबका अिधकार
शाितपणर करो सममलन जो हो िबना हिथयार (अनचछद - 19)
सारा भारत दश तमहारा कही भी जा सकत हो
कोई जगह पसनद आय वहा भी रह सकत हो (अनचछद - 19)
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बनो वकील या वयापारी करो कोई भी कारोबार
अनचछद उननीस दता ह तमको य सार अिधकार (अनचछद - 19)
जब तक िसदध नही हो दोषदोषी नही कहलाओग
बगनाह सािबत होन क सब अवसर तम पाओग (अनचछद - 20)
पहल कारण बतलायग तभी करग िगरफतार
चौबीस घट म छोड़ग िगरफतारी यिद बआधार (अनचछद - 22)
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कोई बचचा ना कर मजदरी मजदर ना कर बगार
यिद कोई भी कर उललघन जाना होगा कारागार (अनचछद - 23)
ननह - ननह स बचच नही कर खान म काम
सरकार उनह दगी िशकषा तािक बन बड़ इसान (अनचछद - 24 21 क)
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िकसी भी धमर को मानो या उसका परचार करो
अपन बनाओ ससथान सचालन का काम करो (अनचछद - 25 26)
कर स होता मकत ह धािमरक कायोर का परबध
सरकारी सकलो म ह धािमरक िशकषा पर परितबध (अनचछद - 27 28)
बौदध मिसलम िसख ईसाईअलपसखयक ह य भाई
अपन धमर िलिप भाषा की कर सकत ह पढ़ाई (अनचछद - 29 30)
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मल अिधकार बहत जररी परजाततर का सार
इन सब की गारटी दता सवधािनक उपचार (अनचछद - 32)
छीन यिद कोई अिधकार िरट दायर करवाओ
नयायालय स लो आदश लाग उस कराओ (अनचछद - 32)
शसतर बलो व आई०बी० मबहत जररी अनशासन
अिधकारो म अलप कटौती कर सकता ह शासन (अनचछद - 33)
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भाग-4राजय क नीित िनदरशक ततव
(Directive Principles of State Policy)
सिवधान सब राजयो को दता ह िनदरश
जनता क कलयाण की वयवसथा कर िवशष (अनचछद - 38)
सामािजक असमता कम हो घट आय का अतर
सभी कषतर कर िवकास अवसर िमल िनरनतर (अनचछद - 38)
सतरी-परष सबको िमल आजीिवका क साधन
सामिहक िहत हो िजसम बाटो सब ससाधन (अनचछद - 39)
एक हाथ म किनदरत ना हो उतपादन क साधन
नर-नारी यिद कर कायर तो िमल समान ही वतन (अनचछद - 39)
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कािमरको क सवासथय का धयान रख सरकार
सतरी - परष बचच न कर हािनकारक रोजगार (अनचछद - 39)
सब बचच उननित कर िमल माहौल अनकल
शोषण उनका ना होय कभी न जाना भल (अनचछद - 39)
नयाय सवरजन को िमल अपराधी या सशील
कोई बहत गरीब हो तो मफत म िमल वकील (अनचछद - 39 क)
गाव म िनिशचत कर पचायत का गठन
जनता को शिकत िमल लग िवकास म धन (अनचछद - 40)
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बढ़ा हो बकार हो असमथर या बीमार
सहारा इनको भी िमल कछ मदद कर सरकार (अनचछद - 41)
अचछा सिवधाजनक हो कायारलय म काम
गभरवती मिहलाओ को िमल िवशष आराम (अनचछद - 42)
जीवन का सतर सधर चहमखी होय िवकास
बकारो को िमल काम सिवधा और अवकाश (अनचछद - 43)
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उदयोगो क परबनध म हो मजदरो का हाथ
सहकारी सिमित का सवरप िखल साथ ही साथ (अनचछद - 43 क और ख)
सब नागिरको क िलए जो दश म कर िनवास
समान िसिवल सिहता का िकया जाय परयास (अनचछद - 44)
ननह बचचो को िमल िशकषा और सरकषा
बन सभय नागिरक व जीवन हो अित अचछा (अनचछद - 45)
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अनसिचत जाित जनजाित वगर ह सबस दबरल
अनयायो पर लग रोक िमल िशकषा और धन बल (अनचछद - 46)
िमल िवटािमन पोषक ततव उचच सतरीय जीवन
सवासथय सवा म हो सधार रक नश का सवन (अनचछद - 47)
वजञािनक तकनीको स बढ़ किष और पशपालन
सधर नसल पशओ की वध-िनषध का हो पालन (अनचछद - 48)
पयारवरण सरिकषत रखो करो जीवन का रकषण
वकष लगाओ करो हिरयालीवन जीवो का रकषण (अनचछद - 48 क)
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समारको की कर सरकषा रख िवशष धयान
इितहास रहगा सरिकषत बढ़गा सबका जञान (अनचछद - 49)
परशासन का नयायालय म ना हो कोई दखल
नयायपािलका रह सवततर नयाय िमल परितपल (अनचछद - 50)
सब दशो क बीच म रह सरकषा शािनत
आपस म आदर बढ़ िमट परसपर भरािनत (अनचछद - 51)
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भाग-4कमल कतरवय (Fundamental Duties)
सिवधान का कर पालन झड का कर सममान
इसक आदशोर को मान आदर स कर राषटरगान (अनचछद - 51 क [ क ])
आजादी क आदशोर को समझ और बयान कर
दश की परभता अखडता क रकषक का काम कर (अनचछद - 51 क [ ख ग ])
राषटर की सवा कर सतरी का सममान कर
भदभाव रिहत होकर भराततव का िनमारण कर (अनचछद - 51 क [ घ ङ ])
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सामािजक ससकित समझ परमपरा का मान कर
परकित का िवसतार कर जीवन का सममान कर (अनचछद - 51 क [ च छ ])
वजञािनक हो दिषटकोण जञानाजरन का काम कर
सावरजिनक समपितत का कभी नही नकसान कर (अनचछद - 51 क [ ज झ ])
खद ऊचाईयो को छ ल लोगो को भी बढ़ाय
राषटर िनरनतर बढ़ आग सभी सफल हो जाय (अनचछद - 51 क [ ञ ] )
माता-िपता या सरकषक परथम काम य करवाय
चाह गरीबी हो घर म बचच को िशकषा िदलवाय (अनचछद - 51 क [ ट ] )
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भाग-5सघ (The Union)
कायरपािलका (The Executive)
भारत सरकार म राषटरपित सवोरचचािधकारी होगा
जल थल वाय सना का वह शीषारिधकारी होगा (अनचछद - 52 53)
ससद िवधानसभाओ दवाराराषटरपित चयिनत होगा
पाच साल का कायरकालिजनका िनयिमत होगा (अनचछद - 54 56)
नागिरक हो भारत का आय पतीस स कम ना हो
सासद बनन लायक होकोई लाभ का पद ना हो (अनचछद - 58)
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मखय नयायाधीश दवारा उनका शपथ गरहण होगा
सिवधान की रकषा और अनपालन का परण होगा (अनचछद - 60)
राषटरपित यिद सिवधान की अवहलना करत ह
ससद सदसय उनक ऊपर दोषारोपण करत ह (अनचछद - 61)
ससद दवारा दोषारोपण महािभयोग कहलाता ह
दोष िसदध होन पर उनको पद स हटाया जाता ह (अनचछद - 61)
राषटरपित सवोरचच ह पर ससद ह उनस ऊपर
राषटरपित ससद नयायालय सिवधान सबस ऊपर (अनचछद - 61 [भाव की अिभवयिकत])
राषटरपित यिद हो असमथर अनपिसथत या बीमार
भारत क उपराषटरपित दखग उनका कायरभार (अनचछद - 63 65)
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ससद क दो सदन कर उपराषटरपित का िनवारचन
सिवधान क परित व लग शरदधा िनषठा क वचन (अनचछद - 66 69)
राषटरपित कर सकत ह िकसी भी सजा को कम
द सकत ह माफी भी या िफर सजा का िनलबन (अनचछद - 72)
राषटरपित की मदद हत एक मतरी पिरषद होगी
समिचत कायरवाही हत जो अपनी सलाह दगी (अनचछद - 74)
महामिहम को सलाह का पालन करना ही होगा
इस सलाह की अनदखी सभव काम नही होगा (अनचछद - 74)
मतरी-मडल की िनयिकत राषटरपित दवारा होगी
लोकसभा क परित भी मडल की िजममदारी होगी (अनचछद - 75)
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मतरी-पिरषद का मिखया परधानमतरी होता ह
परजाततर म वह वयिकत सबस ताकतवर होता ह (अनचछद - 75)
एक महानयायवादी होगा भारत सरकार म िनयकत
सरकार को िविध समबनधी सलाह दगा उपयकत (अनचछद - 76)
सरकार सब काम करगी राषटरपित क नाम स
उनको अवगत भी करायगी सरकार क काम स (अनचछद - 77 78)
ससद (Parliament)
ससद भारत दश की सबस बड़ी ससथा होगी
नय कानन बनान हत उसकी ही कषमता होगी (अनचछद - 79)
तीन भागो स होता ह भारतीय ससद का गठन
सवरपरथम ह राषटरपित िफर ससद क दो सदन (अनचछद - 79)
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राजय सभा क सदसयो का राजय ही कर चयन
कछ िवशष लोगो का िकया जाता ह मनोनयन (अनचछद - 80)
परतयक पाच साल म होता लोक सभा का चनाव
यही लोकततर का जाद जब लोग कर बदलाव (अनचछद - 83)
राजय सभा म िनयिकत हत उमर चािहए तीस
लोकसभा म आन हत पर कर पचचीस (अनचछद - 84)
राषटरपित समय समय पर करग ससद म बठक
दोनो सदनो म अिभभाषण का होगा उनका हक (अनचछद - 86 87)
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लोकसभा शीघर चनगी अपना एक अधयकष
लोकसभा क सचालन म होगा वह अित दकष (अनचछद - 93)
ससद क सब सदसयो को लनी होगी एक शपथ
सिवधान का करग पालन अपनायग उसका पथ (अनचछद - 99)
सासद नही बन रहग यिद हो िवकत मानिसकता
हो जाय िदवािलया या तयाग दश की नागिरकता (अनचछद - 102)
सासद सदन म बोल या रख सवततर िवचार
वाणी की सवततरता ही ह ससद का मखय आचार (अनचछद - 105)
ससद बनायगी कानन और पास करगी िबल
दोनो सदनो की सहमित स काम नही मिशकल (अनचछद - 107)
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जब कोई िबल पास होगा सहमित दग राषटरपित
यिद सिवधान सममत हतो जलद ही दग सवीकित (अनचछद - 111)
मतरालय सरकारी खचर का परा बजट बनाता ह
िवतत मतरी िफर इसको ससद म पास कराता ह (अनचछद - 112)
ससद म होगी परयोग िहनदी या अगरजी भाषा
यिद कोई दोनो ना जान बोल अपनी मातभाषा (अनचछद - 120)
िकसी जज क बतारव पर ससद म ना होगी बहस
ससदीय कायरवाही पर जज का नही चलगा बस (अनचछद - 121 122)
ससद ना चल रही हो पिरिसथित भी हो िवशष
राषटरपित कानन बनाय जारी करक अधयादश (अनचछद - 123)
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नयायपािलका (The Union Judiciary)
पर भारत म एक सवोरचच नयायालय होगा
नयाय का मिनदर होगा जजो का कायारलय होगा (अनचछद - 124)
जज यिद बनना हो तो चािहए सिवधान का जञान
वकील या जज क रप म पहल िकया हो काम (अनचछद - 124)
इन सभी जजो का चयन राषटरपित जी करत ह
इसक िलए अनय जजो स सलाह भी वह करत ह (अनचछद - 124)
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पद गरहण स पवर सब जज करत ह य वादा
पकषपात म नही करगा रख सिवधान मयारदा (अनचछद - 124)
जज हो जाय असमथर या तोड़ सिवधान की हद
ससद करगी महािभयोग छोड़ना होगा उनको पद (अनचछद - 124)
सपरीम कोटर क पास सबस जयादा अिधकार
मसला अपील का होया िफर राजयो की तकरार (अनचछद - 131 132 133 134)
जररत पड़ तो सपरीम कोटर नय कानन बनाता ह
जिटल सवधािनक मसलो को भीय सलझाता ह (अनचछद - 141 143)
भारत म एक िनयतरक महालखापरीकषक होगा
कनदर-राजय क खचोर का बयौरा उस रखना होगा (अनचछद - 148 149)
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भाग-6राजय (The States)
कायरपािलका (The Executive)
राजयपाल हर राजय म सवोरचच अिधकारी होगा
राषटरपित करग िनयिकतकायरकाल पाच वषर होगा (अनचछद - 153 154 155 156)
राजयपाल की िनयिकत हत भारत का नागिरक हो
आय पतीस की हो अनय लाभ का पद ना हो (अनचछद - 157 158)
राजयपाल को िमलग भतत और िवशषािधकार
साथ ही साथ होग व मफत मकान क हकदार (अनचछद - 158)
उचच नयायालय क जज स राजयपाल लग शपथ
जनता की करग सवा अपनायग सिवधान पथ (अनचछद - 159)
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आपरािधक मामलो म राजयपाल रखत ह शिकत
दोषी की कम कर सजाया िफर दणड स द मिकत (अनचछद - 161)
राजयपाल िववकानसार करग कायोर का िनवारह
अनय मामलो म व लग मतरी पिरषद स सलाह (अनचछद - 163)
राजयपाल ही करग राजय मखयमतरी की िनयिकत
िफर उनकी सलाह पर अनय मितरयो की िनयिकत (अनचछद - 164)
राजय क कल मितरयो की सखया िनधारिरत होगी
एम एल ए की सखया कापदरह परितशत ही होगी (अनचछद - 164)
राजय मितरयो की शपथ सिवधान क परित होगी
सारी जनता की सवा पकषपात रिहत होगी (अनचछद - 164)
Page 40
मतरी को गोपनीयता की शपथ गरहण करनी होगी
कछ िवषयो की जानकारी उनह गपत रखनी होगी (अनचछद - 164)
राजयपाल ही िनयकत करग राजय का महािधवकता
काननी िवषयो पर होगावो ही अिधकािरक वकता (अनचछद - 165)
राजय की कायरवाही होगी राजयपाल क नाम स
मखयमतरी अवगत करायग उनको अपन काम स (अनचछद - 166 167)
िवधान मणडल (The State Legislature)
सब राजयो म होगा िवधानसभा एक मखय सदन
कछ म अितिरकत होगा िवधानपिरषद का गठन (अनचछद - 168)
Page 41
िवधानसभा म होगा जनसखया का सही अनपात
तािक हर समाज क लोग परी रख अपनी बात (अनचछद - 170)
उमर यिद पचचीस की हो मन म हो सवा का भाव
एम०एल०ए० बनन हत लड़ सकत हो तम चनाव (अनचछद - 173)
सिवधान परित रखनी होगी हर सदसय को िनषठा
मरा भारत रह अखणड ऊची उसकी रह परितषठा (अनचछद - 173)
Page 42
िवधानसभा अधयकष करग सभा का सचालन
हर दल रख अपनी बातहो िनयमो का भी पालन (अनचछद - 178)
सदन म हर सदसय अपनी बात कह सकता ह
बखौफ बिहचक िवचार वयकत कर सकता ह (अनचछद - 194)
सदन सदसयो क वतन को भी तय कर सकता ह
जररत पड़ तो भततो म बढ़ोततरी कर सकता ह (अनचछद - 195)
Page 43
िवधानसभा राजय का िबल भीपास कर सकती ह
िफर उस पर राजयपाल स सवीकित ल सकती ह (अनचछद - 196)
राजयपाल सहमत होन पर अपनी महर लगायग
िबल म कछ गड़बड़ ह तो राषटरपित को बतायग (अनचछद - 200)
िवधानसभा बना सकती ह राजय क िलए कानन
िजसम राजय का िहत हो जनता को िमल सकन (अनचछद - 200)
राजय बजट बतलायगासरकार का वािषरक खचार
योजनाओ क मददो पर िफर होगी सदन म चचार (अनचछद - 202 203)
Page 44
िहनदी अगरजी सथानीय होगी सदन की भाषा
कोई न जान यिद इनह भी बोलगा वह मातभाषा (अनचछद - 210)
जज क आचरण पर नही करगा सदन बहस
सदन की कायरवाही पर भी न चल कोटर का बस (अनचछद - 211 212)
िवधानसभा का सतर न हो पिरिसथित हो िवशष
राजयपाल कानन बनाय जारी करक अधयादश (अनचछद - 213)
अधयादश को सदन दवारा करना होगा पास
वनार होगा बअसर वह बीत यिद डढ़ मास (अनचछद - 21३)
Page 45
राजयो क उचच नयायालय (The High Courts in the States)
हर राजय म नयाय हत एक उचच नयायालय होगा
िजसम जनता की खाितर नयाय दवार खला होगा (अनचछद - 214)
दस साल का नयाियक अनभव या रहा हो वकील
तब होगा उचच नयायालय का जज बनन कािबल (अनचछद - 217)
Page 46
राषटरपित दवारा होगी नयायधीश की िनयिकत
बासठ वषर परा होन पर होगी पद स मिकत (अनचछद - 217)
नयायधीश लग शपथ राजयपाल क साथ
सब लोगो को दग नयाय िबना िकए पकषपात (अनचछद - 219)
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अधीनसथ नयायालय (Subordinate Courts)
छोट नयायालयो पर होगी हाईकोटर की िनगरानी
िनयमपवरक कायर कर सब कोई न कर मनमानी (अनचछद - 233)
िजला जजो की िनयिकत राजयपाल दवारा होगी
इसस समबिनधत सलाह हाईकोटर दवारा होगी (अनचछद - 233)
सात वषर वकालत वाला िजला जज बनन योगय
अनय नयाियक पदो हत ह लोक सवा आयोग (अनचछद - 233)
Page 48
भाग-7परथम अनसची क भाग ख म राजय
(The States in Part B of First Schedule)
िनरिसत (Repealed)
Page 49
भाग-8सघ राजयकषतर
(The Union Territories)
सघ राजयकषतरो क िलए परशासक होग िजममदार
चाह हो दमन दीव या अडमान और िनकोबार (अनचछद - 239)
राजधानी िदलली म ह उपराजयपाल का शासन
यहा िवधानसभा भी ह जहा जनता कर िनवारचन (अनचछद - 239 क [ क ])
Page 50
भाग-9पचायत
(The Panchayats)
तजी स हो सबका िवकास हो जनता का शासन
इसक िलए करना होगा पचायतो का परशासन (अनचछद - 243 ख)
गराम सभा हो पचायत हो और हो िजला पिरषद
अनसिचत जाित जनजाित हत आरिकषत हो पद (अनचछद - 243 ग घ)
Page 51
मिहलाय भी समाज की ह महतवपणर ईकाई
उनक िलए आरिकषत हो अधयकष पद एक ितहाई (अनचछद - 243 घ)
राजय पचायतो को दग शिकत और अिधकार
िवकास हो नयाय िमल हो जनता का उपकार (अनचछद - 243 छ)
पचायत कर सकती ह टकस वसली का भी काम
खचार-पितर क िलए राजय भी दगा उनह अनदान (अनचछद - 243 ज)
परतयक पाच साल म होगा पचायत का िनवारचन
राजय चनाव आयोग करगा इन सबका सचालन (अनचछद - 243 ट)
Page 52
भाग-9 कनगरपािलकाय
(The Municipalities)
शहरो म नगरपािलका ह पचायत का दसरा रप
वाडर और उसकी सिमितयो जसा होगा परारप (अनचछद - 243 थ द ध)
मिहला कमजोर वगोर का आरकषण करना होगा
योजना लाग करन को टकस वसल करना होगा (अनचछद - 243 न भ)
महानगर कषतर म आबादी ह दस लाख स जयादा
परमख मयर कहलाता हिजममदारी भी ह जयादा (अनचछद - 243 त थ ब)
Page 53
भाग-9 खसहकारी सिमितया
(The Co-Operative Societies)
लोग बना सकत ह अपनी एक सहकारी सिमित
बोडर करगा सचालनबहतर होगी आिथरक िसथित (अनचछद - 243 यज यञ)
Page 54
भाग-10अनसिचत और जनजाित कषतर
(The Scheduled and Tribal Areas)
एस०टी० लोगो क िवकास का ह िवशष परावधान
अनसिचत कषतरो का भी खब रखना होगा धयान (अनचछद - 244)
जनजाित क िलए एक सलाहकार पिरषद होगी
िजसस उनक परशासन की नीित िनधारिरत होगी (अनचछद - 244 पाचवी अनसची)
उनक कलयाण कायोर पर राजयपाल रख िनगरानी
भिम उनकी रह सरिकषत साहकार न कर मनमानी (अनचछद - 244 पाचवी अनसची)
राजयपाल उनक कषतरो म पिरवतरन कर सकत ह
शािनत सरकषा काननो म बदली भी कर सकत ह (अनचछद - 244 पाचवी अनसची)
Page 55
असम राजय म होग सवशासी िजला और परदश
लाग नही होग इन पर राजय सरकार क िनदरश (अनचछद - 244 छठी अनसची)
जगल और जनजाित म ह बहत गहरा सबध
सतलन कस रखा जाय इसका ह सही परबध (अनचछद - 244 छठी अनसची)
वनभिम का उतपादो का जनजाित कर परयोग
वन भी रह सरिकषत ना हो जीिवका म अवरोध (अनचछद - 244 छठी अनसची)
राजयपाल ऐस कषतरो म िनिशचत कर सशासन
िशकषा सवासथय सचार क िदलवाय सब साधन (अनचछद - 244 छठी अनसची)
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भाग-11सघ और राजयो क बीच म समबनध
(Relations between the Union and the States)
ससद पर भारत म कानन बना सकती ह
िवधानसभा कवल राजय म ऐसा कर सकती ह (अनचछद - 245)
कानन बनान की शिकत कनदर-राजय की ह पथक
िवषय उनक िनधारिरत ह तािक ना हो कोई शक (अनचछद - 246)
सघ सची म िलख ह ससद क अिधकार
जस रकषा रल िवदश सना दर सचार (अनचछद - 246 सातवी अनसची - सघ सची)
राजय सची म विणर त ह िवधानसभा क अिधकार
जस पिलस सवासथय किष वन िवदयत कारागार (अनचछद - 246 सातवी अनसची - राजय सची)
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कछ िवषय ऐस ह िजन पर दोनो का अिधकार
इनम स ह िशकषा सजा नयाय वन वयापार (अनचछद - 246 सातवी अनसची - समवतीर सची)
िफर भी ससद बड़ी ह शरषठ ह उसक अिधकार
राषटरिहत म कानन बनाय कर अनतराषटरीय करार (अनचछद - 247 248 249 250 251 252 253 254)
काननो का अनपालन िनिशचत कर राजय सरकार
वनार िनदरिशत भी कर सकती ह भारत सरकार (अनचछद - 256)
क दर राजय सरकारो को द सकता ह आदश
दशिहत क कामो म यिद मिशकल आती ह पश (अनचछद - 257)
दो राजयो म िववाद हो या नदी जल का बटवारा
कनदर कानन बनाकर कर सकता ह िनपटारा (अनचछद - 262)
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राजयो क झगड़ो को सब िमलजल क सलझाय
जाच एव सझाव हत पिरषद एक बनाय (अनचछद - 263)
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भाग-12िवतत समपितत सिवदाए और वाद
(Finance Property Contracts and Suits)
टकस दवारा जो पसा आय सिचत धन कहलाय
भाित-भाित क खचोर म यह धन काम म आय (अनचछद - 266)
कछ खचर करन पड़त ह एकदम और कई बार
िजसकी खाितर कटीजसी फडरखती ह सरकार (अनचछद - 267)
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क दर और राजय सरकार दोनो ल जनता स कर
िफर िनयमानसार आपस म बाट इस बराबर (अनचछद - 268 269 270)
कनदर को राजय सरकारो को दना होगा अनदान
जनजाित कषतरो क िवकास का रखना होगा धयान (अनचछद - 275)
िवतत आयोग सझाव दता ह धन क िवतरण पर
तािक राजयो को िमल उननित क बराबर अवसर (अनचछद - 280 281)
क दर की समपितत पर राजय नही लगाय कर
क दर भी इस समबनध म कर राजय का आदर (अनचछद - 285 289)
क दर राजय कर सकत ह वयापार और कारोबार
समदरी खिनजो पर होगाकवल क दर का अिधकार (अनचछद - 297 298)
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राषटरपित की ओर स साइन होग सब करार
पर कोई चक हई तो नही होग व िजममदार (अनचछद - 299)
कोई वयिकत कर सकता ह समपितत को सिचत
कानन िबना उस नही कर सकत ह विचत (अनचछद - 300 क)
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भाग-13भारत क राजय कषतर क अनदर वयापार वािणजय और समागम (Trade Commerce and
Intercourse in India)
कोई कही भी कर सकता ह वािणजय या वयापार
िजस जनिहत म िनयिमत कर सकती ह सरकार (अनचछद - 301 302)
कनदर फड क िवतरण म न कर िकसी स पकषपात
साधन िवहीन राजयो कािफर भी दना होगा साथ (अनचछद - 303)
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भाग-14सघ और राजयो क अधीन सवाए
(Services under the Union and the States)
सरकारी कामकाज हत िनयकत होत ह अिधकारी
कायर सचार रप स हो लत ह िजममदारी (अनचछद - 309)
कोई अिधकारी कमरठ ह काम ह उसका अचछा
सिवधान उसको दता ह काफी अिधक सरकषा (अनचछद - 310 311)
िनयिकत कतार ही िकसी को पद स हटा सकता ह
िविधवत जाच कराक सजा सना सकता ह (अनचछद - 311)
िकसी कायरवाही स पहल वयिकत को सनना होगा
उसक दोष बतान होग िफर िनणरय करना होगा (अनचछद - 311)
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यिद गभीर अपराध म दोषी िसदध हआ अिधकारी
पद स हटाया जा सकता ह उस िबना इनकवारी (अनचछद - 311 2 क)
कभी-कभी सरकषा िहत म जाच नही हो सकती ह
िबना जाच अिधकारी की सवामिकत हो सकती ह (अनचछद - 311 2 ख ग)
क दर म भतीर हत ह सघ लोक सवा आयोग
आवदन कर सकत ह सवा क इचछक सब लोग (अनचछद - 315)
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आयोग करगा सचािलत िनयिकत हत परीकषा
उचच सवाओ म चािहए गरजएट तक की िशकषा (अनचछद - 315 320)
राजयो म भतीर हत ह राजय लोक सवा आयोग
छोट राजय चाह तो बनगा एक सयकत आयोग (अनचछद - 315)
आयोग म होग सदसय होगा एक अधयकष
रह हो सरकारी पद पर छिव हो उनकी िनषपकष (अनचछद - 316)
आयोग भतीर समबिनधत अपनी सलाह भी दगा
राषटरपित को हर साल सब कायोर का बयौरा दगा (अनचछद - 323)
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भाग-14कअिधकरण (Tribunals)
क दर राजय सतर पर होग परशासिनक अिधकरण
भतीर सवा क झगड़ो का िकया करग िनराकरण (अनचछद - 323 क)
कछ अिधकरण करग अनय िववादो का िनपटारा
टकस शरम िववाद या खादय वसतओ का बटवारा (अनचछद - 323 ख)
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भाग-15िनवारचन (Elections)
परजातनतर का मखय तनतर ह िनवारचन आयोग
इसकी मदद स सरकारो को चनत ह हम लोग (अनचछद - 324)
मखय चनाव अायकत कराय चनाव का सचालन
आचार सिहता का करवाय सखती स अनपालन (अनचछद - 324)
राषटरपित उपराषटरपित ससद या िवधानमडल सबक चनाव पर आयोग िनगरानी रख परितपल
(अनचछद - 324)
चनाव आयकतो को दता ह सिवधान सरकषा
सवतनतर चनावो स ही होती परजातनतर की रकषा (अनचछद - 324)
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लोकसभा िवधान सभा का जब भी हो िनवारचन
आयोग को सब सहयोग दगा राजय परशासन (अनचछद - 324)
वोटर िलसट म शािमल होगा हर वयसक का नाम
इस सब को िनषपकष कराना ह आयोग का काम (अनचछद - 325)
अठारह वषर का हर वयिकत रखता ह मतािधकार
अपनी इचछा क अनसार चन सकता ह सरकार (अनचछद - 326)
एम०पी० और एम०एल०ए० बन हो चनाव िनषपकष
लोकततर कायम रह यही आयोग का लकषय (अनचछद - 324 [भाव की अिभवयिकत])
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भाग-16कछ वगोर क समबनध म िवशष उपबनध
(Special Provisions relating to Certain Classes)
अनसिचत जाित जनजाित का ह िवशष परबध
लोकसभा म ह आरकषण ह अनपाितक सबध (अनचछद - 330)
ऐगलो इिडयन लोग यिद सखया म कम लगत ह
राषटरपित लोकसभा म दो सदसय रख सकत ह (अनचछद - 331)
एससी एसटी लोगो की िजतनी जनसखया होगी
उतनी ही िवधानसभा म सीटो की सखया होगी (अनचछद - 332)
सरकारी सवाओ मएससी एसटी का हो सथान
थोड़ी छट िमल अको म तािक भतीर हो आसान (अनचछद - 335)
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राषटरीय अनसिचतजाित आयोग कर हको की रकषा
उनस सबिधत समसयाओ की करता ह य परीकषा (अनचछद - 338)
एक अधयकष उपाधयकष और अनय सदसय होग
सिवधान क परावधान उनह लाग करन होग (अनचछद - 338)
एस० सी० लोगो क िहतो म न हो कोई कोताही
सािबत हो आरोप यिद आयोग कर कायरवाही (अनचछद - 338)
अनय कलयाणकारी उपाय खोजकर लायगा
राषटरपित को आयोग अपन सझाव बतलायगा (अनचछद - 338)
आयोग का दजार िसिवल नयायालय का होगा
सबकी पशी करान का हक उस परापत होगा (अनचछद - 338)
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राषटरपित आयोग की िरपोटर ससद म रखवायग
िसफािरशो पर काररवाई स अवगत भी करवायग (अनचछद - 338)
आयोग चाह तो सबिधत कागज पश करन होग
शपथपतर दकर सार सबत परकट करन होग (अनचछद - 338)
एस० सी० सबिधत कोई िनणरय लती ह सरकार
आयोग स लकर सलाह उस करना होगा िवचार (अनचछद - 338)
एक राषटरीय अनसिचत जनजाित आयोग भी होगा
एस सी आयोग जसा सतर इसको भी परापत होगा (अनचछद - 338 क)
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वसी ही शिकत होगी वही कायर वह करगा
जनजाित क िहतो की रकषा हर हालत म करगा (अनचछद - 338 क)
एस०टी० की उननित हत आयोग की होगी िनयिकत
राजय यिद कर िढलाई क दर करगा सखती (अनचछद - 339)
सामािजक शिकषक दिषट स िपछड़ ह जो लोग
राषटरपित उनक िलए गिठत कर आयोग (अनचछद - 340)
आयोग अधययन करगा कस हो उनका सधार
कस क दर-राजय बन सकत उन लोगो क मददगार (अनचछद - 340)
आयोग राषटरपित को दगा िसफािरश बयौरवार
ससद को िफर करना होगा भलाई हत िवचार (अनचछद - 340)
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भाग-17राजभाषा
(Official Language)
सघ की भाषा िहदी िलिप दवनागरी होगी
शासकीय परयोजन हत अगरजी की जररत होगी (अनचछद - 343)
राषटरपित भाषािवदो का एक आयोग कर गिठत
िहदी क परचार हत परयास कर जो सगिठत (अनचछद - 344)
िहदी भाषा हो समदध बढ़ जञान और िवजञान
अिहदी भाषी लोगो का आयोग रख धयान (अनचछद - 344)
िवधानसभा सथानीय भाषा को कर ल अगीकार
पर सरकारी कामो म रह अगरजी बरकरार (अनचछद - 345)
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दो राजयो को आपस म यिद करना ह पतराचार
दोनो िमलकर िहदी को कर सकत ह सवीकार (अनचछद - 346)
उचच उचचतम नयायालय म अगरजी परयकत होगी
आदशोअिधिनयमो की परित अगरजी म ही होगी (अनचछद - 348)
भाषाई अलपसखयको का सरकार रख धयान
मातभाषा म ही िमल सब िवषयो का जञान (अनचछद - 350 क ख)
सरकार िहदी को कर समदध खब कर परचार
अनय भाषाओ क शबदो स कर इसका िवसतार (अनचछद - 351)
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भाग-18आपात उपबनध
(Emergency Provisions)
यदध का हो सकट िवदरोिहयो का िबछा हो जाल
राषटरपित सनतिषट करकघोिषत कर आपातकाल (अनचछद - 352)
आपातकाल क िलए चािहए ससद की मजरी
एक माह क भीतर ही यह सहमित अित जररी (अनचछद - 352)
इस दौरान िमल जात हक दर को जयादा अिधकार
क दर सरकार चला सकती हराजय की भी सरकार (अनचछद - 353)
क दर राजय की करगा हर हालत म सरकषा
चाह वाहय आकरमण हो या सशसतर िवदरोह स रकषा (अनचछद - 355)
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राजय यिद नही चल रहा सिवधान क अनसार
राजयपाल राषटरपित को दग िरपोटर िसलिसलवार (अनचछद - 356)
िफर उस राजय म लाग होगा राषटरपित शासन
भारत सरकार हाथ म लगी वहा का परशासन (अनचछद - 356)
उदघोषणा का ससद दवारा करना होगा अनमोदन
दो महीनो म पास करग ससद क दोनो सदन (अनचछद - 356)
आपातकाल म िछन जायग सार मल अिधकार
बचगी शारीिरक सवततरता व जीन का अिधकार (अनचछद - 358 359)
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भारत म यिद पदा हो आिथरक सकट काल
राषटरपित घोिषत करत ह िवततीय आपातकाल (अनचछद - 352)
इस दौरान राजयो क खचर िकय जायग कम
घट जायग कमरचािरयो और जजो क वतन (अनचछद - 360)
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भाग-19परकीणर (Miscellaneous)
राषटरपित व राजयपाल को परापत ह िवशषािधकार
ना उन पर कोई कस चलगा न होग व िगरफतार (अनचछद - 361)
यिद कोई छपवाता ह ससद की कायरवाही
नयायालय नही करगा कोई दािणडक कायरवाही (अनचछद - 361 क)
सतयमव जयत
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भाग-20सिवधान का सशोधन
(Amendment of the Constitution)
ससद चाह कर सकती ह सिवधान म सशोधन
दो ितहाई बहमत स यिद पास कर दोनो सदन (अनचछद - 368)
िफर य िवधयक राषटरपित को भजा जायगा
उनकी सवीकित िमलन पर सशोधन कहलायगा (अनचछद - 368)
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भाग-21असथायी सकरमणकालीन और िवशष उपबनध
(Temporary Transitional and Special Provisions)
जमम और कशमीर राजय का ह िवशष अिधकार
ससद का कानन चलगा जब राजय कर सवीकार (अनचछद - 370)
कई बहत स राजयो म भी ह िवशष उपबनध
उनकी उननित और िवकास हो कछ ऐस परबध (अनचछद - 371 371 क ख ग घ ङ च छ ज झ ञ)
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भाग-22सिकषपत नाम परारमभ िहनदी म परािधकत पाठ
(Short Title Commencement Authoritative Text in Hindi)
हमारा य सिवधानभारत का सिवधान कहलायगा
छबबीस जनवरी 1950 स परा लाग हो जायगा (अनचछद - 393 394)
राषटरपित जी सिवधान को िहनदी म छपवायग
िहनदी अगरजी ससकरण ही अिधकत कहलायग (अनचछद - 394 क)
समापत
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समाज क िपछड़ वगोर कोहो आरकषण का सहारा
उननित कर दिलत िजनका जीवन विचत सारा (अनचछद - 16)
छआछत कलक का अनचछद सतरह कर अत
डॉ० अमबडकर हए मसीहा मानवता क बन सत (अनचछद - 17)
रह ना कोई जमीदार अब ना नवाब ना महाराजा
पद ना होगा जनम स खला योगयता का दरवाजा (अनचछद - 18)
परितयोिगता स ही िमलगा अब पद और सममान
बनो डॉकटर और कलकटर खब कमाओ नाम (अनचछद - 18 [भाव की अिभवयिकत])
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वयकत करो अपन भावो को जो चाह सो बोलो
अनयाय स नही डरो मह तम अपना खोलो (अनचछद - 19)
सघ और समह बनाना ह सबका अिधकार
शाितपणर करो सममलन जो हो िबना हिथयार (अनचछद - 19)
सारा भारत दश तमहारा कही भी जा सकत हो
कोई जगह पसनद आय वहा भी रह सकत हो (अनचछद - 19)
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बनो वकील या वयापारी करो कोई भी कारोबार
अनचछद उननीस दता ह तमको य सार अिधकार (अनचछद - 19)
जब तक िसदध नही हो दोषदोषी नही कहलाओग
बगनाह सािबत होन क सब अवसर तम पाओग (अनचछद - 20)
पहल कारण बतलायग तभी करग िगरफतार
चौबीस घट म छोड़ग िगरफतारी यिद बआधार (अनचछद - 22)
Page 18
कोई बचचा ना कर मजदरी मजदर ना कर बगार
यिद कोई भी कर उललघन जाना होगा कारागार (अनचछद - 23)
ननह - ननह स बचच नही कर खान म काम
सरकार उनह दगी िशकषा तािक बन बड़ इसान (अनचछद - 24 21 क)
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िकसी भी धमर को मानो या उसका परचार करो
अपन बनाओ ससथान सचालन का काम करो (अनचछद - 25 26)
कर स होता मकत ह धािमरक कायोर का परबध
सरकारी सकलो म ह धािमरक िशकषा पर परितबध (अनचछद - 27 28)
बौदध मिसलम िसख ईसाईअलपसखयक ह य भाई
अपन धमर िलिप भाषा की कर सकत ह पढ़ाई (अनचछद - 29 30)
Page 20
मल अिधकार बहत जररी परजाततर का सार
इन सब की गारटी दता सवधािनक उपचार (अनचछद - 32)
छीन यिद कोई अिधकार िरट दायर करवाओ
नयायालय स लो आदश लाग उस कराओ (अनचछद - 32)
शसतर बलो व आई०बी० मबहत जररी अनशासन
अिधकारो म अलप कटौती कर सकता ह शासन (अनचछद - 33)
Page 21
भाग-4राजय क नीित िनदरशक ततव
(Directive Principles of State Policy)
सिवधान सब राजयो को दता ह िनदरश
जनता क कलयाण की वयवसथा कर िवशष (अनचछद - 38)
सामािजक असमता कम हो घट आय का अतर
सभी कषतर कर िवकास अवसर िमल िनरनतर (अनचछद - 38)
सतरी-परष सबको िमल आजीिवका क साधन
सामिहक िहत हो िजसम बाटो सब ससाधन (अनचछद - 39)
एक हाथ म किनदरत ना हो उतपादन क साधन
नर-नारी यिद कर कायर तो िमल समान ही वतन (अनचछद - 39)
Page 22
कािमरको क सवासथय का धयान रख सरकार
सतरी - परष बचच न कर हािनकारक रोजगार (अनचछद - 39)
सब बचच उननित कर िमल माहौल अनकल
शोषण उनका ना होय कभी न जाना भल (अनचछद - 39)
नयाय सवरजन को िमल अपराधी या सशील
कोई बहत गरीब हो तो मफत म िमल वकील (अनचछद - 39 क)
गाव म िनिशचत कर पचायत का गठन
जनता को शिकत िमल लग िवकास म धन (अनचछद - 40)
Page 23
बढ़ा हो बकार हो असमथर या बीमार
सहारा इनको भी िमल कछ मदद कर सरकार (अनचछद - 41)
अचछा सिवधाजनक हो कायारलय म काम
गभरवती मिहलाओ को िमल िवशष आराम (अनचछद - 42)
जीवन का सतर सधर चहमखी होय िवकास
बकारो को िमल काम सिवधा और अवकाश (अनचछद - 43)
Page 24
उदयोगो क परबनध म हो मजदरो का हाथ
सहकारी सिमित का सवरप िखल साथ ही साथ (अनचछद - 43 क और ख)
सब नागिरको क िलए जो दश म कर िनवास
समान िसिवल सिहता का िकया जाय परयास (अनचछद - 44)
ननह बचचो को िमल िशकषा और सरकषा
बन सभय नागिरक व जीवन हो अित अचछा (अनचछद - 45)
Page 25
अनसिचत जाित जनजाित वगर ह सबस दबरल
अनयायो पर लग रोक िमल िशकषा और धन बल (अनचछद - 46)
िमल िवटािमन पोषक ततव उचच सतरीय जीवन
सवासथय सवा म हो सधार रक नश का सवन (अनचछद - 47)
वजञािनक तकनीको स बढ़ किष और पशपालन
सधर नसल पशओ की वध-िनषध का हो पालन (अनचछद - 48)
पयारवरण सरिकषत रखो करो जीवन का रकषण
वकष लगाओ करो हिरयालीवन जीवो का रकषण (अनचछद - 48 क)
Page 26
समारको की कर सरकषा रख िवशष धयान
इितहास रहगा सरिकषत बढ़गा सबका जञान (अनचछद - 49)
परशासन का नयायालय म ना हो कोई दखल
नयायपािलका रह सवततर नयाय िमल परितपल (अनचछद - 50)
सब दशो क बीच म रह सरकषा शािनत
आपस म आदर बढ़ िमट परसपर भरािनत (अनचछद - 51)
Page 27
भाग-4कमल कतरवय (Fundamental Duties)
सिवधान का कर पालन झड का कर सममान
इसक आदशोर को मान आदर स कर राषटरगान (अनचछद - 51 क [ क ])
आजादी क आदशोर को समझ और बयान कर
दश की परभता अखडता क रकषक का काम कर (अनचछद - 51 क [ ख ग ])
राषटर की सवा कर सतरी का सममान कर
भदभाव रिहत होकर भराततव का िनमारण कर (अनचछद - 51 क [ घ ङ ])
Page 28
सामािजक ससकित समझ परमपरा का मान कर
परकित का िवसतार कर जीवन का सममान कर (अनचछद - 51 क [ च छ ])
वजञािनक हो दिषटकोण जञानाजरन का काम कर
सावरजिनक समपितत का कभी नही नकसान कर (अनचछद - 51 क [ ज झ ])
खद ऊचाईयो को छ ल लोगो को भी बढ़ाय
राषटर िनरनतर बढ़ आग सभी सफल हो जाय (अनचछद - 51 क [ ञ ] )
माता-िपता या सरकषक परथम काम य करवाय
चाह गरीबी हो घर म बचच को िशकषा िदलवाय (अनचछद - 51 क [ ट ] )
Page 29
भाग-5सघ (The Union)
कायरपािलका (The Executive)
भारत सरकार म राषटरपित सवोरचचािधकारी होगा
जल थल वाय सना का वह शीषारिधकारी होगा (अनचछद - 52 53)
ससद िवधानसभाओ दवाराराषटरपित चयिनत होगा
पाच साल का कायरकालिजनका िनयिमत होगा (अनचछद - 54 56)
नागिरक हो भारत का आय पतीस स कम ना हो
सासद बनन लायक होकोई लाभ का पद ना हो (अनचछद - 58)
Page 30
मखय नयायाधीश दवारा उनका शपथ गरहण होगा
सिवधान की रकषा और अनपालन का परण होगा (अनचछद - 60)
राषटरपित यिद सिवधान की अवहलना करत ह
ससद सदसय उनक ऊपर दोषारोपण करत ह (अनचछद - 61)
ससद दवारा दोषारोपण महािभयोग कहलाता ह
दोष िसदध होन पर उनको पद स हटाया जाता ह (अनचछद - 61)
राषटरपित सवोरचच ह पर ससद ह उनस ऊपर
राषटरपित ससद नयायालय सिवधान सबस ऊपर (अनचछद - 61 [भाव की अिभवयिकत])
राषटरपित यिद हो असमथर अनपिसथत या बीमार
भारत क उपराषटरपित दखग उनका कायरभार (अनचछद - 63 65)
Page 31
ससद क दो सदन कर उपराषटरपित का िनवारचन
सिवधान क परित व लग शरदधा िनषठा क वचन (अनचछद - 66 69)
राषटरपित कर सकत ह िकसी भी सजा को कम
द सकत ह माफी भी या िफर सजा का िनलबन (अनचछद - 72)
राषटरपित की मदद हत एक मतरी पिरषद होगी
समिचत कायरवाही हत जो अपनी सलाह दगी (अनचछद - 74)
महामिहम को सलाह का पालन करना ही होगा
इस सलाह की अनदखी सभव काम नही होगा (अनचछद - 74)
मतरी-मडल की िनयिकत राषटरपित दवारा होगी
लोकसभा क परित भी मडल की िजममदारी होगी (अनचछद - 75)
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मतरी-पिरषद का मिखया परधानमतरी होता ह
परजाततर म वह वयिकत सबस ताकतवर होता ह (अनचछद - 75)
एक महानयायवादी होगा भारत सरकार म िनयकत
सरकार को िविध समबनधी सलाह दगा उपयकत (अनचछद - 76)
सरकार सब काम करगी राषटरपित क नाम स
उनको अवगत भी करायगी सरकार क काम स (अनचछद - 77 78)
ससद (Parliament)
ससद भारत दश की सबस बड़ी ससथा होगी
नय कानन बनान हत उसकी ही कषमता होगी (अनचछद - 79)
तीन भागो स होता ह भारतीय ससद का गठन
सवरपरथम ह राषटरपित िफर ससद क दो सदन (अनचछद - 79)
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राजय सभा क सदसयो का राजय ही कर चयन
कछ िवशष लोगो का िकया जाता ह मनोनयन (अनचछद - 80)
परतयक पाच साल म होता लोक सभा का चनाव
यही लोकततर का जाद जब लोग कर बदलाव (अनचछद - 83)
राजय सभा म िनयिकत हत उमर चािहए तीस
लोकसभा म आन हत पर कर पचचीस (अनचछद - 84)
राषटरपित समय समय पर करग ससद म बठक
दोनो सदनो म अिभभाषण का होगा उनका हक (अनचछद - 86 87)
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लोकसभा शीघर चनगी अपना एक अधयकष
लोकसभा क सचालन म होगा वह अित दकष (अनचछद - 93)
ससद क सब सदसयो को लनी होगी एक शपथ
सिवधान का करग पालन अपनायग उसका पथ (अनचछद - 99)
सासद नही बन रहग यिद हो िवकत मानिसकता
हो जाय िदवािलया या तयाग दश की नागिरकता (अनचछद - 102)
सासद सदन म बोल या रख सवततर िवचार
वाणी की सवततरता ही ह ससद का मखय आचार (अनचछद - 105)
ससद बनायगी कानन और पास करगी िबल
दोनो सदनो की सहमित स काम नही मिशकल (अनचछद - 107)
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जब कोई िबल पास होगा सहमित दग राषटरपित
यिद सिवधान सममत हतो जलद ही दग सवीकित (अनचछद - 111)
मतरालय सरकारी खचर का परा बजट बनाता ह
िवतत मतरी िफर इसको ससद म पास कराता ह (अनचछद - 112)
ससद म होगी परयोग िहनदी या अगरजी भाषा
यिद कोई दोनो ना जान बोल अपनी मातभाषा (अनचछद - 120)
िकसी जज क बतारव पर ससद म ना होगी बहस
ससदीय कायरवाही पर जज का नही चलगा बस (अनचछद - 121 122)
ससद ना चल रही हो पिरिसथित भी हो िवशष
राषटरपित कानन बनाय जारी करक अधयादश (अनचछद - 123)
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नयायपािलका (The Union Judiciary)
पर भारत म एक सवोरचच नयायालय होगा
नयाय का मिनदर होगा जजो का कायारलय होगा (अनचछद - 124)
जज यिद बनना हो तो चािहए सिवधान का जञान
वकील या जज क रप म पहल िकया हो काम (अनचछद - 124)
इन सभी जजो का चयन राषटरपित जी करत ह
इसक िलए अनय जजो स सलाह भी वह करत ह (अनचछद - 124)
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पद गरहण स पवर सब जज करत ह य वादा
पकषपात म नही करगा रख सिवधान मयारदा (अनचछद - 124)
जज हो जाय असमथर या तोड़ सिवधान की हद
ससद करगी महािभयोग छोड़ना होगा उनको पद (अनचछद - 124)
सपरीम कोटर क पास सबस जयादा अिधकार
मसला अपील का होया िफर राजयो की तकरार (अनचछद - 131 132 133 134)
जररत पड़ तो सपरीम कोटर नय कानन बनाता ह
जिटल सवधािनक मसलो को भीय सलझाता ह (अनचछद - 141 143)
भारत म एक िनयतरक महालखापरीकषक होगा
कनदर-राजय क खचोर का बयौरा उस रखना होगा (अनचछद - 148 149)
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भाग-6राजय (The States)
कायरपािलका (The Executive)
राजयपाल हर राजय म सवोरचच अिधकारी होगा
राषटरपित करग िनयिकतकायरकाल पाच वषर होगा (अनचछद - 153 154 155 156)
राजयपाल की िनयिकत हत भारत का नागिरक हो
आय पतीस की हो अनय लाभ का पद ना हो (अनचछद - 157 158)
राजयपाल को िमलग भतत और िवशषािधकार
साथ ही साथ होग व मफत मकान क हकदार (अनचछद - 158)
उचच नयायालय क जज स राजयपाल लग शपथ
जनता की करग सवा अपनायग सिवधान पथ (अनचछद - 159)
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आपरािधक मामलो म राजयपाल रखत ह शिकत
दोषी की कम कर सजाया िफर दणड स द मिकत (अनचछद - 161)
राजयपाल िववकानसार करग कायोर का िनवारह
अनय मामलो म व लग मतरी पिरषद स सलाह (अनचछद - 163)
राजयपाल ही करग राजय मखयमतरी की िनयिकत
िफर उनकी सलाह पर अनय मितरयो की िनयिकत (अनचछद - 164)
राजय क कल मितरयो की सखया िनधारिरत होगी
एम एल ए की सखया कापदरह परितशत ही होगी (अनचछद - 164)
राजय मितरयो की शपथ सिवधान क परित होगी
सारी जनता की सवा पकषपात रिहत होगी (अनचछद - 164)
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मतरी को गोपनीयता की शपथ गरहण करनी होगी
कछ िवषयो की जानकारी उनह गपत रखनी होगी (अनचछद - 164)
राजयपाल ही िनयकत करग राजय का महािधवकता
काननी िवषयो पर होगावो ही अिधकािरक वकता (अनचछद - 165)
राजय की कायरवाही होगी राजयपाल क नाम स
मखयमतरी अवगत करायग उनको अपन काम स (अनचछद - 166 167)
िवधान मणडल (The State Legislature)
सब राजयो म होगा िवधानसभा एक मखय सदन
कछ म अितिरकत होगा िवधानपिरषद का गठन (अनचछद - 168)
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िवधानसभा म होगा जनसखया का सही अनपात
तािक हर समाज क लोग परी रख अपनी बात (अनचछद - 170)
उमर यिद पचचीस की हो मन म हो सवा का भाव
एम०एल०ए० बनन हत लड़ सकत हो तम चनाव (अनचछद - 173)
सिवधान परित रखनी होगी हर सदसय को िनषठा
मरा भारत रह अखणड ऊची उसकी रह परितषठा (अनचछद - 173)
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िवधानसभा अधयकष करग सभा का सचालन
हर दल रख अपनी बातहो िनयमो का भी पालन (अनचछद - 178)
सदन म हर सदसय अपनी बात कह सकता ह
बखौफ बिहचक िवचार वयकत कर सकता ह (अनचछद - 194)
सदन सदसयो क वतन को भी तय कर सकता ह
जररत पड़ तो भततो म बढ़ोततरी कर सकता ह (अनचछद - 195)
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िवधानसभा राजय का िबल भीपास कर सकती ह
िफर उस पर राजयपाल स सवीकित ल सकती ह (अनचछद - 196)
राजयपाल सहमत होन पर अपनी महर लगायग
िबल म कछ गड़बड़ ह तो राषटरपित को बतायग (अनचछद - 200)
िवधानसभा बना सकती ह राजय क िलए कानन
िजसम राजय का िहत हो जनता को िमल सकन (अनचछद - 200)
राजय बजट बतलायगासरकार का वािषरक खचार
योजनाओ क मददो पर िफर होगी सदन म चचार (अनचछद - 202 203)
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िहनदी अगरजी सथानीय होगी सदन की भाषा
कोई न जान यिद इनह भी बोलगा वह मातभाषा (अनचछद - 210)
जज क आचरण पर नही करगा सदन बहस
सदन की कायरवाही पर भी न चल कोटर का बस (अनचछद - 211 212)
िवधानसभा का सतर न हो पिरिसथित हो िवशष
राजयपाल कानन बनाय जारी करक अधयादश (अनचछद - 213)
अधयादश को सदन दवारा करना होगा पास
वनार होगा बअसर वह बीत यिद डढ़ मास (अनचछद - 21३)
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राजयो क उचच नयायालय (The High Courts in the States)
हर राजय म नयाय हत एक उचच नयायालय होगा
िजसम जनता की खाितर नयाय दवार खला होगा (अनचछद - 214)
दस साल का नयाियक अनभव या रहा हो वकील
तब होगा उचच नयायालय का जज बनन कािबल (अनचछद - 217)
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राषटरपित दवारा होगी नयायधीश की िनयिकत
बासठ वषर परा होन पर होगी पद स मिकत (अनचछद - 217)
नयायधीश लग शपथ राजयपाल क साथ
सब लोगो को दग नयाय िबना िकए पकषपात (अनचछद - 219)
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अधीनसथ नयायालय (Subordinate Courts)
छोट नयायालयो पर होगी हाईकोटर की िनगरानी
िनयमपवरक कायर कर सब कोई न कर मनमानी (अनचछद - 233)
िजला जजो की िनयिकत राजयपाल दवारा होगी
इसस समबिनधत सलाह हाईकोटर दवारा होगी (अनचछद - 233)
सात वषर वकालत वाला िजला जज बनन योगय
अनय नयाियक पदो हत ह लोक सवा आयोग (अनचछद - 233)
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भाग-7परथम अनसची क भाग ख म राजय
(The States in Part B of First Schedule)
िनरिसत (Repealed)
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भाग-8सघ राजयकषतर
(The Union Territories)
सघ राजयकषतरो क िलए परशासक होग िजममदार
चाह हो दमन दीव या अडमान और िनकोबार (अनचछद - 239)
राजधानी िदलली म ह उपराजयपाल का शासन
यहा िवधानसभा भी ह जहा जनता कर िनवारचन (अनचछद - 239 क [ क ])
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भाग-9पचायत
(The Panchayats)
तजी स हो सबका िवकास हो जनता का शासन
इसक िलए करना होगा पचायतो का परशासन (अनचछद - 243 ख)
गराम सभा हो पचायत हो और हो िजला पिरषद
अनसिचत जाित जनजाित हत आरिकषत हो पद (अनचछद - 243 ग घ)
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मिहलाय भी समाज की ह महतवपणर ईकाई
उनक िलए आरिकषत हो अधयकष पद एक ितहाई (अनचछद - 243 घ)
राजय पचायतो को दग शिकत और अिधकार
िवकास हो नयाय िमल हो जनता का उपकार (अनचछद - 243 छ)
पचायत कर सकती ह टकस वसली का भी काम
खचार-पितर क िलए राजय भी दगा उनह अनदान (अनचछद - 243 ज)
परतयक पाच साल म होगा पचायत का िनवारचन
राजय चनाव आयोग करगा इन सबका सचालन (अनचछद - 243 ट)
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भाग-9 कनगरपािलकाय
(The Municipalities)
शहरो म नगरपािलका ह पचायत का दसरा रप
वाडर और उसकी सिमितयो जसा होगा परारप (अनचछद - 243 थ द ध)
मिहला कमजोर वगोर का आरकषण करना होगा
योजना लाग करन को टकस वसल करना होगा (अनचछद - 243 न भ)
महानगर कषतर म आबादी ह दस लाख स जयादा
परमख मयर कहलाता हिजममदारी भी ह जयादा (अनचछद - 243 त थ ब)
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भाग-9 खसहकारी सिमितया
(The Co-Operative Societies)
लोग बना सकत ह अपनी एक सहकारी सिमित
बोडर करगा सचालनबहतर होगी आिथरक िसथित (अनचछद - 243 यज यञ)
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भाग-10अनसिचत और जनजाित कषतर
(The Scheduled and Tribal Areas)
एस०टी० लोगो क िवकास का ह िवशष परावधान
अनसिचत कषतरो का भी खब रखना होगा धयान (अनचछद - 244)
जनजाित क िलए एक सलाहकार पिरषद होगी
िजसस उनक परशासन की नीित िनधारिरत होगी (अनचछद - 244 पाचवी अनसची)
उनक कलयाण कायोर पर राजयपाल रख िनगरानी
भिम उनकी रह सरिकषत साहकार न कर मनमानी (अनचछद - 244 पाचवी अनसची)
राजयपाल उनक कषतरो म पिरवतरन कर सकत ह
शािनत सरकषा काननो म बदली भी कर सकत ह (अनचछद - 244 पाचवी अनसची)
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असम राजय म होग सवशासी िजला और परदश
लाग नही होग इन पर राजय सरकार क िनदरश (अनचछद - 244 छठी अनसची)
जगल और जनजाित म ह बहत गहरा सबध
सतलन कस रखा जाय इसका ह सही परबध (अनचछद - 244 छठी अनसची)
वनभिम का उतपादो का जनजाित कर परयोग
वन भी रह सरिकषत ना हो जीिवका म अवरोध (अनचछद - 244 छठी अनसची)
राजयपाल ऐस कषतरो म िनिशचत कर सशासन
िशकषा सवासथय सचार क िदलवाय सब साधन (अनचछद - 244 छठी अनसची)
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भाग-11सघ और राजयो क बीच म समबनध
(Relations between the Union and the States)
ससद पर भारत म कानन बना सकती ह
िवधानसभा कवल राजय म ऐसा कर सकती ह (अनचछद - 245)
कानन बनान की शिकत कनदर-राजय की ह पथक
िवषय उनक िनधारिरत ह तािक ना हो कोई शक (अनचछद - 246)
सघ सची म िलख ह ससद क अिधकार
जस रकषा रल िवदश सना दर सचार (अनचछद - 246 सातवी अनसची - सघ सची)
राजय सची म विणर त ह िवधानसभा क अिधकार
जस पिलस सवासथय किष वन िवदयत कारागार (अनचछद - 246 सातवी अनसची - राजय सची)
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कछ िवषय ऐस ह िजन पर दोनो का अिधकार
इनम स ह िशकषा सजा नयाय वन वयापार (अनचछद - 246 सातवी अनसची - समवतीर सची)
िफर भी ससद बड़ी ह शरषठ ह उसक अिधकार
राषटरिहत म कानन बनाय कर अनतराषटरीय करार (अनचछद - 247 248 249 250 251 252 253 254)
काननो का अनपालन िनिशचत कर राजय सरकार
वनार िनदरिशत भी कर सकती ह भारत सरकार (अनचछद - 256)
क दर राजय सरकारो को द सकता ह आदश
दशिहत क कामो म यिद मिशकल आती ह पश (अनचछद - 257)
दो राजयो म िववाद हो या नदी जल का बटवारा
कनदर कानन बनाकर कर सकता ह िनपटारा (अनचछद - 262)
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राजयो क झगड़ो को सब िमलजल क सलझाय
जाच एव सझाव हत पिरषद एक बनाय (अनचछद - 263)
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भाग-12िवतत समपितत सिवदाए और वाद
(Finance Property Contracts and Suits)
टकस दवारा जो पसा आय सिचत धन कहलाय
भाित-भाित क खचोर म यह धन काम म आय (अनचछद - 266)
कछ खचर करन पड़त ह एकदम और कई बार
िजसकी खाितर कटीजसी फडरखती ह सरकार (अनचछद - 267)
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क दर और राजय सरकार दोनो ल जनता स कर
िफर िनयमानसार आपस म बाट इस बराबर (अनचछद - 268 269 270)
कनदर को राजय सरकारो को दना होगा अनदान
जनजाित कषतरो क िवकास का रखना होगा धयान (अनचछद - 275)
िवतत आयोग सझाव दता ह धन क िवतरण पर
तािक राजयो को िमल उननित क बराबर अवसर (अनचछद - 280 281)
क दर की समपितत पर राजय नही लगाय कर
क दर भी इस समबनध म कर राजय का आदर (अनचछद - 285 289)
क दर राजय कर सकत ह वयापार और कारोबार
समदरी खिनजो पर होगाकवल क दर का अिधकार (अनचछद - 297 298)
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राषटरपित की ओर स साइन होग सब करार
पर कोई चक हई तो नही होग व िजममदार (अनचछद - 299)
कोई वयिकत कर सकता ह समपितत को सिचत
कानन िबना उस नही कर सकत ह विचत (अनचछद - 300 क)
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भाग-13भारत क राजय कषतर क अनदर वयापार वािणजय और समागम (Trade Commerce and
Intercourse in India)
कोई कही भी कर सकता ह वािणजय या वयापार
िजस जनिहत म िनयिमत कर सकती ह सरकार (अनचछद - 301 302)
कनदर फड क िवतरण म न कर िकसी स पकषपात
साधन िवहीन राजयो कािफर भी दना होगा साथ (अनचछद - 303)
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भाग-14सघ और राजयो क अधीन सवाए
(Services under the Union and the States)
सरकारी कामकाज हत िनयकत होत ह अिधकारी
कायर सचार रप स हो लत ह िजममदारी (अनचछद - 309)
कोई अिधकारी कमरठ ह काम ह उसका अचछा
सिवधान उसको दता ह काफी अिधक सरकषा (अनचछद - 310 311)
िनयिकत कतार ही िकसी को पद स हटा सकता ह
िविधवत जाच कराक सजा सना सकता ह (अनचछद - 311)
िकसी कायरवाही स पहल वयिकत को सनना होगा
उसक दोष बतान होग िफर िनणरय करना होगा (अनचछद - 311)
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यिद गभीर अपराध म दोषी िसदध हआ अिधकारी
पद स हटाया जा सकता ह उस िबना इनकवारी (अनचछद - 311 2 क)
कभी-कभी सरकषा िहत म जाच नही हो सकती ह
िबना जाच अिधकारी की सवामिकत हो सकती ह (अनचछद - 311 2 ख ग)
क दर म भतीर हत ह सघ लोक सवा आयोग
आवदन कर सकत ह सवा क इचछक सब लोग (अनचछद - 315)
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आयोग करगा सचािलत िनयिकत हत परीकषा
उचच सवाओ म चािहए गरजएट तक की िशकषा (अनचछद - 315 320)
राजयो म भतीर हत ह राजय लोक सवा आयोग
छोट राजय चाह तो बनगा एक सयकत आयोग (अनचछद - 315)
आयोग म होग सदसय होगा एक अधयकष
रह हो सरकारी पद पर छिव हो उनकी िनषपकष (अनचछद - 316)
आयोग भतीर समबिनधत अपनी सलाह भी दगा
राषटरपित को हर साल सब कायोर का बयौरा दगा (अनचछद - 323)
Page 66
भाग-14कअिधकरण (Tribunals)
क दर राजय सतर पर होग परशासिनक अिधकरण
भतीर सवा क झगड़ो का िकया करग िनराकरण (अनचछद - 323 क)
कछ अिधकरण करग अनय िववादो का िनपटारा
टकस शरम िववाद या खादय वसतओ का बटवारा (अनचछद - 323 ख)
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भाग-15िनवारचन (Elections)
परजातनतर का मखय तनतर ह िनवारचन आयोग
इसकी मदद स सरकारो को चनत ह हम लोग (अनचछद - 324)
मखय चनाव अायकत कराय चनाव का सचालन
आचार सिहता का करवाय सखती स अनपालन (अनचछद - 324)
राषटरपित उपराषटरपित ससद या िवधानमडल सबक चनाव पर आयोग िनगरानी रख परितपल
(अनचछद - 324)
चनाव आयकतो को दता ह सिवधान सरकषा
सवतनतर चनावो स ही होती परजातनतर की रकषा (अनचछद - 324)
Page 68
लोकसभा िवधान सभा का जब भी हो िनवारचन
आयोग को सब सहयोग दगा राजय परशासन (अनचछद - 324)
वोटर िलसट म शािमल होगा हर वयसक का नाम
इस सब को िनषपकष कराना ह आयोग का काम (अनचछद - 325)
अठारह वषर का हर वयिकत रखता ह मतािधकार
अपनी इचछा क अनसार चन सकता ह सरकार (अनचछद - 326)
एम०पी० और एम०एल०ए० बन हो चनाव िनषपकष
लोकततर कायम रह यही आयोग का लकषय (अनचछद - 324 [भाव की अिभवयिकत])
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भाग-16कछ वगोर क समबनध म िवशष उपबनध
(Special Provisions relating to Certain Classes)
अनसिचत जाित जनजाित का ह िवशष परबध
लोकसभा म ह आरकषण ह अनपाितक सबध (अनचछद - 330)
ऐगलो इिडयन लोग यिद सखया म कम लगत ह
राषटरपित लोकसभा म दो सदसय रख सकत ह (अनचछद - 331)
एससी एसटी लोगो की िजतनी जनसखया होगी
उतनी ही िवधानसभा म सीटो की सखया होगी (अनचछद - 332)
सरकारी सवाओ मएससी एसटी का हो सथान
थोड़ी छट िमल अको म तािक भतीर हो आसान (अनचछद - 335)
Page 70
राषटरीय अनसिचतजाित आयोग कर हको की रकषा
उनस सबिधत समसयाओ की करता ह य परीकषा (अनचछद - 338)
एक अधयकष उपाधयकष और अनय सदसय होग
सिवधान क परावधान उनह लाग करन होग (अनचछद - 338)
एस० सी० लोगो क िहतो म न हो कोई कोताही
सािबत हो आरोप यिद आयोग कर कायरवाही (अनचछद - 338)
अनय कलयाणकारी उपाय खोजकर लायगा
राषटरपित को आयोग अपन सझाव बतलायगा (अनचछद - 338)
आयोग का दजार िसिवल नयायालय का होगा
सबकी पशी करान का हक उस परापत होगा (अनचछद - 338)
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राषटरपित आयोग की िरपोटर ससद म रखवायग
िसफािरशो पर काररवाई स अवगत भी करवायग (अनचछद - 338)
आयोग चाह तो सबिधत कागज पश करन होग
शपथपतर दकर सार सबत परकट करन होग (अनचछद - 338)
एस० सी० सबिधत कोई िनणरय लती ह सरकार
आयोग स लकर सलाह उस करना होगा िवचार (अनचछद - 338)
एक राषटरीय अनसिचत जनजाित आयोग भी होगा
एस सी आयोग जसा सतर इसको भी परापत होगा (अनचछद - 338 क)
Page 72
वसी ही शिकत होगी वही कायर वह करगा
जनजाित क िहतो की रकषा हर हालत म करगा (अनचछद - 338 क)
एस०टी० की उननित हत आयोग की होगी िनयिकत
राजय यिद कर िढलाई क दर करगा सखती (अनचछद - 339)
सामािजक शिकषक दिषट स िपछड़ ह जो लोग
राषटरपित उनक िलए गिठत कर आयोग (अनचछद - 340)
आयोग अधययन करगा कस हो उनका सधार
कस क दर-राजय बन सकत उन लोगो क मददगार (अनचछद - 340)
आयोग राषटरपित को दगा िसफािरश बयौरवार
ससद को िफर करना होगा भलाई हत िवचार (अनचछद - 340)
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भाग-17राजभाषा
(Official Language)
सघ की भाषा िहदी िलिप दवनागरी होगी
शासकीय परयोजन हत अगरजी की जररत होगी (अनचछद - 343)
राषटरपित भाषािवदो का एक आयोग कर गिठत
िहदी क परचार हत परयास कर जो सगिठत (अनचछद - 344)
िहदी भाषा हो समदध बढ़ जञान और िवजञान
अिहदी भाषी लोगो का आयोग रख धयान (अनचछद - 344)
िवधानसभा सथानीय भाषा को कर ल अगीकार
पर सरकारी कामो म रह अगरजी बरकरार (अनचछद - 345)
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दो राजयो को आपस म यिद करना ह पतराचार
दोनो िमलकर िहदी को कर सकत ह सवीकार (अनचछद - 346)
उचच उचचतम नयायालय म अगरजी परयकत होगी
आदशोअिधिनयमो की परित अगरजी म ही होगी (अनचछद - 348)
भाषाई अलपसखयको का सरकार रख धयान
मातभाषा म ही िमल सब िवषयो का जञान (अनचछद - 350 क ख)
सरकार िहदी को कर समदध खब कर परचार
अनय भाषाओ क शबदो स कर इसका िवसतार (अनचछद - 351)
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भाग-18आपात उपबनध
(Emergency Provisions)
यदध का हो सकट िवदरोिहयो का िबछा हो जाल
राषटरपित सनतिषट करकघोिषत कर आपातकाल (अनचछद - 352)
आपातकाल क िलए चािहए ससद की मजरी
एक माह क भीतर ही यह सहमित अित जररी (अनचछद - 352)
इस दौरान िमल जात हक दर को जयादा अिधकार
क दर सरकार चला सकती हराजय की भी सरकार (अनचछद - 353)
क दर राजय की करगा हर हालत म सरकषा
चाह वाहय आकरमण हो या सशसतर िवदरोह स रकषा (अनचछद - 355)
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राजय यिद नही चल रहा सिवधान क अनसार
राजयपाल राषटरपित को दग िरपोटर िसलिसलवार (अनचछद - 356)
िफर उस राजय म लाग होगा राषटरपित शासन
भारत सरकार हाथ म लगी वहा का परशासन (अनचछद - 356)
उदघोषणा का ससद दवारा करना होगा अनमोदन
दो महीनो म पास करग ससद क दोनो सदन (अनचछद - 356)
आपातकाल म िछन जायग सार मल अिधकार
बचगी शारीिरक सवततरता व जीन का अिधकार (अनचछद - 358 359)
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भारत म यिद पदा हो आिथरक सकट काल
राषटरपित घोिषत करत ह िवततीय आपातकाल (अनचछद - 352)
इस दौरान राजयो क खचर िकय जायग कम
घट जायग कमरचािरयो और जजो क वतन (अनचछद - 360)
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भाग-19परकीणर (Miscellaneous)
राषटरपित व राजयपाल को परापत ह िवशषािधकार
ना उन पर कोई कस चलगा न होग व िगरफतार (अनचछद - 361)
यिद कोई छपवाता ह ससद की कायरवाही
नयायालय नही करगा कोई दािणडक कायरवाही (अनचछद - 361 क)
सतयमव जयत
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भाग-20सिवधान का सशोधन
(Amendment of the Constitution)
ससद चाह कर सकती ह सिवधान म सशोधन
दो ितहाई बहमत स यिद पास कर दोनो सदन (अनचछद - 368)
िफर य िवधयक राषटरपित को भजा जायगा
उनकी सवीकित िमलन पर सशोधन कहलायगा (अनचछद - 368)
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भाग-21असथायी सकरमणकालीन और िवशष उपबनध
(Temporary Transitional and Special Provisions)
जमम और कशमीर राजय का ह िवशष अिधकार
ससद का कानन चलगा जब राजय कर सवीकार (अनचछद - 370)
कई बहत स राजयो म भी ह िवशष उपबनध
उनकी उननित और िवकास हो कछ ऐस परबध (अनचछद - 371 371 क ख ग घ ङ च छ ज झ ञ)
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भाग-22सिकषपत नाम परारमभ िहनदी म परािधकत पाठ
(Short Title Commencement Authoritative Text in Hindi)
हमारा य सिवधानभारत का सिवधान कहलायगा
छबबीस जनवरी 1950 स परा लाग हो जायगा (अनचछद - 393 394)
राषटरपित जी सिवधान को िहनदी म छपवायग
िहनदी अगरजी ससकरण ही अिधकत कहलायग (अनचछद - 394 क)
समापत
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वयकत करो अपन भावो को जो चाह सो बोलो
अनयाय स नही डरो मह तम अपना खोलो (अनचछद - 19)
सघ और समह बनाना ह सबका अिधकार
शाितपणर करो सममलन जो हो िबना हिथयार (अनचछद - 19)
सारा भारत दश तमहारा कही भी जा सकत हो
कोई जगह पसनद आय वहा भी रह सकत हो (अनचछद - 19)
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बनो वकील या वयापारी करो कोई भी कारोबार
अनचछद उननीस दता ह तमको य सार अिधकार (अनचछद - 19)
जब तक िसदध नही हो दोषदोषी नही कहलाओग
बगनाह सािबत होन क सब अवसर तम पाओग (अनचछद - 20)
पहल कारण बतलायग तभी करग िगरफतार
चौबीस घट म छोड़ग िगरफतारी यिद बआधार (अनचछद - 22)
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कोई बचचा ना कर मजदरी मजदर ना कर बगार
यिद कोई भी कर उललघन जाना होगा कारागार (अनचछद - 23)
ननह - ननह स बचच नही कर खान म काम
सरकार उनह दगी िशकषा तािक बन बड़ इसान (अनचछद - 24 21 क)
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िकसी भी धमर को मानो या उसका परचार करो
अपन बनाओ ससथान सचालन का काम करो (अनचछद - 25 26)
कर स होता मकत ह धािमरक कायोर का परबध
सरकारी सकलो म ह धािमरक िशकषा पर परितबध (अनचछद - 27 28)
बौदध मिसलम िसख ईसाईअलपसखयक ह य भाई
अपन धमर िलिप भाषा की कर सकत ह पढ़ाई (अनचछद - 29 30)
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मल अिधकार बहत जररी परजाततर का सार
इन सब की गारटी दता सवधािनक उपचार (अनचछद - 32)
छीन यिद कोई अिधकार िरट दायर करवाओ
नयायालय स लो आदश लाग उस कराओ (अनचछद - 32)
शसतर बलो व आई०बी० मबहत जररी अनशासन
अिधकारो म अलप कटौती कर सकता ह शासन (अनचछद - 33)
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भाग-4राजय क नीित िनदरशक ततव
(Directive Principles of State Policy)
सिवधान सब राजयो को दता ह िनदरश
जनता क कलयाण की वयवसथा कर िवशष (अनचछद - 38)
सामािजक असमता कम हो घट आय का अतर
सभी कषतर कर िवकास अवसर िमल िनरनतर (अनचछद - 38)
सतरी-परष सबको िमल आजीिवका क साधन
सामिहक िहत हो िजसम बाटो सब ससाधन (अनचछद - 39)
एक हाथ म किनदरत ना हो उतपादन क साधन
नर-नारी यिद कर कायर तो िमल समान ही वतन (अनचछद - 39)
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कािमरको क सवासथय का धयान रख सरकार
सतरी - परष बचच न कर हािनकारक रोजगार (अनचछद - 39)
सब बचच उननित कर िमल माहौल अनकल
शोषण उनका ना होय कभी न जाना भल (अनचछद - 39)
नयाय सवरजन को िमल अपराधी या सशील
कोई बहत गरीब हो तो मफत म िमल वकील (अनचछद - 39 क)
गाव म िनिशचत कर पचायत का गठन
जनता को शिकत िमल लग िवकास म धन (अनचछद - 40)
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बढ़ा हो बकार हो असमथर या बीमार
सहारा इनको भी िमल कछ मदद कर सरकार (अनचछद - 41)
अचछा सिवधाजनक हो कायारलय म काम
गभरवती मिहलाओ को िमल िवशष आराम (अनचछद - 42)
जीवन का सतर सधर चहमखी होय िवकास
बकारो को िमल काम सिवधा और अवकाश (अनचछद - 43)
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उदयोगो क परबनध म हो मजदरो का हाथ
सहकारी सिमित का सवरप िखल साथ ही साथ (अनचछद - 43 क और ख)
सब नागिरको क िलए जो दश म कर िनवास
समान िसिवल सिहता का िकया जाय परयास (अनचछद - 44)
ननह बचचो को िमल िशकषा और सरकषा
बन सभय नागिरक व जीवन हो अित अचछा (अनचछद - 45)
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अनसिचत जाित जनजाित वगर ह सबस दबरल
अनयायो पर लग रोक िमल िशकषा और धन बल (अनचछद - 46)
िमल िवटािमन पोषक ततव उचच सतरीय जीवन
सवासथय सवा म हो सधार रक नश का सवन (अनचछद - 47)
वजञािनक तकनीको स बढ़ किष और पशपालन
सधर नसल पशओ की वध-िनषध का हो पालन (अनचछद - 48)
पयारवरण सरिकषत रखो करो जीवन का रकषण
वकष लगाओ करो हिरयालीवन जीवो का रकषण (अनचछद - 48 क)
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समारको की कर सरकषा रख िवशष धयान
इितहास रहगा सरिकषत बढ़गा सबका जञान (अनचछद - 49)
परशासन का नयायालय म ना हो कोई दखल
नयायपािलका रह सवततर नयाय िमल परितपल (अनचछद - 50)
सब दशो क बीच म रह सरकषा शािनत
आपस म आदर बढ़ िमट परसपर भरािनत (अनचछद - 51)
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भाग-4कमल कतरवय (Fundamental Duties)
सिवधान का कर पालन झड का कर सममान
इसक आदशोर को मान आदर स कर राषटरगान (अनचछद - 51 क [ क ])
आजादी क आदशोर को समझ और बयान कर
दश की परभता अखडता क रकषक का काम कर (अनचछद - 51 क [ ख ग ])
राषटर की सवा कर सतरी का सममान कर
भदभाव रिहत होकर भराततव का िनमारण कर (अनचछद - 51 क [ घ ङ ])
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सामािजक ससकित समझ परमपरा का मान कर
परकित का िवसतार कर जीवन का सममान कर (अनचछद - 51 क [ च छ ])
वजञािनक हो दिषटकोण जञानाजरन का काम कर
सावरजिनक समपितत का कभी नही नकसान कर (अनचछद - 51 क [ ज झ ])
खद ऊचाईयो को छ ल लोगो को भी बढ़ाय
राषटर िनरनतर बढ़ आग सभी सफल हो जाय (अनचछद - 51 क [ ञ ] )
माता-िपता या सरकषक परथम काम य करवाय
चाह गरीबी हो घर म बचच को िशकषा िदलवाय (अनचछद - 51 क [ ट ] )
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भाग-5सघ (The Union)
कायरपािलका (The Executive)
भारत सरकार म राषटरपित सवोरचचािधकारी होगा
जल थल वाय सना का वह शीषारिधकारी होगा (अनचछद - 52 53)
ससद िवधानसभाओ दवाराराषटरपित चयिनत होगा
पाच साल का कायरकालिजनका िनयिमत होगा (अनचछद - 54 56)
नागिरक हो भारत का आय पतीस स कम ना हो
सासद बनन लायक होकोई लाभ का पद ना हो (अनचछद - 58)
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मखय नयायाधीश दवारा उनका शपथ गरहण होगा
सिवधान की रकषा और अनपालन का परण होगा (अनचछद - 60)
राषटरपित यिद सिवधान की अवहलना करत ह
ससद सदसय उनक ऊपर दोषारोपण करत ह (अनचछद - 61)
ससद दवारा दोषारोपण महािभयोग कहलाता ह
दोष िसदध होन पर उनको पद स हटाया जाता ह (अनचछद - 61)
राषटरपित सवोरचच ह पर ससद ह उनस ऊपर
राषटरपित ससद नयायालय सिवधान सबस ऊपर (अनचछद - 61 [भाव की अिभवयिकत])
राषटरपित यिद हो असमथर अनपिसथत या बीमार
भारत क उपराषटरपित दखग उनका कायरभार (अनचछद - 63 65)
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ससद क दो सदन कर उपराषटरपित का िनवारचन
सिवधान क परित व लग शरदधा िनषठा क वचन (अनचछद - 66 69)
राषटरपित कर सकत ह िकसी भी सजा को कम
द सकत ह माफी भी या िफर सजा का िनलबन (अनचछद - 72)
राषटरपित की मदद हत एक मतरी पिरषद होगी
समिचत कायरवाही हत जो अपनी सलाह दगी (अनचछद - 74)
महामिहम को सलाह का पालन करना ही होगा
इस सलाह की अनदखी सभव काम नही होगा (अनचछद - 74)
मतरी-मडल की िनयिकत राषटरपित दवारा होगी
लोकसभा क परित भी मडल की िजममदारी होगी (अनचछद - 75)
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मतरी-पिरषद का मिखया परधानमतरी होता ह
परजाततर म वह वयिकत सबस ताकतवर होता ह (अनचछद - 75)
एक महानयायवादी होगा भारत सरकार म िनयकत
सरकार को िविध समबनधी सलाह दगा उपयकत (अनचछद - 76)
सरकार सब काम करगी राषटरपित क नाम स
उनको अवगत भी करायगी सरकार क काम स (अनचछद - 77 78)
ससद (Parliament)
ससद भारत दश की सबस बड़ी ससथा होगी
नय कानन बनान हत उसकी ही कषमता होगी (अनचछद - 79)
तीन भागो स होता ह भारतीय ससद का गठन
सवरपरथम ह राषटरपित िफर ससद क दो सदन (अनचछद - 79)
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राजय सभा क सदसयो का राजय ही कर चयन
कछ िवशष लोगो का िकया जाता ह मनोनयन (अनचछद - 80)
परतयक पाच साल म होता लोक सभा का चनाव
यही लोकततर का जाद जब लोग कर बदलाव (अनचछद - 83)
राजय सभा म िनयिकत हत उमर चािहए तीस
लोकसभा म आन हत पर कर पचचीस (अनचछद - 84)
राषटरपित समय समय पर करग ससद म बठक
दोनो सदनो म अिभभाषण का होगा उनका हक (अनचछद - 86 87)
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लोकसभा शीघर चनगी अपना एक अधयकष
लोकसभा क सचालन म होगा वह अित दकष (अनचछद - 93)
ससद क सब सदसयो को लनी होगी एक शपथ
सिवधान का करग पालन अपनायग उसका पथ (अनचछद - 99)
सासद नही बन रहग यिद हो िवकत मानिसकता
हो जाय िदवािलया या तयाग दश की नागिरकता (अनचछद - 102)
सासद सदन म बोल या रख सवततर िवचार
वाणी की सवततरता ही ह ससद का मखय आचार (अनचछद - 105)
ससद बनायगी कानन और पास करगी िबल
दोनो सदनो की सहमित स काम नही मिशकल (अनचछद - 107)
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जब कोई िबल पास होगा सहमित दग राषटरपित
यिद सिवधान सममत हतो जलद ही दग सवीकित (अनचछद - 111)
मतरालय सरकारी खचर का परा बजट बनाता ह
िवतत मतरी िफर इसको ससद म पास कराता ह (अनचछद - 112)
ससद म होगी परयोग िहनदी या अगरजी भाषा
यिद कोई दोनो ना जान बोल अपनी मातभाषा (अनचछद - 120)
िकसी जज क बतारव पर ससद म ना होगी बहस
ससदीय कायरवाही पर जज का नही चलगा बस (अनचछद - 121 122)
ससद ना चल रही हो पिरिसथित भी हो िवशष
राषटरपित कानन बनाय जारी करक अधयादश (अनचछद - 123)
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नयायपािलका (The Union Judiciary)
पर भारत म एक सवोरचच नयायालय होगा
नयाय का मिनदर होगा जजो का कायारलय होगा (अनचछद - 124)
जज यिद बनना हो तो चािहए सिवधान का जञान
वकील या जज क रप म पहल िकया हो काम (अनचछद - 124)
इन सभी जजो का चयन राषटरपित जी करत ह
इसक िलए अनय जजो स सलाह भी वह करत ह (अनचछद - 124)
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पद गरहण स पवर सब जज करत ह य वादा
पकषपात म नही करगा रख सिवधान मयारदा (अनचछद - 124)
जज हो जाय असमथर या तोड़ सिवधान की हद
ससद करगी महािभयोग छोड़ना होगा उनको पद (अनचछद - 124)
सपरीम कोटर क पास सबस जयादा अिधकार
मसला अपील का होया िफर राजयो की तकरार (अनचछद - 131 132 133 134)
जररत पड़ तो सपरीम कोटर नय कानन बनाता ह
जिटल सवधािनक मसलो को भीय सलझाता ह (अनचछद - 141 143)
भारत म एक िनयतरक महालखापरीकषक होगा
कनदर-राजय क खचोर का बयौरा उस रखना होगा (अनचछद - 148 149)
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भाग-6राजय (The States)
कायरपािलका (The Executive)
राजयपाल हर राजय म सवोरचच अिधकारी होगा
राषटरपित करग िनयिकतकायरकाल पाच वषर होगा (अनचछद - 153 154 155 156)
राजयपाल की िनयिकत हत भारत का नागिरक हो
आय पतीस की हो अनय लाभ का पद ना हो (अनचछद - 157 158)
राजयपाल को िमलग भतत और िवशषािधकार
साथ ही साथ होग व मफत मकान क हकदार (अनचछद - 158)
उचच नयायालय क जज स राजयपाल लग शपथ
जनता की करग सवा अपनायग सिवधान पथ (अनचछद - 159)
Page 39
आपरािधक मामलो म राजयपाल रखत ह शिकत
दोषी की कम कर सजाया िफर दणड स द मिकत (अनचछद - 161)
राजयपाल िववकानसार करग कायोर का िनवारह
अनय मामलो म व लग मतरी पिरषद स सलाह (अनचछद - 163)
राजयपाल ही करग राजय मखयमतरी की िनयिकत
िफर उनकी सलाह पर अनय मितरयो की िनयिकत (अनचछद - 164)
राजय क कल मितरयो की सखया िनधारिरत होगी
एम एल ए की सखया कापदरह परितशत ही होगी (अनचछद - 164)
राजय मितरयो की शपथ सिवधान क परित होगी
सारी जनता की सवा पकषपात रिहत होगी (अनचछद - 164)
Page 40
मतरी को गोपनीयता की शपथ गरहण करनी होगी
कछ िवषयो की जानकारी उनह गपत रखनी होगी (अनचछद - 164)
राजयपाल ही िनयकत करग राजय का महािधवकता
काननी िवषयो पर होगावो ही अिधकािरक वकता (अनचछद - 165)
राजय की कायरवाही होगी राजयपाल क नाम स
मखयमतरी अवगत करायग उनको अपन काम स (अनचछद - 166 167)
िवधान मणडल (The State Legislature)
सब राजयो म होगा िवधानसभा एक मखय सदन
कछ म अितिरकत होगा िवधानपिरषद का गठन (अनचछद - 168)
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