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एमएएचआई -01

वधमान महावीर खला व व व यालय कोटा

एमए पा य म (इ तहास)

ख ड-2 इकाई स या प ठ स या

इकाई 6 यरोप म अठारहवी शता द म क ष यव था 5mdash11 इकाई 7 अठारहवी सद म यरोप म कषक व ोह 12mdash20 इकाई 8 नगर व शहर का वकास एव यरोप म नगर करण 21mdash28 इकाई 9 कारखाना और मजीवी वग 29mdash37

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पा य म वकास स म त ो बीएस शमा कलप त (अ य ) ो र व कमार नदशक नह मारक स हालय एव प तकालय नई द ल

ो कएस ग ता इ तहास वभाग मोहन लाल सखा ड़या व व व यालय उदयपर (राज)

ो बीआर ोवर पव नदशक भारतीय इ तहास अनसधान प रषद नई द ल

डा बज कशोर शमा वभागा य इ तहास वभाग कोटा खला व व व यालय कोटा (राज)

ो एसपी ग ता इ तहास वभाग अल गढ़ मि लम व व व यालय अल गढ़ (उ )

डा कमलश शमा इ तहास वभाग कोटा खला व व व यालय कोटा

ो जपी म ा पव इ तहास वभागा य काशी ह द व व व यालय वाराणसी (उ )

डा याक़ब अल खान इ तहास वभाग कोटा खला व व व यालय कोटा

पा य म नमाण दल

डा एलपी माथर पव वभागा य इ तहास वभाग मोहन लाल सखा ड़या व व व यालय उदयपर (राज)

डा राजीव लोचन इ तहास वभाग पजाब व व व यालय च डीगढ़ (भारत)

अकाद मक एव शास नक यव था

ो(डॉ) नरश दाधीच कलप त

वधमान महावीर खला व व व यालय कोटा

ो(डॉ)बीक शमा नदशक(अकाद मक) सकाय वभाग

योग गोयल भार अ धकार

पा य साम ी उ पादन एव वतरण वभाग

पा य म उ पादन योग गोयल

सहायक उ पादन अ धकार वधमान महावीर खला व व व यालय कोटा

पनः उ पादन ndash Oct 2012 MAHI-01ISBN No-13978-81-8496-260-4 इस साम ी क कसी भी अश को व म ख व कोटा क ल खत अनम त क बना कसी भी प म lsquo म मयो ाफ rsquo (च म ण) वारा या अ य पनः तत करन क अनम त नह ह व म ख व कोटा क लय कलस चव व म ख व कोटा (राज) वारा म त एव का शत

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इकाई-6 यरोप म अठारहवी शता द म क ष यव था

इकाई क परखा 60 उ य 61 तावना 62 अठारहवी सद क पहल क यग म यरोप म क ष यव था 63 खती क ाचीन तर क 64 अठारहवी सद म इ लड म खती क तर क म प रवतन क लय िज मवार

प रि थ तया 65 इगल ड म क ष क नवीन प त 66 अठारहवी सद म अ य दश म क ष 67 इगल ड म नवीन क ष का भाव 68 न कष 69 श दावल 610 अ यासाथ न 611 सदभ य

60 उ य इस इकाई म आप अ ययन करग - क ष का मानव क जीवन म मह व - अठारहवी सद क पहल क यग म यरोप म क ष यव था क वशषताए-

सामतवाद यव था म कषक क दशा तथा क ष क यव था - क ष क ाचीन तर क - अठारहवी शता द म इ लड म खती क तर क म प रवतन क लय िज मदार

प रि थ तया - नय आ व कार व तर क - अठारहवी सद म यरोप क अ य दश म क ष क दशा ास व जमनी क कछ

भाग म इ लड क नवीन प त का भाव शष यरोप म इसका अनकरण न होन क कारण

- इ लड म क ष क नवीन प त क भाव - क ष उ पादन म व बढती ह ई जनस या क लय अ न क यव था उ नीसवी सद म नवीन क ष का व तारपशधन म व द भ का अ त उ योग क लय मक क यव था नकद फसल का उ पादन

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61 तावना ाग-ऐ तहा सक यग म क ष का आ व कार मानव स यता क वकास म एक

ा तकार कदम था इसन मानव को थायी प स एक थान पर नवास करन क लय रत कया ाचीन यग म यरोप स हत व व क लगभग सभी भाग म क ष काय ह मन य

का म य यवसाय था बालबक व टलर क मत म आध नक यग क आरभ म भी यरोप क आ थक जीवन म क ष मानव का म य उ यम रहा य य प आज भी खती अ धकाश मन य क जीवन यापनका साधन ह क त चार सौ साल पहल इसका मह व आज स कह अ धक था

अठारहवी सद म इ लड म क ष क म अनक तकनीक प रवतन ह ए इन प रवतन न क ष उ पाद म एक कार स ा त ला द इन प रवतन को समझन क लय म यकाल न यग क क ष यव था क वशषताओ को समझना आव यक ह

62 अठारहवी सद क पहल क यग म यरोप म क ष यव था माक लाक क मत म म यकाल न यग म सामतवाद का उदय पर पर नभरता क

स ब ध क आधार पर हआ सर ा व अजी वका क लय कसान न अपनी भ म व ससाधन थानीय सामत को स प दय थानीय साम त न बड़ साम त स सर ा का आ वासन

स नक सहायता क बदल म ा त कया बड़ साम त न ऐसी ह शत पर राजा को अपन अ धकार स प साम तवाद क उदय और वकास क चाह कछ भी कारण रह ह इसका एक मह वपण प रणाम कषक का भ म का वामी नह होना था अत उसम भ म क सधार क त उ साह नह रहता था

साम तवाद यव था म कषक क दशा दास क समान थी वह कसी भी हालत म अपन साम त क चगल स छटकारा नह पा सकता था साम त क अ धकार असी मत थ रा य काय य अथवा ऐश-आराम म य त रहन क कारण व खती क उ न त पर यान नह दत थ

उस समय ाम (Manor) यव था इस कार थी एक मनर म साम त या उप साम त का गढ़ होता था िजसक चार ओर कसान क मकान होत थ ाम क प र ध म क ष यो य खत होत थ इन खत क सीमा नधा रत नह क जाती थी य क इनम सभी कषक दास अपन साम त क लय सामदा यक प स खती करत थ ऐसा करत समय उ ह साम त या उसक त न ध का आदश मानना पड़ता था आम तौर पर गाव क खत को दो तीन या चार भाग म बाटा जाता था ल कन अ धकतर तीन भाग कय जात थ एक भाग म गह या राई दसर म म का व अ य फसल बोई जाती थी तथा तीसर को हल चला कर खाल छोड़ दया जाता था इन खत क आस पास चरागाह और जगल होत थ चारगाह म गाव क सभी पश चर सकत थ घास क मदान स उनक लय चारा ा त कया जाता था तथा जगल स लकड़ी घर को बनान क लय फस आ द ा त कय जात थ

गाव म कसक खती क जाय और कब उसक बीज बोय जाय इसका न चय गाव (Manor) क अदालत करती थी खत म काय करन क लय मक उपल ध होत थ इस

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यव था म एक कसान को यि तगत सवाए व त अथवा नकद धन क मा यम स लगान अदा करना पड़ता था

इस यव था क अनक दोष थ आम तौर पर एक कसान को दो या उसस अ धक थान पर खती क लय छोट छोट खत दय जात थ इनम खती करन म उसका काफ समय

न ट हो जाता था तथा उस यय भी अ धक करना पड़ता था कई बार अपन छोट छोट खत क सीमाओ क बार म उसका अपन पड़ौसी कषक स ववाद चलता रहा था वह भ न भ न खत म सचाई का सतोषजनक ब ध नह कर सकता था इन खत म वह एक ह फसल पदा कर सकता था य क स दय म य खत चरागाह क प म उपयोग म लाय जात थ

63 खती क ाचीन तर क म य यग म खती क तर क उ नत नह थ एक कसान का म य औजार था लकड़ी

स बना हआ हलका हल फसल काटन क लय उसक पास एक हसल होती थी अनाज को साफ करन क लय उस हवा म छोड़ा जाता था (winnowing) अथवा जमीन पर बखरा जाता था ता क पशओ को उस पर चलाया जा सक एक टोकर म बीज रख कर कषक उ ह चार ओर बखरता हआ चलता था सचाई क पया त यव था नह थी फसल को बदल बदल कर (Rotation of Crops) नह बोया जाता था म ी क जाच भी नह होती थी ऐसी प रि थ तय म क ष उ पादन क मा ा कम थी

64 अठारहवी सद म इगल ड म खती क तर क म प रवतन क लय िज मवार प रि थ तया म य यग क अ त म इगल ड म यापार क उ न त होन लगी इस समय औष ध

व ान क ग त क कारण म य दर घटन लगी शशओ क म य दर म कमी आई फल व प इ लड क आबाद बढ़ ल कन इस बढ़ती ह ई जनस या अपनी आव यकताओ क लय वन और चरागाह को तजी स साफ करक क ष यो य भ म का पा रि थ तक सतलन बगाड़ दया क ष उ पाद म कमी आई दसर ओर मजदर क दर बढ़न लगी इन दोन कारण स जमीदार को घाटा होन लगा इस घाट स बचन क लय उ ह न कषक स नय समझौत कय उ ह न कषक को भ म औजार व अ य साधन दान कर खती क लय भ म दना श क तथा उसक बदल म कसान स फसल का एक नि चत भाग लना श कया उ तर ास म भी इस था को अपनाया गया इस प त न एक ओर कसान को सामत क दासता स म त करन का माग श त कया तो दसर ओर बढ़ती ह ई आबाद क लय अ धक अ न उपजान म मदद द य य प सोलहवी शता द क अत तक इ लड म कषक दास (serfdom) क था का अ त बह त बाद म हआ उदाहरण क तौर पर 1861 म स क जार एल जडर थम न इसक लय एक कानन पास कया

सोलहवी व स हवी सद म इ लड का अ तरा य यापार बढ़ गया तथा पजीप तय न गाव म क ष यो य भ म खर दनी श क ऐसा करन स समाज म उनका स मान बढ़ता था य क ाचीन काल स ह इ लड म भ म का वामी होना गौरव क बात मानी जाती थी य

पजीप त क ष स मनाफा कमान क सोचन लग परान ढग स क जान वाल खती स ऐसा

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करना सभव नह था अत व ा नक तर क और अ धक उ नत औजार क खोज क जान लगी य क कवल धनी लोग क पास ह पर ण क लय धन व अवकाश था इस लय ार भक उ न त अ धकाशतः सम कसान वारा क गई इस कार क ष क म पजी क योग स क ष ा त का माग श त हो गया

65 इगल ड म क ष क नवीन प त एनफ ड क अनसार उस समय हालड एक मख यापा रक व पजीप त दश था वहा

पर फसल को बदल बदल कर बोन क था को योग म लाया गया था इ लड न हालड स इस सीखा जथरो तलनलाड टाउनशड बकवल आथर यग व कोक आ द न व ा नक प त स खती करन क तर क क खोज क तल (1664-1740) न पि तय म थोड़ी दर पर बीज बोन क लय एक य बनाया टाउनशड (1664-1738) न अपन खत म एक क म क फसल क बाद दसर क म क फसल बोई तथा गह शलजम जौ और आल क खती को बार बार स बो कर जमीन क उवरता बनाय रखी आथर यग (1740-1920) न इसका चार कया तथा बड़ बड़ फाम बनाय कोक न पशओ क स या बढ़ान क लय य न कया पशओ क स या म व होन क कारण खाद अ धक मा ा म उपल ध होन लगी अब पहल क अप ा अ छ क म क धात क हल बनाय गय इस कार क हल म इ लड का रोजरहम हल अ धक स ह यह हल भ म म गहर खदाई करता था तथा कम समय म पहल क अप ा अ धक भ म पर चलाया जा सकता था उ पा दत अ न क सफाई क लय अब पहल क अप ा बहतर तर क अपनाय गय भ म क गणवता क जाच करक उसक मता क अनसार फसल बोई जान लगी

व ा नक आधार पर नवीन णाल स खती करन क लए छोट खत क थान पर बड़ खत अ धक उपय त थ अतएव अब अनक खत को मला कर एक खत बनाया गया तथा उसक चार ओर बाड़ (Enclosure Act) लगाय गय इ लड म 1792 स 1815 तक इसक लय 956 बाड़ नयम (Enclosures Act) पा रत कय गय एक ओर इसस लाभ यह हआ क बड़ फाम (Farms) म क ष उ पादन बढ़ा तो दसर ओर काफ स या म छोट कसान को अपनी भ म छोड़नी पड़ी तथा व भ मह न मजदर हो गय

66 अठारहवी सद म अ य दश म क ष इ लड म इस नवीन प त क पालन का भाव ास तथा ए शया क कछ भाग पर

साधारण प स पड़ा शष यरोप न काफ समय तक इ ह नह अपनाया अठारहवी सद क म य म ास क क ष यव था का वणन करत ह ए हाटवल न

लखा ह क उस समय भी वहा पर खत को कवल दो या तीन भाग म वभािजत कया जाता था दोन तर क म ाम क पास चरागाह व वन छोड़ जात थ क ष औजार भी पहल जस थ धात क मजबत हल का योग आरभ नह हआ था सग (Threshin) मशीन भी काम म नह लाई जाती थी य क इ लड क मकाबल म ास म पजी क वकास क दर बह त कम थी इस लए क ष क म साधन क उ न त पर यान नह दया गया था ास म बा य यापार पर तबध लगाय जात थ अत अनाज इधर उधर नह भजा जाता था इस समय

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तक ास म आल क खती को पहल स अ धक मह व दया जान लगा था इसक खती ऐस चरागाह पर क जाती थी जो अठारहवी शता द म साफ कय गय थ ल कन इसका यह ता पय नह क ास क क ष पर इ लड म नय तर क का भाव बलकल भी नह पड़ा था कछ क ष वशष िजनम डहमल (Duhamale) पलटो (Palutteo) और ट ब ल (Tubelly) मख थ न इ लड म अपनाय गय क ष क आध नक तर क पर प तक लखी अथवा उनका चार कया अठारहवी शती क अ त म फसल क अदला बदल को उ तर ास क कछ भाग

म अपनाया गया था इसी समय इ ह इलाक म बड़ फाम पर ग न क खती आर भ क गई इसक कछ समय पहल पन स अ छ न ल क भड़ मगाई गई इन प रवतन क होत ह ए भी महान ा त तक ास म य प स एक क ष धान दश ह रहा जब क इस समय तक इ लड क ष व औ यो गक म उ लखनीय ग त कर चका था

शया पर भी इ लड क नवीन योग का ास क अप ा कछ अ धक भाव पड़ा अलबट थयर (Albert Thaer) न 1798 (Introduction to the knowledge of English Agriculture) नामक प तक लखी थयर व उसक अनया यय न फसल बोन क लय हल वारा भ म क गहर खदाई और नवीन औजार क योग क लय चार कया अठारहवी शती

क अ त क दशक म पव जमनी म अ छ न ल क भड़ लाई गई तलहन अ छ घास व बनौल उगाय गय तथा फसल क अदला बदल (Rotation) क णाल अपनाई गई ल कन अठारहवी शती क अ त तक भी जमनी क अ य इलाक म नवीन क ष को नह अपनाया गया कवल व फसल को अदला बदल (Rotation) को योग म लान लग थ अठारहवी सद क अ त म जमनी क पव भाग वशषकर साइल शया और स सनी म भी इस आर भ कया गया

उपय त वणन स प ट ह क अठारहवी सद म क ष क म इ लड म अभतपव उ न त ह ई तथा ास व जमनी क कछ भाग पर इसका भाव पड़ना आर भ हआ ल कन इस शती क अ त तक इटल पन स व पव यरोप क अ य दश पछड़ ह रह लगर व उसक अ य चार सहयो गय न अपनी प तक (Western Civilization) क वतीय िज द म लखा ह क वा तव म उ नीसवी शती म यरोप क अ धकाश भाग म म य यग क तरह ह खती क जाती रह इन दश म खती क लय योग म लय जान वाल प रवतन क त वरोध म य प स दो कारण स हआ य कारण थ- कषक म पर परागत तर क क त आ था और नवीन तर क का थानीय प रि थ तय क त अनकल न होना था इसका एक अ य कारण यह भी था क मन य क म क थान पर मशीन क योग को इन दश क सरकार न पस द नह कया य क व सामािजक व स नक आव यकताओ क कारण अ धक स अ धक जनस या को क ष पर ह नभर रखना चाहत थ

67 इ लड म नवीन क ष का भाव (1) क ष उ पादन म व अठारहवी सद क उ तराध म क ष क इन नय तर क स

क ष उ पादन म काफ व ह ई

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(2) बढ़ती ह ई जनस या क लय अ न क यव था इ लड क जनस या लगातार बढ़ती जा रह थी 1750 ई0 म इस दश क जनस या का अनमान 65 लाख था जो 1801 ई0 म 90 लाख 1831 ई0 म 190 लाख और 1851 ई0 म 180 लाख हो गई इस बढ़ती ह ई जनस या क कय अ न क बढ़ ह ई उपज काम म आई इस समय म इस जनस या का एक भाग िजसका अ न उपजान स कोई स ब ध नह था अथात जो शहर म रहता था और िजनम स काफ मन य औ यो गक इकाइय म काय करत थ को अ न दन म स वधा ह ई ल कन यहा यह बता दना उ चत होगा क अ न क उ पादन क यह व इ लड क बढ़ती ह ई आबाद क लय पया त स नह ह ई

(3) उ नीसवी शता द म नवीन क ष का व तार उ नीसवी शता द क म य म खत म रासाय नक खाद दन क प त का वकास हआ इस कार क उवरक स भी उपज म व ह ई 1834 म साईरस मककोर मक न फसल काटन वाल मशीन का आ व कार कया इसक बाद लोह का हल पाचा (घोड़ स खीचा जान वाला हल) तकदार हरा (पटरा) िजसस हल चलान क बाद भ म क टकड़ तोड़ जात थ आ द का आ व कार हआ समय क साथ साथ क ष म य का योग बढ़ता गया इन आ व कार न क ष को और उ नत कर दया

(4) पशधन म व अ छ न ल क भड़ व गाय क स या म व ह ई जड़ वाल सि जय क उगान स पशओ का सार साल चारा दना स भव हो गया वष भर ताजा मास मलन लगा इसक पहल चार क कमी क कारण सद क पहल काफ पश मार जात थ ल कन अब ऐसा नह कया गया दध क उ पादन म व ह ई

(5) द भ का अत तरहवी व चौदहवी सद तक इ लड म अकाल पड़त थ ल कन अब इन अकाल का पड़ना बद हो गया

(6) उ योग क लय मक क यव था चकब द क कारण जो कसान बदखल ह ए थ उनम स अ धकाश न कारखान म नौकर कर ल फल व प औ यो गक ा त का माग श त हआ

(7) नकद फसल का उ पादन औ यो गक ा त क समय इ लड म व उ योग का तजी क साथ वकास हआ इसक लय कपास क आव यकता ह ई नवीन णाल स कपास क ज रत को कछ हद तक परा कया गया

68 न कष जसा क पहल बताया जा चका ह क अठारहवी शती म इ लड क क ष क म

अपनाई गई नवीन प त न ास व जमनी क कछ भाग को ह वशष प स भा वत कया पोलड स बा कन दश आि या इटल पन व पतगाल आ द दश म इसका भाव काफ समय तक नह दखा गया हाटवल क अनसार आज भी यरोप क पव भाग म हम नवीन उपकरण व प त क साथ साथ ाचीन प त व उपकरण का योग दखन को मलता ह

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69 श दावल मनर (Manor)-साम तवाद यग का गाव फाम (Farm) - वशाल खत रोटशन ऑफ ॉ स (Rotation of Crops) - फसल क अदला बदल वनोईग (Winnowing) - आनाज को साफ करन क एक प त सफ (Serf) - सामत क अधीन कषक दास सग (Threshing) - अनाज को साफ करन क एक प त

एन लोजर (Enclosure) - बाड़बद अथवा चकबद

610 अ यासाथ न 1 अठारहवी शता द क पहल यरोप क दश म क ष यव था पर काश डा लय इस

शता द म इ लड म इसम या सधार कय गय 2 अठारहवी सद म इ लड म क ष क म नवीनीकरण क लय िज मवार

प रि थ तय का व लषण क िजय इस नवीन प त का इ लड तथा यरोप क अ य दश पर या भाव पड़ा

611 सदभ थ Books for Reference 1 Chapter by RR Enfield in the book 2 Emopean Civilization Its origin and Developmentrsquo Volume V

under the direction of Edward Eyre Oxford University Press London 1937

3 Chapter by RM Hartwell in the book lsquoThe Cambridge Modern History Volume IX (1793 ndash 1830)rsquo edited by CW Crawley Cambridge University Press London 1965

4 Brison D Gooch Europe in the Nineteenth Century The MacMillan Company London 1970

5 David Ogg Europe in the Seventeeth Century Hindi edition Jaipur 1967

6 Carlton JH Hayes Modern Europe to 1870 the MacMillan Company New York Sixth Print 1960

7 Langer Eadie Geanakoplos Hexter Pipes Western Civilization Volume II Harper and Row New York Second Edition 1975

8 Wallbank and Taylor Civilization Past and present Volume II Third Edition 1975

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इकाई 7 अठारहवी सद म यरोप म कषक व ोह

इकाई क परखा 70 उ य 71 पवाभास 72 इ लड म अठारहवी सद म बाड़ब द आ दोलन 73 ास म कषक क दशा 74 जमनी क रा य म सधार 75 आि या - हगर 76 स म व ोह (1703-1772) 77 स म 1773-75 का कषक व ोह 78 यरोप क अ य दश म ि थ त 79 साराश 710 बोध न 711 स दभ थ

70 उ य इस इकाई म आप अ ययन करग म य काल न यग स लकर स हवी सद क अ त तक साम तवाद यव था म

साम त क अ धकार व कषक क दशा कवल इ लड म कषक दास था का अ त चौदहवी सद स स हवी सद क कषक व ोह का उ लख इ लड म बाड़ब द आ दोलन

ास म महान ाि त क पहल कषक क दशा ा त क आर भ होन क बाद ामीण म सामत क नवास थान पर कसान क आ मण 1789 स 1792 ई0 तक कषक

दास क मि त क लय पा रत कय गय अ ध नयम जमनी क कछ छोट रा य म कषक दास क मि त क आदश तथा शा म 1807 स

1817 तक कषक क हत म कय गय ड रक महान क काय आि या - हगर सा ा य क बोह मया दश म 1768 स 1775 तक व ोह व उनक

कारण स ाट जोजफ क सधार क य न का साम त वारा वरोध स म कसान का दमन पीटर महान क शासन काल म कसान पर अ याचार

अठारहवी सद म आर भ स ह स क पव भाग म व ोह कषक का लगातार दमन 1773 ई0 म पन पव भाग म व ोह तथा उसक भयकरता इस व ोह म मक व गर सी जा त क मन य का साथ व ोह क असफलता क कारण

अ य यरोपीय दश म आ दोलन का न होना

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71 पवाभास अठारहवी सद क आर भ म यरोप क दश म कषक क दशा नवी शता द स लकर बारहवी शता द तक यरोप म साम तवाद यव था का जोर

रहा इस था म बड़ साम त व उपसाम त उन भस ता ज नत अ धकार का योग करत थ िजन पर पहल राजाओ का अ धकार था इस यव था म कषक क दशा अ य त शोचनीय थी य क यह था कषक क शोषण पर आधा रत थी तरहवी सद क श स साम तवाद का ास श हआ धम य क भाव यापा रक वग क उदय तथा रा य रा य क उ थान न

साम त क शि त कम क साम त क अ याचार स त होकर इ लड म कसान न सग ठत होकर साम त का वरोध आर भ कया 1348 ई वी म काल म य नामक एक महामार क कोप स यरोप क आधी जनस या म य का ास बन गई खती म काम करन वाल कसान व मजदर क भार कमी हो गई इ लड म कषक दास न अपनी महनत क लए उ चत पा र मक क माग क क त उनक आ दोलन को दबा दया गया 1381 ई0 म वाट टाईलर क नत व म इ लड क हजार कसान न व ोह कया इसम शि पय व कार गर न भी साथ दया ल कन यह व ोह कचल दया गया

इस समय इ लड म यापार क उ न त तथा पजी क वकास न ि थ त म प रवतन ला दया साम त न यह उ चत समझा क व कषक को भ म हल बल बीज आ द साधन दकर उनक उपज का एक नि चत भाग ल ल इस प त न कसान क मि त का माग श त कया सोलहवी सद क अ त तक इ लड म कषक दास क था लगभग समा त हो

गई ल कन कषक क सम याओ का पण प स अ त नह हआ इ लड क अ त र त यरोप क अ य दश म कषक दास क था च लत रह

ि मरनोव और कानाकोवा नामक दो सी इ तहासकार न लखा ह क स म चौदहवी सद म साम तवाद का और उ कष हआ तथा उनक अधीन काम करन वाल कषक क दशा और खराब हो गई पव यरोप क अ य दश म भी कषक क यह दशा थी प हवी सद म जमनी ास व पन म कषक न असफल व ोह कय प हवी सद म जमनी ास व पन म

कषक न असफल व ोह कय प हवी व सोलहवी सद म यरोप क जनस या बढ़न लगी क ष क म ाचीन तर क क योग क कारण अनाज क उ पादन म व नह ह ई इसका तकल भाव पि चमी यरोप क अप ा पव दश पर वशष प स पड़ा य क खराब

मानसन क फल व प पड़न वाल अकाल क समय वहा पर यातायात व सचार क दर यव था क कारण अ य दश स पया त मा ा म अनाज शी ता स नह मगाया जा सकता था प हवी सद म जमनी ास व पन म असफल कषक व ोह ह ए स हवी सद म ास म कई व ोह ह ए िजनम 1675 का जकर व ोह सबस भयकर था इसम ास क टनी दश क प चीस हजार कषक न भाग लया यह व ोह भी कचल दया गया स हवी सद क अ त तक भी कषक इसी कार स दःखमय जीवन यतीत करत रह इ लड को छोड़ कर सभी दश म साम त क अ याचार का अ त नह हआ 1789 क ासीसी ा त क समय ास म कसान को राजा साम त व चच को कर अदा करन क लय एक कसान को अपनी आमदनी का 80

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तशत भाग दना पड़ता था उस साम त क यहा अनक कार क बगार करनी पड़ती थी अ य मामल म भी साम त क वशषा धकार स वह त था

72 इ लड म अठारहवी सद म बाड़ब द आ दोलन अठारहवी सद म इ लड म क ष क म अनक नय योग कय गय ज ो हल

(1674-1740) वारा बीज बोन क लय एक य टाउनशड (1674-1738) क फसल को बदल बदल कर बोन क प त तथा पशओ क न ल व स या बढ़ान क लय राबट बकवल न 1770 क आस पास व ा नक जनन क प त क पालन न खती क उ पादन तथा पशधन को बढ़ान म उ लखनीय योगदान दया आथर यग (1741-1820) नामक एक धनी कसान न छोट-छोट खल खत को मला कर बड़-बड़ क ष फाम बनान का चार कया

बड़-बड़ फाम क चार और बाड़ लगाई गई 1760 स लकर 1815 क म य 956 बाड़ब द अ ध नयम बनाय गय जएल हम ड व बारबरा हम ड न लखा ह क पछल दो शताि दय म यरोप म शायद ह ऐसा कोई प रवतन हआ जो इसक समान मह व रखता हो एनफ ड क मत म व तत यह आ दोलन इ लड क यापा रक व औ यौ गक वकास स स ब धत था इसम एक ाम को आ म नभर बनान क थान पर मनाफा कमान क यव था को अपनाया गया अब फाम म उ पा दत अनाज को बढ़ती ह ई जनस या वाल नगर म भजा जान लगा इसन क ष को एक पजीवाद उ योग बना दया

इसम कोई सदह नह क बाड़बद स काफ मा ा म बकार पड़ी भ म म खती कया जाना स भव हो सका तथा बड़ फाम म नवीन प त स खती कय जान क फल व प भी क ष उ पादन बढ़ा ल कन बाड़ब द क कारण अनक छोट कसान को भ म छोडन क लय बा य होना पड़ा भ म स बदखल होकर व रोजगार क तलाश म शहर म चल गय

य य प हम इ लड म बाड़ब द क आ दोलन को व ोह नह मान सकत क त क ष क म यह एक मह वपण प रवतन था यह क ष क म ऐसा कदम था िजसन क ष को यावसा यक प द दया

73 ास म कषक क दशा 1675 ई0 क व ोह क बाद ास म महान ा त तक कसान का कोई और व ोह

नह हआ और न ह उनक दशा म कछ सधार हआ ासीसी ा त (1789) क समय चच लगभग प ह तशत साम त बीस तशत नगर क धनी यि त ततीस तशत भ म क वामी थ ास क आबाद का 85 तशत भाग खती पर नभर था ल कन उसक पास कवल

एक तहाई भ म थी इनक पास िजतनी भी भ म होती वह उनक प रवार क भरण पोषण क लय पया त नह थी उ ह राजा चच साम त आ द को कर दन पड़त थ आथर यग न 1787 स 1789 तक ास क ामीण का मण करक लखा था क आम तौर पर ासीसी कषक का मनोबल इतना कमजोर था क उस ऊचा उठाना सभव नह था व कवल

जी वत रह कर ह सत ट थ जलाई 1789 म बा तील (Bastille) क पतन क समाचार य ह ास क दहात म पह च वहा पर कसान न कल न वग क नवास पर आ मण कर दय इन आ मण म वशष प स उन द तावज को न ट कया गया िजनम उनक दासता

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क सा य उपल ध थ सभी कषक व ोह क भा त इस व ोह म भी कषक का एक ह ल य था व दासता स म त होना चाहत थ इस कार क कायवाह 1790 ई0 तक चलती रह

ास क रा य सभा न वशषा धकार क समाि त क अ तगत कानन वारा ास म कषक दास क था समा त कर द पहल कानन वारा भ- वा मय क सभी यि तगत अ धकार समा त कर दय गय और कषक को भ म का वामी माना गया दसर कानन म यह कहा गया क ास म भ म उसी तरह स वत रहगी िजस तरह स अब यहा रहन वाल यि त वत रहग अब एक कषक अपन खत म मनचाह तर क स खती कर सकता था तथा अपनी उपज को बच सकता था

य य प उपय त कानन क अनसार कषक दास था का अ त हो गया ल कन इनस कसान क स पण आशाए फल फत नह ह ई इन क अनसार साम त क अनक वशषा धकार जस सामत का भ म पर वा म व यि तगत अ धकार शकार व मछल पकड़न क अ धकार समा त कर दय गय तथा इनक बदल म कसान को कोई मआवजा अदा नह करन क आदश दय गय ल कन भ म का बकाया कराया और साम त को अदा क जान वाल अ य बाक दनदा रय को माफ नह कया गया इनक अदायगी करन क लय एक कसान को लगभग बीस वष का कराया अदा करना पड़ता था अतएव कसान म असतोष बना रहा 1792 व 1793 ई0 म इस कार क अदायगी को माफ कर दया गया

इस समय भ मह न कसान अथवा थोड़ी सी भ म वामी यह चाहत थ क चच स छ नी ह ई भ म उनम वत रतक जाय क त ऐसी भ म को सम कसान अथवा यापा रय आ द न खर द कर उ ह इसस व चत कया

74 जमनी क रा य म सधार अठारहवी सद म जमनी अनक रा य म वभािजत था सभी रा य म कषक अपनी

दशा स असत ट थ व कभी भी व ोह कर सकत थ अत कछ छोट रा य न कषक दास क था का अ त करन क लए कानन बनाय 1770 व 1780 क म य यक आफ सवाय न

अपन दश म कानन वारा इसको समा त कया शया जो क एक बड़ा रा य था म वहा क स ाट ड रक मकान न अपन अधीन भ म म कसान क कर व बगार क भार को कम कया 1786 ई0 म उसक म य तक इस दशा म उ लखनीय ग त नह ह ई 1807 स लकर 1817 ई0 तक शया म अनक आदश जार कय गय िजनक अनसार कषक अपन साम त को कछ रा श अथवा भ म का भाग दकर भ- वामी बन सकता था ल कन य आदश उन कसान पर लाग नह होत थ जो स दय स एक भ म पर खती नह करत थ अतएव इसका भाव सी मत ह रहा

75 आि या - हगर आि या - हगर क सा ा य म कषक क दशा अ यत शोचनीय थी यहा तक कहा

जाता ह क हगर व बोह मया म कसान पशओ क तरह रहत थ 1768 म बोह मया क कसान न व ोह कया इसक तर त बाद भी ऐस व ोह होत रह इनका चरमो कष 1775 क व ोह म दखा जा सकता ह कसान क म य शकायत का आधार यह था क सामा य

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वष म भी उनस भार कर वसल कया जाता था और असामा य वष (1765 और 1770) क बीच जब फसल बार बार खराब ह ई तब यह बोझ असहनीय हो गया उस समय आि या म म रया थ रसा का शासन था तथा उसका प जोजफ र ज ट क ह सयत स शासन का सचालन कर रहा था 1771 ई0 म जोजफ न बोह मया का दौरा कया कसान क ददशा को दख कर उसन सफा रश क क क ष दास था को समा त कया जाय य य प कसान का बोझ ह का करन क लय म रया थ रसा एक तदथ कानन बनान क प म थी ल कन वह इस था क स थागत अि त व पर आ मण करन क लय तयार नह थी स ाट बनन क बाद जोजफ न एक ल बी योजना क तहत कषक दास था को समा त करन का नणय लया उसन यह अनभव कया क इस था स रा य को अ धक आय नह rsquo होती थी कल न वग को कसान िजतना लगान दत थ उसका एक अश ह कल न वग रा य को दता था 1780 ई0 क अ यादश क अनसार उसन आि या - हगर म सामती उगाह का बोझ कछ कम कया तथा क ष दास को यह गारट द क व अपनी पतक भ म क उ तरा धकार मान जायग 1784 क अ यादश क अनसार भ म कर क दर को समान बनाया गया तथा वशषा धकार क नाम पर कसी भी वग को मलन वाल कर छट को समा त कया गया इसक लय उसन भ - सप त क सव ण का काय भी आर भ कराया िजसम पाच वष लग इस अव ध म वशषा धकार ा त वग न इस अ यादश का इतना वरोध कया क इस कभी लाग नह कया जा सका

इस कार साम तवाद क अ धकार को समा त करन म जोजफ असफल रहा

76 स म व ोह (1703-1772) स म क ष दास का दमन कया जाता था अ धक स अ धक काय लन क लय

कल न वग अपन अधीन कषक को दबा कर रखत थ 1649 ई0 म कसान क दमन स सबि धत सभी कानन को व ध स हता म सग ठत कया गया पीटर महान (1689-1725) क शासन काल म भी यह नी त अपनाई गई उसन बड़ी स या म कषक को कल न का दास बनाया 1703 ई0 म पीटर न एक नयी राजधानी बनान का काय आर भ कया सट पीटसबग क नमाण क लय स क भ न भ न भाग स कसान को लाया गया उनक रहन व खान क सम चत यव था नह क गई फल व प सह कसान मर गय उसन साम तवाद को नव विजत दश म भी लाग कया इसी समय यराल दश म लोह उ योग वक सत हो रहा था वहा पर भी बड़ी स या म कसान व मक को भजा गया द ण व द ण पव स म रहन वाल मक न करो क भार तथा अ नवाय स नक व मक क भत क अ यायपण काय क व व ोह आर भ कया यह व ोह भ न भ न थान पर भ न भ न समय म ह ए इनम स सबस लोक य व ोह अठारहवी सद क थम दशक म अ ाखान वश क रया और डान दश म हआ 1705 ई0 म अ ाखान क व ोह न भयकर प धारण कर लया क त उस दबा दया गया 1707 ई0 को डान म ह ए व ोह म म य प स कसान न भाग लया इनका नता क ाट बलावीन था शी ह यह व ोह सम त

द ण पव स म फल गया बलावीन न गर सी जा तय का सहयोग ा त करन क भी

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को शश क जलाई 1708 ई0 तक चलता रहा 1709 व 1710 ई0 म इस दश म यदा कदा व ोह होत रह ल कन पीटर न इन व ोह को दबा दया 1714 ई0 क एक आदश वारा उसन भ म पर साम त क अ धकार को वशोगत बना दया भखमर क कारण भ म

छोड़ कर भागन वाल कषक को ढढ कर लान व उ ह सजा दन का ब ध कया गया इस कार स म अठारहवी सद म साम त को और अ धकार दय गय य य प कथ रन महान को एक ब नरकश शासक माना जाता ह ल कन उसन

कषक दास क भलाई क लय कछ नह कया 1765 ई0 म साम त को अ धकार दय गय क व कषक को सजा द सक उनम असतोष क वाला फर स भड़क उठ

77 स म 1773-1775 का कषक व ोह सरकार वारा साम त क ि थ त ढ़ करन और कषक पर उनक अ धप तय क बढ़त

ह ए अ याचार क कारण दोन वग म कटता और बढ़ गई सी सा ा य क पव भाग म कषक क अ त र त खान व लोह क कारखान म काम करन वाल मक भी अपनी दशा स असत ट थ इस म गर सी जा तया तातार मोर डो वयन चवा श (बईनऔम) और बश कर क कसान भी भ म छन जान क कारण सरकार क व हो गय थ गर ब कोसक (Cossack) म भी असतोष बढ़ रहा था

मई 1773 ई0 म डान दश का रहन वाला थम लयन पगाचोव नामक एक कोसक जो कई बार जल म सजा भगत चका था कारागह स भाग नकला उसन वय को स का स ाट घो षत कया तथा पीटर ततीय क उपा ध धारण क कोसक व भ म छोड़ कर भाग ह ए कषक न उसका साथ दया आर भ स ह पगाचोव न कषक को अ याचार का मकाबला करन क लय उकसाया तथा उनक दशा सधारन क लय य न करन का वचन दया शी ह उसका साथ यराल क मक न दया उ ह न अपन कारखान स बदक व ो हय को द तथा काफ मा ा म कारखान क बाहर ब दक बनाई दस बर 1773 तक ओरनबग पम और स ब क क दश म भी यह व ोह फल गया तथा गर सी जा तय क सद य भी इसम सि म लत हो गय मक तथा गर- सय का कसान का साथ दन स ि थ त ग भीर हो गई माच 1774 म ला त चवो (Tatishchevo) क कल पर शाह सना न पन अ धकार कर लया इसी समय उफा म भी व ो हय क हार ह ई पगाचव यराल क पहाड़ म चला गया ल कन यहा पर भी वह परािजत हआ अब वह वो गा क नकट क दश क ओर मड़ा वहा पर उस कषक व गर सय का समथन मलन क आशा थी जन 1774 म उसन कजान क शहर को जीत लया एक बार फर हार कर पगाचव न वो गा नद को पार करक डान दश म पह चन क को शश क इस बीच सना उसका बराबर पीछा कर रह थी पगाचव को गर तार कया गया तथा जनवर 1775 म उस तथा उसक कछ सा थय को फासी द गई उसक गर तार क थोड़ समय बाद व ोह शा त हो गया

पगाचव क हार क न ना कत कारण थ - (1) व ोह म भाग लन वाल व भ न त व म वह एकता कायम नह रख सका

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(2) व ो हय क द त अनक थान पर तनात कर दय गय थ अतएव व सग ठत होकर नह लड़ सक

(3) उनक पास श क कमी थी (4) शाह सना क शि त उनस कह अ धक थी (5) उसम सगठन क मता का अभाव था (6) उसन अपन अनया यय क सामन उनक दशा सधारन क लय एक काय म क

प ट परखा नह बनाई थी प रणाम 1773-1775 ई0 क व ोह क प रणाम कषक क लय हतकार स नह

ह ए कथ रन वतीय न 1775 ई0 म एक अ यादश वारा ा त का पनगठन कया यह नई यव था पहल क अप ा अ धक क कत व नरकश बनी सी सा ा य क सीमावत ात जहा पर गर सी काफ स या म रहत थ सभी कार क वाय ता क अ धकार को

समा त कया गया 1785 ई0 म साम त को एक चाटर (Charter) दान कया गया इसम उन सब अ धकार क पि ट क गई िजनका क उस समय व योग करत थ उ ह अपन सगठन बनान का अ धकार भी दया गया इन सगठन पर गवनर को नर ण क अ धकार दय गय

अठारहवी सद म स म कषक न बार बार व ोह कय इसका म य कारण स क जार क कषक वरोधी नी त थी उ ह न समय पर साम त क शि त ढ़ करन तथा कषक क दमन करन क लय कानन बनाय आम तौर पर अठारहवी सद म स क कषक व ोह उसक पव भाग म ह ए जहा लोह क खान व कारखान म मक काम करत थ तथा गर सी जा तया नवास करती थी अतएव अ धकाश कषक व ोह म उपय त त व न भी भाग लया य व ोह सग ठत न होन क कारण असफल रह वा तव म व सी सा ा य क शि त क आग सफल भी नह हो सकत थ

स म कषक क शोचनीय दशा उ नीसवी सद क ार भक छ दशक तक बनी रह 1861 म स ाट एलकजडर वतीय न स म एक अ ध नयम वारा कषक दास क था को समा त करन क घोषणा क य य प यह अ ध नयम अपन उ य म पण प स सफल नह हआ क त फर भी यह कसान को साम त क अ याय स बचान क दशा म एक मह वपण कदम था

78 यरोप क अ य दश क ि थ त अठारहवी सद म पन पतगाल व इटल म कषक क दशा म वशष प रवतन नह

हआ य य प व साम त क अ याय स पी ड़त रह क त उ ह न साम त था क अ त क लय कोई आ दोलन नह कया बा कन दश म इसी कार क दशा थी उस समय वहा पर तक का रा य था तथा व पराधीनता का जीवन यतीत कर रह थ इन सभी दश म क ष अ य त पछड़ी ह ई दशा म थी तथा वहा क कषक आ दोलन करन क ि थ त म नह थ हाल ड डनमाक व वडन जो क इ लड क नकट थ म भी इ लड क तरह बाड़ब द क

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गई तथा वहा पर नवीन क ष प तय का अनसरण कया गया इसस वहा क कसान क दशा कछ हद तक सधर इन दश म भी अठारहवी शता द म कोई आ दोलन नह हआ

79 साराश चौदहवी सद तक इ लड म साम तवाद का बोलबाला था तथा कषक क दशा शोचनीय

थी ल कन सोलहवी सद तक इ लड म कषक दास क था समा त हो गई यरोप क सभी दश म कषक दास क था अठारहवी सद क आर भ तक बनी रह प हवी सद म जमनी ास व पन तथा स हवी सद म ास म असफल व ोह ह ए

अठारहवी शता द म इ लड म क ष क म नवीन प त का वकास हआ तथा बाड़ब द क गई ल कन हाल ड ास व ए शया क कछ भाग को छोड़ कर शष यरोप म खती ाचीन तर क स ह होती रह साम त क अ याय भी यथावत बन रह

ासीसी ा त क आर भ होन क बाद कषक न साम त क नवास थान पर आ मण करक अपनी दासता क सा य को न ट कया 1789 ई0 म रा य सरकार न सामतो स मि त दलान क लय दो कानन पास कय 1792 व 1793 ई0 म भी इस दशा म य न कय गय

आि या - हगर सा ा य क बोह मया दश म 1768 स 1775 तक बार बार कसान क व ोह ह ए य य प वहा क स ाट जोजफ न कषक को कछ रयायत द ल कन वशषा धकार ा त वग क वरोध क कारण उसक आदश को लाग नह कया जा सका

स क शासक न साम त का समथन ा त करन क लय समय समय पर उ ह अ धकार दान कय तथा कषक का दमन कया 1705 ई0 स लकर 1775 ई0 तक स म कषक क अनक व ोह ह ए इनम स पगाचव क नत व म 1773-75 का व ोह सबस भयकर था य व ोह स क पव भाग म ह ए इन व ोह म खान व कारखान म काम करन वाल मक तथा गर सी जा तय न भाग लया असग ठत होन तथा व ोह म भाग लन वाल त व म एकता क अभाव म य सब व ोह असफल रह इन व ोह क बाद भी स क शासक न दमन क या जार रखी

य य प यरोप क अ य दश म कषक क -ि थ त खराब थी ल कन तहा पर कोई आ दोलन नह ह ए

710 बोध न 1 अठारहवी सद क आर भ म कषक क दशा का वणन क िजए इस शता द म

आि या - हगर म ह ए कषक आ दोलन का व ोह का ववचन क िजए 2 अठारहवी सद म कषक क त स क शासक क ि टकोण का व लषण

क िजए इस सद म स म ह ए कषक व ोह का स त वणन करत ह ए कषक व ोह का स त वणन करत ह ए उनक असफलता क कारण क ववचना क िजए

3 न न ल खत वा य को पढ़ कर उनक स मख सह () या गलत () का नशान लगाईय

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(1) ासीसी ा त क आर भ होन क बाद कषक न साम त क नवास थान पर आ मण करक उन द तावज को न ट कया जो उनक दासता क सा य थ

(2) आि या का स ाट जोजफ साम तवाद क अ धकार को समा त करन म सफल रहा

(3) अठारहवी शता द म स म कषक क अनक व ोह ह ए (4) अठारहवी सद म स क अ धकाश कषक व ोह क बाद वहा क सरकार न

उनक ि थ त म सधार कया

711 सदभ थ 1 पाथसारथी ग ता (स पादक) यरोप का इ तहास वतीय स करण 1987 नई

दहल 2 Peter Gay and RK Webb Modern Europe Harper and Row

New York 1973 3 History of the USSR Part I (English Translation) ndash From the

Earliest Times to the Great October Socialist Revolution Progress Publishers Moscow 1977

4 Chapter VI and VII Written by MP Vyatkin and AG Mankow on Early Eighteenth Century and Second Half of the Eighteenth Century Robert Briggs ndash Early Modern Europe 1560-1718 Oxford University Press 1977

5 Edward Eyre (Director) ndash European Civilization ndash Volume V Oxford University Press London 1977

6 Montague Fordham ndash The European Peasantry 1600-1914 7 RR Enfield European Agriculture since 1750

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इकाई-8 नगर व शहर का वकास एव म नगर करण

इकाई क परखा 80 उ य 81 तावना 82 ाचीन काल क नगर क आबाद व बनावट 83 नगर क आबाद म व व उसक आकड़ 84 जनस या म व क कारण 85 ाम स नगर क ओर पलायन 86 नय नगर का व प 87 प रणाम 88 साराश 89 बोध न 810 सदभ थ

80 उ य इस इकाई क अ ययन स आप समझ पायग क यरोप म नगर व शहर का वकास

कस हआ नगर करण क इस या स ामीण जीवन कस भा वत हआ तथा नगर करण क या प रणाम ह य

81 तावना ाचीन काल क नगर एव नाग रक वारा अ धकार क ाि त हत कय गय य न

रोम व यनान क स यता क इ तहास म अनक नगर रा य का उ लख मलता ह इटल व यनान क ऐस नगर क अ त र त रोमन सा ा य क व भ न भाग म भी नगर क अि त व क बार म जानकार मलती ह उस काल म ऐस नगर कसी राजा अथवा साम त क गढ़ क चार ओर बसाय जात थ य नगर ाम स कछ बड़ होत थ तथा इनक आबाद भी गाव स अ धक होती थी अपन अ धप त क त नगर क नवा सय को लगभग उ ह दा य व का पालन करना पड़ता था जो क गाव म कषक दास (Serf) करत थ धम य और रा य रा य क उदय क कारण सामत क शि त ीण होन लगी इस काल म वा ण यवाद का उदय व व तार भी हआ नाग रक न साम त को बा य कया क वह यक प रवार स कर वसल न करक सम त नाग रक स साम हक प स कर वसल कर उ ह न अपन-अपन नगर क बाजार का ब ध भी अपन हाथ म ल लया अपन अ धप त क अदालत म ववाद का नपटारा करान क थान पर व अपनी बनाई गई अदालत म मकदम क सनवाई और फसल करन लग ऐस सब अ धकार क स ब ध म उ ह न राजा अथवा साम त स चाटर (Charter) ा त कय इ ल ड म यापा रय क सगठन न साम त को वपल धनरा श अदा कर य अ धकार ह तगत कय ास व नीदरल ड म नाग रक क सगठन को क यन

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(Commune) कहत थ इन क यन न अपन साम त क व सफलतापवक व ोह कय जमनी म अनक नगर न मलकर ऐस अ धकार लय तथा साम हक सर ा क लय ब ध भी कय इस समय म कछ भावशाल पाद रय ( बशप) न भी कछ नगर बसाय इ ह बसात समय उ ह न नाग रक को उनक अ धकार क स ब ध म चाटर दान कय

82 ाचीन काल क नगर क आबाद व बनावट हज क अनसार चौदहवी सद क अ त म यरोप क अ धकाश नगर क आबाद अ धक

नह होती थी पाच हजार क आबाद वाला नगर बड़ा माना जाता था इसस भी अ धक आबाद वाल नगर थ ल कन उनक स या अ धक नह थी यहा तक क लदन प रस स वल व नस यबक रोम आ द जस बह त बड़ नगर क आबाद एक लाख स कम थी यरो पयन दश क अ धकाश जनस या नगर क अप ा ाम म अ धक थी

उस समय क नगर क नवासी यापार क साथ बागवानी व छोट पमान पर क ष करक अपना जीवन यापन करत थ आम तौर पर एक नगर क चार ओर मजबत ाचीर होती थी और अनम त प क वारा ह एक नगर क व भ न दरवाज स शहर म वश मलता था नगर क चारद वार क अ दर व भ न कार क मकान होत थ जो एक दसर स सट ह ए होत थ इसम चच टाउन हाल व यापा रक तथा कार गर क सगठन क इमारत भ य होती थी सड़क चौड़ी नह थी ग लया इतनी सकड़ी होती थी क उनम स घोड़ा गाड़ी आ द क ठनता स गजरत थ ग लय व बाजार म पानी क नकास क लय ना लय का ब ध नह होता था यक नगर म एक थानीय स था होती थी रात म नगर क दरवाज ब द कर लय जात थ शा त व स यव था बनाय रखन क लय प लस नय त क जाती थी ल कन उनक स या बह त कम होती थी

83 नगर क आबाद म व व उसक आकड़ चौदहवी सद स इन नगर क आबाद बढ़न लगी समय क स य साथ अनक कारण

स पहल स था पत नगर क आबाद बढ़ती गई यहा तक अनक थान म मन य नगर क चारद वार क बाहर भी बस गए प हवी सद क बाद क यग म यरोप म कई अनक नय नगर बस तथा कछ परान नगर क सम न ट हो गई ल कन फर भी 1830 म यरोप म नगर क अप ा ामीण म मन य अ धक स या म नवास करत थ इटल व ास स उसक कल जनस या क साठ तशत ए शया म स तर तशत पन म न ब तशत और स तथा पव दश म पचानव तशत आबाद गाव म रहती थी य - य इन दश म

औ यो गक वकास क ग त म तजी आती गई य - य गाव स मन य अ धका धक स या म शहर म आन लग

म य यग क अ त व आध नक यग म नगर क वकास क अनक कारण ह इनम सबस मख कारण यरोप क सभी दश म जनस या क लगातार व होना ह ोफसर कार साडस न 1300 व 1600 ई0 म यरोप क व भ न दश क जनस या क न ना कत आकड़

तत कय ह

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-स दश का नाम जनस या 1300 ई0 1600 ई0 1 इगल ड चाल स लाख पसठ लाख 2 ास 1 करोड़ 40 लाख 1 करोड़ साठ लाख 3 पन व पतगाल साठ लाख 1 करोड़ 4 जमनी (नीदरलड क साथ) 1 करोड़ 50 लाख 2 करोड़ तीस लाख 5 डनमाक दस लाख छ लाख 6 वडन छ लाख - 7 नाव तीन लाख - 8 इटल 1 करोड़ यारह लाख 1 करोड़ तीस लाख

इसस प ट ह क चौदहवी स स हवी सद म अनक दश क जनस या म व ह ई स हवी सद क बाद जनस या क व क दर और बढ़ गई य - य व भ न दश म औ यो गक वकास क ग त बढ़ य - य जनस या क व क दर भी बढ़

चौदहवी सद स यरोप म जनस या क बढ़न क कारण का स त म व लषण करना आव यक ह य क नगर करण म व स इसका घ न ठ स ब ध ह

84 जनस या म व क कारण 1 पर परागत धारणाओ का अत कार साडस क अनसार म य यग म ईसाई समाज

म शर र क प व ता (Celebeoy) को एक न तक कत य माना जाता था य क मन य क जीवन म न तकता का अ य त मह व था ल कन अनक ईसाई सत न खल बसी (Celebacy) पर जोर दत ह ए भी यह माना था क अ धकाश ि य व प ष को शाद कर लनी चा हए फर भी कछ मन य अ ववा हत ह रहत थ पनजागरण क समय स यह धारणा कमजोर पड़ती गई

2 भयकर रोग क कोप म कमी ाचीन काल स ह लग व हजा भयकर रोग स यरोप क दश म बड़ी स या म मन य म य क ास बन जात थ अतएव म य दर अ धक थी अनक शश भी बा याव था म मर जात थ ल कन प हवी शता द स औष ध व ान म नर तर ग त होती गई फल व प लग व हजा आ द का कोप बह त कम हो गया शश भी अ धक स या म जीन लग इसस ज म दर बढ़ती गई म य दर क कम होन तथा ज म दर क बढ़न स आबाद म व ह ई

3 द भ का अ त लगभग स हवी शता द तक वषा क अभाव म फसल खराब हो जाती थी तथा द भ क कोप स काफ मन य मर जात थ क ष क ldquoनवीन प तrdquo क योग स अ न का उ पादन बढ़ता चला गया फल व प अकाल का कोप समा त हो गया

4 यापार म उ न त वा ण यवाद क उदय व व तार स अ तदशीय व वदशी यापार म व ह ई यापा रक काय क लय अ धक यि तय क आव यकता पड़न लगी अब वा ण यवाद क समथक क साथ रा य क सरकार भी

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जनस या म व चाहन लगी वा ण यवाद क वशष - व लयम टपल डवीनट आ द न रा य को इस ओर कदम उठान क लय रत कया अनक रा य न ववा हत यि त को कर म छट द तथा अ ववा हत यि त पर अ त र त कर लगाय कह -कह पर बड़ प रवार वाल यि त को रा य क तरफ स आ थक सहायता भी द जान लगी

5 क ष उ पादन म व ाचीन व म य यग म यरोप म एक नगर क सम उसक आस-पास क म अनाज क उ पादन पर नभर रहती थी यातायात क क ठनाईय क कारण दसर थान स अनाज नह लाया जा सकता था एक ओर तो क ष उ पादन म व न अकाल को लगभग समा त कर दया तो दसर ओर यातायात क साधन न यह सभव कर दया क दर-दर स अनाज मगाया जा सक अतएव अब नगर अपन आस-पास क क अनाज क उ पादन पर नभर नह रहा वह अपनी बढ़ती ह ई जनस या क लय अनाज का ब ध कर सकता था

6 स नक आव यकताए यरोप क व भ न दश पार प रक सघष म लग रहत थ इ ल ड क पहल ास और बाद म हाल ड क साथ त पधा व तीस वष य य (1618-1648) इसक उदाहरण ह ास क लई चौदहव (1643-1715) न ास को य म उलझाय रखा स क पीटर महान न व तारवाद नी त अपनाई इन य क लय स नक क आव यकता बनी रहती थी अत सब दश यह चाहत थ क उनक जनस या म व हो ता क उ ह अ धक स नक मल सक

7 औ यो गक वकास इ ल ड म औ यो गक वकास क फल व प जनस या म व ह ई अठारहवी शता द क उ तराध और उ नीसवी सद म यरोप क अ य दश म यह या आर भ हो गई तथा उनक जनस या भी बढ़ती गई अठारहवी सद क म य व उ नीसवी सद क अ त तक यरोप क जनस या म तीन गनी व ह ई

85 ाम स नगर क ओर पलायन नगर करण क एक वशषता गाव स शहर क ओर मन य का पलायन था इ ल ड

म इस कार का पलायन वा ण य क वकास स आर भ हआ क ष क उ न त तथा औ यो गक ा त क समय इसम व ह ई अ य दश म भी यापार क ष व उ योग क वकास क समय इस कार क व त दखन को मलती ह म य यग व आध नक यग क आर भ तक यरोप क यक दश म नगर क आबाद क मकाबल म ामीण क आबाद बह त अ धक थी 1830 इ वी म इटल व ास म कल जनस या का साठ तशत शया म स तर तशत पन म न ब तशत और स तथा पव यरोप क दश म 95 तशत ामीण म रहता था

1851 म इ ल ड म पहल बार ाम क मकाबल म शहर क आबाद अ धक दज क गई इस समय म यरोप म प चीस नगर ऐस थ िजनक आबाद एक लाख क लगभग थी इनम स चार इ ल ड तथा एक काटलड म था इसम लदन क आबाद जो 1800 म एक

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लाख थी 1830 म डढ़ लाख हो गई थी इ ल ड को छोड़ कर शष यरोप म प रस क त त नया सट पीटसबग नप स वयना मा को ब लन एम टडम डि लन ह बग वारसा मलान रोम म ड पलरन व नस लयो बडाप ट मास लज व बास लोना क नगर क आबाद पचास हजार स लकर तीन लाख तक थी

उ नीसवी सद क उ तराध तथा बीसवी सद म नगर क आबाद बढ़ती गई तथा ाम क जनस या म कमी आई इस अव ध म एक ओर नगर क आबाद बढ़ और दसर तरफ काफ स या म भ मह न कषक कशल कार गर व मक गाव स नगर म आय

नगर क आबाद म व तथा वहा गाव स मन य क लगातार आगमन का प रणाम यह हआ क 1914 म इ ल ड म उसक कल जनस या का 80 तशत ास म 45 तशत स कछ अ धक तथा जमनी म 60 तशत यि त शहर म रहत थ इस समय म स पोल ड व डनमाक म लगभग एक तहाई जनता शहर म रहती थी 1850 क बाद बड़ शहर क आबाद म वशष प स तजी क साथ व ह ई पहल प चीस नगर को बड़ा माना जाता था ल कन 1914 म ऐस पचास नगर थ िजनक आबाद एक लाख स अ धक थी

ाम स नगर क ओर मन य क पलायन क लय न ना कत प रि थ तय िज मवार थी

1 कषक दास क मि त म य यग म जमीदार न क ष म होन वाल घाट स बचन क लय यह उ चत समझा क व कषक को हल बल आ द साधन द कर तथा उनस फसल क एक नि चत भाग लकर भ म का त क लय द द इस प त स एक ओर तो जमीदार सभा वत नकसान स बच गय तथा दसर ओर कसान जमीदार क त अ य दा य व स म त हो गय फल व प इ ल ड म धीर-धीर कषक म त हो गय सोलहवी सद तक वहा पर कषक दास (Serfdom) क था लगभग समा त हो गई अब ाम स अनक कसान शहर क ओर चल गय

2 खत क बाड़ बद इ ल ड म तथा कछ समय बाद ास व जमनी क कछ भाग म छोट-छोट खत को मला कर बड़ खत (farms) बनाय गय इसस अनक गर ब कसान भ मह न हो गय तथा रोजगार क तलाश म नगर म आय

3 अ तरा य यापार का वकास वाल बक व टलर क अनसार प हवी सद म इ ल ड एक मह वह न यापा रक रा था ल कन सोलहवी सद म इगल ड का यापार बढ़न लगा इसी समय म पि चमी यरोप क कछ दश का यापार भी बढ़ा अ तरा य यापार क क आ त रक भाग क नगर थ जहा बाहर जान वाला माल इक ा कया जाता था ल कन इनस भी अ धक हलचल उन ब दरगाह पर होती थी जहा स जहाज बाहर जात थ अतएव ऐस थान पर रोजगार क लय गाव स काफ मन य आकर बस

4 औ यो गक वकास इगल ड म औ यौ गक ा त क समय कारखान को बड़ी मा ा म मजदर क आव यकता ह ई गाव स भ मह न कषक कार गर मक व बकार यि त शहर क कारखान म काम करन आय

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86 नय नगर का व प ाचीन नगर क चार द वार क बाहर भी मन य मकान बना कर रहन लग धीर-धीर

अनक नगर म सर ा क य ाचीर तोड़ द गई औ यो गक वकास क ग त म तजी क फल व प िजन नगर क आबाद बढ़ रह थी

व नगर आस पास क दहात तक फल गय यहा तक क ऐस दहाती नगर क समह बन गय ऐस थान म नगर तथा ाम क म य का अ तर लगभग समा त हो गया इस कार का प रवतन इगल ड तथा जमनी औ यो गक दश म प ट प स दखा जा सकता

था कछ थान पर गाव न नगर का प धारण कर लया य क इन थान पर यापार

अथवा उ योग क क खल गय थ इगल ड म इस कार क या का भाव सबस अ धक हआ

इगल ड म राजधानी क अ त र त अ य थान पर भी नगर का वकास हआ ल कन यरोप म रा य क राजधा नय क आबाद ह वशष प स बढ़

87 प रणाम 1 म यम वग का उदय नगर करण क व तार क यग का सबस मह वपण प रणाम

इन नगर म म यम वग का उदय था लगर न लखा ह क नाग रक जीवन स नवो दत म यम वग का सबस घ न ठ स ब ध था यह कहना क ठन ह क इस बज य (Burgeoise) वग म कस कार क यि त सि म लत थ कवल यह कहा जा सकता ह क आम तौर पर म यम वग क सद य गर क ष काय तथा कशल कार गर क काय क अ त र त अ य काय स ा त आमदनी स अपनी जी वका चलात थ उनक पास न तो क ष क लय काफ भ म होती थी और न ह व मक बन कर कमा सकत थ

मा यम वग को भी उ च व न न णी म वभािजत कया जा सकता ह उ च वग म बड़ यापार उ योगप त बकर धनी नवषक और अ छ आय वाल यवसाय म काम करन वाल यि त थ न न म यम वग क सद य उ च वग तथा म यम वग क उ च णी क यि तय क आव यकताओ को पर करत थ इनम दकानदार कशल कार गर बक सरकार द तर औ यो गक व यापा रक त ठान म काम करत थ वक ल कलाकार व ब जी वय को भी इसम सि म लत कया जा सकता ह

इस म यम वग न यरोप क यक दश क राजनी त म मह वपण भ मका अदा क य य प उ च म यम वग क सद य सतोष पण जीवन यतीत करत थ ल कन न न म यम वग को आ थक क ठनाइय का सामना करना पड़ता था

2 मक का दखमय जीवन यरोप क नगर क औ यो गक त ठान तथा क ष फाम म एक बड़ी स या म मक को नौकर द गई फ ट रय म काम करन वाल मजदर क दशा अ य त शोचनीय थी उनक रहन क उ चत यव था नह क गई थी व तग ग लय और बना हवादार मकान म रहत थ इसस उनक तथा उनक प रवार क सद य पर बरा असर पड़ता था शहर म काम करन वाल अ य अकशल मक क दशा भी खराब थी

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3 नगर का बतरतीब वकास लगभग यरोप क सभी नगर का वकास बना कसी योजना क हआ पहल स ह नगर म तग ग लया व कम चौड़ी सड़क थी अब य बढ़ती ह ई आबाद क लए क ठनईय पदा करन लगी शहर क चारद वार क बाहर भी मकान का नमाण बतरतीब ढग स हआ थानीय स थाए उन पर कोई नय ण नह रख सक

4 वा य पर बरा असर यह पहल बताया जा चका ह क म यकाल क आर भ क नगर म पानी क नकास क सम चत यव था नह थी तथा शहर म गदगी रहती थी इसस नाग रक क वा य पर बरा असर पड़ता था परान नगर क वकास तथा नय नगर क थापना क समय इस सम या पर यान नह दया गया समय क साथ साथ यह सम या

ग भीर होती चल गई अनक ग द बि तया (Slums) बनी फल व प मन य व भ न बीमा रय स त होन लग

5 अपराध क स या म व शहर बरोजगार क स या धीर धीर बढ़ती गई इसन शहर म रहन वाल मन य म अपराध क व त को ज म दया अथवा उसको उकसाया

6 मान सक तनाव ाम क अप ा शहर का जीवन अ धक तनाव पण होता ह एक नाग रक अपनी ज रत को पर करन म वय को असमथ पाता ह और मान सक तनाव का शकार हो जाता ह

ल कन शहर क उ थान व वकास क अनक लाभ भी थ 1 ब जीवी वग का वकास ाम क अप ा शहर म रहन वाल ब जी वय क

स या अ धक थी य ब जीवी आपस म मलत भी रहत थ फल व प नगर म सा ह य व कला का वकास हआ

2 व ा नक ग त यरोप क नगर म व ा नक अनसधान क क खोल गय इसम अनसधान क स वधाए उपल ध कराई गई इसस व ा नक म ग त ह ई

3 सामािजक आ थक व राजनी तक प रवतन क क यरोप क सभी नगर सामािजक राजन तक व आ थक ा त क क बन गय वहा पर इन म काफ हलचल होती रहती थी तथा व मल कर कसी भी अ याय का वरोध करन क लय शी सग ठत हो जात थ

शहर और ाम क स यता म अ तर अभी तक व यमान ह गाव क नवासी शा तपण जीवन यतीत करत ह ल कन शहर क नवा सय का जीवन बा य आडबर व तड़क भड़क स प रपण होता ह अतएव शहर म रहन वाला सदव कसी न कसी कार क तनाव स त रहता ह शहर क कोलाहल पण जीवन म उस शा त नह मलती ल कन वह इस जीवन का अ य त हो जाता ह

88 साराश इस इकाई म आपन यरोप क ाचीन काल क नगर क ि थ त का अ ययन कया

तथा यापा रक सगठन व क यन वारा साम त स अ धकार प (ब तजमत) ा त करन क बार म जानकार ा त क उस समय क नगर क आबाद व बनावट क स ब ध म यह मालम हआ क व बतरतीब बन थ तथा उनक आबाद पाच हजार स एक लाख तक थी

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यरोप क कल जनस या म स अ धकाश ाम म ह रहती थी ल कन 1300 स 1600 ई0 क म य शहर क आबाद बढ़ इसका म य कारण सभी थान पर जनस या म व थी इसक साथ यह भी जाना क इसक या कारण थ ाम स नगर क ओर काफ स या म यि तय क पलायन स नगर क जनस या बढ़ 1851 क बाद व भ न नगर क आबाद क आकड़ स ात होता ह क उस समय एक लाख स अ धक आबाद वाल शहर क स या 25 थी नय नगर क व प क अ ययन स ात हआ क इ ल ड व शष यरोप क नगर क ि थ त व वकास म अ तर था नाग रक जीवन क लाभ और हा नय क बार म अ ययन करन स यह मालम होता ह क ामवा सय क अप ा शहर जीवन अ धक तनावपण होता ह

89 बोध न 1 ाम स नगर क ओर पलायन क या कारण थ 2 यरोप क नगर म मन य को कन क ठनाइय का सामना करना पड़ा 3 यरोप क जनस या म व क कारण का व लषण द िजए चौदहवी सद स

यरोप क दश म इसन नगर करण को कस कार स भा वत कया

810 सदभ थ 1 Chapter by RR Enfield in the book lsquoEuropean Civilization ndash Its

origin and Developmentrsquo Volume V under the direction of Edward Eyre Oxford University Press London 1937

2 Chapter by RM Hartwell in the book lsquo The Cambridge Modern History Volume IX (1793-1830) edited by CW Cramley Cambridge University Press London 1965

3 Brison D Gooch Europe in the Nineteenth Century the Macmillan Company London 1970

4 David Ogg Europe in the Seventeenth Century Hindi edition Jaipur 1967

5 Carlton JH Hayes Modern Europe to 1870 The Macmillan Company New York Sixth Print 1960

6 Langer Eadie Geanakoplos Hexter Pipes Western Civilization Volume II Harper and Row New York Second Edition 1975

7 Wallbank and Taylor Civilization ndash Past and Present Volume II Third Edition 1975

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इकाई-9 कारखाना और मजीवी वग

इकाई क परखा 90 उ य 91 फ टर स टम

911 फ टर या ह 912 फ टर स टम कस श हआ 913 एक का प नक फ का काय व यास

92 फ स टम एवम औ यो गक ा त 93 फ स टम का सामािजक असर 94 बराइया 95 बराइय को दर करन क यास एवम समाधान

951 ससद य यास 952 समाज सधार और अबधनी त 953 सधारक य न जार रह 954 सडलर क य न 955 एशल का कानन

96 समाज और सामािजक प रवतन 97 साराश 98 अ यासाथ न

981 अश पर छोट सवाल 982 सार इकाई पर सवाल

99 ास गक पठनीय थ

90 उ य लगभग 1750 स लकर 1850 तक क काल को पि चम यरोप म औ यो गक ा त

का काल माना जाता ह अ य इकाइय म तमन औ यो गक ा त क बार म व तार स पढ़ा होगा अ य बात क अलावा औ यो गक ा त का सबध उ पादन क लए एक नए सामािजक व यास को नाम दया गया ldquoफ स टमrdquo फ स टम म काम करन क लए समाज म एक नए मजीवी वग का ज म हआ इस इकाई म हम फ स टम और इसम काम करन वाल मजीवी वग क बार म जानग

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91 फ स टम 911 फ या ह

औ यो गक ा त स श आत क भी पहल क बात ह कसी तजारत करन वाल कपनी क नमाइद को ldquoफ टरrdquo बलाया जाता था उसक द तर को फ rdquo फ स कपनी खर द-फरो त करती मसलन हम अ जी ई ट इि डया कपनी को ल जब कपनी स हवी सद म भारत आई तो उसन गजरात तट पर सरत बदरगाह म अपनी पहल मख फ था पत क इस फ म कपनी अपना यापार का सामान रखती और ह द ता नय क

साथ खर द-फरो त करती याल रखन वाल बात यह ह क ई ट इि डया कपनी एक तजारती कपनी थी और उसका उ पादन स चाह वह औ यो गक हो या फर गर औ यो गक कोई सीधा सरोकार न था

जस-जस अठारहवी सद म औ यो गक ा त का व तार हआ वस-वस फ श द का च लत अथ भी बदलता गया अब फ का अथ उस थान स हआ जहा क मशीन क वारा कार गर काफ मा ा म चीज को बनात यह अथ आज तक साधारण बोलचाल क

भाषा म च लत ह सो िजस कारखान म हवाई जहाज बनता ह वह भी फ कहलाता ह और िजसम कपड़ बनत ह वह भी हाला क ldquoफ rdquo कवल चीज बनान वाल कारखान को कहा जाता था फ जसी उ पादन यव था और कम व यास उ योग म भी य त होती थी जस क कोयला खदान

इस इकाई म हम म यतः औ यो गक ा त क पहल चरण पर गौर करग इस चरण (1750-1850) म फ ट रया यादातर सत कातन क कपड़ा बनन क और लोह का काम करन वाल होती थी

912 फ स टम कस श हआ

पजीवाद यव था क श आत क दन म पि चमी यरोप म उ पादन म यतः प टग आउटrdquo स टम पर नभर करता था इस यव था म पजी का मा लक यापार कार गर को क चा माल खर द कर दता कार गर अपन-अपन घर पर अपनी ह मशीन स चीज बनात िज ह क यापार इक ा कर क बाजार म बचता इस यव था म फायदा यह था क यापार दर-दर तक फल कार गर स काम करवा सकता था और उस अपन कार गर क रहन खान क यव था भी नह करनी पड़ती

पर इस यव था म नकसान कई थ एक तो यापार को अपन कार गर तक पह चन म और उनस बना हआ माल लन म काफ समय बबाद करना पड़ता दसर काम क वा लट बरकरार रखना मि कल था तीसर कार गर स समय पर काम करवान म द कत

होती थी इन मि कल स पार पान का एक तर का था वह यह क सार कार गर को एक ह

कारखान म इक ा कर लया जाए पर ऐसा करन पर यापार को कारखान क इमारत बनान

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म पसा लगाना पड़ता मशीन खर दनी पड़ती और फोरमन और सपरवाइजर को नौकर पर लगाना पड़ता अथात यापार का उपरला खच काफ बढ़ जाता

पर जब 1700 ई0 म वीडन क यापार टोफर पोलहम न 100 कार गर वाल एक बतन-भाड क फ टर था पत क तो उसन पाया क उ पादन पर कल खच इतना कम हो जा रहा था क उपरला खच बढ़न क बावजद वह अ छा खासा मनाफा कमा लता

913 एक का प नक फ टर का काय व यास

एडम ि मथ अपनी कताब द व थ ऑफ नश स (1776) म एक साधारण पन बनान वाल फ टर का वणन करता ह जब पन घरल उ योग म बनाए जात थ तो एक या दो यि त ह पन बनान म लगत थ पर फ टर म पन बनान क या को कई ह स म बाट दया गया एक आदमी तार खीचता दसरा उस सीधा करता तीसरा काटता चौथा उसक एक सर को नक ला करता पाचवा उसक दसर सर को घसता वगरह इस तरह तार खीचन स लकर बन ह ए पन को कागज क प ड़या म पक करन तक एडम ि मथ न कोई 32 चरण गन इनम स कसी भी चरण पर ह नरमद कार गर क ज रत नह थी एक ब चा भी इनम स कसी एक चरण को बखबी परा कर सकता था यह फ स टम क मख व श टता थी

फ टर म उ पादन क या को बह त ह सरल छोट-छोट ह स म बाट दया गया हर चरण को एक साधारण अकशल मक भी आसानी स परा कर सकता था या न क अब कारखान क उ पादन- मता कसी यि त वशष क द ता पर नभर नह करती थी बि क सार कारखान क आगनाइजशन पर िजस क एक मनजर आसानी स क ोल कर सकता था फर च क द कार गर क ज रत नह थी तो फ ट रय म ि य और ब च को आसानी स मक क तौर पर इ तमाल कया जा सकता था और हाला क ि या और ब च एक प ष िजतना ह उ पादन करत उनक तन वाह आद मय क तलना म कह कम रहती इस सब स फ टर क मा लक को काफ मनाफा होता

92 फ स टम एवम औ यो गक ा त इ तहासकार हो सबाम का कहना ह क वस तो स हवी सद स ह उ पादन या म

अनक कार क या क सधार होन श हो गए थ पर सफ या क सधार ह औ यो गक ा त नह ला सक औ यो गक ा त क लए ज र था क उ पादन इतना यादा और इतना

स ता हो क बाजार म आप स आप इस उ पाद क लए माग बढ़ ऐसा तब ह हो सका जब या क सधार क साथ उ पादन क लए एक नए कम व यास का इ तमाल कया गया जब उ पादन क या स सब धत डवीजन आफ लबर को (काम क बटवार) को काफ ज टल बना दया गया उ पादन क या को कई छोट-छोट टकड़ म बाट दया गया और एक मजदर क िज म कवल एक ह ह सा रखा यह फ स टम क मख व श टता थी

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93 फ टर स टम का सामािजक असर मनाफा बढ़ान क लए यह ज र था क फ म लगी मशीन का यादा स यादा

उपयोग कया जा सक फ मा लक क च टा यह रहती थी क अपन कार गर स तब तक लगातार काम करवात रह जब तक क मशीन ह जवाब न द जाए इसका मतलब यह था क कामगार को काम करन क तर क का एक नया अनशासन सीखना पड़ा

इ तहासकार ईपी हामपसन का मानना ह क िजस लय स मशीन चलती ह उसी लय स मक को चलना सीखना पड़ा समय क पाबद सीखनी पड़ी क एक नि चत समय पर काम पर आए और एक नि चत समय पर काम स हट एक ह थान पर खड़ होकर लगातार एक ह या क काम को लगातार करत रहन क आदत डालनी पड़ी य द कसी क िज म पन का तार घसना था तो वह लगातार दनभर कवल तार ह घस सकता था िजस यि त को तार सीधा करन का काम दया गया दनभर एक ह थान पर खड़ रहकर कवल तार ह सीधा करता रहता

जस-जस समय बीतता गया इस पर स टम क दगण भी सामन आत गए सबस पहल जो बात सामन आई वह यह ह क फ म लगातार एक ह जगह पर कठपतल क तरह काम करत रहना काफ उबाऊ था मक थोड़ ह समय म इस तरह क काम स जी चरान लगत जब फ का मा लक उनस जबरद ती काम करवाता तो जा हरा तौर पर काम करन वाल को यह बात अखरती और उ ह ख दल स काम पर लग रहना पड़ता

जहा तक काम करन क प रि थ तय का सवाल ह कछ बात साफ ह एक तो यह क यह कहना मि कल ह क फ म काम करन वाल क प रि थ त दसर मक क प रि थ त स बहतर थी या बदतर ऐसा इस लए क इ तहासकार क पास औ यो गक ा त स पहल क काल क मक क बार म यादा जानकार नह ह हा यह ज र पता ह क तरहवी सद स ह उ तर यरोप म पगार पान वाल मजदर हआ करत थ और उनक हालत अ य मजदर क हालत स खराब नह थी वस भी स हवी-अठारहवी सद म कम स कम इ ल ड म प टग आउट स टम क तहत काम करन वाल बह त सार मजदर पगार क एवज म ह काम कया करत थ कहन का मतलब यह ह क फ मजदर का तन वाह मजदर होना समाज क लए कोई नह बात नह थी

94 बराइया जो नई बात थी वह यह क जब फ या बनी तो एक साथ बह त सार मजदर शहर

म इक ा ह ए इस जमाव म उनक ददशा भी समाज क सामन कह यादा खर प स उजागर ह ई

उ योग म ब च और औरत को सोलह घ ट या उसस भी यादा काम करवाया जाता थकान क कारण य द कोई काम नह कर पाता तो उस ब ट स पीटा जाता था तन वाह काट ल जाती तन वाह वस भी काफ कम मलती थी एक ह त क लए कसी ह नरमद कार गर को 1795 म कोई 25 श लग और साधारण मजदर को सफ 12 श लग मला

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करत थ म हलाओ को प ष स आधी और ब च को एक चौथाई तन वाह ह मलती हाला क व प ष िजतना ह काम करत

कोयल क खदान म तो ि थ त और भी यादा खराब थी यहा चार स पाच साल क ब च को खदान क सरग क अदर बारह स सोलह घट काम करवाया जाता इनक औसत पगार दो स तीन श लग त स ताह थी

फ स टम क आन स मजदर क गर बी भी बह त यादा उजागर होन लगी वस तो औ यो गक ा त क श क साल म ह यह साफ हो गया था क समाज म नर ह गर ब क स या बढ़ रह ह पर इस ि थ त स बचन क लए कछ खास नह कया गया पीनहमल ड नामक क ब म गर ब क मदद क लए एक स टम ज र श कया गया िजस पीनहमल ड स टम क नाम स जाना जाता था कछ दसर क ब न भी इस स टम को

अपनाया पर बढ़ती ह ई औ यो गक गर बी क सामन यह स टम प त हो गया शहर म ि थ त कछ ऐसी थी क मजदर क हालत बद स बदतर होती चल गई

शहर बगर कसी योजना क बतहाशा बढ़त चल गए उनक नगरपा लकाए इस नई आबाद क दखभाल करन म असमथ रह शहर म गद द र बि तया पनपन लगी िज ह अ जी म लम कहत ह जहा अब तक शहर म अनक तबक क लोग आपस म मल कर रहत थ

वहा धीर-धीर मजदर बि तया शहर क बाक आबाद स हट कर रहन लगी इन बि तय म न तो सडक ठ क होती न ह ना लया न ह कड़ा नकालन क कोई यव था न ह पय जल का इतजाम और न ह ठ क स बन ह ए मकान इ तहासकार हो सबाम का कहना ह क यरोप क शहर म इस क म क बि तया यादातर शहर क पव ह स म बसी सो शहर म एक नया भद श हो गया ई ट ए ड नवासी (गर ब) और व ट ए ड नवासी (अ भजा य) का

रह-रहकर औ यो गक शहर म महामा रया भी बढ़न लगी लासग म पहल बार 1818 ई0 म हाइफस जवर का कोप फला यरोप क सार औ यो गक शहर म 1831 ई0 और 1832 ई0 म टाइफाइड़ क महामार छाई रह इन शहर म कालरा मयाद बखार और तप दक का भी बोलबाला रहा य सार बीमा रया यादातर मजदर बि तय म ह रह मानो यह सा बत कर रह ह क जहा द र ता और गदगी ह वहा बीमा रया भी रहगी इस सबन मजदर बि तय क नवा सय का हौसला तोड़ दया सामािजक हौसलाप ती क कई ल ण सामन आन लग शराब का ज रत स यादा इ तमाल होन लगा बाल ह या व याव त आ मह या और मान सक व ता क घटनाए बढ़न लगी मजदर क दग त इस बात स और भी यादा उजागर ह ई क औ यो गक ा त क कारण समाज क बाक सार वग क स प नता बढ़ रह थी

95 बराइय को दर करन क यास एवम समाधान फ टर स टम क इन बराइय को ज द स ज द दर करना बड़ा ज र था य क

एक तो साधारण मानवीयता का तकाजा था क मजदर क काम करन क हालात म सधार आए इसस भी यादा बड़ा कारण यह था क फि य म अ धकाश उ पाद फ म काम करन वाल मजदर ह खर दत थ इस लए अगर मजदर क माल हालत एक सीमा स नीच जाती

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तो नकसान पजीप तय को ह होता और अगर मजदर बि तय क समाज यव था को ठ प होन दया जाता तो डर था क कह दश म व ोह न भड़क उठ व ोह न भी होता तो यह तो साफ था क म यवग क जवान इन बि तय म फल रह शराबखोर व याव त और अ य कार क अन तकता क च कर म पड़ रह थ य द म यवग को अन तकता स बचाना था तो

ज र था क मजदर वग स अन तकता को दर कया जाए

951 ससद य यास

आजकल यह माना जाता ह क य द फ मा लक अपन मजदर क भल कार दखभाल कर तो उ ह ह यादा मनाफा होता ह पर उ नीसवी सद म यह बात अ धकाश पजीप तय क समझ म नह आ रह थी इस लए हम पात ह क फ टर म मजदर क ि थ त सधारन वाल अ धकाश उपाय कवल कछ फ टर मा लक क पहल पर रा य यव था वारा व भ न दश क ससद वारा कए गए सबस यादा सधार का काम इगल ड म

हआ ऐस उपाय म स पहला था इगल ड म राबट पील वारा ससद म पास कया गया

ह थ ए ड मारटज ए ट (1802) यह ए ट कवल बड़ी फ ट रय पर लाग होता था और कवल एपरि टस पर इस ए ट म यह कहा गया क नौ साल स कम उ क ब च बतौर एपरि टस नह लगाए जा सकत फ मा लक पर इन ब च स बारह घ ट स यादा या फर रात म काम करवान पर रोक लगा द गई

1802 क ए ट म कई खा मया थी एक तो यह कवल बड़ी फ य पर लाग होता था और वहा भी कवल उन फि य पर जो क एपर टस को इ तमाल करती थी बह नर बाल मजदर को इस ए ट स कोई सर ा नह मलती थी सबस म य बात तो यह थी क इस ए ट म नर ण करन का कोई ावधान न था नतीजतन यह ए ट महज कागजी कानन बन कर रह गया

फर 1816 म पील क चयरमनी म एक ससद य कमट का गठन कया गया इस कमट क सलाह पर 1819 का फ नय ण कानन पास कया गया इस कानन म पछल कानन क ावधान को दोहराया गया और कहा गया क सार बाल मजदर को इस कानन क सर ा द जाएगी साथ ह यह नधा रत कया गया क सोलह साल स कम उ क मजदर को बारह घ ट क दन म डढ़ घ ट क खान क छ ी द जायगी च क यह ए ट सार कामकाजी ब च पर लाग होता था इस लए लोग न इसका डट कर वरोध कया वरो धय म एक बड़ा तबका उन मा-बाप का था जो अपन ब च स काम करवात थ

952 समाज सधार और अबधनी त

तमन अबधनी त क बार म पढ़ा होगा यह नी त अठारहवी सद क अ तम दशक म काफ फल चक थी अथशा ी एडम ि मथ िजसका हम पहल िज कर चक ह इसका एक बड़ा समथक था इस नी त क मतावल बय का मानना था क समाज क अथ यव था तब ह

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सफल हो सकती ह जब क सरकार अथ यव था को अपन आप पर छोड द उसम अपनी टाग न अड़ाए

जब उ नीसवी सद म ससद य य न मजदर क सधार क लए होन लग तो सधार-वरोधी उ योगप तय न अबधनी त क दहाई दत ह ए यह गहार लगाई क अगर रा य फ स टम को सधारन व नय त करन क को शश करगा तो सार अथ यव था ह ठ प हो जाएगी दरअसल बड़-बड़ दाश नक वचार क आड़ म य वरोधी कवल इतना कह रह थ क उ ह मजदर -ब च म हलाओ और प ष का खन चसन स नह रोका जाना चा हए भल ह ऐसा करत ह ए व समाज क इतनी दग त य न कर द िजसस क समाज का साधारण चाल-चलन ह ठ प हो जाए ऐस वरो धय को उनक खद क बवकफ स बचाना ज र था

953 सधारक य न जार रह

1820 क दशक म पावर लम और भाप क इजन म काफ यादा या क सधार आए इसका नतीजा यह हआ क इस दशक म धीर-धीर फ स टम सार कपड़ा उ योग और ख नज उ पादन पर छा गया फि या भी कवल कछ शहर इलाक म कि त होन लगी लकाशायर का कपड़ा उ योग इसका अ छा उदाहरण ह यहा कोई 25 वग मील क म इतनी यादा कपड़ा मल थी क इ ल ड का 80 तशत स यादा कपड़ा बनाया जाता था िजतना फ ट रय का जमाव बढ़ा उतना ह उनक दगण कट ह ए इसम सधार लान क ससद य यास भी उतन ह जोर स कए जान लग

954 सड़लर क यास

माइकल सड़लर न 1831 म टन-आवर बल इ ल ड क ससद म पश कया इस बल म यह ावधान था क कसी भी मजदर स दस घट (टन-आवर) स यादा काम नह लया जा सकगा यह बल ससद म पास नह हो सका

पर इन दन इ ल ड म व ट इ डीज क दास था को लकर काफ गहमा-गहमी चल रह थी इसक रहत अखबार और प काओ म फ टर मजदर क तलना व ट-इ डीज क नी ो दास स क जान लगी धीर-धीर यह मत फलन लगा क मजदर क ि थ त म सधार क लए कछ ठोस कदम उठाए जान चा हए इसक फल व प जब 1833 म लाड एशल न ससद म अपना ताव रखा तो वह कछ ससद य छ ना-झपट क बाद पा रत हो गया

955 एशल का कानन

लाड एशल क कानन (1833) को सार कपड़ा बनन क फि य पर लाग कया गया इसक अनसार नौ साल स कम उ क ब च को फ म काम करवान पर पाबद लगा द गई तरह साल स कम उ क मजदर स दन म नौ घ ट और स ताह म 40 घ ट स यादा काम करवाना तब धत कया गया उ ह रोज डढ़ घ ट क खान क छ ी दना ज र

रखा गया यह कहा गया क अठारह साल स कम उ क मजदर स दन म 12 घट और स ताह म 69 घट स यादा काम नह करवाया जा सकता ldquoरातrdquo क काम को ठ क तरह स

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प रभा षत कया गया साढ़ आठ बज शाम स लकर साढ़ पाच बज सबह तक क समय को ldquoरातrdquo करार दया गया और इस पार म कवल अ ारह साल स यादा उ क मजदर क योग क अनम त द गई फ म काम करन वाल हर ब च का रोज दो घट कल जाना नि चत कया गया नर क क एक बड़ी टोल नय त क गई जो फ मा लक पर नगरानी रख सक और जो मा लक कानन क अवहलना करत ह ए पकड़ जाए उन क सर बड़ी सजा का ावधान रखा गया

इस कानन म दो म य खा मया थी एक तो यह कवल कपड़ा उ योग पर ह लाग कया गया जब क अ य उ योग म भी मजदर क हालत काफ खराब थी दसर यह कवल ब च को अपन दायर म लता था जब क ि य और प ष को भी काननी सर ा क आव यकता थी

96 समाज और सामािजक प रवतन बहरहाल इस कानन स कछ बात साफ जा हर होती थी सबस पहल बात तो यह क

हाला क समाज म अब भी अबधनी त का बोलबाला था अब सरकार क समझ म यह आन लगा क समाज क कछ अश ऐस होत ह जहा क सधार लान क लए सरकार ह त प ज र होता ह दसर बात यह क अब साधारण तौर पर यह माना जान लगा क समाज म औ यो गक उ पादन क इकाई प रवार नह बि क यि त वशष था और उसक सामािजक सर ा और सखा-पढ़ क िज मदार कवल प रवार पर ह नह छोड़ी जा सकती थी समाज को भी आग बढ़कर कछ उपाय करना ज र था

धीर-धीर अ य उ योग को भी फ कानन क तहत लाया गया 1842 म लाड एशल क कानन को कोयला खदान पर लाग कया गया और म हला मजदर को भी सर ा द जान लगी 1878 म इस कानन न सार फि य और वकशाप को अपन दायर म ल लया इस बीच दसर दश म भी फ कानन क या जार थी 1841 म ास म बाल-मजदर कानन लाग कया गया ए शया म भी 1870 तक कई कानन जार कए गए पर उ ह कभी गभीरता स लाग नह कया गया

1848 म सार यरोप म सोश ल ट व ोह ह ए और उ ह काफ आसानी स कचल दया गया इन व ोह म मजदर न बढ़ कर ह सा लया था कचल जान क बाद इन व ोह क बह त सार नता मजदर नता बन गए और फ मा लक स मजदर क भलाई क लए माग करन लग इस समय क बाद स फ मजदर क सगठन बनना श हो गए और कमशाला क हालात म सधार क लए य सगठन अपन अपन उ योग और सरकार पर जोर हालन लग ऐसा इ ह न कस तरह कया तम अ य इकाइय म पढ़ोग

97 साराश इस इकाई म तमन जाना क फ स टम अठारहवी सद म श हआ इसन

औ यो गक उ पादन म एक नए कम व यास को ज म दया फि या चलान क लए एक नए क म क अनशासन क ज रत थी जो क पहल कभी ससार म दखन को नह मला था लगातार अनशासन था पत रखन क लए फ क मय क उपर एक नए मनजमट तबक का

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ज म हआ फोरमन और सपरवाईजर य लोग लबर अ र टो स (Labour aristocrates) कहलाए इनक रहत उ योग म उ योग क मल कयत और उसक मनजमट म भद कया जान लगा मजदर क शहर म रहन स कई बराइया पनपी उ ह दर करन क लए उ नीसवी सद क म य तक अ भजा य वग स कछ समाज सधारक उबर कर सामन आए पर मजदर क सगठन अभी ठ क तरह स नह पनप पाए थ व 1848 क यरोपीय व ोह क बाद उबर

98 अ यासाथ न (I) अश पर छोट सवाल

कछ श द म जवाब द िजए (क) या फ स टम और औ यो गक ा त म स कोई एक बगर दसर क पनप

सकता था (ख) फ स टम क मख व श टता या थी (ग) या पन बनान क फ वा तव म एडम ि मथ क वणन क अनसार होती ह (घ) या फ स टम अन तक था (च) अबधनी त फ मा लक को य पसद थी (छ) इस इकाई म िजन फ सधारक का िज ह उसक अलावा दो और सधारक क

नाम बताइय (II) सार इकाई पर सवाल

दो सौ स तीन सौ श द म जवाब द (क) फ स टम इ ल ड म कस तरह पनपा (ख) फ स टम न कस तरह था पत आ थक और सामािजक स थाओ पर हार

कया (ग) फ स टम क कारण समाज म कस तरह क प रवतन आए (घ) फ स टम म सधार लान क य न क ववचना कर

99 ास गक पठनीय थ ईज हो सबाम - ाम इड ट ए पायर प गइन ईज हो सबाम - एज आफ रवो यशन प गइन ईपी टाम सन - म कग आफ द इग लश व कग लास (सभी कताब अ जी म ह बाजार म आसानी स मल जाती ह)

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Page 2: एमassets.vmou.ac.in/MAHI01-2.pdf ·  · 2014-04-056.7 इंगलैड ... अलबट[थेयर(Albert Thaer) ने1798 (Introduction to the knowledge of English Agriculture)

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एमएएचआई -01

वधमान महावीर खला व व व यालय कोटा

एमए पा य म (इ तहास)

ख ड-2 इकाई स या प ठ स या

इकाई 6 यरोप म अठारहवी शता द म क ष यव था 5mdash11 इकाई 7 अठारहवी सद म यरोप म कषक व ोह 12mdash20 इकाई 8 नगर व शहर का वकास एव यरोप म नगर करण 21mdash28 इकाई 9 कारखाना और मजीवी वग 29mdash37

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पा य म वकास स म त ो बीएस शमा कलप त (अ य ) ो र व कमार नदशक नह मारक स हालय एव प तकालय नई द ल

ो कएस ग ता इ तहास वभाग मोहन लाल सखा ड़या व व व यालय उदयपर (राज)

ो बीआर ोवर पव नदशक भारतीय इ तहास अनसधान प रषद नई द ल

डा बज कशोर शमा वभागा य इ तहास वभाग कोटा खला व व व यालय कोटा (राज)

ो एसपी ग ता इ तहास वभाग अल गढ़ मि लम व व व यालय अल गढ़ (उ )

डा कमलश शमा इ तहास वभाग कोटा खला व व व यालय कोटा

ो जपी म ा पव इ तहास वभागा य काशी ह द व व व यालय वाराणसी (उ )

डा याक़ब अल खान इ तहास वभाग कोटा खला व व व यालय कोटा

पा य म नमाण दल

डा एलपी माथर पव वभागा य इ तहास वभाग मोहन लाल सखा ड़या व व व यालय उदयपर (राज)

डा राजीव लोचन इ तहास वभाग पजाब व व व यालय च डीगढ़ (भारत)

अकाद मक एव शास नक यव था

ो(डॉ) नरश दाधीच कलप त

वधमान महावीर खला व व व यालय कोटा

ो(डॉ)बीक शमा नदशक(अकाद मक) सकाय वभाग

योग गोयल भार अ धकार

पा य साम ी उ पादन एव वतरण वभाग

पा य म उ पादन योग गोयल

सहायक उ पादन अ धकार वधमान महावीर खला व व व यालय कोटा

पनः उ पादन ndash Oct 2012 MAHI-01ISBN No-13978-81-8496-260-4 इस साम ी क कसी भी अश को व म ख व कोटा क ल खत अनम त क बना कसी भी प म lsquo म मयो ाफ rsquo (च म ण) वारा या अ य पनः तत करन क अनम त नह ह व म ख व कोटा क लय कलस चव व म ख व कोटा (राज) वारा म त एव का शत

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इकाई-6 यरोप म अठारहवी शता द म क ष यव था

इकाई क परखा 60 उ य 61 तावना 62 अठारहवी सद क पहल क यग म यरोप म क ष यव था 63 खती क ाचीन तर क 64 अठारहवी सद म इ लड म खती क तर क म प रवतन क लय िज मवार

प रि थ तया 65 इगल ड म क ष क नवीन प त 66 अठारहवी सद म अ य दश म क ष 67 इगल ड म नवीन क ष का भाव 68 न कष 69 श दावल 610 अ यासाथ न 611 सदभ य

60 उ य इस इकाई म आप अ ययन करग - क ष का मानव क जीवन म मह व - अठारहवी सद क पहल क यग म यरोप म क ष यव था क वशषताए-

सामतवाद यव था म कषक क दशा तथा क ष क यव था - क ष क ाचीन तर क - अठारहवी शता द म इ लड म खती क तर क म प रवतन क लय िज मदार

प रि थ तया - नय आ व कार व तर क - अठारहवी सद म यरोप क अ य दश म क ष क दशा ास व जमनी क कछ

भाग म इ लड क नवीन प त का भाव शष यरोप म इसका अनकरण न होन क कारण

- इ लड म क ष क नवीन प त क भाव - क ष उ पादन म व बढती ह ई जनस या क लय अ न क यव था उ नीसवी सद म नवीन क ष का व तारपशधन म व द भ का अ त उ योग क लय मक क यव था नकद फसल का उ पादन

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61 तावना ाग-ऐ तहा सक यग म क ष का आ व कार मानव स यता क वकास म एक

ा तकार कदम था इसन मानव को थायी प स एक थान पर नवास करन क लय रत कया ाचीन यग म यरोप स हत व व क लगभग सभी भाग म क ष काय ह मन य

का म य यवसाय था बालबक व टलर क मत म आध नक यग क आरभ म भी यरोप क आ थक जीवन म क ष मानव का म य उ यम रहा य य प आज भी खती अ धकाश मन य क जीवन यापनका साधन ह क त चार सौ साल पहल इसका मह व आज स कह अ धक था

अठारहवी सद म इ लड म क ष क म अनक तकनीक प रवतन ह ए इन प रवतन न क ष उ पाद म एक कार स ा त ला द इन प रवतन को समझन क लय म यकाल न यग क क ष यव था क वशषताओ को समझना आव यक ह

62 अठारहवी सद क पहल क यग म यरोप म क ष यव था माक लाक क मत म म यकाल न यग म सामतवाद का उदय पर पर नभरता क

स ब ध क आधार पर हआ सर ा व अजी वका क लय कसान न अपनी भ म व ससाधन थानीय सामत को स प दय थानीय साम त न बड़ साम त स सर ा का आ वासन

स नक सहायता क बदल म ा त कया बड़ साम त न ऐसी ह शत पर राजा को अपन अ धकार स प साम तवाद क उदय और वकास क चाह कछ भी कारण रह ह इसका एक मह वपण प रणाम कषक का भ म का वामी नह होना था अत उसम भ म क सधार क त उ साह नह रहता था

साम तवाद यव था म कषक क दशा दास क समान थी वह कसी भी हालत म अपन साम त क चगल स छटकारा नह पा सकता था साम त क अ धकार असी मत थ रा य काय य अथवा ऐश-आराम म य त रहन क कारण व खती क उ न त पर यान नह दत थ

उस समय ाम (Manor) यव था इस कार थी एक मनर म साम त या उप साम त का गढ़ होता था िजसक चार ओर कसान क मकान होत थ ाम क प र ध म क ष यो य खत होत थ इन खत क सीमा नधा रत नह क जाती थी य क इनम सभी कषक दास अपन साम त क लय सामदा यक प स खती करत थ ऐसा करत समय उ ह साम त या उसक त न ध का आदश मानना पड़ता था आम तौर पर गाव क खत को दो तीन या चार भाग म बाटा जाता था ल कन अ धकतर तीन भाग कय जात थ एक भाग म गह या राई दसर म म का व अ य फसल बोई जाती थी तथा तीसर को हल चला कर खाल छोड़ दया जाता था इन खत क आस पास चरागाह और जगल होत थ चारगाह म गाव क सभी पश चर सकत थ घास क मदान स उनक लय चारा ा त कया जाता था तथा जगल स लकड़ी घर को बनान क लय फस आ द ा त कय जात थ

गाव म कसक खती क जाय और कब उसक बीज बोय जाय इसका न चय गाव (Manor) क अदालत करती थी खत म काय करन क लय मक उपल ध होत थ इस

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यव था म एक कसान को यि तगत सवाए व त अथवा नकद धन क मा यम स लगान अदा करना पड़ता था

इस यव था क अनक दोष थ आम तौर पर एक कसान को दो या उसस अ धक थान पर खती क लय छोट छोट खत दय जात थ इनम खती करन म उसका काफ समय

न ट हो जाता था तथा उस यय भी अ धक करना पड़ता था कई बार अपन छोट छोट खत क सीमाओ क बार म उसका अपन पड़ौसी कषक स ववाद चलता रहा था वह भ न भ न खत म सचाई का सतोषजनक ब ध नह कर सकता था इन खत म वह एक ह फसल पदा कर सकता था य क स दय म य खत चरागाह क प म उपयोग म लाय जात थ

63 खती क ाचीन तर क म य यग म खती क तर क उ नत नह थ एक कसान का म य औजार था लकड़ी

स बना हआ हलका हल फसल काटन क लय उसक पास एक हसल होती थी अनाज को साफ करन क लय उस हवा म छोड़ा जाता था (winnowing) अथवा जमीन पर बखरा जाता था ता क पशओ को उस पर चलाया जा सक एक टोकर म बीज रख कर कषक उ ह चार ओर बखरता हआ चलता था सचाई क पया त यव था नह थी फसल को बदल बदल कर (Rotation of Crops) नह बोया जाता था म ी क जाच भी नह होती थी ऐसी प रि थ तय म क ष उ पादन क मा ा कम थी

64 अठारहवी सद म इगल ड म खती क तर क म प रवतन क लय िज मवार प रि थ तया म य यग क अ त म इगल ड म यापार क उ न त होन लगी इस समय औष ध

व ान क ग त क कारण म य दर घटन लगी शशओ क म य दर म कमी आई फल व प इ लड क आबाद बढ़ ल कन इस बढ़ती ह ई जनस या अपनी आव यकताओ क लय वन और चरागाह को तजी स साफ करक क ष यो य भ म का पा रि थ तक सतलन बगाड़ दया क ष उ पाद म कमी आई दसर ओर मजदर क दर बढ़न लगी इन दोन कारण स जमीदार को घाटा होन लगा इस घाट स बचन क लय उ ह न कषक स नय समझौत कय उ ह न कषक को भ म औजार व अ य साधन दान कर खती क लय भ म दना श क तथा उसक बदल म कसान स फसल का एक नि चत भाग लना श कया उ तर ास म भी इस था को अपनाया गया इस प त न एक ओर कसान को सामत क दासता स म त करन का माग श त कया तो दसर ओर बढ़ती ह ई आबाद क लय अ धक अ न उपजान म मदद द य य प सोलहवी शता द क अत तक इ लड म कषक दास (serfdom) क था का अ त बह त बाद म हआ उदाहरण क तौर पर 1861 म स क जार एल जडर थम न इसक लय एक कानन पास कया

सोलहवी व स हवी सद म इ लड का अ तरा य यापार बढ़ गया तथा पजीप तय न गाव म क ष यो य भ म खर दनी श क ऐसा करन स समाज म उनका स मान बढ़ता था य क ाचीन काल स ह इ लड म भ म का वामी होना गौरव क बात मानी जाती थी य

पजीप त क ष स मनाफा कमान क सोचन लग परान ढग स क जान वाल खती स ऐसा

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करना सभव नह था अत व ा नक तर क और अ धक उ नत औजार क खोज क जान लगी य क कवल धनी लोग क पास ह पर ण क लय धन व अवकाश था इस लय ार भक उ न त अ धकाशतः सम कसान वारा क गई इस कार क ष क म पजी क योग स क ष ा त का माग श त हो गया

65 इगल ड म क ष क नवीन प त एनफ ड क अनसार उस समय हालड एक मख यापा रक व पजीप त दश था वहा

पर फसल को बदल बदल कर बोन क था को योग म लाया गया था इ लड न हालड स इस सीखा जथरो तलनलाड टाउनशड बकवल आथर यग व कोक आ द न व ा नक प त स खती करन क तर क क खोज क तल (1664-1740) न पि तय म थोड़ी दर पर बीज बोन क लय एक य बनाया टाउनशड (1664-1738) न अपन खत म एक क म क फसल क बाद दसर क म क फसल बोई तथा गह शलजम जौ और आल क खती को बार बार स बो कर जमीन क उवरता बनाय रखी आथर यग (1740-1920) न इसका चार कया तथा बड़ बड़ फाम बनाय कोक न पशओ क स या बढ़ान क लय य न कया पशओ क स या म व होन क कारण खाद अ धक मा ा म उपल ध होन लगी अब पहल क अप ा अ छ क म क धात क हल बनाय गय इस कार क हल म इ लड का रोजरहम हल अ धक स ह यह हल भ म म गहर खदाई करता था तथा कम समय म पहल क अप ा अ धक भ म पर चलाया जा सकता था उ पा दत अ न क सफाई क लय अब पहल क अप ा बहतर तर क अपनाय गय भ म क गणवता क जाच करक उसक मता क अनसार फसल बोई जान लगी

व ा नक आधार पर नवीन णाल स खती करन क लए छोट खत क थान पर बड़ खत अ धक उपय त थ अतएव अब अनक खत को मला कर एक खत बनाया गया तथा उसक चार ओर बाड़ (Enclosure Act) लगाय गय इ लड म 1792 स 1815 तक इसक लय 956 बाड़ नयम (Enclosures Act) पा रत कय गय एक ओर इसस लाभ यह हआ क बड़ फाम (Farms) म क ष उ पादन बढ़ा तो दसर ओर काफ स या म छोट कसान को अपनी भ म छोड़नी पड़ी तथा व भ मह न मजदर हो गय

66 अठारहवी सद म अ य दश म क ष इ लड म इस नवीन प त क पालन का भाव ास तथा ए शया क कछ भाग पर

साधारण प स पड़ा शष यरोप न काफ समय तक इ ह नह अपनाया अठारहवी सद क म य म ास क क ष यव था का वणन करत ह ए हाटवल न

लखा ह क उस समय भी वहा पर खत को कवल दो या तीन भाग म वभािजत कया जाता था दोन तर क म ाम क पास चरागाह व वन छोड़ जात थ क ष औजार भी पहल जस थ धात क मजबत हल का योग आरभ नह हआ था सग (Threshin) मशीन भी काम म नह लाई जाती थी य क इ लड क मकाबल म ास म पजी क वकास क दर बह त कम थी इस लए क ष क म साधन क उ न त पर यान नह दया गया था ास म बा य यापार पर तबध लगाय जात थ अत अनाज इधर उधर नह भजा जाता था इस समय

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तक ास म आल क खती को पहल स अ धक मह व दया जान लगा था इसक खती ऐस चरागाह पर क जाती थी जो अठारहवी शता द म साफ कय गय थ ल कन इसका यह ता पय नह क ास क क ष पर इ लड म नय तर क का भाव बलकल भी नह पड़ा था कछ क ष वशष िजनम डहमल (Duhamale) पलटो (Palutteo) और ट ब ल (Tubelly) मख थ न इ लड म अपनाय गय क ष क आध नक तर क पर प तक लखी अथवा उनका चार कया अठारहवी शती क अ त म फसल क अदला बदल को उ तर ास क कछ भाग

म अपनाया गया था इसी समय इ ह इलाक म बड़ फाम पर ग न क खती आर भ क गई इसक कछ समय पहल पन स अ छ न ल क भड़ मगाई गई इन प रवतन क होत ह ए भी महान ा त तक ास म य प स एक क ष धान दश ह रहा जब क इस समय तक इ लड क ष व औ यो गक म उ लखनीय ग त कर चका था

शया पर भी इ लड क नवीन योग का ास क अप ा कछ अ धक भाव पड़ा अलबट थयर (Albert Thaer) न 1798 (Introduction to the knowledge of English Agriculture) नामक प तक लखी थयर व उसक अनया यय न फसल बोन क लय हल वारा भ म क गहर खदाई और नवीन औजार क योग क लय चार कया अठारहवी शती

क अ त क दशक म पव जमनी म अ छ न ल क भड़ लाई गई तलहन अ छ घास व बनौल उगाय गय तथा फसल क अदला बदल (Rotation) क णाल अपनाई गई ल कन अठारहवी शती क अ त तक भी जमनी क अ य इलाक म नवीन क ष को नह अपनाया गया कवल व फसल को अदला बदल (Rotation) को योग म लान लग थ अठारहवी सद क अ त म जमनी क पव भाग वशषकर साइल शया और स सनी म भी इस आर भ कया गया

उपय त वणन स प ट ह क अठारहवी सद म क ष क म इ लड म अभतपव उ न त ह ई तथा ास व जमनी क कछ भाग पर इसका भाव पड़ना आर भ हआ ल कन इस शती क अ त तक इटल पन स व पव यरोप क अ य दश पछड़ ह रह लगर व उसक अ य चार सहयो गय न अपनी प तक (Western Civilization) क वतीय िज द म लखा ह क वा तव म उ नीसवी शती म यरोप क अ धकाश भाग म म य यग क तरह ह खती क जाती रह इन दश म खती क लय योग म लय जान वाल प रवतन क त वरोध म य प स दो कारण स हआ य कारण थ- कषक म पर परागत तर क क त आ था और नवीन तर क का थानीय प रि थ तय क त अनकल न होना था इसका एक अ य कारण यह भी था क मन य क म क थान पर मशीन क योग को इन दश क सरकार न पस द नह कया य क व सामािजक व स नक आव यकताओ क कारण अ धक स अ धक जनस या को क ष पर ह नभर रखना चाहत थ

67 इ लड म नवीन क ष का भाव (1) क ष उ पादन म व अठारहवी सद क उ तराध म क ष क इन नय तर क स

क ष उ पादन म काफ व ह ई

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(2) बढ़ती ह ई जनस या क लय अ न क यव था इ लड क जनस या लगातार बढ़ती जा रह थी 1750 ई0 म इस दश क जनस या का अनमान 65 लाख था जो 1801 ई0 म 90 लाख 1831 ई0 म 190 लाख और 1851 ई0 म 180 लाख हो गई इस बढ़ती ह ई जनस या क कय अ न क बढ़ ह ई उपज काम म आई इस समय म इस जनस या का एक भाग िजसका अ न उपजान स कोई स ब ध नह था अथात जो शहर म रहता था और िजनम स काफ मन य औ यो गक इकाइय म काय करत थ को अ न दन म स वधा ह ई ल कन यहा यह बता दना उ चत होगा क अ न क उ पादन क यह व इ लड क बढ़ती ह ई आबाद क लय पया त स नह ह ई

(3) उ नीसवी शता द म नवीन क ष का व तार उ नीसवी शता द क म य म खत म रासाय नक खाद दन क प त का वकास हआ इस कार क उवरक स भी उपज म व ह ई 1834 म साईरस मककोर मक न फसल काटन वाल मशीन का आ व कार कया इसक बाद लोह का हल पाचा (घोड़ स खीचा जान वाला हल) तकदार हरा (पटरा) िजसस हल चलान क बाद भ म क टकड़ तोड़ जात थ आ द का आ व कार हआ समय क साथ साथ क ष म य का योग बढ़ता गया इन आ व कार न क ष को और उ नत कर दया

(4) पशधन म व अ छ न ल क भड़ व गाय क स या म व ह ई जड़ वाल सि जय क उगान स पशओ का सार साल चारा दना स भव हो गया वष भर ताजा मास मलन लगा इसक पहल चार क कमी क कारण सद क पहल काफ पश मार जात थ ल कन अब ऐसा नह कया गया दध क उ पादन म व ह ई

(5) द भ का अत तरहवी व चौदहवी सद तक इ लड म अकाल पड़त थ ल कन अब इन अकाल का पड़ना बद हो गया

(6) उ योग क लय मक क यव था चकब द क कारण जो कसान बदखल ह ए थ उनम स अ धकाश न कारखान म नौकर कर ल फल व प औ यो गक ा त का माग श त हआ

(7) नकद फसल का उ पादन औ यो गक ा त क समय इ लड म व उ योग का तजी क साथ वकास हआ इसक लय कपास क आव यकता ह ई नवीन णाल स कपास क ज रत को कछ हद तक परा कया गया

68 न कष जसा क पहल बताया जा चका ह क अठारहवी शती म इ लड क क ष क म

अपनाई गई नवीन प त न ास व जमनी क कछ भाग को ह वशष प स भा वत कया पोलड स बा कन दश आि या इटल पन व पतगाल आ द दश म इसका भाव काफ समय तक नह दखा गया हाटवल क अनसार आज भी यरोप क पव भाग म हम नवीन उपकरण व प त क साथ साथ ाचीन प त व उपकरण का योग दखन को मलता ह

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69 श दावल मनर (Manor)-साम तवाद यग का गाव फाम (Farm) - वशाल खत रोटशन ऑफ ॉ स (Rotation of Crops) - फसल क अदला बदल वनोईग (Winnowing) - आनाज को साफ करन क एक प त सफ (Serf) - सामत क अधीन कषक दास सग (Threshing) - अनाज को साफ करन क एक प त

एन लोजर (Enclosure) - बाड़बद अथवा चकबद

610 अ यासाथ न 1 अठारहवी शता द क पहल यरोप क दश म क ष यव था पर काश डा लय इस

शता द म इ लड म इसम या सधार कय गय 2 अठारहवी सद म इ लड म क ष क म नवीनीकरण क लय िज मवार

प रि थ तय का व लषण क िजय इस नवीन प त का इ लड तथा यरोप क अ य दश पर या भाव पड़ा

611 सदभ थ Books for Reference 1 Chapter by RR Enfield in the book 2 Emopean Civilization Its origin and Developmentrsquo Volume V

under the direction of Edward Eyre Oxford University Press London 1937

3 Chapter by RM Hartwell in the book lsquoThe Cambridge Modern History Volume IX (1793 ndash 1830)rsquo edited by CW Crawley Cambridge University Press London 1965

4 Brison D Gooch Europe in the Nineteenth Century The MacMillan Company London 1970

5 David Ogg Europe in the Seventeeth Century Hindi edition Jaipur 1967

6 Carlton JH Hayes Modern Europe to 1870 the MacMillan Company New York Sixth Print 1960

7 Langer Eadie Geanakoplos Hexter Pipes Western Civilization Volume II Harper and Row New York Second Edition 1975

8 Wallbank and Taylor Civilization Past and present Volume II Third Edition 1975

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इकाई 7 अठारहवी सद म यरोप म कषक व ोह

इकाई क परखा 70 उ य 71 पवाभास 72 इ लड म अठारहवी सद म बाड़ब द आ दोलन 73 ास म कषक क दशा 74 जमनी क रा य म सधार 75 आि या - हगर 76 स म व ोह (1703-1772) 77 स म 1773-75 का कषक व ोह 78 यरोप क अ य दश म ि थ त 79 साराश 710 बोध न 711 स दभ थ

70 उ य इस इकाई म आप अ ययन करग म य काल न यग स लकर स हवी सद क अ त तक साम तवाद यव था म

साम त क अ धकार व कषक क दशा कवल इ लड म कषक दास था का अ त चौदहवी सद स स हवी सद क कषक व ोह का उ लख इ लड म बाड़ब द आ दोलन

ास म महान ाि त क पहल कषक क दशा ा त क आर भ होन क बाद ामीण म सामत क नवास थान पर कसान क आ मण 1789 स 1792 ई0 तक कषक

दास क मि त क लय पा रत कय गय अ ध नयम जमनी क कछ छोट रा य म कषक दास क मि त क आदश तथा शा म 1807 स

1817 तक कषक क हत म कय गय ड रक महान क काय आि या - हगर सा ा य क बोह मया दश म 1768 स 1775 तक व ोह व उनक

कारण स ाट जोजफ क सधार क य न का साम त वारा वरोध स म कसान का दमन पीटर महान क शासन काल म कसान पर अ याचार

अठारहवी सद म आर भ स ह स क पव भाग म व ोह कषक का लगातार दमन 1773 ई0 म पन पव भाग म व ोह तथा उसक भयकरता इस व ोह म मक व गर सी जा त क मन य का साथ व ोह क असफलता क कारण

अ य यरोपीय दश म आ दोलन का न होना

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71 पवाभास अठारहवी सद क आर भ म यरोप क दश म कषक क दशा नवी शता द स लकर बारहवी शता द तक यरोप म साम तवाद यव था का जोर

रहा इस था म बड़ साम त व उपसाम त उन भस ता ज नत अ धकार का योग करत थ िजन पर पहल राजाओ का अ धकार था इस यव था म कषक क दशा अ य त शोचनीय थी य क यह था कषक क शोषण पर आधा रत थी तरहवी सद क श स साम तवाद का ास श हआ धम य क भाव यापा रक वग क उदय तथा रा य रा य क उ थान न

साम त क शि त कम क साम त क अ याचार स त होकर इ लड म कसान न सग ठत होकर साम त का वरोध आर भ कया 1348 ई वी म काल म य नामक एक महामार क कोप स यरोप क आधी जनस या म य का ास बन गई खती म काम करन वाल कसान व मजदर क भार कमी हो गई इ लड म कषक दास न अपनी महनत क लए उ चत पा र मक क माग क क त उनक आ दोलन को दबा दया गया 1381 ई0 म वाट टाईलर क नत व म इ लड क हजार कसान न व ोह कया इसम शि पय व कार गर न भी साथ दया ल कन यह व ोह कचल दया गया

इस समय इ लड म यापार क उ न त तथा पजी क वकास न ि थ त म प रवतन ला दया साम त न यह उ चत समझा क व कषक को भ म हल बल बीज आ द साधन दकर उनक उपज का एक नि चत भाग ल ल इस प त न कसान क मि त का माग श त कया सोलहवी सद क अ त तक इ लड म कषक दास क था लगभग समा त हो

गई ल कन कषक क सम याओ का पण प स अ त नह हआ इ लड क अ त र त यरोप क अ य दश म कषक दास क था च लत रह

ि मरनोव और कानाकोवा नामक दो सी इ तहासकार न लखा ह क स म चौदहवी सद म साम तवाद का और उ कष हआ तथा उनक अधीन काम करन वाल कषक क दशा और खराब हो गई पव यरोप क अ य दश म भी कषक क यह दशा थी प हवी सद म जमनी ास व पन म कषक न असफल व ोह कय प हवी सद म जमनी ास व पन म

कषक न असफल व ोह कय प हवी व सोलहवी सद म यरोप क जनस या बढ़न लगी क ष क म ाचीन तर क क योग क कारण अनाज क उ पादन म व नह ह ई इसका तकल भाव पि चमी यरोप क अप ा पव दश पर वशष प स पड़ा य क खराब

मानसन क फल व प पड़न वाल अकाल क समय वहा पर यातायात व सचार क दर यव था क कारण अ य दश स पया त मा ा म अनाज शी ता स नह मगाया जा सकता था प हवी सद म जमनी ास व पन म असफल कषक व ोह ह ए स हवी सद म ास म कई व ोह ह ए िजनम 1675 का जकर व ोह सबस भयकर था इसम ास क टनी दश क प चीस हजार कषक न भाग लया यह व ोह भी कचल दया गया स हवी सद क अ त तक भी कषक इसी कार स दःखमय जीवन यतीत करत रह इ लड को छोड़ कर सभी दश म साम त क अ याचार का अ त नह हआ 1789 क ासीसी ा त क समय ास म कसान को राजा साम त व चच को कर अदा करन क लय एक कसान को अपनी आमदनी का 80

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तशत भाग दना पड़ता था उस साम त क यहा अनक कार क बगार करनी पड़ती थी अ य मामल म भी साम त क वशषा धकार स वह त था

72 इ लड म अठारहवी सद म बाड़ब द आ दोलन अठारहवी सद म इ लड म क ष क म अनक नय योग कय गय ज ो हल

(1674-1740) वारा बीज बोन क लय एक य टाउनशड (1674-1738) क फसल को बदल बदल कर बोन क प त तथा पशओ क न ल व स या बढ़ान क लय राबट बकवल न 1770 क आस पास व ा नक जनन क प त क पालन न खती क उ पादन तथा पशधन को बढ़ान म उ लखनीय योगदान दया आथर यग (1741-1820) नामक एक धनी कसान न छोट-छोट खल खत को मला कर बड़-बड़ क ष फाम बनान का चार कया

बड़-बड़ फाम क चार और बाड़ लगाई गई 1760 स लकर 1815 क म य 956 बाड़ब द अ ध नयम बनाय गय जएल हम ड व बारबरा हम ड न लखा ह क पछल दो शताि दय म यरोप म शायद ह ऐसा कोई प रवतन हआ जो इसक समान मह व रखता हो एनफ ड क मत म व तत यह आ दोलन इ लड क यापा रक व औ यौ गक वकास स स ब धत था इसम एक ाम को आ म नभर बनान क थान पर मनाफा कमान क यव था को अपनाया गया अब फाम म उ पा दत अनाज को बढ़ती ह ई जनस या वाल नगर म भजा जान लगा इसन क ष को एक पजीवाद उ योग बना दया

इसम कोई सदह नह क बाड़बद स काफ मा ा म बकार पड़ी भ म म खती कया जाना स भव हो सका तथा बड़ फाम म नवीन प त स खती कय जान क फल व प भी क ष उ पादन बढ़ा ल कन बाड़ब द क कारण अनक छोट कसान को भ म छोडन क लय बा य होना पड़ा भ म स बदखल होकर व रोजगार क तलाश म शहर म चल गय

य य प हम इ लड म बाड़ब द क आ दोलन को व ोह नह मान सकत क त क ष क म यह एक मह वपण प रवतन था यह क ष क म ऐसा कदम था िजसन क ष को यावसा यक प द दया

73 ास म कषक क दशा 1675 ई0 क व ोह क बाद ास म महान ा त तक कसान का कोई और व ोह

नह हआ और न ह उनक दशा म कछ सधार हआ ासीसी ा त (1789) क समय चच लगभग प ह तशत साम त बीस तशत नगर क धनी यि त ततीस तशत भ म क वामी थ ास क आबाद का 85 तशत भाग खती पर नभर था ल कन उसक पास कवल

एक तहाई भ म थी इनक पास िजतनी भी भ म होती वह उनक प रवार क भरण पोषण क लय पया त नह थी उ ह राजा चच साम त आ द को कर दन पड़त थ आथर यग न 1787 स 1789 तक ास क ामीण का मण करक लखा था क आम तौर पर ासीसी कषक का मनोबल इतना कमजोर था क उस ऊचा उठाना सभव नह था व कवल

जी वत रह कर ह सत ट थ जलाई 1789 म बा तील (Bastille) क पतन क समाचार य ह ास क दहात म पह च वहा पर कसान न कल न वग क नवास पर आ मण कर दय इन आ मण म वशष प स उन द तावज को न ट कया गया िजनम उनक दासता

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क सा य उपल ध थ सभी कषक व ोह क भा त इस व ोह म भी कषक का एक ह ल य था व दासता स म त होना चाहत थ इस कार क कायवाह 1790 ई0 तक चलती रह

ास क रा य सभा न वशषा धकार क समाि त क अ तगत कानन वारा ास म कषक दास क था समा त कर द पहल कानन वारा भ- वा मय क सभी यि तगत अ धकार समा त कर दय गय और कषक को भ म का वामी माना गया दसर कानन म यह कहा गया क ास म भ म उसी तरह स वत रहगी िजस तरह स अब यहा रहन वाल यि त वत रहग अब एक कषक अपन खत म मनचाह तर क स खती कर सकता था तथा अपनी उपज को बच सकता था

य य प उपय त कानन क अनसार कषक दास था का अ त हो गया ल कन इनस कसान क स पण आशाए फल फत नह ह ई इन क अनसार साम त क अनक वशषा धकार जस सामत का भ म पर वा म व यि तगत अ धकार शकार व मछल पकड़न क अ धकार समा त कर दय गय तथा इनक बदल म कसान को कोई मआवजा अदा नह करन क आदश दय गय ल कन भ म का बकाया कराया और साम त को अदा क जान वाल अ य बाक दनदा रय को माफ नह कया गया इनक अदायगी करन क लय एक कसान को लगभग बीस वष का कराया अदा करना पड़ता था अतएव कसान म असतोष बना रहा 1792 व 1793 ई0 म इस कार क अदायगी को माफ कर दया गया

इस समय भ मह न कसान अथवा थोड़ी सी भ म वामी यह चाहत थ क चच स छ नी ह ई भ म उनम वत रतक जाय क त ऐसी भ म को सम कसान अथवा यापा रय आ द न खर द कर उ ह इसस व चत कया

74 जमनी क रा य म सधार अठारहवी सद म जमनी अनक रा य म वभािजत था सभी रा य म कषक अपनी

दशा स असत ट थ व कभी भी व ोह कर सकत थ अत कछ छोट रा य न कषक दास क था का अ त करन क लए कानन बनाय 1770 व 1780 क म य यक आफ सवाय न

अपन दश म कानन वारा इसको समा त कया शया जो क एक बड़ा रा य था म वहा क स ाट ड रक मकान न अपन अधीन भ म म कसान क कर व बगार क भार को कम कया 1786 ई0 म उसक म य तक इस दशा म उ लखनीय ग त नह ह ई 1807 स लकर 1817 ई0 तक शया म अनक आदश जार कय गय िजनक अनसार कषक अपन साम त को कछ रा श अथवा भ म का भाग दकर भ- वामी बन सकता था ल कन य आदश उन कसान पर लाग नह होत थ जो स दय स एक भ म पर खती नह करत थ अतएव इसका भाव सी मत ह रहा

75 आि या - हगर आि या - हगर क सा ा य म कषक क दशा अ यत शोचनीय थी यहा तक कहा

जाता ह क हगर व बोह मया म कसान पशओ क तरह रहत थ 1768 म बोह मया क कसान न व ोह कया इसक तर त बाद भी ऐस व ोह होत रह इनका चरमो कष 1775 क व ोह म दखा जा सकता ह कसान क म य शकायत का आधार यह था क सामा य

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वष म भी उनस भार कर वसल कया जाता था और असामा य वष (1765 और 1770) क बीच जब फसल बार बार खराब ह ई तब यह बोझ असहनीय हो गया उस समय आि या म म रया थ रसा का शासन था तथा उसका प जोजफ र ज ट क ह सयत स शासन का सचालन कर रहा था 1771 ई0 म जोजफ न बोह मया का दौरा कया कसान क ददशा को दख कर उसन सफा रश क क क ष दास था को समा त कया जाय य य प कसान का बोझ ह का करन क लय म रया थ रसा एक तदथ कानन बनान क प म थी ल कन वह इस था क स थागत अि त व पर आ मण करन क लय तयार नह थी स ाट बनन क बाद जोजफ न एक ल बी योजना क तहत कषक दास था को समा त करन का नणय लया उसन यह अनभव कया क इस था स रा य को अ धक आय नह rsquo होती थी कल न वग को कसान िजतना लगान दत थ उसका एक अश ह कल न वग रा य को दता था 1780 ई0 क अ यादश क अनसार उसन आि या - हगर म सामती उगाह का बोझ कछ कम कया तथा क ष दास को यह गारट द क व अपनी पतक भ म क उ तरा धकार मान जायग 1784 क अ यादश क अनसार भ म कर क दर को समान बनाया गया तथा वशषा धकार क नाम पर कसी भी वग को मलन वाल कर छट को समा त कया गया इसक लय उसन भ - सप त क सव ण का काय भी आर भ कराया िजसम पाच वष लग इस अव ध म वशषा धकार ा त वग न इस अ यादश का इतना वरोध कया क इस कभी लाग नह कया जा सका

इस कार साम तवाद क अ धकार को समा त करन म जोजफ असफल रहा

76 स म व ोह (1703-1772) स म क ष दास का दमन कया जाता था अ धक स अ धक काय लन क लय

कल न वग अपन अधीन कषक को दबा कर रखत थ 1649 ई0 म कसान क दमन स सबि धत सभी कानन को व ध स हता म सग ठत कया गया पीटर महान (1689-1725) क शासन काल म भी यह नी त अपनाई गई उसन बड़ी स या म कषक को कल न का दास बनाया 1703 ई0 म पीटर न एक नयी राजधानी बनान का काय आर भ कया सट पीटसबग क नमाण क लय स क भ न भ न भाग स कसान को लाया गया उनक रहन व खान क सम चत यव था नह क गई फल व प सह कसान मर गय उसन साम तवाद को नव विजत दश म भी लाग कया इसी समय यराल दश म लोह उ योग वक सत हो रहा था वहा पर भी बड़ी स या म कसान व मक को भजा गया द ण व द ण पव स म रहन वाल मक न करो क भार तथा अ नवाय स नक व मक क भत क अ यायपण काय क व व ोह आर भ कया यह व ोह भ न भ न थान पर भ न भ न समय म ह ए इनम स सबस लोक य व ोह अठारहवी सद क थम दशक म अ ाखान वश क रया और डान दश म हआ 1705 ई0 म अ ाखान क व ोह न भयकर प धारण कर लया क त उस दबा दया गया 1707 ई0 को डान म ह ए व ोह म म य प स कसान न भाग लया इनका नता क ाट बलावीन था शी ह यह व ोह सम त

द ण पव स म फल गया बलावीन न गर सी जा तय का सहयोग ा त करन क भी

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को शश क जलाई 1708 ई0 तक चलता रहा 1709 व 1710 ई0 म इस दश म यदा कदा व ोह होत रह ल कन पीटर न इन व ोह को दबा दया 1714 ई0 क एक आदश वारा उसन भ म पर साम त क अ धकार को वशोगत बना दया भखमर क कारण भ म

छोड़ कर भागन वाल कषक को ढढ कर लान व उ ह सजा दन का ब ध कया गया इस कार स म अठारहवी सद म साम त को और अ धकार दय गय य य प कथ रन महान को एक ब नरकश शासक माना जाता ह ल कन उसन

कषक दास क भलाई क लय कछ नह कया 1765 ई0 म साम त को अ धकार दय गय क व कषक को सजा द सक उनम असतोष क वाला फर स भड़क उठ

77 स म 1773-1775 का कषक व ोह सरकार वारा साम त क ि थ त ढ़ करन और कषक पर उनक अ धप तय क बढ़त

ह ए अ याचार क कारण दोन वग म कटता और बढ़ गई सी सा ा य क पव भाग म कषक क अ त र त खान व लोह क कारखान म काम करन वाल मक भी अपनी दशा स असत ट थ इस म गर सी जा तया तातार मोर डो वयन चवा श (बईनऔम) और बश कर क कसान भी भ म छन जान क कारण सरकार क व हो गय थ गर ब कोसक (Cossack) म भी असतोष बढ़ रहा था

मई 1773 ई0 म डान दश का रहन वाला थम लयन पगाचोव नामक एक कोसक जो कई बार जल म सजा भगत चका था कारागह स भाग नकला उसन वय को स का स ाट घो षत कया तथा पीटर ततीय क उपा ध धारण क कोसक व भ म छोड़ कर भाग ह ए कषक न उसका साथ दया आर भ स ह पगाचोव न कषक को अ याचार का मकाबला करन क लय उकसाया तथा उनक दशा सधारन क लय य न करन का वचन दया शी ह उसका साथ यराल क मक न दया उ ह न अपन कारखान स बदक व ो हय को द तथा काफ मा ा म कारखान क बाहर ब दक बनाई दस बर 1773 तक ओरनबग पम और स ब क क दश म भी यह व ोह फल गया तथा गर सी जा तय क सद य भी इसम सि म लत हो गय मक तथा गर- सय का कसान का साथ दन स ि थ त ग भीर हो गई माच 1774 म ला त चवो (Tatishchevo) क कल पर शाह सना न पन अ धकार कर लया इसी समय उफा म भी व ो हय क हार ह ई पगाचव यराल क पहाड़ म चला गया ल कन यहा पर भी वह परािजत हआ अब वह वो गा क नकट क दश क ओर मड़ा वहा पर उस कषक व गर सय का समथन मलन क आशा थी जन 1774 म उसन कजान क शहर को जीत लया एक बार फर हार कर पगाचव न वो गा नद को पार करक डान दश म पह चन क को शश क इस बीच सना उसका बराबर पीछा कर रह थी पगाचव को गर तार कया गया तथा जनवर 1775 म उस तथा उसक कछ सा थय को फासी द गई उसक गर तार क थोड़ समय बाद व ोह शा त हो गया

पगाचव क हार क न ना कत कारण थ - (1) व ोह म भाग लन वाल व भ न त व म वह एकता कायम नह रख सका

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(2) व ो हय क द त अनक थान पर तनात कर दय गय थ अतएव व सग ठत होकर नह लड़ सक

(3) उनक पास श क कमी थी (4) शाह सना क शि त उनस कह अ धक थी (5) उसम सगठन क मता का अभाव था (6) उसन अपन अनया यय क सामन उनक दशा सधारन क लय एक काय म क

प ट परखा नह बनाई थी प रणाम 1773-1775 ई0 क व ोह क प रणाम कषक क लय हतकार स नह

ह ए कथ रन वतीय न 1775 ई0 म एक अ यादश वारा ा त का पनगठन कया यह नई यव था पहल क अप ा अ धक क कत व नरकश बनी सी सा ा य क सीमावत ात जहा पर गर सी काफ स या म रहत थ सभी कार क वाय ता क अ धकार को

समा त कया गया 1785 ई0 म साम त को एक चाटर (Charter) दान कया गया इसम उन सब अ धकार क पि ट क गई िजनका क उस समय व योग करत थ उ ह अपन सगठन बनान का अ धकार भी दया गया इन सगठन पर गवनर को नर ण क अ धकार दय गय

अठारहवी सद म स म कषक न बार बार व ोह कय इसका म य कारण स क जार क कषक वरोधी नी त थी उ ह न समय पर साम त क शि त ढ़ करन तथा कषक क दमन करन क लय कानन बनाय आम तौर पर अठारहवी सद म स क कषक व ोह उसक पव भाग म ह ए जहा लोह क खान व कारखान म मक काम करत थ तथा गर सी जा तया नवास करती थी अतएव अ धकाश कषक व ोह म उपय त त व न भी भाग लया य व ोह सग ठत न होन क कारण असफल रह वा तव म व सी सा ा य क शि त क आग सफल भी नह हो सकत थ

स म कषक क शोचनीय दशा उ नीसवी सद क ार भक छ दशक तक बनी रह 1861 म स ाट एलकजडर वतीय न स म एक अ ध नयम वारा कषक दास क था को समा त करन क घोषणा क य य प यह अ ध नयम अपन उ य म पण प स सफल नह हआ क त फर भी यह कसान को साम त क अ याय स बचान क दशा म एक मह वपण कदम था

78 यरोप क अ य दश क ि थ त अठारहवी सद म पन पतगाल व इटल म कषक क दशा म वशष प रवतन नह

हआ य य प व साम त क अ याय स पी ड़त रह क त उ ह न साम त था क अ त क लय कोई आ दोलन नह कया बा कन दश म इसी कार क दशा थी उस समय वहा पर तक का रा य था तथा व पराधीनता का जीवन यतीत कर रह थ इन सभी दश म क ष अ य त पछड़ी ह ई दशा म थी तथा वहा क कषक आ दोलन करन क ि थ त म नह थ हाल ड डनमाक व वडन जो क इ लड क नकट थ म भी इ लड क तरह बाड़ब द क

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गई तथा वहा पर नवीन क ष प तय का अनसरण कया गया इसस वहा क कसान क दशा कछ हद तक सधर इन दश म भी अठारहवी शता द म कोई आ दोलन नह हआ

79 साराश चौदहवी सद तक इ लड म साम तवाद का बोलबाला था तथा कषक क दशा शोचनीय

थी ल कन सोलहवी सद तक इ लड म कषक दास क था समा त हो गई यरोप क सभी दश म कषक दास क था अठारहवी सद क आर भ तक बनी रह प हवी सद म जमनी ास व पन तथा स हवी सद म ास म असफल व ोह ह ए

अठारहवी शता द म इ लड म क ष क म नवीन प त का वकास हआ तथा बाड़ब द क गई ल कन हाल ड ास व ए शया क कछ भाग को छोड़ कर शष यरोप म खती ाचीन तर क स ह होती रह साम त क अ याय भी यथावत बन रह

ासीसी ा त क आर भ होन क बाद कषक न साम त क नवास थान पर आ मण करक अपनी दासता क सा य को न ट कया 1789 ई0 म रा य सरकार न सामतो स मि त दलान क लय दो कानन पास कय 1792 व 1793 ई0 म भी इस दशा म य न कय गय

आि या - हगर सा ा य क बोह मया दश म 1768 स 1775 तक बार बार कसान क व ोह ह ए य य प वहा क स ाट जोजफ न कषक को कछ रयायत द ल कन वशषा धकार ा त वग क वरोध क कारण उसक आदश को लाग नह कया जा सका

स क शासक न साम त का समथन ा त करन क लय समय समय पर उ ह अ धकार दान कय तथा कषक का दमन कया 1705 ई0 स लकर 1775 ई0 तक स म कषक क अनक व ोह ह ए इनम स पगाचव क नत व म 1773-75 का व ोह सबस भयकर था य व ोह स क पव भाग म ह ए इन व ोह म खान व कारखान म काम करन वाल मक तथा गर सी जा तय न भाग लया असग ठत होन तथा व ोह म भाग लन वाल त व म एकता क अभाव म य सब व ोह असफल रह इन व ोह क बाद भी स क शासक न दमन क या जार रखी

य य प यरोप क अ य दश म कषक क -ि थ त खराब थी ल कन तहा पर कोई आ दोलन नह ह ए

710 बोध न 1 अठारहवी सद क आर भ म कषक क दशा का वणन क िजए इस शता द म

आि या - हगर म ह ए कषक आ दोलन का व ोह का ववचन क िजए 2 अठारहवी सद म कषक क त स क शासक क ि टकोण का व लषण

क िजए इस सद म स म ह ए कषक व ोह का स त वणन करत ह ए कषक व ोह का स त वणन करत ह ए उनक असफलता क कारण क ववचना क िजए

3 न न ल खत वा य को पढ़ कर उनक स मख सह () या गलत () का नशान लगाईय

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(1) ासीसी ा त क आर भ होन क बाद कषक न साम त क नवास थान पर आ मण करक उन द तावज को न ट कया जो उनक दासता क सा य थ

(2) आि या का स ाट जोजफ साम तवाद क अ धकार को समा त करन म सफल रहा

(3) अठारहवी शता द म स म कषक क अनक व ोह ह ए (4) अठारहवी सद म स क अ धकाश कषक व ोह क बाद वहा क सरकार न

उनक ि थ त म सधार कया

711 सदभ थ 1 पाथसारथी ग ता (स पादक) यरोप का इ तहास वतीय स करण 1987 नई

दहल 2 Peter Gay and RK Webb Modern Europe Harper and Row

New York 1973 3 History of the USSR Part I (English Translation) ndash From the

Earliest Times to the Great October Socialist Revolution Progress Publishers Moscow 1977

4 Chapter VI and VII Written by MP Vyatkin and AG Mankow on Early Eighteenth Century and Second Half of the Eighteenth Century Robert Briggs ndash Early Modern Europe 1560-1718 Oxford University Press 1977

5 Edward Eyre (Director) ndash European Civilization ndash Volume V Oxford University Press London 1977

6 Montague Fordham ndash The European Peasantry 1600-1914 7 RR Enfield European Agriculture since 1750

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इकाई-8 नगर व शहर का वकास एव म नगर करण

इकाई क परखा 80 उ य 81 तावना 82 ाचीन काल क नगर क आबाद व बनावट 83 नगर क आबाद म व व उसक आकड़ 84 जनस या म व क कारण 85 ाम स नगर क ओर पलायन 86 नय नगर का व प 87 प रणाम 88 साराश 89 बोध न 810 सदभ थ

80 उ य इस इकाई क अ ययन स आप समझ पायग क यरोप म नगर व शहर का वकास

कस हआ नगर करण क इस या स ामीण जीवन कस भा वत हआ तथा नगर करण क या प रणाम ह य

81 तावना ाचीन काल क नगर एव नाग रक वारा अ धकार क ाि त हत कय गय य न

रोम व यनान क स यता क इ तहास म अनक नगर रा य का उ लख मलता ह इटल व यनान क ऐस नगर क अ त र त रोमन सा ा य क व भ न भाग म भी नगर क अि त व क बार म जानकार मलती ह उस काल म ऐस नगर कसी राजा अथवा साम त क गढ़ क चार ओर बसाय जात थ य नगर ाम स कछ बड़ होत थ तथा इनक आबाद भी गाव स अ धक होती थी अपन अ धप त क त नगर क नवा सय को लगभग उ ह दा य व का पालन करना पड़ता था जो क गाव म कषक दास (Serf) करत थ धम य और रा य रा य क उदय क कारण सामत क शि त ीण होन लगी इस काल म वा ण यवाद का उदय व व तार भी हआ नाग रक न साम त को बा य कया क वह यक प रवार स कर वसल न करक सम त नाग रक स साम हक प स कर वसल कर उ ह न अपन-अपन नगर क बाजार का ब ध भी अपन हाथ म ल लया अपन अ धप त क अदालत म ववाद का नपटारा करान क थान पर व अपनी बनाई गई अदालत म मकदम क सनवाई और फसल करन लग ऐस सब अ धकार क स ब ध म उ ह न राजा अथवा साम त स चाटर (Charter) ा त कय इ ल ड म यापा रय क सगठन न साम त को वपल धनरा श अदा कर य अ धकार ह तगत कय ास व नीदरल ड म नाग रक क सगठन को क यन

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(Commune) कहत थ इन क यन न अपन साम त क व सफलतापवक व ोह कय जमनी म अनक नगर न मलकर ऐस अ धकार लय तथा साम हक सर ा क लय ब ध भी कय इस समय म कछ भावशाल पाद रय ( बशप) न भी कछ नगर बसाय इ ह बसात समय उ ह न नाग रक को उनक अ धकार क स ब ध म चाटर दान कय

82 ाचीन काल क नगर क आबाद व बनावट हज क अनसार चौदहवी सद क अ त म यरोप क अ धकाश नगर क आबाद अ धक

नह होती थी पाच हजार क आबाद वाला नगर बड़ा माना जाता था इसस भी अ धक आबाद वाल नगर थ ल कन उनक स या अ धक नह थी यहा तक क लदन प रस स वल व नस यबक रोम आ द जस बह त बड़ नगर क आबाद एक लाख स कम थी यरो पयन दश क अ धकाश जनस या नगर क अप ा ाम म अ धक थी

उस समय क नगर क नवासी यापार क साथ बागवानी व छोट पमान पर क ष करक अपना जीवन यापन करत थ आम तौर पर एक नगर क चार ओर मजबत ाचीर होती थी और अनम त प क वारा ह एक नगर क व भ न दरवाज स शहर म वश मलता था नगर क चारद वार क अ दर व भ न कार क मकान होत थ जो एक दसर स सट ह ए होत थ इसम चच टाउन हाल व यापा रक तथा कार गर क सगठन क इमारत भ य होती थी सड़क चौड़ी नह थी ग लया इतनी सकड़ी होती थी क उनम स घोड़ा गाड़ी आ द क ठनता स गजरत थ ग लय व बाजार म पानी क नकास क लय ना लय का ब ध नह होता था यक नगर म एक थानीय स था होती थी रात म नगर क दरवाज ब द कर लय जात थ शा त व स यव था बनाय रखन क लय प लस नय त क जाती थी ल कन उनक स या बह त कम होती थी

83 नगर क आबाद म व व उसक आकड़ चौदहवी सद स इन नगर क आबाद बढ़न लगी समय क स य साथ अनक कारण

स पहल स था पत नगर क आबाद बढ़ती गई यहा तक अनक थान म मन य नगर क चारद वार क बाहर भी बस गए प हवी सद क बाद क यग म यरोप म कई अनक नय नगर बस तथा कछ परान नगर क सम न ट हो गई ल कन फर भी 1830 म यरोप म नगर क अप ा ामीण म मन य अ धक स या म नवास करत थ इटल व ास स उसक कल जनस या क साठ तशत ए शया म स तर तशत पन म न ब तशत और स तथा पव दश म पचानव तशत आबाद गाव म रहती थी य - य इन दश म

औ यो गक वकास क ग त म तजी आती गई य - य गाव स मन य अ धका धक स या म शहर म आन लग

म य यग क अ त व आध नक यग म नगर क वकास क अनक कारण ह इनम सबस मख कारण यरोप क सभी दश म जनस या क लगातार व होना ह ोफसर कार साडस न 1300 व 1600 ई0 म यरोप क व भ न दश क जनस या क न ना कत आकड़

तत कय ह

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-स दश का नाम जनस या 1300 ई0 1600 ई0 1 इगल ड चाल स लाख पसठ लाख 2 ास 1 करोड़ 40 लाख 1 करोड़ साठ लाख 3 पन व पतगाल साठ लाख 1 करोड़ 4 जमनी (नीदरलड क साथ) 1 करोड़ 50 लाख 2 करोड़ तीस लाख 5 डनमाक दस लाख छ लाख 6 वडन छ लाख - 7 नाव तीन लाख - 8 इटल 1 करोड़ यारह लाख 1 करोड़ तीस लाख

इसस प ट ह क चौदहवी स स हवी सद म अनक दश क जनस या म व ह ई स हवी सद क बाद जनस या क व क दर और बढ़ गई य - य व भ न दश म औ यो गक वकास क ग त बढ़ य - य जनस या क व क दर भी बढ़

चौदहवी सद स यरोप म जनस या क बढ़न क कारण का स त म व लषण करना आव यक ह य क नगर करण म व स इसका घ न ठ स ब ध ह

84 जनस या म व क कारण 1 पर परागत धारणाओ का अत कार साडस क अनसार म य यग म ईसाई समाज

म शर र क प व ता (Celebeoy) को एक न तक कत य माना जाता था य क मन य क जीवन म न तकता का अ य त मह व था ल कन अनक ईसाई सत न खल बसी (Celebacy) पर जोर दत ह ए भी यह माना था क अ धकाश ि य व प ष को शाद कर लनी चा हए फर भी कछ मन य अ ववा हत ह रहत थ पनजागरण क समय स यह धारणा कमजोर पड़ती गई

2 भयकर रोग क कोप म कमी ाचीन काल स ह लग व हजा भयकर रोग स यरोप क दश म बड़ी स या म मन य म य क ास बन जात थ अतएव म य दर अ धक थी अनक शश भी बा याव था म मर जात थ ल कन प हवी शता द स औष ध व ान म नर तर ग त होती गई फल व प लग व हजा आ द का कोप बह त कम हो गया शश भी अ धक स या म जीन लग इसस ज म दर बढ़ती गई म य दर क कम होन तथा ज म दर क बढ़न स आबाद म व ह ई

3 द भ का अ त लगभग स हवी शता द तक वषा क अभाव म फसल खराब हो जाती थी तथा द भ क कोप स काफ मन य मर जात थ क ष क ldquoनवीन प तrdquo क योग स अ न का उ पादन बढ़ता चला गया फल व प अकाल का कोप समा त हो गया

4 यापार म उ न त वा ण यवाद क उदय व व तार स अ तदशीय व वदशी यापार म व ह ई यापा रक काय क लय अ धक यि तय क आव यकता पड़न लगी अब वा ण यवाद क समथक क साथ रा य क सरकार भी

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जनस या म व चाहन लगी वा ण यवाद क वशष - व लयम टपल डवीनट आ द न रा य को इस ओर कदम उठान क लय रत कया अनक रा य न ववा हत यि त को कर म छट द तथा अ ववा हत यि त पर अ त र त कर लगाय कह -कह पर बड़ प रवार वाल यि त को रा य क तरफ स आ थक सहायता भी द जान लगी

5 क ष उ पादन म व ाचीन व म य यग म यरोप म एक नगर क सम उसक आस-पास क म अनाज क उ पादन पर नभर रहती थी यातायात क क ठनाईय क कारण दसर थान स अनाज नह लाया जा सकता था एक ओर तो क ष उ पादन म व न अकाल को लगभग समा त कर दया तो दसर ओर यातायात क साधन न यह सभव कर दया क दर-दर स अनाज मगाया जा सक अतएव अब नगर अपन आस-पास क क अनाज क उ पादन पर नभर नह रहा वह अपनी बढ़ती ह ई जनस या क लय अनाज का ब ध कर सकता था

6 स नक आव यकताए यरोप क व भ न दश पार प रक सघष म लग रहत थ इ ल ड क पहल ास और बाद म हाल ड क साथ त पधा व तीस वष य य (1618-1648) इसक उदाहरण ह ास क लई चौदहव (1643-1715) न ास को य म उलझाय रखा स क पीटर महान न व तारवाद नी त अपनाई इन य क लय स नक क आव यकता बनी रहती थी अत सब दश यह चाहत थ क उनक जनस या म व हो ता क उ ह अ धक स नक मल सक

7 औ यो गक वकास इ ल ड म औ यो गक वकास क फल व प जनस या म व ह ई अठारहवी शता द क उ तराध और उ नीसवी सद म यरोप क अ य दश म यह या आर भ हो गई तथा उनक जनस या भी बढ़ती गई अठारहवी सद क म य व उ नीसवी सद क अ त तक यरोप क जनस या म तीन गनी व ह ई

85 ाम स नगर क ओर पलायन नगर करण क एक वशषता गाव स शहर क ओर मन य का पलायन था इ ल ड

म इस कार का पलायन वा ण य क वकास स आर भ हआ क ष क उ न त तथा औ यो गक ा त क समय इसम व ह ई अ य दश म भी यापार क ष व उ योग क वकास क समय इस कार क व त दखन को मलती ह म य यग व आध नक यग क आर भ तक यरोप क यक दश म नगर क आबाद क मकाबल म ामीण क आबाद बह त अ धक थी 1830 इ वी म इटल व ास म कल जनस या का साठ तशत शया म स तर तशत पन म न ब तशत और स तथा पव यरोप क दश म 95 तशत ामीण म रहता था

1851 म इ ल ड म पहल बार ाम क मकाबल म शहर क आबाद अ धक दज क गई इस समय म यरोप म प चीस नगर ऐस थ िजनक आबाद एक लाख क लगभग थी इनम स चार इ ल ड तथा एक काटलड म था इसम लदन क आबाद जो 1800 म एक

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लाख थी 1830 म डढ़ लाख हो गई थी इ ल ड को छोड़ कर शष यरोप म प रस क त त नया सट पीटसबग नप स वयना मा को ब लन एम टडम डि लन ह बग वारसा मलान रोम म ड पलरन व नस लयो बडाप ट मास लज व बास लोना क नगर क आबाद पचास हजार स लकर तीन लाख तक थी

उ नीसवी सद क उ तराध तथा बीसवी सद म नगर क आबाद बढ़ती गई तथा ाम क जनस या म कमी आई इस अव ध म एक ओर नगर क आबाद बढ़ और दसर तरफ काफ स या म भ मह न कषक कशल कार गर व मक गाव स नगर म आय

नगर क आबाद म व तथा वहा गाव स मन य क लगातार आगमन का प रणाम यह हआ क 1914 म इ ल ड म उसक कल जनस या का 80 तशत ास म 45 तशत स कछ अ धक तथा जमनी म 60 तशत यि त शहर म रहत थ इस समय म स पोल ड व डनमाक म लगभग एक तहाई जनता शहर म रहती थी 1850 क बाद बड़ शहर क आबाद म वशष प स तजी क साथ व ह ई पहल प चीस नगर को बड़ा माना जाता था ल कन 1914 म ऐस पचास नगर थ िजनक आबाद एक लाख स अ धक थी

ाम स नगर क ओर मन य क पलायन क लय न ना कत प रि थ तय िज मवार थी

1 कषक दास क मि त म य यग म जमीदार न क ष म होन वाल घाट स बचन क लय यह उ चत समझा क व कषक को हल बल आ द साधन द कर तथा उनस फसल क एक नि चत भाग लकर भ म का त क लय द द इस प त स एक ओर तो जमीदार सभा वत नकसान स बच गय तथा दसर ओर कसान जमीदार क त अ य दा य व स म त हो गय फल व प इ ल ड म धीर-धीर कषक म त हो गय सोलहवी सद तक वहा पर कषक दास (Serfdom) क था लगभग समा त हो गई अब ाम स अनक कसान शहर क ओर चल गय

2 खत क बाड़ बद इ ल ड म तथा कछ समय बाद ास व जमनी क कछ भाग म छोट-छोट खत को मला कर बड़ खत (farms) बनाय गय इसस अनक गर ब कसान भ मह न हो गय तथा रोजगार क तलाश म नगर म आय

3 अ तरा य यापार का वकास वाल बक व टलर क अनसार प हवी सद म इ ल ड एक मह वह न यापा रक रा था ल कन सोलहवी सद म इगल ड का यापार बढ़न लगा इसी समय म पि चमी यरोप क कछ दश का यापार भी बढ़ा अ तरा य यापार क क आ त रक भाग क नगर थ जहा बाहर जान वाला माल इक ा कया जाता था ल कन इनस भी अ धक हलचल उन ब दरगाह पर होती थी जहा स जहाज बाहर जात थ अतएव ऐस थान पर रोजगार क लय गाव स काफ मन य आकर बस

4 औ यो गक वकास इगल ड म औ यौ गक ा त क समय कारखान को बड़ी मा ा म मजदर क आव यकता ह ई गाव स भ मह न कषक कार गर मक व बकार यि त शहर क कारखान म काम करन आय

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86 नय नगर का व प ाचीन नगर क चार द वार क बाहर भी मन य मकान बना कर रहन लग धीर-धीर

अनक नगर म सर ा क य ाचीर तोड़ द गई औ यो गक वकास क ग त म तजी क फल व प िजन नगर क आबाद बढ़ रह थी

व नगर आस पास क दहात तक फल गय यहा तक क ऐस दहाती नगर क समह बन गय ऐस थान म नगर तथा ाम क म य का अ तर लगभग समा त हो गया इस कार का प रवतन इगल ड तथा जमनी औ यो गक दश म प ट प स दखा जा सकता

था कछ थान पर गाव न नगर का प धारण कर लया य क इन थान पर यापार

अथवा उ योग क क खल गय थ इगल ड म इस कार क या का भाव सबस अ धक हआ

इगल ड म राजधानी क अ त र त अ य थान पर भी नगर का वकास हआ ल कन यरोप म रा य क राजधा नय क आबाद ह वशष प स बढ़

87 प रणाम 1 म यम वग का उदय नगर करण क व तार क यग का सबस मह वपण प रणाम

इन नगर म म यम वग का उदय था लगर न लखा ह क नाग रक जीवन स नवो दत म यम वग का सबस घ न ठ स ब ध था यह कहना क ठन ह क इस बज य (Burgeoise) वग म कस कार क यि त सि म लत थ कवल यह कहा जा सकता ह क आम तौर पर म यम वग क सद य गर क ष काय तथा कशल कार गर क काय क अ त र त अ य काय स ा त आमदनी स अपनी जी वका चलात थ उनक पास न तो क ष क लय काफ भ म होती थी और न ह व मक बन कर कमा सकत थ

मा यम वग को भी उ च व न न णी म वभािजत कया जा सकता ह उ च वग म बड़ यापार उ योगप त बकर धनी नवषक और अ छ आय वाल यवसाय म काम करन वाल यि त थ न न म यम वग क सद य उ च वग तथा म यम वग क उ च णी क यि तय क आव यकताओ को पर करत थ इनम दकानदार कशल कार गर बक सरकार द तर औ यो गक व यापा रक त ठान म काम करत थ वक ल कलाकार व ब जी वय को भी इसम सि म लत कया जा सकता ह

इस म यम वग न यरोप क यक दश क राजनी त म मह वपण भ मका अदा क य य प उ च म यम वग क सद य सतोष पण जीवन यतीत करत थ ल कन न न म यम वग को आ थक क ठनाइय का सामना करना पड़ता था

2 मक का दखमय जीवन यरोप क नगर क औ यो गक त ठान तथा क ष फाम म एक बड़ी स या म मक को नौकर द गई फ ट रय म काम करन वाल मजदर क दशा अ य त शोचनीय थी उनक रहन क उ चत यव था नह क गई थी व तग ग लय और बना हवादार मकान म रहत थ इसस उनक तथा उनक प रवार क सद य पर बरा असर पड़ता था शहर म काम करन वाल अ य अकशल मक क दशा भी खराब थी

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3 नगर का बतरतीब वकास लगभग यरोप क सभी नगर का वकास बना कसी योजना क हआ पहल स ह नगर म तग ग लया व कम चौड़ी सड़क थी अब य बढ़ती ह ई आबाद क लए क ठनईय पदा करन लगी शहर क चारद वार क बाहर भी मकान का नमाण बतरतीब ढग स हआ थानीय स थाए उन पर कोई नय ण नह रख सक

4 वा य पर बरा असर यह पहल बताया जा चका ह क म यकाल क आर भ क नगर म पानी क नकास क सम चत यव था नह थी तथा शहर म गदगी रहती थी इसस नाग रक क वा य पर बरा असर पड़ता था परान नगर क वकास तथा नय नगर क थापना क समय इस सम या पर यान नह दया गया समय क साथ साथ यह सम या

ग भीर होती चल गई अनक ग द बि तया (Slums) बनी फल व प मन य व भ न बीमा रय स त होन लग

5 अपराध क स या म व शहर बरोजगार क स या धीर धीर बढ़ती गई इसन शहर म रहन वाल मन य म अपराध क व त को ज म दया अथवा उसको उकसाया

6 मान सक तनाव ाम क अप ा शहर का जीवन अ धक तनाव पण होता ह एक नाग रक अपनी ज रत को पर करन म वय को असमथ पाता ह और मान सक तनाव का शकार हो जाता ह

ल कन शहर क उ थान व वकास क अनक लाभ भी थ 1 ब जीवी वग का वकास ाम क अप ा शहर म रहन वाल ब जी वय क

स या अ धक थी य ब जीवी आपस म मलत भी रहत थ फल व प नगर म सा ह य व कला का वकास हआ

2 व ा नक ग त यरोप क नगर म व ा नक अनसधान क क खोल गय इसम अनसधान क स वधाए उपल ध कराई गई इसस व ा नक म ग त ह ई

3 सामािजक आ थक व राजनी तक प रवतन क क यरोप क सभी नगर सामािजक राजन तक व आ थक ा त क क बन गय वहा पर इन म काफ हलचल होती रहती थी तथा व मल कर कसी भी अ याय का वरोध करन क लय शी सग ठत हो जात थ

शहर और ाम क स यता म अ तर अभी तक व यमान ह गाव क नवासी शा तपण जीवन यतीत करत ह ल कन शहर क नवा सय का जीवन बा य आडबर व तड़क भड़क स प रपण होता ह अतएव शहर म रहन वाला सदव कसी न कसी कार क तनाव स त रहता ह शहर क कोलाहल पण जीवन म उस शा त नह मलती ल कन वह इस जीवन का अ य त हो जाता ह

88 साराश इस इकाई म आपन यरोप क ाचीन काल क नगर क ि थ त का अ ययन कया

तथा यापा रक सगठन व क यन वारा साम त स अ धकार प (ब तजमत) ा त करन क बार म जानकार ा त क उस समय क नगर क आबाद व बनावट क स ब ध म यह मालम हआ क व बतरतीब बन थ तथा उनक आबाद पाच हजार स एक लाख तक थी

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यरोप क कल जनस या म स अ धकाश ाम म ह रहती थी ल कन 1300 स 1600 ई0 क म य शहर क आबाद बढ़ इसका म य कारण सभी थान पर जनस या म व थी इसक साथ यह भी जाना क इसक या कारण थ ाम स नगर क ओर काफ स या म यि तय क पलायन स नगर क जनस या बढ़ 1851 क बाद व भ न नगर क आबाद क आकड़ स ात होता ह क उस समय एक लाख स अ धक आबाद वाल शहर क स या 25 थी नय नगर क व प क अ ययन स ात हआ क इ ल ड व शष यरोप क नगर क ि थ त व वकास म अ तर था नाग रक जीवन क लाभ और हा नय क बार म अ ययन करन स यह मालम होता ह क ामवा सय क अप ा शहर जीवन अ धक तनावपण होता ह

89 बोध न 1 ाम स नगर क ओर पलायन क या कारण थ 2 यरोप क नगर म मन य को कन क ठनाइय का सामना करना पड़ा 3 यरोप क जनस या म व क कारण का व लषण द िजए चौदहवी सद स

यरोप क दश म इसन नगर करण को कस कार स भा वत कया

810 सदभ थ 1 Chapter by RR Enfield in the book lsquoEuropean Civilization ndash Its

origin and Developmentrsquo Volume V under the direction of Edward Eyre Oxford University Press London 1937

2 Chapter by RM Hartwell in the book lsquo The Cambridge Modern History Volume IX (1793-1830) edited by CW Cramley Cambridge University Press London 1965

3 Brison D Gooch Europe in the Nineteenth Century the Macmillan Company London 1970

4 David Ogg Europe in the Seventeenth Century Hindi edition Jaipur 1967

5 Carlton JH Hayes Modern Europe to 1870 The Macmillan Company New York Sixth Print 1960

6 Langer Eadie Geanakoplos Hexter Pipes Western Civilization Volume II Harper and Row New York Second Edition 1975

7 Wallbank and Taylor Civilization ndash Past and Present Volume II Third Edition 1975

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इकाई-9 कारखाना और मजीवी वग

इकाई क परखा 90 उ य 91 फ टर स टम

911 फ टर या ह 912 फ टर स टम कस श हआ 913 एक का प नक फ का काय व यास

92 फ स टम एवम औ यो गक ा त 93 फ स टम का सामािजक असर 94 बराइया 95 बराइय को दर करन क यास एवम समाधान

951 ससद य यास 952 समाज सधार और अबधनी त 953 सधारक य न जार रह 954 सडलर क य न 955 एशल का कानन

96 समाज और सामािजक प रवतन 97 साराश 98 अ यासाथ न

981 अश पर छोट सवाल 982 सार इकाई पर सवाल

99 ास गक पठनीय थ

90 उ य लगभग 1750 स लकर 1850 तक क काल को पि चम यरोप म औ यो गक ा त

का काल माना जाता ह अ य इकाइय म तमन औ यो गक ा त क बार म व तार स पढ़ा होगा अ य बात क अलावा औ यो गक ा त का सबध उ पादन क लए एक नए सामािजक व यास को नाम दया गया ldquoफ स टमrdquo फ स टम म काम करन क लए समाज म एक नए मजीवी वग का ज म हआ इस इकाई म हम फ स टम और इसम काम करन वाल मजीवी वग क बार म जानग

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91 फ स टम 911 फ या ह

औ यो गक ा त स श आत क भी पहल क बात ह कसी तजारत करन वाल कपनी क नमाइद को ldquoफ टरrdquo बलाया जाता था उसक द तर को फ rdquo फ स कपनी खर द-फरो त करती मसलन हम अ जी ई ट इि डया कपनी को ल जब कपनी स हवी सद म भारत आई तो उसन गजरात तट पर सरत बदरगाह म अपनी पहल मख फ था पत क इस फ म कपनी अपना यापार का सामान रखती और ह द ता नय क

साथ खर द-फरो त करती याल रखन वाल बात यह ह क ई ट इि डया कपनी एक तजारती कपनी थी और उसका उ पादन स चाह वह औ यो गक हो या फर गर औ यो गक कोई सीधा सरोकार न था

जस-जस अठारहवी सद म औ यो गक ा त का व तार हआ वस-वस फ श द का च लत अथ भी बदलता गया अब फ का अथ उस थान स हआ जहा क मशीन क वारा कार गर काफ मा ा म चीज को बनात यह अथ आज तक साधारण बोलचाल क

भाषा म च लत ह सो िजस कारखान म हवाई जहाज बनता ह वह भी फ कहलाता ह और िजसम कपड़ बनत ह वह भी हाला क ldquoफ rdquo कवल चीज बनान वाल कारखान को कहा जाता था फ जसी उ पादन यव था और कम व यास उ योग म भी य त होती थी जस क कोयला खदान

इस इकाई म हम म यतः औ यो गक ा त क पहल चरण पर गौर करग इस चरण (1750-1850) म फ ट रया यादातर सत कातन क कपड़ा बनन क और लोह का काम करन वाल होती थी

912 फ स टम कस श हआ

पजीवाद यव था क श आत क दन म पि चमी यरोप म उ पादन म यतः प टग आउटrdquo स टम पर नभर करता था इस यव था म पजी का मा लक यापार कार गर को क चा माल खर द कर दता कार गर अपन-अपन घर पर अपनी ह मशीन स चीज बनात िज ह क यापार इक ा कर क बाजार म बचता इस यव था म फायदा यह था क यापार दर-दर तक फल कार गर स काम करवा सकता था और उस अपन कार गर क रहन खान क यव था भी नह करनी पड़ती

पर इस यव था म नकसान कई थ एक तो यापार को अपन कार गर तक पह चन म और उनस बना हआ माल लन म काफ समय बबाद करना पड़ता दसर काम क वा लट बरकरार रखना मि कल था तीसर कार गर स समय पर काम करवान म द कत

होती थी इन मि कल स पार पान का एक तर का था वह यह क सार कार गर को एक ह

कारखान म इक ा कर लया जाए पर ऐसा करन पर यापार को कारखान क इमारत बनान

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म पसा लगाना पड़ता मशीन खर दनी पड़ती और फोरमन और सपरवाइजर को नौकर पर लगाना पड़ता अथात यापार का उपरला खच काफ बढ़ जाता

पर जब 1700 ई0 म वीडन क यापार टोफर पोलहम न 100 कार गर वाल एक बतन-भाड क फ टर था पत क तो उसन पाया क उ पादन पर कल खच इतना कम हो जा रहा था क उपरला खच बढ़न क बावजद वह अ छा खासा मनाफा कमा लता

913 एक का प नक फ टर का काय व यास

एडम ि मथ अपनी कताब द व थ ऑफ नश स (1776) म एक साधारण पन बनान वाल फ टर का वणन करता ह जब पन घरल उ योग म बनाए जात थ तो एक या दो यि त ह पन बनान म लगत थ पर फ टर म पन बनान क या को कई ह स म बाट दया गया एक आदमी तार खीचता दसरा उस सीधा करता तीसरा काटता चौथा उसक एक सर को नक ला करता पाचवा उसक दसर सर को घसता वगरह इस तरह तार खीचन स लकर बन ह ए पन को कागज क प ड़या म पक करन तक एडम ि मथ न कोई 32 चरण गन इनम स कसी भी चरण पर ह नरमद कार गर क ज रत नह थी एक ब चा भी इनम स कसी एक चरण को बखबी परा कर सकता था यह फ स टम क मख व श टता थी

फ टर म उ पादन क या को बह त ह सरल छोट-छोट ह स म बाट दया गया हर चरण को एक साधारण अकशल मक भी आसानी स परा कर सकता था या न क अब कारखान क उ पादन- मता कसी यि त वशष क द ता पर नभर नह करती थी बि क सार कारखान क आगनाइजशन पर िजस क एक मनजर आसानी स क ोल कर सकता था फर च क द कार गर क ज रत नह थी तो फ ट रय म ि य और ब च को आसानी स मक क तौर पर इ तमाल कया जा सकता था और हाला क ि या और ब च एक प ष िजतना ह उ पादन करत उनक तन वाह आद मय क तलना म कह कम रहती इस सब स फ टर क मा लक को काफ मनाफा होता

92 फ स टम एवम औ यो गक ा त इ तहासकार हो सबाम का कहना ह क वस तो स हवी सद स ह उ पादन या म

अनक कार क या क सधार होन श हो गए थ पर सफ या क सधार ह औ यो गक ा त नह ला सक औ यो गक ा त क लए ज र था क उ पादन इतना यादा और इतना

स ता हो क बाजार म आप स आप इस उ पाद क लए माग बढ़ ऐसा तब ह हो सका जब या क सधार क साथ उ पादन क लए एक नए कम व यास का इ तमाल कया गया जब उ पादन क या स सब धत डवीजन आफ लबर को (काम क बटवार) को काफ ज टल बना दया गया उ पादन क या को कई छोट-छोट टकड़ म बाट दया गया और एक मजदर क िज म कवल एक ह ह सा रखा यह फ स टम क मख व श टता थी

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93 फ टर स टम का सामािजक असर मनाफा बढ़ान क लए यह ज र था क फ म लगी मशीन का यादा स यादा

उपयोग कया जा सक फ मा लक क च टा यह रहती थी क अपन कार गर स तब तक लगातार काम करवात रह जब तक क मशीन ह जवाब न द जाए इसका मतलब यह था क कामगार को काम करन क तर क का एक नया अनशासन सीखना पड़ा

इ तहासकार ईपी हामपसन का मानना ह क िजस लय स मशीन चलती ह उसी लय स मक को चलना सीखना पड़ा समय क पाबद सीखनी पड़ी क एक नि चत समय पर काम पर आए और एक नि चत समय पर काम स हट एक ह थान पर खड़ होकर लगातार एक ह या क काम को लगातार करत रहन क आदत डालनी पड़ी य द कसी क िज म पन का तार घसना था तो वह लगातार दनभर कवल तार ह घस सकता था िजस यि त को तार सीधा करन का काम दया गया दनभर एक ह थान पर खड़ रहकर कवल तार ह सीधा करता रहता

जस-जस समय बीतता गया इस पर स टम क दगण भी सामन आत गए सबस पहल जो बात सामन आई वह यह ह क फ म लगातार एक ह जगह पर कठपतल क तरह काम करत रहना काफ उबाऊ था मक थोड़ ह समय म इस तरह क काम स जी चरान लगत जब फ का मा लक उनस जबरद ती काम करवाता तो जा हरा तौर पर काम करन वाल को यह बात अखरती और उ ह ख दल स काम पर लग रहना पड़ता

जहा तक काम करन क प रि थ तय का सवाल ह कछ बात साफ ह एक तो यह क यह कहना मि कल ह क फ म काम करन वाल क प रि थ त दसर मक क प रि थ त स बहतर थी या बदतर ऐसा इस लए क इ तहासकार क पास औ यो गक ा त स पहल क काल क मक क बार म यादा जानकार नह ह हा यह ज र पता ह क तरहवी सद स ह उ तर यरोप म पगार पान वाल मजदर हआ करत थ और उनक हालत अ य मजदर क हालत स खराब नह थी वस भी स हवी-अठारहवी सद म कम स कम इ ल ड म प टग आउट स टम क तहत काम करन वाल बह त सार मजदर पगार क एवज म ह काम कया करत थ कहन का मतलब यह ह क फ मजदर का तन वाह मजदर होना समाज क लए कोई नह बात नह थी

94 बराइया जो नई बात थी वह यह क जब फ या बनी तो एक साथ बह त सार मजदर शहर

म इक ा ह ए इस जमाव म उनक ददशा भी समाज क सामन कह यादा खर प स उजागर ह ई

उ योग म ब च और औरत को सोलह घ ट या उसस भी यादा काम करवाया जाता थकान क कारण य द कोई काम नह कर पाता तो उस ब ट स पीटा जाता था तन वाह काट ल जाती तन वाह वस भी काफ कम मलती थी एक ह त क लए कसी ह नरमद कार गर को 1795 म कोई 25 श लग और साधारण मजदर को सफ 12 श लग मला

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करत थ म हलाओ को प ष स आधी और ब च को एक चौथाई तन वाह ह मलती हाला क व प ष िजतना ह काम करत

कोयल क खदान म तो ि थ त और भी यादा खराब थी यहा चार स पाच साल क ब च को खदान क सरग क अदर बारह स सोलह घट काम करवाया जाता इनक औसत पगार दो स तीन श लग त स ताह थी

फ स टम क आन स मजदर क गर बी भी बह त यादा उजागर होन लगी वस तो औ यो गक ा त क श क साल म ह यह साफ हो गया था क समाज म नर ह गर ब क स या बढ़ रह ह पर इस ि थ त स बचन क लए कछ खास नह कया गया पीनहमल ड नामक क ब म गर ब क मदद क लए एक स टम ज र श कया गया िजस पीनहमल ड स टम क नाम स जाना जाता था कछ दसर क ब न भी इस स टम को

अपनाया पर बढ़ती ह ई औ यो गक गर बी क सामन यह स टम प त हो गया शहर म ि थ त कछ ऐसी थी क मजदर क हालत बद स बदतर होती चल गई

शहर बगर कसी योजना क बतहाशा बढ़त चल गए उनक नगरपा लकाए इस नई आबाद क दखभाल करन म असमथ रह शहर म गद द र बि तया पनपन लगी िज ह अ जी म लम कहत ह जहा अब तक शहर म अनक तबक क लोग आपस म मल कर रहत थ

वहा धीर-धीर मजदर बि तया शहर क बाक आबाद स हट कर रहन लगी इन बि तय म न तो सडक ठ क होती न ह ना लया न ह कड़ा नकालन क कोई यव था न ह पय जल का इतजाम और न ह ठ क स बन ह ए मकान इ तहासकार हो सबाम का कहना ह क यरोप क शहर म इस क म क बि तया यादातर शहर क पव ह स म बसी सो शहर म एक नया भद श हो गया ई ट ए ड नवासी (गर ब) और व ट ए ड नवासी (अ भजा य) का

रह-रहकर औ यो गक शहर म महामा रया भी बढ़न लगी लासग म पहल बार 1818 ई0 म हाइफस जवर का कोप फला यरोप क सार औ यो गक शहर म 1831 ई0 और 1832 ई0 म टाइफाइड़ क महामार छाई रह इन शहर म कालरा मयाद बखार और तप दक का भी बोलबाला रहा य सार बीमा रया यादातर मजदर बि तय म ह रह मानो यह सा बत कर रह ह क जहा द र ता और गदगी ह वहा बीमा रया भी रहगी इस सबन मजदर बि तय क नवा सय का हौसला तोड़ दया सामािजक हौसलाप ती क कई ल ण सामन आन लग शराब का ज रत स यादा इ तमाल होन लगा बाल ह या व याव त आ मह या और मान सक व ता क घटनाए बढ़न लगी मजदर क दग त इस बात स और भी यादा उजागर ह ई क औ यो गक ा त क कारण समाज क बाक सार वग क स प नता बढ़ रह थी

95 बराइय को दर करन क यास एवम समाधान फ टर स टम क इन बराइय को ज द स ज द दर करना बड़ा ज र था य क

एक तो साधारण मानवीयता का तकाजा था क मजदर क काम करन क हालात म सधार आए इसस भी यादा बड़ा कारण यह था क फि य म अ धकाश उ पाद फ म काम करन वाल मजदर ह खर दत थ इस लए अगर मजदर क माल हालत एक सीमा स नीच जाती

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तो नकसान पजीप तय को ह होता और अगर मजदर बि तय क समाज यव था को ठ प होन दया जाता तो डर था क कह दश म व ोह न भड़क उठ व ोह न भी होता तो यह तो साफ था क म यवग क जवान इन बि तय म फल रह शराबखोर व याव त और अ य कार क अन तकता क च कर म पड़ रह थ य द म यवग को अन तकता स बचाना था तो

ज र था क मजदर वग स अन तकता को दर कया जाए

951 ससद य यास

आजकल यह माना जाता ह क य द फ मा लक अपन मजदर क भल कार दखभाल कर तो उ ह ह यादा मनाफा होता ह पर उ नीसवी सद म यह बात अ धकाश पजीप तय क समझ म नह आ रह थी इस लए हम पात ह क फ टर म मजदर क ि थ त सधारन वाल अ धकाश उपाय कवल कछ फ टर मा लक क पहल पर रा य यव था वारा व भ न दश क ससद वारा कए गए सबस यादा सधार का काम इगल ड म

हआ ऐस उपाय म स पहला था इगल ड म राबट पील वारा ससद म पास कया गया

ह थ ए ड मारटज ए ट (1802) यह ए ट कवल बड़ी फ ट रय पर लाग होता था और कवल एपरि टस पर इस ए ट म यह कहा गया क नौ साल स कम उ क ब च बतौर एपरि टस नह लगाए जा सकत फ मा लक पर इन ब च स बारह घ ट स यादा या फर रात म काम करवान पर रोक लगा द गई

1802 क ए ट म कई खा मया थी एक तो यह कवल बड़ी फ य पर लाग होता था और वहा भी कवल उन फि य पर जो क एपर टस को इ तमाल करती थी बह नर बाल मजदर को इस ए ट स कोई सर ा नह मलती थी सबस म य बात तो यह थी क इस ए ट म नर ण करन का कोई ावधान न था नतीजतन यह ए ट महज कागजी कानन बन कर रह गया

फर 1816 म पील क चयरमनी म एक ससद य कमट का गठन कया गया इस कमट क सलाह पर 1819 का फ नय ण कानन पास कया गया इस कानन म पछल कानन क ावधान को दोहराया गया और कहा गया क सार बाल मजदर को इस कानन क सर ा द जाएगी साथ ह यह नधा रत कया गया क सोलह साल स कम उ क मजदर को बारह घ ट क दन म डढ़ घ ट क खान क छ ी द जायगी च क यह ए ट सार कामकाजी ब च पर लाग होता था इस लए लोग न इसका डट कर वरोध कया वरो धय म एक बड़ा तबका उन मा-बाप का था जो अपन ब च स काम करवात थ

952 समाज सधार और अबधनी त

तमन अबधनी त क बार म पढ़ा होगा यह नी त अठारहवी सद क अ तम दशक म काफ फल चक थी अथशा ी एडम ि मथ िजसका हम पहल िज कर चक ह इसका एक बड़ा समथक था इस नी त क मतावल बय का मानना था क समाज क अथ यव था तब ह

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सफल हो सकती ह जब क सरकार अथ यव था को अपन आप पर छोड द उसम अपनी टाग न अड़ाए

जब उ नीसवी सद म ससद य य न मजदर क सधार क लए होन लग तो सधार-वरोधी उ योगप तय न अबधनी त क दहाई दत ह ए यह गहार लगाई क अगर रा य फ स टम को सधारन व नय त करन क को शश करगा तो सार अथ यव था ह ठ प हो जाएगी दरअसल बड़-बड़ दाश नक वचार क आड़ म य वरोधी कवल इतना कह रह थ क उ ह मजदर -ब च म हलाओ और प ष का खन चसन स नह रोका जाना चा हए भल ह ऐसा करत ह ए व समाज क इतनी दग त य न कर द िजसस क समाज का साधारण चाल-चलन ह ठ प हो जाए ऐस वरो धय को उनक खद क बवकफ स बचाना ज र था

953 सधारक य न जार रह

1820 क दशक म पावर लम और भाप क इजन म काफ यादा या क सधार आए इसका नतीजा यह हआ क इस दशक म धीर-धीर फ स टम सार कपड़ा उ योग और ख नज उ पादन पर छा गया फि या भी कवल कछ शहर इलाक म कि त होन लगी लकाशायर का कपड़ा उ योग इसका अ छा उदाहरण ह यहा कोई 25 वग मील क म इतनी यादा कपड़ा मल थी क इ ल ड का 80 तशत स यादा कपड़ा बनाया जाता था िजतना फ ट रय का जमाव बढ़ा उतना ह उनक दगण कट ह ए इसम सधार लान क ससद य यास भी उतन ह जोर स कए जान लग

954 सड़लर क यास

माइकल सड़लर न 1831 म टन-आवर बल इ ल ड क ससद म पश कया इस बल म यह ावधान था क कसी भी मजदर स दस घट (टन-आवर) स यादा काम नह लया जा सकगा यह बल ससद म पास नह हो सका

पर इन दन इ ल ड म व ट इ डीज क दास था को लकर काफ गहमा-गहमी चल रह थी इसक रहत अखबार और प काओ म फ टर मजदर क तलना व ट-इ डीज क नी ो दास स क जान लगी धीर-धीर यह मत फलन लगा क मजदर क ि थ त म सधार क लए कछ ठोस कदम उठाए जान चा हए इसक फल व प जब 1833 म लाड एशल न ससद म अपना ताव रखा तो वह कछ ससद य छ ना-झपट क बाद पा रत हो गया

955 एशल का कानन

लाड एशल क कानन (1833) को सार कपड़ा बनन क फि य पर लाग कया गया इसक अनसार नौ साल स कम उ क ब च को फ म काम करवान पर पाबद लगा द गई तरह साल स कम उ क मजदर स दन म नौ घ ट और स ताह म 40 घ ट स यादा काम करवाना तब धत कया गया उ ह रोज डढ़ घ ट क खान क छ ी दना ज र

रखा गया यह कहा गया क अठारह साल स कम उ क मजदर स दन म 12 घट और स ताह म 69 घट स यादा काम नह करवाया जा सकता ldquoरातrdquo क काम को ठ क तरह स

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प रभा षत कया गया साढ़ आठ बज शाम स लकर साढ़ पाच बज सबह तक क समय को ldquoरातrdquo करार दया गया और इस पार म कवल अ ारह साल स यादा उ क मजदर क योग क अनम त द गई फ म काम करन वाल हर ब च का रोज दो घट कल जाना नि चत कया गया नर क क एक बड़ी टोल नय त क गई जो फ मा लक पर नगरानी रख सक और जो मा लक कानन क अवहलना करत ह ए पकड़ जाए उन क सर बड़ी सजा का ावधान रखा गया

इस कानन म दो म य खा मया थी एक तो यह कवल कपड़ा उ योग पर ह लाग कया गया जब क अ य उ योग म भी मजदर क हालत काफ खराब थी दसर यह कवल ब च को अपन दायर म लता था जब क ि य और प ष को भी काननी सर ा क आव यकता थी

96 समाज और सामािजक प रवतन बहरहाल इस कानन स कछ बात साफ जा हर होती थी सबस पहल बात तो यह क

हाला क समाज म अब भी अबधनी त का बोलबाला था अब सरकार क समझ म यह आन लगा क समाज क कछ अश ऐस होत ह जहा क सधार लान क लए सरकार ह त प ज र होता ह दसर बात यह क अब साधारण तौर पर यह माना जान लगा क समाज म औ यो गक उ पादन क इकाई प रवार नह बि क यि त वशष था और उसक सामािजक सर ा और सखा-पढ़ क िज मदार कवल प रवार पर ह नह छोड़ी जा सकती थी समाज को भी आग बढ़कर कछ उपाय करना ज र था

धीर-धीर अ य उ योग को भी फ कानन क तहत लाया गया 1842 म लाड एशल क कानन को कोयला खदान पर लाग कया गया और म हला मजदर को भी सर ा द जान लगी 1878 म इस कानन न सार फि य और वकशाप को अपन दायर म ल लया इस बीच दसर दश म भी फ कानन क या जार थी 1841 म ास म बाल-मजदर कानन लाग कया गया ए शया म भी 1870 तक कई कानन जार कए गए पर उ ह कभी गभीरता स लाग नह कया गया

1848 म सार यरोप म सोश ल ट व ोह ह ए और उ ह काफ आसानी स कचल दया गया इन व ोह म मजदर न बढ़ कर ह सा लया था कचल जान क बाद इन व ोह क बह त सार नता मजदर नता बन गए और फ मा लक स मजदर क भलाई क लए माग करन लग इस समय क बाद स फ मजदर क सगठन बनना श हो गए और कमशाला क हालात म सधार क लए य सगठन अपन अपन उ योग और सरकार पर जोर हालन लग ऐसा इ ह न कस तरह कया तम अ य इकाइय म पढ़ोग

97 साराश इस इकाई म तमन जाना क फ स टम अठारहवी सद म श हआ इसन

औ यो गक उ पादन म एक नए कम व यास को ज म दया फि या चलान क लए एक नए क म क अनशासन क ज रत थी जो क पहल कभी ससार म दखन को नह मला था लगातार अनशासन था पत रखन क लए फ क मय क उपर एक नए मनजमट तबक का

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ज म हआ फोरमन और सपरवाईजर य लोग लबर अ र टो स (Labour aristocrates) कहलाए इनक रहत उ योग म उ योग क मल कयत और उसक मनजमट म भद कया जान लगा मजदर क शहर म रहन स कई बराइया पनपी उ ह दर करन क लए उ नीसवी सद क म य तक अ भजा य वग स कछ समाज सधारक उबर कर सामन आए पर मजदर क सगठन अभी ठ क तरह स नह पनप पाए थ व 1848 क यरोपीय व ोह क बाद उबर

98 अ यासाथ न (I) अश पर छोट सवाल

कछ श द म जवाब द िजए (क) या फ स टम और औ यो गक ा त म स कोई एक बगर दसर क पनप

सकता था (ख) फ स टम क मख व श टता या थी (ग) या पन बनान क फ वा तव म एडम ि मथ क वणन क अनसार होती ह (घ) या फ स टम अन तक था (च) अबधनी त फ मा लक को य पसद थी (छ) इस इकाई म िजन फ सधारक का िज ह उसक अलावा दो और सधारक क

नाम बताइय (II) सार इकाई पर सवाल

दो सौ स तीन सौ श द म जवाब द (क) फ स टम इ ल ड म कस तरह पनपा (ख) फ स टम न कस तरह था पत आ थक और सामािजक स थाओ पर हार

कया (ग) फ स टम क कारण समाज म कस तरह क प रवतन आए (घ) फ स टम म सधार लान क य न क ववचना कर

99 ास गक पठनीय थ ईज हो सबाम - ाम इड ट ए पायर प गइन ईज हो सबाम - एज आफ रवो यशन प गइन ईपी टाम सन - म कग आफ द इग लश व कग लास (सभी कताब अ जी म ह बाजार म आसानी स मल जाती ह)

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Page 3: एमassets.vmou.ac.in/MAHI01-2.pdf ·  · 2014-04-056.7 इंगलैड ... अलबट[थेयर(Albert Thaer) ने1798 (Introduction to the knowledge of English Agriculture)

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एमएएचआई -01

वधमान महावीर खला व व व यालय कोटा

एमए पा य म (इ तहास)

ख ड-2 इकाई स या प ठ स या

इकाई 6 यरोप म अठारहवी शता द म क ष यव था 5mdash11 इकाई 7 अठारहवी सद म यरोप म कषक व ोह 12mdash20 इकाई 8 नगर व शहर का वकास एव यरोप म नगर करण 21mdash28 इकाई 9 कारखाना और मजीवी वग 29mdash37

4

पा य म वकास स म त ो बीएस शमा कलप त (अ य ) ो र व कमार नदशक नह मारक स हालय एव प तकालय नई द ल

ो कएस ग ता इ तहास वभाग मोहन लाल सखा ड़या व व व यालय उदयपर (राज)

ो बीआर ोवर पव नदशक भारतीय इ तहास अनसधान प रषद नई द ल

डा बज कशोर शमा वभागा य इ तहास वभाग कोटा खला व व व यालय कोटा (राज)

ो एसपी ग ता इ तहास वभाग अल गढ़ मि लम व व व यालय अल गढ़ (उ )

डा कमलश शमा इ तहास वभाग कोटा खला व व व यालय कोटा

ो जपी म ा पव इ तहास वभागा य काशी ह द व व व यालय वाराणसी (उ )

डा याक़ब अल खान इ तहास वभाग कोटा खला व व व यालय कोटा

पा य म नमाण दल

डा एलपी माथर पव वभागा य इ तहास वभाग मोहन लाल सखा ड़या व व व यालय उदयपर (राज)

डा राजीव लोचन इ तहास वभाग पजाब व व व यालय च डीगढ़ (भारत)

अकाद मक एव शास नक यव था

ो(डॉ) नरश दाधीच कलप त

वधमान महावीर खला व व व यालय कोटा

ो(डॉ)बीक शमा नदशक(अकाद मक) सकाय वभाग

योग गोयल भार अ धकार

पा य साम ी उ पादन एव वतरण वभाग

पा य म उ पादन योग गोयल

सहायक उ पादन अ धकार वधमान महावीर खला व व व यालय कोटा

पनः उ पादन ndash Oct 2012 MAHI-01ISBN No-13978-81-8496-260-4 इस साम ी क कसी भी अश को व म ख व कोटा क ल खत अनम त क बना कसी भी प म lsquo म मयो ाफ rsquo (च म ण) वारा या अ य पनः तत करन क अनम त नह ह व म ख व कोटा क लय कलस चव व म ख व कोटा (राज) वारा म त एव का शत

5

इकाई-6 यरोप म अठारहवी शता द म क ष यव था

इकाई क परखा 60 उ य 61 तावना 62 अठारहवी सद क पहल क यग म यरोप म क ष यव था 63 खती क ाचीन तर क 64 अठारहवी सद म इ लड म खती क तर क म प रवतन क लय िज मवार

प रि थ तया 65 इगल ड म क ष क नवीन प त 66 अठारहवी सद म अ य दश म क ष 67 इगल ड म नवीन क ष का भाव 68 न कष 69 श दावल 610 अ यासाथ न 611 सदभ य

60 उ य इस इकाई म आप अ ययन करग - क ष का मानव क जीवन म मह व - अठारहवी सद क पहल क यग म यरोप म क ष यव था क वशषताए-

सामतवाद यव था म कषक क दशा तथा क ष क यव था - क ष क ाचीन तर क - अठारहवी शता द म इ लड म खती क तर क म प रवतन क लय िज मदार

प रि थ तया - नय आ व कार व तर क - अठारहवी सद म यरोप क अ य दश म क ष क दशा ास व जमनी क कछ

भाग म इ लड क नवीन प त का भाव शष यरोप म इसका अनकरण न होन क कारण

- इ लड म क ष क नवीन प त क भाव - क ष उ पादन म व बढती ह ई जनस या क लय अ न क यव था उ नीसवी सद म नवीन क ष का व तारपशधन म व द भ का अ त उ योग क लय मक क यव था नकद फसल का उ पादन

6

61 तावना ाग-ऐ तहा सक यग म क ष का आ व कार मानव स यता क वकास म एक

ा तकार कदम था इसन मानव को थायी प स एक थान पर नवास करन क लय रत कया ाचीन यग म यरोप स हत व व क लगभग सभी भाग म क ष काय ह मन य

का म य यवसाय था बालबक व टलर क मत म आध नक यग क आरभ म भी यरोप क आ थक जीवन म क ष मानव का म य उ यम रहा य य प आज भी खती अ धकाश मन य क जीवन यापनका साधन ह क त चार सौ साल पहल इसका मह व आज स कह अ धक था

अठारहवी सद म इ लड म क ष क म अनक तकनीक प रवतन ह ए इन प रवतन न क ष उ पाद म एक कार स ा त ला द इन प रवतन को समझन क लय म यकाल न यग क क ष यव था क वशषताओ को समझना आव यक ह

62 अठारहवी सद क पहल क यग म यरोप म क ष यव था माक लाक क मत म म यकाल न यग म सामतवाद का उदय पर पर नभरता क

स ब ध क आधार पर हआ सर ा व अजी वका क लय कसान न अपनी भ म व ससाधन थानीय सामत को स प दय थानीय साम त न बड़ साम त स सर ा का आ वासन

स नक सहायता क बदल म ा त कया बड़ साम त न ऐसी ह शत पर राजा को अपन अ धकार स प साम तवाद क उदय और वकास क चाह कछ भी कारण रह ह इसका एक मह वपण प रणाम कषक का भ म का वामी नह होना था अत उसम भ म क सधार क त उ साह नह रहता था

साम तवाद यव था म कषक क दशा दास क समान थी वह कसी भी हालत म अपन साम त क चगल स छटकारा नह पा सकता था साम त क अ धकार असी मत थ रा य काय य अथवा ऐश-आराम म य त रहन क कारण व खती क उ न त पर यान नह दत थ

उस समय ाम (Manor) यव था इस कार थी एक मनर म साम त या उप साम त का गढ़ होता था िजसक चार ओर कसान क मकान होत थ ाम क प र ध म क ष यो य खत होत थ इन खत क सीमा नधा रत नह क जाती थी य क इनम सभी कषक दास अपन साम त क लय सामदा यक प स खती करत थ ऐसा करत समय उ ह साम त या उसक त न ध का आदश मानना पड़ता था आम तौर पर गाव क खत को दो तीन या चार भाग म बाटा जाता था ल कन अ धकतर तीन भाग कय जात थ एक भाग म गह या राई दसर म म का व अ य फसल बोई जाती थी तथा तीसर को हल चला कर खाल छोड़ दया जाता था इन खत क आस पास चरागाह और जगल होत थ चारगाह म गाव क सभी पश चर सकत थ घास क मदान स उनक लय चारा ा त कया जाता था तथा जगल स लकड़ी घर को बनान क लय फस आ द ा त कय जात थ

गाव म कसक खती क जाय और कब उसक बीज बोय जाय इसका न चय गाव (Manor) क अदालत करती थी खत म काय करन क लय मक उपल ध होत थ इस

7

यव था म एक कसान को यि तगत सवाए व त अथवा नकद धन क मा यम स लगान अदा करना पड़ता था

इस यव था क अनक दोष थ आम तौर पर एक कसान को दो या उसस अ धक थान पर खती क लय छोट छोट खत दय जात थ इनम खती करन म उसका काफ समय

न ट हो जाता था तथा उस यय भी अ धक करना पड़ता था कई बार अपन छोट छोट खत क सीमाओ क बार म उसका अपन पड़ौसी कषक स ववाद चलता रहा था वह भ न भ न खत म सचाई का सतोषजनक ब ध नह कर सकता था इन खत म वह एक ह फसल पदा कर सकता था य क स दय म य खत चरागाह क प म उपयोग म लाय जात थ

63 खती क ाचीन तर क म य यग म खती क तर क उ नत नह थ एक कसान का म य औजार था लकड़ी

स बना हआ हलका हल फसल काटन क लय उसक पास एक हसल होती थी अनाज को साफ करन क लय उस हवा म छोड़ा जाता था (winnowing) अथवा जमीन पर बखरा जाता था ता क पशओ को उस पर चलाया जा सक एक टोकर म बीज रख कर कषक उ ह चार ओर बखरता हआ चलता था सचाई क पया त यव था नह थी फसल को बदल बदल कर (Rotation of Crops) नह बोया जाता था म ी क जाच भी नह होती थी ऐसी प रि थ तय म क ष उ पादन क मा ा कम थी

64 अठारहवी सद म इगल ड म खती क तर क म प रवतन क लय िज मवार प रि थ तया म य यग क अ त म इगल ड म यापार क उ न त होन लगी इस समय औष ध

व ान क ग त क कारण म य दर घटन लगी शशओ क म य दर म कमी आई फल व प इ लड क आबाद बढ़ ल कन इस बढ़ती ह ई जनस या अपनी आव यकताओ क लय वन और चरागाह को तजी स साफ करक क ष यो य भ म का पा रि थ तक सतलन बगाड़ दया क ष उ पाद म कमी आई दसर ओर मजदर क दर बढ़न लगी इन दोन कारण स जमीदार को घाटा होन लगा इस घाट स बचन क लय उ ह न कषक स नय समझौत कय उ ह न कषक को भ म औजार व अ य साधन दान कर खती क लय भ म दना श क तथा उसक बदल म कसान स फसल का एक नि चत भाग लना श कया उ तर ास म भी इस था को अपनाया गया इस प त न एक ओर कसान को सामत क दासता स म त करन का माग श त कया तो दसर ओर बढ़ती ह ई आबाद क लय अ धक अ न उपजान म मदद द य य प सोलहवी शता द क अत तक इ लड म कषक दास (serfdom) क था का अ त बह त बाद म हआ उदाहरण क तौर पर 1861 म स क जार एल जडर थम न इसक लय एक कानन पास कया

सोलहवी व स हवी सद म इ लड का अ तरा य यापार बढ़ गया तथा पजीप तय न गाव म क ष यो य भ म खर दनी श क ऐसा करन स समाज म उनका स मान बढ़ता था य क ाचीन काल स ह इ लड म भ म का वामी होना गौरव क बात मानी जाती थी य

पजीप त क ष स मनाफा कमान क सोचन लग परान ढग स क जान वाल खती स ऐसा

8

करना सभव नह था अत व ा नक तर क और अ धक उ नत औजार क खोज क जान लगी य क कवल धनी लोग क पास ह पर ण क लय धन व अवकाश था इस लय ार भक उ न त अ धकाशतः सम कसान वारा क गई इस कार क ष क म पजी क योग स क ष ा त का माग श त हो गया

65 इगल ड म क ष क नवीन प त एनफ ड क अनसार उस समय हालड एक मख यापा रक व पजीप त दश था वहा

पर फसल को बदल बदल कर बोन क था को योग म लाया गया था इ लड न हालड स इस सीखा जथरो तलनलाड टाउनशड बकवल आथर यग व कोक आ द न व ा नक प त स खती करन क तर क क खोज क तल (1664-1740) न पि तय म थोड़ी दर पर बीज बोन क लय एक य बनाया टाउनशड (1664-1738) न अपन खत म एक क म क फसल क बाद दसर क म क फसल बोई तथा गह शलजम जौ और आल क खती को बार बार स बो कर जमीन क उवरता बनाय रखी आथर यग (1740-1920) न इसका चार कया तथा बड़ बड़ फाम बनाय कोक न पशओ क स या बढ़ान क लय य न कया पशओ क स या म व होन क कारण खाद अ धक मा ा म उपल ध होन लगी अब पहल क अप ा अ छ क म क धात क हल बनाय गय इस कार क हल म इ लड का रोजरहम हल अ धक स ह यह हल भ म म गहर खदाई करता था तथा कम समय म पहल क अप ा अ धक भ म पर चलाया जा सकता था उ पा दत अ न क सफाई क लय अब पहल क अप ा बहतर तर क अपनाय गय भ म क गणवता क जाच करक उसक मता क अनसार फसल बोई जान लगी

व ा नक आधार पर नवीन णाल स खती करन क लए छोट खत क थान पर बड़ खत अ धक उपय त थ अतएव अब अनक खत को मला कर एक खत बनाया गया तथा उसक चार ओर बाड़ (Enclosure Act) लगाय गय इ लड म 1792 स 1815 तक इसक लय 956 बाड़ नयम (Enclosures Act) पा रत कय गय एक ओर इसस लाभ यह हआ क बड़ फाम (Farms) म क ष उ पादन बढ़ा तो दसर ओर काफ स या म छोट कसान को अपनी भ म छोड़नी पड़ी तथा व भ मह न मजदर हो गय

66 अठारहवी सद म अ य दश म क ष इ लड म इस नवीन प त क पालन का भाव ास तथा ए शया क कछ भाग पर

साधारण प स पड़ा शष यरोप न काफ समय तक इ ह नह अपनाया अठारहवी सद क म य म ास क क ष यव था का वणन करत ह ए हाटवल न

लखा ह क उस समय भी वहा पर खत को कवल दो या तीन भाग म वभािजत कया जाता था दोन तर क म ाम क पास चरागाह व वन छोड़ जात थ क ष औजार भी पहल जस थ धात क मजबत हल का योग आरभ नह हआ था सग (Threshin) मशीन भी काम म नह लाई जाती थी य क इ लड क मकाबल म ास म पजी क वकास क दर बह त कम थी इस लए क ष क म साधन क उ न त पर यान नह दया गया था ास म बा य यापार पर तबध लगाय जात थ अत अनाज इधर उधर नह भजा जाता था इस समय

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तक ास म आल क खती को पहल स अ धक मह व दया जान लगा था इसक खती ऐस चरागाह पर क जाती थी जो अठारहवी शता द म साफ कय गय थ ल कन इसका यह ता पय नह क ास क क ष पर इ लड म नय तर क का भाव बलकल भी नह पड़ा था कछ क ष वशष िजनम डहमल (Duhamale) पलटो (Palutteo) और ट ब ल (Tubelly) मख थ न इ लड म अपनाय गय क ष क आध नक तर क पर प तक लखी अथवा उनका चार कया अठारहवी शती क अ त म फसल क अदला बदल को उ तर ास क कछ भाग

म अपनाया गया था इसी समय इ ह इलाक म बड़ फाम पर ग न क खती आर भ क गई इसक कछ समय पहल पन स अ छ न ल क भड़ मगाई गई इन प रवतन क होत ह ए भी महान ा त तक ास म य प स एक क ष धान दश ह रहा जब क इस समय तक इ लड क ष व औ यो गक म उ लखनीय ग त कर चका था

शया पर भी इ लड क नवीन योग का ास क अप ा कछ अ धक भाव पड़ा अलबट थयर (Albert Thaer) न 1798 (Introduction to the knowledge of English Agriculture) नामक प तक लखी थयर व उसक अनया यय न फसल बोन क लय हल वारा भ म क गहर खदाई और नवीन औजार क योग क लय चार कया अठारहवी शती

क अ त क दशक म पव जमनी म अ छ न ल क भड़ लाई गई तलहन अ छ घास व बनौल उगाय गय तथा फसल क अदला बदल (Rotation) क णाल अपनाई गई ल कन अठारहवी शती क अ त तक भी जमनी क अ य इलाक म नवीन क ष को नह अपनाया गया कवल व फसल को अदला बदल (Rotation) को योग म लान लग थ अठारहवी सद क अ त म जमनी क पव भाग वशषकर साइल शया और स सनी म भी इस आर भ कया गया

उपय त वणन स प ट ह क अठारहवी सद म क ष क म इ लड म अभतपव उ न त ह ई तथा ास व जमनी क कछ भाग पर इसका भाव पड़ना आर भ हआ ल कन इस शती क अ त तक इटल पन स व पव यरोप क अ य दश पछड़ ह रह लगर व उसक अ य चार सहयो गय न अपनी प तक (Western Civilization) क वतीय िज द म लखा ह क वा तव म उ नीसवी शती म यरोप क अ धकाश भाग म म य यग क तरह ह खती क जाती रह इन दश म खती क लय योग म लय जान वाल प रवतन क त वरोध म य प स दो कारण स हआ य कारण थ- कषक म पर परागत तर क क त आ था और नवीन तर क का थानीय प रि थ तय क त अनकल न होना था इसका एक अ य कारण यह भी था क मन य क म क थान पर मशीन क योग को इन दश क सरकार न पस द नह कया य क व सामािजक व स नक आव यकताओ क कारण अ धक स अ धक जनस या को क ष पर ह नभर रखना चाहत थ

67 इ लड म नवीन क ष का भाव (1) क ष उ पादन म व अठारहवी सद क उ तराध म क ष क इन नय तर क स

क ष उ पादन म काफ व ह ई

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(2) बढ़ती ह ई जनस या क लय अ न क यव था इ लड क जनस या लगातार बढ़ती जा रह थी 1750 ई0 म इस दश क जनस या का अनमान 65 लाख था जो 1801 ई0 म 90 लाख 1831 ई0 म 190 लाख और 1851 ई0 म 180 लाख हो गई इस बढ़ती ह ई जनस या क कय अ न क बढ़ ह ई उपज काम म आई इस समय म इस जनस या का एक भाग िजसका अ न उपजान स कोई स ब ध नह था अथात जो शहर म रहता था और िजनम स काफ मन य औ यो गक इकाइय म काय करत थ को अ न दन म स वधा ह ई ल कन यहा यह बता दना उ चत होगा क अ न क उ पादन क यह व इ लड क बढ़ती ह ई आबाद क लय पया त स नह ह ई

(3) उ नीसवी शता द म नवीन क ष का व तार उ नीसवी शता द क म य म खत म रासाय नक खाद दन क प त का वकास हआ इस कार क उवरक स भी उपज म व ह ई 1834 म साईरस मककोर मक न फसल काटन वाल मशीन का आ व कार कया इसक बाद लोह का हल पाचा (घोड़ स खीचा जान वाला हल) तकदार हरा (पटरा) िजसस हल चलान क बाद भ म क टकड़ तोड़ जात थ आ द का आ व कार हआ समय क साथ साथ क ष म य का योग बढ़ता गया इन आ व कार न क ष को और उ नत कर दया

(4) पशधन म व अ छ न ल क भड़ व गाय क स या म व ह ई जड़ वाल सि जय क उगान स पशओ का सार साल चारा दना स भव हो गया वष भर ताजा मास मलन लगा इसक पहल चार क कमी क कारण सद क पहल काफ पश मार जात थ ल कन अब ऐसा नह कया गया दध क उ पादन म व ह ई

(5) द भ का अत तरहवी व चौदहवी सद तक इ लड म अकाल पड़त थ ल कन अब इन अकाल का पड़ना बद हो गया

(6) उ योग क लय मक क यव था चकब द क कारण जो कसान बदखल ह ए थ उनम स अ धकाश न कारखान म नौकर कर ल फल व प औ यो गक ा त का माग श त हआ

(7) नकद फसल का उ पादन औ यो गक ा त क समय इ लड म व उ योग का तजी क साथ वकास हआ इसक लय कपास क आव यकता ह ई नवीन णाल स कपास क ज रत को कछ हद तक परा कया गया

68 न कष जसा क पहल बताया जा चका ह क अठारहवी शती म इ लड क क ष क म

अपनाई गई नवीन प त न ास व जमनी क कछ भाग को ह वशष प स भा वत कया पोलड स बा कन दश आि या इटल पन व पतगाल आ द दश म इसका भाव काफ समय तक नह दखा गया हाटवल क अनसार आज भी यरोप क पव भाग म हम नवीन उपकरण व प त क साथ साथ ाचीन प त व उपकरण का योग दखन को मलता ह

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69 श दावल मनर (Manor)-साम तवाद यग का गाव फाम (Farm) - वशाल खत रोटशन ऑफ ॉ स (Rotation of Crops) - फसल क अदला बदल वनोईग (Winnowing) - आनाज को साफ करन क एक प त सफ (Serf) - सामत क अधीन कषक दास सग (Threshing) - अनाज को साफ करन क एक प त

एन लोजर (Enclosure) - बाड़बद अथवा चकबद

610 अ यासाथ न 1 अठारहवी शता द क पहल यरोप क दश म क ष यव था पर काश डा लय इस

शता द म इ लड म इसम या सधार कय गय 2 अठारहवी सद म इ लड म क ष क म नवीनीकरण क लय िज मवार

प रि थ तय का व लषण क िजय इस नवीन प त का इ लड तथा यरोप क अ य दश पर या भाव पड़ा

611 सदभ थ Books for Reference 1 Chapter by RR Enfield in the book 2 Emopean Civilization Its origin and Developmentrsquo Volume V

under the direction of Edward Eyre Oxford University Press London 1937

3 Chapter by RM Hartwell in the book lsquoThe Cambridge Modern History Volume IX (1793 ndash 1830)rsquo edited by CW Crawley Cambridge University Press London 1965

4 Brison D Gooch Europe in the Nineteenth Century The MacMillan Company London 1970

5 David Ogg Europe in the Seventeeth Century Hindi edition Jaipur 1967

6 Carlton JH Hayes Modern Europe to 1870 the MacMillan Company New York Sixth Print 1960

7 Langer Eadie Geanakoplos Hexter Pipes Western Civilization Volume II Harper and Row New York Second Edition 1975

8 Wallbank and Taylor Civilization Past and present Volume II Third Edition 1975

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इकाई 7 अठारहवी सद म यरोप म कषक व ोह

इकाई क परखा 70 उ य 71 पवाभास 72 इ लड म अठारहवी सद म बाड़ब द आ दोलन 73 ास म कषक क दशा 74 जमनी क रा य म सधार 75 आि या - हगर 76 स म व ोह (1703-1772) 77 स म 1773-75 का कषक व ोह 78 यरोप क अ य दश म ि थ त 79 साराश 710 बोध न 711 स दभ थ

70 उ य इस इकाई म आप अ ययन करग म य काल न यग स लकर स हवी सद क अ त तक साम तवाद यव था म

साम त क अ धकार व कषक क दशा कवल इ लड म कषक दास था का अ त चौदहवी सद स स हवी सद क कषक व ोह का उ लख इ लड म बाड़ब द आ दोलन

ास म महान ाि त क पहल कषक क दशा ा त क आर भ होन क बाद ामीण म सामत क नवास थान पर कसान क आ मण 1789 स 1792 ई0 तक कषक

दास क मि त क लय पा रत कय गय अ ध नयम जमनी क कछ छोट रा य म कषक दास क मि त क आदश तथा शा म 1807 स

1817 तक कषक क हत म कय गय ड रक महान क काय आि या - हगर सा ा य क बोह मया दश म 1768 स 1775 तक व ोह व उनक

कारण स ाट जोजफ क सधार क य न का साम त वारा वरोध स म कसान का दमन पीटर महान क शासन काल म कसान पर अ याचार

अठारहवी सद म आर भ स ह स क पव भाग म व ोह कषक का लगातार दमन 1773 ई0 म पन पव भाग म व ोह तथा उसक भयकरता इस व ोह म मक व गर सी जा त क मन य का साथ व ोह क असफलता क कारण

अ य यरोपीय दश म आ दोलन का न होना

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71 पवाभास अठारहवी सद क आर भ म यरोप क दश म कषक क दशा नवी शता द स लकर बारहवी शता द तक यरोप म साम तवाद यव था का जोर

रहा इस था म बड़ साम त व उपसाम त उन भस ता ज नत अ धकार का योग करत थ िजन पर पहल राजाओ का अ धकार था इस यव था म कषक क दशा अ य त शोचनीय थी य क यह था कषक क शोषण पर आधा रत थी तरहवी सद क श स साम तवाद का ास श हआ धम य क भाव यापा रक वग क उदय तथा रा य रा य क उ थान न

साम त क शि त कम क साम त क अ याचार स त होकर इ लड म कसान न सग ठत होकर साम त का वरोध आर भ कया 1348 ई वी म काल म य नामक एक महामार क कोप स यरोप क आधी जनस या म य का ास बन गई खती म काम करन वाल कसान व मजदर क भार कमी हो गई इ लड म कषक दास न अपनी महनत क लए उ चत पा र मक क माग क क त उनक आ दोलन को दबा दया गया 1381 ई0 म वाट टाईलर क नत व म इ लड क हजार कसान न व ोह कया इसम शि पय व कार गर न भी साथ दया ल कन यह व ोह कचल दया गया

इस समय इ लड म यापार क उ न त तथा पजी क वकास न ि थ त म प रवतन ला दया साम त न यह उ चत समझा क व कषक को भ म हल बल बीज आ द साधन दकर उनक उपज का एक नि चत भाग ल ल इस प त न कसान क मि त का माग श त कया सोलहवी सद क अ त तक इ लड म कषक दास क था लगभग समा त हो

गई ल कन कषक क सम याओ का पण प स अ त नह हआ इ लड क अ त र त यरोप क अ य दश म कषक दास क था च लत रह

ि मरनोव और कानाकोवा नामक दो सी इ तहासकार न लखा ह क स म चौदहवी सद म साम तवाद का और उ कष हआ तथा उनक अधीन काम करन वाल कषक क दशा और खराब हो गई पव यरोप क अ य दश म भी कषक क यह दशा थी प हवी सद म जमनी ास व पन म कषक न असफल व ोह कय प हवी सद म जमनी ास व पन म

कषक न असफल व ोह कय प हवी व सोलहवी सद म यरोप क जनस या बढ़न लगी क ष क म ाचीन तर क क योग क कारण अनाज क उ पादन म व नह ह ई इसका तकल भाव पि चमी यरोप क अप ा पव दश पर वशष प स पड़ा य क खराब

मानसन क फल व प पड़न वाल अकाल क समय वहा पर यातायात व सचार क दर यव था क कारण अ य दश स पया त मा ा म अनाज शी ता स नह मगाया जा सकता था प हवी सद म जमनी ास व पन म असफल कषक व ोह ह ए स हवी सद म ास म कई व ोह ह ए िजनम 1675 का जकर व ोह सबस भयकर था इसम ास क टनी दश क प चीस हजार कषक न भाग लया यह व ोह भी कचल दया गया स हवी सद क अ त तक भी कषक इसी कार स दःखमय जीवन यतीत करत रह इ लड को छोड़ कर सभी दश म साम त क अ याचार का अ त नह हआ 1789 क ासीसी ा त क समय ास म कसान को राजा साम त व चच को कर अदा करन क लय एक कसान को अपनी आमदनी का 80

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तशत भाग दना पड़ता था उस साम त क यहा अनक कार क बगार करनी पड़ती थी अ य मामल म भी साम त क वशषा धकार स वह त था

72 इ लड म अठारहवी सद म बाड़ब द आ दोलन अठारहवी सद म इ लड म क ष क म अनक नय योग कय गय ज ो हल

(1674-1740) वारा बीज बोन क लय एक य टाउनशड (1674-1738) क फसल को बदल बदल कर बोन क प त तथा पशओ क न ल व स या बढ़ान क लय राबट बकवल न 1770 क आस पास व ा नक जनन क प त क पालन न खती क उ पादन तथा पशधन को बढ़ान म उ लखनीय योगदान दया आथर यग (1741-1820) नामक एक धनी कसान न छोट-छोट खल खत को मला कर बड़-बड़ क ष फाम बनान का चार कया

बड़-बड़ फाम क चार और बाड़ लगाई गई 1760 स लकर 1815 क म य 956 बाड़ब द अ ध नयम बनाय गय जएल हम ड व बारबरा हम ड न लखा ह क पछल दो शताि दय म यरोप म शायद ह ऐसा कोई प रवतन हआ जो इसक समान मह व रखता हो एनफ ड क मत म व तत यह आ दोलन इ लड क यापा रक व औ यौ गक वकास स स ब धत था इसम एक ाम को आ म नभर बनान क थान पर मनाफा कमान क यव था को अपनाया गया अब फाम म उ पा दत अनाज को बढ़ती ह ई जनस या वाल नगर म भजा जान लगा इसन क ष को एक पजीवाद उ योग बना दया

इसम कोई सदह नह क बाड़बद स काफ मा ा म बकार पड़ी भ म म खती कया जाना स भव हो सका तथा बड़ फाम म नवीन प त स खती कय जान क फल व प भी क ष उ पादन बढ़ा ल कन बाड़ब द क कारण अनक छोट कसान को भ म छोडन क लय बा य होना पड़ा भ म स बदखल होकर व रोजगार क तलाश म शहर म चल गय

य य प हम इ लड म बाड़ब द क आ दोलन को व ोह नह मान सकत क त क ष क म यह एक मह वपण प रवतन था यह क ष क म ऐसा कदम था िजसन क ष को यावसा यक प द दया

73 ास म कषक क दशा 1675 ई0 क व ोह क बाद ास म महान ा त तक कसान का कोई और व ोह

नह हआ और न ह उनक दशा म कछ सधार हआ ासीसी ा त (1789) क समय चच लगभग प ह तशत साम त बीस तशत नगर क धनी यि त ततीस तशत भ म क वामी थ ास क आबाद का 85 तशत भाग खती पर नभर था ल कन उसक पास कवल

एक तहाई भ म थी इनक पास िजतनी भी भ म होती वह उनक प रवार क भरण पोषण क लय पया त नह थी उ ह राजा चच साम त आ द को कर दन पड़त थ आथर यग न 1787 स 1789 तक ास क ामीण का मण करक लखा था क आम तौर पर ासीसी कषक का मनोबल इतना कमजोर था क उस ऊचा उठाना सभव नह था व कवल

जी वत रह कर ह सत ट थ जलाई 1789 म बा तील (Bastille) क पतन क समाचार य ह ास क दहात म पह च वहा पर कसान न कल न वग क नवास पर आ मण कर दय इन आ मण म वशष प स उन द तावज को न ट कया गया िजनम उनक दासता

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क सा य उपल ध थ सभी कषक व ोह क भा त इस व ोह म भी कषक का एक ह ल य था व दासता स म त होना चाहत थ इस कार क कायवाह 1790 ई0 तक चलती रह

ास क रा य सभा न वशषा धकार क समाि त क अ तगत कानन वारा ास म कषक दास क था समा त कर द पहल कानन वारा भ- वा मय क सभी यि तगत अ धकार समा त कर दय गय और कषक को भ म का वामी माना गया दसर कानन म यह कहा गया क ास म भ म उसी तरह स वत रहगी िजस तरह स अब यहा रहन वाल यि त वत रहग अब एक कषक अपन खत म मनचाह तर क स खती कर सकता था तथा अपनी उपज को बच सकता था

य य प उपय त कानन क अनसार कषक दास था का अ त हो गया ल कन इनस कसान क स पण आशाए फल फत नह ह ई इन क अनसार साम त क अनक वशषा धकार जस सामत का भ म पर वा म व यि तगत अ धकार शकार व मछल पकड़न क अ धकार समा त कर दय गय तथा इनक बदल म कसान को कोई मआवजा अदा नह करन क आदश दय गय ल कन भ म का बकाया कराया और साम त को अदा क जान वाल अ य बाक दनदा रय को माफ नह कया गया इनक अदायगी करन क लय एक कसान को लगभग बीस वष का कराया अदा करना पड़ता था अतएव कसान म असतोष बना रहा 1792 व 1793 ई0 म इस कार क अदायगी को माफ कर दया गया

इस समय भ मह न कसान अथवा थोड़ी सी भ म वामी यह चाहत थ क चच स छ नी ह ई भ म उनम वत रतक जाय क त ऐसी भ म को सम कसान अथवा यापा रय आ द न खर द कर उ ह इसस व चत कया

74 जमनी क रा य म सधार अठारहवी सद म जमनी अनक रा य म वभािजत था सभी रा य म कषक अपनी

दशा स असत ट थ व कभी भी व ोह कर सकत थ अत कछ छोट रा य न कषक दास क था का अ त करन क लए कानन बनाय 1770 व 1780 क म य यक आफ सवाय न

अपन दश म कानन वारा इसको समा त कया शया जो क एक बड़ा रा य था म वहा क स ाट ड रक मकान न अपन अधीन भ म म कसान क कर व बगार क भार को कम कया 1786 ई0 म उसक म य तक इस दशा म उ लखनीय ग त नह ह ई 1807 स लकर 1817 ई0 तक शया म अनक आदश जार कय गय िजनक अनसार कषक अपन साम त को कछ रा श अथवा भ म का भाग दकर भ- वामी बन सकता था ल कन य आदश उन कसान पर लाग नह होत थ जो स दय स एक भ म पर खती नह करत थ अतएव इसका भाव सी मत ह रहा

75 आि या - हगर आि या - हगर क सा ा य म कषक क दशा अ यत शोचनीय थी यहा तक कहा

जाता ह क हगर व बोह मया म कसान पशओ क तरह रहत थ 1768 म बोह मया क कसान न व ोह कया इसक तर त बाद भी ऐस व ोह होत रह इनका चरमो कष 1775 क व ोह म दखा जा सकता ह कसान क म य शकायत का आधार यह था क सामा य

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वष म भी उनस भार कर वसल कया जाता था और असामा य वष (1765 और 1770) क बीच जब फसल बार बार खराब ह ई तब यह बोझ असहनीय हो गया उस समय आि या म म रया थ रसा का शासन था तथा उसका प जोजफ र ज ट क ह सयत स शासन का सचालन कर रहा था 1771 ई0 म जोजफ न बोह मया का दौरा कया कसान क ददशा को दख कर उसन सफा रश क क क ष दास था को समा त कया जाय य य प कसान का बोझ ह का करन क लय म रया थ रसा एक तदथ कानन बनान क प म थी ल कन वह इस था क स थागत अि त व पर आ मण करन क लय तयार नह थी स ाट बनन क बाद जोजफ न एक ल बी योजना क तहत कषक दास था को समा त करन का नणय लया उसन यह अनभव कया क इस था स रा य को अ धक आय नह rsquo होती थी कल न वग को कसान िजतना लगान दत थ उसका एक अश ह कल न वग रा य को दता था 1780 ई0 क अ यादश क अनसार उसन आि या - हगर म सामती उगाह का बोझ कछ कम कया तथा क ष दास को यह गारट द क व अपनी पतक भ म क उ तरा धकार मान जायग 1784 क अ यादश क अनसार भ म कर क दर को समान बनाया गया तथा वशषा धकार क नाम पर कसी भी वग को मलन वाल कर छट को समा त कया गया इसक लय उसन भ - सप त क सव ण का काय भी आर भ कराया िजसम पाच वष लग इस अव ध म वशषा धकार ा त वग न इस अ यादश का इतना वरोध कया क इस कभी लाग नह कया जा सका

इस कार साम तवाद क अ धकार को समा त करन म जोजफ असफल रहा

76 स म व ोह (1703-1772) स म क ष दास का दमन कया जाता था अ धक स अ धक काय लन क लय

कल न वग अपन अधीन कषक को दबा कर रखत थ 1649 ई0 म कसान क दमन स सबि धत सभी कानन को व ध स हता म सग ठत कया गया पीटर महान (1689-1725) क शासन काल म भी यह नी त अपनाई गई उसन बड़ी स या म कषक को कल न का दास बनाया 1703 ई0 म पीटर न एक नयी राजधानी बनान का काय आर भ कया सट पीटसबग क नमाण क लय स क भ न भ न भाग स कसान को लाया गया उनक रहन व खान क सम चत यव था नह क गई फल व प सह कसान मर गय उसन साम तवाद को नव विजत दश म भी लाग कया इसी समय यराल दश म लोह उ योग वक सत हो रहा था वहा पर भी बड़ी स या म कसान व मक को भजा गया द ण व द ण पव स म रहन वाल मक न करो क भार तथा अ नवाय स नक व मक क भत क अ यायपण काय क व व ोह आर भ कया यह व ोह भ न भ न थान पर भ न भ न समय म ह ए इनम स सबस लोक य व ोह अठारहवी सद क थम दशक म अ ाखान वश क रया और डान दश म हआ 1705 ई0 म अ ाखान क व ोह न भयकर प धारण कर लया क त उस दबा दया गया 1707 ई0 को डान म ह ए व ोह म म य प स कसान न भाग लया इनका नता क ाट बलावीन था शी ह यह व ोह सम त

द ण पव स म फल गया बलावीन न गर सी जा तय का सहयोग ा त करन क भी

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को शश क जलाई 1708 ई0 तक चलता रहा 1709 व 1710 ई0 म इस दश म यदा कदा व ोह होत रह ल कन पीटर न इन व ोह को दबा दया 1714 ई0 क एक आदश वारा उसन भ म पर साम त क अ धकार को वशोगत बना दया भखमर क कारण भ म

छोड़ कर भागन वाल कषक को ढढ कर लान व उ ह सजा दन का ब ध कया गया इस कार स म अठारहवी सद म साम त को और अ धकार दय गय य य प कथ रन महान को एक ब नरकश शासक माना जाता ह ल कन उसन

कषक दास क भलाई क लय कछ नह कया 1765 ई0 म साम त को अ धकार दय गय क व कषक को सजा द सक उनम असतोष क वाला फर स भड़क उठ

77 स म 1773-1775 का कषक व ोह सरकार वारा साम त क ि थ त ढ़ करन और कषक पर उनक अ धप तय क बढ़त

ह ए अ याचार क कारण दोन वग म कटता और बढ़ गई सी सा ा य क पव भाग म कषक क अ त र त खान व लोह क कारखान म काम करन वाल मक भी अपनी दशा स असत ट थ इस म गर सी जा तया तातार मोर डो वयन चवा श (बईनऔम) और बश कर क कसान भी भ म छन जान क कारण सरकार क व हो गय थ गर ब कोसक (Cossack) म भी असतोष बढ़ रहा था

मई 1773 ई0 म डान दश का रहन वाला थम लयन पगाचोव नामक एक कोसक जो कई बार जल म सजा भगत चका था कारागह स भाग नकला उसन वय को स का स ाट घो षत कया तथा पीटर ततीय क उपा ध धारण क कोसक व भ म छोड़ कर भाग ह ए कषक न उसका साथ दया आर भ स ह पगाचोव न कषक को अ याचार का मकाबला करन क लय उकसाया तथा उनक दशा सधारन क लय य न करन का वचन दया शी ह उसका साथ यराल क मक न दया उ ह न अपन कारखान स बदक व ो हय को द तथा काफ मा ा म कारखान क बाहर ब दक बनाई दस बर 1773 तक ओरनबग पम और स ब क क दश म भी यह व ोह फल गया तथा गर सी जा तय क सद य भी इसम सि म लत हो गय मक तथा गर- सय का कसान का साथ दन स ि थ त ग भीर हो गई माच 1774 म ला त चवो (Tatishchevo) क कल पर शाह सना न पन अ धकार कर लया इसी समय उफा म भी व ो हय क हार ह ई पगाचव यराल क पहाड़ म चला गया ल कन यहा पर भी वह परािजत हआ अब वह वो गा क नकट क दश क ओर मड़ा वहा पर उस कषक व गर सय का समथन मलन क आशा थी जन 1774 म उसन कजान क शहर को जीत लया एक बार फर हार कर पगाचव न वो गा नद को पार करक डान दश म पह चन क को शश क इस बीच सना उसका बराबर पीछा कर रह थी पगाचव को गर तार कया गया तथा जनवर 1775 म उस तथा उसक कछ सा थय को फासी द गई उसक गर तार क थोड़ समय बाद व ोह शा त हो गया

पगाचव क हार क न ना कत कारण थ - (1) व ोह म भाग लन वाल व भ न त व म वह एकता कायम नह रख सका

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(2) व ो हय क द त अनक थान पर तनात कर दय गय थ अतएव व सग ठत होकर नह लड़ सक

(3) उनक पास श क कमी थी (4) शाह सना क शि त उनस कह अ धक थी (5) उसम सगठन क मता का अभाव था (6) उसन अपन अनया यय क सामन उनक दशा सधारन क लय एक काय म क

प ट परखा नह बनाई थी प रणाम 1773-1775 ई0 क व ोह क प रणाम कषक क लय हतकार स नह

ह ए कथ रन वतीय न 1775 ई0 म एक अ यादश वारा ा त का पनगठन कया यह नई यव था पहल क अप ा अ धक क कत व नरकश बनी सी सा ा य क सीमावत ात जहा पर गर सी काफ स या म रहत थ सभी कार क वाय ता क अ धकार को

समा त कया गया 1785 ई0 म साम त को एक चाटर (Charter) दान कया गया इसम उन सब अ धकार क पि ट क गई िजनका क उस समय व योग करत थ उ ह अपन सगठन बनान का अ धकार भी दया गया इन सगठन पर गवनर को नर ण क अ धकार दय गय

अठारहवी सद म स म कषक न बार बार व ोह कय इसका म य कारण स क जार क कषक वरोधी नी त थी उ ह न समय पर साम त क शि त ढ़ करन तथा कषक क दमन करन क लय कानन बनाय आम तौर पर अठारहवी सद म स क कषक व ोह उसक पव भाग म ह ए जहा लोह क खान व कारखान म मक काम करत थ तथा गर सी जा तया नवास करती थी अतएव अ धकाश कषक व ोह म उपय त त व न भी भाग लया य व ोह सग ठत न होन क कारण असफल रह वा तव म व सी सा ा य क शि त क आग सफल भी नह हो सकत थ

स म कषक क शोचनीय दशा उ नीसवी सद क ार भक छ दशक तक बनी रह 1861 म स ाट एलकजडर वतीय न स म एक अ ध नयम वारा कषक दास क था को समा त करन क घोषणा क य य प यह अ ध नयम अपन उ य म पण प स सफल नह हआ क त फर भी यह कसान को साम त क अ याय स बचान क दशा म एक मह वपण कदम था

78 यरोप क अ य दश क ि थ त अठारहवी सद म पन पतगाल व इटल म कषक क दशा म वशष प रवतन नह

हआ य य प व साम त क अ याय स पी ड़त रह क त उ ह न साम त था क अ त क लय कोई आ दोलन नह कया बा कन दश म इसी कार क दशा थी उस समय वहा पर तक का रा य था तथा व पराधीनता का जीवन यतीत कर रह थ इन सभी दश म क ष अ य त पछड़ी ह ई दशा म थी तथा वहा क कषक आ दोलन करन क ि थ त म नह थ हाल ड डनमाक व वडन जो क इ लड क नकट थ म भी इ लड क तरह बाड़ब द क

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गई तथा वहा पर नवीन क ष प तय का अनसरण कया गया इसस वहा क कसान क दशा कछ हद तक सधर इन दश म भी अठारहवी शता द म कोई आ दोलन नह हआ

79 साराश चौदहवी सद तक इ लड म साम तवाद का बोलबाला था तथा कषक क दशा शोचनीय

थी ल कन सोलहवी सद तक इ लड म कषक दास क था समा त हो गई यरोप क सभी दश म कषक दास क था अठारहवी सद क आर भ तक बनी रह प हवी सद म जमनी ास व पन तथा स हवी सद म ास म असफल व ोह ह ए

अठारहवी शता द म इ लड म क ष क म नवीन प त का वकास हआ तथा बाड़ब द क गई ल कन हाल ड ास व ए शया क कछ भाग को छोड़ कर शष यरोप म खती ाचीन तर क स ह होती रह साम त क अ याय भी यथावत बन रह

ासीसी ा त क आर भ होन क बाद कषक न साम त क नवास थान पर आ मण करक अपनी दासता क सा य को न ट कया 1789 ई0 म रा य सरकार न सामतो स मि त दलान क लय दो कानन पास कय 1792 व 1793 ई0 म भी इस दशा म य न कय गय

आि या - हगर सा ा य क बोह मया दश म 1768 स 1775 तक बार बार कसान क व ोह ह ए य य प वहा क स ाट जोजफ न कषक को कछ रयायत द ल कन वशषा धकार ा त वग क वरोध क कारण उसक आदश को लाग नह कया जा सका

स क शासक न साम त का समथन ा त करन क लय समय समय पर उ ह अ धकार दान कय तथा कषक का दमन कया 1705 ई0 स लकर 1775 ई0 तक स म कषक क अनक व ोह ह ए इनम स पगाचव क नत व म 1773-75 का व ोह सबस भयकर था य व ोह स क पव भाग म ह ए इन व ोह म खान व कारखान म काम करन वाल मक तथा गर सी जा तय न भाग लया असग ठत होन तथा व ोह म भाग लन वाल त व म एकता क अभाव म य सब व ोह असफल रह इन व ोह क बाद भी स क शासक न दमन क या जार रखी

य य प यरोप क अ य दश म कषक क -ि थ त खराब थी ल कन तहा पर कोई आ दोलन नह ह ए

710 बोध न 1 अठारहवी सद क आर भ म कषक क दशा का वणन क िजए इस शता द म

आि या - हगर म ह ए कषक आ दोलन का व ोह का ववचन क िजए 2 अठारहवी सद म कषक क त स क शासक क ि टकोण का व लषण

क िजए इस सद म स म ह ए कषक व ोह का स त वणन करत ह ए कषक व ोह का स त वणन करत ह ए उनक असफलता क कारण क ववचना क िजए

3 न न ल खत वा य को पढ़ कर उनक स मख सह () या गलत () का नशान लगाईय

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(1) ासीसी ा त क आर भ होन क बाद कषक न साम त क नवास थान पर आ मण करक उन द तावज को न ट कया जो उनक दासता क सा य थ

(2) आि या का स ाट जोजफ साम तवाद क अ धकार को समा त करन म सफल रहा

(3) अठारहवी शता द म स म कषक क अनक व ोह ह ए (4) अठारहवी सद म स क अ धकाश कषक व ोह क बाद वहा क सरकार न

उनक ि थ त म सधार कया

711 सदभ थ 1 पाथसारथी ग ता (स पादक) यरोप का इ तहास वतीय स करण 1987 नई

दहल 2 Peter Gay and RK Webb Modern Europe Harper and Row

New York 1973 3 History of the USSR Part I (English Translation) ndash From the

Earliest Times to the Great October Socialist Revolution Progress Publishers Moscow 1977

4 Chapter VI and VII Written by MP Vyatkin and AG Mankow on Early Eighteenth Century and Second Half of the Eighteenth Century Robert Briggs ndash Early Modern Europe 1560-1718 Oxford University Press 1977

5 Edward Eyre (Director) ndash European Civilization ndash Volume V Oxford University Press London 1977

6 Montague Fordham ndash The European Peasantry 1600-1914 7 RR Enfield European Agriculture since 1750

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इकाई-8 नगर व शहर का वकास एव म नगर करण

इकाई क परखा 80 उ य 81 तावना 82 ाचीन काल क नगर क आबाद व बनावट 83 नगर क आबाद म व व उसक आकड़ 84 जनस या म व क कारण 85 ाम स नगर क ओर पलायन 86 नय नगर का व प 87 प रणाम 88 साराश 89 बोध न 810 सदभ थ

80 उ य इस इकाई क अ ययन स आप समझ पायग क यरोप म नगर व शहर का वकास

कस हआ नगर करण क इस या स ामीण जीवन कस भा वत हआ तथा नगर करण क या प रणाम ह य

81 तावना ाचीन काल क नगर एव नाग रक वारा अ धकार क ाि त हत कय गय य न

रोम व यनान क स यता क इ तहास म अनक नगर रा य का उ लख मलता ह इटल व यनान क ऐस नगर क अ त र त रोमन सा ा य क व भ न भाग म भी नगर क अि त व क बार म जानकार मलती ह उस काल म ऐस नगर कसी राजा अथवा साम त क गढ़ क चार ओर बसाय जात थ य नगर ाम स कछ बड़ होत थ तथा इनक आबाद भी गाव स अ धक होती थी अपन अ धप त क त नगर क नवा सय को लगभग उ ह दा य व का पालन करना पड़ता था जो क गाव म कषक दास (Serf) करत थ धम य और रा य रा य क उदय क कारण सामत क शि त ीण होन लगी इस काल म वा ण यवाद का उदय व व तार भी हआ नाग रक न साम त को बा य कया क वह यक प रवार स कर वसल न करक सम त नाग रक स साम हक प स कर वसल कर उ ह न अपन-अपन नगर क बाजार का ब ध भी अपन हाथ म ल लया अपन अ धप त क अदालत म ववाद का नपटारा करान क थान पर व अपनी बनाई गई अदालत म मकदम क सनवाई और फसल करन लग ऐस सब अ धकार क स ब ध म उ ह न राजा अथवा साम त स चाटर (Charter) ा त कय इ ल ड म यापा रय क सगठन न साम त को वपल धनरा श अदा कर य अ धकार ह तगत कय ास व नीदरल ड म नाग रक क सगठन को क यन

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(Commune) कहत थ इन क यन न अपन साम त क व सफलतापवक व ोह कय जमनी म अनक नगर न मलकर ऐस अ धकार लय तथा साम हक सर ा क लय ब ध भी कय इस समय म कछ भावशाल पाद रय ( बशप) न भी कछ नगर बसाय इ ह बसात समय उ ह न नाग रक को उनक अ धकार क स ब ध म चाटर दान कय

82 ाचीन काल क नगर क आबाद व बनावट हज क अनसार चौदहवी सद क अ त म यरोप क अ धकाश नगर क आबाद अ धक

नह होती थी पाच हजार क आबाद वाला नगर बड़ा माना जाता था इसस भी अ धक आबाद वाल नगर थ ल कन उनक स या अ धक नह थी यहा तक क लदन प रस स वल व नस यबक रोम आ द जस बह त बड़ नगर क आबाद एक लाख स कम थी यरो पयन दश क अ धकाश जनस या नगर क अप ा ाम म अ धक थी

उस समय क नगर क नवासी यापार क साथ बागवानी व छोट पमान पर क ष करक अपना जीवन यापन करत थ आम तौर पर एक नगर क चार ओर मजबत ाचीर होती थी और अनम त प क वारा ह एक नगर क व भ न दरवाज स शहर म वश मलता था नगर क चारद वार क अ दर व भ न कार क मकान होत थ जो एक दसर स सट ह ए होत थ इसम चच टाउन हाल व यापा रक तथा कार गर क सगठन क इमारत भ य होती थी सड़क चौड़ी नह थी ग लया इतनी सकड़ी होती थी क उनम स घोड़ा गाड़ी आ द क ठनता स गजरत थ ग लय व बाजार म पानी क नकास क लय ना लय का ब ध नह होता था यक नगर म एक थानीय स था होती थी रात म नगर क दरवाज ब द कर लय जात थ शा त व स यव था बनाय रखन क लय प लस नय त क जाती थी ल कन उनक स या बह त कम होती थी

83 नगर क आबाद म व व उसक आकड़ चौदहवी सद स इन नगर क आबाद बढ़न लगी समय क स य साथ अनक कारण

स पहल स था पत नगर क आबाद बढ़ती गई यहा तक अनक थान म मन य नगर क चारद वार क बाहर भी बस गए प हवी सद क बाद क यग म यरोप म कई अनक नय नगर बस तथा कछ परान नगर क सम न ट हो गई ल कन फर भी 1830 म यरोप म नगर क अप ा ामीण म मन य अ धक स या म नवास करत थ इटल व ास स उसक कल जनस या क साठ तशत ए शया म स तर तशत पन म न ब तशत और स तथा पव दश म पचानव तशत आबाद गाव म रहती थी य - य इन दश म

औ यो गक वकास क ग त म तजी आती गई य - य गाव स मन य अ धका धक स या म शहर म आन लग

म य यग क अ त व आध नक यग म नगर क वकास क अनक कारण ह इनम सबस मख कारण यरोप क सभी दश म जनस या क लगातार व होना ह ोफसर कार साडस न 1300 व 1600 ई0 म यरोप क व भ न दश क जनस या क न ना कत आकड़

तत कय ह

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-स दश का नाम जनस या 1300 ई0 1600 ई0 1 इगल ड चाल स लाख पसठ लाख 2 ास 1 करोड़ 40 लाख 1 करोड़ साठ लाख 3 पन व पतगाल साठ लाख 1 करोड़ 4 जमनी (नीदरलड क साथ) 1 करोड़ 50 लाख 2 करोड़ तीस लाख 5 डनमाक दस लाख छ लाख 6 वडन छ लाख - 7 नाव तीन लाख - 8 इटल 1 करोड़ यारह लाख 1 करोड़ तीस लाख

इसस प ट ह क चौदहवी स स हवी सद म अनक दश क जनस या म व ह ई स हवी सद क बाद जनस या क व क दर और बढ़ गई य - य व भ न दश म औ यो गक वकास क ग त बढ़ य - य जनस या क व क दर भी बढ़

चौदहवी सद स यरोप म जनस या क बढ़न क कारण का स त म व लषण करना आव यक ह य क नगर करण म व स इसका घ न ठ स ब ध ह

84 जनस या म व क कारण 1 पर परागत धारणाओ का अत कार साडस क अनसार म य यग म ईसाई समाज

म शर र क प व ता (Celebeoy) को एक न तक कत य माना जाता था य क मन य क जीवन म न तकता का अ य त मह व था ल कन अनक ईसाई सत न खल बसी (Celebacy) पर जोर दत ह ए भी यह माना था क अ धकाश ि य व प ष को शाद कर लनी चा हए फर भी कछ मन य अ ववा हत ह रहत थ पनजागरण क समय स यह धारणा कमजोर पड़ती गई

2 भयकर रोग क कोप म कमी ाचीन काल स ह लग व हजा भयकर रोग स यरोप क दश म बड़ी स या म मन य म य क ास बन जात थ अतएव म य दर अ धक थी अनक शश भी बा याव था म मर जात थ ल कन प हवी शता द स औष ध व ान म नर तर ग त होती गई फल व प लग व हजा आ द का कोप बह त कम हो गया शश भी अ धक स या म जीन लग इसस ज म दर बढ़ती गई म य दर क कम होन तथा ज म दर क बढ़न स आबाद म व ह ई

3 द भ का अ त लगभग स हवी शता द तक वषा क अभाव म फसल खराब हो जाती थी तथा द भ क कोप स काफ मन य मर जात थ क ष क ldquoनवीन प तrdquo क योग स अ न का उ पादन बढ़ता चला गया फल व प अकाल का कोप समा त हो गया

4 यापार म उ न त वा ण यवाद क उदय व व तार स अ तदशीय व वदशी यापार म व ह ई यापा रक काय क लय अ धक यि तय क आव यकता पड़न लगी अब वा ण यवाद क समथक क साथ रा य क सरकार भी

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जनस या म व चाहन लगी वा ण यवाद क वशष - व लयम टपल डवीनट आ द न रा य को इस ओर कदम उठान क लय रत कया अनक रा य न ववा हत यि त को कर म छट द तथा अ ववा हत यि त पर अ त र त कर लगाय कह -कह पर बड़ प रवार वाल यि त को रा य क तरफ स आ थक सहायता भी द जान लगी

5 क ष उ पादन म व ाचीन व म य यग म यरोप म एक नगर क सम उसक आस-पास क म अनाज क उ पादन पर नभर रहती थी यातायात क क ठनाईय क कारण दसर थान स अनाज नह लाया जा सकता था एक ओर तो क ष उ पादन म व न अकाल को लगभग समा त कर दया तो दसर ओर यातायात क साधन न यह सभव कर दया क दर-दर स अनाज मगाया जा सक अतएव अब नगर अपन आस-पास क क अनाज क उ पादन पर नभर नह रहा वह अपनी बढ़ती ह ई जनस या क लय अनाज का ब ध कर सकता था

6 स नक आव यकताए यरोप क व भ न दश पार प रक सघष म लग रहत थ इ ल ड क पहल ास और बाद म हाल ड क साथ त पधा व तीस वष य य (1618-1648) इसक उदाहरण ह ास क लई चौदहव (1643-1715) न ास को य म उलझाय रखा स क पीटर महान न व तारवाद नी त अपनाई इन य क लय स नक क आव यकता बनी रहती थी अत सब दश यह चाहत थ क उनक जनस या म व हो ता क उ ह अ धक स नक मल सक

7 औ यो गक वकास इ ल ड म औ यो गक वकास क फल व प जनस या म व ह ई अठारहवी शता द क उ तराध और उ नीसवी सद म यरोप क अ य दश म यह या आर भ हो गई तथा उनक जनस या भी बढ़ती गई अठारहवी सद क म य व उ नीसवी सद क अ त तक यरोप क जनस या म तीन गनी व ह ई

85 ाम स नगर क ओर पलायन नगर करण क एक वशषता गाव स शहर क ओर मन य का पलायन था इ ल ड

म इस कार का पलायन वा ण य क वकास स आर भ हआ क ष क उ न त तथा औ यो गक ा त क समय इसम व ह ई अ य दश म भी यापार क ष व उ योग क वकास क समय इस कार क व त दखन को मलती ह म य यग व आध नक यग क आर भ तक यरोप क यक दश म नगर क आबाद क मकाबल म ामीण क आबाद बह त अ धक थी 1830 इ वी म इटल व ास म कल जनस या का साठ तशत शया म स तर तशत पन म न ब तशत और स तथा पव यरोप क दश म 95 तशत ामीण म रहता था

1851 म इ ल ड म पहल बार ाम क मकाबल म शहर क आबाद अ धक दज क गई इस समय म यरोप म प चीस नगर ऐस थ िजनक आबाद एक लाख क लगभग थी इनम स चार इ ल ड तथा एक काटलड म था इसम लदन क आबाद जो 1800 म एक

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लाख थी 1830 म डढ़ लाख हो गई थी इ ल ड को छोड़ कर शष यरोप म प रस क त त नया सट पीटसबग नप स वयना मा को ब लन एम टडम डि लन ह बग वारसा मलान रोम म ड पलरन व नस लयो बडाप ट मास लज व बास लोना क नगर क आबाद पचास हजार स लकर तीन लाख तक थी

उ नीसवी सद क उ तराध तथा बीसवी सद म नगर क आबाद बढ़ती गई तथा ाम क जनस या म कमी आई इस अव ध म एक ओर नगर क आबाद बढ़ और दसर तरफ काफ स या म भ मह न कषक कशल कार गर व मक गाव स नगर म आय

नगर क आबाद म व तथा वहा गाव स मन य क लगातार आगमन का प रणाम यह हआ क 1914 म इ ल ड म उसक कल जनस या का 80 तशत ास म 45 तशत स कछ अ धक तथा जमनी म 60 तशत यि त शहर म रहत थ इस समय म स पोल ड व डनमाक म लगभग एक तहाई जनता शहर म रहती थी 1850 क बाद बड़ शहर क आबाद म वशष प स तजी क साथ व ह ई पहल प चीस नगर को बड़ा माना जाता था ल कन 1914 म ऐस पचास नगर थ िजनक आबाद एक लाख स अ धक थी

ाम स नगर क ओर मन य क पलायन क लय न ना कत प रि थ तय िज मवार थी

1 कषक दास क मि त म य यग म जमीदार न क ष म होन वाल घाट स बचन क लय यह उ चत समझा क व कषक को हल बल आ द साधन द कर तथा उनस फसल क एक नि चत भाग लकर भ म का त क लय द द इस प त स एक ओर तो जमीदार सभा वत नकसान स बच गय तथा दसर ओर कसान जमीदार क त अ य दा य व स म त हो गय फल व प इ ल ड म धीर-धीर कषक म त हो गय सोलहवी सद तक वहा पर कषक दास (Serfdom) क था लगभग समा त हो गई अब ाम स अनक कसान शहर क ओर चल गय

2 खत क बाड़ बद इ ल ड म तथा कछ समय बाद ास व जमनी क कछ भाग म छोट-छोट खत को मला कर बड़ खत (farms) बनाय गय इसस अनक गर ब कसान भ मह न हो गय तथा रोजगार क तलाश म नगर म आय

3 अ तरा य यापार का वकास वाल बक व टलर क अनसार प हवी सद म इ ल ड एक मह वह न यापा रक रा था ल कन सोलहवी सद म इगल ड का यापार बढ़न लगा इसी समय म पि चमी यरोप क कछ दश का यापार भी बढ़ा अ तरा य यापार क क आ त रक भाग क नगर थ जहा बाहर जान वाला माल इक ा कया जाता था ल कन इनस भी अ धक हलचल उन ब दरगाह पर होती थी जहा स जहाज बाहर जात थ अतएव ऐस थान पर रोजगार क लय गाव स काफ मन य आकर बस

4 औ यो गक वकास इगल ड म औ यौ गक ा त क समय कारखान को बड़ी मा ा म मजदर क आव यकता ह ई गाव स भ मह न कषक कार गर मक व बकार यि त शहर क कारखान म काम करन आय

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86 नय नगर का व प ाचीन नगर क चार द वार क बाहर भी मन य मकान बना कर रहन लग धीर-धीर

अनक नगर म सर ा क य ाचीर तोड़ द गई औ यो गक वकास क ग त म तजी क फल व प िजन नगर क आबाद बढ़ रह थी

व नगर आस पास क दहात तक फल गय यहा तक क ऐस दहाती नगर क समह बन गय ऐस थान म नगर तथा ाम क म य का अ तर लगभग समा त हो गया इस कार का प रवतन इगल ड तथा जमनी औ यो गक दश म प ट प स दखा जा सकता

था कछ थान पर गाव न नगर का प धारण कर लया य क इन थान पर यापार

अथवा उ योग क क खल गय थ इगल ड म इस कार क या का भाव सबस अ धक हआ

इगल ड म राजधानी क अ त र त अ य थान पर भी नगर का वकास हआ ल कन यरोप म रा य क राजधा नय क आबाद ह वशष प स बढ़

87 प रणाम 1 म यम वग का उदय नगर करण क व तार क यग का सबस मह वपण प रणाम

इन नगर म म यम वग का उदय था लगर न लखा ह क नाग रक जीवन स नवो दत म यम वग का सबस घ न ठ स ब ध था यह कहना क ठन ह क इस बज य (Burgeoise) वग म कस कार क यि त सि म लत थ कवल यह कहा जा सकता ह क आम तौर पर म यम वग क सद य गर क ष काय तथा कशल कार गर क काय क अ त र त अ य काय स ा त आमदनी स अपनी जी वका चलात थ उनक पास न तो क ष क लय काफ भ म होती थी और न ह व मक बन कर कमा सकत थ

मा यम वग को भी उ च व न न णी म वभािजत कया जा सकता ह उ च वग म बड़ यापार उ योगप त बकर धनी नवषक और अ छ आय वाल यवसाय म काम करन वाल यि त थ न न म यम वग क सद य उ च वग तथा म यम वग क उ च णी क यि तय क आव यकताओ को पर करत थ इनम दकानदार कशल कार गर बक सरकार द तर औ यो गक व यापा रक त ठान म काम करत थ वक ल कलाकार व ब जी वय को भी इसम सि म लत कया जा सकता ह

इस म यम वग न यरोप क यक दश क राजनी त म मह वपण भ मका अदा क य य प उ च म यम वग क सद य सतोष पण जीवन यतीत करत थ ल कन न न म यम वग को आ थक क ठनाइय का सामना करना पड़ता था

2 मक का दखमय जीवन यरोप क नगर क औ यो गक त ठान तथा क ष फाम म एक बड़ी स या म मक को नौकर द गई फ ट रय म काम करन वाल मजदर क दशा अ य त शोचनीय थी उनक रहन क उ चत यव था नह क गई थी व तग ग लय और बना हवादार मकान म रहत थ इसस उनक तथा उनक प रवार क सद य पर बरा असर पड़ता था शहर म काम करन वाल अ य अकशल मक क दशा भी खराब थी

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3 नगर का बतरतीब वकास लगभग यरोप क सभी नगर का वकास बना कसी योजना क हआ पहल स ह नगर म तग ग लया व कम चौड़ी सड़क थी अब य बढ़ती ह ई आबाद क लए क ठनईय पदा करन लगी शहर क चारद वार क बाहर भी मकान का नमाण बतरतीब ढग स हआ थानीय स थाए उन पर कोई नय ण नह रख सक

4 वा य पर बरा असर यह पहल बताया जा चका ह क म यकाल क आर भ क नगर म पानी क नकास क सम चत यव था नह थी तथा शहर म गदगी रहती थी इसस नाग रक क वा य पर बरा असर पड़ता था परान नगर क वकास तथा नय नगर क थापना क समय इस सम या पर यान नह दया गया समय क साथ साथ यह सम या

ग भीर होती चल गई अनक ग द बि तया (Slums) बनी फल व प मन य व भ न बीमा रय स त होन लग

5 अपराध क स या म व शहर बरोजगार क स या धीर धीर बढ़ती गई इसन शहर म रहन वाल मन य म अपराध क व त को ज म दया अथवा उसको उकसाया

6 मान सक तनाव ाम क अप ा शहर का जीवन अ धक तनाव पण होता ह एक नाग रक अपनी ज रत को पर करन म वय को असमथ पाता ह और मान सक तनाव का शकार हो जाता ह

ल कन शहर क उ थान व वकास क अनक लाभ भी थ 1 ब जीवी वग का वकास ाम क अप ा शहर म रहन वाल ब जी वय क

स या अ धक थी य ब जीवी आपस म मलत भी रहत थ फल व प नगर म सा ह य व कला का वकास हआ

2 व ा नक ग त यरोप क नगर म व ा नक अनसधान क क खोल गय इसम अनसधान क स वधाए उपल ध कराई गई इसस व ा नक म ग त ह ई

3 सामािजक आ थक व राजनी तक प रवतन क क यरोप क सभी नगर सामािजक राजन तक व आ थक ा त क क बन गय वहा पर इन म काफ हलचल होती रहती थी तथा व मल कर कसी भी अ याय का वरोध करन क लय शी सग ठत हो जात थ

शहर और ाम क स यता म अ तर अभी तक व यमान ह गाव क नवासी शा तपण जीवन यतीत करत ह ल कन शहर क नवा सय का जीवन बा य आडबर व तड़क भड़क स प रपण होता ह अतएव शहर म रहन वाला सदव कसी न कसी कार क तनाव स त रहता ह शहर क कोलाहल पण जीवन म उस शा त नह मलती ल कन वह इस जीवन का अ य त हो जाता ह

88 साराश इस इकाई म आपन यरोप क ाचीन काल क नगर क ि थ त का अ ययन कया

तथा यापा रक सगठन व क यन वारा साम त स अ धकार प (ब तजमत) ा त करन क बार म जानकार ा त क उस समय क नगर क आबाद व बनावट क स ब ध म यह मालम हआ क व बतरतीब बन थ तथा उनक आबाद पाच हजार स एक लाख तक थी

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यरोप क कल जनस या म स अ धकाश ाम म ह रहती थी ल कन 1300 स 1600 ई0 क म य शहर क आबाद बढ़ इसका म य कारण सभी थान पर जनस या म व थी इसक साथ यह भी जाना क इसक या कारण थ ाम स नगर क ओर काफ स या म यि तय क पलायन स नगर क जनस या बढ़ 1851 क बाद व भ न नगर क आबाद क आकड़ स ात होता ह क उस समय एक लाख स अ धक आबाद वाल शहर क स या 25 थी नय नगर क व प क अ ययन स ात हआ क इ ल ड व शष यरोप क नगर क ि थ त व वकास म अ तर था नाग रक जीवन क लाभ और हा नय क बार म अ ययन करन स यह मालम होता ह क ामवा सय क अप ा शहर जीवन अ धक तनावपण होता ह

89 बोध न 1 ाम स नगर क ओर पलायन क या कारण थ 2 यरोप क नगर म मन य को कन क ठनाइय का सामना करना पड़ा 3 यरोप क जनस या म व क कारण का व लषण द िजए चौदहवी सद स

यरोप क दश म इसन नगर करण को कस कार स भा वत कया

810 सदभ थ 1 Chapter by RR Enfield in the book lsquoEuropean Civilization ndash Its

origin and Developmentrsquo Volume V under the direction of Edward Eyre Oxford University Press London 1937

2 Chapter by RM Hartwell in the book lsquo The Cambridge Modern History Volume IX (1793-1830) edited by CW Cramley Cambridge University Press London 1965

3 Brison D Gooch Europe in the Nineteenth Century the Macmillan Company London 1970

4 David Ogg Europe in the Seventeenth Century Hindi edition Jaipur 1967

5 Carlton JH Hayes Modern Europe to 1870 The Macmillan Company New York Sixth Print 1960

6 Langer Eadie Geanakoplos Hexter Pipes Western Civilization Volume II Harper and Row New York Second Edition 1975

7 Wallbank and Taylor Civilization ndash Past and Present Volume II Third Edition 1975

29

इकाई-9 कारखाना और मजीवी वग

इकाई क परखा 90 उ य 91 फ टर स टम

911 फ टर या ह 912 फ टर स टम कस श हआ 913 एक का प नक फ का काय व यास

92 फ स टम एवम औ यो गक ा त 93 फ स टम का सामािजक असर 94 बराइया 95 बराइय को दर करन क यास एवम समाधान

951 ससद य यास 952 समाज सधार और अबधनी त 953 सधारक य न जार रह 954 सडलर क य न 955 एशल का कानन

96 समाज और सामािजक प रवतन 97 साराश 98 अ यासाथ न

981 अश पर छोट सवाल 982 सार इकाई पर सवाल

99 ास गक पठनीय थ

90 उ य लगभग 1750 स लकर 1850 तक क काल को पि चम यरोप म औ यो गक ा त

का काल माना जाता ह अ य इकाइय म तमन औ यो गक ा त क बार म व तार स पढ़ा होगा अ य बात क अलावा औ यो गक ा त का सबध उ पादन क लए एक नए सामािजक व यास को नाम दया गया ldquoफ स टमrdquo फ स टम म काम करन क लए समाज म एक नए मजीवी वग का ज म हआ इस इकाई म हम फ स टम और इसम काम करन वाल मजीवी वग क बार म जानग

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91 फ स टम 911 फ या ह

औ यो गक ा त स श आत क भी पहल क बात ह कसी तजारत करन वाल कपनी क नमाइद को ldquoफ टरrdquo बलाया जाता था उसक द तर को फ rdquo फ स कपनी खर द-फरो त करती मसलन हम अ जी ई ट इि डया कपनी को ल जब कपनी स हवी सद म भारत आई तो उसन गजरात तट पर सरत बदरगाह म अपनी पहल मख फ था पत क इस फ म कपनी अपना यापार का सामान रखती और ह द ता नय क

साथ खर द-फरो त करती याल रखन वाल बात यह ह क ई ट इि डया कपनी एक तजारती कपनी थी और उसका उ पादन स चाह वह औ यो गक हो या फर गर औ यो गक कोई सीधा सरोकार न था

जस-जस अठारहवी सद म औ यो गक ा त का व तार हआ वस-वस फ श द का च लत अथ भी बदलता गया अब फ का अथ उस थान स हआ जहा क मशीन क वारा कार गर काफ मा ा म चीज को बनात यह अथ आज तक साधारण बोलचाल क

भाषा म च लत ह सो िजस कारखान म हवाई जहाज बनता ह वह भी फ कहलाता ह और िजसम कपड़ बनत ह वह भी हाला क ldquoफ rdquo कवल चीज बनान वाल कारखान को कहा जाता था फ जसी उ पादन यव था और कम व यास उ योग म भी य त होती थी जस क कोयला खदान

इस इकाई म हम म यतः औ यो गक ा त क पहल चरण पर गौर करग इस चरण (1750-1850) म फ ट रया यादातर सत कातन क कपड़ा बनन क और लोह का काम करन वाल होती थी

912 फ स टम कस श हआ

पजीवाद यव था क श आत क दन म पि चमी यरोप म उ पादन म यतः प टग आउटrdquo स टम पर नभर करता था इस यव था म पजी का मा लक यापार कार गर को क चा माल खर द कर दता कार गर अपन-अपन घर पर अपनी ह मशीन स चीज बनात िज ह क यापार इक ा कर क बाजार म बचता इस यव था म फायदा यह था क यापार दर-दर तक फल कार गर स काम करवा सकता था और उस अपन कार गर क रहन खान क यव था भी नह करनी पड़ती

पर इस यव था म नकसान कई थ एक तो यापार को अपन कार गर तक पह चन म और उनस बना हआ माल लन म काफ समय बबाद करना पड़ता दसर काम क वा लट बरकरार रखना मि कल था तीसर कार गर स समय पर काम करवान म द कत

होती थी इन मि कल स पार पान का एक तर का था वह यह क सार कार गर को एक ह

कारखान म इक ा कर लया जाए पर ऐसा करन पर यापार को कारखान क इमारत बनान

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म पसा लगाना पड़ता मशीन खर दनी पड़ती और फोरमन और सपरवाइजर को नौकर पर लगाना पड़ता अथात यापार का उपरला खच काफ बढ़ जाता

पर जब 1700 ई0 म वीडन क यापार टोफर पोलहम न 100 कार गर वाल एक बतन-भाड क फ टर था पत क तो उसन पाया क उ पादन पर कल खच इतना कम हो जा रहा था क उपरला खच बढ़न क बावजद वह अ छा खासा मनाफा कमा लता

913 एक का प नक फ टर का काय व यास

एडम ि मथ अपनी कताब द व थ ऑफ नश स (1776) म एक साधारण पन बनान वाल फ टर का वणन करता ह जब पन घरल उ योग म बनाए जात थ तो एक या दो यि त ह पन बनान म लगत थ पर फ टर म पन बनान क या को कई ह स म बाट दया गया एक आदमी तार खीचता दसरा उस सीधा करता तीसरा काटता चौथा उसक एक सर को नक ला करता पाचवा उसक दसर सर को घसता वगरह इस तरह तार खीचन स लकर बन ह ए पन को कागज क प ड़या म पक करन तक एडम ि मथ न कोई 32 चरण गन इनम स कसी भी चरण पर ह नरमद कार गर क ज रत नह थी एक ब चा भी इनम स कसी एक चरण को बखबी परा कर सकता था यह फ स टम क मख व श टता थी

फ टर म उ पादन क या को बह त ह सरल छोट-छोट ह स म बाट दया गया हर चरण को एक साधारण अकशल मक भी आसानी स परा कर सकता था या न क अब कारखान क उ पादन- मता कसी यि त वशष क द ता पर नभर नह करती थी बि क सार कारखान क आगनाइजशन पर िजस क एक मनजर आसानी स क ोल कर सकता था फर च क द कार गर क ज रत नह थी तो फ ट रय म ि य और ब च को आसानी स मक क तौर पर इ तमाल कया जा सकता था और हाला क ि या और ब च एक प ष िजतना ह उ पादन करत उनक तन वाह आद मय क तलना म कह कम रहती इस सब स फ टर क मा लक को काफ मनाफा होता

92 फ स टम एवम औ यो गक ा त इ तहासकार हो सबाम का कहना ह क वस तो स हवी सद स ह उ पादन या म

अनक कार क या क सधार होन श हो गए थ पर सफ या क सधार ह औ यो गक ा त नह ला सक औ यो गक ा त क लए ज र था क उ पादन इतना यादा और इतना

स ता हो क बाजार म आप स आप इस उ पाद क लए माग बढ़ ऐसा तब ह हो सका जब या क सधार क साथ उ पादन क लए एक नए कम व यास का इ तमाल कया गया जब उ पादन क या स सब धत डवीजन आफ लबर को (काम क बटवार) को काफ ज टल बना दया गया उ पादन क या को कई छोट-छोट टकड़ म बाट दया गया और एक मजदर क िज म कवल एक ह ह सा रखा यह फ स टम क मख व श टता थी

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93 फ टर स टम का सामािजक असर मनाफा बढ़ान क लए यह ज र था क फ म लगी मशीन का यादा स यादा

उपयोग कया जा सक फ मा लक क च टा यह रहती थी क अपन कार गर स तब तक लगातार काम करवात रह जब तक क मशीन ह जवाब न द जाए इसका मतलब यह था क कामगार को काम करन क तर क का एक नया अनशासन सीखना पड़ा

इ तहासकार ईपी हामपसन का मानना ह क िजस लय स मशीन चलती ह उसी लय स मक को चलना सीखना पड़ा समय क पाबद सीखनी पड़ी क एक नि चत समय पर काम पर आए और एक नि चत समय पर काम स हट एक ह थान पर खड़ होकर लगातार एक ह या क काम को लगातार करत रहन क आदत डालनी पड़ी य द कसी क िज म पन का तार घसना था तो वह लगातार दनभर कवल तार ह घस सकता था िजस यि त को तार सीधा करन का काम दया गया दनभर एक ह थान पर खड़ रहकर कवल तार ह सीधा करता रहता

जस-जस समय बीतता गया इस पर स टम क दगण भी सामन आत गए सबस पहल जो बात सामन आई वह यह ह क फ म लगातार एक ह जगह पर कठपतल क तरह काम करत रहना काफ उबाऊ था मक थोड़ ह समय म इस तरह क काम स जी चरान लगत जब फ का मा लक उनस जबरद ती काम करवाता तो जा हरा तौर पर काम करन वाल को यह बात अखरती और उ ह ख दल स काम पर लग रहना पड़ता

जहा तक काम करन क प रि थ तय का सवाल ह कछ बात साफ ह एक तो यह क यह कहना मि कल ह क फ म काम करन वाल क प रि थ त दसर मक क प रि थ त स बहतर थी या बदतर ऐसा इस लए क इ तहासकार क पास औ यो गक ा त स पहल क काल क मक क बार म यादा जानकार नह ह हा यह ज र पता ह क तरहवी सद स ह उ तर यरोप म पगार पान वाल मजदर हआ करत थ और उनक हालत अ य मजदर क हालत स खराब नह थी वस भी स हवी-अठारहवी सद म कम स कम इ ल ड म प टग आउट स टम क तहत काम करन वाल बह त सार मजदर पगार क एवज म ह काम कया करत थ कहन का मतलब यह ह क फ मजदर का तन वाह मजदर होना समाज क लए कोई नह बात नह थी

94 बराइया जो नई बात थी वह यह क जब फ या बनी तो एक साथ बह त सार मजदर शहर

म इक ा ह ए इस जमाव म उनक ददशा भी समाज क सामन कह यादा खर प स उजागर ह ई

उ योग म ब च और औरत को सोलह घ ट या उसस भी यादा काम करवाया जाता थकान क कारण य द कोई काम नह कर पाता तो उस ब ट स पीटा जाता था तन वाह काट ल जाती तन वाह वस भी काफ कम मलती थी एक ह त क लए कसी ह नरमद कार गर को 1795 म कोई 25 श लग और साधारण मजदर को सफ 12 श लग मला

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करत थ म हलाओ को प ष स आधी और ब च को एक चौथाई तन वाह ह मलती हाला क व प ष िजतना ह काम करत

कोयल क खदान म तो ि थ त और भी यादा खराब थी यहा चार स पाच साल क ब च को खदान क सरग क अदर बारह स सोलह घट काम करवाया जाता इनक औसत पगार दो स तीन श लग त स ताह थी

फ स टम क आन स मजदर क गर बी भी बह त यादा उजागर होन लगी वस तो औ यो गक ा त क श क साल म ह यह साफ हो गया था क समाज म नर ह गर ब क स या बढ़ रह ह पर इस ि थ त स बचन क लए कछ खास नह कया गया पीनहमल ड नामक क ब म गर ब क मदद क लए एक स टम ज र श कया गया िजस पीनहमल ड स टम क नाम स जाना जाता था कछ दसर क ब न भी इस स टम को

अपनाया पर बढ़ती ह ई औ यो गक गर बी क सामन यह स टम प त हो गया शहर म ि थ त कछ ऐसी थी क मजदर क हालत बद स बदतर होती चल गई

शहर बगर कसी योजना क बतहाशा बढ़त चल गए उनक नगरपा लकाए इस नई आबाद क दखभाल करन म असमथ रह शहर म गद द र बि तया पनपन लगी िज ह अ जी म लम कहत ह जहा अब तक शहर म अनक तबक क लोग आपस म मल कर रहत थ

वहा धीर-धीर मजदर बि तया शहर क बाक आबाद स हट कर रहन लगी इन बि तय म न तो सडक ठ क होती न ह ना लया न ह कड़ा नकालन क कोई यव था न ह पय जल का इतजाम और न ह ठ क स बन ह ए मकान इ तहासकार हो सबाम का कहना ह क यरोप क शहर म इस क म क बि तया यादातर शहर क पव ह स म बसी सो शहर म एक नया भद श हो गया ई ट ए ड नवासी (गर ब) और व ट ए ड नवासी (अ भजा य) का

रह-रहकर औ यो गक शहर म महामा रया भी बढ़न लगी लासग म पहल बार 1818 ई0 म हाइफस जवर का कोप फला यरोप क सार औ यो गक शहर म 1831 ई0 और 1832 ई0 म टाइफाइड़ क महामार छाई रह इन शहर म कालरा मयाद बखार और तप दक का भी बोलबाला रहा य सार बीमा रया यादातर मजदर बि तय म ह रह मानो यह सा बत कर रह ह क जहा द र ता और गदगी ह वहा बीमा रया भी रहगी इस सबन मजदर बि तय क नवा सय का हौसला तोड़ दया सामािजक हौसलाप ती क कई ल ण सामन आन लग शराब का ज रत स यादा इ तमाल होन लगा बाल ह या व याव त आ मह या और मान सक व ता क घटनाए बढ़न लगी मजदर क दग त इस बात स और भी यादा उजागर ह ई क औ यो गक ा त क कारण समाज क बाक सार वग क स प नता बढ़ रह थी

95 बराइय को दर करन क यास एवम समाधान फ टर स टम क इन बराइय को ज द स ज द दर करना बड़ा ज र था य क

एक तो साधारण मानवीयता का तकाजा था क मजदर क काम करन क हालात म सधार आए इसस भी यादा बड़ा कारण यह था क फि य म अ धकाश उ पाद फ म काम करन वाल मजदर ह खर दत थ इस लए अगर मजदर क माल हालत एक सीमा स नीच जाती

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तो नकसान पजीप तय को ह होता और अगर मजदर बि तय क समाज यव था को ठ प होन दया जाता तो डर था क कह दश म व ोह न भड़क उठ व ोह न भी होता तो यह तो साफ था क म यवग क जवान इन बि तय म फल रह शराबखोर व याव त और अ य कार क अन तकता क च कर म पड़ रह थ य द म यवग को अन तकता स बचाना था तो

ज र था क मजदर वग स अन तकता को दर कया जाए

951 ससद य यास

आजकल यह माना जाता ह क य द फ मा लक अपन मजदर क भल कार दखभाल कर तो उ ह ह यादा मनाफा होता ह पर उ नीसवी सद म यह बात अ धकाश पजीप तय क समझ म नह आ रह थी इस लए हम पात ह क फ टर म मजदर क ि थ त सधारन वाल अ धकाश उपाय कवल कछ फ टर मा लक क पहल पर रा य यव था वारा व भ न दश क ससद वारा कए गए सबस यादा सधार का काम इगल ड म

हआ ऐस उपाय म स पहला था इगल ड म राबट पील वारा ससद म पास कया गया

ह थ ए ड मारटज ए ट (1802) यह ए ट कवल बड़ी फ ट रय पर लाग होता था और कवल एपरि टस पर इस ए ट म यह कहा गया क नौ साल स कम उ क ब च बतौर एपरि टस नह लगाए जा सकत फ मा लक पर इन ब च स बारह घ ट स यादा या फर रात म काम करवान पर रोक लगा द गई

1802 क ए ट म कई खा मया थी एक तो यह कवल बड़ी फ य पर लाग होता था और वहा भी कवल उन फि य पर जो क एपर टस को इ तमाल करती थी बह नर बाल मजदर को इस ए ट स कोई सर ा नह मलती थी सबस म य बात तो यह थी क इस ए ट म नर ण करन का कोई ावधान न था नतीजतन यह ए ट महज कागजी कानन बन कर रह गया

फर 1816 म पील क चयरमनी म एक ससद य कमट का गठन कया गया इस कमट क सलाह पर 1819 का फ नय ण कानन पास कया गया इस कानन म पछल कानन क ावधान को दोहराया गया और कहा गया क सार बाल मजदर को इस कानन क सर ा द जाएगी साथ ह यह नधा रत कया गया क सोलह साल स कम उ क मजदर को बारह घ ट क दन म डढ़ घ ट क खान क छ ी द जायगी च क यह ए ट सार कामकाजी ब च पर लाग होता था इस लए लोग न इसका डट कर वरोध कया वरो धय म एक बड़ा तबका उन मा-बाप का था जो अपन ब च स काम करवात थ

952 समाज सधार और अबधनी त

तमन अबधनी त क बार म पढ़ा होगा यह नी त अठारहवी सद क अ तम दशक म काफ फल चक थी अथशा ी एडम ि मथ िजसका हम पहल िज कर चक ह इसका एक बड़ा समथक था इस नी त क मतावल बय का मानना था क समाज क अथ यव था तब ह

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सफल हो सकती ह जब क सरकार अथ यव था को अपन आप पर छोड द उसम अपनी टाग न अड़ाए

जब उ नीसवी सद म ससद य य न मजदर क सधार क लए होन लग तो सधार-वरोधी उ योगप तय न अबधनी त क दहाई दत ह ए यह गहार लगाई क अगर रा य फ स टम को सधारन व नय त करन क को शश करगा तो सार अथ यव था ह ठ प हो जाएगी दरअसल बड़-बड़ दाश नक वचार क आड़ म य वरोधी कवल इतना कह रह थ क उ ह मजदर -ब च म हलाओ और प ष का खन चसन स नह रोका जाना चा हए भल ह ऐसा करत ह ए व समाज क इतनी दग त य न कर द िजसस क समाज का साधारण चाल-चलन ह ठ प हो जाए ऐस वरो धय को उनक खद क बवकफ स बचाना ज र था

953 सधारक य न जार रह

1820 क दशक म पावर लम और भाप क इजन म काफ यादा या क सधार आए इसका नतीजा यह हआ क इस दशक म धीर-धीर फ स टम सार कपड़ा उ योग और ख नज उ पादन पर छा गया फि या भी कवल कछ शहर इलाक म कि त होन लगी लकाशायर का कपड़ा उ योग इसका अ छा उदाहरण ह यहा कोई 25 वग मील क म इतनी यादा कपड़ा मल थी क इ ल ड का 80 तशत स यादा कपड़ा बनाया जाता था िजतना फ ट रय का जमाव बढ़ा उतना ह उनक दगण कट ह ए इसम सधार लान क ससद य यास भी उतन ह जोर स कए जान लग

954 सड़लर क यास

माइकल सड़लर न 1831 म टन-आवर बल इ ल ड क ससद म पश कया इस बल म यह ावधान था क कसी भी मजदर स दस घट (टन-आवर) स यादा काम नह लया जा सकगा यह बल ससद म पास नह हो सका

पर इन दन इ ल ड म व ट इ डीज क दास था को लकर काफ गहमा-गहमी चल रह थी इसक रहत अखबार और प काओ म फ टर मजदर क तलना व ट-इ डीज क नी ो दास स क जान लगी धीर-धीर यह मत फलन लगा क मजदर क ि थ त म सधार क लए कछ ठोस कदम उठाए जान चा हए इसक फल व प जब 1833 म लाड एशल न ससद म अपना ताव रखा तो वह कछ ससद य छ ना-झपट क बाद पा रत हो गया

955 एशल का कानन

लाड एशल क कानन (1833) को सार कपड़ा बनन क फि य पर लाग कया गया इसक अनसार नौ साल स कम उ क ब च को फ म काम करवान पर पाबद लगा द गई तरह साल स कम उ क मजदर स दन म नौ घ ट और स ताह म 40 घ ट स यादा काम करवाना तब धत कया गया उ ह रोज डढ़ घ ट क खान क छ ी दना ज र

रखा गया यह कहा गया क अठारह साल स कम उ क मजदर स दन म 12 घट और स ताह म 69 घट स यादा काम नह करवाया जा सकता ldquoरातrdquo क काम को ठ क तरह स

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प रभा षत कया गया साढ़ आठ बज शाम स लकर साढ़ पाच बज सबह तक क समय को ldquoरातrdquo करार दया गया और इस पार म कवल अ ारह साल स यादा उ क मजदर क योग क अनम त द गई फ म काम करन वाल हर ब च का रोज दो घट कल जाना नि चत कया गया नर क क एक बड़ी टोल नय त क गई जो फ मा लक पर नगरानी रख सक और जो मा लक कानन क अवहलना करत ह ए पकड़ जाए उन क सर बड़ी सजा का ावधान रखा गया

इस कानन म दो म य खा मया थी एक तो यह कवल कपड़ा उ योग पर ह लाग कया गया जब क अ य उ योग म भी मजदर क हालत काफ खराब थी दसर यह कवल ब च को अपन दायर म लता था जब क ि य और प ष को भी काननी सर ा क आव यकता थी

96 समाज और सामािजक प रवतन बहरहाल इस कानन स कछ बात साफ जा हर होती थी सबस पहल बात तो यह क

हाला क समाज म अब भी अबधनी त का बोलबाला था अब सरकार क समझ म यह आन लगा क समाज क कछ अश ऐस होत ह जहा क सधार लान क लए सरकार ह त प ज र होता ह दसर बात यह क अब साधारण तौर पर यह माना जान लगा क समाज म औ यो गक उ पादन क इकाई प रवार नह बि क यि त वशष था और उसक सामािजक सर ा और सखा-पढ़ क िज मदार कवल प रवार पर ह नह छोड़ी जा सकती थी समाज को भी आग बढ़कर कछ उपाय करना ज र था

धीर-धीर अ य उ योग को भी फ कानन क तहत लाया गया 1842 म लाड एशल क कानन को कोयला खदान पर लाग कया गया और म हला मजदर को भी सर ा द जान लगी 1878 म इस कानन न सार फि य और वकशाप को अपन दायर म ल लया इस बीच दसर दश म भी फ कानन क या जार थी 1841 म ास म बाल-मजदर कानन लाग कया गया ए शया म भी 1870 तक कई कानन जार कए गए पर उ ह कभी गभीरता स लाग नह कया गया

1848 म सार यरोप म सोश ल ट व ोह ह ए और उ ह काफ आसानी स कचल दया गया इन व ोह म मजदर न बढ़ कर ह सा लया था कचल जान क बाद इन व ोह क बह त सार नता मजदर नता बन गए और फ मा लक स मजदर क भलाई क लए माग करन लग इस समय क बाद स फ मजदर क सगठन बनना श हो गए और कमशाला क हालात म सधार क लए य सगठन अपन अपन उ योग और सरकार पर जोर हालन लग ऐसा इ ह न कस तरह कया तम अ य इकाइय म पढ़ोग

97 साराश इस इकाई म तमन जाना क फ स टम अठारहवी सद म श हआ इसन

औ यो गक उ पादन म एक नए कम व यास को ज म दया फि या चलान क लए एक नए क म क अनशासन क ज रत थी जो क पहल कभी ससार म दखन को नह मला था लगातार अनशासन था पत रखन क लए फ क मय क उपर एक नए मनजमट तबक का

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ज म हआ फोरमन और सपरवाईजर य लोग लबर अ र टो स (Labour aristocrates) कहलाए इनक रहत उ योग म उ योग क मल कयत और उसक मनजमट म भद कया जान लगा मजदर क शहर म रहन स कई बराइया पनपी उ ह दर करन क लए उ नीसवी सद क म य तक अ भजा य वग स कछ समाज सधारक उबर कर सामन आए पर मजदर क सगठन अभी ठ क तरह स नह पनप पाए थ व 1848 क यरोपीय व ोह क बाद उबर

98 अ यासाथ न (I) अश पर छोट सवाल

कछ श द म जवाब द िजए (क) या फ स टम और औ यो गक ा त म स कोई एक बगर दसर क पनप

सकता था (ख) फ स टम क मख व श टता या थी (ग) या पन बनान क फ वा तव म एडम ि मथ क वणन क अनसार होती ह (घ) या फ स टम अन तक था (च) अबधनी त फ मा लक को य पसद थी (छ) इस इकाई म िजन फ सधारक का िज ह उसक अलावा दो और सधारक क

नाम बताइय (II) सार इकाई पर सवाल

दो सौ स तीन सौ श द म जवाब द (क) फ स टम इ ल ड म कस तरह पनपा (ख) फ स टम न कस तरह था पत आ थक और सामािजक स थाओ पर हार

कया (ग) फ स टम क कारण समाज म कस तरह क प रवतन आए (घ) फ स टम म सधार लान क य न क ववचना कर

99 ास गक पठनीय थ ईज हो सबाम - ाम इड ट ए पायर प गइन ईज हो सबाम - एज आफ रवो यशन प गइन ईपी टाम सन - म कग आफ द इग लश व कग लास (सभी कताब अ जी म ह बाजार म आसानी स मल जाती ह)

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Page 4: एमassets.vmou.ac.in/MAHI01-2.pdf ·  · 2014-04-056.7 इंगलैड ... अलबट[थेयर(Albert Thaer) ने1798 (Introduction to the knowledge of English Agriculture)

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पा य म वकास स म त ो बीएस शमा कलप त (अ य ) ो र व कमार नदशक नह मारक स हालय एव प तकालय नई द ल

ो कएस ग ता इ तहास वभाग मोहन लाल सखा ड़या व व व यालय उदयपर (राज)

ो बीआर ोवर पव नदशक भारतीय इ तहास अनसधान प रषद नई द ल

डा बज कशोर शमा वभागा य इ तहास वभाग कोटा खला व व व यालय कोटा (राज)

ो एसपी ग ता इ तहास वभाग अल गढ़ मि लम व व व यालय अल गढ़ (उ )

डा कमलश शमा इ तहास वभाग कोटा खला व व व यालय कोटा

ो जपी म ा पव इ तहास वभागा य काशी ह द व व व यालय वाराणसी (उ )

डा याक़ब अल खान इ तहास वभाग कोटा खला व व व यालय कोटा

पा य म नमाण दल

डा एलपी माथर पव वभागा य इ तहास वभाग मोहन लाल सखा ड़या व व व यालय उदयपर (राज)

डा राजीव लोचन इ तहास वभाग पजाब व व व यालय च डीगढ़ (भारत)

अकाद मक एव शास नक यव था

ो(डॉ) नरश दाधीच कलप त

वधमान महावीर खला व व व यालय कोटा

ो(डॉ)बीक शमा नदशक(अकाद मक) सकाय वभाग

योग गोयल भार अ धकार

पा य साम ी उ पादन एव वतरण वभाग

पा य म उ पादन योग गोयल

सहायक उ पादन अ धकार वधमान महावीर खला व व व यालय कोटा

पनः उ पादन ndash Oct 2012 MAHI-01ISBN No-13978-81-8496-260-4 इस साम ी क कसी भी अश को व म ख व कोटा क ल खत अनम त क बना कसी भी प म lsquo म मयो ाफ rsquo (च म ण) वारा या अ य पनः तत करन क अनम त नह ह व म ख व कोटा क लय कलस चव व म ख व कोटा (राज) वारा म त एव का शत

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इकाई-6 यरोप म अठारहवी शता द म क ष यव था

इकाई क परखा 60 उ य 61 तावना 62 अठारहवी सद क पहल क यग म यरोप म क ष यव था 63 खती क ाचीन तर क 64 अठारहवी सद म इ लड म खती क तर क म प रवतन क लय िज मवार

प रि थ तया 65 इगल ड म क ष क नवीन प त 66 अठारहवी सद म अ य दश म क ष 67 इगल ड म नवीन क ष का भाव 68 न कष 69 श दावल 610 अ यासाथ न 611 सदभ य

60 उ य इस इकाई म आप अ ययन करग - क ष का मानव क जीवन म मह व - अठारहवी सद क पहल क यग म यरोप म क ष यव था क वशषताए-

सामतवाद यव था म कषक क दशा तथा क ष क यव था - क ष क ाचीन तर क - अठारहवी शता द म इ लड म खती क तर क म प रवतन क लय िज मदार

प रि थ तया - नय आ व कार व तर क - अठारहवी सद म यरोप क अ य दश म क ष क दशा ास व जमनी क कछ

भाग म इ लड क नवीन प त का भाव शष यरोप म इसका अनकरण न होन क कारण

- इ लड म क ष क नवीन प त क भाव - क ष उ पादन म व बढती ह ई जनस या क लय अ न क यव था उ नीसवी सद म नवीन क ष का व तारपशधन म व द भ का अ त उ योग क लय मक क यव था नकद फसल का उ पादन

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61 तावना ाग-ऐ तहा सक यग म क ष का आ व कार मानव स यता क वकास म एक

ा तकार कदम था इसन मानव को थायी प स एक थान पर नवास करन क लय रत कया ाचीन यग म यरोप स हत व व क लगभग सभी भाग म क ष काय ह मन य

का म य यवसाय था बालबक व टलर क मत म आध नक यग क आरभ म भी यरोप क आ थक जीवन म क ष मानव का म य उ यम रहा य य प आज भी खती अ धकाश मन य क जीवन यापनका साधन ह क त चार सौ साल पहल इसका मह व आज स कह अ धक था

अठारहवी सद म इ लड म क ष क म अनक तकनीक प रवतन ह ए इन प रवतन न क ष उ पाद म एक कार स ा त ला द इन प रवतन को समझन क लय म यकाल न यग क क ष यव था क वशषताओ को समझना आव यक ह

62 अठारहवी सद क पहल क यग म यरोप म क ष यव था माक लाक क मत म म यकाल न यग म सामतवाद का उदय पर पर नभरता क

स ब ध क आधार पर हआ सर ा व अजी वका क लय कसान न अपनी भ म व ससाधन थानीय सामत को स प दय थानीय साम त न बड़ साम त स सर ा का आ वासन

स नक सहायता क बदल म ा त कया बड़ साम त न ऐसी ह शत पर राजा को अपन अ धकार स प साम तवाद क उदय और वकास क चाह कछ भी कारण रह ह इसका एक मह वपण प रणाम कषक का भ म का वामी नह होना था अत उसम भ म क सधार क त उ साह नह रहता था

साम तवाद यव था म कषक क दशा दास क समान थी वह कसी भी हालत म अपन साम त क चगल स छटकारा नह पा सकता था साम त क अ धकार असी मत थ रा य काय य अथवा ऐश-आराम म य त रहन क कारण व खती क उ न त पर यान नह दत थ

उस समय ाम (Manor) यव था इस कार थी एक मनर म साम त या उप साम त का गढ़ होता था िजसक चार ओर कसान क मकान होत थ ाम क प र ध म क ष यो य खत होत थ इन खत क सीमा नधा रत नह क जाती थी य क इनम सभी कषक दास अपन साम त क लय सामदा यक प स खती करत थ ऐसा करत समय उ ह साम त या उसक त न ध का आदश मानना पड़ता था आम तौर पर गाव क खत को दो तीन या चार भाग म बाटा जाता था ल कन अ धकतर तीन भाग कय जात थ एक भाग म गह या राई दसर म म का व अ य फसल बोई जाती थी तथा तीसर को हल चला कर खाल छोड़ दया जाता था इन खत क आस पास चरागाह और जगल होत थ चारगाह म गाव क सभी पश चर सकत थ घास क मदान स उनक लय चारा ा त कया जाता था तथा जगल स लकड़ी घर को बनान क लय फस आ द ा त कय जात थ

गाव म कसक खती क जाय और कब उसक बीज बोय जाय इसका न चय गाव (Manor) क अदालत करती थी खत म काय करन क लय मक उपल ध होत थ इस

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यव था म एक कसान को यि तगत सवाए व त अथवा नकद धन क मा यम स लगान अदा करना पड़ता था

इस यव था क अनक दोष थ आम तौर पर एक कसान को दो या उसस अ धक थान पर खती क लय छोट छोट खत दय जात थ इनम खती करन म उसका काफ समय

न ट हो जाता था तथा उस यय भी अ धक करना पड़ता था कई बार अपन छोट छोट खत क सीमाओ क बार म उसका अपन पड़ौसी कषक स ववाद चलता रहा था वह भ न भ न खत म सचाई का सतोषजनक ब ध नह कर सकता था इन खत म वह एक ह फसल पदा कर सकता था य क स दय म य खत चरागाह क प म उपयोग म लाय जात थ

63 खती क ाचीन तर क म य यग म खती क तर क उ नत नह थ एक कसान का म य औजार था लकड़ी

स बना हआ हलका हल फसल काटन क लय उसक पास एक हसल होती थी अनाज को साफ करन क लय उस हवा म छोड़ा जाता था (winnowing) अथवा जमीन पर बखरा जाता था ता क पशओ को उस पर चलाया जा सक एक टोकर म बीज रख कर कषक उ ह चार ओर बखरता हआ चलता था सचाई क पया त यव था नह थी फसल को बदल बदल कर (Rotation of Crops) नह बोया जाता था म ी क जाच भी नह होती थी ऐसी प रि थ तय म क ष उ पादन क मा ा कम थी

64 अठारहवी सद म इगल ड म खती क तर क म प रवतन क लय िज मवार प रि थ तया म य यग क अ त म इगल ड म यापार क उ न त होन लगी इस समय औष ध

व ान क ग त क कारण म य दर घटन लगी शशओ क म य दर म कमी आई फल व प इ लड क आबाद बढ़ ल कन इस बढ़ती ह ई जनस या अपनी आव यकताओ क लय वन और चरागाह को तजी स साफ करक क ष यो य भ म का पा रि थ तक सतलन बगाड़ दया क ष उ पाद म कमी आई दसर ओर मजदर क दर बढ़न लगी इन दोन कारण स जमीदार को घाटा होन लगा इस घाट स बचन क लय उ ह न कषक स नय समझौत कय उ ह न कषक को भ म औजार व अ य साधन दान कर खती क लय भ म दना श क तथा उसक बदल म कसान स फसल का एक नि चत भाग लना श कया उ तर ास म भी इस था को अपनाया गया इस प त न एक ओर कसान को सामत क दासता स म त करन का माग श त कया तो दसर ओर बढ़ती ह ई आबाद क लय अ धक अ न उपजान म मदद द य य प सोलहवी शता द क अत तक इ लड म कषक दास (serfdom) क था का अ त बह त बाद म हआ उदाहरण क तौर पर 1861 म स क जार एल जडर थम न इसक लय एक कानन पास कया

सोलहवी व स हवी सद म इ लड का अ तरा य यापार बढ़ गया तथा पजीप तय न गाव म क ष यो य भ म खर दनी श क ऐसा करन स समाज म उनका स मान बढ़ता था य क ाचीन काल स ह इ लड म भ म का वामी होना गौरव क बात मानी जाती थी य

पजीप त क ष स मनाफा कमान क सोचन लग परान ढग स क जान वाल खती स ऐसा

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करना सभव नह था अत व ा नक तर क और अ धक उ नत औजार क खोज क जान लगी य क कवल धनी लोग क पास ह पर ण क लय धन व अवकाश था इस लय ार भक उ न त अ धकाशतः सम कसान वारा क गई इस कार क ष क म पजी क योग स क ष ा त का माग श त हो गया

65 इगल ड म क ष क नवीन प त एनफ ड क अनसार उस समय हालड एक मख यापा रक व पजीप त दश था वहा

पर फसल को बदल बदल कर बोन क था को योग म लाया गया था इ लड न हालड स इस सीखा जथरो तलनलाड टाउनशड बकवल आथर यग व कोक आ द न व ा नक प त स खती करन क तर क क खोज क तल (1664-1740) न पि तय म थोड़ी दर पर बीज बोन क लय एक य बनाया टाउनशड (1664-1738) न अपन खत म एक क म क फसल क बाद दसर क म क फसल बोई तथा गह शलजम जौ और आल क खती को बार बार स बो कर जमीन क उवरता बनाय रखी आथर यग (1740-1920) न इसका चार कया तथा बड़ बड़ फाम बनाय कोक न पशओ क स या बढ़ान क लय य न कया पशओ क स या म व होन क कारण खाद अ धक मा ा म उपल ध होन लगी अब पहल क अप ा अ छ क म क धात क हल बनाय गय इस कार क हल म इ लड का रोजरहम हल अ धक स ह यह हल भ म म गहर खदाई करता था तथा कम समय म पहल क अप ा अ धक भ म पर चलाया जा सकता था उ पा दत अ न क सफाई क लय अब पहल क अप ा बहतर तर क अपनाय गय भ म क गणवता क जाच करक उसक मता क अनसार फसल बोई जान लगी

व ा नक आधार पर नवीन णाल स खती करन क लए छोट खत क थान पर बड़ खत अ धक उपय त थ अतएव अब अनक खत को मला कर एक खत बनाया गया तथा उसक चार ओर बाड़ (Enclosure Act) लगाय गय इ लड म 1792 स 1815 तक इसक लय 956 बाड़ नयम (Enclosures Act) पा रत कय गय एक ओर इसस लाभ यह हआ क बड़ फाम (Farms) म क ष उ पादन बढ़ा तो दसर ओर काफ स या म छोट कसान को अपनी भ म छोड़नी पड़ी तथा व भ मह न मजदर हो गय

66 अठारहवी सद म अ य दश म क ष इ लड म इस नवीन प त क पालन का भाव ास तथा ए शया क कछ भाग पर

साधारण प स पड़ा शष यरोप न काफ समय तक इ ह नह अपनाया अठारहवी सद क म य म ास क क ष यव था का वणन करत ह ए हाटवल न

लखा ह क उस समय भी वहा पर खत को कवल दो या तीन भाग म वभािजत कया जाता था दोन तर क म ाम क पास चरागाह व वन छोड़ जात थ क ष औजार भी पहल जस थ धात क मजबत हल का योग आरभ नह हआ था सग (Threshin) मशीन भी काम म नह लाई जाती थी य क इ लड क मकाबल म ास म पजी क वकास क दर बह त कम थी इस लए क ष क म साधन क उ न त पर यान नह दया गया था ास म बा य यापार पर तबध लगाय जात थ अत अनाज इधर उधर नह भजा जाता था इस समय

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तक ास म आल क खती को पहल स अ धक मह व दया जान लगा था इसक खती ऐस चरागाह पर क जाती थी जो अठारहवी शता द म साफ कय गय थ ल कन इसका यह ता पय नह क ास क क ष पर इ लड म नय तर क का भाव बलकल भी नह पड़ा था कछ क ष वशष िजनम डहमल (Duhamale) पलटो (Palutteo) और ट ब ल (Tubelly) मख थ न इ लड म अपनाय गय क ष क आध नक तर क पर प तक लखी अथवा उनका चार कया अठारहवी शती क अ त म फसल क अदला बदल को उ तर ास क कछ भाग

म अपनाया गया था इसी समय इ ह इलाक म बड़ फाम पर ग न क खती आर भ क गई इसक कछ समय पहल पन स अ छ न ल क भड़ मगाई गई इन प रवतन क होत ह ए भी महान ा त तक ास म य प स एक क ष धान दश ह रहा जब क इस समय तक इ लड क ष व औ यो गक म उ लखनीय ग त कर चका था

शया पर भी इ लड क नवीन योग का ास क अप ा कछ अ धक भाव पड़ा अलबट थयर (Albert Thaer) न 1798 (Introduction to the knowledge of English Agriculture) नामक प तक लखी थयर व उसक अनया यय न फसल बोन क लय हल वारा भ म क गहर खदाई और नवीन औजार क योग क लय चार कया अठारहवी शती

क अ त क दशक म पव जमनी म अ छ न ल क भड़ लाई गई तलहन अ छ घास व बनौल उगाय गय तथा फसल क अदला बदल (Rotation) क णाल अपनाई गई ल कन अठारहवी शती क अ त तक भी जमनी क अ य इलाक म नवीन क ष को नह अपनाया गया कवल व फसल को अदला बदल (Rotation) को योग म लान लग थ अठारहवी सद क अ त म जमनी क पव भाग वशषकर साइल शया और स सनी म भी इस आर भ कया गया

उपय त वणन स प ट ह क अठारहवी सद म क ष क म इ लड म अभतपव उ न त ह ई तथा ास व जमनी क कछ भाग पर इसका भाव पड़ना आर भ हआ ल कन इस शती क अ त तक इटल पन स व पव यरोप क अ य दश पछड़ ह रह लगर व उसक अ य चार सहयो गय न अपनी प तक (Western Civilization) क वतीय िज द म लखा ह क वा तव म उ नीसवी शती म यरोप क अ धकाश भाग म म य यग क तरह ह खती क जाती रह इन दश म खती क लय योग म लय जान वाल प रवतन क त वरोध म य प स दो कारण स हआ य कारण थ- कषक म पर परागत तर क क त आ था और नवीन तर क का थानीय प रि थ तय क त अनकल न होना था इसका एक अ य कारण यह भी था क मन य क म क थान पर मशीन क योग को इन दश क सरकार न पस द नह कया य क व सामािजक व स नक आव यकताओ क कारण अ धक स अ धक जनस या को क ष पर ह नभर रखना चाहत थ

67 इ लड म नवीन क ष का भाव (1) क ष उ पादन म व अठारहवी सद क उ तराध म क ष क इन नय तर क स

क ष उ पादन म काफ व ह ई

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(2) बढ़ती ह ई जनस या क लय अ न क यव था इ लड क जनस या लगातार बढ़ती जा रह थी 1750 ई0 म इस दश क जनस या का अनमान 65 लाख था जो 1801 ई0 म 90 लाख 1831 ई0 म 190 लाख और 1851 ई0 म 180 लाख हो गई इस बढ़ती ह ई जनस या क कय अ न क बढ़ ह ई उपज काम म आई इस समय म इस जनस या का एक भाग िजसका अ न उपजान स कोई स ब ध नह था अथात जो शहर म रहता था और िजनम स काफ मन य औ यो गक इकाइय म काय करत थ को अ न दन म स वधा ह ई ल कन यहा यह बता दना उ चत होगा क अ न क उ पादन क यह व इ लड क बढ़ती ह ई आबाद क लय पया त स नह ह ई

(3) उ नीसवी शता द म नवीन क ष का व तार उ नीसवी शता द क म य म खत म रासाय नक खाद दन क प त का वकास हआ इस कार क उवरक स भी उपज म व ह ई 1834 म साईरस मककोर मक न फसल काटन वाल मशीन का आ व कार कया इसक बाद लोह का हल पाचा (घोड़ स खीचा जान वाला हल) तकदार हरा (पटरा) िजसस हल चलान क बाद भ म क टकड़ तोड़ जात थ आ द का आ व कार हआ समय क साथ साथ क ष म य का योग बढ़ता गया इन आ व कार न क ष को और उ नत कर दया

(4) पशधन म व अ छ न ल क भड़ व गाय क स या म व ह ई जड़ वाल सि जय क उगान स पशओ का सार साल चारा दना स भव हो गया वष भर ताजा मास मलन लगा इसक पहल चार क कमी क कारण सद क पहल काफ पश मार जात थ ल कन अब ऐसा नह कया गया दध क उ पादन म व ह ई

(5) द भ का अत तरहवी व चौदहवी सद तक इ लड म अकाल पड़त थ ल कन अब इन अकाल का पड़ना बद हो गया

(6) उ योग क लय मक क यव था चकब द क कारण जो कसान बदखल ह ए थ उनम स अ धकाश न कारखान म नौकर कर ल फल व प औ यो गक ा त का माग श त हआ

(7) नकद फसल का उ पादन औ यो गक ा त क समय इ लड म व उ योग का तजी क साथ वकास हआ इसक लय कपास क आव यकता ह ई नवीन णाल स कपास क ज रत को कछ हद तक परा कया गया

68 न कष जसा क पहल बताया जा चका ह क अठारहवी शती म इ लड क क ष क म

अपनाई गई नवीन प त न ास व जमनी क कछ भाग को ह वशष प स भा वत कया पोलड स बा कन दश आि या इटल पन व पतगाल आ द दश म इसका भाव काफ समय तक नह दखा गया हाटवल क अनसार आज भी यरोप क पव भाग म हम नवीन उपकरण व प त क साथ साथ ाचीन प त व उपकरण का योग दखन को मलता ह

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69 श दावल मनर (Manor)-साम तवाद यग का गाव फाम (Farm) - वशाल खत रोटशन ऑफ ॉ स (Rotation of Crops) - फसल क अदला बदल वनोईग (Winnowing) - आनाज को साफ करन क एक प त सफ (Serf) - सामत क अधीन कषक दास सग (Threshing) - अनाज को साफ करन क एक प त

एन लोजर (Enclosure) - बाड़बद अथवा चकबद

610 अ यासाथ न 1 अठारहवी शता द क पहल यरोप क दश म क ष यव था पर काश डा लय इस

शता द म इ लड म इसम या सधार कय गय 2 अठारहवी सद म इ लड म क ष क म नवीनीकरण क लय िज मवार

प रि थ तय का व लषण क िजय इस नवीन प त का इ लड तथा यरोप क अ य दश पर या भाव पड़ा

611 सदभ थ Books for Reference 1 Chapter by RR Enfield in the book 2 Emopean Civilization Its origin and Developmentrsquo Volume V

under the direction of Edward Eyre Oxford University Press London 1937

3 Chapter by RM Hartwell in the book lsquoThe Cambridge Modern History Volume IX (1793 ndash 1830)rsquo edited by CW Crawley Cambridge University Press London 1965

4 Brison D Gooch Europe in the Nineteenth Century The MacMillan Company London 1970

5 David Ogg Europe in the Seventeeth Century Hindi edition Jaipur 1967

6 Carlton JH Hayes Modern Europe to 1870 the MacMillan Company New York Sixth Print 1960

7 Langer Eadie Geanakoplos Hexter Pipes Western Civilization Volume II Harper and Row New York Second Edition 1975

8 Wallbank and Taylor Civilization Past and present Volume II Third Edition 1975

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इकाई 7 अठारहवी सद म यरोप म कषक व ोह

इकाई क परखा 70 उ य 71 पवाभास 72 इ लड म अठारहवी सद म बाड़ब द आ दोलन 73 ास म कषक क दशा 74 जमनी क रा य म सधार 75 आि या - हगर 76 स म व ोह (1703-1772) 77 स म 1773-75 का कषक व ोह 78 यरोप क अ य दश म ि थ त 79 साराश 710 बोध न 711 स दभ थ

70 उ य इस इकाई म आप अ ययन करग म य काल न यग स लकर स हवी सद क अ त तक साम तवाद यव था म

साम त क अ धकार व कषक क दशा कवल इ लड म कषक दास था का अ त चौदहवी सद स स हवी सद क कषक व ोह का उ लख इ लड म बाड़ब द आ दोलन

ास म महान ाि त क पहल कषक क दशा ा त क आर भ होन क बाद ामीण म सामत क नवास थान पर कसान क आ मण 1789 स 1792 ई0 तक कषक

दास क मि त क लय पा रत कय गय अ ध नयम जमनी क कछ छोट रा य म कषक दास क मि त क आदश तथा शा म 1807 स

1817 तक कषक क हत म कय गय ड रक महान क काय आि या - हगर सा ा य क बोह मया दश म 1768 स 1775 तक व ोह व उनक

कारण स ाट जोजफ क सधार क य न का साम त वारा वरोध स म कसान का दमन पीटर महान क शासन काल म कसान पर अ याचार

अठारहवी सद म आर भ स ह स क पव भाग म व ोह कषक का लगातार दमन 1773 ई0 म पन पव भाग म व ोह तथा उसक भयकरता इस व ोह म मक व गर सी जा त क मन य का साथ व ोह क असफलता क कारण

अ य यरोपीय दश म आ दोलन का न होना

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71 पवाभास अठारहवी सद क आर भ म यरोप क दश म कषक क दशा नवी शता द स लकर बारहवी शता द तक यरोप म साम तवाद यव था का जोर

रहा इस था म बड़ साम त व उपसाम त उन भस ता ज नत अ धकार का योग करत थ िजन पर पहल राजाओ का अ धकार था इस यव था म कषक क दशा अ य त शोचनीय थी य क यह था कषक क शोषण पर आधा रत थी तरहवी सद क श स साम तवाद का ास श हआ धम य क भाव यापा रक वग क उदय तथा रा य रा य क उ थान न

साम त क शि त कम क साम त क अ याचार स त होकर इ लड म कसान न सग ठत होकर साम त का वरोध आर भ कया 1348 ई वी म काल म य नामक एक महामार क कोप स यरोप क आधी जनस या म य का ास बन गई खती म काम करन वाल कसान व मजदर क भार कमी हो गई इ लड म कषक दास न अपनी महनत क लए उ चत पा र मक क माग क क त उनक आ दोलन को दबा दया गया 1381 ई0 म वाट टाईलर क नत व म इ लड क हजार कसान न व ोह कया इसम शि पय व कार गर न भी साथ दया ल कन यह व ोह कचल दया गया

इस समय इ लड म यापार क उ न त तथा पजी क वकास न ि थ त म प रवतन ला दया साम त न यह उ चत समझा क व कषक को भ म हल बल बीज आ द साधन दकर उनक उपज का एक नि चत भाग ल ल इस प त न कसान क मि त का माग श त कया सोलहवी सद क अ त तक इ लड म कषक दास क था लगभग समा त हो

गई ल कन कषक क सम याओ का पण प स अ त नह हआ इ लड क अ त र त यरोप क अ य दश म कषक दास क था च लत रह

ि मरनोव और कानाकोवा नामक दो सी इ तहासकार न लखा ह क स म चौदहवी सद म साम तवाद का और उ कष हआ तथा उनक अधीन काम करन वाल कषक क दशा और खराब हो गई पव यरोप क अ य दश म भी कषक क यह दशा थी प हवी सद म जमनी ास व पन म कषक न असफल व ोह कय प हवी सद म जमनी ास व पन म

कषक न असफल व ोह कय प हवी व सोलहवी सद म यरोप क जनस या बढ़न लगी क ष क म ाचीन तर क क योग क कारण अनाज क उ पादन म व नह ह ई इसका तकल भाव पि चमी यरोप क अप ा पव दश पर वशष प स पड़ा य क खराब

मानसन क फल व प पड़न वाल अकाल क समय वहा पर यातायात व सचार क दर यव था क कारण अ य दश स पया त मा ा म अनाज शी ता स नह मगाया जा सकता था प हवी सद म जमनी ास व पन म असफल कषक व ोह ह ए स हवी सद म ास म कई व ोह ह ए िजनम 1675 का जकर व ोह सबस भयकर था इसम ास क टनी दश क प चीस हजार कषक न भाग लया यह व ोह भी कचल दया गया स हवी सद क अ त तक भी कषक इसी कार स दःखमय जीवन यतीत करत रह इ लड को छोड़ कर सभी दश म साम त क अ याचार का अ त नह हआ 1789 क ासीसी ा त क समय ास म कसान को राजा साम त व चच को कर अदा करन क लय एक कसान को अपनी आमदनी का 80

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तशत भाग दना पड़ता था उस साम त क यहा अनक कार क बगार करनी पड़ती थी अ य मामल म भी साम त क वशषा धकार स वह त था

72 इ लड म अठारहवी सद म बाड़ब द आ दोलन अठारहवी सद म इ लड म क ष क म अनक नय योग कय गय ज ो हल

(1674-1740) वारा बीज बोन क लय एक य टाउनशड (1674-1738) क फसल को बदल बदल कर बोन क प त तथा पशओ क न ल व स या बढ़ान क लय राबट बकवल न 1770 क आस पास व ा नक जनन क प त क पालन न खती क उ पादन तथा पशधन को बढ़ान म उ लखनीय योगदान दया आथर यग (1741-1820) नामक एक धनी कसान न छोट-छोट खल खत को मला कर बड़-बड़ क ष फाम बनान का चार कया

बड़-बड़ फाम क चार और बाड़ लगाई गई 1760 स लकर 1815 क म य 956 बाड़ब द अ ध नयम बनाय गय जएल हम ड व बारबरा हम ड न लखा ह क पछल दो शताि दय म यरोप म शायद ह ऐसा कोई प रवतन हआ जो इसक समान मह व रखता हो एनफ ड क मत म व तत यह आ दोलन इ लड क यापा रक व औ यौ गक वकास स स ब धत था इसम एक ाम को आ म नभर बनान क थान पर मनाफा कमान क यव था को अपनाया गया अब फाम म उ पा दत अनाज को बढ़ती ह ई जनस या वाल नगर म भजा जान लगा इसन क ष को एक पजीवाद उ योग बना दया

इसम कोई सदह नह क बाड़बद स काफ मा ा म बकार पड़ी भ म म खती कया जाना स भव हो सका तथा बड़ फाम म नवीन प त स खती कय जान क फल व प भी क ष उ पादन बढ़ा ल कन बाड़ब द क कारण अनक छोट कसान को भ म छोडन क लय बा य होना पड़ा भ म स बदखल होकर व रोजगार क तलाश म शहर म चल गय

य य प हम इ लड म बाड़ब द क आ दोलन को व ोह नह मान सकत क त क ष क म यह एक मह वपण प रवतन था यह क ष क म ऐसा कदम था िजसन क ष को यावसा यक प द दया

73 ास म कषक क दशा 1675 ई0 क व ोह क बाद ास म महान ा त तक कसान का कोई और व ोह

नह हआ और न ह उनक दशा म कछ सधार हआ ासीसी ा त (1789) क समय चच लगभग प ह तशत साम त बीस तशत नगर क धनी यि त ततीस तशत भ म क वामी थ ास क आबाद का 85 तशत भाग खती पर नभर था ल कन उसक पास कवल

एक तहाई भ म थी इनक पास िजतनी भी भ म होती वह उनक प रवार क भरण पोषण क लय पया त नह थी उ ह राजा चच साम त आ द को कर दन पड़त थ आथर यग न 1787 स 1789 तक ास क ामीण का मण करक लखा था क आम तौर पर ासीसी कषक का मनोबल इतना कमजोर था क उस ऊचा उठाना सभव नह था व कवल

जी वत रह कर ह सत ट थ जलाई 1789 म बा तील (Bastille) क पतन क समाचार य ह ास क दहात म पह च वहा पर कसान न कल न वग क नवास पर आ मण कर दय इन आ मण म वशष प स उन द तावज को न ट कया गया िजनम उनक दासता

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क सा य उपल ध थ सभी कषक व ोह क भा त इस व ोह म भी कषक का एक ह ल य था व दासता स म त होना चाहत थ इस कार क कायवाह 1790 ई0 तक चलती रह

ास क रा य सभा न वशषा धकार क समाि त क अ तगत कानन वारा ास म कषक दास क था समा त कर द पहल कानन वारा भ- वा मय क सभी यि तगत अ धकार समा त कर दय गय और कषक को भ म का वामी माना गया दसर कानन म यह कहा गया क ास म भ म उसी तरह स वत रहगी िजस तरह स अब यहा रहन वाल यि त वत रहग अब एक कषक अपन खत म मनचाह तर क स खती कर सकता था तथा अपनी उपज को बच सकता था

य य प उपय त कानन क अनसार कषक दास था का अ त हो गया ल कन इनस कसान क स पण आशाए फल फत नह ह ई इन क अनसार साम त क अनक वशषा धकार जस सामत का भ म पर वा म व यि तगत अ धकार शकार व मछल पकड़न क अ धकार समा त कर दय गय तथा इनक बदल म कसान को कोई मआवजा अदा नह करन क आदश दय गय ल कन भ म का बकाया कराया और साम त को अदा क जान वाल अ य बाक दनदा रय को माफ नह कया गया इनक अदायगी करन क लय एक कसान को लगभग बीस वष का कराया अदा करना पड़ता था अतएव कसान म असतोष बना रहा 1792 व 1793 ई0 म इस कार क अदायगी को माफ कर दया गया

इस समय भ मह न कसान अथवा थोड़ी सी भ म वामी यह चाहत थ क चच स छ नी ह ई भ म उनम वत रतक जाय क त ऐसी भ म को सम कसान अथवा यापा रय आ द न खर द कर उ ह इसस व चत कया

74 जमनी क रा य म सधार अठारहवी सद म जमनी अनक रा य म वभािजत था सभी रा य म कषक अपनी

दशा स असत ट थ व कभी भी व ोह कर सकत थ अत कछ छोट रा य न कषक दास क था का अ त करन क लए कानन बनाय 1770 व 1780 क म य यक आफ सवाय न

अपन दश म कानन वारा इसको समा त कया शया जो क एक बड़ा रा य था म वहा क स ाट ड रक मकान न अपन अधीन भ म म कसान क कर व बगार क भार को कम कया 1786 ई0 म उसक म य तक इस दशा म उ लखनीय ग त नह ह ई 1807 स लकर 1817 ई0 तक शया म अनक आदश जार कय गय िजनक अनसार कषक अपन साम त को कछ रा श अथवा भ म का भाग दकर भ- वामी बन सकता था ल कन य आदश उन कसान पर लाग नह होत थ जो स दय स एक भ म पर खती नह करत थ अतएव इसका भाव सी मत ह रहा

75 आि या - हगर आि या - हगर क सा ा य म कषक क दशा अ यत शोचनीय थी यहा तक कहा

जाता ह क हगर व बोह मया म कसान पशओ क तरह रहत थ 1768 म बोह मया क कसान न व ोह कया इसक तर त बाद भी ऐस व ोह होत रह इनका चरमो कष 1775 क व ोह म दखा जा सकता ह कसान क म य शकायत का आधार यह था क सामा य

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वष म भी उनस भार कर वसल कया जाता था और असामा य वष (1765 और 1770) क बीच जब फसल बार बार खराब ह ई तब यह बोझ असहनीय हो गया उस समय आि या म म रया थ रसा का शासन था तथा उसका प जोजफ र ज ट क ह सयत स शासन का सचालन कर रहा था 1771 ई0 म जोजफ न बोह मया का दौरा कया कसान क ददशा को दख कर उसन सफा रश क क क ष दास था को समा त कया जाय य य प कसान का बोझ ह का करन क लय म रया थ रसा एक तदथ कानन बनान क प म थी ल कन वह इस था क स थागत अि त व पर आ मण करन क लय तयार नह थी स ाट बनन क बाद जोजफ न एक ल बी योजना क तहत कषक दास था को समा त करन का नणय लया उसन यह अनभव कया क इस था स रा य को अ धक आय नह rsquo होती थी कल न वग को कसान िजतना लगान दत थ उसका एक अश ह कल न वग रा य को दता था 1780 ई0 क अ यादश क अनसार उसन आि या - हगर म सामती उगाह का बोझ कछ कम कया तथा क ष दास को यह गारट द क व अपनी पतक भ म क उ तरा धकार मान जायग 1784 क अ यादश क अनसार भ म कर क दर को समान बनाया गया तथा वशषा धकार क नाम पर कसी भी वग को मलन वाल कर छट को समा त कया गया इसक लय उसन भ - सप त क सव ण का काय भी आर भ कराया िजसम पाच वष लग इस अव ध म वशषा धकार ा त वग न इस अ यादश का इतना वरोध कया क इस कभी लाग नह कया जा सका

इस कार साम तवाद क अ धकार को समा त करन म जोजफ असफल रहा

76 स म व ोह (1703-1772) स म क ष दास का दमन कया जाता था अ धक स अ धक काय लन क लय

कल न वग अपन अधीन कषक को दबा कर रखत थ 1649 ई0 म कसान क दमन स सबि धत सभी कानन को व ध स हता म सग ठत कया गया पीटर महान (1689-1725) क शासन काल म भी यह नी त अपनाई गई उसन बड़ी स या म कषक को कल न का दास बनाया 1703 ई0 म पीटर न एक नयी राजधानी बनान का काय आर भ कया सट पीटसबग क नमाण क लय स क भ न भ न भाग स कसान को लाया गया उनक रहन व खान क सम चत यव था नह क गई फल व प सह कसान मर गय उसन साम तवाद को नव विजत दश म भी लाग कया इसी समय यराल दश म लोह उ योग वक सत हो रहा था वहा पर भी बड़ी स या म कसान व मक को भजा गया द ण व द ण पव स म रहन वाल मक न करो क भार तथा अ नवाय स नक व मक क भत क अ यायपण काय क व व ोह आर भ कया यह व ोह भ न भ न थान पर भ न भ न समय म ह ए इनम स सबस लोक य व ोह अठारहवी सद क थम दशक म अ ाखान वश क रया और डान दश म हआ 1705 ई0 म अ ाखान क व ोह न भयकर प धारण कर लया क त उस दबा दया गया 1707 ई0 को डान म ह ए व ोह म म य प स कसान न भाग लया इनका नता क ाट बलावीन था शी ह यह व ोह सम त

द ण पव स म फल गया बलावीन न गर सी जा तय का सहयोग ा त करन क भी

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को शश क जलाई 1708 ई0 तक चलता रहा 1709 व 1710 ई0 म इस दश म यदा कदा व ोह होत रह ल कन पीटर न इन व ोह को दबा दया 1714 ई0 क एक आदश वारा उसन भ म पर साम त क अ धकार को वशोगत बना दया भखमर क कारण भ म

छोड़ कर भागन वाल कषक को ढढ कर लान व उ ह सजा दन का ब ध कया गया इस कार स म अठारहवी सद म साम त को और अ धकार दय गय य य प कथ रन महान को एक ब नरकश शासक माना जाता ह ल कन उसन

कषक दास क भलाई क लय कछ नह कया 1765 ई0 म साम त को अ धकार दय गय क व कषक को सजा द सक उनम असतोष क वाला फर स भड़क उठ

77 स म 1773-1775 का कषक व ोह सरकार वारा साम त क ि थ त ढ़ करन और कषक पर उनक अ धप तय क बढ़त

ह ए अ याचार क कारण दोन वग म कटता और बढ़ गई सी सा ा य क पव भाग म कषक क अ त र त खान व लोह क कारखान म काम करन वाल मक भी अपनी दशा स असत ट थ इस म गर सी जा तया तातार मोर डो वयन चवा श (बईनऔम) और बश कर क कसान भी भ म छन जान क कारण सरकार क व हो गय थ गर ब कोसक (Cossack) म भी असतोष बढ़ रहा था

मई 1773 ई0 म डान दश का रहन वाला थम लयन पगाचोव नामक एक कोसक जो कई बार जल म सजा भगत चका था कारागह स भाग नकला उसन वय को स का स ाट घो षत कया तथा पीटर ततीय क उपा ध धारण क कोसक व भ म छोड़ कर भाग ह ए कषक न उसका साथ दया आर भ स ह पगाचोव न कषक को अ याचार का मकाबला करन क लय उकसाया तथा उनक दशा सधारन क लय य न करन का वचन दया शी ह उसका साथ यराल क मक न दया उ ह न अपन कारखान स बदक व ो हय को द तथा काफ मा ा म कारखान क बाहर ब दक बनाई दस बर 1773 तक ओरनबग पम और स ब क क दश म भी यह व ोह फल गया तथा गर सी जा तय क सद य भी इसम सि म लत हो गय मक तथा गर- सय का कसान का साथ दन स ि थ त ग भीर हो गई माच 1774 म ला त चवो (Tatishchevo) क कल पर शाह सना न पन अ धकार कर लया इसी समय उफा म भी व ो हय क हार ह ई पगाचव यराल क पहाड़ म चला गया ल कन यहा पर भी वह परािजत हआ अब वह वो गा क नकट क दश क ओर मड़ा वहा पर उस कषक व गर सय का समथन मलन क आशा थी जन 1774 म उसन कजान क शहर को जीत लया एक बार फर हार कर पगाचव न वो गा नद को पार करक डान दश म पह चन क को शश क इस बीच सना उसका बराबर पीछा कर रह थी पगाचव को गर तार कया गया तथा जनवर 1775 म उस तथा उसक कछ सा थय को फासी द गई उसक गर तार क थोड़ समय बाद व ोह शा त हो गया

पगाचव क हार क न ना कत कारण थ - (1) व ोह म भाग लन वाल व भ न त व म वह एकता कायम नह रख सका

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(2) व ो हय क द त अनक थान पर तनात कर दय गय थ अतएव व सग ठत होकर नह लड़ सक

(3) उनक पास श क कमी थी (4) शाह सना क शि त उनस कह अ धक थी (5) उसम सगठन क मता का अभाव था (6) उसन अपन अनया यय क सामन उनक दशा सधारन क लय एक काय म क

प ट परखा नह बनाई थी प रणाम 1773-1775 ई0 क व ोह क प रणाम कषक क लय हतकार स नह

ह ए कथ रन वतीय न 1775 ई0 म एक अ यादश वारा ा त का पनगठन कया यह नई यव था पहल क अप ा अ धक क कत व नरकश बनी सी सा ा य क सीमावत ात जहा पर गर सी काफ स या म रहत थ सभी कार क वाय ता क अ धकार को

समा त कया गया 1785 ई0 म साम त को एक चाटर (Charter) दान कया गया इसम उन सब अ धकार क पि ट क गई िजनका क उस समय व योग करत थ उ ह अपन सगठन बनान का अ धकार भी दया गया इन सगठन पर गवनर को नर ण क अ धकार दय गय

अठारहवी सद म स म कषक न बार बार व ोह कय इसका म य कारण स क जार क कषक वरोधी नी त थी उ ह न समय पर साम त क शि त ढ़ करन तथा कषक क दमन करन क लय कानन बनाय आम तौर पर अठारहवी सद म स क कषक व ोह उसक पव भाग म ह ए जहा लोह क खान व कारखान म मक काम करत थ तथा गर सी जा तया नवास करती थी अतएव अ धकाश कषक व ोह म उपय त त व न भी भाग लया य व ोह सग ठत न होन क कारण असफल रह वा तव म व सी सा ा य क शि त क आग सफल भी नह हो सकत थ

स म कषक क शोचनीय दशा उ नीसवी सद क ार भक छ दशक तक बनी रह 1861 म स ाट एलकजडर वतीय न स म एक अ ध नयम वारा कषक दास क था को समा त करन क घोषणा क य य प यह अ ध नयम अपन उ य म पण प स सफल नह हआ क त फर भी यह कसान को साम त क अ याय स बचान क दशा म एक मह वपण कदम था

78 यरोप क अ य दश क ि थ त अठारहवी सद म पन पतगाल व इटल म कषक क दशा म वशष प रवतन नह

हआ य य प व साम त क अ याय स पी ड़त रह क त उ ह न साम त था क अ त क लय कोई आ दोलन नह कया बा कन दश म इसी कार क दशा थी उस समय वहा पर तक का रा य था तथा व पराधीनता का जीवन यतीत कर रह थ इन सभी दश म क ष अ य त पछड़ी ह ई दशा म थी तथा वहा क कषक आ दोलन करन क ि थ त म नह थ हाल ड डनमाक व वडन जो क इ लड क नकट थ म भी इ लड क तरह बाड़ब द क

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गई तथा वहा पर नवीन क ष प तय का अनसरण कया गया इसस वहा क कसान क दशा कछ हद तक सधर इन दश म भी अठारहवी शता द म कोई आ दोलन नह हआ

79 साराश चौदहवी सद तक इ लड म साम तवाद का बोलबाला था तथा कषक क दशा शोचनीय

थी ल कन सोलहवी सद तक इ लड म कषक दास क था समा त हो गई यरोप क सभी दश म कषक दास क था अठारहवी सद क आर भ तक बनी रह प हवी सद म जमनी ास व पन तथा स हवी सद म ास म असफल व ोह ह ए

अठारहवी शता द म इ लड म क ष क म नवीन प त का वकास हआ तथा बाड़ब द क गई ल कन हाल ड ास व ए शया क कछ भाग को छोड़ कर शष यरोप म खती ाचीन तर क स ह होती रह साम त क अ याय भी यथावत बन रह

ासीसी ा त क आर भ होन क बाद कषक न साम त क नवास थान पर आ मण करक अपनी दासता क सा य को न ट कया 1789 ई0 म रा य सरकार न सामतो स मि त दलान क लय दो कानन पास कय 1792 व 1793 ई0 म भी इस दशा म य न कय गय

आि या - हगर सा ा य क बोह मया दश म 1768 स 1775 तक बार बार कसान क व ोह ह ए य य प वहा क स ाट जोजफ न कषक को कछ रयायत द ल कन वशषा धकार ा त वग क वरोध क कारण उसक आदश को लाग नह कया जा सका

स क शासक न साम त का समथन ा त करन क लय समय समय पर उ ह अ धकार दान कय तथा कषक का दमन कया 1705 ई0 स लकर 1775 ई0 तक स म कषक क अनक व ोह ह ए इनम स पगाचव क नत व म 1773-75 का व ोह सबस भयकर था य व ोह स क पव भाग म ह ए इन व ोह म खान व कारखान म काम करन वाल मक तथा गर सी जा तय न भाग लया असग ठत होन तथा व ोह म भाग लन वाल त व म एकता क अभाव म य सब व ोह असफल रह इन व ोह क बाद भी स क शासक न दमन क या जार रखी

य य प यरोप क अ य दश म कषक क -ि थ त खराब थी ल कन तहा पर कोई आ दोलन नह ह ए

710 बोध न 1 अठारहवी सद क आर भ म कषक क दशा का वणन क िजए इस शता द म

आि या - हगर म ह ए कषक आ दोलन का व ोह का ववचन क िजए 2 अठारहवी सद म कषक क त स क शासक क ि टकोण का व लषण

क िजए इस सद म स म ह ए कषक व ोह का स त वणन करत ह ए कषक व ोह का स त वणन करत ह ए उनक असफलता क कारण क ववचना क िजए

3 न न ल खत वा य को पढ़ कर उनक स मख सह () या गलत () का नशान लगाईय

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(1) ासीसी ा त क आर भ होन क बाद कषक न साम त क नवास थान पर आ मण करक उन द तावज को न ट कया जो उनक दासता क सा य थ

(2) आि या का स ाट जोजफ साम तवाद क अ धकार को समा त करन म सफल रहा

(3) अठारहवी शता द म स म कषक क अनक व ोह ह ए (4) अठारहवी सद म स क अ धकाश कषक व ोह क बाद वहा क सरकार न

उनक ि थ त म सधार कया

711 सदभ थ 1 पाथसारथी ग ता (स पादक) यरोप का इ तहास वतीय स करण 1987 नई

दहल 2 Peter Gay and RK Webb Modern Europe Harper and Row

New York 1973 3 History of the USSR Part I (English Translation) ndash From the

Earliest Times to the Great October Socialist Revolution Progress Publishers Moscow 1977

4 Chapter VI and VII Written by MP Vyatkin and AG Mankow on Early Eighteenth Century and Second Half of the Eighteenth Century Robert Briggs ndash Early Modern Europe 1560-1718 Oxford University Press 1977

5 Edward Eyre (Director) ndash European Civilization ndash Volume V Oxford University Press London 1977

6 Montague Fordham ndash The European Peasantry 1600-1914 7 RR Enfield European Agriculture since 1750

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इकाई-8 नगर व शहर का वकास एव म नगर करण

इकाई क परखा 80 उ य 81 तावना 82 ाचीन काल क नगर क आबाद व बनावट 83 नगर क आबाद म व व उसक आकड़ 84 जनस या म व क कारण 85 ाम स नगर क ओर पलायन 86 नय नगर का व प 87 प रणाम 88 साराश 89 बोध न 810 सदभ थ

80 उ य इस इकाई क अ ययन स आप समझ पायग क यरोप म नगर व शहर का वकास

कस हआ नगर करण क इस या स ामीण जीवन कस भा वत हआ तथा नगर करण क या प रणाम ह य

81 तावना ाचीन काल क नगर एव नाग रक वारा अ धकार क ाि त हत कय गय य न

रोम व यनान क स यता क इ तहास म अनक नगर रा य का उ लख मलता ह इटल व यनान क ऐस नगर क अ त र त रोमन सा ा य क व भ न भाग म भी नगर क अि त व क बार म जानकार मलती ह उस काल म ऐस नगर कसी राजा अथवा साम त क गढ़ क चार ओर बसाय जात थ य नगर ाम स कछ बड़ होत थ तथा इनक आबाद भी गाव स अ धक होती थी अपन अ धप त क त नगर क नवा सय को लगभग उ ह दा य व का पालन करना पड़ता था जो क गाव म कषक दास (Serf) करत थ धम य और रा य रा य क उदय क कारण सामत क शि त ीण होन लगी इस काल म वा ण यवाद का उदय व व तार भी हआ नाग रक न साम त को बा य कया क वह यक प रवार स कर वसल न करक सम त नाग रक स साम हक प स कर वसल कर उ ह न अपन-अपन नगर क बाजार का ब ध भी अपन हाथ म ल लया अपन अ धप त क अदालत म ववाद का नपटारा करान क थान पर व अपनी बनाई गई अदालत म मकदम क सनवाई और फसल करन लग ऐस सब अ धकार क स ब ध म उ ह न राजा अथवा साम त स चाटर (Charter) ा त कय इ ल ड म यापा रय क सगठन न साम त को वपल धनरा श अदा कर य अ धकार ह तगत कय ास व नीदरल ड म नाग रक क सगठन को क यन

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(Commune) कहत थ इन क यन न अपन साम त क व सफलतापवक व ोह कय जमनी म अनक नगर न मलकर ऐस अ धकार लय तथा साम हक सर ा क लय ब ध भी कय इस समय म कछ भावशाल पाद रय ( बशप) न भी कछ नगर बसाय इ ह बसात समय उ ह न नाग रक को उनक अ धकार क स ब ध म चाटर दान कय

82 ाचीन काल क नगर क आबाद व बनावट हज क अनसार चौदहवी सद क अ त म यरोप क अ धकाश नगर क आबाद अ धक

नह होती थी पाच हजार क आबाद वाला नगर बड़ा माना जाता था इसस भी अ धक आबाद वाल नगर थ ल कन उनक स या अ धक नह थी यहा तक क लदन प रस स वल व नस यबक रोम आ द जस बह त बड़ नगर क आबाद एक लाख स कम थी यरो पयन दश क अ धकाश जनस या नगर क अप ा ाम म अ धक थी

उस समय क नगर क नवासी यापार क साथ बागवानी व छोट पमान पर क ष करक अपना जीवन यापन करत थ आम तौर पर एक नगर क चार ओर मजबत ाचीर होती थी और अनम त प क वारा ह एक नगर क व भ न दरवाज स शहर म वश मलता था नगर क चारद वार क अ दर व भ न कार क मकान होत थ जो एक दसर स सट ह ए होत थ इसम चच टाउन हाल व यापा रक तथा कार गर क सगठन क इमारत भ य होती थी सड़क चौड़ी नह थी ग लया इतनी सकड़ी होती थी क उनम स घोड़ा गाड़ी आ द क ठनता स गजरत थ ग लय व बाजार म पानी क नकास क लय ना लय का ब ध नह होता था यक नगर म एक थानीय स था होती थी रात म नगर क दरवाज ब द कर लय जात थ शा त व स यव था बनाय रखन क लय प लस नय त क जाती थी ल कन उनक स या बह त कम होती थी

83 नगर क आबाद म व व उसक आकड़ चौदहवी सद स इन नगर क आबाद बढ़न लगी समय क स य साथ अनक कारण

स पहल स था पत नगर क आबाद बढ़ती गई यहा तक अनक थान म मन य नगर क चारद वार क बाहर भी बस गए प हवी सद क बाद क यग म यरोप म कई अनक नय नगर बस तथा कछ परान नगर क सम न ट हो गई ल कन फर भी 1830 म यरोप म नगर क अप ा ामीण म मन य अ धक स या म नवास करत थ इटल व ास स उसक कल जनस या क साठ तशत ए शया म स तर तशत पन म न ब तशत और स तथा पव दश म पचानव तशत आबाद गाव म रहती थी य - य इन दश म

औ यो गक वकास क ग त म तजी आती गई य - य गाव स मन य अ धका धक स या म शहर म आन लग

म य यग क अ त व आध नक यग म नगर क वकास क अनक कारण ह इनम सबस मख कारण यरोप क सभी दश म जनस या क लगातार व होना ह ोफसर कार साडस न 1300 व 1600 ई0 म यरोप क व भ न दश क जनस या क न ना कत आकड़

तत कय ह

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-स दश का नाम जनस या 1300 ई0 1600 ई0 1 इगल ड चाल स लाख पसठ लाख 2 ास 1 करोड़ 40 लाख 1 करोड़ साठ लाख 3 पन व पतगाल साठ लाख 1 करोड़ 4 जमनी (नीदरलड क साथ) 1 करोड़ 50 लाख 2 करोड़ तीस लाख 5 डनमाक दस लाख छ लाख 6 वडन छ लाख - 7 नाव तीन लाख - 8 इटल 1 करोड़ यारह लाख 1 करोड़ तीस लाख

इसस प ट ह क चौदहवी स स हवी सद म अनक दश क जनस या म व ह ई स हवी सद क बाद जनस या क व क दर और बढ़ गई य - य व भ न दश म औ यो गक वकास क ग त बढ़ य - य जनस या क व क दर भी बढ़

चौदहवी सद स यरोप म जनस या क बढ़न क कारण का स त म व लषण करना आव यक ह य क नगर करण म व स इसका घ न ठ स ब ध ह

84 जनस या म व क कारण 1 पर परागत धारणाओ का अत कार साडस क अनसार म य यग म ईसाई समाज

म शर र क प व ता (Celebeoy) को एक न तक कत य माना जाता था य क मन य क जीवन म न तकता का अ य त मह व था ल कन अनक ईसाई सत न खल बसी (Celebacy) पर जोर दत ह ए भी यह माना था क अ धकाश ि य व प ष को शाद कर लनी चा हए फर भी कछ मन य अ ववा हत ह रहत थ पनजागरण क समय स यह धारणा कमजोर पड़ती गई

2 भयकर रोग क कोप म कमी ाचीन काल स ह लग व हजा भयकर रोग स यरोप क दश म बड़ी स या म मन य म य क ास बन जात थ अतएव म य दर अ धक थी अनक शश भी बा याव था म मर जात थ ल कन प हवी शता द स औष ध व ान म नर तर ग त होती गई फल व प लग व हजा आ द का कोप बह त कम हो गया शश भी अ धक स या म जीन लग इसस ज म दर बढ़ती गई म य दर क कम होन तथा ज म दर क बढ़न स आबाद म व ह ई

3 द भ का अ त लगभग स हवी शता द तक वषा क अभाव म फसल खराब हो जाती थी तथा द भ क कोप स काफ मन य मर जात थ क ष क ldquoनवीन प तrdquo क योग स अ न का उ पादन बढ़ता चला गया फल व प अकाल का कोप समा त हो गया

4 यापार म उ न त वा ण यवाद क उदय व व तार स अ तदशीय व वदशी यापार म व ह ई यापा रक काय क लय अ धक यि तय क आव यकता पड़न लगी अब वा ण यवाद क समथक क साथ रा य क सरकार भी

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जनस या म व चाहन लगी वा ण यवाद क वशष - व लयम टपल डवीनट आ द न रा य को इस ओर कदम उठान क लय रत कया अनक रा य न ववा हत यि त को कर म छट द तथा अ ववा हत यि त पर अ त र त कर लगाय कह -कह पर बड़ प रवार वाल यि त को रा य क तरफ स आ थक सहायता भी द जान लगी

5 क ष उ पादन म व ाचीन व म य यग म यरोप म एक नगर क सम उसक आस-पास क म अनाज क उ पादन पर नभर रहती थी यातायात क क ठनाईय क कारण दसर थान स अनाज नह लाया जा सकता था एक ओर तो क ष उ पादन म व न अकाल को लगभग समा त कर दया तो दसर ओर यातायात क साधन न यह सभव कर दया क दर-दर स अनाज मगाया जा सक अतएव अब नगर अपन आस-पास क क अनाज क उ पादन पर नभर नह रहा वह अपनी बढ़ती ह ई जनस या क लय अनाज का ब ध कर सकता था

6 स नक आव यकताए यरोप क व भ न दश पार प रक सघष म लग रहत थ इ ल ड क पहल ास और बाद म हाल ड क साथ त पधा व तीस वष य य (1618-1648) इसक उदाहरण ह ास क लई चौदहव (1643-1715) न ास को य म उलझाय रखा स क पीटर महान न व तारवाद नी त अपनाई इन य क लय स नक क आव यकता बनी रहती थी अत सब दश यह चाहत थ क उनक जनस या म व हो ता क उ ह अ धक स नक मल सक

7 औ यो गक वकास इ ल ड म औ यो गक वकास क फल व प जनस या म व ह ई अठारहवी शता द क उ तराध और उ नीसवी सद म यरोप क अ य दश म यह या आर भ हो गई तथा उनक जनस या भी बढ़ती गई अठारहवी सद क म य व उ नीसवी सद क अ त तक यरोप क जनस या म तीन गनी व ह ई

85 ाम स नगर क ओर पलायन नगर करण क एक वशषता गाव स शहर क ओर मन य का पलायन था इ ल ड

म इस कार का पलायन वा ण य क वकास स आर भ हआ क ष क उ न त तथा औ यो गक ा त क समय इसम व ह ई अ य दश म भी यापार क ष व उ योग क वकास क समय इस कार क व त दखन को मलती ह म य यग व आध नक यग क आर भ तक यरोप क यक दश म नगर क आबाद क मकाबल म ामीण क आबाद बह त अ धक थी 1830 इ वी म इटल व ास म कल जनस या का साठ तशत शया म स तर तशत पन म न ब तशत और स तथा पव यरोप क दश म 95 तशत ामीण म रहता था

1851 म इ ल ड म पहल बार ाम क मकाबल म शहर क आबाद अ धक दज क गई इस समय म यरोप म प चीस नगर ऐस थ िजनक आबाद एक लाख क लगभग थी इनम स चार इ ल ड तथा एक काटलड म था इसम लदन क आबाद जो 1800 म एक

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लाख थी 1830 म डढ़ लाख हो गई थी इ ल ड को छोड़ कर शष यरोप म प रस क त त नया सट पीटसबग नप स वयना मा को ब लन एम टडम डि लन ह बग वारसा मलान रोम म ड पलरन व नस लयो बडाप ट मास लज व बास लोना क नगर क आबाद पचास हजार स लकर तीन लाख तक थी

उ नीसवी सद क उ तराध तथा बीसवी सद म नगर क आबाद बढ़ती गई तथा ाम क जनस या म कमी आई इस अव ध म एक ओर नगर क आबाद बढ़ और दसर तरफ काफ स या म भ मह न कषक कशल कार गर व मक गाव स नगर म आय

नगर क आबाद म व तथा वहा गाव स मन य क लगातार आगमन का प रणाम यह हआ क 1914 म इ ल ड म उसक कल जनस या का 80 तशत ास म 45 तशत स कछ अ धक तथा जमनी म 60 तशत यि त शहर म रहत थ इस समय म स पोल ड व डनमाक म लगभग एक तहाई जनता शहर म रहती थी 1850 क बाद बड़ शहर क आबाद म वशष प स तजी क साथ व ह ई पहल प चीस नगर को बड़ा माना जाता था ल कन 1914 म ऐस पचास नगर थ िजनक आबाद एक लाख स अ धक थी

ाम स नगर क ओर मन य क पलायन क लय न ना कत प रि थ तय िज मवार थी

1 कषक दास क मि त म य यग म जमीदार न क ष म होन वाल घाट स बचन क लय यह उ चत समझा क व कषक को हल बल आ द साधन द कर तथा उनस फसल क एक नि चत भाग लकर भ म का त क लय द द इस प त स एक ओर तो जमीदार सभा वत नकसान स बच गय तथा दसर ओर कसान जमीदार क त अ य दा य व स म त हो गय फल व प इ ल ड म धीर-धीर कषक म त हो गय सोलहवी सद तक वहा पर कषक दास (Serfdom) क था लगभग समा त हो गई अब ाम स अनक कसान शहर क ओर चल गय

2 खत क बाड़ बद इ ल ड म तथा कछ समय बाद ास व जमनी क कछ भाग म छोट-छोट खत को मला कर बड़ खत (farms) बनाय गय इसस अनक गर ब कसान भ मह न हो गय तथा रोजगार क तलाश म नगर म आय

3 अ तरा य यापार का वकास वाल बक व टलर क अनसार प हवी सद म इ ल ड एक मह वह न यापा रक रा था ल कन सोलहवी सद म इगल ड का यापार बढ़न लगा इसी समय म पि चमी यरोप क कछ दश का यापार भी बढ़ा अ तरा य यापार क क आ त रक भाग क नगर थ जहा बाहर जान वाला माल इक ा कया जाता था ल कन इनस भी अ धक हलचल उन ब दरगाह पर होती थी जहा स जहाज बाहर जात थ अतएव ऐस थान पर रोजगार क लय गाव स काफ मन य आकर बस

4 औ यो गक वकास इगल ड म औ यौ गक ा त क समय कारखान को बड़ी मा ा म मजदर क आव यकता ह ई गाव स भ मह न कषक कार गर मक व बकार यि त शहर क कारखान म काम करन आय

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86 नय नगर का व प ाचीन नगर क चार द वार क बाहर भी मन य मकान बना कर रहन लग धीर-धीर

अनक नगर म सर ा क य ाचीर तोड़ द गई औ यो गक वकास क ग त म तजी क फल व प िजन नगर क आबाद बढ़ रह थी

व नगर आस पास क दहात तक फल गय यहा तक क ऐस दहाती नगर क समह बन गय ऐस थान म नगर तथा ाम क म य का अ तर लगभग समा त हो गया इस कार का प रवतन इगल ड तथा जमनी औ यो गक दश म प ट प स दखा जा सकता

था कछ थान पर गाव न नगर का प धारण कर लया य क इन थान पर यापार

अथवा उ योग क क खल गय थ इगल ड म इस कार क या का भाव सबस अ धक हआ

इगल ड म राजधानी क अ त र त अ य थान पर भी नगर का वकास हआ ल कन यरोप म रा य क राजधा नय क आबाद ह वशष प स बढ़

87 प रणाम 1 म यम वग का उदय नगर करण क व तार क यग का सबस मह वपण प रणाम

इन नगर म म यम वग का उदय था लगर न लखा ह क नाग रक जीवन स नवो दत म यम वग का सबस घ न ठ स ब ध था यह कहना क ठन ह क इस बज य (Burgeoise) वग म कस कार क यि त सि म लत थ कवल यह कहा जा सकता ह क आम तौर पर म यम वग क सद य गर क ष काय तथा कशल कार गर क काय क अ त र त अ य काय स ा त आमदनी स अपनी जी वका चलात थ उनक पास न तो क ष क लय काफ भ म होती थी और न ह व मक बन कर कमा सकत थ

मा यम वग को भी उ च व न न णी म वभािजत कया जा सकता ह उ च वग म बड़ यापार उ योगप त बकर धनी नवषक और अ छ आय वाल यवसाय म काम करन वाल यि त थ न न म यम वग क सद य उ च वग तथा म यम वग क उ च णी क यि तय क आव यकताओ को पर करत थ इनम दकानदार कशल कार गर बक सरकार द तर औ यो गक व यापा रक त ठान म काम करत थ वक ल कलाकार व ब जी वय को भी इसम सि म लत कया जा सकता ह

इस म यम वग न यरोप क यक दश क राजनी त म मह वपण भ मका अदा क य य प उ च म यम वग क सद य सतोष पण जीवन यतीत करत थ ल कन न न म यम वग को आ थक क ठनाइय का सामना करना पड़ता था

2 मक का दखमय जीवन यरोप क नगर क औ यो गक त ठान तथा क ष फाम म एक बड़ी स या म मक को नौकर द गई फ ट रय म काम करन वाल मजदर क दशा अ य त शोचनीय थी उनक रहन क उ चत यव था नह क गई थी व तग ग लय और बना हवादार मकान म रहत थ इसस उनक तथा उनक प रवार क सद य पर बरा असर पड़ता था शहर म काम करन वाल अ य अकशल मक क दशा भी खराब थी

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3 नगर का बतरतीब वकास लगभग यरोप क सभी नगर का वकास बना कसी योजना क हआ पहल स ह नगर म तग ग लया व कम चौड़ी सड़क थी अब य बढ़ती ह ई आबाद क लए क ठनईय पदा करन लगी शहर क चारद वार क बाहर भी मकान का नमाण बतरतीब ढग स हआ थानीय स थाए उन पर कोई नय ण नह रख सक

4 वा य पर बरा असर यह पहल बताया जा चका ह क म यकाल क आर भ क नगर म पानी क नकास क सम चत यव था नह थी तथा शहर म गदगी रहती थी इसस नाग रक क वा य पर बरा असर पड़ता था परान नगर क वकास तथा नय नगर क थापना क समय इस सम या पर यान नह दया गया समय क साथ साथ यह सम या

ग भीर होती चल गई अनक ग द बि तया (Slums) बनी फल व प मन य व भ न बीमा रय स त होन लग

5 अपराध क स या म व शहर बरोजगार क स या धीर धीर बढ़ती गई इसन शहर म रहन वाल मन य म अपराध क व त को ज म दया अथवा उसको उकसाया

6 मान सक तनाव ाम क अप ा शहर का जीवन अ धक तनाव पण होता ह एक नाग रक अपनी ज रत को पर करन म वय को असमथ पाता ह और मान सक तनाव का शकार हो जाता ह

ल कन शहर क उ थान व वकास क अनक लाभ भी थ 1 ब जीवी वग का वकास ाम क अप ा शहर म रहन वाल ब जी वय क

स या अ धक थी य ब जीवी आपस म मलत भी रहत थ फल व प नगर म सा ह य व कला का वकास हआ

2 व ा नक ग त यरोप क नगर म व ा नक अनसधान क क खोल गय इसम अनसधान क स वधाए उपल ध कराई गई इसस व ा नक म ग त ह ई

3 सामािजक आ थक व राजनी तक प रवतन क क यरोप क सभी नगर सामािजक राजन तक व आ थक ा त क क बन गय वहा पर इन म काफ हलचल होती रहती थी तथा व मल कर कसी भी अ याय का वरोध करन क लय शी सग ठत हो जात थ

शहर और ाम क स यता म अ तर अभी तक व यमान ह गाव क नवासी शा तपण जीवन यतीत करत ह ल कन शहर क नवा सय का जीवन बा य आडबर व तड़क भड़क स प रपण होता ह अतएव शहर म रहन वाला सदव कसी न कसी कार क तनाव स त रहता ह शहर क कोलाहल पण जीवन म उस शा त नह मलती ल कन वह इस जीवन का अ य त हो जाता ह

88 साराश इस इकाई म आपन यरोप क ाचीन काल क नगर क ि थ त का अ ययन कया

तथा यापा रक सगठन व क यन वारा साम त स अ धकार प (ब तजमत) ा त करन क बार म जानकार ा त क उस समय क नगर क आबाद व बनावट क स ब ध म यह मालम हआ क व बतरतीब बन थ तथा उनक आबाद पाच हजार स एक लाख तक थी

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यरोप क कल जनस या म स अ धकाश ाम म ह रहती थी ल कन 1300 स 1600 ई0 क म य शहर क आबाद बढ़ इसका म य कारण सभी थान पर जनस या म व थी इसक साथ यह भी जाना क इसक या कारण थ ाम स नगर क ओर काफ स या म यि तय क पलायन स नगर क जनस या बढ़ 1851 क बाद व भ न नगर क आबाद क आकड़ स ात होता ह क उस समय एक लाख स अ धक आबाद वाल शहर क स या 25 थी नय नगर क व प क अ ययन स ात हआ क इ ल ड व शष यरोप क नगर क ि थ त व वकास म अ तर था नाग रक जीवन क लाभ और हा नय क बार म अ ययन करन स यह मालम होता ह क ामवा सय क अप ा शहर जीवन अ धक तनावपण होता ह

89 बोध न 1 ाम स नगर क ओर पलायन क या कारण थ 2 यरोप क नगर म मन य को कन क ठनाइय का सामना करना पड़ा 3 यरोप क जनस या म व क कारण का व लषण द िजए चौदहवी सद स

यरोप क दश म इसन नगर करण को कस कार स भा वत कया

810 सदभ थ 1 Chapter by RR Enfield in the book lsquoEuropean Civilization ndash Its

origin and Developmentrsquo Volume V under the direction of Edward Eyre Oxford University Press London 1937

2 Chapter by RM Hartwell in the book lsquo The Cambridge Modern History Volume IX (1793-1830) edited by CW Cramley Cambridge University Press London 1965

3 Brison D Gooch Europe in the Nineteenth Century the Macmillan Company London 1970

4 David Ogg Europe in the Seventeenth Century Hindi edition Jaipur 1967

5 Carlton JH Hayes Modern Europe to 1870 The Macmillan Company New York Sixth Print 1960

6 Langer Eadie Geanakoplos Hexter Pipes Western Civilization Volume II Harper and Row New York Second Edition 1975

7 Wallbank and Taylor Civilization ndash Past and Present Volume II Third Edition 1975

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इकाई-9 कारखाना और मजीवी वग

इकाई क परखा 90 उ य 91 फ टर स टम

911 फ टर या ह 912 फ टर स टम कस श हआ 913 एक का प नक फ का काय व यास

92 फ स टम एवम औ यो गक ा त 93 फ स टम का सामािजक असर 94 बराइया 95 बराइय को दर करन क यास एवम समाधान

951 ससद य यास 952 समाज सधार और अबधनी त 953 सधारक य न जार रह 954 सडलर क य न 955 एशल का कानन

96 समाज और सामािजक प रवतन 97 साराश 98 अ यासाथ न

981 अश पर छोट सवाल 982 सार इकाई पर सवाल

99 ास गक पठनीय थ

90 उ य लगभग 1750 स लकर 1850 तक क काल को पि चम यरोप म औ यो गक ा त

का काल माना जाता ह अ य इकाइय म तमन औ यो गक ा त क बार म व तार स पढ़ा होगा अ य बात क अलावा औ यो गक ा त का सबध उ पादन क लए एक नए सामािजक व यास को नाम दया गया ldquoफ स टमrdquo फ स टम म काम करन क लए समाज म एक नए मजीवी वग का ज म हआ इस इकाई म हम फ स टम और इसम काम करन वाल मजीवी वग क बार म जानग

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91 फ स टम 911 फ या ह

औ यो गक ा त स श आत क भी पहल क बात ह कसी तजारत करन वाल कपनी क नमाइद को ldquoफ टरrdquo बलाया जाता था उसक द तर को फ rdquo फ स कपनी खर द-फरो त करती मसलन हम अ जी ई ट इि डया कपनी को ल जब कपनी स हवी सद म भारत आई तो उसन गजरात तट पर सरत बदरगाह म अपनी पहल मख फ था पत क इस फ म कपनी अपना यापार का सामान रखती और ह द ता नय क

साथ खर द-फरो त करती याल रखन वाल बात यह ह क ई ट इि डया कपनी एक तजारती कपनी थी और उसका उ पादन स चाह वह औ यो गक हो या फर गर औ यो गक कोई सीधा सरोकार न था

जस-जस अठारहवी सद म औ यो गक ा त का व तार हआ वस-वस फ श द का च लत अथ भी बदलता गया अब फ का अथ उस थान स हआ जहा क मशीन क वारा कार गर काफ मा ा म चीज को बनात यह अथ आज तक साधारण बोलचाल क

भाषा म च लत ह सो िजस कारखान म हवाई जहाज बनता ह वह भी फ कहलाता ह और िजसम कपड़ बनत ह वह भी हाला क ldquoफ rdquo कवल चीज बनान वाल कारखान को कहा जाता था फ जसी उ पादन यव था और कम व यास उ योग म भी य त होती थी जस क कोयला खदान

इस इकाई म हम म यतः औ यो गक ा त क पहल चरण पर गौर करग इस चरण (1750-1850) म फ ट रया यादातर सत कातन क कपड़ा बनन क और लोह का काम करन वाल होती थी

912 फ स टम कस श हआ

पजीवाद यव था क श आत क दन म पि चमी यरोप म उ पादन म यतः प टग आउटrdquo स टम पर नभर करता था इस यव था म पजी का मा लक यापार कार गर को क चा माल खर द कर दता कार गर अपन-अपन घर पर अपनी ह मशीन स चीज बनात िज ह क यापार इक ा कर क बाजार म बचता इस यव था म फायदा यह था क यापार दर-दर तक फल कार गर स काम करवा सकता था और उस अपन कार गर क रहन खान क यव था भी नह करनी पड़ती

पर इस यव था म नकसान कई थ एक तो यापार को अपन कार गर तक पह चन म और उनस बना हआ माल लन म काफ समय बबाद करना पड़ता दसर काम क वा लट बरकरार रखना मि कल था तीसर कार गर स समय पर काम करवान म द कत

होती थी इन मि कल स पार पान का एक तर का था वह यह क सार कार गर को एक ह

कारखान म इक ा कर लया जाए पर ऐसा करन पर यापार को कारखान क इमारत बनान

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म पसा लगाना पड़ता मशीन खर दनी पड़ती और फोरमन और सपरवाइजर को नौकर पर लगाना पड़ता अथात यापार का उपरला खच काफ बढ़ जाता

पर जब 1700 ई0 म वीडन क यापार टोफर पोलहम न 100 कार गर वाल एक बतन-भाड क फ टर था पत क तो उसन पाया क उ पादन पर कल खच इतना कम हो जा रहा था क उपरला खच बढ़न क बावजद वह अ छा खासा मनाफा कमा लता

913 एक का प नक फ टर का काय व यास

एडम ि मथ अपनी कताब द व थ ऑफ नश स (1776) म एक साधारण पन बनान वाल फ टर का वणन करता ह जब पन घरल उ योग म बनाए जात थ तो एक या दो यि त ह पन बनान म लगत थ पर फ टर म पन बनान क या को कई ह स म बाट दया गया एक आदमी तार खीचता दसरा उस सीधा करता तीसरा काटता चौथा उसक एक सर को नक ला करता पाचवा उसक दसर सर को घसता वगरह इस तरह तार खीचन स लकर बन ह ए पन को कागज क प ड़या म पक करन तक एडम ि मथ न कोई 32 चरण गन इनम स कसी भी चरण पर ह नरमद कार गर क ज रत नह थी एक ब चा भी इनम स कसी एक चरण को बखबी परा कर सकता था यह फ स टम क मख व श टता थी

फ टर म उ पादन क या को बह त ह सरल छोट-छोट ह स म बाट दया गया हर चरण को एक साधारण अकशल मक भी आसानी स परा कर सकता था या न क अब कारखान क उ पादन- मता कसी यि त वशष क द ता पर नभर नह करती थी बि क सार कारखान क आगनाइजशन पर िजस क एक मनजर आसानी स क ोल कर सकता था फर च क द कार गर क ज रत नह थी तो फ ट रय म ि य और ब च को आसानी स मक क तौर पर इ तमाल कया जा सकता था और हाला क ि या और ब च एक प ष िजतना ह उ पादन करत उनक तन वाह आद मय क तलना म कह कम रहती इस सब स फ टर क मा लक को काफ मनाफा होता

92 फ स टम एवम औ यो गक ा त इ तहासकार हो सबाम का कहना ह क वस तो स हवी सद स ह उ पादन या म

अनक कार क या क सधार होन श हो गए थ पर सफ या क सधार ह औ यो गक ा त नह ला सक औ यो गक ा त क लए ज र था क उ पादन इतना यादा और इतना

स ता हो क बाजार म आप स आप इस उ पाद क लए माग बढ़ ऐसा तब ह हो सका जब या क सधार क साथ उ पादन क लए एक नए कम व यास का इ तमाल कया गया जब उ पादन क या स सब धत डवीजन आफ लबर को (काम क बटवार) को काफ ज टल बना दया गया उ पादन क या को कई छोट-छोट टकड़ म बाट दया गया और एक मजदर क िज म कवल एक ह ह सा रखा यह फ स टम क मख व श टता थी

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93 फ टर स टम का सामािजक असर मनाफा बढ़ान क लए यह ज र था क फ म लगी मशीन का यादा स यादा

उपयोग कया जा सक फ मा लक क च टा यह रहती थी क अपन कार गर स तब तक लगातार काम करवात रह जब तक क मशीन ह जवाब न द जाए इसका मतलब यह था क कामगार को काम करन क तर क का एक नया अनशासन सीखना पड़ा

इ तहासकार ईपी हामपसन का मानना ह क िजस लय स मशीन चलती ह उसी लय स मक को चलना सीखना पड़ा समय क पाबद सीखनी पड़ी क एक नि चत समय पर काम पर आए और एक नि चत समय पर काम स हट एक ह थान पर खड़ होकर लगातार एक ह या क काम को लगातार करत रहन क आदत डालनी पड़ी य द कसी क िज म पन का तार घसना था तो वह लगातार दनभर कवल तार ह घस सकता था िजस यि त को तार सीधा करन का काम दया गया दनभर एक ह थान पर खड़ रहकर कवल तार ह सीधा करता रहता

जस-जस समय बीतता गया इस पर स टम क दगण भी सामन आत गए सबस पहल जो बात सामन आई वह यह ह क फ म लगातार एक ह जगह पर कठपतल क तरह काम करत रहना काफ उबाऊ था मक थोड़ ह समय म इस तरह क काम स जी चरान लगत जब फ का मा लक उनस जबरद ती काम करवाता तो जा हरा तौर पर काम करन वाल को यह बात अखरती और उ ह ख दल स काम पर लग रहना पड़ता

जहा तक काम करन क प रि थ तय का सवाल ह कछ बात साफ ह एक तो यह क यह कहना मि कल ह क फ म काम करन वाल क प रि थ त दसर मक क प रि थ त स बहतर थी या बदतर ऐसा इस लए क इ तहासकार क पास औ यो गक ा त स पहल क काल क मक क बार म यादा जानकार नह ह हा यह ज र पता ह क तरहवी सद स ह उ तर यरोप म पगार पान वाल मजदर हआ करत थ और उनक हालत अ य मजदर क हालत स खराब नह थी वस भी स हवी-अठारहवी सद म कम स कम इ ल ड म प टग आउट स टम क तहत काम करन वाल बह त सार मजदर पगार क एवज म ह काम कया करत थ कहन का मतलब यह ह क फ मजदर का तन वाह मजदर होना समाज क लए कोई नह बात नह थी

94 बराइया जो नई बात थी वह यह क जब फ या बनी तो एक साथ बह त सार मजदर शहर

म इक ा ह ए इस जमाव म उनक ददशा भी समाज क सामन कह यादा खर प स उजागर ह ई

उ योग म ब च और औरत को सोलह घ ट या उसस भी यादा काम करवाया जाता थकान क कारण य द कोई काम नह कर पाता तो उस ब ट स पीटा जाता था तन वाह काट ल जाती तन वाह वस भी काफ कम मलती थी एक ह त क लए कसी ह नरमद कार गर को 1795 म कोई 25 श लग और साधारण मजदर को सफ 12 श लग मला

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करत थ म हलाओ को प ष स आधी और ब च को एक चौथाई तन वाह ह मलती हाला क व प ष िजतना ह काम करत

कोयल क खदान म तो ि थ त और भी यादा खराब थी यहा चार स पाच साल क ब च को खदान क सरग क अदर बारह स सोलह घट काम करवाया जाता इनक औसत पगार दो स तीन श लग त स ताह थी

फ स टम क आन स मजदर क गर बी भी बह त यादा उजागर होन लगी वस तो औ यो गक ा त क श क साल म ह यह साफ हो गया था क समाज म नर ह गर ब क स या बढ़ रह ह पर इस ि थ त स बचन क लए कछ खास नह कया गया पीनहमल ड नामक क ब म गर ब क मदद क लए एक स टम ज र श कया गया िजस पीनहमल ड स टम क नाम स जाना जाता था कछ दसर क ब न भी इस स टम को

अपनाया पर बढ़ती ह ई औ यो गक गर बी क सामन यह स टम प त हो गया शहर म ि थ त कछ ऐसी थी क मजदर क हालत बद स बदतर होती चल गई

शहर बगर कसी योजना क बतहाशा बढ़त चल गए उनक नगरपा लकाए इस नई आबाद क दखभाल करन म असमथ रह शहर म गद द र बि तया पनपन लगी िज ह अ जी म लम कहत ह जहा अब तक शहर म अनक तबक क लोग आपस म मल कर रहत थ

वहा धीर-धीर मजदर बि तया शहर क बाक आबाद स हट कर रहन लगी इन बि तय म न तो सडक ठ क होती न ह ना लया न ह कड़ा नकालन क कोई यव था न ह पय जल का इतजाम और न ह ठ क स बन ह ए मकान इ तहासकार हो सबाम का कहना ह क यरोप क शहर म इस क म क बि तया यादातर शहर क पव ह स म बसी सो शहर म एक नया भद श हो गया ई ट ए ड नवासी (गर ब) और व ट ए ड नवासी (अ भजा य) का

रह-रहकर औ यो गक शहर म महामा रया भी बढ़न लगी लासग म पहल बार 1818 ई0 म हाइफस जवर का कोप फला यरोप क सार औ यो गक शहर म 1831 ई0 और 1832 ई0 म टाइफाइड़ क महामार छाई रह इन शहर म कालरा मयाद बखार और तप दक का भी बोलबाला रहा य सार बीमा रया यादातर मजदर बि तय म ह रह मानो यह सा बत कर रह ह क जहा द र ता और गदगी ह वहा बीमा रया भी रहगी इस सबन मजदर बि तय क नवा सय का हौसला तोड़ दया सामािजक हौसलाप ती क कई ल ण सामन आन लग शराब का ज रत स यादा इ तमाल होन लगा बाल ह या व याव त आ मह या और मान सक व ता क घटनाए बढ़न लगी मजदर क दग त इस बात स और भी यादा उजागर ह ई क औ यो गक ा त क कारण समाज क बाक सार वग क स प नता बढ़ रह थी

95 बराइय को दर करन क यास एवम समाधान फ टर स टम क इन बराइय को ज द स ज द दर करना बड़ा ज र था य क

एक तो साधारण मानवीयता का तकाजा था क मजदर क काम करन क हालात म सधार आए इसस भी यादा बड़ा कारण यह था क फि य म अ धकाश उ पाद फ म काम करन वाल मजदर ह खर दत थ इस लए अगर मजदर क माल हालत एक सीमा स नीच जाती

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तो नकसान पजीप तय को ह होता और अगर मजदर बि तय क समाज यव था को ठ प होन दया जाता तो डर था क कह दश म व ोह न भड़क उठ व ोह न भी होता तो यह तो साफ था क म यवग क जवान इन बि तय म फल रह शराबखोर व याव त और अ य कार क अन तकता क च कर म पड़ रह थ य द म यवग को अन तकता स बचाना था तो

ज र था क मजदर वग स अन तकता को दर कया जाए

951 ससद य यास

आजकल यह माना जाता ह क य द फ मा लक अपन मजदर क भल कार दखभाल कर तो उ ह ह यादा मनाफा होता ह पर उ नीसवी सद म यह बात अ धकाश पजीप तय क समझ म नह आ रह थी इस लए हम पात ह क फ टर म मजदर क ि थ त सधारन वाल अ धकाश उपाय कवल कछ फ टर मा लक क पहल पर रा य यव था वारा व भ न दश क ससद वारा कए गए सबस यादा सधार का काम इगल ड म

हआ ऐस उपाय म स पहला था इगल ड म राबट पील वारा ससद म पास कया गया

ह थ ए ड मारटज ए ट (1802) यह ए ट कवल बड़ी फ ट रय पर लाग होता था और कवल एपरि टस पर इस ए ट म यह कहा गया क नौ साल स कम उ क ब च बतौर एपरि टस नह लगाए जा सकत फ मा लक पर इन ब च स बारह घ ट स यादा या फर रात म काम करवान पर रोक लगा द गई

1802 क ए ट म कई खा मया थी एक तो यह कवल बड़ी फ य पर लाग होता था और वहा भी कवल उन फि य पर जो क एपर टस को इ तमाल करती थी बह नर बाल मजदर को इस ए ट स कोई सर ा नह मलती थी सबस म य बात तो यह थी क इस ए ट म नर ण करन का कोई ावधान न था नतीजतन यह ए ट महज कागजी कानन बन कर रह गया

फर 1816 म पील क चयरमनी म एक ससद य कमट का गठन कया गया इस कमट क सलाह पर 1819 का फ नय ण कानन पास कया गया इस कानन म पछल कानन क ावधान को दोहराया गया और कहा गया क सार बाल मजदर को इस कानन क सर ा द जाएगी साथ ह यह नधा रत कया गया क सोलह साल स कम उ क मजदर को बारह घ ट क दन म डढ़ घ ट क खान क छ ी द जायगी च क यह ए ट सार कामकाजी ब च पर लाग होता था इस लए लोग न इसका डट कर वरोध कया वरो धय म एक बड़ा तबका उन मा-बाप का था जो अपन ब च स काम करवात थ

952 समाज सधार और अबधनी त

तमन अबधनी त क बार म पढ़ा होगा यह नी त अठारहवी सद क अ तम दशक म काफ फल चक थी अथशा ी एडम ि मथ िजसका हम पहल िज कर चक ह इसका एक बड़ा समथक था इस नी त क मतावल बय का मानना था क समाज क अथ यव था तब ह

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सफल हो सकती ह जब क सरकार अथ यव था को अपन आप पर छोड द उसम अपनी टाग न अड़ाए

जब उ नीसवी सद म ससद य य न मजदर क सधार क लए होन लग तो सधार-वरोधी उ योगप तय न अबधनी त क दहाई दत ह ए यह गहार लगाई क अगर रा य फ स टम को सधारन व नय त करन क को शश करगा तो सार अथ यव था ह ठ प हो जाएगी दरअसल बड़-बड़ दाश नक वचार क आड़ म य वरोधी कवल इतना कह रह थ क उ ह मजदर -ब च म हलाओ और प ष का खन चसन स नह रोका जाना चा हए भल ह ऐसा करत ह ए व समाज क इतनी दग त य न कर द िजसस क समाज का साधारण चाल-चलन ह ठ प हो जाए ऐस वरो धय को उनक खद क बवकफ स बचाना ज र था

953 सधारक य न जार रह

1820 क दशक म पावर लम और भाप क इजन म काफ यादा या क सधार आए इसका नतीजा यह हआ क इस दशक म धीर-धीर फ स टम सार कपड़ा उ योग और ख नज उ पादन पर छा गया फि या भी कवल कछ शहर इलाक म कि त होन लगी लकाशायर का कपड़ा उ योग इसका अ छा उदाहरण ह यहा कोई 25 वग मील क म इतनी यादा कपड़ा मल थी क इ ल ड का 80 तशत स यादा कपड़ा बनाया जाता था िजतना फ ट रय का जमाव बढ़ा उतना ह उनक दगण कट ह ए इसम सधार लान क ससद य यास भी उतन ह जोर स कए जान लग

954 सड़लर क यास

माइकल सड़लर न 1831 म टन-आवर बल इ ल ड क ससद म पश कया इस बल म यह ावधान था क कसी भी मजदर स दस घट (टन-आवर) स यादा काम नह लया जा सकगा यह बल ससद म पास नह हो सका

पर इन दन इ ल ड म व ट इ डीज क दास था को लकर काफ गहमा-गहमी चल रह थी इसक रहत अखबार और प काओ म फ टर मजदर क तलना व ट-इ डीज क नी ो दास स क जान लगी धीर-धीर यह मत फलन लगा क मजदर क ि थ त म सधार क लए कछ ठोस कदम उठाए जान चा हए इसक फल व प जब 1833 म लाड एशल न ससद म अपना ताव रखा तो वह कछ ससद य छ ना-झपट क बाद पा रत हो गया

955 एशल का कानन

लाड एशल क कानन (1833) को सार कपड़ा बनन क फि य पर लाग कया गया इसक अनसार नौ साल स कम उ क ब च को फ म काम करवान पर पाबद लगा द गई तरह साल स कम उ क मजदर स दन म नौ घ ट और स ताह म 40 घ ट स यादा काम करवाना तब धत कया गया उ ह रोज डढ़ घ ट क खान क छ ी दना ज र

रखा गया यह कहा गया क अठारह साल स कम उ क मजदर स दन म 12 घट और स ताह म 69 घट स यादा काम नह करवाया जा सकता ldquoरातrdquo क काम को ठ क तरह स

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प रभा षत कया गया साढ़ आठ बज शाम स लकर साढ़ पाच बज सबह तक क समय को ldquoरातrdquo करार दया गया और इस पार म कवल अ ारह साल स यादा उ क मजदर क योग क अनम त द गई फ म काम करन वाल हर ब च का रोज दो घट कल जाना नि चत कया गया नर क क एक बड़ी टोल नय त क गई जो फ मा लक पर नगरानी रख सक और जो मा लक कानन क अवहलना करत ह ए पकड़ जाए उन क सर बड़ी सजा का ावधान रखा गया

इस कानन म दो म य खा मया थी एक तो यह कवल कपड़ा उ योग पर ह लाग कया गया जब क अ य उ योग म भी मजदर क हालत काफ खराब थी दसर यह कवल ब च को अपन दायर म लता था जब क ि य और प ष को भी काननी सर ा क आव यकता थी

96 समाज और सामािजक प रवतन बहरहाल इस कानन स कछ बात साफ जा हर होती थी सबस पहल बात तो यह क

हाला क समाज म अब भी अबधनी त का बोलबाला था अब सरकार क समझ म यह आन लगा क समाज क कछ अश ऐस होत ह जहा क सधार लान क लए सरकार ह त प ज र होता ह दसर बात यह क अब साधारण तौर पर यह माना जान लगा क समाज म औ यो गक उ पादन क इकाई प रवार नह बि क यि त वशष था और उसक सामािजक सर ा और सखा-पढ़ क िज मदार कवल प रवार पर ह नह छोड़ी जा सकती थी समाज को भी आग बढ़कर कछ उपाय करना ज र था

धीर-धीर अ य उ योग को भी फ कानन क तहत लाया गया 1842 म लाड एशल क कानन को कोयला खदान पर लाग कया गया और म हला मजदर को भी सर ा द जान लगी 1878 म इस कानन न सार फि य और वकशाप को अपन दायर म ल लया इस बीच दसर दश म भी फ कानन क या जार थी 1841 म ास म बाल-मजदर कानन लाग कया गया ए शया म भी 1870 तक कई कानन जार कए गए पर उ ह कभी गभीरता स लाग नह कया गया

1848 म सार यरोप म सोश ल ट व ोह ह ए और उ ह काफ आसानी स कचल दया गया इन व ोह म मजदर न बढ़ कर ह सा लया था कचल जान क बाद इन व ोह क बह त सार नता मजदर नता बन गए और फ मा लक स मजदर क भलाई क लए माग करन लग इस समय क बाद स फ मजदर क सगठन बनना श हो गए और कमशाला क हालात म सधार क लए य सगठन अपन अपन उ योग और सरकार पर जोर हालन लग ऐसा इ ह न कस तरह कया तम अ य इकाइय म पढ़ोग

97 साराश इस इकाई म तमन जाना क फ स टम अठारहवी सद म श हआ इसन

औ यो गक उ पादन म एक नए कम व यास को ज म दया फि या चलान क लए एक नए क म क अनशासन क ज रत थी जो क पहल कभी ससार म दखन को नह मला था लगातार अनशासन था पत रखन क लए फ क मय क उपर एक नए मनजमट तबक का

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ज म हआ फोरमन और सपरवाईजर य लोग लबर अ र टो स (Labour aristocrates) कहलाए इनक रहत उ योग म उ योग क मल कयत और उसक मनजमट म भद कया जान लगा मजदर क शहर म रहन स कई बराइया पनपी उ ह दर करन क लए उ नीसवी सद क म य तक अ भजा य वग स कछ समाज सधारक उबर कर सामन आए पर मजदर क सगठन अभी ठ क तरह स नह पनप पाए थ व 1848 क यरोपीय व ोह क बाद उबर

98 अ यासाथ न (I) अश पर छोट सवाल

कछ श द म जवाब द िजए (क) या फ स टम और औ यो गक ा त म स कोई एक बगर दसर क पनप

सकता था (ख) फ स टम क मख व श टता या थी (ग) या पन बनान क फ वा तव म एडम ि मथ क वणन क अनसार होती ह (घ) या फ स टम अन तक था (च) अबधनी त फ मा लक को य पसद थी (छ) इस इकाई म िजन फ सधारक का िज ह उसक अलावा दो और सधारक क

नाम बताइय (II) सार इकाई पर सवाल

दो सौ स तीन सौ श द म जवाब द (क) फ स टम इ ल ड म कस तरह पनपा (ख) फ स टम न कस तरह था पत आ थक और सामािजक स थाओ पर हार

कया (ग) फ स टम क कारण समाज म कस तरह क प रवतन आए (घ) फ स टम म सधार लान क य न क ववचना कर

99 ास गक पठनीय थ ईज हो सबाम - ाम इड ट ए पायर प गइन ईज हो सबाम - एज आफ रवो यशन प गइन ईपी टाम सन - म कग आफ द इग लश व कग लास (सभी कताब अ जी म ह बाजार म आसानी स मल जाती ह)

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Page 5: एमassets.vmou.ac.in/MAHI01-2.pdf ·  · 2014-04-056.7 इंगलैड ... अलबट[थेयर(Albert Thaer) ने1798 (Introduction to the knowledge of English Agriculture)

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इकाई-6 यरोप म अठारहवी शता द म क ष यव था

इकाई क परखा 60 उ य 61 तावना 62 अठारहवी सद क पहल क यग म यरोप म क ष यव था 63 खती क ाचीन तर क 64 अठारहवी सद म इ लड म खती क तर क म प रवतन क लय िज मवार

प रि थ तया 65 इगल ड म क ष क नवीन प त 66 अठारहवी सद म अ य दश म क ष 67 इगल ड म नवीन क ष का भाव 68 न कष 69 श दावल 610 अ यासाथ न 611 सदभ य

60 उ य इस इकाई म आप अ ययन करग - क ष का मानव क जीवन म मह व - अठारहवी सद क पहल क यग म यरोप म क ष यव था क वशषताए-

सामतवाद यव था म कषक क दशा तथा क ष क यव था - क ष क ाचीन तर क - अठारहवी शता द म इ लड म खती क तर क म प रवतन क लय िज मदार

प रि थ तया - नय आ व कार व तर क - अठारहवी सद म यरोप क अ य दश म क ष क दशा ास व जमनी क कछ

भाग म इ लड क नवीन प त का भाव शष यरोप म इसका अनकरण न होन क कारण

- इ लड म क ष क नवीन प त क भाव - क ष उ पादन म व बढती ह ई जनस या क लय अ न क यव था उ नीसवी सद म नवीन क ष का व तारपशधन म व द भ का अ त उ योग क लय मक क यव था नकद फसल का उ पादन

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61 तावना ाग-ऐ तहा सक यग म क ष का आ व कार मानव स यता क वकास म एक

ा तकार कदम था इसन मानव को थायी प स एक थान पर नवास करन क लय रत कया ाचीन यग म यरोप स हत व व क लगभग सभी भाग म क ष काय ह मन य

का म य यवसाय था बालबक व टलर क मत म आध नक यग क आरभ म भी यरोप क आ थक जीवन म क ष मानव का म य उ यम रहा य य प आज भी खती अ धकाश मन य क जीवन यापनका साधन ह क त चार सौ साल पहल इसका मह व आज स कह अ धक था

अठारहवी सद म इ लड म क ष क म अनक तकनीक प रवतन ह ए इन प रवतन न क ष उ पाद म एक कार स ा त ला द इन प रवतन को समझन क लय म यकाल न यग क क ष यव था क वशषताओ को समझना आव यक ह

62 अठारहवी सद क पहल क यग म यरोप म क ष यव था माक लाक क मत म म यकाल न यग म सामतवाद का उदय पर पर नभरता क

स ब ध क आधार पर हआ सर ा व अजी वका क लय कसान न अपनी भ म व ससाधन थानीय सामत को स प दय थानीय साम त न बड़ साम त स सर ा का आ वासन

स नक सहायता क बदल म ा त कया बड़ साम त न ऐसी ह शत पर राजा को अपन अ धकार स प साम तवाद क उदय और वकास क चाह कछ भी कारण रह ह इसका एक मह वपण प रणाम कषक का भ म का वामी नह होना था अत उसम भ म क सधार क त उ साह नह रहता था

साम तवाद यव था म कषक क दशा दास क समान थी वह कसी भी हालत म अपन साम त क चगल स छटकारा नह पा सकता था साम त क अ धकार असी मत थ रा य काय य अथवा ऐश-आराम म य त रहन क कारण व खती क उ न त पर यान नह दत थ

उस समय ाम (Manor) यव था इस कार थी एक मनर म साम त या उप साम त का गढ़ होता था िजसक चार ओर कसान क मकान होत थ ाम क प र ध म क ष यो य खत होत थ इन खत क सीमा नधा रत नह क जाती थी य क इनम सभी कषक दास अपन साम त क लय सामदा यक प स खती करत थ ऐसा करत समय उ ह साम त या उसक त न ध का आदश मानना पड़ता था आम तौर पर गाव क खत को दो तीन या चार भाग म बाटा जाता था ल कन अ धकतर तीन भाग कय जात थ एक भाग म गह या राई दसर म म का व अ य फसल बोई जाती थी तथा तीसर को हल चला कर खाल छोड़ दया जाता था इन खत क आस पास चरागाह और जगल होत थ चारगाह म गाव क सभी पश चर सकत थ घास क मदान स उनक लय चारा ा त कया जाता था तथा जगल स लकड़ी घर को बनान क लय फस आ द ा त कय जात थ

गाव म कसक खती क जाय और कब उसक बीज बोय जाय इसका न चय गाव (Manor) क अदालत करती थी खत म काय करन क लय मक उपल ध होत थ इस

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यव था म एक कसान को यि तगत सवाए व त अथवा नकद धन क मा यम स लगान अदा करना पड़ता था

इस यव था क अनक दोष थ आम तौर पर एक कसान को दो या उसस अ धक थान पर खती क लय छोट छोट खत दय जात थ इनम खती करन म उसका काफ समय

न ट हो जाता था तथा उस यय भी अ धक करना पड़ता था कई बार अपन छोट छोट खत क सीमाओ क बार म उसका अपन पड़ौसी कषक स ववाद चलता रहा था वह भ न भ न खत म सचाई का सतोषजनक ब ध नह कर सकता था इन खत म वह एक ह फसल पदा कर सकता था य क स दय म य खत चरागाह क प म उपयोग म लाय जात थ

63 खती क ाचीन तर क म य यग म खती क तर क उ नत नह थ एक कसान का म य औजार था लकड़ी

स बना हआ हलका हल फसल काटन क लय उसक पास एक हसल होती थी अनाज को साफ करन क लय उस हवा म छोड़ा जाता था (winnowing) अथवा जमीन पर बखरा जाता था ता क पशओ को उस पर चलाया जा सक एक टोकर म बीज रख कर कषक उ ह चार ओर बखरता हआ चलता था सचाई क पया त यव था नह थी फसल को बदल बदल कर (Rotation of Crops) नह बोया जाता था म ी क जाच भी नह होती थी ऐसी प रि थ तय म क ष उ पादन क मा ा कम थी

64 अठारहवी सद म इगल ड म खती क तर क म प रवतन क लय िज मवार प रि थ तया म य यग क अ त म इगल ड म यापार क उ न त होन लगी इस समय औष ध

व ान क ग त क कारण म य दर घटन लगी शशओ क म य दर म कमी आई फल व प इ लड क आबाद बढ़ ल कन इस बढ़ती ह ई जनस या अपनी आव यकताओ क लय वन और चरागाह को तजी स साफ करक क ष यो य भ म का पा रि थ तक सतलन बगाड़ दया क ष उ पाद म कमी आई दसर ओर मजदर क दर बढ़न लगी इन दोन कारण स जमीदार को घाटा होन लगा इस घाट स बचन क लय उ ह न कषक स नय समझौत कय उ ह न कषक को भ म औजार व अ य साधन दान कर खती क लय भ म दना श क तथा उसक बदल म कसान स फसल का एक नि चत भाग लना श कया उ तर ास म भी इस था को अपनाया गया इस प त न एक ओर कसान को सामत क दासता स म त करन का माग श त कया तो दसर ओर बढ़ती ह ई आबाद क लय अ धक अ न उपजान म मदद द य य प सोलहवी शता द क अत तक इ लड म कषक दास (serfdom) क था का अ त बह त बाद म हआ उदाहरण क तौर पर 1861 म स क जार एल जडर थम न इसक लय एक कानन पास कया

सोलहवी व स हवी सद म इ लड का अ तरा य यापार बढ़ गया तथा पजीप तय न गाव म क ष यो य भ म खर दनी श क ऐसा करन स समाज म उनका स मान बढ़ता था य क ाचीन काल स ह इ लड म भ म का वामी होना गौरव क बात मानी जाती थी य

पजीप त क ष स मनाफा कमान क सोचन लग परान ढग स क जान वाल खती स ऐसा

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करना सभव नह था अत व ा नक तर क और अ धक उ नत औजार क खोज क जान लगी य क कवल धनी लोग क पास ह पर ण क लय धन व अवकाश था इस लय ार भक उ न त अ धकाशतः सम कसान वारा क गई इस कार क ष क म पजी क योग स क ष ा त का माग श त हो गया

65 इगल ड म क ष क नवीन प त एनफ ड क अनसार उस समय हालड एक मख यापा रक व पजीप त दश था वहा

पर फसल को बदल बदल कर बोन क था को योग म लाया गया था इ लड न हालड स इस सीखा जथरो तलनलाड टाउनशड बकवल आथर यग व कोक आ द न व ा नक प त स खती करन क तर क क खोज क तल (1664-1740) न पि तय म थोड़ी दर पर बीज बोन क लय एक य बनाया टाउनशड (1664-1738) न अपन खत म एक क म क फसल क बाद दसर क म क फसल बोई तथा गह शलजम जौ और आल क खती को बार बार स बो कर जमीन क उवरता बनाय रखी आथर यग (1740-1920) न इसका चार कया तथा बड़ बड़ फाम बनाय कोक न पशओ क स या बढ़ान क लय य न कया पशओ क स या म व होन क कारण खाद अ धक मा ा म उपल ध होन लगी अब पहल क अप ा अ छ क म क धात क हल बनाय गय इस कार क हल म इ लड का रोजरहम हल अ धक स ह यह हल भ म म गहर खदाई करता था तथा कम समय म पहल क अप ा अ धक भ म पर चलाया जा सकता था उ पा दत अ न क सफाई क लय अब पहल क अप ा बहतर तर क अपनाय गय भ म क गणवता क जाच करक उसक मता क अनसार फसल बोई जान लगी

व ा नक आधार पर नवीन णाल स खती करन क लए छोट खत क थान पर बड़ खत अ धक उपय त थ अतएव अब अनक खत को मला कर एक खत बनाया गया तथा उसक चार ओर बाड़ (Enclosure Act) लगाय गय इ लड म 1792 स 1815 तक इसक लय 956 बाड़ नयम (Enclosures Act) पा रत कय गय एक ओर इसस लाभ यह हआ क बड़ फाम (Farms) म क ष उ पादन बढ़ा तो दसर ओर काफ स या म छोट कसान को अपनी भ म छोड़नी पड़ी तथा व भ मह न मजदर हो गय

66 अठारहवी सद म अ य दश म क ष इ लड म इस नवीन प त क पालन का भाव ास तथा ए शया क कछ भाग पर

साधारण प स पड़ा शष यरोप न काफ समय तक इ ह नह अपनाया अठारहवी सद क म य म ास क क ष यव था का वणन करत ह ए हाटवल न

लखा ह क उस समय भी वहा पर खत को कवल दो या तीन भाग म वभािजत कया जाता था दोन तर क म ाम क पास चरागाह व वन छोड़ जात थ क ष औजार भी पहल जस थ धात क मजबत हल का योग आरभ नह हआ था सग (Threshin) मशीन भी काम म नह लाई जाती थी य क इ लड क मकाबल म ास म पजी क वकास क दर बह त कम थी इस लए क ष क म साधन क उ न त पर यान नह दया गया था ास म बा य यापार पर तबध लगाय जात थ अत अनाज इधर उधर नह भजा जाता था इस समय

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तक ास म आल क खती को पहल स अ धक मह व दया जान लगा था इसक खती ऐस चरागाह पर क जाती थी जो अठारहवी शता द म साफ कय गय थ ल कन इसका यह ता पय नह क ास क क ष पर इ लड म नय तर क का भाव बलकल भी नह पड़ा था कछ क ष वशष िजनम डहमल (Duhamale) पलटो (Palutteo) और ट ब ल (Tubelly) मख थ न इ लड म अपनाय गय क ष क आध नक तर क पर प तक लखी अथवा उनका चार कया अठारहवी शती क अ त म फसल क अदला बदल को उ तर ास क कछ भाग

म अपनाया गया था इसी समय इ ह इलाक म बड़ फाम पर ग न क खती आर भ क गई इसक कछ समय पहल पन स अ छ न ल क भड़ मगाई गई इन प रवतन क होत ह ए भी महान ा त तक ास म य प स एक क ष धान दश ह रहा जब क इस समय तक इ लड क ष व औ यो गक म उ लखनीय ग त कर चका था

शया पर भी इ लड क नवीन योग का ास क अप ा कछ अ धक भाव पड़ा अलबट थयर (Albert Thaer) न 1798 (Introduction to the knowledge of English Agriculture) नामक प तक लखी थयर व उसक अनया यय न फसल बोन क लय हल वारा भ म क गहर खदाई और नवीन औजार क योग क लय चार कया अठारहवी शती

क अ त क दशक म पव जमनी म अ छ न ल क भड़ लाई गई तलहन अ छ घास व बनौल उगाय गय तथा फसल क अदला बदल (Rotation) क णाल अपनाई गई ल कन अठारहवी शती क अ त तक भी जमनी क अ य इलाक म नवीन क ष को नह अपनाया गया कवल व फसल को अदला बदल (Rotation) को योग म लान लग थ अठारहवी सद क अ त म जमनी क पव भाग वशषकर साइल शया और स सनी म भी इस आर भ कया गया

उपय त वणन स प ट ह क अठारहवी सद म क ष क म इ लड म अभतपव उ न त ह ई तथा ास व जमनी क कछ भाग पर इसका भाव पड़ना आर भ हआ ल कन इस शती क अ त तक इटल पन स व पव यरोप क अ य दश पछड़ ह रह लगर व उसक अ य चार सहयो गय न अपनी प तक (Western Civilization) क वतीय िज द म लखा ह क वा तव म उ नीसवी शती म यरोप क अ धकाश भाग म म य यग क तरह ह खती क जाती रह इन दश म खती क लय योग म लय जान वाल प रवतन क त वरोध म य प स दो कारण स हआ य कारण थ- कषक म पर परागत तर क क त आ था और नवीन तर क का थानीय प रि थ तय क त अनकल न होना था इसका एक अ य कारण यह भी था क मन य क म क थान पर मशीन क योग को इन दश क सरकार न पस द नह कया य क व सामािजक व स नक आव यकताओ क कारण अ धक स अ धक जनस या को क ष पर ह नभर रखना चाहत थ

67 इ लड म नवीन क ष का भाव (1) क ष उ पादन म व अठारहवी सद क उ तराध म क ष क इन नय तर क स

क ष उ पादन म काफ व ह ई

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(2) बढ़ती ह ई जनस या क लय अ न क यव था इ लड क जनस या लगातार बढ़ती जा रह थी 1750 ई0 म इस दश क जनस या का अनमान 65 लाख था जो 1801 ई0 म 90 लाख 1831 ई0 म 190 लाख और 1851 ई0 म 180 लाख हो गई इस बढ़ती ह ई जनस या क कय अ न क बढ़ ह ई उपज काम म आई इस समय म इस जनस या का एक भाग िजसका अ न उपजान स कोई स ब ध नह था अथात जो शहर म रहता था और िजनम स काफ मन य औ यो गक इकाइय म काय करत थ को अ न दन म स वधा ह ई ल कन यहा यह बता दना उ चत होगा क अ न क उ पादन क यह व इ लड क बढ़ती ह ई आबाद क लय पया त स नह ह ई

(3) उ नीसवी शता द म नवीन क ष का व तार उ नीसवी शता द क म य म खत म रासाय नक खाद दन क प त का वकास हआ इस कार क उवरक स भी उपज म व ह ई 1834 म साईरस मककोर मक न फसल काटन वाल मशीन का आ व कार कया इसक बाद लोह का हल पाचा (घोड़ स खीचा जान वाला हल) तकदार हरा (पटरा) िजसस हल चलान क बाद भ म क टकड़ तोड़ जात थ आ द का आ व कार हआ समय क साथ साथ क ष म य का योग बढ़ता गया इन आ व कार न क ष को और उ नत कर दया

(4) पशधन म व अ छ न ल क भड़ व गाय क स या म व ह ई जड़ वाल सि जय क उगान स पशओ का सार साल चारा दना स भव हो गया वष भर ताजा मास मलन लगा इसक पहल चार क कमी क कारण सद क पहल काफ पश मार जात थ ल कन अब ऐसा नह कया गया दध क उ पादन म व ह ई

(5) द भ का अत तरहवी व चौदहवी सद तक इ लड म अकाल पड़त थ ल कन अब इन अकाल का पड़ना बद हो गया

(6) उ योग क लय मक क यव था चकब द क कारण जो कसान बदखल ह ए थ उनम स अ धकाश न कारखान म नौकर कर ल फल व प औ यो गक ा त का माग श त हआ

(7) नकद फसल का उ पादन औ यो गक ा त क समय इ लड म व उ योग का तजी क साथ वकास हआ इसक लय कपास क आव यकता ह ई नवीन णाल स कपास क ज रत को कछ हद तक परा कया गया

68 न कष जसा क पहल बताया जा चका ह क अठारहवी शती म इ लड क क ष क म

अपनाई गई नवीन प त न ास व जमनी क कछ भाग को ह वशष प स भा वत कया पोलड स बा कन दश आि या इटल पन व पतगाल आ द दश म इसका भाव काफ समय तक नह दखा गया हाटवल क अनसार आज भी यरोप क पव भाग म हम नवीन उपकरण व प त क साथ साथ ाचीन प त व उपकरण का योग दखन को मलता ह

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69 श दावल मनर (Manor)-साम तवाद यग का गाव फाम (Farm) - वशाल खत रोटशन ऑफ ॉ स (Rotation of Crops) - फसल क अदला बदल वनोईग (Winnowing) - आनाज को साफ करन क एक प त सफ (Serf) - सामत क अधीन कषक दास सग (Threshing) - अनाज को साफ करन क एक प त

एन लोजर (Enclosure) - बाड़बद अथवा चकबद

610 अ यासाथ न 1 अठारहवी शता द क पहल यरोप क दश म क ष यव था पर काश डा लय इस

शता द म इ लड म इसम या सधार कय गय 2 अठारहवी सद म इ लड म क ष क म नवीनीकरण क लय िज मवार

प रि थ तय का व लषण क िजय इस नवीन प त का इ लड तथा यरोप क अ य दश पर या भाव पड़ा

611 सदभ थ Books for Reference 1 Chapter by RR Enfield in the book 2 Emopean Civilization Its origin and Developmentrsquo Volume V

under the direction of Edward Eyre Oxford University Press London 1937

3 Chapter by RM Hartwell in the book lsquoThe Cambridge Modern History Volume IX (1793 ndash 1830)rsquo edited by CW Crawley Cambridge University Press London 1965

4 Brison D Gooch Europe in the Nineteenth Century The MacMillan Company London 1970

5 David Ogg Europe in the Seventeeth Century Hindi edition Jaipur 1967

6 Carlton JH Hayes Modern Europe to 1870 the MacMillan Company New York Sixth Print 1960

7 Langer Eadie Geanakoplos Hexter Pipes Western Civilization Volume II Harper and Row New York Second Edition 1975

8 Wallbank and Taylor Civilization Past and present Volume II Third Edition 1975

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इकाई 7 अठारहवी सद म यरोप म कषक व ोह

इकाई क परखा 70 उ य 71 पवाभास 72 इ लड म अठारहवी सद म बाड़ब द आ दोलन 73 ास म कषक क दशा 74 जमनी क रा य म सधार 75 आि या - हगर 76 स म व ोह (1703-1772) 77 स म 1773-75 का कषक व ोह 78 यरोप क अ य दश म ि थ त 79 साराश 710 बोध न 711 स दभ थ

70 उ य इस इकाई म आप अ ययन करग म य काल न यग स लकर स हवी सद क अ त तक साम तवाद यव था म

साम त क अ धकार व कषक क दशा कवल इ लड म कषक दास था का अ त चौदहवी सद स स हवी सद क कषक व ोह का उ लख इ लड म बाड़ब द आ दोलन

ास म महान ाि त क पहल कषक क दशा ा त क आर भ होन क बाद ामीण म सामत क नवास थान पर कसान क आ मण 1789 स 1792 ई0 तक कषक

दास क मि त क लय पा रत कय गय अ ध नयम जमनी क कछ छोट रा य म कषक दास क मि त क आदश तथा शा म 1807 स

1817 तक कषक क हत म कय गय ड रक महान क काय आि या - हगर सा ा य क बोह मया दश म 1768 स 1775 तक व ोह व उनक

कारण स ाट जोजफ क सधार क य न का साम त वारा वरोध स म कसान का दमन पीटर महान क शासन काल म कसान पर अ याचार

अठारहवी सद म आर भ स ह स क पव भाग म व ोह कषक का लगातार दमन 1773 ई0 म पन पव भाग म व ोह तथा उसक भयकरता इस व ोह म मक व गर सी जा त क मन य का साथ व ोह क असफलता क कारण

अ य यरोपीय दश म आ दोलन का न होना

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71 पवाभास अठारहवी सद क आर भ म यरोप क दश म कषक क दशा नवी शता द स लकर बारहवी शता द तक यरोप म साम तवाद यव था का जोर

रहा इस था म बड़ साम त व उपसाम त उन भस ता ज नत अ धकार का योग करत थ िजन पर पहल राजाओ का अ धकार था इस यव था म कषक क दशा अ य त शोचनीय थी य क यह था कषक क शोषण पर आधा रत थी तरहवी सद क श स साम तवाद का ास श हआ धम य क भाव यापा रक वग क उदय तथा रा य रा य क उ थान न

साम त क शि त कम क साम त क अ याचार स त होकर इ लड म कसान न सग ठत होकर साम त का वरोध आर भ कया 1348 ई वी म काल म य नामक एक महामार क कोप स यरोप क आधी जनस या म य का ास बन गई खती म काम करन वाल कसान व मजदर क भार कमी हो गई इ लड म कषक दास न अपनी महनत क लए उ चत पा र मक क माग क क त उनक आ दोलन को दबा दया गया 1381 ई0 म वाट टाईलर क नत व म इ लड क हजार कसान न व ोह कया इसम शि पय व कार गर न भी साथ दया ल कन यह व ोह कचल दया गया

इस समय इ लड म यापार क उ न त तथा पजी क वकास न ि थ त म प रवतन ला दया साम त न यह उ चत समझा क व कषक को भ म हल बल बीज आ द साधन दकर उनक उपज का एक नि चत भाग ल ल इस प त न कसान क मि त का माग श त कया सोलहवी सद क अ त तक इ लड म कषक दास क था लगभग समा त हो

गई ल कन कषक क सम याओ का पण प स अ त नह हआ इ लड क अ त र त यरोप क अ य दश म कषक दास क था च लत रह

ि मरनोव और कानाकोवा नामक दो सी इ तहासकार न लखा ह क स म चौदहवी सद म साम तवाद का और उ कष हआ तथा उनक अधीन काम करन वाल कषक क दशा और खराब हो गई पव यरोप क अ य दश म भी कषक क यह दशा थी प हवी सद म जमनी ास व पन म कषक न असफल व ोह कय प हवी सद म जमनी ास व पन म

कषक न असफल व ोह कय प हवी व सोलहवी सद म यरोप क जनस या बढ़न लगी क ष क म ाचीन तर क क योग क कारण अनाज क उ पादन म व नह ह ई इसका तकल भाव पि चमी यरोप क अप ा पव दश पर वशष प स पड़ा य क खराब

मानसन क फल व प पड़न वाल अकाल क समय वहा पर यातायात व सचार क दर यव था क कारण अ य दश स पया त मा ा म अनाज शी ता स नह मगाया जा सकता था प हवी सद म जमनी ास व पन म असफल कषक व ोह ह ए स हवी सद म ास म कई व ोह ह ए िजनम 1675 का जकर व ोह सबस भयकर था इसम ास क टनी दश क प चीस हजार कषक न भाग लया यह व ोह भी कचल दया गया स हवी सद क अ त तक भी कषक इसी कार स दःखमय जीवन यतीत करत रह इ लड को छोड़ कर सभी दश म साम त क अ याचार का अ त नह हआ 1789 क ासीसी ा त क समय ास म कसान को राजा साम त व चच को कर अदा करन क लय एक कसान को अपनी आमदनी का 80

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तशत भाग दना पड़ता था उस साम त क यहा अनक कार क बगार करनी पड़ती थी अ य मामल म भी साम त क वशषा धकार स वह त था

72 इ लड म अठारहवी सद म बाड़ब द आ दोलन अठारहवी सद म इ लड म क ष क म अनक नय योग कय गय ज ो हल

(1674-1740) वारा बीज बोन क लय एक य टाउनशड (1674-1738) क फसल को बदल बदल कर बोन क प त तथा पशओ क न ल व स या बढ़ान क लय राबट बकवल न 1770 क आस पास व ा नक जनन क प त क पालन न खती क उ पादन तथा पशधन को बढ़ान म उ लखनीय योगदान दया आथर यग (1741-1820) नामक एक धनी कसान न छोट-छोट खल खत को मला कर बड़-बड़ क ष फाम बनान का चार कया

बड़-बड़ फाम क चार और बाड़ लगाई गई 1760 स लकर 1815 क म य 956 बाड़ब द अ ध नयम बनाय गय जएल हम ड व बारबरा हम ड न लखा ह क पछल दो शताि दय म यरोप म शायद ह ऐसा कोई प रवतन हआ जो इसक समान मह व रखता हो एनफ ड क मत म व तत यह आ दोलन इ लड क यापा रक व औ यौ गक वकास स स ब धत था इसम एक ाम को आ म नभर बनान क थान पर मनाफा कमान क यव था को अपनाया गया अब फाम म उ पा दत अनाज को बढ़ती ह ई जनस या वाल नगर म भजा जान लगा इसन क ष को एक पजीवाद उ योग बना दया

इसम कोई सदह नह क बाड़बद स काफ मा ा म बकार पड़ी भ म म खती कया जाना स भव हो सका तथा बड़ फाम म नवीन प त स खती कय जान क फल व प भी क ष उ पादन बढ़ा ल कन बाड़ब द क कारण अनक छोट कसान को भ म छोडन क लय बा य होना पड़ा भ म स बदखल होकर व रोजगार क तलाश म शहर म चल गय

य य प हम इ लड म बाड़ब द क आ दोलन को व ोह नह मान सकत क त क ष क म यह एक मह वपण प रवतन था यह क ष क म ऐसा कदम था िजसन क ष को यावसा यक प द दया

73 ास म कषक क दशा 1675 ई0 क व ोह क बाद ास म महान ा त तक कसान का कोई और व ोह

नह हआ और न ह उनक दशा म कछ सधार हआ ासीसी ा त (1789) क समय चच लगभग प ह तशत साम त बीस तशत नगर क धनी यि त ततीस तशत भ म क वामी थ ास क आबाद का 85 तशत भाग खती पर नभर था ल कन उसक पास कवल

एक तहाई भ म थी इनक पास िजतनी भी भ म होती वह उनक प रवार क भरण पोषण क लय पया त नह थी उ ह राजा चच साम त आ द को कर दन पड़त थ आथर यग न 1787 स 1789 तक ास क ामीण का मण करक लखा था क आम तौर पर ासीसी कषक का मनोबल इतना कमजोर था क उस ऊचा उठाना सभव नह था व कवल

जी वत रह कर ह सत ट थ जलाई 1789 म बा तील (Bastille) क पतन क समाचार य ह ास क दहात म पह च वहा पर कसान न कल न वग क नवास पर आ मण कर दय इन आ मण म वशष प स उन द तावज को न ट कया गया िजनम उनक दासता

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क सा य उपल ध थ सभी कषक व ोह क भा त इस व ोह म भी कषक का एक ह ल य था व दासता स म त होना चाहत थ इस कार क कायवाह 1790 ई0 तक चलती रह

ास क रा य सभा न वशषा धकार क समाि त क अ तगत कानन वारा ास म कषक दास क था समा त कर द पहल कानन वारा भ- वा मय क सभी यि तगत अ धकार समा त कर दय गय और कषक को भ म का वामी माना गया दसर कानन म यह कहा गया क ास म भ म उसी तरह स वत रहगी िजस तरह स अब यहा रहन वाल यि त वत रहग अब एक कषक अपन खत म मनचाह तर क स खती कर सकता था तथा अपनी उपज को बच सकता था

य य प उपय त कानन क अनसार कषक दास था का अ त हो गया ल कन इनस कसान क स पण आशाए फल फत नह ह ई इन क अनसार साम त क अनक वशषा धकार जस सामत का भ म पर वा म व यि तगत अ धकार शकार व मछल पकड़न क अ धकार समा त कर दय गय तथा इनक बदल म कसान को कोई मआवजा अदा नह करन क आदश दय गय ल कन भ म का बकाया कराया और साम त को अदा क जान वाल अ य बाक दनदा रय को माफ नह कया गया इनक अदायगी करन क लय एक कसान को लगभग बीस वष का कराया अदा करना पड़ता था अतएव कसान म असतोष बना रहा 1792 व 1793 ई0 म इस कार क अदायगी को माफ कर दया गया

इस समय भ मह न कसान अथवा थोड़ी सी भ म वामी यह चाहत थ क चच स छ नी ह ई भ म उनम वत रतक जाय क त ऐसी भ म को सम कसान अथवा यापा रय आ द न खर द कर उ ह इसस व चत कया

74 जमनी क रा य म सधार अठारहवी सद म जमनी अनक रा य म वभािजत था सभी रा य म कषक अपनी

दशा स असत ट थ व कभी भी व ोह कर सकत थ अत कछ छोट रा य न कषक दास क था का अ त करन क लए कानन बनाय 1770 व 1780 क म य यक आफ सवाय न

अपन दश म कानन वारा इसको समा त कया शया जो क एक बड़ा रा य था म वहा क स ाट ड रक मकान न अपन अधीन भ म म कसान क कर व बगार क भार को कम कया 1786 ई0 म उसक म य तक इस दशा म उ लखनीय ग त नह ह ई 1807 स लकर 1817 ई0 तक शया म अनक आदश जार कय गय िजनक अनसार कषक अपन साम त को कछ रा श अथवा भ म का भाग दकर भ- वामी बन सकता था ल कन य आदश उन कसान पर लाग नह होत थ जो स दय स एक भ म पर खती नह करत थ अतएव इसका भाव सी मत ह रहा

75 आि या - हगर आि या - हगर क सा ा य म कषक क दशा अ यत शोचनीय थी यहा तक कहा

जाता ह क हगर व बोह मया म कसान पशओ क तरह रहत थ 1768 म बोह मया क कसान न व ोह कया इसक तर त बाद भी ऐस व ोह होत रह इनका चरमो कष 1775 क व ोह म दखा जा सकता ह कसान क म य शकायत का आधार यह था क सामा य

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वष म भी उनस भार कर वसल कया जाता था और असामा य वष (1765 और 1770) क बीच जब फसल बार बार खराब ह ई तब यह बोझ असहनीय हो गया उस समय आि या म म रया थ रसा का शासन था तथा उसका प जोजफ र ज ट क ह सयत स शासन का सचालन कर रहा था 1771 ई0 म जोजफ न बोह मया का दौरा कया कसान क ददशा को दख कर उसन सफा रश क क क ष दास था को समा त कया जाय य य प कसान का बोझ ह का करन क लय म रया थ रसा एक तदथ कानन बनान क प म थी ल कन वह इस था क स थागत अि त व पर आ मण करन क लय तयार नह थी स ाट बनन क बाद जोजफ न एक ल बी योजना क तहत कषक दास था को समा त करन का नणय लया उसन यह अनभव कया क इस था स रा य को अ धक आय नह rsquo होती थी कल न वग को कसान िजतना लगान दत थ उसका एक अश ह कल न वग रा य को दता था 1780 ई0 क अ यादश क अनसार उसन आि या - हगर म सामती उगाह का बोझ कछ कम कया तथा क ष दास को यह गारट द क व अपनी पतक भ म क उ तरा धकार मान जायग 1784 क अ यादश क अनसार भ म कर क दर को समान बनाया गया तथा वशषा धकार क नाम पर कसी भी वग को मलन वाल कर छट को समा त कया गया इसक लय उसन भ - सप त क सव ण का काय भी आर भ कराया िजसम पाच वष लग इस अव ध म वशषा धकार ा त वग न इस अ यादश का इतना वरोध कया क इस कभी लाग नह कया जा सका

इस कार साम तवाद क अ धकार को समा त करन म जोजफ असफल रहा

76 स म व ोह (1703-1772) स म क ष दास का दमन कया जाता था अ धक स अ धक काय लन क लय

कल न वग अपन अधीन कषक को दबा कर रखत थ 1649 ई0 म कसान क दमन स सबि धत सभी कानन को व ध स हता म सग ठत कया गया पीटर महान (1689-1725) क शासन काल म भी यह नी त अपनाई गई उसन बड़ी स या म कषक को कल न का दास बनाया 1703 ई0 म पीटर न एक नयी राजधानी बनान का काय आर भ कया सट पीटसबग क नमाण क लय स क भ न भ न भाग स कसान को लाया गया उनक रहन व खान क सम चत यव था नह क गई फल व प सह कसान मर गय उसन साम तवाद को नव विजत दश म भी लाग कया इसी समय यराल दश म लोह उ योग वक सत हो रहा था वहा पर भी बड़ी स या म कसान व मक को भजा गया द ण व द ण पव स म रहन वाल मक न करो क भार तथा अ नवाय स नक व मक क भत क अ यायपण काय क व व ोह आर भ कया यह व ोह भ न भ न थान पर भ न भ न समय म ह ए इनम स सबस लोक य व ोह अठारहवी सद क थम दशक म अ ाखान वश क रया और डान दश म हआ 1705 ई0 म अ ाखान क व ोह न भयकर प धारण कर लया क त उस दबा दया गया 1707 ई0 को डान म ह ए व ोह म म य प स कसान न भाग लया इनका नता क ाट बलावीन था शी ह यह व ोह सम त

द ण पव स म फल गया बलावीन न गर सी जा तय का सहयोग ा त करन क भी

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को शश क जलाई 1708 ई0 तक चलता रहा 1709 व 1710 ई0 म इस दश म यदा कदा व ोह होत रह ल कन पीटर न इन व ोह को दबा दया 1714 ई0 क एक आदश वारा उसन भ म पर साम त क अ धकार को वशोगत बना दया भखमर क कारण भ म

छोड़ कर भागन वाल कषक को ढढ कर लान व उ ह सजा दन का ब ध कया गया इस कार स म अठारहवी सद म साम त को और अ धकार दय गय य य प कथ रन महान को एक ब नरकश शासक माना जाता ह ल कन उसन

कषक दास क भलाई क लय कछ नह कया 1765 ई0 म साम त को अ धकार दय गय क व कषक को सजा द सक उनम असतोष क वाला फर स भड़क उठ

77 स म 1773-1775 का कषक व ोह सरकार वारा साम त क ि थ त ढ़ करन और कषक पर उनक अ धप तय क बढ़त

ह ए अ याचार क कारण दोन वग म कटता और बढ़ गई सी सा ा य क पव भाग म कषक क अ त र त खान व लोह क कारखान म काम करन वाल मक भी अपनी दशा स असत ट थ इस म गर सी जा तया तातार मोर डो वयन चवा श (बईनऔम) और बश कर क कसान भी भ म छन जान क कारण सरकार क व हो गय थ गर ब कोसक (Cossack) म भी असतोष बढ़ रहा था

मई 1773 ई0 म डान दश का रहन वाला थम लयन पगाचोव नामक एक कोसक जो कई बार जल म सजा भगत चका था कारागह स भाग नकला उसन वय को स का स ाट घो षत कया तथा पीटर ततीय क उपा ध धारण क कोसक व भ म छोड़ कर भाग ह ए कषक न उसका साथ दया आर भ स ह पगाचोव न कषक को अ याचार का मकाबला करन क लय उकसाया तथा उनक दशा सधारन क लय य न करन का वचन दया शी ह उसका साथ यराल क मक न दया उ ह न अपन कारखान स बदक व ो हय को द तथा काफ मा ा म कारखान क बाहर ब दक बनाई दस बर 1773 तक ओरनबग पम और स ब क क दश म भी यह व ोह फल गया तथा गर सी जा तय क सद य भी इसम सि म लत हो गय मक तथा गर- सय का कसान का साथ दन स ि थ त ग भीर हो गई माच 1774 म ला त चवो (Tatishchevo) क कल पर शाह सना न पन अ धकार कर लया इसी समय उफा म भी व ो हय क हार ह ई पगाचव यराल क पहाड़ म चला गया ल कन यहा पर भी वह परािजत हआ अब वह वो गा क नकट क दश क ओर मड़ा वहा पर उस कषक व गर सय का समथन मलन क आशा थी जन 1774 म उसन कजान क शहर को जीत लया एक बार फर हार कर पगाचव न वो गा नद को पार करक डान दश म पह चन क को शश क इस बीच सना उसका बराबर पीछा कर रह थी पगाचव को गर तार कया गया तथा जनवर 1775 म उस तथा उसक कछ सा थय को फासी द गई उसक गर तार क थोड़ समय बाद व ोह शा त हो गया

पगाचव क हार क न ना कत कारण थ - (1) व ोह म भाग लन वाल व भ न त व म वह एकता कायम नह रख सका

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(2) व ो हय क द त अनक थान पर तनात कर दय गय थ अतएव व सग ठत होकर नह लड़ सक

(3) उनक पास श क कमी थी (4) शाह सना क शि त उनस कह अ धक थी (5) उसम सगठन क मता का अभाव था (6) उसन अपन अनया यय क सामन उनक दशा सधारन क लय एक काय म क

प ट परखा नह बनाई थी प रणाम 1773-1775 ई0 क व ोह क प रणाम कषक क लय हतकार स नह

ह ए कथ रन वतीय न 1775 ई0 म एक अ यादश वारा ा त का पनगठन कया यह नई यव था पहल क अप ा अ धक क कत व नरकश बनी सी सा ा य क सीमावत ात जहा पर गर सी काफ स या म रहत थ सभी कार क वाय ता क अ धकार को

समा त कया गया 1785 ई0 म साम त को एक चाटर (Charter) दान कया गया इसम उन सब अ धकार क पि ट क गई िजनका क उस समय व योग करत थ उ ह अपन सगठन बनान का अ धकार भी दया गया इन सगठन पर गवनर को नर ण क अ धकार दय गय

अठारहवी सद म स म कषक न बार बार व ोह कय इसका म य कारण स क जार क कषक वरोधी नी त थी उ ह न समय पर साम त क शि त ढ़ करन तथा कषक क दमन करन क लय कानन बनाय आम तौर पर अठारहवी सद म स क कषक व ोह उसक पव भाग म ह ए जहा लोह क खान व कारखान म मक काम करत थ तथा गर सी जा तया नवास करती थी अतएव अ धकाश कषक व ोह म उपय त त व न भी भाग लया य व ोह सग ठत न होन क कारण असफल रह वा तव म व सी सा ा य क शि त क आग सफल भी नह हो सकत थ

स म कषक क शोचनीय दशा उ नीसवी सद क ार भक छ दशक तक बनी रह 1861 म स ाट एलकजडर वतीय न स म एक अ ध नयम वारा कषक दास क था को समा त करन क घोषणा क य य प यह अ ध नयम अपन उ य म पण प स सफल नह हआ क त फर भी यह कसान को साम त क अ याय स बचान क दशा म एक मह वपण कदम था

78 यरोप क अ य दश क ि थ त अठारहवी सद म पन पतगाल व इटल म कषक क दशा म वशष प रवतन नह

हआ य य प व साम त क अ याय स पी ड़त रह क त उ ह न साम त था क अ त क लय कोई आ दोलन नह कया बा कन दश म इसी कार क दशा थी उस समय वहा पर तक का रा य था तथा व पराधीनता का जीवन यतीत कर रह थ इन सभी दश म क ष अ य त पछड़ी ह ई दशा म थी तथा वहा क कषक आ दोलन करन क ि थ त म नह थ हाल ड डनमाक व वडन जो क इ लड क नकट थ म भी इ लड क तरह बाड़ब द क

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गई तथा वहा पर नवीन क ष प तय का अनसरण कया गया इसस वहा क कसान क दशा कछ हद तक सधर इन दश म भी अठारहवी शता द म कोई आ दोलन नह हआ

79 साराश चौदहवी सद तक इ लड म साम तवाद का बोलबाला था तथा कषक क दशा शोचनीय

थी ल कन सोलहवी सद तक इ लड म कषक दास क था समा त हो गई यरोप क सभी दश म कषक दास क था अठारहवी सद क आर भ तक बनी रह प हवी सद म जमनी ास व पन तथा स हवी सद म ास म असफल व ोह ह ए

अठारहवी शता द म इ लड म क ष क म नवीन प त का वकास हआ तथा बाड़ब द क गई ल कन हाल ड ास व ए शया क कछ भाग को छोड़ कर शष यरोप म खती ाचीन तर क स ह होती रह साम त क अ याय भी यथावत बन रह

ासीसी ा त क आर भ होन क बाद कषक न साम त क नवास थान पर आ मण करक अपनी दासता क सा य को न ट कया 1789 ई0 म रा य सरकार न सामतो स मि त दलान क लय दो कानन पास कय 1792 व 1793 ई0 म भी इस दशा म य न कय गय

आि या - हगर सा ा य क बोह मया दश म 1768 स 1775 तक बार बार कसान क व ोह ह ए य य प वहा क स ाट जोजफ न कषक को कछ रयायत द ल कन वशषा धकार ा त वग क वरोध क कारण उसक आदश को लाग नह कया जा सका

स क शासक न साम त का समथन ा त करन क लय समय समय पर उ ह अ धकार दान कय तथा कषक का दमन कया 1705 ई0 स लकर 1775 ई0 तक स म कषक क अनक व ोह ह ए इनम स पगाचव क नत व म 1773-75 का व ोह सबस भयकर था य व ोह स क पव भाग म ह ए इन व ोह म खान व कारखान म काम करन वाल मक तथा गर सी जा तय न भाग लया असग ठत होन तथा व ोह म भाग लन वाल त व म एकता क अभाव म य सब व ोह असफल रह इन व ोह क बाद भी स क शासक न दमन क या जार रखी

य य प यरोप क अ य दश म कषक क -ि थ त खराब थी ल कन तहा पर कोई आ दोलन नह ह ए

710 बोध न 1 अठारहवी सद क आर भ म कषक क दशा का वणन क िजए इस शता द म

आि या - हगर म ह ए कषक आ दोलन का व ोह का ववचन क िजए 2 अठारहवी सद म कषक क त स क शासक क ि टकोण का व लषण

क िजए इस सद म स म ह ए कषक व ोह का स त वणन करत ह ए कषक व ोह का स त वणन करत ह ए उनक असफलता क कारण क ववचना क िजए

3 न न ल खत वा य को पढ़ कर उनक स मख सह () या गलत () का नशान लगाईय

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(1) ासीसी ा त क आर भ होन क बाद कषक न साम त क नवास थान पर आ मण करक उन द तावज को न ट कया जो उनक दासता क सा य थ

(2) आि या का स ाट जोजफ साम तवाद क अ धकार को समा त करन म सफल रहा

(3) अठारहवी शता द म स म कषक क अनक व ोह ह ए (4) अठारहवी सद म स क अ धकाश कषक व ोह क बाद वहा क सरकार न

उनक ि थ त म सधार कया

711 सदभ थ 1 पाथसारथी ग ता (स पादक) यरोप का इ तहास वतीय स करण 1987 नई

दहल 2 Peter Gay and RK Webb Modern Europe Harper and Row

New York 1973 3 History of the USSR Part I (English Translation) ndash From the

Earliest Times to the Great October Socialist Revolution Progress Publishers Moscow 1977

4 Chapter VI and VII Written by MP Vyatkin and AG Mankow on Early Eighteenth Century and Second Half of the Eighteenth Century Robert Briggs ndash Early Modern Europe 1560-1718 Oxford University Press 1977

5 Edward Eyre (Director) ndash European Civilization ndash Volume V Oxford University Press London 1977

6 Montague Fordham ndash The European Peasantry 1600-1914 7 RR Enfield European Agriculture since 1750

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इकाई-8 नगर व शहर का वकास एव म नगर करण

इकाई क परखा 80 उ य 81 तावना 82 ाचीन काल क नगर क आबाद व बनावट 83 नगर क आबाद म व व उसक आकड़ 84 जनस या म व क कारण 85 ाम स नगर क ओर पलायन 86 नय नगर का व प 87 प रणाम 88 साराश 89 बोध न 810 सदभ थ

80 उ य इस इकाई क अ ययन स आप समझ पायग क यरोप म नगर व शहर का वकास

कस हआ नगर करण क इस या स ामीण जीवन कस भा वत हआ तथा नगर करण क या प रणाम ह य

81 तावना ाचीन काल क नगर एव नाग रक वारा अ धकार क ाि त हत कय गय य न

रोम व यनान क स यता क इ तहास म अनक नगर रा य का उ लख मलता ह इटल व यनान क ऐस नगर क अ त र त रोमन सा ा य क व भ न भाग म भी नगर क अि त व क बार म जानकार मलती ह उस काल म ऐस नगर कसी राजा अथवा साम त क गढ़ क चार ओर बसाय जात थ य नगर ाम स कछ बड़ होत थ तथा इनक आबाद भी गाव स अ धक होती थी अपन अ धप त क त नगर क नवा सय को लगभग उ ह दा य व का पालन करना पड़ता था जो क गाव म कषक दास (Serf) करत थ धम य और रा य रा य क उदय क कारण सामत क शि त ीण होन लगी इस काल म वा ण यवाद का उदय व व तार भी हआ नाग रक न साम त को बा य कया क वह यक प रवार स कर वसल न करक सम त नाग रक स साम हक प स कर वसल कर उ ह न अपन-अपन नगर क बाजार का ब ध भी अपन हाथ म ल लया अपन अ धप त क अदालत म ववाद का नपटारा करान क थान पर व अपनी बनाई गई अदालत म मकदम क सनवाई और फसल करन लग ऐस सब अ धकार क स ब ध म उ ह न राजा अथवा साम त स चाटर (Charter) ा त कय इ ल ड म यापा रय क सगठन न साम त को वपल धनरा श अदा कर य अ धकार ह तगत कय ास व नीदरल ड म नाग रक क सगठन को क यन

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(Commune) कहत थ इन क यन न अपन साम त क व सफलतापवक व ोह कय जमनी म अनक नगर न मलकर ऐस अ धकार लय तथा साम हक सर ा क लय ब ध भी कय इस समय म कछ भावशाल पाद रय ( बशप) न भी कछ नगर बसाय इ ह बसात समय उ ह न नाग रक को उनक अ धकार क स ब ध म चाटर दान कय

82 ाचीन काल क नगर क आबाद व बनावट हज क अनसार चौदहवी सद क अ त म यरोप क अ धकाश नगर क आबाद अ धक

नह होती थी पाच हजार क आबाद वाला नगर बड़ा माना जाता था इसस भी अ धक आबाद वाल नगर थ ल कन उनक स या अ धक नह थी यहा तक क लदन प रस स वल व नस यबक रोम आ द जस बह त बड़ नगर क आबाद एक लाख स कम थी यरो पयन दश क अ धकाश जनस या नगर क अप ा ाम म अ धक थी

उस समय क नगर क नवासी यापार क साथ बागवानी व छोट पमान पर क ष करक अपना जीवन यापन करत थ आम तौर पर एक नगर क चार ओर मजबत ाचीर होती थी और अनम त प क वारा ह एक नगर क व भ न दरवाज स शहर म वश मलता था नगर क चारद वार क अ दर व भ न कार क मकान होत थ जो एक दसर स सट ह ए होत थ इसम चच टाउन हाल व यापा रक तथा कार गर क सगठन क इमारत भ य होती थी सड़क चौड़ी नह थी ग लया इतनी सकड़ी होती थी क उनम स घोड़ा गाड़ी आ द क ठनता स गजरत थ ग लय व बाजार म पानी क नकास क लय ना लय का ब ध नह होता था यक नगर म एक थानीय स था होती थी रात म नगर क दरवाज ब द कर लय जात थ शा त व स यव था बनाय रखन क लय प लस नय त क जाती थी ल कन उनक स या बह त कम होती थी

83 नगर क आबाद म व व उसक आकड़ चौदहवी सद स इन नगर क आबाद बढ़न लगी समय क स य साथ अनक कारण

स पहल स था पत नगर क आबाद बढ़ती गई यहा तक अनक थान म मन य नगर क चारद वार क बाहर भी बस गए प हवी सद क बाद क यग म यरोप म कई अनक नय नगर बस तथा कछ परान नगर क सम न ट हो गई ल कन फर भी 1830 म यरोप म नगर क अप ा ामीण म मन य अ धक स या म नवास करत थ इटल व ास स उसक कल जनस या क साठ तशत ए शया म स तर तशत पन म न ब तशत और स तथा पव दश म पचानव तशत आबाद गाव म रहती थी य - य इन दश म

औ यो गक वकास क ग त म तजी आती गई य - य गाव स मन य अ धका धक स या म शहर म आन लग

म य यग क अ त व आध नक यग म नगर क वकास क अनक कारण ह इनम सबस मख कारण यरोप क सभी दश म जनस या क लगातार व होना ह ोफसर कार साडस न 1300 व 1600 ई0 म यरोप क व भ न दश क जनस या क न ना कत आकड़

तत कय ह

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-स दश का नाम जनस या 1300 ई0 1600 ई0 1 इगल ड चाल स लाख पसठ लाख 2 ास 1 करोड़ 40 लाख 1 करोड़ साठ लाख 3 पन व पतगाल साठ लाख 1 करोड़ 4 जमनी (नीदरलड क साथ) 1 करोड़ 50 लाख 2 करोड़ तीस लाख 5 डनमाक दस लाख छ लाख 6 वडन छ लाख - 7 नाव तीन लाख - 8 इटल 1 करोड़ यारह लाख 1 करोड़ तीस लाख

इसस प ट ह क चौदहवी स स हवी सद म अनक दश क जनस या म व ह ई स हवी सद क बाद जनस या क व क दर और बढ़ गई य - य व भ न दश म औ यो गक वकास क ग त बढ़ य - य जनस या क व क दर भी बढ़

चौदहवी सद स यरोप म जनस या क बढ़न क कारण का स त म व लषण करना आव यक ह य क नगर करण म व स इसका घ न ठ स ब ध ह

84 जनस या म व क कारण 1 पर परागत धारणाओ का अत कार साडस क अनसार म य यग म ईसाई समाज

म शर र क प व ता (Celebeoy) को एक न तक कत य माना जाता था य क मन य क जीवन म न तकता का अ य त मह व था ल कन अनक ईसाई सत न खल बसी (Celebacy) पर जोर दत ह ए भी यह माना था क अ धकाश ि य व प ष को शाद कर लनी चा हए फर भी कछ मन य अ ववा हत ह रहत थ पनजागरण क समय स यह धारणा कमजोर पड़ती गई

2 भयकर रोग क कोप म कमी ाचीन काल स ह लग व हजा भयकर रोग स यरोप क दश म बड़ी स या म मन य म य क ास बन जात थ अतएव म य दर अ धक थी अनक शश भी बा याव था म मर जात थ ल कन प हवी शता द स औष ध व ान म नर तर ग त होती गई फल व प लग व हजा आ द का कोप बह त कम हो गया शश भी अ धक स या म जीन लग इसस ज म दर बढ़ती गई म य दर क कम होन तथा ज म दर क बढ़न स आबाद म व ह ई

3 द भ का अ त लगभग स हवी शता द तक वषा क अभाव म फसल खराब हो जाती थी तथा द भ क कोप स काफ मन य मर जात थ क ष क ldquoनवीन प तrdquo क योग स अ न का उ पादन बढ़ता चला गया फल व प अकाल का कोप समा त हो गया

4 यापार म उ न त वा ण यवाद क उदय व व तार स अ तदशीय व वदशी यापार म व ह ई यापा रक काय क लय अ धक यि तय क आव यकता पड़न लगी अब वा ण यवाद क समथक क साथ रा य क सरकार भी

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जनस या म व चाहन लगी वा ण यवाद क वशष - व लयम टपल डवीनट आ द न रा य को इस ओर कदम उठान क लय रत कया अनक रा य न ववा हत यि त को कर म छट द तथा अ ववा हत यि त पर अ त र त कर लगाय कह -कह पर बड़ प रवार वाल यि त को रा य क तरफ स आ थक सहायता भी द जान लगी

5 क ष उ पादन म व ाचीन व म य यग म यरोप म एक नगर क सम उसक आस-पास क म अनाज क उ पादन पर नभर रहती थी यातायात क क ठनाईय क कारण दसर थान स अनाज नह लाया जा सकता था एक ओर तो क ष उ पादन म व न अकाल को लगभग समा त कर दया तो दसर ओर यातायात क साधन न यह सभव कर दया क दर-दर स अनाज मगाया जा सक अतएव अब नगर अपन आस-पास क क अनाज क उ पादन पर नभर नह रहा वह अपनी बढ़ती ह ई जनस या क लय अनाज का ब ध कर सकता था

6 स नक आव यकताए यरोप क व भ न दश पार प रक सघष म लग रहत थ इ ल ड क पहल ास और बाद म हाल ड क साथ त पधा व तीस वष य य (1618-1648) इसक उदाहरण ह ास क लई चौदहव (1643-1715) न ास को य म उलझाय रखा स क पीटर महान न व तारवाद नी त अपनाई इन य क लय स नक क आव यकता बनी रहती थी अत सब दश यह चाहत थ क उनक जनस या म व हो ता क उ ह अ धक स नक मल सक

7 औ यो गक वकास इ ल ड म औ यो गक वकास क फल व प जनस या म व ह ई अठारहवी शता द क उ तराध और उ नीसवी सद म यरोप क अ य दश म यह या आर भ हो गई तथा उनक जनस या भी बढ़ती गई अठारहवी सद क म य व उ नीसवी सद क अ त तक यरोप क जनस या म तीन गनी व ह ई

85 ाम स नगर क ओर पलायन नगर करण क एक वशषता गाव स शहर क ओर मन य का पलायन था इ ल ड

म इस कार का पलायन वा ण य क वकास स आर भ हआ क ष क उ न त तथा औ यो गक ा त क समय इसम व ह ई अ य दश म भी यापार क ष व उ योग क वकास क समय इस कार क व त दखन को मलती ह म य यग व आध नक यग क आर भ तक यरोप क यक दश म नगर क आबाद क मकाबल म ामीण क आबाद बह त अ धक थी 1830 इ वी म इटल व ास म कल जनस या का साठ तशत शया म स तर तशत पन म न ब तशत और स तथा पव यरोप क दश म 95 तशत ामीण म रहता था

1851 म इ ल ड म पहल बार ाम क मकाबल म शहर क आबाद अ धक दज क गई इस समय म यरोप म प चीस नगर ऐस थ िजनक आबाद एक लाख क लगभग थी इनम स चार इ ल ड तथा एक काटलड म था इसम लदन क आबाद जो 1800 म एक

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लाख थी 1830 म डढ़ लाख हो गई थी इ ल ड को छोड़ कर शष यरोप म प रस क त त नया सट पीटसबग नप स वयना मा को ब लन एम टडम डि लन ह बग वारसा मलान रोम म ड पलरन व नस लयो बडाप ट मास लज व बास लोना क नगर क आबाद पचास हजार स लकर तीन लाख तक थी

उ नीसवी सद क उ तराध तथा बीसवी सद म नगर क आबाद बढ़ती गई तथा ाम क जनस या म कमी आई इस अव ध म एक ओर नगर क आबाद बढ़ और दसर तरफ काफ स या म भ मह न कषक कशल कार गर व मक गाव स नगर म आय

नगर क आबाद म व तथा वहा गाव स मन य क लगातार आगमन का प रणाम यह हआ क 1914 म इ ल ड म उसक कल जनस या का 80 तशत ास म 45 तशत स कछ अ धक तथा जमनी म 60 तशत यि त शहर म रहत थ इस समय म स पोल ड व डनमाक म लगभग एक तहाई जनता शहर म रहती थी 1850 क बाद बड़ शहर क आबाद म वशष प स तजी क साथ व ह ई पहल प चीस नगर को बड़ा माना जाता था ल कन 1914 म ऐस पचास नगर थ िजनक आबाद एक लाख स अ धक थी

ाम स नगर क ओर मन य क पलायन क लय न ना कत प रि थ तय िज मवार थी

1 कषक दास क मि त म य यग म जमीदार न क ष म होन वाल घाट स बचन क लय यह उ चत समझा क व कषक को हल बल आ द साधन द कर तथा उनस फसल क एक नि चत भाग लकर भ म का त क लय द द इस प त स एक ओर तो जमीदार सभा वत नकसान स बच गय तथा दसर ओर कसान जमीदार क त अ य दा य व स म त हो गय फल व प इ ल ड म धीर-धीर कषक म त हो गय सोलहवी सद तक वहा पर कषक दास (Serfdom) क था लगभग समा त हो गई अब ाम स अनक कसान शहर क ओर चल गय

2 खत क बाड़ बद इ ल ड म तथा कछ समय बाद ास व जमनी क कछ भाग म छोट-छोट खत को मला कर बड़ खत (farms) बनाय गय इसस अनक गर ब कसान भ मह न हो गय तथा रोजगार क तलाश म नगर म आय

3 अ तरा य यापार का वकास वाल बक व टलर क अनसार प हवी सद म इ ल ड एक मह वह न यापा रक रा था ल कन सोलहवी सद म इगल ड का यापार बढ़न लगा इसी समय म पि चमी यरोप क कछ दश का यापार भी बढ़ा अ तरा य यापार क क आ त रक भाग क नगर थ जहा बाहर जान वाला माल इक ा कया जाता था ल कन इनस भी अ धक हलचल उन ब दरगाह पर होती थी जहा स जहाज बाहर जात थ अतएव ऐस थान पर रोजगार क लय गाव स काफ मन य आकर बस

4 औ यो गक वकास इगल ड म औ यौ गक ा त क समय कारखान को बड़ी मा ा म मजदर क आव यकता ह ई गाव स भ मह न कषक कार गर मक व बकार यि त शहर क कारखान म काम करन आय

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86 नय नगर का व प ाचीन नगर क चार द वार क बाहर भी मन य मकान बना कर रहन लग धीर-धीर

अनक नगर म सर ा क य ाचीर तोड़ द गई औ यो गक वकास क ग त म तजी क फल व प िजन नगर क आबाद बढ़ रह थी

व नगर आस पास क दहात तक फल गय यहा तक क ऐस दहाती नगर क समह बन गय ऐस थान म नगर तथा ाम क म य का अ तर लगभग समा त हो गया इस कार का प रवतन इगल ड तथा जमनी औ यो गक दश म प ट प स दखा जा सकता

था कछ थान पर गाव न नगर का प धारण कर लया य क इन थान पर यापार

अथवा उ योग क क खल गय थ इगल ड म इस कार क या का भाव सबस अ धक हआ

इगल ड म राजधानी क अ त र त अ य थान पर भी नगर का वकास हआ ल कन यरोप म रा य क राजधा नय क आबाद ह वशष प स बढ़

87 प रणाम 1 म यम वग का उदय नगर करण क व तार क यग का सबस मह वपण प रणाम

इन नगर म म यम वग का उदय था लगर न लखा ह क नाग रक जीवन स नवो दत म यम वग का सबस घ न ठ स ब ध था यह कहना क ठन ह क इस बज य (Burgeoise) वग म कस कार क यि त सि म लत थ कवल यह कहा जा सकता ह क आम तौर पर म यम वग क सद य गर क ष काय तथा कशल कार गर क काय क अ त र त अ य काय स ा त आमदनी स अपनी जी वका चलात थ उनक पास न तो क ष क लय काफ भ म होती थी और न ह व मक बन कर कमा सकत थ

मा यम वग को भी उ च व न न णी म वभािजत कया जा सकता ह उ च वग म बड़ यापार उ योगप त बकर धनी नवषक और अ छ आय वाल यवसाय म काम करन वाल यि त थ न न म यम वग क सद य उ च वग तथा म यम वग क उ च णी क यि तय क आव यकताओ को पर करत थ इनम दकानदार कशल कार गर बक सरकार द तर औ यो गक व यापा रक त ठान म काम करत थ वक ल कलाकार व ब जी वय को भी इसम सि म लत कया जा सकता ह

इस म यम वग न यरोप क यक दश क राजनी त म मह वपण भ मका अदा क य य प उ च म यम वग क सद य सतोष पण जीवन यतीत करत थ ल कन न न म यम वग को आ थक क ठनाइय का सामना करना पड़ता था

2 मक का दखमय जीवन यरोप क नगर क औ यो गक त ठान तथा क ष फाम म एक बड़ी स या म मक को नौकर द गई फ ट रय म काम करन वाल मजदर क दशा अ य त शोचनीय थी उनक रहन क उ चत यव था नह क गई थी व तग ग लय और बना हवादार मकान म रहत थ इसस उनक तथा उनक प रवार क सद य पर बरा असर पड़ता था शहर म काम करन वाल अ य अकशल मक क दशा भी खराब थी

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3 नगर का बतरतीब वकास लगभग यरोप क सभी नगर का वकास बना कसी योजना क हआ पहल स ह नगर म तग ग लया व कम चौड़ी सड़क थी अब य बढ़ती ह ई आबाद क लए क ठनईय पदा करन लगी शहर क चारद वार क बाहर भी मकान का नमाण बतरतीब ढग स हआ थानीय स थाए उन पर कोई नय ण नह रख सक

4 वा य पर बरा असर यह पहल बताया जा चका ह क म यकाल क आर भ क नगर म पानी क नकास क सम चत यव था नह थी तथा शहर म गदगी रहती थी इसस नाग रक क वा य पर बरा असर पड़ता था परान नगर क वकास तथा नय नगर क थापना क समय इस सम या पर यान नह दया गया समय क साथ साथ यह सम या

ग भीर होती चल गई अनक ग द बि तया (Slums) बनी फल व प मन य व भ न बीमा रय स त होन लग

5 अपराध क स या म व शहर बरोजगार क स या धीर धीर बढ़ती गई इसन शहर म रहन वाल मन य म अपराध क व त को ज म दया अथवा उसको उकसाया

6 मान सक तनाव ाम क अप ा शहर का जीवन अ धक तनाव पण होता ह एक नाग रक अपनी ज रत को पर करन म वय को असमथ पाता ह और मान सक तनाव का शकार हो जाता ह

ल कन शहर क उ थान व वकास क अनक लाभ भी थ 1 ब जीवी वग का वकास ाम क अप ा शहर म रहन वाल ब जी वय क

स या अ धक थी य ब जीवी आपस म मलत भी रहत थ फल व प नगर म सा ह य व कला का वकास हआ

2 व ा नक ग त यरोप क नगर म व ा नक अनसधान क क खोल गय इसम अनसधान क स वधाए उपल ध कराई गई इसस व ा नक म ग त ह ई

3 सामािजक आ थक व राजनी तक प रवतन क क यरोप क सभी नगर सामािजक राजन तक व आ थक ा त क क बन गय वहा पर इन म काफ हलचल होती रहती थी तथा व मल कर कसी भी अ याय का वरोध करन क लय शी सग ठत हो जात थ

शहर और ाम क स यता म अ तर अभी तक व यमान ह गाव क नवासी शा तपण जीवन यतीत करत ह ल कन शहर क नवा सय का जीवन बा य आडबर व तड़क भड़क स प रपण होता ह अतएव शहर म रहन वाला सदव कसी न कसी कार क तनाव स त रहता ह शहर क कोलाहल पण जीवन म उस शा त नह मलती ल कन वह इस जीवन का अ य त हो जाता ह

88 साराश इस इकाई म आपन यरोप क ाचीन काल क नगर क ि थ त का अ ययन कया

तथा यापा रक सगठन व क यन वारा साम त स अ धकार प (ब तजमत) ा त करन क बार म जानकार ा त क उस समय क नगर क आबाद व बनावट क स ब ध म यह मालम हआ क व बतरतीब बन थ तथा उनक आबाद पाच हजार स एक लाख तक थी

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यरोप क कल जनस या म स अ धकाश ाम म ह रहती थी ल कन 1300 स 1600 ई0 क म य शहर क आबाद बढ़ इसका म य कारण सभी थान पर जनस या म व थी इसक साथ यह भी जाना क इसक या कारण थ ाम स नगर क ओर काफ स या म यि तय क पलायन स नगर क जनस या बढ़ 1851 क बाद व भ न नगर क आबाद क आकड़ स ात होता ह क उस समय एक लाख स अ धक आबाद वाल शहर क स या 25 थी नय नगर क व प क अ ययन स ात हआ क इ ल ड व शष यरोप क नगर क ि थ त व वकास म अ तर था नाग रक जीवन क लाभ और हा नय क बार म अ ययन करन स यह मालम होता ह क ामवा सय क अप ा शहर जीवन अ धक तनावपण होता ह

89 बोध न 1 ाम स नगर क ओर पलायन क या कारण थ 2 यरोप क नगर म मन य को कन क ठनाइय का सामना करना पड़ा 3 यरोप क जनस या म व क कारण का व लषण द िजए चौदहवी सद स

यरोप क दश म इसन नगर करण को कस कार स भा वत कया

810 सदभ थ 1 Chapter by RR Enfield in the book lsquoEuropean Civilization ndash Its

origin and Developmentrsquo Volume V under the direction of Edward Eyre Oxford University Press London 1937

2 Chapter by RM Hartwell in the book lsquo The Cambridge Modern History Volume IX (1793-1830) edited by CW Cramley Cambridge University Press London 1965

3 Brison D Gooch Europe in the Nineteenth Century the Macmillan Company London 1970

4 David Ogg Europe in the Seventeenth Century Hindi edition Jaipur 1967

5 Carlton JH Hayes Modern Europe to 1870 The Macmillan Company New York Sixth Print 1960

6 Langer Eadie Geanakoplos Hexter Pipes Western Civilization Volume II Harper and Row New York Second Edition 1975

7 Wallbank and Taylor Civilization ndash Past and Present Volume II Third Edition 1975

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इकाई-9 कारखाना और मजीवी वग

इकाई क परखा 90 उ य 91 फ टर स टम

911 फ टर या ह 912 फ टर स टम कस श हआ 913 एक का प नक फ का काय व यास

92 फ स टम एवम औ यो गक ा त 93 फ स टम का सामािजक असर 94 बराइया 95 बराइय को दर करन क यास एवम समाधान

951 ससद य यास 952 समाज सधार और अबधनी त 953 सधारक य न जार रह 954 सडलर क य न 955 एशल का कानन

96 समाज और सामािजक प रवतन 97 साराश 98 अ यासाथ न

981 अश पर छोट सवाल 982 सार इकाई पर सवाल

99 ास गक पठनीय थ

90 उ य लगभग 1750 स लकर 1850 तक क काल को पि चम यरोप म औ यो गक ा त

का काल माना जाता ह अ य इकाइय म तमन औ यो गक ा त क बार म व तार स पढ़ा होगा अ य बात क अलावा औ यो गक ा त का सबध उ पादन क लए एक नए सामािजक व यास को नाम दया गया ldquoफ स टमrdquo फ स टम म काम करन क लए समाज म एक नए मजीवी वग का ज म हआ इस इकाई म हम फ स टम और इसम काम करन वाल मजीवी वग क बार म जानग

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91 फ स टम 911 फ या ह

औ यो गक ा त स श आत क भी पहल क बात ह कसी तजारत करन वाल कपनी क नमाइद को ldquoफ टरrdquo बलाया जाता था उसक द तर को फ rdquo फ स कपनी खर द-फरो त करती मसलन हम अ जी ई ट इि डया कपनी को ल जब कपनी स हवी सद म भारत आई तो उसन गजरात तट पर सरत बदरगाह म अपनी पहल मख फ था पत क इस फ म कपनी अपना यापार का सामान रखती और ह द ता नय क

साथ खर द-फरो त करती याल रखन वाल बात यह ह क ई ट इि डया कपनी एक तजारती कपनी थी और उसका उ पादन स चाह वह औ यो गक हो या फर गर औ यो गक कोई सीधा सरोकार न था

जस-जस अठारहवी सद म औ यो गक ा त का व तार हआ वस-वस फ श द का च लत अथ भी बदलता गया अब फ का अथ उस थान स हआ जहा क मशीन क वारा कार गर काफ मा ा म चीज को बनात यह अथ आज तक साधारण बोलचाल क

भाषा म च लत ह सो िजस कारखान म हवाई जहाज बनता ह वह भी फ कहलाता ह और िजसम कपड़ बनत ह वह भी हाला क ldquoफ rdquo कवल चीज बनान वाल कारखान को कहा जाता था फ जसी उ पादन यव था और कम व यास उ योग म भी य त होती थी जस क कोयला खदान

इस इकाई म हम म यतः औ यो गक ा त क पहल चरण पर गौर करग इस चरण (1750-1850) म फ ट रया यादातर सत कातन क कपड़ा बनन क और लोह का काम करन वाल होती थी

912 फ स टम कस श हआ

पजीवाद यव था क श आत क दन म पि चमी यरोप म उ पादन म यतः प टग आउटrdquo स टम पर नभर करता था इस यव था म पजी का मा लक यापार कार गर को क चा माल खर द कर दता कार गर अपन-अपन घर पर अपनी ह मशीन स चीज बनात िज ह क यापार इक ा कर क बाजार म बचता इस यव था म फायदा यह था क यापार दर-दर तक फल कार गर स काम करवा सकता था और उस अपन कार गर क रहन खान क यव था भी नह करनी पड़ती

पर इस यव था म नकसान कई थ एक तो यापार को अपन कार गर तक पह चन म और उनस बना हआ माल लन म काफ समय बबाद करना पड़ता दसर काम क वा लट बरकरार रखना मि कल था तीसर कार गर स समय पर काम करवान म द कत

होती थी इन मि कल स पार पान का एक तर का था वह यह क सार कार गर को एक ह

कारखान म इक ा कर लया जाए पर ऐसा करन पर यापार को कारखान क इमारत बनान

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म पसा लगाना पड़ता मशीन खर दनी पड़ती और फोरमन और सपरवाइजर को नौकर पर लगाना पड़ता अथात यापार का उपरला खच काफ बढ़ जाता

पर जब 1700 ई0 म वीडन क यापार टोफर पोलहम न 100 कार गर वाल एक बतन-भाड क फ टर था पत क तो उसन पाया क उ पादन पर कल खच इतना कम हो जा रहा था क उपरला खच बढ़न क बावजद वह अ छा खासा मनाफा कमा लता

913 एक का प नक फ टर का काय व यास

एडम ि मथ अपनी कताब द व थ ऑफ नश स (1776) म एक साधारण पन बनान वाल फ टर का वणन करता ह जब पन घरल उ योग म बनाए जात थ तो एक या दो यि त ह पन बनान म लगत थ पर फ टर म पन बनान क या को कई ह स म बाट दया गया एक आदमी तार खीचता दसरा उस सीधा करता तीसरा काटता चौथा उसक एक सर को नक ला करता पाचवा उसक दसर सर को घसता वगरह इस तरह तार खीचन स लकर बन ह ए पन को कागज क प ड़या म पक करन तक एडम ि मथ न कोई 32 चरण गन इनम स कसी भी चरण पर ह नरमद कार गर क ज रत नह थी एक ब चा भी इनम स कसी एक चरण को बखबी परा कर सकता था यह फ स टम क मख व श टता थी

फ टर म उ पादन क या को बह त ह सरल छोट-छोट ह स म बाट दया गया हर चरण को एक साधारण अकशल मक भी आसानी स परा कर सकता था या न क अब कारखान क उ पादन- मता कसी यि त वशष क द ता पर नभर नह करती थी बि क सार कारखान क आगनाइजशन पर िजस क एक मनजर आसानी स क ोल कर सकता था फर च क द कार गर क ज रत नह थी तो फ ट रय म ि य और ब च को आसानी स मक क तौर पर इ तमाल कया जा सकता था और हाला क ि या और ब च एक प ष िजतना ह उ पादन करत उनक तन वाह आद मय क तलना म कह कम रहती इस सब स फ टर क मा लक को काफ मनाफा होता

92 फ स टम एवम औ यो गक ा त इ तहासकार हो सबाम का कहना ह क वस तो स हवी सद स ह उ पादन या म

अनक कार क या क सधार होन श हो गए थ पर सफ या क सधार ह औ यो गक ा त नह ला सक औ यो गक ा त क लए ज र था क उ पादन इतना यादा और इतना

स ता हो क बाजार म आप स आप इस उ पाद क लए माग बढ़ ऐसा तब ह हो सका जब या क सधार क साथ उ पादन क लए एक नए कम व यास का इ तमाल कया गया जब उ पादन क या स सब धत डवीजन आफ लबर को (काम क बटवार) को काफ ज टल बना दया गया उ पादन क या को कई छोट-छोट टकड़ म बाट दया गया और एक मजदर क िज म कवल एक ह ह सा रखा यह फ स टम क मख व श टता थी

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93 फ टर स टम का सामािजक असर मनाफा बढ़ान क लए यह ज र था क फ म लगी मशीन का यादा स यादा

उपयोग कया जा सक फ मा लक क च टा यह रहती थी क अपन कार गर स तब तक लगातार काम करवात रह जब तक क मशीन ह जवाब न द जाए इसका मतलब यह था क कामगार को काम करन क तर क का एक नया अनशासन सीखना पड़ा

इ तहासकार ईपी हामपसन का मानना ह क िजस लय स मशीन चलती ह उसी लय स मक को चलना सीखना पड़ा समय क पाबद सीखनी पड़ी क एक नि चत समय पर काम पर आए और एक नि चत समय पर काम स हट एक ह थान पर खड़ होकर लगातार एक ह या क काम को लगातार करत रहन क आदत डालनी पड़ी य द कसी क िज म पन का तार घसना था तो वह लगातार दनभर कवल तार ह घस सकता था िजस यि त को तार सीधा करन का काम दया गया दनभर एक ह थान पर खड़ रहकर कवल तार ह सीधा करता रहता

जस-जस समय बीतता गया इस पर स टम क दगण भी सामन आत गए सबस पहल जो बात सामन आई वह यह ह क फ म लगातार एक ह जगह पर कठपतल क तरह काम करत रहना काफ उबाऊ था मक थोड़ ह समय म इस तरह क काम स जी चरान लगत जब फ का मा लक उनस जबरद ती काम करवाता तो जा हरा तौर पर काम करन वाल को यह बात अखरती और उ ह ख दल स काम पर लग रहना पड़ता

जहा तक काम करन क प रि थ तय का सवाल ह कछ बात साफ ह एक तो यह क यह कहना मि कल ह क फ म काम करन वाल क प रि थ त दसर मक क प रि थ त स बहतर थी या बदतर ऐसा इस लए क इ तहासकार क पास औ यो गक ा त स पहल क काल क मक क बार म यादा जानकार नह ह हा यह ज र पता ह क तरहवी सद स ह उ तर यरोप म पगार पान वाल मजदर हआ करत थ और उनक हालत अ य मजदर क हालत स खराब नह थी वस भी स हवी-अठारहवी सद म कम स कम इ ल ड म प टग आउट स टम क तहत काम करन वाल बह त सार मजदर पगार क एवज म ह काम कया करत थ कहन का मतलब यह ह क फ मजदर का तन वाह मजदर होना समाज क लए कोई नह बात नह थी

94 बराइया जो नई बात थी वह यह क जब फ या बनी तो एक साथ बह त सार मजदर शहर

म इक ा ह ए इस जमाव म उनक ददशा भी समाज क सामन कह यादा खर प स उजागर ह ई

उ योग म ब च और औरत को सोलह घ ट या उसस भी यादा काम करवाया जाता थकान क कारण य द कोई काम नह कर पाता तो उस ब ट स पीटा जाता था तन वाह काट ल जाती तन वाह वस भी काफ कम मलती थी एक ह त क लए कसी ह नरमद कार गर को 1795 म कोई 25 श लग और साधारण मजदर को सफ 12 श लग मला

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करत थ म हलाओ को प ष स आधी और ब च को एक चौथाई तन वाह ह मलती हाला क व प ष िजतना ह काम करत

कोयल क खदान म तो ि थ त और भी यादा खराब थी यहा चार स पाच साल क ब च को खदान क सरग क अदर बारह स सोलह घट काम करवाया जाता इनक औसत पगार दो स तीन श लग त स ताह थी

फ स टम क आन स मजदर क गर बी भी बह त यादा उजागर होन लगी वस तो औ यो गक ा त क श क साल म ह यह साफ हो गया था क समाज म नर ह गर ब क स या बढ़ रह ह पर इस ि थ त स बचन क लए कछ खास नह कया गया पीनहमल ड नामक क ब म गर ब क मदद क लए एक स टम ज र श कया गया िजस पीनहमल ड स टम क नाम स जाना जाता था कछ दसर क ब न भी इस स टम को

अपनाया पर बढ़ती ह ई औ यो गक गर बी क सामन यह स टम प त हो गया शहर म ि थ त कछ ऐसी थी क मजदर क हालत बद स बदतर होती चल गई

शहर बगर कसी योजना क बतहाशा बढ़त चल गए उनक नगरपा लकाए इस नई आबाद क दखभाल करन म असमथ रह शहर म गद द र बि तया पनपन लगी िज ह अ जी म लम कहत ह जहा अब तक शहर म अनक तबक क लोग आपस म मल कर रहत थ

वहा धीर-धीर मजदर बि तया शहर क बाक आबाद स हट कर रहन लगी इन बि तय म न तो सडक ठ क होती न ह ना लया न ह कड़ा नकालन क कोई यव था न ह पय जल का इतजाम और न ह ठ क स बन ह ए मकान इ तहासकार हो सबाम का कहना ह क यरोप क शहर म इस क म क बि तया यादातर शहर क पव ह स म बसी सो शहर म एक नया भद श हो गया ई ट ए ड नवासी (गर ब) और व ट ए ड नवासी (अ भजा य) का

रह-रहकर औ यो गक शहर म महामा रया भी बढ़न लगी लासग म पहल बार 1818 ई0 म हाइफस जवर का कोप फला यरोप क सार औ यो गक शहर म 1831 ई0 और 1832 ई0 म टाइफाइड़ क महामार छाई रह इन शहर म कालरा मयाद बखार और तप दक का भी बोलबाला रहा य सार बीमा रया यादातर मजदर बि तय म ह रह मानो यह सा बत कर रह ह क जहा द र ता और गदगी ह वहा बीमा रया भी रहगी इस सबन मजदर बि तय क नवा सय का हौसला तोड़ दया सामािजक हौसलाप ती क कई ल ण सामन आन लग शराब का ज रत स यादा इ तमाल होन लगा बाल ह या व याव त आ मह या और मान सक व ता क घटनाए बढ़न लगी मजदर क दग त इस बात स और भी यादा उजागर ह ई क औ यो गक ा त क कारण समाज क बाक सार वग क स प नता बढ़ रह थी

95 बराइय को दर करन क यास एवम समाधान फ टर स टम क इन बराइय को ज द स ज द दर करना बड़ा ज र था य क

एक तो साधारण मानवीयता का तकाजा था क मजदर क काम करन क हालात म सधार आए इसस भी यादा बड़ा कारण यह था क फि य म अ धकाश उ पाद फ म काम करन वाल मजदर ह खर दत थ इस लए अगर मजदर क माल हालत एक सीमा स नीच जाती

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तो नकसान पजीप तय को ह होता और अगर मजदर बि तय क समाज यव था को ठ प होन दया जाता तो डर था क कह दश म व ोह न भड़क उठ व ोह न भी होता तो यह तो साफ था क म यवग क जवान इन बि तय म फल रह शराबखोर व याव त और अ य कार क अन तकता क च कर म पड़ रह थ य द म यवग को अन तकता स बचाना था तो

ज र था क मजदर वग स अन तकता को दर कया जाए

951 ससद य यास

आजकल यह माना जाता ह क य द फ मा लक अपन मजदर क भल कार दखभाल कर तो उ ह ह यादा मनाफा होता ह पर उ नीसवी सद म यह बात अ धकाश पजीप तय क समझ म नह आ रह थी इस लए हम पात ह क फ टर म मजदर क ि थ त सधारन वाल अ धकाश उपाय कवल कछ फ टर मा लक क पहल पर रा य यव था वारा व भ न दश क ससद वारा कए गए सबस यादा सधार का काम इगल ड म

हआ ऐस उपाय म स पहला था इगल ड म राबट पील वारा ससद म पास कया गया

ह थ ए ड मारटज ए ट (1802) यह ए ट कवल बड़ी फ ट रय पर लाग होता था और कवल एपरि टस पर इस ए ट म यह कहा गया क नौ साल स कम उ क ब च बतौर एपरि टस नह लगाए जा सकत फ मा लक पर इन ब च स बारह घ ट स यादा या फर रात म काम करवान पर रोक लगा द गई

1802 क ए ट म कई खा मया थी एक तो यह कवल बड़ी फ य पर लाग होता था और वहा भी कवल उन फि य पर जो क एपर टस को इ तमाल करती थी बह नर बाल मजदर को इस ए ट स कोई सर ा नह मलती थी सबस म य बात तो यह थी क इस ए ट म नर ण करन का कोई ावधान न था नतीजतन यह ए ट महज कागजी कानन बन कर रह गया

फर 1816 म पील क चयरमनी म एक ससद य कमट का गठन कया गया इस कमट क सलाह पर 1819 का फ नय ण कानन पास कया गया इस कानन म पछल कानन क ावधान को दोहराया गया और कहा गया क सार बाल मजदर को इस कानन क सर ा द जाएगी साथ ह यह नधा रत कया गया क सोलह साल स कम उ क मजदर को बारह घ ट क दन म डढ़ घ ट क खान क छ ी द जायगी च क यह ए ट सार कामकाजी ब च पर लाग होता था इस लए लोग न इसका डट कर वरोध कया वरो धय म एक बड़ा तबका उन मा-बाप का था जो अपन ब च स काम करवात थ

952 समाज सधार और अबधनी त

तमन अबधनी त क बार म पढ़ा होगा यह नी त अठारहवी सद क अ तम दशक म काफ फल चक थी अथशा ी एडम ि मथ िजसका हम पहल िज कर चक ह इसका एक बड़ा समथक था इस नी त क मतावल बय का मानना था क समाज क अथ यव था तब ह

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सफल हो सकती ह जब क सरकार अथ यव था को अपन आप पर छोड द उसम अपनी टाग न अड़ाए

जब उ नीसवी सद म ससद य य न मजदर क सधार क लए होन लग तो सधार-वरोधी उ योगप तय न अबधनी त क दहाई दत ह ए यह गहार लगाई क अगर रा य फ स टम को सधारन व नय त करन क को शश करगा तो सार अथ यव था ह ठ प हो जाएगी दरअसल बड़-बड़ दाश नक वचार क आड़ म य वरोधी कवल इतना कह रह थ क उ ह मजदर -ब च म हलाओ और प ष का खन चसन स नह रोका जाना चा हए भल ह ऐसा करत ह ए व समाज क इतनी दग त य न कर द िजसस क समाज का साधारण चाल-चलन ह ठ प हो जाए ऐस वरो धय को उनक खद क बवकफ स बचाना ज र था

953 सधारक य न जार रह

1820 क दशक म पावर लम और भाप क इजन म काफ यादा या क सधार आए इसका नतीजा यह हआ क इस दशक म धीर-धीर फ स टम सार कपड़ा उ योग और ख नज उ पादन पर छा गया फि या भी कवल कछ शहर इलाक म कि त होन लगी लकाशायर का कपड़ा उ योग इसका अ छा उदाहरण ह यहा कोई 25 वग मील क म इतनी यादा कपड़ा मल थी क इ ल ड का 80 तशत स यादा कपड़ा बनाया जाता था िजतना फ ट रय का जमाव बढ़ा उतना ह उनक दगण कट ह ए इसम सधार लान क ससद य यास भी उतन ह जोर स कए जान लग

954 सड़लर क यास

माइकल सड़लर न 1831 म टन-आवर बल इ ल ड क ससद म पश कया इस बल म यह ावधान था क कसी भी मजदर स दस घट (टन-आवर) स यादा काम नह लया जा सकगा यह बल ससद म पास नह हो सका

पर इन दन इ ल ड म व ट इ डीज क दास था को लकर काफ गहमा-गहमी चल रह थी इसक रहत अखबार और प काओ म फ टर मजदर क तलना व ट-इ डीज क नी ो दास स क जान लगी धीर-धीर यह मत फलन लगा क मजदर क ि थ त म सधार क लए कछ ठोस कदम उठाए जान चा हए इसक फल व प जब 1833 म लाड एशल न ससद म अपना ताव रखा तो वह कछ ससद य छ ना-झपट क बाद पा रत हो गया

955 एशल का कानन

लाड एशल क कानन (1833) को सार कपड़ा बनन क फि य पर लाग कया गया इसक अनसार नौ साल स कम उ क ब च को फ म काम करवान पर पाबद लगा द गई तरह साल स कम उ क मजदर स दन म नौ घ ट और स ताह म 40 घ ट स यादा काम करवाना तब धत कया गया उ ह रोज डढ़ घ ट क खान क छ ी दना ज र

रखा गया यह कहा गया क अठारह साल स कम उ क मजदर स दन म 12 घट और स ताह म 69 घट स यादा काम नह करवाया जा सकता ldquoरातrdquo क काम को ठ क तरह स

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प रभा षत कया गया साढ़ आठ बज शाम स लकर साढ़ पाच बज सबह तक क समय को ldquoरातrdquo करार दया गया और इस पार म कवल अ ारह साल स यादा उ क मजदर क योग क अनम त द गई फ म काम करन वाल हर ब च का रोज दो घट कल जाना नि चत कया गया नर क क एक बड़ी टोल नय त क गई जो फ मा लक पर नगरानी रख सक और जो मा लक कानन क अवहलना करत ह ए पकड़ जाए उन क सर बड़ी सजा का ावधान रखा गया

इस कानन म दो म य खा मया थी एक तो यह कवल कपड़ा उ योग पर ह लाग कया गया जब क अ य उ योग म भी मजदर क हालत काफ खराब थी दसर यह कवल ब च को अपन दायर म लता था जब क ि य और प ष को भी काननी सर ा क आव यकता थी

96 समाज और सामािजक प रवतन बहरहाल इस कानन स कछ बात साफ जा हर होती थी सबस पहल बात तो यह क

हाला क समाज म अब भी अबधनी त का बोलबाला था अब सरकार क समझ म यह आन लगा क समाज क कछ अश ऐस होत ह जहा क सधार लान क लए सरकार ह त प ज र होता ह दसर बात यह क अब साधारण तौर पर यह माना जान लगा क समाज म औ यो गक उ पादन क इकाई प रवार नह बि क यि त वशष था और उसक सामािजक सर ा और सखा-पढ़ क िज मदार कवल प रवार पर ह नह छोड़ी जा सकती थी समाज को भी आग बढ़कर कछ उपाय करना ज र था

धीर-धीर अ य उ योग को भी फ कानन क तहत लाया गया 1842 म लाड एशल क कानन को कोयला खदान पर लाग कया गया और म हला मजदर को भी सर ा द जान लगी 1878 म इस कानन न सार फि य और वकशाप को अपन दायर म ल लया इस बीच दसर दश म भी फ कानन क या जार थी 1841 म ास म बाल-मजदर कानन लाग कया गया ए शया म भी 1870 तक कई कानन जार कए गए पर उ ह कभी गभीरता स लाग नह कया गया

1848 म सार यरोप म सोश ल ट व ोह ह ए और उ ह काफ आसानी स कचल दया गया इन व ोह म मजदर न बढ़ कर ह सा लया था कचल जान क बाद इन व ोह क बह त सार नता मजदर नता बन गए और फ मा लक स मजदर क भलाई क लए माग करन लग इस समय क बाद स फ मजदर क सगठन बनना श हो गए और कमशाला क हालात म सधार क लए य सगठन अपन अपन उ योग और सरकार पर जोर हालन लग ऐसा इ ह न कस तरह कया तम अ य इकाइय म पढ़ोग

97 साराश इस इकाई म तमन जाना क फ स टम अठारहवी सद म श हआ इसन

औ यो गक उ पादन म एक नए कम व यास को ज म दया फि या चलान क लए एक नए क म क अनशासन क ज रत थी जो क पहल कभी ससार म दखन को नह मला था लगातार अनशासन था पत रखन क लए फ क मय क उपर एक नए मनजमट तबक का

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ज म हआ फोरमन और सपरवाईजर य लोग लबर अ र टो स (Labour aristocrates) कहलाए इनक रहत उ योग म उ योग क मल कयत और उसक मनजमट म भद कया जान लगा मजदर क शहर म रहन स कई बराइया पनपी उ ह दर करन क लए उ नीसवी सद क म य तक अ भजा य वग स कछ समाज सधारक उबर कर सामन आए पर मजदर क सगठन अभी ठ क तरह स नह पनप पाए थ व 1848 क यरोपीय व ोह क बाद उबर

98 अ यासाथ न (I) अश पर छोट सवाल

कछ श द म जवाब द िजए (क) या फ स टम और औ यो गक ा त म स कोई एक बगर दसर क पनप

सकता था (ख) फ स टम क मख व श टता या थी (ग) या पन बनान क फ वा तव म एडम ि मथ क वणन क अनसार होती ह (घ) या फ स टम अन तक था (च) अबधनी त फ मा लक को य पसद थी (छ) इस इकाई म िजन फ सधारक का िज ह उसक अलावा दो और सधारक क

नाम बताइय (II) सार इकाई पर सवाल

दो सौ स तीन सौ श द म जवाब द (क) फ स टम इ ल ड म कस तरह पनपा (ख) फ स टम न कस तरह था पत आ थक और सामािजक स थाओ पर हार

कया (ग) फ स टम क कारण समाज म कस तरह क प रवतन आए (घ) फ स टम म सधार लान क य न क ववचना कर

99 ास गक पठनीय थ ईज हो सबाम - ाम इड ट ए पायर प गइन ईज हो सबाम - एज आफ रवो यशन प गइन ईपी टाम सन - म कग आफ द इग लश व कग लास (सभी कताब अ जी म ह बाजार म आसानी स मल जाती ह)

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Page 6: एमassets.vmou.ac.in/MAHI01-2.pdf ·  · 2014-04-056.7 इंगलैड ... अलबट[थेयर(Albert Thaer) ने1798 (Introduction to the knowledge of English Agriculture)

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61 तावना ाग-ऐ तहा सक यग म क ष का आ व कार मानव स यता क वकास म एक

ा तकार कदम था इसन मानव को थायी प स एक थान पर नवास करन क लय रत कया ाचीन यग म यरोप स हत व व क लगभग सभी भाग म क ष काय ह मन य

का म य यवसाय था बालबक व टलर क मत म आध नक यग क आरभ म भी यरोप क आ थक जीवन म क ष मानव का म य उ यम रहा य य प आज भी खती अ धकाश मन य क जीवन यापनका साधन ह क त चार सौ साल पहल इसका मह व आज स कह अ धक था

अठारहवी सद म इ लड म क ष क म अनक तकनीक प रवतन ह ए इन प रवतन न क ष उ पाद म एक कार स ा त ला द इन प रवतन को समझन क लय म यकाल न यग क क ष यव था क वशषताओ को समझना आव यक ह

62 अठारहवी सद क पहल क यग म यरोप म क ष यव था माक लाक क मत म म यकाल न यग म सामतवाद का उदय पर पर नभरता क

स ब ध क आधार पर हआ सर ा व अजी वका क लय कसान न अपनी भ म व ससाधन थानीय सामत को स प दय थानीय साम त न बड़ साम त स सर ा का आ वासन

स नक सहायता क बदल म ा त कया बड़ साम त न ऐसी ह शत पर राजा को अपन अ धकार स प साम तवाद क उदय और वकास क चाह कछ भी कारण रह ह इसका एक मह वपण प रणाम कषक का भ म का वामी नह होना था अत उसम भ म क सधार क त उ साह नह रहता था

साम तवाद यव था म कषक क दशा दास क समान थी वह कसी भी हालत म अपन साम त क चगल स छटकारा नह पा सकता था साम त क अ धकार असी मत थ रा य काय य अथवा ऐश-आराम म य त रहन क कारण व खती क उ न त पर यान नह दत थ

उस समय ाम (Manor) यव था इस कार थी एक मनर म साम त या उप साम त का गढ़ होता था िजसक चार ओर कसान क मकान होत थ ाम क प र ध म क ष यो य खत होत थ इन खत क सीमा नधा रत नह क जाती थी य क इनम सभी कषक दास अपन साम त क लय सामदा यक प स खती करत थ ऐसा करत समय उ ह साम त या उसक त न ध का आदश मानना पड़ता था आम तौर पर गाव क खत को दो तीन या चार भाग म बाटा जाता था ल कन अ धकतर तीन भाग कय जात थ एक भाग म गह या राई दसर म म का व अ य फसल बोई जाती थी तथा तीसर को हल चला कर खाल छोड़ दया जाता था इन खत क आस पास चरागाह और जगल होत थ चारगाह म गाव क सभी पश चर सकत थ घास क मदान स उनक लय चारा ा त कया जाता था तथा जगल स लकड़ी घर को बनान क लय फस आ द ा त कय जात थ

गाव म कसक खती क जाय और कब उसक बीज बोय जाय इसका न चय गाव (Manor) क अदालत करती थी खत म काय करन क लय मक उपल ध होत थ इस

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यव था म एक कसान को यि तगत सवाए व त अथवा नकद धन क मा यम स लगान अदा करना पड़ता था

इस यव था क अनक दोष थ आम तौर पर एक कसान को दो या उसस अ धक थान पर खती क लय छोट छोट खत दय जात थ इनम खती करन म उसका काफ समय

न ट हो जाता था तथा उस यय भी अ धक करना पड़ता था कई बार अपन छोट छोट खत क सीमाओ क बार म उसका अपन पड़ौसी कषक स ववाद चलता रहा था वह भ न भ न खत म सचाई का सतोषजनक ब ध नह कर सकता था इन खत म वह एक ह फसल पदा कर सकता था य क स दय म य खत चरागाह क प म उपयोग म लाय जात थ

63 खती क ाचीन तर क म य यग म खती क तर क उ नत नह थ एक कसान का म य औजार था लकड़ी

स बना हआ हलका हल फसल काटन क लय उसक पास एक हसल होती थी अनाज को साफ करन क लय उस हवा म छोड़ा जाता था (winnowing) अथवा जमीन पर बखरा जाता था ता क पशओ को उस पर चलाया जा सक एक टोकर म बीज रख कर कषक उ ह चार ओर बखरता हआ चलता था सचाई क पया त यव था नह थी फसल को बदल बदल कर (Rotation of Crops) नह बोया जाता था म ी क जाच भी नह होती थी ऐसी प रि थ तय म क ष उ पादन क मा ा कम थी

64 अठारहवी सद म इगल ड म खती क तर क म प रवतन क लय िज मवार प रि थ तया म य यग क अ त म इगल ड म यापार क उ न त होन लगी इस समय औष ध

व ान क ग त क कारण म य दर घटन लगी शशओ क म य दर म कमी आई फल व प इ लड क आबाद बढ़ ल कन इस बढ़ती ह ई जनस या अपनी आव यकताओ क लय वन और चरागाह को तजी स साफ करक क ष यो य भ म का पा रि थ तक सतलन बगाड़ दया क ष उ पाद म कमी आई दसर ओर मजदर क दर बढ़न लगी इन दोन कारण स जमीदार को घाटा होन लगा इस घाट स बचन क लय उ ह न कषक स नय समझौत कय उ ह न कषक को भ म औजार व अ य साधन दान कर खती क लय भ म दना श क तथा उसक बदल म कसान स फसल का एक नि चत भाग लना श कया उ तर ास म भी इस था को अपनाया गया इस प त न एक ओर कसान को सामत क दासता स म त करन का माग श त कया तो दसर ओर बढ़ती ह ई आबाद क लय अ धक अ न उपजान म मदद द य य प सोलहवी शता द क अत तक इ लड म कषक दास (serfdom) क था का अ त बह त बाद म हआ उदाहरण क तौर पर 1861 म स क जार एल जडर थम न इसक लय एक कानन पास कया

सोलहवी व स हवी सद म इ लड का अ तरा य यापार बढ़ गया तथा पजीप तय न गाव म क ष यो य भ म खर दनी श क ऐसा करन स समाज म उनका स मान बढ़ता था य क ाचीन काल स ह इ लड म भ म का वामी होना गौरव क बात मानी जाती थी य

पजीप त क ष स मनाफा कमान क सोचन लग परान ढग स क जान वाल खती स ऐसा

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करना सभव नह था अत व ा नक तर क और अ धक उ नत औजार क खोज क जान लगी य क कवल धनी लोग क पास ह पर ण क लय धन व अवकाश था इस लय ार भक उ न त अ धकाशतः सम कसान वारा क गई इस कार क ष क म पजी क योग स क ष ा त का माग श त हो गया

65 इगल ड म क ष क नवीन प त एनफ ड क अनसार उस समय हालड एक मख यापा रक व पजीप त दश था वहा

पर फसल को बदल बदल कर बोन क था को योग म लाया गया था इ लड न हालड स इस सीखा जथरो तलनलाड टाउनशड बकवल आथर यग व कोक आ द न व ा नक प त स खती करन क तर क क खोज क तल (1664-1740) न पि तय म थोड़ी दर पर बीज बोन क लय एक य बनाया टाउनशड (1664-1738) न अपन खत म एक क म क फसल क बाद दसर क म क फसल बोई तथा गह शलजम जौ और आल क खती को बार बार स बो कर जमीन क उवरता बनाय रखी आथर यग (1740-1920) न इसका चार कया तथा बड़ बड़ फाम बनाय कोक न पशओ क स या बढ़ान क लय य न कया पशओ क स या म व होन क कारण खाद अ धक मा ा म उपल ध होन लगी अब पहल क अप ा अ छ क म क धात क हल बनाय गय इस कार क हल म इ लड का रोजरहम हल अ धक स ह यह हल भ म म गहर खदाई करता था तथा कम समय म पहल क अप ा अ धक भ म पर चलाया जा सकता था उ पा दत अ न क सफाई क लय अब पहल क अप ा बहतर तर क अपनाय गय भ म क गणवता क जाच करक उसक मता क अनसार फसल बोई जान लगी

व ा नक आधार पर नवीन णाल स खती करन क लए छोट खत क थान पर बड़ खत अ धक उपय त थ अतएव अब अनक खत को मला कर एक खत बनाया गया तथा उसक चार ओर बाड़ (Enclosure Act) लगाय गय इ लड म 1792 स 1815 तक इसक लय 956 बाड़ नयम (Enclosures Act) पा रत कय गय एक ओर इसस लाभ यह हआ क बड़ फाम (Farms) म क ष उ पादन बढ़ा तो दसर ओर काफ स या म छोट कसान को अपनी भ म छोड़नी पड़ी तथा व भ मह न मजदर हो गय

66 अठारहवी सद म अ य दश म क ष इ लड म इस नवीन प त क पालन का भाव ास तथा ए शया क कछ भाग पर

साधारण प स पड़ा शष यरोप न काफ समय तक इ ह नह अपनाया अठारहवी सद क म य म ास क क ष यव था का वणन करत ह ए हाटवल न

लखा ह क उस समय भी वहा पर खत को कवल दो या तीन भाग म वभािजत कया जाता था दोन तर क म ाम क पास चरागाह व वन छोड़ जात थ क ष औजार भी पहल जस थ धात क मजबत हल का योग आरभ नह हआ था सग (Threshin) मशीन भी काम म नह लाई जाती थी य क इ लड क मकाबल म ास म पजी क वकास क दर बह त कम थी इस लए क ष क म साधन क उ न त पर यान नह दया गया था ास म बा य यापार पर तबध लगाय जात थ अत अनाज इधर उधर नह भजा जाता था इस समय

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तक ास म आल क खती को पहल स अ धक मह व दया जान लगा था इसक खती ऐस चरागाह पर क जाती थी जो अठारहवी शता द म साफ कय गय थ ल कन इसका यह ता पय नह क ास क क ष पर इ लड म नय तर क का भाव बलकल भी नह पड़ा था कछ क ष वशष िजनम डहमल (Duhamale) पलटो (Palutteo) और ट ब ल (Tubelly) मख थ न इ लड म अपनाय गय क ष क आध नक तर क पर प तक लखी अथवा उनका चार कया अठारहवी शती क अ त म फसल क अदला बदल को उ तर ास क कछ भाग

म अपनाया गया था इसी समय इ ह इलाक म बड़ फाम पर ग न क खती आर भ क गई इसक कछ समय पहल पन स अ छ न ल क भड़ मगाई गई इन प रवतन क होत ह ए भी महान ा त तक ास म य प स एक क ष धान दश ह रहा जब क इस समय तक इ लड क ष व औ यो गक म उ लखनीय ग त कर चका था

शया पर भी इ लड क नवीन योग का ास क अप ा कछ अ धक भाव पड़ा अलबट थयर (Albert Thaer) न 1798 (Introduction to the knowledge of English Agriculture) नामक प तक लखी थयर व उसक अनया यय न फसल बोन क लय हल वारा भ म क गहर खदाई और नवीन औजार क योग क लय चार कया अठारहवी शती

क अ त क दशक म पव जमनी म अ छ न ल क भड़ लाई गई तलहन अ छ घास व बनौल उगाय गय तथा फसल क अदला बदल (Rotation) क णाल अपनाई गई ल कन अठारहवी शती क अ त तक भी जमनी क अ य इलाक म नवीन क ष को नह अपनाया गया कवल व फसल को अदला बदल (Rotation) को योग म लान लग थ अठारहवी सद क अ त म जमनी क पव भाग वशषकर साइल शया और स सनी म भी इस आर भ कया गया

उपय त वणन स प ट ह क अठारहवी सद म क ष क म इ लड म अभतपव उ न त ह ई तथा ास व जमनी क कछ भाग पर इसका भाव पड़ना आर भ हआ ल कन इस शती क अ त तक इटल पन स व पव यरोप क अ य दश पछड़ ह रह लगर व उसक अ य चार सहयो गय न अपनी प तक (Western Civilization) क वतीय िज द म लखा ह क वा तव म उ नीसवी शती म यरोप क अ धकाश भाग म म य यग क तरह ह खती क जाती रह इन दश म खती क लय योग म लय जान वाल प रवतन क त वरोध म य प स दो कारण स हआ य कारण थ- कषक म पर परागत तर क क त आ था और नवीन तर क का थानीय प रि थ तय क त अनकल न होना था इसका एक अ य कारण यह भी था क मन य क म क थान पर मशीन क योग को इन दश क सरकार न पस द नह कया य क व सामािजक व स नक आव यकताओ क कारण अ धक स अ धक जनस या को क ष पर ह नभर रखना चाहत थ

67 इ लड म नवीन क ष का भाव (1) क ष उ पादन म व अठारहवी सद क उ तराध म क ष क इन नय तर क स

क ष उ पादन म काफ व ह ई

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(2) बढ़ती ह ई जनस या क लय अ न क यव था इ लड क जनस या लगातार बढ़ती जा रह थी 1750 ई0 म इस दश क जनस या का अनमान 65 लाख था जो 1801 ई0 म 90 लाख 1831 ई0 म 190 लाख और 1851 ई0 म 180 लाख हो गई इस बढ़ती ह ई जनस या क कय अ न क बढ़ ह ई उपज काम म आई इस समय म इस जनस या का एक भाग िजसका अ न उपजान स कोई स ब ध नह था अथात जो शहर म रहता था और िजनम स काफ मन य औ यो गक इकाइय म काय करत थ को अ न दन म स वधा ह ई ल कन यहा यह बता दना उ चत होगा क अ न क उ पादन क यह व इ लड क बढ़ती ह ई आबाद क लय पया त स नह ह ई

(3) उ नीसवी शता द म नवीन क ष का व तार उ नीसवी शता द क म य म खत म रासाय नक खाद दन क प त का वकास हआ इस कार क उवरक स भी उपज म व ह ई 1834 म साईरस मककोर मक न फसल काटन वाल मशीन का आ व कार कया इसक बाद लोह का हल पाचा (घोड़ स खीचा जान वाला हल) तकदार हरा (पटरा) िजसस हल चलान क बाद भ म क टकड़ तोड़ जात थ आ द का आ व कार हआ समय क साथ साथ क ष म य का योग बढ़ता गया इन आ व कार न क ष को और उ नत कर दया

(4) पशधन म व अ छ न ल क भड़ व गाय क स या म व ह ई जड़ वाल सि जय क उगान स पशओ का सार साल चारा दना स भव हो गया वष भर ताजा मास मलन लगा इसक पहल चार क कमी क कारण सद क पहल काफ पश मार जात थ ल कन अब ऐसा नह कया गया दध क उ पादन म व ह ई

(5) द भ का अत तरहवी व चौदहवी सद तक इ लड म अकाल पड़त थ ल कन अब इन अकाल का पड़ना बद हो गया

(6) उ योग क लय मक क यव था चकब द क कारण जो कसान बदखल ह ए थ उनम स अ धकाश न कारखान म नौकर कर ल फल व प औ यो गक ा त का माग श त हआ

(7) नकद फसल का उ पादन औ यो गक ा त क समय इ लड म व उ योग का तजी क साथ वकास हआ इसक लय कपास क आव यकता ह ई नवीन णाल स कपास क ज रत को कछ हद तक परा कया गया

68 न कष जसा क पहल बताया जा चका ह क अठारहवी शती म इ लड क क ष क म

अपनाई गई नवीन प त न ास व जमनी क कछ भाग को ह वशष प स भा वत कया पोलड स बा कन दश आि या इटल पन व पतगाल आ द दश म इसका भाव काफ समय तक नह दखा गया हाटवल क अनसार आज भी यरोप क पव भाग म हम नवीन उपकरण व प त क साथ साथ ाचीन प त व उपकरण का योग दखन को मलता ह

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69 श दावल मनर (Manor)-साम तवाद यग का गाव फाम (Farm) - वशाल खत रोटशन ऑफ ॉ स (Rotation of Crops) - फसल क अदला बदल वनोईग (Winnowing) - आनाज को साफ करन क एक प त सफ (Serf) - सामत क अधीन कषक दास सग (Threshing) - अनाज को साफ करन क एक प त

एन लोजर (Enclosure) - बाड़बद अथवा चकबद

610 अ यासाथ न 1 अठारहवी शता द क पहल यरोप क दश म क ष यव था पर काश डा लय इस

शता द म इ लड म इसम या सधार कय गय 2 अठारहवी सद म इ लड म क ष क म नवीनीकरण क लय िज मवार

प रि थ तय का व लषण क िजय इस नवीन प त का इ लड तथा यरोप क अ य दश पर या भाव पड़ा

611 सदभ थ Books for Reference 1 Chapter by RR Enfield in the book 2 Emopean Civilization Its origin and Developmentrsquo Volume V

under the direction of Edward Eyre Oxford University Press London 1937

3 Chapter by RM Hartwell in the book lsquoThe Cambridge Modern History Volume IX (1793 ndash 1830)rsquo edited by CW Crawley Cambridge University Press London 1965

4 Brison D Gooch Europe in the Nineteenth Century The MacMillan Company London 1970

5 David Ogg Europe in the Seventeeth Century Hindi edition Jaipur 1967

6 Carlton JH Hayes Modern Europe to 1870 the MacMillan Company New York Sixth Print 1960

7 Langer Eadie Geanakoplos Hexter Pipes Western Civilization Volume II Harper and Row New York Second Edition 1975

8 Wallbank and Taylor Civilization Past and present Volume II Third Edition 1975

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इकाई 7 अठारहवी सद म यरोप म कषक व ोह

इकाई क परखा 70 उ य 71 पवाभास 72 इ लड म अठारहवी सद म बाड़ब द आ दोलन 73 ास म कषक क दशा 74 जमनी क रा य म सधार 75 आि या - हगर 76 स म व ोह (1703-1772) 77 स म 1773-75 का कषक व ोह 78 यरोप क अ य दश म ि थ त 79 साराश 710 बोध न 711 स दभ थ

70 उ य इस इकाई म आप अ ययन करग म य काल न यग स लकर स हवी सद क अ त तक साम तवाद यव था म

साम त क अ धकार व कषक क दशा कवल इ लड म कषक दास था का अ त चौदहवी सद स स हवी सद क कषक व ोह का उ लख इ लड म बाड़ब द आ दोलन

ास म महान ाि त क पहल कषक क दशा ा त क आर भ होन क बाद ामीण म सामत क नवास थान पर कसान क आ मण 1789 स 1792 ई0 तक कषक

दास क मि त क लय पा रत कय गय अ ध नयम जमनी क कछ छोट रा य म कषक दास क मि त क आदश तथा शा म 1807 स

1817 तक कषक क हत म कय गय ड रक महान क काय आि या - हगर सा ा य क बोह मया दश म 1768 स 1775 तक व ोह व उनक

कारण स ाट जोजफ क सधार क य न का साम त वारा वरोध स म कसान का दमन पीटर महान क शासन काल म कसान पर अ याचार

अठारहवी सद म आर भ स ह स क पव भाग म व ोह कषक का लगातार दमन 1773 ई0 म पन पव भाग म व ोह तथा उसक भयकरता इस व ोह म मक व गर सी जा त क मन य का साथ व ोह क असफलता क कारण

अ य यरोपीय दश म आ दोलन का न होना

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71 पवाभास अठारहवी सद क आर भ म यरोप क दश म कषक क दशा नवी शता द स लकर बारहवी शता द तक यरोप म साम तवाद यव था का जोर

रहा इस था म बड़ साम त व उपसाम त उन भस ता ज नत अ धकार का योग करत थ िजन पर पहल राजाओ का अ धकार था इस यव था म कषक क दशा अ य त शोचनीय थी य क यह था कषक क शोषण पर आधा रत थी तरहवी सद क श स साम तवाद का ास श हआ धम य क भाव यापा रक वग क उदय तथा रा य रा य क उ थान न

साम त क शि त कम क साम त क अ याचार स त होकर इ लड म कसान न सग ठत होकर साम त का वरोध आर भ कया 1348 ई वी म काल म य नामक एक महामार क कोप स यरोप क आधी जनस या म य का ास बन गई खती म काम करन वाल कसान व मजदर क भार कमी हो गई इ लड म कषक दास न अपनी महनत क लए उ चत पा र मक क माग क क त उनक आ दोलन को दबा दया गया 1381 ई0 म वाट टाईलर क नत व म इ लड क हजार कसान न व ोह कया इसम शि पय व कार गर न भी साथ दया ल कन यह व ोह कचल दया गया

इस समय इ लड म यापार क उ न त तथा पजी क वकास न ि थ त म प रवतन ला दया साम त न यह उ चत समझा क व कषक को भ म हल बल बीज आ द साधन दकर उनक उपज का एक नि चत भाग ल ल इस प त न कसान क मि त का माग श त कया सोलहवी सद क अ त तक इ लड म कषक दास क था लगभग समा त हो

गई ल कन कषक क सम याओ का पण प स अ त नह हआ इ लड क अ त र त यरोप क अ य दश म कषक दास क था च लत रह

ि मरनोव और कानाकोवा नामक दो सी इ तहासकार न लखा ह क स म चौदहवी सद म साम तवाद का और उ कष हआ तथा उनक अधीन काम करन वाल कषक क दशा और खराब हो गई पव यरोप क अ य दश म भी कषक क यह दशा थी प हवी सद म जमनी ास व पन म कषक न असफल व ोह कय प हवी सद म जमनी ास व पन म

कषक न असफल व ोह कय प हवी व सोलहवी सद म यरोप क जनस या बढ़न लगी क ष क म ाचीन तर क क योग क कारण अनाज क उ पादन म व नह ह ई इसका तकल भाव पि चमी यरोप क अप ा पव दश पर वशष प स पड़ा य क खराब

मानसन क फल व प पड़न वाल अकाल क समय वहा पर यातायात व सचार क दर यव था क कारण अ य दश स पया त मा ा म अनाज शी ता स नह मगाया जा सकता था प हवी सद म जमनी ास व पन म असफल कषक व ोह ह ए स हवी सद म ास म कई व ोह ह ए िजनम 1675 का जकर व ोह सबस भयकर था इसम ास क टनी दश क प चीस हजार कषक न भाग लया यह व ोह भी कचल दया गया स हवी सद क अ त तक भी कषक इसी कार स दःखमय जीवन यतीत करत रह इ लड को छोड़ कर सभी दश म साम त क अ याचार का अ त नह हआ 1789 क ासीसी ा त क समय ास म कसान को राजा साम त व चच को कर अदा करन क लय एक कसान को अपनी आमदनी का 80

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तशत भाग दना पड़ता था उस साम त क यहा अनक कार क बगार करनी पड़ती थी अ य मामल म भी साम त क वशषा धकार स वह त था

72 इ लड म अठारहवी सद म बाड़ब द आ दोलन अठारहवी सद म इ लड म क ष क म अनक नय योग कय गय ज ो हल

(1674-1740) वारा बीज बोन क लय एक य टाउनशड (1674-1738) क फसल को बदल बदल कर बोन क प त तथा पशओ क न ल व स या बढ़ान क लय राबट बकवल न 1770 क आस पास व ा नक जनन क प त क पालन न खती क उ पादन तथा पशधन को बढ़ान म उ लखनीय योगदान दया आथर यग (1741-1820) नामक एक धनी कसान न छोट-छोट खल खत को मला कर बड़-बड़ क ष फाम बनान का चार कया

बड़-बड़ फाम क चार और बाड़ लगाई गई 1760 स लकर 1815 क म य 956 बाड़ब द अ ध नयम बनाय गय जएल हम ड व बारबरा हम ड न लखा ह क पछल दो शताि दय म यरोप म शायद ह ऐसा कोई प रवतन हआ जो इसक समान मह व रखता हो एनफ ड क मत म व तत यह आ दोलन इ लड क यापा रक व औ यौ गक वकास स स ब धत था इसम एक ाम को आ म नभर बनान क थान पर मनाफा कमान क यव था को अपनाया गया अब फाम म उ पा दत अनाज को बढ़ती ह ई जनस या वाल नगर म भजा जान लगा इसन क ष को एक पजीवाद उ योग बना दया

इसम कोई सदह नह क बाड़बद स काफ मा ा म बकार पड़ी भ म म खती कया जाना स भव हो सका तथा बड़ फाम म नवीन प त स खती कय जान क फल व प भी क ष उ पादन बढ़ा ल कन बाड़ब द क कारण अनक छोट कसान को भ म छोडन क लय बा य होना पड़ा भ म स बदखल होकर व रोजगार क तलाश म शहर म चल गय

य य प हम इ लड म बाड़ब द क आ दोलन को व ोह नह मान सकत क त क ष क म यह एक मह वपण प रवतन था यह क ष क म ऐसा कदम था िजसन क ष को यावसा यक प द दया

73 ास म कषक क दशा 1675 ई0 क व ोह क बाद ास म महान ा त तक कसान का कोई और व ोह

नह हआ और न ह उनक दशा म कछ सधार हआ ासीसी ा त (1789) क समय चच लगभग प ह तशत साम त बीस तशत नगर क धनी यि त ततीस तशत भ म क वामी थ ास क आबाद का 85 तशत भाग खती पर नभर था ल कन उसक पास कवल

एक तहाई भ म थी इनक पास िजतनी भी भ म होती वह उनक प रवार क भरण पोषण क लय पया त नह थी उ ह राजा चच साम त आ द को कर दन पड़त थ आथर यग न 1787 स 1789 तक ास क ामीण का मण करक लखा था क आम तौर पर ासीसी कषक का मनोबल इतना कमजोर था क उस ऊचा उठाना सभव नह था व कवल

जी वत रह कर ह सत ट थ जलाई 1789 म बा तील (Bastille) क पतन क समाचार य ह ास क दहात म पह च वहा पर कसान न कल न वग क नवास पर आ मण कर दय इन आ मण म वशष प स उन द तावज को न ट कया गया िजनम उनक दासता

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क सा य उपल ध थ सभी कषक व ोह क भा त इस व ोह म भी कषक का एक ह ल य था व दासता स म त होना चाहत थ इस कार क कायवाह 1790 ई0 तक चलती रह

ास क रा य सभा न वशषा धकार क समाि त क अ तगत कानन वारा ास म कषक दास क था समा त कर द पहल कानन वारा भ- वा मय क सभी यि तगत अ धकार समा त कर दय गय और कषक को भ म का वामी माना गया दसर कानन म यह कहा गया क ास म भ म उसी तरह स वत रहगी िजस तरह स अब यहा रहन वाल यि त वत रहग अब एक कषक अपन खत म मनचाह तर क स खती कर सकता था तथा अपनी उपज को बच सकता था

य य प उपय त कानन क अनसार कषक दास था का अ त हो गया ल कन इनस कसान क स पण आशाए फल फत नह ह ई इन क अनसार साम त क अनक वशषा धकार जस सामत का भ म पर वा म व यि तगत अ धकार शकार व मछल पकड़न क अ धकार समा त कर दय गय तथा इनक बदल म कसान को कोई मआवजा अदा नह करन क आदश दय गय ल कन भ म का बकाया कराया और साम त को अदा क जान वाल अ य बाक दनदा रय को माफ नह कया गया इनक अदायगी करन क लय एक कसान को लगभग बीस वष का कराया अदा करना पड़ता था अतएव कसान म असतोष बना रहा 1792 व 1793 ई0 म इस कार क अदायगी को माफ कर दया गया

इस समय भ मह न कसान अथवा थोड़ी सी भ म वामी यह चाहत थ क चच स छ नी ह ई भ म उनम वत रतक जाय क त ऐसी भ म को सम कसान अथवा यापा रय आ द न खर द कर उ ह इसस व चत कया

74 जमनी क रा य म सधार अठारहवी सद म जमनी अनक रा य म वभािजत था सभी रा य म कषक अपनी

दशा स असत ट थ व कभी भी व ोह कर सकत थ अत कछ छोट रा य न कषक दास क था का अ त करन क लए कानन बनाय 1770 व 1780 क म य यक आफ सवाय न

अपन दश म कानन वारा इसको समा त कया शया जो क एक बड़ा रा य था म वहा क स ाट ड रक मकान न अपन अधीन भ म म कसान क कर व बगार क भार को कम कया 1786 ई0 म उसक म य तक इस दशा म उ लखनीय ग त नह ह ई 1807 स लकर 1817 ई0 तक शया म अनक आदश जार कय गय िजनक अनसार कषक अपन साम त को कछ रा श अथवा भ म का भाग दकर भ- वामी बन सकता था ल कन य आदश उन कसान पर लाग नह होत थ जो स दय स एक भ म पर खती नह करत थ अतएव इसका भाव सी मत ह रहा

75 आि या - हगर आि या - हगर क सा ा य म कषक क दशा अ यत शोचनीय थी यहा तक कहा

जाता ह क हगर व बोह मया म कसान पशओ क तरह रहत थ 1768 म बोह मया क कसान न व ोह कया इसक तर त बाद भी ऐस व ोह होत रह इनका चरमो कष 1775 क व ोह म दखा जा सकता ह कसान क म य शकायत का आधार यह था क सामा य

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वष म भी उनस भार कर वसल कया जाता था और असामा य वष (1765 और 1770) क बीच जब फसल बार बार खराब ह ई तब यह बोझ असहनीय हो गया उस समय आि या म म रया थ रसा का शासन था तथा उसका प जोजफ र ज ट क ह सयत स शासन का सचालन कर रहा था 1771 ई0 म जोजफ न बोह मया का दौरा कया कसान क ददशा को दख कर उसन सफा रश क क क ष दास था को समा त कया जाय य य प कसान का बोझ ह का करन क लय म रया थ रसा एक तदथ कानन बनान क प म थी ल कन वह इस था क स थागत अि त व पर आ मण करन क लय तयार नह थी स ाट बनन क बाद जोजफ न एक ल बी योजना क तहत कषक दास था को समा त करन का नणय लया उसन यह अनभव कया क इस था स रा य को अ धक आय नह rsquo होती थी कल न वग को कसान िजतना लगान दत थ उसका एक अश ह कल न वग रा य को दता था 1780 ई0 क अ यादश क अनसार उसन आि या - हगर म सामती उगाह का बोझ कछ कम कया तथा क ष दास को यह गारट द क व अपनी पतक भ म क उ तरा धकार मान जायग 1784 क अ यादश क अनसार भ म कर क दर को समान बनाया गया तथा वशषा धकार क नाम पर कसी भी वग को मलन वाल कर छट को समा त कया गया इसक लय उसन भ - सप त क सव ण का काय भी आर भ कराया िजसम पाच वष लग इस अव ध म वशषा धकार ा त वग न इस अ यादश का इतना वरोध कया क इस कभी लाग नह कया जा सका

इस कार साम तवाद क अ धकार को समा त करन म जोजफ असफल रहा

76 स म व ोह (1703-1772) स म क ष दास का दमन कया जाता था अ धक स अ धक काय लन क लय

कल न वग अपन अधीन कषक को दबा कर रखत थ 1649 ई0 म कसान क दमन स सबि धत सभी कानन को व ध स हता म सग ठत कया गया पीटर महान (1689-1725) क शासन काल म भी यह नी त अपनाई गई उसन बड़ी स या म कषक को कल न का दास बनाया 1703 ई0 म पीटर न एक नयी राजधानी बनान का काय आर भ कया सट पीटसबग क नमाण क लय स क भ न भ न भाग स कसान को लाया गया उनक रहन व खान क सम चत यव था नह क गई फल व प सह कसान मर गय उसन साम तवाद को नव विजत दश म भी लाग कया इसी समय यराल दश म लोह उ योग वक सत हो रहा था वहा पर भी बड़ी स या म कसान व मक को भजा गया द ण व द ण पव स म रहन वाल मक न करो क भार तथा अ नवाय स नक व मक क भत क अ यायपण काय क व व ोह आर भ कया यह व ोह भ न भ न थान पर भ न भ न समय म ह ए इनम स सबस लोक य व ोह अठारहवी सद क थम दशक म अ ाखान वश क रया और डान दश म हआ 1705 ई0 म अ ाखान क व ोह न भयकर प धारण कर लया क त उस दबा दया गया 1707 ई0 को डान म ह ए व ोह म म य प स कसान न भाग लया इनका नता क ाट बलावीन था शी ह यह व ोह सम त

द ण पव स म फल गया बलावीन न गर सी जा तय का सहयोग ा त करन क भी

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को शश क जलाई 1708 ई0 तक चलता रहा 1709 व 1710 ई0 म इस दश म यदा कदा व ोह होत रह ल कन पीटर न इन व ोह को दबा दया 1714 ई0 क एक आदश वारा उसन भ म पर साम त क अ धकार को वशोगत बना दया भखमर क कारण भ म

छोड़ कर भागन वाल कषक को ढढ कर लान व उ ह सजा दन का ब ध कया गया इस कार स म अठारहवी सद म साम त को और अ धकार दय गय य य प कथ रन महान को एक ब नरकश शासक माना जाता ह ल कन उसन

कषक दास क भलाई क लय कछ नह कया 1765 ई0 म साम त को अ धकार दय गय क व कषक को सजा द सक उनम असतोष क वाला फर स भड़क उठ

77 स म 1773-1775 का कषक व ोह सरकार वारा साम त क ि थ त ढ़ करन और कषक पर उनक अ धप तय क बढ़त

ह ए अ याचार क कारण दोन वग म कटता और बढ़ गई सी सा ा य क पव भाग म कषक क अ त र त खान व लोह क कारखान म काम करन वाल मक भी अपनी दशा स असत ट थ इस म गर सी जा तया तातार मोर डो वयन चवा श (बईनऔम) और बश कर क कसान भी भ म छन जान क कारण सरकार क व हो गय थ गर ब कोसक (Cossack) म भी असतोष बढ़ रहा था

मई 1773 ई0 म डान दश का रहन वाला थम लयन पगाचोव नामक एक कोसक जो कई बार जल म सजा भगत चका था कारागह स भाग नकला उसन वय को स का स ाट घो षत कया तथा पीटर ततीय क उपा ध धारण क कोसक व भ म छोड़ कर भाग ह ए कषक न उसका साथ दया आर भ स ह पगाचोव न कषक को अ याचार का मकाबला करन क लय उकसाया तथा उनक दशा सधारन क लय य न करन का वचन दया शी ह उसका साथ यराल क मक न दया उ ह न अपन कारखान स बदक व ो हय को द तथा काफ मा ा म कारखान क बाहर ब दक बनाई दस बर 1773 तक ओरनबग पम और स ब क क दश म भी यह व ोह फल गया तथा गर सी जा तय क सद य भी इसम सि म लत हो गय मक तथा गर- सय का कसान का साथ दन स ि थ त ग भीर हो गई माच 1774 म ला त चवो (Tatishchevo) क कल पर शाह सना न पन अ धकार कर लया इसी समय उफा म भी व ो हय क हार ह ई पगाचव यराल क पहाड़ म चला गया ल कन यहा पर भी वह परािजत हआ अब वह वो गा क नकट क दश क ओर मड़ा वहा पर उस कषक व गर सय का समथन मलन क आशा थी जन 1774 म उसन कजान क शहर को जीत लया एक बार फर हार कर पगाचव न वो गा नद को पार करक डान दश म पह चन क को शश क इस बीच सना उसका बराबर पीछा कर रह थी पगाचव को गर तार कया गया तथा जनवर 1775 म उस तथा उसक कछ सा थय को फासी द गई उसक गर तार क थोड़ समय बाद व ोह शा त हो गया

पगाचव क हार क न ना कत कारण थ - (1) व ोह म भाग लन वाल व भ न त व म वह एकता कायम नह रख सका

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(2) व ो हय क द त अनक थान पर तनात कर दय गय थ अतएव व सग ठत होकर नह लड़ सक

(3) उनक पास श क कमी थी (4) शाह सना क शि त उनस कह अ धक थी (5) उसम सगठन क मता का अभाव था (6) उसन अपन अनया यय क सामन उनक दशा सधारन क लय एक काय म क

प ट परखा नह बनाई थी प रणाम 1773-1775 ई0 क व ोह क प रणाम कषक क लय हतकार स नह

ह ए कथ रन वतीय न 1775 ई0 म एक अ यादश वारा ा त का पनगठन कया यह नई यव था पहल क अप ा अ धक क कत व नरकश बनी सी सा ा य क सीमावत ात जहा पर गर सी काफ स या म रहत थ सभी कार क वाय ता क अ धकार को

समा त कया गया 1785 ई0 म साम त को एक चाटर (Charter) दान कया गया इसम उन सब अ धकार क पि ट क गई िजनका क उस समय व योग करत थ उ ह अपन सगठन बनान का अ धकार भी दया गया इन सगठन पर गवनर को नर ण क अ धकार दय गय

अठारहवी सद म स म कषक न बार बार व ोह कय इसका म य कारण स क जार क कषक वरोधी नी त थी उ ह न समय पर साम त क शि त ढ़ करन तथा कषक क दमन करन क लय कानन बनाय आम तौर पर अठारहवी सद म स क कषक व ोह उसक पव भाग म ह ए जहा लोह क खान व कारखान म मक काम करत थ तथा गर सी जा तया नवास करती थी अतएव अ धकाश कषक व ोह म उपय त त व न भी भाग लया य व ोह सग ठत न होन क कारण असफल रह वा तव म व सी सा ा य क शि त क आग सफल भी नह हो सकत थ

स म कषक क शोचनीय दशा उ नीसवी सद क ार भक छ दशक तक बनी रह 1861 म स ाट एलकजडर वतीय न स म एक अ ध नयम वारा कषक दास क था को समा त करन क घोषणा क य य प यह अ ध नयम अपन उ य म पण प स सफल नह हआ क त फर भी यह कसान को साम त क अ याय स बचान क दशा म एक मह वपण कदम था

78 यरोप क अ य दश क ि थ त अठारहवी सद म पन पतगाल व इटल म कषक क दशा म वशष प रवतन नह

हआ य य प व साम त क अ याय स पी ड़त रह क त उ ह न साम त था क अ त क लय कोई आ दोलन नह कया बा कन दश म इसी कार क दशा थी उस समय वहा पर तक का रा य था तथा व पराधीनता का जीवन यतीत कर रह थ इन सभी दश म क ष अ य त पछड़ी ह ई दशा म थी तथा वहा क कषक आ दोलन करन क ि थ त म नह थ हाल ड डनमाक व वडन जो क इ लड क नकट थ म भी इ लड क तरह बाड़ब द क

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गई तथा वहा पर नवीन क ष प तय का अनसरण कया गया इसस वहा क कसान क दशा कछ हद तक सधर इन दश म भी अठारहवी शता द म कोई आ दोलन नह हआ

79 साराश चौदहवी सद तक इ लड म साम तवाद का बोलबाला था तथा कषक क दशा शोचनीय

थी ल कन सोलहवी सद तक इ लड म कषक दास क था समा त हो गई यरोप क सभी दश म कषक दास क था अठारहवी सद क आर भ तक बनी रह प हवी सद म जमनी ास व पन तथा स हवी सद म ास म असफल व ोह ह ए

अठारहवी शता द म इ लड म क ष क म नवीन प त का वकास हआ तथा बाड़ब द क गई ल कन हाल ड ास व ए शया क कछ भाग को छोड़ कर शष यरोप म खती ाचीन तर क स ह होती रह साम त क अ याय भी यथावत बन रह

ासीसी ा त क आर भ होन क बाद कषक न साम त क नवास थान पर आ मण करक अपनी दासता क सा य को न ट कया 1789 ई0 म रा य सरकार न सामतो स मि त दलान क लय दो कानन पास कय 1792 व 1793 ई0 म भी इस दशा म य न कय गय

आि या - हगर सा ा य क बोह मया दश म 1768 स 1775 तक बार बार कसान क व ोह ह ए य य प वहा क स ाट जोजफ न कषक को कछ रयायत द ल कन वशषा धकार ा त वग क वरोध क कारण उसक आदश को लाग नह कया जा सका

स क शासक न साम त का समथन ा त करन क लय समय समय पर उ ह अ धकार दान कय तथा कषक का दमन कया 1705 ई0 स लकर 1775 ई0 तक स म कषक क अनक व ोह ह ए इनम स पगाचव क नत व म 1773-75 का व ोह सबस भयकर था य व ोह स क पव भाग म ह ए इन व ोह म खान व कारखान म काम करन वाल मक तथा गर सी जा तय न भाग लया असग ठत होन तथा व ोह म भाग लन वाल त व म एकता क अभाव म य सब व ोह असफल रह इन व ोह क बाद भी स क शासक न दमन क या जार रखी

य य प यरोप क अ य दश म कषक क -ि थ त खराब थी ल कन तहा पर कोई आ दोलन नह ह ए

710 बोध न 1 अठारहवी सद क आर भ म कषक क दशा का वणन क िजए इस शता द म

आि या - हगर म ह ए कषक आ दोलन का व ोह का ववचन क िजए 2 अठारहवी सद म कषक क त स क शासक क ि टकोण का व लषण

क िजए इस सद म स म ह ए कषक व ोह का स त वणन करत ह ए कषक व ोह का स त वणन करत ह ए उनक असफलता क कारण क ववचना क िजए

3 न न ल खत वा य को पढ़ कर उनक स मख सह () या गलत () का नशान लगाईय

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(1) ासीसी ा त क आर भ होन क बाद कषक न साम त क नवास थान पर आ मण करक उन द तावज को न ट कया जो उनक दासता क सा य थ

(2) आि या का स ाट जोजफ साम तवाद क अ धकार को समा त करन म सफल रहा

(3) अठारहवी शता द म स म कषक क अनक व ोह ह ए (4) अठारहवी सद म स क अ धकाश कषक व ोह क बाद वहा क सरकार न

उनक ि थ त म सधार कया

711 सदभ थ 1 पाथसारथी ग ता (स पादक) यरोप का इ तहास वतीय स करण 1987 नई

दहल 2 Peter Gay and RK Webb Modern Europe Harper and Row

New York 1973 3 History of the USSR Part I (English Translation) ndash From the

Earliest Times to the Great October Socialist Revolution Progress Publishers Moscow 1977

4 Chapter VI and VII Written by MP Vyatkin and AG Mankow on Early Eighteenth Century and Second Half of the Eighteenth Century Robert Briggs ndash Early Modern Europe 1560-1718 Oxford University Press 1977

5 Edward Eyre (Director) ndash European Civilization ndash Volume V Oxford University Press London 1977

6 Montague Fordham ndash The European Peasantry 1600-1914 7 RR Enfield European Agriculture since 1750

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इकाई-8 नगर व शहर का वकास एव म नगर करण

इकाई क परखा 80 उ य 81 तावना 82 ाचीन काल क नगर क आबाद व बनावट 83 नगर क आबाद म व व उसक आकड़ 84 जनस या म व क कारण 85 ाम स नगर क ओर पलायन 86 नय नगर का व प 87 प रणाम 88 साराश 89 बोध न 810 सदभ थ

80 उ य इस इकाई क अ ययन स आप समझ पायग क यरोप म नगर व शहर का वकास

कस हआ नगर करण क इस या स ामीण जीवन कस भा वत हआ तथा नगर करण क या प रणाम ह य

81 तावना ाचीन काल क नगर एव नाग रक वारा अ धकार क ाि त हत कय गय य न

रोम व यनान क स यता क इ तहास म अनक नगर रा य का उ लख मलता ह इटल व यनान क ऐस नगर क अ त र त रोमन सा ा य क व भ न भाग म भी नगर क अि त व क बार म जानकार मलती ह उस काल म ऐस नगर कसी राजा अथवा साम त क गढ़ क चार ओर बसाय जात थ य नगर ाम स कछ बड़ होत थ तथा इनक आबाद भी गाव स अ धक होती थी अपन अ धप त क त नगर क नवा सय को लगभग उ ह दा य व का पालन करना पड़ता था जो क गाव म कषक दास (Serf) करत थ धम य और रा य रा य क उदय क कारण सामत क शि त ीण होन लगी इस काल म वा ण यवाद का उदय व व तार भी हआ नाग रक न साम त को बा य कया क वह यक प रवार स कर वसल न करक सम त नाग रक स साम हक प स कर वसल कर उ ह न अपन-अपन नगर क बाजार का ब ध भी अपन हाथ म ल लया अपन अ धप त क अदालत म ववाद का नपटारा करान क थान पर व अपनी बनाई गई अदालत म मकदम क सनवाई और फसल करन लग ऐस सब अ धकार क स ब ध म उ ह न राजा अथवा साम त स चाटर (Charter) ा त कय इ ल ड म यापा रय क सगठन न साम त को वपल धनरा श अदा कर य अ धकार ह तगत कय ास व नीदरल ड म नाग रक क सगठन को क यन

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(Commune) कहत थ इन क यन न अपन साम त क व सफलतापवक व ोह कय जमनी म अनक नगर न मलकर ऐस अ धकार लय तथा साम हक सर ा क लय ब ध भी कय इस समय म कछ भावशाल पाद रय ( बशप) न भी कछ नगर बसाय इ ह बसात समय उ ह न नाग रक को उनक अ धकार क स ब ध म चाटर दान कय

82 ाचीन काल क नगर क आबाद व बनावट हज क अनसार चौदहवी सद क अ त म यरोप क अ धकाश नगर क आबाद अ धक

नह होती थी पाच हजार क आबाद वाला नगर बड़ा माना जाता था इसस भी अ धक आबाद वाल नगर थ ल कन उनक स या अ धक नह थी यहा तक क लदन प रस स वल व नस यबक रोम आ द जस बह त बड़ नगर क आबाद एक लाख स कम थी यरो पयन दश क अ धकाश जनस या नगर क अप ा ाम म अ धक थी

उस समय क नगर क नवासी यापार क साथ बागवानी व छोट पमान पर क ष करक अपना जीवन यापन करत थ आम तौर पर एक नगर क चार ओर मजबत ाचीर होती थी और अनम त प क वारा ह एक नगर क व भ न दरवाज स शहर म वश मलता था नगर क चारद वार क अ दर व भ न कार क मकान होत थ जो एक दसर स सट ह ए होत थ इसम चच टाउन हाल व यापा रक तथा कार गर क सगठन क इमारत भ य होती थी सड़क चौड़ी नह थी ग लया इतनी सकड़ी होती थी क उनम स घोड़ा गाड़ी आ द क ठनता स गजरत थ ग लय व बाजार म पानी क नकास क लय ना लय का ब ध नह होता था यक नगर म एक थानीय स था होती थी रात म नगर क दरवाज ब द कर लय जात थ शा त व स यव था बनाय रखन क लय प लस नय त क जाती थी ल कन उनक स या बह त कम होती थी

83 नगर क आबाद म व व उसक आकड़ चौदहवी सद स इन नगर क आबाद बढ़न लगी समय क स य साथ अनक कारण

स पहल स था पत नगर क आबाद बढ़ती गई यहा तक अनक थान म मन य नगर क चारद वार क बाहर भी बस गए प हवी सद क बाद क यग म यरोप म कई अनक नय नगर बस तथा कछ परान नगर क सम न ट हो गई ल कन फर भी 1830 म यरोप म नगर क अप ा ामीण म मन य अ धक स या म नवास करत थ इटल व ास स उसक कल जनस या क साठ तशत ए शया म स तर तशत पन म न ब तशत और स तथा पव दश म पचानव तशत आबाद गाव म रहती थी य - य इन दश म

औ यो गक वकास क ग त म तजी आती गई य - य गाव स मन य अ धका धक स या म शहर म आन लग

म य यग क अ त व आध नक यग म नगर क वकास क अनक कारण ह इनम सबस मख कारण यरोप क सभी दश म जनस या क लगातार व होना ह ोफसर कार साडस न 1300 व 1600 ई0 म यरोप क व भ न दश क जनस या क न ना कत आकड़

तत कय ह

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-स दश का नाम जनस या 1300 ई0 1600 ई0 1 इगल ड चाल स लाख पसठ लाख 2 ास 1 करोड़ 40 लाख 1 करोड़ साठ लाख 3 पन व पतगाल साठ लाख 1 करोड़ 4 जमनी (नीदरलड क साथ) 1 करोड़ 50 लाख 2 करोड़ तीस लाख 5 डनमाक दस लाख छ लाख 6 वडन छ लाख - 7 नाव तीन लाख - 8 इटल 1 करोड़ यारह लाख 1 करोड़ तीस लाख

इसस प ट ह क चौदहवी स स हवी सद म अनक दश क जनस या म व ह ई स हवी सद क बाद जनस या क व क दर और बढ़ गई य - य व भ न दश म औ यो गक वकास क ग त बढ़ य - य जनस या क व क दर भी बढ़

चौदहवी सद स यरोप म जनस या क बढ़न क कारण का स त म व लषण करना आव यक ह य क नगर करण म व स इसका घ न ठ स ब ध ह

84 जनस या म व क कारण 1 पर परागत धारणाओ का अत कार साडस क अनसार म य यग म ईसाई समाज

म शर र क प व ता (Celebeoy) को एक न तक कत य माना जाता था य क मन य क जीवन म न तकता का अ य त मह व था ल कन अनक ईसाई सत न खल बसी (Celebacy) पर जोर दत ह ए भी यह माना था क अ धकाश ि य व प ष को शाद कर लनी चा हए फर भी कछ मन य अ ववा हत ह रहत थ पनजागरण क समय स यह धारणा कमजोर पड़ती गई

2 भयकर रोग क कोप म कमी ाचीन काल स ह लग व हजा भयकर रोग स यरोप क दश म बड़ी स या म मन य म य क ास बन जात थ अतएव म य दर अ धक थी अनक शश भी बा याव था म मर जात थ ल कन प हवी शता द स औष ध व ान म नर तर ग त होती गई फल व प लग व हजा आ द का कोप बह त कम हो गया शश भी अ धक स या म जीन लग इसस ज म दर बढ़ती गई म य दर क कम होन तथा ज म दर क बढ़न स आबाद म व ह ई

3 द भ का अ त लगभग स हवी शता द तक वषा क अभाव म फसल खराब हो जाती थी तथा द भ क कोप स काफ मन य मर जात थ क ष क ldquoनवीन प तrdquo क योग स अ न का उ पादन बढ़ता चला गया फल व प अकाल का कोप समा त हो गया

4 यापार म उ न त वा ण यवाद क उदय व व तार स अ तदशीय व वदशी यापार म व ह ई यापा रक काय क लय अ धक यि तय क आव यकता पड़न लगी अब वा ण यवाद क समथक क साथ रा य क सरकार भी

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जनस या म व चाहन लगी वा ण यवाद क वशष - व लयम टपल डवीनट आ द न रा य को इस ओर कदम उठान क लय रत कया अनक रा य न ववा हत यि त को कर म छट द तथा अ ववा हत यि त पर अ त र त कर लगाय कह -कह पर बड़ प रवार वाल यि त को रा य क तरफ स आ थक सहायता भी द जान लगी

5 क ष उ पादन म व ाचीन व म य यग म यरोप म एक नगर क सम उसक आस-पास क म अनाज क उ पादन पर नभर रहती थी यातायात क क ठनाईय क कारण दसर थान स अनाज नह लाया जा सकता था एक ओर तो क ष उ पादन म व न अकाल को लगभग समा त कर दया तो दसर ओर यातायात क साधन न यह सभव कर दया क दर-दर स अनाज मगाया जा सक अतएव अब नगर अपन आस-पास क क अनाज क उ पादन पर नभर नह रहा वह अपनी बढ़ती ह ई जनस या क लय अनाज का ब ध कर सकता था

6 स नक आव यकताए यरोप क व भ न दश पार प रक सघष म लग रहत थ इ ल ड क पहल ास और बाद म हाल ड क साथ त पधा व तीस वष य य (1618-1648) इसक उदाहरण ह ास क लई चौदहव (1643-1715) न ास को य म उलझाय रखा स क पीटर महान न व तारवाद नी त अपनाई इन य क लय स नक क आव यकता बनी रहती थी अत सब दश यह चाहत थ क उनक जनस या म व हो ता क उ ह अ धक स नक मल सक

7 औ यो गक वकास इ ल ड म औ यो गक वकास क फल व प जनस या म व ह ई अठारहवी शता द क उ तराध और उ नीसवी सद म यरोप क अ य दश म यह या आर भ हो गई तथा उनक जनस या भी बढ़ती गई अठारहवी सद क म य व उ नीसवी सद क अ त तक यरोप क जनस या म तीन गनी व ह ई

85 ाम स नगर क ओर पलायन नगर करण क एक वशषता गाव स शहर क ओर मन य का पलायन था इ ल ड

म इस कार का पलायन वा ण य क वकास स आर भ हआ क ष क उ न त तथा औ यो गक ा त क समय इसम व ह ई अ य दश म भी यापार क ष व उ योग क वकास क समय इस कार क व त दखन को मलती ह म य यग व आध नक यग क आर भ तक यरोप क यक दश म नगर क आबाद क मकाबल म ामीण क आबाद बह त अ धक थी 1830 इ वी म इटल व ास म कल जनस या का साठ तशत शया म स तर तशत पन म न ब तशत और स तथा पव यरोप क दश म 95 तशत ामीण म रहता था

1851 म इ ल ड म पहल बार ाम क मकाबल म शहर क आबाद अ धक दज क गई इस समय म यरोप म प चीस नगर ऐस थ िजनक आबाद एक लाख क लगभग थी इनम स चार इ ल ड तथा एक काटलड म था इसम लदन क आबाद जो 1800 म एक

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लाख थी 1830 म डढ़ लाख हो गई थी इ ल ड को छोड़ कर शष यरोप म प रस क त त नया सट पीटसबग नप स वयना मा को ब लन एम टडम डि लन ह बग वारसा मलान रोम म ड पलरन व नस लयो बडाप ट मास लज व बास लोना क नगर क आबाद पचास हजार स लकर तीन लाख तक थी

उ नीसवी सद क उ तराध तथा बीसवी सद म नगर क आबाद बढ़ती गई तथा ाम क जनस या म कमी आई इस अव ध म एक ओर नगर क आबाद बढ़ और दसर तरफ काफ स या म भ मह न कषक कशल कार गर व मक गाव स नगर म आय

नगर क आबाद म व तथा वहा गाव स मन य क लगातार आगमन का प रणाम यह हआ क 1914 म इ ल ड म उसक कल जनस या का 80 तशत ास म 45 तशत स कछ अ धक तथा जमनी म 60 तशत यि त शहर म रहत थ इस समय म स पोल ड व डनमाक म लगभग एक तहाई जनता शहर म रहती थी 1850 क बाद बड़ शहर क आबाद म वशष प स तजी क साथ व ह ई पहल प चीस नगर को बड़ा माना जाता था ल कन 1914 म ऐस पचास नगर थ िजनक आबाद एक लाख स अ धक थी

ाम स नगर क ओर मन य क पलायन क लय न ना कत प रि थ तय िज मवार थी

1 कषक दास क मि त म य यग म जमीदार न क ष म होन वाल घाट स बचन क लय यह उ चत समझा क व कषक को हल बल आ द साधन द कर तथा उनस फसल क एक नि चत भाग लकर भ म का त क लय द द इस प त स एक ओर तो जमीदार सभा वत नकसान स बच गय तथा दसर ओर कसान जमीदार क त अ य दा य व स म त हो गय फल व प इ ल ड म धीर-धीर कषक म त हो गय सोलहवी सद तक वहा पर कषक दास (Serfdom) क था लगभग समा त हो गई अब ाम स अनक कसान शहर क ओर चल गय

2 खत क बाड़ बद इ ल ड म तथा कछ समय बाद ास व जमनी क कछ भाग म छोट-छोट खत को मला कर बड़ खत (farms) बनाय गय इसस अनक गर ब कसान भ मह न हो गय तथा रोजगार क तलाश म नगर म आय

3 अ तरा य यापार का वकास वाल बक व टलर क अनसार प हवी सद म इ ल ड एक मह वह न यापा रक रा था ल कन सोलहवी सद म इगल ड का यापार बढ़न लगा इसी समय म पि चमी यरोप क कछ दश का यापार भी बढ़ा अ तरा य यापार क क आ त रक भाग क नगर थ जहा बाहर जान वाला माल इक ा कया जाता था ल कन इनस भी अ धक हलचल उन ब दरगाह पर होती थी जहा स जहाज बाहर जात थ अतएव ऐस थान पर रोजगार क लय गाव स काफ मन य आकर बस

4 औ यो गक वकास इगल ड म औ यौ गक ा त क समय कारखान को बड़ी मा ा म मजदर क आव यकता ह ई गाव स भ मह न कषक कार गर मक व बकार यि त शहर क कारखान म काम करन आय

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86 नय नगर का व प ाचीन नगर क चार द वार क बाहर भी मन य मकान बना कर रहन लग धीर-धीर

अनक नगर म सर ा क य ाचीर तोड़ द गई औ यो गक वकास क ग त म तजी क फल व प िजन नगर क आबाद बढ़ रह थी

व नगर आस पास क दहात तक फल गय यहा तक क ऐस दहाती नगर क समह बन गय ऐस थान म नगर तथा ाम क म य का अ तर लगभग समा त हो गया इस कार का प रवतन इगल ड तथा जमनी औ यो गक दश म प ट प स दखा जा सकता

था कछ थान पर गाव न नगर का प धारण कर लया य क इन थान पर यापार

अथवा उ योग क क खल गय थ इगल ड म इस कार क या का भाव सबस अ धक हआ

इगल ड म राजधानी क अ त र त अ य थान पर भी नगर का वकास हआ ल कन यरोप म रा य क राजधा नय क आबाद ह वशष प स बढ़

87 प रणाम 1 म यम वग का उदय नगर करण क व तार क यग का सबस मह वपण प रणाम

इन नगर म म यम वग का उदय था लगर न लखा ह क नाग रक जीवन स नवो दत म यम वग का सबस घ न ठ स ब ध था यह कहना क ठन ह क इस बज य (Burgeoise) वग म कस कार क यि त सि म लत थ कवल यह कहा जा सकता ह क आम तौर पर म यम वग क सद य गर क ष काय तथा कशल कार गर क काय क अ त र त अ य काय स ा त आमदनी स अपनी जी वका चलात थ उनक पास न तो क ष क लय काफ भ म होती थी और न ह व मक बन कर कमा सकत थ

मा यम वग को भी उ च व न न णी म वभािजत कया जा सकता ह उ च वग म बड़ यापार उ योगप त बकर धनी नवषक और अ छ आय वाल यवसाय म काम करन वाल यि त थ न न म यम वग क सद य उ च वग तथा म यम वग क उ च णी क यि तय क आव यकताओ को पर करत थ इनम दकानदार कशल कार गर बक सरकार द तर औ यो गक व यापा रक त ठान म काम करत थ वक ल कलाकार व ब जी वय को भी इसम सि म लत कया जा सकता ह

इस म यम वग न यरोप क यक दश क राजनी त म मह वपण भ मका अदा क य य प उ च म यम वग क सद य सतोष पण जीवन यतीत करत थ ल कन न न म यम वग को आ थक क ठनाइय का सामना करना पड़ता था

2 मक का दखमय जीवन यरोप क नगर क औ यो गक त ठान तथा क ष फाम म एक बड़ी स या म मक को नौकर द गई फ ट रय म काम करन वाल मजदर क दशा अ य त शोचनीय थी उनक रहन क उ चत यव था नह क गई थी व तग ग लय और बना हवादार मकान म रहत थ इसस उनक तथा उनक प रवार क सद य पर बरा असर पड़ता था शहर म काम करन वाल अ य अकशल मक क दशा भी खराब थी

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3 नगर का बतरतीब वकास लगभग यरोप क सभी नगर का वकास बना कसी योजना क हआ पहल स ह नगर म तग ग लया व कम चौड़ी सड़क थी अब य बढ़ती ह ई आबाद क लए क ठनईय पदा करन लगी शहर क चारद वार क बाहर भी मकान का नमाण बतरतीब ढग स हआ थानीय स थाए उन पर कोई नय ण नह रख सक

4 वा य पर बरा असर यह पहल बताया जा चका ह क म यकाल क आर भ क नगर म पानी क नकास क सम चत यव था नह थी तथा शहर म गदगी रहती थी इसस नाग रक क वा य पर बरा असर पड़ता था परान नगर क वकास तथा नय नगर क थापना क समय इस सम या पर यान नह दया गया समय क साथ साथ यह सम या

ग भीर होती चल गई अनक ग द बि तया (Slums) बनी फल व प मन य व भ न बीमा रय स त होन लग

5 अपराध क स या म व शहर बरोजगार क स या धीर धीर बढ़ती गई इसन शहर म रहन वाल मन य म अपराध क व त को ज म दया अथवा उसको उकसाया

6 मान सक तनाव ाम क अप ा शहर का जीवन अ धक तनाव पण होता ह एक नाग रक अपनी ज रत को पर करन म वय को असमथ पाता ह और मान सक तनाव का शकार हो जाता ह

ल कन शहर क उ थान व वकास क अनक लाभ भी थ 1 ब जीवी वग का वकास ाम क अप ा शहर म रहन वाल ब जी वय क

स या अ धक थी य ब जीवी आपस म मलत भी रहत थ फल व प नगर म सा ह य व कला का वकास हआ

2 व ा नक ग त यरोप क नगर म व ा नक अनसधान क क खोल गय इसम अनसधान क स वधाए उपल ध कराई गई इसस व ा नक म ग त ह ई

3 सामािजक आ थक व राजनी तक प रवतन क क यरोप क सभी नगर सामािजक राजन तक व आ थक ा त क क बन गय वहा पर इन म काफ हलचल होती रहती थी तथा व मल कर कसी भी अ याय का वरोध करन क लय शी सग ठत हो जात थ

शहर और ाम क स यता म अ तर अभी तक व यमान ह गाव क नवासी शा तपण जीवन यतीत करत ह ल कन शहर क नवा सय का जीवन बा य आडबर व तड़क भड़क स प रपण होता ह अतएव शहर म रहन वाला सदव कसी न कसी कार क तनाव स त रहता ह शहर क कोलाहल पण जीवन म उस शा त नह मलती ल कन वह इस जीवन का अ य त हो जाता ह

88 साराश इस इकाई म आपन यरोप क ाचीन काल क नगर क ि थ त का अ ययन कया

तथा यापा रक सगठन व क यन वारा साम त स अ धकार प (ब तजमत) ा त करन क बार म जानकार ा त क उस समय क नगर क आबाद व बनावट क स ब ध म यह मालम हआ क व बतरतीब बन थ तथा उनक आबाद पाच हजार स एक लाख तक थी

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यरोप क कल जनस या म स अ धकाश ाम म ह रहती थी ल कन 1300 स 1600 ई0 क म य शहर क आबाद बढ़ इसका म य कारण सभी थान पर जनस या म व थी इसक साथ यह भी जाना क इसक या कारण थ ाम स नगर क ओर काफ स या म यि तय क पलायन स नगर क जनस या बढ़ 1851 क बाद व भ न नगर क आबाद क आकड़ स ात होता ह क उस समय एक लाख स अ धक आबाद वाल शहर क स या 25 थी नय नगर क व प क अ ययन स ात हआ क इ ल ड व शष यरोप क नगर क ि थ त व वकास म अ तर था नाग रक जीवन क लाभ और हा नय क बार म अ ययन करन स यह मालम होता ह क ामवा सय क अप ा शहर जीवन अ धक तनावपण होता ह

89 बोध न 1 ाम स नगर क ओर पलायन क या कारण थ 2 यरोप क नगर म मन य को कन क ठनाइय का सामना करना पड़ा 3 यरोप क जनस या म व क कारण का व लषण द िजए चौदहवी सद स

यरोप क दश म इसन नगर करण को कस कार स भा वत कया

810 सदभ थ 1 Chapter by RR Enfield in the book lsquoEuropean Civilization ndash Its

origin and Developmentrsquo Volume V under the direction of Edward Eyre Oxford University Press London 1937

2 Chapter by RM Hartwell in the book lsquo The Cambridge Modern History Volume IX (1793-1830) edited by CW Cramley Cambridge University Press London 1965

3 Brison D Gooch Europe in the Nineteenth Century the Macmillan Company London 1970

4 David Ogg Europe in the Seventeenth Century Hindi edition Jaipur 1967

5 Carlton JH Hayes Modern Europe to 1870 The Macmillan Company New York Sixth Print 1960

6 Langer Eadie Geanakoplos Hexter Pipes Western Civilization Volume II Harper and Row New York Second Edition 1975

7 Wallbank and Taylor Civilization ndash Past and Present Volume II Third Edition 1975

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इकाई-9 कारखाना और मजीवी वग

इकाई क परखा 90 उ य 91 फ टर स टम

911 फ टर या ह 912 फ टर स टम कस श हआ 913 एक का प नक फ का काय व यास

92 फ स टम एवम औ यो गक ा त 93 फ स टम का सामािजक असर 94 बराइया 95 बराइय को दर करन क यास एवम समाधान

951 ससद य यास 952 समाज सधार और अबधनी त 953 सधारक य न जार रह 954 सडलर क य न 955 एशल का कानन

96 समाज और सामािजक प रवतन 97 साराश 98 अ यासाथ न

981 अश पर छोट सवाल 982 सार इकाई पर सवाल

99 ास गक पठनीय थ

90 उ य लगभग 1750 स लकर 1850 तक क काल को पि चम यरोप म औ यो गक ा त

का काल माना जाता ह अ य इकाइय म तमन औ यो गक ा त क बार म व तार स पढ़ा होगा अ य बात क अलावा औ यो गक ा त का सबध उ पादन क लए एक नए सामािजक व यास को नाम दया गया ldquoफ स टमrdquo फ स टम म काम करन क लए समाज म एक नए मजीवी वग का ज म हआ इस इकाई म हम फ स टम और इसम काम करन वाल मजीवी वग क बार म जानग

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91 फ स टम 911 फ या ह

औ यो गक ा त स श आत क भी पहल क बात ह कसी तजारत करन वाल कपनी क नमाइद को ldquoफ टरrdquo बलाया जाता था उसक द तर को फ rdquo फ स कपनी खर द-फरो त करती मसलन हम अ जी ई ट इि डया कपनी को ल जब कपनी स हवी सद म भारत आई तो उसन गजरात तट पर सरत बदरगाह म अपनी पहल मख फ था पत क इस फ म कपनी अपना यापार का सामान रखती और ह द ता नय क

साथ खर द-फरो त करती याल रखन वाल बात यह ह क ई ट इि डया कपनी एक तजारती कपनी थी और उसका उ पादन स चाह वह औ यो गक हो या फर गर औ यो गक कोई सीधा सरोकार न था

जस-जस अठारहवी सद म औ यो गक ा त का व तार हआ वस-वस फ श द का च लत अथ भी बदलता गया अब फ का अथ उस थान स हआ जहा क मशीन क वारा कार गर काफ मा ा म चीज को बनात यह अथ आज तक साधारण बोलचाल क

भाषा म च लत ह सो िजस कारखान म हवाई जहाज बनता ह वह भी फ कहलाता ह और िजसम कपड़ बनत ह वह भी हाला क ldquoफ rdquo कवल चीज बनान वाल कारखान को कहा जाता था फ जसी उ पादन यव था और कम व यास उ योग म भी य त होती थी जस क कोयला खदान

इस इकाई म हम म यतः औ यो गक ा त क पहल चरण पर गौर करग इस चरण (1750-1850) म फ ट रया यादातर सत कातन क कपड़ा बनन क और लोह का काम करन वाल होती थी

912 फ स टम कस श हआ

पजीवाद यव था क श आत क दन म पि चमी यरोप म उ पादन म यतः प टग आउटrdquo स टम पर नभर करता था इस यव था म पजी का मा लक यापार कार गर को क चा माल खर द कर दता कार गर अपन-अपन घर पर अपनी ह मशीन स चीज बनात िज ह क यापार इक ा कर क बाजार म बचता इस यव था म फायदा यह था क यापार दर-दर तक फल कार गर स काम करवा सकता था और उस अपन कार गर क रहन खान क यव था भी नह करनी पड़ती

पर इस यव था म नकसान कई थ एक तो यापार को अपन कार गर तक पह चन म और उनस बना हआ माल लन म काफ समय बबाद करना पड़ता दसर काम क वा लट बरकरार रखना मि कल था तीसर कार गर स समय पर काम करवान म द कत

होती थी इन मि कल स पार पान का एक तर का था वह यह क सार कार गर को एक ह

कारखान म इक ा कर लया जाए पर ऐसा करन पर यापार को कारखान क इमारत बनान

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म पसा लगाना पड़ता मशीन खर दनी पड़ती और फोरमन और सपरवाइजर को नौकर पर लगाना पड़ता अथात यापार का उपरला खच काफ बढ़ जाता

पर जब 1700 ई0 म वीडन क यापार टोफर पोलहम न 100 कार गर वाल एक बतन-भाड क फ टर था पत क तो उसन पाया क उ पादन पर कल खच इतना कम हो जा रहा था क उपरला खच बढ़न क बावजद वह अ छा खासा मनाफा कमा लता

913 एक का प नक फ टर का काय व यास

एडम ि मथ अपनी कताब द व थ ऑफ नश स (1776) म एक साधारण पन बनान वाल फ टर का वणन करता ह जब पन घरल उ योग म बनाए जात थ तो एक या दो यि त ह पन बनान म लगत थ पर फ टर म पन बनान क या को कई ह स म बाट दया गया एक आदमी तार खीचता दसरा उस सीधा करता तीसरा काटता चौथा उसक एक सर को नक ला करता पाचवा उसक दसर सर को घसता वगरह इस तरह तार खीचन स लकर बन ह ए पन को कागज क प ड़या म पक करन तक एडम ि मथ न कोई 32 चरण गन इनम स कसी भी चरण पर ह नरमद कार गर क ज रत नह थी एक ब चा भी इनम स कसी एक चरण को बखबी परा कर सकता था यह फ स टम क मख व श टता थी

फ टर म उ पादन क या को बह त ह सरल छोट-छोट ह स म बाट दया गया हर चरण को एक साधारण अकशल मक भी आसानी स परा कर सकता था या न क अब कारखान क उ पादन- मता कसी यि त वशष क द ता पर नभर नह करती थी बि क सार कारखान क आगनाइजशन पर िजस क एक मनजर आसानी स क ोल कर सकता था फर च क द कार गर क ज रत नह थी तो फ ट रय म ि य और ब च को आसानी स मक क तौर पर इ तमाल कया जा सकता था और हाला क ि या और ब च एक प ष िजतना ह उ पादन करत उनक तन वाह आद मय क तलना म कह कम रहती इस सब स फ टर क मा लक को काफ मनाफा होता

92 फ स टम एवम औ यो गक ा त इ तहासकार हो सबाम का कहना ह क वस तो स हवी सद स ह उ पादन या म

अनक कार क या क सधार होन श हो गए थ पर सफ या क सधार ह औ यो गक ा त नह ला सक औ यो गक ा त क लए ज र था क उ पादन इतना यादा और इतना

स ता हो क बाजार म आप स आप इस उ पाद क लए माग बढ़ ऐसा तब ह हो सका जब या क सधार क साथ उ पादन क लए एक नए कम व यास का इ तमाल कया गया जब उ पादन क या स सब धत डवीजन आफ लबर को (काम क बटवार) को काफ ज टल बना दया गया उ पादन क या को कई छोट-छोट टकड़ म बाट दया गया और एक मजदर क िज म कवल एक ह ह सा रखा यह फ स टम क मख व श टता थी

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93 फ टर स टम का सामािजक असर मनाफा बढ़ान क लए यह ज र था क फ म लगी मशीन का यादा स यादा

उपयोग कया जा सक फ मा लक क च टा यह रहती थी क अपन कार गर स तब तक लगातार काम करवात रह जब तक क मशीन ह जवाब न द जाए इसका मतलब यह था क कामगार को काम करन क तर क का एक नया अनशासन सीखना पड़ा

इ तहासकार ईपी हामपसन का मानना ह क िजस लय स मशीन चलती ह उसी लय स मक को चलना सीखना पड़ा समय क पाबद सीखनी पड़ी क एक नि चत समय पर काम पर आए और एक नि चत समय पर काम स हट एक ह थान पर खड़ होकर लगातार एक ह या क काम को लगातार करत रहन क आदत डालनी पड़ी य द कसी क िज म पन का तार घसना था तो वह लगातार दनभर कवल तार ह घस सकता था िजस यि त को तार सीधा करन का काम दया गया दनभर एक ह थान पर खड़ रहकर कवल तार ह सीधा करता रहता

जस-जस समय बीतता गया इस पर स टम क दगण भी सामन आत गए सबस पहल जो बात सामन आई वह यह ह क फ म लगातार एक ह जगह पर कठपतल क तरह काम करत रहना काफ उबाऊ था मक थोड़ ह समय म इस तरह क काम स जी चरान लगत जब फ का मा लक उनस जबरद ती काम करवाता तो जा हरा तौर पर काम करन वाल को यह बात अखरती और उ ह ख दल स काम पर लग रहना पड़ता

जहा तक काम करन क प रि थ तय का सवाल ह कछ बात साफ ह एक तो यह क यह कहना मि कल ह क फ म काम करन वाल क प रि थ त दसर मक क प रि थ त स बहतर थी या बदतर ऐसा इस लए क इ तहासकार क पास औ यो गक ा त स पहल क काल क मक क बार म यादा जानकार नह ह हा यह ज र पता ह क तरहवी सद स ह उ तर यरोप म पगार पान वाल मजदर हआ करत थ और उनक हालत अ य मजदर क हालत स खराब नह थी वस भी स हवी-अठारहवी सद म कम स कम इ ल ड म प टग आउट स टम क तहत काम करन वाल बह त सार मजदर पगार क एवज म ह काम कया करत थ कहन का मतलब यह ह क फ मजदर का तन वाह मजदर होना समाज क लए कोई नह बात नह थी

94 बराइया जो नई बात थी वह यह क जब फ या बनी तो एक साथ बह त सार मजदर शहर

म इक ा ह ए इस जमाव म उनक ददशा भी समाज क सामन कह यादा खर प स उजागर ह ई

उ योग म ब च और औरत को सोलह घ ट या उसस भी यादा काम करवाया जाता थकान क कारण य द कोई काम नह कर पाता तो उस ब ट स पीटा जाता था तन वाह काट ल जाती तन वाह वस भी काफ कम मलती थी एक ह त क लए कसी ह नरमद कार गर को 1795 म कोई 25 श लग और साधारण मजदर को सफ 12 श लग मला

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करत थ म हलाओ को प ष स आधी और ब च को एक चौथाई तन वाह ह मलती हाला क व प ष िजतना ह काम करत

कोयल क खदान म तो ि थ त और भी यादा खराब थी यहा चार स पाच साल क ब च को खदान क सरग क अदर बारह स सोलह घट काम करवाया जाता इनक औसत पगार दो स तीन श लग त स ताह थी

फ स टम क आन स मजदर क गर बी भी बह त यादा उजागर होन लगी वस तो औ यो गक ा त क श क साल म ह यह साफ हो गया था क समाज म नर ह गर ब क स या बढ़ रह ह पर इस ि थ त स बचन क लए कछ खास नह कया गया पीनहमल ड नामक क ब म गर ब क मदद क लए एक स टम ज र श कया गया िजस पीनहमल ड स टम क नाम स जाना जाता था कछ दसर क ब न भी इस स टम को

अपनाया पर बढ़ती ह ई औ यो गक गर बी क सामन यह स टम प त हो गया शहर म ि थ त कछ ऐसी थी क मजदर क हालत बद स बदतर होती चल गई

शहर बगर कसी योजना क बतहाशा बढ़त चल गए उनक नगरपा लकाए इस नई आबाद क दखभाल करन म असमथ रह शहर म गद द र बि तया पनपन लगी िज ह अ जी म लम कहत ह जहा अब तक शहर म अनक तबक क लोग आपस म मल कर रहत थ

वहा धीर-धीर मजदर बि तया शहर क बाक आबाद स हट कर रहन लगी इन बि तय म न तो सडक ठ क होती न ह ना लया न ह कड़ा नकालन क कोई यव था न ह पय जल का इतजाम और न ह ठ क स बन ह ए मकान इ तहासकार हो सबाम का कहना ह क यरोप क शहर म इस क म क बि तया यादातर शहर क पव ह स म बसी सो शहर म एक नया भद श हो गया ई ट ए ड नवासी (गर ब) और व ट ए ड नवासी (अ भजा य) का

रह-रहकर औ यो गक शहर म महामा रया भी बढ़न लगी लासग म पहल बार 1818 ई0 म हाइफस जवर का कोप फला यरोप क सार औ यो गक शहर म 1831 ई0 और 1832 ई0 म टाइफाइड़ क महामार छाई रह इन शहर म कालरा मयाद बखार और तप दक का भी बोलबाला रहा य सार बीमा रया यादातर मजदर बि तय म ह रह मानो यह सा बत कर रह ह क जहा द र ता और गदगी ह वहा बीमा रया भी रहगी इस सबन मजदर बि तय क नवा सय का हौसला तोड़ दया सामािजक हौसलाप ती क कई ल ण सामन आन लग शराब का ज रत स यादा इ तमाल होन लगा बाल ह या व याव त आ मह या और मान सक व ता क घटनाए बढ़न लगी मजदर क दग त इस बात स और भी यादा उजागर ह ई क औ यो गक ा त क कारण समाज क बाक सार वग क स प नता बढ़ रह थी

95 बराइय को दर करन क यास एवम समाधान फ टर स टम क इन बराइय को ज द स ज द दर करना बड़ा ज र था य क

एक तो साधारण मानवीयता का तकाजा था क मजदर क काम करन क हालात म सधार आए इसस भी यादा बड़ा कारण यह था क फि य म अ धकाश उ पाद फ म काम करन वाल मजदर ह खर दत थ इस लए अगर मजदर क माल हालत एक सीमा स नीच जाती

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तो नकसान पजीप तय को ह होता और अगर मजदर बि तय क समाज यव था को ठ प होन दया जाता तो डर था क कह दश म व ोह न भड़क उठ व ोह न भी होता तो यह तो साफ था क म यवग क जवान इन बि तय म फल रह शराबखोर व याव त और अ य कार क अन तकता क च कर म पड़ रह थ य द म यवग को अन तकता स बचाना था तो

ज र था क मजदर वग स अन तकता को दर कया जाए

951 ससद य यास

आजकल यह माना जाता ह क य द फ मा लक अपन मजदर क भल कार दखभाल कर तो उ ह ह यादा मनाफा होता ह पर उ नीसवी सद म यह बात अ धकाश पजीप तय क समझ म नह आ रह थी इस लए हम पात ह क फ टर म मजदर क ि थ त सधारन वाल अ धकाश उपाय कवल कछ फ टर मा लक क पहल पर रा य यव था वारा व भ न दश क ससद वारा कए गए सबस यादा सधार का काम इगल ड म

हआ ऐस उपाय म स पहला था इगल ड म राबट पील वारा ससद म पास कया गया

ह थ ए ड मारटज ए ट (1802) यह ए ट कवल बड़ी फ ट रय पर लाग होता था और कवल एपरि टस पर इस ए ट म यह कहा गया क नौ साल स कम उ क ब च बतौर एपरि टस नह लगाए जा सकत फ मा लक पर इन ब च स बारह घ ट स यादा या फर रात म काम करवान पर रोक लगा द गई

1802 क ए ट म कई खा मया थी एक तो यह कवल बड़ी फ य पर लाग होता था और वहा भी कवल उन फि य पर जो क एपर टस को इ तमाल करती थी बह नर बाल मजदर को इस ए ट स कोई सर ा नह मलती थी सबस म य बात तो यह थी क इस ए ट म नर ण करन का कोई ावधान न था नतीजतन यह ए ट महज कागजी कानन बन कर रह गया

फर 1816 म पील क चयरमनी म एक ससद य कमट का गठन कया गया इस कमट क सलाह पर 1819 का फ नय ण कानन पास कया गया इस कानन म पछल कानन क ावधान को दोहराया गया और कहा गया क सार बाल मजदर को इस कानन क सर ा द जाएगी साथ ह यह नधा रत कया गया क सोलह साल स कम उ क मजदर को बारह घ ट क दन म डढ़ घ ट क खान क छ ी द जायगी च क यह ए ट सार कामकाजी ब च पर लाग होता था इस लए लोग न इसका डट कर वरोध कया वरो धय म एक बड़ा तबका उन मा-बाप का था जो अपन ब च स काम करवात थ

952 समाज सधार और अबधनी त

तमन अबधनी त क बार म पढ़ा होगा यह नी त अठारहवी सद क अ तम दशक म काफ फल चक थी अथशा ी एडम ि मथ िजसका हम पहल िज कर चक ह इसका एक बड़ा समथक था इस नी त क मतावल बय का मानना था क समाज क अथ यव था तब ह

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सफल हो सकती ह जब क सरकार अथ यव था को अपन आप पर छोड द उसम अपनी टाग न अड़ाए

जब उ नीसवी सद म ससद य य न मजदर क सधार क लए होन लग तो सधार-वरोधी उ योगप तय न अबधनी त क दहाई दत ह ए यह गहार लगाई क अगर रा य फ स टम को सधारन व नय त करन क को शश करगा तो सार अथ यव था ह ठ प हो जाएगी दरअसल बड़-बड़ दाश नक वचार क आड़ म य वरोधी कवल इतना कह रह थ क उ ह मजदर -ब च म हलाओ और प ष का खन चसन स नह रोका जाना चा हए भल ह ऐसा करत ह ए व समाज क इतनी दग त य न कर द िजसस क समाज का साधारण चाल-चलन ह ठ प हो जाए ऐस वरो धय को उनक खद क बवकफ स बचाना ज र था

953 सधारक य न जार रह

1820 क दशक म पावर लम और भाप क इजन म काफ यादा या क सधार आए इसका नतीजा यह हआ क इस दशक म धीर-धीर फ स टम सार कपड़ा उ योग और ख नज उ पादन पर छा गया फि या भी कवल कछ शहर इलाक म कि त होन लगी लकाशायर का कपड़ा उ योग इसका अ छा उदाहरण ह यहा कोई 25 वग मील क म इतनी यादा कपड़ा मल थी क इ ल ड का 80 तशत स यादा कपड़ा बनाया जाता था िजतना फ ट रय का जमाव बढ़ा उतना ह उनक दगण कट ह ए इसम सधार लान क ससद य यास भी उतन ह जोर स कए जान लग

954 सड़लर क यास

माइकल सड़लर न 1831 म टन-आवर बल इ ल ड क ससद म पश कया इस बल म यह ावधान था क कसी भी मजदर स दस घट (टन-आवर) स यादा काम नह लया जा सकगा यह बल ससद म पास नह हो सका

पर इन दन इ ल ड म व ट इ डीज क दास था को लकर काफ गहमा-गहमी चल रह थी इसक रहत अखबार और प काओ म फ टर मजदर क तलना व ट-इ डीज क नी ो दास स क जान लगी धीर-धीर यह मत फलन लगा क मजदर क ि थ त म सधार क लए कछ ठोस कदम उठाए जान चा हए इसक फल व प जब 1833 म लाड एशल न ससद म अपना ताव रखा तो वह कछ ससद य छ ना-झपट क बाद पा रत हो गया

955 एशल का कानन

लाड एशल क कानन (1833) को सार कपड़ा बनन क फि य पर लाग कया गया इसक अनसार नौ साल स कम उ क ब च को फ म काम करवान पर पाबद लगा द गई तरह साल स कम उ क मजदर स दन म नौ घ ट और स ताह म 40 घ ट स यादा काम करवाना तब धत कया गया उ ह रोज डढ़ घ ट क खान क छ ी दना ज र

रखा गया यह कहा गया क अठारह साल स कम उ क मजदर स दन म 12 घट और स ताह म 69 घट स यादा काम नह करवाया जा सकता ldquoरातrdquo क काम को ठ क तरह स

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प रभा षत कया गया साढ़ आठ बज शाम स लकर साढ़ पाच बज सबह तक क समय को ldquoरातrdquo करार दया गया और इस पार म कवल अ ारह साल स यादा उ क मजदर क योग क अनम त द गई फ म काम करन वाल हर ब च का रोज दो घट कल जाना नि चत कया गया नर क क एक बड़ी टोल नय त क गई जो फ मा लक पर नगरानी रख सक और जो मा लक कानन क अवहलना करत ह ए पकड़ जाए उन क सर बड़ी सजा का ावधान रखा गया

इस कानन म दो म य खा मया थी एक तो यह कवल कपड़ा उ योग पर ह लाग कया गया जब क अ य उ योग म भी मजदर क हालत काफ खराब थी दसर यह कवल ब च को अपन दायर म लता था जब क ि य और प ष को भी काननी सर ा क आव यकता थी

96 समाज और सामािजक प रवतन बहरहाल इस कानन स कछ बात साफ जा हर होती थी सबस पहल बात तो यह क

हाला क समाज म अब भी अबधनी त का बोलबाला था अब सरकार क समझ म यह आन लगा क समाज क कछ अश ऐस होत ह जहा क सधार लान क लए सरकार ह त प ज र होता ह दसर बात यह क अब साधारण तौर पर यह माना जान लगा क समाज म औ यो गक उ पादन क इकाई प रवार नह बि क यि त वशष था और उसक सामािजक सर ा और सखा-पढ़ क िज मदार कवल प रवार पर ह नह छोड़ी जा सकती थी समाज को भी आग बढ़कर कछ उपाय करना ज र था

धीर-धीर अ य उ योग को भी फ कानन क तहत लाया गया 1842 म लाड एशल क कानन को कोयला खदान पर लाग कया गया और म हला मजदर को भी सर ा द जान लगी 1878 म इस कानन न सार फि य और वकशाप को अपन दायर म ल लया इस बीच दसर दश म भी फ कानन क या जार थी 1841 म ास म बाल-मजदर कानन लाग कया गया ए शया म भी 1870 तक कई कानन जार कए गए पर उ ह कभी गभीरता स लाग नह कया गया

1848 म सार यरोप म सोश ल ट व ोह ह ए और उ ह काफ आसानी स कचल दया गया इन व ोह म मजदर न बढ़ कर ह सा लया था कचल जान क बाद इन व ोह क बह त सार नता मजदर नता बन गए और फ मा लक स मजदर क भलाई क लए माग करन लग इस समय क बाद स फ मजदर क सगठन बनना श हो गए और कमशाला क हालात म सधार क लए य सगठन अपन अपन उ योग और सरकार पर जोर हालन लग ऐसा इ ह न कस तरह कया तम अ य इकाइय म पढ़ोग

97 साराश इस इकाई म तमन जाना क फ स टम अठारहवी सद म श हआ इसन

औ यो गक उ पादन म एक नए कम व यास को ज म दया फि या चलान क लए एक नए क म क अनशासन क ज रत थी जो क पहल कभी ससार म दखन को नह मला था लगातार अनशासन था पत रखन क लए फ क मय क उपर एक नए मनजमट तबक का

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ज म हआ फोरमन और सपरवाईजर य लोग लबर अ र टो स (Labour aristocrates) कहलाए इनक रहत उ योग म उ योग क मल कयत और उसक मनजमट म भद कया जान लगा मजदर क शहर म रहन स कई बराइया पनपी उ ह दर करन क लए उ नीसवी सद क म य तक अ भजा य वग स कछ समाज सधारक उबर कर सामन आए पर मजदर क सगठन अभी ठ क तरह स नह पनप पाए थ व 1848 क यरोपीय व ोह क बाद उबर

98 अ यासाथ न (I) अश पर छोट सवाल

कछ श द म जवाब द िजए (क) या फ स टम और औ यो गक ा त म स कोई एक बगर दसर क पनप

सकता था (ख) फ स टम क मख व श टता या थी (ग) या पन बनान क फ वा तव म एडम ि मथ क वणन क अनसार होती ह (घ) या फ स टम अन तक था (च) अबधनी त फ मा लक को य पसद थी (छ) इस इकाई म िजन फ सधारक का िज ह उसक अलावा दो और सधारक क

नाम बताइय (II) सार इकाई पर सवाल

दो सौ स तीन सौ श द म जवाब द (क) फ स टम इ ल ड म कस तरह पनपा (ख) फ स टम न कस तरह था पत आ थक और सामािजक स थाओ पर हार

कया (ग) फ स टम क कारण समाज म कस तरह क प रवतन आए (घ) फ स टम म सधार लान क य न क ववचना कर

99 ास गक पठनीय थ ईज हो सबाम - ाम इड ट ए पायर प गइन ईज हो सबाम - एज आफ रवो यशन प गइन ईपी टाम सन - म कग आफ द इग लश व कग लास (सभी कताब अ जी म ह बाजार म आसानी स मल जाती ह)

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Page 7: एमassets.vmou.ac.in/MAHI01-2.pdf ·  · 2014-04-056.7 इंगलैड ... अलबट[थेयर(Albert Thaer) ने1798 (Introduction to the knowledge of English Agriculture)

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यव था म एक कसान को यि तगत सवाए व त अथवा नकद धन क मा यम स लगान अदा करना पड़ता था

इस यव था क अनक दोष थ आम तौर पर एक कसान को दो या उसस अ धक थान पर खती क लय छोट छोट खत दय जात थ इनम खती करन म उसका काफ समय

न ट हो जाता था तथा उस यय भी अ धक करना पड़ता था कई बार अपन छोट छोट खत क सीमाओ क बार म उसका अपन पड़ौसी कषक स ववाद चलता रहा था वह भ न भ न खत म सचाई का सतोषजनक ब ध नह कर सकता था इन खत म वह एक ह फसल पदा कर सकता था य क स दय म य खत चरागाह क प म उपयोग म लाय जात थ

63 खती क ाचीन तर क म य यग म खती क तर क उ नत नह थ एक कसान का म य औजार था लकड़ी

स बना हआ हलका हल फसल काटन क लय उसक पास एक हसल होती थी अनाज को साफ करन क लय उस हवा म छोड़ा जाता था (winnowing) अथवा जमीन पर बखरा जाता था ता क पशओ को उस पर चलाया जा सक एक टोकर म बीज रख कर कषक उ ह चार ओर बखरता हआ चलता था सचाई क पया त यव था नह थी फसल को बदल बदल कर (Rotation of Crops) नह बोया जाता था म ी क जाच भी नह होती थी ऐसी प रि थ तय म क ष उ पादन क मा ा कम थी

64 अठारहवी सद म इगल ड म खती क तर क म प रवतन क लय िज मवार प रि थ तया म य यग क अ त म इगल ड म यापार क उ न त होन लगी इस समय औष ध

व ान क ग त क कारण म य दर घटन लगी शशओ क म य दर म कमी आई फल व प इ लड क आबाद बढ़ ल कन इस बढ़ती ह ई जनस या अपनी आव यकताओ क लय वन और चरागाह को तजी स साफ करक क ष यो य भ म का पा रि थ तक सतलन बगाड़ दया क ष उ पाद म कमी आई दसर ओर मजदर क दर बढ़न लगी इन दोन कारण स जमीदार को घाटा होन लगा इस घाट स बचन क लय उ ह न कषक स नय समझौत कय उ ह न कषक को भ म औजार व अ य साधन दान कर खती क लय भ म दना श क तथा उसक बदल म कसान स फसल का एक नि चत भाग लना श कया उ तर ास म भी इस था को अपनाया गया इस प त न एक ओर कसान को सामत क दासता स म त करन का माग श त कया तो दसर ओर बढ़ती ह ई आबाद क लय अ धक अ न उपजान म मदद द य य प सोलहवी शता द क अत तक इ लड म कषक दास (serfdom) क था का अ त बह त बाद म हआ उदाहरण क तौर पर 1861 म स क जार एल जडर थम न इसक लय एक कानन पास कया

सोलहवी व स हवी सद म इ लड का अ तरा य यापार बढ़ गया तथा पजीप तय न गाव म क ष यो य भ म खर दनी श क ऐसा करन स समाज म उनका स मान बढ़ता था य क ाचीन काल स ह इ लड म भ म का वामी होना गौरव क बात मानी जाती थी य

पजीप त क ष स मनाफा कमान क सोचन लग परान ढग स क जान वाल खती स ऐसा

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करना सभव नह था अत व ा नक तर क और अ धक उ नत औजार क खोज क जान लगी य क कवल धनी लोग क पास ह पर ण क लय धन व अवकाश था इस लय ार भक उ न त अ धकाशतः सम कसान वारा क गई इस कार क ष क म पजी क योग स क ष ा त का माग श त हो गया

65 इगल ड म क ष क नवीन प त एनफ ड क अनसार उस समय हालड एक मख यापा रक व पजीप त दश था वहा

पर फसल को बदल बदल कर बोन क था को योग म लाया गया था इ लड न हालड स इस सीखा जथरो तलनलाड टाउनशड बकवल आथर यग व कोक आ द न व ा नक प त स खती करन क तर क क खोज क तल (1664-1740) न पि तय म थोड़ी दर पर बीज बोन क लय एक य बनाया टाउनशड (1664-1738) न अपन खत म एक क म क फसल क बाद दसर क म क फसल बोई तथा गह शलजम जौ और आल क खती को बार बार स बो कर जमीन क उवरता बनाय रखी आथर यग (1740-1920) न इसका चार कया तथा बड़ बड़ फाम बनाय कोक न पशओ क स या बढ़ान क लय य न कया पशओ क स या म व होन क कारण खाद अ धक मा ा म उपल ध होन लगी अब पहल क अप ा अ छ क म क धात क हल बनाय गय इस कार क हल म इ लड का रोजरहम हल अ धक स ह यह हल भ म म गहर खदाई करता था तथा कम समय म पहल क अप ा अ धक भ म पर चलाया जा सकता था उ पा दत अ न क सफाई क लय अब पहल क अप ा बहतर तर क अपनाय गय भ म क गणवता क जाच करक उसक मता क अनसार फसल बोई जान लगी

व ा नक आधार पर नवीन णाल स खती करन क लए छोट खत क थान पर बड़ खत अ धक उपय त थ अतएव अब अनक खत को मला कर एक खत बनाया गया तथा उसक चार ओर बाड़ (Enclosure Act) लगाय गय इ लड म 1792 स 1815 तक इसक लय 956 बाड़ नयम (Enclosures Act) पा रत कय गय एक ओर इसस लाभ यह हआ क बड़ फाम (Farms) म क ष उ पादन बढ़ा तो दसर ओर काफ स या म छोट कसान को अपनी भ म छोड़नी पड़ी तथा व भ मह न मजदर हो गय

66 अठारहवी सद म अ य दश म क ष इ लड म इस नवीन प त क पालन का भाव ास तथा ए शया क कछ भाग पर

साधारण प स पड़ा शष यरोप न काफ समय तक इ ह नह अपनाया अठारहवी सद क म य म ास क क ष यव था का वणन करत ह ए हाटवल न

लखा ह क उस समय भी वहा पर खत को कवल दो या तीन भाग म वभािजत कया जाता था दोन तर क म ाम क पास चरागाह व वन छोड़ जात थ क ष औजार भी पहल जस थ धात क मजबत हल का योग आरभ नह हआ था सग (Threshin) मशीन भी काम म नह लाई जाती थी य क इ लड क मकाबल म ास म पजी क वकास क दर बह त कम थी इस लए क ष क म साधन क उ न त पर यान नह दया गया था ास म बा य यापार पर तबध लगाय जात थ अत अनाज इधर उधर नह भजा जाता था इस समय

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तक ास म आल क खती को पहल स अ धक मह व दया जान लगा था इसक खती ऐस चरागाह पर क जाती थी जो अठारहवी शता द म साफ कय गय थ ल कन इसका यह ता पय नह क ास क क ष पर इ लड म नय तर क का भाव बलकल भी नह पड़ा था कछ क ष वशष िजनम डहमल (Duhamale) पलटो (Palutteo) और ट ब ल (Tubelly) मख थ न इ लड म अपनाय गय क ष क आध नक तर क पर प तक लखी अथवा उनका चार कया अठारहवी शती क अ त म फसल क अदला बदल को उ तर ास क कछ भाग

म अपनाया गया था इसी समय इ ह इलाक म बड़ फाम पर ग न क खती आर भ क गई इसक कछ समय पहल पन स अ छ न ल क भड़ मगाई गई इन प रवतन क होत ह ए भी महान ा त तक ास म य प स एक क ष धान दश ह रहा जब क इस समय तक इ लड क ष व औ यो गक म उ लखनीय ग त कर चका था

शया पर भी इ लड क नवीन योग का ास क अप ा कछ अ धक भाव पड़ा अलबट थयर (Albert Thaer) न 1798 (Introduction to the knowledge of English Agriculture) नामक प तक लखी थयर व उसक अनया यय न फसल बोन क लय हल वारा भ म क गहर खदाई और नवीन औजार क योग क लय चार कया अठारहवी शती

क अ त क दशक म पव जमनी म अ छ न ल क भड़ लाई गई तलहन अ छ घास व बनौल उगाय गय तथा फसल क अदला बदल (Rotation) क णाल अपनाई गई ल कन अठारहवी शती क अ त तक भी जमनी क अ य इलाक म नवीन क ष को नह अपनाया गया कवल व फसल को अदला बदल (Rotation) को योग म लान लग थ अठारहवी सद क अ त म जमनी क पव भाग वशषकर साइल शया और स सनी म भी इस आर भ कया गया

उपय त वणन स प ट ह क अठारहवी सद म क ष क म इ लड म अभतपव उ न त ह ई तथा ास व जमनी क कछ भाग पर इसका भाव पड़ना आर भ हआ ल कन इस शती क अ त तक इटल पन स व पव यरोप क अ य दश पछड़ ह रह लगर व उसक अ य चार सहयो गय न अपनी प तक (Western Civilization) क वतीय िज द म लखा ह क वा तव म उ नीसवी शती म यरोप क अ धकाश भाग म म य यग क तरह ह खती क जाती रह इन दश म खती क लय योग म लय जान वाल प रवतन क त वरोध म य प स दो कारण स हआ य कारण थ- कषक म पर परागत तर क क त आ था और नवीन तर क का थानीय प रि थ तय क त अनकल न होना था इसका एक अ य कारण यह भी था क मन य क म क थान पर मशीन क योग को इन दश क सरकार न पस द नह कया य क व सामािजक व स नक आव यकताओ क कारण अ धक स अ धक जनस या को क ष पर ह नभर रखना चाहत थ

67 इ लड म नवीन क ष का भाव (1) क ष उ पादन म व अठारहवी सद क उ तराध म क ष क इन नय तर क स

क ष उ पादन म काफ व ह ई

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(2) बढ़ती ह ई जनस या क लय अ न क यव था इ लड क जनस या लगातार बढ़ती जा रह थी 1750 ई0 म इस दश क जनस या का अनमान 65 लाख था जो 1801 ई0 म 90 लाख 1831 ई0 म 190 लाख और 1851 ई0 म 180 लाख हो गई इस बढ़ती ह ई जनस या क कय अ न क बढ़ ह ई उपज काम म आई इस समय म इस जनस या का एक भाग िजसका अ न उपजान स कोई स ब ध नह था अथात जो शहर म रहता था और िजनम स काफ मन य औ यो गक इकाइय म काय करत थ को अ न दन म स वधा ह ई ल कन यहा यह बता दना उ चत होगा क अ न क उ पादन क यह व इ लड क बढ़ती ह ई आबाद क लय पया त स नह ह ई

(3) उ नीसवी शता द म नवीन क ष का व तार उ नीसवी शता द क म य म खत म रासाय नक खाद दन क प त का वकास हआ इस कार क उवरक स भी उपज म व ह ई 1834 म साईरस मककोर मक न फसल काटन वाल मशीन का आ व कार कया इसक बाद लोह का हल पाचा (घोड़ स खीचा जान वाला हल) तकदार हरा (पटरा) िजसस हल चलान क बाद भ म क टकड़ तोड़ जात थ आ द का आ व कार हआ समय क साथ साथ क ष म य का योग बढ़ता गया इन आ व कार न क ष को और उ नत कर दया

(4) पशधन म व अ छ न ल क भड़ व गाय क स या म व ह ई जड़ वाल सि जय क उगान स पशओ का सार साल चारा दना स भव हो गया वष भर ताजा मास मलन लगा इसक पहल चार क कमी क कारण सद क पहल काफ पश मार जात थ ल कन अब ऐसा नह कया गया दध क उ पादन म व ह ई

(5) द भ का अत तरहवी व चौदहवी सद तक इ लड म अकाल पड़त थ ल कन अब इन अकाल का पड़ना बद हो गया

(6) उ योग क लय मक क यव था चकब द क कारण जो कसान बदखल ह ए थ उनम स अ धकाश न कारखान म नौकर कर ल फल व प औ यो गक ा त का माग श त हआ

(7) नकद फसल का उ पादन औ यो गक ा त क समय इ लड म व उ योग का तजी क साथ वकास हआ इसक लय कपास क आव यकता ह ई नवीन णाल स कपास क ज रत को कछ हद तक परा कया गया

68 न कष जसा क पहल बताया जा चका ह क अठारहवी शती म इ लड क क ष क म

अपनाई गई नवीन प त न ास व जमनी क कछ भाग को ह वशष प स भा वत कया पोलड स बा कन दश आि या इटल पन व पतगाल आ द दश म इसका भाव काफ समय तक नह दखा गया हाटवल क अनसार आज भी यरोप क पव भाग म हम नवीन उपकरण व प त क साथ साथ ाचीन प त व उपकरण का योग दखन को मलता ह

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69 श दावल मनर (Manor)-साम तवाद यग का गाव फाम (Farm) - वशाल खत रोटशन ऑफ ॉ स (Rotation of Crops) - फसल क अदला बदल वनोईग (Winnowing) - आनाज को साफ करन क एक प त सफ (Serf) - सामत क अधीन कषक दास सग (Threshing) - अनाज को साफ करन क एक प त

एन लोजर (Enclosure) - बाड़बद अथवा चकबद

610 अ यासाथ न 1 अठारहवी शता द क पहल यरोप क दश म क ष यव था पर काश डा लय इस

शता द म इ लड म इसम या सधार कय गय 2 अठारहवी सद म इ लड म क ष क म नवीनीकरण क लय िज मवार

प रि थ तय का व लषण क िजय इस नवीन प त का इ लड तथा यरोप क अ य दश पर या भाव पड़ा

611 सदभ थ Books for Reference 1 Chapter by RR Enfield in the book 2 Emopean Civilization Its origin and Developmentrsquo Volume V

under the direction of Edward Eyre Oxford University Press London 1937

3 Chapter by RM Hartwell in the book lsquoThe Cambridge Modern History Volume IX (1793 ndash 1830)rsquo edited by CW Crawley Cambridge University Press London 1965

4 Brison D Gooch Europe in the Nineteenth Century The MacMillan Company London 1970

5 David Ogg Europe in the Seventeeth Century Hindi edition Jaipur 1967

6 Carlton JH Hayes Modern Europe to 1870 the MacMillan Company New York Sixth Print 1960

7 Langer Eadie Geanakoplos Hexter Pipes Western Civilization Volume II Harper and Row New York Second Edition 1975

8 Wallbank and Taylor Civilization Past and present Volume II Third Edition 1975

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इकाई 7 अठारहवी सद म यरोप म कषक व ोह

इकाई क परखा 70 उ य 71 पवाभास 72 इ लड म अठारहवी सद म बाड़ब द आ दोलन 73 ास म कषक क दशा 74 जमनी क रा य म सधार 75 आि या - हगर 76 स म व ोह (1703-1772) 77 स म 1773-75 का कषक व ोह 78 यरोप क अ य दश म ि थ त 79 साराश 710 बोध न 711 स दभ थ

70 उ य इस इकाई म आप अ ययन करग म य काल न यग स लकर स हवी सद क अ त तक साम तवाद यव था म

साम त क अ धकार व कषक क दशा कवल इ लड म कषक दास था का अ त चौदहवी सद स स हवी सद क कषक व ोह का उ लख इ लड म बाड़ब द आ दोलन

ास म महान ाि त क पहल कषक क दशा ा त क आर भ होन क बाद ामीण म सामत क नवास थान पर कसान क आ मण 1789 स 1792 ई0 तक कषक

दास क मि त क लय पा रत कय गय अ ध नयम जमनी क कछ छोट रा य म कषक दास क मि त क आदश तथा शा म 1807 स

1817 तक कषक क हत म कय गय ड रक महान क काय आि या - हगर सा ा य क बोह मया दश म 1768 स 1775 तक व ोह व उनक

कारण स ाट जोजफ क सधार क य न का साम त वारा वरोध स म कसान का दमन पीटर महान क शासन काल म कसान पर अ याचार

अठारहवी सद म आर भ स ह स क पव भाग म व ोह कषक का लगातार दमन 1773 ई0 म पन पव भाग म व ोह तथा उसक भयकरता इस व ोह म मक व गर सी जा त क मन य का साथ व ोह क असफलता क कारण

अ य यरोपीय दश म आ दोलन का न होना

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71 पवाभास अठारहवी सद क आर भ म यरोप क दश म कषक क दशा नवी शता द स लकर बारहवी शता द तक यरोप म साम तवाद यव था का जोर

रहा इस था म बड़ साम त व उपसाम त उन भस ता ज नत अ धकार का योग करत थ िजन पर पहल राजाओ का अ धकार था इस यव था म कषक क दशा अ य त शोचनीय थी य क यह था कषक क शोषण पर आधा रत थी तरहवी सद क श स साम तवाद का ास श हआ धम य क भाव यापा रक वग क उदय तथा रा य रा य क उ थान न

साम त क शि त कम क साम त क अ याचार स त होकर इ लड म कसान न सग ठत होकर साम त का वरोध आर भ कया 1348 ई वी म काल म य नामक एक महामार क कोप स यरोप क आधी जनस या म य का ास बन गई खती म काम करन वाल कसान व मजदर क भार कमी हो गई इ लड म कषक दास न अपनी महनत क लए उ चत पा र मक क माग क क त उनक आ दोलन को दबा दया गया 1381 ई0 म वाट टाईलर क नत व म इ लड क हजार कसान न व ोह कया इसम शि पय व कार गर न भी साथ दया ल कन यह व ोह कचल दया गया

इस समय इ लड म यापार क उ न त तथा पजी क वकास न ि थ त म प रवतन ला दया साम त न यह उ चत समझा क व कषक को भ म हल बल बीज आ द साधन दकर उनक उपज का एक नि चत भाग ल ल इस प त न कसान क मि त का माग श त कया सोलहवी सद क अ त तक इ लड म कषक दास क था लगभग समा त हो

गई ल कन कषक क सम याओ का पण प स अ त नह हआ इ लड क अ त र त यरोप क अ य दश म कषक दास क था च लत रह

ि मरनोव और कानाकोवा नामक दो सी इ तहासकार न लखा ह क स म चौदहवी सद म साम तवाद का और उ कष हआ तथा उनक अधीन काम करन वाल कषक क दशा और खराब हो गई पव यरोप क अ य दश म भी कषक क यह दशा थी प हवी सद म जमनी ास व पन म कषक न असफल व ोह कय प हवी सद म जमनी ास व पन म

कषक न असफल व ोह कय प हवी व सोलहवी सद म यरोप क जनस या बढ़न लगी क ष क म ाचीन तर क क योग क कारण अनाज क उ पादन म व नह ह ई इसका तकल भाव पि चमी यरोप क अप ा पव दश पर वशष प स पड़ा य क खराब

मानसन क फल व प पड़न वाल अकाल क समय वहा पर यातायात व सचार क दर यव था क कारण अ य दश स पया त मा ा म अनाज शी ता स नह मगाया जा सकता था प हवी सद म जमनी ास व पन म असफल कषक व ोह ह ए स हवी सद म ास म कई व ोह ह ए िजनम 1675 का जकर व ोह सबस भयकर था इसम ास क टनी दश क प चीस हजार कषक न भाग लया यह व ोह भी कचल दया गया स हवी सद क अ त तक भी कषक इसी कार स दःखमय जीवन यतीत करत रह इ लड को छोड़ कर सभी दश म साम त क अ याचार का अ त नह हआ 1789 क ासीसी ा त क समय ास म कसान को राजा साम त व चच को कर अदा करन क लय एक कसान को अपनी आमदनी का 80

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तशत भाग दना पड़ता था उस साम त क यहा अनक कार क बगार करनी पड़ती थी अ य मामल म भी साम त क वशषा धकार स वह त था

72 इ लड म अठारहवी सद म बाड़ब द आ दोलन अठारहवी सद म इ लड म क ष क म अनक नय योग कय गय ज ो हल

(1674-1740) वारा बीज बोन क लय एक य टाउनशड (1674-1738) क फसल को बदल बदल कर बोन क प त तथा पशओ क न ल व स या बढ़ान क लय राबट बकवल न 1770 क आस पास व ा नक जनन क प त क पालन न खती क उ पादन तथा पशधन को बढ़ान म उ लखनीय योगदान दया आथर यग (1741-1820) नामक एक धनी कसान न छोट-छोट खल खत को मला कर बड़-बड़ क ष फाम बनान का चार कया

बड़-बड़ फाम क चार और बाड़ लगाई गई 1760 स लकर 1815 क म य 956 बाड़ब द अ ध नयम बनाय गय जएल हम ड व बारबरा हम ड न लखा ह क पछल दो शताि दय म यरोप म शायद ह ऐसा कोई प रवतन हआ जो इसक समान मह व रखता हो एनफ ड क मत म व तत यह आ दोलन इ लड क यापा रक व औ यौ गक वकास स स ब धत था इसम एक ाम को आ म नभर बनान क थान पर मनाफा कमान क यव था को अपनाया गया अब फाम म उ पा दत अनाज को बढ़ती ह ई जनस या वाल नगर म भजा जान लगा इसन क ष को एक पजीवाद उ योग बना दया

इसम कोई सदह नह क बाड़बद स काफ मा ा म बकार पड़ी भ म म खती कया जाना स भव हो सका तथा बड़ फाम म नवीन प त स खती कय जान क फल व प भी क ष उ पादन बढ़ा ल कन बाड़ब द क कारण अनक छोट कसान को भ म छोडन क लय बा य होना पड़ा भ म स बदखल होकर व रोजगार क तलाश म शहर म चल गय

य य प हम इ लड म बाड़ब द क आ दोलन को व ोह नह मान सकत क त क ष क म यह एक मह वपण प रवतन था यह क ष क म ऐसा कदम था िजसन क ष को यावसा यक प द दया

73 ास म कषक क दशा 1675 ई0 क व ोह क बाद ास म महान ा त तक कसान का कोई और व ोह

नह हआ और न ह उनक दशा म कछ सधार हआ ासीसी ा त (1789) क समय चच लगभग प ह तशत साम त बीस तशत नगर क धनी यि त ततीस तशत भ म क वामी थ ास क आबाद का 85 तशत भाग खती पर नभर था ल कन उसक पास कवल

एक तहाई भ म थी इनक पास िजतनी भी भ म होती वह उनक प रवार क भरण पोषण क लय पया त नह थी उ ह राजा चच साम त आ द को कर दन पड़त थ आथर यग न 1787 स 1789 तक ास क ामीण का मण करक लखा था क आम तौर पर ासीसी कषक का मनोबल इतना कमजोर था क उस ऊचा उठाना सभव नह था व कवल

जी वत रह कर ह सत ट थ जलाई 1789 म बा तील (Bastille) क पतन क समाचार य ह ास क दहात म पह च वहा पर कसान न कल न वग क नवास पर आ मण कर दय इन आ मण म वशष प स उन द तावज को न ट कया गया िजनम उनक दासता

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क सा य उपल ध थ सभी कषक व ोह क भा त इस व ोह म भी कषक का एक ह ल य था व दासता स म त होना चाहत थ इस कार क कायवाह 1790 ई0 तक चलती रह

ास क रा य सभा न वशषा धकार क समाि त क अ तगत कानन वारा ास म कषक दास क था समा त कर द पहल कानन वारा भ- वा मय क सभी यि तगत अ धकार समा त कर दय गय और कषक को भ म का वामी माना गया दसर कानन म यह कहा गया क ास म भ म उसी तरह स वत रहगी िजस तरह स अब यहा रहन वाल यि त वत रहग अब एक कषक अपन खत म मनचाह तर क स खती कर सकता था तथा अपनी उपज को बच सकता था

य य प उपय त कानन क अनसार कषक दास था का अ त हो गया ल कन इनस कसान क स पण आशाए फल फत नह ह ई इन क अनसार साम त क अनक वशषा धकार जस सामत का भ म पर वा म व यि तगत अ धकार शकार व मछल पकड़न क अ धकार समा त कर दय गय तथा इनक बदल म कसान को कोई मआवजा अदा नह करन क आदश दय गय ल कन भ म का बकाया कराया और साम त को अदा क जान वाल अ य बाक दनदा रय को माफ नह कया गया इनक अदायगी करन क लय एक कसान को लगभग बीस वष का कराया अदा करना पड़ता था अतएव कसान म असतोष बना रहा 1792 व 1793 ई0 म इस कार क अदायगी को माफ कर दया गया

इस समय भ मह न कसान अथवा थोड़ी सी भ म वामी यह चाहत थ क चच स छ नी ह ई भ म उनम वत रतक जाय क त ऐसी भ म को सम कसान अथवा यापा रय आ द न खर द कर उ ह इसस व चत कया

74 जमनी क रा य म सधार अठारहवी सद म जमनी अनक रा य म वभािजत था सभी रा य म कषक अपनी

दशा स असत ट थ व कभी भी व ोह कर सकत थ अत कछ छोट रा य न कषक दास क था का अ त करन क लए कानन बनाय 1770 व 1780 क म य यक आफ सवाय न

अपन दश म कानन वारा इसको समा त कया शया जो क एक बड़ा रा य था म वहा क स ाट ड रक मकान न अपन अधीन भ म म कसान क कर व बगार क भार को कम कया 1786 ई0 म उसक म य तक इस दशा म उ लखनीय ग त नह ह ई 1807 स लकर 1817 ई0 तक शया म अनक आदश जार कय गय िजनक अनसार कषक अपन साम त को कछ रा श अथवा भ म का भाग दकर भ- वामी बन सकता था ल कन य आदश उन कसान पर लाग नह होत थ जो स दय स एक भ म पर खती नह करत थ अतएव इसका भाव सी मत ह रहा

75 आि या - हगर आि या - हगर क सा ा य म कषक क दशा अ यत शोचनीय थी यहा तक कहा

जाता ह क हगर व बोह मया म कसान पशओ क तरह रहत थ 1768 म बोह मया क कसान न व ोह कया इसक तर त बाद भी ऐस व ोह होत रह इनका चरमो कष 1775 क व ोह म दखा जा सकता ह कसान क म य शकायत का आधार यह था क सामा य

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वष म भी उनस भार कर वसल कया जाता था और असामा य वष (1765 और 1770) क बीच जब फसल बार बार खराब ह ई तब यह बोझ असहनीय हो गया उस समय आि या म म रया थ रसा का शासन था तथा उसका प जोजफ र ज ट क ह सयत स शासन का सचालन कर रहा था 1771 ई0 म जोजफ न बोह मया का दौरा कया कसान क ददशा को दख कर उसन सफा रश क क क ष दास था को समा त कया जाय य य प कसान का बोझ ह का करन क लय म रया थ रसा एक तदथ कानन बनान क प म थी ल कन वह इस था क स थागत अि त व पर आ मण करन क लय तयार नह थी स ाट बनन क बाद जोजफ न एक ल बी योजना क तहत कषक दास था को समा त करन का नणय लया उसन यह अनभव कया क इस था स रा य को अ धक आय नह rsquo होती थी कल न वग को कसान िजतना लगान दत थ उसका एक अश ह कल न वग रा य को दता था 1780 ई0 क अ यादश क अनसार उसन आि या - हगर म सामती उगाह का बोझ कछ कम कया तथा क ष दास को यह गारट द क व अपनी पतक भ म क उ तरा धकार मान जायग 1784 क अ यादश क अनसार भ म कर क दर को समान बनाया गया तथा वशषा धकार क नाम पर कसी भी वग को मलन वाल कर छट को समा त कया गया इसक लय उसन भ - सप त क सव ण का काय भी आर भ कराया िजसम पाच वष लग इस अव ध म वशषा धकार ा त वग न इस अ यादश का इतना वरोध कया क इस कभी लाग नह कया जा सका

इस कार साम तवाद क अ धकार को समा त करन म जोजफ असफल रहा

76 स म व ोह (1703-1772) स म क ष दास का दमन कया जाता था अ धक स अ धक काय लन क लय

कल न वग अपन अधीन कषक को दबा कर रखत थ 1649 ई0 म कसान क दमन स सबि धत सभी कानन को व ध स हता म सग ठत कया गया पीटर महान (1689-1725) क शासन काल म भी यह नी त अपनाई गई उसन बड़ी स या म कषक को कल न का दास बनाया 1703 ई0 म पीटर न एक नयी राजधानी बनान का काय आर भ कया सट पीटसबग क नमाण क लय स क भ न भ न भाग स कसान को लाया गया उनक रहन व खान क सम चत यव था नह क गई फल व प सह कसान मर गय उसन साम तवाद को नव विजत दश म भी लाग कया इसी समय यराल दश म लोह उ योग वक सत हो रहा था वहा पर भी बड़ी स या म कसान व मक को भजा गया द ण व द ण पव स म रहन वाल मक न करो क भार तथा अ नवाय स नक व मक क भत क अ यायपण काय क व व ोह आर भ कया यह व ोह भ न भ न थान पर भ न भ न समय म ह ए इनम स सबस लोक य व ोह अठारहवी सद क थम दशक म अ ाखान वश क रया और डान दश म हआ 1705 ई0 म अ ाखान क व ोह न भयकर प धारण कर लया क त उस दबा दया गया 1707 ई0 को डान म ह ए व ोह म म य प स कसान न भाग लया इनका नता क ाट बलावीन था शी ह यह व ोह सम त

द ण पव स म फल गया बलावीन न गर सी जा तय का सहयोग ा त करन क भी

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को शश क जलाई 1708 ई0 तक चलता रहा 1709 व 1710 ई0 म इस दश म यदा कदा व ोह होत रह ल कन पीटर न इन व ोह को दबा दया 1714 ई0 क एक आदश वारा उसन भ म पर साम त क अ धकार को वशोगत बना दया भखमर क कारण भ म

छोड़ कर भागन वाल कषक को ढढ कर लान व उ ह सजा दन का ब ध कया गया इस कार स म अठारहवी सद म साम त को और अ धकार दय गय य य प कथ रन महान को एक ब नरकश शासक माना जाता ह ल कन उसन

कषक दास क भलाई क लय कछ नह कया 1765 ई0 म साम त को अ धकार दय गय क व कषक को सजा द सक उनम असतोष क वाला फर स भड़क उठ

77 स म 1773-1775 का कषक व ोह सरकार वारा साम त क ि थ त ढ़ करन और कषक पर उनक अ धप तय क बढ़त

ह ए अ याचार क कारण दोन वग म कटता और बढ़ गई सी सा ा य क पव भाग म कषक क अ त र त खान व लोह क कारखान म काम करन वाल मक भी अपनी दशा स असत ट थ इस म गर सी जा तया तातार मोर डो वयन चवा श (बईनऔम) और बश कर क कसान भी भ म छन जान क कारण सरकार क व हो गय थ गर ब कोसक (Cossack) म भी असतोष बढ़ रहा था

मई 1773 ई0 म डान दश का रहन वाला थम लयन पगाचोव नामक एक कोसक जो कई बार जल म सजा भगत चका था कारागह स भाग नकला उसन वय को स का स ाट घो षत कया तथा पीटर ततीय क उपा ध धारण क कोसक व भ म छोड़ कर भाग ह ए कषक न उसका साथ दया आर भ स ह पगाचोव न कषक को अ याचार का मकाबला करन क लय उकसाया तथा उनक दशा सधारन क लय य न करन का वचन दया शी ह उसका साथ यराल क मक न दया उ ह न अपन कारखान स बदक व ो हय को द तथा काफ मा ा म कारखान क बाहर ब दक बनाई दस बर 1773 तक ओरनबग पम और स ब क क दश म भी यह व ोह फल गया तथा गर सी जा तय क सद य भी इसम सि म लत हो गय मक तथा गर- सय का कसान का साथ दन स ि थ त ग भीर हो गई माच 1774 म ला त चवो (Tatishchevo) क कल पर शाह सना न पन अ धकार कर लया इसी समय उफा म भी व ो हय क हार ह ई पगाचव यराल क पहाड़ म चला गया ल कन यहा पर भी वह परािजत हआ अब वह वो गा क नकट क दश क ओर मड़ा वहा पर उस कषक व गर सय का समथन मलन क आशा थी जन 1774 म उसन कजान क शहर को जीत लया एक बार फर हार कर पगाचव न वो गा नद को पार करक डान दश म पह चन क को शश क इस बीच सना उसका बराबर पीछा कर रह थी पगाचव को गर तार कया गया तथा जनवर 1775 म उस तथा उसक कछ सा थय को फासी द गई उसक गर तार क थोड़ समय बाद व ोह शा त हो गया

पगाचव क हार क न ना कत कारण थ - (1) व ोह म भाग लन वाल व भ न त व म वह एकता कायम नह रख सका

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(2) व ो हय क द त अनक थान पर तनात कर दय गय थ अतएव व सग ठत होकर नह लड़ सक

(3) उनक पास श क कमी थी (4) शाह सना क शि त उनस कह अ धक थी (5) उसम सगठन क मता का अभाव था (6) उसन अपन अनया यय क सामन उनक दशा सधारन क लय एक काय म क

प ट परखा नह बनाई थी प रणाम 1773-1775 ई0 क व ोह क प रणाम कषक क लय हतकार स नह

ह ए कथ रन वतीय न 1775 ई0 म एक अ यादश वारा ा त का पनगठन कया यह नई यव था पहल क अप ा अ धक क कत व नरकश बनी सी सा ा य क सीमावत ात जहा पर गर सी काफ स या म रहत थ सभी कार क वाय ता क अ धकार को

समा त कया गया 1785 ई0 म साम त को एक चाटर (Charter) दान कया गया इसम उन सब अ धकार क पि ट क गई िजनका क उस समय व योग करत थ उ ह अपन सगठन बनान का अ धकार भी दया गया इन सगठन पर गवनर को नर ण क अ धकार दय गय

अठारहवी सद म स म कषक न बार बार व ोह कय इसका म य कारण स क जार क कषक वरोधी नी त थी उ ह न समय पर साम त क शि त ढ़ करन तथा कषक क दमन करन क लय कानन बनाय आम तौर पर अठारहवी सद म स क कषक व ोह उसक पव भाग म ह ए जहा लोह क खान व कारखान म मक काम करत थ तथा गर सी जा तया नवास करती थी अतएव अ धकाश कषक व ोह म उपय त त व न भी भाग लया य व ोह सग ठत न होन क कारण असफल रह वा तव म व सी सा ा य क शि त क आग सफल भी नह हो सकत थ

स म कषक क शोचनीय दशा उ नीसवी सद क ार भक छ दशक तक बनी रह 1861 म स ाट एलकजडर वतीय न स म एक अ ध नयम वारा कषक दास क था को समा त करन क घोषणा क य य प यह अ ध नयम अपन उ य म पण प स सफल नह हआ क त फर भी यह कसान को साम त क अ याय स बचान क दशा म एक मह वपण कदम था

78 यरोप क अ य दश क ि थ त अठारहवी सद म पन पतगाल व इटल म कषक क दशा म वशष प रवतन नह

हआ य य प व साम त क अ याय स पी ड़त रह क त उ ह न साम त था क अ त क लय कोई आ दोलन नह कया बा कन दश म इसी कार क दशा थी उस समय वहा पर तक का रा य था तथा व पराधीनता का जीवन यतीत कर रह थ इन सभी दश म क ष अ य त पछड़ी ह ई दशा म थी तथा वहा क कषक आ दोलन करन क ि थ त म नह थ हाल ड डनमाक व वडन जो क इ लड क नकट थ म भी इ लड क तरह बाड़ब द क

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गई तथा वहा पर नवीन क ष प तय का अनसरण कया गया इसस वहा क कसान क दशा कछ हद तक सधर इन दश म भी अठारहवी शता द म कोई आ दोलन नह हआ

79 साराश चौदहवी सद तक इ लड म साम तवाद का बोलबाला था तथा कषक क दशा शोचनीय

थी ल कन सोलहवी सद तक इ लड म कषक दास क था समा त हो गई यरोप क सभी दश म कषक दास क था अठारहवी सद क आर भ तक बनी रह प हवी सद म जमनी ास व पन तथा स हवी सद म ास म असफल व ोह ह ए

अठारहवी शता द म इ लड म क ष क म नवीन प त का वकास हआ तथा बाड़ब द क गई ल कन हाल ड ास व ए शया क कछ भाग को छोड़ कर शष यरोप म खती ाचीन तर क स ह होती रह साम त क अ याय भी यथावत बन रह

ासीसी ा त क आर भ होन क बाद कषक न साम त क नवास थान पर आ मण करक अपनी दासता क सा य को न ट कया 1789 ई0 म रा य सरकार न सामतो स मि त दलान क लय दो कानन पास कय 1792 व 1793 ई0 म भी इस दशा म य न कय गय

आि या - हगर सा ा य क बोह मया दश म 1768 स 1775 तक बार बार कसान क व ोह ह ए य य प वहा क स ाट जोजफ न कषक को कछ रयायत द ल कन वशषा धकार ा त वग क वरोध क कारण उसक आदश को लाग नह कया जा सका

स क शासक न साम त का समथन ा त करन क लय समय समय पर उ ह अ धकार दान कय तथा कषक का दमन कया 1705 ई0 स लकर 1775 ई0 तक स म कषक क अनक व ोह ह ए इनम स पगाचव क नत व म 1773-75 का व ोह सबस भयकर था य व ोह स क पव भाग म ह ए इन व ोह म खान व कारखान म काम करन वाल मक तथा गर सी जा तय न भाग लया असग ठत होन तथा व ोह म भाग लन वाल त व म एकता क अभाव म य सब व ोह असफल रह इन व ोह क बाद भी स क शासक न दमन क या जार रखी

य य प यरोप क अ य दश म कषक क -ि थ त खराब थी ल कन तहा पर कोई आ दोलन नह ह ए

710 बोध न 1 अठारहवी सद क आर भ म कषक क दशा का वणन क िजए इस शता द म

आि या - हगर म ह ए कषक आ दोलन का व ोह का ववचन क िजए 2 अठारहवी सद म कषक क त स क शासक क ि टकोण का व लषण

क िजए इस सद म स म ह ए कषक व ोह का स त वणन करत ह ए कषक व ोह का स त वणन करत ह ए उनक असफलता क कारण क ववचना क िजए

3 न न ल खत वा य को पढ़ कर उनक स मख सह () या गलत () का नशान लगाईय

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(1) ासीसी ा त क आर भ होन क बाद कषक न साम त क नवास थान पर आ मण करक उन द तावज को न ट कया जो उनक दासता क सा य थ

(2) आि या का स ाट जोजफ साम तवाद क अ धकार को समा त करन म सफल रहा

(3) अठारहवी शता द म स म कषक क अनक व ोह ह ए (4) अठारहवी सद म स क अ धकाश कषक व ोह क बाद वहा क सरकार न

उनक ि थ त म सधार कया

711 सदभ थ 1 पाथसारथी ग ता (स पादक) यरोप का इ तहास वतीय स करण 1987 नई

दहल 2 Peter Gay and RK Webb Modern Europe Harper and Row

New York 1973 3 History of the USSR Part I (English Translation) ndash From the

Earliest Times to the Great October Socialist Revolution Progress Publishers Moscow 1977

4 Chapter VI and VII Written by MP Vyatkin and AG Mankow on Early Eighteenth Century and Second Half of the Eighteenth Century Robert Briggs ndash Early Modern Europe 1560-1718 Oxford University Press 1977

5 Edward Eyre (Director) ndash European Civilization ndash Volume V Oxford University Press London 1977

6 Montague Fordham ndash The European Peasantry 1600-1914 7 RR Enfield European Agriculture since 1750

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इकाई-8 नगर व शहर का वकास एव म नगर करण

इकाई क परखा 80 उ य 81 तावना 82 ाचीन काल क नगर क आबाद व बनावट 83 नगर क आबाद म व व उसक आकड़ 84 जनस या म व क कारण 85 ाम स नगर क ओर पलायन 86 नय नगर का व प 87 प रणाम 88 साराश 89 बोध न 810 सदभ थ

80 उ य इस इकाई क अ ययन स आप समझ पायग क यरोप म नगर व शहर का वकास

कस हआ नगर करण क इस या स ामीण जीवन कस भा वत हआ तथा नगर करण क या प रणाम ह य

81 तावना ाचीन काल क नगर एव नाग रक वारा अ धकार क ाि त हत कय गय य न

रोम व यनान क स यता क इ तहास म अनक नगर रा य का उ लख मलता ह इटल व यनान क ऐस नगर क अ त र त रोमन सा ा य क व भ न भाग म भी नगर क अि त व क बार म जानकार मलती ह उस काल म ऐस नगर कसी राजा अथवा साम त क गढ़ क चार ओर बसाय जात थ य नगर ाम स कछ बड़ होत थ तथा इनक आबाद भी गाव स अ धक होती थी अपन अ धप त क त नगर क नवा सय को लगभग उ ह दा य व का पालन करना पड़ता था जो क गाव म कषक दास (Serf) करत थ धम य और रा य रा य क उदय क कारण सामत क शि त ीण होन लगी इस काल म वा ण यवाद का उदय व व तार भी हआ नाग रक न साम त को बा य कया क वह यक प रवार स कर वसल न करक सम त नाग रक स साम हक प स कर वसल कर उ ह न अपन-अपन नगर क बाजार का ब ध भी अपन हाथ म ल लया अपन अ धप त क अदालत म ववाद का नपटारा करान क थान पर व अपनी बनाई गई अदालत म मकदम क सनवाई और फसल करन लग ऐस सब अ धकार क स ब ध म उ ह न राजा अथवा साम त स चाटर (Charter) ा त कय इ ल ड म यापा रय क सगठन न साम त को वपल धनरा श अदा कर य अ धकार ह तगत कय ास व नीदरल ड म नाग रक क सगठन को क यन

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(Commune) कहत थ इन क यन न अपन साम त क व सफलतापवक व ोह कय जमनी म अनक नगर न मलकर ऐस अ धकार लय तथा साम हक सर ा क लय ब ध भी कय इस समय म कछ भावशाल पाद रय ( बशप) न भी कछ नगर बसाय इ ह बसात समय उ ह न नाग रक को उनक अ धकार क स ब ध म चाटर दान कय

82 ाचीन काल क नगर क आबाद व बनावट हज क अनसार चौदहवी सद क अ त म यरोप क अ धकाश नगर क आबाद अ धक

नह होती थी पाच हजार क आबाद वाला नगर बड़ा माना जाता था इसस भी अ धक आबाद वाल नगर थ ल कन उनक स या अ धक नह थी यहा तक क लदन प रस स वल व नस यबक रोम आ द जस बह त बड़ नगर क आबाद एक लाख स कम थी यरो पयन दश क अ धकाश जनस या नगर क अप ा ाम म अ धक थी

उस समय क नगर क नवासी यापार क साथ बागवानी व छोट पमान पर क ष करक अपना जीवन यापन करत थ आम तौर पर एक नगर क चार ओर मजबत ाचीर होती थी और अनम त प क वारा ह एक नगर क व भ न दरवाज स शहर म वश मलता था नगर क चारद वार क अ दर व भ न कार क मकान होत थ जो एक दसर स सट ह ए होत थ इसम चच टाउन हाल व यापा रक तथा कार गर क सगठन क इमारत भ य होती थी सड़क चौड़ी नह थी ग लया इतनी सकड़ी होती थी क उनम स घोड़ा गाड़ी आ द क ठनता स गजरत थ ग लय व बाजार म पानी क नकास क लय ना लय का ब ध नह होता था यक नगर म एक थानीय स था होती थी रात म नगर क दरवाज ब द कर लय जात थ शा त व स यव था बनाय रखन क लय प लस नय त क जाती थी ल कन उनक स या बह त कम होती थी

83 नगर क आबाद म व व उसक आकड़ चौदहवी सद स इन नगर क आबाद बढ़न लगी समय क स य साथ अनक कारण

स पहल स था पत नगर क आबाद बढ़ती गई यहा तक अनक थान म मन य नगर क चारद वार क बाहर भी बस गए प हवी सद क बाद क यग म यरोप म कई अनक नय नगर बस तथा कछ परान नगर क सम न ट हो गई ल कन फर भी 1830 म यरोप म नगर क अप ा ामीण म मन य अ धक स या म नवास करत थ इटल व ास स उसक कल जनस या क साठ तशत ए शया म स तर तशत पन म न ब तशत और स तथा पव दश म पचानव तशत आबाद गाव म रहती थी य - य इन दश म

औ यो गक वकास क ग त म तजी आती गई य - य गाव स मन य अ धका धक स या म शहर म आन लग

म य यग क अ त व आध नक यग म नगर क वकास क अनक कारण ह इनम सबस मख कारण यरोप क सभी दश म जनस या क लगातार व होना ह ोफसर कार साडस न 1300 व 1600 ई0 म यरोप क व भ न दश क जनस या क न ना कत आकड़

तत कय ह

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-स दश का नाम जनस या 1300 ई0 1600 ई0 1 इगल ड चाल स लाख पसठ लाख 2 ास 1 करोड़ 40 लाख 1 करोड़ साठ लाख 3 पन व पतगाल साठ लाख 1 करोड़ 4 जमनी (नीदरलड क साथ) 1 करोड़ 50 लाख 2 करोड़ तीस लाख 5 डनमाक दस लाख छ लाख 6 वडन छ लाख - 7 नाव तीन लाख - 8 इटल 1 करोड़ यारह लाख 1 करोड़ तीस लाख

इसस प ट ह क चौदहवी स स हवी सद म अनक दश क जनस या म व ह ई स हवी सद क बाद जनस या क व क दर और बढ़ गई य - य व भ न दश म औ यो गक वकास क ग त बढ़ य - य जनस या क व क दर भी बढ़

चौदहवी सद स यरोप म जनस या क बढ़न क कारण का स त म व लषण करना आव यक ह य क नगर करण म व स इसका घ न ठ स ब ध ह

84 जनस या म व क कारण 1 पर परागत धारणाओ का अत कार साडस क अनसार म य यग म ईसाई समाज

म शर र क प व ता (Celebeoy) को एक न तक कत य माना जाता था य क मन य क जीवन म न तकता का अ य त मह व था ल कन अनक ईसाई सत न खल बसी (Celebacy) पर जोर दत ह ए भी यह माना था क अ धकाश ि य व प ष को शाद कर लनी चा हए फर भी कछ मन य अ ववा हत ह रहत थ पनजागरण क समय स यह धारणा कमजोर पड़ती गई

2 भयकर रोग क कोप म कमी ाचीन काल स ह लग व हजा भयकर रोग स यरोप क दश म बड़ी स या म मन य म य क ास बन जात थ अतएव म य दर अ धक थी अनक शश भी बा याव था म मर जात थ ल कन प हवी शता द स औष ध व ान म नर तर ग त होती गई फल व प लग व हजा आ द का कोप बह त कम हो गया शश भी अ धक स या म जीन लग इसस ज म दर बढ़ती गई म य दर क कम होन तथा ज म दर क बढ़न स आबाद म व ह ई

3 द भ का अ त लगभग स हवी शता द तक वषा क अभाव म फसल खराब हो जाती थी तथा द भ क कोप स काफ मन य मर जात थ क ष क ldquoनवीन प तrdquo क योग स अ न का उ पादन बढ़ता चला गया फल व प अकाल का कोप समा त हो गया

4 यापार म उ न त वा ण यवाद क उदय व व तार स अ तदशीय व वदशी यापार म व ह ई यापा रक काय क लय अ धक यि तय क आव यकता पड़न लगी अब वा ण यवाद क समथक क साथ रा य क सरकार भी

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जनस या म व चाहन लगी वा ण यवाद क वशष - व लयम टपल डवीनट आ द न रा य को इस ओर कदम उठान क लय रत कया अनक रा य न ववा हत यि त को कर म छट द तथा अ ववा हत यि त पर अ त र त कर लगाय कह -कह पर बड़ प रवार वाल यि त को रा य क तरफ स आ थक सहायता भी द जान लगी

5 क ष उ पादन म व ाचीन व म य यग म यरोप म एक नगर क सम उसक आस-पास क म अनाज क उ पादन पर नभर रहती थी यातायात क क ठनाईय क कारण दसर थान स अनाज नह लाया जा सकता था एक ओर तो क ष उ पादन म व न अकाल को लगभग समा त कर दया तो दसर ओर यातायात क साधन न यह सभव कर दया क दर-दर स अनाज मगाया जा सक अतएव अब नगर अपन आस-पास क क अनाज क उ पादन पर नभर नह रहा वह अपनी बढ़ती ह ई जनस या क लय अनाज का ब ध कर सकता था

6 स नक आव यकताए यरोप क व भ न दश पार प रक सघष म लग रहत थ इ ल ड क पहल ास और बाद म हाल ड क साथ त पधा व तीस वष य य (1618-1648) इसक उदाहरण ह ास क लई चौदहव (1643-1715) न ास को य म उलझाय रखा स क पीटर महान न व तारवाद नी त अपनाई इन य क लय स नक क आव यकता बनी रहती थी अत सब दश यह चाहत थ क उनक जनस या म व हो ता क उ ह अ धक स नक मल सक

7 औ यो गक वकास इ ल ड म औ यो गक वकास क फल व प जनस या म व ह ई अठारहवी शता द क उ तराध और उ नीसवी सद म यरोप क अ य दश म यह या आर भ हो गई तथा उनक जनस या भी बढ़ती गई अठारहवी सद क म य व उ नीसवी सद क अ त तक यरोप क जनस या म तीन गनी व ह ई

85 ाम स नगर क ओर पलायन नगर करण क एक वशषता गाव स शहर क ओर मन य का पलायन था इ ल ड

म इस कार का पलायन वा ण य क वकास स आर भ हआ क ष क उ न त तथा औ यो गक ा त क समय इसम व ह ई अ य दश म भी यापार क ष व उ योग क वकास क समय इस कार क व त दखन को मलती ह म य यग व आध नक यग क आर भ तक यरोप क यक दश म नगर क आबाद क मकाबल म ामीण क आबाद बह त अ धक थी 1830 इ वी म इटल व ास म कल जनस या का साठ तशत शया म स तर तशत पन म न ब तशत और स तथा पव यरोप क दश म 95 तशत ामीण म रहता था

1851 म इ ल ड म पहल बार ाम क मकाबल म शहर क आबाद अ धक दज क गई इस समय म यरोप म प चीस नगर ऐस थ िजनक आबाद एक लाख क लगभग थी इनम स चार इ ल ड तथा एक काटलड म था इसम लदन क आबाद जो 1800 म एक

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लाख थी 1830 म डढ़ लाख हो गई थी इ ल ड को छोड़ कर शष यरोप म प रस क त त नया सट पीटसबग नप स वयना मा को ब लन एम टडम डि लन ह बग वारसा मलान रोम म ड पलरन व नस लयो बडाप ट मास लज व बास लोना क नगर क आबाद पचास हजार स लकर तीन लाख तक थी

उ नीसवी सद क उ तराध तथा बीसवी सद म नगर क आबाद बढ़ती गई तथा ाम क जनस या म कमी आई इस अव ध म एक ओर नगर क आबाद बढ़ और दसर तरफ काफ स या म भ मह न कषक कशल कार गर व मक गाव स नगर म आय

नगर क आबाद म व तथा वहा गाव स मन य क लगातार आगमन का प रणाम यह हआ क 1914 म इ ल ड म उसक कल जनस या का 80 तशत ास म 45 तशत स कछ अ धक तथा जमनी म 60 तशत यि त शहर म रहत थ इस समय म स पोल ड व डनमाक म लगभग एक तहाई जनता शहर म रहती थी 1850 क बाद बड़ शहर क आबाद म वशष प स तजी क साथ व ह ई पहल प चीस नगर को बड़ा माना जाता था ल कन 1914 म ऐस पचास नगर थ िजनक आबाद एक लाख स अ धक थी

ाम स नगर क ओर मन य क पलायन क लय न ना कत प रि थ तय िज मवार थी

1 कषक दास क मि त म य यग म जमीदार न क ष म होन वाल घाट स बचन क लय यह उ चत समझा क व कषक को हल बल आ द साधन द कर तथा उनस फसल क एक नि चत भाग लकर भ म का त क लय द द इस प त स एक ओर तो जमीदार सभा वत नकसान स बच गय तथा दसर ओर कसान जमीदार क त अ य दा य व स म त हो गय फल व प इ ल ड म धीर-धीर कषक म त हो गय सोलहवी सद तक वहा पर कषक दास (Serfdom) क था लगभग समा त हो गई अब ाम स अनक कसान शहर क ओर चल गय

2 खत क बाड़ बद इ ल ड म तथा कछ समय बाद ास व जमनी क कछ भाग म छोट-छोट खत को मला कर बड़ खत (farms) बनाय गय इसस अनक गर ब कसान भ मह न हो गय तथा रोजगार क तलाश म नगर म आय

3 अ तरा य यापार का वकास वाल बक व टलर क अनसार प हवी सद म इ ल ड एक मह वह न यापा रक रा था ल कन सोलहवी सद म इगल ड का यापार बढ़न लगा इसी समय म पि चमी यरोप क कछ दश का यापार भी बढ़ा अ तरा य यापार क क आ त रक भाग क नगर थ जहा बाहर जान वाला माल इक ा कया जाता था ल कन इनस भी अ धक हलचल उन ब दरगाह पर होती थी जहा स जहाज बाहर जात थ अतएव ऐस थान पर रोजगार क लय गाव स काफ मन य आकर बस

4 औ यो गक वकास इगल ड म औ यौ गक ा त क समय कारखान को बड़ी मा ा म मजदर क आव यकता ह ई गाव स भ मह न कषक कार गर मक व बकार यि त शहर क कारखान म काम करन आय

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86 नय नगर का व प ाचीन नगर क चार द वार क बाहर भी मन य मकान बना कर रहन लग धीर-धीर

अनक नगर म सर ा क य ाचीर तोड़ द गई औ यो गक वकास क ग त म तजी क फल व प िजन नगर क आबाद बढ़ रह थी

व नगर आस पास क दहात तक फल गय यहा तक क ऐस दहाती नगर क समह बन गय ऐस थान म नगर तथा ाम क म य का अ तर लगभग समा त हो गया इस कार का प रवतन इगल ड तथा जमनी औ यो गक दश म प ट प स दखा जा सकता

था कछ थान पर गाव न नगर का प धारण कर लया य क इन थान पर यापार

अथवा उ योग क क खल गय थ इगल ड म इस कार क या का भाव सबस अ धक हआ

इगल ड म राजधानी क अ त र त अ य थान पर भी नगर का वकास हआ ल कन यरोप म रा य क राजधा नय क आबाद ह वशष प स बढ़

87 प रणाम 1 म यम वग का उदय नगर करण क व तार क यग का सबस मह वपण प रणाम

इन नगर म म यम वग का उदय था लगर न लखा ह क नाग रक जीवन स नवो दत म यम वग का सबस घ न ठ स ब ध था यह कहना क ठन ह क इस बज य (Burgeoise) वग म कस कार क यि त सि म लत थ कवल यह कहा जा सकता ह क आम तौर पर म यम वग क सद य गर क ष काय तथा कशल कार गर क काय क अ त र त अ य काय स ा त आमदनी स अपनी जी वका चलात थ उनक पास न तो क ष क लय काफ भ म होती थी और न ह व मक बन कर कमा सकत थ

मा यम वग को भी उ च व न न णी म वभािजत कया जा सकता ह उ च वग म बड़ यापार उ योगप त बकर धनी नवषक और अ छ आय वाल यवसाय म काम करन वाल यि त थ न न म यम वग क सद य उ च वग तथा म यम वग क उ च णी क यि तय क आव यकताओ को पर करत थ इनम दकानदार कशल कार गर बक सरकार द तर औ यो गक व यापा रक त ठान म काम करत थ वक ल कलाकार व ब जी वय को भी इसम सि म लत कया जा सकता ह

इस म यम वग न यरोप क यक दश क राजनी त म मह वपण भ मका अदा क य य प उ च म यम वग क सद य सतोष पण जीवन यतीत करत थ ल कन न न म यम वग को आ थक क ठनाइय का सामना करना पड़ता था

2 मक का दखमय जीवन यरोप क नगर क औ यो गक त ठान तथा क ष फाम म एक बड़ी स या म मक को नौकर द गई फ ट रय म काम करन वाल मजदर क दशा अ य त शोचनीय थी उनक रहन क उ चत यव था नह क गई थी व तग ग लय और बना हवादार मकान म रहत थ इसस उनक तथा उनक प रवार क सद य पर बरा असर पड़ता था शहर म काम करन वाल अ य अकशल मक क दशा भी खराब थी

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3 नगर का बतरतीब वकास लगभग यरोप क सभी नगर का वकास बना कसी योजना क हआ पहल स ह नगर म तग ग लया व कम चौड़ी सड़क थी अब य बढ़ती ह ई आबाद क लए क ठनईय पदा करन लगी शहर क चारद वार क बाहर भी मकान का नमाण बतरतीब ढग स हआ थानीय स थाए उन पर कोई नय ण नह रख सक

4 वा य पर बरा असर यह पहल बताया जा चका ह क म यकाल क आर भ क नगर म पानी क नकास क सम चत यव था नह थी तथा शहर म गदगी रहती थी इसस नाग रक क वा य पर बरा असर पड़ता था परान नगर क वकास तथा नय नगर क थापना क समय इस सम या पर यान नह दया गया समय क साथ साथ यह सम या

ग भीर होती चल गई अनक ग द बि तया (Slums) बनी फल व प मन य व भ न बीमा रय स त होन लग

5 अपराध क स या म व शहर बरोजगार क स या धीर धीर बढ़ती गई इसन शहर म रहन वाल मन य म अपराध क व त को ज म दया अथवा उसको उकसाया

6 मान सक तनाव ाम क अप ा शहर का जीवन अ धक तनाव पण होता ह एक नाग रक अपनी ज रत को पर करन म वय को असमथ पाता ह और मान सक तनाव का शकार हो जाता ह

ल कन शहर क उ थान व वकास क अनक लाभ भी थ 1 ब जीवी वग का वकास ाम क अप ा शहर म रहन वाल ब जी वय क

स या अ धक थी य ब जीवी आपस म मलत भी रहत थ फल व प नगर म सा ह य व कला का वकास हआ

2 व ा नक ग त यरोप क नगर म व ा नक अनसधान क क खोल गय इसम अनसधान क स वधाए उपल ध कराई गई इसस व ा नक म ग त ह ई

3 सामािजक आ थक व राजनी तक प रवतन क क यरोप क सभी नगर सामािजक राजन तक व आ थक ा त क क बन गय वहा पर इन म काफ हलचल होती रहती थी तथा व मल कर कसी भी अ याय का वरोध करन क लय शी सग ठत हो जात थ

शहर और ाम क स यता म अ तर अभी तक व यमान ह गाव क नवासी शा तपण जीवन यतीत करत ह ल कन शहर क नवा सय का जीवन बा य आडबर व तड़क भड़क स प रपण होता ह अतएव शहर म रहन वाला सदव कसी न कसी कार क तनाव स त रहता ह शहर क कोलाहल पण जीवन म उस शा त नह मलती ल कन वह इस जीवन का अ य त हो जाता ह

88 साराश इस इकाई म आपन यरोप क ाचीन काल क नगर क ि थ त का अ ययन कया

तथा यापा रक सगठन व क यन वारा साम त स अ धकार प (ब तजमत) ा त करन क बार म जानकार ा त क उस समय क नगर क आबाद व बनावट क स ब ध म यह मालम हआ क व बतरतीब बन थ तथा उनक आबाद पाच हजार स एक लाख तक थी

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यरोप क कल जनस या म स अ धकाश ाम म ह रहती थी ल कन 1300 स 1600 ई0 क म य शहर क आबाद बढ़ इसका म य कारण सभी थान पर जनस या म व थी इसक साथ यह भी जाना क इसक या कारण थ ाम स नगर क ओर काफ स या म यि तय क पलायन स नगर क जनस या बढ़ 1851 क बाद व भ न नगर क आबाद क आकड़ स ात होता ह क उस समय एक लाख स अ धक आबाद वाल शहर क स या 25 थी नय नगर क व प क अ ययन स ात हआ क इ ल ड व शष यरोप क नगर क ि थ त व वकास म अ तर था नाग रक जीवन क लाभ और हा नय क बार म अ ययन करन स यह मालम होता ह क ामवा सय क अप ा शहर जीवन अ धक तनावपण होता ह

89 बोध न 1 ाम स नगर क ओर पलायन क या कारण थ 2 यरोप क नगर म मन य को कन क ठनाइय का सामना करना पड़ा 3 यरोप क जनस या म व क कारण का व लषण द िजए चौदहवी सद स

यरोप क दश म इसन नगर करण को कस कार स भा वत कया

810 सदभ थ 1 Chapter by RR Enfield in the book lsquoEuropean Civilization ndash Its

origin and Developmentrsquo Volume V under the direction of Edward Eyre Oxford University Press London 1937

2 Chapter by RM Hartwell in the book lsquo The Cambridge Modern History Volume IX (1793-1830) edited by CW Cramley Cambridge University Press London 1965

3 Brison D Gooch Europe in the Nineteenth Century the Macmillan Company London 1970

4 David Ogg Europe in the Seventeenth Century Hindi edition Jaipur 1967

5 Carlton JH Hayes Modern Europe to 1870 The Macmillan Company New York Sixth Print 1960

6 Langer Eadie Geanakoplos Hexter Pipes Western Civilization Volume II Harper and Row New York Second Edition 1975

7 Wallbank and Taylor Civilization ndash Past and Present Volume II Third Edition 1975

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इकाई-9 कारखाना और मजीवी वग

इकाई क परखा 90 उ य 91 फ टर स टम

911 फ टर या ह 912 फ टर स टम कस श हआ 913 एक का प नक फ का काय व यास

92 फ स टम एवम औ यो गक ा त 93 फ स टम का सामािजक असर 94 बराइया 95 बराइय को दर करन क यास एवम समाधान

951 ससद य यास 952 समाज सधार और अबधनी त 953 सधारक य न जार रह 954 सडलर क य न 955 एशल का कानन

96 समाज और सामािजक प रवतन 97 साराश 98 अ यासाथ न

981 अश पर छोट सवाल 982 सार इकाई पर सवाल

99 ास गक पठनीय थ

90 उ य लगभग 1750 स लकर 1850 तक क काल को पि चम यरोप म औ यो गक ा त

का काल माना जाता ह अ य इकाइय म तमन औ यो गक ा त क बार म व तार स पढ़ा होगा अ य बात क अलावा औ यो गक ा त का सबध उ पादन क लए एक नए सामािजक व यास को नाम दया गया ldquoफ स टमrdquo फ स टम म काम करन क लए समाज म एक नए मजीवी वग का ज म हआ इस इकाई म हम फ स टम और इसम काम करन वाल मजीवी वग क बार म जानग

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91 फ स टम 911 फ या ह

औ यो गक ा त स श आत क भी पहल क बात ह कसी तजारत करन वाल कपनी क नमाइद को ldquoफ टरrdquo बलाया जाता था उसक द तर को फ rdquo फ स कपनी खर द-फरो त करती मसलन हम अ जी ई ट इि डया कपनी को ल जब कपनी स हवी सद म भारत आई तो उसन गजरात तट पर सरत बदरगाह म अपनी पहल मख फ था पत क इस फ म कपनी अपना यापार का सामान रखती और ह द ता नय क

साथ खर द-फरो त करती याल रखन वाल बात यह ह क ई ट इि डया कपनी एक तजारती कपनी थी और उसका उ पादन स चाह वह औ यो गक हो या फर गर औ यो गक कोई सीधा सरोकार न था

जस-जस अठारहवी सद म औ यो गक ा त का व तार हआ वस-वस फ श द का च लत अथ भी बदलता गया अब फ का अथ उस थान स हआ जहा क मशीन क वारा कार गर काफ मा ा म चीज को बनात यह अथ आज तक साधारण बोलचाल क

भाषा म च लत ह सो िजस कारखान म हवाई जहाज बनता ह वह भी फ कहलाता ह और िजसम कपड़ बनत ह वह भी हाला क ldquoफ rdquo कवल चीज बनान वाल कारखान को कहा जाता था फ जसी उ पादन यव था और कम व यास उ योग म भी य त होती थी जस क कोयला खदान

इस इकाई म हम म यतः औ यो गक ा त क पहल चरण पर गौर करग इस चरण (1750-1850) म फ ट रया यादातर सत कातन क कपड़ा बनन क और लोह का काम करन वाल होती थी

912 फ स टम कस श हआ

पजीवाद यव था क श आत क दन म पि चमी यरोप म उ पादन म यतः प टग आउटrdquo स टम पर नभर करता था इस यव था म पजी का मा लक यापार कार गर को क चा माल खर द कर दता कार गर अपन-अपन घर पर अपनी ह मशीन स चीज बनात िज ह क यापार इक ा कर क बाजार म बचता इस यव था म फायदा यह था क यापार दर-दर तक फल कार गर स काम करवा सकता था और उस अपन कार गर क रहन खान क यव था भी नह करनी पड़ती

पर इस यव था म नकसान कई थ एक तो यापार को अपन कार गर तक पह चन म और उनस बना हआ माल लन म काफ समय बबाद करना पड़ता दसर काम क वा लट बरकरार रखना मि कल था तीसर कार गर स समय पर काम करवान म द कत

होती थी इन मि कल स पार पान का एक तर का था वह यह क सार कार गर को एक ह

कारखान म इक ा कर लया जाए पर ऐसा करन पर यापार को कारखान क इमारत बनान

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म पसा लगाना पड़ता मशीन खर दनी पड़ती और फोरमन और सपरवाइजर को नौकर पर लगाना पड़ता अथात यापार का उपरला खच काफ बढ़ जाता

पर जब 1700 ई0 म वीडन क यापार टोफर पोलहम न 100 कार गर वाल एक बतन-भाड क फ टर था पत क तो उसन पाया क उ पादन पर कल खच इतना कम हो जा रहा था क उपरला खच बढ़न क बावजद वह अ छा खासा मनाफा कमा लता

913 एक का प नक फ टर का काय व यास

एडम ि मथ अपनी कताब द व थ ऑफ नश स (1776) म एक साधारण पन बनान वाल फ टर का वणन करता ह जब पन घरल उ योग म बनाए जात थ तो एक या दो यि त ह पन बनान म लगत थ पर फ टर म पन बनान क या को कई ह स म बाट दया गया एक आदमी तार खीचता दसरा उस सीधा करता तीसरा काटता चौथा उसक एक सर को नक ला करता पाचवा उसक दसर सर को घसता वगरह इस तरह तार खीचन स लकर बन ह ए पन को कागज क प ड़या म पक करन तक एडम ि मथ न कोई 32 चरण गन इनम स कसी भी चरण पर ह नरमद कार गर क ज रत नह थी एक ब चा भी इनम स कसी एक चरण को बखबी परा कर सकता था यह फ स टम क मख व श टता थी

फ टर म उ पादन क या को बह त ह सरल छोट-छोट ह स म बाट दया गया हर चरण को एक साधारण अकशल मक भी आसानी स परा कर सकता था या न क अब कारखान क उ पादन- मता कसी यि त वशष क द ता पर नभर नह करती थी बि क सार कारखान क आगनाइजशन पर िजस क एक मनजर आसानी स क ोल कर सकता था फर च क द कार गर क ज रत नह थी तो फ ट रय म ि य और ब च को आसानी स मक क तौर पर इ तमाल कया जा सकता था और हाला क ि या और ब च एक प ष िजतना ह उ पादन करत उनक तन वाह आद मय क तलना म कह कम रहती इस सब स फ टर क मा लक को काफ मनाफा होता

92 फ स टम एवम औ यो गक ा त इ तहासकार हो सबाम का कहना ह क वस तो स हवी सद स ह उ पादन या म

अनक कार क या क सधार होन श हो गए थ पर सफ या क सधार ह औ यो गक ा त नह ला सक औ यो गक ा त क लए ज र था क उ पादन इतना यादा और इतना

स ता हो क बाजार म आप स आप इस उ पाद क लए माग बढ़ ऐसा तब ह हो सका जब या क सधार क साथ उ पादन क लए एक नए कम व यास का इ तमाल कया गया जब उ पादन क या स सब धत डवीजन आफ लबर को (काम क बटवार) को काफ ज टल बना दया गया उ पादन क या को कई छोट-छोट टकड़ म बाट दया गया और एक मजदर क िज म कवल एक ह ह सा रखा यह फ स टम क मख व श टता थी

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93 फ टर स टम का सामािजक असर मनाफा बढ़ान क लए यह ज र था क फ म लगी मशीन का यादा स यादा

उपयोग कया जा सक फ मा लक क च टा यह रहती थी क अपन कार गर स तब तक लगातार काम करवात रह जब तक क मशीन ह जवाब न द जाए इसका मतलब यह था क कामगार को काम करन क तर क का एक नया अनशासन सीखना पड़ा

इ तहासकार ईपी हामपसन का मानना ह क िजस लय स मशीन चलती ह उसी लय स मक को चलना सीखना पड़ा समय क पाबद सीखनी पड़ी क एक नि चत समय पर काम पर आए और एक नि चत समय पर काम स हट एक ह थान पर खड़ होकर लगातार एक ह या क काम को लगातार करत रहन क आदत डालनी पड़ी य द कसी क िज म पन का तार घसना था तो वह लगातार दनभर कवल तार ह घस सकता था िजस यि त को तार सीधा करन का काम दया गया दनभर एक ह थान पर खड़ रहकर कवल तार ह सीधा करता रहता

जस-जस समय बीतता गया इस पर स टम क दगण भी सामन आत गए सबस पहल जो बात सामन आई वह यह ह क फ म लगातार एक ह जगह पर कठपतल क तरह काम करत रहना काफ उबाऊ था मक थोड़ ह समय म इस तरह क काम स जी चरान लगत जब फ का मा लक उनस जबरद ती काम करवाता तो जा हरा तौर पर काम करन वाल को यह बात अखरती और उ ह ख दल स काम पर लग रहना पड़ता

जहा तक काम करन क प रि थ तय का सवाल ह कछ बात साफ ह एक तो यह क यह कहना मि कल ह क फ म काम करन वाल क प रि थ त दसर मक क प रि थ त स बहतर थी या बदतर ऐसा इस लए क इ तहासकार क पास औ यो गक ा त स पहल क काल क मक क बार म यादा जानकार नह ह हा यह ज र पता ह क तरहवी सद स ह उ तर यरोप म पगार पान वाल मजदर हआ करत थ और उनक हालत अ य मजदर क हालत स खराब नह थी वस भी स हवी-अठारहवी सद म कम स कम इ ल ड म प टग आउट स टम क तहत काम करन वाल बह त सार मजदर पगार क एवज म ह काम कया करत थ कहन का मतलब यह ह क फ मजदर का तन वाह मजदर होना समाज क लए कोई नह बात नह थी

94 बराइया जो नई बात थी वह यह क जब फ या बनी तो एक साथ बह त सार मजदर शहर

म इक ा ह ए इस जमाव म उनक ददशा भी समाज क सामन कह यादा खर प स उजागर ह ई

उ योग म ब च और औरत को सोलह घ ट या उसस भी यादा काम करवाया जाता थकान क कारण य द कोई काम नह कर पाता तो उस ब ट स पीटा जाता था तन वाह काट ल जाती तन वाह वस भी काफ कम मलती थी एक ह त क लए कसी ह नरमद कार गर को 1795 म कोई 25 श लग और साधारण मजदर को सफ 12 श लग मला

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करत थ म हलाओ को प ष स आधी और ब च को एक चौथाई तन वाह ह मलती हाला क व प ष िजतना ह काम करत

कोयल क खदान म तो ि थ त और भी यादा खराब थी यहा चार स पाच साल क ब च को खदान क सरग क अदर बारह स सोलह घट काम करवाया जाता इनक औसत पगार दो स तीन श लग त स ताह थी

फ स टम क आन स मजदर क गर बी भी बह त यादा उजागर होन लगी वस तो औ यो गक ा त क श क साल म ह यह साफ हो गया था क समाज म नर ह गर ब क स या बढ़ रह ह पर इस ि थ त स बचन क लए कछ खास नह कया गया पीनहमल ड नामक क ब म गर ब क मदद क लए एक स टम ज र श कया गया िजस पीनहमल ड स टम क नाम स जाना जाता था कछ दसर क ब न भी इस स टम को

अपनाया पर बढ़ती ह ई औ यो गक गर बी क सामन यह स टम प त हो गया शहर म ि थ त कछ ऐसी थी क मजदर क हालत बद स बदतर होती चल गई

शहर बगर कसी योजना क बतहाशा बढ़त चल गए उनक नगरपा लकाए इस नई आबाद क दखभाल करन म असमथ रह शहर म गद द र बि तया पनपन लगी िज ह अ जी म लम कहत ह जहा अब तक शहर म अनक तबक क लोग आपस म मल कर रहत थ

वहा धीर-धीर मजदर बि तया शहर क बाक आबाद स हट कर रहन लगी इन बि तय म न तो सडक ठ क होती न ह ना लया न ह कड़ा नकालन क कोई यव था न ह पय जल का इतजाम और न ह ठ क स बन ह ए मकान इ तहासकार हो सबाम का कहना ह क यरोप क शहर म इस क म क बि तया यादातर शहर क पव ह स म बसी सो शहर म एक नया भद श हो गया ई ट ए ड नवासी (गर ब) और व ट ए ड नवासी (अ भजा य) का

रह-रहकर औ यो गक शहर म महामा रया भी बढ़न लगी लासग म पहल बार 1818 ई0 म हाइफस जवर का कोप फला यरोप क सार औ यो गक शहर म 1831 ई0 और 1832 ई0 म टाइफाइड़ क महामार छाई रह इन शहर म कालरा मयाद बखार और तप दक का भी बोलबाला रहा य सार बीमा रया यादातर मजदर बि तय म ह रह मानो यह सा बत कर रह ह क जहा द र ता और गदगी ह वहा बीमा रया भी रहगी इस सबन मजदर बि तय क नवा सय का हौसला तोड़ दया सामािजक हौसलाप ती क कई ल ण सामन आन लग शराब का ज रत स यादा इ तमाल होन लगा बाल ह या व याव त आ मह या और मान सक व ता क घटनाए बढ़न लगी मजदर क दग त इस बात स और भी यादा उजागर ह ई क औ यो गक ा त क कारण समाज क बाक सार वग क स प नता बढ़ रह थी

95 बराइय को दर करन क यास एवम समाधान फ टर स टम क इन बराइय को ज द स ज द दर करना बड़ा ज र था य क

एक तो साधारण मानवीयता का तकाजा था क मजदर क काम करन क हालात म सधार आए इसस भी यादा बड़ा कारण यह था क फि य म अ धकाश उ पाद फ म काम करन वाल मजदर ह खर दत थ इस लए अगर मजदर क माल हालत एक सीमा स नीच जाती

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तो नकसान पजीप तय को ह होता और अगर मजदर बि तय क समाज यव था को ठ प होन दया जाता तो डर था क कह दश म व ोह न भड़क उठ व ोह न भी होता तो यह तो साफ था क म यवग क जवान इन बि तय म फल रह शराबखोर व याव त और अ य कार क अन तकता क च कर म पड़ रह थ य द म यवग को अन तकता स बचाना था तो

ज र था क मजदर वग स अन तकता को दर कया जाए

951 ससद य यास

आजकल यह माना जाता ह क य द फ मा लक अपन मजदर क भल कार दखभाल कर तो उ ह ह यादा मनाफा होता ह पर उ नीसवी सद म यह बात अ धकाश पजीप तय क समझ म नह आ रह थी इस लए हम पात ह क फ टर म मजदर क ि थ त सधारन वाल अ धकाश उपाय कवल कछ फ टर मा लक क पहल पर रा य यव था वारा व भ न दश क ससद वारा कए गए सबस यादा सधार का काम इगल ड म

हआ ऐस उपाय म स पहला था इगल ड म राबट पील वारा ससद म पास कया गया

ह थ ए ड मारटज ए ट (1802) यह ए ट कवल बड़ी फ ट रय पर लाग होता था और कवल एपरि टस पर इस ए ट म यह कहा गया क नौ साल स कम उ क ब च बतौर एपरि टस नह लगाए जा सकत फ मा लक पर इन ब च स बारह घ ट स यादा या फर रात म काम करवान पर रोक लगा द गई

1802 क ए ट म कई खा मया थी एक तो यह कवल बड़ी फ य पर लाग होता था और वहा भी कवल उन फि य पर जो क एपर टस को इ तमाल करती थी बह नर बाल मजदर को इस ए ट स कोई सर ा नह मलती थी सबस म य बात तो यह थी क इस ए ट म नर ण करन का कोई ावधान न था नतीजतन यह ए ट महज कागजी कानन बन कर रह गया

फर 1816 म पील क चयरमनी म एक ससद य कमट का गठन कया गया इस कमट क सलाह पर 1819 का फ नय ण कानन पास कया गया इस कानन म पछल कानन क ावधान को दोहराया गया और कहा गया क सार बाल मजदर को इस कानन क सर ा द जाएगी साथ ह यह नधा रत कया गया क सोलह साल स कम उ क मजदर को बारह घ ट क दन म डढ़ घ ट क खान क छ ी द जायगी च क यह ए ट सार कामकाजी ब च पर लाग होता था इस लए लोग न इसका डट कर वरोध कया वरो धय म एक बड़ा तबका उन मा-बाप का था जो अपन ब च स काम करवात थ

952 समाज सधार और अबधनी त

तमन अबधनी त क बार म पढ़ा होगा यह नी त अठारहवी सद क अ तम दशक म काफ फल चक थी अथशा ी एडम ि मथ िजसका हम पहल िज कर चक ह इसका एक बड़ा समथक था इस नी त क मतावल बय का मानना था क समाज क अथ यव था तब ह

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सफल हो सकती ह जब क सरकार अथ यव था को अपन आप पर छोड द उसम अपनी टाग न अड़ाए

जब उ नीसवी सद म ससद य य न मजदर क सधार क लए होन लग तो सधार-वरोधी उ योगप तय न अबधनी त क दहाई दत ह ए यह गहार लगाई क अगर रा य फ स टम को सधारन व नय त करन क को शश करगा तो सार अथ यव था ह ठ प हो जाएगी दरअसल बड़-बड़ दाश नक वचार क आड़ म य वरोधी कवल इतना कह रह थ क उ ह मजदर -ब च म हलाओ और प ष का खन चसन स नह रोका जाना चा हए भल ह ऐसा करत ह ए व समाज क इतनी दग त य न कर द िजसस क समाज का साधारण चाल-चलन ह ठ प हो जाए ऐस वरो धय को उनक खद क बवकफ स बचाना ज र था

953 सधारक य न जार रह

1820 क दशक म पावर लम और भाप क इजन म काफ यादा या क सधार आए इसका नतीजा यह हआ क इस दशक म धीर-धीर फ स टम सार कपड़ा उ योग और ख नज उ पादन पर छा गया फि या भी कवल कछ शहर इलाक म कि त होन लगी लकाशायर का कपड़ा उ योग इसका अ छा उदाहरण ह यहा कोई 25 वग मील क म इतनी यादा कपड़ा मल थी क इ ल ड का 80 तशत स यादा कपड़ा बनाया जाता था िजतना फ ट रय का जमाव बढ़ा उतना ह उनक दगण कट ह ए इसम सधार लान क ससद य यास भी उतन ह जोर स कए जान लग

954 सड़लर क यास

माइकल सड़लर न 1831 म टन-आवर बल इ ल ड क ससद म पश कया इस बल म यह ावधान था क कसी भी मजदर स दस घट (टन-आवर) स यादा काम नह लया जा सकगा यह बल ससद म पास नह हो सका

पर इन दन इ ल ड म व ट इ डीज क दास था को लकर काफ गहमा-गहमी चल रह थी इसक रहत अखबार और प काओ म फ टर मजदर क तलना व ट-इ डीज क नी ो दास स क जान लगी धीर-धीर यह मत फलन लगा क मजदर क ि थ त म सधार क लए कछ ठोस कदम उठाए जान चा हए इसक फल व प जब 1833 म लाड एशल न ससद म अपना ताव रखा तो वह कछ ससद य छ ना-झपट क बाद पा रत हो गया

955 एशल का कानन

लाड एशल क कानन (1833) को सार कपड़ा बनन क फि य पर लाग कया गया इसक अनसार नौ साल स कम उ क ब च को फ म काम करवान पर पाबद लगा द गई तरह साल स कम उ क मजदर स दन म नौ घ ट और स ताह म 40 घ ट स यादा काम करवाना तब धत कया गया उ ह रोज डढ़ घ ट क खान क छ ी दना ज र

रखा गया यह कहा गया क अठारह साल स कम उ क मजदर स दन म 12 घट और स ताह म 69 घट स यादा काम नह करवाया जा सकता ldquoरातrdquo क काम को ठ क तरह स

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प रभा षत कया गया साढ़ आठ बज शाम स लकर साढ़ पाच बज सबह तक क समय को ldquoरातrdquo करार दया गया और इस पार म कवल अ ारह साल स यादा उ क मजदर क योग क अनम त द गई फ म काम करन वाल हर ब च का रोज दो घट कल जाना नि चत कया गया नर क क एक बड़ी टोल नय त क गई जो फ मा लक पर नगरानी रख सक और जो मा लक कानन क अवहलना करत ह ए पकड़ जाए उन क सर बड़ी सजा का ावधान रखा गया

इस कानन म दो म य खा मया थी एक तो यह कवल कपड़ा उ योग पर ह लाग कया गया जब क अ य उ योग म भी मजदर क हालत काफ खराब थी दसर यह कवल ब च को अपन दायर म लता था जब क ि य और प ष को भी काननी सर ा क आव यकता थी

96 समाज और सामािजक प रवतन बहरहाल इस कानन स कछ बात साफ जा हर होती थी सबस पहल बात तो यह क

हाला क समाज म अब भी अबधनी त का बोलबाला था अब सरकार क समझ म यह आन लगा क समाज क कछ अश ऐस होत ह जहा क सधार लान क लए सरकार ह त प ज र होता ह दसर बात यह क अब साधारण तौर पर यह माना जान लगा क समाज म औ यो गक उ पादन क इकाई प रवार नह बि क यि त वशष था और उसक सामािजक सर ा और सखा-पढ़ क िज मदार कवल प रवार पर ह नह छोड़ी जा सकती थी समाज को भी आग बढ़कर कछ उपाय करना ज र था

धीर-धीर अ य उ योग को भी फ कानन क तहत लाया गया 1842 म लाड एशल क कानन को कोयला खदान पर लाग कया गया और म हला मजदर को भी सर ा द जान लगी 1878 म इस कानन न सार फि य और वकशाप को अपन दायर म ल लया इस बीच दसर दश म भी फ कानन क या जार थी 1841 म ास म बाल-मजदर कानन लाग कया गया ए शया म भी 1870 तक कई कानन जार कए गए पर उ ह कभी गभीरता स लाग नह कया गया

1848 म सार यरोप म सोश ल ट व ोह ह ए और उ ह काफ आसानी स कचल दया गया इन व ोह म मजदर न बढ़ कर ह सा लया था कचल जान क बाद इन व ोह क बह त सार नता मजदर नता बन गए और फ मा लक स मजदर क भलाई क लए माग करन लग इस समय क बाद स फ मजदर क सगठन बनना श हो गए और कमशाला क हालात म सधार क लए य सगठन अपन अपन उ योग और सरकार पर जोर हालन लग ऐसा इ ह न कस तरह कया तम अ य इकाइय म पढ़ोग

97 साराश इस इकाई म तमन जाना क फ स टम अठारहवी सद म श हआ इसन

औ यो गक उ पादन म एक नए कम व यास को ज म दया फि या चलान क लए एक नए क म क अनशासन क ज रत थी जो क पहल कभी ससार म दखन को नह मला था लगातार अनशासन था पत रखन क लए फ क मय क उपर एक नए मनजमट तबक का

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ज म हआ फोरमन और सपरवाईजर य लोग लबर अ र टो स (Labour aristocrates) कहलाए इनक रहत उ योग म उ योग क मल कयत और उसक मनजमट म भद कया जान लगा मजदर क शहर म रहन स कई बराइया पनपी उ ह दर करन क लए उ नीसवी सद क म य तक अ भजा य वग स कछ समाज सधारक उबर कर सामन आए पर मजदर क सगठन अभी ठ क तरह स नह पनप पाए थ व 1848 क यरोपीय व ोह क बाद उबर

98 अ यासाथ न (I) अश पर छोट सवाल

कछ श द म जवाब द िजए (क) या फ स टम और औ यो गक ा त म स कोई एक बगर दसर क पनप

सकता था (ख) फ स टम क मख व श टता या थी (ग) या पन बनान क फ वा तव म एडम ि मथ क वणन क अनसार होती ह (घ) या फ स टम अन तक था (च) अबधनी त फ मा लक को य पसद थी (छ) इस इकाई म िजन फ सधारक का िज ह उसक अलावा दो और सधारक क

नाम बताइय (II) सार इकाई पर सवाल

दो सौ स तीन सौ श द म जवाब द (क) फ स टम इ ल ड म कस तरह पनपा (ख) फ स टम न कस तरह था पत आ थक और सामािजक स थाओ पर हार

कया (ग) फ स टम क कारण समाज म कस तरह क प रवतन आए (घ) फ स टम म सधार लान क य न क ववचना कर

99 ास गक पठनीय थ ईज हो सबाम - ाम इड ट ए पायर प गइन ईज हो सबाम - एज आफ रवो यशन प गइन ईपी टाम सन - म कग आफ द इग लश व कग लास (सभी कताब अ जी म ह बाजार म आसानी स मल जाती ह)

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Page 8: एमassets.vmou.ac.in/MAHI01-2.pdf ·  · 2014-04-056.7 इंगलैड ... अलबट[थेयर(Albert Thaer) ने1798 (Introduction to the knowledge of English Agriculture)

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करना सभव नह था अत व ा नक तर क और अ धक उ नत औजार क खोज क जान लगी य क कवल धनी लोग क पास ह पर ण क लय धन व अवकाश था इस लय ार भक उ न त अ धकाशतः सम कसान वारा क गई इस कार क ष क म पजी क योग स क ष ा त का माग श त हो गया

65 इगल ड म क ष क नवीन प त एनफ ड क अनसार उस समय हालड एक मख यापा रक व पजीप त दश था वहा

पर फसल को बदल बदल कर बोन क था को योग म लाया गया था इ लड न हालड स इस सीखा जथरो तलनलाड टाउनशड बकवल आथर यग व कोक आ द न व ा नक प त स खती करन क तर क क खोज क तल (1664-1740) न पि तय म थोड़ी दर पर बीज बोन क लय एक य बनाया टाउनशड (1664-1738) न अपन खत म एक क म क फसल क बाद दसर क म क फसल बोई तथा गह शलजम जौ और आल क खती को बार बार स बो कर जमीन क उवरता बनाय रखी आथर यग (1740-1920) न इसका चार कया तथा बड़ बड़ फाम बनाय कोक न पशओ क स या बढ़ान क लय य न कया पशओ क स या म व होन क कारण खाद अ धक मा ा म उपल ध होन लगी अब पहल क अप ा अ छ क म क धात क हल बनाय गय इस कार क हल म इ लड का रोजरहम हल अ धक स ह यह हल भ म म गहर खदाई करता था तथा कम समय म पहल क अप ा अ धक भ म पर चलाया जा सकता था उ पा दत अ न क सफाई क लय अब पहल क अप ा बहतर तर क अपनाय गय भ म क गणवता क जाच करक उसक मता क अनसार फसल बोई जान लगी

व ा नक आधार पर नवीन णाल स खती करन क लए छोट खत क थान पर बड़ खत अ धक उपय त थ अतएव अब अनक खत को मला कर एक खत बनाया गया तथा उसक चार ओर बाड़ (Enclosure Act) लगाय गय इ लड म 1792 स 1815 तक इसक लय 956 बाड़ नयम (Enclosures Act) पा रत कय गय एक ओर इसस लाभ यह हआ क बड़ फाम (Farms) म क ष उ पादन बढ़ा तो दसर ओर काफ स या म छोट कसान को अपनी भ म छोड़नी पड़ी तथा व भ मह न मजदर हो गय

66 अठारहवी सद म अ य दश म क ष इ लड म इस नवीन प त क पालन का भाव ास तथा ए शया क कछ भाग पर

साधारण प स पड़ा शष यरोप न काफ समय तक इ ह नह अपनाया अठारहवी सद क म य म ास क क ष यव था का वणन करत ह ए हाटवल न

लखा ह क उस समय भी वहा पर खत को कवल दो या तीन भाग म वभािजत कया जाता था दोन तर क म ाम क पास चरागाह व वन छोड़ जात थ क ष औजार भी पहल जस थ धात क मजबत हल का योग आरभ नह हआ था सग (Threshin) मशीन भी काम म नह लाई जाती थी य क इ लड क मकाबल म ास म पजी क वकास क दर बह त कम थी इस लए क ष क म साधन क उ न त पर यान नह दया गया था ास म बा य यापार पर तबध लगाय जात थ अत अनाज इधर उधर नह भजा जाता था इस समय

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तक ास म आल क खती को पहल स अ धक मह व दया जान लगा था इसक खती ऐस चरागाह पर क जाती थी जो अठारहवी शता द म साफ कय गय थ ल कन इसका यह ता पय नह क ास क क ष पर इ लड म नय तर क का भाव बलकल भी नह पड़ा था कछ क ष वशष िजनम डहमल (Duhamale) पलटो (Palutteo) और ट ब ल (Tubelly) मख थ न इ लड म अपनाय गय क ष क आध नक तर क पर प तक लखी अथवा उनका चार कया अठारहवी शती क अ त म फसल क अदला बदल को उ तर ास क कछ भाग

म अपनाया गया था इसी समय इ ह इलाक म बड़ फाम पर ग न क खती आर भ क गई इसक कछ समय पहल पन स अ छ न ल क भड़ मगाई गई इन प रवतन क होत ह ए भी महान ा त तक ास म य प स एक क ष धान दश ह रहा जब क इस समय तक इ लड क ष व औ यो गक म उ लखनीय ग त कर चका था

शया पर भी इ लड क नवीन योग का ास क अप ा कछ अ धक भाव पड़ा अलबट थयर (Albert Thaer) न 1798 (Introduction to the knowledge of English Agriculture) नामक प तक लखी थयर व उसक अनया यय न फसल बोन क लय हल वारा भ म क गहर खदाई और नवीन औजार क योग क लय चार कया अठारहवी शती

क अ त क दशक म पव जमनी म अ छ न ल क भड़ लाई गई तलहन अ छ घास व बनौल उगाय गय तथा फसल क अदला बदल (Rotation) क णाल अपनाई गई ल कन अठारहवी शती क अ त तक भी जमनी क अ य इलाक म नवीन क ष को नह अपनाया गया कवल व फसल को अदला बदल (Rotation) को योग म लान लग थ अठारहवी सद क अ त म जमनी क पव भाग वशषकर साइल शया और स सनी म भी इस आर भ कया गया

उपय त वणन स प ट ह क अठारहवी सद म क ष क म इ लड म अभतपव उ न त ह ई तथा ास व जमनी क कछ भाग पर इसका भाव पड़ना आर भ हआ ल कन इस शती क अ त तक इटल पन स व पव यरोप क अ य दश पछड़ ह रह लगर व उसक अ य चार सहयो गय न अपनी प तक (Western Civilization) क वतीय िज द म लखा ह क वा तव म उ नीसवी शती म यरोप क अ धकाश भाग म म य यग क तरह ह खती क जाती रह इन दश म खती क लय योग म लय जान वाल प रवतन क त वरोध म य प स दो कारण स हआ य कारण थ- कषक म पर परागत तर क क त आ था और नवीन तर क का थानीय प रि थ तय क त अनकल न होना था इसका एक अ य कारण यह भी था क मन य क म क थान पर मशीन क योग को इन दश क सरकार न पस द नह कया य क व सामािजक व स नक आव यकताओ क कारण अ धक स अ धक जनस या को क ष पर ह नभर रखना चाहत थ

67 इ लड म नवीन क ष का भाव (1) क ष उ पादन म व अठारहवी सद क उ तराध म क ष क इन नय तर क स

क ष उ पादन म काफ व ह ई

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(2) बढ़ती ह ई जनस या क लय अ न क यव था इ लड क जनस या लगातार बढ़ती जा रह थी 1750 ई0 म इस दश क जनस या का अनमान 65 लाख था जो 1801 ई0 म 90 लाख 1831 ई0 म 190 लाख और 1851 ई0 म 180 लाख हो गई इस बढ़ती ह ई जनस या क कय अ न क बढ़ ह ई उपज काम म आई इस समय म इस जनस या का एक भाग िजसका अ न उपजान स कोई स ब ध नह था अथात जो शहर म रहता था और िजनम स काफ मन य औ यो गक इकाइय म काय करत थ को अ न दन म स वधा ह ई ल कन यहा यह बता दना उ चत होगा क अ न क उ पादन क यह व इ लड क बढ़ती ह ई आबाद क लय पया त स नह ह ई

(3) उ नीसवी शता द म नवीन क ष का व तार उ नीसवी शता द क म य म खत म रासाय नक खाद दन क प त का वकास हआ इस कार क उवरक स भी उपज म व ह ई 1834 म साईरस मककोर मक न फसल काटन वाल मशीन का आ व कार कया इसक बाद लोह का हल पाचा (घोड़ स खीचा जान वाला हल) तकदार हरा (पटरा) िजसस हल चलान क बाद भ म क टकड़ तोड़ जात थ आ द का आ व कार हआ समय क साथ साथ क ष म य का योग बढ़ता गया इन आ व कार न क ष को और उ नत कर दया

(4) पशधन म व अ छ न ल क भड़ व गाय क स या म व ह ई जड़ वाल सि जय क उगान स पशओ का सार साल चारा दना स भव हो गया वष भर ताजा मास मलन लगा इसक पहल चार क कमी क कारण सद क पहल काफ पश मार जात थ ल कन अब ऐसा नह कया गया दध क उ पादन म व ह ई

(5) द भ का अत तरहवी व चौदहवी सद तक इ लड म अकाल पड़त थ ल कन अब इन अकाल का पड़ना बद हो गया

(6) उ योग क लय मक क यव था चकब द क कारण जो कसान बदखल ह ए थ उनम स अ धकाश न कारखान म नौकर कर ल फल व प औ यो गक ा त का माग श त हआ

(7) नकद फसल का उ पादन औ यो गक ा त क समय इ लड म व उ योग का तजी क साथ वकास हआ इसक लय कपास क आव यकता ह ई नवीन णाल स कपास क ज रत को कछ हद तक परा कया गया

68 न कष जसा क पहल बताया जा चका ह क अठारहवी शती म इ लड क क ष क म

अपनाई गई नवीन प त न ास व जमनी क कछ भाग को ह वशष प स भा वत कया पोलड स बा कन दश आि या इटल पन व पतगाल आ द दश म इसका भाव काफ समय तक नह दखा गया हाटवल क अनसार आज भी यरोप क पव भाग म हम नवीन उपकरण व प त क साथ साथ ाचीन प त व उपकरण का योग दखन को मलता ह

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69 श दावल मनर (Manor)-साम तवाद यग का गाव फाम (Farm) - वशाल खत रोटशन ऑफ ॉ स (Rotation of Crops) - फसल क अदला बदल वनोईग (Winnowing) - आनाज को साफ करन क एक प त सफ (Serf) - सामत क अधीन कषक दास सग (Threshing) - अनाज को साफ करन क एक प त

एन लोजर (Enclosure) - बाड़बद अथवा चकबद

610 अ यासाथ न 1 अठारहवी शता द क पहल यरोप क दश म क ष यव था पर काश डा लय इस

शता द म इ लड म इसम या सधार कय गय 2 अठारहवी सद म इ लड म क ष क म नवीनीकरण क लय िज मवार

प रि थ तय का व लषण क िजय इस नवीन प त का इ लड तथा यरोप क अ य दश पर या भाव पड़ा

611 सदभ थ Books for Reference 1 Chapter by RR Enfield in the book 2 Emopean Civilization Its origin and Developmentrsquo Volume V

under the direction of Edward Eyre Oxford University Press London 1937

3 Chapter by RM Hartwell in the book lsquoThe Cambridge Modern History Volume IX (1793 ndash 1830)rsquo edited by CW Crawley Cambridge University Press London 1965

4 Brison D Gooch Europe in the Nineteenth Century The MacMillan Company London 1970

5 David Ogg Europe in the Seventeeth Century Hindi edition Jaipur 1967

6 Carlton JH Hayes Modern Europe to 1870 the MacMillan Company New York Sixth Print 1960

7 Langer Eadie Geanakoplos Hexter Pipes Western Civilization Volume II Harper and Row New York Second Edition 1975

8 Wallbank and Taylor Civilization Past and present Volume II Third Edition 1975

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इकाई 7 अठारहवी सद म यरोप म कषक व ोह

इकाई क परखा 70 उ य 71 पवाभास 72 इ लड म अठारहवी सद म बाड़ब द आ दोलन 73 ास म कषक क दशा 74 जमनी क रा य म सधार 75 आि या - हगर 76 स म व ोह (1703-1772) 77 स म 1773-75 का कषक व ोह 78 यरोप क अ य दश म ि थ त 79 साराश 710 बोध न 711 स दभ थ

70 उ य इस इकाई म आप अ ययन करग म य काल न यग स लकर स हवी सद क अ त तक साम तवाद यव था म

साम त क अ धकार व कषक क दशा कवल इ लड म कषक दास था का अ त चौदहवी सद स स हवी सद क कषक व ोह का उ लख इ लड म बाड़ब द आ दोलन

ास म महान ाि त क पहल कषक क दशा ा त क आर भ होन क बाद ामीण म सामत क नवास थान पर कसान क आ मण 1789 स 1792 ई0 तक कषक

दास क मि त क लय पा रत कय गय अ ध नयम जमनी क कछ छोट रा य म कषक दास क मि त क आदश तथा शा म 1807 स

1817 तक कषक क हत म कय गय ड रक महान क काय आि या - हगर सा ा य क बोह मया दश म 1768 स 1775 तक व ोह व उनक

कारण स ाट जोजफ क सधार क य न का साम त वारा वरोध स म कसान का दमन पीटर महान क शासन काल म कसान पर अ याचार

अठारहवी सद म आर भ स ह स क पव भाग म व ोह कषक का लगातार दमन 1773 ई0 म पन पव भाग म व ोह तथा उसक भयकरता इस व ोह म मक व गर सी जा त क मन य का साथ व ोह क असफलता क कारण

अ य यरोपीय दश म आ दोलन का न होना

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71 पवाभास अठारहवी सद क आर भ म यरोप क दश म कषक क दशा नवी शता द स लकर बारहवी शता द तक यरोप म साम तवाद यव था का जोर

रहा इस था म बड़ साम त व उपसाम त उन भस ता ज नत अ धकार का योग करत थ िजन पर पहल राजाओ का अ धकार था इस यव था म कषक क दशा अ य त शोचनीय थी य क यह था कषक क शोषण पर आधा रत थी तरहवी सद क श स साम तवाद का ास श हआ धम य क भाव यापा रक वग क उदय तथा रा य रा य क उ थान न

साम त क शि त कम क साम त क अ याचार स त होकर इ लड म कसान न सग ठत होकर साम त का वरोध आर भ कया 1348 ई वी म काल म य नामक एक महामार क कोप स यरोप क आधी जनस या म य का ास बन गई खती म काम करन वाल कसान व मजदर क भार कमी हो गई इ लड म कषक दास न अपनी महनत क लए उ चत पा र मक क माग क क त उनक आ दोलन को दबा दया गया 1381 ई0 म वाट टाईलर क नत व म इ लड क हजार कसान न व ोह कया इसम शि पय व कार गर न भी साथ दया ल कन यह व ोह कचल दया गया

इस समय इ लड म यापार क उ न त तथा पजी क वकास न ि थ त म प रवतन ला दया साम त न यह उ चत समझा क व कषक को भ म हल बल बीज आ द साधन दकर उनक उपज का एक नि चत भाग ल ल इस प त न कसान क मि त का माग श त कया सोलहवी सद क अ त तक इ लड म कषक दास क था लगभग समा त हो

गई ल कन कषक क सम याओ का पण प स अ त नह हआ इ लड क अ त र त यरोप क अ य दश म कषक दास क था च लत रह

ि मरनोव और कानाकोवा नामक दो सी इ तहासकार न लखा ह क स म चौदहवी सद म साम तवाद का और उ कष हआ तथा उनक अधीन काम करन वाल कषक क दशा और खराब हो गई पव यरोप क अ य दश म भी कषक क यह दशा थी प हवी सद म जमनी ास व पन म कषक न असफल व ोह कय प हवी सद म जमनी ास व पन म

कषक न असफल व ोह कय प हवी व सोलहवी सद म यरोप क जनस या बढ़न लगी क ष क म ाचीन तर क क योग क कारण अनाज क उ पादन म व नह ह ई इसका तकल भाव पि चमी यरोप क अप ा पव दश पर वशष प स पड़ा य क खराब

मानसन क फल व प पड़न वाल अकाल क समय वहा पर यातायात व सचार क दर यव था क कारण अ य दश स पया त मा ा म अनाज शी ता स नह मगाया जा सकता था प हवी सद म जमनी ास व पन म असफल कषक व ोह ह ए स हवी सद म ास म कई व ोह ह ए िजनम 1675 का जकर व ोह सबस भयकर था इसम ास क टनी दश क प चीस हजार कषक न भाग लया यह व ोह भी कचल दया गया स हवी सद क अ त तक भी कषक इसी कार स दःखमय जीवन यतीत करत रह इ लड को छोड़ कर सभी दश म साम त क अ याचार का अ त नह हआ 1789 क ासीसी ा त क समय ास म कसान को राजा साम त व चच को कर अदा करन क लय एक कसान को अपनी आमदनी का 80

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तशत भाग दना पड़ता था उस साम त क यहा अनक कार क बगार करनी पड़ती थी अ य मामल म भी साम त क वशषा धकार स वह त था

72 इ लड म अठारहवी सद म बाड़ब द आ दोलन अठारहवी सद म इ लड म क ष क म अनक नय योग कय गय ज ो हल

(1674-1740) वारा बीज बोन क लय एक य टाउनशड (1674-1738) क फसल को बदल बदल कर बोन क प त तथा पशओ क न ल व स या बढ़ान क लय राबट बकवल न 1770 क आस पास व ा नक जनन क प त क पालन न खती क उ पादन तथा पशधन को बढ़ान म उ लखनीय योगदान दया आथर यग (1741-1820) नामक एक धनी कसान न छोट-छोट खल खत को मला कर बड़-बड़ क ष फाम बनान का चार कया

बड़-बड़ फाम क चार और बाड़ लगाई गई 1760 स लकर 1815 क म य 956 बाड़ब द अ ध नयम बनाय गय जएल हम ड व बारबरा हम ड न लखा ह क पछल दो शताि दय म यरोप म शायद ह ऐसा कोई प रवतन हआ जो इसक समान मह व रखता हो एनफ ड क मत म व तत यह आ दोलन इ लड क यापा रक व औ यौ गक वकास स स ब धत था इसम एक ाम को आ म नभर बनान क थान पर मनाफा कमान क यव था को अपनाया गया अब फाम म उ पा दत अनाज को बढ़ती ह ई जनस या वाल नगर म भजा जान लगा इसन क ष को एक पजीवाद उ योग बना दया

इसम कोई सदह नह क बाड़बद स काफ मा ा म बकार पड़ी भ म म खती कया जाना स भव हो सका तथा बड़ फाम म नवीन प त स खती कय जान क फल व प भी क ष उ पादन बढ़ा ल कन बाड़ब द क कारण अनक छोट कसान को भ म छोडन क लय बा य होना पड़ा भ म स बदखल होकर व रोजगार क तलाश म शहर म चल गय

य य प हम इ लड म बाड़ब द क आ दोलन को व ोह नह मान सकत क त क ष क म यह एक मह वपण प रवतन था यह क ष क म ऐसा कदम था िजसन क ष को यावसा यक प द दया

73 ास म कषक क दशा 1675 ई0 क व ोह क बाद ास म महान ा त तक कसान का कोई और व ोह

नह हआ और न ह उनक दशा म कछ सधार हआ ासीसी ा त (1789) क समय चच लगभग प ह तशत साम त बीस तशत नगर क धनी यि त ततीस तशत भ म क वामी थ ास क आबाद का 85 तशत भाग खती पर नभर था ल कन उसक पास कवल

एक तहाई भ म थी इनक पास िजतनी भी भ म होती वह उनक प रवार क भरण पोषण क लय पया त नह थी उ ह राजा चच साम त आ द को कर दन पड़त थ आथर यग न 1787 स 1789 तक ास क ामीण का मण करक लखा था क आम तौर पर ासीसी कषक का मनोबल इतना कमजोर था क उस ऊचा उठाना सभव नह था व कवल

जी वत रह कर ह सत ट थ जलाई 1789 म बा तील (Bastille) क पतन क समाचार य ह ास क दहात म पह च वहा पर कसान न कल न वग क नवास पर आ मण कर दय इन आ मण म वशष प स उन द तावज को न ट कया गया िजनम उनक दासता

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क सा य उपल ध थ सभी कषक व ोह क भा त इस व ोह म भी कषक का एक ह ल य था व दासता स म त होना चाहत थ इस कार क कायवाह 1790 ई0 तक चलती रह

ास क रा य सभा न वशषा धकार क समाि त क अ तगत कानन वारा ास म कषक दास क था समा त कर द पहल कानन वारा भ- वा मय क सभी यि तगत अ धकार समा त कर दय गय और कषक को भ म का वामी माना गया दसर कानन म यह कहा गया क ास म भ म उसी तरह स वत रहगी िजस तरह स अब यहा रहन वाल यि त वत रहग अब एक कषक अपन खत म मनचाह तर क स खती कर सकता था तथा अपनी उपज को बच सकता था

य य प उपय त कानन क अनसार कषक दास था का अ त हो गया ल कन इनस कसान क स पण आशाए फल फत नह ह ई इन क अनसार साम त क अनक वशषा धकार जस सामत का भ म पर वा म व यि तगत अ धकार शकार व मछल पकड़न क अ धकार समा त कर दय गय तथा इनक बदल म कसान को कोई मआवजा अदा नह करन क आदश दय गय ल कन भ म का बकाया कराया और साम त को अदा क जान वाल अ य बाक दनदा रय को माफ नह कया गया इनक अदायगी करन क लय एक कसान को लगभग बीस वष का कराया अदा करना पड़ता था अतएव कसान म असतोष बना रहा 1792 व 1793 ई0 म इस कार क अदायगी को माफ कर दया गया

इस समय भ मह न कसान अथवा थोड़ी सी भ म वामी यह चाहत थ क चच स छ नी ह ई भ म उनम वत रतक जाय क त ऐसी भ म को सम कसान अथवा यापा रय आ द न खर द कर उ ह इसस व चत कया

74 जमनी क रा य म सधार अठारहवी सद म जमनी अनक रा य म वभािजत था सभी रा य म कषक अपनी

दशा स असत ट थ व कभी भी व ोह कर सकत थ अत कछ छोट रा य न कषक दास क था का अ त करन क लए कानन बनाय 1770 व 1780 क म य यक आफ सवाय न

अपन दश म कानन वारा इसको समा त कया शया जो क एक बड़ा रा य था म वहा क स ाट ड रक मकान न अपन अधीन भ म म कसान क कर व बगार क भार को कम कया 1786 ई0 म उसक म य तक इस दशा म उ लखनीय ग त नह ह ई 1807 स लकर 1817 ई0 तक शया म अनक आदश जार कय गय िजनक अनसार कषक अपन साम त को कछ रा श अथवा भ म का भाग दकर भ- वामी बन सकता था ल कन य आदश उन कसान पर लाग नह होत थ जो स दय स एक भ म पर खती नह करत थ अतएव इसका भाव सी मत ह रहा

75 आि या - हगर आि या - हगर क सा ा य म कषक क दशा अ यत शोचनीय थी यहा तक कहा

जाता ह क हगर व बोह मया म कसान पशओ क तरह रहत थ 1768 म बोह मया क कसान न व ोह कया इसक तर त बाद भी ऐस व ोह होत रह इनका चरमो कष 1775 क व ोह म दखा जा सकता ह कसान क म य शकायत का आधार यह था क सामा य

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वष म भी उनस भार कर वसल कया जाता था और असामा य वष (1765 और 1770) क बीच जब फसल बार बार खराब ह ई तब यह बोझ असहनीय हो गया उस समय आि या म म रया थ रसा का शासन था तथा उसका प जोजफ र ज ट क ह सयत स शासन का सचालन कर रहा था 1771 ई0 म जोजफ न बोह मया का दौरा कया कसान क ददशा को दख कर उसन सफा रश क क क ष दास था को समा त कया जाय य य प कसान का बोझ ह का करन क लय म रया थ रसा एक तदथ कानन बनान क प म थी ल कन वह इस था क स थागत अि त व पर आ मण करन क लय तयार नह थी स ाट बनन क बाद जोजफ न एक ल बी योजना क तहत कषक दास था को समा त करन का नणय लया उसन यह अनभव कया क इस था स रा य को अ धक आय नह rsquo होती थी कल न वग को कसान िजतना लगान दत थ उसका एक अश ह कल न वग रा य को दता था 1780 ई0 क अ यादश क अनसार उसन आि या - हगर म सामती उगाह का बोझ कछ कम कया तथा क ष दास को यह गारट द क व अपनी पतक भ म क उ तरा धकार मान जायग 1784 क अ यादश क अनसार भ म कर क दर को समान बनाया गया तथा वशषा धकार क नाम पर कसी भी वग को मलन वाल कर छट को समा त कया गया इसक लय उसन भ - सप त क सव ण का काय भी आर भ कराया िजसम पाच वष लग इस अव ध म वशषा धकार ा त वग न इस अ यादश का इतना वरोध कया क इस कभी लाग नह कया जा सका

इस कार साम तवाद क अ धकार को समा त करन म जोजफ असफल रहा

76 स म व ोह (1703-1772) स म क ष दास का दमन कया जाता था अ धक स अ धक काय लन क लय

कल न वग अपन अधीन कषक को दबा कर रखत थ 1649 ई0 म कसान क दमन स सबि धत सभी कानन को व ध स हता म सग ठत कया गया पीटर महान (1689-1725) क शासन काल म भी यह नी त अपनाई गई उसन बड़ी स या म कषक को कल न का दास बनाया 1703 ई0 म पीटर न एक नयी राजधानी बनान का काय आर भ कया सट पीटसबग क नमाण क लय स क भ न भ न भाग स कसान को लाया गया उनक रहन व खान क सम चत यव था नह क गई फल व प सह कसान मर गय उसन साम तवाद को नव विजत दश म भी लाग कया इसी समय यराल दश म लोह उ योग वक सत हो रहा था वहा पर भी बड़ी स या म कसान व मक को भजा गया द ण व द ण पव स म रहन वाल मक न करो क भार तथा अ नवाय स नक व मक क भत क अ यायपण काय क व व ोह आर भ कया यह व ोह भ न भ न थान पर भ न भ न समय म ह ए इनम स सबस लोक य व ोह अठारहवी सद क थम दशक म अ ाखान वश क रया और डान दश म हआ 1705 ई0 म अ ाखान क व ोह न भयकर प धारण कर लया क त उस दबा दया गया 1707 ई0 को डान म ह ए व ोह म म य प स कसान न भाग लया इनका नता क ाट बलावीन था शी ह यह व ोह सम त

द ण पव स म फल गया बलावीन न गर सी जा तय का सहयोग ा त करन क भी

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को शश क जलाई 1708 ई0 तक चलता रहा 1709 व 1710 ई0 म इस दश म यदा कदा व ोह होत रह ल कन पीटर न इन व ोह को दबा दया 1714 ई0 क एक आदश वारा उसन भ म पर साम त क अ धकार को वशोगत बना दया भखमर क कारण भ म

छोड़ कर भागन वाल कषक को ढढ कर लान व उ ह सजा दन का ब ध कया गया इस कार स म अठारहवी सद म साम त को और अ धकार दय गय य य प कथ रन महान को एक ब नरकश शासक माना जाता ह ल कन उसन

कषक दास क भलाई क लय कछ नह कया 1765 ई0 म साम त को अ धकार दय गय क व कषक को सजा द सक उनम असतोष क वाला फर स भड़क उठ

77 स म 1773-1775 का कषक व ोह सरकार वारा साम त क ि थ त ढ़ करन और कषक पर उनक अ धप तय क बढ़त

ह ए अ याचार क कारण दोन वग म कटता और बढ़ गई सी सा ा य क पव भाग म कषक क अ त र त खान व लोह क कारखान म काम करन वाल मक भी अपनी दशा स असत ट थ इस म गर सी जा तया तातार मोर डो वयन चवा श (बईनऔम) और बश कर क कसान भी भ म छन जान क कारण सरकार क व हो गय थ गर ब कोसक (Cossack) म भी असतोष बढ़ रहा था

मई 1773 ई0 म डान दश का रहन वाला थम लयन पगाचोव नामक एक कोसक जो कई बार जल म सजा भगत चका था कारागह स भाग नकला उसन वय को स का स ाट घो षत कया तथा पीटर ततीय क उपा ध धारण क कोसक व भ म छोड़ कर भाग ह ए कषक न उसका साथ दया आर भ स ह पगाचोव न कषक को अ याचार का मकाबला करन क लय उकसाया तथा उनक दशा सधारन क लय य न करन का वचन दया शी ह उसका साथ यराल क मक न दया उ ह न अपन कारखान स बदक व ो हय को द तथा काफ मा ा म कारखान क बाहर ब दक बनाई दस बर 1773 तक ओरनबग पम और स ब क क दश म भी यह व ोह फल गया तथा गर सी जा तय क सद य भी इसम सि म लत हो गय मक तथा गर- सय का कसान का साथ दन स ि थ त ग भीर हो गई माच 1774 म ला त चवो (Tatishchevo) क कल पर शाह सना न पन अ धकार कर लया इसी समय उफा म भी व ो हय क हार ह ई पगाचव यराल क पहाड़ म चला गया ल कन यहा पर भी वह परािजत हआ अब वह वो गा क नकट क दश क ओर मड़ा वहा पर उस कषक व गर सय का समथन मलन क आशा थी जन 1774 म उसन कजान क शहर को जीत लया एक बार फर हार कर पगाचव न वो गा नद को पार करक डान दश म पह चन क को शश क इस बीच सना उसका बराबर पीछा कर रह थी पगाचव को गर तार कया गया तथा जनवर 1775 म उस तथा उसक कछ सा थय को फासी द गई उसक गर तार क थोड़ समय बाद व ोह शा त हो गया

पगाचव क हार क न ना कत कारण थ - (1) व ोह म भाग लन वाल व भ न त व म वह एकता कायम नह रख सका

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(2) व ो हय क द त अनक थान पर तनात कर दय गय थ अतएव व सग ठत होकर नह लड़ सक

(3) उनक पास श क कमी थी (4) शाह सना क शि त उनस कह अ धक थी (5) उसम सगठन क मता का अभाव था (6) उसन अपन अनया यय क सामन उनक दशा सधारन क लय एक काय म क

प ट परखा नह बनाई थी प रणाम 1773-1775 ई0 क व ोह क प रणाम कषक क लय हतकार स नह

ह ए कथ रन वतीय न 1775 ई0 म एक अ यादश वारा ा त का पनगठन कया यह नई यव था पहल क अप ा अ धक क कत व नरकश बनी सी सा ा य क सीमावत ात जहा पर गर सी काफ स या म रहत थ सभी कार क वाय ता क अ धकार को

समा त कया गया 1785 ई0 म साम त को एक चाटर (Charter) दान कया गया इसम उन सब अ धकार क पि ट क गई िजनका क उस समय व योग करत थ उ ह अपन सगठन बनान का अ धकार भी दया गया इन सगठन पर गवनर को नर ण क अ धकार दय गय

अठारहवी सद म स म कषक न बार बार व ोह कय इसका म य कारण स क जार क कषक वरोधी नी त थी उ ह न समय पर साम त क शि त ढ़ करन तथा कषक क दमन करन क लय कानन बनाय आम तौर पर अठारहवी सद म स क कषक व ोह उसक पव भाग म ह ए जहा लोह क खान व कारखान म मक काम करत थ तथा गर सी जा तया नवास करती थी अतएव अ धकाश कषक व ोह म उपय त त व न भी भाग लया य व ोह सग ठत न होन क कारण असफल रह वा तव म व सी सा ा य क शि त क आग सफल भी नह हो सकत थ

स म कषक क शोचनीय दशा उ नीसवी सद क ार भक छ दशक तक बनी रह 1861 म स ाट एलकजडर वतीय न स म एक अ ध नयम वारा कषक दास क था को समा त करन क घोषणा क य य प यह अ ध नयम अपन उ य म पण प स सफल नह हआ क त फर भी यह कसान को साम त क अ याय स बचान क दशा म एक मह वपण कदम था

78 यरोप क अ य दश क ि थ त अठारहवी सद म पन पतगाल व इटल म कषक क दशा म वशष प रवतन नह

हआ य य प व साम त क अ याय स पी ड़त रह क त उ ह न साम त था क अ त क लय कोई आ दोलन नह कया बा कन दश म इसी कार क दशा थी उस समय वहा पर तक का रा य था तथा व पराधीनता का जीवन यतीत कर रह थ इन सभी दश म क ष अ य त पछड़ी ह ई दशा म थी तथा वहा क कषक आ दोलन करन क ि थ त म नह थ हाल ड डनमाक व वडन जो क इ लड क नकट थ म भी इ लड क तरह बाड़ब द क

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गई तथा वहा पर नवीन क ष प तय का अनसरण कया गया इसस वहा क कसान क दशा कछ हद तक सधर इन दश म भी अठारहवी शता द म कोई आ दोलन नह हआ

79 साराश चौदहवी सद तक इ लड म साम तवाद का बोलबाला था तथा कषक क दशा शोचनीय

थी ल कन सोलहवी सद तक इ लड म कषक दास क था समा त हो गई यरोप क सभी दश म कषक दास क था अठारहवी सद क आर भ तक बनी रह प हवी सद म जमनी ास व पन तथा स हवी सद म ास म असफल व ोह ह ए

अठारहवी शता द म इ लड म क ष क म नवीन प त का वकास हआ तथा बाड़ब द क गई ल कन हाल ड ास व ए शया क कछ भाग को छोड़ कर शष यरोप म खती ाचीन तर क स ह होती रह साम त क अ याय भी यथावत बन रह

ासीसी ा त क आर भ होन क बाद कषक न साम त क नवास थान पर आ मण करक अपनी दासता क सा य को न ट कया 1789 ई0 म रा य सरकार न सामतो स मि त दलान क लय दो कानन पास कय 1792 व 1793 ई0 म भी इस दशा म य न कय गय

आि या - हगर सा ा य क बोह मया दश म 1768 स 1775 तक बार बार कसान क व ोह ह ए य य प वहा क स ाट जोजफ न कषक को कछ रयायत द ल कन वशषा धकार ा त वग क वरोध क कारण उसक आदश को लाग नह कया जा सका

स क शासक न साम त का समथन ा त करन क लय समय समय पर उ ह अ धकार दान कय तथा कषक का दमन कया 1705 ई0 स लकर 1775 ई0 तक स म कषक क अनक व ोह ह ए इनम स पगाचव क नत व म 1773-75 का व ोह सबस भयकर था य व ोह स क पव भाग म ह ए इन व ोह म खान व कारखान म काम करन वाल मक तथा गर सी जा तय न भाग लया असग ठत होन तथा व ोह म भाग लन वाल त व म एकता क अभाव म य सब व ोह असफल रह इन व ोह क बाद भी स क शासक न दमन क या जार रखी

य य प यरोप क अ य दश म कषक क -ि थ त खराब थी ल कन तहा पर कोई आ दोलन नह ह ए

710 बोध न 1 अठारहवी सद क आर भ म कषक क दशा का वणन क िजए इस शता द म

आि या - हगर म ह ए कषक आ दोलन का व ोह का ववचन क िजए 2 अठारहवी सद म कषक क त स क शासक क ि टकोण का व लषण

क िजए इस सद म स म ह ए कषक व ोह का स त वणन करत ह ए कषक व ोह का स त वणन करत ह ए उनक असफलता क कारण क ववचना क िजए

3 न न ल खत वा य को पढ़ कर उनक स मख सह () या गलत () का नशान लगाईय

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(1) ासीसी ा त क आर भ होन क बाद कषक न साम त क नवास थान पर आ मण करक उन द तावज को न ट कया जो उनक दासता क सा य थ

(2) आि या का स ाट जोजफ साम तवाद क अ धकार को समा त करन म सफल रहा

(3) अठारहवी शता द म स म कषक क अनक व ोह ह ए (4) अठारहवी सद म स क अ धकाश कषक व ोह क बाद वहा क सरकार न

उनक ि थ त म सधार कया

711 सदभ थ 1 पाथसारथी ग ता (स पादक) यरोप का इ तहास वतीय स करण 1987 नई

दहल 2 Peter Gay and RK Webb Modern Europe Harper and Row

New York 1973 3 History of the USSR Part I (English Translation) ndash From the

Earliest Times to the Great October Socialist Revolution Progress Publishers Moscow 1977

4 Chapter VI and VII Written by MP Vyatkin and AG Mankow on Early Eighteenth Century and Second Half of the Eighteenth Century Robert Briggs ndash Early Modern Europe 1560-1718 Oxford University Press 1977

5 Edward Eyre (Director) ndash European Civilization ndash Volume V Oxford University Press London 1977

6 Montague Fordham ndash The European Peasantry 1600-1914 7 RR Enfield European Agriculture since 1750

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इकाई-8 नगर व शहर का वकास एव म नगर करण

इकाई क परखा 80 उ य 81 तावना 82 ाचीन काल क नगर क आबाद व बनावट 83 नगर क आबाद म व व उसक आकड़ 84 जनस या म व क कारण 85 ाम स नगर क ओर पलायन 86 नय नगर का व प 87 प रणाम 88 साराश 89 बोध न 810 सदभ थ

80 उ य इस इकाई क अ ययन स आप समझ पायग क यरोप म नगर व शहर का वकास

कस हआ नगर करण क इस या स ामीण जीवन कस भा वत हआ तथा नगर करण क या प रणाम ह य

81 तावना ाचीन काल क नगर एव नाग रक वारा अ धकार क ाि त हत कय गय य न

रोम व यनान क स यता क इ तहास म अनक नगर रा य का उ लख मलता ह इटल व यनान क ऐस नगर क अ त र त रोमन सा ा य क व भ न भाग म भी नगर क अि त व क बार म जानकार मलती ह उस काल म ऐस नगर कसी राजा अथवा साम त क गढ़ क चार ओर बसाय जात थ य नगर ाम स कछ बड़ होत थ तथा इनक आबाद भी गाव स अ धक होती थी अपन अ धप त क त नगर क नवा सय को लगभग उ ह दा य व का पालन करना पड़ता था जो क गाव म कषक दास (Serf) करत थ धम य और रा य रा य क उदय क कारण सामत क शि त ीण होन लगी इस काल म वा ण यवाद का उदय व व तार भी हआ नाग रक न साम त को बा य कया क वह यक प रवार स कर वसल न करक सम त नाग रक स साम हक प स कर वसल कर उ ह न अपन-अपन नगर क बाजार का ब ध भी अपन हाथ म ल लया अपन अ धप त क अदालत म ववाद का नपटारा करान क थान पर व अपनी बनाई गई अदालत म मकदम क सनवाई और फसल करन लग ऐस सब अ धकार क स ब ध म उ ह न राजा अथवा साम त स चाटर (Charter) ा त कय इ ल ड म यापा रय क सगठन न साम त को वपल धनरा श अदा कर य अ धकार ह तगत कय ास व नीदरल ड म नाग रक क सगठन को क यन

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(Commune) कहत थ इन क यन न अपन साम त क व सफलतापवक व ोह कय जमनी म अनक नगर न मलकर ऐस अ धकार लय तथा साम हक सर ा क लय ब ध भी कय इस समय म कछ भावशाल पाद रय ( बशप) न भी कछ नगर बसाय इ ह बसात समय उ ह न नाग रक को उनक अ धकार क स ब ध म चाटर दान कय

82 ाचीन काल क नगर क आबाद व बनावट हज क अनसार चौदहवी सद क अ त म यरोप क अ धकाश नगर क आबाद अ धक

नह होती थी पाच हजार क आबाद वाला नगर बड़ा माना जाता था इसस भी अ धक आबाद वाल नगर थ ल कन उनक स या अ धक नह थी यहा तक क लदन प रस स वल व नस यबक रोम आ द जस बह त बड़ नगर क आबाद एक लाख स कम थी यरो पयन दश क अ धकाश जनस या नगर क अप ा ाम म अ धक थी

उस समय क नगर क नवासी यापार क साथ बागवानी व छोट पमान पर क ष करक अपना जीवन यापन करत थ आम तौर पर एक नगर क चार ओर मजबत ाचीर होती थी और अनम त प क वारा ह एक नगर क व भ न दरवाज स शहर म वश मलता था नगर क चारद वार क अ दर व भ न कार क मकान होत थ जो एक दसर स सट ह ए होत थ इसम चच टाउन हाल व यापा रक तथा कार गर क सगठन क इमारत भ य होती थी सड़क चौड़ी नह थी ग लया इतनी सकड़ी होती थी क उनम स घोड़ा गाड़ी आ द क ठनता स गजरत थ ग लय व बाजार म पानी क नकास क लय ना लय का ब ध नह होता था यक नगर म एक थानीय स था होती थी रात म नगर क दरवाज ब द कर लय जात थ शा त व स यव था बनाय रखन क लय प लस नय त क जाती थी ल कन उनक स या बह त कम होती थी

83 नगर क आबाद म व व उसक आकड़ चौदहवी सद स इन नगर क आबाद बढ़न लगी समय क स य साथ अनक कारण

स पहल स था पत नगर क आबाद बढ़ती गई यहा तक अनक थान म मन य नगर क चारद वार क बाहर भी बस गए प हवी सद क बाद क यग म यरोप म कई अनक नय नगर बस तथा कछ परान नगर क सम न ट हो गई ल कन फर भी 1830 म यरोप म नगर क अप ा ामीण म मन य अ धक स या म नवास करत थ इटल व ास स उसक कल जनस या क साठ तशत ए शया म स तर तशत पन म न ब तशत और स तथा पव दश म पचानव तशत आबाद गाव म रहती थी य - य इन दश म

औ यो गक वकास क ग त म तजी आती गई य - य गाव स मन य अ धका धक स या म शहर म आन लग

म य यग क अ त व आध नक यग म नगर क वकास क अनक कारण ह इनम सबस मख कारण यरोप क सभी दश म जनस या क लगातार व होना ह ोफसर कार साडस न 1300 व 1600 ई0 म यरोप क व भ न दश क जनस या क न ना कत आकड़

तत कय ह

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-स दश का नाम जनस या 1300 ई0 1600 ई0 1 इगल ड चाल स लाख पसठ लाख 2 ास 1 करोड़ 40 लाख 1 करोड़ साठ लाख 3 पन व पतगाल साठ लाख 1 करोड़ 4 जमनी (नीदरलड क साथ) 1 करोड़ 50 लाख 2 करोड़ तीस लाख 5 डनमाक दस लाख छ लाख 6 वडन छ लाख - 7 नाव तीन लाख - 8 इटल 1 करोड़ यारह लाख 1 करोड़ तीस लाख

इसस प ट ह क चौदहवी स स हवी सद म अनक दश क जनस या म व ह ई स हवी सद क बाद जनस या क व क दर और बढ़ गई य - य व भ न दश म औ यो गक वकास क ग त बढ़ य - य जनस या क व क दर भी बढ़

चौदहवी सद स यरोप म जनस या क बढ़न क कारण का स त म व लषण करना आव यक ह य क नगर करण म व स इसका घ न ठ स ब ध ह

84 जनस या म व क कारण 1 पर परागत धारणाओ का अत कार साडस क अनसार म य यग म ईसाई समाज

म शर र क प व ता (Celebeoy) को एक न तक कत य माना जाता था य क मन य क जीवन म न तकता का अ य त मह व था ल कन अनक ईसाई सत न खल बसी (Celebacy) पर जोर दत ह ए भी यह माना था क अ धकाश ि य व प ष को शाद कर लनी चा हए फर भी कछ मन य अ ववा हत ह रहत थ पनजागरण क समय स यह धारणा कमजोर पड़ती गई

2 भयकर रोग क कोप म कमी ाचीन काल स ह लग व हजा भयकर रोग स यरोप क दश म बड़ी स या म मन य म य क ास बन जात थ अतएव म य दर अ धक थी अनक शश भी बा याव था म मर जात थ ल कन प हवी शता द स औष ध व ान म नर तर ग त होती गई फल व प लग व हजा आ द का कोप बह त कम हो गया शश भी अ धक स या म जीन लग इसस ज म दर बढ़ती गई म य दर क कम होन तथा ज म दर क बढ़न स आबाद म व ह ई

3 द भ का अ त लगभग स हवी शता द तक वषा क अभाव म फसल खराब हो जाती थी तथा द भ क कोप स काफ मन य मर जात थ क ष क ldquoनवीन प तrdquo क योग स अ न का उ पादन बढ़ता चला गया फल व प अकाल का कोप समा त हो गया

4 यापार म उ न त वा ण यवाद क उदय व व तार स अ तदशीय व वदशी यापार म व ह ई यापा रक काय क लय अ धक यि तय क आव यकता पड़न लगी अब वा ण यवाद क समथक क साथ रा य क सरकार भी

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जनस या म व चाहन लगी वा ण यवाद क वशष - व लयम टपल डवीनट आ द न रा य को इस ओर कदम उठान क लय रत कया अनक रा य न ववा हत यि त को कर म छट द तथा अ ववा हत यि त पर अ त र त कर लगाय कह -कह पर बड़ प रवार वाल यि त को रा य क तरफ स आ थक सहायता भी द जान लगी

5 क ष उ पादन म व ाचीन व म य यग म यरोप म एक नगर क सम उसक आस-पास क म अनाज क उ पादन पर नभर रहती थी यातायात क क ठनाईय क कारण दसर थान स अनाज नह लाया जा सकता था एक ओर तो क ष उ पादन म व न अकाल को लगभग समा त कर दया तो दसर ओर यातायात क साधन न यह सभव कर दया क दर-दर स अनाज मगाया जा सक अतएव अब नगर अपन आस-पास क क अनाज क उ पादन पर नभर नह रहा वह अपनी बढ़ती ह ई जनस या क लय अनाज का ब ध कर सकता था

6 स नक आव यकताए यरोप क व भ न दश पार प रक सघष म लग रहत थ इ ल ड क पहल ास और बाद म हाल ड क साथ त पधा व तीस वष य य (1618-1648) इसक उदाहरण ह ास क लई चौदहव (1643-1715) न ास को य म उलझाय रखा स क पीटर महान न व तारवाद नी त अपनाई इन य क लय स नक क आव यकता बनी रहती थी अत सब दश यह चाहत थ क उनक जनस या म व हो ता क उ ह अ धक स नक मल सक

7 औ यो गक वकास इ ल ड म औ यो गक वकास क फल व प जनस या म व ह ई अठारहवी शता द क उ तराध और उ नीसवी सद म यरोप क अ य दश म यह या आर भ हो गई तथा उनक जनस या भी बढ़ती गई अठारहवी सद क म य व उ नीसवी सद क अ त तक यरोप क जनस या म तीन गनी व ह ई

85 ाम स नगर क ओर पलायन नगर करण क एक वशषता गाव स शहर क ओर मन य का पलायन था इ ल ड

म इस कार का पलायन वा ण य क वकास स आर भ हआ क ष क उ न त तथा औ यो गक ा त क समय इसम व ह ई अ य दश म भी यापार क ष व उ योग क वकास क समय इस कार क व त दखन को मलती ह म य यग व आध नक यग क आर भ तक यरोप क यक दश म नगर क आबाद क मकाबल म ामीण क आबाद बह त अ धक थी 1830 इ वी म इटल व ास म कल जनस या का साठ तशत शया म स तर तशत पन म न ब तशत और स तथा पव यरोप क दश म 95 तशत ामीण म रहता था

1851 म इ ल ड म पहल बार ाम क मकाबल म शहर क आबाद अ धक दज क गई इस समय म यरोप म प चीस नगर ऐस थ िजनक आबाद एक लाख क लगभग थी इनम स चार इ ल ड तथा एक काटलड म था इसम लदन क आबाद जो 1800 म एक

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लाख थी 1830 म डढ़ लाख हो गई थी इ ल ड को छोड़ कर शष यरोप म प रस क त त नया सट पीटसबग नप स वयना मा को ब लन एम टडम डि लन ह बग वारसा मलान रोम म ड पलरन व नस लयो बडाप ट मास लज व बास लोना क नगर क आबाद पचास हजार स लकर तीन लाख तक थी

उ नीसवी सद क उ तराध तथा बीसवी सद म नगर क आबाद बढ़ती गई तथा ाम क जनस या म कमी आई इस अव ध म एक ओर नगर क आबाद बढ़ और दसर तरफ काफ स या म भ मह न कषक कशल कार गर व मक गाव स नगर म आय

नगर क आबाद म व तथा वहा गाव स मन य क लगातार आगमन का प रणाम यह हआ क 1914 म इ ल ड म उसक कल जनस या का 80 तशत ास म 45 तशत स कछ अ धक तथा जमनी म 60 तशत यि त शहर म रहत थ इस समय म स पोल ड व डनमाक म लगभग एक तहाई जनता शहर म रहती थी 1850 क बाद बड़ शहर क आबाद म वशष प स तजी क साथ व ह ई पहल प चीस नगर को बड़ा माना जाता था ल कन 1914 म ऐस पचास नगर थ िजनक आबाद एक लाख स अ धक थी

ाम स नगर क ओर मन य क पलायन क लय न ना कत प रि थ तय िज मवार थी

1 कषक दास क मि त म य यग म जमीदार न क ष म होन वाल घाट स बचन क लय यह उ चत समझा क व कषक को हल बल आ द साधन द कर तथा उनस फसल क एक नि चत भाग लकर भ म का त क लय द द इस प त स एक ओर तो जमीदार सभा वत नकसान स बच गय तथा दसर ओर कसान जमीदार क त अ य दा य व स म त हो गय फल व प इ ल ड म धीर-धीर कषक म त हो गय सोलहवी सद तक वहा पर कषक दास (Serfdom) क था लगभग समा त हो गई अब ाम स अनक कसान शहर क ओर चल गय

2 खत क बाड़ बद इ ल ड म तथा कछ समय बाद ास व जमनी क कछ भाग म छोट-छोट खत को मला कर बड़ खत (farms) बनाय गय इसस अनक गर ब कसान भ मह न हो गय तथा रोजगार क तलाश म नगर म आय

3 अ तरा य यापार का वकास वाल बक व टलर क अनसार प हवी सद म इ ल ड एक मह वह न यापा रक रा था ल कन सोलहवी सद म इगल ड का यापार बढ़न लगा इसी समय म पि चमी यरोप क कछ दश का यापार भी बढ़ा अ तरा य यापार क क आ त रक भाग क नगर थ जहा बाहर जान वाला माल इक ा कया जाता था ल कन इनस भी अ धक हलचल उन ब दरगाह पर होती थी जहा स जहाज बाहर जात थ अतएव ऐस थान पर रोजगार क लय गाव स काफ मन य आकर बस

4 औ यो गक वकास इगल ड म औ यौ गक ा त क समय कारखान को बड़ी मा ा म मजदर क आव यकता ह ई गाव स भ मह न कषक कार गर मक व बकार यि त शहर क कारखान म काम करन आय

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86 नय नगर का व प ाचीन नगर क चार द वार क बाहर भी मन य मकान बना कर रहन लग धीर-धीर

अनक नगर म सर ा क य ाचीर तोड़ द गई औ यो गक वकास क ग त म तजी क फल व प िजन नगर क आबाद बढ़ रह थी

व नगर आस पास क दहात तक फल गय यहा तक क ऐस दहाती नगर क समह बन गय ऐस थान म नगर तथा ाम क म य का अ तर लगभग समा त हो गया इस कार का प रवतन इगल ड तथा जमनी औ यो गक दश म प ट प स दखा जा सकता

था कछ थान पर गाव न नगर का प धारण कर लया य क इन थान पर यापार

अथवा उ योग क क खल गय थ इगल ड म इस कार क या का भाव सबस अ धक हआ

इगल ड म राजधानी क अ त र त अ य थान पर भी नगर का वकास हआ ल कन यरोप म रा य क राजधा नय क आबाद ह वशष प स बढ़

87 प रणाम 1 म यम वग का उदय नगर करण क व तार क यग का सबस मह वपण प रणाम

इन नगर म म यम वग का उदय था लगर न लखा ह क नाग रक जीवन स नवो दत म यम वग का सबस घ न ठ स ब ध था यह कहना क ठन ह क इस बज य (Burgeoise) वग म कस कार क यि त सि म लत थ कवल यह कहा जा सकता ह क आम तौर पर म यम वग क सद य गर क ष काय तथा कशल कार गर क काय क अ त र त अ य काय स ा त आमदनी स अपनी जी वका चलात थ उनक पास न तो क ष क लय काफ भ म होती थी और न ह व मक बन कर कमा सकत थ

मा यम वग को भी उ च व न न णी म वभािजत कया जा सकता ह उ च वग म बड़ यापार उ योगप त बकर धनी नवषक और अ छ आय वाल यवसाय म काम करन वाल यि त थ न न म यम वग क सद य उ च वग तथा म यम वग क उ च णी क यि तय क आव यकताओ को पर करत थ इनम दकानदार कशल कार गर बक सरकार द तर औ यो गक व यापा रक त ठान म काम करत थ वक ल कलाकार व ब जी वय को भी इसम सि म लत कया जा सकता ह

इस म यम वग न यरोप क यक दश क राजनी त म मह वपण भ मका अदा क य य प उ च म यम वग क सद य सतोष पण जीवन यतीत करत थ ल कन न न म यम वग को आ थक क ठनाइय का सामना करना पड़ता था

2 मक का दखमय जीवन यरोप क नगर क औ यो गक त ठान तथा क ष फाम म एक बड़ी स या म मक को नौकर द गई फ ट रय म काम करन वाल मजदर क दशा अ य त शोचनीय थी उनक रहन क उ चत यव था नह क गई थी व तग ग लय और बना हवादार मकान म रहत थ इसस उनक तथा उनक प रवार क सद य पर बरा असर पड़ता था शहर म काम करन वाल अ य अकशल मक क दशा भी खराब थी

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3 नगर का बतरतीब वकास लगभग यरोप क सभी नगर का वकास बना कसी योजना क हआ पहल स ह नगर म तग ग लया व कम चौड़ी सड़क थी अब य बढ़ती ह ई आबाद क लए क ठनईय पदा करन लगी शहर क चारद वार क बाहर भी मकान का नमाण बतरतीब ढग स हआ थानीय स थाए उन पर कोई नय ण नह रख सक

4 वा य पर बरा असर यह पहल बताया जा चका ह क म यकाल क आर भ क नगर म पानी क नकास क सम चत यव था नह थी तथा शहर म गदगी रहती थी इसस नाग रक क वा य पर बरा असर पड़ता था परान नगर क वकास तथा नय नगर क थापना क समय इस सम या पर यान नह दया गया समय क साथ साथ यह सम या

ग भीर होती चल गई अनक ग द बि तया (Slums) बनी फल व प मन य व भ न बीमा रय स त होन लग

5 अपराध क स या म व शहर बरोजगार क स या धीर धीर बढ़ती गई इसन शहर म रहन वाल मन य म अपराध क व त को ज म दया अथवा उसको उकसाया

6 मान सक तनाव ाम क अप ा शहर का जीवन अ धक तनाव पण होता ह एक नाग रक अपनी ज रत को पर करन म वय को असमथ पाता ह और मान सक तनाव का शकार हो जाता ह

ल कन शहर क उ थान व वकास क अनक लाभ भी थ 1 ब जीवी वग का वकास ाम क अप ा शहर म रहन वाल ब जी वय क

स या अ धक थी य ब जीवी आपस म मलत भी रहत थ फल व प नगर म सा ह य व कला का वकास हआ

2 व ा नक ग त यरोप क नगर म व ा नक अनसधान क क खोल गय इसम अनसधान क स वधाए उपल ध कराई गई इसस व ा नक म ग त ह ई

3 सामािजक आ थक व राजनी तक प रवतन क क यरोप क सभी नगर सामािजक राजन तक व आ थक ा त क क बन गय वहा पर इन म काफ हलचल होती रहती थी तथा व मल कर कसी भी अ याय का वरोध करन क लय शी सग ठत हो जात थ

शहर और ाम क स यता म अ तर अभी तक व यमान ह गाव क नवासी शा तपण जीवन यतीत करत ह ल कन शहर क नवा सय का जीवन बा य आडबर व तड़क भड़क स प रपण होता ह अतएव शहर म रहन वाला सदव कसी न कसी कार क तनाव स त रहता ह शहर क कोलाहल पण जीवन म उस शा त नह मलती ल कन वह इस जीवन का अ य त हो जाता ह

88 साराश इस इकाई म आपन यरोप क ाचीन काल क नगर क ि थ त का अ ययन कया

तथा यापा रक सगठन व क यन वारा साम त स अ धकार प (ब तजमत) ा त करन क बार म जानकार ा त क उस समय क नगर क आबाद व बनावट क स ब ध म यह मालम हआ क व बतरतीब बन थ तथा उनक आबाद पाच हजार स एक लाख तक थी

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यरोप क कल जनस या म स अ धकाश ाम म ह रहती थी ल कन 1300 स 1600 ई0 क म य शहर क आबाद बढ़ इसका म य कारण सभी थान पर जनस या म व थी इसक साथ यह भी जाना क इसक या कारण थ ाम स नगर क ओर काफ स या म यि तय क पलायन स नगर क जनस या बढ़ 1851 क बाद व भ न नगर क आबाद क आकड़ स ात होता ह क उस समय एक लाख स अ धक आबाद वाल शहर क स या 25 थी नय नगर क व प क अ ययन स ात हआ क इ ल ड व शष यरोप क नगर क ि थ त व वकास म अ तर था नाग रक जीवन क लाभ और हा नय क बार म अ ययन करन स यह मालम होता ह क ामवा सय क अप ा शहर जीवन अ धक तनावपण होता ह

89 बोध न 1 ाम स नगर क ओर पलायन क या कारण थ 2 यरोप क नगर म मन य को कन क ठनाइय का सामना करना पड़ा 3 यरोप क जनस या म व क कारण का व लषण द िजए चौदहवी सद स

यरोप क दश म इसन नगर करण को कस कार स भा वत कया

810 सदभ थ 1 Chapter by RR Enfield in the book lsquoEuropean Civilization ndash Its

origin and Developmentrsquo Volume V under the direction of Edward Eyre Oxford University Press London 1937

2 Chapter by RM Hartwell in the book lsquo The Cambridge Modern History Volume IX (1793-1830) edited by CW Cramley Cambridge University Press London 1965

3 Brison D Gooch Europe in the Nineteenth Century the Macmillan Company London 1970

4 David Ogg Europe in the Seventeenth Century Hindi edition Jaipur 1967

5 Carlton JH Hayes Modern Europe to 1870 The Macmillan Company New York Sixth Print 1960

6 Langer Eadie Geanakoplos Hexter Pipes Western Civilization Volume II Harper and Row New York Second Edition 1975

7 Wallbank and Taylor Civilization ndash Past and Present Volume II Third Edition 1975

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इकाई-9 कारखाना और मजीवी वग

इकाई क परखा 90 उ य 91 फ टर स टम

911 फ टर या ह 912 फ टर स टम कस श हआ 913 एक का प नक फ का काय व यास

92 फ स टम एवम औ यो गक ा त 93 फ स टम का सामािजक असर 94 बराइया 95 बराइय को दर करन क यास एवम समाधान

951 ससद य यास 952 समाज सधार और अबधनी त 953 सधारक य न जार रह 954 सडलर क य न 955 एशल का कानन

96 समाज और सामािजक प रवतन 97 साराश 98 अ यासाथ न

981 अश पर छोट सवाल 982 सार इकाई पर सवाल

99 ास गक पठनीय थ

90 उ य लगभग 1750 स लकर 1850 तक क काल को पि चम यरोप म औ यो गक ा त

का काल माना जाता ह अ य इकाइय म तमन औ यो गक ा त क बार म व तार स पढ़ा होगा अ य बात क अलावा औ यो गक ा त का सबध उ पादन क लए एक नए सामािजक व यास को नाम दया गया ldquoफ स टमrdquo फ स टम म काम करन क लए समाज म एक नए मजीवी वग का ज म हआ इस इकाई म हम फ स टम और इसम काम करन वाल मजीवी वग क बार म जानग

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91 फ स टम 911 फ या ह

औ यो गक ा त स श आत क भी पहल क बात ह कसी तजारत करन वाल कपनी क नमाइद को ldquoफ टरrdquo बलाया जाता था उसक द तर को फ rdquo फ स कपनी खर द-फरो त करती मसलन हम अ जी ई ट इि डया कपनी को ल जब कपनी स हवी सद म भारत आई तो उसन गजरात तट पर सरत बदरगाह म अपनी पहल मख फ था पत क इस फ म कपनी अपना यापार का सामान रखती और ह द ता नय क

साथ खर द-फरो त करती याल रखन वाल बात यह ह क ई ट इि डया कपनी एक तजारती कपनी थी और उसका उ पादन स चाह वह औ यो गक हो या फर गर औ यो गक कोई सीधा सरोकार न था

जस-जस अठारहवी सद म औ यो गक ा त का व तार हआ वस-वस फ श द का च लत अथ भी बदलता गया अब फ का अथ उस थान स हआ जहा क मशीन क वारा कार गर काफ मा ा म चीज को बनात यह अथ आज तक साधारण बोलचाल क

भाषा म च लत ह सो िजस कारखान म हवाई जहाज बनता ह वह भी फ कहलाता ह और िजसम कपड़ बनत ह वह भी हाला क ldquoफ rdquo कवल चीज बनान वाल कारखान को कहा जाता था फ जसी उ पादन यव था और कम व यास उ योग म भी य त होती थी जस क कोयला खदान

इस इकाई म हम म यतः औ यो गक ा त क पहल चरण पर गौर करग इस चरण (1750-1850) म फ ट रया यादातर सत कातन क कपड़ा बनन क और लोह का काम करन वाल होती थी

912 फ स टम कस श हआ

पजीवाद यव था क श आत क दन म पि चमी यरोप म उ पादन म यतः प टग आउटrdquo स टम पर नभर करता था इस यव था म पजी का मा लक यापार कार गर को क चा माल खर द कर दता कार गर अपन-अपन घर पर अपनी ह मशीन स चीज बनात िज ह क यापार इक ा कर क बाजार म बचता इस यव था म फायदा यह था क यापार दर-दर तक फल कार गर स काम करवा सकता था और उस अपन कार गर क रहन खान क यव था भी नह करनी पड़ती

पर इस यव था म नकसान कई थ एक तो यापार को अपन कार गर तक पह चन म और उनस बना हआ माल लन म काफ समय बबाद करना पड़ता दसर काम क वा लट बरकरार रखना मि कल था तीसर कार गर स समय पर काम करवान म द कत

होती थी इन मि कल स पार पान का एक तर का था वह यह क सार कार गर को एक ह

कारखान म इक ा कर लया जाए पर ऐसा करन पर यापार को कारखान क इमारत बनान

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म पसा लगाना पड़ता मशीन खर दनी पड़ती और फोरमन और सपरवाइजर को नौकर पर लगाना पड़ता अथात यापार का उपरला खच काफ बढ़ जाता

पर जब 1700 ई0 म वीडन क यापार टोफर पोलहम न 100 कार गर वाल एक बतन-भाड क फ टर था पत क तो उसन पाया क उ पादन पर कल खच इतना कम हो जा रहा था क उपरला खच बढ़न क बावजद वह अ छा खासा मनाफा कमा लता

913 एक का प नक फ टर का काय व यास

एडम ि मथ अपनी कताब द व थ ऑफ नश स (1776) म एक साधारण पन बनान वाल फ टर का वणन करता ह जब पन घरल उ योग म बनाए जात थ तो एक या दो यि त ह पन बनान म लगत थ पर फ टर म पन बनान क या को कई ह स म बाट दया गया एक आदमी तार खीचता दसरा उस सीधा करता तीसरा काटता चौथा उसक एक सर को नक ला करता पाचवा उसक दसर सर को घसता वगरह इस तरह तार खीचन स लकर बन ह ए पन को कागज क प ड़या म पक करन तक एडम ि मथ न कोई 32 चरण गन इनम स कसी भी चरण पर ह नरमद कार गर क ज रत नह थी एक ब चा भी इनम स कसी एक चरण को बखबी परा कर सकता था यह फ स टम क मख व श टता थी

फ टर म उ पादन क या को बह त ह सरल छोट-छोट ह स म बाट दया गया हर चरण को एक साधारण अकशल मक भी आसानी स परा कर सकता था या न क अब कारखान क उ पादन- मता कसी यि त वशष क द ता पर नभर नह करती थी बि क सार कारखान क आगनाइजशन पर िजस क एक मनजर आसानी स क ोल कर सकता था फर च क द कार गर क ज रत नह थी तो फ ट रय म ि य और ब च को आसानी स मक क तौर पर इ तमाल कया जा सकता था और हाला क ि या और ब च एक प ष िजतना ह उ पादन करत उनक तन वाह आद मय क तलना म कह कम रहती इस सब स फ टर क मा लक को काफ मनाफा होता

92 फ स टम एवम औ यो गक ा त इ तहासकार हो सबाम का कहना ह क वस तो स हवी सद स ह उ पादन या म

अनक कार क या क सधार होन श हो गए थ पर सफ या क सधार ह औ यो गक ा त नह ला सक औ यो गक ा त क लए ज र था क उ पादन इतना यादा और इतना

स ता हो क बाजार म आप स आप इस उ पाद क लए माग बढ़ ऐसा तब ह हो सका जब या क सधार क साथ उ पादन क लए एक नए कम व यास का इ तमाल कया गया जब उ पादन क या स सब धत डवीजन आफ लबर को (काम क बटवार) को काफ ज टल बना दया गया उ पादन क या को कई छोट-छोट टकड़ म बाट दया गया और एक मजदर क िज म कवल एक ह ह सा रखा यह फ स टम क मख व श टता थी

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93 फ टर स टम का सामािजक असर मनाफा बढ़ान क लए यह ज र था क फ म लगी मशीन का यादा स यादा

उपयोग कया जा सक फ मा लक क च टा यह रहती थी क अपन कार गर स तब तक लगातार काम करवात रह जब तक क मशीन ह जवाब न द जाए इसका मतलब यह था क कामगार को काम करन क तर क का एक नया अनशासन सीखना पड़ा

इ तहासकार ईपी हामपसन का मानना ह क िजस लय स मशीन चलती ह उसी लय स मक को चलना सीखना पड़ा समय क पाबद सीखनी पड़ी क एक नि चत समय पर काम पर आए और एक नि चत समय पर काम स हट एक ह थान पर खड़ होकर लगातार एक ह या क काम को लगातार करत रहन क आदत डालनी पड़ी य द कसी क िज म पन का तार घसना था तो वह लगातार दनभर कवल तार ह घस सकता था िजस यि त को तार सीधा करन का काम दया गया दनभर एक ह थान पर खड़ रहकर कवल तार ह सीधा करता रहता

जस-जस समय बीतता गया इस पर स टम क दगण भी सामन आत गए सबस पहल जो बात सामन आई वह यह ह क फ म लगातार एक ह जगह पर कठपतल क तरह काम करत रहना काफ उबाऊ था मक थोड़ ह समय म इस तरह क काम स जी चरान लगत जब फ का मा लक उनस जबरद ती काम करवाता तो जा हरा तौर पर काम करन वाल को यह बात अखरती और उ ह ख दल स काम पर लग रहना पड़ता

जहा तक काम करन क प रि थ तय का सवाल ह कछ बात साफ ह एक तो यह क यह कहना मि कल ह क फ म काम करन वाल क प रि थ त दसर मक क प रि थ त स बहतर थी या बदतर ऐसा इस लए क इ तहासकार क पास औ यो गक ा त स पहल क काल क मक क बार म यादा जानकार नह ह हा यह ज र पता ह क तरहवी सद स ह उ तर यरोप म पगार पान वाल मजदर हआ करत थ और उनक हालत अ य मजदर क हालत स खराब नह थी वस भी स हवी-अठारहवी सद म कम स कम इ ल ड म प टग आउट स टम क तहत काम करन वाल बह त सार मजदर पगार क एवज म ह काम कया करत थ कहन का मतलब यह ह क फ मजदर का तन वाह मजदर होना समाज क लए कोई नह बात नह थी

94 बराइया जो नई बात थी वह यह क जब फ या बनी तो एक साथ बह त सार मजदर शहर

म इक ा ह ए इस जमाव म उनक ददशा भी समाज क सामन कह यादा खर प स उजागर ह ई

उ योग म ब च और औरत को सोलह घ ट या उसस भी यादा काम करवाया जाता थकान क कारण य द कोई काम नह कर पाता तो उस ब ट स पीटा जाता था तन वाह काट ल जाती तन वाह वस भी काफ कम मलती थी एक ह त क लए कसी ह नरमद कार गर को 1795 म कोई 25 श लग और साधारण मजदर को सफ 12 श लग मला

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करत थ म हलाओ को प ष स आधी और ब च को एक चौथाई तन वाह ह मलती हाला क व प ष िजतना ह काम करत

कोयल क खदान म तो ि थ त और भी यादा खराब थी यहा चार स पाच साल क ब च को खदान क सरग क अदर बारह स सोलह घट काम करवाया जाता इनक औसत पगार दो स तीन श लग त स ताह थी

फ स टम क आन स मजदर क गर बी भी बह त यादा उजागर होन लगी वस तो औ यो गक ा त क श क साल म ह यह साफ हो गया था क समाज म नर ह गर ब क स या बढ़ रह ह पर इस ि थ त स बचन क लए कछ खास नह कया गया पीनहमल ड नामक क ब म गर ब क मदद क लए एक स टम ज र श कया गया िजस पीनहमल ड स टम क नाम स जाना जाता था कछ दसर क ब न भी इस स टम को

अपनाया पर बढ़ती ह ई औ यो गक गर बी क सामन यह स टम प त हो गया शहर म ि थ त कछ ऐसी थी क मजदर क हालत बद स बदतर होती चल गई

शहर बगर कसी योजना क बतहाशा बढ़त चल गए उनक नगरपा लकाए इस नई आबाद क दखभाल करन म असमथ रह शहर म गद द र बि तया पनपन लगी िज ह अ जी म लम कहत ह जहा अब तक शहर म अनक तबक क लोग आपस म मल कर रहत थ

वहा धीर-धीर मजदर बि तया शहर क बाक आबाद स हट कर रहन लगी इन बि तय म न तो सडक ठ क होती न ह ना लया न ह कड़ा नकालन क कोई यव था न ह पय जल का इतजाम और न ह ठ क स बन ह ए मकान इ तहासकार हो सबाम का कहना ह क यरोप क शहर म इस क म क बि तया यादातर शहर क पव ह स म बसी सो शहर म एक नया भद श हो गया ई ट ए ड नवासी (गर ब) और व ट ए ड नवासी (अ भजा य) का

रह-रहकर औ यो गक शहर म महामा रया भी बढ़न लगी लासग म पहल बार 1818 ई0 म हाइफस जवर का कोप फला यरोप क सार औ यो गक शहर म 1831 ई0 और 1832 ई0 म टाइफाइड़ क महामार छाई रह इन शहर म कालरा मयाद बखार और तप दक का भी बोलबाला रहा य सार बीमा रया यादातर मजदर बि तय म ह रह मानो यह सा बत कर रह ह क जहा द र ता और गदगी ह वहा बीमा रया भी रहगी इस सबन मजदर बि तय क नवा सय का हौसला तोड़ दया सामािजक हौसलाप ती क कई ल ण सामन आन लग शराब का ज रत स यादा इ तमाल होन लगा बाल ह या व याव त आ मह या और मान सक व ता क घटनाए बढ़न लगी मजदर क दग त इस बात स और भी यादा उजागर ह ई क औ यो गक ा त क कारण समाज क बाक सार वग क स प नता बढ़ रह थी

95 बराइय को दर करन क यास एवम समाधान फ टर स टम क इन बराइय को ज द स ज द दर करना बड़ा ज र था य क

एक तो साधारण मानवीयता का तकाजा था क मजदर क काम करन क हालात म सधार आए इसस भी यादा बड़ा कारण यह था क फि य म अ धकाश उ पाद फ म काम करन वाल मजदर ह खर दत थ इस लए अगर मजदर क माल हालत एक सीमा स नीच जाती

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तो नकसान पजीप तय को ह होता और अगर मजदर बि तय क समाज यव था को ठ प होन दया जाता तो डर था क कह दश म व ोह न भड़क उठ व ोह न भी होता तो यह तो साफ था क म यवग क जवान इन बि तय म फल रह शराबखोर व याव त और अ य कार क अन तकता क च कर म पड़ रह थ य द म यवग को अन तकता स बचाना था तो

ज र था क मजदर वग स अन तकता को दर कया जाए

951 ससद य यास

आजकल यह माना जाता ह क य द फ मा लक अपन मजदर क भल कार दखभाल कर तो उ ह ह यादा मनाफा होता ह पर उ नीसवी सद म यह बात अ धकाश पजीप तय क समझ म नह आ रह थी इस लए हम पात ह क फ टर म मजदर क ि थ त सधारन वाल अ धकाश उपाय कवल कछ फ टर मा लक क पहल पर रा य यव था वारा व भ न दश क ससद वारा कए गए सबस यादा सधार का काम इगल ड म

हआ ऐस उपाय म स पहला था इगल ड म राबट पील वारा ससद म पास कया गया

ह थ ए ड मारटज ए ट (1802) यह ए ट कवल बड़ी फ ट रय पर लाग होता था और कवल एपरि टस पर इस ए ट म यह कहा गया क नौ साल स कम उ क ब च बतौर एपरि टस नह लगाए जा सकत फ मा लक पर इन ब च स बारह घ ट स यादा या फर रात म काम करवान पर रोक लगा द गई

1802 क ए ट म कई खा मया थी एक तो यह कवल बड़ी फ य पर लाग होता था और वहा भी कवल उन फि य पर जो क एपर टस को इ तमाल करती थी बह नर बाल मजदर को इस ए ट स कोई सर ा नह मलती थी सबस म य बात तो यह थी क इस ए ट म नर ण करन का कोई ावधान न था नतीजतन यह ए ट महज कागजी कानन बन कर रह गया

फर 1816 म पील क चयरमनी म एक ससद य कमट का गठन कया गया इस कमट क सलाह पर 1819 का फ नय ण कानन पास कया गया इस कानन म पछल कानन क ावधान को दोहराया गया और कहा गया क सार बाल मजदर को इस कानन क सर ा द जाएगी साथ ह यह नधा रत कया गया क सोलह साल स कम उ क मजदर को बारह घ ट क दन म डढ़ घ ट क खान क छ ी द जायगी च क यह ए ट सार कामकाजी ब च पर लाग होता था इस लए लोग न इसका डट कर वरोध कया वरो धय म एक बड़ा तबका उन मा-बाप का था जो अपन ब च स काम करवात थ

952 समाज सधार और अबधनी त

तमन अबधनी त क बार म पढ़ा होगा यह नी त अठारहवी सद क अ तम दशक म काफ फल चक थी अथशा ी एडम ि मथ िजसका हम पहल िज कर चक ह इसका एक बड़ा समथक था इस नी त क मतावल बय का मानना था क समाज क अथ यव था तब ह

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सफल हो सकती ह जब क सरकार अथ यव था को अपन आप पर छोड द उसम अपनी टाग न अड़ाए

जब उ नीसवी सद म ससद य य न मजदर क सधार क लए होन लग तो सधार-वरोधी उ योगप तय न अबधनी त क दहाई दत ह ए यह गहार लगाई क अगर रा य फ स टम को सधारन व नय त करन क को शश करगा तो सार अथ यव था ह ठ प हो जाएगी दरअसल बड़-बड़ दाश नक वचार क आड़ म य वरोधी कवल इतना कह रह थ क उ ह मजदर -ब च म हलाओ और प ष का खन चसन स नह रोका जाना चा हए भल ह ऐसा करत ह ए व समाज क इतनी दग त य न कर द िजसस क समाज का साधारण चाल-चलन ह ठ प हो जाए ऐस वरो धय को उनक खद क बवकफ स बचाना ज र था

953 सधारक य न जार रह

1820 क दशक म पावर लम और भाप क इजन म काफ यादा या क सधार आए इसका नतीजा यह हआ क इस दशक म धीर-धीर फ स टम सार कपड़ा उ योग और ख नज उ पादन पर छा गया फि या भी कवल कछ शहर इलाक म कि त होन लगी लकाशायर का कपड़ा उ योग इसका अ छा उदाहरण ह यहा कोई 25 वग मील क म इतनी यादा कपड़ा मल थी क इ ल ड का 80 तशत स यादा कपड़ा बनाया जाता था िजतना फ ट रय का जमाव बढ़ा उतना ह उनक दगण कट ह ए इसम सधार लान क ससद य यास भी उतन ह जोर स कए जान लग

954 सड़लर क यास

माइकल सड़लर न 1831 म टन-आवर बल इ ल ड क ससद म पश कया इस बल म यह ावधान था क कसी भी मजदर स दस घट (टन-आवर) स यादा काम नह लया जा सकगा यह बल ससद म पास नह हो सका

पर इन दन इ ल ड म व ट इ डीज क दास था को लकर काफ गहमा-गहमी चल रह थी इसक रहत अखबार और प काओ म फ टर मजदर क तलना व ट-इ डीज क नी ो दास स क जान लगी धीर-धीर यह मत फलन लगा क मजदर क ि थ त म सधार क लए कछ ठोस कदम उठाए जान चा हए इसक फल व प जब 1833 म लाड एशल न ससद म अपना ताव रखा तो वह कछ ससद य छ ना-झपट क बाद पा रत हो गया

955 एशल का कानन

लाड एशल क कानन (1833) को सार कपड़ा बनन क फि य पर लाग कया गया इसक अनसार नौ साल स कम उ क ब च को फ म काम करवान पर पाबद लगा द गई तरह साल स कम उ क मजदर स दन म नौ घ ट और स ताह म 40 घ ट स यादा काम करवाना तब धत कया गया उ ह रोज डढ़ घ ट क खान क छ ी दना ज र

रखा गया यह कहा गया क अठारह साल स कम उ क मजदर स दन म 12 घट और स ताह म 69 घट स यादा काम नह करवाया जा सकता ldquoरातrdquo क काम को ठ क तरह स

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प रभा षत कया गया साढ़ आठ बज शाम स लकर साढ़ पाच बज सबह तक क समय को ldquoरातrdquo करार दया गया और इस पार म कवल अ ारह साल स यादा उ क मजदर क योग क अनम त द गई फ म काम करन वाल हर ब च का रोज दो घट कल जाना नि चत कया गया नर क क एक बड़ी टोल नय त क गई जो फ मा लक पर नगरानी रख सक और जो मा लक कानन क अवहलना करत ह ए पकड़ जाए उन क सर बड़ी सजा का ावधान रखा गया

इस कानन म दो म य खा मया थी एक तो यह कवल कपड़ा उ योग पर ह लाग कया गया जब क अ य उ योग म भी मजदर क हालत काफ खराब थी दसर यह कवल ब च को अपन दायर म लता था जब क ि य और प ष को भी काननी सर ा क आव यकता थी

96 समाज और सामािजक प रवतन बहरहाल इस कानन स कछ बात साफ जा हर होती थी सबस पहल बात तो यह क

हाला क समाज म अब भी अबधनी त का बोलबाला था अब सरकार क समझ म यह आन लगा क समाज क कछ अश ऐस होत ह जहा क सधार लान क लए सरकार ह त प ज र होता ह दसर बात यह क अब साधारण तौर पर यह माना जान लगा क समाज म औ यो गक उ पादन क इकाई प रवार नह बि क यि त वशष था और उसक सामािजक सर ा और सखा-पढ़ क िज मदार कवल प रवार पर ह नह छोड़ी जा सकती थी समाज को भी आग बढ़कर कछ उपाय करना ज र था

धीर-धीर अ य उ योग को भी फ कानन क तहत लाया गया 1842 म लाड एशल क कानन को कोयला खदान पर लाग कया गया और म हला मजदर को भी सर ा द जान लगी 1878 म इस कानन न सार फि य और वकशाप को अपन दायर म ल लया इस बीच दसर दश म भी फ कानन क या जार थी 1841 म ास म बाल-मजदर कानन लाग कया गया ए शया म भी 1870 तक कई कानन जार कए गए पर उ ह कभी गभीरता स लाग नह कया गया

1848 म सार यरोप म सोश ल ट व ोह ह ए और उ ह काफ आसानी स कचल दया गया इन व ोह म मजदर न बढ़ कर ह सा लया था कचल जान क बाद इन व ोह क बह त सार नता मजदर नता बन गए और फ मा लक स मजदर क भलाई क लए माग करन लग इस समय क बाद स फ मजदर क सगठन बनना श हो गए और कमशाला क हालात म सधार क लए य सगठन अपन अपन उ योग और सरकार पर जोर हालन लग ऐसा इ ह न कस तरह कया तम अ य इकाइय म पढ़ोग

97 साराश इस इकाई म तमन जाना क फ स टम अठारहवी सद म श हआ इसन

औ यो गक उ पादन म एक नए कम व यास को ज म दया फि या चलान क लए एक नए क म क अनशासन क ज रत थी जो क पहल कभी ससार म दखन को नह मला था लगातार अनशासन था पत रखन क लए फ क मय क उपर एक नए मनजमट तबक का

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ज म हआ फोरमन और सपरवाईजर य लोग लबर अ र टो स (Labour aristocrates) कहलाए इनक रहत उ योग म उ योग क मल कयत और उसक मनजमट म भद कया जान लगा मजदर क शहर म रहन स कई बराइया पनपी उ ह दर करन क लए उ नीसवी सद क म य तक अ भजा य वग स कछ समाज सधारक उबर कर सामन आए पर मजदर क सगठन अभी ठ क तरह स नह पनप पाए थ व 1848 क यरोपीय व ोह क बाद उबर

98 अ यासाथ न (I) अश पर छोट सवाल

कछ श द म जवाब द िजए (क) या फ स टम और औ यो गक ा त म स कोई एक बगर दसर क पनप

सकता था (ख) फ स टम क मख व श टता या थी (ग) या पन बनान क फ वा तव म एडम ि मथ क वणन क अनसार होती ह (घ) या फ स टम अन तक था (च) अबधनी त फ मा लक को य पसद थी (छ) इस इकाई म िजन फ सधारक का िज ह उसक अलावा दो और सधारक क

नाम बताइय (II) सार इकाई पर सवाल

दो सौ स तीन सौ श द म जवाब द (क) फ स टम इ ल ड म कस तरह पनपा (ख) फ स टम न कस तरह था पत आ थक और सामािजक स थाओ पर हार

कया (ग) फ स टम क कारण समाज म कस तरह क प रवतन आए (घ) फ स टम म सधार लान क य न क ववचना कर

99 ास गक पठनीय थ ईज हो सबाम - ाम इड ट ए पायर प गइन ईज हो सबाम - एज आफ रवो यशन प गइन ईपी टाम सन - म कग आफ द इग लश व कग लास (सभी कताब अ जी म ह बाजार म आसानी स मल जाती ह)

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Page 9: एमassets.vmou.ac.in/MAHI01-2.pdf ·  · 2014-04-056.7 इंगलैड ... अलबट[थेयर(Albert Thaer) ने1798 (Introduction to the knowledge of English Agriculture)

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तक ास म आल क खती को पहल स अ धक मह व दया जान लगा था इसक खती ऐस चरागाह पर क जाती थी जो अठारहवी शता द म साफ कय गय थ ल कन इसका यह ता पय नह क ास क क ष पर इ लड म नय तर क का भाव बलकल भी नह पड़ा था कछ क ष वशष िजनम डहमल (Duhamale) पलटो (Palutteo) और ट ब ल (Tubelly) मख थ न इ लड म अपनाय गय क ष क आध नक तर क पर प तक लखी अथवा उनका चार कया अठारहवी शती क अ त म फसल क अदला बदल को उ तर ास क कछ भाग

म अपनाया गया था इसी समय इ ह इलाक म बड़ फाम पर ग न क खती आर भ क गई इसक कछ समय पहल पन स अ छ न ल क भड़ मगाई गई इन प रवतन क होत ह ए भी महान ा त तक ास म य प स एक क ष धान दश ह रहा जब क इस समय तक इ लड क ष व औ यो गक म उ लखनीय ग त कर चका था

शया पर भी इ लड क नवीन योग का ास क अप ा कछ अ धक भाव पड़ा अलबट थयर (Albert Thaer) न 1798 (Introduction to the knowledge of English Agriculture) नामक प तक लखी थयर व उसक अनया यय न फसल बोन क लय हल वारा भ म क गहर खदाई और नवीन औजार क योग क लय चार कया अठारहवी शती

क अ त क दशक म पव जमनी म अ छ न ल क भड़ लाई गई तलहन अ छ घास व बनौल उगाय गय तथा फसल क अदला बदल (Rotation) क णाल अपनाई गई ल कन अठारहवी शती क अ त तक भी जमनी क अ य इलाक म नवीन क ष को नह अपनाया गया कवल व फसल को अदला बदल (Rotation) को योग म लान लग थ अठारहवी सद क अ त म जमनी क पव भाग वशषकर साइल शया और स सनी म भी इस आर भ कया गया

उपय त वणन स प ट ह क अठारहवी सद म क ष क म इ लड म अभतपव उ न त ह ई तथा ास व जमनी क कछ भाग पर इसका भाव पड़ना आर भ हआ ल कन इस शती क अ त तक इटल पन स व पव यरोप क अ य दश पछड़ ह रह लगर व उसक अ य चार सहयो गय न अपनी प तक (Western Civilization) क वतीय िज द म लखा ह क वा तव म उ नीसवी शती म यरोप क अ धकाश भाग म म य यग क तरह ह खती क जाती रह इन दश म खती क लय योग म लय जान वाल प रवतन क त वरोध म य प स दो कारण स हआ य कारण थ- कषक म पर परागत तर क क त आ था और नवीन तर क का थानीय प रि थ तय क त अनकल न होना था इसका एक अ य कारण यह भी था क मन य क म क थान पर मशीन क योग को इन दश क सरकार न पस द नह कया य क व सामािजक व स नक आव यकताओ क कारण अ धक स अ धक जनस या को क ष पर ह नभर रखना चाहत थ

67 इ लड म नवीन क ष का भाव (1) क ष उ पादन म व अठारहवी सद क उ तराध म क ष क इन नय तर क स

क ष उ पादन म काफ व ह ई

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(2) बढ़ती ह ई जनस या क लय अ न क यव था इ लड क जनस या लगातार बढ़ती जा रह थी 1750 ई0 म इस दश क जनस या का अनमान 65 लाख था जो 1801 ई0 म 90 लाख 1831 ई0 म 190 लाख और 1851 ई0 म 180 लाख हो गई इस बढ़ती ह ई जनस या क कय अ न क बढ़ ह ई उपज काम म आई इस समय म इस जनस या का एक भाग िजसका अ न उपजान स कोई स ब ध नह था अथात जो शहर म रहता था और िजनम स काफ मन य औ यो गक इकाइय म काय करत थ को अ न दन म स वधा ह ई ल कन यहा यह बता दना उ चत होगा क अ न क उ पादन क यह व इ लड क बढ़ती ह ई आबाद क लय पया त स नह ह ई

(3) उ नीसवी शता द म नवीन क ष का व तार उ नीसवी शता द क म य म खत म रासाय नक खाद दन क प त का वकास हआ इस कार क उवरक स भी उपज म व ह ई 1834 म साईरस मककोर मक न फसल काटन वाल मशीन का आ व कार कया इसक बाद लोह का हल पाचा (घोड़ स खीचा जान वाला हल) तकदार हरा (पटरा) िजसस हल चलान क बाद भ म क टकड़ तोड़ जात थ आ द का आ व कार हआ समय क साथ साथ क ष म य का योग बढ़ता गया इन आ व कार न क ष को और उ नत कर दया

(4) पशधन म व अ छ न ल क भड़ व गाय क स या म व ह ई जड़ वाल सि जय क उगान स पशओ का सार साल चारा दना स भव हो गया वष भर ताजा मास मलन लगा इसक पहल चार क कमी क कारण सद क पहल काफ पश मार जात थ ल कन अब ऐसा नह कया गया दध क उ पादन म व ह ई

(5) द भ का अत तरहवी व चौदहवी सद तक इ लड म अकाल पड़त थ ल कन अब इन अकाल का पड़ना बद हो गया

(6) उ योग क लय मक क यव था चकब द क कारण जो कसान बदखल ह ए थ उनम स अ धकाश न कारखान म नौकर कर ल फल व प औ यो गक ा त का माग श त हआ

(7) नकद फसल का उ पादन औ यो गक ा त क समय इ लड म व उ योग का तजी क साथ वकास हआ इसक लय कपास क आव यकता ह ई नवीन णाल स कपास क ज रत को कछ हद तक परा कया गया

68 न कष जसा क पहल बताया जा चका ह क अठारहवी शती म इ लड क क ष क म

अपनाई गई नवीन प त न ास व जमनी क कछ भाग को ह वशष प स भा वत कया पोलड स बा कन दश आि या इटल पन व पतगाल आ द दश म इसका भाव काफ समय तक नह दखा गया हाटवल क अनसार आज भी यरोप क पव भाग म हम नवीन उपकरण व प त क साथ साथ ाचीन प त व उपकरण का योग दखन को मलता ह

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69 श दावल मनर (Manor)-साम तवाद यग का गाव फाम (Farm) - वशाल खत रोटशन ऑफ ॉ स (Rotation of Crops) - फसल क अदला बदल वनोईग (Winnowing) - आनाज को साफ करन क एक प त सफ (Serf) - सामत क अधीन कषक दास सग (Threshing) - अनाज को साफ करन क एक प त

एन लोजर (Enclosure) - बाड़बद अथवा चकबद

610 अ यासाथ न 1 अठारहवी शता द क पहल यरोप क दश म क ष यव था पर काश डा लय इस

शता द म इ लड म इसम या सधार कय गय 2 अठारहवी सद म इ लड म क ष क म नवीनीकरण क लय िज मवार

प रि थ तय का व लषण क िजय इस नवीन प त का इ लड तथा यरोप क अ य दश पर या भाव पड़ा

611 सदभ थ Books for Reference 1 Chapter by RR Enfield in the book 2 Emopean Civilization Its origin and Developmentrsquo Volume V

under the direction of Edward Eyre Oxford University Press London 1937

3 Chapter by RM Hartwell in the book lsquoThe Cambridge Modern History Volume IX (1793 ndash 1830)rsquo edited by CW Crawley Cambridge University Press London 1965

4 Brison D Gooch Europe in the Nineteenth Century The MacMillan Company London 1970

5 David Ogg Europe in the Seventeeth Century Hindi edition Jaipur 1967

6 Carlton JH Hayes Modern Europe to 1870 the MacMillan Company New York Sixth Print 1960

7 Langer Eadie Geanakoplos Hexter Pipes Western Civilization Volume II Harper and Row New York Second Edition 1975

8 Wallbank and Taylor Civilization Past and present Volume II Third Edition 1975

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इकाई 7 अठारहवी सद म यरोप म कषक व ोह

इकाई क परखा 70 उ य 71 पवाभास 72 इ लड म अठारहवी सद म बाड़ब द आ दोलन 73 ास म कषक क दशा 74 जमनी क रा य म सधार 75 आि या - हगर 76 स म व ोह (1703-1772) 77 स म 1773-75 का कषक व ोह 78 यरोप क अ य दश म ि थ त 79 साराश 710 बोध न 711 स दभ थ

70 उ य इस इकाई म आप अ ययन करग म य काल न यग स लकर स हवी सद क अ त तक साम तवाद यव था म

साम त क अ धकार व कषक क दशा कवल इ लड म कषक दास था का अ त चौदहवी सद स स हवी सद क कषक व ोह का उ लख इ लड म बाड़ब द आ दोलन

ास म महान ाि त क पहल कषक क दशा ा त क आर भ होन क बाद ामीण म सामत क नवास थान पर कसान क आ मण 1789 स 1792 ई0 तक कषक

दास क मि त क लय पा रत कय गय अ ध नयम जमनी क कछ छोट रा य म कषक दास क मि त क आदश तथा शा म 1807 स

1817 तक कषक क हत म कय गय ड रक महान क काय आि या - हगर सा ा य क बोह मया दश म 1768 स 1775 तक व ोह व उनक

कारण स ाट जोजफ क सधार क य न का साम त वारा वरोध स म कसान का दमन पीटर महान क शासन काल म कसान पर अ याचार

अठारहवी सद म आर भ स ह स क पव भाग म व ोह कषक का लगातार दमन 1773 ई0 म पन पव भाग म व ोह तथा उसक भयकरता इस व ोह म मक व गर सी जा त क मन य का साथ व ोह क असफलता क कारण

अ य यरोपीय दश म आ दोलन का न होना

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71 पवाभास अठारहवी सद क आर भ म यरोप क दश म कषक क दशा नवी शता द स लकर बारहवी शता द तक यरोप म साम तवाद यव था का जोर

रहा इस था म बड़ साम त व उपसाम त उन भस ता ज नत अ धकार का योग करत थ िजन पर पहल राजाओ का अ धकार था इस यव था म कषक क दशा अ य त शोचनीय थी य क यह था कषक क शोषण पर आधा रत थी तरहवी सद क श स साम तवाद का ास श हआ धम य क भाव यापा रक वग क उदय तथा रा य रा य क उ थान न

साम त क शि त कम क साम त क अ याचार स त होकर इ लड म कसान न सग ठत होकर साम त का वरोध आर भ कया 1348 ई वी म काल म य नामक एक महामार क कोप स यरोप क आधी जनस या म य का ास बन गई खती म काम करन वाल कसान व मजदर क भार कमी हो गई इ लड म कषक दास न अपनी महनत क लए उ चत पा र मक क माग क क त उनक आ दोलन को दबा दया गया 1381 ई0 म वाट टाईलर क नत व म इ लड क हजार कसान न व ोह कया इसम शि पय व कार गर न भी साथ दया ल कन यह व ोह कचल दया गया

इस समय इ लड म यापार क उ न त तथा पजी क वकास न ि थ त म प रवतन ला दया साम त न यह उ चत समझा क व कषक को भ म हल बल बीज आ द साधन दकर उनक उपज का एक नि चत भाग ल ल इस प त न कसान क मि त का माग श त कया सोलहवी सद क अ त तक इ लड म कषक दास क था लगभग समा त हो

गई ल कन कषक क सम याओ का पण प स अ त नह हआ इ लड क अ त र त यरोप क अ य दश म कषक दास क था च लत रह

ि मरनोव और कानाकोवा नामक दो सी इ तहासकार न लखा ह क स म चौदहवी सद म साम तवाद का और उ कष हआ तथा उनक अधीन काम करन वाल कषक क दशा और खराब हो गई पव यरोप क अ य दश म भी कषक क यह दशा थी प हवी सद म जमनी ास व पन म कषक न असफल व ोह कय प हवी सद म जमनी ास व पन म

कषक न असफल व ोह कय प हवी व सोलहवी सद म यरोप क जनस या बढ़न लगी क ष क म ाचीन तर क क योग क कारण अनाज क उ पादन म व नह ह ई इसका तकल भाव पि चमी यरोप क अप ा पव दश पर वशष प स पड़ा य क खराब

मानसन क फल व प पड़न वाल अकाल क समय वहा पर यातायात व सचार क दर यव था क कारण अ य दश स पया त मा ा म अनाज शी ता स नह मगाया जा सकता था प हवी सद म जमनी ास व पन म असफल कषक व ोह ह ए स हवी सद म ास म कई व ोह ह ए िजनम 1675 का जकर व ोह सबस भयकर था इसम ास क टनी दश क प चीस हजार कषक न भाग लया यह व ोह भी कचल दया गया स हवी सद क अ त तक भी कषक इसी कार स दःखमय जीवन यतीत करत रह इ लड को छोड़ कर सभी दश म साम त क अ याचार का अ त नह हआ 1789 क ासीसी ा त क समय ास म कसान को राजा साम त व चच को कर अदा करन क लय एक कसान को अपनी आमदनी का 80

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तशत भाग दना पड़ता था उस साम त क यहा अनक कार क बगार करनी पड़ती थी अ य मामल म भी साम त क वशषा धकार स वह त था

72 इ लड म अठारहवी सद म बाड़ब द आ दोलन अठारहवी सद म इ लड म क ष क म अनक नय योग कय गय ज ो हल

(1674-1740) वारा बीज बोन क लय एक य टाउनशड (1674-1738) क फसल को बदल बदल कर बोन क प त तथा पशओ क न ल व स या बढ़ान क लय राबट बकवल न 1770 क आस पास व ा नक जनन क प त क पालन न खती क उ पादन तथा पशधन को बढ़ान म उ लखनीय योगदान दया आथर यग (1741-1820) नामक एक धनी कसान न छोट-छोट खल खत को मला कर बड़-बड़ क ष फाम बनान का चार कया

बड़-बड़ फाम क चार और बाड़ लगाई गई 1760 स लकर 1815 क म य 956 बाड़ब द अ ध नयम बनाय गय जएल हम ड व बारबरा हम ड न लखा ह क पछल दो शताि दय म यरोप म शायद ह ऐसा कोई प रवतन हआ जो इसक समान मह व रखता हो एनफ ड क मत म व तत यह आ दोलन इ लड क यापा रक व औ यौ गक वकास स स ब धत था इसम एक ाम को आ म नभर बनान क थान पर मनाफा कमान क यव था को अपनाया गया अब फाम म उ पा दत अनाज को बढ़ती ह ई जनस या वाल नगर म भजा जान लगा इसन क ष को एक पजीवाद उ योग बना दया

इसम कोई सदह नह क बाड़बद स काफ मा ा म बकार पड़ी भ म म खती कया जाना स भव हो सका तथा बड़ फाम म नवीन प त स खती कय जान क फल व प भी क ष उ पादन बढ़ा ल कन बाड़ब द क कारण अनक छोट कसान को भ म छोडन क लय बा य होना पड़ा भ म स बदखल होकर व रोजगार क तलाश म शहर म चल गय

य य प हम इ लड म बाड़ब द क आ दोलन को व ोह नह मान सकत क त क ष क म यह एक मह वपण प रवतन था यह क ष क म ऐसा कदम था िजसन क ष को यावसा यक प द दया

73 ास म कषक क दशा 1675 ई0 क व ोह क बाद ास म महान ा त तक कसान का कोई और व ोह

नह हआ और न ह उनक दशा म कछ सधार हआ ासीसी ा त (1789) क समय चच लगभग प ह तशत साम त बीस तशत नगर क धनी यि त ततीस तशत भ म क वामी थ ास क आबाद का 85 तशत भाग खती पर नभर था ल कन उसक पास कवल

एक तहाई भ म थी इनक पास िजतनी भी भ म होती वह उनक प रवार क भरण पोषण क लय पया त नह थी उ ह राजा चच साम त आ द को कर दन पड़त थ आथर यग न 1787 स 1789 तक ास क ामीण का मण करक लखा था क आम तौर पर ासीसी कषक का मनोबल इतना कमजोर था क उस ऊचा उठाना सभव नह था व कवल

जी वत रह कर ह सत ट थ जलाई 1789 म बा तील (Bastille) क पतन क समाचार य ह ास क दहात म पह च वहा पर कसान न कल न वग क नवास पर आ मण कर दय इन आ मण म वशष प स उन द तावज को न ट कया गया िजनम उनक दासता

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क सा य उपल ध थ सभी कषक व ोह क भा त इस व ोह म भी कषक का एक ह ल य था व दासता स म त होना चाहत थ इस कार क कायवाह 1790 ई0 तक चलती रह

ास क रा य सभा न वशषा धकार क समाि त क अ तगत कानन वारा ास म कषक दास क था समा त कर द पहल कानन वारा भ- वा मय क सभी यि तगत अ धकार समा त कर दय गय और कषक को भ म का वामी माना गया दसर कानन म यह कहा गया क ास म भ म उसी तरह स वत रहगी िजस तरह स अब यहा रहन वाल यि त वत रहग अब एक कषक अपन खत म मनचाह तर क स खती कर सकता था तथा अपनी उपज को बच सकता था

य य प उपय त कानन क अनसार कषक दास था का अ त हो गया ल कन इनस कसान क स पण आशाए फल फत नह ह ई इन क अनसार साम त क अनक वशषा धकार जस सामत का भ म पर वा म व यि तगत अ धकार शकार व मछल पकड़न क अ धकार समा त कर दय गय तथा इनक बदल म कसान को कोई मआवजा अदा नह करन क आदश दय गय ल कन भ म का बकाया कराया और साम त को अदा क जान वाल अ य बाक दनदा रय को माफ नह कया गया इनक अदायगी करन क लय एक कसान को लगभग बीस वष का कराया अदा करना पड़ता था अतएव कसान म असतोष बना रहा 1792 व 1793 ई0 म इस कार क अदायगी को माफ कर दया गया

इस समय भ मह न कसान अथवा थोड़ी सी भ म वामी यह चाहत थ क चच स छ नी ह ई भ म उनम वत रतक जाय क त ऐसी भ म को सम कसान अथवा यापा रय आ द न खर द कर उ ह इसस व चत कया

74 जमनी क रा य म सधार अठारहवी सद म जमनी अनक रा य म वभािजत था सभी रा य म कषक अपनी

दशा स असत ट थ व कभी भी व ोह कर सकत थ अत कछ छोट रा य न कषक दास क था का अ त करन क लए कानन बनाय 1770 व 1780 क म य यक आफ सवाय न

अपन दश म कानन वारा इसको समा त कया शया जो क एक बड़ा रा य था म वहा क स ाट ड रक मकान न अपन अधीन भ म म कसान क कर व बगार क भार को कम कया 1786 ई0 म उसक म य तक इस दशा म उ लखनीय ग त नह ह ई 1807 स लकर 1817 ई0 तक शया म अनक आदश जार कय गय िजनक अनसार कषक अपन साम त को कछ रा श अथवा भ म का भाग दकर भ- वामी बन सकता था ल कन य आदश उन कसान पर लाग नह होत थ जो स दय स एक भ म पर खती नह करत थ अतएव इसका भाव सी मत ह रहा

75 आि या - हगर आि या - हगर क सा ा य म कषक क दशा अ यत शोचनीय थी यहा तक कहा

जाता ह क हगर व बोह मया म कसान पशओ क तरह रहत थ 1768 म बोह मया क कसान न व ोह कया इसक तर त बाद भी ऐस व ोह होत रह इनका चरमो कष 1775 क व ोह म दखा जा सकता ह कसान क म य शकायत का आधार यह था क सामा य

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वष म भी उनस भार कर वसल कया जाता था और असामा य वष (1765 और 1770) क बीच जब फसल बार बार खराब ह ई तब यह बोझ असहनीय हो गया उस समय आि या म म रया थ रसा का शासन था तथा उसका प जोजफ र ज ट क ह सयत स शासन का सचालन कर रहा था 1771 ई0 म जोजफ न बोह मया का दौरा कया कसान क ददशा को दख कर उसन सफा रश क क क ष दास था को समा त कया जाय य य प कसान का बोझ ह का करन क लय म रया थ रसा एक तदथ कानन बनान क प म थी ल कन वह इस था क स थागत अि त व पर आ मण करन क लय तयार नह थी स ाट बनन क बाद जोजफ न एक ल बी योजना क तहत कषक दास था को समा त करन का नणय लया उसन यह अनभव कया क इस था स रा य को अ धक आय नह rsquo होती थी कल न वग को कसान िजतना लगान दत थ उसका एक अश ह कल न वग रा य को दता था 1780 ई0 क अ यादश क अनसार उसन आि या - हगर म सामती उगाह का बोझ कछ कम कया तथा क ष दास को यह गारट द क व अपनी पतक भ म क उ तरा धकार मान जायग 1784 क अ यादश क अनसार भ म कर क दर को समान बनाया गया तथा वशषा धकार क नाम पर कसी भी वग को मलन वाल कर छट को समा त कया गया इसक लय उसन भ - सप त क सव ण का काय भी आर भ कराया िजसम पाच वष लग इस अव ध म वशषा धकार ा त वग न इस अ यादश का इतना वरोध कया क इस कभी लाग नह कया जा सका

इस कार साम तवाद क अ धकार को समा त करन म जोजफ असफल रहा

76 स म व ोह (1703-1772) स म क ष दास का दमन कया जाता था अ धक स अ धक काय लन क लय

कल न वग अपन अधीन कषक को दबा कर रखत थ 1649 ई0 म कसान क दमन स सबि धत सभी कानन को व ध स हता म सग ठत कया गया पीटर महान (1689-1725) क शासन काल म भी यह नी त अपनाई गई उसन बड़ी स या म कषक को कल न का दास बनाया 1703 ई0 म पीटर न एक नयी राजधानी बनान का काय आर भ कया सट पीटसबग क नमाण क लय स क भ न भ न भाग स कसान को लाया गया उनक रहन व खान क सम चत यव था नह क गई फल व प सह कसान मर गय उसन साम तवाद को नव विजत दश म भी लाग कया इसी समय यराल दश म लोह उ योग वक सत हो रहा था वहा पर भी बड़ी स या म कसान व मक को भजा गया द ण व द ण पव स म रहन वाल मक न करो क भार तथा अ नवाय स नक व मक क भत क अ यायपण काय क व व ोह आर भ कया यह व ोह भ न भ न थान पर भ न भ न समय म ह ए इनम स सबस लोक य व ोह अठारहवी सद क थम दशक म अ ाखान वश क रया और डान दश म हआ 1705 ई0 म अ ाखान क व ोह न भयकर प धारण कर लया क त उस दबा दया गया 1707 ई0 को डान म ह ए व ोह म म य प स कसान न भाग लया इनका नता क ाट बलावीन था शी ह यह व ोह सम त

द ण पव स म फल गया बलावीन न गर सी जा तय का सहयोग ा त करन क भी

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को शश क जलाई 1708 ई0 तक चलता रहा 1709 व 1710 ई0 म इस दश म यदा कदा व ोह होत रह ल कन पीटर न इन व ोह को दबा दया 1714 ई0 क एक आदश वारा उसन भ म पर साम त क अ धकार को वशोगत बना दया भखमर क कारण भ म

छोड़ कर भागन वाल कषक को ढढ कर लान व उ ह सजा दन का ब ध कया गया इस कार स म अठारहवी सद म साम त को और अ धकार दय गय य य प कथ रन महान को एक ब नरकश शासक माना जाता ह ल कन उसन

कषक दास क भलाई क लय कछ नह कया 1765 ई0 म साम त को अ धकार दय गय क व कषक को सजा द सक उनम असतोष क वाला फर स भड़क उठ

77 स म 1773-1775 का कषक व ोह सरकार वारा साम त क ि थ त ढ़ करन और कषक पर उनक अ धप तय क बढ़त

ह ए अ याचार क कारण दोन वग म कटता और बढ़ गई सी सा ा य क पव भाग म कषक क अ त र त खान व लोह क कारखान म काम करन वाल मक भी अपनी दशा स असत ट थ इस म गर सी जा तया तातार मोर डो वयन चवा श (बईनऔम) और बश कर क कसान भी भ म छन जान क कारण सरकार क व हो गय थ गर ब कोसक (Cossack) म भी असतोष बढ़ रहा था

मई 1773 ई0 म डान दश का रहन वाला थम लयन पगाचोव नामक एक कोसक जो कई बार जल म सजा भगत चका था कारागह स भाग नकला उसन वय को स का स ाट घो षत कया तथा पीटर ततीय क उपा ध धारण क कोसक व भ म छोड़ कर भाग ह ए कषक न उसका साथ दया आर भ स ह पगाचोव न कषक को अ याचार का मकाबला करन क लय उकसाया तथा उनक दशा सधारन क लय य न करन का वचन दया शी ह उसका साथ यराल क मक न दया उ ह न अपन कारखान स बदक व ो हय को द तथा काफ मा ा म कारखान क बाहर ब दक बनाई दस बर 1773 तक ओरनबग पम और स ब क क दश म भी यह व ोह फल गया तथा गर सी जा तय क सद य भी इसम सि म लत हो गय मक तथा गर- सय का कसान का साथ दन स ि थ त ग भीर हो गई माच 1774 म ला त चवो (Tatishchevo) क कल पर शाह सना न पन अ धकार कर लया इसी समय उफा म भी व ो हय क हार ह ई पगाचव यराल क पहाड़ म चला गया ल कन यहा पर भी वह परािजत हआ अब वह वो गा क नकट क दश क ओर मड़ा वहा पर उस कषक व गर सय का समथन मलन क आशा थी जन 1774 म उसन कजान क शहर को जीत लया एक बार फर हार कर पगाचव न वो गा नद को पार करक डान दश म पह चन क को शश क इस बीच सना उसका बराबर पीछा कर रह थी पगाचव को गर तार कया गया तथा जनवर 1775 म उस तथा उसक कछ सा थय को फासी द गई उसक गर तार क थोड़ समय बाद व ोह शा त हो गया

पगाचव क हार क न ना कत कारण थ - (1) व ोह म भाग लन वाल व भ न त व म वह एकता कायम नह रख सका

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(2) व ो हय क द त अनक थान पर तनात कर दय गय थ अतएव व सग ठत होकर नह लड़ सक

(3) उनक पास श क कमी थी (4) शाह सना क शि त उनस कह अ धक थी (5) उसम सगठन क मता का अभाव था (6) उसन अपन अनया यय क सामन उनक दशा सधारन क लय एक काय म क

प ट परखा नह बनाई थी प रणाम 1773-1775 ई0 क व ोह क प रणाम कषक क लय हतकार स नह

ह ए कथ रन वतीय न 1775 ई0 म एक अ यादश वारा ा त का पनगठन कया यह नई यव था पहल क अप ा अ धक क कत व नरकश बनी सी सा ा य क सीमावत ात जहा पर गर सी काफ स या म रहत थ सभी कार क वाय ता क अ धकार को

समा त कया गया 1785 ई0 म साम त को एक चाटर (Charter) दान कया गया इसम उन सब अ धकार क पि ट क गई िजनका क उस समय व योग करत थ उ ह अपन सगठन बनान का अ धकार भी दया गया इन सगठन पर गवनर को नर ण क अ धकार दय गय

अठारहवी सद म स म कषक न बार बार व ोह कय इसका म य कारण स क जार क कषक वरोधी नी त थी उ ह न समय पर साम त क शि त ढ़ करन तथा कषक क दमन करन क लय कानन बनाय आम तौर पर अठारहवी सद म स क कषक व ोह उसक पव भाग म ह ए जहा लोह क खान व कारखान म मक काम करत थ तथा गर सी जा तया नवास करती थी अतएव अ धकाश कषक व ोह म उपय त त व न भी भाग लया य व ोह सग ठत न होन क कारण असफल रह वा तव म व सी सा ा य क शि त क आग सफल भी नह हो सकत थ

स म कषक क शोचनीय दशा उ नीसवी सद क ार भक छ दशक तक बनी रह 1861 म स ाट एलकजडर वतीय न स म एक अ ध नयम वारा कषक दास क था को समा त करन क घोषणा क य य प यह अ ध नयम अपन उ य म पण प स सफल नह हआ क त फर भी यह कसान को साम त क अ याय स बचान क दशा म एक मह वपण कदम था

78 यरोप क अ य दश क ि थ त अठारहवी सद म पन पतगाल व इटल म कषक क दशा म वशष प रवतन नह

हआ य य प व साम त क अ याय स पी ड़त रह क त उ ह न साम त था क अ त क लय कोई आ दोलन नह कया बा कन दश म इसी कार क दशा थी उस समय वहा पर तक का रा य था तथा व पराधीनता का जीवन यतीत कर रह थ इन सभी दश म क ष अ य त पछड़ी ह ई दशा म थी तथा वहा क कषक आ दोलन करन क ि थ त म नह थ हाल ड डनमाक व वडन जो क इ लड क नकट थ म भी इ लड क तरह बाड़ब द क

19

गई तथा वहा पर नवीन क ष प तय का अनसरण कया गया इसस वहा क कसान क दशा कछ हद तक सधर इन दश म भी अठारहवी शता द म कोई आ दोलन नह हआ

79 साराश चौदहवी सद तक इ लड म साम तवाद का बोलबाला था तथा कषक क दशा शोचनीय

थी ल कन सोलहवी सद तक इ लड म कषक दास क था समा त हो गई यरोप क सभी दश म कषक दास क था अठारहवी सद क आर भ तक बनी रह प हवी सद म जमनी ास व पन तथा स हवी सद म ास म असफल व ोह ह ए

अठारहवी शता द म इ लड म क ष क म नवीन प त का वकास हआ तथा बाड़ब द क गई ल कन हाल ड ास व ए शया क कछ भाग को छोड़ कर शष यरोप म खती ाचीन तर क स ह होती रह साम त क अ याय भी यथावत बन रह

ासीसी ा त क आर भ होन क बाद कषक न साम त क नवास थान पर आ मण करक अपनी दासता क सा य को न ट कया 1789 ई0 म रा य सरकार न सामतो स मि त दलान क लय दो कानन पास कय 1792 व 1793 ई0 म भी इस दशा म य न कय गय

आि या - हगर सा ा य क बोह मया दश म 1768 स 1775 तक बार बार कसान क व ोह ह ए य य प वहा क स ाट जोजफ न कषक को कछ रयायत द ल कन वशषा धकार ा त वग क वरोध क कारण उसक आदश को लाग नह कया जा सका

स क शासक न साम त का समथन ा त करन क लय समय समय पर उ ह अ धकार दान कय तथा कषक का दमन कया 1705 ई0 स लकर 1775 ई0 तक स म कषक क अनक व ोह ह ए इनम स पगाचव क नत व म 1773-75 का व ोह सबस भयकर था य व ोह स क पव भाग म ह ए इन व ोह म खान व कारखान म काम करन वाल मक तथा गर सी जा तय न भाग लया असग ठत होन तथा व ोह म भाग लन वाल त व म एकता क अभाव म य सब व ोह असफल रह इन व ोह क बाद भी स क शासक न दमन क या जार रखी

य य प यरोप क अ य दश म कषक क -ि थ त खराब थी ल कन तहा पर कोई आ दोलन नह ह ए

710 बोध न 1 अठारहवी सद क आर भ म कषक क दशा का वणन क िजए इस शता द म

आि या - हगर म ह ए कषक आ दोलन का व ोह का ववचन क िजए 2 अठारहवी सद म कषक क त स क शासक क ि टकोण का व लषण

क िजए इस सद म स म ह ए कषक व ोह का स त वणन करत ह ए कषक व ोह का स त वणन करत ह ए उनक असफलता क कारण क ववचना क िजए

3 न न ल खत वा य को पढ़ कर उनक स मख सह () या गलत () का नशान लगाईय

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(1) ासीसी ा त क आर भ होन क बाद कषक न साम त क नवास थान पर आ मण करक उन द तावज को न ट कया जो उनक दासता क सा य थ

(2) आि या का स ाट जोजफ साम तवाद क अ धकार को समा त करन म सफल रहा

(3) अठारहवी शता द म स म कषक क अनक व ोह ह ए (4) अठारहवी सद म स क अ धकाश कषक व ोह क बाद वहा क सरकार न

उनक ि थ त म सधार कया

711 सदभ थ 1 पाथसारथी ग ता (स पादक) यरोप का इ तहास वतीय स करण 1987 नई

दहल 2 Peter Gay and RK Webb Modern Europe Harper and Row

New York 1973 3 History of the USSR Part I (English Translation) ndash From the

Earliest Times to the Great October Socialist Revolution Progress Publishers Moscow 1977

4 Chapter VI and VII Written by MP Vyatkin and AG Mankow on Early Eighteenth Century and Second Half of the Eighteenth Century Robert Briggs ndash Early Modern Europe 1560-1718 Oxford University Press 1977

5 Edward Eyre (Director) ndash European Civilization ndash Volume V Oxford University Press London 1977

6 Montague Fordham ndash The European Peasantry 1600-1914 7 RR Enfield European Agriculture since 1750

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इकाई-8 नगर व शहर का वकास एव म नगर करण

इकाई क परखा 80 उ य 81 तावना 82 ाचीन काल क नगर क आबाद व बनावट 83 नगर क आबाद म व व उसक आकड़ 84 जनस या म व क कारण 85 ाम स नगर क ओर पलायन 86 नय नगर का व प 87 प रणाम 88 साराश 89 बोध न 810 सदभ थ

80 उ य इस इकाई क अ ययन स आप समझ पायग क यरोप म नगर व शहर का वकास

कस हआ नगर करण क इस या स ामीण जीवन कस भा वत हआ तथा नगर करण क या प रणाम ह य

81 तावना ाचीन काल क नगर एव नाग रक वारा अ धकार क ाि त हत कय गय य न

रोम व यनान क स यता क इ तहास म अनक नगर रा य का उ लख मलता ह इटल व यनान क ऐस नगर क अ त र त रोमन सा ा य क व भ न भाग म भी नगर क अि त व क बार म जानकार मलती ह उस काल म ऐस नगर कसी राजा अथवा साम त क गढ़ क चार ओर बसाय जात थ य नगर ाम स कछ बड़ होत थ तथा इनक आबाद भी गाव स अ धक होती थी अपन अ धप त क त नगर क नवा सय को लगभग उ ह दा य व का पालन करना पड़ता था जो क गाव म कषक दास (Serf) करत थ धम य और रा य रा य क उदय क कारण सामत क शि त ीण होन लगी इस काल म वा ण यवाद का उदय व व तार भी हआ नाग रक न साम त को बा य कया क वह यक प रवार स कर वसल न करक सम त नाग रक स साम हक प स कर वसल कर उ ह न अपन-अपन नगर क बाजार का ब ध भी अपन हाथ म ल लया अपन अ धप त क अदालत म ववाद का नपटारा करान क थान पर व अपनी बनाई गई अदालत म मकदम क सनवाई और फसल करन लग ऐस सब अ धकार क स ब ध म उ ह न राजा अथवा साम त स चाटर (Charter) ा त कय इ ल ड म यापा रय क सगठन न साम त को वपल धनरा श अदा कर य अ धकार ह तगत कय ास व नीदरल ड म नाग रक क सगठन को क यन

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(Commune) कहत थ इन क यन न अपन साम त क व सफलतापवक व ोह कय जमनी म अनक नगर न मलकर ऐस अ धकार लय तथा साम हक सर ा क लय ब ध भी कय इस समय म कछ भावशाल पाद रय ( बशप) न भी कछ नगर बसाय इ ह बसात समय उ ह न नाग रक को उनक अ धकार क स ब ध म चाटर दान कय

82 ाचीन काल क नगर क आबाद व बनावट हज क अनसार चौदहवी सद क अ त म यरोप क अ धकाश नगर क आबाद अ धक

नह होती थी पाच हजार क आबाद वाला नगर बड़ा माना जाता था इसस भी अ धक आबाद वाल नगर थ ल कन उनक स या अ धक नह थी यहा तक क लदन प रस स वल व नस यबक रोम आ द जस बह त बड़ नगर क आबाद एक लाख स कम थी यरो पयन दश क अ धकाश जनस या नगर क अप ा ाम म अ धक थी

उस समय क नगर क नवासी यापार क साथ बागवानी व छोट पमान पर क ष करक अपना जीवन यापन करत थ आम तौर पर एक नगर क चार ओर मजबत ाचीर होती थी और अनम त प क वारा ह एक नगर क व भ न दरवाज स शहर म वश मलता था नगर क चारद वार क अ दर व भ न कार क मकान होत थ जो एक दसर स सट ह ए होत थ इसम चच टाउन हाल व यापा रक तथा कार गर क सगठन क इमारत भ य होती थी सड़क चौड़ी नह थी ग लया इतनी सकड़ी होती थी क उनम स घोड़ा गाड़ी आ द क ठनता स गजरत थ ग लय व बाजार म पानी क नकास क लय ना लय का ब ध नह होता था यक नगर म एक थानीय स था होती थी रात म नगर क दरवाज ब द कर लय जात थ शा त व स यव था बनाय रखन क लय प लस नय त क जाती थी ल कन उनक स या बह त कम होती थी

83 नगर क आबाद म व व उसक आकड़ चौदहवी सद स इन नगर क आबाद बढ़न लगी समय क स य साथ अनक कारण

स पहल स था पत नगर क आबाद बढ़ती गई यहा तक अनक थान म मन य नगर क चारद वार क बाहर भी बस गए प हवी सद क बाद क यग म यरोप म कई अनक नय नगर बस तथा कछ परान नगर क सम न ट हो गई ल कन फर भी 1830 म यरोप म नगर क अप ा ामीण म मन य अ धक स या म नवास करत थ इटल व ास स उसक कल जनस या क साठ तशत ए शया म स तर तशत पन म न ब तशत और स तथा पव दश म पचानव तशत आबाद गाव म रहती थी य - य इन दश म

औ यो गक वकास क ग त म तजी आती गई य - य गाव स मन य अ धका धक स या म शहर म आन लग

म य यग क अ त व आध नक यग म नगर क वकास क अनक कारण ह इनम सबस मख कारण यरोप क सभी दश म जनस या क लगातार व होना ह ोफसर कार साडस न 1300 व 1600 ई0 म यरोप क व भ न दश क जनस या क न ना कत आकड़

तत कय ह

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-स दश का नाम जनस या 1300 ई0 1600 ई0 1 इगल ड चाल स लाख पसठ लाख 2 ास 1 करोड़ 40 लाख 1 करोड़ साठ लाख 3 पन व पतगाल साठ लाख 1 करोड़ 4 जमनी (नीदरलड क साथ) 1 करोड़ 50 लाख 2 करोड़ तीस लाख 5 डनमाक दस लाख छ लाख 6 वडन छ लाख - 7 नाव तीन लाख - 8 इटल 1 करोड़ यारह लाख 1 करोड़ तीस लाख

इसस प ट ह क चौदहवी स स हवी सद म अनक दश क जनस या म व ह ई स हवी सद क बाद जनस या क व क दर और बढ़ गई य - य व भ न दश म औ यो गक वकास क ग त बढ़ य - य जनस या क व क दर भी बढ़

चौदहवी सद स यरोप म जनस या क बढ़न क कारण का स त म व लषण करना आव यक ह य क नगर करण म व स इसका घ न ठ स ब ध ह

84 जनस या म व क कारण 1 पर परागत धारणाओ का अत कार साडस क अनसार म य यग म ईसाई समाज

म शर र क प व ता (Celebeoy) को एक न तक कत य माना जाता था य क मन य क जीवन म न तकता का अ य त मह व था ल कन अनक ईसाई सत न खल बसी (Celebacy) पर जोर दत ह ए भी यह माना था क अ धकाश ि य व प ष को शाद कर लनी चा हए फर भी कछ मन य अ ववा हत ह रहत थ पनजागरण क समय स यह धारणा कमजोर पड़ती गई

2 भयकर रोग क कोप म कमी ाचीन काल स ह लग व हजा भयकर रोग स यरोप क दश म बड़ी स या म मन य म य क ास बन जात थ अतएव म य दर अ धक थी अनक शश भी बा याव था म मर जात थ ल कन प हवी शता द स औष ध व ान म नर तर ग त होती गई फल व प लग व हजा आ द का कोप बह त कम हो गया शश भी अ धक स या म जीन लग इसस ज म दर बढ़ती गई म य दर क कम होन तथा ज म दर क बढ़न स आबाद म व ह ई

3 द भ का अ त लगभग स हवी शता द तक वषा क अभाव म फसल खराब हो जाती थी तथा द भ क कोप स काफ मन य मर जात थ क ष क ldquoनवीन प तrdquo क योग स अ न का उ पादन बढ़ता चला गया फल व प अकाल का कोप समा त हो गया

4 यापार म उ न त वा ण यवाद क उदय व व तार स अ तदशीय व वदशी यापार म व ह ई यापा रक काय क लय अ धक यि तय क आव यकता पड़न लगी अब वा ण यवाद क समथक क साथ रा य क सरकार भी

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जनस या म व चाहन लगी वा ण यवाद क वशष - व लयम टपल डवीनट आ द न रा य को इस ओर कदम उठान क लय रत कया अनक रा य न ववा हत यि त को कर म छट द तथा अ ववा हत यि त पर अ त र त कर लगाय कह -कह पर बड़ प रवार वाल यि त को रा य क तरफ स आ थक सहायता भी द जान लगी

5 क ष उ पादन म व ाचीन व म य यग म यरोप म एक नगर क सम उसक आस-पास क म अनाज क उ पादन पर नभर रहती थी यातायात क क ठनाईय क कारण दसर थान स अनाज नह लाया जा सकता था एक ओर तो क ष उ पादन म व न अकाल को लगभग समा त कर दया तो दसर ओर यातायात क साधन न यह सभव कर दया क दर-दर स अनाज मगाया जा सक अतएव अब नगर अपन आस-पास क क अनाज क उ पादन पर नभर नह रहा वह अपनी बढ़ती ह ई जनस या क लय अनाज का ब ध कर सकता था

6 स नक आव यकताए यरोप क व भ न दश पार प रक सघष म लग रहत थ इ ल ड क पहल ास और बाद म हाल ड क साथ त पधा व तीस वष य य (1618-1648) इसक उदाहरण ह ास क लई चौदहव (1643-1715) न ास को य म उलझाय रखा स क पीटर महान न व तारवाद नी त अपनाई इन य क लय स नक क आव यकता बनी रहती थी अत सब दश यह चाहत थ क उनक जनस या म व हो ता क उ ह अ धक स नक मल सक

7 औ यो गक वकास इ ल ड म औ यो गक वकास क फल व प जनस या म व ह ई अठारहवी शता द क उ तराध और उ नीसवी सद म यरोप क अ य दश म यह या आर भ हो गई तथा उनक जनस या भी बढ़ती गई अठारहवी सद क म य व उ नीसवी सद क अ त तक यरोप क जनस या म तीन गनी व ह ई

85 ाम स नगर क ओर पलायन नगर करण क एक वशषता गाव स शहर क ओर मन य का पलायन था इ ल ड

म इस कार का पलायन वा ण य क वकास स आर भ हआ क ष क उ न त तथा औ यो गक ा त क समय इसम व ह ई अ य दश म भी यापार क ष व उ योग क वकास क समय इस कार क व त दखन को मलती ह म य यग व आध नक यग क आर भ तक यरोप क यक दश म नगर क आबाद क मकाबल म ामीण क आबाद बह त अ धक थी 1830 इ वी म इटल व ास म कल जनस या का साठ तशत शया म स तर तशत पन म न ब तशत और स तथा पव यरोप क दश म 95 तशत ामीण म रहता था

1851 म इ ल ड म पहल बार ाम क मकाबल म शहर क आबाद अ धक दज क गई इस समय म यरोप म प चीस नगर ऐस थ िजनक आबाद एक लाख क लगभग थी इनम स चार इ ल ड तथा एक काटलड म था इसम लदन क आबाद जो 1800 म एक

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लाख थी 1830 म डढ़ लाख हो गई थी इ ल ड को छोड़ कर शष यरोप म प रस क त त नया सट पीटसबग नप स वयना मा को ब लन एम टडम डि लन ह बग वारसा मलान रोम म ड पलरन व नस लयो बडाप ट मास लज व बास लोना क नगर क आबाद पचास हजार स लकर तीन लाख तक थी

उ नीसवी सद क उ तराध तथा बीसवी सद म नगर क आबाद बढ़ती गई तथा ाम क जनस या म कमी आई इस अव ध म एक ओर नगर क आबाद बढ़ और दसर तरफ काफ स या म भ मह न कषक कशल कार गर व मक गाव स नगर म आय

नगर क आबाद म व तथा वहा गाव स मन य क लगातार आगमन का प रणाम यह हआ क 1914 म इ ल ड म उसक कल जनस या का 80 तशत ास म 45 तशत स कछ अ धक तथा जमनी म 60 तशत यि त शहर म रहत थ इस समय म स पोल ड व डनमाक म लगभग एक तहाई जनता शहर म रहती थी 1850 क बाद बड़ शहर क आबाद म वशष प स तजी क साथ व ह ई पहल प चीस नगर को बड़ा माना जाता था ल कन 1914 म ऐस पचास नगर थ िजनक आबाद एक लाख स अ धक थी

ाम स नगर क ओर मन य क पलायन क लय न ना कत प रि थ तय िज मवार थी

1 कषक दास क मि त म य यग म जमीदार न क ष म होन वाल घाट स बचन क लय यह उ चत समझा क व कषक को हल बल आ द साधन द कर तथा उनस फसल क एक नि चत भाग लकर भ म का त क लय द द इस प त स एक ओर तो जमीदार सभा वत नकसान स बच गय तथा दसर ओर कसान जमीदार क त अ य दा य व स म त हो गय फल व प इ ल ड म धीर-धीर कषक म त हो गय सोलहवी सद तक वहा पर कषक दास (Serfdom) क था लगभग समा त हो गई अब ाम स अनक कसान शहर क ओर चल गय

2 खत क बाड़ बद इ ल ड म तथा कछ समय बाद ास व जमनी क कछ भाग म छोट-छोट खत को मला कर बड़ खत (farms) बनाय गय इसस अनक गर ब कसान भ मह न हो गय तथा रोजगार क तलाश म नगर म आय

3 अ तरा य यापार का वकास वाल बक व टलर क अनसार प हवी सद म इ ल ड एक मह वह न यापा रक रा था ल कन सोलहवी सद म इगल ड का यापार बढ़न लगा इसी समय म पि चमी यरोप क कछ दश का यापार भी बढ़ा अ तरा य यापार क क आ त रक भाग क नगर थ जहा बाहर जान वाला माल इक ा कया जाता था ल कन इनस भी अ धक हलचल उन ब दरगाह पर होती थी जहा स जहाज बाहर जात थ अतएव ऐस थान पर रोजगार क लय गाव स काफ मन य आकर बस

4 औ यो गक वकास इगल ड म औ यौ गक ा त क समय कारखान को बड़ी मा ा म मजदर क आव यकता ह ई गाव स भ मह न कषक कार गर मक व बकार यि त शहर क कारखान म काम करन आय

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86 नय नगर का व प ाचीन नगर क चार द वार क बाहर भी मन य मकान बना कर रहन लग धीर-धीर

अनक नगर म सर ा क य ाचीर तोड़ द गई औ यो गक वकास क ग त म तजी क फल व प िजन नगर क आबाद बढ़ रह थी

व नगर आस पास क दहात तक फल गय यहा तक क ऐस दहाती नगर क समह बन गय ऐस थान म नगर तथा ाम क म य का अ तर लगभग समा त हो गया इस कार का प रवतन इगल ड तथा जमनी औ यो गक दश म प ट प स दखा जा सकता

था कछ थान पर गाव न नगर का प धारण कर लया य क इन थान पर यापार

अथवा उ योग क क खल गय थ इगल ड म इस कार क या का भाव सबस अ धक हआ

इगल ड म राजधानी क अ त र त अ य थान पर भी नगर का वकास हआ ल कन यरोप म रा य क राजधा नय क आबाद ह वशष प स बढ़

87 प रणाम 1 म यम वग का उदय नगर करण क व तार क यग का सबस मह वपण प रणाम

इन नगर म म यम वग का उदय था लगर न लखा ह क नाग रक जीवन स नवो दत म यम वग का सबस घ न ठ स ब ध था यह कहना क ठन ह क इस बज य (Burgeoise) वग म कस कार क यि त सि म लत थ कवल यह कहा जा सकता ह क आम तौर पर म यम वग क सद य गर क ष काय तथा कशल कार गर क काय क अ त र त अ य काय स ा त आमदनी स अपनी जी वका चलात थ उनक पास न तो क ष क लय काफ भ म होती थी और न ह व मक बन कर कमा सकत थ

मा यम वग को भी उ च व न न णी म वभािजत कया जा सकता ह उ च वग म बड़ यापार उ योगप त बकर धनी नवषक और अ छ आय वाल यवसाय म काम करन वाल यि त थ न न म यम वग क सद य उ च वग तथा म यम वग क उ च णी क यि तय क आव यकताओ को पर करत थ इनम दकानदार कशल कार गर बक सरकार द तर औ यो गक व यापा रक त ठान म काम करत थ वक ल कलाकार व ब जी वय को भी इसम सि म लत कया जा सकता ह

इस म यम वग न यरोप क यक दश क राजनी त म मह वपण भ मका अदा क य य प उ च म यम वग क सद य सतोष पण जीवन यतीत करत थ ल कन न न म यम वग को आ थक क ठनाइय का सामना करना पड़ता था

2 मक का दखमय जीवन यरोप क नगर क औ यो गक त ठान तथा क ष फाम म एक बड़ी स या म मक को नौकर द गई फ ट रय म काम करन वाल मजदर क दशा अ य त शोचनीय थी उनक रहन क उ चत यव था नह क गई थी व तग ग लय और बना हवादार मकान म रहत थ इसस उनक तथा उनक प रवार क सद य पर बरा असर पड़ता था शहर म काम करन वाल अ य अकशल मक क दशा भी खराब थी

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3 नगर का बतरतीब वकास लगभग यरोप क सभी नगर का वकास बना कसी योजना क हआ पहल स ह नगर म तग ग लया व कम चौड़ी सड़क थी अब य बढ़ती ह ई आबाद क लए क ठनईय पदा करन लगी शहर क चारद वार क बाहर भी मकान का नमाण बतरतीब ढग स हआ थानीय स थाए उन पर कोई नय ण नह रख सक

4 वा य पर बरा असर यह पहल बताया जा चका ह क म यकाल क आर भ क नगर म पानी क नकास क सम चत यव था नह थी तथा शहर म गदगी रहती थी इसस नाग रक क वा य पर बरा असर पड़ता था परान नगर क वकास तथा नय नगर क थापना क समय इस सम या पर यान नह दया गया समय क साथ साथ यह सम या

ग भीर होती चल गई अनक ग द बि तया (Slums) बनी फल व प मन य व भ न बीमा रय स त होन लग

5 अपराध क स या म व शहर बरोजगार क स या धीर धीर बढ़ती गई इसन शहर म रहन वाल मन य म अपराध क व त को ज म दया अथवा उसको उकसाया

6 मान सक तनाव ाम क अप ा शहर का जीवन अ धक तनाव पण होता ह एक नाग रक अपनी ज रत को पर करन म वय को असमथ पाता ह और मान सक तनाव का शकार हो जाता ह

ल कन शहर क उ थान व वकास क अनक लाभ भी थ 1 ब जीवी वग का वकास ाम क अप ा शहर म रहन वाल ब जी वय क

स या अ धक थी य ब जीवी आपस म मलत भी रहत थ फल व प नगर म सा ह य व कला का वकास हआ

2 व ा नक ग त यरोप क नगर म व ा नक अनसधान क क खोल गय इसम अनसधान क स वधाए उपल ध कराई गई इसस व ा नक म ग त ह ई

3 सामािजक आ थक व राजनी तक प रवतन क क यरोप क सभी नगर सामािजक राजन तक व आ थक ा त क क बन गय वहा पर इन म काफ हलचल होती रहती थी तथा व मल कर कसी भी अ याय का वरोध करन क लय शी सग ठत हो जात थ

शहर और ाम क स यता म अ तर अभी तक व यमान ह गाव क नवासी शा तपण जीवन यतीत करत ह ल कन शहर क नवा सय का जीवन बा य आडबर व तड़क भड़क स प रपण होता ह अतएव शहर म रहन वाला सदव कसी न कसी कार क तनाव स त रहता ह शहर क कोलाहल पण जीवन म उस शा त नह मलती ल कन वह इस जीवन का अ य त हो जाता ह

88 साराश इस इकाई म आपन यरोप क ाचीन काल क नगर क ि थ त का अ ययन कया

तथा यापा रक सगठन व क यन वारा साम त स अ धकार प (ब तजमत) ा त करन क बार म जानकार ा त क उस समय क नगर क आबाद व बनावट क स ब ध म यह मालम हआ क व बतरतीब बन थ तथा उनक आबाद पाच हजार स एक लाख तक थी

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यरोप क कल जनस या म स अ धकाश ाम म ह रहती थी ल कन 1300 स 1600 ई0 क म य शहर क आबाद बढ़ इसका म य कारण सभी थान पर जनस या म व थी इसक साथ यह भी जाना क इसक या कारण थ ाम स नगर क ओर काफ स या म यि तय क पलायन स नगर क जनस या बढ़ 1851 क बाद व भ न नगर क आबाद क आकड़ स ात होता ह क उस समय एक लाख स अ धक आबाद वाल शहर क स या 25 थी नय नगर क व प क अ ययन स ात हआ क इ ल ड व शष यरोप क नगर क ि थ त व वकास म अ तर था नाग रक जीवन क लाभ और हा नय क बार म अ ययन करन स यह मालम होता ह क ामवा सय क अप ा शहर जीवन अ धक तनावपण होता ह

89 बोध न 1 ाम स नगर क ओर पलायन क या कारण थ 2 यरोप क नगर म मन य को कन क ठनाइय का सामना करना पड़ा 3 यरोप क जनस या म व क कारण का व लषण द िजए चौदहवी सद स

यरोप क दश म इसन नगर करण को कस कार स भा वत कया

810 सदभ थ 1 Chapter by RR Enfield in the book lsquoEuropean Civilization ndash Its

origin and Developmentrsquo Volume V under the direction of Edward Eyre Oxford University Press London 1937

2 Chapter by RM Hartwell in the book lsquo The Cambridge Modern History Volume IX (1793-1830) edited by CW Cramley Cambridge University Press London 1965

3 Brison D Gooch Europe in the Nineteenth Century the Macmillan Company London 1970

4 David Ogg Europe in the Seventeenth Century Hindi edition Jaipur 1967

5 Carlton JH Hayes Modern Europe to 1870 The Macmillan Company New York Sixth Print 1960

6 Langer Eadie Geanakoplos Hexter Pipes Western Civilization Volume II Harper and Row New York Second Edition 1975

7 Wallbank and Taylor Civilization ndash Past and Present Volume II Third Edition 1975

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इकाई-9 कारखाना और मजीवी वग

इकाई क परखा 90 उ य 91 फ टर स टम

911 फ टर या ह 912 फ टर स टम कस श हआ 913 एक का प नक फ का काय व यास

92 फ स टम एवम औ यो गक ा त 93 फ स टम का सामािजक असर 94 बराइया 95 बराइय को दर करन क यास एवम समाधान

951 ससद य यास 952 समाज सधार और अबधनी त 953 सधारक य न जार रह 954 सडलर क य न 955 एशल का कानन

96 समाज और सामािजक प रवतन 97 साराश 98 अ यासाथ न

981 अश पर छोट सवाल 982 सार इकाई पर सवाल

99 ास गक पठनीय थ

90 उ य लगभग 1750 स लकर 1850 तक क काल को पि चम यरोप म औ यो गक ा त

का काल माना जाता ह अ य इकाइय म तमन औ यो गक ा त क बार म व तार स पढ़ा होगा अ य बात क अलावा औ यो गक ा त का सबध उ पादन क लए एक नए सामािजक व यास को नाम दया गया ldquoफ स टमrdquo फ स टम म काम करन क लए समाज म एक नए मजीवी वग का ज म हआ इस इकाई म हम फ स टम और इसम काम करन वाल मजीवी वग क बार म जानग

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91 फ स टम 911 फ या ह

औ यो गक ा त स श आत क भी पहल क बात ह कसी तजारत करन वाल कपनी क नमाइद को ldquoफ टरrdquo बलाया जाता था उसक द तर को फ rdquo फ स कपनी खर द-फरो त करती मसलन हम अ जी ई ट इि डया कपनी को ल जब कपनी स हवी सद म भारत आई तो उसन गजरात तट पर सरत बदरगाह म अपनी पहल मख फ था पत क इस फ म कपनी अपना यापार का सामान रखती और ह द ता नय क

साथ खर द-फरो त करती याल रखन वाल बात यह ह क ई ट इि डया कपनी एक तजारती कपनी थी और उसका उ पादन स चाह वह औ यो गक हो या फर गर औ यो गक कोई सीधा सरोकार न था

जस-जस अठारहवी सद म औ यो गक ा त का व तार हआ वस-वस फ श द का च लत अथ भी बदलता गया अब फ का अथ उस थान स हआ जहा क मशीन क वारा कार गर काफ मा ा म चीज को बनात यह अथ आज तक साधारण बोलचाल क

भाषा म च लत ह सो िजस कारखान म हवाई जहाज बनता ह वह भी फ कहलाता ह और िजसम कपड़ बनत ह वह भी हाला क ldquoफ rdquo कवल चीज बनान वाल कारखान को कहा जाता था फ जसी उ पादन यव था और कम व यास उ योग म भी य त होती थी जस क कोयला खदान

इस इकाई म हम म यतः औ यो गक ा त क पहल चरण पर गौर करग इस चरण (1750-1850) म फ ट रया यादातर सत कातन क कपड़ा बनन क और लोह का काम करन वाल होती थी

912 फ स टम कस श हआ

पजीवाद यव था क श आत क दन म पि चमी यरोप म उ पादन म यतः प टग आउटrdquo स टम पर नभर करता था इस यव था म पजी का मा लक यापार कार गर को क चा माल खर द कर दता कार गर अपन-अपन घर पर अपनी ह मशीन स चीज बनात िज ह क यापार इक ा कर क बाजार म बचता इस यव था म फायदा यह था क यापार दर-दर तक फल कार गर स काम करवा सकता था और उस अपन कार गर क रहन खान क यव था भी नह करनी पड़ती

पर इस यव था म नकसान कई थ एक तो यापार को अपन कार गर तक पह चन म और उनस बना हआ माल लन म काफ समय बबाद करना पड़ता दसर काम क वा लट बरकरार रखना मि कल था तीसर कार गर स समय पर काम करवान म द कत

होती थी इन मि कल स पार पान का एक तर का था वह यह क सार कार गर को एक ह

कारखान म इक ा कर लया जाए पर ऐसा करन पर यापार को कारखान क इमारत बनान

31

म पसा लगाना पड़ता मशीन खर दनी पड़ती और फोरमन और सपरवाइजर को नौकर पर लगाना पड़ता अथात यापार का उपरला खच काफ बढ़ जाता

पर जब 1700 ई0 म वीडन क यापार टोफर पोलहम न 100 कार गर वाल एक बतन-भाड क फ टर था पत क तो उसन पाया क उ पादन पर कल खच इतना कम हो जा रहा था क उपरला खच बढ़न क बावजद वह अ छा खासा मनाफा कमा लता

913 एक का प नक फ टर का काय व यास

एडम ि मथ अपनी कताब द व थ ऑफ नश स (1776) म एक साधारण पन बनान वाल फ टर का वणन करता ह जब पन घरल उ योग म बनाए जात थ तो एक या दो यि त ह पन बनान म लगत थ पर फ टर म पन बनान क या को कई ह स म बाट दया गया एक आदमी तार खीचता दसरा उस सीधा करता तीसरा काटता चौथा उसक एक सर को नक ला करता पाचवा उसक दसर सर को घसता वगरह इस तरह तार खीचन स लकर बन ह ए पन को कागज क प ड़या म पक करन तक एडम ि मथ न कोई 32 चरण गन इनम स कसी भी चरण पर ह नरमद कार गर क ज रत नह थी एक ब चा भी इनम स कसी एक चरण को बखबी परा कर सकता था यह फ स टम क मख व श टता थी

फ टर म उ पादन क या को बह त ह सरल छोट-छोट ह स म बाट दया गया हर चरण को एक साधारण अकशल मक भी आसानी स परा कर सकता था या न क अब कारखान क उ पादन- मता कसी यि त वशष क द ता पर नभर नह करती थी बि क सार कारखान क आगनाइजशन पर िजस क एक मनजर आसानी स क ोल कर सकता था फर च क द कार गर क ज रत नह थी तो फ ट रय म ि य और ब च को आसानी स मक क तौर पर इ तमाल कया जा सकता था और हाला क ि या और ब च एक प ष िजतना ह उ पादन करत उनक तन वाह आद मय क तलना म कह कम रहती इस सब स फ टर क मा लक को काफ मनाफा होता

92 फ स टम एवम औ यो गक ा त इ तहासकार हो सबाम का कहना ह क वस तो स हवी सद स ह उ पादन या म

अनक कार क या क सधार होन श हो गए थ पर सफ या क सधार ह औ यो गक ा त नह ला सक औ यो गक ा त क लए ज र था क उ पादन इतना यादा और इतना

स ता हो क बाजार म आप स आप इस उ पाद क लए माग बढ़ ऐसा तब ह हो सका जब या क सधार क साथ उ पादन क लए एक नए कम व यास का इ तमाल कया गया जब उ पादन क या स सब धत डवीजन आफ लबर को (काम क बटवार) को काफ ज टल बना दया गया उ पादन क या को कई छोट-छोट टकड़ म बाट दया गया और एक मजदर क िज म कवल एक ह ह सा रखा यह फ स टम क मख व श टता थी

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93 फ टर स टम का सामािजक असर मनाफा बढ़ान क लए यह ज र था क फ म लगी मशीन का यादा स यादा

उपयोग कया जा सक फ मा लक क च टा यह रहती थी क अपन कार गर स तब तक लगातार काम करवात रह जब तक क मशीन ह जवाब न द जाए इसका मतलब यह था क कामगार को काम करन क तर क का एक नया अनशासन सीखना पड़ा

इ तहासकार ईपी हामपसन का मानना ह क िजस लय स मशीन चलती ह उसी लय स मक को चलना सीखना पड़ा समय क पाबद सीखनी पड़ी क एक नि चत समय पर काम पर आए और एक नि चत समय पर काम स हट एक ह थान पर खड़ होकर लगातार एक ह या क काम को लगातार करत रहन क आदत डालनी पड़ी य द कसी क िज म पन का तार घसना था तो वह लगातार दनभर कवल तार ह घस सकता था िजस यि त को तार सीधा करन का काम दया गया दनभर एक ह थान पर खड़ रहकर कवल तार ह सीधा करता रहता

जस-जस समय बीतता गया इस पर स टम क दगण भी सामन आत गए सबस पहल जो बात सामन आई वह यह ह क फ म लगातार एक ह जगह पर कठपतल क तरह काम करत रहना काफ उबाऊ था मक थोड़ ह समय म इस तरह क काम स जी चरान लगत जब फ का मा लक उनस जबरद ती काम करवाता तो जा हरा तौर पर काम करन वाल को यह बात अखरती और उ ह ख दल स काम पर लग रहना पड़ता

जहा तक काम करन क प रि थ तय का सवाल ह कछ बात साफ ह एक तो यह क यह कहना मि कल ह क फ म काम करन वाल क प रि थ त दसर मक क प रि थ त स बहतर थी या बदतर ऐसा इस लए क इ तहासकार क पास औ यो गक ा त स पहल क काल क मक क बार म यादा जानकार नह ह हा यह ज र पता ह क तरहवी सद स ह उ तर यरोप म पगार पान वाल मजदर हआ करत थ और उनक हालत अ य मजदर क हालत स खराब नह थी वस भी स हवी-अठारहवी सद म कम स कम इ ल ड म प टग आउट स टम क तहत काम करन वाल बह त सार मजदर पगार क एवज म ह काम कया करत थ कहन का मतलब यह ह क फ मजदर का तन वाह मजदर होना समाज क लए कोई नह बात नह थी

94 बराइया जो नई बात थी वह यह क जब फ या बनी तो एक साथ बह त सार मजदर शहर

म इक ा ह ए इस जमाव म उनक ददशा भी समाज क सामन कह यादा खर प स उजागर ह ई

उ योग म ब च और औरत को सोलह घ ट या उसस भी यादा काम करवाया जाता थकान क कारण य द कोई काम नह कर पाता तो उस ब ट स पीटा जाता था तन वाह काट ल जाती तन वाह वस भी काफ कम मलती थी एक ह त क लए कसी ह नरमद कार गर को 1795 म कोई 25 श लग और साधारण मजदर को सफ 12 श लग मला

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करत थ म हलाओ को प ष स आधी और ब च को एक चौथाई तन वाह ह मलती हाला क व प ष िजतना ह काम करत

कोयल क खदान म तो ि थ त और भी यादा खराब थी यहा चार स पाच साल क ब च को खदान क सरग क अदर बारह स सोलह घट काम करवाया जाता इनक औसत पगार दो स तीन श लग त स ताह थी

फ स टम क आन स मजदर क गर बी भी बह त यादा उजागर होन लगी वस तो औ यो गक ा त क श क साल म ह यह साफ हो गया था क समाज म नर ह गर ब क स या बढ़ रह ह पर इस ि थ त स बचन क लए कछ खास नह कया गया पीनहमल ड नामक क ब म गर ब क मदद क लए एक स टम ज र श कया गया िजस पीनहमल ड स टम क नाम स जाना जाता था कछ दसर क ब न भी इस स टम को

अपनाया पर बढ़ती ह ई औ यो गक गर बी क सामन यह स टम प त हो गया शहर म ि थ त कछ ऐसी थी क मजदर क हालत बद स बदतर होती चल गई

शहर बगर कसी योजना क बतहाशा बढ़त चल गए उनक नगरपा लकाए इस नई आबाद क दखभाल करन म असमथ रह शहर म गद द र बि तया पनपन लगी िज ह अ जी म लम कहत ह जहा अब तक शहर म अनक तबक क लोग आपस म मल कर रहत थ

वहा धीर-धीर मजदर बि तया शहर क बाक आबाद स हट कर रहन लगी इन बि तय म न तो सडक ठ क होती न ह ना लया न ह कड़ा नकालन क कोई यव था न ह पय जल का इतजाम और न ह ठ क स बन ह ए मकान इ तहासकार हो सबाम का कहना ह क यरोप क शहर म इस क म क बि तया यादातर शहर क पव ह स म बसी सो शहर म एक नया भद श हो गया ई ट ए ड नवासी (गर ब) और व ट ए ड नवासी (अ भजा य) का

रह-रहकर औ यो गक शहर म महामा रया भी बढ़न लगी लासग म पहल बार 1818 ई0 म हाइफस जवर का कोप फला यरोप क सार औ यो गक शहर म 1831 ई0 और 1832 ई0 म टाइफाइड़ क महामार छाई रह इन शहर म कालरा मयाद बखार और तप दक का भी बोलबाला रहा य सार बीमा रया यादातर मजदर बि तय म ह रह मानो यह सा बत कर रह ह क जहा द र ता और गदगी ह वहा बीमा रया भी रहगी इस सबन मजदर बि तय क नवा सय का हौसला तोड़ दया सामािजक हौसलाप ती क कई ल ण सामन आन लग शराब का ज रत स यादा इ तमाल होन लगा बाल ह या व याव त आ मह या और मान सक व ता क घटनाए बढ़न लगी मजदर क दग त इस बात स और भी यादा उजागर ह ई क औ यो गक ा त क कारण समाज क बाक सार वग क स प नता बढ़ रह थी

95 बराइय को दर करन क यास एवम समाधान फ टर स टम क इन बराइय को ज द स ज द दर करना बड़ा ज र था य क

एक तो साधारण मानवीयता का तकाजा था क मजदर क काम करन क हालात म सधार आए इसस भी यादा बड़ा कारण यह था क फि य म अ धकाश उ पाद फ म काम करन वाल मजदर ह खर दत थ इस लए अगर मजदर क माल हालत एक सीमा स नीच जाती

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तो नकसान पजीप तय को ह होता और अगर मजदर बि तय क समाज यव था को ठ प होन दया जाता तो डर था क कह दश म व ोह न भड़क उठ व ोह न भी होता तो यह तो साफ था क म यवग क जवान इन बि तय म फल रह शराबखोर व याव त और अ य कार क अन तकता क च कर म पड़ रह थ य द म यवग को अन तकता स बचाना था तो

ज र था क मजदर वग स अन तकता को दर कया जाए

951 ससद य यास

आजकल यह माना जाता ह क य द फ मा लक अपन मजदर क भल कार दखभाल कर तो उ ह ह यादा मनाफा होता ह पर उ नीसवी सद म यह बात अ धकाश पजीप तय क समझ म नह आ रह थी इस लए हम पात ह क फ टर म मजदर क ि थ त सधारन वाल अ धकाश उपाय कवल कछ फ टर मा लक क पहल पर रा य यव था वारा व भ न दश क ससद वारा कए गए सबस यादा सधार का काम इगल ड म

हआ ऐस उपाय म स पहला था इगल ड म राबट पील वारा ससद म पास कया गया

ह थ ए ड मारटज ए ट (1802) यह ए ट कवल बड़ी फ ट रय पर लाग होता था और कवल एपरि टस पर इस ए ट म यह कहा गया क नौ साल स कम उ क ब च बतौर एपरि टस नह लगाए जा सकत फ मा लक पर इन ब च स बारह घ ट स यादा या फर रात म काम करवान पर रोक लगा द गई

1802 क ए ट म कई खा मया थी एक तो यह कवल बड़ी फ य पर लाग होता था और वहा भी कवल उन फि य पर जो क एपर टस को इ तमाल करती थी बह नर बाल मजदर को इस ए ट स कोई सर ा नह मलती थी सबस म य बात तो यह थी क इस ए ट म नर ण करन का कोई ावधान न था नतीजतन यह ए ट महज कागजी कानन बन कर रह गया

फर 1816 म पील क चयरमनी म एक ससद य कमट का गठन कया गया इस कमट क सलाह पर 1819 का फ नय ण कानन पास कया गया इस कानन म पछल कानन क ावधान को दोहराया गया और कहा गया क सार बाल मजदर को इस कानन क सर ा द जाएगी साथ ह यह नधा रत कया गया क सोलह साल स कम उ क मजदर को बारह घ ट क दन म डढ़ घ ट क खान क छ ी द जायगी च क यह ए ट सार कामकाजी ब च पर लाग होता था इस लए लोग न इसका डट कर वरोध कया वरो धय म एक बड़ा तबका उन मा-बाप का था जो अपन ब च स काम करवात थ

952 समाज सधार और अबधनी त

तमन अबधनी त क बार म पढ़ा होगा यह नी त अठारहवी सद क अ तम दशक म काफ फल चक थी अथशा ी एडम ि मथ िजसका हम पहल िज कर चक ह इसका एक बड़ा समथक था इस नी त क मतावल बय का मानना था क समाज क अथ यव था तब ह

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सफल हो सकती ह जब क सरकार अथ यव था को अपन आप पर छोड द उसम अपनी टाग न अड़ाए

जब उ नीसवी सद म ससद य य न मजदर क सधार क लए होन लग तो सधार-वरोधी उ योगप तय न अबधनी त क दहाई दत ह ए यह गहार लगाई क अगर रा य फ स टम को सधारन व नय त करन क को शश करगा तो सार अथ यव था ह ठ प हो जाएगी दरअसल बड़-बड़ दाश नक वचार क आड़ म य वरोधी कवल इतना कह रह थ क उ ह मजदर -ब च म हलाओ और प ष का खन चसन स नह रोका जाना चा हए भल ह ऐसा करत ह ए व समाज क इतनी दग त य न कर द िजसस क समाज का साधारण चाल-चलन ह ठ प हो जाए ऐस वरो धय को उनक खद क बवकफ स बचाना ज र था

953 सधारक य न जार रह

1820 क दशक म पावर लम और भाप क इजन म काफ यादा या क सधार आए इसका नतीजा यह हआ क इस दशक म धीर-धीर फ स टम सार कपड़ा उ योग और ख नज उ पादन पर छा गया फि या भी कवल कछ शहर इलाक म कि त होन लगी लकाशायर का कपड़ा उ योग इसका अ छा उदाहरण ह यहा कोई 25 वग मील क म इतनी यादा कपड़ा मल थी क इ ल ड का 80 तशत स यादा कपड़ा बनाया जाता था िजतना फ ट रय का जमाव बढ़ा उतना ह उनक दगण कट ह ए इसम सधार लान क ससद य यास भी उतन ह जोर स कए जान लग

954 सड़लर क यास

माइकल सड़लर न 1831 म टन-आवर बल इ ल ड क ससद म पश कया इस बल म यह ावधान था क कसी भी मजदर स दस घट (टन-आवर) स यादा काम नह लया जा सकगा यह बल ससद म पास नह हो सका

पर इन दन इ ल ड म व ट इ डीज क दास था को लकर काफ गहमा-गहमी चल रह थी इसक रहत अखबार और प काओ म फ टर मजदर क तलना व ट-इ डीज क नी ो दास स क जान लगी धीर-धीर यह मत फलन लगा क मजदर क ि थ त म सधार क लए कछ ठोस कदम उठाए जान चा हए इसक फल व प जब 1833 म लाड एशल न ससद म अपना ताव रखा तो वह कछ ससद य छ ना-झपट क बाद पा रत हो गया

955 एशल का कानन

लाड एशल क कानन (1833) को सार कपड़ा बनन क फि य पर लाग कया गया इसक अनसार नौ साल स कम उ क ब च को फ म काम करवान पर पाबद लगा द गई तरह साल स कम उ क मजदर स दन म नौ घ ट और स ताह म 40 घ ट स यादा काम करवाना तब धत कया गया उ ह रोज डढ़ घ ट क खान क छ ी दना ज र

रखा गया यह कहा गया क अठारह साल स कम उ क मजदर स दन म 12 घट और स ताह म 69 घट स यादा काम नह करवाया जा सकता ldquoरातrdquo क काम को ठ क तरह स

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प रभा षत कया गया साढ़ आठ बज शाम स लकर साढ़ पाच बज सबह तक क समय को ldquoरातrdquo करार दया गया और इस पार म कवल अ ारह साल स यादा उ क मजदर क योग क अनम त द गई फ म काम करन वाल हर ब च का रोज दो घट कल जाना नि चत कया गया नर क क एक बड़ी टोल नय त क गई जो फ मा लक पर नगरानी रख सक और जो मा लक कानन क अवहलना करत ह ए पकड़ जाए उन क सर बड़ी सजा का ावधान रखा गया

इस कानन म दो म य खा मया थी एक तो यह कवल कपड़ा उ योग पर ह लाग कया गया जब क अ य उ योग म भी मजदर क हालत काफ खराब थी दसर यह कवल ब च को अपन दायर म लता था जब क ि य और प ष को भी काननी सर ा क आव यकता थी

96 समाज और सामािजक प रवतन बहरहाल इस कानन स कछ बात साफ जा हर होती थी सबस पहल बात तो यह क

हाला क समाज म अब भी अबधनी त का बोलबाला था अब सरकार क समझ म यह आन लगा क समाज क कछ अश ऐस होत ह जहा क सधार लान क लए सरकार ह त प ज र होता ह दसर बात यह क अब साधारण तौर पर यह माना जान लगा क समाज म औ यो गक उ पादन क इकाई प रवार नह बि क यि त वशष था और उसक सामािजक सर ा और सखा-पढ़ क िज मदार कवल प रवार पर ह नह छोड़ी जा सकती थी समाज को भी आग बढ़कर कछ उपाय करना ज र था

धीर-धीर अ य उ योग को भी फ कानन क तहत लाया गया 1842 म लाड एशल क कानन को कोयला खदान पर लाग कया गया और म हला मजदर को भी सर ा द जान लगी 1878 म इस कानन न सार फि य और वकशाप को अपन दायर म ल लया इस बीच दसर दश म भी फ कानन क या जार थी 1841 म ास म बाल-मजदर कानन लाग कया गया ए शया म भी 1870 तक कई कानन जार कए गए पर उ ह कभी गभीरता स लाग नह कया गया

1848 म सार यरोप म सोश ल ट व ोह ह ए और उ ह काफ आसानी स कचल दया गया इन व ोह म मजदर न बढ़ कर ह सा लया था कचल जान क बाद इन व ोह क बह त सार नता मजदर नता बन गए और फ मा लक स मजदर क भलाई क लए माग करन लग इस समय क बाद स फ मजदर क सगठन बनना श हो गए और कमशाला क हालात म सधार क लए य सगठन अपन अपन उ योग और सरकार पर जोर हालन लग ऐसा इ ह न कस तरह कया तम अ य इकाइय म पढ़ोग

97 साराश इस इकाई म तमन जाना क फ स टम अठारहवी सद म श हआ इसन

औ यो गक उ पादन म एक नए कम व यास को ज म दया फि या चलान क लए एक नए क म क अनशासन क ज रत थी जो क पहल कभी ससार म दखन को नह मला था लगातार अनशासन था पत रखन क लए फ क मय क उपर एक नए मनजमट तबक का

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ज म हआ फोरमन और सपरवाईजर य लोग लबर अ र टो स (Labour aristocrates) कहलाए इनक रहत उ योग म उ योग क मल कयत और उसक मनजमट म भद कया जान लगा मजदर क शहर म रहन स कई बराइया पनपी उ ह दर करन क लए उ नीसवी सद क म य तक अ भजा य वग स कछ समाज सधारक उबर कर सामन आए पर मजदर क सगठन अभी ठ क तरह स नह पनप पाए थ व 1848 क यरोपीय व ोह क बाद उबर

98 अ यासाथ न (I) अश पर छोट सवाल

कछ श द म जवाब द िजए (क) या फ स टम और औ यो गक ा त म स कोई एक बगर दसर क पनप

सकता था (ख) फ स टम क मख व श टता या थी (ग) या पन बनान क फ वा तव म एडम ि मथ क वणन क अनसार होती ह (घ) या फ स टम अन तक था (च) अबधनी त फ मा लक को य पसद थी (छ) इस इकाई म िजन फ सधारक का िज ह उसक अलावा दो और सधारक क

नाम बताइय (II) सार इकाई पर सवाल

दो सौ स तीन सौ श द म जवाब द (क) फ स टम इ ल ड म कस तरह पनपा (ख) फ स टम न कस तरह था पत आ थक और सामािजक स थाओ पर हार

कया (ग) फ स टम क कारण समाज म कस तरह क प रवतन आए (घ) फ स टम म सधार लान क य न क ववचना कर

99 ास गक पठनीय थ ईज हो सबाम - ाम इड ट ए पायर प गइन ईज हो सबाम - एज आफ रवो यशन प गइन ईपी टाम सन - म कग आफ द इग लश व कग लास (सभी कताब अ जी म ह बाजार म आसानी स मल जाती ह)

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Page 10: एमassets.vmou.ac.in/MAHI01-2.pdf ·  · 2014-04-056.7 इंगलैड ... अलबट[थेयर(Albert Thaer) ने1798 (Introduction to the knowledge of English Agriculture)

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(2) बढ़ती ह ई जनस या क लय अ न क यव था इ लड क जनस या लगातार बढ़ती जा रह थी 1750 ई0 म इस दश क जनस या का अनमान 65 लाख था जो 1801 ई0 म 90 लाख 1831 ई0 म 190 लाख और 1851 ई0 म 180 लाख हो गई इस बढ़ती ह ई जनस या क कय अ न क बढ़ ह ई उपज काम म आई इस समय म इस जनस या का एक भाग िजसका अ न उपजान स कोई स ब ध नह था अथात जो शहर म रहता था और िजनम स काफ मन य औ यो गक इकाइय म काय करत थ को अ न दन म स वधा ह ई ल कन यहा यह बता दना उ चत होगा क अ न क उ पादन क यह व इ लड क बढ़ती ह ई आबाद क लय पया त स नह ह ई

(3) उ नीसवी शता द म नवीन क ष का व तार उ नीसवी शता द क म य म खत म रासाय नक खाद दन क प त का वकास हआ इस कार क उवरक स भी उपज म व ह ई 1834 म साईरस मककोर मक न फसल काटन वाल मशीन का आ व कार कया इसक बाद लोह का हल पाचा (घोड़ स खीचा जान वाला हल) तकदार हरा (पटरा) िजसस हल चलान क बाद भ म क टकड़ तोड़ जात थ आ द का आ व कार हआ समय क साथ साथ क ष म य का योग बढ़ता गया इन आ व कार न क ष को और उ नत कर दया

(4) पशधन म व अ छ न ल क भड़ व गाय क स या म व ह ई जड़ वाल सि जय क उगान स पशओ का सार साल चारा दना स भव हो गया वष भर ताजा मास मलन लगा इसक पहल चार क कमी क कारण सद क पहल काफ पश मार जात थ ल कन अब ऐसा नह कया गया दध क उ पादन म व ह ई

(5) द भ का अत तरहवी व चौदहवी सद तक इ लड म अकाल पड़त थ ल कन अब इन अकाल का पड़ना बद हो गया

(6) उ योग क लय मक क यव था चकब द क कारण जो कसान बदखल ह ए थ उनम स अ धकाश न कारखान म नौकर कर ल फल व प औ यो गक ा त का माग श त हआ

(7) नकद फसल का उ पादन औ यो गक ा त क समय इ लड म व उ योग का तजी क साथ वकास हआ इसक लय कपास क आव यकता ह ई नवीन णाल स कपास क ज रत को कछ हद तक परा कया गया

68 न कष जसा क पहल बताया जा चका ह क अठारहवी शती म इ लड क क ष क म

अपनाई गई नवीन प त न ास व जमनी क कछ भाग को ह वशष प स भा वत कया पोलड स बा कन दश आि या इटल पन व पतगाल आ द दश म इसका भाव काफ समय तक नह दखा गया हाटवल क अनसार आज भी यरोप क पव भाग म हम नवीन उपकरण व प त क साथ साथ ाचीन प त व उपकरण का योग दखन को मलता ह

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69 श दावल मनर (Manor)-साम तवाद यग का गाव फाम (Farm) - वशाल खत रोटशन ऑफ ॉ स (Rotation of Crops) - फसल क अदला बदल वनोईग (Winnowing) - आनाज को साफ करन क एक प त सफ (Serf) - सामत क अधीन कषक दास सग (Threshing) - अनाज को साफ करन क एक प त

एन लोजर (Enclosure) - बाड़बद अथवा चकबद

610 अ यासाथ न 1 अठारहवी शता द क पहल यरोप क दश म क ष यव था पर काश डा लय इस

शता द म इ लड म इसम या सधार कय गय 2 अठारहवी सद म इ लड म क ष क म नवीनीकरण क लय िज मवार

प रि थ तय का व लषण क िजय इस नवीन प त का इ लड तथा यरोप क अ य दश पर या भाव पड़ा

611 सदभ थ Books for Reference 1 Chapter by RR Enfield in the book 2 Emopean Civilization Its origin and Developmentrsquo Volume V

under the direction of Edward Eyre Oxford University Press London 1937

3 Chapter by RM Hartwell in the book lsquoThe Cambridge Modern History Volume IX (1793 ndash 1830)rsquo edited by CW Crawley Cambridge University Press London 1965

4 Brison D Gooch Europe in the Nineteenth Century The MacMillan Company London 1970

5 David Ogg Europe in the Seventeeth Century Hindi edition Jaipur 1967

6 Carlton JH Hayes Modern Europe to 1870 the MacMillan Company New York Sixth Print 1960

7 Langer Eadie Geanakoplos Hexter Pipes Western Civilization Volume II Harper and Row New York Second Edition 1975

8 Wallbank and Taylor Civilization Past and present Volume II Third Edition 1975

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इकाई 7 अठारहवी सद म यरोप म कषक व ोह

इकाई क परखा 70 उ य 71 पवाभास 72 इ लड म अठारहवी सद म बाड़ब द आ दोलन 73 ास म कषक क दशा 74 जमनी क रा य म सधार 75 आि या - हगर 76 स म व ोह (1703-1772) 77 स म 1773-75 का कषक व ोह 78 यरोप क अ य दश म ि थ त 79 साराश 710 बोध न 711 स दभ थ

70 उ य इस इकाई म आप अ ययन करग म य काल न यग स लकर स हवी सद क अ त तक साम तवाद यव था म

साम त क अ धकार व कषक क दशा कवल इ लड म कषक दास था का अ त चौदहवी सद स स हवी सद क कषक व ोह का उ लख इ लड म बाड़ब द आ दोलन

ास म महान ाि त क पहल कषक क दशा ा त क आर भ होन क बाद ामीण म सामत क नवास थान पर कसान क आ मण 1789 स 1792 ई0 तक कषक

दास क मि त क लय पा रत कय गय अ ध नयम जमनी क कछ छोट रा य म कषक दास क मि त क आदश तथा शा म 1807 स

1817 तक कषक क हत म कय गय ड रक महान क काय आि या - हगर सा ा य क बोह मया दश म 1768 स 1775 तक व ोह व उनक

कारण स ाट जोजफ क सधार क य न का साम त वारा वरोध स म कसान का दमन पीटर महान क शासन काल म कसान पर अ याचार

अठारहवी सद म आर भ स ह स क पव भाग म व ोह कषक का लगातार दमन 1773 ई0 म पन पव भाग म व ोह तथा उसक भयकरता इस व ोह म मक व गर सी जा त क मन य का साथ व ोह क असफलता क कारण

अ य यरोपीय दश म आ दोलन का न होना

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71 पवाभास अठारहवी सद क आर भ म यरोप क दश म कषक क दशा नवी शता द स लकर बारहवी शता द तक यरोप म साम तवाद यव था का जोर

रहा इस था म बड़ साम त व उपसाम त उन भस ता ज नत अ धकार का योग करत थ िजन पर पहल राजाओ का अ धकार था इस यव था म कषक क दशा अ य त शोचनीय थी य क यह था कषक क शोषण पर आधा रत थी तरहवी सद क श स साम तवाद का ास श हआ धम य क भाव यापा रक वग क उदय तथा रा य रा य क उ थान न

साम त क शि त कम क साम त क अ याचार स त होकर इ लड म कसान न सग ठत होकर साम त का वरोध आर भ कया 1348 ई वी म काल म य नामक एक महामार क कोप स यरोप क आधी जनस या म य का ास बन गई खती म काम करन वाल कसान व मजदर क भार कमी हो गई इ लड म कषक दास न अपनी महनत क लए उ चत पा र मक क माग क क त उनक आ दोलन को दबा दया गया 1381 ई0 म वाट टाईलर क नत व म इ लड क हजार कसान न व ोह कया इसम शि पय व कार गर न भी साथ दया ल कन यह व ोह कचल दया गया

इस समय इ लड म यापार क उ न त तथा पजी क वकास न ि थ त म प रवतन ला दया साम त न यह उ चत समझा क व कषक को भ म हल बल बीज आ द साधन दकर उनक उपज का एक नि चत भाग ल ल इस प त न कसान क मि त का माग श त कया सोलहवी सद क अ त तक इ लड म कषक दास क था लगभग समा त हो

गई ल कन कषक क सम याओ का पण प स अ त नह हआ इ लड क अ त र त यरोप क अ य दश म कषक दास क था च लत रह

ि मरनोव और कानाकोवा नामक दो सी इ तहासकार न लखा ह क स म चौदहवी सद म साम तवाद का और उ कष हआ तथा उनक अधीन काम करन वाल कषक क दशा और खराब हो गई पव यरोप क अ य दश म भी कषक क यह दशा थी प हवी सद म जमनी ास व पन म कषक न असफल व ोह कय प हवी सद म जमनी ास व पन म

कषक न असफल व ोह कय प हवी व सोलहवी सद म यरोप क जनस या बढ़न लगी क ष क म ाचीन तर क क योग क कारण अनाज क उ पादन म व नह ह ई इसका तकल भाव पि चमी यरोप क अप ा पव दश पर वशष प स पड़ा य क खराब

मानसन क फल व प पड़न वाल अकाल क समय वहा पर यातायात व सचार क दर यव था क कारण अ य दश स पया त मा ा म अनाज शी ता स नह मगाया जा सकता था प हवी सद म जमनी ास व पन म असफल कषक व ोह ह ए स हवी सद म ास म कई व ोह ह ए िजनम 1675 का जकर व ोह सबस भयकर था इसम ास क टनी दश क प चीस हजार कषक न भाग लया यह व ोह भी कचल दया गया स हवी सद क अ त तक भी कषक इसी कार स दःखमय जीवन यतीत करत रह इ लड को छोड़ कर सभी दश म साम त क अ याचार का अ त नह हआ 1789 क ासीसी ा त क समय ास म कसान को राजा साम त व चच को कर अदा करन क लय एक कसान को अपनी आमदनी का 80

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तशत भाग दना पड़ता था उस साम त क यहा अनक कार क बगार करनी पड़ती थी अ य मामल म भी साम त क वशषा धकार स वह त था

72 इ लड म अठारहवी सद म बाड़ब द आ दोलन अठारहवी सद म इ लड म क ष क म अनक नय योग कय गय ज ो हल

(1674-1740) वारा बीज बोन क लय एक य टाउनशड (1674-1738) क फसल को बदल बदल कर बोन क प त तथा पशओ क न ल व स या बढ़ान क लय राबट बकवल न 1770 क आस पास व ा नक जनन क प त क पालन न खती क उ पादन तथा पशधन को बढ़ान म उ लखनीय योगदान दया आथर यग (1741-1820) नामक एक धनी कसान न छोट-छोट खल खत को मला कर बड़-बड़ क ष फाम बनान का चार कया

बड़-बड़ फाम क चार और बाड़ लगाई गई 1760 स लकर 1815 क म य 956 बाड़ब द अ ध नयम बनाय गय जएल हम ड व बारबरा हम ड न लखा ह क पछल दो शताि दय म यरोप म शायद ह ऐसा कोई प रवतन हआ जो इसक समान मह व रखता हो एनफ ड क मत म व तत यह आ दोलन इ लड क यापा रक व औ यौ गक वकास स स ब धत था इसम एक ाम को आ म नभर बनान क थान पर मनाफा कमान क यव था को अपनाया गया अब फाम म उ पा दत अनाज को बढ़ती ह ई जनस या वाल नगर म भजा जान लगा इसन क ष को एक पजीवाद उ योग बना दया

इसम कोई सदह नह क बाड़बद स काफ मा ा म बकार पड़ी भ म म खती कया जाना स भव हो सका तथा बड़ फाम म नवीन प त स खती कय जान क फल व प भी क ष उ पादन बढ़ा ल कन बाड़ब द क कारण अनक छोट कसान को भ म छोडन क लय बा य होना पड़ा भ म स बदखल होकर व रोजगार क तलाश म शहर म चल गय

य य प हम इ लड म बाड़ब द क आ दोलन को व ोह नह मान सकत क त क ष क म यह एक मह वपण प रवतन था यह क ष क म ऐसा कदम था िजसन क ष को यावसा यक प द दया

73 ास म कषक क दशा 1675 ई0 क व ोह क बाद ास म महान ा त तक कसान का कोई और व ोह

नह हआ और न ह उनक दशा म कछ सधार हआ ासीसी ा त (1789) क समय चच लगभग प ह तशत साम त बीस तशत नगर क धनी यि त ततीस तशत भ म क वामी थ ास क आबाद का 85 तशत भाग खती पर नभर था ल कन उसक पास कवल

एक तहाई भ म थी इनक पास िजतनी भी भ म होती वह उनक प रवार क भरण पोषण क लय पया त नह थी उ ह राजा चच साम त आ द को कर दन पड़त थ आथर यग न 1787 स 1789 तक ास क ामीण का मण करक लखा था क आम तौर पर ासीसी कषक का मनोबल इतना कमजोर था क उस ऊचा उठाना सभव नह था व कवल

जी वत रह कर ह सत ट थ जलाई 1789 म बा तील (Bastille) क पतन क समाचार य ह ास क दहात म पह च वहा पर कसान न कल न वग क नवास पर आ मण कर दय इन आ मण म वशष प स उन द तावज को न ट कया गया िजनम उनक दासता

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क सा य उपल ध थ सभी कषक व ोह क भा त इस व ोह म भी कषक का एक ह ल य था व दासता स म त होना चाहत थ इस कार क कायवाह 1790 ई0 तक चलती रह

ास क रा य सभा न वशषा धकार क समाि त क अ तगत कानन वारा ास म कषक दास क था समा त कर द पहल कानन वारा भ- वा मय क सभी यि तगत अ धकार समा त कर दय गय और कषक को भ म का वामी माना गया दसर कानन म यह कहा गया क ास म भ म उसी तरह स वत रहगी िजस तरह स अब यहा रहन वाल यि त वत रहग अब एक कषक अपन खत म मनचाह तर क स खती कर सकता था तथा अपनी उपज को बच सकता था

य य प उपय त कानन क अनसार कषक दास था का अ त हो गया ल कन इनस कसान क स पण आशाए फल फत नह ह ई इन क अनसार साम त क अनक वशषा धकार जस सामत का भ म पर वा म व यि तगत अ धकार शकार व मछल पकड़न क अ धकार समा त कर दय गय तथा इनक बदल म कसान को कोई मआवजा अदा नह करन क आदश दय गय ल कन भ म का बकाया कराया और साम त को अदा क जान वाल अ य बाक दनदा रय को माफ नह कया गया इनक अदायगी करन क लय एक कसान को लगभग बीस वष का कराया अदा करना पड़ता था अतएव कसान म असतोष बना रहा 1792 व 1793 ई0 म इस कार क अदायगी को माफ कर दया गया

इस समय भ मह न कसान अथवा थोड़ी सी भ म वामी यह चाहत थ क चच स छ नी ह ई भ म उनम वत रतक जाय क त ऐसी भ म को सम कसान अथवा यापा रय आ द न खर द कर उ ह इसस व चत कया

74 जमनी क रा य म सधार अठारहवी सद म जमनी अनक रा य म वभािजत था सभी रा य म कषक अपनी

दशा स असत ट थ व कभी भी व ोह कर सकत थ अत कछ छोट रा य न कषक दास क था का अ त करन क लए कानन बनाय 1770 व 1780 क म य यक आफ सवाय न

अपन दश म कानन वारा इसको समा त कया शया जो क एक बड़ा रा य था म वहा क स ाट ड रक मकान न अपन अधीन भ म म कसान क कर व बगार क भार को कम कया 1786 ई0 म उसक म य तक इस दशा म उ लखनीय ग त नह ह ई 1807 स लकर 1817 ई0 तक शया म अनक आदश जार कय गय िजनक अनसार कषक अपन साम त को कछ रा श अथवा भ म का भाग दकर भ- वामी बन सकता था ल कन य आदश उन कसान पर लाग नह होत थ जो स दय स एक भ म पर खती नह करत थ अतएव इसका भाव सी मत ह रहा

75 आि या - हगर आि या - हगर क सा ा य म कषक क दशा अ यत शोचनीय थी यहा तक कहा

जाता ह क हगर व बोह मया म कसान पशओ क तरह रहत थ 1768 म बोह मया क कसान न व ोह कया इसक तर त बाद भी ऐस व ोह होत रह इनका चरमो कष 1775 क व ोह म दखा जा सकता ह कसान क म य शकायत का आधार यह था क सामा य

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वष म भी उनस भार कर वसल कया जाता था और असामा य वष (1765 और 1770) क बीच जब फसल बार बार खराब ह ई तब यह बोझ असहनीय हो गया उस समय आि या म म रया थ रसा का शासन था तथा उसका प जोजफ र ज ट क ह सयत स शासन का सचालन कर रहा था 1771 ई0 म जोजफ न बोह मया का दौरा कया कसान क ददशा को दख कर उसन सफा रश क क क ष दास था को समा त कया जाय य य प कसान का बोझ ह का करन क लय म रया थ रसा एक तदथ कानन बनान क प म थी ल कन वह इस था क स थागत अि त व पर आ मण करन क लय तयार नह थी स ाट बनन क बाद जोजफ न एक ल बी योजना क तहत कषक दास था को समा त करन का नणय लया उसन यह अनभव कया क इस था स रा य को अ धक आय नह rsquo होती थी कल न वग को कसान िजतना लगान दत थ उसका एक अश ह कल न वग रा य को दता था 1780 ई0 क अ यादश क अनसार उसन आि या - हगर म सामती उगाह का बोझ कछ कम कया तथा क ष दास को यह गारट द क व अपनी पतक भ म क उ तरा धकार मान जायग 1784 क अ यादश क अनसार भ म कर क दर को समान बनाया गया तथा वशषा धकार क नाम पर कसी भी वग को मलन वाल कर छट को समा त कया गया इसक लय उसन भ - सप त क सव ण का काय भी आर भ कराया िजसम पाच वष लग इस अव ध म वशषा धकार ा त वग न इस अ यादश का इतना वरोध कया क इस कभी लाग नह कया जा सका

इस कार साम तवाद क अ धकार को समा त करन म जोजफ असफल रहा

76 स म व ोह (1703-1772) स म क ष दास का दमन कया जाता था अ धक स अ धक काय लन क लय

कल न वग अपन अधीन कषक को दबा कर रखत थ 1649 ई0 म कसान क दमन स सबि धत सभी कानन को व ध स हता म सग ठत कया गया पीटर महान (1689-1725) क शासन काल म भी यह नी त अपनाई गई उसन बड़ी स या म कषक को कल न का दास बनाया 1703 ई0 म पीटर न एक नयी राजधानी बनान का काय आर भ कया सट पीटसबग क नमाण क लय स क भ न भ न भाग स कसान को लाया गया उनक रहन व खान क सम चत यव था नह क गई फल व प सह कसान मर गय उसन साम तवाद को नव विजत दश म भी लाग कया इसी समय यराल दश म लोह उ योग वक सत हो रहा था वहा पर भी बड़ी स या म कसान व मक को भजा गया द ण व द ण पव स म रहन वाल मक न करो क भार तथा अ नवाय स नक व मक क भत क अ यायपण काय क व व ोह आर भ कया यह व ोह भ न भ न थान पर भ न भ न समय म ह ए इनम स सबस लोक य व ोह अठारहवी सद क थम दशक म अ ाखान वश क रया और डान दश म हआ 1705 ई0 म अ ाखान क व ोह न भयकर प धारण कर लया क त उस दबा दया गया 1707 ई0 को डान म ह ए व ोह म म य प स कसान न भाग लया इनका नता क ाट बलावीन था शी ह यह व ोह सम त

द ण पव स म फल गया बलावीन न गर सी जा तय का सहयोग ा त करन क भी

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को शश क जलाई 1708 ई0 तक चलता रहा 1709 व 1710 ई0 म इस दश म यदा कदा व ोह होत रह ल कन पीटर न इन व ोह को दबा दया 1714 ई0 क एक आदश वारा उसन भ म पर साम त क अ धकार को वशोगत बना दया भखमर क कारण भ म

छोड़ कर भागन वाल कषक को ढढ कर लान व उ ह सजा दन का ब ध कया गया इस कार स म अठारहवी सद म साम त को और अ धकार दय गय य य प कथ रन महान को एक ब नरकश शासक माना जाता ह ल कन उसन

कषक दास क भलाई क लय कछ नह कया 1765 ई0 म साम त को अ धकार दय गय क व कषक को सजा द सक उनम असतोष क वाला फर स भड़क उठ

77 स म 1773-1775 का कषक व ोह सरकार वारा साम त क ि थ त ढ़ करन और कषक पर उनक अ धप तय क बढ़त

ह ए अ याचार क कारण दोन वग म कटता और बढ़ गई सी सा ा य क पव भाग म कषक क अ त र त खान व लोह क कारखान म काम करन वाल मक भी अपनी दशा स असत ट थ इस म गर सी जा तया तातार मोर डो वयन चवा श (बईनऔम) और बश कर क कसान भी भ म छन जान क कारण सरकार क व हो गय थ गर ब कोसक (Cossack) म भी असतोष बढ़ रहा था

मई 1773 ई0 म डान दश का रहन वाला थम लयन पगाचोव नामक एक कोसक जो कई बार जल म सजा भगत चका था कारागह स भाग नकला उसन वय को स का स ाट घो षत कया तथा पीटर ततीय क उपा ध धारण क कोसक व भ म छोड़ कर भाग ह ए कषक न उसका साथ दया आर भ स ह पगाचोव न कषक को अ याचार का मकाबला करन क लय उकसाया तथा उनक दशा सधारन क लय य न करन का वचन दया शी ह उसका साथ यराल क मक न दया उ ह न अपन कारखान स बदक व ो हय को द तथा काफ मा ा म कारखान क बाहर ब दक बनाई दस बर 1773 तक ओरनबग पम और स ब क क दश म भी यह व ोह फल गया तथा गर सी जा तय क सद य भी इसम सि म लत हो गय मक तथा गर- सय का कसान का साथ दन स ि थ त ग भीर हो गई माच 1774 म ला त चवो (Tatishchevo) क कल पर शाह सना न पन अ धकार कर लया इसी समय उफा म भी व ो हय क हार ह ई पगाचव यराल क पहाड़ म चला गया ल कन यहा पर भी वह परािजत हआ अब वह वो गा क नकट क दश क ओर मड़ा वहा पर उस कषक व गर सय का समथन मलन क आशा थी जन 1774 म उसन कजान क शहर को जीत लया एक बार फर हार कर पगाचव न वो गा नद को पार करक डान दश म पह चन क को शश क इस बीच सना उसका बराबर पीछा कर रह थी पगाचव को गर तार कया गया तथा जनवर 1775 म उस तथा उसक कछ सा थय को फासी द गई उसक गर तार क थोड़ समय बाद व ोह शा त हो गया

पगाचव क हार क न ना कत कारण थ - (1) व ोह म भाग लन वाल व भ न त व म वह एकता कायम नह रख सका

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(2) व ो हय क द त अनक थान पर तनात कर दय गय थ अतएव व सग ठत होकर नह लड़ सक

(3) उनक पास श क कमी थी (4) शाह सना क शि त उनस कह अ धक थी (5) उसम सगठन क मता का अभाव था (6) उसन अपन अनया यय क सामन उनक दशा सधारन क लय एक काय म क

प ट परखा नह बनाई थी प रणाम 1773-1775 ई0 क व ोह क प रणाम कषक क लय हतकार स नह

ह ए कथ रन वतीय न 1775 ई0 म एक अ यादश वारा ा त का पनगठन कया यह नई यव था पहल क अप ा अ धक क कत व नरकश बनी सी सा ा य क सीमावत ात जहा पर गर सी काफ स या म रहत थ सभी कार क वाय ता क अ धकार को

समा त कया गया 1785 ई0 म साम त को एक चाटर (Charter) दान कया गया इसम उन सब अ धकार क पि ट क गई िजनका क उस समय व योग करत थ उ ह अपन सगठन बनान का अ धकार भी दया गया इन सगठन पर गवनर को नर ण क अ धकार दय गय

अठारहवी सद म स म कषक न बार बार व ोह कय इसका म य कारण स क जार क कषक वरोधी नी त थी उ ह न समय पर साम त क शि त ढ़ करन तथा कषक क दमन करन क लय कानन बनाय आम तौर पर अठारहवी सद म स क कषक व ोह उसक पव भाग म ह ए जहा लोह क खान व कारखान म मक काम करत थ तथा गर सी जा तया नवास करती थी अतएव अ धकाश कषक व ोह म उपय त त व न भी भाग लया य व ोह सग ठत न होन क कारण असफल रह वा तव म व सी सा ा य क शि त क आग सफल भी नह हो सकत थ

स म कषक क शोचनीय दशा उ नीसवी सद क ार भक छ दशक तक बनी रह 1861 म स ाट एलकजडर वतीय न स म एक अ ध नयम वारा कषक दास क था को समा त करन क घोषणा क य य प यह अ ध नयम अपन उ य म पण प स सफल नह हआ क त फर भी यह कसान को साम त क अ याय स बचान क दशा म एक मह वपण कदम था

78 यरोप क अ य दश क ि थ त अठारहवी सद म पन पतगाल व इटल म कषक क दशा म वशष प रवतन नह

हआ य य प व साम त क अ याय स पी ड़त रह क त उ ह न साम त था क अ त क लय कोई आ दोलन नह कया बा कन दश म इसी कार क दशा थी उस समय वहा पर तक का रा य था तथा व पराधीनता का जीवन यतीत कर रह थ इन सभी दश म क ष अ य त पछड़ी ह ई दशा म थी तथा वहा क कषक आ दोलन करन क ि थ त म नह थ हाल ड डनमाक व वडन जो क इ लड क नकट थ म भी इ लड क तरह बाड़ब द क

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गई तथा वहा पर नवीन क ष प तय का अनसरण कया गया इसस वहा क कसान क दशा कछ हद तक सधर इन दश म भी अठारहवी शता द म कोई आ दोलन नह हआ

79 साराश चौदहवी सद तक इ लड म साम तवाद का बोलबाला था तथा कषक क दशा शोचनीय

थी ल कन सोलहवी सद तक इ लड म कषक दास क था समा त हो गई यरोप क सभी दश म कषक दास क था अठारहवी सद क आर भ तक बनी रह प हवी सद म जमनी ास व पन तथा स हवी सद म ास म असफल व ोह ह ए

अठारहवी शता द म इ लड म क ष क म नवीन प त का वकास हआ तथा बाड़ब द क गई ल कन हाल ड ास व ए शया क कछ भाग को छोड़ कर शष यरोप म खती ाचीन तर क स ह होती रह साम त क अ याय भी यथावत बन रह

ासीसी ा त क आर भ होन क बाद कषक न साम त क नवास थान पर आ मण करक अपनी दासता क सा य को न ट कया 1789 ई0 म रा य सरकार न सामतो स मि त दलान क लय दो कानन पास कय 1792 व 1793 ई0 म भी इस दशा म य न कय गय

आि या - हगर सा ा य क बोह मया दश म 1768 स 1775 तक बार बार कसान क व ोह ह ए य य प वहा क स ाट जोजफ न कषक को कछ रयायत द ल कन वशषा धकार ा त वग क वरोध क कारण उसक आदश को लाग नह कया जा सका

स क शासक न साम त का समथन ा त करन क लय समय समय पर उ ह अ धकार दान कय तथा कषक का दमन कया 1705 ई0 स लकर 1775 ई0 तक स म कषक क अनक व ोह ह ए इनम स पगाचव क नत व म 1773-75 का व ोह सबस भयकर था य व ोह स क पव भाग म ह ए इन व ोह म खान व कारखान म काम करन वाल मक तथा गर सी जा तय न भाग लया असग ठत होन तथा व ोह म भाग लन वाल त व म एकता क अभाव म य सब व ोह असफल रह इन व ोह क बाद भी स क शासक न दमन क या जार रखी

य य प यरोप क अ य दश म कषक क -ि थ त खराब थी ल कन तहा पर कोई आ दोलन नह ह ए

710 बोध न 1 अठारहवी सद क आर भ म कषक क दशा का वणन क िजए इस शता द म

आि या - हगर म ह ए कषक आ दोलन का व ोह का ववचन क िजए 2 अठारहवी सद म कषक क त स क शासक क ि टकोण का व लषण

क िजए इस सद म स म ह ए कषक व ोह का स त वणन करत ह ए कषक व ोह का स त वणन करत ह ए उनक असफलता क कारण क ववचना क िजए

3 न न ल खत वा य को पढ़ कर उनक स मख सह () या गलत () का नशान लगाईय

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(1) ासीसी ा त क आर भ होन क बाद कषक न साम त क नवास थान पर आ मण करक उन द तावज को न ट कया जो उनक दासता क सा य थ

(2) आि या का स ाट जोजफ साम तवाद क अ धकार को समा त करन म सफल रहा

(3) अठारहवी शता द म स म कषक क अनक व ोह ह ए (4) अठारहवी सद म स क अ धकाश कषक व ोह क बाद वहा क सरकार न

उनक ि थ त म सधार कया

711 सदभ थ 1 पाथसारथी ग ता (स पादक) यरोप का इ तहास वतीय स करण 1987 नई

दहल 2 Peter Gay and RK Webb Modern Europe Harper and Row

New York 1973 3 History of the USSR Part I (English Translation) ndash From the

Earliest Times to the Great October Socialist Revolution Progress Publishers Moscow 1977

4 Chapter VI and VII Written by MP Vyatkin and AG Mankow on Early Eighteenth Century and Second Half of the Eighteenth Century Robert Briggs ndash Early Modern Europe 1560-1718 Oxford University Press 1977

5 Edward Eyre (Director) ndash European Civilization ndash Volume V Oxford University Press London 1977

6 Montague Fordham ndash The European Peasantry 1600-1914 7 RR Enfield European Agriculture since 1750

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इकाई-8 नगर व शहर का वकास एव म नगर करण

इकाई क परखा 80 उ य 81 तावना 82 ाचीन काल क नगर क आबाद व बनावट 83 नगर क आबाद म व व उसक आकड़ 84 जनस या म व क कारण 85 ाम स नगर क ओर पलायन 86 नय नगर का व प 87 प रणाम 88 साराश 89 बोध न 810 सदभ थ

80 उ य इस इकाई क अ ययन स आप समझ पायग क यरोप म नगर व शहर का वकास

कस हआ नगर करण क इस या स ामीण जीवन कस भा वत हआ तथा नगर करण क या प रणाम ह य

81 तावना ाचीन काल क नगर एव नाग रक वारा अ धकार क ाि त हत कय गय य न

रोम व यनान क स यता क इ तहास म अनक नगर रा य का उ लख मलता ह इटल व यनान क ऐस नगर क अ त र त रोमन सा ा य क व भ न भाग म भी नगर क अि त व क बार म जानकार मलती ह उस काल म ऐस नगर कसी राजा अथवा साम त क गढ़ क चार ओर बसाय जात थ य नगर ाम स कछ बड़ होत थ तथा इनक आबाद भी गाव स अ धक होती थी अपन अ धप त क त नगर क नवा सय को लगभग उ ह दा य व का पालन करना पड़ता था जो क गाव म कषक दास (Serf) करत थ धम य और रा य रा य क उदय क कारण सामत क शि त ीण होन लगी इस काल म वा ण यवाद का उदय व व तार भी हआ नाग रक न साम त को बा य कया क वह यक प रवार स कर वसल न करक सम त नाग रक स साम हक प स कर वसल कर उ ह न अपन-अपन नगर क बाजार का ब ध भी अपन हाथ म ल लया अपन अ धप त क अदालत म ववाद का नपटारा करान क थान पर व अपनी बनाई गई अदालत म मकदम क सनवाई और फसल करन लग ऐस सब अ धकार क स ब ध म उ ह न राजा अथवा साम त स चाटर (Charter) ा त कय इ ल ड म यापा रय क सगठन न साम त को वपल धनरा श अदा कर य अ धकार ह तगत कय ास व नीदरल ड म नाग रक क सगठन को क यन

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(Commune) कहत थ इन क यन न अपन साम त क व सफलतापवक व ोह कय जमनी म अनक नगर न मलकर ऐस अ धकार लय तथा साम हक सर ा क लय ब ध भी कय इस समय म कछ भावशाल पाद रय ( बशप) न भी कछ नगर बसाय इ ह बसात समय उ ह न नाग रक को उनक अ धकार क स ब ध म चाटर दान कय

82 ाचीन काल क नगर क आबाद व बनावट हज क अनसार चौदहवी सद क अ त म यरोप क अ धकाश नगर क आबाद अ धक

नह होती थी पाच हजार क आबाद वाला नगर बड़ा माना जाता था इसस भी अ धक आबाद वाल नगर थ ल कन उनक स या अ धक नह थी यहा तक क लदन प रस स वल व नस यबक रोम आ द जस बह त बड़ नगर क आबाद एक लाख स कम थी यरो पयन दश क अ धकाश जनस या नगर क अप ा ाम म अ धक थी

उस समय क नगर क नवासी यापार क साथ बागवानी व छोट पमान पर क ष करक अपना जीवन यापन करत थ आम तौर पर एक नगर क चार ओर मजबत ाचीर होती थी और अनम त प क वारा ह एक नगर क व भ न दरवाज स शहर म वश मलता था नगर क चारद वार क अ दर व भ न कार क मकान होत थ जो एक दसर स सट ह ए होत थ इसम चच टाउन हाल व यापा रक तथा कार गर क सगठन क इमारत भ य होती थी सड़क चौड़ी नह थी ग लया इतनी सकड़ी होती थी क उनम स घोड़ा गाड़ी आ द क ठनता स गजरत थ ग लय व बाजार म पानी क नकास क लय ना लय का ब ध नह होता था यक नगर म एक थानीय स था होती थी रात म नगर क दरवाज ब द कर लय जात थ शा त व स यव था बनाय रखन क लय प लस नय त क जाती थी ल कन उनक स या बह त कम होती थी

83 नगर क आबाद म व व उसक आकड़ चौदहवी सद स इन नगर क आबाद बढ़न लगी समय क स य साथ अनक कारण

स पहल स था पत नगर क आबाद बढ़ती गई यहा तक अनक थान म मन य नगर क चारद वार क बाहर भी बस गए प हवी सद क बाद क यग म यरोप म कई अनक नय नगर बस तथा कछ परान नगर क सम न ट हो गई ल कन फर भी 1830 म यरोप म नगर क अप ा ामीण म मन य अ धक स या म नवास करत थ इटल व ास स उसक कल जनस या क साठ तशत ए शया म स तर तशत पन म न ब तशत और स तथा पव दश म पचानव तशत आबाद गाव म रहती थी य - य इन दश म

औ यो गक वकास क ग त म तजी आती गई य - य गाव स मन य अ धका धक स या म शहर म आन लग

म य यग क अ त व आध नक यग म नगर क वकास क अनक कारण ह इनम सबस मख कारण यरोप क सभी दश म जनस या क लगातार व होना ह ोफसर कार साडस न 1300 व 1600 ई0 म यरोप क व भ न दश क जनस या क न ना कत आकड़

तत कय ह

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-स दश का नाम जनस या 1300 ई0 1600 ई0 1 इगल ड चाल स लाख पसठ लाख 2 ास 1 करोड़ 40 लाख 1 करोड़ साठ लाख 3 पन व पतगाल साठ लाख 1 करोड़ 4 जमनी (नीदरलड क साथ) 1 करोड़ 50 लाख 2 करोड़ तीस लाख 5 डनमाक दस लाख छ लाख 6 वडन छ लाख - 7 नाव तीन लाख - 8 इटल 1 करोड़ यारह लाख 1 करोड़ तीस लाख

इसस प ट ह क चौदहवी स स हवी सद म अनक दश क जनस या म व ह ई स हवी सद क बाद जनस या क व क दर और बढ़ गई य - य व भ न दश म औ यो गक वकास क ग त बढ़ य - य जनस या क व क दर भी बढ़

चौदहवी सद स यरोप म जनस या क बढ़न क कारण का स त म व लषण करना आव यक ह य क नगर करण म व स इसका घ न ठ स ब ध ह

84 जनस या म व क कारण 1 पर परागत धारणाओ का अत कार साडस क अनसार म य यग म ईसाई समाज

म शर र क प व ता (Celebeoy) को एक न तक कत य माना जाता था य क मन य क जीवन म न तकता का अ य त मह व था ल कन अनक ईसाई सत न खल बसी (Celebacy) पर जोर दत ह ए भी यह माना था क अ धकाश ि य व प ष को शाद कर लनी चा हए फर भी कछ मन य अ ववा हत ह रहत थ पनजागरण क समय स यह धारणा कमजोर पड़ती गई

2 भयकर रोग क कोप म कमी ाचीन काल स ह लग व हजा भयकर रोग स यरोप क दश म बड़ी स या म मन य म य क ास बन जात थ अतएव म य दर अ धक थी अनक शश भी बा याव था म मर जात थ ल कन प हवी शता द स औष ध व ान म नर तर ग त होती गई फल व प लग व हजा आ द का कोप बह त कम हो गया शश भी अ धक स या म जीन लग इसस ज म दर बढ़ती गई म य दर क कम होन तथा ज म दर क बढ़न स आबाद म व ह ई

3 द भ का अ त लगभग स हवी शता द तक वषा क अभाव म फसल खराब हो जाती थी तथा द भ क कोप स काफ मन य मर जात थ क ष क ldquoनवीन प तrdquo क योग स अ न का उ पादन बढ़ता चला गया फल व प अकाल का कोप समा त हो गया

4 यापार म उ न त वा ण यवाद क उदय व व तार स अ तदशीय व वदशी यापार म व ह ई यापा रक काय क लय अ धक यि तय क आव यकता पड़न लगी अब वा ण यवाद क समथक क साथ रा य क सरकार भी

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जनस या म व चाहन लगी वा ण यवाद क वशष - व लयम टपल डवीनट आ द न रा य को इस ओर कदम उठान क लय रत कया अनक रा य न ववा हत यि त को कर म छट द तथा अ ववा हत यि त पर अ त र त कर लगाय कह -कह पर बड़ प रवार वाल यि त को रा य क तरफ स आ थक सहायता भी द जान लगी

5 क ष उ पादन म व ाचीन व म य यग म यरोप म एक नगर क सम उसक आस-पास क म अनाज क उ पादन पर नभर रहती थी यातायात क क ठनाईय क कारण दसर थान स अनाज नह लाया जा सकता था एक ओर तो क ष उ पादन म व न अकाल को लगभग समा त कर दया तो दसर ओर यातायात क साधन न यह सभव कर दया क दर-दर स अनाज मगाया जा सक अतएव अब नगर अपन आस-पास क क अनाज क उ पादन पर नभर नह रहा वह अपनी बढ़ती ह ई जनस या क लय अनाज का ब ध कर सकता था

6 स नक आव यकताए यरोप क व भ न दश पार प रक सघष म लग रहत थ इ ल ड क पहल ास और बाद म हाल ड क साथ त पधा व तीस वष य य (1618-1648) इसक उदाहरण ह ास क लई चौदहव (1643-1715) न ास को य म उलझाय रखा स क पीटर महान न व तारवाद नी त अपनाई इन य क लय स नक क आव यकता बनी रहती थी अत सब दश यह चाहत थ क उनक जनस या म व हो ता क उ ह अ धक स नक मल सक

7 औ यो गक वकास इ ल ड म औ यो गक वकास क फल व प जनस या म व ह ई अठारहवी शता द क उ तराध और उ नीसवी सद म यरोप क अ य दश म यह या आर भ हो गई तथा उनक जनस या भी बढ़ती गई अठारहवी सद क म य व उ नीसवी सद क अ त तक यरोप क जनस या म तीन गनी व ह ई

85 ाम स नगर क ओर पलायन नगर करण क एक वशषता गाव स शहर क ओर मन य का पलायन था इ ल ड

म इस कार का पलायन वा ण य क वकास स आर भ हआ क ष क उ न त तथा औ यो गक ा त क समय इसम व ह ई अ य दश म भी यापार क ष व उ योग क वकास क समय इस कार क व त दखन को मलती ह म य यग व आध नक यग क आर भ तक यरोप क यक दश म नगर क आबाद क मकाबल म ामीण क आबाद बह त अ धक थी 1830 इ वी म इटल व ास म कल जनस या का साठ तशत शया म स तर तशत पन म न ब तशत और स तथा पव यरोप क दश म 95 तशत ामीण म रहता था

1851 म इ ल ड म पहल बार ाम क मकाबल म शहर क आबाद अ धक दज क गई इस समय म यरोप म प चीस नगर ऐस थ िजनक आबाद एक लाख क लगभग थी इनम स चार इ ल ड तथा एक काटलड म था इसम लदन क आबाद जो 1800 म एक

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लाख थी 1830 म डढ़ लाख हो गई थी इ ल ड को छोड़ कर शष यरोप म प रस क त त नया सट पीटसबग नप स वयना मा को ब लन एम टडम डि लन ह बग वारसा मलान रोम म ड पलरन व नस लयो बडाप ट मास लज व बास लोना क नगर क आबाद पचास हजार स लकर तीन लाख तक थी

उ नीसवी सद क उ तराध तथा बीसवी सद म नगर क आबाद बढ़ती गई तथा ाम क जनस या म कमी आई इस अव ध म एक ओर नगर क आबाद बढ़ और दसर तरफ काफ स या म भ मह न कषक कशल कार गर व मक गाव स नगर म आय

नगर क आबाद म व तथा वहा गाव स मन य क लगातार आगमन का प रणाम यह हआ क 1914 म इ ल ड म उसक कल जनस या का 80 तशत ास म 45 तशत स कछ अ धक तथा जमनी म 60 तशत यि त शहर म रहत थ इस समय म स पोल ड व डनमाक म लगभग एक तहाई जनता शहर म रहती थी 1850 क बाद बड़ शहर क आबाद म वशष प स तजी क साथ व ह ई पहल प चीस नगर को बड़ा माना जाता था ल कन 1914 म ऐस पचास नगर थ िजनक आबाद एक लाख स अ धक थी

ाम स नगर क ओर मन य क पलायन क लय न ना कत प रि थ तय िज मवार थी

1 कषक दास क मि त म य यग म जमीदार न क ष म होन वाल घाट स बचन क लय यह उ चत समझा क व कषक को हल बल आ द साधन द कर तथा उनस फसल क एक नि चत भाग लकर भ म का त क लय द द इस प त स एक ओर तो जमीदार सभा वत नकसान स बच गय तथा दसर ओर कसान जमीदार क त अ य दा य व स म त हो गय फल व प इ ल ड म धीर-धीर कषक म त हो गय सोलहवी सद तक वहा पर कषक दास (Serfdom) क था लगभग समा त हो गई अब ाम स अनक कसान शहर क ओर चल गय

2 खत क बाड़ बद इ ल ड म तथा कछ समय बाद ास व जमनी क कछ भाग म छोट-छोट खत को मला कर बड़ खत (farms) बनाय गय इसस अनक गर ब कसान भ मह न हो गय तथा रोजगार क तलाश म नगर म आय

3 अ तरा य यापार का वकास वाल बक व टलर क अनसार प हवी सद म इ ल ड एक मह वह न यापा रक रा था ल कन सोलहवी सद म इगल ड का यापार बढ़न लगा इसी समय म पि चमी यरोप क कछ दश का यापार भी बढ़ा अ तरा य यापार क क आ त रक भाग क नगर थ जहा बाहर जान वाला माल इक ा कया जाता था ल कन इनस भी अ धक हलचल उन ब दरगाह पर होती थी जहा स जहाज बाहर जात थ अतएव ऐस थान पर रोजगार क लय गाव स काफ मन य आकर बस

4 औ यो गक वकास इगल ड म औ यौ गक ा त क समय कारखान को बड़ी मा ा म मजदर क आव यकता ह ई गाव स भ मह न कषक कार गर मक व बकार यि त शहर क कारखान म काम करन आय

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86 नय नगर का व प ाचीन नगर क चार द वार क बाहर भी मन य मकान बना कर रहन लग धीर-धीर

अनक नगर म सर ा क य ाचीर तोड़ द गई औ यो गक वकास क ग त म तजी क फल व प िजन नगर क आबाद बढ़ रह थी

व नगर आस पास क दहात तक फल गय यहा तक क ऐस दहाती नगर क समह बन गय ऐस थान म नगर तथा ाम क म य का अ तर लगभग समा त हो गया इस कार का प रवतन इगल ड तथा जमनी औ यो गक दश म प ट प स दखा जा सकता

था कछ थान पर गाव न नगर का प धारण कर लया य क इन थान पर यापार

अथवा उ योग क क खल गय थ इगल ड म इस कार क या का भाव सबस अ धक हआ

इगल ड म राजधानी क अ त र त अ य थान पर भी नगर का वकास हआ ल कन यरोप म रा य क राजधा नय क आबाद ह वशष प स बढ़

87 प रणाम 1 म यम वग का उदय नगर करण क व तार क यग का सबस मह वपण प रणाम

इन नगर म म यम वग का उदय था लगर न लखा ह क नाग रक जीवन स नवो दत म यम वग का सबस घ न ठ स ब ध था यह कहना क ठन ह क इस बज य (Burgeoise) वग म कस कार क यि त सि म लत थ कवल यह कहा जा सकता ह क आम तौर पर म यम वग क सद य गर क ष काय तथा कशल कार गर क काय क अ त र त अ य काय स ा त आमदनी स अपनी जी वका चलात थ उनक पास न तो क ष क लय काफ भ म होती थी और न ह व मक बन कर कमा सकत थ

मा यम वग को भी उ च व न न णी म वभािजत कया जा सकता ह उ च वग म बड़ यापार उ योगप त बकर धनी नवषक और अ छ आय वाल यवसाय म काम करन वाल यि त थ न न म यम वग क सद य उ च वग तथा म यम वग क उ च णी क यि तय क आव यकताओ को पर करत थ इनम दकानदार कशल कार गर बक सरकार द तर औ यो गक व यापा रक त ठान म काम करत थ वक ल कलाकार व ब जी वय को भी इसम सि म लत कया जा सकता ह

इस म यम वग न यरोप क यक दश क राजनी त म मह वपण भ मका अदा क य य प उ च म यम वग क सद य सतोष पण जीवन यतीत करत थ ल कन न न म यम वग को आ थक क ठनाइय का सामना करना पड़ता था

2 मक का दखमय जीवन यरोप क नगर क औ यो गक त ठान तथा क ष फाम म एक बड़ी स या म मक को नौकर द गई फ ट रय म काम करन वाल मजदर क दशा अ य त शोचनीय थी उनक रहन क उ चत यव था नह क गई थी व तग ग लय और बना हवादार मकान म रहत थ इसस उनक तथा उनक प रवार क सद य पर बरा असर पड़ता था शहर म काम करन वाल अ य अकशल मक क दशा भी खराब थी

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3 नगर का बतरतीब वकास लगभग यरोप क सभी नगर का वकास बना कसी योजना क हआ पहल स ह नगर म तग ग लया व कम चौड़ी सड़क थी अब य बढ़ती ह ई आबाद क लए क ठनईय पदा करन लगी शहर क चारद वार क बाहर भी मकान का नमाण बतरतीब ढग स हआ थानीय स थाए उन पर कोई नय ण नह रख सक

4 वा य पर बरा असर यह पहल बताया जा चका ह क म यकाल क आर भ क नगर म पानी क नकास क सम चत यव था नह थी तथा शहर म गदगी रहती थी इसस नाग रक क वा य पर बरा असर पड़ता था परान नगर क वकास तथा नय नगर क थापना क समय इस सम या पर यान नह दया गया समय क साथ साथ यह सम या

ग भीर होती चल गई अनक ग द बि तया (Slums) बनी फल व प मन य व भ न बीमा रय स त होन लग

5 अपराध क स या म व शहर बरोजगार क स या धीर धीर बढ़ती गई इसन शहर म रहन वाल मन य म अपराध क व त को ज म दया अथवा उसको उकसाया

6 मान सक तनाव ाम क अप ा शहर का जीवन अ धक तनाव पण होता ह एक नाग रक अपनी ज रत को पर करन म वय को असमथ पाता ह और मान सक तनाव का शकार हो जाता ह

ल कन शहर क उ थान व वकास क अनक लाभ भी थ 1 ब जीवी वग का वकास ाम क अप ा शहर म रहन वाल ब जी वय क

स या अ धक थी य ब जीवी आपस म मलत भी रहत थ फल व प नगर म सा ह य व कला का वकास हआ

2 व ा नक ग त यरोप क नगर म व ा नक अनसधान क क खोल गय इसम अनसधान क स वधाए उपल ध कराई गई इसस व ा नक म ग त ह ई

3 सामािजक आ थक व राजनी तक प रवतन क क यरोप क सभी नगर सामािजक राजन तक व आ थक ा त क क बन गय वहा पर इन म काफ हलचल होती रहती थी तथा व मल कर कसी भी अ याय का वरोध करन क लय शी सग ठत हो जात थ

शहर और ाम क स यता म अ तर अभी तक व यमान ह गाव क नवासी शा तपण जीवन यतीत करत ह ल कन शहर क नवा सय का जीवन बा य आडबर व तड़क भड़क स प रपण होता ह अतएव शहर म रहन वाला सदव कसी न कसी कार क तनाव स त रहता ह शहर क कोलाहल पण जीवन म उस शा त नह मलती ल कन वह इस जीवन का अ य त हो जाता ह

88 साराश इस इकाई म आपन यरोप क ाचीन काल क नगर क ि थ त का अ ययन कया

तथा यापा रक सगठन व क यन वारा साम त स अ धकार प (ब तजमत) ा त करन क बार म जानकार ा त क उस समय क नगर क आबाद व बनावट क स ब ध म यह मालम हआ क व बतरतीब बन थ तथा उनक आबाद पाच हजार स एक लाख तक थी

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यरोप क कल जनस या म स अ धकाश ाम म ह रहती थी ल कन 1300 स 1600 ई0 क म य शहर क आबाद बढ़ इसका म य कारण सभी थान पर जनस या म व थी इसक साथ यह भी जाना क इसक या कारण थ ाम स नगर क ओर काफ स या म यि तय क पलायन स नगर क जनस या बढ़ 1851 क बाद व भ न नगर क आबाद क आकड़ स ात होता ह क उस समय एक लाख स अ धक आबाद वाल शहर क स या 25 थी नय नगर क व प क अ ययन स ात हआ क इ ल ड व शष यरोप क नगर क ि थ त व वकास म अ तर था नाग रक जीवन क लाभ और हा नय क बार म अ ययन करन स यह मालम होता ह क ामवा सय क अप ा शहर जीवन अ धक तनावपण होता ह

89 बोध न 1 ाम स नगर क ओर पलायन क या कारण थ 2 यरोप क नगर म मन य को कन क ठनाइय का सामना करना पड़ा 3 यरोप क जनस या म व क कारण का व लषण द िजए चौदहवी सद स

यरोप क दश म इसन नगर करण को कस कार स भा वत कया

810 सदभ थ 1 Chapter by RR Enfield in the book lsquoEuropean Civilization ndash Its

origin and Developmentrsquo Volume V under the direction of Edward Eyre Oxford University Press London 1937

2 Chapter by RM Hartwell in the book lsquo The Cambridge Modern History Volume IX (1793-1830) edited by CW Cramley Cambridge University Press London 1965

3 Brison D Gooch Europe in the Nineteenth Century the Macmillan Company London 1970

4 David Ogg Europe in the Seventeenth Century Hindi edition Jaipur 1967

5 Carlton JH Hayes Modern Europe to 1870 The Macmillan Company New York Sixth Print 1960

6 Langer Eadie Geanakoplos Hexter Pipes Western Civilization Volume II Harper and Row New York Second Edition 1975

7 Wallbank and Taylor Civilization ndash Past and Present Volume II Third Edition 1975

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इकाई-9 कारखाना और मजीवी वग

इकाई क परखा 90 उ य 91 फ टर स टम

911 फ टर या ह 912 फ टर स टम कस श हआ 913 एक का प नक फ का काय व यास

92 फ स टम एवम औ यो गक ा त 93 फ स टम का सामािजक असर 94 बराइया 95 बराइय को दर करन क यास एवम समाधान

951 ससद य यास 952 समाज सधार और अबधनी त 953 सधारक य न जार रह 954 सडलर क य न 955 एशल का कानन

96 समाज और सामािजक प रवतन 97 साराश 98 अ यासाथ न

981 अश पर छोट सवाल 982 सार इकाई पर सवाल

99 ास गक पठनीय थ

90 उ य लगभग 1750 स लकर 1850 तक क काल को पि चम यरोप म औ यो गक ा त

का काल माना जाता ह अ य इकाइय म तमन औ यो गक ा त क बार म व तार स पढ़ा होगा अ य बात क अलावा औ यो गक ा त का सबध उ पादन क लए एक नए सामािजक व यास को नाम दया गया ldquoफ स टमrdquo फ स टम म काम करन क लए समाज म एक नए मजीवी वग का ज म हआ इस इकाई म हम फ स टम और इसम काम करन वाल मजीवी वग क बार म जानग

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91 फ स टम 911 फ या ह

औ यो गक ा त स श आत क भी पहल क बात ह कसी तजारत करन वाल कपनी क नमाइद को ldquoफ टरrdquo बलाया जाता था उसक द तर को फ rdquo फ स कपनी खर द-फरो त करती मसलन हम अ जी ई ट इि डया कपनी को ल जब कपनी स हवी सद म भारत आई तो उसन गजरात तट पर सरत बदरगाह म अपनी पहल मख फ था पत क इस फ म कपनी अपना यापार का सामान रखती और ह द ता नय क

साथ खर द-फरो त करती याल रखन वाल बात यह ह क ई ट इि डया कपनी एक तजारती कपनी थी और उसका उ पादन स चाह वह औ यो गक हो या फर गर औ यो गक कोई सीधा सरोकार न था

जस-जस अठारहवी सद म औ यो गक ा त का व तार हआ वस-वस फ श द का च लत अथ भी बदलता गया अब फ का अथ उस थान स हआ जहा क मशीन क वारा कार गर काफ मा ा म चीज को बनात यह अथ आज तक साधारण बोलचाल क

भाषा म च लत ह सो िजस कारखान म हवाई जहाज बनता ह वह भी फ कहलाता ह और िजसम कपड़ बनत ह वह भी हाला क ldquoफ rdquo कवल चीज बनान वाल कारखान को कहा जाता था फ जसी उ पादन यव था और कम व यास उ योग म भी य त होती थी जस क कोयला खदान

इस इकाई म हम म यतः औ यो गक ा त क पहल चरण पर गौर करग इस चरण (1750-1850) म फ ट रया यादातर सत कातन क कपड़ा बनन क और लोह का काम करन वाल होती थी

912 फ स टम कस श हआ

पजीवाद यव था क श आत क दन म पि चमी यरोप म उ पादन म यतः प टग आउटrdquo स टम पर नभर करता था इस यव था म पजी का मा लक यापार कार गर को क चा माल खर द कर दता कार गर अपन-अपन घर पर अपनी ह मशीन स चीज बनात िज ह क यापार इक ा कर क बाजार म बचता इस यव था म फायदा यह था क यापार दर-दर तक फल कार गर स काम करवा सकता था और उस अपन कार गर क रहन खान क यव था भी नह करनी पड़ती

पर इस यव था म नकसान कई थ एक तो यापार को अपन कार गर तक पह चन म और उनस बना हआ माल लन म काफ समय बबाद करना पड़ता दसर काम क वा लट बरकरार रखना मि कल था तीसर कार गर स समय पर काम करवान म द कत

होती थी इन मि कल स पार पान का एक तर का था वह यह क सार कार गर को एक ह

कारखान म इक ा कर लया जाए पर ऐसा करन पर यापार को कारखान क इमारत बनान

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म पसा लगाना पड़ता मशीन खर दनी पड़ती और फोरमन और सपरवाइजर को नौकर पर लगाना पड़ता अथात यापार का उपरला खच काफ बढ़ जाता

पर जब 1700 ई0 म वीडन क यापार टोफर पोलहम न 100 कार गर वाल एक बतन-भाड क फ टर था पत क तो उसन पाया क उ पादन पर कल खच इतना कम हो जा रहा था क उपरला खच बढ़न क बावजद वह अ छा खासा मनाफा कमा लता

913 एक का प नक फ टर का काय व यास

एडम ि मथ अपनी कताब द व थ ऑफ नश स (1776) म एक साधारण पन बनान वाल फ टर का वणन करता ह जब पन घरल उ योग म बनाए जात थ तो एक या दो यि त ह पन बनान म लगत थ पर फ टर म पन बनान क या को कई ह स म बाट दया गया एक आदमी तार खीचता दसरा उस सीधा करता तीसरा काटता चौथा उसक एक सर को नक ला करता पाचवा उसक दसर सर को घसता वगरह इस तरह तार खीचन स लकर बन ह ए पन को कागज क प ड़या म पक करन तक एडम ि मथ न कोई 32 चरण गन इनम स कसी भी चरण पर ह नरमद कार गर क ज रत नह थी एक ब चा भी इनम स कसी एक चरण को बखबी परा कर सकता था यह फ स टम क मख व श टता थी

फ टर म उ पादन क या को बह त ह सरल छोट-छोट ह स म बाट दया गया हर चरण को एक साधारण अकशल मक भी आसानी स परा कर सकता था या न क अब कारखान क उ पादन- मता कसी यि त वशष क द ता पर नभर नह करती थी बि क सार कारखान क आगनाइजशन पर िजस क एक मनजर आसानी स क ोल कर सकता था फर च क द कार गर क ज रत नह थी तो फ ट रय म ि य और ब च को आसानी स मक क तौर पर इ तमाल कया जा सकता था और हाला क ि या और ब च एक प ष िजतना ह उ पादन करत उनक तन वाह आद मय क तलना म कह कम रहती इस सब स फ टर क मा लक को काफ मनाफा होता

92 फ स टम एवम औ यो गक ा त इ तहासकार हो सबाम का कहना ह क वस तो स हवी सद स ह उ पादन या म

अनक कार क या क सधार होन श हो गए थ पर सफ या क सधार ह औ यो गक ा त नह ला सक औ यो गक ा त क लए ज र था क उ पादन इतना यादा और इतना

स ता हो क बाजार म आप स आप इस उ पाद क लए माग बढ़ ऐसा तब ह हो सका जब या क सधार क साथ उ पादन क लए एक नए कम व यास का इ तमाल कया गया जब उ पादन क या स सब धत डवीजन आफ लबर को (काम क बटवार) को काफ ज टल बना दया गया उ पादन क या को कई छोट-छोट टकड़ म बाट दया गया और एक मजदर क िज म कवल एक ह ह सा रखा यह फ स टम क मख व श टता थी

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93 फ टर स टम का सामािजक असर मनाफा बढ़ान क लए यह ज र था क फ म लगी मशीन का यादा स यादा

उपयोग कया जा सक फ मा लक क च टा यह रहती थी क अपन कार गर स तब तक लगातार काम करवात रह जब तक क मशीन ह जवाब न द जाए इसका मतलब यह था क कामगार को काम करन क तर क का एक नया अनशासन सीखना पड़ा

इ तहासकार ईपी हामपसन का मानना ह क िजस लय स मशीन चलती ह उसी लय स मक को चलना सीखना पड़ा समय क पाबद सीखनी पड़ी क एक नि चत समय पर काम पर आए और एक नि चत समय पर काम स हट एक ह थान पर खड़ होकर लगातार एक ह या क काम को लगातार करत रहन क आदत डालनी पड़ी य द कसी क िज म पन का तार घसना था तो वह लगातार दनभर कवल तार ह घस सकता था िजस यि त को तार सीधा करन का काम दया गया दनभर एक ह थान पर खड़ रहकर कवल तार ह सीधा करता रहता

जस-जस समय बीतता गया इस पर स टम क दगण भी सामन आत गए सबस पहल जो बात सामन आई वह यह ह क फ म लगातार एक ह जगह पर कठपतल क तरह काम करत रहना काफ उबाऊ था मक थोड़ ह समय म इस तरह क काम स जी चरान लगत जब फ का मा लक उनस जबरद ती काम करवाता तो जा हरा तौर पर काम करन वाल को यह बात अखरती और उ ह ख दल स काम पर लग रहना पड़ता

जहा तक काम करन क प रि थ तय का सवाल ह कछ बात साफ ह एक तो यह क यह कहना मि कल ह क फ म काम करन वाल क प रि थ त दसर मक क प रि थ त स बहतर थी या बदतर ऐसा इस लए क इ तहासकार क पास औ यो गक ा त स पहल क काल क मक क बार म यादा जानकार नह ह हा यह ज र पता ह क तरहवी सद स ह उ तर यरोप म पगार पान वाल मजदर हआ करत थ और उनक हालत अ य मजदर क हालत स खराब नह थी वस भी स हवी-अठारहवी सद म कम स कम इ ल ड म प टग आउट स टम क तहत काम करन वाल बह त सार मजदर पगार क एवज म ह काम कया करत थ कहन का मतलब यह ह क फ मजदर का तन वाह मजदर होना समाज क लए कोई नह बात नह थी

94 बराइया जो नई बात थी वह यह क जब फ या बनी तो एक साथ बह त सार मजदर शहर

म इक ा ह ए इस जमाव म उनक ददशा भी समाज क सामन कह यादा खर प स उजागर ह ई

उ योग म ब च और औरत को सोलह घ ट या उसस भी यादा काम करवाया जाता थकान क कारण य द कोई काम नह कर पाता तो उस ब ट स पीटा जाता था तन वाह काट ल जाती तन वाह वस भी काफ कम मलती थी एक ह त क लए कसी ह नरमद कार गर को 1795 म कोई 25 श लग और साधारण मजदर को सफ 12 श लग मला

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करत थ म हलाओ को प ष स आधी और ब च को एक चौथाई तन वाह ह मलती हाला क व प ष िजतना ह काम करत

कोयल क खदान म तो ि थ त और भी यादा खराब थी यहा चार स पाच साल क ब च को खदान क सरग क अदर बारह स सोलह घट काम करवाया जाता इनक औसत पगार दो स तीन श लग त स ताह थी

फ स टम क आन स मजदर क गर बी भी बह त यादा उजागर होन लगी वस तो औ यो गक ा त क श क साल म ह यह साफ हो गया था क समाज म नर ह गर ब क स या बढ़ रह ह पर इस ि थ त स बचन क लए कछ खास नह कया गया पीनहमल ड नामक क ब म गर ब क मदद क लए एक स टम ज र श कया गया िजस पीनहमल ड स टम क नाम स जाना जाता था कछ दसर क ब न भी इस स टम को

अपनाया पर बढ़ती ह ई औ यो गक गर बी क सामन यह स टम प त हो गया शहर म ि थ त कछ ऐसी थी क मजदर क हालत बद स बदतर होती चल गई

शहर बगर कसी योजना क बतहाशा बढ़त चल गए उनक नगरपा लकाए इस नई आबाद क दखभाल करन म असमथ रह शहर म गद द र बि तया पनपन लगी िज ह अ जी म लम कहत ह जहा अब तक शहर म अनक तबक क लोग आपस म मल कर रहत थ

वहा धीर-धीर मजदर बि तया शहर क बाक आबाद स हट कर रहन लगी इन बि तय म न तो सडक ठ क होती न ह ना लया न ह कड़ा नकालन क कोई यव था न ह पय जल का इतजाम और न ह ठ क स बन ह ए मकान इ तहासकार हो सबाम का कहना ह क यरोप क शहर म इस क म क बि तया यादातर शहर क पव ह स म बसी सो शहर म एक नया भद श हो गया ई ट ए ड नवासी (गर ब) और व ट ए ड नवासी (अ भजा य) का

रह-रहकर औ यो गक शहर म महामा रया भी बढ़न लगी लासग म पहल बार 1818 ई0 म हाइफस जवर का कोप फला यरोप क सार औ यो गक शहर म 1831 ई0 और 1832 ई0 म टाइफाइड़ क महामार छाई रह इन शहर म कालरा मयाद बखार और तप दक का भी बोलबाला रहा य सार बीमा रया यादातर मजदर बि तय म ह रह मानो यह सा बत कर रह ह क जहा द र ता और गदगी ह वहा बीमा रया भी रहगी इस सबन मजदर बि तय क नवा सय का हौसला तोड़ दया सामािजक हौसलाप ती क कई ल ण सामन आन लग शराब का ज रत स यादा इ तमाल होन लगा बाल ह या व याव त आ मह या और मान सक व ता क घटनाए बढ़न लगी मजदर क दग त इस बात स और भी यादा उजागर ह ई क औ यो गक ा त क कारण समाज क बाक सार वग क स प नता बढ़ रह थी

95 बराइय को दर करन क यास एवम समाधान फ टर स टम क इन बराइय को ज द स ज द दर करना बड़ा ज र था य क

एक तो साधारण मानवीयता का तकाजा था क मजदर क काम करन क हालात म सधार आए इसस भी यादा बड़ा कारण यह था क फि य म अ धकाश उ पाद फ म काम करन वाल मजदर ह खर दत थ इस लए अगर मजदर क माल हालत एक सीमा स नीच जाती

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तो नकसान पजीप तय को ह होता और अगर मजदर बि तय क समाज यव था को ठ प होन दया जाता तो डर था क कह दश म व ोह न भड़क उठ व ोह न भी होता तो यह तो साफ था क म यवग क जवान इन बि तय म फल रह शराबखोर व याव त और अ य कार क अन तकता क च कर म पड़ रह थ य द म यवग को अन तकता स बचाना था तो

ज र था क मजदर वग स अन तकता को दर कया जाए

951 ससद य यास

आजकल यह माना जाता ह क य द फ मा लक अपन मजदर क भल कार दखभाल कर तो उ ह ह यादा मनाफा होता ह पर उ नीसवी सद म यह बात अ धकाश पजीप तय क समझ म नह आ रह थी इस लए हम पात ह क फ टर म मजदर क ि थ त सधारन वाल अ धकाश उपाय कवल कछ फ टर मा लक क पहल पर रा य यव था वारा व भ न दश क ससद वारा कए गए सबस यादा सधार का काम इगल ड म

हआ ऐस उपाय म स पहला था इगल ड म राबट पील वारा ससद म पास कया गया

ह थ ए ड मारटज ए ट (1802) यह ए ट कवल बड़ी फ ट रय पर लाग होता था और कवल एपरि टस पर इस ए ट म यह कहा गया क नौ साल स कम उ क ब च बतौर एपरि टस नह लगाए जा सकत फ मा लक पर इन ब च स बारह घ ट स यादा या फर रात म काम करवान पर रोक लगा द गई

1802 क ए ट म कई खा मया थी एक तो यह कवल बड़ी फ य पर लाग होता था और वहा भी कवल उन फि य पर जो क एपर टस को इ तमाल करती थी बह नर बाल मजदर को इस ए ट स कोई सर ा नह मलती थी सबस म य बात तो यह थी क इस ए ट म नर ण करन का कोई ावधान न था नतीजतन यह ए ट महज कागजी कानन बन कर रह गया

फर 1816 म पील क चयरमनी म एक ससद य कमट का गठन कया गया इस कमट क सलाह पर 1819 का फ नय ण कानन पास कया गया इस कानन म पछल कानन क ावधान को दोहराया गया और कहा गया क सार बाल मजदर को इस कानन क सर ा द जाएगी साथ ह यह नधा रत कया गया क सोलह साल स कम उ क मजदर को बारह घ ट क दन म डढ़ घ ट क खान क छ ी द जायगी च क यह ए ट सार कामकाजी ब च पर लाग होता था इस लए लोग न इसका डट कर वरोध कया वरो धय म एक बड़ा तबका उन मा-बाप का था जो अपन ब च स काम करवात थ

952 समाज सधार और अबधनी त

तमन अबधनी त क बार म पढ़ा होगा यह नी त अठारहवी सद क अ तम दशक म काफ फल चक थी अथशा ी एडम ि मथ िजसका हम पहल िज कर चक ह इसका एक बड़ा समथक था इस नी त क मतावल बय का मानना था क समाज क अथ यव था तब ह

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सफल हो सकती ह जब क सरकार अथ यव था को अपन आप पर छोड द उसम अपनी टाग न अड़ाए

जब उ नीसवी सद म ससद य य न मजदर क सधार क लए होन लग तो सधार-वरोधी उ योगप तय न अबधनी त क दहाई दत ह ए यह गहार लगाई क अगर रा य फ स टम को सधारन व नय त करन क को शश करगा तो सार अथ यव था ह ठ प हो जाएगी दरअसल बड़-बड़ दाश नक वचार क आड़ म य वरोधी कवल इतना कह रह थ क उ ह मजदर -ब च म हलाओ और प ष का खन चसन स नह रोका जाना चा हए भल ह ऐसा करत ह ए व समाज क इतनी दग त य न कर द िजसस क समाज का साधारण चाल-चलन ह ठ प हो जाए ऐस वरो धय को उनक खद क बवकफ स बचाना ज र था

953 सधारक य न जार रह

1820 क दशक म पावर लम और भाप क इजन म काफ यादा या क सधार आए इसका नतीजा यह हआ क इस दशक म धीर-धीर फ स टम सार कपड़ा उ योग और ख नज उ पादन पर छा गया फि या भी कवल कछ शहर इलाक म कि त होन लगी लकाशायर का कपड़ा उ योग इसका अ छा उदाहरण ह यहा कोई 25 वग मील क म इतनी यादा कपड़ा मल थी क इ ल ड का 80 तशत स यादा कपड़ा बनाया जाता था िजतना फ ट रय का जमाव बढ़ा उतना ह उनक दगण कट ह ए इसम सधार लान क ससद य यास भी उतन ह जोर स कए जान लग

954 सड़लर क यास

माइकल सड़लर न 1831 म टन-आवर बल इ ल ड क ससद म पश कया इस बल म यह ावधान था क कसी भी मजदर स दस घट (टन-आवर) स यादा काम नह लया जा सकगा यह बल ससद म पास नह हो सका

पर इन दन इ ल ड म व ट इ डीज क दास था को लकर काफ गहमा-गहमी चल रह थी इसक रहत अखबार और प काओ म फ टर मजदर क तलना व ट-इ डीज क नी ो दास स क जान लगी धीर-धीर यह मत फलन लगा क मजदर क ि थ त म सधार क लए कछ ठोस कदम उठाए जान चा हए इसक फल व प जब 1833 म लाड एशल न ससद म अपना ताव रखा तो वह कछ ससद य छ ना-झपट क बाद पा रत हो गया

955 एशल का कानन

लाड एशल क कानन (1833) को सार कपड़ा बनन क फि य पर लाग कया गया इसक अनसार नौ साल स कम उ क ब च को फ म काम करवान पर पाबद लगा द गई तरह साल स कम उ क मजदर स दन म नौ घ ट और स ताह म 40 घ ट स यादा काम करवाना तब धत कया गया उ ह रोज डढ़ घ ट क खान क छ ी दना ज र

रखा गया यह कहा गया क अठारह साल स कम उ क मजदर स दन म 12 घट और स ताह म 69 घट स यादा काम नह करवाया जा सकता ldquoरातrdquo क काम को ठ क तरह स

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प रभा षत कया गया साढ़ आठ बज शाम स लकर साढ़ पाच बज सबह तक क समय को ldquoरातrdquo करार दया गया और इस पार म कवल अ ारह साल स यादा उ क मजदर क योग क अनम त द गई फ म काम करन वाल हर ब च का रोज दो घट कल जाना नि चत कया गया नर क क एक बड़ी टोल नय त क गई जो फ मा लक पर नगरानी रख सक और जो मा लक कानन क अवहलना करत ह ए पकड़ जाए उन क सर बड़ी सजा का ावधान रखा गया

इस कानन म दो म य खा मया थी एक तो यह कवल कपड़ा उ योग पर ह लाग कया गया जब क अ य उ योग म भी मजदर क हालत काफ खराब थी दसर यह कवल ब च को अपन दायर म लता था जब क ि य और प ष को भी काननी सर ा क आव यकता थी

96 समाज और सामािजक प रवतन बहरहाल इस कानन स कछ बात साफ जा हर होती थी सबस पहल बात तो यह क

हाला क समाज म अब भी अबधनी त का बोलबाला था अब सरकार क समझ म यह आन लगा क समाज क कछ अश ऐस होत ह जहा क सधार लान क लए सरकार ह त प ज र होता ह दसर बात यह क अब साधारण तौर पर यह माना जान लगा क समाज म औ यो गक उ पादन क इकाई प रवार नह बि क यि त वशष था और उसक सामािजक सर ा और सखा-पढ़ क िज मदार कवल प रवार पर ह नह छोड़ी जा सकती थी समाज को भी आग बढ़कर कछ उपाय करना ज र था

धीर-धीर अ य उ योग को भी फ कानन क तहत लाया गया 1842 म लाड एशल क कानन को कोयला खदान पर लाग कया गया और म हला मजदर को भी सर ा द जान लगी 1878 म इस कानन न सार फि य और वकशाप को अपन दायर म ल लया इस बीच दसर दश म भी फ कानन क या जार थी 1841 म ास म बाल-मजदर कानन लाग कया गया ए शया म भी 1870 तक कई कानन जार कए गए पर उ ह कभी गभीरता स लाग नह कया गया

1848 म सार यरोप म सोश ल ट व ोह ह ए और उ ह काफ आसानी स कचल दया गया इन व ोह म मजदर न बढ़ कर ह सा लया था कचल जान क बाद इन व ोह क बह त सार नता मजदर नता बन गए और फ मा लक स मजदर क भलाई क लए माग करन लग इस समय क बाद स फ मजदर क सगठन बनना श हो गए और कमशाला क हालात म सधार क लए य सगठन अपन अपन उ योग और सरकार पर जोर हालन लग ऐसा इ ह न कस तरह कया तम अ य इकाइय म पढ़ोग

97 साराश इस इकाई म तमन जाना क फ स टम अठारहवी सद म श हआ इसन

औ यो गक उ पादन म एक नए कम व यास को ज म दया फि या चलान क लए एक नए क म क अनशासन क ज रत थी जो क पहल कभी ससार म दखन को नह मला था लगातार अनशासन था पत रखन क लए फ क मय क उपर एक नए मनजमट तबक का

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ज म हआ फोरमन और सपरवाईजर य लोग लबर अ र टो स (Labour aristocrates) कहलाए इनक रहत उ योग म उ योग क मल कयत और उसक मनजमट म भद कया जान लगा मजदर क शहर म रहन स कई बराइया पनपी उ ह दर करन क लए उ नीसवी सद क म य तक अ भजा य वग स कछ समाज सधारक उबर कर सामन आए पर मजदर क सगठन अभी ठ क तरह स नह पनप पाए थ व 1848 क यरोपीय व ोह क बाद उबर

98 अ यासाथ न (I) अश पर छोट सवाल

कछ श द म जवाब द िजए (क) या फ स टम और औ यो गक ा त म स कोई एक बगर दसर क पनप

सकता था (ख) फ स टम क मख व श टता या थी (ग) या पन बनान क फ वा तव म एडम ि मथ क वणन क अनसार होती ह (घ) या फ स टम अन तक था (च) अबधनी त फ मा लक को य पसद थी (छ) इस इकाई म िजन फ सधारक का िज ह उसक अलावा दो और सधारक क

नाम बताइय (II) सार इकाई पर सवाल

दो सौ स तीन सौ श द म जवाब द (क) फ स टम इ ल ड म कस तरह पनपा (ख) फ स टम न कस तरह था पत आ थक और सामािजक स थाओ पर हार

कया (ग) फ स टम क कारण समाज म कस तरह क प रवतन आए (घ) फ स टम म सधार लान क य न क ववचना कर

99 ास गक पठनीय थ ईज हो सबाम - ाम इड ट ए पायर प गइन ईज हो सबाम - एज आफ रवो यशन प गइन ईपी टाम सन - म कग आफ द इग लश व कग लास (सभी कताब अ जी म ह बाजार म आसानी स मल जाती ह)

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Page 11: एमassets.vmou.ac.in/MAHI01-2.pdf ·  · 2014-04-056.7 इंगलैड ... अलबट[थेयर(Albert Thaer) ने1798 (Introduction to the knowledge of English Agriculture)

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69 श दावल मनर (Manor)-साम तवाद यग का गाव फाम (Farm) - वशाल खत रोटशन ऑफ ॉ स (Rotation of Crops) - फसल क अदला बदल वनोईग (Winnowing) - आनाज को साफ करन क एक प त सफ (Serf) - सामत क अधीन कषक दास सग (Threshing) - अनाज को साफ करन क एक प त

एन लोजर (Enclosure) - बाड़बद अथवा चकबद

610 अ यासाथ न 1 अठारहवी शता द क पहल यरोप क दश म क ष यव था पर काश डा लय इस

शता द म इ लड म इसम या सधार कय गय 2 अठारहवी सद म इ लड म क ष क म नवीनीकरण क लय िज मवार

प रि थ तय का व लषण क िजय इस नवीन प त का इ लड तथा यरोप क अ य दश पर या भाव पड़ा

611 सदभ थ Books for Reference 1 Chapter by RR Enfield in the book 2 Emopean Civilization Its origin and Developmentrsquo Volume V

under the direction of Edward Eyre Oxford University Press London 1937

3 Chapter by RM Hartwell in the book lsquoThe Cambridge Modern History Volume IX (1793 ndash 1830)rsquo edited by CW Crawley Cambridge University Press London 1965

4 Brison D Gooch Europe in the Nineteenth Century The MacMillan Company London 1970

5 David Ogg Europe in the Seventeeth Century Hindi edition Jaipur 1967

6 Carlton JH Hayes Modern Europe to 1870 the MacMillan Company New York Sixth Print 1960

7 Langer Eadie Geanakoplos Hexter Pipes Western Civilization Volume II Harper and Row New York Second Edition 1975

8 Wallbank and Taylor Civilization Past and present Volume II Third Edition 1975

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इकाई 7 अठारहवी सद म यरोप म कषक व ोह

इकाई क परखा 70 उ य 71 पवाभास 72 इ लड म अठारहवी सद म बाड़ब द आ दोलन 73 ास म कषक क दशा 74 जमनी क रा य म सधार 75 आि या - हगर 76 स म व ोह (1703-1772) 77 स म 1773-75 का कषक व ोह 78 यरोप क अ य दश म ि थ त 79 साराश 710 बोध न 711 स दभ थ

70 उ य इस इकाई म आप अ ययन करग म य काल न यग स लकर स हवी सद क अ त तक साम तवाद यव था म

साम त क अ धकार व कषक क दशा कवल इ लड म कषक दास था का अ त चौदहवी सद स स हवी सद क कषक व ोह का उ लख इ लड म बाड़ब द आ दोलन

ास म महान ाि त क पहल कषक क दशा ा त क आर भ होन क बाद ामीण म सामत क नवास थान पर कसान क आ मण 1789 स 1792 ई0 तक कषक

दास क मि त क लय पा रत कय गय अ ध नयम जमनी क कछ छोट रा य म कषक दास क मि त क आदश तथा शा म 1807 स

1817 तक कषक क हत म कय गय ड रक महान क काय आि या - हगर सा ा य क बोह मया दश म 1768 स 1775 तक व ोह व उनक

कारण स ाट जोजफ क सधार क य न का साम त वारा वरोध स म कसान का दमन पीटर महान क शासन काल म कसान पर अ याचार

अठारहवी सद म आर भ स ह स क पव भाग म व ोह कषक का लगातार दमन 1773 ई0 म पन पव भाग म व ोह तथा उसक भयकरता इस व ोह म मक व गर सी जा त क मन य का साथ व ोह क असफलता क कारण

अ य यरोपीय दश म आ दोलन का न होना

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71 पवाभास अठारहवी सद क आर भ म यरोप क दश म कषक क दशा नवी शता द स लकर बारहवी शता द तक यरोप म साम तवाद यव था का जोर

रहा इस था म बड़ साम त व उपसाम त उन भस ता ज नत अ धकार का योग करत थ िजन पर पहल राजाओ का अ धकार था इस यव था म कषक क दशा अ य त शोचनीय थी य क यह था कषक क शोषण पर आधा रत थी तरहवी सद क श स साम तवाद का ास श हआ धम य क भाव यापा रक वग क उदय तथा रा य रा य क उ थान न

साम त क शि त कम क साम त क अ याचार स त होकर इ लड म कसान न सग ठत होकर साम त का वरोध आर भ कया 1348 ई वी म काल म य नामक एक महामार क कोप स यरोप क आधी जनस या म य का ास बन गई खती म काम करन वाल कसान व मजदर क भार कमी हो गई इ लड म कषक दास न अपनी महनत क लए उ चत पा र मक क माग क क त उनक आ दोलन को दबा दया गया 1381 ई0 म वाट टाईलर क नत व म इ लड क हजार कसान न व ोह कया इसम शि पय व कार गर न भी साथ दया ल कन यह व ोह कचल दया गया

इस समय इ लड म यापार क उ न त तथा पजी क वकास न ि थ त म प रवतन ला दया साम त न यह उ चत समझा क व कषक को भ म हल बल बीज आ द साधन दकर उनक उपज का एक नि चत भाग ल ल इस प त न कसान क मि त का माग श त कया सोलहवी सद क अ त तक इ लड म कषक दास क था लगभग समा त हो

गई ल कन कषक क सम याओ का पण प स अ त नह हआ इ लड क अ त र त यरोप क अ य दश म कषक दास क था च लत रह

ि मरनोव और कानाकोवा नामक दो सी इ तहासकार न लखा ह क स म चौदहवी सद म साम तवाद का और उ कष हआ तथा उनक अधीन काम करन वाल कषक क दशा और खराब हो गई पव यरोप क अ य दश म भी कषक क यह दशा थी प हवी सद म जमनी ास व पन म कषक न असफल व ोह कय प हवी सद म जमनी ास व पन म

कषक न असफल व ोह कय प हवी व सोलहवी सद म यरोप क जनस या बढ़न लगी क ष क म ाचीन तर क क योग क कारण अनाज क उ पादन म व नह ह ई इसका तकल भाव पि चमी यरोप क अप ा पव दश पर वशष प स पड़ा य क खराब

मानसन क फल व प पड़न वाल अकाल क समय वहा पर यातायात व सचार क दर यव था क कारण अ य दश स पया त मा ा म अनाज शी ता स नह मगाया जा सकता था प हवी सद म जमनी ास व पन म असफल कषक व ोह ह ए स हवी सद म ास म कई व ोह ह ए िजनम 1675 का जकर व ोह सबस भयकर था इसम ास क टनी दश क प चीस हजार कषक न भाग लया यह व ोह भी कचल दया गया स हवी सद क अ त तक भी कषक इसी कार स दःखमय जीवन यतीत करत रह इ लड को छोड़ कर सभी दश म साम त क अ याचार का अ त नह हआ 1789 क ासीसी ा त क समय ास म कसान को राजा साम त व चच को कर अदा करन क लय एक कसान को अपनी आमदनी का 80

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तशत भाग दना पड़ता था उस साम त क यहा अनक कार क बगार करनी पड़ती थी अ य मामल म भी साम त क वशषा धकार स वह त था

72 इ लड म अठारहवी सद म बाड़ब द आ दोलन अठारहवी सद म इ लड म क ष क म अनक नय योग कय गय ज ो हल

(1674-1740) वारा बीज बोन क लय एक य टाउनशड (1674-1738) क फसल को बदल बदल कर बोन क प त तथा पशओ क न ल व स या बढ़ान क लय राबट बकवल न 1770 क आस पास व ा नक जनन क प त क पालन न खती क उ पादन तथा पशधन को बढ़ान म उ लखनीय योगदान दया आथर यग (1741-1820) नामक एक धनी कसान न छोट-छोट खल खत को मला कर बड़-बड़ क ष फाम बनान का चार कया

बड़-बड़ फाम क चार और बाड़ लगाई गई 1760 स लकर 1815 क म य 956 बाड़ब द अ ध नयम बनाय गय जएल हम ड व बारबरा हम ड न लखा ह क पछल दो शताि दय म यरोप म शायद ह ऐसा कोई प रवतन हआ जो इसक समान मह व रखता हो एनफ ड क मत म व तत यह आ दोलन इ लड क यापा रक व औ यौ गक वकास स स ब धत था इसम एक ाम को आ म नभर बनान क थान पर मनाफा कमान क यव था को अपनाया गया अब फाम म उ पा दत अनाज को बढ़ती ह ई जनस या वाल नगर म भजा जान लगा इसन क ष को एक पजीवाद उ योग बना दया

इसम कोई सदह नह क बाड़बद स काफ मा ा म बकार पड़ी भ म म खती कया जाना स भव हो सका तथा बड़ फाम म नवीन प त स खती कय जान क फल व प भी क ष उ पादन बढ़ा ल कन बाड़ब द क कारण अनक छोट कसान को भ म छोडन क लय बा य होना पड़ा भ म स बदखल होकर व रोजगार क तलाश म शहर म चल गय

य य प हम इ लड म बाड़ब द क आ दोलन को व ोह नह मान सकत क त क ष क म यह एक मह वपण प रवतन था यह क ष क म ऐसा कदम था िजसन क ष को यावसा यक प द दया

73 ास म कषक क दशा 1675 ई0 क व ोह क बाद ास म महान ा त तक कसान का कोई और व ोह

नह हआ और न ह उनक दशा म कछ सधार हआ ासीसी ा त (1789) क समय चच लगभग प ह तशत साम त बीस तशत नगर क धनी यि त ततीस तशत भ म क वामी थ ास क आबाद का 85 तशत भाग खती पर नभर था ल कन उसक पास कवल

एक तहाई भ म थी इनक पास िजतनी भी भ म होती वह उनक प रवार क भरण पोषण क लय पया त नह थी उ ह राजा चच साम त आ द को कर दन पड़त थ आथर यग न 1787 स 1789 तक ास क ामीण का मण करक लखा था क आम तौर पर ासीसी कषक का मनोबल इतना कमजोर था क उस ऊचा उठाना सभव नह था व कवल

जी वत रह कर ह सत ट थ जलाई 1789 म बा तील (Bastille) क पतन क समाचार य ह ास क दहात म पह च वहा पर कसान न कल न वग क नवास पर आ मण कर दय इन आ मण म वशष प स उन द तावज को न ट कया गया िजनम उनक दासता

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क सा य उपल ध थ सभी कषक व ोह क भा त इस व ोह म भी कषक का एक ह ल य था व दासता स म त होना चाहत थ इस कार क कायवाह 1790 ई0 तक चलती रह

ास क रा य सभा न वशषा धकार क समाि त क अ तगत कानन वारा ास म कषक दास क था समा त कर द पहल कानन वारा भ- वा मय क सभी यि तगत अ धकार समा त कर दय गय और कषक को भ म का वामी माना गया दसर कानन म यह कहा गया क ास म भ म उसी तरह स वत रहगी िजस तरह स अब यहा रहन वाल यि त वत रहग अब एक कषक अपन खत म मनचाह तर क स खती कर सकता था तथा अपनी उपज को बच सकता था

य य प उपय त कानन क अनसार कषक दास था का अ त हो गया ल कन इनस कसान क स पण आशाए फल फत नह ह ई इन क अनसार साम त क अनक वशषा धकार जस सामत का भ म पर वा म व यि तगत अ धकार शकार व मछल पकड़न क अ धकार समा त कर दय गय तथा इनक बदल म कसान को कोई मआवजा अदा नह करन क आदश दय गय ल कन भ म का बकाया कराया और साम त को अदा क जान वाल अ य बाक दनदा रय को माफ नह कया गया इनक अदायगी करन क लय एक कसान को लगभग बीस वष का कराया अदा करना पड़ता था अतएव कसान म असतोष बना रहा 1792 व 1793 ई0 म इस कार क अदायगी को माफ कर दया गया

इस समय भ मह न कसान अथवा थोड़ी सी भ म वामी यह चाहत थ क चच स छ नी ह ई भ म उनम वत रतक जाय क त ऐसी भ म को सम कसान अथवा यापा रय आ द न खर द कर उ ह इसस व चत कया

74 जमनी क रा य म सधार अठारहवी सद म जमनी अनक रा य म वभािजत था सभी रा य म कषक अपनी

दशा स असत ट थ व कभी भी व ोह कर सकत थ अत कछ छोट रा य न कषक दास क था का अ त करन क लए कानन बनाय 1770 व 1780 क म य यक आफ सवाय न

अपन दश म कानन वारा इसको समा त कया शया जो क एक बड़ा रा य था म वहा क स ाट ड रक मकान न अपन अधीन भ म म कसान क कर व बगार क भार को कम कया 1786 ई0 म उसक म य तक इस दशा म उ लखनीय ग त नह ह ई 1807 स लकर 1817 ई0 तक शया म अनक आदश जार कय गय िजनक अनसार कषक अपन साम त को कछ रा श अथवा भ म का भाग दकर भ- वामी बन सकता था ल कन य आदश उन कसान पर लाग नह होत थ जो स दय स एक भ म पर खती नह करत थ अतएव इसका भाव सी मत ह रहा

75 आि या - हगर आि या - हगर क सा ा य म कषक क दशा अ यत शोचनीय थी यहा तक कहा

जाता ह क हगर व बोह मया म कसान पशओ क तरह रहत थ 1768 म बोह मया क कसान न व ोह कया इसक तर त बाद भी ऐस व ोह होत रह इनका चरमो कष 1775 क व ोह म दखा जा सकता ह कसान क म य शकायत का आधार यह था क सामा य

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वष म भी उनस भार कर वसल कया जाता था और असामा य वष (1765 और 1770) क बीच जब फसल बार बार खराब ह ई तब यह बोझ असहनीय हो गया उस समय आि या म म रया थ रसा का शासन था तथा उसका प जोजफ र ज ट क ह सयत स शासन का सचालन कर रहा था 1771 ई0 म जोजफ न बोह मया का दौरा कया कसान क ददशा को दख कर उसन सफा रश क क क ष दास था को समा त कया जाय य य प कसान का बोझ ह का करन क लय म रया थ रसा एक तदथ कानन बनान क प म थी ल कन वह इस था क स थागत अि त व पर आ मण करन क लय तयार नह थी स ाट बनन क बाद जोजफ न एक ल बी योजना क तहत कषक दास था को समा त करन का नणय लया उसन यह अनभव कया क इस था स रा य को अ धक आय नह rsquo होती थी कल न वग को कसान िजतना लगान दत थ उसका एक अश ह कल न वग रा य को दता था 1780 ई0 क अ यादश क अनसार उसन आि या - हगर म सामती उगाह का बोझ कछ कम कया तथा क ष दास को यह गारट द क व अपनी पतक भ म क उ तरा धकार मान जायग 1784 क अ यादश क अनसार भ म कर क दर को समान बनाया गया तथा वशषा धकार क नाम पर कसी भी वग को मलन वाल कर छट को समा त कया गया इसक लय उसन भ - सप त क सव ण का काय भी आर भ कराया िजसम पाच वष लग इस अव ध म वशषा धकार ा त वग न इस अ यादश का इतना वरोध कया क इस कभी लाग नह कया जा सका

इस कार साम तवाद क अ धकार को समा त करन म जोजफ असफल रहा

76 स म व ोह (1703-1772) स म क ष दास का दमन कया जाता था अ धक स अ धक काय लन क लय

कल न वग अपन अधीन कषक को दबा कर रखत थ 1649 ई0 म कसान क दमन स सबि धत सभी कानन को व ध स हता म सग ठत कया गया पीटर महान (1689-1725) क शासन काल म भी यह नी त अपनाई गई उसन बड़ी स या म कषक को कल न का दास बनाया 1703 ई0 म पीटर न एक नयी राजधानी बनान का काय आर भ कया सट पीटसबग क नमाण क लय स क भ न भ न भाग स कसान को लाया गया उनक रहन व खान क सम चत यव था नह क गई फल व प सह कसान मर गय उसन साम तवाद को नव विजत दश म भी लाग कया इसी समय यराल दश म लोह उ योग वक सत हो रहा था वहा पर भी बड़ी स या म कसान व मक को भजा गया द ण व द ण पव स म रहन वाल मक न करो क भार तथा अ नवाय स नक व मक क भत क अ यायपण काय क व व ोह आर भ कया यह व ोह भ न भ न थान पर भ न भ न समय म ह ए इनम स सबस लोक य व ोह अठारहवी सद क थम दशक म अ ाखान वश क रया और डान दश म हआ 1705 ई0 म अ ाखान क व ोह न भयकर प धारण कर लया क त उस दबा दया गया 1707 ई0 को डान म ह ए व ोह म म य प स कसान न भाग लया इनका नता क ाट बलावीन था शी ह यह व ोह सम त

द ण पव स म फल गया बलावीन न गर सी जा तय का सहयोग ा त करन क भी

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को शश क जलाई 1708 ई0 तक चलता रहा 1709 व 1710 ई0 म इस दश म यदा कदा व ोह होत रह ल कन पीटर न इन व ोह को दबा दया 1714 ई0 क एक आदश वारा उसन भ म पर साम त क अ धकार को वशोगत बना दया भखमर क कारण भ म

छोड़ कर भागन वाल कषक को ढढ कर लान व उ ह सजा दन का ब ध कया गया इस कार स म अठारहवी सद म साम त को और अ धकार दय गय य य प कथ रन महान को एक ब नरकश शासक माना जाता ह ल कन उसन

कषक दास क भलाई क लय कछ नह कया 1765 ई0 म साम त को अ धकार दय गय क व कषक को सजा द सक उनम असतोष क वाला फर स भड़क उठ

77 स म 1773-1775 का कषक व ोह सरकार वारा साम त क ि थ त ढ़ करन और कषक पर उनक अ धप तय क बढ़त

ह ए अ याचार क कारण दोन वग म कटता और बढ़ गई सी सा ा य क पव भाग म कषक क अ त र त खान व लोह क कारखान म काम करन वाल मक भी अपनी दशा स असत ट थ इस म गर सी जा तया तातार मोर डो वयन चवा श (बईनऔम) और बश कर क कसान भी भ म छन जान क कारण सरकार क व हो गय थ गर ब कोसक (Cossack) म भी असतोष बढ़ रहा था

मई 1773 ई0 म डान दश का रहन वाला थम लयन पगाचोव नामक एक कोसक जो कई बार जल म सजा भगत चका था कारागह स भाग नकला उसन वय को स का स ाट घो षत कया तथा पीटर ततीय क उपा ध धारण क कोसक व भ म छोड़ कर भाग ह ए कषक न उसका साथ दया आर भ स ह पगाचोव न कषक को अ याचार का मकाबला करन क लय उकसाया तथा उनक दशा सधारन क लय य न करन का वचन दया शी ह उसका साथ यराल क मक न दया उ ह न अपन कारखान स बदक व ो हय को द तथा काफ मा ा म कारखान क बाहर ब दक बनाई दस बर 1773 तक ओरनबग पम और स ब क क दश म भी यह व ोह फल गया तथा गर सी जा तय क सद य भी इसम सि म लत हो गय मक तथा गर- सय का कसान का साथ दन स ि थ त ग भीर हो गई माच 1774 म ला त चवो (Tatishchevo) क कल पर शाह सना न पन अ धकार कर लया इसी समय उफा म भी व ो हय क हार ह ई पगाचव यराल क पहाड़ म चला गया ल कन यहा पर भी वह परािजत हआ अब वह वो गा क नकट क दश क ओर मड़ा वहा पर उस कषक व गर सय का समथन मलन क आशा थी जन 1774 म उसन कजान क शहर को जीत लया एक बार फर हार कर पगाचव न वो गा नद को पार करक डान दश म पह चन क को शश क इस बीच सना उसका बराबर पीछा कर रह थी पगाचव को गर तार कया गया तथा जनवर 1775 म उस तथा उसक कछ सा थय को फासी द गई उसक गर तार क थोड़ समय बाद व ोह शा त हो गया

पगाचव क हार क न ना कत कारण थ - (1) व ोह म भाग लन वाल व भ न त व म वह एकता कायम नह रख सका

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(2) व ो हय क द त अनक थान पर तनात कर दय गय थ अतएव व सग ठत होकर नह लड़ सक

(3) उनक पास श क कमी थी (4) शाह सना क शि त उनस कह अ धक थी (5) उसम सगठन क मता का अभाव था (6) उसन अपन अनया यय क सामन उनक दशा सधारन क लय एक काय म क

प ट परखा नह बनाई थी प रणाम 1773-1775 ई0 क व ोह क प रणाम कषक क लय हतकार स नह

ह ए कथ रन वतीय न 1775 ई0 म एक अ यादश वारा ा त का पनगठन कया यह नई यव था पहल क अप ा अ धक क कत व नरकश बनी सी सा ा य क सीमावत ात जहा पर गर सी काफ स या म रहत थ सभी कार क वाय ता क अ धकार को

समा त कया गया 1785 ई0 म साम त को एक चाटर (Charter) दान कया गया इसम उन सब अ धकार क पि ट क गई िजनका क उस समय व योग करत थ उ ह अपन सगठन बनान का अ धकार भी दया गया इन सगठन पर गवनर को नर ण क अ धकार दय गय

अठारहवी सद म स म कषक न बार बार व ोह कय इसका म य कारण स क जार क कषक वरोधी नी त थी उ ह न समय पर साम त क शि त ढ़ करन तथा कषक क दमन करन क लय कानन बनाय आम तौर पर अठारहवी सद म स क कषक व ोह उसक पव भाग म ह ए जहा लोह क खान व कारखान म मक काम करत थ तथा गर सी जा तया नवास करती थी अतएव अ धकाश कषक व ोह म उपय त त व न भी भाग लया य व ोह सग ठत न होन क कारण असफल रह वा तव म व सी सा ा य क शि त क आग सफल भी नह हो सकत थ

स म कषक क शोचनीय दशा उ नीसवी सद क ार भक छ दशक तक बनी रह 1861 म स ाट एलकजडर वतीय न स म एक अ ध नयम वारा कषक दास क था को समा त करन क घोषणा क य य प यह अ ध नयम अपन उ य म पण प स सफल नह हआ क त फर भी यह कसान को साम त क अ याय स बचान क दशा म एक मह वपण कदम था

78 यरोप क अ य दश क ि थ त अठारहवी सद म पन पतगाल व इटल म कषक क दशा म वशष प रवतन नह

हआ य य प व साम त क अ याय स पी ड़त रह क त उ ह न साम त था क अ त क लय कोई आ दोलन नह कया बा कन दश म इसी कार क दशा थी उस समय वहा पर तक का रा य था तथा व पराधीनता का जीवन यतीत कर रह थ इन सभी दश म क ष अ य त पछड़ी ह ई दशा म थी तथा वहा क कषक आ दोलन करन क ि थ त म नह थ हाल ड डनमाक व वडन जो क इ लड क नकट थ म भी इ लड क तरह बाड़ब द क

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गई तथा वहा पर नवीन क ष प तय का अनसरण कया गया इसस वहा क कसान क दशा कछ हद तक सधर इन दश म भी अठारहवी शता द म कोई आ दोलन नह हआ

79 साराश चौदहवी सद तक इ लड म साम तवाद का बोलबाला था तथा कषक क दशा शोचनीय

थी ल कन सोलहवी सद तक इ लड म कषक दास क था समा त हो गई यरोप क सभी दश म कषक दास क था अठारहवी सद क आर भ तक बनी रह प हवी सद म जमनी ास व पन तथा स हवी सद म ास म असफल व ोह ह ए

अठारहवी शता द म इ लड म क ष क म नवीन प त का वकास हआ तथा बाड़ब द क गई ल कन हाल ड ास व ए शया क कछ भाग को छोड़ कर शष यरोप म खती ाचीन तर क स ह होती रह साम त क अ याय भी यथावत बन रह

ासीसी ा त क आर भ होन क बाद कषक न साम त क नवास थान पर आ मण करक अपनी दासता क सा य को न ट कया 1789 ई0 म रा य सरकार न सामतो स मि त दलान क लय दो कानन पास कय 1792 व 1793 ई0 म भी इस दशा म य न कय गय

आि या - हगर सा ा य क बोह मया दश म 1768 स 1775 तक बार बार कसान क व ोह ह ए य य प वहा क स ाट जोजफ न कषक को कछ रयायत द ल कन वशषा धकार ा त वग क वरोध क कारण उसक आदश को लाग नह कया जा सका

स क शासक न साम त का समथन ा त करन क लय समय समय पर उ ह अ धकार दान कय तथा कषक का दमन कया 1705 ई0 स लकर 1775 ई0 तक स म कषक क अनक व ोह ह ए इनम स पगाचव क नत व म 1773-75 का व ोह सबस भयकर था य व ोह स क पव भाग म ह ए इन व ोह म खान व कारखान म काम करन वाल मक तथा गर सी जा तय न भाग लया असग ठत होन तथा व ोह म भाग लन वाल त व म एकता क अभाव म य सब व ोह असफल रह इन व ोह क बाद भी स क शासक न दमन क या जार रखी

य य प यरोप क अ य दश म कषक क -ि थ त खराब थी ल कन तहा पर कोई आ दोलन नह ह ए

710 बोध न 1 अठारहवी सद क आर भ म कषक क दशा का वणन क िजए इस शता द म

आि या - हगर म ह ए कषक आ दोलन का व ोह का ववचन क िजए 2 अठारहवी सद म कषक क त स क शासक क ि टकोण का व लषण

क िजए इस सद म स म ह ए कषक व ोह का स त वणन करत ह ए कषक व ोह का स त वणन करत ह ए उनक असफलता क कारण क ववचना क िजए

3 न न ल खत वा य को पढ़ कर उनक स मख सह () या गलत () का नशान लगाईय

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(1) ासीसी ा त क आर भ होन क बाद कषक न साम त क नवास थान पर आ मण करक उन द तावज को न ट कया जो उनक दासता क सा य थ

(2) आि या का स ाट जोजफ साम तवाद क अ धकार को समा त करन म सफल रहा

(3) अठारहवी शता द म स म कषक क अनक व ोह ह ए (4) अठारहवी सद म स क अ धकाश कषक व ोह क बाद वहा क सरकार न

उनक ि थ त म सधार कया

711 सदभ थ 1 पाथसारथी ग ता (स पादक) यरोप का इ तहास वतीय स करण 1987 नई

दहल 2 Peter Gay and RK Webb Modern Europe Harper and Row

New York 1973 3 History of the USSR Part I (English Translation) ndash From the

Earliest Times to the Great October Socialist Revolution Progress Publishers Moscow 1977

4 Chapter VI and VII Written by MP Vyatkin and AG Mankow on Early Eighteenth Century and Second Half of the Eighteenth Century Robert Briggs ndash Early Modern Europe 1560-1718 Oxford University Press 1977

5 Edward Eyre (Director) ndash European Civilization ndash Volume V Oxford University Press London 1977

6 Montague Fordham ndash The European Peasantry 1600-1914 7 RR Enfield European Agriculture since 1750

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इकाई-8 नगर व शहर का वकास एव म नगर करण

इकाई क परखा 80 उ य 81 तावना 82 ाचीन काल क नगर क आबाद व बनावट 83 नगर क आबाद म व व उसक आकड़ 84 जनस या म व क कारण 85 ाम स नगर क ओर पलायन 86 नय नगर का व प 87 प रणाम 88 साराश 89 बोध न 810 सदभ थ

80 उ य इस इकाई क अ ययन स आप समझ पायग क यरोप म नगर व शहर का वकास

कस हआ नगर करण क इस या स ामीण जीवन कस भा वत हआ तथा नगर करण क या प रणाम ह य

81 तावना ाचीन काल क नगर एव नाग रक वारा अ धकार क ाि त हत कय गय य न

रोम व यनान क स यता क इ तहास म अनक नगर रा य का उ लख मलता ह इटल व यनान क ऐस नगर क अ त र त रोमन सा ा य क व भ न भाग म भी नगर क अि त व क बार म जानकार मलती ह उस काल म ऐस नगर कसी राजा अथवा साम त क गढ़ क चार ओर बसाय जात थ य नगर ाम स कछ बड़ होत थ तथा इनक आबाद भी गाव स अ धक होती थी अपन अ धप त क त नगर क नवा सय को लगभग उ ह दा य व का पालन करना पड़ता था जो क गाव म कषक दास (Serf) करत थ धम य और रा य रा य क उदय क कारण सामत क शि त ीण होन लगी इस काल म वा ण यवाद का उदय व व तार भी हआ नाग रक न साम त को बा य कया क वह यक प रवार स कर वसल न करक सम त नाग रक स साम हक प स कर वसल कर उ ह न अपन-अपन नगर क बाजार का ब ध भी अपन हाथ म ल लया अपन अ धप त क अदालत म ववाद का नपटारा करान क थान पर व अपनी बनाई गई अदालत म मकदम क सनवाई और फसल करन लग ऐस सब अ धकार क स ब ध म उ ह न राजा अथवा साम त स चाटर (Charter) ा त कय इ ल ड म यापा रय क सगठन न साम त को वपल धनरा श अदा कर य अ धकार ह तगत कय ास व नीदरल ड म नाग रक क सगठन को क यन

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(Commune) कहत थ इन क यन न अपन साम त क व सफलतापवक व ोह कय जमनी म अनक नगर न मलकर ऐस अ धकार लय तथा साम हक सर ा क लय ब ध भी कय इस समय म कछ भावशाल पाद रय ( बशप) न भी कछ नगर बसाय इ ह बसात समय उ ह न नाग रक को उनक अ धकार क स ब ध म चाटर दान कय

82 ाचीन काल क नगर क आबाद व बनावट हज क अनसार चौदहवी सद क अ त म यरोप क अ धकाश नगर क आबाद अ धक

नह होती थी पाच हजार क आबाद वाला नगर बड़ा माना जाता था इसस भी अ धक आबाद वाल नगर थ ल कन उनक स या अ धक नह थी यहा तक क लदन प रस स वल व नस यबक रोम आ द जस बह त बड़ नगर क आबाद एक लाख स कम थी यरो पयन दश क अ धकाश जनस या नगर क अप ा ाम म अ धक थी

उस समय क नगर क नवासी यापार क साथ बागवानी व छोट पमान पर क ष करक अपना जीवन यापन करत थ आम तौर पर एक नगर क चार ओर मजबत ाचीर होती थी और अनम त प क वारा ह एक नगर क व भ न दरवाज स शहर म वश मलता था नगर क चारद वार क अ दर व भ न कार क मकान होत थ जो एक दसर स सट ह ए होत थ इसम चच टाउन हाल व यापा रक तथा कार गर क सगठन क इमारत भ य होती थी सड़क चौड़ी नह थी ग लया इतनी सकड़ी होती थी क उनम स घोड़ा गाड़ी आ द क ठनता स गजरत थ ग लय व बाजार म पानी क नकास क लय ना लय का ब ध नह होता था यक नगर म एक थानीय स था होती थी रात म नगर क दरवाज ब द कर लय जात थ शा त व स यव था बनाय रखन क लय प लस नय त क जाती थी ल कन उनक स या बह त कम होती थी

83 नगर क आबाद म व व उसक आकड़ चौदहवी सद स इन नगर क आबाद बढ़न लगी समय क स य साथ अनक कारण

स पहल स था पत नगर क आबाद बढ़ती गई यहा तक अनक थान म मन य नगर क चारद वार क बाहर भी बस गए प हवी सद क बाद क यग म यरोप म कई अनक नय नगर बस तथा कछ परान नगर क सम न ट हो गई ल कन फर भी 1830 म यरोप म नगर क अप ा ामीण म मन य अ धक स या म नवास करत थ इटल व ास स उसक कल जनस या क साठ तशत ए शया म स तर तशत पन म न ब तशत और स तथा पव दश म पचानव तशत आबाद गाव म रहती थी य - य इन दश म

औ यो गक वकास क ग त म तजी आती गई य - य गाव स मन य अ धका धक स या म शहर म आन लग

म य यग क अ त व आध नक यग म नगर क वकास क अनक कारण ह इनम सबस मख कारण यरोप क सभी दश म जनस या क लगातार व होना ह ोफसर कार साडस न 1300 व 1600 ई0 म यरोप क व भ न दश क जनस या क न ना कत आकड़

तत कय ह

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-स दश का नाम जनस या 1300 ई0 1600 ई0 1 इगल ड चाल स लाख पसठ लाख 2 ास 1 करोड़ 40 लाख 1 करोड़ साठ लाख 3 पन व पतगाल साठ लाख 1 करोड़ 4 जमनी (नीदरलड क साथ) 1 करोड़ 50 लाख 2 करोड़ तीस लाख 5 डनमाक दस लाख छ लाख 6 वडन छ लाख - 7 नाव तीन लाख - 8 इटल 1 करोड़ यारह लाख 1 करोड़ तीस लाख

इसस प ट ह क चौदहवी स स हवी सद म अनक दश क जनस या म व ह ई स हवी सद क बाद जनस या क व क दर और बढ़ गई य - य व भ न दश म औ यो गक वकास क ग त बढ़ य - य जनस या क व क दर भी बढ़

चौदहवी सद स यरोप म जनस या क बढ़न क कारण का स त म व लषण करना आव यक ह य क नगर करण म व स इसका घ न ठ स ब ध ह

84 जनस या म व क कारण 1 पर परागत धारणाओ का अत कार साडस क अनसार म य यग म ईसाई समाज

म शर र क प व ता (Celebeoy) को एक न तक कत य माना जाता था य क मन य क जीवन म न तकता का अ य त मह व था ल कन अनक ईसाई सत न खल बसी (Celebacy) पर जोर दत ह ए भी यह माना था क अ धकाश ि य व प ष को शाद कर लनी चा हए फर भी कछ मन य अ ववा हत ह रहत थ पनजागरण क समय स यह धारणा कमजोर पड़ती गई

2 भयकर रोग क कोप म कमी ाचीन काल स ह लग व हजा भयकर रोग स यरोप क दश म बड़ी स या म मन य म य क ास बन जात थ अतएव म य दर अ धक थी अनक शश भी बा याव था म मर जात थ ल कन प हवी शता द स औष ध व ान म नर तर ग त होती गई फल व प लग व हजा आ द का कोप बह त कम हो गया शश भी अ धक स या म जीन लग इसस ज म दर बढ़ती गई म य दर क कम होन तथा ज म दर क बढ़न स आबाद म व ह ई

3 द भ का अ त लगभग स हवी शता द तक वषा क अभाव म फसल खराब हो जाती थी तथा द भ क कोप स काफ मन य मर जात थ क ष क ldquoनवीन प तrdquo क योग स अ न का उ पादन बढ़ता चला गया फल व प अकाल का कोप समा त हो गया

4 यापार म उ न त वा ण यवाद क उदय व व तार स अ तदशीय व वदशी यापार म व ह ई यापा रक काय क लय अ धक यि तय क आव यकता पड़न लगी अब वा ण यवाद क समथक क साथ रा य क सरकार भी

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जनस या म व चाहन लगी वा ण यवाद क वशष - व लयम टपल डवीनट आ द न रा य को इस ओर कदम उठान क लय रत कया अनक रा य न ववा हत यि त को कर म छट द तथा अ ववा हत यि त पर अ त र त कर लगाय कह -कह पर बड़ प रवार वाल यि त को रा य क तरफ स आ थक सहायता भी द जान लगी

5 क ष उ पादन म व ाचीन व म य यग म यरोप म एक नगर क सम उसक आस-पास क म अनाज क उ पादन पर नभर रहती थी यातायात क क ठनाईय क कारण दसर थान स अनाज नह लाया जा सकता था एक ओर तो क ष उ पादन म व न अकाल को लगभग समा त कर दया तो दसर ओर यातायात क साधन न यह सभव कर दया क दर-दर स अनाज मगाया जा सक अतएव अब नगर अपन आस-पास क क अनाज क उ पादन पर नभर नह रहा वह अपनी बढ़ती ह ई जनस या क लय अनाज का ब ध कर सकता था

6 स नक आव यकताए यरोप क व भ न दश पार प रक सघष म लग रहत थ इ ल ड क पहल ास और बाद म हाल ड क साथ त पधा व तीस वष य य (1618-1648) इसक उदाहरण ह ास क लई चौदहव (1643-1715) न ास को य म उलझाय रखा स क पीटर महान न व तारवाद नी त अपनाई इन य क लय स नक क आव यकता बनी रहती थी अत सब दश यह चाहत थ क उनक जनस या म व हो ता क उ ह अ धक स नक मल सक

7 औ यो गक वकास इ ल ड म औ यो गक वकास क फल व प जनस या म व ह ई अठारहवी शता द क उ तराध और उ नीसवी सद म यरोप क अ य दश म यह या आर भ हो गई तथा उनक जनस या भी बढ़ती गई अठारहवी सद क म य व उ नीसवी सद क अ त तक यरोप क जनस या म तीन गनी व ह ई

85 ाम स नगर क ओर पलायन नगर करण क एक वशषता गाव स शहर क ओर मन य का पलायन था इ ल ड

म इस कार का पलायन वा ण य क वकास स आर भ हआ क ष क उ न त तथा औ यो गक ा त क समय इसम व ह ई अ य दश म भी यापार क ष व उ योग क वकास क समय इस कार क व त दखन को मलती ह म य यग व आध नक यग क आर भ तक यरोप क यक दश म नगर क आबाद क मकाबल म ामीण क आबाद बह त अ धक थी 1830 इ वी म इटल व ास म कल जनस या का साठ तशत शया म स तर तशत पन म न ब तशत और स तथा पव यरोप क दश म 95 तशत ामीण म रहता था

1851 म इ ल ड म पहल बार ाम क मकाबल म शहर क आबाद अ धक दज क गई इस समय म यरोप म प चीस नगर ऐस थ िजनक आबाद एक लाख क लगभग थी इनम स चार इ ल ड तथा एक काटलड म था इसम लदन क आबाद जो 1800 म एक

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लाख थी 1830 म डढ़ लाख हो गई थी इ ल ड को छोड़ कर शष यरोप म प रस क त त नया सट पीटसबग नप स वयना मा को ब लन एम टडम डि लन ह बग वारसा मलान रोम म ड पलरन व नस लयो बडाप ट मास लज व बास लोना क नगर क आबाद पचास हजार स लकर तीन लाख तक थी

उ नीसवी सद क उ तराध तथा बीसवी सद म नगर क आबाद बढ़ती गई तथा ाम क जनस या म कमी आई इस अव ध म एक ओर नगर क आबाद बढ़ और दसर तरफ काफ स या म भ मह न कषक कशल कार गर व मक गाव स नगर म आय

नगर क आबाद म व तथा वहा गाव स मन य क लगातार आगमन का प रणाम यह हआ क 1914 म इ ल ड म उसक कल जनस या का 80 तशत ास म 45 तशत स कछ अ धक तथा जमनी म 60 तशत यि त शहर म रहत थ इस समय म स पोल ड व डनमाक म लगभग एक तहाई जनता शहर म रहती थी 1850 क बाद बड़ शहर क आबाद म वशष प स तजी क साथ व ह ई पहल प चीस नगर को बड़ा माना जाता था ल कन 1914 म ऐस पचास नगर थ िजनक आबाद एक लाख स अ धक थी

ाम स नगर क ओर मन य क पलायन क लय न ना कत प रि थ तय िज मवार थी

1 कषक दास क मि त म य यग म जमीदार न क ष म होन वाल घाट स बचन क लय यह उ चत समझा क व कषक को हल बल आ द साधन द कर तथा उनस फसल क एक नि चत भाग लकर भ म का त क लय द द इस प त स एक ओर तो जमीदार सभा वत नकसान स बच गय तथा दसर ओर कसान जमीदार क त अ य दा य व स म त हो गय फल व प इ ल ड म धीर-धीर कषक म त हो गय सोलहवी सद तक वहा पर कषक दास (Serfdom) क था लगभग समा त हो गई अब ाम स अनक कसान शहर क ओर चल गय

2 खत क बाड़ बद इ ल ड म तथा कछ समय बाद ास व जमनी क कछ भाग म छोट-छोट खत को मला कर बड़ खत (farms) बनाय गय इसस अनक गर ब कसान भ मह न हो गय तथा रोजगार क तलाश म नगर म आय

3 अ तरा य यापार का वकास वाल बक व टलर क अनसार प हवी सद म इ ल ड एक मह वह न यापा रक रा था ल कन सोलहवी सद म इगल ड का यापार बढ़न लगा इसी समय म पि चमी यरोप क कछ दश का यापार भी बढ़ा अ तरा य यापार क क आ त रक भाग क नगर थ जहा बाहर जान वाला माल इक ा कया जाता था ल कन इनस भी अ धक हलचल उन ब दरगाह पर होती थी जहा स जहाज बाहर जात थ अतएव ऐस थान पर रोजगार क लय गाव स काफ मन य आकर बस

4 औ यो गक वकास इगल ड म औ यौ गक ा त क समय कारखान को बड़ी मा ा म मजदर क आव यकता ह ई गाव स भ मह न कषक कार गर मक व बकार यि त शहर क कारखान म काम करन आय

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86 नय नगर का व प ाचीन नगर क चार द वार क बाहर भी मन य मकान बना कर रहन लग धीर-धीर

अनक नगर म सर ा क य ाचीर तोड़ द गई औ यो गक वकास क ग त म तजी क फल व प िजन नगर क आबाद बढ़ रह थी

व नगर आस पास क दहात तक फल गय यहा तक क ऐस दहाती नगर क समह बन गय ऐस थान म नगर तथा ाम क म य का अ तर लगभग समा त हो गया इस कार का प रवतन इगल ड तथा जमनी औ यो गक दश म प ट प स दखा जा सकता

था कछ थान पर गाव न नगर का प धारण कर लया य क इन थान पर यापार

अथवा उ योग क क खल गय थ इगल ड म इस कार क या का भाव सबस अ धक हआ

इगल ड म राजधानी क अ त र त अ य थान पर भी नगर का वकास हआ ल कन यरोप म रा य क राजधा नय क आबाद ह वशष प स बढ़

87 प रणाम 1 म यम वग का उदय नगर करण क व तार क यग का सबस मह वपण प रणाम

इन नगर म म यम वग का उदय था लगर न लखा ह क नाग रक जीवन स नवो दत म यम वग का सबस घ न ठ स ब ध था यह कहना क ठन ह क इस बज य (Burgeoise) वग म कस कार क यि त सि म लत थ कवल यह कहा जा सकता ह क आम तौर पर म यम वग क सद य गर क ष काय तथा कशल कार गर क काय क अ त र त अ य काय स ा त आमदनी स अपनी जी वका चलात थ उनक पास न तो क ष क लय काफ भ म होती थी और न ह व मक बन कर कमा सकत थ

मा यम वग को भी उ च व न न णी म वभािजत कया जा सकता ह उ च वग म बड़ यापार उ योगप त बकर धनी नवषक और अ छ आय वाल यवसाय म काम करन वाल यि त थ न न म यम वग क सद य उ च वग तथा म यम वग क उ च णी क यि तय क आव यकताओ को पर करत थ इनम दकानदार कशल कार गर बक सरकार द तर औ यो गक व यापा रक त ठान म काम करत थ वक ल कलाकार व ब जी वय को भी इसम सि म लत कया जा सकता ह

इस म यम वग न यरोप क यक दश क राजनी त म मह वपण भ मका अदा क य य प उ च म यम वग क सद य सतोष पण जीवन यतीत करत थ ल कन न न म यम वग को आ थक क ठनाइय का सामना करना पड़ता था

2 मक का दखमय जीवन यरोप क नगर क औ यो गक त ठान तथा क ष फाम म एक बड़ी स या म मक को नौकर द गई फ ट रय म काम करन वाल मजदर क दशा अ य त शोचनीय थी उनक रहन क उ चत यव था नह क गई थी व तग ग लय और बना हवादार मकान म रहत थ इसस उनक तथा उनक प रवार क सद य पर बरा असर पड़ता था शहर म काम करन वाल अ य अकशल मक क दशा भी खराब थी

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3 नगर का बतरतीब वकास लगभग यरोप क सभी नगर का वकास बना कसी योजना क हआ पहल स ह नगर म तग ग लया व कम चौड़ी सड़क थी अब य बढ़ती ह ई आबाद क लए क ठनईय पदा करन लगी शहर क चारद वार क बाहर भी मकान का नमाण बतरतीब ढग स हआ थानीय स थाए उन पर कोई नय ण नह रख सक

4 वा य पर बरा असर यह पहल बताया जा चका ह क म यकाल क आर भ क नगर म पानी क नकास क सम चत यव था नह थी तथा शहर म गदगी रहती थी इसस नाग रक क वा य पर बरा असर पड़ता था परान नगर क वकास तथा नय नगर क थापना क समय इस सम या पर यान नह दया गया समय क साथ साथ यह सम या

ग भीर होती चल गई अनक ग द बि तया (Slums) बनी फल व प मन य व भ न बीमा रय स त होन लग

5 अपराध क स या म व शहर बरोजगार क स या धीर धीर बढ़ती गई इसन शहर म रहन वाल मन य म अपराध क व त को ज म दया अथवा उसको उकसाया

6 मान सक तनाव ाम क अप ा शहर का जीवन अ धक तनाव पण होता ह एक नाग रक अपनी ज रत को पर करन म वय को असमथ पाता ह और मान सक तनाव का शकार हो जाता ह

ल कन शहर क उ थान व वकास क अनक लाभ भी थ 1 ब जीवी वग का वकास ाम क अप ा शहर म रहन वाल ब जी वय क

स या अ धक थी य ब जीवी आपस म मलत भी रहत थ फल व प नगर म सा ह य व कला का वकास हआ

2 व ा नक ग त यरोप क नगर म व ा नक अनसधान क क खोल गय इसम अनसधान क स वधाए उपल ध कराई गई इसस व ा नक म ग त ह ई

3 सामािजक आ थक व राजनी तक प रवतन क क यरोप क सभी नगर सामािजक राजन तक व आ थक ा त क क बन गय वहा पर इन म काफ हलचल होती रहती थी तथा व मल कर कसी भी अ याय का वरोध करन क लय शी सग ठत हो जात थ

शहर और ाम क स यता म अ तर अभी तक व यमान ह गाव क नवासी शा तपण जीवन यतीत करत ह ल कन शहर क नवा सय का जीवन बा य आडबर व तड़क भड़क स प रपण होता ह अतएव शहर म रहन वाला सदव कसी न कसी कार क तनाव स त रहता ह शहर क कोलाहल पण जीवन म उस शा त नह मलती ल कन वह इस जीवन का अ य त हो जाता ह

88 साराश इस इकाई म आपन यरोप क ाचीन काल क नगर क ि थ त का अ ययन कया

तथा यापा रक सगठन व क यन वारा साम त स अ धकार प (ब तजमत) ा त करन क बार म जानकार ा त क उस समय क नगर क आबाद व बनावट क स ब ध म यह मालम हआ क व बतरतीब बन थ तथा उनक आबाद पाच हजार स एक लाख तक थी

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यरोप क कल जनस या म स अ धकाश ाम म ह रहती थी ल कन 1300 स 1600 ई0 क म य शहर क आबाद बढ़ इसका म य कारण सभी थान पर जनस या म व थी इसक साथ यह भी जाना क इसक या कारण थ ाम स नगर क ओर काफ स या म यि तय क पलायन स नगर क जनस या बढ़ 1851 क बाद व भ न नगर क आबाद क आकड़ स ात होता ह क उस समय एक लाख स अ धक आबाद वाल शहर क स या 25 थी नय नगर क व प क अ ययन स ात हआ क इ ल ड व शष यरोप क नगर क ि थ त व वकास म अ तर था नाग रक जीवन क लाभ और हा नय क बार म अ ययन करन स यह मालम होता ह क ामवा सय क अप ा शहर जीवन अ धक तनावपण होता ह

89 बोध न 1 ाम स नगर क ओर पलायन क या कारण थ 2 यरोप क नगर म मन य को कन क ठनाइय का सामना करना पड़ा 3 यरोप क जनस या म व क कारण का व लषण द िजए चौदहवी सद स

यरोप क दश म इसन नगर करण को कस कार स भा वत कया

810 सदभ थ 1 Chapter by RR Enfield in the book lsquoEuropean Civilization ndash Its

origin and Developmentrsquo Volume V under the direction of Edward Eyre Oxford University Press London 1937

2 Chapter by RM Hartwell in the book lsquo The Cambridge Modern History Volume IX (1793-1830) edited by CW Cramley Cambridge University Press London 1965

3 Brison D Gooch Europe in the Nineteenth Century the Macmillan Company London 1970

4 David Ogg Europe in the Seventeenth Century Hindi edition Jaipur 1967

5 Carlton JH Hayes Modern Europe to 1870 The Macmillan Company New York Sixth Print 1960

6 Langer Eadie Geanakoplos Hexter Pipes Western Civilization Volume II Harper and Row New York Second Edition 1975

7 Wallbank and Taylor Civilization ndash Past and Present Volume II Third Edition 1975

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इकाई-9 कारखाना और मजीवी वग

इकाई क परखा 90 उ य 91 फ टर स टम

911 फ टर या ह 912 फ टर स टम कस श हआ 913 एक का प नक फ का काय व यास

92 फ स टम एवम औ यो गक ा त 93 फ स टम का सामािजक असर 94 बराइया 95 बराइय को दर करन क यास एवम समाधान

951 ससद य यास 952 समाज सधार और अबधनी त 953 सधारक य न जार रह 954 सडलर क य न 955 एशल का कानन

96 समाज और सामािजक प रवतन 97 साराश 98 अ यासाथ न

981 अश पर छोट सवाल 982 सार इकाई पर सवाल

99 ास गक पठनीय थ

90 उ य लगभग 1750 स लकर 1850 तक क काल को पि चम यरोप म औ यो गक ा त

का काल माना जाता ह अ य इकाइय म तमन औ यो गक ा त क बार म व तार स पढ़ा होगा अ य बात क अलावा औ यो गक ा त का सबध उ पादन क लए एक नए सामािजक व यास को नाम दया गया ldquoफ स टमrdquo फ स टम म काम करन क लए समाज म एक नए मजीवी वग का ज म हआ इस इकाई म हम फ स टम और इसम काम करन वाल मजीवी वग क बार म जानग

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91 फ स टम 911 फ या ह

औ यो गक ा त स श आत क भी पहल क बात ह कसी तजारत करन वाल कपनी क नमाइद को ldquoफ टरrdquo बलाया जाता था उसक द तर को फ rdquo फ स कपनी खर द-फरो त करती मसलन हम अ जी ई ट इि डया कपनी को ल जब कपनी स हवी सद म भारत आई तो उसन गजरात तट पर सरत बदरगाह म अपनी पहल मख फ था पत क इस फ म कपनी अपना यापार का सामान रखती और ह द ता नय क

साथ खर द-फरो त करती याल रखन वाल बात यह ह क ई ट इि डया कपनी एक तजारती कपनी थी और उसका उ पादन स चाह वह औ यो गक हो या फर गर औ यो गक कोई सीधा सरोकार न था

जस-जस अठारहवी सद म औ यो गक ा त का व तार हआ वस-वस फ श द का च लत अथ भी बदलता गया अब फ का अथ उस थान स हआ जहा क मशीन क वारा कार गर काफ मा ा म चीज को बनात यह अथ आज तक साधारण बोलचाल क

भाषा म च लत ह सो िजस कारखान म हवाई जहाज बनता ह वह भी फ कहलाता ह और िजसम कपड़ बनत ह वह भी हाला क ldquoफ rdquo कवल चीज बनान वाल कारखान को कहा जाता था फ जसी उ पादन यव था और कम व यास उ योग म भी य त होती थी जस क कोयला खदान

इस इकाई म हम म यतः औ यो गक ा त क पहल चरण पर गौर करग इस चरण (1750-1850) म फ ट रया यादातर सत कातन क कपड़ा बनन क और लोह का काम करन वाल होती थी

912 फ स टम कस श हआ

पजीवाद यव था क श आत क दन म पि चमी यरोप म उ पादन म यतः प टग आउटrdquo स टम पर नभर करता था इस यव था म पजी का मा लक यापार कार गर को क चा माल खर द कर दता कार गर अपन-अपन घर पर अपनी ह मशीन स चीज बनात िज ह क यापार इक ा कर क बाजार म बचता इस यव था म फायदा यह था क यापार दर-दर तक फल कार गर स काम करवा सकता था और उस अपन कार गर क रहन खान क यव था भी नह करनी पड़ती

पर इस यव था म नकसान कई थ एक तो यापार को अपन कार गर तक पह चन म और उनस बना हआ माल लन म काफ समय बबाद करना पड़ता दसर काम क वा लट बरकरार रखना मि कल था तीसर कार गर स समय पर काम करवान म द कत

होती थी इन मि कल स पार पान का एक तर का था वह यह क सार कार गर को एक ह

कारखान म इक ा कर लया जाए पर ऐसा करन पर यापार को कारखान क इमारत बनान

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म पसा लगाना पड़ता मशीन खर दनी पड़ती और फोरमन और सपरवाइजर को नौकर पर लगाना पड़ता अथात यापार का उपरला खच काफ बढ़ जाता

पर जब 1700 ई0 म वीडन क यापार टोफर पोलहम न 100 कार गर वाल एक बतन-भाड क फ टर था पत क तो उसन पाया क उ पादन पर कल खच इतना कम हो जा रहा था क उपरला खच बढ़न क बावजद वह अ छा खासा मनाफा कमा लता

913 एक का प नक फ टर का काय व यास

एडम ि मथ अपनी कताब द व थ ऑफ नश स (1776) म एक साधारण पन बनान वाल फ टर का वणन करता ह जब पन घरल उ योग म बनाए जात थ तो एक या दो यि त ह पन बनान म लगत थ पर फ टर म पन बनान क या को कई ह स म बाट दया गया एक आदमी तार खीचता दसरा उस सीधा करता तीसरा काटता चौथा उसक एक सर को नक ला करता पाचवा उसक दसर सर को घसता वगरह इस तरह तार खीचन स लकर बन ह ए पन को कागज क प ड़या म पक करन तक एडम ि मथ न कोई 32 चरण गन इनम स कसी भी चरण पर ह नरमद कार गर क ज रत नह थी एक ब चा भी इनम स कसी एक चरण को बखबी परा कर सकता था यह फ स टम क मख व श टता थी

फ टर म उ पादन क या को बह त ह सरल छोट-छोट ह स म बाट दया गया हर चरण को एक साधारण अकशल मक भी आसानी स परा कर सकता था या न क अब कारखान क उ पादन- मता कसी यि त वशष क द ता पर नभर नह करती थी बि क सार कारखान क आगनाइजशन पर िजस क एक मनजर आसानी स क ोल कर सकता था फर च क द कार गर क ज रत नह थी तो फ ट रय म ि य और ब च को आसानी स मक क तौर पर इ तमाल कया जा सकता था और हाला क ि या और ब च एक प ष िजतना ह उ पादन करत उनक तन वाह आद मय क तलना म कह कम रहती इस सब स फ टर क मा लक को काफ मनाफा होता

92 फ स टम एवम औ यो गक ा त इ तहासकार हो सबाम का कहना ह क वस तो स हवी सद स ह उ पादन या म

अनक कार क या क सधार होन श हो गए थ पर सफ या क सधार ह औ यो गक ा त नह ला सक औ यो गक ा त क लए ज र था क उ पादन इतना यादा और इतना

स ता हो क बाजार म आप स आप इस उ पाद क लए माग बढ़ ऐसा तब ह हो सका जब या क सधार क साथ उ पादन क लए एक नए कम व यास का इ तमाल कया गया जब उ पादन क या स सब धत डवीजन आफ लबर को (काम क बटवार) को काफ ज टल बना दया गया उ पादन क या को कई छोट-छोट टकड़ म बाट दया गया और एक मजदर क िज म कवल एक ह ह सा रखा यह फ स टम क मख व श टता थी

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93 फ टर स टम का सामािजक असर मनाफा बढ़ान क लए यह ज र था क फ म लगी मशीन का यादा स यादा

उपयोग कया जा सक फ मा लक क च टा यह रहती थी क अपन कार गर स तब तक लगातार काम करवात रह जब तक क मशीन ह जवाब न द जाए इसका मतलब यह था क कामगार को काम करन क तर क का एक नया अनशासन सीखना पड़ा

इ तहासकार ईपी हामपसन का मानना ह क िजस लय स मशीन चलती ह उसी लय स मक को चलना सीखना पड़ा समय क पाबद सीखनी पड़ी क एक नि चत समय पर काम पर आए और एक नि चत समय पर काम स हट एक ह थान पर खड़ होकर लगातार एक ह या क काम को लगातार करत रहन क आदत डालनी पड़ी य द कसी क िज म पन का तार घसना था तो वह लगातार दनभर कवल तार ह घस सकता था िजस यि त को तार सीधा करन का काम दया गया दनभर एक ह थान पर खड़ रहकर कवल तार ह सीधा करता रहता

जस-जस समय बीतता गया इस पर स टम क दगण भी सामन आत गए सबस पहल जो बात सामन आई वह यह ह क फ म लगातार एक ह जगह पर कठपतल क तरह काम करत रहना काफ उबाऊ था मक थोड़ ह समय म इस तरह क काम स जी चरान लगत जब फ का मा लक उनस जबरद ती काम करवाता तो जा हरा तौर पर काम करन वाल को यह बात अखरती और उ ह ख दल स काम पर लग रहना पड़ता

जहा तक काम करन क प रि थ तय का सवाल ह कछ बात साफ ह एक तो यह क यह कहना मि कल ह क फ म काम करन वाल क प रि थ त दसर मक क प रि थ त स बहतर थी या बदतर ऐसा इस लए क इ तहासकार क पास औ यो गक ा त स पहल क काल क मक क बार म यादा जानकार नह ह हा यह ज र पता ह क तरहवी सद स ह उ तर यरोप म पगार पान वाल मजदर हआ करत थ और उनक हालत अ य मजदर क हालत स खराब नह थी वस भी स हवी-अठारहवी सद म कम स कम इ ल ड म प टग आउट स टम क तहत काम करन वाल बह त सार मजदर पगार क एवज म ह काम कया करत थ कहन का मतलब यह ह क फ मजदर का तन वाह मजदर होना समाज क लए कोई नह बात नह थी

94 बराइया जो नई बात थी वह यह क जब फ या बनी तो एक साथ बह त सार मजदर शहर

म इक ा ह ए इस जमाव म उनक ददशा भी समाज क सामन कह यादा खर प स उजागर ह ई

उ योग म ब च और औरत को सोलह घ ट या उसस भी यादा काम करवाया जाता थकान क कारण य द कोई काम नह कर पाता तो उस ब ट स पीटा जाता था तन वाह काट ल जाती तन वाह वस भी काफ कम मलती थी एक ह त क लए कसी ह नरमद कार गर को 1795 म कोई 25 श लग और साधारण मजदर को सफ 12 श लग मला

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करत थ म हलाओ को प ष स आधी और ब च को एक चौथाई तन वाह ह मलती हाला क व प ष िजतना ह काम करत

कोयल क खदान म तो ि थ त और भी यादा खराब थी यहा चार स पाच साल क ब च को खदान क सरग क अदर बारह स सोलह घट काम करवाया जाता इनक औसत पगार दो स तीन श लग त स ताह थी

फ स टम क आन स मजदर क गर बी भी बह त यादा उजागर होन लगी वस तो औ यो गक ा त क श क साल म ह यह साफ हो गया था क समाज म नर ह गर ब क स या बढ़ रह ह पर इस ि थ त स बचन क लए कछ खास नह कया गया पीनहमल ड नामक क ब म गर ब क मदद क लए एक स टम ज र श कया गया िजस पीनहमल ड स टम क नाम स जाना जाता था कछ दसर क ब न भी इस स टम को

अपनाया पर बढ़ती ह ई औ यो गक गर बी क सामन यह स टम प त हो गया शहर म ि थ त कछ ऐसी थी क मजदर क हालत बद स बदतर होती चल गई

शहर बगर कसी योजना क बतहाशा बढ़त चल गए उनक नगरपा लकाए इस नई आबाद क दखभाल करन म असमथ रह शहर म गद द र बि तया पनपन लगी िज ह अ जी म लम कहत ह जहा अब तक शहर म अनक तबक क लोग आपस म मल कर रहत थ

वहा धीर-धीर मजदर बि तया शहर क बाक आबाद स हट कर रहन लगी इन बि तय म न तो सडक ठ क होती न ह ना लया न ह कड़ा नकालन क कोई यव था न ह पय जल का इतजाम और न ह ठ क स बन ह ए मकान इ तहासकार हो सबाम का कहना ह क यरोप क शहर म इस क म क बि तया यादातर शहर क पव ह स म बसी सो शहर म एक नया भद श हो गया ई ट ए ड नवासी (गर ब) और व ट ए ड नवासी (अ भजा य) का

रह-रहकर औ यो गक शहर म महामा रया भी बढ़न लगी लासग म पहल बार 1818 ई0 म हाइफस जवर का कोप फला यरोप क सार औ यो गक शहर म 1831 ई0 और 1832 ई0 म टाइफाइड़ क महामार छाई रह इन शहर म कालरा मयाद बखार और तप दक का भी बोलबाला रहा य सार बीमा रया यादातर मजदर बि तय म ह रह मानो यह सा बत कर रह ह क जहा द र ता और गदगी ह वहा बीमा रया भी रहगी इस सबन मजदर बि तय क नवा सय का हौसला तोड़ दया सामािजक हौसलाप ती क कई ल ण सामन आन लग शराब का ज रत स यादा इ तमाल होन लगा बाल ह या व याव त आ मह या और मान सक व ता क घटनाए बढ़न लगी मजदर क दग त इस बात स और भी यादा उजागर ह ई क औ यो गक ा त क कारण समाज क बाक सार वग क स प नता बढ़ रह थी

95 बराइय को दर करन क यास एवम समाधान फ टर स टम क इन बराइय को ज द स ज द दर करना बड़ा ज र था य क

एक तो साधारण मानवीयता का तकाजा था क मजदर क काम करन क हालात म सधार आए इसस भी यादा बड़ा कारण यह था क फि य म अ धकाश उ पाद फ म काम करन वाल मजदर ह खर दत थ इस लए अगर मजदर क माल हालत एक सीमा स नीच जाती

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तो नकसान पजीप तय को ह होता और अगर मजदर बि तय क समाज यव था को ठ प होन दया जाता तो डर था क कह दश म व ोह न भड़क उठ व ोह न भी होता तो यह तो साफ था क म यवग क जवान इन बि तय म फल रह शराबखोर व याव त और अ य कार क अन तकता क च कर म पड़ रह थ य द म यवग को अन तकता स बचाना था तो

ज र था क मजदर वग स अन तकता को दर कया जाए

951 ससद य यास

आजकल यह माना जाता ह क य द फ मा लक अपन मजदर क भल कार दखभाल कर तो उ ह ह यादा मनाफा होता ह पर उ नीसवी सद म यह बात अ धकाश पजीप तय क समझ म नह आ रह थी इस लए हम पात ह क फ टर म मजदर क ि थ त सधारन वाल अ धकाश उपाय कवल कछ फ टर मा लक क पहल पर रा य यव था वारा व भ न दश क ससद वारा कए गए सबस यादा सधार का काम इगल ड म

हआ ऐस उपाय म स पहला था इगल ड म राबट पील वारा ससद म पास कया गया

ह थ ए ड मारटज ए ट (1802) यह ए ट कवल बड़ी फ ट रय पर लाग होता था और कवल एपरि टस पर इस ए ट म यह कहा गया क नौ साल स कम उ क ब च बतौर एपरि टस नह लगाए जा सकत फ मा लक पर इन ब च स बारह घ ट स यादा या फर रात म काम करवान पर रोक लगा द गई

1802 क ए ट म कई खा मया थी एक तो यह कवल बड़ी फ य पर लाग होता था और वहा भी कवल उन फि य पर जो क एपर टस को इ तमाल करती थी बह नर बाल मजदर को इस ए ट स कोई सर ा नह मलती थी सबस म य बात तो यह थी क इस ए ट म नर ण करन का कोई ावधान न था नतीजतन यह ए ट महज कागजी कानन बन कर रह गया

फर 1816 म पील क चयरमनी म एक ससद य कमट का गठन कया गया इस कमट क सलाह पर 1819 का फ नय ण कानन पास कया गया इस कानन म पछल कानन क ावधान को दोहराया गया और कहा गया क सार बाल मजदर को इस कानन क सर ा द जाएगी साथ ह यह नधा रत कया गया क सोलह साल स कम उ क मजदर को बारह घ ट क दन म डढ़ घ ट क खान क छ ी द जायगी च क यह ए ट सार कामकाजी ब च पर लाग होता था इस लए लोग न इसका डट कर वरोध कया वरो धय म एक बड़ा तबका उन मा-बाप का था जो अपन ब च स काम करवात थ

952 समाज सधार और अबधनी त

तमन अबधनी त क बार म पढ़ा होगा यह नी त अठारहवी सद क अ तम दशक म काफ फल चक थी अथशा ी एडम ि मथ िजसका हम पहल िज कर चक ह इसका एक बड़ा समथक था इस नी त क मतावल बय का मानना था क समाज क अथ यव था तब ह

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सफल हो सकती ह जब क सरकार अथ यव था को अपन आप पर छोड द उसम अपनी टाग न अड़ाए

जब उ नीसवी सद म ससद य य न मजदर क सधार क लए होन लग तो सधार-वरोधी उ योगप तय न अबधनी त क दहाई दत ह ए यह गहार लगाई क अगर रा य फ स टम को सधारन व नय त करन क को शश करगा तो सार अथ यव था ह ठ प हो जाएगी दरअसल बड़-बड़ दाश नक वचार क आड़ म य वरोधी कवल इतना कह रह थ क उ ह मजदर -ब च म हलाओ और प ष का खन चसन स नह रोका जाना चा हए भल ह ऐसा करत ह ए व समाज क इतनी दग त य न कर द िजसस क समाज का साधारण चाल-चलन ह ठ प हो जाए ऐस वरो धय को उनक खद क बवकफ स बचाना ज र था

953 सधारक य न जार रह

1820 क दशक म पावर लम और भाप क इजन म काफ यादा या क सधार आए इसका नतीजा यह हआ क इस दशक म धीर-धीर फ स टम सार कपड़ा उ योग और ख नज उ पादन पर छा गया फि या भी कवल कछ शहर इलाक म कि त होन लगी लकाशायर का कपड़ा उ योग इसका अ छा उदाहरण ह यहा कोई 25 वग मील क म इतनी यादा कपड़ा मल थी क इ ल ड का 80 तशत स यादा कपड़ा बनाया जाता था िजतना फ ट रय का जमाव बढ़ा उतना ह उनक दगण कट ह ए इसम सधार लान क ससद य यास भी उतन ह जोर स कए जान लग

954 सड़लर क यास

माइकल सड़लर न 1831 म टन-आवर बल इ ल ड क ससद म पश कया इस बल म यह ावधान था क कसी भी मजदर स दस घट (टन-आवर) स यादा काम नह लया जा सकगा यह बल ससद म पास नह हो सका

पर इन दन इ ल ड म व ट इ डीज क दास था को लकर काफ गहमा-गहमी चल रह थी इसक रहत अखबार और प काओ म फ टर मजदर क तलना व ट-इ डीज क नी ो दास स क जान लगी धीर-धीर यह मत फलन लगा क मजदर क ि थ त म सधार क लए कछ ठोस कदम उठाए जान चा हए इसक फल व प जब 1833 म लाड एशल न ससद म अपना ताव रखा तो वह कछ ससद य छ ना-झपट क बाद पा रत हो गया

955 एशल का कानन

लाड एशल क कानन (1833) को सार कपड़ा बनन क फि य पर लाग कया गया इसक अनसार नौ साल स कम उ क ब च को फ म काम करवान पर पाबद लगा द गई तरह साल स कम उ क मजदर स दन म नौ घ ट और स ताह म 40 घ ट स यादा काम करवाना तब धत कया गया उ ह रोज डढ़ घ ट क खान क छ ी दना ज र

रखा गया यह कहा गया क अठारह साल स कम उ क मजदर स दन म 12 घट और स ताह म 69 घट स यादा काम नह करवाया जा सकता ldquoरातrdquo क काम को ठ क तरह स

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प रभा षत कया गया साढ़ आठ बज शाम स लकर साढ़ पाच बज सबह तक क समय को ldquoरातrdquo करार दया गया और इस पार म कवल अ ारह साल स यादा उ क मजदर क योग क अनम त द गई फ म काम करन वाल हर ब च का रोज दो घट कल जाना नि चत कया गया नर क क एक बड़ी टोल नय त क गई जो फ मा लक पर नगरानी रख सक और जो मा लक कानन क अवहलना करत ह ए पकड़ जाए उन क सर बड़ी सजा का ावधान रखा गया

इस कानन म दो म य खा मया थी एक तो यह कवल कपड़ा उ योग पर ह लाग कया गया जब क अ य उ योग म भी मजदर क हालत काफ खराब थी दसर यह कवल ब च को अपन दायर म लता था जब क ि य और प ष को भी काननी सर ा क आव यकता थी

96 समाज और सामािजक प रवतन बहरहाल इस कानन स कछ बात साफ जा हर होती थी सबस पहल बात तो यह क

हाला क समाज म अब भी अबधनी त का बोलबाला था अब सरकार क समझ म यह आन लगा क समाज क कछ अश ऐस होत ह जहा क सधार लान क लए सरकार ह त प ज र होता ह दसर बात यह क अब साधारण तौर पर यह माना जान लगा क समाज म औ यो गक उ पादन क इकाई प रवार नह बि क यि त वशष था और उसक सामािजक सर ा और सखा-पढ़ क िज मदार कवल प रवार पर ह नह छोड़ी जा सकती थी समाज को भी आग बढ़कर कछ उपाय करना ज र था

धीर-धीर अ य उ योग को भी फ कानन क तहत लाया गया 1842 म लाड एशल क कानन को कोयला खदान पर लाग कया गया और म हला मजदर को भी सर ा द जान लगी 1878 म इस कानन न सार फि य और वकशाप को अपन दायर म ल लया इस बीच दसर दश म भी फ कानन क या जार थी 1841 म ास म बाल-मजदर कानन लाग कया गया ए शया म भी 1870 तक कई कानन जार कए गए पर उ ह कभी गभीरता स लाग नह कया गया

1848 म सार यरोप म सोश ल ट व ोह ह ए और उ ह काफ आसानी स कचल दया गया इन व ोह म मजदर न बढ़ कर ह सा लया था कचल जान क बाद इन व ोह क बह त सार नता मजदर नता बन गए और फ मा लक स मजदर क भलाई क लए माग करन लग इस समय क बाद स फ मजदर क सगठन बनना श हो गए और कमशाला क हालात म सधार क लए य सगठन अपन अपन उ योग और सरकार पर जोर हालन लग ऐसा इ ह न कस तरह कया तम अ य इकाइय म पढ़ोग

97 साराश इस इकाई म तमन जाना क फ स टम अठारहवी सद म श हआ इसन

औ यो गक उ पादन म एक नए कम व यास को ज म दया फि या चलान क लए एक नए क म क अनशासन क ज रत थी जो क पहल कभी ससार म दखन को नह मला था लगातार अनशासन था पत रखन क लए फ क मय क उपर एक नए मनजमट तबक का

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ज म हआ फोरमन और सपरवाईजर य लोग लबर अ र टो स (Labour aristocrates) कहलाए इनक रहत उ योग म उ योग क मल कयत और उसक मनजमट म भद कया जान लगा मजदर क शहर म रहन स कई बराइया पनपी उ ह दर करन क लए उ नीसवी सद क म य तक अ भजा य वग स कछ समाज सधारक उबर कर सामन आए पर मजदर क सगठन अभी ठ क तरह स नह पनप पाए थ व 1848 क यरोपीय व ोह क बाद उबर

98 अ यासाथ न (I) अश पर छोट सवाल

कछ श द म जवाब द िजए (क) या फ स टम और औ यो गक ा त म स कोई एक बगर दसर क पनप

सकता था (ख) फ स टम क मख व श टता या थी (ग) या पन बनान क फ वा तव म एडम ि मथ क वणन क अनसार होती ह (घ) या फ स टम अन तक था (च) अबधनी त फ मा लक को य पसद थी (छ) इस इकाई म िजन फ सधारक का िज ह उसक अलावा दो और सधारक क

नाम बताइय (II) सार इकाई पर सवाल

दो सौ स तीन सौ श द म जवाब द (क) फ स टम इ ल ड म कस तरह पनपा (ख) फ स टम न कस तरह था पत आ थक और सामािजक स थाओ पर हार

कया (ग) फ स टम क कारण समाज म कस तरह क प रवतन आए (घ) फ स टम म सधार लान क य न क ववचना कर

99 ास गक पठनीय थ ईज हो सबाम - ाम इड ट ए पायर प गइन ईज हो सबाम - एज आफ रवो यशन प गइन ईपी टाम सन - म कग आफ द इग लश व कग लास (सभी कताब अ जी म ह बाजार म आसानी स मल जाती ह)

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Page 12: एमassets.vmou.ac.in/MAHI01-2.pdf ·  · 2014-04-056.7 इंगलैड ... अलबट[थेयर(Albert Thaer) ने1798 (Introduction to the knowledge of English Agriculture)

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इकाई 7 अठारहवी सद म यरोप म कषक व ोह

इकाई क परखा 70 उ य 71 पवाभास 72 इ लड म अठारहवी सद म बाड़ब द आ दोलन 73 ास म कषक क दशा 74 जमनी क रा य म सधार 75 आि या - हगर 76 स म व ोह (1703-1772) 77 स म 1773-75 का कषक व ोह 78 यरोप क अ य दश म ि थ त 79 साराश 710 बोध न 711 स दभ थ

70 उ य इस इकाई म आप अ ययन करग म य काल न यग स लकर स हवी सद क अ त तक साम तवाद यव था म

साम त क अ धकार व कषक क दशा कवल इ लड म कषक दास था का अ त चौदहवी सद स स हवी सद क कषक व ोह का उ लख इ लड म बाड़ब द आ दोलन

ास म महान ाि त क पहल कषक क दशा ा त क आर भ होन क बाद ामीण म सामत क नवास थान पर कसान क आ मण 1789 स 1792 ई0 तक कषक

दास क मि त क लय पा रत कय गय अ ध नयम जमनी क कछ छोट रा य म कषक दास क मि त क आदश तथा शा म 1807 स

1817 तक कषक क हत म कय गय ड रक महान क काय आि या - हगर सा ा य क बोह मया दश म 1768 स 1775 तक व ोह व उनक

कारण स ाट जोजफ क सधार क य न का साम त वारा वरोध स म कसान का दमन पीटर महान क शासन काल म कसान पर अ याचार

अठारहवी सद म आर भ स ह स क पव भाग म व ोह कषक का लगातार दमन 1773 ई0 म पन पव भाग म व ोह तथा उसक भयकरता इस व ोह म मक व गर सी जा त क मन य का साथ व ोह क असफलता क कारण

अ य यरोपीय दश म आ दोलन का न होना

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71 पवाभास अठारहवी सद क आर भ म यरोप क दश म कषक क दशा नवी शता द स लकर बारहवी शता द तक यरोप म साम तवाद यव था का जोर

रहा इस था म बड़ साम त व उपसाम त उन भस ता ज नत अ धकार का योग करत थ िजन पर पहल राजाओ का अ धकार था इस यव था म कषक क दशा अ य त शोचनीय थी य क यह था कषक क शोषण पर आधा रत थी तरहवी सद क श स साम तवाद का ास श हआ धम य क भाव यापा रक वग क उदय तथा रा य रा य क उ थान न

साम त क शि त कम क साम त क अ याचार स त होकर इ लड म कसान न सग ठत होकर साम त का वरोध आर भ कया 1348 ई वी म काल म य नामक एक महामार क कोप स यरोप क आधी जनस या म य का ास बन गई खती म काम करन वाल कसान व मजदर क भार कमी हो गई इ लड म कषक दास न अपनी महनत क लए उ चत पा र मक क माग क क त उनक आ दोलन को दबा दया गया 1381 ई0 म वाट टाईलर क नत व म इ लड क हजार कसान न व ोह कया इसम शि पय व कार गर न भी साथ दया ल कन यह व ोह कचल दया गया

इस समय इ लड म यापार क उ न त तथा पजी क वकास न ि थ त म प रवतन ला दया साम त न यह उ चत समझा क व कषक को भ म हल बल बीज आ द साधन दकर उनक उपज का एक नि चत भाग ल ल इस प त न कसान क मि त का माग श त कया सोलहवी सद क अ त तक इ लड म कषक दास क था लगभग समा त हो

गई ल कन कषक क सम याओ का पण प स अ त नह हआ इ लड क अ त र त यरोप क अ य दश म कषक दास क था च लत रह

ि मरनोव और कानाकोवा नामक दो सी इ तहासकार न लखा ह क स म चौदहवी सद म साम तवाद का और उ कष हआ तथा उनक अधीन काम करन वाल कषक क दशा और खराब हो गई पव यरोप क अ य दश म भी कषक क यह दशा थी प हवी सद म जमनी ास व पन म कषक न असफल व ोह कय प हवी सद म जमनी ास व पन म

कषक न असफल व ोह कय प हवी व सोलहवी सद म यरोप क जनस या बढ़न लगी क ष क म ाचीन तर क क योग क कारण अनाज क उ पादन म व नह ह ई इसका तकल भाव पि चमी यरोप क अप ा पव दश पर वशष प स पड़ा य क खराब

मानसन क फल व प पड़न वाल अकाल क समय वहा पर यातायात व सचार क दर यव था क कारण अ य दश स पया त मा ा म अनाज शी ता स नह मगाया जा सकता था प हवी सद म जमनी ास व पन म असफल कषक व ोह ह ए स हवी सद म ास म कई व ोह ह ए िजनम 1675 का जकर व ोह सबस भयकर था इसम ास क टनी दश क प चीस हजार कषक न भाग लया यह व ोह भी कचल दया गया स हवी सद क अ त तक भी कषक इसी कार स दःखमय जीवन यतीत करत रह इ लड को छोड़ कर सभी दश म साम त क अ याचार का अ त नह हआ 1789 क ासीसी ा त क समय ास म कसान को राजा साम त व चच को कर अदा करन क लय एक कसान को अपनी आमदनी का 80

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तशत भाग दना पड़ता था उस साम त क यहा अनक कार क बगार करनी पड़ती थी अ य मामल म भी साम त क वशषा धकार स वह त था

72 इ लड म अठारहवी सद म बाड़ब द आ दोलन अठारहवी सद म इ लड म क ष क म अनक नय योग कय गय ज ो हल

(1674-1740) वारा बीज बोन क लय एक य टाउनशड (1674-1738) क फसल को बदल बदल कर बोन क प त तथा पशओ क न ल व स या बढ़ान क लय राबट बकवल न 1770 क आस पास व ा नक जनन क प त क पालन न खती क उ पादन तथा पशधन को बढ़ान म उ लखनीय योगदान दया आथर यग (1741-1820) नामक एक धनी कसान न छोट-छोट खल खत को मला कर बड़-बड़ क ष फाम बनान का चार कया

बड़-बड़ फाम क चार और बाड़ लगाई गई 1760 स लकर 1815 क म य 956 बाड़ब द अ ध नयम बनाय गय जएल हम ड व बारबरा हम ड न लखा ह क पछल दो शताि दय म यरोप म शायद ह ऐसा कोई प रवतन हआ जो इसक समान मह व रखता हो एनफ ड क मत म व तत यह आ दोलन इ लड क यापा रक व औ यौ गक वकास स स ब धत था इसम एक ाम को आ म नभर बनान क थान पर मनाफा कमान क यव था को अपनाया गया अब फाम म उ पा दत अनाज को बढ़ती ह ई जनस या वाल नगर म भजा जान लगा इसन क ष को एक पजीवाद उ योग बना दया

इसम कोई सदह नह क बाड़बद स काफ मा ा म बकार पड़ी भ म म खती कया जाना स भव हो सका तथा बड़ फाम म नवीन प त स खती कय जान क फल व प भी क ष उ पादन बढ़ा ल कन बाड़ब द क कारण अनक छोट कसान को भ म छोडन क लय बा य होना पड़ा भ म स बदखल होकर व रोजगार क तलाश म शहर म चल गय

य य प हम इ लड म बाड़ब द क आ दोलन को व ोह नह मान सकत क त क ष क म यह एक मह वपण प रवतन था यह क ष क म ऐसा कदम था िजसन क ष को यावसा यक प द दया

73 ास म कषक क दशा 1675 ई0 क व ोह क बाद ास म महान ा त तक कसान का कोई और व ोह

नह हआ और न ह उनक दशा म कछ सधार हआ ासीसी ा त (1789) क समय चच लगभग प ह तशत साम त बीस तशत नगर क धनी यि त ततीस तशत भ म क वामी थ ास क आबाद का 85 तशत भाग खती पर नभर था ल कन उसक पास कवल

एक तहाई भ म थी इनक पास िजतनी भी भ म होती वह उनक प रवार क भरण पोषण क लय पया त नह थी उ ह राजा चच साम त आ द को कर दन पड़त थ आथर यग न 1787 स 1789 तक ास क ामीण का मण करक लखा था क आम तौर पर ासीसी कषक का मनोबल इतना कमजोर था क उस ऊचा उठाना सभव नह था व कवल

जी वत रह कर ह सत ट थ जलाई 1789 म बा तील (Bastille) क पतन क समाचार य ह ास क दहात म पह च वहा पर कसान न कल न वग क नवास पर आ मण कर दय इन आ मण म वशष प स उन द तावज को न ट कया गया िजनम उनक दासता

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क सा य उपल ध थ सभी कषक व ोह क भा त इस व ोह म भी कषक का एक ह ल य था व दासता स म त होना चाहत थ इस कार क कायवाह 1790 ई0 तक चलती रह

ास क रा य सभा न वशषा धकार क समाि त क अ तगत कानन वारा ास म कषक दास क था समा त कर द पहल कानन वारा भ- वा मय क सभी यि तगत अ धकार समा त कर दय गय और कषक को भ म का वामी माना गया दसर कानन म यह कहा गया क ास म भ म उसी तरह स वत रहगी िजस तरह स अब यहा रहन वाल यि त वत रहग अब एक कषक अपन खत म मनचाह तर क स खती कर सकता था तथा अपनी उपज को बच सकता था

य य प उपय त कानन क अनसार कषक दास था का अ त हो गया ल कन इनस कसान क स पण आशाए फल फत नह ह ई इन क अनसार साम त क अनक वशषा धकार जस सामत का भ म पर वा म व यि तगत अ धकार शकार व मछल पकड़न क अ धकार समा त कर दय गय तथा इनक बदल म कसान को कोई मआवजा अदा नह करन क आदश दय गय ल कन भ म का बकाया कराया और साम त को अदा क जान वाल अ य बाक दनदा रय को माफ नह कया गया इनक अदायगी करन क लय एक कसान को लगभग बीस वष का कराया अदा करना पड़ता था अतएव कसान म असतोष बना रहा 1792 व 1793 ई0 म इस कार क अदायगी को माफ कर दया गया

इस समय भ मह न कसान अथवा थोड़ी सी भ म वामी यह चाहत थ क चच स छ नी ह ई भ म उनम वत रतक जाय क त ऐसी भ म को सम कसान अथवा यापा रय आ द न खर द कर उ ह इसस व चत कया

74 जमनी क रा य म सधार अठारहवी सद म जमनी अनक रा य म वभािजत था सभी रा य म कषक अपनी

दशा स असत ट थ व कभी भी व ोह कर सकत थ अत कछ छोट रा य न कषक दास क था का अ त करन क लए कानन बनाय 1770 व 1780 क म य यक आफ सवाय न

अपन दश म कानन वारा इसको समा त कया शया जो क एक बड़ा रा य था म वहा क स ाट ड रक मकान न अपन अधीन भ म म कसान क कर व बगार क भार को कम कया 1786 ई0 म उसक म य तक इस दशा म उ लखनीय ग त नह ह ई 1807 स लकर 1817 ई0 तक शया म अनक आदश जार कय गय िजनक अनसार कषक अपन साम त को कछ रा श अथवा भ म का भाग दकर भ- वामी बन सकता था ल कन य आदश उन कसान पर लाग नह होत थ जो स दय स एक भ म पर खती नह करत थ अतएव इसका भाव सी मत ह रहा

75 आि या - हगर आि या - हगर क सा ा य म कषक क दशा अ यत शोचनीय थी यहा तक कहा

जाता ह क हगर व बोह मया म कसान पशओ क तरह रहत थ 1768 म बोह मया क कसान न व ोह कया इसक तर त बाद भी ऐस व ोह होत रह इनका चरमो कष 1775 क व ोह म दखा जा सकता ह कसान क म य शकायत का आधार यह था क सामा य

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वष म भी उनस भार कर वसल कया जाता था और असामा य वष (1765 और 1770) क बीच जब फसल बार बार खराब ह ई तब यह बोझ असहनीय हो गया उस समय आि या म म रया थ रसा का शासन था तथा उसका प जोजफ र ज ट क ह सयत स शासन का सचालन कर रहा था 1771 ई0 म जोजफ न बोह मया का दौरा कया कसान क ददशा को दख कर उसन सफा रश क क क ष दास था को समा त कया जाय य य प कसान का बोझ ह का करन क लय म रया थ रसा एक तदथ कानन बनान क प म थी ल कन वह इस था क स थागत अि त व पर आ मण करन क लय तयार नह थी स ाट बनन क बाद जोजफ न एक ल बी योजना क तहत कषक दास था को समा त करन का नणय लया उसन यह अनभव कया क इस था स रा य को अ धक आय नह rsquo होती थी कल न वग को कसान िजतना लगान दत थ उसका एक अश ह कल न वग रा य को दता था 1780 ई0 क अ यादश क अनसार उसन आि या - हगर म सामती उगाह का बोझ कछ कम कया तथा क ष दास को यह गारट द क व अपनी पतक भ म क उ तरा धकार मान जायग 1784 क अ यादश क अनसार भ म कर क दर को समान बनाया गया तथा वशषा धकार क नाम पर कसी भी वग को मलन वाल कर छट को समा त कया गया इसक लय उसन भ - सप त क सव ण का काय भी आर भ कराया िजसम पाच वष लग इस अव ध म वशषा धकार ा त वग न इस अ यादश का इतना वरोध कया क इस कभी लाग नह कया जा सका

इस कार साम तवाद क अ धकार को समा त करन म जोजफ असफल रहा

76 स म व ोह (1703-1772) स म क ष दास का दमन कया जाता था अ धक स अ धक काय लन क लय

कल न वग अपन अधीन कषक को दबा कर रखत थ 1649 ई0 म कसान क दमन स सबि धत सभी कानन को व ध स हता म सग ठत कया गया पीटर महान (1689-1725) क शासन काल म भी यह नी त अपनाई गई उसन बड़ी स या म कषक को कल न का दास बनाया 1703 ई0 म पीटर न एक नयी राजधानी बनान का काय आर भ कया सट पीटसबग क नमाण क लय स क भ न भ न भाग स कसान को लाया गया उनक रहन व खान क सम चत यव था नह क गई फल व प सह कसान मर गय उसन साम तवाद को नव विजत दश म भी लाग कया इसी समय यराल दश म लोह उ योग वक सत हो रहा था वहा पर भी बड़ी स या म कसान व मक को भजा गया द ण व द ण पव स म रहन वाल मक न करो क भार तथा अ नवाय स नक व मक क भत क अ यायपण काय क व व ोह आर भ कया यह व ोह भ न भ न थान पर भ न भ न समय म ह ए इनम स सबस लोक य व ोह अठारहवी सद क थम दशक म अ ाखान वश क रया और डान दश म हआ 1705 ई0 म अ ाखान क व ोह न भयकर प धारण कर लया क त उस दबा दया गया 1707 ई0 को डान म ह ए व ोह म म य प स कसान न भाग लया इनका नता क ाट बलावीन था शी ह यह व ोह सम त

द ण पव स म फल गया बलावीन न गर सी जा तय का सहयोग ा त करन क भी

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को शश क जलाई 1708 ई0 तक चलता रहा 1709 व 1710 ई0 म इस दश म यदा कदा व ोह होत रह ल कन पीटर न इन व ोह को दबा दया 1714 ई0 क एक आदश वारा उसन भ म पर साम त क अ धकार को वशोगत बना दया भखमर क कारण भ म

छोड़ कर भागन वाल कषक को ढढ कर लान व उ ह सजा दन का ब ध कया गया इस कार स म अठारहवी सद म साम त को और अ धकार दय गय य य प कथ रन महान को एक ब नरकश शासक माना जाता ह ल कन उसन

कषक दास क भलाई क लय कछ नह कया 1765 ई0 म साम त को अ धकार दय गय क व कषक को सजा द सक उनम असतोष क वाला फर स भड़क उठ

77 स म 1773-1775 का कषक व ोह सरकार वारा साम त क ि थ त ढ़ करन और कषक पर उनक अ धप तय क बढ़त

ह ए अ याचार क कारण दोन वग म कटता और बढ़ गई सी सा ा य क पव भाग म कषक क अ त र त खान व लोह क कारखान म काम करन वाल मक भी अपनी दशा स असत ट थ इस म गर सी जा तया तातार मोर डो वयन चवा श (बईनऔम) और बश कर क कसान भी भ म छन जान क कारण सरकार क व हो गय थ गर ब कोसक (Cossack) म भी असतोष बढ़ रहा था

मई 1773 ई0 म डान दश का रहन वाला थम लयन पगाचोव नामक एक कोसक जो कई बार जल म सजा भगत चका था कारागह स भाग नकला उसन वय को स का स ाट घो षत कया तथा पीटर ततीय क उपा ध धारण क कोसक व भ म छोड़ कर भाग ह ए कषक न उसका साथ दया आर भ स ह पगाचोव न कषक को अ याचार का मकाबला करन क लय उकसाया तथा उनक दशा सधारन क लय य न करन का वचन दया शी ह उसका साथ यराल क मक न दया उ ह न अपन कारखान स बदक व ो हय को द तथा काफ मा ा म कारखान क बाहर ब दक बनाई दस बर 1773 तक ओरनबग पम और स ब क क दश म भी यह व ोह फल गया तथा गर सी जा तय क सद य भी इसम सि म लत हो गय मक तथा गर- सय का कसान का साथ दन स ि थ त ग भीर हो गई माच 1774 म ला त चवो (Tatishchevo) क कल पर शाह सना न पन अ धकार कर लया इसी समय उफा म भी व ो हय क हार ह ई पगाचव यराल क पहाड़ म चला गया ल कन यहा पर भी वह परािजत हआ अब वह वो गा क नकट क दश क ओर मड़ा वहा पर उस कषक व गर सय का समथन मलन क आशा थी जन 1774 म उसन कजान क शहर को जीत लया एक बार फर हार कर पगाचव न वो गा नद को पार करक डान दश म पह चन क को शश क इस बीच सना उसका बराबर पीछा कर रह थी पगाचव को गर तार कया गया तथा जनवर 1775 म उस तथा उसक कछ सा थय को फासी द गई उसक गर तार क थोड़ समय बाद व ोह शा त हो गया

पगाचव क हार क न ना कत कारण थ - (1) व ोह म भाग लन वाल व भ न त व म वह एकता कायम नह रख सका

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(2) व ो हय क द त अनक थान पर तनात कर दय गय थ अतएव व सग ठत होकर नह लड़ सक

(3) उनक पास श क कमी थी (4) शाह सना क शि त उनस कह अ धक थी (5) उसम सगठन क मता का अभाव था (6) उसन अपन अनया यय क सामन उनक दशा सधारन क लय एक काय म क

प ट परखा नह बनाई थी प रणाम 1773-1775 ई0 क व ोह क प रणाम कषक क लय हतकार स नह

ह ए कथ रन वतीय न 1775 ई0 म एक अ यादश वारा ा त का पनगठन कया यह नई यव था पहल क अप ा अ धक क कत व नरकश बनी सी सा ा य क सीमावत ात जहा पर गर सी काफ स या म रहत थ सभी कार क वाय ता क अ धकार को

समा त कया गया 1785 ई0 म साम त को एक चाटर (Charter) दान कया गया इसम उन सब अ धकार क पि ट क गई िजनका क उस समय व योग करत थ उ ह अपन सगठन बनान का अ धकार भी दया गया इन सगठन पर गवनर को नर ण क अ धकार दय गय

अठारहवी सद म स म कषक न बार बार व ोह कय इसका म य कारण स क जार क कषक वरोधी नी त थी उ ह न समय पर साम त क शि त ढ़ करन तथा कषक क दमन करन क लय कानन बनाय आम तौर पर अठारहवी सद म स क कषक व ोह उसक पव भाग म ह ए जहा लोह क खान व कारखान म मक काम करत थ तथा गर सी जा तया नवास करती थी अतएव अ धकाश कषक व ोह म उपय त त व न भी भाग लया य व ोह सग ठत न होन क कारण असफल रह वा तव म व सी सा ा य क शि त क आग सफल भी नह हो सकत थ

स म कषक क शोचनीय दशा उ नीसवी सद क ार भक छ दशक तक बनी रह 1861 म स ाट एलकजडर वतीय न स म एक अ ध नयम वारा कषक दास क था को समा त करन क घोषणा क य य प यह अ ध नयम अपन उ य म पण प स सफल नह हआ क त फर भी यह कसान को साम त क अ याय स बचान क दशा म एक मह वपण कदम था

78 यरोप क अ य दश क ि थ त अठारहवी सद म पन पतगाल व इटल म कषक क दशा म वशष प रवतन नह

हआ य य प व साम त क अ याय स पी ड़त रह क त उ ह न साम त था क अ त क लय कोई आ दोलन नह कया बा कन दश म इसी कार क दशा थी उस समय वहा पर तक का रा य था तथा व पराधीनता का जीवन यतीत कर रह थ इन सभी दश म क ष अ य त पछड़ी ह ई दशा म थी तथा वहा क कषक आ दोलन करन क ि थ त म नह थ हाल ड डनमाक व वडन जो क इ लड क नकट थ म भी इ लड क तरह बाड़ब द क

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गई तथा वहा पर नवीन क ष प तय का अनसरण कया गया इसस वहा क कसान क दशा कछ हद तक सधर इन दश म भी अठारहवी शता द म कोई आ दोलन नह हआ

79 साराश चौदहवी सद तक इ लड म साम तवाद का बोलबाला था तथा कषक क दशा शोचनीय

थी ल कन सोलहवी सद तक इ लड म कषक दास क था समा त हो गई यरोप क सभी दश म कषक दास क था अठारहवी सद क आर भ तक बनी रह प हवी सद म जमनी ास व पन तथा स हवी सद म ास म असफल व ोह ह ए

अठारहवी शता द म इ लड म क ष क म नवीन प त का वकास हआ तथा बाड़ब द क गई ल कन हाल ड ास व ए शया क कछ भाग को छोड़ कर शष यरोप म खती ाचीन तर क स ह होती रह साम त क अ याय भी यथावत बन रह

ासीसी ा त क आर भ होन क बाद कषक न साम त क नवास थान पर आ मण करक अपनी दासता क सा य को न ट कया 1789 ई0 म रा य सरकार न सामतो स मि त दलान क लय दो कानन पास कय 1792 व 1793 ई0 म भी इस दशा म य न कय गय

आि या - हगर सा ा य क बोह मया दश म 1768 स 1775 तक बार बार कसान क व ोह ह ए य य प वहा क स ाट जोजफ न कषक को कछ रयायत द ल कन वशषा धकार ा त वग क वरोध क कारण उसक आदश को लाग नह कया जा सका

स क शासक न साम त का समथन ा त करन क लय समय समय पर उ ह अ धकार दान कय तथा कषक का दमन कया 1705 ई0 स लकर 1775 ई0 तक स म कषक क अनक व ोह ह ए इनम स पगाचव क नत व म 1773-75 का व ोह सबस भयकर था य व ोह स क पव भाग म ह ए इन व ोह म खान व कारखान म काम करन वाल मक तथा गर सी जा तय न भाग लया असग ठत होन तथा व ोह म भाग लन वाल त व म एकता क अभाव म य सब व ोह असफल रह इन व ोह क बाद भी स क शासक न दमन क या जार रखी

य य प यरोप क अ य दश म कषक क -ि थ त खराब थी ल कन तहा पर कोई आ दोलन नह ह ए

710 बोध न 1 अठारहवी सद क आर भ म कषक क दशा का वणन क िजए इस शता द म

आि या - हगर म ह ए कषक आ दोलन का व ोह का ववचन क िजए 2 अठारहवी सद म कषक क त स क शासक क ि टकोण का व लषण

क िजए इस सद म स म ह ए कषक व ोह का स त वणन करत ह ए कषक व ोह का स त वणन करत ह ए उनक असफलता क कारण क ववचना क िजए

3 न न ल खत वा य को पढ़ कर उनक स मख सह () या गलत () का नशान लगाईय

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(1) ासीसी ा त क आर भ होन क बाद कषक न साम त क नवास थान पर आ मण करक उन द तावज को न ट कया जो उनक दासता क सा य थ

(2) आि या का स ाट जोजफ साम तवाद क अ धकार को समा त करन म सफल रहा

(3) अठारहवी शता द म स म कषक क अनक व ोह ह ए (4) अठारहवी सद म स क अ धकाश कषक व ोह क बाद वहा क सरकार न

उनक ि थ त म सधार कया

711 सदभ थ 1 पाथसारथी ग ता (स पादक) यरोप का इ तहास वतीय स करण 1987 नई

दहल 2 Peter Gay and RK Webb Modern Europe Harper and Row

New York 1973 3 History of the USSR Part I (English Translation) ndash From the

Earliest Times to the Great October Socialist Revolution Progress Publishers Moscow 1977

4 Chapter VI and VII Written by MP Vyatkin and AG Mankow on Early Eighteenth Century and Second Half of the Eighteenth Century Robert Briggs ndash Early Modern Europe 1560-1718 Oxford University Press 1977

5 Edward Eyre (Director) ndash European Civilization ndash Volume V Oxford University Press London 1977

6 Montague Fordham ndash The European Peasantry 1600-1914 7 RR Enfield European Agriculture since 1750

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इकाई-8 नगर व शहर का वकास एव म नगर करण

इकाई क परखा 80 उ य 81 तावना 82 ाचीन काल क नगर क आबाद व बनावट 83 नगर क आबाद म व व उसक आकड़ 84 जनस या म व क कारण 85 ाम स नगर क ओर पलायन 86 नय नगर का व प 87 प रणाम 88 साराश 89 बोध न 810 सदभ थ

80 उ य इस इकाई क अ ययन स आप समझ पायग क यरोप म नगर व शहर का वकास

कस हआ नगर करण क इस या स ामीण जीवन कस भा वत हआ तथा नगर करण क या प रणाम ह य

81 तावना ाचीन काल क नगर एव नाग रक वारा अ धकार क ाि त हत कय गय य न

रोम व यनान क स यता क इ तहास म अनक नगर रा य का उ लख मलता ह इटल व यनान क ऐस नगर क अ त र त रोमन सा ा य क व भ न भाग म भी नगर क अि त व क बार म जानकार मलती ह उस काल म ऐस नगर कसी राजा अथवा साम त क गढ़ क चार ओर बसाय जात थ य नगर ाम स कछ बड़ होत थ तथा इनक आबाद भी गाव स अ धक होती थी अपन अ धप त क त नगर क नवा सय को लगभग उ ह दा य व का पालन करना पड़ता था जो क गाव म कषक दास (Serf) करत थ धम य और रा य रा य क उदय क कारण सामत क शि त ीण होन लगी इस काल म वा ण यवाद का उदय व व तार भी हआ नाग रक न साम त को बा य कया क वह यक प रवार स कर वसल न करक सम त नाग रक स साम हक प स कर वसल कर उ ह न अपन-अपन नगर क बाजार का ब ध भी अपन हाथ म ल लया अपन अ धप त क अदालत म ववाद का नपटारा करान क थान पर व अपनी बनाई गई अदालत म मकदम क सनवाई और फसल करन लग ऐस सब अ धकार क स ब ध म उ ह न राजा अथवा साम त स चाटर (Charter) ा त कय इ ल ड म यापा रय क सगठन न साम त को वपल धनरा श अदा कर य अ धकार ह तगत कय ास व नीदरल ड म नाग रक क सगठन को क यन

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(Commune) कहत थ इन क यन न अपन साम त क व सफलतापवक व ोह कय जमनी म अनक नगर न मलकर ऐस अ धकार लय तथा साम हक सर ा क लय ब ध भी कय इस समय म कछ भावशाल पाद रय ( बशप) न भी कछ नगर बसाय इ ह बसात समय उ ह न नाग रक को उनक अ धकार क स ब ध म चाटर दान कय

82 ाचीन काल क नगर क आबाद व बनावट हज क अनसार चौदहवी सद क अ त म यरोप क अ धकाश नगर क आबाद अ धक

नह होती थी पाच हजार क आबाद वाला नगर बड़ा माना जाता था इसस भी अ धक आबाद वाल नगर थ ल कन उनक स या अ धक नह थी यहा तक क लदन प रस स वल व नस यबक रोम आ द जस बह त बड़ नगर क आबाद एक लाख स कम थी यरो पयन दश क अ धकाश जनस या नगर क अप ा ाम म अ धक थी

उस समय क नगर क नवासी यापार क साथ बागवानी व छोट पमान पर क ष करक अपना जीवन यापन करत थ आम तौर पर एक नगर क चार ओर मजबत ाचीर होती थी और अनम त प क वारा ह एक नगर क व भ न दरवाज स शहर म वश मलता था नगर क चारद वार क अ दर व भ न कार क मकान होत थ जो एक दसर स सट ह ए होत थ इसम चच टाउन हाल व यापा रक तथा कार गर क सगठन क इमारत भ य होती थी सड़क चौड़ी नह थी ग लया इतनी सकड़ी होती थी क उनम स घोड़ा गाड़ी आ द क ठनता स गजरत थ ग लय व बाजार म पानी क नकास क लय ना लय का ब ध नह होता था यक नगर म एक थानीय स था होती थी रात म नगर क दरवाज ब द कर लय जात थ शा त व स यव था बनाय रखन क लय प लस नय त क जाती थी ल कन उनक स या बह त कम होती थी

83 नगर क आबाद म व व उसक आकड़ चौदहवी सद स इन नगर क आबाद बढ़न लगी समय क स य साथ अनक कारण

स पहल स था पत नगर क आबाद बढ़ती गई यहा तक अनक थान म मन य नगर क चारद वार क बाहर भी बस गए प हवी सद क बाद क यग म यरोप म कई अनक नय नगर बस तथा कछ परान नगर क सम न ट हो गई ल कन फर भी 1830 म यरोप म नगर क अप ा ामीण म मन य अ धक स या म नवास करत थ इटल व ास स उसक कल जनस या क साठ तशत ए शया म स तर तशत पन म न ब तशत और स तथा पव दश म पचानव तशत आबाद गाव म रहती थी य - य इन दश म

औ यो गक वकास क ग त म तजी आती गई य - य गाव स मन य अ धका धक स या म शहर म आन लग

म य यग क अ त व आध नक यग म नगर क वकास क अनक कारण ह इनम सबस मख कारण यरोप क सभी दश म जनस या क लगातार व होना ह ोफसर कार साडस न 1300 व 1600 ई0 म यरोप क व भ न दश क जनस या क न ना कत आकड़

तत कय ह

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-स दश का नाम जनस या 1300 ई0 1600 ई0 1 इगल ड चाल स लाख पसठ लाख 2 ास 1 करोड़ 40 लाख 1 करोड़ साठ लाख 3 पन व पतगाल साठ लाख 1 करोड़ 4 जमनी (नीदरलड क साथ) 1 करोड़ 50 लाख 2 करोड़ तीस लाख 5 डनमाक दस लाख छ लाख 6 वडन छ लाख - 7 नाव तीन लाख - 8 इटल 1 करोड़ यारह लाख 1 करोड़ तीस लाख

इसस प ट ह क चौदहवी स स हवी सद म अनक दश क जनस या म व ह ई स हवी सद क बाद जनस या क व क दर और बढ़ गई य - य व भ न दश म औ यो गक वकास क ग त बढ़ य - य जनस या क व क दर भी बढ़

चौदहवी सद स यरोप म जनस या क बढ़न क कारण का स त म व लषण करना आव यक ह य क नगर करण म व स इसका घ न ठ स ब ध ह

84 जनस या म व क कारण 1 पर परागत धारणाओ का अत कार साडस क अनसार म य यग म ईसाई समाज

म शर र क प व ता (Celebeoy) को एक न तक कत य माना जाता था य क मन य क जीवन म न तकता का अ य त मह व था ल कन अनक ईसाई सत न खल बसी (Celebacy) पर जोर दत ह ए भी यह माना था क अ धकाश ि य व प ष को शाद कर लनी चा हए फर भी कछ मन य अ ववा हत ह रहत थ पनजागरण क समय स यह धारणा कमजोर पड़ती गई

2 भयकर रोग क कोप म कमी ाचीन काल स ह लग व हजा भयकर रोग स यरोप क दश म बड़ी स या म मन य म य क ास बन जात थ अतएव म य दर अ धक थी अनक शश भी बा याव था म मर जात थ ल कन प हवी शता द स औष ध व ान म नर तर ग त होती गई फल व प लग व हजा आ द का कोप बह त कम हो गया शश भी अ धक स या म जीन लग इसस ज म दर बढ़ती गई म य दर क कम होन तथा ज म दर क बढ़न स आबाद म व ह ई

3 द भ का अ त लगभग स हवी शता द तक वषा क अभाव म फसल खराब हो जाती थी तथा द भ क कोप स काफ मन य मर जात थ क ष क ldquoनवीन प तrdquo क योग स अ न का उ पादन बढ़ता चला गया फल व प अकाल का कोप समा त हो गया

4 यापार म उ न त वा ण यवाद क उदय व व तार स अ तदशीय व वदशी यापार म व ह ई यापा रक काय क लय अ धक यि तय क आव यकता पड़न लगी अब वा ण यवाद क समथक क साथ रा य क सरकार भी

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जनस या म व चाहन लगी वा ण यवाद क वशष - व लयम टपल डवीनट आ द न रा य को इस ओर कदम उठान क लय रत कया अनक रा य न ववा हत यि त को कर म छट द तथा अ ववा हत यि त पर अ त र त कर लगाय कह -कह पर बड़ प रवार वाल यि त को रा य क तरफ स आ थक सहायता भी द जान लगी

5 क ष उ पादन म व ाचीन व म य यग म यरोप म एक नगर क सम उसक आस-पास क म अनाज क उ पादन पर नभर रहती थी यातायात क क ठनाईय क कारण दसर थान स अनाज नह लाया जा सकता था एक ओर तो क ष उ पादन म व न अकाल को लगभग समा त कर दया तो दसर ओर यातायात क साधन न यह सभव कर दया क दर-दर स अनाज मगाया जा सक अतएव अब नगर अपन आस-पास क क अनाज क उ पादन पर नभर नह रहा वह अपनी बढ़ती ह ई जनस या क लय अनाज का ब ध कर सकता था

6 स नक आव यकताए यरोप क व भ न दश पार प रक सघष म लग रहत थ इ ल ड क पहल ास और बाद म हाल ड क साथ त पधा व तीस वष य य (1618-1648) इसक उदाहरण ह ास क लई चौदहव (1643-1715) न ास को य म उलझाय रखा स क पीटर महान न व तारवाद नी त अपनाई इन य क लय स नक क आव यकता बनी रहती थी अत सब दश यह चाहत थ क उनक जनस या म व हो ता क उ ह अ धक स नक मल सक

7 औ यो गक वकास इ ल ड म औ यो गक वकास क फल व प जनस या म व ह ई अठारहवी शता द क उ तराध और उ नीसवी सद म यरोप क अ य दश म यह या आर भ हो गई तथा उनक जनस या भी बढ़ती गई अठारहवी सद क म य व उ नीसवी सद क अ त तक यरोप क जनस या म तीन गनी व ह ई

85 ाम स नगर क ओर पलायन नगर करण क एक वशषता गाव स शहर क ओर मन य का पलायन था इ ल ड

म इस कार का पलायन वा ण य क वकास स आर भ हआ क ष क उ न त तथा औ यो गक ा त क समय इसम व ह ई अ य दश म भी यापार क ष व उ योग क वकास क समय इस कार क व त दखन को मलती ह म य यग व आध नक यग क आर भ तक यरोप क यक दश म नगर क आबाद क मकाबल म ामीण क आबाद बह त अ धक थी 1830 इ वी म इटल व ास म कल जनस या का साठ तशत शया म स तर तशत पन म न ब तशत और स तथा पव यरोप क दश म 95 तशत ामीण म रहता था

1851 म इ ल ड म पहल बार ाम क मकाबल म शहर क आबाद अ धक दज क गई इस समय म यरोप म प चीस नगर ऐस थ िजनक आबाद एक लाख क लगभग थी इनम स चार इ ल ड तथा एक काटलड म था इसम लदन क आबाद जो 1800 म एक

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लाख थी 1830 म डढ़ लाख हो गई थी इ ल ड को छोड़ कर शष यरोप म प रस क त त नया सट पीटसबग नप स वयना मा को ब लन एम टडम डि लन ह बग वारसा मलान रोम म ड पलरन व नस लयो बडाप ट मास लज व बास लोना क नगर क आबाद पचास हजार स लकर तीन लाख तक थी

उ नीसवी सद क उ तराध तथा बीसवी सद म नगर क आबाद बढ़ती गई तथा ाम क जनस या म कमी आई इस अव ध म एक ओर नगर क आबाद बढ़ और दसर तरफ काफ स या म भ मह न कषक कशल कार गर व मक गाव स नगर म आय

नगर क आबाद म व तथा वहा गाव स मन य क लगातार आगमन का प रणाम यह हआ क 1914 म इ ल ड म उसक कल जनस या का 80 तशत ास म 45 तशत स कछ अ धक तथा जमनी म 60 तशत यि त शहर म रहत थ इस समय म स पोल ड व डनमाक म लगभग एक तहाई जनता शहर म रहती थी 1850 क बाद बड़ शहर क आबाद म वशष प स तजी क साथ व ह ई पहल प चीस नगर को बड़ा माना जाता था ल कन 1914 म ऐस पचास नगर थ िजनक आबाद एक लाख स अ धक थी

ाम स नगर क ओर मन य क पलायन क लय न ना कत प रि थ तय िज मवार थी

1 कषक दास क मि त म य यग म जमीदार न क ष म होन वाल घाट स बचन क लय यह उ चत समझा क व कषक को हल बल आ द साधन द कर तथा उनस फसल क एक नि चत भाग लकर भ म का त क लय द द इस प त स एक ओर तो जमीदार सभा वत नकसान स बच गय तथा दसर ओर कसान जमीदार क त अ य दा य व स म त हो गय फल व प इ ल ड म धीर-धीर कषक म त हो गय सोलहवी सद तक वहा पर कषक दास (Serfdom) क था लगभग समा त हो गई अब ाम स अनक कसान शहर क ओर चल गय

2 खत क बाड़ बद इ ल ड म तथा कछ समय बाद ास व जमनी क कछ भाग म छोट-छोट खत को मला कर बड़ खत (farms) बनाय गय इसस अनक गर ब कसान भ मह न हो गय तथा रोजगार क तलाश म नगर म आय

3 अ तरा य यापार का वकास वाल बक व टलर क अनसार प हवी सद म इ ल ड एक मह वह न यापा रक रा था ल कन सोलहवी सद म इगल ड का यापार बढ़न लगा इसी समय म पि चमी यरोप क कछ दश का यापार भी बढ़ा अ तरा य यापार क क आ त रक भाग क नगर थ जहा बाहर जान वाला माल इक ा कया जाता था ल कन इनस भी अ धक हलचल उन ब दरगाह पर होती थी जहा स जहाज बाहर जात थ अतएव ऐस थान पर रोजगार क लय गाव स काफ मन य आकर बस

4 औ यो गक वकास इगल ड म औ यौ गक ा त क समय कारखान को बड़ी मा ा म मजदर क आव यकता ह ई गाव स भ मह न कषक कार गर मक व बकार यि त शहर क कारखान म काम करन आय

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86 नय नगर का व प ाचीन नगर क चार द वार क बाहर भी मन य मकान बना कर रहन लग धीर-धीर

अनक नगर म सर ा क य ाचीर तोड़ द गई औ यो गक वकास क ग त म तजी क फल व प िजन नगर क आबाद बढ़ रह थी

व नगर आस पास क दहात तक फल गय यहा तक क ऐस दहाती नगर क समह बन गय ऐस थान म नगर तथा ाम क म य का अ तर लगभग समा त हो गया इस कार का प रवतन इगल ड तथा जमनी औ यो गक दश म प ट प स दखा जा सकता

था कछ थान पर गाव न नगर का प धारण कर लया य क इन थान पर यापार

अथवा उ योग क क खल गय थ इगल ड म इस कार क या का भाव सबस अ धक हआ

इगल ड म राजधानी क अ त र त अ य थान पर भी नगर का वकास हआ ल कन यरोप म रा य क राजधा नय क आबाद ह वशष प स बढ़

87 प रणाम 1 म यम वग का उदय नगर करण क व तार क यग का सबस मह वपण प रणाम

इन नगर म म यम वग का उदय था लगर न लखा ह क नाग रक जीवन स नवो दत म यम वग का सबस घ न ठ स ब ध था यह कहना क ठन ह क इस बज य (Burgeoise) वग म कस कार क यि त सि म लत थ कवल यह कहा जा सकता ह क आम तौर पर म यम वग क सद य गर क ष काय तथा कशल कार गर क काय क अ त र त अ य काय स ा त आमदनी स अपनी जी वका चलात थ उनक पास न तो क ष क लय काफ भ म होती थी और न ह व मक बन कर कमा सकत थ

मा यम वग को भी उ च व न न णी म वभािजत कया जा सकता ह उ च वग म बड़ यापार उ योगप त बकर धनी नवषक और अ छ आय वाल यवसाय म काम करन वाल यि त थ न न म यम वग क सद य उ च वग तथा म यम वग क उ च णी क यि तय क आव यकताओ को पर करत थ इनम दकानदार कशल कार गर बक सरकार द तर औ यो गक व यापा रक त ठान म काम करत थ वक ल कलाकार व ब जी वय को भी इसम सि म लत कया जा सकता ह

इस म यम वग न यरोप क यक दश क राजनी त म मह वपण भ मका अदा क य य प उ च म यम वग क सद य सतोष पण जीवन यतीत करत थ ल कन न न म यम वग को आ थक क ठनाइय का सामना करना पड़ता था

2 मक का दखमय जीवन यरोप क नगर क औ यो गक त ठान तथा क ष फाम म एक बड़ी स या म मक को नौकर द गई फ ट रय म काम करन वाल मजदर क दशा अ य त शोचनीय थी उनक रहन क उ चत यव था नह क गई थी व तग ग लय और बना हवादार मकान म रहत थ इसस उनक तथा उनक प रवार क सद य पर बरा असर पड़ता था शहर म काम करन वाल अ य अकशल मक क दशा भी खराब थी

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3 नगर का बतरतीब वकास लगभग यरोप क सभी नगर का वकास बना कसी योजना क हआ पहल स ह नगर म तग ग लया व कम चौड़ी सड़क थी अब य बढ़ती ह ई आबाद क लए क ठनईय पदा करन लगी शहर क चारद वार क बाहर भी मकान का नमाण बतरतीब ढग स हआ थानीय स थाए उन पर कोई नय ण नह रख सक

4 वा य पर बरा असर यह पहल बताया जा चका ह क म यकाल क आर भ क नगर म पानी क नकास क सम चत यव था नह थी तथा शहर म गदगी रहती थी इसस नाग रक क वा य पर बरा असर पड़ता था परान नगर क वकास तथा नय नगर क थापना क समय इस सम या पर यान नह दया गया समय क साथ साथ यह सम या

ग भीर होती चल गई अनक ग द बि तया (Slums) बनी फल व प मन य व भ न बीमा रय स त होन लग

5 अपराध क स या म व शहर बरोजगार क स या धीर धीर बढ़ती गई इसन शहर म रहन वाल मन य म अपराध क व त को ज म दया अथवा उसको उकसाया

6 मान सक तनाव ाम क अप ा शहर का जीवन अ धक तनाव पण होता ह एक नाग रक अपनी ज रत को पर करन म वय को असमथ पाता ह और मान सक तनाव का शकार हो जाता ह

ल कन शहर क उ थान व वकास क अनक लाभ भी थ 1 ब जीवी वग का वकास ाम क अप ा शहर म रहन वाल ब जी वय क

स या अ धक थी य ब जीवी आपस म मलत भी रहत थ फल व प नगर म सा ह य व कला का वकास हआ

2 व ा नक ग त यरोप क नगर म व ा नक अनसधान क क खोल गय इसम अनसधान क स वधाए उपल ध कराई गई इसस व ा नक म ग त ह ई

3 सामािजक आ थक व राजनी तक प रवतन क क यरोप क सभी नगर सामािजक राजन तक व आ थक ा त क क बन गय वहा पर इन म काफ हलचल होती रहती थी तथा व मल कर कसी भी अ याय का वरोध करन क लय शी सग ठत हो जात थ

शहर और ाम क स यता म अ तर अभी तक व यमान ह गाव क नवासी शा तपण जीवन यतीत करत ह ल कन शहर क नवा सय का जीवन बा य आडबर व तड़क भड़क स प रपण होता ह अतएव शहर म रहन वाला सदव कसी न कसी कार क तनाव स त रहता ह शहर क कोलाहल पण जीवन म उस शा त नह मलती ल कन वह इस जीवन का अ य त हो जाता ह

88 साराश इस इकाई म आपन यरोप क ाचीन काल क नगर क ि थ त का अ ययन कया

तथा यापा रक सगठन व क यन वारा साम त स अ धकार प (ब तजमत) ा त करन क बार म जानकार ा त क उस समय क नगर क आबाद व बनावट क स ब ध म यह मालम हआ क व बतरतीब बन थ तथा उनक आबाद पाच हजार स एक लाख तक थी

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यरोप क कल जनस या म स अ धकाश ाम म ह रहती थी ल कन 1300 स 1600 ई0 क म य शहर क आबाद बढ़ इसका म य कारण सभी थान पर जनस या म व थी इसक साथ यह भी जाना क इसक या कारण थ ाम स नगर क ओर काफ स या म यि तय क पलायन स नगर क जनस या बढ़ 1851 क बाद व भ न नगर क आबाद क आकड़ स ात होता ह क उस समय एक लाख स अ धक आबाद वाल शहर क स या 25 थी नय नगर क व प क अ ययन स ात हआ क इ ल ड व शष यरोप क नगर क ि थ त व वकास म अ तर था नाग रक जीवन क लाभ और हा नय क बार म अ ययन करन स यह मालम होता ह क ामवा सय क अप ा शहर जीवन अ धक तनावपण होता ह

89 बोध न 1 ाम स नगर क ओर पलायन क या कारण थ 2 यरोप क नगर म मन य को कन क ठनाइय का सामना करना पड़ा 3 यरोप क जनस या म व क कारण का व लषण द िजए चौदहवी सद स

यरोप क दश म इसन नगर करण को कस कार स भा वत कया

810 सदभ थ 1 Chapter by RR Enfield in the book lsquoEuropean Civilization ndash Its

origin and Developmentrsquo Volume V under the direction of Edward Eyre Oxford University Press London 1937

2 Chapter by RM Hartwell in the book lsquo The Cambridge Modern History Volume IX (1793-1830) edited by CW Cramley Cambridge University Press London 1965

3 Brison D Gooch Europe in the Nineteenth Century the Macmillan Company London 1970

4 David Ogg Europe in the Seventeenth Century Hindi edition Jaipur 1967

5 Carlton JH Hayes Modern Europe to 1870 The Macmillan Company New York Sixth Print 1960

6 Langer Eadie Geanakoplos Hexter Pipes Western Civilization Volume II Harper and Row New York Second Edition 1975

7 Wallbank and Taylor Civilization ndash Past and Present Volume II Third Edition 1975

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इकाई-9 कारखाना और मजीवी वग

इकाई क परखा 90 उ य 91 फ टर स टम

911 फ टर या ह 912 फ टर स टम कस श हआ 913 एक का प नक फ का काय व यास

92 फ स टम एवम औ यो गक ा त 93 फ स टम का सामािजक असर 94 बराइया 95 बराइय को दर करन क यास एवम समाधान

951 ससद य यास 952 समाज सधार और अबधनी त 953 सधारक य न जार रह 954 सडलर क य न 955 एशल का कानन

96 समाज और सामािजक प रवतन 97 साराश 98 अ यासाथ न

981 अश पर छोट सवाल 982 सार इकाई पर सवाल

99 ास गक पठनीय थ

90 उ य लगभग 1750 स लकर 1850 तक क काल को पि चम यरोप म औ यो गक ा त

का काल माना जाता ह अ य इकाइय म तमन औ यो गक ा त क बार म व तार स पढ़ा होगा अ य बात क अलावा औ यो गक ा त का सबध उ पादन क लए एक नए सामािजक व यास को नाम दया गया ldquoफ स टमrdquo फ स टम म काम करन क लए समाज म एक नए मजीवी वग का ज म हआ इस इकाई म हम फ स टम और इसम काम करन वाल मजीवी वग क बार म जानग

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91 फ स टम 911 फ या ह

औ यो गक ा त स श आत क भी पहल क बात ह कसी तजारत करन वाल कपनी क नमाइद को ldquoफ टरrdquo बलाया जाता था उसक द तर को फ rdquo फ स कपनी खर द-फरो त करती मसलन हम अ जी ई ट इि डया कपनी को ल जब कपनी स हवी सद म भारत आई तो उसन गजरात तट पर सरत बदरगाह म अपनी पहल मख फ था पत क इस फ म कपनी अपना यापार का सामान रखती और ह द ता नय क

साथ खर द-फरो त करती याल रखन वाल बात यह ह क ई ट इि डया कपनी एक तजारती कपनी थी और उसका उ पादन स चाह वह औ यो गक हो या फर गर औ यो गक कोई सीधा सरोकार न था

जस-जस अठारहवी सद म औ यो गक ा त का व तार हआ वस-वस फ श द का च लत अथ भी बदलता गया अब फ का अथ उस थान स हआ जहा क मशीन क वारा कार गर काफ मा ा म चीज को बनात यह अथ आज तक साधारण बोलचाल क

भाषा म च लत ह सो िजस कारखान म हवाई जहाज बनता ह वह भी फ कहलाता ह और िजसम कपड़ बनत ह वह भी हाला क ldquoफ rdquo कवल चीज बनान वाल कारखान को कहा जाता था फ जसी उ पादन यव था और कम व यास उ योग म भी य त होती थी जस क कोयला खदान

इस इकाई म हम म यतः औ यो गक ा त क पहल चरण पर गौर करग इस चरण (1750-1850) म फ ट रया यादातर सत कातन क कपड़ा बनन क और लोह का काम करन वाल होती थी

912 फ स टम कस श हआ

पजीवाद यव था क श आत क दन म पि चमी यरोप म उ पादन म यतः प टग आउटrdquo स टम पर नभर करता था इस यव था म पजी का मा लक यापार कार गर को क चा माल खर द कर दता कार गर अपन-अपन घर पर अपनी ह मशीन स चीज बनात िज ह क यापार इक ा कर क बाजार म बचता इस यव था म फायदा यह था क यापार दर-दर तक फल कार गर स काम करवा सकता था और उस अपन कार गर क रहन खान क यव था भी नह करनी पड़ती

पर इस यव था म नकसान कई थ एक तो यापार को अपन कार गर तक पह चन म और उनस बना हआ माल लन म काफ समय बबाद करना पड़ता दसर काम क वा लट बरकरार रखना मि कल था तीसर कार गर स समय पर काम करवान म द कत

होती थी इन मि कल स पार पान का एक तर का था वह यह क सार कार गर को एक ह

कारखान म इक ा कर लया जाए पर ऐसा करन पर यापार को कारखान क इमारत बनान

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म पसा लगाना पड़ता मशीन खर दनी पड़ती और फोरमन और सपरवाइजर को नौकर पर लगाना पड़ता अथात यापार का उपरला खच काफ बढ़ जाता

पर जब 1700 ई0 म वीडन क यापार टोफर पोलहम न 100 कार गर वाल एक बतन-भाड क फ टर था पत क तो उसन पाया क उ पादन पर कल खच इतना कम हो जा रहा था क उपरला खच बढ़न क बावजद वह अ छा खासा मनाफा कमा लता

913 एक का प नक फ टर का काय व यास

एडम ि मथ अपनी कताब द व थ ऑफ नश स (1776) म एक साधारण पन बनान वाल फ टर का वणन करता ह जब पन घरल उ योग म बनाए जात थ तो एक या दो यि त ह पन बनान म लगत थ पर फ टर म पन बनान क या को कई ह स म बाट दया गया एक आदमी तार खीचता दसरा उस सीधा करता तीसरा काटता चौथा उसक एक सर को नक ला करता पाचवा उसक दसर सर को घसता वगरह इस तरह तार खीचन स लकर बन ह ए पन को कागज क प ड़या म पक करन तक एडम ि मथ न कोई 32 चरण गन इनम स कसी भी चरण पर ह नरमद कार गर क ज रत नह थी एक ब चा भी इनम स कसी एक चरण को बखबी परा कर सकता था यह फ स टम क मख व श टता थी

फ टर म उ पादन क या को बह त ह सरल छोट-छोट ह स म बाट दया गया हर चरण को एक साधारण अकशल मक भी आसानी स परा कर सकता था या न क अब कारखान क उ पादन- मता कसी यि त वशष क द ता पर नभर नह करती थी बि क सार कारखान क आगनाइजशन पर िजस क एक मनजर आसानी स क ोल कर सकता था फर च क द कार गर क ज रत नह थी तो फ ट रय म ि य और ब च को आसानी स मक क तौर पर इ तमाल कया जा सकता था और हाला क ि या और ब च एक प ष िजतना ह उ पादन करत उनक तन वाह आद मय क तलना म कह कम रहती इस सब स फ टर क मा लक को काफ मनाफा होता

92 फ स टम एवम औ यो गक ा त इ तहासकार हो सबाम का कहना ह क वस तो स हवी सद स ह उ पादन या म

अनक कार क या क सधार होन श हो गए थ पर सफ या क सधार ह औ यो गक ा त नह ला सक औ यो गक ा त क लए ज र था क उ पादन इतना यादा और इतना

स ता हो क बाजार म आप स आप इस उ पाद क लए माग बढ़ ऐसा तब ह हो सका जब या क सधार क साथ उ पादन क लए एक नए कम व यास का इ तमाल कया गया जब उ पादन क या स सब धत डवीजन आफ लबर को (काम क बटवार) को काफ ज टल बना दया गया उ पादन क या को कई छोट-छोट टकड़ म बाट दया गया और एक मजदर क िज म कवल एक ह ह सा रखा यह फ स टम क मख व श टता थी

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93 फ टर स टम का सामािजक असर मनाफा बढ़ान क लए यह ज र था क फ म लगी मशीन का यादा स यादा

उपयोग कया जा सक फ मा लक क च टा यह रहती थी क अपन कार गर स तब तक लगातार काम करवात रह जब तक क मशीन ह जवाब न द जाए इसका मतलब यह था क कामगार को काम करन क तर क का एक नया अनशासन सीखना पड़ा

इ तहासकार ईपी हामपसन का मानना ह क िजस लय स मशीन चलती ह उसी लय स मक को चलना सीखना पड़ा समय क पाबद सीखनी पड़ी क एक नि चत समय पर काम पर आए और एक नि चत समय पर काम स हट एक ह थान पर खड़ होकर लगातार एक ह या क काम को लगातार करत रहन क आदत डालनी पड़ी य द कसी क िज म पन का तार घसना था तो वह लगातार दनभर कवल तार ह घस सकता था िजस यि त को तार सीधा करन का काम दया गया दनभर एक ह थान पर खड़ रहकर कवल तार ह सीधा करता रहता

जस-जस समय बीतता गया इस पर स टम क दगण भी सामन आत गए सबस पहल जो बात सामन आई वह यह ह क फ म लगातार एक ह जगह पर कठपतल क तरह काम करत रहना काफ उबाऊ था मक थोड़ ह समय म इस तरह क काम स जी चरान लगत जब फ का मा लक उनस जबरद ती काम करवाता तो जा हरा तौर पर काम करन वाल को यह बात अखरती और उ ह ख दल स काम पर लग रहना पड़ता

जहा तक काम करन क प रि थ तय का सवाल ह कछ बात साफ ह एक तो यह क यह कहना मि कल ह क फ म काम करन वाल क प रि थ त दसर मक क प रि थ त स बहतर थी या बदतर ऐसा इस लए क इ तहासकार क पास औ यो गक ा त स पहल क काल क मक क बार म यादा जानकार नह ह हा यह ज र पता ह क तरहवी सद स ह उ तर यरोप म पगार पान वाल मजदर हआ करत थ और उनक हालत अ य मजदर क हालत स खराब नह थी वस भी स हवी-अठारहवी सद म कम स कम इ ल ड म प टग आउट स टम क तहत काम करन वाल बह त सार मजदर पगार क एवज म ह काम कया करत थ कहन का मतलब यह ह क फ मजदर का तन वाह मजदर होना समाज क लए कोई नह बात नह थी

94 बराइया जो नई बात थी वह यह क जब फ या बनी तो एक साथ बह त सार मजदर शहर

म इक ा ह ए इस जमाव म उनक ददशा भी समाज क सामन कह यादा खर प स उजागर ह ई

उ योग म ब च और औरत को सोलह घ ट या उसस भी यादा काम करवाया जाता थकान क कारण य द कोई काम नह कर पाता तो उस ब ट स पीटा जाता था तन वाह काट ल जाती तन वाह वस भी काफ कम मलती थी एक ह त क लए कसी ह नरमद कार गर को 1795 म कोई 25 श लग और साधारण मजदर को सफ 12 श लग मला

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करत थ म हलाओ को प ष स आधी और ब च को एक चौथाई तन वाह ह मलती हाला क व प ष िजतना ह काम करत

कोयल क खदान म तो ि थ त और भी यादा खराब थी यहा चार स पाच साल क ब च को खदान क सरग क अदर बारह स सोलह घट काम करवाया जाता इनक औसत पगार दो स तीन श लग त स ताह थी

फ स टम क आन स मजदर क गर बी भी बह त यादा उजागर होन लगी वस तो औ यो गक ा त क श क साल म ह यह साफ हो गया था क समाज म नर ह गर ब क स या बढ़ रह ह पर इस ि थ त स बचन क लए कछ खास नह कया गया पीनहमल ड नामक क ब म गर ब क मदद क लए एक स टम ज र श कया गया िजस पीनहमल ड स टम क नाम स जाना जाता था कछ दसर क ब न भी इस स टम को

अपनाया पर बढ़ती ह ई औ यो गक गर बी क सामन यह स टम प त हो गया शहर म ि थ त कछ ऐसी थी क मजदर क हालत बद स बदतर होती चल गई

शहर बगर कसी योजना क बतहाशा बढ़त चल गए उनक नगरपा लकाए इस नई आबाद क दखभाल करन म असमथ रह शहर म गद द र बि तया पनपन लगी िज ह अ जी म लम कहत ह जहा अब तक शहर म अनक तबक क लोग आपस म मल कर रहत थ

वहा धीर-धीर मजदर बि तया शहर क बाक आबाद स हट कर रहन लगी इन बि तय म न तो सडक ठ क होती न ह ना लया न ह कड़ा नकालन क कोई यव था न ह पय जल का इतजाम और न ह ठ क स बन ह ए मकान इ तहासकार हो सबाम का कहना ह क यरोप क शहर म इस क म क बि तया यादातर शहर क पव ह स म बसी सो शहर म एक नया भद श हो गया ई ट ए ड नवासी (गर ब) और व ट ए ड नवासी (अ भजा य) का

रह-रहकर औ यो गक शहर म महामा रया भी बढ़न लगी लासग म पहल बार 1818 ई0 म हाइफस जवर का कोप फला यरोप क सार औ यो गक शहर म 1831 ई0 और 1832 ई0 म टाइफाइड़ क महामार छाई रह इन शहर म कालरा मयाद बखार और तप दक का भी बोलबाला रहा य सार बीमा रया यादातर मजदर बि तय म ह रह मानो यह सा बत कर रह ह क जहा द र ता और गदगी ह वहा बीमा रया भी रहगी इस सबन मजदर बि तय क नवा सय का हौसला तोड़ दया सामािजक हौसलाप ती क कई ल ण सामन आन लग शराब का ज रत स यादा इ तमाल होन लगा बाल ह या व याव त आ मह या और मान सक व ता क घटनाए बढ़न लगी मजदर क दग त इस बात स और भी यादा उजागर ह ई क औ यो गक ा त क कारण समाज क बाक सार वग क स प नता बढ़ रह थी

95 बराइय को दर करन क यास एवम समाधान फ टर स टम क इन बराइय को ज द स ज द दर करना बड़ा ज र था य क

एक तो साधारण मानवीयता का तकाजा था क मजदर क काम करन क हालात म सधार आए इसस भी यादा बड़ा कारण यह था क फि य म अ धकाश उ पाद फ म काम करन वाल मजदर ह खर दत थ इस लए अगर मजदर क माल हालत एक सीमा स नीच जाती

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तो नकसान पजीप तय को ह होता और अगर मजदर बि तय क समाज यव था को ठ प होन दया जाता तो डर था क कह दश म व ोह न भड़क उठ व ोह न भी होता तो यह तो साफ था क म यवग क जवान इन बि तय म फल रह शराबखोर व याव त और अ य कार क अन तकता क च कर म पड़ रह थ य द म यवग को अन तकता स बचाना था तो

ज र था क मजदर वग स अन तकता को दर कया जाए

951 ससद य यास

आजकल यह माना जाता ह क य द फ मा लक अपन मजदर क भल कार दखभाल कर तो उ ह ह यादा मनाफा होता ह पर उ नीसवी सद म यह बात अ धकाश पजीप तय क समझ म नह आ रह थी इस लए हम पात ह क फ टर म मजदर क ि थ त सधारन वाल अ धकाश उपाय कवल कछ फ टर मा लक क पहल पर रा य यव था वारा व भ न दश क ससद वारा कए गए सबस यादा सधार का काम इगल ड म

हआ ऐस उपाय म स पहला था इगल ड म राबट पील वारा ससद म पास कया गया

ह थ ए ड मारटज ए ट (1802) यह ए ट कवल बड़ी फ ट रय पर लाग होता था और कवल एपरि टस पर इस ए ट म यह कहा गया क नौ साल स कम उ क ब च बतौर एपरि टस नह लगाए जा सकत फ मा लक पर इन ब च स बारह घ ट स यादा या फर रात म काम करवान पर रोक लगा द गई

1802 क ए ट म कई खा मया थी एक तो यह कवल बड़ी फ य पर लाग होता था और वहा भी कवल उन फि य पर जो क एपर टस को इ तमाल करती थी बह नर बाल मजदर को इस ए ट स कोई सर ा नह मलती थी सबस म य बात तो यह थी क इस ए ट म नर ण करन का कोई ावधान न था नतीजतन यह ए ट महज कागजी कानन बन कर रह गया

फर 1816 म पील क चयरमनी म एक ससद य कमट का गठन कया गया इस कमट क सलाह पर 1819 का फ नय ण कानन पास कया गया इस कानन म पछल कानन क ावधान को दोहराया गया और कहा गया क सार बाल मजदर को इस कानन क सर ा द जाएगी साथ ह यह नधा रत कया गया क सोलह साल स कम उ क मजदर को बारह घ ट क दन म डढ़ घ ट क खान क छ ी द जायगी च क यह ए ट सार कामकाजी ब च पर लाग होता था इस लए लोग न इसका डट कर वरोध कया वरो धय म एक बड़ा तबका उन मा-बाप का था जो अपन ब च स काम करवात थ

952 समाज सधार और अबधनी त

तमन अबधनी त क बार म पढ़ा होगा यह नी त अठारहवी सद क अ तम दशक म काफ फल चक थी अथशा ी एडम ि मथ िजसका हम पहल िज कर चक ह इसका एक बड़ा समथक था इस नी त क मतावल बय का मानना था क समाज क अथ यव था तब ह

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सफल हो सकती ह जब क सरकार अथ यव था को अपन आप पर छोड द उसम अपनी टाग न अड़ाए

जब उ नीसवी सद म ससद य य न मजदर क सधार क लए होन लग तो सधार-वरोधी उ योगप तय न अबधनी त क दहाई दत ह ए यह गहार लगाई क अगर रा य फ स टम को सधारन व नय त करन क को शश करगा तो सार अथ यव था ह ठ प हो जाएगी दरअसल बड़-बड़ दाश नक वचार क आड़ म य वरोधी कवल इतना कह रह थ क उ ह मजदर -ब च म हलाओ और प ष का खन चसन स नह रोका जाना चा हए भल ह ऐसा करत ह ए व समाज क इतनी दग त य न कर द िजसस क समाज का साधारण चाल-चलन ह ठ प हो जाए ऐस वरो धय को उनक खद क बवकफ स बचाना ज र था

953 सधारक य न जार रह

1820 क दशक म पावर लम और भाप क इजन म काफ यादा या क सधार आए इसका नतीजा यह हआ क इस दशक म धीर-धीर फ स टम सार कपड़ा उ योग और ख नज उ पादन पर छा गया फि या भी कवल कछ शहर इलाक म कि त होन लगी लकाशायर का कपड़ा उ योग इसका अ छा उदाहरण ह यहा कोई 25 वग मील क म इतनी यादा कपड़ा मल थी क इ ल ड का 80 तशत स यादा कपड़ा बनाया जाता था िजतना फ ट रय का जमाव बढ़ा उतना ह उनक दगण कट ह ए इसम सधार लान क ससद य यास भी उतन ह जोर स कए जान लग

954 सड़लर क यास

माइकल सड़लर न 1831 म टन-आवर बल इ ल ड क ससद म पश कया इस बल म यह ावधान था क कसी भी मजदर स दस घट (टन-आवर) स यादा काम नह लया जा सकगा यह बल ससद म पास नह हो सका

पर इन दन इ ल ड म व ट इ डीज क दास था को लकर काफ गहमा-गहमी चल रह थी इसक रहत अखबार और प काओ म फ टर मजदर क तलना व ट-इ डीज क नी ो दास स क जान लगी धीर-धीर यह मत फलन लगा क मजदर क ि थ त म सधार क लए कछ ठोस कदम उठाए जान चा हए इसक फल व प जब 1833 म लाड एशल न ससद म अपना ताव रखा तो वह कछ ससद य छ ना-झपट क बाद पा रत हो गया

955 एशल का कानन

लाड एशल क कानन (1833) को सार कपड़ा बनन क फि य पर लाग कया गया इसक अनसार नौ साल स कम उ क ब च को फ म काम करवान पर पाबद लगा द गई तरह साल स कम उ क मजदर स दन म नौ घ ट और स ताह म 40 घ ट स यादा काम करवाना तब धत कया गया उ ह रोज डढ़ घ ट क खान क छ ी दना ज र

रखा गया यह कहा गया क अठारह साल स कम उ क मजदर स दन म 12 घट और स ताह म 69 घट स यादा काम नह करवाया जा सकता ldquoरातrdquo क काम को ठ क तरह स

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प रभा षत कया गया साढ़ आठ बज शाम स लकर साढ़ पाच बज सबह तक क समय को ldquoरातrdquo करार दया गया और इस पार म कवल अ ारह साल स यादा उ क मजदर क योग क अनम त द गई फ म काम करन वाल हर ब च का रोज दो घट कल जाना नि चत कया गया नर क क एक बड़ी टोल नय त क गई जो फ मा लक पर नगरानी रख सक और जो मा लक कानन क अवहलना करत ह ए पकड़ जाए उन क सर बड़ी सजा का ावधान रखा गया

इस कानन म दो म य खा मया थी एक तो यह कवल कपड़ा उ योग पर ह लाग कया गया जब क अ य उ योग म भी मजदर क हालत काफ खराब थी दसर यह कवल ब च को अपन दायर म लता था जब क ि य और प ष को भी काननी सर ा क आव यकता थी

96 समाज और सामािजक प रवतन बहरहाल इस कानन स कछ बात साफ जा हर होती थी सबस पहल बात तो यह क

हाला क समाज म अब भी अबधनी त का बोलबाला था अब सरकार क समझ म यह आन लगा क समाज क कछ अश ऐस होत ह जहा क सधार लान क लए सरकार ह त प ज र होता ह दसर बात यह क अब साधारण तौर पर यह माना जान लगा क समाज म औ यो गक उ पादन क इकाई प रवार नह बि क यि त वशष था और उसक सामािजक सर ा और सखा-पढ़ क िज मदार कवल प रवार पर ह नह छोड़ी जा सकती थी समाज को भी आग बढ़कर कछ उपाय करना ज र था

धीर-धीर अ य उ योग को भी फ कानन क तहत लाया गया 1842 म लाड एशल क कानन को कोयला खदान पर लाग कया गया और म हला मजदर को भी सर ा द जान लगी 1878 म इस कानन न सार फि य और वकशाप को अपन दायर म ल लया इस बीच दसर दश म भी फ कानन क या जार थी 1841 म ास म बाल-मजदर कानन लाग कया गया ए शया म भी 1870 तक कई कानन जार कए गए पर उ ह कभी गभीरता स लाग नह कया गया

1848 म सार यरोप म सोश ल ट व ोह ह ए और उ ह काफ आसानी स कचल दया गया इन व ोह म मजदर न बढ़ कर ह सा लया था कचल जान क बाद इन व ोह क बह त सार नता मजदर नता बन गए और फ मा लक स मजदर क भलाई क लए माग करन लग इस समय क बाद स फ मजदर क सगठन बनना श हो गए और कमशाला क हालात म सधार क लए य सगठन अपन अपन उ योग और सरकार पर जोर हालन लग ऐसा इ ह न कस तरह कया तम अ य इकाइय म पढ़ोग

97 साराश इस इकाई म तमन जाना क फ स टम अठारहवी सद म श हआ इसन

औ यो गक उ पादन म एक नए कम व यास को ज म दया फि या चलान क लए एक नए क म क अनशासन क ज रत थी जो क पहल कभी ससार म दखन को नह मला था लगातार अनशासन था पत रखन क लए फ क मय क उपर एक नए मनजमट तबक का

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ज म हआ फोरमन और सपरवाईजर य लोग लबर अ र टो स (Labour aristocrates) कहलाए इनक रहत उ योग म उ योग क मल कयत और उसक मनजमट म भद कया जान लगा मजदर क शहर म रहन स कई बराइया पनपी उ ह दर करन क लए उ नीसवी सद क म य तक अ भजा य वग स कछ समाज सधारक उबर कर सामन आए पर मजदर क सगठन अभी ठ क तरह स नह पनप पाए थ व 1848 क यरोपीय व ोह क बाद उबर

98 अ यासाथ न (I) अश पर छोट सवाल

कछ श द म जवाब द िजए (क) या फ स टम और औ यो गक ा त म स कोई एक बगर दसर क पनप

सकता था (ख) फ स टम क मख व श टता या थी (ग) या पन बनान क फ वा तव म एडम ि मथ क वणन क अनसार होती ह (घ) या फ स टम अन तक था (च) अबधनी त फ मा लक को य पसद थी (छ) इस इकाई म िजन फ सधारक का िज ह उसक अलावा दो और सधारक क

नाम बताइय (II) सार इकाई पर सवाल

दो सौ स तीन सौ श द म जवाब द (क) फ स टम इ ल ड म कस तरह पनपा (ख) फ स टम न कस तरह था पत आ थक और सामािजक स थाओ पर हार

कया (ग) फ स टम क कारण समाज म कस तरह क प रवतन आए (घ) फ स टम म सधार लान क य न क ववचना कर

99 ास गक पठनीय थ ईज हो सबाम - ाम इड ट ए पायर प गइन ईज हो सबाम - एज आफ रवो यशन प गइन ईपी टाम सन - म कग आफ द इग लश व कग लास (सभी कताब अ जी म ह बाजार म आसानी स मल जाती ह)

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Page 13: एमassets.vmou.ac.in/MAHI01-2.pdf ·  · 2014-04-056.7 इंगलैड ... अलबट[थेयर(Albert Thaer) ने1798 (Introduction to the knowledge of English Agriculture)

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71 पवाभास अठारहवी सद क आर भ म यरोप क दश म कषक क दशा नवी शता द स लकर बारहवी शता द तक यरोप म साम तवाद यव था का जोर

रहा इस था म बड़ साम त व उपसाम त उन भस ता ज नत अ धकार का योग करत थ िजन पर पहल राजाओ का अ धकार था इस यव था म कषक क दशा अ य त शोचनीय थी य क यह था कषक क शोषण पर आधा रत थी तरहवी सद क श स साम तवाद का ास श हआ धम य क भाव यापा रक वग क उदय तथा रा य रा य क उ थान न

साम त क शि त कम क साम त क अ याचार स त होकर इ लड म कसान न सग ठत होकर साम त का वरोध आर भ कया 1348 ई वी म काल म य नामक एक महामार क कोप स यरोप क आधी जनस या म य का ास बन गई खती म काम करन वाल कसान व मजदर क भार कमी हो गई इ लड म कषक दास न अपनी महनत क लए उ चत पा र मक क माग क क त उनक आ दोलन को दबा दया गया 1381 ई0 म वाट टाईलर क नत व म इ लड क हजार कसान न व ोह कया इसम शि पय व कार गर न भी साथ दया ल कन यह व ोह कचल दया गया

इस समय इ लड म यापार क उ न त तथा पजी क वकास न ि थ त म प रवतन ला दया साम त न यह उ चत समझा क व कषक को भ म हल बल बीज आ द साधन दकर उनक उपज का एक नि चत भाग ल ल इस प त न कसान क मि त का माग श त कया सोलहवी सद क अ त तक इ लड म कषक दास क था लगभग समा त हो

गई ल कन कषक क सम याओ का पण प स अ त नह हआ इ लड क अ त र त यरोप क अ य दश म कषक दास क था च लत रह

ि मरनोव और कानाकोवा नामक दो सी इ तहासकार न लखा ह क स म चौदहवी सद म साम तवाद का और उ कष हआ तथा उनक अधीन काम करन वाल कषक क दशा और खराब हो गई पव यरोप क अ य दश म भी कषक क यह दशा थी प हवी सद म जमनी ास व पन म कषक न असफल व ोह कय प हवी सद म जमनी ास व पन म

कषक न असफल व ोह कय प हवी व सोलहवी सद म यरोप क जनस या बढ़न लगी क ष क म ाचीन तर क क योग क कारण अनाज क उ पादन म व नह ह ई इसका तकल भाव पि चमी यरोप क अप ा पव दश पर वशष प स पड़ा य क खराब

मानसन क फल व प पड़न वाल अकाल क समय वहा पर यातायात व सचार क दर यव था क कारण अ य दश स पया त मा ा म अनाज शी ता स नह मगाया जा सकता था प हवी सद म जमनी ास व पन म असफल कषक व ोह ह ए स हवी सद म ास म कई व ोह ह ए िजनम 1675 का जकर व ोह सबस भयकर था इसम ास क टनी दश क प चीस हजार कषक न भाग लया यह व ोह भी कचल दया गया स हवी सद क अ त तक भी कषक इसी कार स दःखमय जीवन यतीत करत रह इ लड को छोड़ कर सभी दश म साम त क अ याचार का अ त नह हआ 1789 क ासीसी ा त क समय ास म कसान को राजा साम त व चच को कर अदा करन क लय एक कसान को अपनी आमदनी का 80

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तशत भाग दना पड़ता था उस साम त क यहा अनक कार क बगार करनी पड़ती थी अ य मामल म भी साम त क वशषा धकार स वह त था

72 इ लड म अठारहवी सद म बाड़ब द आ दोलन अठारहवी सद म इ लड म क ष क म अनक नय योग कय गय ज ो हल

(1674-1740) वारा बीज बोन क लय एक य टाउनशड (1674-1738) क फसल को बदल बदल कर बोन क प त तथा पशओ क न ल व स या बढ़ान क लय राबट बकवल न 1770 क आस पास व ा नक जनन क प त क पालन न खती क उ पादन तथा पशधन को बढ़ान म उ लखनीय योगदान दया आथर यग (1741-1820) नामक एक धनी कसान न छोट-छोट खल खत को मला कर बड़-बड़ क ष फाम बनान का चार कया

बड़-बड़ फाम क चार और बाड़ लगाई गई 1760 स लकर 1815 क म य 956 बाड़ब द अ ध नयम बनाय गय जएल हम ड व बारबरा हम ड न लखा ह क पछल दो शताि दय म यरोप म शायद ह ऐसा कोई प रवतन हआ जो इसक समान मह व रखता हो एनफ ड क मत म व तत यह आ दोलन इ लड क यापा रक व औ यौ गक वकास स स ब धत था इसम एक ाम को आ म नभर बनान क थान पर मनाफा कमान क यव था को अपनाया गया अब फाम म उ पा दत अनाज को बढ़ती ह ई जनस या वाल नगर म भजा जान लगा इसन क ष को एक पजीवाद उ योग बना दया

इसम कोई सदह नह क बाड़बद स काफ मा ा म बकार पड़ी भ म म खती कया जाना स भव हो सका तथा बड़ फाम म नवीन प त स खती कय जान क फल व प भी क ष उ पादन बढ़ा ल कन बाड़ब द क कारण अनक छोट कसान को भ म छोडन क लय बा य होना पड़ा भ म स बदखल होकर व रोजगार क तलाश म शहर म चल गय

य य प हम इ लड म बाड़ब द क आ दोलन को व ोह नह मान सकत क त क ष क म यह एक मह वपण प रवतन था यह क ष क म ऐसा कदम था िजसन क ष को यावसा यक प द दया

73 ास म कषक क दशा 1675 ई0 क व ोह क बाद ास म महान ा त तक कसान का कोई और व ोह

नह हआ और न ह उनक दशा म कछ सधार हआ ासीसी ा त (1789) क समय चच लगभग प ह तशत साम त बीस तशत नगर क धनी यि त ततीस तशत भ म क वामी थ ास क आबाद का 85 तशत भाग खती पर नभर था ल कन उसक पास कवल

एक तहाई भ म थी इनक पास िजतनी भी भ म होती वह उनक प रवार क भरण पोषण क लय पया त नह थी उ ह राजा चच साम त आ द को कर दन पड़त थ आथर यग न 1787 स 1789 तक ास क ामीण का मण करक लखा था क आम तौर पर ासीसी कषक का मनोबल इतना कमजोर था क उस ऊचा उठाना सभव नह था व कवल

जी वत रह कर ह सत ट थ जलाई 1789 म बा तील (Bastille) क पतन क समाचार य ह ास क दहात म पह च वहा पर कसान न कल न वग क नवास पर आ मण कर दय इन आ मण म वशष प स उन द तावज को न ट कया गया िजनम उनक दासता

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क सा य उपल ध थ सभी कषक व ोह क भा त इस व ोह म भी कषक का एक ह ल य था व दासता स म त होना चाहत थ इस कार क कायवाह 1790 ई0 तक चलती रह

ास क रा य सभा न वशषा धकार क समाि त क अ तगत कानन वारा ास म कषक दास क था समा त कर द पहल कानन वारा भ- वा मय क सभी यि तगत अ धकार समा त कर दय गय और कषक को भ म का वामी माना गया दसर कानन म यह कहा गया क ास म भ म उसी तरह स वत रहगी िजस तरह स अब यहा रहन वाल यि त वत रहग अब एक कषक अपन खत म मनचाह तर क स खती कर सकता था तथा अपनी उपज को बच सकता था

य य प उपय त कानन क अनसार कषक दास था का अ त हो गया ल कन इनस कसान क स पण आशाए फल फत नह ह ई इन क अनसार साम त क अनक वशषा धकार जस सामत का भ म पर वा म व यि तगत अ धकार शकार व मछल पकड़न क अ धकार समा त कर दय गय तथा इनक बदल म कसान को कोई मआवजा अदा नह करन क आदश दय गय ल कन भ म का बकाया कराया और साम त को अदा क जान वाल अ य बाक दनदा रय को माफ नह कया गया इनक अदायगी करन क लय एक कसान को लगभग बीस वष का कराया अदा करना पड़ता था अतएव कसान म असतोष बना रहा 1792 व 1793 ई0 म इस कार क अदायगी को माफ कर दया गया

इस समय भ मह न कसान अथवा थोड़ी सी भ म वामी यह चाहत थ क चच स छ नी ह ई भ म उनम वत रतक जाय क त ऐसी भ म को सम कसान अथवा यापा रय आ द न खर द कर उ ह इसस व चत कया

74 जमनी क रा य म सधार अठारहवी सद म जमनी अनक रा य म वभािजत था सभी रा य म कषक अपनी

दशा स असत ट थ व कभी भी व ोह कर सकत थ अत कछ छोट रा य न कषक दास क था का अ त करन क लए कानन बनाय 1770 व 1780 क म य यक आफ सवाय न

अपन दश म कानन वारा इसको समा त कया शया जो क एक बड़ा रा य था म वहा क स ाट ड रक मकान न अपन अधीन भ म म कसान क कर व बगार क भार को कम कया 1786 ई0 म उसक म य तक इस दशा म उ लखनीय ग त नह ह ई 1807 स लकर 1817 ई0 तक शया म अनक आदश जार कय गय िजनक अनसार कषक अपन साम त को कछ रा श अथवा भ म का भाग दकर भ- वामी बन सकता था ल कन य आदश उन कसान पर लाग नह होत थ जो स दय स एक भ म पर खती नह करत थ अतएव इसका भाव सी मत ह रहा

75 आि या - हगर आि या - हगर क सा ा य म कषक क दशा अ यत शोचनीय थी यहा तक कहा

जाता ह क हगर व बोह मया म कसान पशओ क तरह रहत थ 1768 म बोह मया क कसान न व ोह कया इसक तर त बाद भी ऐस व ोह होत रह इनका चरमो कष 1775 क व ोह म दखा जा सकता ह कसान क म य शकायत का आधार यह था क सामा य

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वष म भी उनस भार कर वसल कया जाता था और असामा य वष (1765 और 1770) क बीच जब फसल बार बार खराब ह ई तब यह बोझ असहनीय हो गया उस समय आि या म म रया थ रसा का शासन था तथा उसका प जोजफ र ज ट क ह सयत स शासन का सचालन कर रहा था 1771 ई0 म जोजफ न बोह मया का दौरा कया कसान क ददशा को दख कर उसन सफा रश क क क ष दास था को समा त कया जाय य य प कसान का बोझ ह का करन क लय म रया थ रसा एक तदथ कानन बनान क प म थी ल कन वह इस था क स थागत अि त व पर आ मण करन क लय तयार नह थी स ाट बनन क बाद जोजफ न एक ल बी योजना क तहत कषक दास था को समा त करन का नणय लया उसन यह अनभव कया क इस था स रा य को अ धक आय नह rsquo होती थी कल न वग को कसान िजतना लगान दत थ उसका एक अश ह कल न वग रा य को दता था 1780 ई0 क अ यादश क अनसार उसन आि या - हगर म सामती उगाह का बोझ कछ कम कया तथा क ष दास को यह गारट द क व अपनी पतक भ म क उ तरा धकार मान जायग 1784 क अ यादश क अनसार भ म कर क दर को समान बनाया गया तथा वशषा धकार क नाम पर कसी भी वग को मलन वाल कर छट को समा त कया गया इसक लय उसन भ - सप त क सव ण का काय भी आर भ कराया िजसम पाच वष लग इस अव ध म वशषा धकार ा त वग न इस अ यादश का इतना वरोध कया क इस कभी लाग नह कया जा सका

इस कार साम तवाद क अ धकार को समा त करन म जोजफ असफल रहा

76 स म व ोह (1703-1772) स म क ष दास का दमन कया जाता था अ धक स अ धक काय लन क लय

कल न वग अपन अधीन कषक को दबा कर रखत थ 1649 ई0 म कसान क दमन स सबि धत सभी कानन को व ध स हता म सग ठत कया गया पीटर महान (1689-1725) क शासन काल म भी यह नी त अपनाई गई उसन बड़ी स या म कषक को कल न का दास बनाया 1703 ई0 म पीटर न एक नयी राजधानी बनान का काय आर भ कया सट पीटसबग क नमाण क लय स क भ न भ न भाग स कसान को लाया गया उनक रहन व खान क सम चत यव था नह क गई फल व प सह कसान मर गय उसन साम तवाद को नव विजत दश म भी लाग कया इसी समय यराल दश म लोह उ योग वक सत हो रहा था वहा पर भी बड़ी स या म कसान व मक को भजा गया द ण व द ण पव स म रहन वाल मक न करो क भार तथा अ नवाय स नक व मक क भत क अ यायपण काय क व व ोह आर भ कया यह व ोह भ न भ न थान पर भ न भ न समय म ह ए इनम स सबस लोक य व ोह अठारहवी सद क थम दशक म अ ाखान वश क रया और डान दश म हआ 1705 ई0 म अ ाखान क व ोह न भयकर प धारण कर लया क त उस दबा दया गया 1707 ई0 को डान म ह ए व ोह म म य प स कसान न भाग लया इनका नता क ाट बलावीन था शी ह यह व ोह सम त

द ण पव स म फल गया बलावीन न गर सी जा तय का सहयोग ा त करन क भी

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को शश क जलाई 1708 ई0 तक चलता रहा 1709 व 1710 ई0 म इस दश म यदा कदा व ोह होत रह ल कन पीटर न इन व ोह को दबा दया 1714 ई0 क एक आदश वारा उसन भ म पर साम त क अ धकार को वशोगत बना दया भखमर क कारण भ म

छोड़ कर भागन वाल कषक को ढढ कर लान व उ ह सजा दन का ब ध कया गया इस कार स म अठारहवी सद म साम त को और अ धकार दय गय य य प कथ रन महान को एक ब नरकश शासक माना जाता ह ल कन उसन

कषक दास क भलाई क लय कछ नह कया 1765 ई0 म साम त को अ धकार दय गय क व कषक को सजा द सक उनम असतोष क वाला फर स भड़क उठ

77 स म 1773-1775 का कषक व ोह सरकार वारा साम त क ि थ त ढ़ करन और कषक पर उनक अ धप तय क बढ़त

ह ए अ याचार क कारण दोन वग म कटता और बढ़ गई सी सा ा य क पव भाग म कषक क अ त र त खान व लोह क कारखान म काम करन वाल मक भी अपनी दशा स असत ट थ इस म गर सी जा तया तातार मोर डो वयन चवा श (बईनऔम) और बश कर क कसान भी भ म छन जान क कारण सरकार क व हो गय थ गर ब कोसक (Cossack) म भी असतोष बढ़ रहा था

मई 1773 ई0 म डान दश का रहन वाला थम लयन पगाचोव नामक एक कोसक जो कई बार जल म सजा भगत चका था कारागह स भाग नकला उसन वय को स का स ाट घो षत कया तथा पीटर ततीय क उपा ध धारण क कोसक व भ म छोड़ कर भाग ह ए कषक न उसका साथ दया आर भ स ह पगाचोव न कषक को अ याचार का मकाबला करन क लय उकसाया तथा उनक दशा सधारन क लय य न करन का वचन दया शी ह उसका साथ यराल क मक न दया उ ह न अपन कारखान स बदक व ो हय को द तथा काफ मा ा म कारखान क बाहर ब दक बनाई दस बर 1773 तक ओरनबग पम और स ब क क दश म भी यह व ोह फल गया तथा गर सी जा तय क सद य भी इसम सि म लत हो गय मक तथा गर- सय का कसान का साथ दन स ि थ त ग भीर हो गई माच 1774 म ला त चवो (Tatishchevo) क कल पर शाह सना न पन अ धकार कर लया इसी समय उफा म भी व ो हय क हार ह ई पगाचव यराल क पहाड़ म चला गया ल कन यहा पर भी वह परािजत हआ अब वह वो गा क नकट क दश क ओर मड़ा वहा पर उस कषक व गर सय का समथन मलन क आशा थी जन 1774 म उसन कजान क शहर को जीत लया एक बार फर हार कर पगाचव न वो गा नद को पार करक डान दश म पह चन क को शश क इस बीच सना उसका बराबर पीछा कर रह थी पगाचव को गर तार कया गया तथा जनवर 1775 म उस तथा उसक कछ सा थय को फासी द गई उसक गर तार क थोड़ समय बाद व ोह शा त हो गया

पगाचव क हार क न ना कत कारण थ - (1) व ोह म भाग लन वाल व भ न त व म वह एकता कायम नह रख सका

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(2) व ो हय क द त अनक थान पर तनात कर दय गय थ अतएव व सग ठत होकर नह लड़ सक

(3) उनक पास श क कमी थी (4) शाह सना क शि त उनस कह अ धक थी (5) उसम सगठन क मता का अभाव था (6) उसन अपन अनया यय क सामन उनक दशा सधारन क लय एक काय म क

प ट परखा नह बनाई थी प रणाम 1773-1775 ई0 क व ोह क प रणाम कषक क लय हतकार स नह

ह ए कथ रन वतीय न 1775 ई0 म एक अ यादश वारा ा त का पनगठन कया यह नई यव था पहल क अप ा अ धक क कत व नरकश बनी सी सा ा य क सीमावत ात जहा पर गर सी काफ स या म रहत थ सभी कार क वाय ता क अ धकार को

समा त कया गया 1785 ई0 म साम त को एक चाटर (Charter) दान कया गया इसम उन सब अ धकार क पि ट क गई िजनका क उस समय व योग करत थ उ ह अपन सगठन बनान का अ धकार भी दया गया इन सगठन पर गवनर को नर ण क अ धकार दय गय

अठारहवी सद म स म कषक न बार बार व ोह कय इसका म य कारण स क जार क कषक वरोधी नी त थी उ ह न समय पर साम त क शि त ढ़ करन तथा कषक क दमन करन क लय कानन बनाय आम तौर पर अठारहवी सद म स क कषक व ोह उसक पव भाग म ह ए जहा लोह क खान व कारखान म मक काम करत थ तथा गर सी जा तया नवास करती थी अतएव अ धकाश कषक व ोह म उपय त त व न भी भाग लया य व ोह सग ठत न होन क कारण असफल रह वा तव म व सी सा ा य क शि त क आग सफल भी नह हो सकत थ

स म कषक क शोचनीय दशा उ नीसवी सद क ार भक छ दशक तक बनी रह 1861 म स ाट एलकजडर वतीय न स म एक अ ध नयम वारा कषक दास क था को समा त करन क घोषणा क य य प यह अ ध नयम अपन उ य म पण प स सफल नह हआ क त फर भी यह कसान को साम त क अ याय स बचान क दशा म एक मह वपण कदम था

78 यरोप क अ य दश क ि थ त अठारहवी सद म पन पतगाल व इटल म कषक क दशा म वशष प रवतन नह

हआ य य प व साम त क अ याय स पी ड़त रह क त उ ह न साम त था क अ त क लय कोई आ दोलन नह कया बा कन दश म इसी कार क दशा थी उस समय वहा पर तक का रा य था तथा व पराधीनता का जीवन यतीत कर रह थ इन सभी दश म क ष अ य त पछड़ी ह ई दशा म थी तथा वहा क कषक आ दोलन करन क ि थ त म नह थ हाल ड डनमाक व वडन जो क इ लड क नकट थ म भी इ लड क तरह बाड़ब द क

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गई तथा वहा पर नवीन क ष प तय का अनसरण कया गया इसस वहा क कसान क दशा कछ हद तक सधर इन दश म भी अठारहवी शता द म कोई आ दोलन नह हआ

79 साराश चौदहवी सद तक इ लड म साम तवाद का बोलबाला था तथा कषक क दशा शोचनीय

थी ल कन सोलहवी सद तक इ लड म कषक दास क था समा त हो गई यरोप क सभी दश म कषक दास क था अठारहवी सद क आर भ तक बनी रह प हवी सद म जमनी ास व पन तथा स हवी सद म ास म असफल व ोह ह ए

अठारहवी शता द म इ लड म क ष क म नवीन प त का वकास हआ तथा बाड़ब द क गई ल कन हाल ड ास व ए शया क कछ भाग को छोड़ कर शष यरोप म खती ाचीन तर क स ह होती रह साम त क अ याय भी यथावत बन रह

ासीसी ा त क आर भ होन क बाद कषक न साम त क नवास थान पर आ मण करक अपनी दासता क सा य को न ट कया 1789 ई0 म रा य सरकार न सामतो स मि त दलान क लय दो कानन पास कय 1792 व 1793 ई0 म भी इस दशा म य न कय गय

आि या - हगर सा ा य क बोह मया दश म 1768 स 1775 तक बार बार कसान क व ोह ह ए य य प वहा क स ाट जोजफ न कषक को कछ रयायत द ल कन वशषा धकार ा त वग क वरोध क कारण उसक आदश को लाग नह कया जा सका

स क शासक न साम त का समथन ा त करन क लय समय समय पर उ ह अ धकार दान कय तथा कषक का दमन कया 1705 ई0 स लकर 1775 ई0 तक स म कषक क अनक व ोह ह ए इनम स पगाचव क नत व म 1773-75 का व ोह सबस भयकर था य व ोह स क पव भाग म ह ए इन व ोह म खान व कारखान म काम करन वाल मक तथा गर सी जा तय न भाग लया असग ठत होन तथा व ोह म भाग लन वाल त व म एकता क अभाव म य सब व ोह असफल रह इन व ोह क बाद भी स क शासक न दमन क या जार रखी

य य प यरोप क अ य दश म कषक क -ि थ त खराब थी ल कन तहा पर कोई आ दोलन नह ह ए

710 बोध न 1 अठारहवी सद क आर भ म कषक क दशा का वणन क िजए इस शता द म

आि या - हगर म ह ए कषक आ दोलन का व ोह का ववचन क िजए 2 अठारहवी सद म कषक क त स क शासक क ि टकोण का व लषण

क िजए इस सद म स म ह ए कषक व ोह का स त वणन करत ह ए कषक व ोह का स त वणन करत ह ए उनक असफलता क कारण क ववचना क िजए

3 न न ल खत वा य को पढ़ कर उनक स मख सह () या गलत () का नशान लगाईय

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(1) ासीसी ा त क आर भ होन क बाद कषक न साम त क नवास थान पर आ मण करक उन द तावज को न ट कया जो उनक दासता क सा य थ

(2) आि या का स ाट जोजफ साम तवाद क अ धकार को समा त करन म सफल रहा

(3) अठारहवी शता द म स म कषक क अनक व ोह ह ए (4) अठारहवी सद म स क अ धकाश कषक व ोह क बाद वहा क सरकार न

उनक ि थ त म सधार कया

711 सदभ थ 1 पाथसारथी ग ता (स पादक) यरोप का इ तहास वतीय स करण 1987 नई

दहल 2 Peter Gay and RK Webb Modern Europe Harper and Row

New York 1973 3 History of the USSR Part I (English Translation) ndash From the

Earliest Times to the Great October Socialist Revolution Progress Publishers Moscow 1977

4 Chapter VI and VII Written by MP Vyatkin and AG Mankow on Early Eighteenth Century and Second Half of the Eighteenth Century Robert Briggs ndash Early Modern Europe 1560-1718 Oxford University Press 1977

5 Edward Eyre (Director) ndash European Civilization ndash Volume V Oxford University Press London 1977

6 Montague Fordham ndash The European Peasantry 1600-1914 7 RR Enfield European Agriculture since 1750

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इकाई-8 नगर व शहर का वकास एव म नगर करण

इकाई क परखा 80 उ य 81 तावना 82 ाचीन काल क नगर क आबाद व बनावट 83 नगर क आबाद म व व उसक आकड़ 84 जनस या म व क कारण 85 ाम स नगर क ओर पलायन 86 नय नगर का व प 87 प रणाम 88 साराश 89 बोध न 810 सदभ थ

80 उ य इस इकाई क अ ययन स आप समझ पायग क यरोप म नगर व शहर का वकास

कस हआ नगर करण क इस या स ामीण जीवन कस भा वत हआ तथा नगर करण क या प रणाम ह य

81 तावना ाचीन काल क नगर एव नाग रक वारा अ धकार क ाि त हत कय गय य न

रोम व यनान क स यता क इ तहास म अनक नगर रा य का उ लख मलता ह इटल व यनान क ऐस नगर क अ त र त रोमन सा ा य क व भ न भाग म भी नगर क अि त व क बार म जानकार मलती ह उस काल म ऐस नगर कसी राजा अथवा साम त क गढ़ क चार ओर बसाय जात थ य नगर ाम स कछ बड़ होत थ तथा इनक आबाद भी गाव स अ धक होती थी अपन अ धप त क त नगर क नवा सय को लगभग उ ह दा य व का पालन करना पड़ता था जो क गाव म कषक दास (Serf) करत थ धम य और रा य रा य क उदय क कारण सामत क शि त ीण होन लगी इस काल म वा ण यवाद का उदय व व तार भी हआ नाग रक न साम त को बा य कया क वह यक प रवार स कर वसल न करक सम त नाग रक स साम हक प स कर वसल कर उ ह न अपन-अपन नगर क बाजार का ब ध भी अपन हाथ म ल लया अपन अ धप त क अदालत म ववाद का नपटारा करान क थान पर व अपनी बनाई गई अदालत म मकदम क सनवाई और फसल करन लग ऐस सब अ धकार क स ब ध म उ ह न राजा अथवा साम त स चाटर (Charter) ा त कय इ ल ड म यापा रय क सगठन न साम त को वपल धनरा श अदा कर य अ धकार ह तगत कय ास व नीदरल ड म नाग रक क सगठन को क यन

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(Commune) कहत थ इन क यन न अपन साम त क व सफलतापवक व ोह कय जमनी म अनक नगर न मलकर ऐस अ धकार लय तथा साम हक सर ा क लय ब ध भी कय इस समय म कछ भावशाल पाद रय ( बशप) न भी कछ नगर बसाय इ ह बसात समय उ ह न नाग रक को उनक अ धकार क स ब ध म चाटर दान कय

82 ाचीन काल क नगर क आबाद व बनावट हज क अनसार चौदहवी सद क अ त म यरोप क अ धकाश नगर क आबाद अ धक

नह होती थी पाच हजार क आबाद वाला नगर बड़ा माना जाता था इसस भी अ धक आबाद वाल नगर थ ल कन उनक स या अ धक नह थी यहा तक क लदन प रस स वल व नस यबक रोम आ द जस बह त बड़ नगर क आबाद एक लाख स कम थी यरो पयन दश क अ धकाश जनस या नगर क अप ा ाम म अ धक थी

उस समय क नगर क नवासी यापार क साथ बागवानी व छोट पमान पर क ष करक अपना जीवन यापन करत थ आम तौर पर एक नगर क चार ओर मजबत ाचीर होती थी और अनम त प क वारा ह एक नगर क व भ न दरवाज स शहर म वश मलता था नगर क चारद वार क अ दर व भ न कार क मकान होत थ जो एक दसर स सट ह ए होत थ इसम चच टाउन हाल व यापा रक तथा कार गर क सगठन क इमारत भ य होती थी सड़क चौड़ी नह थी ग लया इतनी सकड़ी होती थी क उनम स घोड़ा गाड़ी आ द क ठनता स गजरत थ ग लय व बाजार म पानी क नकास क लय ना लय का ब ध नह होता था यक नगर म एक थानीय स था होती थी रात म नगर क दरवाज ब द कर लय जात थ शा त व स यव था बनाय रखन क लय प लस नय त क जाती थी ल कन उनक स या बह त कम होती थी

83 नगर क आबाद म व व उसक आकड़ चौदहवी सद स इन नगर क आबाद बढ़न लगी समय क स य साथ अनक कारण

स पहल स था पत नगर क आबाद बढ़ती गई यहा तक अनक थान म मन य नगर क चारद वार क बाहर भी बस गए प हवी सद क बाद क यग म यरोप म कई अनक नय नगर बस तथा कछ परान नगर क सम न ट हो गई ल कन फर भी 1830 म यरोप म नगर क अप ा ामीण म मन य अ धक स या म नवास करत थ इटल व ास स उसक कल जनस या क साठ तशत ए शया म स तर तशत पन म न ब तशत और स तथा पव दश म पचानव तशत आबाद गाव म रहती थी य - य इन दश म

औ यो गक वकास क ग त म तजी आती गई य - य गाव स मन य अ धका धक स या म शहर म आन लग

म य यग क अ त व आध नक यग म नगर क वकास क अनक कारण ह इनम सबस मख कारण यरोप क सभी दश म जनस या क लगातार व होना ह ोफसर कार साडस न 1300 व 1600 ई0 म यरोप क व भ न दश क जनस या क न ना कत आकड़

तत कय ह

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-स दश का नाम जनस या 1300 ई0 1600 ई0 1 इगल ड चाल स लाख पसठ लाख 2 ास 1 करोड़ 40 लाख 1 करोड़ साठ लाख 3 पन व पतगाल साठ लाख 1 करोड़ 4 जमनी (नीदरलड क साथ) 1 करोड़ 50 लाख 2 करोड़ तीस लाख 5 डनमाक दस लाख छ लाख 6 वडन छ लाख - 7 नाव तीन लाख - 8 इटल 1 करोड़ यारह लाख 1 करोड़ तीस लाख

इसस प ट ह क चौदहवी स स हवी सद म अनक दश क जनस या म व ह ई स हवी सद क बाद जनस या क व क दर और बढ़ गई य - य व भ न दश म औ यो गक वकास क ग त बढ़ य - य जनस या क व क दर भी बढ़

चौदहवी सद स यरोप म जनस या क बढ़न क कारण का स त म व लषण करना आव यक ह य क नगर करण म व स इसका घ न ठ स ब ध ह

84 जनस या म व क कारण 1 पर परागत धारणाओ का अत कार साडस क अनसार म य यग म ईसाई समाज

म शर र क प व ता (Celebeoy) को एक न तक कत य माना जाता था य क मन य क जीवन म न तकता का अ य त मह व था ल कन अनक ईसाई सत न खल बसी (Celebacy) पर जोर दत ह ए भी यह माना था क अ धकाश ि य व प ष को शाद कर लनी चा हए फर भी कछ मन य अ ववा हत ह रहत थ पनजागरण क समय स यह धारणा कमजोर पड़ती गई

2 भयकर रोग क कोप म कमी ाचीन काल स ह लग व हजा भयकर रोग स यरोप क दश म बड़ी स या म मन य म य क ास बन जात थ अतएव म य दर अ धक थी अनक शश भी बा याव था म मर जात थ ल कन प हवी शता द स औष ध व ान म नर तर ग त होती गई फल व प लग व हजा आ द का कोप बह त कम हो गया शश भी अ धक स या म जीन लग इसस ज म दर बढ़ती गई म य दर क कम होन तथा ज म दर क बढ़न स आबाद म व ह ई

3 द भ का अ त लगभग स हवी शता द तक वषा क अभाव म फसल खराब हो जाती थी तथा द भ क कोप स काफ मन य मर जात थ क ष क ldquoनवीन प तrdquo क योग स अ न का उ पादन बढ़ता चला गया फल व प अकाल का कोप समा त हो गया

4 यापार म उ न त वा ण यवाद क उदय व व तार स अ तदशीय व वदशी यापार म व ह ई यापा रक काय क लय अ धक यि तय क आव यकता पड़न लगी अब वा ण यवाद क समथक क साथ रा य क सरकार भी

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जनस या म व चाहन लगी वा ण यवाद क वशष - व लयम टपल डवीनट आ द न रा य को इस ओर कदम उठान क लय रत कया अनक रा य न ववा हत यि त को कर म छट द तथा अ ववा हत यि त पर अ त र त कर लगाय कह -कह पर बड़ प रवार वाल यि त को रा य क तरफ स आ थक सहायता भी द जान लगी

5 क ष उ पादन म व ाचीन व म य यग म यरोप म एक नगर क सम उसक आस-पास क म अनाज क उ पादन पर नभर रहती थी यातायात क क ठनाईय क कारण दसर थान स अनाज नह लाया जा सकता था एक ओर तो क ष उ पादन म व न अकाल को लगभग समा त कर दया तो दसर ओर यातायात क साधन न यह सभव कर दया क दर-दर स अनाज मगाया जा सक अतएव अब नगर अपन आस-पास क क अनाज क उ पादन पर नभर नह रहा वह अपनी बढ़ती ह ई जनस या क लय अनाज का ब ध कर सकता था

6 स नक आव यकताए यरोप क व भ न दश पार प रक सघष म लग रहत थ इ ल ड क पहल ास और बाद म हाल ड क साथ त पधा व तीस वष य य (1618-1648) इसक उदाहरण ह ास क लई चौदहव (1643-1715) न ास को य म उलझाय रखा स क पीटर महान न व तारवाद नी त अपनाई इन य क लय स नक क आव यकता बनी रहती थी अत सब दश यह चाहत थ क उनक जनस या म व हो ता क उ ह अ धक स नक मल सक

7 औ यो गक वकास इ ल ड म औ यो गक वकास क फल व प जनस या म व ह ई अठारहवी शता द क उ तराध और उ नीसवी सद म यरोप क अ य दश म यह या आर भ हो गई तथा उनक जनस या भी बढ़ती गई अठारहवी सद क म य व उ नीसवी सद क अ त तक यरोप क जनस या म तीन गनी व ह ई

85 ाम स नगर क ओर पलायन नगर करण क एक वशषता गाव स शहर क ओर मन य का पलायन था इ ल ड

म इस कार का पलायन वा ण य क वकास स आर भ हआ क ष क उ न त तथा औ यो गक ा त क समय इसम व ह ई अ य दश म भी यापार क ष व उ योग क वकास क समय इस कार क व त दखन को मलती ह म य यग व आध नक यग क आर भ तक यरोप क यक दश म नगर क आबाद क मकाबल म ामीण क आबाद बह त अ धक थी 1830 इ वी म इटल व ास म कल जनस या का साठ तशत शया म स तर तशत पन म न ब तशत और स तथा पव यरोप क दश म 95 तशत ामीण म रहता था

1851 म इ ल ड म पहल बार ाम क मकाबल म शहर क आबाद अ धक दज क गई इस समय म यरोप म प चीस नगर ऐस थ िजनक आबाद एक लाख क लगभग थी इनम स चार इ ल ड तथा एक काटलड म था इसम लदन क आबाद जो 1800 म एक

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लाख थी 1830 म डढ़ लाख हो गई थी इ ल ड को छोड़ कर शष यरोप म प रस क त त नया सट पीटसबग नप स वयना मा को ब लन एम टडम डि लन ह बग वारसा मलान रोम म ड पलरन व नस लयो बडाप ट मास लज व बास लोना क नगर क आबाद पचास हजार स लकर तीन लाख तक थी

उ नीसवी सद क उ तराध तथा बीसवी सद म नगर क आबाद बढ़ती गई तथा ाम क जनस या म कमी आई इस अव ध म एक ओर नगर क आबाद बढ़ और दसर तरफ काफ स या म भ मह न कषक कशल कार गर व मक गाव स नगर म आय

नगर क आबाद म व तथा वहा गाव स मन य क लगातार आगमन का प रणाम यह हआ क 1914 म इ ल ड म उसक कल जनस या का 80 तशत ास म 45 तशत स कछ अ धक तथा जमनी म 60 तशत यि त शहर म रहत थ इस समय म स पोल ड व डनमाक म लगभग एक तहाई जनता शहर म रहती थी 1850 क बाद बड़ शहर क आबाद म वशष प स तजी क साथ व ह ई पहल प चीस नगर को बड़ा माना जाता था ल कन 1914 म ऐस पचास नगर थ िजनक आबाद एक लाख स अ धक थी

ाम स नगर क ओर मन य क पलायन क लय न ना कत प रि थ तय िज मवार थी

1 कषक दास क मि त म य यग म जमीदार न क ष म होन वाल घाट स बचन क लय यह उ चत समझा क व कषक को हल बल आ द साधन द कर तथा उनस फसल क एक नि चत भाग लकर भ म का त क लय द द इस प त स एक ओर तो जमीदार सभा वत नकसान स बच गय तथा दसर ओर कसान जमीदार क त अ य दा य व स म त हो गय फल व प इ ल ड म धीर-धीर कषक म त हो गय सोलहवी सद तक वहा पर कषक दास (Serfdom) क था लगभग समा त हो गई अब ाम स अनक कसान शहर क ओर चल गय

2 खत क बाड़ बद इ ल ड म तथा कछ समय बाद ास व जमनी क कछ भाग म छोट-छोट खत को मला कर बड़ खत (farms) बनाय गय इसस अनक गर ब कसान भ मह न हो गय तथा रोजगार क तलाश म नगर म आय

3 अ तरा य यापार का वकास वाल बक व टलर क अनसार प हवी सद म इ ल ड एक मह वह न यापा रक रा था ल कन सोलहवी सद म इगल ड का यापार बढ़न लगा इसी समय म पि चमी यरोप क कछ दश का यापार भी बढ़ा अ तरा य यापार क क आ त रक भाग क नगर थ जहा बाहर जान वाला माल इक ा कया जाता था ल कन इनस भी अ धक हलचल उन ब दरगाह पर होती थी जहा स जहाज बाहर जात थ अतएव ऐस थान पर रोजगार क लय गाव स काफ मन य आकर बस

4 औ यो गक वकास इगल ड म औ यौ गक ा त क समय कारखान को बड़ी मा ा म मजदर क आव यकता ह ई गाव स भ मह न कषक कार गर मक व बकार यि त शहर क कारखान म काम करन आय

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86 नय नगर का व प ाचीन नगर क चार द वार क बाहर भी मन य मकान बना कर रहन लग धीर-धीर

अनक नगर म सर ा क य ाचीर तोड़ द गई औ यो गक वकास क ग त म तजी क फल व प िजन नगर क आबाद बढ़ रह थी

व नगर आस पास क दहात तक फल गय यहा तक क ऐस दहाती नगर क समह बन गय ऐस थान म नगर तथा ाम क म य का अ तर लगभग समा त हो गया इस कार का प रवतन इगल ड तथा जमनी औ यो गक दश म प ट प स दखा जा सकता

था कछ थान पर गाव न नगर का प धारण कर लया य क इन थान पर यापार

अथवा उ योग क क खल गय थ इगल ड म इस कार क या का भाव सबस अ धक हआ

इगल ड म राजधानी क अ त र त अ य थान पर भी नगर का वकास हआ ल कन यरोप म रा य क राजधा नय क आबाद ह वशष प स बढ़

87 प रणाम 1 म यम वग का उदय नगर करण क व तार क यग का सबस मह वपण प रणाम

इन नगर म म यम वग का उदय था लगर न लखा ह क नाग रक जीवन स नवो दत म यम वग का सबस घ न ठ स ब ध था यह कहना क ठन ह क इस बज य (Burgeoise) वग म कस कार क यि त सि म लत थ कवल यह कहा जा सकता ह क आम तौर पर म यम वग क सद य गर क ष काय तथा कशल कार गर क काय क अ त र त अ य काय स ा त आमदनी स अपनी जी वका चलात थ उनक पास न तो क ष क लय काफ भ म होती थी और न ह व मक बन कर कमा सकत थ

मा यम वग को भी उ च व न न णी म वभािजत कया जा सकता ह उ च वग म बड़ यापार उ योगप त बकर धनी नवषक और अ छ आय वाल यवसाय म काम करन वाल यि त थ न न म यम वग क सद य उ च वग तथा म यम वग क उ च णी क यि तय क आव यकताओ को पर करत थ इनम दकानदार कशल कार गर बक सरकार द तर औ यो गक व यापा रक त ठान म काम करत थ वक ल कलाकार व ब जी वय को भी इसम सि म लत कया जा सकता ह

इस म यम वग न यरोप क यक दश क राजनी त म मह वपण भ मका अदा क य य प उ च म यम वग क सद य सतोष पण जीवन यतीत करत थ ल कन न न म यम वग को आ थक क ठनाइय का सामना करना पड़ता था

2 मक का दखमय जीवन यरोप क नगर क औ यो गक त ठान तथा क ष फाम म एक बड़ी स या म मक को नौकर द गई फ ट रय म काम करन वाल मजदर क दशा अ य त शोचनीय थी उनक रहन क उ चत यव था नह क गई थी व तग ग लय और बना हवादार मकान म रहत थ इसस उनक तथा उनक प रवार क सद य पर बरा असर पड़ता था शहर म काम करन वाल अ य अकशल मक क दशा भी खराब थी

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3 नगर का बतरतीब वकास लगभग यरोप क सभी नगर का वकास बना कसी योजना क हआ पहल स ह नगर म तग ग लया व कम चौड़ी सड़क थी अब य बढ़ती ह ई आबाद क लए क ठनईय पदा करन लगी शहर क चारद वार क बाहर भी मकान का नमाण बतरतीब ढग स हआ थानीय स थाए उन पर कोई नय ण नह रख सक

4 वा य पर बरा असर यह पहल बताया जा चका ह क म यकाल क आर भ क नगर म पानी क नकास क सम चत यव था नह थी तथा शहर म गदगी रहती थी इसस नाग रक क वा य पर बरा असर पड़ता था परान नगर क वकास तथा नय नगर क थापना क समय इस सम या पर यान नह दया गया समय क साथ साथ यह सम या

ग भीर होती चल गई अनक ग द बि तया (Slums) बनी फल व प मन य व भ न बीमा रय स त होन लग

5 अपराध क स या म व शहर बरोजगार क स या धीर धीर बढ़ती गई इसन शहर म रहन वाल मन य म अपराध क व त को ज म दया अथवा उसको उकसाया

6 मान सक तनाव ाम क अप ा शहर का जीवन अ धक तनाव पण होता ह एक नाग रक अपनी ज रत को पर करन म वय को असमथ पाता ह और मान सक तनाव का शकार हो जाता ह

ल कन शहर क उ थान व वकास क अनक लाभ भी थ 1 ब जीवी वग का वकास ाम क अप ा शहर म रहन वाल ब जी वय क

स या अ धक थी य ब जीवी आपस म मलत भी रहत थ फल व प नगर म सा ह य व कला का वकास हआ

2 व ा नक ग त यरोप क नगर म व ा नक अनसधान क क खोल गय इसम अनसधान क स वधाए उपल ध कराई गई इसस व ा नक म ग त ह ई

3 सामािजक आ थक व राजनी तक प रवतन क क यरोप क सभी नगर सामािजक राजन तक व आ थक ा त क क बन गय वहा पर इन म काफ हलचल होती रहती थी तथा व मल कर कसी भी अ याय का वरोध करन क लय शी सग ठत हो जात थ

शहर और ाम क स यता म अ तर अभी तक व यमान ह गाव क नवासी शा तपण जीवन यतीत करत ह ल कन शहर क नवा सय का जीवन बा य आडबर व तड़क भड़क स प रपण होता ह अतएव शहर म रहन वाला सदव कसी न कसी कार क तनाव स त रहता ह शहर क कोलाहल पण जीवन म उस शा त नह मलती ल कन वह इस जीवन का अ य त हो जाता ह

88 साराश इस इकाई म आपन यरोप क ाचीन काल क नगर क ि थ त का अ ययन कया

तथा यापा रक सगठन व क यन वारा साम त स अ धकार प (ब तजमत) ा त करन क बार म जानकार ा त क उस समय क नगर क आबाद व बनावट क स ब ध म यह मालम हआ क व बतरतीब बन थ तथा उनक आबाद पाच हजार स एक लाख तक थी

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यरोप क कल जनस या म स अ धकाश ाम म ह रहती थी ल कन 1300 स 1600 ई0 क म य शहर क आबाद बढ़ इसका म य कारण सभी थान पर जनस या म व थी इसक साथ यह भी जाना क इसक या कारण थ ाम स नगर क ओर काफ स या म यि तय क पलायन स नगर क जनस या बढ़ 1851 क बाद व भ न नगर क आबाद क आकड़ स ात होता ह क उस समय एक लाख स अ धक आबाद वाल शहर क स या 25 थी नय नगर क व प क अ ययन स ात हआ क इ ल ड व शष यरोप क नगर क ि थ त व वकास म अ तर था नाग रक जीवन क लाभ और हा नय क बार म अ ययन करन स यह मालम होता ह क ामवा सय क अप ा शहर जीवन अ धक तनावपण होता ह

89 बोध न 1 ाम स नगर क ओर पलायन क या कारण थ 2 यरोप क नगर म मन य को कन क ठनाइय का सामना करना पड़ा 3 यरोप क जनस या म व क कारण का व लषण द िजए चौदहवी सद स

यरोप क दश म इसन नगर करण को कस कार स भा वत कया

810 सदभ थ 1 Chapter by RR Enfield in the book lsquoEuropean Civilization ndash Its

origin and Developmentrsquo Volume V under the direction of Edward Eyre Oxford University Press London 1937

2 Chapter by RM Hartwell in the book lsquo The Cambridge Modern History Volume IX (1793-1830) edited by CW Cramley Cambridge University Press London 1965

3 Brison D Gooch Europe in the Nineteenth Century the Macmillan Company London 1970

4 David Ogg Europe in the Seventeenth Century Hindi edition Jaipur 1967

5 Carlton JH Hayes Modern Europe to 1870 The Macmillan Company New York Sixth Print 1960

6 Langer Eadie Geanakoplos Hexter Pipes Western Civilization Volume II Harper and Row New York Second Edition 1975

7 Wallbank and Taylor Civilization ndash Past and Present Volume II Third Edition 1975

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इकाई-9 कारखाना और मजीवी वग

इकाई क परखा 90 उ य 91 फ टर स टम

911 फ टर या ह 912 फ टर स टम कस श हआ 913 एक का प नक फ का काय व यास

92 फ स टम एवम औ यो गक ा त 93 फ स टम का सामािजक असर 94 बराइया 95 बराइय को दर करन क यास एवम समाधान

951 ससद य यास 952 समाज सधार और अबधनी त 953 सधारक य न जार रह 954 सडलर क य न 955 एशल का कानन

96 समाज और सामािजक प रवतन 97 साराश 98 अ यासाथ न

981 अश पर छोट सवाल 982 सार इकाई पर सवाल

99 ास गक पठनीय थ

90 उ य लगभग 1750 स लकर 1850 तक क काल को पि चम यरोप म औ यो गक ा त

का काल माना जाता ह अ य इकाइय म तमन औ यो गक ा त क बार म व तार स पढ़ा होगा अ य बात क अलावा औ यो गक ा त का सबध उ पादन क लए एक नए सामािजक व यास को नाम दया गया ldquoफ स टमrdquo फ स टम म काम करन क लए समाज म एक नए मजीवी वग का ज म हआ इस इकाई म हम फ स टम और इसम काम करन वाल मजीवी वग क बार म जानग

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91 फ स टम 911 फ या ह

औ यो गक ा त स श आत क भी पहल क बात ह कसी तजारत करन वाल कपनी क नमाइद को ldquoफ टरrdquo बलाया जाता था उसक द तर को फ rdquo फ स कपनी खर द-फरो त करती मसलन हम अ जी ई ट इि डया कपनी को ल जब कपनी स हवी सद म भारत आई तो उसन गजरात तट पर सरत बदरगाह म अपनी पहल मख फ था पत क इस फ म कपनी अपना यापार का सामान रखती और ह द ता नय क

साथ खर द-फरो त करती याल रखन वाल बात यह ह क ई ट इि डया कपनी एक तजारती कपनी थी और उसका उ पादन स चाह वह औ यो गक हो या फर गर औ यो गक कोई सीधा सरोकार न था

जस-जस अठारहवी सद म औ यो गक ा त का व तार हआ वस-वस फ श द का च लत अथ भी बदलता गया अब फ का अथ उस थान स हआ जहा क मशीन क वारा कार गर काफ मा ा म चीज को बनात यह अथ आज तक साधारण बोलचाल क

भाषा म च लत ह सो िजस कारखान म हवाई जहाज बनता ह वह भी फ कहलाता ह और िजसम कपड़ बनत ह वह भी हाला क ldquoफ rdquo कवल चीज बनान वाल कारखान को कहा जाता था फ जसी उ पादन यव था और कम व यास उ योग म भी य त होती थी जस क कोयला खदान

इस इकाई म हम म यतः औ यो गक ा त क पहल चरण पर गौर करग इस चरण (1750-1850) म फ ट रया यादातर सत कातन क कपड़ा बनन क और लोह का काम करन वाल होती थी

912 फ स टम कस श हआ

पजीवाद यव था क श आत क दन म पि चमी यरोप म उ पादन म यतः प टग आउटrdquo स टम पर नभर करता था इस यव था म पजी का मा लक यापार कार गर को क चा माल खर द कर दता कार गर अपन-अपन घर पर अपनी ह मशीन स चीज बनात िज ह क यापार इक ा कर क बाजार म बचता इस यव था म फायदा यह था क यापार दर-दर तक फल कार गर स काम करवा सकता था और उस अपन कार गर क रहन खान क यव था भी नह करनी पड़ती

पर इस यव था म नकसान कई थ एक तो यापार को अपन कार गर तक पह चन म और उनस बना हआ माल लन म काफ समय बबाद करना पड़ता दसर काम क वा लट बरकरार रखना मि कल था तीसर कार गर स समय पर काम करवान म द कत

होती थी इन मि कल स पार पान का एक तर का था वह यह क सार कार गर को एक ह

कारखान म इक ा कर लया जाए पर ऐसा करन पर यापार को कारखान क इमारत बनान

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म पसा लगाना पड़ता मशीन खर दनी पड़ती और फोरमन और सपरवाइजर को नौकर पर लगाना पड़ता अथात यापार का उपरला खच काफ बढ़ जाता

पर जब 1700 ई0 म वीडन क यापार टोफर पोलहम न 100 कार गर वाल एक बतन-भाड क फ टर था पत क तो उसन पाया क उ पादन पर कल खच इतना कम हो जा रहा था क उपरला खच बढ़न क बावजद वह अ छा खासा मनाफा कमा लता

913 एक का प नक फ टर का काय व यास

एडम ि मथ अपनी कताब द व थ ऑफ नश स (1776) म एक साधारण पन बनान वाल फ टर का वणन करता ह जब पन घरल उ योग म बनाए जात थ तो एक या दो यि त ह पन बनान म लगत थ पर फ टर म पन बनान क या को कई ह स म बाट दया गया एक आदमी तार खीचता दसरा उस सीधा करता तीसरा काटता चौथा उसक एक सर को नक ला करता पाचवा उसक दसर सर को घसता वगरह इस तरह तार खीचन स लकर बन ह ए पन को कागज क प ड़या म पक करन तक एडम ि मथ न कोई 32 चरण गन इनम स कसी भी चरण पर ह नरमद कार गर क ज रत नह थी एक ब चा भी इनम स कसी एक चरण को बखबी परा कर सकता था यह फ स टम क मख व श टता थी

फ टर म उ पादन क या को बह त ह सरल छोट-छोट ह स म बाट दया गया हर चरण को एक साधारण अकशल मक भी आसानी स परा कर सकता था या न क अब कारखान क उ पादन- मता कसी यि त वशष क द ता पर नभर नह करती थी बि क सार कारखान क आगनाइजशन पर िजस क एक मनजर आसानी स क ोल कर सकता था फर च क द कार गर क ज रत नह थी तो फ ट रय म ि य और ब च को आसानी स मक क तौर पर इ तमाल कया जा सकता था और हाला क ि या और ब च एक प ष िजतना ह उ पादन करत उनक तन वाह आद मय क तलना म कह कम रहती इस सब स फ टर क मा लक को काफ मनाफा होता

92 फ स टम एवम औ यो गक ा त इ तहासकार हो सबाम का कहना ह क वस तो स हवी सद स ह उ पादन या म

अनक कार क या क सधार होन श हो गए थ पर सफ या क सधार ह औ यो गक ा त नह ला सक औ यो गक ा त क लए ज र था क उ पादन इतना यादा और इतना

स ता हो क बाजार म आप स आप इस उ पाद क लए माग बढ़ ऐसा तब ह हो सका जब या क सधार क साथ उ पादन क लए एक नए कम व यास का इ तमाल कया गया जब उ पादन क या स सब धत डवीजन आफ लबर को (काम क बटवार) को काफ ज टल बना दया गया उ पादन क या को कई छोट-छोट टकड़ म बाट दया गया और एक मजदर क िज म कवल एक ह ह सा रखा यह फ स टम क मख व श टता थी

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93 फ टर स टम का सामािजक असर मनाफा बढ़ान क लए यह ज र था क फ म लगी मशीन का यादा स यादा

उपयोग कया जा सक फ मा लक क च टा यह रहती थी क अपन कार गर स तब तक लगातार काम करवात रह जब तक क मशीन ह जवाब न द जाए इसका मतलब यह था क कामगार को काम करन क तर क का एक नया अनशासन सीखना पड़ा

इ तहासकार ईपी हामपसन का मानना ह क िजस लय स मशीन चलती ह उसी लय स मक को चलना सीखना पड़ा समय क पाबद सीखनी पड़ी क एक नि चत समय पर काम पर आए और एक नि चत समय पर काम स हट एक ह थान पर खड़ होकर लगातार एक ह या क काम को लगातार करत रहन क आदत डालनी पड़ी य द कसी क िज म पन का तार घसना था तो वह लगातार दनभर कवल तार ह घस सकता था िजस यि त को तार सीधा करन का काम दया गया दनभर एक ह थान पर खड़ रहकर कवल तार ह सीधा करता रहता

जस-जस समय बीतता गया इस पर स टम क दगण भी सामन आत गए सबस पहल जो बात सामन आई वह यह ह क फ म लगातार एक ह जगह पर कठपतल क तरह काम करत रहना काफ उबाऊ था मक थोड़ ह समय म इस तरह क काम स जी चरान लगत जब फ का मा लक उनस जबरद ती काम करवाता तो जा हरा तौर पर काम करन वाल को यह बात अखरती और उ ह ख दल स काम पर लग रहना पड़ता

जहा तक काम करन क प रि थ तय का सवाल ह कछ बात साफ ह एक तो यह क यह कहना मि कल ह क फ म काम करन वाल क प रि थ त दसर मक क प रि थ त स बहतर थी या बदतर ऐसा इस लए क इ तहासकार क पास औ यो गक ा त स पहल क काल क मक क बार म यादा जानकार नह ह हा यह ज र पता ह क तरहवी सद स ह उ तर यरोप म पगार पान वाल मजदर हआ करत थ और उनक हालत अ य मजदर क हालत स खराब नह थी वस भी स हवी-अठारहवी सद म कम स कम इ ल ड म प टग आउट स टम क तहत काम करन वाल बह त सार मजदर पगार क एवज म ह काम कया करत थ कहन का मतलब यह ह क फ मजदर का तन वाह मजदर होना समाज क लए कोई नह बात नह थी

94 बराइया जो नई बात थी वह यह क जब फ या बनी तो एक साथ बह त सार मजदर शहर

म इक ा ह ए इस जमाव म उनक ददशा भी समाज क सामन कह यादा खर प स उजागर ह ई

उ योग म ब च और औरत को सोलह घ ट या उसस भी यादा काम करवाया जाता थकान क कारण य द कोई काम नह कर पाता तो उस ब ट स पीटा जाता था तन वाह काट ल जाती तन वाह वस भी काफ कम मलती थी एक ह त क लए कसी ह नरमद कार गर को 1795 म कोई 25 श लग और साधारण मजदर को सफ 12 श लग मला

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करत थ म हलाओ को प ष स आधी और ब च को एक चौथाई तन वाह ह मलती हाला क व प ष िजतना ह काम करत

कोयल क खदान म तो ि थ त और भी यादा खराब थी यहा चार स पाच साल क ब च को खदान क सरग क अदर बारह स सोलह घट काम करवाया जाता इनक औसत पगार दो स तीन श लग त स ताह थी

फ स टम क आन स मजदर क गर बी भी बह त यादा उजागर होन लगी वस तो औ यो गक ा त क श क साल म ह यह साफ हो गया था क समाज म नर ह गर ब क स या बढ़ रह ह पर इस ि थ त स बचन क लए कछ खास नह कया गया पीनहमल ड नामक क ब म गर ब क मदद क लए एक स टम ज र श कया गया िजस पीनहमल ड स टम क नाम स जाना जाता था कछ दसर क ब न भी इस स टम को

अपनाया पर बढ़ती ह ई औ यो गक गर बी क सामन यह स टम प त हो गया शहर म ि थ त कछ ऐसी थी क मजदर क हालत बद स बदतर होती चल गई

शहर बगर कसी योजना क बतहाशा बढ़त चल गए उनक नगरपा लकाए इस नई आबाद क दखभाल करन म असमथ रह शहर म गद द र बि तया पनपन लगी िज ह अ जी म लम कहत ह जहा अब तक शहर म अनक तबक क लोग आपस म मल कर रहत थ

वहा धीर-धीर मजदर बि तया शहर क बाक आबाद स हट कर रहन लगी इन बि तय म न तो सडक ठ क होती न ह ना लया न ह कड़ा नकालन क कोई यव था न ह पय जल का इतजाम और न ह ठ क स बन ह ए मकान इ तहासकार हो सबाम का कहना ह क यरोप क शहर म इस क म क बि तया यादातर शहर क पव ह स म बसी सो शहर म एक नया भद श हो गया ई ट ए ड नवासी (गर ब) और व ट ए ड नवासी (अ भजा य) का

रह-रहकर औ यो गक शहर म महामा रया भी बढ़न लगी लासग म पहल बार 1818 ई0 म हाइफस जवर का कोप फला यरोप क सार औ यो गक शहर म 1831 ई0 और 1832 ई0 म टाइफाइड़ क महामार छाई रह इन शहर म कालरा मयाद बखार और तप दक का भी बोलबाला रहा य सार बीमा रया यादातर मजदर बि तय म ह रह मानो यह सा बत कर रह ह क जहा द र ता और गदगी ह वहा बीमा रया भी रहगी इस सबन मजदर बि तय क नवा सय का हौसला तोड़ दया सामािजक हौसलाप ती क कई ल ण सामन आन लग शराब का ज रत स यादा इ तमाल होन लगा बाल ह या व याव त आ मह या और मान सक व ता क घटनाए बढ़न लगी मजदर क दग त इस बात स और भी यादा उजागर ह ई क औ यो गक ा त क कारण समाज क बाक सार वग क स प नता बढ़ रह थी

95 बराइय को दर करन क यास एवम समाधान फ टर स टम क इन बराइय को ज द स ज द दर करना बड़ा ज र था य क

एक तो साधारण मानवीयता का तकाजा था क मजदर क काम करन क हालात म सधार आए इसस भी यादा बड़ा कारण यह था क फि य म अ धकाश उ पाद फ म काम करन वाल मजदर ह खर दत थ इस लए अगर मजदर क माल हालत एक सीमा स नीच जाती

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तो नकसान पजीप तय को ह होता और अगर मजदर बि तय क समाज यव था को ठ प होन दया जाता तो डर था क कह दश म व ोह न भड़क उठ व ोह न भी होता तो यह तो साफ था क म यवग क जवान इन बि तय म फल रह शराबखोर व याव त और अ य कार क अन तकता क च कर म पड़ रह थ य द म यवग को अन तकता स बचाना था तो

ज र था क मजदर वग स अन तकता को दर कया जाए

951 ससद य यास

आजकल यह माना जाता ह क य द फ मा लक अपन मजदर क भल कार दखभाल कर तो उ ह ह यादा मनाफा होता ह पर उ नीसवी सद म यह बात अ धकाश पजीप तय क समझ म नह आ रह थी इस लए हम पात ह क फ टर म मजदर क ि थ त सधारन वाल अ धकाश उपाय कवल कछ फ टर मा लक क पहल पर रा य यव था वारा व भ न दश क ससद वारा कए गए सबस यादा सधार का काम इगल ड म

हआ ऐस उपाय म स पहला था इगल ड म राबट पील वारा ससद म पास कया गया

ह थ ए ड मारटज ए ट (1802) यह ए ट कवल बड़ी फ ट रय पर लाग होता था और कवल एपरि टस पर इस ए ट म यह कहा गया क नौ साल स कम उ क ब च बतौर एपरि टस नह लगाए जा सकत फ मा लक पर इन ब च स बारह घ ट स यादा या फर रात म काम करवान पर रोक लगा द गई

1802 क ए ट म कई खा मया थी एक तो यह कवल बड़ी फ य पर लाग होता था और वहा भी कवल उन फि य पर जो क एपर टस को इ तमाल करती थी बह नर बाल मजदर को इस ए ट स कोई सर ा नह मलती थी सबस म य बात तो यह थी क इस ए ट म नर ण करन का कोई ावधान न था नतीजतन यह ए ट महज कागजी कानन बन कर रह गया

फर 1816 म पील क चयरमनी म एक ससद य कमट का गठन कया गया इस कमट क सलाह पर 1819 का फ नय ण कानन पास कया गया इस कानन म पछल कानन क ावधान को दोहराया गया और कहा गया क सार बाल मजदर को इस कानन क सर ा द जाएगी साथ ह यह नधा रत कया गया क सोलह साल स कम उ क मजदर को बारह घ ट क दन म डढ़ घ ट क खान क छ ी द जायगी च क यह ए ट सार कामकाजी ब च पर लाग होता था इस लए लोग न इसका डट कर वरोध कया वरो धय म एक बड़ा तबका उन मा-बाप का था जो अपन ब च स काम करवात थ

952 समाज सधार और अबधनी त

तमन अबधनी त क बार म पढ़ा होगा यह नी त अठारहवी सद क अ तम दशक म काफ फल चक थी अथशा ी एडम ि मथ िजसका हम पहल िज कर चक ह इसका एक बड़ा समथक था इस नी त क मतावल बय का मानना था क समाज क अथ यव था तब ह

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सफल हो सकती ह जब क सरकार अथ यव था को अपन आप पर छोड द उसम अपनी टाग न अड़ाए

जब उ नीसवी सद म ससद य य न मजदर क सधार क लए होन लग तो सधार-वरोधी उ योगप तय न अबधनी त क दहाई दत ह ए यह गहार लगाई क अगर रा य फ स टम को सधारन व नय त करन क को शश करगा तो सार अथ यव था ह ठ प हो जाएगी दरअसल बड़-बड़ दाश नक वचार क आड़ म य वरोधी कवल इतना कह रह थ क उ ह मजदर -ब च म हलाओ और प ष का खन चसन स नह रोका जाना चा हए भल ह ऐसा करत ह ए व समाज क इतनी दग त य न कर द िजसस क समाज का साधारण चाल-चलन ह ठ प हो जाए ऐस वरो धय को उनक खद क बवकफ स बचाना ज र था

953 सधारक य न जार रह

1820 क दशक म पावर लम और भाप क इजन म काफ यादा या क सधार आए इसका नतीजा यह हआ क इस दशक म धीर-धीर फ स टम सार कपड़ा उ योग और ख नज उ पादन पर छा गया फि या भी कवल कछ शहर इलाक म कि त होन लगी लकाशायर का कपड़ा उ योग इसका अ छा उदाहरण ह यहा कोई 25 वग मील क म इतनी यादा कपड़ा मल थी क इ ल ड का 80 तशत स यादा कपड़ा बनाया जाता था िजतना फ ट रय का जमाव बढ़ा उतना ह उनक दगण कट ह ए इसम सधार लान क ससद य यास भी उतन ह जोर स कए जान लग

954 सड़लर क यास

माइकल सड़लर न 1831 म टन-आवर बल इ ल ड क ससद म पश कया इस बल म यह ावधान था क कसी भी मजदर स दस घट (टन-आवर) स यादा काम नह लया जा सकगा यह बल ससद म पास नह हो सका

पर इन दन इ ल ड म व ट इ डीज क दास था को लकर काफ गहमा-गहमी चल रह थी इसक रहत अखबार और प काओ म फ टर मजदर क तलना व ट-इ डीज क नी ो दास स क जान लगी धीर-धीर यह मत फलन लगा क मजदर क ि थ त म सधार क लए कछ ठोस कदम उठाए जान चा हए इसक फल व प जब 1833 म लाड एशल न ससद म अपना ताव रखा तो वह कछ ससद य छ ना-झपट क बाद पा रत हो गया

955 एशल का कानन

लाड एशल क कानन (1833) को सार कपड़ा बनन क फि य पर लाग कया गया इसक अनसार नौ साल स कम उ क ब च को फ म काम करवान पर पाबद लगा द गई तरह साल स कम उ क मजदर स दन म नौ घ ट और स ताह म 40 घ ट स यादा काम करवाना तब धत कया गया उ ह रोज डढ़ घ ट क खान क छ ी दना ज र

रखा गया यह कहा गया क अठारह साल स कम उ क मजदर स दन म 12 घट और स ताह म 69 घट स यादा काम नह करवाया जा सकता ldquoरातrdquo क काम को ठ क तरह स

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प रभा षत कया गया साढ़ आठ बज शाम स लकर साढ़ पाच बज सबह तक क समय को ldquoरातrdquo करार दया गया और इस पार म कवल अ ारह साल स यादा उ क मजदर क योग क अनम त द गई फ म काम करन वाल हर ब च का रोज दो घट कल जाना नि चत कया गया नर क क एक बड़ी टोल नय त क गई जो फ मा लक पर नगरानी रख सक और जो मा लक कानन क अवहलना करत ह ए पकड़ जाए उन क सर बड़ी सजा का ावधान रखा गया

इस कानन म दो म य खा मया थी एक तो यह कवल कपड़ा उ योग पर ह लाग कया गया जब क अ य उ योग म भी मजदर क हालत काफ खराब थी दसर यह कवल ब च को अपन दायर म लता था जब क ि य और प ष को भी काननी सर ा क आव यकता थी

96 समाज और सामािजक प रवतन बहरहाल इस कानन स कछ बात साफ जा हर होती थी सबस पहल बात तो यह क

हाला क समाज म अब भी अबधनी त का बोलबाला था अब सरकार क समझ म यह आन लगा क समाज क कछ अश ऐस होत ह जहा क सधार लान क लए सरकार ह त प ज र होता ह दसर बात यह क अब साधारण तौर पर यह माना जान लगा क समाज म औ यो गक उ पादन क इकाई प रवार नह बि क यि त वशष था और उसक सामािजक सर ा और सखा-पढ़ क िज मदार कवल प रवार पर ह नह छोड़ी जा सकती थी समाज को भी आग बढ़कर कछ उपाय करना ज र था

धीर-धीर अ य उ योग को भी फ कानन क तहत लाया गया 1842 म लाड एशल क कानन को कोयला खदान पर लाग कया गया और म हला मजदर को भी सर ा द जान लगी 1878 म इस कानन न सार फि य और वकशाप को अपन दायर म ल लया इस बीच दसर दश म भी फ कानन क या जार थी 1841 म ास म बाल-मजदर कानन लाग कया गया ए शया म भी 1870 तक कई कानन जार कए गए पर उ ह कभी गभीरता स लाग नह कया गया

1848 म सार यरोप म सोश ल ट व ोह ह ए और उ ह काफ आसानी स कचल दया गया इन व ोह म मजदर न बढ़ कर ह सा लया था कचल जान क बाद इन व ोह क बह त सार नता मजदर नता बन गए और फ मा लक स मजदर क भलाई क लए माग करन लग इस समय क बाद स फ मजदर क सगठन बनना श हो गए और कमशाला क हालात म सधार क लए य सगठन अपन अपन उ योग और सरकार पर जोर हालन लग ऐसा इ ह न कस तरह कया तम अ य इकाइय म पढ़ोग

97 साराश इस इकाई म तमन जाना क फ स टम अठारहवी सद म श हआ इसन

औ यो गक उ पादन म एक नए कम व यास को ज म दया फि या चलान क लए एक नए क म क अनशासन क ज रत थी जो क पहल कभी ससार म दखन को नह मला था लगातार अनशासन था पत रखन क लए फ क मय क उपर एक नए मनजमट तबक का

37

ज म हआ फोरमन और सपरवाईजर य लोग लबर अ र टो स (Labour aristocrates) कहलाए इनक रहत उ योग म उ योग क मल कयत और उसक मनजमट म भद कया जान लगा मजदर क शहर म रहन स कई बराइया पनपी उ ह दर करन क लए उ नीसवी सद क म य तक अ भजा य वग स कछ समाज सधारक उबर कर सामन आए पर मजदर क सगठन अभी ठ क तरह स नह पनप पाए थ व 1848 क यरोपीय व ोह क बाद उबर

98 अ यासाथ न (I) अश पर छोट सवाल

कछ श द म जवाब द िजए (क) या फ स टम और औ यो गक ा त म स कोई एक बगर दसर क पनप

सकता था (ख) फ स टम क मख व श टता या थी (ग) या पन बनान क फ वा तव म एडम ि मथ क वणन क अनसार होती ह (घ) या फ स टम अन तक था (च) अबधनी त फ मा लक को य पसद थी (छ) इस इकाई म िजन फ सधारक का िज ह उसक अलावा दो और सधारक क

नाम बताइय (II) सार इकाई पर सवाल

दो सौ स तीन सौ श द म जवाब द (क) फ स टम इ ल ड म कस तरह पनपा (ख) फ स टम न कस तरह था पत आ थक और सामािजक स थाओ पर हार

कया (ग) फ स टम क कारण समाज म कस तरह क प रवतन आए (घ) फ स टम म सधार लान क य न क ववचना कर

99 ास गक पठनीय थ ईज हो सबाम - ाम इड ट ए पायर प गइन ईज हो सबाम - एज आफ रवो यशन प गइन ईपी टाम सन - म कग आफ द इग लश व कग लास (सभी कताब अ जी म ह बाजार म आसानी स मल जाती ह)

38

Page 14: एमassets.vmou.ac.in/MAHI01-2.pdf ·  · 2014-04-056.7 इंगलैड ... अलबट[थेयर(Albert Thaer) ने1798 (Introduction to the knowledge of English Agriculture)

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तशत भाग दना पड़ता था उस साम त क यहा अनक कार क बगार करनी पड़ती थी अ य मामल म भी साम त क वशषा धकार स वह त था

72 इ लड म अठारहवी सद म बाड़ब द आ दोलन अठारहवी सद म इ लड म क ष क म अनक नय योग कय गय ज ो हल

(1674-1740) वारा बीज बोन क लय एक य टाउनशड (1674-1738) क फसल को बदल बदल कर बोन क प त तथा पशओ क न ल व स या बढ़ान क लय राबट बकवल न 1770 क आस पास व ा नक जनन क प त क पालन न खती क उ पादन तथा पशधन को बढ़ान म उ लखनीय योगदान दया आथर यग (1741-1820) नामक एक धनी कसान न छोट-छोट खल खत को मला कर बड़-बड़ क ष फाम बनान का चार कया

बड़-बड़ फाम क चार और बाड़ लगाई गई 1760 स लकर 1815 क म य 956 बाड़ब द अ ध नयम बनाय गय जएल हम ड व बारबरा हम ड न लखा ह क पछल दो शताि दय म यरोप म शायद ह ऐसा कोई प रवतन हआ जो इसक समान मह व रखता हो एनफ ड क मत म व तत यह आ दोलन इ लड क यापा रक व औ यौ गक वकास स स ब धत था इसम एक ाम को आ म नभर बनान क थान पर मनाफा कमान क यव था को अपनाया गया अब फाम म उ पा दत अनाज को बढ़ती ह ई जनस या वाल नगर म भजा जान लगा इसन क ष को एक पजीवाद उ योग बना दया

इसम कोई सदह नह क बाड़बद स काफ मा ा म बकार पड़ी भ म म खती कया जाना स भव हो सका तथा बड़ फाम म नवीन प त स खती कय जान क फल व प भी क ष उ पादन बढ़ा ल कन बाड़ब द क कारण अनक छोट कसान को भ म छोडन क लय बा य होना पड़ा भ म स बदखल होकर व रोजगार क तलाश म शहर म चल गय

य य प हम इ लड म बाड़ब द क आ दोलन को व ोह नह मान सकत क त क ष क म यह एक मह वपण प रवतन था यह क ष क म ऐसा कदम था िजसन क ष को यावसा यक प द दया

73 ास म कषक क दशा 1675 ई0 क व ोह क बाद ास म महान ा त तक कसान का कोई और व ोह

नह हआ और न ह उनक दशा म कछ सधार हआ ासीसी ा त (1789) क समय चच लगभग प ह तशत साम त बीस तशत नगर क धनी यि त ततीस तशत भ म क वामी थ ास क आबाद का 85 तशत भाग खती पर नभर था ल कन उसक पास कवल

एक तहाई भ म थी इनक पास िजतनी भी भ म होती वह उनक प रवार क भरण पोषण क लय पया त नह थी उ ह राजा चच साम त आ द को कर दन पड़त थ आथर यग न 1787 स 1789 तक ास क ामीण का मण करक लखा था क आम तौर पर ासीसी कषक का मनोबल इतना कमजोर था क उस ऊचा उठाना सभव नह था व कवल

जी वत रह कर ह सत ट थ जलाई 1789 म बा तील (Bastille) क पतन क समाचार य ह ास क दहात म पह च वहा पर कसान न कल न वग क नवास पर आ मण कर दय इन आ मण म वशष प स उन द तावज को न ट कया गया िजनम उनक दासता

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क सा य उपल ध थ सभी कषक व ोह क भा त इस व ोह म भी कषक का एक ह ल य था व दासता स म त होना चाहत थ इस कार क कायवाह 1790 ई0 तक चलती रह

ास क रा य सभा न वशषा धकार क समाि त क अ तगत कानन वारा ास म कषक दास क था समा त कर द पहल कानन वारा भ- वा मय क सभी यि तगत अ धकार समा त कर दय गय और कषक को भ म का वामी माना गया दसर कानन म यह कहा गया क ास म भ म उसी तरह स वत रहगी िजस तरह स अब यहा रहन वाल यि त वत रहग अब एक कषक अपन खत म मनचाह तर क स खती कर सकता था तथा अपनी उपज को बच सकता था

य य प उपय त कानन क अनसार कषक दास था का अ त हो गया ल कन इनस कसान क स पण आशाए फल फत नह ह ई इन क अनसार साम त क अनक वशषा धकार जस सामत का भ म पर वा म व यि तगत अ धकार शकार व मछल पकड़न क अ धकार समा त कर दय गय तथा इनक बदल म कसान को कोई मआवजा अदा नह करन क आदश दय गय ल कन भ म का बकाया कराया और साम त को अदा क जान वाल अ य बाक दनदा रय को माफ नह कया गया इनक अदायगी करन क लय एक कसान को लगभग बीस वष का कराया अदा करना पड़ता था अतएव कसान म असतोष बना रहा 1792 व 1793 ई0 म इस कार क अदायगी को माफ कर दया गया

इस समय भ मह न कसान अथवा थोड़ी सी भ म वामी यह चाहत थ क चच स छ नी ह ई भ म उनम वत रतक जाय क त ऐसी भ म को सम कसान अथवा यापा रय आ द न खर द कर उ ह इसस व चत कया

74 जमनी क रा य म सधार अठारहवी सद म जमनी अनक रा य म वभािजत था सभी रा य म कषक अपनी

दशा स असत ट थ व कभी भी व ोह कर सकत थ अत कछ छोट रा य न कषक दास क था का अ त करन क लए कानन बनाय 1770 व 1780 क म य यक आफ सवाय न

अपन दश म कानन वारा इसको समा त कया शया जो क एक बड़ा रा य था म वहा क स ाट ड रक मकान न अपन अधीन भ म म कसान क कर व बगार क भार को कम कया 1786 ई0 म उसक म य तक इस दशा म उ लखनीय ग त नह ह ई 1807 स लकर 1817 ई0 तक शया म अनक आदश जार कय गय िजनक अनसार कषक अपन साम त को कछ रा श अथवा भ म का भाग दकर भ- वामी बन सकता था ल कन य आदश उन कसान पर लाग नह होत थ जो स दय स एक भ म पर खती नह करत थ अतएव इसका भाव सी मत ह रहा

75 आि या - हगर आि या - हगर क सा ा य म कषक क दशा अ यत शोचनीय थी यहा तक कहा

जाता ह क हगर व बोह मया म कसान पशओ क तरह रहत थ 1768 म बोह मया क कसान न व ोह कया इसक तर त बाद भी ऐस व ोह होत रह इनका चरमो कष 1775 क व ोह म दखा जा सकता ह कसान क म य शकायत का आधार यह था क सामा य

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वष म भी उनस भार कर वसल कया जाता था और असामा य वष (1765 और 1770) क बीच जब फसल बार बार खराब ह ई तब यह बोझ असहनीय हो गया उस समय आि या म म रया थ रसा का शासन था तथा उसका प जोजफ र ज ट क ह सयत स शासन का सचालन कर रहा था 1771 ई0 म जोजफ न बोह मया का दौरा कया कसान क ददशा को दख कर उसन सफा रश क क क ष दास था को समा त कया जाय य य प कसान का बोझ ह का करन क लय म रया थ रसा एक तदथ कानन बनान क प म थी ल कन वह इस था क स थागत अि त व पर आ मण करन क लय तयार नह थी स ाट बनन क बाद जोजफ न एक ल बी योजना क तहत कषक दास था को समा त करन का नणय लया उसन यह अनभव कया क इस था स रा य को अ धक आय नह rsquo होती थी कल न वग को कसान िजतना लगान दत थ उसका एक अश ह कल न वग रा य को दता था 1780 ई0 क अ यादश क अनसार उसन आि या - हगर म सामती उगाह का बोझ कछ कम कया तथा क ष दास को यह गारट द क व अपनी पतक भ म क उ तरा धकार मान जायग 1784 क अ यादश क अनसार भ म कर क दर को समान बनाया गया तथा वशषा धकार क नाम पर कसी भी वग को मलन वाल कर छट को समा त कया गया इसक लय उसन भ - सप त क सव ण का काय भी आर भ कराया िजसम पाच वष लग इस अव ध म वशषा धकार ा त वग न इस अ यादश का इतना वरोध कया क इस कभी लाग नह कया जा सका

इस कार साम तवाद क अ धकार को समा त करन म जोजफ असफल रहा

76 स म व ोह (1703-1772) स म क ष दास का दमन कया जाता था अ धक स अ धक काय लन क लय

कल न वग अपन अधीन कषक को दबा कर रखत थ 1649 ई0 म कसान क दमन स सबि धत सभी कानन को व ध स हता म सग ठत कया गया पीटर महान (1689-1725) क शासन काल म भी यह नी त अपनाई गई उसन बड़ी स या म कषक को कल न का दास बनाया 1703 ई0 म पीटर न एक नयी राजधानी बनान का काय आर भ कया सट पीटसबग क नमाण क लय स क भ न भ न भाग स कसान को लाया गया उनक रहन व खान क सम चत यव था नह क गई फल व प सह कसान मर गय उसन साम तवाद को नव विजत दश म भी लाग कया इसी समय यराल दश म लोह उ योग वक सत हो रहा था वहा पर भी बड़ी स या म कसान व मक को भजा गया द ण व द ण पव स म रहन वाल मक न करो क भार तथा अ नवाय स नक व मक क भत क अ यायपण काय क व व ोह आर भ कया यह व ोह भ न भ न थान पर भ न भ न समय म ह ए इनम स सबस लोक य व ोह अठारहवी सद क थम दशक म अ ाखान वश क रया और डान दश म हआ 1705 ई0 म अ ाखान क व ोह न भयकर प धारण कर लया क त उस दबा दया गया 1707 ई0 को डान म ह ए व ोह म म य प स कसान न भाग लया इनका नता क ाट बलावीन था शी ह यह व ोह सम त

द ण पव स म फल गया बलावीन न गर सी जा तय का सहयोग ा त करन क भी

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को शश क जलाई 1708 ई0 तक चलता रहा 1709 व 1710 ई0 म इस दश म यदा कदा व ोह होत रह ल कन पीटर न इन व ोह को दबा दया 1714 ई0 क एक आदश वारा उसन भ म पर साम त क अ धकार को वशोगत बना दया भखमर क कारण भ म

छोड़ कर भागन वाल कषक को ढढ कर लान व उ ह सजा दन का ब ध कया गया इस कार स म अठारहवी सद म साम त को और अ धकार दय गय य य प कथ रन महान को एक ब नरकश शासक माना जाता ह ल कन उसन

कषक दास क भलाई क लय कछ नह कया 1765 ई0 म साम त को अ धकार दय गय क व कषक को सजा द सक उनम असतोष क वाला फर स भड़क उठ

77 स म 1773-1775 का कषक व ोह सरकार वारा साम त क ि थ त ढ़ करन और कषक पर उनक अ धप तय क बढ़त

ह ए अ याचार क कारण दोन वग म कटता और बढ़ गई सी सा ा य क पव भाग म कषक क अ त र त खान व लोह क कारखान म काम करन वाल मक भी अपनी दशा स असत ट थ इस म गर सी जा तया तातार मोर डो वयन चवा श (बईनऔम) और बश कर क कसान भी भ म छन जान क कारण सरकार क व हो गय थ गर ब कोसक (Cossack) म भी असतोष बढ़ रहा था

मई 1773 ई0 म डान दश का रहन वाला थम लयन पगाचोव नामक एक कोसक जो कई बार जल म सजा भगत चका था कारागह स भाग नकला उसन वय को स का स ाट घो षत कया तथा पीटर ततीय क उपा ध धारण क कोसक व भ म छोड़ कर भाग ह ए कषक न उसका साथ दया आर भ स ह पगाचोव न कषक को अ याचार का मकाबला करन क लय उकसाया तथा उनक दशा सधारन क लय य न करन का वचन दया शी ह उसका साथ यराल क मक न दया उ ह न अपन कारखान स बदक व ो हय को द तथा काफ मा ा म कारखान क बाहर ब दक बनाई दस बर 1773 तक ओरनबग पम और स ब क क दश म भी यह व ोह फल गया तथा गर सी जा तय क सद य भी इसम सि म लत हो गय मक तथा गर- सय का कसान का साथ दन स ि थ त ग भीर हो गई माच 1774 म ला त चवो (Tatishchevo) क कल पर शाह सना न पन अ धकार कर लया इसी समय उफा म भी व ो हय क हार ह ई पगाचव यराल क पहाड़ म चला गया ल कन यहा पर भी वह परािजत हआ अब वह वो गा क नकट क दश क ओर मड़ा वहा पर उस कषक व गर सय का समथन मलन क आशा थी जन 1774 म उसन कजान क शहर को जीत लया एक बार फर हार कर पगाचव न वो गा नद को पार करक डान दश म पह चन क को शश क इस बीच सना उसका बराबर पीछा कर रह थी पगाचव को गर तार कया गया तथा जनवर 1775 म उस तथा उसक कछ सा थय को फासी द गई उसक गर तार क थोड़ समय बाद व ोह शा त हो गया

पगाचव क हार क न ना कत कारण थ - (1) व ोह म भाग लन वाल व भ न त व म वह एकता कायम नह रख सका

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(2) व ो हय क द त अनक थान पर तनात कर दय गय थ अतएव व सग ठत होकर नह लड़ सक

(3) उनक पास श क कमी थी (4) शाह सना क शि त उनस कह अ धक थी (5) उसम सगठन क मता का अभाव था (6) उसन अपन अनया यय क सामन उनक दशा सधारन क लय एक काय म क

प ट परखा नह बनाई थी प रणाम 1773-1775 ई0 क व ोह क प रणाम कषक क लय हतकार स नह

ह ए कथ रन वतीय न 1775 ई0 म एक अ यादश वारा ा त का पनगठन कया यह नई यव था पहल क अप ा अ धक क कत व नरकश बनी सी सा ा य क सीमावत ात जहा पर गर सी काफ स या म रहत थ सभी कार क वाय ता क अ धकार को

समा त कया गया 1785 ई0 म साम त को एक चाटर (Charter) दान कया गया इसम उन सब अ धकार क पि ट क गई िजनका क उस समय व योग करत थ उ ह अपन सगठन बनान का अ धकार भी दया गया इन सगठन पर गवनर को नर ण क अ धकार दय गय

अठारहवी सद म स म कषक न बार बार व ोह कय इसका म य कारण स क जार क कषक वरोधी नी त थी उ ह न समय पर साम त क शि त ढ़ करन तथा कषक क दमन करन क लय कानन बनाय आम तौर पर अठारहवी सद म स क कषक व ोह उसक पव भाग म ह ए जहा लोह क खान व कारखान म मक काम करत थ तथा गर सी जा तया नवास करती थी अतएव अ धकाश कषक व ोह म उपय त त व न भी भाग लया य व ोह सग ठत न होन क कारण असफल रह वा तव म व सी सा ा य क शि त क आग सफल भी नह हो सकत थ

स म कषक क शोचनीय दशा उ नीसवी सद क ार भक छ दशक तक बनी रह 1861 म स ाट एलकजडर वतीय न स म एक अ ध नयम वारा कषक दास क था को समा त करन क घोषणा क य य प यह अ ध नयम अपन उ य म पण प स सफल नह हआ क त फर भी यह कसान को साम त क अ याय स बचान क दशा म एक मह वपण कदम था

78 यरोप क अ य दश क ि थ त अठारहवी सद म पन पतगाल व इटल म कषक क दशा म वशष प रवतन नह

हआ य य प व साम त क अ याय स पी ड़त रह क त उ ह न साम त था क अ त क लय कोई आ दोलन नह कया बा कन दश म इसी कार क दशा थी उस समय वहा पर तक का रा य था तथा व पराधीनता का जीवन यतीत कर रह थ इन सभी दश म क ष अ य त पछड़ी ह ई दशा म थी तथा वहा क कषक आ दोलन करन क ि थ त म नह थ हाल ड डनमाक व वडन जो क इ लड क नकट थ म भी इ लड क तरह बाड़ब द क

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गई तथा वहा पर नवीन क ष प तय का अनसरण कया गया इसस वहा क कसान क दशा कछ हद तक सधर इन दश म भी अठारहवी शता द म कोई आ दोलन नह हआ

79 साराश चौदहवी सद तक इ लड म साम तवाद का बोलबाला था तथा कषक क दशा शोचनीय

थी ल कन सोलहवी सद तक इ लड म कषक दास क था समा त हो गई यरोप क सभी दश म कषक दास क था अठारहवी सद क आर भ तक बनी रह प हवी सद म जमनी ास व पन तथा स हवी सद म ास म असफल व ोह ह ए

अठारहवी शता द म इ लड म क ष क म नवीन प त का वकास हआ तथा बाड़ब द क गई ल कन हाल ड ास व ए शया क कछ भाग को छोड़ कर शष यरोप म खती ाचीन तर क स ह होती रह साम त क अ याय भी यथावत बन रह

ासीसी ा त क आर भ होन क बाद कषक न साम त क नवास थान पर आ मण करक अपनी दासता क सा य को न ट कया 1789 ई0 म रा य सरकार न सामतो स मि त दलान क लय दो कानन पास कय 1792 व 1793 ई0 म भी इस दशा म य न कय गय

आि या - हगर सा ा य क बोह मया दश म 1768 स 1775 तक बार बार कसान क व ोह ह ए य य प वहा क स ाट जोजफ न कषक को कछ रयायत द ल कन वशषा धकार ा त वग क वरोध क कारण उसक आदश को लाग नह कया जा सका

स क शासक न साम त का समथन ा त करन क लय समय समय पर उ ह अ धकार दान कय तथा कषक का दमन कया 1705 ई0 स लकर 1775 ई0 तक स म कषक क अनक व ोह ह ए इनम स पगाचव क नत व म 1773-75 का व ोह सबस भयकर था य व ोह स क पव भाग म ह ए इन व ोह म खान व कारखान म काम करन वाल मक तथा गर सी जा तय न भाग लया असग ठत होन तथा व ोह म भाग लन वाल त व म एकता क अभाव म य सब व ोह असफल रह इन व ोह क बाद भी स क शासक न दमन क या जार रखी

य य प यरोप क अ य दश म कषक क -ि थ त खराब थी ल कन तहा पर कोई आ दोलन नह ह ए

710 बोध न 1 अठारहवी सद क आर भ म कषक क दशा का वणन क िजए इस शता द म

आि या - हगर म ह ए कषक आ दोलन का व ोह का ववचन क िजए 2 अठारहवी सद म कषक क त स क शासक क ि टकोण का व लषण

क िजए इस सद म स म ह ए कषक व ोह का स त वणन करत ह ए कषक व ोह का स त वणन करत ह ए उनक असफलता क कारण क ववचना क िजए

3 न न ल खत वा य को पढ़ कर उनक स मख सह () या गलत () का नशान लगाईय

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(1) ासीसी ा त क आर भ होन क बाद कषक न साम त क नवास थान पर आ मण करक उन द तावज को न ट कया जो उनक दासता क सा य थ

(2) आि या का स ाट जोजफ साम तवाद क अ धकार को समा त करन म सफल रहा

(3) अठारहवी शता द म स म कषक क अनक व ोह ह ए (4) अठारहवी सद म स क अ धकाश कषक व ोह क बाद वहा क सरकार न

उनक ि थ त म सधार कया

711 सदभ थ 1 पाथसारथी ग ता (स पादक) यरोप का इ तहास वतीय स करण 1987 नई

दहल 2 Peter Gay and RK Webb Modern Europe Harper and Row

New York 1973 3 History of the USSR Part I (English Translation) ndash From the

Earliest Times to the Great October Socialist Revolution Progress Publishers Moscow 1977

4 Chapter VI and VII Written by MP Vyatkin and AG Mankow on Early Eighteenth Century and Second Half of the Eighteenth Century Robert Briggs ndash Early Modern Europe 1560-1718 Oxford University Press 1977

5 Edward Eyre (Director) ndash European Civilization ndash Volume V Oxford University Press London 1977

6 Montague Fordham ndash The European Peasantry 1600-1914 7 RR Enfield European Agriculture since 1750

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इकाई-8 नगर व शहर का वकास एव म नगर करण

इकाई क परखा 80 उ य 81 तावना 82 ाचीन काल क नगर क आबाद व बनावट 83 नगर क आबाद म व व उसक आकड़ 84 जनस या म व क कारण 85 ाम स नगर क ओर पलायन 86 नय नगर का व प 87 प रणाम 88 साराश 89 बोध न 810 सदभ थ

80 उ य इस इकाई क अ ययन स आप समझ पायग क यरोप म नगर व शहर का वकास

कस हआ नगर करण क इस या स ामीण जीवन कस भा वत हआ तथा नगर करण क या प रणाम ह य

81 तावना ाचीन काल क नगर एव नाग रक वारा अ धकार क ाि त हत कय गय य न

रोम व यनान क स यता क इ तहास म अनक नगर रा य का उ लख मलता ह इटल व यनान क ऐस नगर क अ त र त रोमन सा ा य क व भ न भाग म भी नगर क अि त व क बार म जानकार मलती ह उस काल म ऐस नगर कसी राजा अथवा साम त क गढ़ क चार ओर बसाय जात थ य नगर ाम स कछ बड़ होत थ तथा इनक आबाद भी गाव स अ धक होती थी अपन अ धप त क त नगर क नवा सय को लगभग उ ह दा य व का पालन करना पड़ता था जो क गाव म कषक दास (Serf) करत थ धम य और रा य रा य क उदय क कारण सामत क शि त ीण होन लगी इस काल म वा ण यवाद का उदय व व तार भी हआ नाग रक न साम त को बा य कया क वह यक प रवार स कर वसल न करक सम त नाग रक स साम हक प स कर वसल कर उ ह न अपन-अपन नगर क बाजार का ब ध भी अपन हाथ म ल लया अपन अ धप त क अदालत म ववाद का नपटारा करान क थान पर व अपनी बनाई गई अदालत म मकदम क सनवाई और फसल करन लग ऐस सब अ धकार क स ब ध म उ ह न राजा अथवा साम त स चाटर (Charter) ा त कय इ ल ड म यापा रय क सगठन न साम त को वपल धनरा श अदा कर य अ धकार ह तगत कय ास व नीदरल ड म नाग रक क सगठन को क यन

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(Commune) कहत थ इन क यन न अपन साम त क व सफलतापवक व ोह कय जमनी म अनक नगर न मलकर ऐस अ धकार लय तथा साम हक सर ा क लय ब ध भी कय इस समय म कछ भावशाल पाद रय ( बशप) न भी कछ नगर बसाय इ ह बसात समय उ ह न नाग रक को उनक अ धकार क स ब ध म चाटर दान कय

82 ाचीन काल क नगर क आबाद व बनावट हज क अनसार चौदहवी सद क अ त म यरोप क अ धकाश नगर क आबाद अ धक

नह होती थी पाच हजार क आबाद वाला नगर बड़ा माना जाता था इसस भी अ धक आबाद वाल नगर थ ल कन उनक स या अ धक नह थी यहा तक क लदन प रस स वल व नस यबक रोम आ द जस बह त बड़ नगर क आबाद एक लाख स कम थी यरो पयन दश क अ धकाश जनस या नगर क अप ा ाम म अ धक थी

उस समय क नगर क नवासी यापार क साथ बागवानी व छोट पमान पर क ष करक अपना जीवन यापन करत थ आम तौर पर एक नगर क चार ओर मजबत ाचीर होती थी और अनम त प क वारा ह एक नगर क व भ न दरवाज स शहर म वश मलता था नगर क चारद वार क अ दर व भ न कार क मकान होत थ जो एक दसर स सट ह ए होत थ इसम चच टाउन हाल व यापा रक तथा कार गर क सगठन क इमारत भ य होती थी सड़क चौड़ी नह थी ग लया इतनी सकड़ी होती थी क उनम स घोड़ा गाड़ी आ द क ठनता स गजरत थ ग लय व बाजार म पानी क नकास क लय ना लय का ब ध नह होता था यक नगर म एक थानीय स था होती थी रात म नगर क दरवाज ब द कर लय जात थ शा त व स यव था बनाय रखन क लय प लस नय त क जाती थी ल कन उनक स या बह त कम होती थी

83 नगर क आबाद म व व उसक आकड़ चौदहवी सद स इन नगर क आबाद बढ़न लगी समय क स य साथ अनक कारण

स पहल स था पत नगर क आबाद बढ़ती गई यहा तक अनक थान म मन य नगर क चारद वार क बाहर भी बस गए प हवी सद क बाद क यग म यरोप म कई अनक नय नगर बस तथा कछ परान नगर क सम न ट हो गई ल कन फर भी 1830 म यरोप म नगर क अप ा ामीण म मन य अ धक स या म नवास करत थ इटल व ास स उसक कल जनस या क साठ तशत ए शया म स तर तशत पन म न ब तशत और स तथा पव दश म पचानव तशत आबाद गाव म रहती थी य - य इन दश म

औ यो गक वकास क ग त म तजी आती गई य - य गाव स मन य अ धका धक स या म शहर म आन लग

म य यग क अ त व आध नक यग म नगर क वकास क अनक कारण ह इनम सबस मख कारण यरोप क सभी दश म जनस या क लगातार व होना ह ोफसर कार साडस न 1300 व 1600 ई0 म यरोप क व भ न दश क जनस या क न ना कत आकड़

तत कय ह

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-स दश का नाम जनस या 1300 ई0 1600 ई0 1 इगल ड चाल स लाख पसठ लाख 2 ास 1 करोड़ 40 लाख 1 करोड़ साठ लाख 3 पन व पतगाल साठ लाख 1 करोड़ 4 जमनी (नीदरलड क साथ) 1 करोड़ 50 लाख 2 करोड़ तीस लाख 5 डनमाक दस लाख छ लाख 6 वडन छ लाख - 7 नाव तीन लाख - 8 इटल 1 करोड़ यारह लाख 1 करोड़ तीस लाख

इसस प ट ह क चौदहवी स स हवी सद म अनक दश क जनस या म व ह ई स हवी सद क बाद जनस या क व क दर और बढ़ गई य - य व भ न दश म औ यो गक वकास क ग त बढ़ य - य जनस या क व क दर भी बढ़

चौदहवी सद स यरोप म जनस या क बढ़न क कारण का स त म व लषण करना आव यक ह य क नगर करण म व स इसका घ न ठ स ब ध ह

84 जनस या म व क कारण 1 पर परागत धारणाओ का अत कार साडस क अनसार म य यग म ईसाई समाज

म शर र क प व ता (Celebeoy) को एक न तक कत य माना जाता था य क मन य क जीवन म न तकता का अ य त मह व था ल कन अनक ईसाई सत न खल बसी (Celebacy) पर जोर दत ह ए भी यह माना था क अ धकाश ि य व प ष को शाद कर लनी चा हए फर भी कछ मन य अ ववा हत ह रहत थ पनजागरण क समय स यह धारणा कमजोर पड़ती गई

2 भयकर रोग क कोप म कमी ाचीन काल स ह लग व हजा भयकर रोग स यरोप क दश म बड़ी स या म मन य म य क ास बन जात थ अतएव म य दर अ धक थी अनक शश भी बा याव था म मर जात थ ल कन प हवी शता द स औष ध व ान म नर तर ग त होती गई फल व प लग व हजा आ द का कोप बह त कम हो गया शश भी अ धक स या म जीन लग इसस ज म दर बढ़ती गई म य दर क कम होन तथा ज म दर क बढ़न स आबाद म व ह ई

3 द भ का अ त लगभग स हवी शता द तक वषा क अभाव म फसल खराब हो जाती थी तथा द भ क कोप स काफ मन य मर जात थ क ष क ldquoनवीन प तrdquo क योग स अ न का उ पादन बढ़ता चला गया फल व प अकाल का कोप समा त हो गया

4 यापार म उ न त वा ण यवाद क उदय व व तार स अ तदशीय व वदशी यापार म व ह ई यापा रक काय क लय अ धक यि तय क आव यकता पड़न लगी अब वा ण यवाद क समथक क साथ रा य क सरकार भी

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जनस या म व चाहन लगी वा ण यवाद क वशष - व लयम टपल डवीनट आ द न रा य को इस ओर कदम उठान क लय रत कया अनक रा य न ववा हत यि त को कर म छट द तथा अ ववा हत यि त पर अ त र त कर लगाय कह -कह पर बड़ प रवार वाल यि त को रा य क तरफ स आ थक सहायता भी द जान लगी

5 क ष उ पादन म व ाचीन व म य यग म यरोप म एक नगर क सम उसक आस-पास क म अनाज क उ पादन पर नभर रहती थी यातायात क क ठनाईय क कारण दसर थान स अनाज नह लाया जा सकता था एक ओर तो क ष उ पादन म व न अकाल को लगभग समा त कर दया तो दसर ओर यातायात क साधन न यह सभव कर दया क दर-दर स अनाज मगाया जा सक अतएव अब नगर अपन आस-पास क क अनाज क उ पादन पर नभर नह रहा वह अपनी बढ़ती ह ई जनस या क लय अनाज का ब ध कर सकता था

6 स नक आव यकताए यरोप क व भ न दश पार प रक सघष म लग रहत थ इ ल ड क पहल ास और बाद म हाल ड क साथ त पधा व तीस वष य य (1618-1648) इसक उदाहरण ह ास क लई चौदहव (1643-1715) न ास को य म उलझाय रखा स क पीटर महान न व तारवाद नी त अपनाई इन य क लय स नक क आव यकता बनी रहती थी अत सब दश यह चाहत थ क उनक जनस या म व हो ता क उ ह अ धक स नक मल सक

7 औ यो गक वकास इ ल ड म औ यो गक वकास क फल व प जनस या म व ह ई अठारहवी शता द क उ तराध और उ नीसवी सद म यरोप क अ य दश म यह या आर भ हो गई तथा उनक जनस या भी बढ़ती गई अठारहवी सद क म य व उ नीसवी सद क अ त तक यरोप क जनस या म तीन गनी व ह ई

85 ाम स नगर क ओर पलायन नगर करण क एक वशषता गाव स शहर क ओर मन य का पलायन था इ ल ड

म इस कार का पलायन वा ण य क वकास स आर भ हआ क ष क उ न त तथा औ यो गक ा त क समय इसम व ह ई अ य दश म भी यापार क ष व उ योग क वकास क समय इस कार क व त दखन को मलती ह म य यग व आध नक यग क आर भ तक यरोप क यक दश म नगर क आबाद क मकाबल म ामीण क आबाद बह त अ धक थी 1830 इ वी म इटल व ास म कल जनस या का साठ तशत शया म स तर तशत पन म न ब तशत और स तथा पव यरोप क दश म 95 तशत ामीण म रहता था

1851 म इ ल ड म पहल बार ाम क मकाबल म शहर क आबाद अ धक दज क गई इस समय म यरोप म प चीस नगर ऐस थ िजनक आबाद एक लाख क लगभग थी इनम स चार इ ल ड तथा एक काटलड म था इसम लदन क आबाद जो 1800 म एक

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लाख थी 1830 म डढ़ लाख हो गई थी इ ल ड को छोड़ कर शष यरोप म प रस क त त नया सट पीटसबग नप स वयना मा को ब लन एम टडम डि लन ह बग वारसा मलान रोम म ड पलरन व नस लयो बडाप ट मास लज व बास लोना क नगर क आबाद पचास हजार स लकर तीन लाख तक थी

उ नीसवी सद क उ तराध तथा बीसवी सद म नगर क आबाद बढ़ती गई तथा ाम क जनस या म कमी आई इस अव ध म एक ओर नगर क आबाद बढ़ और दसर तरफ काफ स या म भ मह न कषक कशल कार गर व मक गाव स नगर म आय

नगर क आबाद म व तथा वहा गाव स मन य क लगातार आगमन का प रणाम यह हआ क 1914 म इ ल ड म उसक कल जनस या का 80 तशत ास म 45 तशत स कछ अ धक तथा जमनी म 60 तशत यि त शहर म रहत थ इस समय म स पोल ड व डनमाक म लगभग एक तहाई जनता शहर म रहती थी 1850 क बाद बड़ शहर क आबाद म वशष प स तजी क साथ व ह ई पहल प चीस नगर को बड़ा माना जाता था ल कन 1914 म ऐस पचास नगर थ िजनक आबाद एक लाख स अ धक थी

ाम स नगर क ओर मन य क पलायन क लय न ना कत प रि थ तय िज मवार थी

1 कषक दास क मि त म य यग म जमीदार न क ष म होन वाल घाट स बचन क लय यह उ चत समझा क व कषक को हल बल आ द साधन द कर तथा उनस फसल क एक नि चत भाग लकर भ म का त क लय द द इस प त स एक ओर तो जमीदार सभा वत नकसान स बच गय तथा दसर ओर कसान जमीदार क त अ य दा य व स म त हो गय फल व प इ ल ड म धीर-धीर कषक म त हो गय सोलहवी सद तक वहा पर कषक दास (Serfdom) क था लगभग समा त हो गई अब ाम स अनक कसान शहर क ओर चल गय

2 खत क बाड़ बद इ ल ड म तथा कछ समय बाद ास व जमनी क कछ भाग म छोट-छोट खत को मला कर बड़ खत (farms) बनाय गय इसस अनक गर ब कसान भ मह न हो गय तथा रोजगार क तलाश म नगर म आय

3 अ तरा य यापार का वकास वाल बक व टलर क अनसार प हवी सद म इ ल ड एक मह वह न यापा रक रा था ल कन सोलहवी सद म इगल ड का यापार बढ़न लगा इसी समय म पि चमी यरोप क कछ दश का यापार भी बढ़ा अ तरा य यापार क क आ त रक भाग क नगर थ जहा बाहर जान वाला माल इक ा कया जाता था ल कन इनस भी अ धक हलचल उन ब दरगाह पर होती थी जहा स जहाज बाहर जात थ अतएव ऐस थान पर रोजगार क लय गाव स काफ मन य आकर बस

4 औ यो गक वकास इगल ड म औ यौ गक ा त क समय कारखान को बड़ी मा ा म मजदर क आव यकता ह ई गाव स भ मह न कषक कार गर मक व बकार यि त शहर क कारखान म काम करन आय

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86 नय नगर का व प ाचीन नगर क चार द वार क बाहर भी मन य मकान बना कर रहन लग धीर-धीर

अनक नगर म सर ा क य ाचीर तोड़ द गई औ यो गक वकास क ग त म तजी क फल व प िजन नगर क आबाद बढ़ रह थी

व नगर आस पास क दहात तक फल गय यहा तक क ऐस दहाती नगर क समह बन गय ऐस थान म नगर तथा ाम क म य का अ तर लगभग समा त हो गया इस कार का प रवतन इगल ड तथा जमनी औ यो गक दश म प ट प स दखा जा सकता

था कछ थान पर गाव न नगर का प धारण कर लया य क इन थान पर यापार

अथवा उ योग क क खल गय थ इगल ड म इस कार क या का भाव सबस अ धक हआ

इगल ड म राजधानी क अ त र त अ य थान पर भी नगर का वकास हआ ल कन यरोप म रा य क राजधा नय क आबाद ह वशष प स बढ़

87 प रणाम 1 म यम वग का उदय नगर करण क व तार क यग का सबस मह वपण प रणाम

इन नगर म म यम वग का उदय था लगर न लखा ह क नाग रक जीवन स नवो दत म यम वग का सबस घ न ठ स ब ध था यह कहना क ठन ह क इस बज य (Burgeoise) वग म कस कार क यि त सि म लत थ कवल यह कहा जा सकता ह क आम तौर पर म यम वग क सद य गर क ष काय तथा कशल कार गर क काय क अ त र त अ य काय स ा त आमदनी स अपनी जी वका चलात थ उनक पास न तो क ष क लय काफ भ म होती थी और न ह व मक बन कर कमा सकत थ

मा यम वग को भी उ च व न न णी म वभािजत कया जा सकता ह उ च वग म बड़ यापार उ योगप त बकर धनी नवषक और अ छ आय वाल यवसाय म काम करन वाल यि त थ न न म यम वग क सद य उ च वग तथा म यम वग क उ च णी क यि तय क आव यकताओ को पर करत थ इनम दकानदार कशल कार गर बक सरकार द तर औ यो गक व यापा रक त ठान म काम करत थ वक ल कलाकार व ब जी वय को भी इसम सि म लत कया जा सकता ह

इस म यम वग न यरोप क यक दश क राजनी त म मह वपण भ मका अदा क य य प उ च म यम वग क सद य सतोष पण जीवन यतीत करत थ ल कन न न म यम वग को आ थक क ठनाइय का सामना करना पड़ता था

2 मक का दखमय जीवन यरोप क नगर क औ यो गक त ठान तथा क ष फाम म एक बड़ी स या म मक को नौकर द गई फ ट रय म काम करन वाल मजदर क दशा अ य त शोचनीय थी उनक रहन क उ चत यव था नह क गई थी व तग ग लय और बना हवादार मकान म रहत थ इसस उनक तथा उनक प रवार क सद य पर बरा असर पड़ता था शहर म काम करन वाल अ य अकशल मक क दशा भी खराब थी

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3 नगर का बतरतीब वकास लगभग यरोप क सभी नगर का वकास बना कसी योजना क हआ पहल स ह नगर म तग ग लया व कम चौड़ी सड़क थी अब य बढ़ती ह ई आबाद क लए क ठनईय पदा करन लगी शहर क चारद वार क बाहर भी मकान का नमाण बतरतीब ढग स हआ थानीय स थाए उन पर कोई नय ण नह रख सक

4 वा य पर बरा असर यह पहल बताया जा चका ह क म यकाल क आर भ क नगर म पानी क नकास क सम चत यव था नह थी तथा शहर म गदगी रहती थी इसस नाग रक क वा य पर बरा असर पड़ता था परान नगर क वकास तथा नय नगर क थापना क समय इस सम या पर यान नह दया गया समय क साथ साथ यह सम या

ग भीर होती चल गई अनक ग द बि तया (Slums) बनी फल व प मन य व भ न बीमा रय स त होन लग

5 अपराध क स या म व शहर बरोजगार क स या धीर धीर बढ़ती गई इसन शहर म रहन वाल मन य म अपराध क व त को ज म दया अथवा उसको उकसाया

6 मान सक तनाव ाम क अप ा शहर का जीवन अ धक तनाव पण होता ह एक नाग रक अपनी ज रत को पर करन म वय को असमथ पाता ह और मान सक तनाव का शकार हो जाता ह

ल कन शहर क उ थान व वकास क अनक लाभ भी थ 1 ब जीवी वग का वकास ाम क अप ा शहर म रहन वाल ब जी वय क

स या अ धक थी य ब जीवी आपस म मलत भी रहत थ फल व प नगर म सा ह य व कला का वकास हआ

2 व ा नक ग त यरोप क नगर म व ा नक अनसधान क क खोल गय इसम अनसधान क स वधाए उपल ध कराई गई इसस व ा नक म ग त ह ई

3 सामािजक आ थक व राजनी तक प रवतन क क यरोप क सभी नगर सामािजक राजन तक व आ थक ा त क क बन गय वहा पर इन म काफ हलचल होती रहती थी तथा व मल कर कसी भी अ याय का वरोध करन क लय शी सग ठत हो जात थ

शहर और ाम क स यता म अ तर अभी तक व यमान ह गाव क नवासी शा तपण जीवन यतीत करत ह ल कन शहर क नवा सय का जीवन बा य आडबर व तड़क भड़क स प रपण होता ह अतएव शहर म रहन वाला सदव कसी न कसी कार क तनाव स त रहता ह शहर क कोलाहल पण जीवन म उस शा त नह मलती ल कन वह इस जीवन का अ य त हो जाता ह

88 साराश इस इकाई म आपन यरोप क ाचीन काल क नगर क ि थ त का अ ययन कया

तथा यापा रक सगठन व क यन वारा साम त स अ धकार प (ब तजमत) ा त करन क बार म जानकार ा त क उस समय क नगर क आबाद व बनावट क स ब ध म यह मालम हआ क व बतरतीब बन थ तथा उनक आबाद पाच हजार स एक लाख तक थी

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यरोप क कल जनस या म स अ धकाश ाम म ह रहती थी ल कन 1300 स 1600 ई0 क म य शहर क आबाद बढ़ इसका म य कारण सभी थान पर जनस या म व थी इसक साथ यह भी जाना क इसक या कारण थ ाम स नगर क ओर काफ स या म यि तय क पलायन स नगर क जनस या बढ़ 1851 क बाद व भ न नगर क आबाद क आकड़ स ात होता ह क उस समय एक लाख स अ धक आबाद वाल शहर क स या 25 थी नय नगर क व प क अ ययन स ात हआ क इ ल ड व शष यरोप क नगर क ि थ त व वकास म अ तर था नाग रक जीवन क लाभ और हा नय क बार म अ ययन करन स यह मालम होता ह क ामवा सय क अप ा शहर जीवन अ धक तनावपण होता ह

89 बोध न 1 ाम स नगर क ओर पलायन क या कारण थ 2 यरोप क नगर म मन य को कन क ठनाइय का सामना करना पड़ा 3 यरोप क जनस या म व क कारण का व लषण द िजए चौदहवी सद स

यरोप क दश म इसन नगर करण को कस कार स भा वत कया

810 सदभ थ 1 Chapter by RR Enfield in the book lsquoEuropean Civilization ndash Its

origin and Developmentrsquo Volume V under the direction of Edward Eyre Oxford University Press London 1937

2 Chapter by RM Hartwell in the book lsquo The Cambridge Modern History Volume IX (1793-1830) edited by CW Cramley Cambridge University Press London 1965

3 Brison D Gooch Europe in the Nineteenth Century the Macmillan Company London 1970

4 David Ogg Europe in the Seventeenth Century Hindi edition Jaipur 1967

5 Carlton JH Hayes Modern Europe to 1870 The Macmillan Company New York Sixth Print 1960

6 Langer Eadie Geanakoplos Hexter Pipes Western Civilization Volume II Harper and Row New York Second Edition 1975

7 Wallbank and Taylor Civilization ndash Past and Present Volume II Third Edition 1975

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इकाई-9 कारखाना और मजीवी वग

इकाई क परखा 90 उ य 91 फ टर स टम

911 फ टर या ह 912 फ टर स टम कस श हआ 913 एक का प नक फ का काय व यास

92 फ स टम एवम औ यो गक ा त 93 फ स टम का सामािजक असर 94 बराइया 95 बराइय को दर करन क यास एवम समाधान

951 ससद य यास 952 समाज सधार और अबधनी त 953 सधारक य न जार रह 954 सडलर क य न 955 एशल का कानन

96 समाज और सामािजक प रवतन 97 साराश 98 अ यासाथ न

981 अश पर छोट सवाल 982 सार इकाई पर सवाल

99 ास गक पठनीय थ

90 उ य लगभग 1750 स लकर 1850 तक क काल को पि चम यरोप म औ यो गक ा त

का काल माना जाता ह अ य इकाइय म तमन औ यो गक ा त क बार म व तार स पढ़ा होगा अ य बात क अलावा औ यो गक ा त का सबध उ पादन क लए एक नए सामािजक व यास को नाम दया गया ldquoफ स टमrdquo फ स टम म काम करन क लए समाज म एक नए मजीवी वग का ज म हआ इस इकाई म हम फ स टम और इसम काम करन वाल मजीवी वग क बार म जानग

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91 फ स टम 911 फ या ह

औ यो गक ा त स श आत क भी पहल क बात ह कसी तजारत करन वाल कपनी क नमाइद को ldquoफ टरrdquo बलाया जाता था उसक द तर को फ rdquo फ स कपनी खर द-फरो त करती मसलन हम अ जी ई ट इि डया कपनी को ल जब कपनी स हवी सद म भारत आई तो उसन गजरात तट पर सरत बदरगाह म अपनी पहल मख फ था पत क इस फ म कपनी अपना यापार का सामान रखती और ह द ता नय क

साथ खर द-फरो त करती याल रखन वाल बात यह ह क ई ट इि डया कपनी एक तजारती कपनी थी और उसका उ पादन स चाह वह औ यो गक हो या फर गर औ यो गक कोई सीधा सरोकार न था

जस-जस अठारहवी सद म औ यो गक ा त का व तार हआ वस-वस फ श द का च लत अथ भी बदलता गया अब फ का अथ उस थान स हआ जहा क मशीन क वारा कार गर काफ मा ा म चीज को बनात यह अथ आज तक साधारण बोलचाल क

भाषा म च लत ह सो िजस कारखान म हवाई जहाज बनता ह वह भी फ कहलाता ह और िजसम कपड़ बनत ह वह भी हाला क ldquoफ rdquo कवल चीज बनान वाल कारखान को कहा जाता था फ जसी उ पादन यव था और कम व यास उ योग म भी य त होती थी जस क कोयला खदान

इस इकाई म हम म यतः औ यो गक ा त क पहल चरण पर गौर करग इस चरण (1750-1850) म फ ट रया यादातर सत कातन क कपड़ा बनन क और लोह का काम करन वाल होती थी

912 फ स टम कस श हआ

पजीवाद यव था क श आत क दन म पि चमी यरोप म उ पादन म यतः प टग आउटrdquo स टम पर नभर करता था इस यव था म पजी का मा लक यापार कार गर को क चा माल खर द कर दता कार गर अपन-अपन घर पर अपनी ह मशीन स चीज बनात िज ह क यापार इक ा कर क बाजार म बचता इस यव था म फायदा यह था क यापार दर-दर तक फल कार गर स काम करवा सकता था और उस अपन कार गर क रहन खान क यव था भी नह करनी पड़ती

पर इस यव था म नकसान कई थ एक तो यापार को अपन कार गर तक पह चन म और उनस बना हआ माल लन म काफ समय बबाद करना पड़ता दसर काम क वा लट बरकरार रखना मि कल था तीसर कार गर स समय पर काम करवान म द कत

होती थी इन मि कल स पार पान का एक तर का था वह यह क सार कार गर को एक ह

कारखान म इक ा कर लया जाए पर ऐसा करन पर यापार को कारखान क इमारत बनान

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म पसा लगाना पड़ता मशीन खर दनी पड़ती और फोरमन और सपरवाइजर को नौकर पर लगाना पड़ता अथात यापार का उपरला खच काफ बढ़ जाता

पर जब 1700 ई0 म वीडन क यापार टोफर पोलहम न 100 कार गर वाल एक बतन-भाड क फ टर था पत क तो उसन पाया क उ पादन पर कल खच इतना कम हो जा रहा था क उपरला खच बढ़न क बावजद वह अ छा खासा मनाफा कमा लता

913 एक का प नक फ टर का काय व यास

एडम ि मथ अपनी कताब द व थ ऑफ नश स (1776) म एक साधारण पन बनान वाल फ टर का वणन करता ह जब पन घरल उ योग म बनाए जात थ तो एक या दो यि त ह पन बनान म लगत थ पर फ टर म पन बनान क या को कई ह स म बाट दया गया एक आदमी तार खीचता दसरा उस सीधा करता तीसरा काटता चौथा उसक एक सर को नक ला करता पाचवा उसक दसर सर को घसता वगरह इस तरह तार खीचन स लकर बन ह ए पन को कागज क प ड़या म पक करन तक एडम ि मथ न कोई 32 चरण गन इनम स कसी भी चरण पर ह नरमद कार गर क ज रत नह थी एक ब चा भी इनम स कसी एक चरण को बखबी परा कर सकता था यह फ स टम क मख व श टता थी

फ टर म उ पादन क या को बह त ह सरल छोट-छोट ह स म बाट दया गया हर चरण को एक साधारण अकशल मक भी आसानी स परा कर सकता था या न क अब कारखान क उ पादन- मता कसी यि त वशष क द ता पर नभर नह करती थी बि क सार कारखान क आगनाइजशन पर िजस क एक मनजर आसानी स क ोल कर सकता था फर च क द कार गर क ज रत नह थी तो फ ट रय म ि य और ब च को आसानी स मक क तौर पर इ तमाल कया जा सकता था और हाला क ि या और ब च एक प ष िजतना ह उ पादन करत उनक तन वाह आद मय क तलना म कह कम रहती इस सब स फ टर क मा लक को काफ मनाफा होता

92 फ स टम एवम औ यो गक ा त इ तहासकार हो सबाम का कहना ह क वस तो स हवी सद स ह उ पादन या म

अनक कार क या क सधार होन श हो गए थ पर सफ या क सधार ह औ यो गक ा त नह ला सक औ यो गक ा त क लए ज र था क उ पादन इतना यादा और इतना

स ता हो क बाजार म आप स आप इस उ पाद क लए माग बढ़ ऐसा तब ह हो सका जब या क सधार क साथ उ पादन क लए एक नए कम व यास का इ तमाल कया गया जब उ पादन क या स सब धत डवीजन आफ लबर को (काम क बटवार) को काफ ज टल बना दया गया उ पादन क या को कई छोट-छोट टकड़ म बाट दया गया और एक मजदर क िज म कवल एक ह ह सा रखा यह फ स टम क मख व श टता थी

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93 फ टर स टम का सामािजक असर मनाफा बढ़ान क लए यह ज र था क फ म लगी मशीन का यादा स यादा

उपयोग कया जा सक फ मा लक क च टा यह रहती थी क अपन कार गर स तब तक लगातार काम करवात रह जब तक क मशीन ह जवाब न द जाए इसका मतलब यह था क कामगार को काम करन क तर क का एक नया अनशासन सीखना पड़ा

इ तहासकार ईपी हामपसन का मानना ह क िजस लय स मशीन चलती ह उसी लय स मक को चलना सीखना पड़ा समय क पाबद सीखनी पड़ी क एक नि चत समय पर काम पर आए और एक नि चत समय पर काम स हट एक ह थान पर खड़ होकर लगातार एक ह या क काम को लगातार करत रहन क आदत डालनी पड़ी य द कसी क िज म पन का तार घसना था तो वह लगातार दनभर कवल तार ह घस सकता था िजस यि त को तार सीधा करन का काम दया गया दनभर एक ह थान पर खड़ रहकर कवल तार ह सीधा करता रहता

जस-जस समय बीतता गया इस पर स टम क दगण भी सामन आत गए सबस पहल जो बात सामन आई वह यह ह क फ म लगातार एक ह जगह पर कठपतल क तरह काम करत रहना काफ उबाऊ था मक थोड़ ह समय म इस तरह क काम स जी चरान लगत जब फ का मा लक उनस जबरद ती काम करवाता तो जा हरा तौर पर काम करन वाल को यह बात अखरती और उ ह ख दल स काम पर लग रहना पड़ता

जहा तक काम करन क प रि थ तय का सवाल ह कछ बात साफ ह एक तो यह क यह कहना मि कल ह क फ म काम करन वाल क प रि थ त दसर मक क प रि थ त स बहतर थी या बदतर ऐसा इस लए क इ तहासकार क पास औ यो गक ा त स पहल क काल क मक क बार म यादा जानकार नह ह हा यह ज र पता ह क तरहवी सद स ह उ तर यरोप म पगार पान वाल मजदर हआ करत थ और उनक हालत अ य मजदर क हालत स खराब नह थी वस भी स हवी-अठारहवी सद म कम स कम इ ल ड म प टग आउट स टम क तहत काम करन वाल बह त सार मजदर पगार क एवज म ह काम कया करत थ कहन का मतलब यह ह क फ मजदर का तन वाह मजदर होना समाज क लए कोई नह बात नह थी

94 बराइया जो नई बात थी वह यह क जब फ या बनी तो एक साथ बह त सार मजदर शहर

म इक ा ह ए इस जमाव म उनक ददशा भी समाज क सामन कह यादा खर प स उजागर ह ई

उ योग म ब च और औरत को सोलह घ ट या उसस भी यादा काम करवाया जाता थकान क कारण य द कोई काम नह कर पाता तो उस ब ट स पीटा जाता था तन वाह काट ल जाती तन वाह वस भी काफ कम मलती थी एक ह त क लए कसी ह नरमद कार गर को 1795 म कोई 25 श लग और साधारण मजदर को सफ 12 श लग मला

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करत थ म हलाओ को प ष स आधी और ब च को एक चौथाई तन वाह ह मलती हाला क व प ष िजतना ह काम करत

कोयल क खदान म तो ि थ त और भी यादा खराब थी यहा चार स पाच साल क ब च को खदान क सरग क अदर बारह स सोलह घट काम करवाया जाता इनक औसत पगार दो स तीन श लग त स ताह थी

फ स टम क आन स मजदर क गर बी भी बह त यादा उजागर होन लगी वस तो औ यो गक ा त क श क साल म ह यह साफ हो गया था क समाज म नर ह गर ब क स या बढ़ रह ह पर इस ि थ त स बचन क लए कछ खास नह कया गया पीनहमल ड नामक क ब म गर ब क मदद क लए एक स टम ज र श कया गया िजस पीनहमल ड स टम क नाम स जाना जाता था कछ दसर क ब न भी इस स टम को

अपनाया पर बढ़ती ह ई औ यो गक गर बी क सामन यह स टम प त हो गया शहर म ि थ त कछ ऐसी थी क मजदर क हालत बद स बदतर होती चल गई

शहर बगर कसी योजना क बतहाशा बढ़त चल गए उनक नगरपा लकाए इस नई आबाद क दखभाल करन म असमथ रह शहर म गद द र बि तया पनपन लगी िज ह अ जी म लम कहत ह जहा अब तक शहर म अनक तबक क लोग आपस म मल कर रहत थ

वहा धीर-धीर मजदर बि तया शहर क बाक आबाद स हट कर रहन लगी इन बि तय म न तो सडक ठ क होती न ह ना लया न ह कड़ा नकालन क कोई यव था न ह पय जल का इतजाम और न ह ठ क स बन ह ए मकान इ तहासकार हो सबाम का कहना ह क यरोप क शहर म इस क म क बि तया यादातर शहर क पव ह स म बसी सो शहर म एक नया भद श हो गया ई ट ए ड नवासी (गर ब) और व ट ए ड नवासी (अ भजा य) का

रह-रहकर औ यो गक शहर म महामा रया भी बढ़न लगी लासग म पहल बार 1818 ई0 म हाइफस जवर का कोप फला यरोप क सार औ यो गक शहर म 1831 ई0 और 1832 ई0 म टाइफाइड़ क महामार छाई रह इन शहर म कालरा मयाद बखार और तप दक का भी बोलबाला रहा य सार बीमा रया यादातर मजदर बि तय म ह रह मानो यह सा बत कर रह ह क जहा द र ता और गदगी ह वहा बीमा रया भी रहगी इस सबन मजदर बि तय क नवा सय का हौसला तोड़ दया सामािजक हौसलाप ती क कई ल ण सामन आन लग शराब का ज रत स यादा इ तमाल होन लगा बाल ह या व याव त आ मह या और मान सक व ता क घटनाए बढ़न लगी मजदर क दग त इस बात स और भी यादा उजागर ह ई क औ यो गक ा त क कारण समाज क बाक सार वग क स प नता बढ़ रह थी

95 बराइय को दर करन क यास एवम समाधान फ टर स टम क इन बराइय को ज द स ज द दर करना बड़ा ज र था य क

एक तो साधारण मानवीयता का तकाजा था क मजदर क काम करन क हालात म सधार आए इसस भी यादा बड़ा कारण यह था क फि य म अ धकाश उ पाद फ म काम करन वाल मजदर ह खर दत थ इस लए अगर मजदर क माल हालत एक सीमा स नीच जाती

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तो नकसान पजीप तय को ह होता और अगर मजदर बि तय क समाज यव था को ठ प होन दया जाता तो डर था क कह दश म व ोह न भड़क उठ व ोह न भी होता तो यह तो साफ था क म यवग क जवान इन बि तय म फल रह शराबखोर व याव त और अ य कार क अन तकता क च कर म पड़ रह थ य द म यवग को अन तकता स बचाना था तो

ज र था क मजदर वग स अन तकता को दर कया जाए

951 ससद य यास

आजकल यह माना जाता ह क य द फ मा लक अपन मजदर क भल कार दखभाल कर तो उ ह ह यादा मनाफा होता ह पर उ नीसवी सद म यह बात अ धकाश पजीप तय क समझ म नह आ रह थी इस लए हम पात ह क फ टर म मजदर क ि थ त सधारन वाल अ धकाश उपाय कवल कछ फ टर मा लक क पहल पर रा य यव था वारा व भ न दश क ससद वारा कए गए सबस यादा सधार का काम इगल ड म

हआ ऐस उपाय म स पहला था इगल ड म राबट पील वारा ससद म पास कया गया

ह थ ए ड मारटज ए ट (1802) यह ए ट कवल बड़ी फ ट रय पर लाग होता था और कवल एपरि टस पर इस ए ट म यह कहा गया क नौ साल स कम उ क ब च बतौर एपरि टस नह लगाए जा सकत फ मा लक पर इन ब च स बारह घ ट स यादा या फर रात म काम करवान पर रोक लगा द गई

1802 क ए ट म कई खा मया थी एक तो यह कवल बड़ी फ य पर लाग होता था और वहा भी कवल उन फि य पर जो क एपर टस को इ तमाल करती थी बह नर बाल मजदर को इस ए ट स कोई सर ा नह मलती थी सबस म य बात तो यह थी क इस ए ट म नर ण करन का कोई ावधान न था नतीजतन यह ए ट महज कागजी कानन बन कर रह गया

फर 1816 म पील क चयरमनी म एक ससद य कमट का गठन कया गया इस कमट क सलाह पर 1819 का फ नय ण कानन पास कया गया इस कानन म पछल कानन क ावधान को दोहराया गया और कहा गया क सार बाल मजदर को इस कानन क सर ा द जाएगी साथ ह यह नधा रत कया गया क सोलह साल स कम उ क मजदर को बारह घ ट क दन म डढ़ घ ट क खान क छ ी द जायगी च क यह ए ट सार कामकाजी ब च पर लाग होता था इस लए लोग न इसका डट कर वरोध कया वरो धय म एक बड़ा तबका उन मा-बाप का था जो अपन ब च स काम करवात थ

952 समाज सधार और अबधनी त

तमन अबधनी त क बार म पढ़ा होगा यह नी त अठारहवी सद क अ तम दशक म काफ फल चक थी अथशा ी एडम ि मथ िजसका हम पहल िज कर चक ह इसका एक बड़ा समथक था इस नी त क मतावल बय का मानना था क समाज क अथ यव था तब ह

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सफल हो सकती ह जब क सरकार अथ यव था को अपन आप पर छोड द उसम अपनी टाग न अड़ाए

जब उ नीसवी सद म ससद य य न मजदर क सधार क लए होन लग तो सधार-वरोधी उ योगप तय न अबधनी त क दहाई दत ह ए यह गहार लगाई क अगर रा य फ स टम को सधारन व नय त करन क को शश करगा तो सार अथ यव था ह ठ प हो जाएगी दरअसल बड़-बड़ दाश नक वचार क आड़ म य वरोधी कवल इतना कह रह थ क उ ह मजदर -ब च म हलाओ और प ष का खन चसन स नह रोका जाना चा हए भल ह ऐसा करत ह ए व समाज क इतनी दग त य न कर द िजसस क समाज का साधारण चाल-चलन ह ठ प हो जाए ऐस वरो धय को उनक खद क बवकफ स बचाना ज र था

953 सधारक य न जार रह

1820 क दशक म पावर लम और भाप क इजन म काफ यादा या क सधार आए इसका नतीजा यह हआ क इस दशक म धीर-धीर फ स टम सार कपड़ा उ योग और ख नज उ पादन पर छा गया फि या भी कवल कछ शहर इलाक म कि त होन लगी लकाशायर का कपड़ा उ योग इसका अ छा उदाहरण ह यहा कोई 25 वग मील क म इतनी यादा कपड़ा मल थी क इ ल ड का 80 तशत स यादा कपड़ा बनाया जाता था िजतना फ ट रय का जमाव बढ़ा उतना ह उनक दगण कट ह ए इसम सधार लान क ससद य यास भी उतन ह जोर स कए जान लग

954 सड़लर क यास

माइकल सड़लर न 1831 म टन-आवर बल इ ल ड क ससद म पश कया इस बल म यह ावधान था क कसी भी मजदर स दस घट (टन-आवर) स यादा काम नह लया जा सकगा यह बल ससद म पास नह हो सका

पर इन दन इ ल ड म व ट इ डीज क दास था को लकर काफ गहमा-गहमी चल रह थी इसक रहत अखबार और प काओ म फ टर मजदर क तलना व ट-इ डीज क नी ो दास स क जान लगी धीर-धीर यह मत फलन लगा क मजदर क ि थ त म सधार क लए कछ ठोस कदम उठाए जान चा हए इसक फल व प जब 1833 म लाड एशल न ससद म अपना ताव रखा तो वह कछ ससद य छ ना-झपट क बाद पा रत हो गया

955 एशल का कानन

लाड एशल क कानन (1833) को सार कपड़ा बनन क फि य पर लाग कया गया इसक अनसार नौ साल स कम उ क ब च को फ म काम करवान पर पाबद लगा द गई तरह साल स कम उ क मजदर स दन म नौ घ ट और स ताह म 40 घ ट स यादा काम करवाना तब धत कया गया उ ह रोज डढ़ घ ट क खान क छ ी दना ज र

रखा गया यह कहा गया क अठारह साल स कम उ क मजदर स दन म 12 घट और स ताह म 69 घट स यादा काम नह करवाया जा सकता ldquoरातrdquo क काम को ठ क तरह स

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प रभा षत कया गया साढ़ आठ बज शाम स लकर साढ़ पाच बज सबह तक क समय को ldquoरातrdquo करार दया गया और इस पार म कवल अ ारह साल स यादा उ क मजदर क योग क अनम त द गई फ म काम करन वाल हर ब च का रोज दो घट कल जाना नि चत कया गया नर क क एक बड़ी टोल नय त क गई जो फ मा लक पर नगरानी रख सक और जो मा लक कानन क अवहलना करत ह ए पकड़ जाए उन क सर बड़ी सजा का ावधान रखा गया

इस कानन म दो म य खा मया थी एक तो यह कवल कपड़ा उ योग पर ह लाग कया गया जब क अ य उ योग म भी मजदर क हालत काफ खराब थी दसर यह कवल ब च को अपन दायर म लता था जब क ि य और प ष को भी काननी सर ा क आव यकता थी

96 समाज और सामािजक प रवतन बहरहाल इस कानन स कछ बात साफ जा हर होती थी सबस पहल बात तो यह क

हाला क समाज म अब भी अबधनी त का बोलबाला था अब सरकार क समझ म यह आन लगा क समाज क कछ अश ऐस होत ह जहा क सधार लान क लए सरकार ह त प ज र होता ह दसर बात यह क अब साधारण तौर पर यह माना जान लगा क समाज म औ यो गक उ पादन क इकाई प रवार नह बि क यि त वशष था और उसक सामािजक सर ा और सखा-पढ़ क िज मदार कवल प रवार पर ह नह छोड़ी जा सकती थी समाज को भी आग बढ़कर कछ उपाय करना ज र था

धीर-धीर अ य उ योग को भी फ कानन क तहत लाया गया 1842 म लाड एशल क कानन को कोयला खदान पर लाग कया गया और म हला मजदर को भी सर ा द जान लगी 1878 म इस कानन न सार फि य और वकशाप को अपन दायर म ल लया इस बीच दसर दश म भी फ कानन क या जार थी 1841 म ास म बाल-मजदर कानन लाग कया गया ए शया म भी 1870 तक कई कानन जार कए गए पर उ ह कभी गभीरता स लाग नह कया गया

1848 म सार यरोप म सोश ल ट व ोह ह ए और उ ह काफ आसानी स कचल दया गया इन व ोह म मजदर न बढ़ कर ह सा लया था कचल जान क बाद इन व ोह क बह त सार नता मजदर नता बन गए और फ मा लक स मजदर क भलाई क लए माग करन लग इस समय क बाद स फ मजदर क सगठन बनना श हो गए और कमशाला क हालात म सधार क लए य सगठन अपन अपन उ योग और सरकार पर जोर हालन लग ऐसा इ ह न कस तरह कया तम अ य इकाइय म पढ़ोग

97 साराश इस इकाई म तमन जाना क फ स टम अठारहवी सद म श हआ इसन

औ यो गक उ पादन म एक नए कम व यास को ज म दया फि या चलान क लए एक नए क म क अनशासन क ज रत थी जो क पहल कभी ससार म दखन को नह मला था लगातार अनशासन था पत रखन क लए फ क मय क उपर एक नए मनजमट तबक का

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ज म हआ फोरमन और सपरवाईजर य लोग लबर अ र टो स (Labour aristocrates) कहलाए इनक रहत उ योग म उ योग क मल कयत और उसक मनजमट म भद कया जान लगा मजदर क शहर म रहन स कई बराइया पनपी उ ह दर करन क लए उ नीसवी सद क म य तक अ भजा य वग स कछ समाज सधारक उबर कर सामन आए पर मजदर क सगठन अभी ठ क तरह स नह पनप पाए थ व 1848 क यरोपीय व ोह क बाद उबर

98 अ यासाथ न (I) अश पर छोट सवाल

कछ श द म जवाब द िजए (क) या फ स टम और औ यो गक ा त म स कोई एक बगर दसर क पनप

सकता था (ख) फ स टम क मख व श टता या थी (ग) या पन बनान क फ वा तव म एडम ि मथ क वणन क अनसार होती ह (घ) या फ स टम अन तक था (च) अबधनी त फ मा लक को य पसद थी (छ) इस इकाई म िजन फ सधारक का िज ह उसक अलावा दो और सधारक क

नाम बताइय (II) सार इकाई पर सवाल

दो सौ स तीन सौ श द म जवाब द (क) फ स टम इ ल ड म कस तरह पनपा (ख) फ स टम न कस तरह था पत आ थक और सामािजक स थाओ पर हार

कया (ग) फ स टम क कारण समाज म कस तरह क प रवतन आए (घ) फ स टम म सधार लान क य न क ववचना कर

99 ास गक पठनीय थ ईज हो सबाम - ाम इड ट ए पायर प गइन ईज हो सबाम - एज आफ रवो यशन प गइन ईपी टाम सन - म कग आफ द इग लश व कग लास (सभी कताब अ जी म ह बाजार म आसानी स मल जाती ह)

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Page 15: एमassets.vmou.ac.in/MAHI01-2.pdf ·  · 2014-04-056.7 इंगलैड ... अलबट[थेयर(Albert Thaer) ने1798 (Introduction to the knowledge of English Agriculture)

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क सा य उपल ध थ सभी कषक व ोह क भा त इस व ोह म भी कषक का एक ह ल य था व दासता स म त होना चाहत थ इस कार क कायवाह 1790 ई0 तक चलती रह

ास क रा य सभा न वशषा धकार क समाि त क अ तगत कानन वारा ास म कषक दास क था समा त कर द पहल कानन वारा भ- वा मय क सभी यि तगत अ धकार समा त कर दय गय और कषक को भ म का वामी माना गया दसर कानन म यह कहा गया क ास म भ म उसी तरह स वत रहगी िजस तरह स अब यहा रहन वाल यि त वत रहग अब एक कषक अपन खत म मनचाह तर क स खती कर सकता था तथा अपनी उपज को बच सकता था

य य प उपय त कानन क अनसार कषक दास था का अ त हो गया ल कन इनस कसान क स पण आशाए फल फत नह ह ई इन क अनसार साम त क अनक वशषा धकार जस सामत का भ म पर वा म व यि तगत अ धकार शकार व मछल पकड़न क अ धकार समा त कर दय गय तथा इनक बदल म कसान को कोई मआवजा अदा नह करन क आदश दय गय ल कन भ म का बकाया कराया और साम त को अदा क जान वाल अ य बाक दनदा रय को माफ नह कया गया इनक अदायगी करन क लय एक कसान को लगभग बीस वष का कराया अदा करना पड़ता था अतएव कसान म असतोष बना रहा 1792 व 1793 ई0 म इस कार क अदायगी को माफ कर दया गया

इस समय भ मह न कसान अथवा थोड़ी सी भ म वामी यह चाहत थ क चच स छ नी ह ई भ म उनम वत रतक जाय क त ऐसी भ म को सम कसान अथवा यापा रय आ द न खर द कर उ ह इसस व चत कया

74 जमनी क रा य म सधार अठारहवी सद म जमनी अनक रा य म वभािजत था सभी रा य म कषक अपनी

दशा स असत ट थ व कभी भी व ोह कर सकत थ अत कछ छोट रा य न कषक दास क था का अ त करन क लए कानन बनाय 1770 व 1780 क म य यक आफ सवाय न

अपन दश म कानन वारा इसको समा त कया शया जो क एक बड़ा रा य था म वहा क स ाट ड रक मकान न अपन अधीन भ म म कसान क कर व बगार क भार को कम कया 1786 ई0 म उसक म य तक इस दशा म उ लखनीय ग त नह ह ई 1807 स लकर 1817 ई0 तक शया म अनक आदश जार कय गय िजनक अनसार कषक अपन साम त को कछ रा श अथवा भ म का भाग दकर भ- वामी बन सकता था ल कन य आदश उन कसान पर लाग नह होत थ जो स दय स एक भ म पर खती नह करत थ अतएव इसका भाव सी मत ह रहा

75 आि या - हगर आि या - हगर क सा ा य म कषक क दशा अ यत शोचनीय थी यहा तक कहा

जाता ह क हगर व बोह मया म कसान पशओ क तरह रहत थ 1768 म बोह मया क कसान न व ोह कया इसक तर त बाद भी ऐस व ोह होत रह इनका चरमो कष 1775 क व ोह म दखा जा सकता ह कसान क म य शकायत का आधार यह था क सामा य

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वष म भी उनस भार कर वसल कया जाता था और असामा य वष (1765 और 1770) क बीच जब फसल बार बार खराब ह ई तब यह बोझ असहनीय हो गया उस समय आि या म म रया थ रसा का शासन था तथा उसका प जोजफ र ज ट क ह सयत स शासन का सचालन कर रहा था 1771 ई0 म जोजफ न बोह मया का दौरा कया कसान क ददशा को दख कर उसन सफा रश क क क ष दास था को समा त कया जाय य य प कसान का बोझ ह का करन क लय म रया थ रसा एक तदथ कानन बनान क प म थी ल कन वह इस था क स थागत अि त व पर आ मण करन क लय तयार नह थी स ाट बनन क बाद जोजफ न एक ल बी योजना क तहत कषक दास था को समा त करन का नणय लया उसन यह अनभव कया क इस था स रा य को अ धक आय नह rsquo होती थी कल न वग को कसान िजतना लगान दत थ उसका एक अश ह कल न वग रा य को दता था 1780 ई0 क अ यादश क अनसार उसन आि या - हगर म सामती उगाह का बोझ कछ कम कया तथा क ष दास को यह गारट द क व अपनी पतक भ म क उ तरा धकार मान जायग 1784 क अ यादश क अनसार भ म कर क दर को समान बनाया गया तथा वशषा धकार क नाम पर कसी भी वग को मलन वाल कर छट को समा त कया गया इसक लय उसन भ - सप त क सव ण का काय भी आर भ कराया िजसम पाच वष लग इस अव ध म वशषा धकार ा त वग न इस अ यादश का इतना वरोध कया क इस कभी लाग नह कया जा सका

इस कार साम तवाद क अ धकार को समा त करन म जोजफ असफल रहा

76 स म व ोह (1703-1772) स म क ष दास का दमन कया जाता था अ धक स अ धक काय लन क लय

कल न वग अपन अधीन कषक को दबा कर रखत थ 1649 ई0 म कसान क दमन स सबि धत सभी कानन को व ध स हता म सग ठत कया गया पीटर महान (1689-1725) क शासन काल म भी यह नी त अपनाई गई उसन बड़ी स या म कषक को कल न का दास बनाया 1703 ई0 म पीटर न एक नयी राजधानी बनान का काय आर भ कया सट पीटसबग क नमाण क लय स क भ न भ न भाग स कसान को लाया गया उनक रहन व खान क सम चत यव था नह क गई फल व प सह कसान मर गय उसन साम तवाद को नव विजत दश म भी लाग कया इसी समय यराल दश म लोह उ योग वक सत हो रहा था वहा पर भी बड़ी स या म कसान व मक को भजा गया द ण व द ण पव स म रहन वाल मक न करो क भार तथा अ नवाय स नक व मक क भत क अ यायपण काय क व व ोह आर भ कया यह व ोह भ न भ न थान पर भ न भ न समय म ह ए इनम स सबस लोक य व ोह अठारहवी सद क थम दशक म अ ाखान वश क रया और डान दश म हआ 1705 ई0 म अ ाखान क व ोह न भयकर प धारण कर लया क त उस दबा दया गया 1707 ई0 को डान म ह ए व ोह म म य प स कसान न भाग लया इनका नता क ाट बलावीन था शी ह यह व ोह सम त

द ण पव स म फल गया बलावीन न गर सी जा तय का सहयोग ा त करन क भी

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को शश क जलाई 1708 ई0 तक चलता रहा 1709 व 1710 ई0 म इस दश म यदा कदा व ोह होत रह ल कन पीटर न इन व ोह को दबा दया 1714 ई0 क एक आदश वारा उसन भ म पर साम त क अ धकार को वशोगत बना दया भखमर क कारण भ म

छोड़ कर भागन वाल कषक को ढढ कर लान व उ ह सजा दन का ब ध कया गया इस कार स म अठारहवी सद म साम त को और अ धकार दय गय य य प कथ रन महान को एक ब नरकश शासक माना जाता ह ल कन उसन

कषक दास क भलाई क लय कछ नह कया 1765 ई0 म साम त को अ धकार दय गय क व कषक को सजा द सक उनम असतोष क वाला फर स भड़क उठ

77 स म 1773-1775 का कषक व ोह सरकार वारा साम त क ि थ त ढ़ करन और कषक पर उनक अ धप तय क बढ़त

ह ए अ याचार क कारण दोन वग म कटता और बढ़ गई सी सा ा य क पव भाग म कषक क अ त र त खान व लोह क कारखान म काम करन वाल मक भी अपनी दशा स असत ट थ इस म गर सी जा तया तातार मोर डो वयन चवा श (बईनऔम) और बश कर क कसान भी भ म छन जान क कारण सरकार क व हो गय थ गर ब कोसक (Cossack) म भी असतोष बढ़ रहा था

मई 1773 ई0 म डान दश का रहन वाला थम लयन पगाचोव नामक एक कोसक जो कई बार जल म सजा भगत चका था कारागह स भाग नकला उसन वय को स का स ाट घो षत कया तथा पीटर ततीय क उपा ध धारण क कोसक व भ म छोड़ कर भाग ह ए कषक न उसका साथ दया आर भ स ह पगाचोव न कषक को अ याचार का मकाबला करन क लय उकसाया तथा उनक दशा सधारन क लय य न करन का वचन दया शी ह उसका साथ यराल क मक न दया उ ह न अपन कारखान स बदक व ो हय को द तथा काफ मा ा म कारखान क बाहर ब दक बनाई दस बर 1773 तक ओरनबग पम और स ब क क दश म भी यह व ोह फल गया तथा गर सी जा तय क सद य भी इसम सि म लत हो गय मक तथा गर- सय का कसान का साथ दन स ि थ त ग भीर हो गई माच 1774 म ला त चवो (Tatishchevo) क कल पर शाह सना न पन अ धकार कर लया इसी समय उफा म भी व ो हय क हार ह ई पगाचव यराल क पहाड़ म चला गया ल कन यहा पर भी वह परािजत हआ अब वह वो गा क नकट क दश क ओर मड़ा वहा पर उस कषक व गर सय का समथन मलन क आशा थी जन 1774 म उसन कजान क शहर को जीत लया एक बार फर हार कर पगाचव न वो गा नद को पार करक डान दश म पह चन क को शश क इस बीच सना उसका बराबर पीछा कर रह थी पगाचव को गर तार कया गया तथा जनवर 1775 म उस तथा उसक कछ सा थय को फासी द गई उसक गर तार क थोड़ समय बाद व ोह शा त हो गया

पगाचव क हार क न ना कत कारण थ - (1) व ोह म भाग लन वाल व भ न त व म वह एकता कायम नह रख सका

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(2) व ो हय क द त अनक थान पर तनात कर दय गय थ अतएव व सग ठत होकर नह लड़ सक

(3) उनक पास श क कमी थी (4) शाह सना क शि त उनस कह अ धक थी (5) उसम सगठन क मता का अभाव था (6) उसन अपन अनया यय क सामन उनक दशा सधारन क लय एक काय म क

प ट परखा नह बनाई थी प रणाम 1773-1775 ई0 क व ोह क प रणाम कषक क लय हतकार स नह

ह ए कथ रन वतीय न 1775 ई0 म एक अ यादश वारा ा त का पनगठन कया यह नई यव था पहल क अप ा अ धक क कत व नरकश बनी सी सा ा य क सीमावत ात जहा पर गर सी काफ स या म रहत थ सभी कार क वाय ता क अ धकार को

समा त कया गया 1785 ई0 म साम त को एक चाटर (Charter) दान कया गया इसम उन सब अ धकार क पि ट क गई िजनका क उस समय व योग करत थ उ ह अपन सगठन बनान का अ धकार भी दया गया इन सगठन पर गवनर को नर ण क अ धकार दय गय

अठारहवी सद म स म कषक न बार बार व ोह कय इसका म य कारण स क जार क कषक वरोधी नी त थी उ ह न समय पर साम त क शि त ढ़ करन तथा कषक क दमन करन क लय कानन बनाय आम तौर पर अठारहवी सद म स क कषक व ोह उसक पव भाग म ह ए जहा लोह क खान व कारखान म मक काम करत थ तथा गर सी जा तया नवास करती थी अतएव अ धकाश कषक व ोह म उपय त त व न भी भाग लया य व ोह सग ठत न होन क कारण असफल रह वा तव म व सी सा ा य क शि त क आग सफल भी नह हो सकत थ

स म कषक क शोचनीय दशा उ नीसवी सद क ार भक छ दशक तक बनी रह 1861 म स ाट एलकजडर वतीय न स म एक अ ध नयम वारा कषक दास क था को समा त करन क घोषणा क य य प यह अ ध नयम अपन उ य म पण प स सफल नह हआ क त फर भी यह कसान को साम त क अ याय स बचान क दशा म एक मह वपण कदम था

78 यरोप क अ य दश क ि थ त अठारहवी सद म पन पतगाल व इटल म कषक क दशा म वशष प रवतन नह

हआ य य प व साम त क अ याय स पी ड़त रह क त उ ह न साम त था क अ त क लय कोई आ दोलन नह कया बा कन दश म इसी कार क दशा थी उस समय वहा पर तक का रा य था तथा व पराधीनता का जीवन यतीत कर रह थ इन सभी दश म क ष अ य त पछड़ी ह ई दशा म थी तथा वहा क कषक आ दोलन करन क ि थ त म नह थ हाल ड डनमाक व वडन जो क इ लड क नकट थ म भी इ लड क तरह बाड़ब द क

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गई तथा वहा पर नवीन क ष प तय का अनसरण कया गया इसस वहा क कसान क दशा कछ हद तक सधर इन दश म भी अठारहवी शता द म कोई आ दोलन नह हआ

79 साराश चौदहवी सद तक इ लड म साम तवाद का बोलबाला था तथा कषक क दशा शोचनीय

थी ल कन सोलहवी सद तक इ लड म कषक दास क था समा त हो गई यरोप क सभी दश म कषक दास क था अठारहवी सद क आर भ तक बनी रह प हवी सद म जमनी ास व पन तथा स हवी सद म ास म असफल व ोह ह ए

अठारहवी शता द म इ लड म क ष क म नवीन प त का वकास हआ तथा बाड़ब द क गई ल कन हाल ड ास व ए शया क कछ भाग को छोड़ कर शष यरोप म खती ाचीन तर क स ह होती रह साम त क अ याय भी यथावत बन रह

ासीसी ा त क आर भ होन क बाद कषक न साम त क नवास थान पर आ मण करक अपनी दासता क सा य को न ट कया 1789 ई0 म रा य सरकार न सामतो स मि त दलान क लय दो कानन पास कय 1792 व 1793 ई0 म भी इस दशा म य न कय गय

आि या - हगर सा ा य क बोह मया दश म 1768 स 1775 तक बार बार कसान क व ोह ह ए य य प वहा क स ाट जोजफ न कषक को कछ रयायत द ल कन वशषा धकार ा त वग क वरोध क कारण उसक आदश को लाग नह कया जा सका

स क शासक न साम त का समथन ा त करन क लय समय समय पर उ ह अ धकार दान कय तथा कषक का दमन कया 1705 ई0 स लकर 1775 ई0 तक स म कषक क अनक व ोह ह ए इनम स पगाचव क नत व म 1773-75 का व ोह सबस भयकर था य व ोह स क पव भाग म ह ए इन व ोह म खान व कारखान म काम करन वाल मक तथा गर सी जा तय न भाग लया असग ठत होन तथा व ोह म भाग लन वाल त व म एकता क अभाव म य सब व ोह असफल रह इन व ोह क बाद भी स क शासक न दमन क या जार रखी

य य प यरोप क अ य दश म कषक क -ि थ त खराब थी ल कन तहा पर कोई आ दोलन नह ह ए

710 बोध न 1 अठारहवी सद क आर भ म कषक क दशा का वणन क िजए इस शता द म

आि या - हगर म ह ए कषक आ दोलन का व ोह का ववचन क िजए 2 अठारहवी सद म कषक क त स क शासक क ि टकोण का व लषण

क िजए इस सद म स म ह ए कषक व ोह का स त वणन करत ह ए कषक व ोह का स त वणन करत ह ए उनक असफलता क कारण क ववचना क िजए

3 न न ल खत वा य को पढ़ कर उनक स मख सह () या गलत () का नशान लगाईय

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(1) ासीसी ा त क आर भ होन क बाद कषक न साम त क नवास थान पर आ मण करक उन द तावज को न ट कया जो उनक दासता क सा य थ

(2) आि या का स ाट जोजफ साम तवाद क अ धकार को समा त करन म सफल रहा

(3) अठारहवी शता द म स म कषक क अनक व ोह ह ए (4) अठारहवी सद म स क अ धकाश कषक व ोह क बाद वहा क सरकार न

उनक ि थ त म सधार कया

711 सदभ थ 1 पाथसारथी ग ता (स पादक) यरोप का इ तहास वतीय स करण 1987 नई

दहल 2 Peter Gay and RK Webb Modern Europe Harper and Row

New York 1973 3 History of the USSR Part I (English Translation) ndash From the

Earliest Times to the Great October Socialist Revolution Progress Publishers Moscow 1977

4 Chapter VI and VII Written by MP Vyatkin and AG Mankow on Early Eighteenth Century and Second Half of the Eighteenth Century Robert Briggs ndash Early Modern Europe 1560-1718 Oxford University Press 1977

5 Edward Eyre (Director) ndash European Civilization ndash Volume V Oxford University Press London 1977

6 Montague Fordham ndash The European Peasantry 1600-1914 7 RR Enfield European Agriculture since 1750

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इकाई-8 नगर व शहर का वकास एव म नगर करण

इकाई क परखा 80 उ य 81 तावना 82 ाचीन काल क नगर क आबाद व बनावट 83 नगर क आबाद म व व उसक आकड़ 84 जनस या म व क कारण 85 ाम स नगर क ओर पलायन 86 नय नगर का व प 87 प रणाम 88 साराश 89 बोध न 810 सदभ थ

80 उ य इस इकाई क अ ययन स आप समझ पायग क यरोप म नगर व शहर का वकास

कस हआ नगर करण क इस या स ामीण जीवन कस भा वत हआ तथा नगर करण क या प रणाम ह य

81 तावना ाचीन काल क नगर एव नाग रक वारा अ धकार क ाि त हत कय गय य न

रोम व यनान क स यता क इ तहास म अनक नगर रा य का उ लख मलता ह इटल व यनान क ऐस नगर क अ त र त रोमन सा ा य क व भ न भाग म भी नगर क अि त व क बार म जानकार मलती ह उस काल म ऐस नगर कसी राजा अथवा साम त क गढ़ क चार ओर बसाय जात थ य नगर ाम स कछ बड़ होत थ तथा इनक आबाद भी गाव स अ धक होती थी अपन अ धप त क त नगर क नवा सय को लगभग उ ह दा य व का पालन करना पड़ता था जो क गाव म कषक दास (Serf) करत थ धम य और रा य रा य क उदय क कारण सामत क शि त ीण होन लगी इस काल म वा ण यवाद का उदय व व तार भी हआ नाग रक न साम त को बा य कया क वह यक प रवार स कर वसल न करक सम त नाग रक स साम हक प स कर वसल कर उ ह न अपन-अपन नगर क बाजार का ब ध भी अपन हाथ म ल लया अपन अ धप त क अदालत म ववाद का नपटारा करान क थान पर व अपनी बनाई गई अदालत म मकदम क सनवाई और फसल करन लग ऐस सब अ धकार क स ब ध म उ ह न राजा अथवा साम त स चाटर (Charter) ा त कय इ ल ड म यापा रय क सगठन न साम त को वपल धनरा श अदा कर य अ धकार ह तगत कय ास व नीदरल ड म नाग रक क सगठन को क यन

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(Commune) कहत थ इन क यन न अपन साम त क व सफलतापवक व ोह कय जमनी म अनक नगर न मलकर ऐस अ धकार लय तथा साम हक सर ा क लय ब ध भी कय इस समय म कछ भावशाल पाद रय ( बशप) न भी कछ नगर बसाय इ ह बसात समय उ ह न नाग रक को उनक अ धकार क स ब ध म चाटर दान कय

82 ाचीन काल क नगर क आबाद व बनावट हज क अनसार चौदहवी सद क अ त म यरोप क अ धकाश नगर क आबाद अ धक

नह होती थी पाच हजार क आबाद वाला नगर बड़ा माना जाता था इसस भी अ धक आबाद वाल नगर थ ल कन उनक स या अ धक नह थी यहा तक क लदन प रस स वल व नस यबक रोम आ द जस बह त बड़ नगर क आबाद एक लाख स कम थी यरो पयन दश क अ धकाश जनस या नगर क अप ा ाम म अ धक थी

उस समय क नगर क नवासी यापार क साथ बागवानी व छोट पमान पर क ष करक अपना जीवन यापन करत थ आम तौर पर एक नगर क चार ओर मजबत ाचीर होती थी और अनम त प क वारा ह एक नगर क व भ न दरवाज स शहर म वश मलता था नगर क चारद वार क अ दर व भ न कार क मकान होत थ जो एक दसर स सट ह ए होत थ इसम चच टाउन हाल व यापा रक तथा कार गर क सगठन क इमारत भ य होती थी सड़क चौड़ी नह थी ग लया इतनी सकड़ी होती थी क उनम स घोड़ा गाड़ी आ द क ठनता स गजरत थ ग लय व बाजार म पानी क नकास क लय ना लय का ब ध नह होता था यक नगर म एक थानीय स था होती थी रात म नगर क दरवाज ब द कर लय जात थ शा त व स यव था बनाय रखन क लय प लस नय त क जाती थी ल कन उनक स या बह त कम होती थी

83 नगर क आबाद म व व उसक आकड़ चौदहवी सद स इन नगर क आबाद बढ़न लगी समय क स य साथ अनक कारण

स पहल स था पत नगर क आबाद बढ़ती गई यहा तक अनक थान म मन य नगर क चारद वार क बाहर भी बस गए प हवी सद क बाद क यग म यरोप म कई अनक नय नगर बस तथा कछ परान नगर क सम न ट हो गई ल कन फर भी 1830 म यरोप म नगर क अप ा ामीण म मन य अ धक स या म नवास करत थ इटल व ास स उसक कल जनस या क साठ तशत ए शया म स तर तशत पन म न ब तशत और स तथा पव दश म पचानव तशत आबाद गाव म रहती थी य - य इन दश म

औ यो गक वकास क ग त म तजी आती गई य - य गाव स मन य अ धका धक स या म शहर म आन लग

म य यग क अ त व आध नक यग म नगर क वकास क अनक कारण ह इनम सबस मख कारण यरोप क सभी दश म जनस या क लगातार व होना ह ोफसर कार साडस न 1300 व 1600 ई0 म यरोप क व भ न दश क जनस या क न ना कत आकड़

तत कय ह

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-स दश का नाम जनस या 1300 ई0 1600 ई0 1 इगल ड चाल स लाख पसठ लाख 2 ास 1 करोड़ 40 लाख 1 करोड़ साठ लाख 3 पन व पतगाल साठ लाख 1 करोड़ 4 जमनी (नीदरलड क साथ) 1 करोड़ 50 लाख 2 करोड़ तीस लाख 5 डनमाक दस लाख छ लाख 6 वडन छ लाख - 7 नाव तीन लाख - 8 इटल 1 करोड़ यारह लाख 1 करोड़ तीस लाख

इसस प ट ह क चौदहवी स स हवी सद म अनक दश क जनस या म व ह ई स हवी सद क बाद जनस या क व क दर और बढ़ गई य - य व भ न दश म औ यो गक वकास क ग त बढ़ य - य जनस या क व क दर भी बढ़

चौदहवी सद स यरोप म जनस या क बढ़न क कारण का स त म व लषण करना आव यक ह य क नगर करण म व स इसका घ न ठ स ब ध ह

84 जनस या म व क कारण 1 पर परागत धारणाओ का अत कार साडस क अनसार म य यग म ईसाई समाज

म शर र क प व ता (Celebeoy) को एक न तक कत य माना जाता था य क मन य क जीवन म न तकता का अ य त मह व था ल कन अनक ईसाई सत न खल बसी (Celebacy) पर जोर दत ह ए भी यह माना था क अ धकाश ि य व प ष को शाद कर लनी चा हए फर भी कछ मन य अ ववा हत ह रहत थ पनजागरण क समय स यह धारणा कमजोर पड़ती गई

2 भयकर रोग क कोप म कमी ाचीन काल स ह लग व हजा भयकर रोग स यरोप क दश म बड़ी स या म मन य म य क ास बन जात थ अतएव म य दर अ धक थी अनक शश भी बा याव था म मर जात थ ल कन प हवी शता द स औष ध व ान म नर तर ग त होती गई फल व प लग व हजा आ द का कोप बह त कम हो गया शश भी अ धक स या म जीन लग इसस ज म दर बढ़ती गई म य दर क कम होन तथा ज म दर क बढ़न स आबाद म व ह ई

3 द भ का अ त लगभग स हवी शता द तक वषा क अभाव म फसल खराब हो जाती थी तथा द भ क कोप स काफ मन य मर जात थ क ष क ldquoनवीन प तrdquo क योग स अ न का उ पादन बढ़ता चला गया फल व प अकाल का कोप समा त हो गया

4 यापार म उ न त वा ण यवाद क उदय व व तार स अ तदशीय व वदशी यापार म व ह ई यापा रक काय क लय अ धक यि तय क आव यकता पड़न लगी अब वा ण यवाद क समथक क साथ रा य क सरकार भी

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जनस या म व चाहन लगी वा ण यवाद क वशष - व लयम टपल डवीनट आ द न रा य को इस ओर कदम उठान क लय रत कया अनक रा य न ववा हत यि त को कर म छट द तथा अ ववा हत यि त पर अ त र त कर लगाय कह -कह पर बड़ प रवार वाल यि त को रा य क तरफ स आ थक सहायता भी द जान लगी

5 क ष उ पादन म व ाचीन व म य यग म यरोप म एक नगर क सम उसक आस-पास क म अनाज क उ पादन पर नभर रहती थी यातायात क क ठनाईय क कारण दसर थान स अनाज नह लाया जा सकता था एक ओर तो क ष उ पादन म व न अकाल को लगभग समा त कर दया तो दसर ओर यातायात क साधन न यह सभव कर दया क दर-दर स अनाज मगाया जा सक अतएव अब नगर अपन आस-पास क क अनाज क उ पादन पर नभर नह रहा वह अपनी बढ़ती ह ई जनस या क लय अनाज का ब ध कर सकता था

6 स नक आव यकताए यरोप क व भ न दश पार प रक सघष म लग रहत थ इ ल ड क पहल ास और बाद म हाल ड क साथ त पधा व तीस वष य य (1618-1648) इसक उदाहरण ह ास क लई चौदहव (1643-1715) न ास को य म उलझाय रखा स क पीटर महान न व तारवाद नी त अपनाई इन य क लय स नक क आव यकता बनी रहती थी अत सब दश यह चाहत थ क उनक जनस या म व हो ता क उ ह अ धक स नक मल सक

7 औ यो गक वकास इ ल ड म औ यो गक वकास क फल व प जनस या म व ह ई अठारहवी शता द क उ तराध और उ नीसवी सद म यरोप क अ य दश म यह या आर भ हो गई तथा उनक जनस या भी बढ़ती गई अठारहवी सद क म य व उ नीसवी सद क अ त तक यरोप क जनस या म तीन गनी व ह ई

85 ाम स नगर क ओर पलायन नगर करण क एक वशषता गाव स शहर क ओर मन य का पलायन था इ ल ड

म इस कार का पलायन वा ण य क वकास स आर भ हआ क ष क उ न त तथा औ यो गक ा त क समय इसम व ह ई अ य दश म भी यापार क ष व उ योग क वकास क समय इस कार क व त दखन को मलती ह म य यग व आध नक यग क आर भ तक यरोप क यक दश म नगर क आबाद क मकाबल म ामीण क आबाद बह त अ धक थी 1830 इ वी म इटल व ास म कल जनस या का साठ तशत शया म स तर तशत पन म न ब तशत और स तथा पव यरोप क दश म 95 तशत ामीण म रहता था

1851 म इ ल ड म पहल बार ाम क मकाबल म शहर क आबाद अ धक दज क गई इस समय म यरोप म प चीस नगर ऐस थ िजनक आबाद एक लाख क लगभग थी इनम स चार इ ल ड तथा एक काटलड म था इसम लदन क आबाद जो 1800 म एक

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लाख थी 1830 म डढ़ लाख हो गई थी इ ल ड को छोड़ कर शष यरोप म प रस क त त नया सट पीटसबग नप स वयना मा को ब लन एम टडम डि लन ह बग वारसा मलान रोम म ड पलरन व नस लयो बडाप ट मास लज व बास लोना क नगर क आबाद पचास हजार स लकर तीन लाख तक थी

उ नीसवी सद क उ तराध तथा बीसवी सद म नगर क आबाद बढ़ती गई तथा ाम क जनस या म कमी आई इस अव ध म एक ओर नगर क आबाद बढ़ और दसर तरफ काफ स या म भ मह न कषक कशल कार गर व मक गाव स नगर म आय

नगर क आबाद म व तथा वहा गाव स मन य क लगातार आगमन का प रणाम यह हआ क 1914 म इ ल ड म उसक कल जनस या का 80 तशत ास म 45 तशत स कछ अ धक तथा जमनी म 60 तशत यि त शहर म रहत थ इस समय म स पोल ड व डनमाक म लगभग एक तहाई जनता शहर म रहती थी 1850 क बाद बड़ शहर क आबाद म वशष प स तजी क साथ व ह ई पहल प चीस नगर को बड़ा माना जाता था ल कन 1914 म ऐस पचास नगर थ िजनक आबाद एक लाख स अ धक थी

ाम स नगर क ओर मन य क पलायन क लय न ना कत प रि थ तय िज मवार थी

1 कषक दास क मि त म य यग म जमीदार न क ष म होन वाल घाट स बचन क लय यह उ चत समझा क व कषक को हल बल आ द साधन द कर तथा उनस फसल क एक नि चत भाग लकर भ म का त क लय द द इस प त स एक ओर तो जमीदार सभा वत नकसान स बच गय तथा दसर ओर कसान जमीदार क त अ य दा य व स म त हो गय फल व प इ ल ड म धीर-धीर कषक म त हो गय सोलहवी सद तक वहा पर कषक दास (Serfdom) क था लगभग समा त हो गई अब ाम स अनक कसान शहर क ओर चल गय

2 खत क बाड़ बद इ ल ड म तथा कछ समय बाद ास व जमनी क कछ भाग म छोट-छोट खत को मला कर बड़ खत (farms) बनाय गय इसस अनक गर ब कसान भ मह न हो गय तथा रोजगार क तलाश म नगर म आय

3 अ तरा य यापार का वकास वाल बक व टलर क अनसार प हवी सद म इ ल ड एक मह वह न यापा रक रा था ल कन सोलहवी सद म इगल ड का यापार बढ़न लगा इसी समय म पि चमी यरोप क कछ दश का यापार भी बढ़ा अ तरा य यापार क क आ त रक भाग क नगर थ जहा बाहर जान वाला माल इक ा कया जाता था ल कन इनस भी अ धक हलचल उन ब दरगाह पर होती थी जहा स जहाज बाहर जात थ अतएव ऐस थान पर रोजगार क लय गाव स काफ मन य आकर बस

4 औ यो गक वकास इगल ड म औ यौ गक ा त क समय कारखान को बड़ी मा ा म मजदर क आव यकता ह ई गाव स भ मह न कषक कार गर मक व बकार यि त शहर क कारखान म काम करन आय

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86 नय नगर का व प ाचीन नगर क चार द वार क बाहर भी मन य मकान बना कर रहन लग धीर-धीर

अनक नगर म सर ा क य ाचीर तोड़ द गई औ यो गक वकास क ग त म तजी क फल व प िजन नगर क आबाद बढ़ रह थी

व नगर आस पास क दहात तक फल गय यहा तक क ऐस दहाती नगर क समह बन गय ऐस थान म नगर तथा ाम क म य का अ तर लगभग समा त हो गया इस कार का प रवतन इगल ड तथा जमनी औ यो गक दश म प ट प स दखा जा सकता

था कछ थान पर गाव न नगर का प धारण कर लया य क इन थान पर यापार

अथवा उ योग क क खल गय थ इगल ड म इस कार क या का भाव सबस अ धक हआ

इगल ड म राजधानी क अ त र त अ य थान पर भी नगर का वकास हआ ल कन यरोप म रा य क राजधा नय क आबाद ह वशष प स बढ़

87 प रणाम 1 म यम वग का उदय नगर करण क व तार क यग का सबस मह वपण प रणाम

इन नगर म म यम वग का उदय था लगर न लखा ह क नाग रक जीवन स नवो दत म यम वग का सबस घ न ठ स ब ध था यह कहना क ठन ह क इस बज य (Burgeoise) वग म कस कार क यि त सि म लत थ कवल यह कहा जा सकता ह क आम तौर पर म यम वग क सद य गर क ष काय तथा कशल कार गर क काय क अ त र त अ य काय स ा त आमदनी स अपनी जी वका चलात थ उनक पास न तो क ष क लय काफ भ म होती थी और न ह व मक बन कर कमा सकत थ

मा यम वग को भी उ च व न न णी म वभािजत कया जा सकता ह उ च वग म बड़ यापार उ योगप त बकर धनी नवषक और अ छ आय वाल यवसाय म काम करन वाल यि त थ न न म यम वग क सद य उ च वग तथा म यम वग क उ च णी क यि तय क आव यकताओ को पर करत थ इनम दकानदार कशल कार गर बक सरकार द तर औ यो गक व यापा रक त ठान म काम करत थ वक ल कलाकार व ब जी वय को भी इसम सि म लत कया जा सकता ह

इस म यम वग न यरोप क यक दश क राजनी त म मह वपण भ मका अदा क य य प उ च म यम वग क सद य सतोष पण जीवन यतीत करत थ ल कन न न म यम वग को आ थक क ठनाइय का सामना करना पड़ता था

2 मक का दखमय जीवन यरोप क नगर क औ यो गक त ठान तथा क ष फाम म एक बड़ी स या म मक को नौकर द गई फ ट रय म काम करन वाल मजदर क दशा अ य त शोचनीय थी उनक रहन क उ चत यव था नह क गई थी व तग ग लय और बना हवादार मकान म रहत थ इसस उनक तथा उनक प रवार क सद य पर बरा असर पड़ता था शहर म काम करन वाल अ य अकशल मक क दशा भी खराब थी

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3 नगर का बतरतीब वकास लगभग यरोप क सभी नगर का वकास बना कसी योजना क हआ पहल स ह नगर म तग ग लया व कम चौड़ी सड़क थी अब य बढ़ती ह ई आबाद क लए क ठनईय पदा करन लगी शहर क चारद वार क बाहर भी मकान का नमाण बतरतीब ढग स हआ थानीय स थाए उन पर कोई नय ण नह रख सक

4 वा य पर बरा असर यह पहल बताया जा चका ह क म यकाल क आर भ क नगर म पानी क नकास क सम चत यव था नह थी तथा शहर म गदगी रहती थी इसस नाग रक क वा य पर बरा असर पड़ता था परान नगर क वकास तथा नय नगर क थापना क समय इस सम या पर यान नह दया गया समय क साथ साथ यह सम या

ग भीर होती चल गई अनक ग द बि तया (Slums) बनी फल व प मन य व भ न बीमा रय स त होन लग

5 अपराध क स या म व शहर बरोजगार क स या धीर धीर बढ़ती गई इसन शहर म रहन वाल मन य म अपराध क व त को ज म दया अथवा उसको उकसाया

6 मान सक तनाव ाम क अप ा शहर का जीवन अ धक तनाव पण होता ह एक नाग रक अपनी ज रत को पर करन म वय को असमथ पाता ह और मान सक तनाव का शकार हो जाता ह

ल कन शहर क उ थान व वकास क अनक लाभ भी थ 1 ब जीवी वग का वकास ाम क अप ा शहर म रहन वाल ब जी वय क

स या अ धक थी य ब जीवी आपस म मलत भी रहत थ फल व प नगर म सा ह य व कला का वकास हआ

2 व ा नक ग त यरोप क नगर म व ा नक अनसधान क क खोल गय इसम अनसधान क स वधाए उपल ध कराई गई इसस व ा नक म ग त ह ई

3 सामािजक आ थक व राजनी तक प रवतन क क यरोप क सभी नगर सामािजक राजन तक व आ थक ा त क क बन गय वहा पर इन म काफ हलचल होती रहती थी तथा व मल कर कसी भी अ याय का वरोध करन क लय शी सग ठत हो जात थ

शहर और ाम क स यता म अ तर अभी तक व यमान ह गाव क नवासी शा तपण जीवन यतीत करत ह ल कन शहर क नवा सय का जीवन बा य आडबर व तड़क भड़क स प रपण होता ह अतएव शहर म रहन वाला सदव कसी न कसी कार क तनाव स त रहता ह शहर क कोलाहल पण जीवन म उस शा त नह मलती ल कन वह इस जीवन का अ य त हो जाता ह

88 साराश इस इकाई म आपन यरोप क ाचीन काल क नगर क ि थ त का अ ययन कया

तथा यापा रक सगठन व क यन वारा साम त स अ धकार प (ब तजमत) ा त करन क बार म जानकार ा त क उस समय क नगर क आबाद व बनावट क स ब ध म यह मालम हआ क व बतरतीब बन थ तथा उनक आबाद पाच हजार स एक लाख तक थी

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यरोप क कल जनस या म स अ धकाश ाम म ह रहती थी ल कन 1300 स 1600 ई0 क म य शहर क आबाद बढ़ इसका म य कारण सभी थान पर जनस या म व थी इसक साथ यह भी जाना क इसक या कारण थ ाम स नगर क ओर काफ स या म यि तय क पलायन स नगर क जनस या बढ़ 1851 क बाद व भ न नगर क आबाद क आकड़ स ात होता ह क उस समय एक लाख स अ धक आबाद वाल शहर क स या 25 थी नय नगर क व प क अ ययन स ात हआ क इ ल ड व शष यरोप क नगर क ि थ त व वकास म अ तर था नाग रक जीवन क लाभ और हा नय क बार म अ ययन करन स यह मालम होता ह क ामवा सय क अप ा शहर जीवन अ धक तनावपण होता ह

89 बोध न 1 ाम स नगर क ओर पलायन क या कारण थ 2 यरोप क नगर म मन य को कन क ठनाइय का सामना करना पड़ा 3 यरोप क जनस या म व क कारण का व लषण द िजए चौदहवी सद स

यरोप क दश म इसन नगर करण को कस कार स भा वत कया

810 सदभ थ 1 Chapter by RR Enfield in the book lsquoEuropean Civilization ndash Its

origin and Developmentrsquo Volume V under the direction of Edward Eyre Oxford University Press London 1937

2 Chapter by RM Hartwell in the book lsquo The Cambridge Modern History Volume IX (1793-1830) edited by CW Cramley Cambridge University Press London 1965

3 Brison D Gooch Europe in the Nineteenth Century the Macmillan Company London 1970

4 David Ogg Europe in the Seventeenth Century Hindi edition Jaipur 1967

5 Carlton JH Hayes Modern Europe to 1870 The Macmillan Company New York Sixth Print 1960

6 Langer Eadie Geanakoplos Hexter Pipes Western Civilization Volume II Harper and Row New York Second Edition 1975

7 Wallbank and Taylor Civilization ndash Past and Present Volume II Third Edition 1975

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इकाई-9 कारखाना और मजीवी वग

इकाई क परखा 90 उ य 91 फ टर स टम

911 फ टर या ह 912 फ टर स टम कस श हआ 913 एक का प नक फ का काय व यास

92 फ स टम एवम औ यो गक ा त 93 फ स टम का सामािजक असर 94 बराइया 95 बराइय को दर करन क यास एवम समाधान

951 ससद य यास 952 समाज सधार और अबधनी त 953 सधारक य न जार रह 954 सडलर क य न 955 एशल का कानन

96 समाज और सामािजक प रवतन 97 साराश 98 अ यासाथ न

981 अश पर छोट सवाल 982 सार इकाई पर सवाल

99 ास गक पठनीय थ

90 उ य लगभग 1750 स लकर 1850 तक क काल को पि चम यरोप म औ यो गक ा त

का काल माना जाता ह अ य इकाइय म तमन औ यो गक ा त क बार म व तार स पढ़ा होगा अ य बात क अलावा औ यो गक ा त का सबध उ पादन क लए एक नए सामािजक व यास को नाम दया गया ldquoफ स टमrdquo फ स टम म काम करन क लए समाज म एक नए मजीवी वग का ज म हआ इस इकाई म हम फ स टम और इसम काम करन वाल मजीवी वग क बार म जानग

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91 फ स टम 911 फ या ह

औ यो गक ा त स श आत क भी पहल क बात ह कसी तजारत करन वाल कपनी क नमाइद को ldquoफ टरrdquo बलाया जाता था उसक द तर को फ rdquo फ स कपनी खर द-फरो त करती मसलन हम अ जी ई ट इि डया कपनी को ल जब कपनी स हवी सद म भारत आई तो उसन गजरात तट पर सरत बदरगाह म अपनी पहल मख फ था पत क इस फ म कपनी अपना यापार का सामान रखती और ह द ता नय क

साथ खर द-फरो त करती याल रखन वाल बात यह ह क ई ट इि डया कपनी एक तजारती कपनी थी और उसका उ पादन स चाह वह औ यो गक हो या फर गर औ यो गक कोई सीधा सरोकार न था

जस-जस अठारहवी सद म औ यो गक ा त का व तार हआ वस-वस फ श द का च लत अथ भी बदलता गया अब फ का अथ उस थान स हआ जहा क मशीन क वारा कार गर काफ मा ा म चीज को बनात यह अथ आज तक साधारण बोलचाल क

भाषा म च लत ह सो िजस कारखान म हवाई जहाज बनता ह वह भी फ कहलाता ह और िजसम कपड़ बनत ह वह भी हाला क ldquoफ rdquo कवल चीज बनान वाल कारखान को कहा जाता था फ जसी उ पादन यव था और कम व यास उ योग म भी य त होती थी जस क कोयला खदान

इस इकाई म हम म यतः औ यो गक ा त क पहल चरण पर गौर करग इस चरण (1750-1850) म फ ट रया यादातर सत कातन क कपड़ा बनन क और लोह का काम करन वाल होती थी

912 फ स टम कस श हआ

पजीवाद यव था क श आत क दन म पि चमी यरोप म उ पादन म यतः प टग आउटrdquo स टम पर नभर करता था इस यव था म पजी का मा लक यापार कार गर को क चा माल खर द कर दता कार गर अपन-अपन घर पर अपनी ह मशीन स चीज बनात िज ह क यापार इक ा कर क बाजार म बचता इस यव था म फायदा यह था क यापार दर-दर तक फल कार गर स काम करवा सकता था और उस अपन कार गर क रहन खान क यव था भी नह करनी पड़ती

पर इस यव था म नकसान कई थ एक तो यापार को अपन कार गर तक पह चन म और उनस बना हआ माल लन म काफ समय बबाद करना पड़ता दसर काम क वा लट बरकरार रखना मि कल था तीसर कार गर स समय पर काम करवान म द कत

होती थी इन मि कल स पार पान का एक तर का था वह यह क सार कार गर को एक ह

कारखान म इक ा कर लया जाए पर ऐसा करन पर यापार को कारखान क इमारत बनान

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म पसा लगाना पड़ता मशीन खर दनी पड़ती और फोरमन और सपरवाइजर को नौकर पर लगाना पड़ता अथात यापार का उपरला खच काफ बढ़ जाता

पर जब 1700 ई0 म वीडन क यापार टोफर पोलहम न 100 कार गर वाल एक बतन-भाड क फ टर था पत क तो उसन पाया क उ पादन पर कल खच इतना कम हो जा रहा था क उपरला खच बढ़न क बावजद वह अ छा खासा मनाफा कमा लता

913 एक का प नक फ टर का काय व यास

एडम ि मथ अपनी कताब द व थ ऑफ नश स (1776) म एक साधारण पन बनान वाल फ टर का वणन करता ह जब पन घरल उ योग म बनाए जात थ तो एक या दो यि त ह पन बनान म लगत थ पर फ टर म पन बनान क या को कई ह स म बाट दया गया एक आदमी तार खीचता दसरा उस सीधा करता तीसरा काटता चौथा उसक एक सर को नक ला करता पाचवा उसक दसर सर को घसता वगरह इस तरह तार खीचन स लकर बन ह ए पन को कागज क प ड़या म पक करन तक एडम ि मथ न कोई 32 चरण गन इनम स कसी भी चरण पर ह नरमद कार गर क ज रत नह थी एक ब चा भी इनम स कसी एक चरण को बखबी परा कर सकता था यह फ स टम क मख व श टता थी

फ टर म उ पादन क या को बह त ह सरल छोट-छोट ह स म बाट दया गया हर चरण को एक साधारण अकशल मक भी आसानी स परा कर सकता था या न क अब कारखान क उ पादन- मता कसी यि त वशष क द ता पर नभर नह करती थी बि क सार कारखान क आगनाइजशन पर िजस क एक मनजर आसानी स क ोल कर सकता था फर च क द कार गर क ज रत नह थी तो फ ट रय म ि य और ब च को आसानी स मक क तौर पर इ तमाल कया जा सकता था और हाला क ि या और ब च एक प ष िजतना ह उ पादन करत उनक तन वाह आद मय क तलना म कह कम रहती इस सब स फ टर क मा लक को काफ मनाफा होता

92 फ स टम एवम औ यो गक ा त इ तहासकार हो सबाम का कहना ह क वस तो स हवी सद स ह उ पादन या म

अनक कार क या क सधार होन श हो गए थ पर सफ या क सधार ह औ यो गक ा त नह ला सक औ यो गक ा त क लए ज र था क उ पादन इतना यादा और इतना

स ता हो क बाजार म आप स आप इस उ पाद क लए माग बढ़ ऐसा तब ह हो सका जब या क सधार क साथ उ पादन क लए एक नए कम व यास का इ तमाल कया गया जब उ पादन क या स सब धत डवीजन आफ लबर को (काम क बटवार) को काफ ज टल बना दया गया उ पादन क या को कई छोट-छोट टकड़ म बाट दया गया और एक मजदर क िज म कवल एक ह ह सा रखा यह फ स टम क मख व श टता थी

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93 फ टर स टम का सामािजक असर मनाफा बढ़ान क लए यह ज र था क फ म लगी मशीन का यादा स यादा

उपयोग कया जा सक फ मा लक क च टा यह रहती थी क अपन कार गर स तब तक लगातार काम करवात रह जब तक क मशीन ह जवाब न द जाए इसका मतलब यह था क कामगार को काम करन क तर क का एक नया अनशासन सीखना पड़ा

इ तहासकार ईपी हामपसन का मानना ह क िजस लय स मशीन चलती ह उसी लय स मक को चलना सीखना पड़ा समय क पाबद सीखनी पड़ी क एक नि चत समय पर काम पर आए और एक नि चत समय पर काम स हट एक ह थान पर खड़ होकर लगातार एक ह या क काम को लगातार करत रहन क आदत डालनी पड़ी य द कसी क िज म पन का तार घसना था तो वह लगातार दनभर कवल तार ह घस सकता था िजस यि त को तार सीधा करन का काम दया गया दनभर एक ह थान पर खड़ रहकर कवल तार ह सीधा करता रहता

जस-जस समय बीतता गया इस पर स टम क दगण भी सामन आत गए सबस पहल जो बात सामन आई वह यह ह क फ म लगातार एक ह जगह पर कठपतल क तरह काम करत रहना काफ उबाऊ था मक थोड़ ह समय म इस तरह क काम स जी चरान लगत जब फ का मा लक उनस जबरद ती काम करवाता तो जा हरा तौर पर काम करन वाल को यह बात अखरती और उ ह ख दल स काम पर लग रहना पड़ता

जहा तक काम करन क प रि थ तय का सवाल ह कछ बात साफ ह एक तो यह क यह कहना मि कल ह क फ म काम करन वाल क प रि थ त दसर मक क प रि थ त स बहतर थी या बदतर ऐसा इस लए क इ तहासकार क पास औ यो गक ा त स पहल क काल क मक क बार म यादा जानकार नह ह हा यह ज र पता ह क तरहवी सद स ह उ तर यरोप म पगार पान वाल मजदर हआ करत थ और उनक हालत अ य मजदर क हालत स खराब नह थी वस भी स हवी-अठारहवी सद म कम स कम इ ल ड म प टग आउट स टम क तहत काम करन वाल बह त सार मजदर पगार क एवज म ह काम कया करत थ कहन का मतलब यह ह क फ मजदर का तन वाह मजदर होना समाज क लए कोई नह बात नह थी

94 बराइया जो नई बात थी वह यह क जब फ या बनी तो एक साथ बह त सार मजदर शहर

म इक ा ह ए इस जमाव म उनक ददशा भी समाज क सामन कह यादा खर प स उजागर ह ई

उ योग म ब च और औरत को सोलह घ ट या उसस भी यादा काम करवाया जाता थकान क कारण य द कोई काम नह कर पाता तो उस ब ट स पीटा जाता था तन वाह काट ल जाती तन वाह वस भी काफ कम मलती थी एक ह त क लए कसी ह नरमद कार गर को 1795 म कोई 25 श लग और साधारण मजदर को सफ 12 श लग मला

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करत थ म हलाओ को प ष स आधी और ब च को एक चौथाई तन वाह ह मलती हाला क व प ष िजतना ह काम करत

कोयल क खदान म तो ि थ त और भी यादा खराब थी यहा चार स पाच साल क ब च को खदान क सरग क अदर बारह स सोलह घट काम करवाया जाता इनक औसत पगार दो स तीन श लग त स ताह थी

फ स टम क आन स मजदर क गर बी भी बह त यादा उजागर होन लगी वस तो औ यो गक ा त क श क साल म ह यह साफ हो गया था क समाज म नर ह गर ब क स या बढ़ रह ह पर इस ि थ त स बचन क लए कछ खास नह कया गया पीनहमल ड नामक क ब म गर ब क मदद क लए एक स टम ज र श कया गया िजस पीनहमल ड स टम क नाम स जाना जाता था कछ दसर क ब न भी इस स टम को

अपनाया पर बढ़ती ह ई औ यो गक गर बी क सामन यह स टम प त हो गया शहर म ि थ त कछ ऐसी थी क मजदर क हालत बद स बदतर होती चल गई

शहर बगर कसी योजना क बतहाशा बढ़त चल गए उनक नगरपा लकाए इस नई आबाद क दखभाल करन म असमथ रह शहर म गद द र बि तया पनपन लगी िज ह अ जी म लम कहत ह जहा अब तक शहर म अनक तबक क लोग आपस म मल कर रहत थ

वहा धीर-धीर मजदर बि तया शहर क बाक आबाद स हट कर रहन लगी इन बि तय म न तो सडक ठ क होती न ह ना लया न ह कड़ा नकालन क कोई यव था न ह पय जल का इतजाम और न ह ठ क स बन ह ए मकान इ तहासकार हो सबाम का कहना ह क यरोप क शहर म इस क म क बि तया यादातर शहर क पव ह स म बसी सो शहर म एक नया भद श हो गया ई ट ए ड नवासी (गर ब) और व ट ए ड नवासी (अ भजा य) का

रह-रहकर औ यो गक शहर म महामा रया भी बढ़न लगी लासग म पहल बार 1818 ई0 म हाइफस जवर का कोप फला यरोप क सार औ यो गक शहर म 1831 ई0 और 1832 ई0 म टाइफाइड़ क महामार छाई रह इन शहर म कालरा मयाद बखार और तप दक का भी बोलबाला रहा य सार बीमा रया यादातर मजदर बि तय म ह रह मानो यह सा बत कर रह ह क जहा द र ता और गदगी ह वहा बीमा रया भी रहगी इस सबन मजदर बि तय क नवा सय का हौसला तोड़ दया सामािजक हौसलाप ती क कई ल ण सामन आन लग शराब का ज रत स यादा इ तमाल होन लगा बाल ह या व याव त आ मह या और मान सक व ता क घटनाए बढ़न लगी मजदर क दग त इस बात स और भी यादा उजागर ह ई क औ यो गक ा त क कारण समाज क बाक सार वग क स प नता बढ़ रह थी

95 बराइय को दर करन क यास एवम समाधान फ टर स टम क इन बराइय को ज द स ज द दर करना बड़ा ज र था य क

एक तो साधारण मानवीयता का तकाजा था क मजदर क काम करन क हालात म सधार आए इसस भी यादा बड़ा कारण यह था क फि य म अ धकाश उ पाद फ म काम करन वाल मजदर ह खर दत थ इस लए अगर मजदर क माल हालत एक सीमा स नीच जाती

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तो नकसान पजीप तय को ह होता और अगर मजदर बि तय क समाज यव था को ठ प होन दया जाता तो डर था क कह दश म व ोह न भड़क उठ व ोह न भी होता तो यह तो साफ था क म यवग क जवान इन बि तय म फल रह शराबखोर व याव त और अ य कार क अन तकता क च कर म पड़ रह थ य द म यवग को अन तकता स बचाना था तो

ज र था क मजदर वग स अन तकता को दर कया जाए

951 ससद य यास

आजकल यह माना जाता ह क य द फ मा लक अपन मजदर क भल कार दखभाल कर तो उ ह ह यादा मनाफा होता ह पर उ नीसवी सद म यह बात अ धकाश पजीप तय क समझ म नह आ रह थी इस लए हम पात ह क फ टर म मजदर क ि थ त सधारन वाल अ धकाश उपाय कवल कछ फ टर मा लक क पहल पर रा य यव था वारा व भ न दश क ससद वारा कए गए सबस यादा सधार का काम इगल ड म

हआ ऐस उपाय म स पहला था इगल ड म राबट पील वारा ससद म पास कया गया

ह थ ए ड मारटज ए ट (1802) यह ए ट कवल बड़ी फ ट रय पर लाग होता था और कवल एपरि टस पर इस ए ट म यह कहा गया क नौ साल स कम उ क ब च बतौर एपरि टस नह लगाए जा सकत फ मा लक पर इन ब च स बारह घ ट स यादा या फर रात म काम करवान पर रोक लगा द गई

1802 क ए ट म कई खा मया थी एक तो यह कवल बड़ी फ य पर लाग होता था और वहा भी कवल उन फि य पर जो क एपर टस को इ तमाल करती थी बह नर बाल मजदर को इस ए ट स कोई सर ा नह मलती थी सबस म य बात तो यह थी क इस ए ट म नर ण करन का कोई ावधान न था नतीजतन यह ए ट महज कागजी कानन बन कर रह गया

फर 1816 म पील क चयरमनी म एक ससद य कमट का गठन कया गया इस कमट क सलाह पर 1819 का फ नय ण कानन पास कया गया इस कानन म पछल कानन क ावधान को दोहराया गया और कहा गया क सार बाल मजदर को इस कानन क सर ा द जाएगी साथ ह यह नधा रत कया गया क सोलह साल स कम उ क मजदर को बारह घ ट क दन म डढ़ घ ट क खान क छ ी द जायगी च क यह ए ट सार कामकाजी ब च पर लाग होता था इस लए लोग न इसका डट कर वरोध कया वरो धय म एक बड़ा तबका उन मा-बाप का था जो अपन ब च स काम करवात थ

952 समाज सधार और अबधनी त

तमन अबधनी त क बार म पढ़ा होगा यह नी त अठारहवी सद क अ तम दशक म काफ फल चक थी अथशा ी एडम ि मथ िजसका हम पहल िज कर चक ह इसका एक बड़ा समथक था इस नी त क मतावल बय का मानना था क समाज क अथ यव था तब ह

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सफल हो सकती ह जब क सरकार अथ यव था को अपन आप पर छोड द उसम अपनी टाग न अड़ाए

जब उ नीसवी सद म ससद य य न मजदर क सधार क लए होन लग तो सधार-वरोधी उ योगप तय न अबधनी त क दहाई दत ह ए यह गहार लगाई क अगर रा य फ स टम को सधारन व नय त करन क को शश करगा तो सार अथ यव था ह ठ प हो जाएगी दरअसल बड़-बड़ दाश नक वचार क आड़ म य वरोधी कवल इतना कह रह थ क उ ह मजदर -ब च म हलाओ और प ष का खन चसन स नह रोका जाना चा हए भल ह ऐसा करत ह ए व समाज क इतनी दग त य न कर द िजसस क समाज का साधारण चाल-चलन ह ठ प हो जाए ऐस वरो धय को उनक खद क बवकफ स बचाना ज र था

953 सधारक य न जार रह

1820 क दशक म पावर लम और भाप क इजन म काफ यादा या क सधार आए इसका नतीजा यह हआ क इस दशक म धीर-धीर फ स टम सार कपड़ा उ योग और ख नज उ पादन पर छा गया फि या भी कवल कछ शहर इलाक म कि त होन लगी लकाशायर का कपड़ा उ योग इसका अ छा उदाहरण ह यहा कोई 25 वग मील क म इतनी यादा कपड़ा मल थी क इ ल ड का 80 तशत स यादा कपड़ा बनाया जाता था िजतना फ ट रय का जमाव बढ़ा उतना ह उनक दगण कट ह ए इसम सधार लान क ससद य यास भी उतन ह जोर स कए जान लग

954 सड़लर क यास

माइकल सड़लर न 1831 म टन-आवर बल इ ल ड क ससद म पश कया इस बल म यह ावधान था क कसी भी मजदर स दस घट (टन-आवर) स यादा काम नह लया जा सकगा यह बल ससद म पास नह हो सका

पर इन दन इ ल ड म व ट इ डीज क दास था को लकर काफ गहमा-गहमी चल रह थी इसक रहत अखबार और प काओ म फ टर मजदर क तलना व ट-इ डीज क नी ो दास स क जान लगी धीर-धीर यह मत फलन लगा क मजदर क ि थ त म सधार क लए कछ ठोस कदम उठाए जान चा हए इसक फल व प जब 1833 म लाड एशल न ससद म अपना ताव रखा तो वह कछ ससद य छ ना-झपट क बाद पा रत हो गया

955 एशल का कानन

लाड एशल क कानन (1833) को सार कपड़ा बनन क फि य पर लाग कया गया इसक अनसार नौ साल स कम उ क ब च को फ म काम करवान पर पाबद लगा द गई तरह साल स कम उ क मजदर स दन म नौ घ ट और स ताह म 40 घ ट स यादा काम करवाना तब धत कया गया उ ह रोज डढ़ घ ट क खान क छ ी दना ज र

रखा गया यह कहा गया क अठारह साल स कम उ क मजदर स दन म 12 घट और स ताह म 69 घट स यादा काम नह करवाया जा सकता ldquoरातrdquo क काम को ठ क तरह स

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प रभा षत कया गया साढ़ आठ बज शाम स लकर साढ़ पाच बज सबह तक क समय को ldquoरातrdquo करार दया गया और इस पार म कवल अ ारह साल स यादा उ क मजदर क योग क अनम त द गई फ म काम करन वाल हर ब च का रोज दो घट कल जाना नि चत कया गया नर क क एक बड़ी टोल नय त क गई जो फ मा लक पर नगरानी रख सक और जो मा लक कानन क अवहलना करत ह ए पकड़ जाए उन क सर बड़ी सजा का ावधान रखा गया

इस कानन म दो म य खा मया थी एक तो यह कवल कपड़ा उ योग पर ह लाग कया गया जब क अ य उ योग म भी मजदर क हालत काफ खराब थी दसर यह कवल ब च को अपन दायर म लता था जब क ि य और प ष को भी काननी सर ा क आव यकता थी

96 समाज और सामािजक प रवतन बहरहाल इस कानन स कछ बात साफ जा हर होती थी सबस पहल बात तो यह क

हाला क समाज म अब भी अबधनी त का बोलबाला था अब सरकार क समझ म यह आन लगा क समाज क कछ अश ऐस होत ह जहा क सधार लान क लए सरकार ह त प ज र होता ह दसर बात यह क अब साधारण तौर पर यह माना जान लगा क समाज म औ यो गक उ पादन क इकाई प रवार नह बि क यि त वशष था और उसक सामािजक सर ा और सखा-पढ़ क िज मदार कवल प रवार पर ह नह छोड़ी जा सकती थी समाज को भी आग बढ़कर कछ उपाय करना ज र था

धीर-धीर अ य उ योग को भी फ कानन क तहत लाया गया 1842 म लाड एशल क कानन को कोयला खदान पर लाग कया गया और म हला मजदर को भी सर ा द जान लगी 1878 म इस कानन न सार फि य और वकशाप को अपन दायर म ल लया इस बीच दसर दश म भी फ कानन क या जार थी 1841 म ास म बाल-मजदर कानन लाग कया गया ए शया म भी 1870 तक कई कानन जार कए गए पर उ ह कभी गभीरता स लाग नह कया गया

1848 म सार यरोप म सोश ल ट व ोह ह ए और उ ह काफ आसानी स कचल दया गया इन व ोह म मजदर न बढ़ कर ह सा लया था कचल जान क बाद इन व ोह क बह त सार नता मजदर नता बन गए और फ मा लक स मजदर क भलाई क लए माग करन लग इस समय क बाद स फ मजदर क सगठन बनना श हो गए और कमशाला क हालात म सधार क लए य सगठन अपन अपन उ योग और सरकार पर जोर हालन लग ऐसा इ ह न कस तरह कया तम अ य इकाइय म पढ़ोग

97 साराश इस इकाई म तमन जाना क फ स टम अठारहवी सद म श हआ इसन

औ यो गक उ पादन म एक नए कम व यास को ज म दया फि या चलान क लए एक नए क म क अनशासन क ज रत थी जो क पहल कभी ससार म दखन को नह मला था लगातार अनशासन था पत रखन क लए फ क मय क उपर एक नए मनजमट तबक का

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ज म हआ फोरमन और सपरवाईजर य लोग लबर अ र टो स (Labour aristocrates) कहलाए इनक रहत उ योग म उ योग क मल कयत और उसक मनजमट म भद कया जान लगा मजदर क शहर म रहन स कई बराइया पनपी उ ह दर करन क लए उ नीसवी सद क म य तक अ भजा य वग स कछ समाज सधारक उबर कर सामन आए पर मजदर क सगठन अभी ठ क तरह स नह पनप पाए थ व 1848 क यरोपीय व ोह क बाद उबर

98 अ यासाथ न (I) अश पर छोट सवाल

कछ श द म जवाब द िजए (क) या फ स टम और औ यो गक ा त म स कोई एक बगर दसर क पनप

सकता था (ख) फ स टम क मख व श टता या थी (ग) या पन बनान क फ वा तव म एडम ि मथ क वणन क अनसार होती ह (घ) या फ स टम अन तक था (च) अबधनी त फ मा लक को य पसद थी (छ) इस इकाई म िजन फ सधारक का िज ह उसक अलावा दो और सधारक क

नाम बताइय (II) सार इकाई पर सवाल

दो सौ स तीन सौ श द म जवाब द (क) फ स टम इ ल ड म कस तरह पनपा (ख) फ स टम न कस तरह था पत आ थक और सामािजक स थाओ पर हार

कया (ग) फ स टम क कारण समाज म कस तरह क प रवतन आए (घ) फ स टम म सधार लान क य न क ववचना कर

99 ास गक पठनीय थ ईज हो सबाम - ाम इड ट ए पायर प गइन ईज हो सबाम - एज आफ रवो यशन प गइन ईपी टाम सन - म कग आफ द इग लश व कग लास (सभी कताब अ जी म ह बाजार म आसानी स मल जाती ह)

38

Page 16: एमassets.vmou.ac.in/MAHI01-2.pdf ·  · 2014-04-056.7 इंगलैड ... अलबट[थेयर(Albert Thaer) ने1798 (Introduction to the knowledge of English Agriculture)

16

वष म भी उनस भार कर वसल कया जाता था और असामा य वष (1765 और 1770) क बीच जब फसल बार बार खराब ह ई तब यह बोझ असहनीय हो गया उस समय आि या म म रया थ रसा का शासन था तथा उसका प जोजफ र ज ट क ह सयत स शासन का सचालन कर रहा था 1771 ई0 म जोजफ न बोह मया का दौरा कया कसान क ददशा को दख कर उसन सफा रश क क क ष दास था को समा त कया जाय य य प कसान का बोझ ह का करन क लय म रया थ रसा एक तदथ कानन बनान क प म थी ल कन वह इस था क स थागत अि त व पर आ मण करन क लय तयार नह थी स ाट बनन क बाद जोजफ न एक ल बी योजना क तहत कषक दास था को समा त करन का नणय लया उसन यह अनभव कया क इस था स रा य को अ धक आय नह rsquo होती थी कल न वग को कसान िजतना लगान दत थ उसका एक अश ह कल न वग रा य को दता था 1780 ई0 क अ यादश क अनसार उसन आि या - हगर म सामती उगाह का बोझ कछ कम कया तथा क ष दास को यह गारट द क व अपनी पतक भ म क उ तरा धकार मान जायग 1784 क अ यादश क अनसार भ म कर क दर को समान बनाया गया तथा वशषा धकार क नाम पर कसी भी वग को मलन वाल कर छट को समा त कया गया इसक लय उसन भ - सप त क सव ण का काय भी आर भ कराया िजसम पाच वष लग इस अव ध म वशषा धकार ा त वग न इस अ यादश का इतना वरोध कया क इस कभी लाग नह कया जा सका

इस कार साम तवाद क अ धकार को समा त करन म जोजफ असफल रहा

76 स म व ोह (1703-1772) स म क ष दास का दमन कया जाता था अ धक स अ धक काय लन क लय

कल न वग अपन अधीन कषक को दबा कर रखत थ 1649 ई0 म कसान क दमन स सबि धत सभी कानन को व ध स हता म सग ठत कया गया पीटर महान (1689-1725) क शासन काल म भी यह नी त अपनाई गई उसन बड़ी स या म कषक को कल न का दास बनाया 1703 ई0 म पीटर न एक नयी राजधानी बनान का काय आर भ कया सट पीटसबग क नमाण क लय स क भ न भ न भाग स कसान को लाया गया उनक रहन व खान क सम चत यव था नह क गई फल व प सह कसान मर गय उसन साम तवाद को नव विजत दश म भी लाग कया इसी समय यराल दश म लोह उ योग वक सत हो रहा था वहा पर भी बड़ी स या म कसान व मक को भजा गया द ण व द ण पव स म रहन वाल मक न करो क भार तथा अ नवाय स नक व मक क भत क अ यायपण काय क व व ोह आर भ कया यह व ोह भ न भ न थान पर भ न भ न समय म ह ए इनम स सबस लोक य व ोह अठारहवी सद क थम दशक म अ ाखान वश क रया और डान दश म हआ 1705 ई0 म अ ाखान क व ोह न भयकर प धारण कर लया क त उस दबा दया गया 1707 ई0 को डान म ह ए व ोह म म य प स कसान न भाग लया इनका नता क ाट बलावीन था शी ह यह व ोह सम त

द ण पव स म फल गया बलावीन न गर सी जा तय का सहयोग ा त करन क भी

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को शश क जलाई 1708 ई0 तक चलता रहा 1709 व 1710 ई0 म इस दश म यदा कदा व ोह होत रह ल कन पीटर न इन व ोह को दबा दया 1714 ई0 क एक आदश वारा उसन भ म पर साम त क अ धकार को वशोगत बना दया भखमर क कारण भ म

छोड़ कर भागन वाल कषक को ढढ कर लान व उ ह सजा दन का ब ध कया गया इस कार स म अठारहवी सद म साम त को और अ धकार दय गय य य प कथ रन महान को एक ब नरकश शासक माना जाता ह ल कन उसन

कषक दास क भलाई क लय कछ नह कया 1765 ई0 म साम त को अ धकार दय गय क व कषक को सजा द सक उनम असतोष क वाला फर स भड़क उठ

77 स म 1773-1775 का कषक व ोह सरकार वारा साम त क ि थ त ढ़ करन और कषक पर उनक अ धप तय क बढ़त

ह ए अ याचार क कारण दोन वग म कटता और बढ़ गई सी सा ा य क पव भाग म कषक क अ त र त खान व लोह क कारखान म काम करन वाल मक भी अपनी दशा स असत ट थ इस म गर सी जा तया तातार मोर डो वयन चवा श (बईनऔम) और बश कर क कसान भी भ म छन जान क कारण सरकार क व हो गय थ गर ब कोसक (Cossack) म भी असतोष बढ़ रहा था

मई 1773 ई0 म डान दश का रहन वाला थम लयन पगाचोव नामक एक कोसक जो कई बार जल म सजा भगत चका था कारागह स भाग नकला उसन वय को स का स ाट घो षत कया तथा पीटर ततीय क उपा ध धारण क कोसक व भ म छोड़ कर भाग ह ए कषक न उसका साथ दया आर भ स ह पगाचोव न कषक को अ याचार का मकाबला करन क लय उकसाया तथा उनक दशा सधारन क लय य न करन का वचन दया शी ह उसका साथ यराल क मक न दया उ ह न अपन कारखान स बदक व ो हय को द तथा काफ मा ा म कारखान क बाहर ब दक बनाई दस बर 1773 तक ओरनबग पम और स ब क क दश म भी यह व ोह फल गया तथा गर सी जा तय क सद य भी इसम सि म लत हो गय मक तथा गर- सय का कसान का साथ दन स ि थ त ग भीर हो गई माच 1774 म ला त चवो (Tatishchevo) क कल पर शाह सना न पन अ धकार कर लया इसी समय उफा म भी व ो हय क हार ह ई पगाचव यराल क पहाड़ म चला गया ल कन यहा पर भी वह परािजत हआ अब वह वो गा क नकट क दश क ओर मड़ा वहा पर उस कषक व गर सय का समथन मलन क आशा थी जन 1774 म उसन कजान क शहर को जीत लया एक बार फर हार कर पगाचव न वो गा नद को पार करक डान दश म पह चन क को शश क इस बीच सना उसका बराबर पीछा कर रह थी पगाचव को गर तार कया गया तथा जनवर 1775 म उस तथा उसक कछ सा थय को फासी द गई उसक गर तार क थोड़ समय बाद व ोह शा त हो गया

पगाचव क हार क न ना कत कारण थ - (1) व ोह म भाग लन वाल व भ न त व म वह एकता कायम नह रख सका

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(2) व ो हय क द त अनक थान पर तनात कर दय गय थ अतएव व सग ठत होकर नह लड़ सक

(3) उनक पास श क कमी थी (4) शाह सना क शि त उनस कह अ धक थी (5) उसम सगठन क मता का अभाव था (6) उसन अपन अनया यय क सामन उनक दशा सधारन क लय एक काय म क

प ट परखा नह बनाई थी प रणाम 1773-1775 ई0 क व ोह क प रणाम कषक क लय हतकार स नह

ह ए कथ रन वतीय न 1775 ई0 म एक अ यादश वारा ा त का पनगठन कया यह नई यव था पहल क अप ा अ धक क कत व नरकश बनी सी सा ा य क सीमावत ात जहा पर गर सी काफ स या म रहत थ सभी कार क वाय ता क अ धकार को

समा त कया गया 1785 ई0 म साम त को एक चाटर (Charter) दान कया गया इसम उन सब अ धकार क पि ट क गई िजनका क उस समय व योग करत थ उ ह अपन सगठन बनान का अ धकार भी दया गया इन सगठन पर गवनर को नर ण क अ धकार दय गय

अठारहवी सद म स म कषक न बार बार व ोह कय इसका म य कारण स क जार क कषक वरोधी नी त थी उ ह न समय पर साम त क शि त ढ़ करन तथा कषक क दमन करन क लय कानन बनाय आम तौर पर अठारहवी सद म स क कषक व ोह उसक पव भाग म ह ए जहा लोह क खान व कारखान म मक काम करत थ तथा गर सी जा तया नवास करती थी अतएव अ धकाश कषक व ोह म उपय त त व न भी भाग लया य व ोह सग ठत न होन क कारण असफल रह वा तव म व सी सा ा य क शि त क आग सफल भी नह हो सकत थ

स म कषक क शोचनीय दशा उ नीसवी सद क ार भक छ दशक तक बनी रह 1861 म स ाट एलकजडर वतीय न स म एक अ ध नयम वारा कषक दास क था को समा त करन क घोषणा क य य प यह अ ध नयम अपन उ य म पण प स सफल नह हआ क त फर भी यह कसान को साम त क अ याय स बचान क दशा म एक मह वपण कदम था

78 यरोप क अ य दश क ि थ त अठारहवी सद म पन पतगाल व इटल म कषक क दशा म वशष प रवतन नह

हआ य य प व साम त क अ याय स पी ड़त रह क त उ ह न साम त था क अ त क लय कोई आ दोलन नह कया बा कन दश म इसी कार क दशा थी उस समय वहा पर तक का रा य था तथा व पराधीनता का जीवन यतीत कर रह थ इन सभी दश म क ष अ य त पछड़ी ह ई दशा म थी तथा वहा क कषक आ दोलन करन क ि थ त म नह थ हाल ड डनमाक व वडन जो क इ लड क नकट थ म भी इ लड क तरह बाड़ब द क

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गई तथा वहा पर नवीन क ष प तय का अनसरण कया गया इसस वहा क कसान क दशा कछ हद तक सधर इन दश म भी अठारहवी शता द म कोई आ दोलन नह हआ

79 साराश चौदहवी सद तक इ लड म साम तवाद का बोलबाला था तथा कषक क दशा शोचनीय

थी ल कन सोलहवी सद तक इ लड म कषक दास क था समा त हो गई यरोप क सभी दश म कषक दास क था अठारहवी सद क आर भ तक बनी रह प हवी सद म जमनी ास व पन तथा स हवी सद म ास म असफल व ोह ह ए

अठारहवी शता द म इ लड म क ष क म नवीन प त का वकास हआ तथा बाड़ब द क गई ल कन हाल ड ास व ए शया क कछ भाग को छोड़ कर शष यरोप म खती ाचीन तर क स ह होती रह साम त क अ याय भी यथावत बन रह

ासीसी ा त क आर भ होन क बाद कषक न साम त क नवास थान पर आ मण करक अपनी दासता क सा य को न ट कया 1789 ई0 म रा य सरकार न सामतो स मि त दलान क लय दो कानन पास कय 1792 व 1793 ई0 म भी इस दशा म य न कय गय

आि या - हगर सा ा य क बोह मया दश म 1768 स 1775 तक बार बार कसान क व ोह ह ए य य प वहा क स ाट जोजफ न कषक को कछ रयायत द ल कन वशषा धकार ा त वग क वरोध क कारण उसक आदश को लाग नह कया जा सका

स क शासक न साम त का समथन ा त करन क लय समय समय पर उ ह अ धकार दान कय तथा कषक का दमन कया 1705 ई0 स लकर 1775 ई0 तक स म कषक क अनक व ोह ह ए इनम स पगाचव क नत व म 1773-75 का व ोह सबस भयकर था य व ोह स क पव भाग म ह ए इन व ोह म खान व कारखान म काम करन वाल मक तथा गर सी जा तय न भाग लया असग ठत होन तथा व ोह म भाग लन वाल त व म एकता क अभाव म य सब व ोह असफल रह इन व ोह क बाद भी स क शासक न दमन क या जार रखी

य य प यरोप क अ य दश म कषक क -ि थ त खराब थी ल कन तहा पर कोई आ दोलन नह ह ए

710 बोध न 1 अठारहवी सद क आर भ म कषक क दशा का वणन क िजए इस शता द म

आि या - हगर म ह ए कषक आ दोलन का व ोह का ववचन क िजए 2 अठारहवी सद म कषक क त स क शासक क ि टकोण का व लषण

क िजए इस सद म स म ह ए कषक व ोह का स त वणन करत ह ए कषक व ोह का स त वणन करत ह ए उनक असफलता क कारण क ववचना क िजए

3 न न ल खत वा य को पढ़ कर उनक स मख सह () या गलत () का नशान लगाईय

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(1) ासीसी ा त क आर भ होन क बाद कषक न साम त क नवास थान पर आ मण करक उन द तावज को न ट कया जो उनक दासता क सा य थ

(2) आि या का स ाट जोजफ साम तवाद क अ धकार को समा त करन म सफल रहा

(3) अठारहवी शता द म स म कषक क अनक व ोह ह ए (4) अठारहवी सद म स क अ धकाश कषक व ोह क बाद वहा क सरकार न

उनक ि थ त म सधार कया

711 सदभ थ 1 पाथसारथी ग ता (स पादक) यरोप का इ तहास वतीय स करण 1987 नई

दहल 2 Peter Gay and RK Webb Modern Europe Harper and Row

New York 1973 3 History of the USSR Part I (English Translation) ndash From the

Earliest Times to the Great October Socialist Revolution Progress Publishers Moscow 1977

4 Chapter VI and VII Written by MP Vyatkin and AG Mankow on Early Eighteenth Century and Second Half of the Eighteenth Century Robert Briggs ndash Early Modern Europe 1560-1718 Oxford University Press 1977

5 Edward Eyre (Director) ndash European Civilization ndash Volume V Oxford University Press London 1977

6 Montague Fordham ndash The European Peasantry 1600-1914 7 RR Enfield European Agriculture since 1750

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इकाई-8 नगर व शहर का वकास एव म नगर करण

इकाई क परखा 80 उ य 81 तावना 82 ाचीन काल क नगर क आबाद व बनावट 83 नगर क आबाद म व व उसक आकड़ 84 जनस या म व क कारण 85 ाम स नगर क ओर पलायन 86 नय नगर का व प 87 प रणाम 88 साराश 89 बोध न 810 सदभ थ

80 उ य इस इकाई क अ ययन स आप समझ पायग क यरोप म नगर व शहर का वकास

कस हआ नगर करण क इस या स ामीण जीवन कस भा वत हआ तथा नगर करण क या प रणाम ह य

81 तावना ाचीन काल क नगर एव नाग रक वारा अ धकार क ाि त हत कय गय य न

रोम व यनान क स यता क इ तहास म अनक नगर रा य का उ लख मलता ह इटल व यनान क ऐस नगर क अ त र त रोमन सा ा य क व भ न भाग म भी नगर क अि त व क बार म जानकार मलती ह उस काल म ऐस नगर कसी राजा अथवा साम त क गढ़ क चार ओर बसाय जात थ य नगर ाम स कछ बड़ होत थ तथा इनक आबाद भी गाव स अ धक होती थी अपन अ धप त क त नगर क नवा सय को लगभग उ ह दा य व का पालन करना पड़ता था जो क गाव म कषक दास (Serf) करत थ धम य और रा य रा य क उदय क कारण सामत क शि त ीण होन लगी इस काल म वा ण यवाद का उदय व व तार भी हआ नाग रक न साम त को बा य कया क वह यक प रवार स कर वसल न करक सम त नाग रक स साम हक प स कर वसल कर उ ह न अपन-अपन नगर क बाजार का ब ध भी अपन हाथ म ल लया अपन अ धप त क अदालत म ववाद का नपटारा करान क थान पर व अपनी बनाई गई अदालत म मकदम क सनवाई और फसल करन लग ऐस सब अ धकार क स ब ध म उ ह न राजा अथवा साम त स चाटर (Charter) ा त कय इ ल ड म यापा रय क सगठन न साम त को वपल धनरा श अदा कर य अ धकार ह तगत कय ास व नीदरल ड म नाग रक क सगठन को क यन

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(Commune) कहत थ इन क यन न अपन साम त क व सफलतापवक व ोह कय जमनी म अनक नगर न मलकर ऐस अ धकार लय तथा साम हक सर ा क लय ब ध भी कय इस समय म कछ भावशाल पाद रय ( बशप) न भी कछ नगर बसाय इ ह बसात समय उ ह न नाग रक को उनक अ धकार क स ब ध म चाटर दान कय

82 ाचीन काल क नगर क आबाद व बनावट हज क अनसार चौदहवी सद क अ त म यरोप क अ धकाश नगर क आबाद अ धक

नह होती थी पाच हजार क आबाद वाला नगर बड़ा माना जाता था इसस भी अ धक आबाद वाल नगर थ ल कन उनक स या अ धक नह थी यहा तक क लदन प रस स वल व नस यबक रोम आ द जस बह त बड़ नगर क आबाद एक लाख स कम थी यरो पयन दश क अ धकाश जनस या नगर क अप ा ाम म अ धक थी

उस समय क नगर क नवासी यापार क साथ बागवानी व छोट पमान पर क ष करक अपना जीवन यापन करत थ आम तौर पर एक नगर क चार ओर मजबत ाचीर होती थी और अनम त प क वारा ह एक नगर क व भ न दरवाज स शहर म वश मलता था नगर क चारद वार क अ दर व भ न कार क मकान होत थ जो एक दसर स सट ह ए होत थ इसम चच टाउन हाल व यापा रक तथा कार गर क सगठन क इमारत भ य होती थी सड़क चौड़ी नह थी ग लया इतनी सकड़ी होती थी क उनम स घोड़ा गाड़ी आ द क ठनता स गजरत थ ग लय व बाजार म पानी क नकास क लय ना लय का ब ध नह होता था यक नगर म एक थानीय स था होती थी रात म नगर क दरवाज ब द कर लय जात थ शा त व स यव था बनाय रखन क लय प लस नय त क जाती थी ल कन उनक स या बह त कम होती थी

83 नगर क आबाद म व व उसक आकड़ चौदहवी सद स इन नगर क आबाद बढ़न लगी समय क स य साथ अनक कारण

स पहल स था पत नगर क आबाद बढ़ती गई यहा तक अनक थान म मन य नगर क चारद वार क बाहर भी बस गए प हवी सद क बाद क यग म यरोप म कई अनक नय नगर बस तथा कछ परान नगर क सम न ट हो गई ल कन फर भी 1830 म यरोप म नगर क अप ा ामीण म मन य अ धक स या म नवास करत थ इटल व ास स उसक कल जनस या क साठ तशत ए शया म स तर तशत पन म न ब तशत और स तथा पव दश म पचानव तशत आबाद गाव म रहती थी य - य इन दश म

औ यो गक वकास क ग त म तजी आती गई य - य गाव स मन य अ धका धक स या म शहर म आन लग

म य यग क अ त व आध नक यग म नगर क वकास क अनक कारण ह इनम सबस मख कारण यरोप क सभी दश म जनस या क लगातार व होना ह ोफसर कार साडस न 1300 व 1600 ई0 म यरोप क व भ न दश क जनस या क न ना कत आकड़

तत कय ह

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-स दश का नाम जनस या 1300 ई0 1600 ई0 1 इगल ड चाल स लाख पसठ लाख 2 ास 1 करोड़ 40 लाख 1 करोड़ साठ लाख 3 पन व पतगाल साठ लाख 1 करोड़ 4 जमनी (नीदरलड क साथ) 1 करोड़ 50 लाख 2 करोड़ तीस लाख 5 डनमाक दस लाख छ लाख 6 वडन छ लाख - 7 नाव तीन लाख - 8 इटल 1 करोड़ यारह लाख 1 करोड़ तीस लाख

इसस प ट ह क चौदहवी स स हवी सद म अनक दश क जनस या म व ह ई स हवी सद क बाद जनस या क व क दर और बढ़ गई य - य व भ न दश म औ यो गक वकास क ग त बढ़ य - य जनस या क व क दर भी बढ़

चौदहवी सद स यरोप म जनस या क बढ़न क कारण का स त म व लषण करना आव यक ह य क नगर करण म व स इसका घ न ठ स ब ध ह

84 जनस या म व क कारण 1 पर परागत धारणाओ का अत कार साडस क अनसार म य यग म ईसाई समाज

म शर र क प व ता (Celebeoy) को एक न तक कत य माना जाता था य क मन य क जीवन म न तकता का अ य त मह व था ल कन अनक ईसाई सत न खल बसी (Celebacy) पर जोर दत ह ए भी यह माना था क अ धकाश ि य व प ष को शाद कर लनी चा हए फर भी कछ मन य अ ववा हत ह रहत थ पनजागरण क समय स यह धारणा कमजोर पड़ती गई

2 भयकर रोग क कोप म कमी ाचीन काल स ह लग व हजा भयकर रोग स यरोप क दश म बड़ी स या म मन य म य क ास बन जात थ अतएव म य दर अ धक थी अनक शश भी बा याव था म मर जात थ ल कन प हवी शता द स औष ध व ान म नर तर ग त होती गई फल व प लग व हजा आ द का कोप बह त कम हो गया शश भी अ धक स या म जीन लग इसस ज म दर बढ़ती गई म य दर क कम होन तथा ज म दर क बढ़न स आबाद म व ह ई

3 द भ का अ त लगभग स हवी शता द तक वषा क अभाव म फसल खराब हो जाती थी तथा द भ क कोप स काफ मन य मर जात थ क ष क ldquoनवीन प तrdquo क योग स अ न का उ पादन बढ़ता चला गया फल व प अकाल का कोप समा त हो गया

4 यापार म उ न त वा ण यवाद क उदय व व तार स अ तदशीय व वदशी यापार म व ह ई यापा रक काय क लय अ धक यि तय क आव यकता पड़न लगी अब वा ण यवाद क समथक क साथ रा य क सरकार भी

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जनस या म व चाहन लगी वा ण यवाद क वशष - व लयम टपल डवीनट आ द न रा य को इस ओर कदम उठान क लय रत कया अनक रा य न ववा हत यि त को कर म छट द तथा अ ववा हत यि त पर अ त र त कर लगाय कह -कह पर बड़ प रवार वाल यि त को रा य क तरफ स आ थक सहायता भी द जान लगी

5 क ष उ पादन म व ाचीन व म य यग म यरोप म एक नगर क सम उसक आस-पास क म अनाज क उ पादन पर नभर रहती थी यातायात क क ठनाईय क कारण दसर थान स अनाज नह लाया जा सकता था एक ओर तो क ष उ पादन म व न अकाल को लगभग समा त कर दया तो दसर ओर यातायात क साधन न यह सभव कर दया क दर-दर स अनाज मगाया जा सक अतएव अब नगर अपन आस-पास क क अनाज क उ पादन पर नभर नह रहा वह अपनी बढ़ती ह ई जनस या क लय अनाज का ब ध कर सकता था

6 स नक आव यकताए यरोप क व भ न दश पार प रक सघष म लग रहत थ इ ल ड क पहल ास और बाद म हाल ड क साथ त पधा व तीस वष य य (1618-1648) इसक उदाहरण ह ास क लई चौदहव (1643-1715) न ास को य म उलझाय रखा स क पीटर महान न व तारवाद नी त अपनाई इन य क लय स नक क आव यकता बनी रहती थी अत सब दश यह चाहत थ क उनक जनस या म व हो ता क उ ह अ धक स नक मल सक

7 औ यो गक वकास इ ल ड म औ यो गक वकास क फल व प जनस या म व ह ई अठारहवी शता द क उ तराध और उ नीसवी सद म यरोप क अ य दश म यह या आर भ हो गई तथा उनक जनस या भी बढ़ती गई अठारहवी सद क म य व उ नीसवी सद क अ त तक यरोप क जनस या म तीन गनी व ह ई

85 ाम स नगर क ओर पलायन नगर करण क एक वशषता गाव स शहर क ओर मन य का पलायन था इ ल ड

म इस कार का पलायन वा ण य क वकास स आर भ हआ क ष क उ न त तथा औ यो गक ा त क समय इसम व ह ई अ य दश म भी यापार क ष व उ योग क वकास क समय इस कार क व त दखन को मलती ह म य यग व आध नक यग क आर भ तक यरोप क यक दश म नगर क आबाद क मकाबल म ामीण क आबाद बह त अ धक थी 1830 इ वी म इटल व ास म कल जनस या का साठ तशत शया म स तर तशत पन म न ब तशत और स तथा पव यरोप क दश म 95 तशत ामीण म रहता था

1851 म इ ल ड म पहल बार ाम क मकाबल म शहर क आबाद अ धक दज क गई इस समय म यरोप म प चीस नगर ऐस थ िजनक आबाद एक लाख क लगभग थी इनम स चार इ ल ड तथा एक काटलड म था इसम लदन क आबाद जो 1800 म एक

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लाख थी 1830 म डढ़ लाख हो गई थी इ ल ड को छोड़ कर शष यरोप म प रस क त त नया सट पीटसबग नप स वयना मा को ब लन एम टडम डि लन ह बग वारसा मलान रोम म ड पलरन व नस लयो बडाप ट मास लज व बास लोना क नगर क आबाद पचास हजार स लकर तीन लाख तक थी

उ नीसवी सद क उ तराध तथा बीसवी सद म नगर क आबाद बढ़ती गई तथा ाम क जनस या म कमी आई इस अव ध म एक ओर नगर क आबाद बढ़ और दसर तरफ काफ स या म भ मह न कषक कशल कार गर व मक गाव स नगर म आय

नगर क आबाद म व तथा वहा गाव स मन य क लगातार आगमन का प रणाम यह हआ क 1914 म इ ल ड म उसक कल जनस या का 80 तशत ास म 45 तशत स कछ अ धक तथा जमनी म 60 तशत यि त शहर म रहत थ इस समय म स पोल ड व डनमाक म लगभग एक तहाई जनता शहर म रहती थी 1850 क बाद बड़ शहर क आबाद म वशष प स तजी क साथ व ह ई पहल प चीस नगर को बड़ा माना जाता था ल कन 1914 म ऐस पचास नगर थ िजनक आबाद एक लाख स अ धक थी

ाम स नगर क ओर मन य क पलायन क लय न ना कत प रि थ तय िज मवार थी

1 कषक दास क मि त म य यग म जमीदार न क ष म होन वाल घाट स बचन क लय यह उ चत समझा क व कषक को हल बल आ द साधन द कर तथा उनस फसल क एक नि चत भाग लकर भ म का त क लय द द इस प त स एक ओर तो जमीदार सभा वत नकसान स बच गय तथा दसर ओर कसान जमीदार क त अ य दा य व स म त हो गय फल व प इ ल ड म धीर-धीर कषक म त हो गय सोलहवी सद तक वहा पर कषक दास (Serfdom) क था लगभग समा त हो गई अब ाम स अनक कसान शहर क ओर चल गय

2 खत क बाड़ बद इ ल ड म तथा कछ समय बाद ास व जमनी क कछ भाग म छोट-छोट खत को मला कर बड़ खत (farms) बनाय गय इसस अनक गर ब कसान भ मह न हो गय तथा रोजगार क तलाश म नगर म आय

3 अ तरा य यापार का वकास वाल बक व टलर क अनसार प हवी सद म इ ल ड एक मह वह न यापा रक रा था ल कन सोलहवी सद म इगल ड का यापार बढ़न लगा इसी समय म पि चमी यरोप क कछ दश का यापार भी बढ़ा अ तरा य यापार क क आ त रक भाग क नगर थ जहा बाहर जान वाला माल इक ा कया जाता था ल कन इनस भी अ धक हलचल उन ब दरगाह पर होती थी जहा स जहाज बाहर जात थ अतएव ऐस थान पर रोजगार क लय गाव स काफ मन य आकर बस

4 औ यो गक वकास इगल ड म औ यौ गक ा त क समय कारखान को बड़ी मा ा म मजदर क आव यकता ह ई गाव स भ मह न कषक कार गर मक व बकार यि त शहर क कारखान म काम करन आय

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86 नय नगर का व प ाचीन नगर क चार द वार क बाहर भी मन य मकान बना कर रहन लग धीर-धीर

अनक नगर म सर ा क य ाचीर तोड़ द गई औ यो गक वकास क ग त म तजी क फल व प िजन नगर क आबाद बढ़ रह थी

व नगर आस पास क दहात तक फल गय यहा तक क ऐस दहाती नगर क समह बन गय ऐस थान म नगर तथा ाम क म य का अ तर लगभग समा त हो गया इस कार का प रवतन इगल ड तथा जमनी औ यो गक दश म प ट प स दखा जा सकता

था कछ थान पर गाव न नगर का प धारण कर लया य क इन थान पर यापार

अथवा उ योग क क खल गय थ इगल ड म इस कार क या का भाव सबस अ धक हआ

इगल ड म राजधानी क अ त र त अ य थान पर भी नगर का वकास हआ ल कन यरोप म रा य क राजधा नय क आबाद ह वशष प स बढ़

87 प रणाम 1 म यम वग का उदय नगर करण क व तार क यग का सबस मह वपण प रणाम

इन नगर म म यम वग का उदय था लगर न लखा ह क नाग रक जीवन स नवो दत म यम वग का सबस घ न ठ स ब ध था यह कहना क ठन ह क इस बज य (Burgeoise) वग म कस कार क यि त सि म लत थ कवल यह कहा जा सकता ह क आम तौर पर म यम वग क सद य गर क ष काय तथा कशल कार गर क काय क अ त र त अ य काय स ा त आमदनी स अपनी जी वका चलात थ उनक पास न तो क ष क लय काफ भ म होती थी और न ह व मक बन कर कमा सकत थ

मा यम वग को भी उ च व न न णी म वभािजत कया जा सकता ह उ च वग म बड़ यापार उ योगप त बकर धनी नवषक और अ छ आय वाल यवसाय म काम करन वाल यि त थ न न म यम वग क सद य उ च वग तथा म यम वग क उ च णी क यि तय क आव यकताओ को पर करत थ इनम दकानदार कशल कार गर बक सरकार द तर औ यो गक व यापा रक त ठान म काम करत थ वक ल कलाकार व ब जी वय को भी इसम सि म लत कया जा सकता ह

इस म यम वग न यरोप क यक दश क राजनी त म मह वपण भ मका अदा क य य प उ च म यम वग क सद य सतोष पण जीवन यतीत करत थ ल कन न न म यम वग को आ थक क ठनाइय का सामना करना पड़ता था

2 मक का दखमय जीवन यरोप क नगर क औ यो गक त ठान तथा क ष फाम म एक बड़ी स या म मक को नौकर द गई फ ट रय म काम करन वाल मजदर क दशा अ य त शोचनीय थी उनक रहन क उ चत यव था नह क गई थी व तग ग लय और बना हवादार मकान म रहत थ इसस उनक तथा उनक प रवार क सद य पर बरा असर पड़ता था शहर म काम करन वाल अ य अकशल मक क दशा भी खराब थी

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3 नगर का बतरतीब वकास लगभग यरोप क सभी नगर का वकास बना कसी योजना क हआ पहल स ह नगर म तग ग लया व कम चौड़ी सड़क थी अब य बढ़ती ह ई आबाद क लए क ठनईय पदा करन लगी शहर क चारद वार क बाहर भी मकान का नमाण बतरतीब ढग स हआ थानीय स थाए उन पर कोई नय ण नह रख सक

4 वा य पर बरा असर यह पहल बताया जा चका ह क म यकाल क आर भ क नगर म पानी क नकास क सम चत यव था नह थी तथा शहर म गदगी रहती थी इसस नाग रक क वा य पर बरा असर पड़ता था परान नगर क वकास तथा नय नगर क थापना क समय इस सम या पर यान नह दया गया समय क साथ साथ यह सम या

ग भीर होती चल गई अनक ग द बि तया (Slums) बनी फल व प मन य व भ न बीमा रय स त होन लग

5 अपराध क स या म व शहर बरोजगार क स या धीर धीर बढ़ती गई इसन शहर म रहन वाल मन य म अपराध क व त को ज म दया अथवा उसको उकसाया

6 मान सक तनाव ाम क अप ा शहर का जीवन अ धक तनाव पण होता ह एक नाग रक अपनी ज रत को पर करन म वय को असमथ पाता ह और मान सक तनाव का शकार हो जाता ह

ल कन शहर क उ थान व वकास क अनक लाभ भी थ 1 ब जीवी वग का वकास ाम क अप ा शहर म रहन वाल ब जी वय क

स या अ धक थी य ब जीवी आपस म मलत भी रहत थ फल व प नगर म सा ह य व कला का वकास हआ

2 व ा नक ग त यरोप क नगर म व ा नक अनसधान क क खोल गय इसम अनसधान क स वधाए उपल ध कराई गई इसस व ा नक म ग त ह ई

3 सामािजक आ थक व राजनी तक प रवतन क क यरोप क सभी नगर सामािजक राजन तक व आ थक ा त क क बन गय वहा पर इन म काफ हलचल होती रहती थी तथा व मल कर कसी भी अ याय का वरोध करन क लय शी सग ठत हो जात थ

शहर और ाम क स यता म अ तर अभी तक व यमान ह गाव क नवासी शा तपण जीवन यतीत करत ह ल कन शहर क नवा सय का जीवन बा य आडबर व तड़क भड़क स प रपण होता ह अतएव शहर म रहन वाला सदव कसी न कसी कार क तनाव स त रहता ह शहर क कोलाहल पण जीवन म उस शा त नह मलती ल कन वह इस जीवन का अ य त हो जाता ह

88 साराश इस इकाई म आपन यरोप क ाचीन काल क नगर क ि थ त का अ ययन कया

तथा यापा रक सगठन व क यन वारा साम त स अ धकार प (ब तजमत) ा त करन क बार म जानकार ा त क उस समय क नगर क आबाद व बनावट क स ब ध म यह मालम हआ क व बतरतीब बन थ तथा उनक आबाद पाच हजार स एक लाख तक थी

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यरोप क कल जनस या म स अ धकाश ाम म ह रहती थी ल कन 1300 स 1600 ई0 क म य शहर क आबाद बढ़ इसका म य कारण सभी थान पर जनस या म व थी इसक साथ यह भी जाना क इसक या कारण थ ाम स नगर क ओर काफ स या म यि तय क पलायन स नगर क जनस या बढ़ 1851 क बाद व भ न नगर क आबाद क आकड़ स ात होता ह क उस समय एक लाख स अ धक आबाद वाल शहर क स या 25 थी नय नगर क व प क अ ययन स ात हआ क इ ल ड व शष यरोप क नगर क ि थ त व वकास म अ तर था नाग रक जीवन क लाभ और हा नय क बार म अ ययन करन स यह मालम होता ह क ामवा सय क अप ा शहर जीवन अ धक तनावपण होता ह

89 बोध न 1 ाम स नगर क ओर पलायन क या कारण थ 2 यरोप क नगर म मन य को कन क ठनाइय का सामना करना पड़ा 3 यरोप क जनस या म व क कारण का व लषण द िजए चौदहवी सद स

यरोप क दश म इसन नगर करण को कस कार स भा वत कया

810 सदभ थ 1 Chapter by RR Enfield in the book lsquoEuropean Civilization ndash Its

origin and Developmentrsquo Volume V under the direction of Edward Eyre Oxford University Press London 1937

2 Chapter by RM Hartwell in the book lsquo The Cambridge Modern History Volume IX (1793-1830) edited by CW Cramley Cambridge University Press London 1965

3 Brison D Gooch Europe in the Nineteenth Century the Macmillan Company London 1970

4 David Ogg Europe in the Seventeenth Century Hindi edition Jaipur 1967

5 Carlton JH Hayes Modern Europe to 1870 The Macmillan Company New York Sixth Print 1960

6 Langer Eadie Geanakoplos Hexter Pipes Western Civilization Volume II Harper and Row New York Second Edition 1975

7 Wallbank and Taylor Civilization ndash Past and Present Volume II Third Edition 1975

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इकाई-9 कारखाना और मजीवी वग

इकाई क परखा 90 उ य 91 फ टर स टम

911 फ टर या ह 912 फ टर स टम कस श हआ 913 एक का प नक फ का काय व यास

92 फ स टम एवम औ यो गक ा त 93 फ स टम का सामािजक असर 94 बराइया 95 बराइय को दर करन क यास एवम समाधान

951 ससद य यास 952 समाज सधार और अबधनी त 953 सधारक य न जार रह 954 सडलर क य न 955 एशल का कानन

96 समाज और सामािजक प रवतन 97 साराश 98 अ यासाथ न

981 अश पर छोट सवाल 982 सार इकाई पर सवाल

99 ास गक पठनीय थ

90 उ य लगभग 1750 स लकर 1850 तक क काल को पि चम यरोप म औ यो गक ा त

का काल माना जाता ह अ य इकाइय म तमन औ यो गक ा त क बार म व तार स पढ़ा होगा अ य बात क अलावा औ यो गक ा त का सबध उ पादन क लए एक नए सामािजक व यास को नाम दया गया ldquoफ स टमrdquo फ स टम म काम करन क लए समाज म एक नए मजीवी वग का ज म हआ इस इकाई म हम फ स टम और इसम काम करन वाल मजीवी वग क बार म जानग

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91 फ स टम 911 फ या ह

औ यो गक ा त स श आत क भी पहल क बात ह कसी तजारत करन वाल कपनी क नमाइद को ldquoफ टरrdquo बलाया जाता था उसक द तर को फ rdquo फ स कपनी खर द-फरो त करती मसलन हम अ जी ई ट इि डया कपनी को ल जब कपनी स हवी सद म भारत आई तो उसन गजरात तट पर सरत बदरगाह म अपनी पहल मख फ था पत क इस फ म कपनी अपना यापार का सामान रखती और ह द ता नय क

साथ खर द-फरो त करती याल रखन वाल बात यह ह क ई ट इि डया कपनी एक तजारती कपनी थी और उसका उ पादन स चाह वह औ यो गक हो या फर गर औ यो गक कोई सीधा सरोकार न था

जस-जस अठारहवी सद म औ यो गक ा त का व तार हआ वस-वस फ श द का च लत अथ भी बदलता गया अब फ का अथ उस थान स हआ जहा क मशीन क वारा कार गर काफ मा ा म चीज को बनात यह अथ आज तक साधारण बोलचाल क

भाषा म च लत ह सो िजस कारखान म हवाई जहाज बनता ह वह भी फ कहलाता ह और िजसम कपड़ बनत ह वह भी हाला क ldquoफ rdquo कवल चीज बनान वाल कारखान को कहा जाता था फ जसी उ पादन यव था और कम व यास उ योग म भी य त होती थी जस क कोयला खदान

इस इकाई म हम म यतः औ यो गक ा त क पहल चरण पर गौर करग इस चरण (1750-1850) म फ ट रया यादातर सत कातन क कपड़ा बनन क और लोह का काम करन वाल होती थी

912 फ स टम कस श हआ

पजीवाद यव था क श आत क दन म पि चमी यरोप म उ पादन म यतः प टग आउटrdquo स टम पर नभर करता था इस यव था म पजी का मा लक यापार कार गर को क चा माल खर द कर दता कार गर अपन-अपन घर पर अपनी ह मशीन स चीज बनात िज ह क यापार इक ा कर क बाजार म बचता इस यव था म फायदा यह था क यापार दर-दर तक फल कार गर स काम करवा सकता था और उस अपन कार गर क रहन खान क यव था भी नह करनी पड़ती

पर इस यव था म नकसान कई थ एक तो यापार को अपन कार गर तक पह चन म और उनस बना हआ माल लन म काफ समय बबाद करना पड़ता दसर काम क वा लट बरकरार रखना मि कल था तीसर कार गर स समय पर काम करवान म द कत

होती थी इन मि कल स पार पान का एक तर का था वह यह क सार कार गर को एक ह

कारखान म इक ा कर लया जाए पर ऐसा करन पर यापार को कारखान क इमारत बनान

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म पसा लगाना पड़ता मशीन खर दनी पड़ती और फोरमन और सपरवाइजर को नौकर पर लगाना पड़ता अथात यापार का उपरला खच काफ बढ़ जाता

पर जब 1700 ई0 म वीडन क यापार टोफर पोलहम न 100 कार गर वाल एक बतन-भाड क फ टर था पत क तो उसन पाया क उ पादन पर कल खच इतना कम हो जा रहा था क उपरला खच बढ़न क बावजद वह अ छा खासा मनाफा कमा लता

913 एक का प नक फ टर का काय व यास

एडम ि मथ अपनी कताब द व थ ऑफ नश स (1776) म एक साधारण पन बनान वाल फ टर का वणन करता ह जब पन घरल उ योग म बनाए जात थ तो एक या दो यि त ह पन बनान म लगत थ पर फ टर म पन बनान क या को कई ह स म बाट दया गया एक आदमी तार खीचता दसरा उस सीधा करता तीसरा काटता चौथा उसक एक सर को नक ला करता पाचवा उसक दसर सर को घसता वगरह इस तरह तार खीचन स लकर बन ह ए पन को कागज क प ड़या म पक करन तक एडम ि मथ न कोई 32 चरण गन इनम स कसी भी चरण पर ह नरमद कार गर क ज रत नह थी एक ब चा भी इनम स कसी एक चरण को बखबी परा कर सकता था यह फ स टम क मख व श टता थी

फ टर म उ पादन क या को बह त ह सरल छोट-छोट ह स म बाट दया गया हर चरण को एक साधारण अकशल मक भी आसानी स परा कर सकता था या न क अब कारखान क उ पादन- मता कसी यि त वशष क द ता पर नभर नह करती थी बि क सार कारखान क आगनाइजशन पर िजस क एक मनजर आसानी स क ोल कर सकता था फर च क द कार गर क ज रत नह थी तो फ ट रय म ि य और ब च को आसानी स मक क तौर पर इ तमाल कया जा सकता था और हाला क ि या और ब च एक प ष िजतना ह उ पादन करत उनक तन वाह आद मय क तलना म कह कम रहती इस सब स फ टर क मा लक को काफ मनाफा होता

92 फ स टम एवम औ यो गक ा त इ तहासकार हो सबाम का कहना ह क वस तो स हवी सद स ह उ पादन या म

अनक कार क या क सधार होन श हो गए थ पर सफ या क सधार ह औ यो गक ा त नह ला सक औ यो गक ा त क लए ज र था क उ पादन इतना यादा और इतना

स ता हो क बाजार म आप स आप इस उ पाद क लए माग बढ़ ऐसा तब ह हो सका जब या क सधार क साथ उ पादन क लए एक नए कम व यास का इ तमाल कया गया जब उ पादन क या स सब धत डवीजन आफ लबर को (काम क बटवार) को काफ ज टल बना दया गया उ पादन क या को कई छोट-छोट टकड़ म बाट दया गया और एक मजदर क िज म कवल एक ह ह सा रखा यह फ स टम क मख व श टता थी

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93 फ टर स टम का सामािजक असर मनाफा बढ़ान क लए यह ज र था क फ म लगी मशीन का यादा स यादा

उपयोग कया जा सक फ मा लक क च टा यह रहती थी क अपन कार गर स तब तक लगातार काम करवात रह जब तक क मशीन ह जवाब न द जाए इसका मतलब यह था क कामगार को काम करन क तर क का एक नया अनशासन सीखना पड़ा

इ तहासकार ईपी हामपसन का मानना ह क िजस लय स मशीन चलती ह उसी लय स मक को चलना सीखना पड़ा समय क पाबद सीखनी पड़ी क एक नि चत समय पर काम पर आए और एक नि चत समय पर काम स हट एक ह थान पर खड़ होकर लगातार एक ह या क काम को लगातार करत रहन क आदत डालनी पड़ी य द कसी क िज म पन का तार घसना था तो वह लगातार दनभर कवल तार ह घस सकता था िजस यि त को तार सीधा करन का काम दया गया दनभर एक ह थान पर खड़ रहकर कवल तार ह सीधा करता रहता

जस-जस समय बीतता गया इस पर स टम क दगण भी सामन आत गए सबस पहल जो बात सामन आई वह यह ह क फ म लगातार एक ह जगह पर कठपतल क तरह काम करत रहना काफ उबाऊ था मक थोड़ ह समय म इस तरह क काम स जी चरान लगत जब फ का मा लक उनस जबरद ती काम करवाता तो जा हरा तौर पर काम करन वाल को यह बात अखरती और उ ह ख दल स काम पर लग रहना पड़ता

जहा तक काम करन क प रि थ तय का सवाल ह कछ बात साफ ह एक तो यह क यह कहना मि कल ह क फ म काम करन वाल क प रि थ त दसर मक क प रि थ त स बहतर थी या बदतर ऐसा इस लए क इ तहासकार क पास औ यो गक ा त स पहल क काल क मक क बार म यादा जानकार नह ह हा यह ज र पता ह क तरहवी सद स ह उ तर यरोप म पगार पान वाल मजदर हआ करत थ और उनक हालत अ य मजदर क हालत स खराब नह थी वस भी स हवी-अठारहवी सद म कम स कम इ ल ड म प टग आउट स टम क तहत काम करन वाल बह त सार मजदर पगार क एवज म ह काम कया करत थ कहन का मतलब यह ह क फ मजदर का तन वाह मजदर होना समाज क लए कोई नह बात नह थी

94 बराइया जो नई बात थी वह यह क जब फ या बनी तो एक साथ बह त सार मजदर शहर

म इक ा ह ए इस जमाव म उनक ददशा भी समाज क सामन कह यादा खर प स उजागर ह ई

उ योग म ब च और औरत को सोलह घ ट या उसस भी यादा काम करवाया जाता थकान क कारण य द कोई काम नह कर पाता तो उस ब ट स पीटा जाता था तन वाह काट ल जाती तन वाह वस भी काफ कम मलती थी एक ह त क लए कसी ह नरमद कार गर को 1795 म कोई 25 श लग और साधारण मजदर को सफ 12 श लग मला

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करत थ म हलाओ को प ष स आधी और ब च को एक चौथाई तन वाह ह मलती हाला क व प ष िजतना ह काम करत

कोयल क खदान म तो ि थ त और भी यादा खराब थी यहा चार स पाच साल क ब च को खदान क सरग क अदर बारह स सोलह घट काम करवाया जाता इनक औसत पगार दो स तीन श लग त स ताह थी

फ स टम क आन स मजदर क गर बी भी बह त यादा उजागर होन लगी वस तो औ यो गक ा त क श क साल म ह यह साफ हो गया था क समाज म नर ह गर ब क स या बढ़ रह ह पर इस ि थ त स बचन क लए कछ खास नह कया गया पीनहमल ड नामक क ब म गर ब क मदद क लए एक स टम ज र श कया गया िजस पीनहमल ड स टम क नाम स जाना जाता था कछ दसर क ब न भी इस स टम को

अपनाया पर बढ़ती ह ई औ यो गक गर बी क सामन यह स टम प त हो गया शहर म ि थ त कछ ऐसी थी क मजदर क हालत बद स बदतर होती चल गई

शहर बगर कसी योजना क बतहाशा बढ़त चल गए उनक नगरपा लकाए इस नई आबाद क दखभाल करन म असमथ रह शहर म गद द र बि तया पनपन लगी िज ह अ जी म लम कहत ह जहा अब तक शहर म अनक तबक क लोग आपस म मल कर रहत थ

वहा धीर-धीर मजदर बि तया शहर क बाक आबाद स हट कर रहन लगी इन बि तय म न तो सडक ठ क होती न ह ना लया न ह कड़ा नकालन क कोई यव था न ह पय जल का इतजाम और न ह ठ क स बन ह ए मकान इ तहासकार हो सबाम का कहना ह क यरोप क शहर म इस क म क बि तया यादातर शहर क पव ह स म बसी सो शहर म एक नया भद श हो गया ई ट ए ड नवासी (गर ब) और व ट ए ड नवासी (अ भजा य) का

रह-रहकर औ यो गक शहर म महामा रया भी बढ़न लगी लासग म पहल बार 1818 ई0 म हाइफस जवर का कोप फला यरोप क सार औ यो गक शहर म 1831 ई0 और 1832 ई0 म टाइफाइड़ क महामार छाई रह इन शहर म कालरा मयाद बखार और तप दक का भी बोलबाला रहा य सार बीमा रया यादातर मजदर बि तय म ह रह मानो यह सा बत कर रह ह क जहा द र ता और गदगी ह वहा बीमा रया भी रहगी इस सबन मजदर बि तय क नवा सय का हौसला तोड़ दया सामािजक हौसलाप ती क कई ल ण सामन आन लग शराब का ज रत स यादा इ तमाल होन लगा बाल ह या व याव त आ मह या और मान सक व ता क घटनाए बढ़न लगी मजदर क दग त इस बात स और भी यादा उजागर ह ई क औ यो गक ा त क कारण समाज क बाक सार वग क स प नता बढ़ रह थी

95 बराइय को दर करन क यास एवम समाधान फ टर स टम क इन बराइय को ज द स ज द दर करना बड़ा ज र था य क

एक तो साधारण मानवीयता का तकाजा था क मजदर क काम करन क हालात म सधार आए इसस भी यादा बड़ा कारण यह था क फि य म अ धकाश उ पाद फ म काम करन वाल मजदर ह खर दत थ इस लए अगर मजदर क माल हालत एक सीमा स नीच जाती

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तो नकसान पजीप तय को ह होता और अगर मजदर बि तय क समाज यव था को ठ प होन दया जाता तो डर था क कह दश म व ोह न भड़क उठ व ोह न भी होता तो यह तो साफ था क म यवग क जवान इन बि तय म फल रह शराबखोर व याव त और अ य कार क अन तकता क च कर म पड़ रह थ य द म यवग को अन तकता स बचाना था तो

ज र था क मजदर वग स अन तकता को दर कया जाए

951 ससद य यास

आजकल यह माना जाता ह क य द फ मा लक अपन मजदर क भल कार दखभाल कर तो उ ह ह यादा मनाफा होता ह पर उ नीसवी सद म यह बात अ धकाश पजीप तय क समझ म नह आ रह थी इस लए हम पात ह क फ टर म मजदर क ि थ त सधारन वाल अ धकाश उपाय कवल कछ फ टर मा लक क पहल पर रा य यव था वारा व भ न दश क ससद वारा कए गए सबस यादा सधार का काम इगल ड म

हआ ऐस उपाय म स पहला था इगल ड म राबट पील वारा ससद म पास कया गया

ह थ ए ड मारटज ए ट (1802) यह ए ट कवल बड़ी फ ट रय पर लाग होता था और कवल एपरि टस पर इस ए ट म यह कहा गया क नौ साल स कम उ क ब च बतौर एपरि टस नह लगाए जा सकत फ मा लक पर इन ब च स बारह घ ट स यादा या फर रात म काम करवान पर रोक लगा द गई

1802 क ए ट म कई खा मया थी एक तो यह कवल बड़ी फ य पर लाग होता था और वहा भी कवल उन फि य पर जो क एपर टस को इ तमाल करती थी बह नर बाल मजदर को इस ए ट स कोई सर ा नह मलती थी सबस म य बात तो यह थी क इस ए ट म नर ण करन का कोई ावधान न था नतीजतन यह ए ट महज कागजी कानन बन कर रह गया

फर 1816 म पील क चयरमनी म एक ससद य कमट का गठन कया गया इस कमट क सलाह पर 1819 का फ नय ण कानन पास कया गया इस कानन म पछल कानन क ावधान को दोहराया गया और कहा गया क सार बाल मजदर को इस कानन क सर ा द जाएगी साथ ह यह नधा रत कया गया क सोलह साल स कम उ क मजदर को बारह घ ट क दन म डढ़ घ ट क खान क छ ी द जायगी च क यह ए ट सार कामकाजी ब च पर लाग होता था इस लए लोग न इसका डट कर वरोध कया वरो धय म एक बड़ा तबका उन मा-बाप का था जो अपन ब च स काम करवात थ

952 समाज सधार और अबधनी त

तमन अबधनी त क बार म पढ़ा होगा यह नी त अठारहवी सद क अ तम दशक म काफ फल चक थी अथशा ी एडम ि मथ िजसका हम पहल िज कर चक ह इसका एक बड़ा समथक था इस नी त क मतावल बय का मानना था क समाज क अथ यव था तब ह

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सफल हो सकती ह जब क सरकार अथ यव था को अपन आप पर छोड द उसम अपनी टाग न अड़ाए

जब उ नीसवी सद म ससद य य न मजदर क सधार क लए होन लग तो सधार-वरोधी उ योगप तय न अबधनी त क दहाई दत ह ए यह गहार लगाई क अगर रा य फ स टम को सधारन व नय त करन क को शश करगा तो सार अथ यव था ह ठ प हो जाएगी दरअसल बड़-बड़ दाश नक वचार क आड़ म य वरोधी कवल इतना कह रह थ क उ ह मजदर -ब च म हलाओ और प ष का खन चसन स नह रोका जाना चा हए भल ह ऐसा करत ह ए व समाज क इतनी दग त य न कर द िजसस क समाज का साधारण चाल-चलन ह ठ प हो जाए ऐस वरो धय को उनक खद क बवकफ स बचाना ज र था

953 सधारक य न जार रह

1820 क दशक म पावर लम और भाप क इजन म काफ यादा या क सधार आए इसका नतीजा यह हआ क इस दशक म धीर-धीर फ स टम सार कपड़ा उ योग और ख नज उ पादन पर छा गया फि या भी कवल कछ शहर इलाक म कि त होन लगी लकाशायर का कपड़ा उ योग इसका अ छा उदाहरण ह यहा कोई 25 वग मील क म इतनी यादा कपड़ा मल थी क इ ल ड का 80 तशत स यादा कपड़ा बनाया जाता था िजतना फ ट रय का जमाव बढ़ा उतना ह उनक दगण कट ह ए इसम सधार लान क ससद य यास भी उतन ह जोर स कए जान लग

954 सड़लर क यास

माइकल सड़लर न 1831 म टन-आवर बल इ ल ड क ससद म पश कया इस बल म यह ावधान था क कसी भी मजदर स दस घट (टन-आवर) स यादा काम नह लया जा सकगा यह बल ससद म पास नह हो सका

पर इन दन इ ल ड म व ट इ डीज क दास था को लकर काफ गहमा-गहमी चल रह थी इसक रहत अखबार और प काओ म फ टर मजदर क तलना व ट-इ डीज क नी ो दास स क जान लगी धीर-धीर यह मत फलन लगा क मजदर क ि थ त म सधार क लए कछ ठोस कदम उठाए जान चा हए इसक फल व प जब 1833 म लाड एशल न ससद म अपना ताव रखा तो वह कछ ससद य छ ना-झपट क बाद पा रत हो गया

955 एशल का कानन

लाड एशल क कानन (1833) को सार कपड़ा बनन क फि य पर लाग कया गया इसक अनसार नौ साल स कम उ क ब च को फ म काम करवान पर पाबद लगा द गई तरह साल स कम उ क मजदर स दन म नौ घ ट और स ताह म 40 घ ट स यादा काम करवाना तब धत कया गया उ ह रोज डढ़ घ ट क खान क छ ी दना ज र

रखा गया यह कहा गया क अठारह साल स कम उ क मजदर स दन म 12 घट और स ताह म 69 घट स यादा काम नह करवाया जा सकता ldquoरातrdquo क काम को ठ क तरह स

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प रभा षत कया गया साढ़ आठ बज शाम स लकर साढ़ पाच बज सबह तक क समय को ldquoरातrdquo करार दया गया और इस पार म कवल अ ारह साल स यादा उ क मजदर क योग क अनम त द गई फ म काम करन वाल हर ब च का रोज दो घट कल जाना नि चत कया गया नर क क एक बड़ी टोल नय त क गई जो फ मा लक पर नगरानी रख सक और जो मा लक कानन क अवहलना करत ह ए पकड़ जाए उन क सर बड़ी सजा का ावधान रखा गया

इस कानन म दो म य खा मया थी एक तो यह कवल कपड़ा उ योग पर ह लाग कया गया जब क अ य उ योग म भी मजदर क हालत काफ खराब थी दसर यह कवल ब च को अपन दायर म लता था जब क ि य और प ष को भी काननी सर ा क आव यकता थी

96 समाज और सामािजक प रवतन बहरहाल इस कानन स कछ बात साफ जा हर होती थी सबस पहल बात तो यह क

हाला क समाज म अब भी अबधनी त का बोलबाला था अब सरकार क समझ म यह आन लगा क समाज क कछ अश ऐस होत ह जहा क सधार लान क लए सरकार ह त प ज र होता ह दसर बात यह क अब साधारण तौर पर यह माना जान लगा क समाज म औ यो गक उ पादन क इकाई प रवार नह बि क यि त वशष था और उसक सामािजक सर ा और सखा-पढ़ क िज मदार कवल प रवार पर ह नह छोड़ी जा सकती थी समाज को भी आग बढ़कर कछ उपाय करना ज र था

धीर-धीर अ य उ योग को भी फ कानन क तहत लाया गया 1842 म लाड एशल क कानन को कोयला खदान पर लाग कया गया और म हला मजदर को भी सर ा द जान लगी 1878 म इस कानन न सार फि य और वकशाप को अपन दायर म ल लया इस बीच दसर दश म भी फ कानन क या जार थी 1841 म ास म बाल-मजदर कानन लाग कया गया ए शया म भी 1870 तक कई कानन जार कए गए पर उ ह कभी गभीरता स लाग नह कया गया

1848 म सार यरोप म सोश ल ट व ोह ह ए और उ ह काफ आसानी स कचल दया गया इन व ोह म मजदर न बढ़ कर ह सा लया था कचल जान क बाद इन व ोह क बह त सार नता मजदर नता बन गए और फ मा लक स मजदर क भलाई क लए माग करन लग इस समय क बाद स फ मजदर क सगठन बनना श हो गए और कमशाला क हालात म सधार क लए य सगठन अपन अपन उ योग और सरकार पर जोर हालन लग ऐसा इ ह न कस तरह कया तम अ य इकाइय म पढ़ोग

97 साराश इस इकाई म तमन जाना क फ स टम अठारहवी सद म श हआ इसन

औ यो गक उ पादन म एक नए कम व यास को ज म दया फि या चलान क लए एक नए क म क अनशासन क ज रत थी जो क पहल कभी ससार म दखन को नह मला था लगातार अनशासन था पत रखन क लए फ क मय क उपर एक नए मनजमट तबक का

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ज म हआ फोरमन और सपरवाईजर य लोग लबर अ र टो स (Labour aristocrates) कहलाए इनक रहत उ योग म उ योग क मल कयत और उसक मनजमट म भद कया जान लगा मजदर क शहर म रहन स कई बराइया पनपी उ ह दर करन क लए उ नीसवी सद क म य तक अ भजा य वग स कछ समाज सधारक उबर कर सामन आए पर मजदर क सगठन अभी ठ क तरह स नह पनप पाए थ व 1848 क यरोपीय व ोह क बाद उबर

98 अ यासाथ न (I) अश पर छोट सवाल

कछ श द म जवाब द िजए (क) या फ स टम और औ यो गक ा त म स कोई एक बगर दसर क पनप

सकता था (ख) फ स टम क मख व श टता या थी (ग) या पन बनान क फ वा तव म एडम ि मथ क वणन क अनसार होती ह (घ) या फ स टम अन तक था (च) अबधनी त फ मा लक को य पसद थी (छ) इस इकाई म िजन फ सधारक का िज ह उसक अलावा दो और सधारक क

नाम बताइय (II) सार इकाई पर सवाल

दो सौ स तीन सौ श द म जवाब द (क) फ स टम इ ल ड म कस तरह पनपा (ख) फ स टम न कस तरह था पत आ थक और सामािजक स थाओ पर हार

कया (ग) फ स टम क कारण समाज म कस तरह क प रवतन आए (घ) फ स टम म सधार लान क य न क ववचना कर

99 ास गक पठनीय थ ईज हो सबाम - ाम इड ट ए पायर प गइन ईज हो सबाम - एज आफ रवो यशन प गइन ईपी टाम सन - म कग आफ द इग लश व कग लास (सभी कताब अ जी म ह बाजार म आसानी स मल जाती ह)

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Page 17: एमassets.vmou.ac.in/MAHI01-2.pdf ·  · 2014-04-056.7 इंगलैड ... अलबट[थेयर(Albert Thaer) ने1798 (Introduction to the knowledge of English Agriculture)

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को शश क जलाई 1708 ई0 तक चलता रहा 1709 व 1710 ई0 म इस दश म यदा कदा व ोह होत रह ल कन पीटर न इन व ोह को दबा दया 1714 ई0 क एक आदश वारा उसन भ म पर साम त क अ धकार को वशोगत बना दया भखमर क कारण भ म

छोड़ कर भागन वाल कषक को ढढ कर लान व उ ह सजा दन का ब ध कया गया इस कार स म अठारहवी सद म साम त को और अ धकार दय गय य य प कथ रन महान को एक ब नरकश शासक माना जाता ह ल कन उसन

कषक दास क भलाई क लय कछ नह कया 1765 ई0 म साम त को अ धकार दय गय क व कषक को सजा द सक उनम असतोष क वाला फर स भड़क उठ

77 स म 1773-1775 का कषक व ोह सरकार वारा साम त क ि थ त ढ़ करन और कषक पर उनक अ धप तय क बढ़त

ह ए अ याचार क कारण दोन वग म कटता और बढ़ गई सी सा ा य क पव भाग म कषक क अ त र त खान व लोह क कारखान म काम करन वाल मक भी अपनी दशा स असत ट थ इस म गर सी जा तया तातार मोर डो वयन चवा श (बईनऔम) और बश कर क कसान भी भ म छन जान क कारण सरकार क व हो गय थ गर ब कोसक (Cossack) म भी असतोष बढ़ रहा था

मई 1773 ई0 म डान दश का रहन वाला थम लयन पगाचोव नामक एक कोसक जो कई बार जल म सजा भगत चका था कारागह स भाग नकला उसन वय को स का स ाट घो षत कया तथा पीटर ततीय क उपा ध धारण क कोसक व भ म छोड़ कर भाग ह ए कषक न उसका साथ दया आर भ स ह पगाचोव न कषक को अ याचार का मकाबला करन क लय उकसाया तथा उनक दशा सधारन क लय य न करन का वचन दया शी ह उसका साथ यराल क मक न दया उ ह न अपन कारखान स बदक व ो हय को द तथा काफ मा ा म कारखान क बाहर ब दक बनाई दस बर 1773 तक ओरनबग पम और स ब क क दश म भी यह व ोह फल गया तथा गर सी जा तय क सद य भी इसम सि म लत हो गय मक तथा गर- सय का कसान का साथ दन स ि थ त ग भीर हो गई माच 1774 म ला त चवो (Tatishchevo) क कल पर शाह सना न पन अ धकार कर लया इसी समय उफा म भी व ो हय क हार ह ई पगाचव यराल क पहाड़ म चला गया ल कन यहा पर भी वह परािजत हआ अब वह वो गा क नकट क दश क ओर मड़ा वहा पर उस कषक व गर सय का समथन मलन क आशा थी जन 1774 म उसन कजान क शहर को जीत लया एक बार फर हार कर पगाचव न वो गा नद को पार करक डान दश म पह चन क को शश क इस बीच सना उसका बराबर पीछा कर रह थी पगाचव को गर तार कया गया तथा जनवर 1775 म उस तथा उसक कछ सा थय को फासी द गई उसक गर तार क थोड़ समय बाद व ोह शा त हो गया

पगाचव क हार क न ना कत कारण थ - (1) व ोह म भाग लन वाल व भ न त व म वह एकता कायम नह रख सका

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(2) व ो हय क द त अनक थान पर तनात कर दय गय थ अतएव व सग ठत होकर नह लड़ सक

(3) उनक पास श क कमी थी (4) शाह सना क शि त उनस कह अ धक थी (5) उसम सगठन क मता का अभाव था (6) उसन अपन अनया यय क सामन उनक दशा सधारन क लय एक काय म क

प ट परखा नह बनाई थी प रणाम 1773-1775 ई0 क व ोह क प रणाम कषक क लय हतकार स नह

ह ए कथ रन वतीय न 1775 ई0 म एक अ यादश वारा ा त का पनगठन कया यह नई यव था पहल क अप ा अ धक क कत व नरकश बनी सी सा ा य क सीमावत ात जहा पर गर सी काफ स या म रहत थ सभी कार क वाय ता क अ धकार को

समा त कया गया 1785 ई0 म साम त को एक चाटर (Charter) दान कया गया इसम उन सब अ धकार क पि ट क गई िजनका क उस समय व योग करत थ उ ह अपन सगठन बनान का अ धकार भी दया गया इन सगठन पर गवनर को नर ण क अ धकार दय गय

अठारहवी सद म स म कषक न बार बार व ोह कय इसका म य कारण स क जार क कषक वरोधी नी त थी उ ह न समय पर साम त क शि त ढ़ करन तथा कषक क दमन करन क लय कानन बनाय आम तौर पर अठारहवी सद म स क कषक व ोह उसक पव भाग म ह ए जहा लोह क खान व कारखान म मक काम करत थ तथा गर सी जा तया नवास करती थी अतएव अ धकाश कषक व ोह म उपय त त व न भी भाग लया य व ोह सग ठत न होन क कारण असफल रह वा तव म व सी सा ा य क शि त क आग सफल भी नह हो सकत थ

स म कषक क शोचनीय दशा उ नीसवी सद क ार भक छ दशक तक बनी रह 1861 म स ाट एलकजडर वतीय न स म एक अ ध नयम वारा कषक दास क था को समा त करन क घोषणा क य य प यह अ ध नयम अपन उ य म पण प स सफल नह हआ क त फर भी यह कसान को साम त क अ याय स बचान क दशा म एक मह वपण कदम था

78 यरोप क अ य दश क ि थ त अठारहवी सद म पन पतगाल व इटल म कषक क दशा म वशष प रवतन नह

हआ य य प व साम त क अ याय स पी ड़त रह क त उ ह न साम त था क अ त क लय कोई आ दोलन नह कया बा कन दश म इसी कार क दशा थी उस समय वहा पर तक का रा य था तथा व पराधीनता का जीवन यतीत कर रह थ इन सभी दश म क ष अ य त पछड़ी ह ई दशा म थी तथा वहा क कषक आ दोलन करन क ि थ त म नह थ हाल ड डनमाक व वडन जो क इ लड क नकट थ म भी इ लड क तरह बाड़ब द क

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गई तथा वहा पर नवीन क ष प तय का अनसरण कया गया इसस वहा क कसान क दशा कछ हद तक सधर इन दश म भी अठारहवी शता द म कोई आ दोलन नह हआ

79 साराश चौदहवी सद तक इ लड म साम तवाद का बोलबाला था तथा कषक क दशा शोचनीय

थी ल कन सोलहवी सद तक इ लड म कषक दास क था समा त हो गई यरोप क सभी दश म कषक दास क था अठारहवी सद क आर भ तक बनी रह प हवी सद म जमनी ास व पन तथा स हवी सद म ास म असफल व ोह ह ए

अठारहवी शता द म इ लड म क ष क म नवीन प त का वकास हआ तथा बाड़ब द क गई ल कन हाल ड ास व ए शया क कछ भाग को छोड़ कर शष यरोप म खती ाचीन तर क स ह होती रह साम त क अ याय भी यथावत बन रह

ासीसी ा त क आर भ होन क बाद कषक न साम त क नवास थान पर आ मण करक अपनी दासता क सा य को न ट कया 1789 ई0 म रा य सरकार न सामतो स मि त दलान क लय दो कानन पास कय 1792 व 1793 ई0 म भी इस दशा म य न कय गय

आि या - हगर सा ा य क बोह मया दश म 1768 स 1775 तक बार बार कसान क व ोह ह ए य य प वहा क स ाट जोजफ न कषक को कछ रयायत द ल कन वशषा धकार ा त वग क वरोध क कारण उसक आदश को लाग नह कया जा सका

स क शासक न साम त का समथन ा त करन क लय समय समय पर उ ह अ धकार दान कय तथा कषक का दमन कया 1705 ई0 स लकर 1775 ई0 तक स म कषक क अनक व ोह ह ए इनम स पगाचव क नत व म 1773-75 का व ोह सबस भयकर था य व ोह स क पव भाग म ह ए इन व ोह म खान व कारखान म काम करन वाल मक तथा गर सी जा तय न भाग लया असग ठत होन तथा व ोह म भाग लन वाल त व म एकता क अभाव म य सब व ोह असफल रह इन व ोह क बाद भी स क शासक न दमन क या जार रखी

य य प यरोप क अ य दश म कषक क -ि थ त खराब थी ल कन तहा पर कोई आ दोलन नह ह ए

710 बोध न 1 अठारहवी सद क आर भ म कषक क दशा का वणन क िजए इस शता द म

आि या - हगर म ह ए कषक आ दोलन का व ोह का ववचन क िजए 2 अठारहवी सद म कषक क त स क शासक क ि टकोण का व लषण

क िजए इस सद म स म ह ए कषक व ोह का स त वणन करत ह ए कषक व ोह का स त वणन करत ह ए उनक असफलता क कारण क ववचना क िजए

3 न न ल खत वा य को पढ़ कर उनक स मख सह () या गलत () का नशान लगाईय

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(1) ासीसी ा त क आर भ होन क बाद कषक न साम त क नवास थान पर आ मण करक उन द तावज को न ट कया जो उनक दासता क सा य थ

(2) आि या का स ाट जोजफ साम तवाद क अ धकार को समा त करन म सफल रहा

(3) अठारहवी शता द म स म कषक क अनक व ोह ह ए (4) अठारहवी सद म स क अ धकाश कषक व ोह क बाद वहा क सरकार न

उनक ि थ त म सधार कया

711 सदभ थ 1 पाथसारथी ग ता (स पादक) यरोप का इ तहास वतीय स करण 1987 नई

दहल 2 Peter Gay and RK Webb Modern Europe Harper and Row

New York 1973 3 History of the USSR Part I (English Translation) ndash From the

Earliest Times to the Great October Socialist Revolution Progress Publishers Moscow 1977

4 Chapter VI and VII Written by MP Vyatkin and AG Mankow on Early Eighteenth Century and Second Half of the Eighteenth Century Robert Briggs ndash Early Modern Europe 1560-1718 Oxford University Press 1977

5 Edward Eyre (Director) ndash European Civilization ndash Volume V Oxford University Press London 1977

6 Montague Fordham ndash The European Peasantry 1600-1914 7 RR Enfield European Agriculture since 1750

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इकाई-8 नगर व शहर का वकास एव म नगर करण

इकाई क परखा 80 उ य 81 तावना 82 ाचीन काल क नगर क आबाद व बनावट 83 नगर क आबाद म व व उसक आकड़ 84 जनस या म व क कारण 85 ाम स नगर क ओर पलायन 86 नय नगर का व प 87 प रणाम 88 साराश 89 बोध न 810 सदभ थ

80 उ य इस इकाई क अ ययन स आप समझ पायग क यरोप म नगर व शहर का वकास

कस हआ नगर करण क इस या स ामीण जीवन कस भा वत हआ तथा नगर करण क या प रणाम ह य

81 तावना ाचीन काल क नगर एव नाग रक वारा अ धकार क ाि त हत कय गय य न

रोम व यनान क स यता क इ तहास म अनक नगर रा य का उ लख मलता ह इटल व यनान क ऐस नगर क अ त र त रोमन सा ा य क व भ न भाग म भी नगर क अि त व क बार म जानकार मलती ह उस काल म ऐस नगर कसी राजा अथवा साम त क गढ़ क चार ओर बसाय जात थ य नगर ाम स कछ बड़ होत थ तथा इनक आबाद भी गाव स अ धक होती थी अपन अ धप त क त नगर क नवा सय को लगभग उ ह दा य व का पालन करना पड़ता था जो क गाव म कषक दास (Serf) करत थ धम य और रा य रा य क उदय क कारण सामत क शि त ीण होन लगी इस काल म वा ण यवाद का उदय व व तार भी हआ नाग रक न साम त को बा य कया क वह यक प रवार स कर वसल न करक सम त नाग रक स साम हक प स कर वसल कर उ ह न अपन-अपन नगर क बाजार का ब ध भी अपन हाथ म ल लया अपन अ धप त क अदालत म ववाद का नपटारा करान क थान पर व अपनी बनाई गई अदालत म मकदम क सनवाई और फसल करन लग ऐस सब अ धकार क स ब ध म उ ह न राजा अथवा साम त स चाटर (Charter) ा त कय इ ल ड म यापा रय क सगठन न साम त को वपल धनरा श अदा कर य अ धकार ह तगत कय ास व नीदरल ड म नाग रक क सगठन को क यन

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(Commune) कहत थ इन क यन न अपन साम त क व सफलतापवक व ोह कय जमनी म अनक नगर न मलकर ऐस अ धकार लय तथा साम हक सर ा क लय ब ध भी कय इस समय म कछ भावशाल पाद रय ( बशप) न भी कछ नगर बसाय इ ह बसात समय उ ह न नाग रक को उनक अ धकार क स ब ध म चाटर दान कय

82 ाचीन काल क नगर क आबाद व बनावट हज क अनसार चौदहवी सद क अ त म यरोप क अ धकाश नगर क आबाद अ धक

नह होती थी पाच हजार क आबाद वाला नगर बड़ा माना जाता था इसस भी अ धक आबाद वाल नगर थ ल कन उनक स या अ धक नह थी यहा तक क लदन प रस स वल व नस यबक रोम आ द जस बह त बड़ नगर क आबाद एक लाख स कम थी यरो पयन दश क अ धकाश जनस या नगर क अप ा ाम म अ धक थी

उस समय क नगर क नवासी यापार क साथ बागवानी व छोट पमान पर क ष करक अपना जीवन यापन करत थ आम तौर पर एक नगर क चार ओर मजबत ाचीर होती थी और अनम त प क वारा ह एक नगर क व भ न दरवाज स शहर म वश मलता था नगर क चारद वार क अ दर व भ न कार क मकान होत थ जो एक दसर स सट ह ए होत थ इसम चच टाउन हाल व यापा रक तथा कार गर क सगठन क इमारत भ य होती थी सड़क चौड़ी नह थी ग लया इतनी सकड़ी होती थी क उनम स घोड़ा गाड़ी आ द क ठनता स गजरत थ ग लय व बाजार म पानी क नकास क लय ना लय का ब ध नह होता था यक नगर म एक थानीय स था होती थी रात म नगर क दरवाज ब द कर लय जात थ शा त व स यव था बनाय रखन क लय प लस नय त क जाती थी ल कन उनक स या बह त कम होती थी

83 नगर क आबाद म व व उसक आकड़ चौदहवी सद स इन नगर क आबाद बढ़न लगी समय क स य साथ अनक कारण

स पहल स था पत नगर क आबाद बढ़ती गई यहा तक अनक थान म मन य नगर क चारद वार क बाहर भी बस गए प हवी सद क बाद क यग म यरोप म कई अनक नय नगर बस तथा कछ परान नगर क सम न ट हो गई ल कन फर भी 1830 म यरोप म नगर क अप ा ामीण म मन य अ धक स या म नवास करत थ इटल व ास स उसक कल जनस या क साठ तशत ए शया म स तर तशत पन म न ब तशत और स तथा पव दश म पचानव तशत आबाद गाव म रहती थी य - य इन दश म

औ यो गक वकास क ग त म तजी आती गई य - य गाव स मन य अ धका धक स या म शहर म आन लग

म य यग क अ त व आध नक यग म नगर क वकास क अनक कारण ह इनम सबस मख कारण यरोप क सभी दश म जनस या क लगातार व होना ह ोफसर कार साडस न 1300 व 1600 ई0 म यरोप क व भ न दश क जनस या क न ना कत आकड़

तत कय ह

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-स दश का नाम जनस या 1300 ई0 1600 ई0 1 इगल ड चाल स लाख पसठ लाख 2 ास 1 करोड़ 40 लाख 1 करोड़ साठ लाख 3 पन व पतगाल साठ लाख 1 करोड़ 4 जमनी (नीदरलड क साथ) 1 करोड़ 50 लाख 2 करोड़ तीस लाख 5 डनमाक दस लाख छ लाख 6 वडन छ लाख - 7 नाव तीन लाख - 8 इटल 1 करोड़ यारह लाख 1 करोड़ तीस लाख

इसस प ट ह क चौदहवी स स हवी सद म अनक दश क जनस या म व ह ई स हवी सद क बाद जनस या क व क दर और बढ़ गई य - य व भ न दश म औ यो गक वकास क ग त बढ़ य - य जनस या क व क दर भी बढ़

चौदहवी सद स यरोप म जनस या क बढ़न क कारण का स त म व लषण करना आव यक ह य क नगर करण म व स इसका घ न ठ स ब ध ह

84 जनस या म व क कारण 1 पर परागत धारणाओ का अत कार साडस क अनसार म य यग म ईसाई समाज

म शर र क प व ता (Celebeoy) को एक न तक कत य माना जाता था य क मन य क जीवन म न तकता का अ य त मह व था ल कन अनक ईसाई सत न खल बसी (Celebacy) पर जोर दत ह ए भी यह माना था क अ धकाश ि य व प ष को शाद कर लनी चा हए फर भी कछ मन य अ ववा हत ह रहत थ पनजागरण क समय स यह धारणा कमजोर पड़ती गई

2 भयकर रोग क कोप म कमी ाचीन काल स ह लग व हजा भयकर रोग स यरोप क दश म बड़ी स या म मन य म य क ास बन जात थ अतएव म य दर अ धक थी अनक शश भी बा याव था म मर जात थ ल कन प हवी शता द स औष ध व ान म नर तर ग त होती गई फल व प लग व हजा आ द का कोप बह त कम हो गया शश भी अ धक स या म जीन लग इसस ज म दर बढ़ती गई म य दर क कम होन तथा ज म दर क बढ़न स आबाद म व ह ई

3 द भ का अ त लगभग स हवी शता द तक वषा क अभाव म फसल खराब हो जाती थी तथा द भ क कोप स काफ मन य मर जात थ क ष क ldquoनवीन प तrdquo क योग स अ न का उ पादन बढ़ता चला गया फल व प अकाल का कोप समा त हो गया

4 यापार म उ न त वा ण यवाद क उदय व व तार स अ तदशीय व वदशी यापार म व ह ई यापा रक काय क लय अ धक यि तय क आव यकता पड़न लगी अब वा ण यवाद क समथक क साथ रा य क सरकार भी

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जनस या म व चाहन लगी वा ण यवाद क वशष - व लयम टपल डवीनट आ द न रा य को इस ओर कदम उठान क लय रत कया अनक रा य न ववा हत यि त को कर म छट द तथा अ ववा हत यि त पर अ त र त कर लगाय कह -कह पर बड़ प रवार वाल यि त को रा य क तरफ स आ थक सहायता भी द जान लगी

5 क ष उ पादन म व ाचीन व म य यग म यरोप म एक नगर क सम उसक आस-पास क म अनाज क उ पादन पर नभर रहती थी यातायात क क ठनाईय क कारण दसर थान स अनाज नह लाया जा सकता था एक ओर तो क ष उ पादन म व न अकाल को लगभग समा त कर दया तो दसर ओर यातायात क साधन न यह सभव कर दया क दर-दर स अनाज मगाया जा सक अतएव अब नगर अपन आस-पास क क अनाज क उ पादन पर नभर नह रहा वह अपनी बढ़ती ह ई जनस या क लय अनाज का ब ध कर सकता था

6 स नक आव यकताए यरोप क व भ न दश पार प रक सघष म लग रहत थ इ ल ड क पहल ास और बाद म हाल ड क साथ त पधा व तीस वष य य (1618-1648) इसक उदाहरण ह ास क लई चौदहव (1643-1715) न ास को य म उलझाय रखा स क पीटर महान न व तारवाद नी त अपनाई इन य क लय स नक क आव यकता बनी रहती थी अत सब दश यह चाहत थ क उनक जनस या म व हो ता क उ ह अ धक स नक मल सक

7 औ यो गक वकास इ ल ड म औ यो गक वकास क फल व प जनस या म व ह ई अठारहवी शता द क उ तराध और उ नीसवी सद म यरोप क अ य दश म यह या आर भ हो गई तथा उनक जनस या भी बढ़ती गई अठारहवी सद क म य व उ नीसवी सद क अ त तक यरोप क जनस या म तीन गनी व ह ई

85 ाम स नगर क ओर पलायन नगर करण क एक वशषता गाव स शहर क ओर मन य का पलायन था इ ल ड

म इस कार का पलायन वा ण य क वकास स आर भ हआ क ष क उ न त तथा औ यो गक ा त क समय इसम व ह ई अ य दश म भी यापार क ष व उ योग क वकास क समय इस कार क व त दखन को मलती ह म य यग व आध नक यग क आर भ तक यरोप क यक दश म नगर क आबाद क मकाबल म ामीण क आबाद बह त अ धक थी 1830 इ वी म इटल व ास म कल जनस या का साठ तशत शया म स तर तशत पन म न ब तशत और स तथा पव यरोप क दश म 95 तशत ामीण म रहता था

1851 म इ ल ड म पहल बार ाम क मकाबल म शहर क आबाद अ धक दज क गई इस समय म यरोप म प चीस नगर ऐस थ िजनक आबाद एक लाख क लगभग थी इनम स चार इ ल ड तथा एक काटलड म था इसम लदन क आबाद जो 1800 म एक

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लाख थी 1830 म डढ़ लाख हो गई थी इ ल ड को छोड़ कर शष यरोप म प रस क त त नया सट पीटसबग नप स वयना मा को ब लन एम टडम डि लन ह बग वारसा मलान रोम म ड पलरन व नस लयो बडाप ट मास लज व बास लोना क नगर क आबाद पचास हजार स लकर तीन लाख तक थी

उ नीसवी सद क उ तराध तथा बीसवी सद म नगर क आबाद बढ़ती गई तथा ाम क जनस या म कमी आई इस अव ध म एक ओर नगर क आबाद बढ़ और दसर तरफ काफ स या म भ मह न कषक कशल कार गर व मक गाव स नगर म आय

नगर क आबाद म व तथा वहा गाव स मन य क लगातार आगमन का प रणाम यह हआ क 1914 म इ ल ड म उसक कल जनस या का 80 तशत ास म 45 तशत स कछ अ धक तथा जमनी म 60 तशत यि त शहर म रहत थ इस समय म स पोल ड व डनमाक म लगभग एक तहाई जनता शहर म रहती थी 1850 क बाद बड़ शहर क आबाद म वशष प स तजी क साथ व ह ई पहल प चीस नगर को बड़ा माना जाता था ल कन 1914 म ऐस पचास नगर थ िजनक आबाद एक लाख स अ धक थी

ाम स नगर क ओर मन य क पलायन क लय न ना कत प रि थ तय िज मवार थी

1 कषक दास क मि त म य यग म जमीदार न क ष म होन वाल घाट स बचन क लय यह उ चत समझा क व कषक को हल बल आ द साधन द कर तथा उनस फसल क एक नि चत भाग लकर भ म का त क लय द द इस प त स एक ओर तो जमीदार सभा वत नकसान स बच गय तथा दसर ओर कसान जमीदार क त अ य दा य व स म त हो गय फल व प इ ल ड म धीर-धीर कषक म त हो गय सोलहवी सद तक वहा पर कषक दास (Serfdom) क था लगभग समा त हो गई अब ाम स अनक कसान शहर क ओर चल गय

2 खत क बाड़ बद इ ल ड म तथा कछ समय बाद ास व जमनी क कछ भाग म छोट-छोट खत को मला कर बड़ खत (farms) बनाय गय इसस अनक गर ब कसान भ मह न हो गय तथा रोजगार क तलाश म नगर म आय

3 अ तरा य यापार का वकास वाल बक व टलर क अनसार प हवी सद म इ ल ड एक मह वह न यापा रक रा था ल कन सोलहवी सद म इगल ड का यापार बढ़न लगा इसी समय म पि चमी यरोप क कछ दश का यापार भी बढ़ा अ तरा य यापार क क आ त रक भाग क नगर थ जहा बाहर जान वाला माल इक ा कया जाता था ल कन इनस भी अ धक हलचल उन ब दरगाह पर होती थी जहा स जहाज बाहर जात थ अतएव ऐस थान पर रोजगार क लय गाव स काफ मन य आकर बस

4 औ यो गक वकास इगल ड म औ यौ गक ा त क समय कारखान को बड़ी मा ा म मजदर क आव यकता ह ई गाव स भ मह न कषक कार गर मक व बकार यि त शहर क कारखान म काम करन आय

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86 नय नगर का व प ाचीन नगर क चार द वार क बाहर भी मन य मकान बना कर रहन लग धीर-धीर

अनक नगर म सर ा क य ाचीर तोड़ द गई औ यो गक वकास क ग त म तजी क फल व प िजन नगर क आबाद बढ़ रह थी

व नगर आस पास क दहात तक फल गय यहा तक क ऐस दहाती नगर क समह बन गय ऐस थान म नगर तथा ाम क म य का अ तर लगभग समा त हो गया इस कार का प रवतन इगल ड तथा जमनी औ यो गक दश म प ट प स दखा जा सकता

था कछ थान पर गाव न नगर का प धारण कर लया य क इन थान पर यापार

अथवा उ योग क क खल गय थ इगल ड म इस कार क या का भाव सबस अ धक हआ

इगल ड म राजधानी क अ त र त अ य थान पर भी नगर का वकास हआ ल कन यरोप म रा य क राजधा नय क आबाद ह वशष प स बढ़

87 प रणाम 1 म यम वग का उदय नगर करण क व तार क यग का सबस मह वपण प रणाम

इन नगर म म यम वग का उदय था लगर न लखा ह क नाग रक जीवन स नवो दत म यम वग का सबस घ न ठ स ब ध था यह कहना क ठन ह क इस बज य (Burgeoise) वग म कस कार क यि त सि म लत थ कवल यह कहा जा सकता ह क आम तौर पर म यम वग क सद य गर क ष काय तथा कशल कार गर क काय क अ त र त अ य काय स ा त आमदनी स अपनी जी वका चलात थ उनक पास न तो क ष क लय काफ भ म होती थी और न ह व मक बन कर कमा सकत थ

मा यम वग को भी उ च व न न णी म वभािजत कया जा सकता ह उ च वग म बड़ यापार उ योगप त बकर धनी नवषक और अ छ आय वाल यवसाय म काम करन वाल यि त थ न न म यम वग क सद य उ च वग तथा म यम वग क उ च णी क यि तय क आव यकताओ को पर करत थ इनम दकानदार कशल कार गर बक सरकार द तर औ यो गक व यापा रक त ठान म काम करत थ वक ल कलाकार व ब जी वय को भी इसम सि म लत कया जा सकता ह

इस म यम वग न यरोप क यक दश क राजनी त म मह वपण भ मका अदा क य य प उ च म यम वग क सद य सतोष पण जीवन यतीत करत थ ल कन न न म यम वग को आ थक क ठनाइय का सामना करना पड़ता था

2 मक का दखमय जीवन यरोप क नगर क औ यो गक त ठान तथा क ष फाम म एक बड़ी स या म मक को नौकर द गई फ ट रय म काम करन वाल मजदर क दशा अ य त शोचनीय थी उनक रहन क उ चत यव था नह क गई थी व तग ग लय और बना हवादार मकान म रहत थ इसस उनक तथा उनक प रवार क सद य पर बरा असर पड़ता था शहर म काम करन वाल अ य अकशल मक क दशा भी खराब थी

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3 नगर का बतरतीब वकास लगभग यरोप क सभी नगर का वकास बना कसी योजना क हआ पहल स ह नगर म तग ग लया व कम चौड़ी सड़क थी अब य बढ़ती ह ई आबाद क लए क ठनईय पदा करन लगी शहर क चारद वार क बाहर भी मकान का नमाण बतरतीब ढग स हआ थानीय स थाए उन पर कोई नय ण नह रख सक

4 वा य पर बरा असर यह पहल बताया जा चका ह क म यकाल क आर भ क नगर म पानी क नकास क सम चत यव था नह थी तथा शहर म गदगी रहती थी इसस नाग रक क वा य पर बरा असर पड़ता था परान नगर क वकास तथा नय नगर क थापना क समय इस सम या पर यान नह दया गया समय क साथ साथ यह सम या

ग भीर होती चल गई अनक ग द बि तया (Slums) बनी फल व प मन य व भ न बीमा रय स त होन लग

5 अपराध क स या म व शहर बरोजगार क स या धीर धीर बढ़ती गई इसन शहर म रहन वाल मन य म अपराध क व त को ज म दया अथवा उसको उकसाया

6 मान सक तनाव ाम क अप ा शहर का जीवन अ धक तनाव पण होता ह एक नाग रक अपनी ज रत को पर करन म वय को असमथ पाता ह और मान सक तनाव का शकार हो जाता ह

ल कन शहर क उ थान व वकास क अनक लाभ भी थ 1 ब जीवी वग का वकास ाम क अप ा शहर म रहन वाल ब जी वय क

स या अ धक थी य ब जीवी आपस म मलत भी रहत थ फल व प नगर म सा ह य व कला का वकास हआ

2 व ा नक ग त यरोप क नगर म व ा नक अनसधान क क खोल गय इसम अनसधान क स वधाए उपल ध कराई गई इसस व ा नक म ग त ह ई

3 सामािजक आ थक व राजनी तक प रवतन क क यरोप क सभी नगर सामािजक राजन तक व आ थक ा त क क बन गय वहा पर इन म काफ हलचल होती रहती थी तथा व मल कर कसी भी अ याय का वरोध करन क लय शी सग ठत हो जात थ

शहर और ाम क स यता म अ तर अभी तक व यमान ह गाव क नवासी शा तपण जीवन यतीत करत ह ल कन शहर क नवा सय का जीवन बा य आडबर व तड़क भड़क स प रपण होता ह अतएव शहर म रहन वाला सदव कसी न कसी कार क तनाव स त रहता ह शहर क कोलाहल पण जीवन म उस शा त नह मलती ल कन वह इस जीवन का अ य त हो जाता ह

88 साराश इस इकाई म आपन यरोप क ाचीन काल क नगर क ि थ त का अ ययन कया

तथा यापा रक सगठन व क यन वारा साम त स अ धकार प (ब तजमत) ा त करन क बार म जानकार ा त क उस समय क नगर क आबाद व बनावट क स ब ध म यह मालम हआ क व बतरतीब बन थ तथा उनक आबाद पाच हजार स एक लाख तक थी

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यरोप क कल जनस या म स अ धकाश ाम म ह रहती थी ल कन 1300 स 1600 ई0 क म य शहर क आबाद बढ़ इसका म य कारण सभी थान पर जनस या म व थी इसक साथ यह भी जाना क इसक या कारण थ ाम स नगर क ओर काफ स या म यि तय क पलायन स नगर क जनस या बढ़ 1851 क बाद व भ न नगर क आबाद क आकड़ स ात होता ह क उस समय एक लाख स अ धक आबाद वाल शहर क स या 25 थी नय नगर क व प क अ ययन स ात हआ क इ ल ड व शष यरोप क नगर क ि थ त व वकास म अ तर था नाग रक जीवन क लाभ और हा नय क बार म अ ययन करन स यह मालम होता ह क ामवा सय क अप ा शहर जीवन अ धक तनावपण होता ह

89 बोध न 1 ाम स नगर क ओर पलायन क या कारण थ 2 यरोप क नगर म मन य को कन क ठनाइय का सामना करना पड़ा 3 यरोप क जनस या म व क कारण का व लषण द िजए चौदहवी सद स

यरोप क दश म इसन नगर करण को कस कार स भा वत कया

810 सदभ थ 1 Chapter by RR Enfield in the book lsquoEuropean Civilization ndash Its

origin and Developmentrsquo Volume V under the direction of Edward Eyre Oxford University Press London 1937

2 Chapter by RM Hartwell in the book lsquo The Cambridge Modern History Volume IX (1793-1830) edited by CW Cramley Cambridge University Press London 1965

3 Brison D Gooch Europe in the Nineteenth Century the Macmillan Company London 1970

4 David Ogg Europe in the Seventeenth Century Hindi edition Jaipur 1967

5 Carlton JH Hayes Modern Europe to 1870 The Macmillan Company New York Sixth Print 1960

6 Langer Eadie Geanakoplos Hexter Pipes Western Civilization Volume II Harper and Row New York Second Edition 1975

7 Wallbank and Taylor Civilization ndash Past and Present Volume II Third Edition 1975

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इकाई-9 कारखाना और मजीवी वग

इकाई क परखा 90 उ य 91 फ टर स टम

911 फ टर या ह 912 फ टर स टम कस श हआ 913 एक का प नक फ का काय व यास

92 फ स टम एवम औ यो गक ा त 93 फ स टम का सामािजक असर 94 बराइया 95 बराइय को दर करन क यास एवम समाधान

951 ससद य यास 952 समाज सधार और अबधनी त 953 सधारक य न जार रह 954 सडलर क य न 955 एशल का कानन

96 समाज और सामािजक प रवतन 97 साराश 98 अ यासाथ न

981 अश पर छोट सवाल 982 सार इकाई पर सवाल

99 ास गक पठनीय थ

90 उ य लगभग 1750 स लकर 1850 तक क काल को पि चम यरोप म औ यो गक ा त

का काल माना जाता ह अ य इकाइय म तमन औ यो गक ा त क बार म व तार स पढ़ा होगा अ य बात क अलावा औ यो गक ा त का सबध उ पादन क लए एक नए सामािजक व यास को नाम दया गया ldquoफ स टमrdquo फ स टम म काम करन क लए समाज म एक नए मजीवी वग का ज म हआ इस इकाई म हम फ स टम और इसम काम करन वाल मजीवी वग क बार म जानग

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91 फ स टम 911 फ या ह

औ यो गक ा त स श आत क भी पहल क बात ह कसी तजारत करन वाल कपनी क नमाइद को ldquoफ टरrdquo बलाया जाता था उसक द तर को फ rdquo फ स कपनी खर द-फरो त करती मसलन हम अ जी ई ट इि डया कपनी को ल जब कपनी स हवी सद म भारत आई तो उसन गजरात तट पर सरत बदरगाह म अपनी पहल मख फ था पत क इस फ म कपनी अपना यापार का सामान रखती और ह द ता नय क

साथ खर द-फरो त करती याल रखन वाल बात यह ह क ई ट इि डया कपनी एक तजारती कपनी थी और उसका उ पादन स चाह वह औ यो गक हो या फर गर औ यो गक कोई सीधा सरोकार न था

जस-जस अठारहवी सद म औ यो गक ा त का व तार हआ वस-वस फ श द का च लत अथ भी बदलता गया अब फ का अथ उस थान स हआ जहा क मशीन क वारा कार गर काफ मा ा म चीज को बनात यह अथ आज तक साधारण बोलचाल क

भाषा म च लत ह सो िजस कारखान म हवाई जहाज बनता ह वह भी फ कहलाता ह और िजसम कपड़ बनत ह वह भी हाला क ldquoफ rdquo कवल चीज बनान वाल कारखान को कहा जाता था फ जसी उ पादन यव था और कम व यास उ योग म भी य त होती थी जस क कोयला खदान

इस इकाई म हम म यतः औ यो गक ा त क पहल चरण पर गौर करग इस चरण (1750-1850) म फ ट रया यादातर सत कातन क कपड़ा बनन क और लोह का काम करन वाल होती थी

912 फ स टम कस श हआ

पजीवाद यव था क श आत क दन म पि चमी यरोप म उ पादन म यतः प टग आउटrdquo स टम पर नभर करता था इस यव था म पजी का मा लक यापार कार गर को क चा माल खर द कर दता कार गर अपन-अपन घर पर अपनी ह मशीन स चीज बनात िज ह क यापार इक ा कर क बाजार म बचता इस यव था म फायदा यह था क यापार दर-दर तक फल कार गर स काम करवा सकता था और उस अपन कार गर क रहन खान क यव था भी नह करनी पड़ती

पर इस यव था म नकसान कई थ एक तो यापार को अपन कार गर तक पह चन म और उनस बना हआ माल लन म काफ समय बबाद करना पड़ता दसर काम क वा लट बरकरार रखना मि कल था तीसर कार गर स समय पर काम करवान म द कत

होती थी इन मि कल स पार पान का एक तर का था वह यह क सार कार गर को एक ह

कारखान म इक ा कर लया जाए पर ऐसा करन पर यापार को कारखान क इमारत बनान

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म पसा लगाना पड़ता मशीन खर दनी पड़ती और फोरमन और सपरवाइजर को नौकर पर लगाना पड़ता अथात यापार का उपरला खच काफ बढ़ जाता

पर जब 1700 ई0 म वीडन क यापार टोफर पोलहम न 100 कार गर वाल एक बतन-भाड क फ टर था पत क तो उसन पाया क उ पादन पर कल खच इतना कम हो जा रहा था क उपरला खच बढ़न क बावजद वह अ छा खासा मनाफा कमा लता

913 एक का प नक फ टर का काय व यास

एडम ि मथ अपनी कताब द व थ ऑफ नश स (1776) म एक साधारण पन बनान वाल फ टर का वणन करता ह जब पन घरल उ योग म बनाए जात थ तो एक या दो यि त ह पन बनान म लगत थ पर फ टर म पन बनान क या को कई ह स म बाट दया गया एक आदमी तार खीचता दसरा उस सीधा करता तीसरा काटता चौथा उसक एक सर को नक ला करता पाचवा उसक दसर सर को घसता वगरह इस तरह तार खीचन स लकर बन ह ए पन को कागज क प ड़या म पक करन तक एडम ि मथ न कोई 32 चरण गन इनम स कसी भी चरण पर ह नरमद कार गर क ज रत नह थी एक ब चा भी इनम स कसी एक चरण को बखबी परा कर सकता था यह फ स टम क मख व श टता थी

फ टर म उ पादन क या को बह त ह सरल छोट-छोट ह स म बाट दया गया हर चरण को एक साधारण अकशल मक भी आसानी स परा कर सकता था या न क अब कारखान क उ पादन- मता कसी यि त वशष क द ता पर नभर नह करती थी बि क सार कारखान क आगनाइजशन पर िजस क एक मनजर आसानी स क ोल कर सकता था फर च क द कार गर क ज रत नह थी तो फ ट रय म ि य और ब च को आसानी स मक क तौर पर इ तमाल कया जा सकता था और हाला क ि या और ब च एक प ष िजतना ह उ पादन करत उनक तन वाह आद मय क तलना म कह कम रहती इस सब स फ टर क मा लक को काफ मनाफा होता

92 फ स टम एवम औ यो गक ा त इ तहासकार हो सबाम का कहना ह क वस तो स हवी सद स ह उ पादन या म

अनक कार क या क सधार होन श हो गए थ पर सफ या क सधार ह औ यो गक ा त नह ला सक औ यो गक ा त क लए ज र था क उ पादन इतना यादा और इतना

स ता हो क बाजार म आप स आप इस उ पाद क लए माग बढ़ ऐसा तब ह हो सका जब या क सधार क साथ उ पादन क लए एक नए कम व यास का इ तमाल कया गया जब उ पादन क या स सब धत डवीजन आफ लबर को (काम क बटवार) को काफ ज टल बना दया गया उ पादन क या को कई छोट-छोट टकड़ म बाट दया गया और एक मजदर क िज म कवल एक ह ह सा रखा यह फ स टम क मख व श टता थी

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93 फ टर स टम का सामािजक असर मनाफा बढ़ान क लए यह ज र था क फ म लगी मशीन का यादा स यादा

उपयोग कया जा सक फ मा लक क च टा यह रहती थी क अपन कार गर स तब तक लगातार काम करवात रह जब तक क मशीन ह जवाब न द जाए इसका मतलब यह था क कामगार को काम करन क तर क का एक नया अनशासन सीखना पड़ा

इ तहासकार ईपी हामपसन का मानना ह क िजस लय स मशीन चलती ह उसी लय स मक को चलना सीखना पड़ा समय क पाबद सीखनी पड़ी क एक नि चत समय पर काम पर आए और एक नि चत समय पर काम स हट एक ह थान पर खड़ होकर लगातार एक ह या क काम को लगातार करत रहन क आदत डालनी पड़ी य द कसी क िज म पन का तार घसना था तो वह लगातार दनभर कवल तार ह घस सकता था िजस यि त को तार सीधा करन का काम दया गया दनभर एक ह थान पर खड़ रहकर कवल तार ह सीधा करता रहता

जस-जस समय बीतता गया इस पर स टम क दगण भी सामन आत गए सबस पहल जो बात सामन आई वह यह ह क फ म लगातार एक ह जगह पर कठपतल क तरह काम करत रहना काफ उबाऊ था मक थोड़ ह समय म इस तरह क काम स जी चरान लगत जब फ का मा लक उनस जबरद ती काम करवाता तो जा हरा तौर पर काम करन वाल को यह बात अखरती और उ ह ख दल स काम पर लग रहना पड़ता

जहा तक काम करन क प रि थ तय का सवाल ह कछ बात साफ ह एक तो यह क यह कहना मि कल ह क फ म काम करन वाल क प रि थ त दसर मक क प रि थ त स बहतर थी या बदतर ऐसा इस लए क इ तहासकार क पास औ यो गक ा त स पहल क काल क मक क बार म यादा जानकार नह ह हा यह ज र पता ह क तरहवी सद स ह उ तर यरोप म पगार पान वाल मजदर हआ करत थ और उनक हालत अ य मजदर क हालत स खराब नह थी वस भी स हवी-अठारहवी सद म कम स कम इ ल ड म प टग आउट स टम क तहत काम करन वाल बह त सार मजदर पगार क एवज म ह काम कया करत थ कहन का मतलब यह ह क फ मजदर का तन वाह मजदर होना समाज क लए कोई नह बात नह थी

94 बराइया जो नई बात थी वह यह क जब फ या बनी तो एक साथ बह त सार मजदर शहर

म इक ा ह ए इस जमाव म उनक ददशा भी समाज क सामन कह यादा खर प स उजागर ह ई

उ योग म ब च और औरत को सोलह घ ट या उसस भी यादा काम करवाया जाता थकान क कारण य द कोई काम नह कर पाता तो उस ब ट स पीटा जाता था तन वाह काट ल जाती तन वाह वस भी काफ कम मलती थी एक ह त क लए कसी ह नरमद कार गर को 1795 म कोई 25 श लग और साधारण मजदर को सफ 12 श लग मला

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करत थ म हलाओ को प ष स आधी और ब च को एक चौथाई तन वाह ह मलती हाला क व प ष िजतना ह काम करत

कोयल क खदान म तो ि थ त और भी यादा खराब थी यहा चार स पाच साल क ब च को खदान क सरग क अदर बारह स सोलह घट काम करवाया जाता इनक औसत पगार दो स तीन श लग त स ताह थी

फ स टम क आन स मजदर क गर बी भी बह त यादा उजागर होन लगी वस तो औ यो गक ा त क श क साल म ह यह साफ हो गया था क समाज म नर ह गर ब क स या बढ़ रह ह पर इस ि थ त स बचन क लए कछ खास नह कया गया पीनहमल ड नामक क ब म गर ब क मदद क लए एक स टम ज र श कया गया िजस पीनहमल ड स टम क नाम स जाना जाता था कछ दसर क ब न भी इस स टम को

अपनाया पर बढ़ती ह ई औ यो गक गर बी क सामन यह स टम प त हो गया शहर म ि थ त कछ ऐसी थी क मजदर क हालत बद स बदतर होती चल गई

शहर बगर कसी योजना क बतहाशा बढ़त चल गए उनक नगरपा लकाए इस नई आबाद क दखभाल करन म असमथ रह शहर म गद द र बि तया पनपन लगी िज ह अ जी म लम कहत ह जहा अब तक शहर म अनक तबक क लोग आपस म मल कर रहत थ

वहा धीर-धीर मजदर बि तया शहर क बाक आबाद स हट कर रहन लगी इन बि तय म न तो सडक ठ क होती न ह ना लया न ह कड़ा नकालन क कोई यव था न ह पय जल का इतजाम और न ह ठ क स बन ह ए मकान इ तहासकार हो सबाम का कहना ह क यरोप क शहर म इस क म क बि तया यादातर शहर क पव ह स म बसी सो शहर म एक नया भद श हो गया ई ट ए ड नवासी (गर ब) और व ट ए ड नवासी (अ भजा य) का

रह-रहकर औ यो गक शहर म महामा रया भी बढ़न लगी लासग म पहल बार 1818 ई0 म हाइफस जवर का कोप फला यरोप क सार औ यो गक शहर म 1831 ई0 और 1832 ई0 म टाइफाइड़ क महामार छाई रह इन शहर म कालरा मयाद बखार और तप दक का भी बोलबाला रहा य सार बीमा रया यादातर मजदर बि तय म ह रह मानो यह सा बत कर रह ह क जहा द र ता और गदगी ह वहा बीमा रया भी रहगी इस सबन मजदर बि तय क नवा सय का हौसला तोड़ दया सामािजक हौसलाप ती क कई ल ण सामन आन लग शराब का ज रत स यादा इ तमाल होन लगा बाल ह या व याव त आ मह या और मान सक व ता क घटनाए बढ़न लगी मजदर क दग त इस बात स और भी यादा उजागर ह ई क औ यो गक ा त क कारण समाज क बाक सार वग क स प नता बढ़ रह थी

95 बराइय को दर करन क यास एवम समाधान फ टर स टम क इन बराइय को ज द स ज द दर करना बड़ा ज र था य क

एक तो साधारण मानवीयता का तकाजा था क मजदर क काम करन क हालात म सधार आए इसस भी यादा बड़ा कारण यह था क फि य म अ धकाश उ पाद फ म काम करन वाल मजदर ह खर दत थ इस लए अगर मजदर क माल हालत एक सीमा स नीच जाती

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तो नकसान पजीप तय को ह होता और अगर मजदर बि तय क समाज यव था को ठ प होन दया जाता तो डर था क कह दश म व ोह न भड़क उठ व ोह न भी होता तो यह तो साफ था क म यवग क जवान इन बि तय म फल रह शराबखोर व याव त और अ य कार क अन तकता क च कर म पड़ रह थ य द म यवग को अन तकता स बचाना था तो

ज र था क मजदर वग स अन तकता को दर कया जाए

951 ससद य यास

आजकल यह माना जाता ह क य द फ मा लक अपन मजदर क भल कार दखभाल कर तो उ ह ह यादा मनाफा होता ह पर उ नीसवी सद म यह बात अ धकाश पजीप तय क समझ म नह आ रह थी इस लए हम पात ह क फ टर म मजदर क ि थ त सधारन वाल अ धकाश उपाय कवल कछ फ टर मा लक क पहल पर रा य यव था वारा व भ न दश क ससद वारा कए गए सबस यादा सधार का काम इगल ड म

हआ ऐस उपाय म स पहला था इगल ड म राबट पील वारा ससद म पास कया गया

ह थ ए ड मारटज ए ट (1802) यह ए ट कवल बड़ी फ ट रय पर लाग होता था और कवल एपरि टस पर इस ए ट म यह कहा गया क नौ साल स कम उ क ब च बतौर एपरि टस नह लगाए जा सकत फ मा लक पर इन ब च स बारह घ ट स यादा या फर रात म काम करवान पर रोक लगा द गई

1802 क ए ट म कई खा मया थी एक तो यह कवल बड़ी फ य पर लाग होता था और वहा भी कवल उन फि य पर जो क एपर टस को इ तमाल करती थी बह नर बाल मजदर को इस ए ट स कोई सर ा नह मलती थी सबस म य बात तो यह थी क इस ए ट म नर ण करन का कोई ावधान न था नतीजतन यह ए ट महज कागजी कानन बन कर रह गया

फर 1816 म पील क चयरमनी म एक ससद य कमट का गठन कया गया इस कमट क सलाह पर 1819 का फ नय ण कानन पास कया गया इस कानन म पछल कानन क ावधान को दोहराया गया और कहा गया क सार बाल मजदर को इस कानन क सर ा द जाएगी साथ ह यह नधा रत कया गया क सोलह साल स कम उ क मजदर को बारह घ ट क दन म डढ़ घ ट क खान क छ ी द जायगी च क यह ए ट सार कामकाजी ब च पर लाग होता था इस लए लोग न इसका डट कर वरोध कया वरो धय म एक बड़ा तबका उन मा-बाप का था जो अपन ब च स काम करवात थ

952 समाज सधार और अबधनी त

तमन अबधनी त क बार म पढ़ा होगा यह नी त अठारहवी सद क अ तम दशक म काफ फल चक थी अथशा ी एडम ि मथ िजसका हम पहल िज कर चक ह इसका एक बड़ा समथक था इस नी त क मतावल बय का मानना था क समाज क अथ यव था तब ह

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सफल हो सकती ह जब क सरकार अथ यव था को अपन आप पर छोड द उसम अपनी टाग न अड़ाए

जब उ नीसवी सद म ससद य य न मजदर क सधार क लए होन लग तो सधार-वरोधी उ योगप तय न अबधनी त क दहाई दत ह ए यह गहार लगाई क अगर रा य फ स टम को सधारन व नय त करन क को शश करगा तो सार अथ यव था ह ठ प हो जाएगी दरअसल बड़-बड़ दाश नक वचार क आड़ म य वरोधी कवल इतना कह रह थ क उ ह मजदर -ब च म हलाओ और प ष का खन चसन स नह रोका जाना चा हए भल ह ऐसा करत ह ए व समाज क इतनी दग त य न कर द िजसस क समाज का साधारण चाल-चलन ह ठ प हो जाए ऐस वरो धय को उनक खद क बवकफ स बचाना ज र था

953 सधारक य न जार रह

1820 क दशक म पावर लम और भाप क इजन म काफ यादा या क सधार आए इसका नतीजा यह हआ क इस दशक म धीर-धीर फ स टम सार कपड़ा उ योग और ख नज उ पादन पर छा गया फि या भी कवल कछ शहर इलाक म कि त होन लगी लकाशायर का कपड़ा उ योग इसका अ छा उदाहरण ह यहा कोई 25 वग मील क म इतनी यादा कपड़ा मल थी क इ ल ड का 80 तशत स यादा कपड़ा बनाया जाता था िजतना फ ट रय का जमाव बढ़ा उतना ह उनक दगण कट ह ए इसम सधार लान क ससद य यास भी उतन ह जोर स कए जान लग

954 सड़लर क यास

माइकल सड़लर न 1831 म टन-आवर बल इ ल ड क ससद म पश कया इस बल म यह ावधान था क कसी भी मजदर स दस घट (टन-आवर) स यादा काम नह लया जा सकगा यह बल ससद म पास नह हो सका

पर इन दन इ ल ड म व ट इ डीज क दास था को लकर काफ गहमा-गहमी चल रह थी इसक रहत अखबार और प काओ म फ टर मजदर क तलना व ट-इ डीज क नी ो दास स क जान लगी धीर-धीर यह मत फलन लगा क मजदर क ि थ त म सधार क लए कछ ठोस कदम उठाए जान चा हए इसक फल व प जब 1833 म लाड एशल न ससद म अपना ताव रखा तो वह कछ ससद य छ ना-झपट क बाद पा रत हो गया

955 एशल का कानन

लाड एशल क कानन (1833) को सार कपड़ा बनन क फि य पर लाग कया गया इसक अनसार नौ साल स कम उ क ब च को फ म काम करवान पर पाबद लगा द गई तरह साल स कम उ क मजदर स दन म नौ घ ट और स ताह म 40 घ ट स यादा काम करवाना तब धत कया गया उ ह रोज डढ़ घ ट क खान क छ ी दना ज र

रखा गया यह कहा गया क अठारह साल स कम उ क मजदर स दन म 12 घट और स ताह म 69 घट स यादा काम नह करवाया जा सकता ldquoरातrdquo क काम को ठ क तरह स

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प रभा षत कया गया साढ़ आठ बज शाम स लकर साढ़ पाच बज सबह तक क समय को ldquoरातrdquo करार दया गया और इस पार म कवल अ ारह साल स यादा उ क मजदर क योग क अनम त द गई फ म काम करन वाल हर ब च का रोज दो घट कल जाना नि चत कया गया नर क क एक बड़ी टोल नय त क गई जो फ मा लक पर नगरानी रख सक और जो मा लक कानन क अवहलना करत ह ए पकड़ जाए उन क सर बड़ी सजा का ावधान रखा गया

इस कानन म दो म य खा मया थी एक तो यह कवल कपड़ा उ योग पर ह लाग कया गया जब क अ य उ योग म भी मजदर क हालत काफ खराब थी दसर यह कवल ब च को अपन दायर म लता था जब क ि य और प ष को भी काननी सर ा क आव यकता थी

96 समाज और सामािजक प रवतन बहरहाल इस कानन स कछ बात साफ जा हर होती थी सबस पहल बात तो यह क

हाला क समाज म अब भी अबधनी त का बोलबाला था अब सरकार क समझ म यह आन लगा क समाज क कछ अश ऐस होत ह जहा क सधार लान क लए सरकार ह त प ज र होता ह दसर बात यह क अब साधारण तौर पर यह माना जान लगा क समाज म औ यो गक उ पादन क इकाई प रवार नह बि क यि त वशष था और उसक सामािजक सर ा और सखा-पढ़ क िज मदार कवल प रवार पर ह नह छोड़ी जा सकती थी समाज को भी आग बढ़कर कछ उपाय करना ज र था

धीर-धीर अ य उ योग को भी फ कानन क तहत लाया गया 1842 म लाड एशल क कानन को कोयला खदान पर लाग कया गया और म हला मजदर को भी सर ा द जान लगी 1878 म इस कानन न सार फि य और वकशाप को अपन दायर म ल लया इस बीच दसर दश म भी फ कानन क या जार थी 1841 म ास म बाल-मजदर कानन लाग कया गया ए शया म भी 1870 तक कई कानन जार कए गए पर उ ह कभी गभीरता स लाग नह कया गया

1848 म सार यरोप म सोश ल ट व ोह ह ए और उ ह काफ आसानी स कचल दया गया इन व ोह म मजदर न बढ़ कर ह सा लया था कचल जान क बाद इन व ोह क बह त सार नता मजदर नता बन गए और फ मा लक स मजदर क भलाई क लए माग करन लग इस समय क बाद स फ मजदर क सगठन बनना श हो गए और कमशाला क हालात म सधार क लए य सगठन अपन अपन उ योग और सरकार पर जोर हालन लग ऐसा इ ह न कस तरह कया तम अ य इकाइय म पढ़ोग

97 साराश इस इकाई म तमन जाना क फ स टम अठारहवी सद म श हआ इसन

औ यो गक उ पादन म एक नए कम व यास को ज म दया फि या चलान क लए एक नए क म क अनशासन क ज रत थी जो क पहल कभी ससार म दखन को नह मला था लगातार अनशासन था पत रखन क लए फ क मय क उपर एक नए मनजमट तबक का

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ज म हआ फोरमन और सपरवाईजर य लोग लबर अ र टो स (Labour aristocrates) कहलाए इनक रहत उ योग म उ योग क मल कयत और उसक मनजमट म भद कया जान लगा मजदर क शहर म रहन स कई बराइया पनपी उ ह दर करन क लए उ नीसवी सद क म य तक अ भजा य वग स कछ समाज सधारक उबर कर सामन आए पर मजदर क सगठन अभी ठ क तरह स नह पनप पाए थ व 1848 क यरोपीय व ोह क बाद उबर

98 अ यासाथ न (I) अश पर छोट सवाल

कछ श द म जवाब द िजए (क) या फ स टम और औ यो गक ा त म स कोई एक बगर दसर क पनप

सकता था (ख) फ स टम क मख व श टता या थी (ग) या पन बनान क फ वा तव म एडम ि मथ क वणन क अनसार होती ह (घ) या फ स टम अन तक था (च) अबधनी त फ मा लक को य पसद थी (छ) इस इकाई म िजन फ सधारक का िज ह उसक अलावा दो और सधारक क

नाम बताइय (II) सार इकाई पर सवाल

दो सौ स तीन सौ श द म जवाब द (क) फ स टम इ ल ड म कस तरह पनपा (ख) फ स टम न कस तरह था पत आ थक और सामािजक स थाओ पर हार

कया (ग) फ स टम क कारण समाज म कस तरह क प रवतन आए (घ) फ स टम म सधार लान क य न क ववचना कर

99 ास गक पठनीय थ ईज हो सबाम - ाम इड ट ए पायर प गइन ईज हो सबाम - एज आफ रवो यशन प गइन ईपी टाम सन - म कग आफ द इग लश व कग लास (सभी कताब अ जी म ह बाजार म आसानी स मल जाती ह)

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Page 18: एमassets.vmou.ac.in/MAHI01-2.pdf ·  · 2014-04-056.7 इंगलैड ... अलबट[थेयर(Albert Thaer) ने1798 (Introduction to the knowledge of English Agriculture)

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(2) व ो हय क द त अनक थान पर तनात कर दय गय थ अतएव व सग ठत होकर नह लड़ सक

(3) उनक पास श क कमी थी (4) शाह सना क शि त उनस कह अ धक थी (5) उसम सगठन क मता का अभाव था (6) उसन अपन अनया यय क सामन उनक दशा सधारन क लय एक काय म क

प ट परखा नह बनाई थी प रणाम 1773-1775 ई0 क व ोह क प रणाम कषक क लय हतकार स नह

ह ए कथ रन वतीय न 1775 ई0 म एक अ यादश वारा ा त का पनगठन कया यह नई यव था पहल क अप ा अ धक क कत व नरकश बनी सी सा ा य क सीमावत ात जहा पर गर सी काफ स या म रहत थ सभी कार क वाय ता क अ धकार को

समा त कया गया 1785 ई0 म साम त को एक चाटर (Charter) दान कया गया इसम उन सब अ धकार क पि ट क गई िजनका क उस समय व योग करत थ उ ह अपन सगठन बनान का अ धकार भी दया गया इन सगठन पर गवनर को नर ण क अ धकार दय गय

अठारहवी सद म स म कषक न बार बार व ोह कय इसका म य कारण स क जार क कषक वरोधी नी त थी उ ह न समय पर साम त क शि त ढ़ करन तथा कषक क दमन करन क लय कानन बनाय आम तौर पर अठारहवी सद म स क कषक व ोह उसक पव भाग म ह ए जहा लोह क खान व कारखान म मक काम करत थ तथा गर सी जा तया नवास करती थी अतएव अ धकाश कषक व ोह म उपय त त व न भी भाग लया य व ोह सग ठत न होन क कारण असफल रह वा तव म व सी सा ा य क शि त क आग सफल भी नह हो सकत थ

स म कषक क शोचनीय दशा उ नीसवी सद क ार भक छ दशक तक बनी रह 1861 म स ाट एलकजडर वतीय न स म एक अ ध नयम वारा कषक दास क था को समा त करन क घोषणा क य य प यह अ ध नयम अपन उ य म पण प स सफल नह हआ क त फर भी यह कसान को साम त क अ याय स बचान क दशा म एक मह वपण कदम था

78 यरोप क अ य दश क ि थ त अठारहवी सद म पन पतगाल व इटल म कषक क दशा म वशष प रवतन नह

हआ य य प व साम त क अ याय स पी ड़त रह क त उ ह न साम त था क अ त क लय कोई आ दोलन नह कया बा कन दश म इसी कार क दशा थी उस समय वहा पर तक का रा य था तथा व पराधीनता का जीवन यतीत कर रह थ इन सभी दश म क ष अ य त पछड़ी ह ई दशा म थी तथा वहा क कषक आ दोलन करन क ि थ त म नह थ हाल ड डनमाक व वडन जो क इ लड क नकट थ म भी इ लड क तरह बाड़ब द क

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गई तथा वहा पर नवीन क ष प तय का अनसरण कया गया इसस वहा क कसान क दशा कछ हद तक सधर इन दश म भी अठारहवी शता द म कोई आ दोलन नह हआ

79 साराश चौदहवी सद तक इ लड म साम तवाद का बोलबाला था तथा कषक क दशा शोचनीय

थी ल कन सोलहवी सद तक इ लड म कषक दास क था समा त हो गई यरोप क सभी दश म कषक दास क था अठारहवी सद क आर भ तक बनी रह प हवी सद म जमनी ास व पन तथा स हवी सद म ास म असफल व ोह ह ए

अठारहवी शता द म इ लड म क ष क म नवीन प त का वकास हआ तथा बाड़ब द क गई ल कन हाल ड ास व ए शया क कछ भाग को छोड़ कर शष यरोप म खती ाचीन तर क स ह होती रह साम त क अ याय भी यथावत बन रह

ासीसी ा त क आर भ होन क बाद कषक न साम त क नवास थान पर आ मण करक अपनी दासता क सा य को न ट कया 1789 ई0 म रा य सरकार न सामतो स मि त दलान क लय दो कानन पास कय 1792 व 1793 ई0 म भी इस दशा म य न कय गय

आि या - हगर सा ा य क बोह मया दश म 1768 स 1775 तक बार बार कसान क व ोह ह ए य य प वहा क स ाट जोजफ न कषक को कछ रयायत द ल कन वशषा धकार ा त वग क वरोध क कारण उसक आदश को लाग नह कया जा सका

स क शासक न साम त का समथन ा त करन क लय समय समय पर उ ह अ धकार दान कय तथा कषक का दमन कया 1705 ई0 स लकर 1775 ई0 तक स म कषक क अनक व ोह ह ए इनम स पगाचव क नत व म 1773-75 का व ोह सबस भयकर था य व ोह स क पव भाग म ह ए इन व ोह म खान व कारखान म काम करन वाल मक तथा गर सी जा तय न भाग लया असग ठत होन तथा व ोह म भाग लन वाल त व म एकता क अभाव म य सब व ोह असफल रह इन व ोह क बाद भी स क शासक न दमन क या जार रखी

य य प यरोप क अ य दश म कषक क -ि थ त खराब थी ल कन तहा पर कोई आ दोलन नह ह ए

710 बोध न 1 अठारहवी सद क आर भ म कषक क दशा का वणन क िजए इस शता द म

आि या - हगर म ह ए कषक आ दोलन का व ोह का ववचन क िजए 2 अठारहवी सद म कषक क त स क शासक क ि टकोण का व लषण

क िजए इस सद म स म ह ए कषक व ोह का स त वणन करत ह ए कषक व ोह का स त वणन करत ह ए उनक असफलता क कारण क ववचना क िजए

3 न न ल खत वा य को पढ़ कर उनक स मख सह () या गलत () का नशान लगाईय

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(1) ासीसी ा त क आर भ होन क बाद कषक न साम त क नवास थान पर आ मण करक उन द तावज को न ट कया जो उनक दासता क सा य थ

(2) आि या का स ाट जोजफ साम तवाद क अ धकार को समा त करन म सफल रहा

(3) अठारहवी शता द म स म कषक क अनक व ोह ह ए (4) अठारहवी सद म स क अ धकाश कषक व ोह क बाद वहा क सरकार न

उनक ि थ त म सधार कया

711 सदभ थ 1 पाथसारथी ग ता (स पादक) यरोप का इ तहास वतीय स करण 1987 नई

दहल 2 Peter Gay and RK Webb Modern Europe Harper and Row

New York 1973 3 History of the USSR Part I (English Translation) ndash From the

Earliest Times to the Great October Socialist Revolution Progress Publishers Moscow 1977

4 Chapter VI and VII Written by MP Vyatkin and AG Mankow on Early Eighteenth Century and Second Half of the Eighteenth Century Robert Briggs ndash Early Modern Europe 1560-1718 Oxford University Press 1977

5 Edward Eyre (Director) ndash European Civilization ndash Volume V Oxford University Press London 1977

6 Montague Fordham ndash The European Peasantry 1600-1914 7 RR Enfield European Agriculture since 1750

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इकाई-8 नगर व शहर का वकास एव म नगर करण

इकाई क परखा 80 उ य 81 तावना 82 ाचीन काल क नगर क आबाद व बनावट 83 नगर क आबाद म व व उसक आकड़ 84 जनस या म व क कारण 85 ाम स नगर क ओर पलायन 86 नय नगर का व प 87 प रणाम 88 साराश 89 बोध न 810 सदभ थ

80 उ य इस इकाई क अ ययन स आप समझ पायग क यरोप म नगर व शहर का वकास

कस हआ नगर करण क इस या स ामीण जीवन कस भा वत हआ तथा नगर करण क या प रणाम ह य

81 तावना ाचीन काल क नगर एव नाग रक वारा अ धकार क ाि त हत कय गय य न

रोम व यनान क स यता क इ तहास म अनक नगर रा य का उ लख मलता ह इटल व यनान क ऐस नगर क अ त र त रोमन सा ा य क व भ न भाग म भी नगर क अि त व क बार म जानकार मलती ह उस काल म ऐस नगर कसी राजा अथवा साम त क गढ़ क चार ओर बसाय जात थ य नगर ाम स कछ बड़ होत थ तथा इनक आबाद भी गाव स अ धक होती थी अपन अ धप त क त नगर क नवा सय को लगभग उ ह दा य व का पालन करना पड़ता था जो क गाव म कषक दास (Serf) करत थ धम य और रा य रा य क उदय क कारण सामत क शि त ीण होन लगी इस काल म वा ण यवाद का उदय व व तार भी हआ नाग रक न साम त को बा य कया क वह यक प रवार स कर वसल न करक सम त नाग रक स साम हक प स कर वसल कर उ ह न अपन-अपन नगर क बाजार का ब ध भी अपन हाथ म ल लया अपन अ धप त क अदालत म ववाद का नपटारा करान क थान पर व अपनी बनाई गई अदालत म मकदम क सनवाई और फसल करन लग ऐस सब अ धकार क स ब ध म उ ह न राजा अथवा साम त स चाटर (Charter) ा त कय इ ल ड म यापा रय क सगठन न साम त को वपल धनरा श अदा कर य अ धकार ह तगत कय ास व नीदरल ड म नाग रक क सगठन को क यन

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(Commune) कहत थ इन क यन न अपन साम त क व सफलतापवक व ोह कय जमनी म अनक नगर न मलकर ऐस अ धकार लय तथा साम हक सर ा क लय ब ध भी कय इस समय म कछ भावशाल पाद रय ( बशप) न भी कछ नगर बसाय इ ह बसात समय उ ह न नाग रक को उनक अ धकार क स ब ध म चाटर दान कय

82 ाचीन काल क नगर क आबाद व बनावट हज क अनसार चौदहवी सद क अ त म यरोप क अ धकाश नगर क आबाद अ धक

नह होती थी पाच हजार क आबाद वाला नगर बड़ा माना जाता था इसस भी अ धक आबाद वाल नगर थ ल कन उनक स या अ धक नह थी यहा तक क लदन प रस स वल व नस यबक रोम आ द जस बह त बड़ नगर क आबाद एक लाख स कम थी यरो पयन दश क अ धकाश जनस या नगर क अप ा ाम म अ धक थी

उस समय क नगर क नवासी यापार क साथ बागवानी व छोट पमान पर क ष करक अपना जीवन यापन करत थ आम तौर पर एक नगर क चार ओर मजबत ाचीर होती थी और अनम त प क वारा ह एक नगर क व भ न दरवाज स शहर म वश मलता था नगर क चारद वार क अ दर व भ न कार क मकान होत थ जो एक दसर स सट ह ए होत थ इसम चच टाउन हाल व यापा रक तथा कार गर क सगठन क इमारत भ य होती थी सड़क चौड़ी नह थी ग लया इतनी सकड़ी होती थी क उनम स घोड़ा गाड़ी आ द क ठनता स गजरत थ ग लय व बाजार म पानी क नकास क लय ना लय का ब ध नह होता था यक नगर म एक थानीय स था होती थी रात म नगर क दरवाज ब द कर लय जात थ शा त व स यव था बनाय रखन क लय प लस नय त क जाती थी ल कन उनक स या बह त कम होती थी

83 नगर क आबाद म व व उसक आकड़ चौदहवी सद स इन नगर क आबाद बढ़न लगी समय क स य साथ अनक कारण

स पहल स था पत नगर क आबाद बढ़ती गई यहा तक अनक थान म मन य नगर क चारद वार क बाहर भी बस गए प हवी सद क बाद क यग म यरोप म कई अनक नय नगर बस तथा कछ परान नगर क सम न ट हो गई ल कन फर भी 1830 म यरोप म नगर क अप ा ामीण म मन य अ धक स या म नवास करत थ इटल व ास स उसक कल जनस या क साठ तशत ए शया म स तर तशत पन म न ब तशत और स तथा पव दश म पचानव तशत आबाद गाव म रहती थी य - य इन दश म

औ यो गक वकास क ग त म तजी आती गई य - य गाव स मन य अ धका धक स या म शहर म आन लग

म य यग क अ त व आध नक यग म नगर क वकास क अनक कारण ह इनम सबस मख कारण यरोप क सभी दश म जनस या क लगातार व होना ह ोफसर कार साडस न 1300 व 1600 ई0 म यरोप क व भ न दश क जनस या क न ना कत आकड़

तत कय ह

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-स दश का नाम जनस या 1300 ई0 1600 ई0 1 इगल ड चाल स लाख पसठ लाख 2 ास 1 करोड़ 40 लाख 1 करोड़ साठ लाख 3 पन व पतगाल साठ लाख 1 करोड़ 4 जमनी (नीदरलड क साथ) 1 करोड़ 50 लाख 2 करोड़ तीस लाख 5 डनमाक दस लाख छ लाख 6 वडन छ लाख - 7 नाव तीन लाख - 8 इटल 1 करोड़ यारह लाख 1 करोड़ तीस लाख

इसस प ट ह क चौदहवी स स हवी सद म अनक दश क जनस या म व ह ई स हवी सद क बाद जनस या क व क दर और बढ़ गई य - य व भ न दश म औ यो गक वकास क ग त बढ़ य - य जनस या क व क दर भी बढ़

चौदहवी सद स यरोप म जनस या क बढ़न क कारण का स त म व लषण करना आव यक ह य क नगर करण म व स इसका घ न ठ स ब ध ह

84 जनस या म व क कारण 1 पर परागत धारणाओ का अत कार साडस क अनसार म य यग म ईसाई समाज

म शर र क प व ता (Celebeoy) को एक न तक कत य माना जाता था य क मन य क जीवन म न तकता का अ य त मह व था ल कन अनक ईसाई सत न खल बसी (Celebacy) पर जोर दत ह ए भी यह माना था क अ धकाश ि य व प ष को शाद कर लनी चा हए फर भी कछ मन य अ ववा हत ह रहत थ पनजागरण क समय स यह धारणा कमजोर पड़ती गई

2 भयकर रोग क कोप म कमी ाचीन काल स ह लग व हजा भयकर रोग स यरोप क दश म बड़ी स या म मन य म य क ास बन जात थ अतएव म य दर अ धक थी अनक शश भी बा याव था म मर जात थ ल कन प हवी शता द स औष ध व ान म नर तर ग त होती गई फल व प लग व हजा आ द का कोप बह त कम हो गया शश भी अ धक स या म जीन लग इसस ज म दर बढ़ती गई म य दर क कम होन तथा ज म दर क बढ़न स आबाद म व ह ई

3 द भ का अ त लगभग स हवी शता द तक वषा क अभाव म फसल खराब हो जाती थी तथा द भ क कोप स काफ मन य मर जात थ क ष क ldquoनवीन प तrdquo क योग स अ न का उ पादन बढ़ता चला गया फल व प अकाल का कोप समा त हो गया

4 यापार म उ न त वा ण यवाद क उदय व व तार स अ तदशीय व वदशी यापार म व ह ई यापा रक काय क लय अ धक यि तय क आव यकता पड़न लगी अब वा ण यवाद क समथक क साथ रा य क सरकार भी

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जनस या म व चाहन लगी वा ण यवाद क वशष - व लयम टपल डवीनट आ द न रा य को इस ओर कदम उठान क लय रत कया अनक रा य न ववा हत यि त को कर म छट द तथा अ ववा हत यि त पर अ त र त कर लगाय कह -कह पर बड़ प रवार वाल यि त को रा य क तरफ स आ थक सहायता भी द जान लगी

5 क ष उ पादन म व ाचीन व म य यग म यरोप म एक नगर क सम उसक आस-पास क म अनाज क उ पादन पर नभर रहती थी यातायात क क ठनाईय क कारण दसर थान स अनाज नह लाया जा सकता था एक ओर तो क ष उ पादन म व न अकाल को लगभग समा त कर दया तो दसर ओर यातायात क साधन न यह सभव कर दया क दर-दर स अनाज मगाया जा सक अतएव अब नगर अपन आस-पास क क अनाज क उ पादन पर नभर नह रहा वह अपनी बढ़ती ह ई जनस या क लय अनाज का ब ध कर सकता था

6 स नक आव यकताए यरोप क व भ न दश पार प रक सघष म लग रहत थ इ ल ड क पहल ास और बाद म हाल ड क साथ त पधा व तीस वष य य (1618-1648) इसक उदाहरण ह ास क लई चौदहव (1643-1715) न ास को य म उलझाय रखा स क पीटर महान न व तारवाद नी त अपनाई इन य क लय स नक क आव यकता बनी रहती थी अत सब दश यह चाहत थ क उनक जनस या म व हो ता क उ ह अ धक स नक मल सक

7 औ यो गक वकास इ ल ड म औ यो गक वकास क फल व प जनस या म व ह ई अठारहवी शता द क उ तराध और उ नीसवी सद म यरोप क अ य दश म यह या आर भ हो गई तथा उनक जनस या भी बढ़ती गई अठारहवी सद क म य व उ नीसवी सद क अ त तक यरोप क जनस या म तीन गनी व ह ई

85 ाम स नगर क ओर पलायन नगर करण क एक वशषता गाव स शहर क ओर मन य का पलायन था इ ल ड

म इस कार का पलायन वा ण य क वकास स आर भ हआ क ष क उ न त तथा औ यो गक ा त क समय इसम व ह ई अ य दश म भी यापार क ष व उ योग क वकास क समय इस कार क व त दखन को मलती ह म य यग व आध नक यग क आर भ तक यरोप क यक दश म नगर क आबाद क मकाबल म ामीण क आबाद बह त अ धक थी 1830 इ वी म इटल व ास म कल जनस या का साठ तशत शया म स तर तशत पन म न ब तशत और स तथा पव यरोप क दश म 95 तशत ामीण म रहता था

1851 म इ ल ड म पहल बार ाम क मकाबल म शहर क आबाद अ धक दज क गई इस समय म यरोप म प चीस नगर ऐस थ िजनक आबाद एक लाख क लगभग थी इनम स चार इ ल ड तथा एक काटलड म था इसम लदन क आबाद जो 1800 म एक

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लाख थी 1830 म डढ़ लाख हो गई थी इ ल ड को छोड़ कर शष यरोप म प रस क त त नया सट पीटसबग नप स वयना मा को ब लन एम टडम डि लन ह बग वारसा मलान रोम म ड पलरन व नस लयो बडाप ट मास लज व बास लोना क नगर क आबाद पचास हजार स लकर तीन लाख तक थी

उ नीसवी सद क उ तराध तथा बीसवी सद म नगर क आबाद बढ़ती गई तथा ाम क जनस या म कमी आई इस अव ध म एक ओर नगर क आबाद बढ़ और दसर तरफ काफ स या म भ मह न कषक कशल कार गर व मक गाव स नगर म आय

नगर क आबाद म व तथा वहा गाव स मन य क लगातार आगमन का प रणाम यह हआ क 1914 म इ ल ड म उसक कल जनस या का 80 तशत ास म 45 तशत स कछ अ धक तथा जमनी म 60 तशत यि त शहर म रहत थ इस समय म स पोल ड व डनमाक म लगभग एक तहाई जनता शहर म रहती थी 1850 क बाद बड़ शहर क आबाद म वशष प स तजी क साथ व ह ई पहल प चीस नगर को बड़ा माना जाता था ल कन 1914 म ऐस पचास नगर थ िजनक आबाद एक लाख स अ धक थी

ाम स नगर क ओर मन य क पलायन क लय न ना कत प रि थ तय िज मवार थी

1 कषक दास क मि त म य यग म जमीदार न क ष म होन वाल घाट स बचन क लय यह उ चत समझा क व कषक को हल बल आ द साधन द कर तथा उनस फसल क एक नि चत भाग लकर भ म का त क लय द द इस प त स एक ओर तो जमीदार सभा वत नकसान स बच गय तथा दसर ओर कसान जमीदार क त अ य दा य व स म त हो गय फल व प इ ल ड म धीर-धीर कषक म त हो गय सोलहवी सद तक वहा पर कषक दास (Serfdom) क था लगभग समा त हो गई अब ाम स अनक कसान शहर क ओर चल गय

2 खत क बाड़ बद इ ल ड म तथा कछ समय बाद ास व जमनी क कछ भाग म छोट-छोट खत को मला कर बड़ खत (farms) बनाय गय इसस अनक गर ब कसान भ मह न हो गय तथा रोजगार क तलाश म नगर म आय

3 अ तरा य यापार का वकास वाल बक व टलर क अनसार प हवी सद म इ ल ड एक मह वह न यापा रक रा था ल कन सोलहवी सद म इगल ड का यापार बढ़न लगा इसी समय म पि चमी यरोप क कछ दश का यापार भी बढ़ा अ तरा य यापार क क आ त रक भाग क नगर थ जहा बाहर जान वाला माल इक ा कया जाता था ल कन इनस भी अ धक हलचल उन ब दरगाह पर होती थी जहा स जहाज बाहर जात थ अतएव ऐस थान पर रोजगार क लय गाव स काफ मन य आकर बस

4 औ यो गक वकास इगल ड म औ यौ गक ा त क समय कारखान को बड़ी मा ा म मजदर क आव यकता ह ई गाव स भ मह न कषक कार गर मक व बकार यि त शहर क कारखान म काम करन आय

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86 नय नगर का व प ाचीन नगर क चार द वार क बाहर भी मन य मकान बना कर रहन लग धीर-धीर

अनक नगर म सर ा क य ाचीर तोड़ द गई औ यो गक वकास क ग त म तजी क फल व प िजन नगर क आबाद बढ़ रह थी

व नगर आस पास क दहात तक फल गय यहा तक क ऐस दहाती नगर क समह बन गय ऐस थान म नगर तथा ाम क म य का अ तर लगभग समा त हो गया इस कार का प रवतन इगल ड तथा जमनी औ यो गक दश म प ट प स दखा जा सकता

था कछ थान पर गाव न नगर का प धारण कर लया य क इन थान पर यापार

अथवा उ योग क क खल गय थ इगल ड म इस कार क या का भाव सबस अ धक हआ

इगल ड म राजधानी क अ त र त अ य थान पर भी नगर का वकास हआ ल कन यरोप म रा य क राजधा नय क आबाद ह वशष प स बढ़

87 प रणाम 1 म यम वग का उदय नगर करण क व तार क यग का सबस मह वपण प रणाम

इन नगर म म यम वग का उदय था लगर न लखा ह क नाग रक जीवन स नवो दत म यम वग का सबस घ न ठ स ब ध था यह कहना क ठन ह क इस बज य (Burgeoise) वग म कस कार क यि त सि म लत थ कवल यह कहा जा सकता ह क आम तौर पर म यम वग क सद य गर क ष काय तथा कशल कार गर क काय क अ त र त अ य काय स ा त आमदनी स अपनी जी वका चलात थ उनक पास न तो क ष क लय काफ भ म होती थी और न ह व मक बन कर कमा सकत थ

मा यम वग को भी उ च व न न णी म वभािजत कया जा सकता ह उ च वग म बड़ यापार उ योगप त बकर धनी नवषक और अ छ आय वाल यवसाय म काम करन वाल यि त थ न न म यम वग क सद य उ च वग तथा म यम वग क उ च णी क यि तय क आव यकताओ को पर करत थ इनम दकानदार कशल कार गर बक सरकार द तर औ यो गक व यापा रक त ठान म काम करत थ वक ल कलाकार व ब जी वय को भी इसम सि म लत कया जा सकता ह

इस म यम वग न यरोप क यक दश क राजनी त म मह वपण भ मका अदा क य य प उ च म यम वग क सद य सतोष पण जीवन यतीत करत थ ल कन न न म यम वग को आ थक क ठनाइय का सामना करना पड़ता था

2 मक का दखमय जीवन यरोप क नगर क औ यो गक त ठान तथा क ष फाम म एक बड़ी स या म मक को नौकर द गई फ ट रय म काम करन वाल मजदर क दशा अ य त शोचनीय थी उनक रहन क उ चत यव था नह क गई थी व तग ग लय और बना हवादार मकान म रहत थ इसस उनक तथा उनक प रवार क सद य पर बरा असर पड़ता था शहर म काम करन वाल अ य अकशल मक क दशा भी खराब थी

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3 नगर का बतरतीब वकास लगभग यरोप क सभी नगर का वकास बना कसी योजना क हआ पहल स ह नगर म तग ग लया व कम चौड़ी सड़क थी अब य बढ़ती ह ई आबाद क लए क ठनईय पदा करन लगी शहर क चारद वार क बाहर भी मकान का नमाण बतरतीब ढग स हआ थानीय स थाए उन पर कोई नय ण नह रख सक

4 वा य पर बरा असर यह पहल बताया जा चका ह क म यकाल क आर भ क नगर म पानी क नकास क सम चत यव था नह थी तथा शहर म गदगी रहती थी इसस नाग रक क वा य पर बरा असर पड़ता था परान नगर क वकास तथा नय नगर क थापना क समय इस सम या पर यान नह दया गया समय क साथ साथ यह सम या

ग भीर होती चल गई अनक ग द बि तया (Slums) बनी फल व प मन य व भ न बीमा रय स त होन लग

5 अपराध क स या म व शहर बरोजगार क स या धीर धीर बढ़ती गई इसन शहर म रहन वाल मन य म अपराध क व त को ज म दया अथवा उसको उकसाया

6 मान सक तनाव ाम क अप ा शहर का जीवन अ धक तनाव पण होता ह एक नाग रक अपनी ज रत को पर करन म वय को असमथ पाता ह और मान सक तनाव का शकार हो जाता ह

ल कन शहर क उ थान व वकास क अनक लाभ भी थ 1 ब जीवी वग का वकास ाम क अप ा शहर म रहन वाल ब जी वय क

स या अ धक थी य ब जीवी आपस म मलत भी रहत थ फल व प नगर म सा ह य व कला का वकास हआ

2 व ा नक ग त यरोप क नगर म व ा नक अनसधान क क खोल गय इसम अनसधान क स वधाए उपल ध कराई गई इसस व ा नक म ग त ह ई

3 सामािजक आ थक व राजनी तक प रवतन क क यरोप क सभी नगर सामािजक राजन तक व आ थक ा त क क बन गय वहा पर इन म काफ हलचल होती रहती थी तथा व मल कर कसी भी अ याय का वरोध करन क लय शी सग ठत हो जात थ

शहर और ाम क स यता म अ तर अभी तक व यमान ह गाव क नवासी शा तपण जीवन यतीत करत ह ल कन शहर क नवा सय का जीवन बा य आडबर व तड़क भड़क स प रपण होता ह अतएव शहर म रहन वाला सदव कसी न कसी कार क तनाव स त रहता ह शहर क कोलाहल पण जीवन म उस शा त नह मलती ल कन वह इस जीवन का अ य त हो जाता ह

88 साराश इस इकाई म आपन यरोप क ाचीन काल क नगर क ि थ त का अ ययन कया

तथा यापा रक सगठन व क यन वारा साम त स अ धकार प (ब तजमत) ा त करन क बार म जानकार ा त क उस समय क नगर क आबाद व बनावट क स ब ध म यह मालम हआ क व बतरतीब बन थ तथा उनक आबाद पाच हजार स एक लाख तक थी

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यरोप क कल जनस या म स अ धकाश ाम म ह रहती थी ल कन 1300 स 1600 ई0 क म य शहर क आबाद बढ़ इसका म य कारण सभी थान पर जनस या म व थी इसक साथ यह भी जाना क इसक या कारण थ ाम स नगर क ओर काफ स या म यि तय क पलायन स नगर क जनस या बढ़ 1851 क बाद व भ न नगर क आबाद क आकड़ स ात होता ह क उस समय एक लाख स अ धक आबाद वाल शहर क स या 25 थी नय नगर क व प क अ ययन स ात हआ क इ ल ड व शष यरोप क नगर क ि थ त व वकास म अ तर था नाग रक जीवन क लाभ और हा नय क बार म अ ययन करन स यह मालम होता ह क ामवा सय क अप ा शहर जीवन अ धक तनावपण होता ह

89 बोध न 1 ाम स नगर क ओर पलायन क या कारण थ 2 यरोप क नगर म मन य को कन क ठनाइय का सामना करना पड़ा 3 यरोप क जनस या म व क कारण का व लषण द िजए चौदहवी सद स

यरोप क दश म इसन नगर करण को कस कार स भा वत कया

810 सदभ थ 1 Chapter by RR Enfield in the book lsquoEuropean Civilization ndash Its

origin and Developmentrsquo Volume V under the direction of Edward Eyre Oxford University Press London 1937

2 Chapter by RM Hartwell in the book lsquo The Cambridge Modern History Volume IX (1793-1830) edited by CW Cramley Cambridge University Press London 1965

3 Brison D Gooch Europe in the Nineteenth Century the Macmillan Company London 1970

4 David Ogg Europe in the Seventeenth Century Hindi edition Jaipur 1967

5 Carlton JH Hayes Modern Europe to 1870 The Macmillan Company New York Sixth Print 1960

6 Langer Eadie Geanakoplos Hexter Pipes Western Civilization Volume II Harper and Row New York Second Edition 1975

7 Wallbank and Taylor Civilization ndash Past and Present Volume II Third Edition 1975

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इकाई-9 कारखाना और मजीवी वग

इकाई क परखा 90 उ य 91 फ टर स टम

911 फ टर या ह 912 फ टर स टम कस श हआ 913 एक का प नक फ का काय व यास

92 फ स टम एवम औ यो गक ा त 93 फ स टम का सामािजक असर 94 बराइया 95 बराइय को दर करन क यास एवम समाधान

951 ससद य यास 952 समाज सधार और अबधनी त 953 सधारक य न जार रह 954 सडलर क य न 955 एशल का कानन

96 समाज और सामािजक प रवतन 97 साराश 98 अ यासाथ न

981 अश पर छोट सवाल 982 सार इकाई पर सवाल

99 ास गक पठनीय थ

90 उ य लगभग 1750 स लकर 1850 तक क काल को पि चम यरोप म औ यो गक ा त

का काल माना जाता ह अ य इकाइय म तमन औ यो गक ा त क बार म व तार स पढ़ा होगा अ य बात क अलावा औ यो गक ा त का सबध उ पादन क लए एक नए सामािजक व यास को नाम दया गया ldquoफ स टमrdquo फ स टम म काम करन क लए समाज म एक नए मजीवी वग का ज म हआ इस इकाई म हम फ स टम और इसम काम करन वाल मजीवी वग क बार म जानग

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91 फ स टम 911 फ या ह

औ यो गक ा त स श आत क भी पहल क बात ह कसी तजारत करन वाल कपनी क नमाइद को ldquoफ टरrdquo बलाया जाता था उसक द तर को फ rdquo फ स कपनी खर द-फरो त करती मसलन हम अ जी ई ट इि डया कपनी को ल जब कपनी स हवी सद म भारत आई तो उसन गजरात तट पर सरत बदरगाह म अपनी पहल मख फ था पत क इस फ म कपनी अपना यापार का सामान रखती और ह द ता नय क

साथ खर द-फरो त करती याल रखन वाल बात यह ह क ई ट इि डया कपनी एक तजारती कपनी थी और उसका उ पादन स चाह वह औ यो गक हो या फर गर औ यो गक कोई सीधा सरोकार न था

जस-जस अठारहवी सद म औ यो गक ा त का व तार हआ वस-वस फ श द का च लत अथ भी बदलता गया अब फ का अथ उस थान स हआ जहा क मशीन क वारा कार गर काफ मा ा म चीज को बनात यह अथ आज तक साधारण बोलचाल क

भाषा म च लत ह सो िजस कारखान म हवाई जहाज बनता ह वह भी फ कहलाता ह और िजसम कपड़ बनत ह वह भी हाला क ldquoफ rdquo कवल चीज बनान वाल कारखान को कहा जाता था फ जसी उ पादन यव था और कम व यास उ योग म भी य त होती थी जस क कोयला खदान

इस इकाई म हम म यतः औ यो गक ा त क पहल चरण पर गौर करग इस चरण (1750-1850) म फ ट रया यादातर सत कातन क कपड़ा बनन क और लोह का काम करन वाल होती थी

912 फ स टम कस श हआ

पजीवाद यव था क श आत क दन म पि चमी यरोप म उ पादन म यतः प टग आउटrdquo स टम पर नभर करता था इस यव था म पजी का मा लक यापार कार गर को क चा माल खर द कर दता कार गर अपन-अपन घर पर अपनी ह मशीन स चीज बनात िज ह क यापार इक ा कर क बाजार म बचता इस यव था म फायदा यह था क यापार दर-दर तक फल कार गर स काम करवा सकता था और उस अपन कार गर क रहन खान क यव था भी नह करनी पड़ती

पर इस यव था म नकसान कई थ एक तो यापार को अपन कार गर तक पह चन म और उनस बना हआ माल लन म काफ समय बबाद करना पड़ता दसर काम क वा लट बरकरार रखना मि कल था तीसर कार गर स समय पर काम करवान म द कत

होती थी इन मि कल स पार पान का एक तर का था वह यह क सार कार गर को एक ह

कारखान म इक ा कर लया जाए पर ऐसा करन पर यापार को कारखान क इमारत बनान

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म पसा लगाना पड़ता मशीन खर दनी पड़ती और फोरमन और सपरवाइजर को नौकर पर लगाना पड़ता अथात यापार का उपरला खच काफ बढ़ जाता

पर जब 1700 ई0 म वीडन क यापार टोफर पोलहम न 100 कार गर वाल एक बतन-भाड क फ टर था पत क तो उसन पाया क उ पादन पर कल खच इतना कम हो जा रहा था क उपरला खच बढ़न क बावजद वह अ छा खासा मनाफा कमा लता

913 एक का प नक फ टर का काय व यास

एडम ि मथ अपनी कताब द व थ ऑफ नश स (1776) म एक साधारण पन बनान वाल फ टर का वणन करता ह जब पन घरल उ योग म बनाए जात थ तो एक या दो यि त ह पन बनान म लगत थ पर फ टर म पन बनान क या को कई ह स म बाट दया गया एक आदमी तार खीचता दसरा उस सीधा करता तीसरा काटता चौथा उसक एक सर को नक ला करता पाचवा उसक दसर सर को घसता वगरह इस तरह तार खीचन स लकर बन ह ए पन को कागज क प ड़या म पक करन तक एडम ि मथ न कोई 32 चरण गन इनम स कसी भी चरण पर ह नरमद कार गर क ज रत नह थी एक ब चा भी इनम स कसी एक चरण को बखबी परा कर सकता था यह फ स टम क मख व श टता थी

फ टर म उ पादन क या को बह त ह सरल छोट-छोट ह स म बाट दया गया हर चरण को एक साधारण अकशल मक भी आसानी स परा कर सकता था या न क अब कारखान क उ पादन- मता कसी यि त वशष क द ता पर नभर नह करती थी बि क सार कारखान क आगनाइजशन पर िजस क एक मनजर आसानी स क ोल कर सकता था फर च क द कार गर क ज रत नह थी तो फ ट रय म ि य और ब च को आसानी स मक क तौर पर इ तमाल कया जा सकता था और हाला क ि या और ब च एक प ष िजतना ह उ पादन करत उनक तन वाह आद मय क तलना म कह कम रहती इस सब स फ टर क मा लक को काफ मनाफा होता

92 फ स टम एवम औ यो गक ा त इ तहासकार हो सबाम का कहना ह क वस तो स हवी सद स ह उ पादन या म

अनक कार क या क सधार होन श हो गए थ पर सफ या क सधार ह औ यो गक ा त नह ला सक औ यो गक ा त क लए ज र था क उ पादन इतना यादा और इतना

स ता हो क बाजार म आप स आप इस उ पाद क लए माग बढ़ ऐसा तब ह हो सका जब या क सधार क साथ उ पादन क लए एक नए कम व यास का इ तमाल कया गया जब उ पादन क या स सब धत डवीजन आफ लबर को (काम क बटवार) को काफ ज टल बना दया गया उ पादन क या को कई छोट-छोट टकड़ म बाट दया गया और एक मजदर क िज म कवल एक ह ह सा रखा यह फ स टम क मख व श टता थी

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93 फ टर स टम का सामािजक असर मनाफा बढ़ान क लए यह ज र था क फ म लगी मशीन का यादा स यादा

उपयोग कया जा सक फ मा लक क च टा यह रहती थी क अपन कार गर स तब तक लगातार काम करवात रह जब तक क मशीन ह जवाब न द जाए इसका मतलब यह था क कामगार को काम करन क तर क का एक नया अनशासन सीखना पड़ा

इ तहासकार ईपी हामपसन का मानना ह क िजस लय स मशीन चलती ह उसी लय स मक को चलना सीखना पड़ा समय क पाबद सीखनी पड़ी क एक नि चत समय पर काम पर आए और एक नि चत समय पर काम स हट एक ह थान पर खड़ होकर लगातार एक ह या क काम को लगातार करत रहन क आदत डालनी पड़ी य द कसी क िज म पन का तार घसना था तो वह लगातार दनभर कवल तार ह घस सकता था िजस यि त को तार सीधा करन का काम दया गया दनभर एक ह थान पर खड़ रहकर कवल तार ह सीधा करता रहता

जस-जस समय बीतता गया इस पर स टम क दगण भी सामन आत गए सबस पहल जो बात सामन आई वह यह ह क फ म लगातार एक ह जगह पर कठपतल क तरह काम करत रहना काफ उबाऊ था मक थोड़ ह समय म इस तरह क काम स जी चरान लगत जब फ का मा लक उनस जबरद ती काम करवाता तो जा हरा तौर पर काम करन वाल को यह बात अखरती और उ ह ख दल स काम पर लग रहना पड़ता

जहा तक काम करन क प रि थ तय का सवाल ह कछ बात साफ ह एक तो यह क यह कहना मि कल ह क फ म काम करन वाल क प रि थ त दसर मक क प रि थ त स बहतर थी या बदतर ऐसा इस लए क इ तहासकार क पास औ यो गक ा त स पहल क काल क मक क बार म यादा जानकार नह ह हा यह ज र पता ह क तरहवी सद स ह उ तर यरोप म पगार पान वाल मजदर हआ करत थ और उनक हालत अ य मजदर क हालत स खराब नह थी वस भी स हवी-अठारहवी सद म कम स कम इ ल ड म प टग आउट स टम क तहत काम करन वाल बह त सार मजदर पगार क एवज म ह काम कया करत थ कहन का मतलब यह ह क फ मजदर का तन वाह मजदर होना समाज क लए कोई नह बात नह थी

94 बराइया जो नई बात थी वह यह क जब फ या बनी तो एक साथ बह त सार मजदर शहर

म इक ा ह ए इस जमाव म उनक ददशा भी समाज क सामन कह यादा खर प स उजागर ह ई

उ योग म ब च और औरत को सोलह घ ट या उसस भी यादा काम करवाया जाता थकान क कारण य द कोई काम नह कर पाता तो उस ब ट स पीटा जाता था तन वाह काट ल जाती तन वाह वस भी काफ कम मलती थी एक ह त क लए कसी ह नरमद कार गर को 1795 म कोई 25 श लग और साधारण मजदर को सफ 12 श लग मला

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करत थ म हलाओ को प ष स आधी और ब च को एक चौथाई तन वाह ह मलती हाला क व प ष िजतना ह काम करत

कोयल क खदान म तो ि थ त और भी यादा खराब थी यहा चार स पाच साल क ब च को खदान क सरग क अदर बारह स सोलह घट काम करवाया जाता इनक औसत पगार दो स तीन श लग त स ताह थी

फ स टम क आन स मजदर क गर बी भी बह त यादा उजागर होन लगी वस तो औ यो गक ा त क श क साल म ह यह साफ हो गया था क समाज म नर ह गर ब क स या बढ़ रह ह पर इस ि थ त स बचन क लए कछ खास नह कया गया पीनहमल ड नामक क ब म गर ब क मदद क लए एक स टम ज र श कया गया िजस पीनहमल ड स टम क नाम स जाना जाता था कछ दसर क ब न भी इस स टम को

अपनाया पर बढ़ती ह ई औ यो गक गर बी क सामन यह स टम प त हो गया शहर म ि थ त कछ ऐसी थी क मजदर क हालत बद स बदतर होती चल गई

शहर बगर कसी योजना क बतहाशा बढ़त चल गए उनक नगरपा लकाए इस नई आबाद क दखभाल करन म असमथ रह शहर म गद द र बि तया पनपन लगी िज ह अ जी म लम कहत ह जहा अब तक शहर म अनक तबक क लोग आपस म मल कर रहत थ

वहा धीर-धीर मजदर बि तया शहर क बाक आबाद स हट कर रहन लगी इन बि तय म न तो सडक ठ क होती न ह ना लया न ह कड़ा नकालन क कोई यव था न ह पय जल का इतजाम और न ह ठ क स बन ह ए मकान इ तहासकार हो सबाम का कहना ह क यरोप क शहर म इस क म क बि तया यादातर शहर क पव ह स म बसी सो शहर म एक नया भद श हो गया ई ट ए ड नवासी (गर ब) और व ट ए ड नवासी (अ भजा य) का

रह-रहकर औ यो गक शहर म महामा रया भी बढ़न लगी लासग म पहल बार 1818 ई0 म हाइफस जवर का कोप फला यरोप क सार औ यो गक शहर म 1831 ई0 और 1832 ई0 म टाइफाइड़ क महामार छाई रह इन शहर म कालरा मयाद बखार और तप दक का भी बोलबाला रहा य सार बीमा रया यादातर मजदर बि तय म ह रह मानो यह सा बत कर रह ह क जहा द र ता और गदगी ह वहा बीमा रया भी रहगी इस सबन मजदर बि तय क नवा सय का हौसला तोड़ दया सामािजक हौसलाप ती क कई ल ण सामन आन लग शराब का ज रत स यादा इ तमाल होन लगा बाल ह या व याव त आ मह या और मान सक व ता क घटनाए बढ़न लगी मजदर क दग त इस बात स और भी यादा उजागर ह ई क औ यो गक ा त क कारण समाज क बाक सार वग क स प नता बढ़ रह थी

95 बराइय को दर करन क यास एवम समाधान फ टर स टम क इन बराइय को ज द स ज द दर करना बड़ा ज र था य क

एक तो साधारण मानवीयता का तकाजा था क मजदर क काम करन क हालात म सधार आए इसस भी यादा बड़ा कारण यह था क फि य म अ धकाश उ पाद फ म काम करन वाल मजदर ह खर दत थ इस लए अगर मजदर क माल हालत एक सीमा स नीच जाती

34

तो नकसान पजीप तय को ह होता और अगर मजदर बि तय क समाज यव था को ठ प होन दया जाता तो डर था क कह दश म व ोह न भड़क उठ व ोह न भी होता तो यह तो साफ था क म यवग क जवान इन बि तय म फल रह शराबखोर व याव त और अ य कार क अन तकता क च कर म पड़ रह थ य द म यवग को अन तकता स बचाना था तो

ज र था क मजदर वग स अन तकता को दर कया जाए

951 ससद य यास

आजकल यह माना जाता ह क य द फ मा लक अपन मजदर क भल कार दखभाल कर तो उ ह ह यादा मनाफा होता ह पर उ नीसवी सद म यह बात अ धकाश पजीप तय क समझ म नह आ रह थी इस लए हम पात ह क फ टर म मजदर क ि थ त सधारन वाल अ धकाश उपाय कवल कछ फ टर मा लक क पहल पर रा य यव था वारा व भ न दश क ससद वारा कए गए सबस यादा सधार का काम इगल ड म

हआ ऐस उपाय म स पहला था इगल ड म राबट पील वारा ससद म पास कया गया

ह थ ए ड मारटज ए ट (1802) यह ए ट कवल बड़ी फ ट रय पर लाग होता था और कवल एपरि टस पर इस ए ट म यह कहा गया क नौ साल स कम उ क ब च बतौर एपरि टस नह लगाए जा सकत फ मा लक पर इन ब च स बारह घ ट स यादा या फर रात म काम करवान पर रोक लगा द गई

1802 क ए ट म कई खा मया थी एक तो यह कवल बड़ी फ य पर लाग होता था और वहा भी कवल उन फि य पर जो क एपर टस को इ तमाल करती थी बह नर बाल मजदर को इस ए ट स कोई सर ा नह मलती थी सबस म य बात तो यह थी क इस ए ट म नर ण करन का कोई ावधान न था नतीजतन यह ए ट महज कागजी कानन बन कर रह गया

फर 1816 म पील क चयरमनी म एक ससद य कमट का गठन कया गया इस कमट क सलाह पर 1819 का फ नय ण कानन पास कया गया इस कानन म पछल कानन क ावधान को दोहराया गया और कहा गया क सार बाल मजदर को इस कानन क सर ा द जाएगी साथ ह यह नधा रत कया गया क सोलह साल स कम उ क मजदर को बारह घ ट क दन म डढ़ घ ट क खान क छ ी द जायगी च क यह ए ट सार कामकाजी ब च पर लाग होता था इस लए लोग न इसका डट कर वरोध कया वरो धय म एक बड़ा तबका उन मा-बाप का था जो अपन ब च स काम करवात थ

952 समाज सधार और अबधनी त

तमन अबधनी त क बार म पढ़ा होगा यह नी त अठारहवी सद क अ तम दशक म काफ फल चक थी अथशा ी एडम ि मथ िजसका हम पहल िज कर चक ह इसका एक बड़ा समथक था इस नी त क मतावल बय का मानना था क समाज क अथ यव था तब ह

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सफल हो सकती ह जब क सरकार अथ यव था को अपन आप पर छोड द उसम अपनी टाग न अड़ाए

जब उ नीसवी सद म ससद य य न मजदर क सधार क लए होन लग तो सधार-वरोधी उ योगप तय न अबधनी त क दहाई दत ह ए यह गहार लगाई क अगर रा य फ स टम को सधारन व नय त करन क को शश करगा तो सार अथ यव था ह ठ प हो जाएगी दरअसल बड़-बड़ दाश नक वचार क आड़ म य वरोधी कवल इतना कह रह थ क उ ह मजदर -ब च म हलाओ और प ष का खन चसन स नह रोका जाना चा हए भल ह ऐसा करत ह ए व समाज क इतनी दग त य न कर द िजसस क समाज का साधारण चाल-चलन ह ठ प हो जाए ऐस वरो धय को उनक खद क बवकफ स बचाना ज र था

953 सधारक य न जार रह

1820 क दशक म पावर लम और भाप क इजन म काफ यादा या क सधार आए इसका नतीजा यह हआ क इस दशक म धीर-धीर फ स टम सार कपड़ा उ योग और ख नज उ पादन पर छा गया फि या भी कवल कछ शहर इलाक म कि त होन लगी लकाशायर का कपड़ा उ योग इसका अ छा उदाहरण ह यहा कोई 25 वग मील क म इतनी यादा कपड़ा मल थी क इ ल ड का 80 तशत स यादा कपड़ा बनाया जाता था िजतना फ ट रय का जमाव बढ़ा उतना ह उनक दगण कट ह ए इसम सधार लान क ससद य यास भी उतन ह जोर स कए जान लग

954 सड़लर क यास

माइकल सड़लर न 1831 म टन-आवर बल इ ल ड क ससद म पश कया इस बल म यह ावधान था क कसी भी मजदर स दस घट (टन-आवर) स यादा काम नह लया जा सकगा यह बल ससद म पास नह हो सका

पर इन दन इ ल ड म व ट इ डीज क दास था को लकर काफ गहमा-गहमी चल रह थी इसक रहत अखबार और प काओ म फ टर मजदर क तलना व ट-इ डीज क नी ो दास स क जान लगी धीर-धीर यह मत फलन लगा क मजदर क ि थ त म सधार क लए कछ ठोस कदम उठाए जान चा हए इसक फल व प जब 1833 म लाड एशल न ससद म अपना ताव रखा तो वह कछ ससद य छ ना-झपट क बाद पा रत हो गया

955 एशल का कानन

लाड एशल क कानन (1833) को सार कपड़ा बनन क फि य पर लाग कया गया इसक अनसार नौ साल स कम उ क ब च को फ म काम करवान पर पाबद लगा द गई तरह साल स कम उ क मजदर स दन म नौ घ ट और स ताह म 40 घ ट स यादा काम करवाना तब धत कया गया उ ह रोज डढ़ घ ट क खान क छ ी दना ज र

रखा गया यह कहा गया क अठारह साल स कम उ क मजदर स दन म 12 घट और स ताह म 69 घट स यादा काम नह करवाया जा सकता ldquoरातrdquo क काम को ठ क तरह स

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प रभा षत कया गया साढ़ आठ बज शाम स लकर साढ़ पाच बज सबह तक क समय को ldquoरातrdquo करार दया गया और इस पार म कवल अ ारह साल स यादा उ क मजदर क योग क अनम त द गई फ म काम करन वाल हर ब च का रोज दो घट कल जाना नि चत कया गया नर क क एक बड़ी टोल नय त क गई जो फ मा लक पर नगरानी रख सक और जो मा लक कानन क अवहलना करत ह ए पकड़ जाए उन क सर बड़ी सजा का ावधान रखा गया

इस कानन म दो म य खा मया थी एक तो यह कवल कपड़ा उ योग पर ह लाग कया गया जब क अ य उ योग म भी मजदर क हालत काफ खराब थी दसर यह कवल ब च को अपन दायर म लता था जब क ि य और प ष को भी काननी सर ा क आव यकता थी

96 समाज और सामािजक प रवतन बहरहाल इस कानन स कछ बात साफ जा हर होती थी सबस पहल बात तो यह क

हाला क समाज म अब भी अबधनी त का बोलबाला था अब सरकार क समझ म यह आन लगा क समाज क कछ अश ऐस होत ह जहा क सधार लान क लए सरकार ह त प ज र होता ह दसर बात यह क अब साधारण तौर पर यह माना जान लगा क समाज म औ यो गक उ पादन क इकाई प रवार नह बि क यि त वशष था और उसक सामािजक सर ा और सखा-पढ़ क िज मदार कवल प रवार पर ह नह छोड़ी जा सकती थी समाज को भी आग बढ़कर कछ उपाय करना ज र था

धीर-धीर अ य उ योग को भी फ कानन क तहत लाया गया 1842 म लाड एशल क कानन को कोयला खदान पर लाग कया गया और म हला मजदर को भी सर ा द जान लगी 1878 म इस कानन न सार फि य और वकशाप को अपन दायर म ल लया इस बीच दसर दश म भी फ कानन क या जार थी 1841 म ास म बाल-मजदर कानन लाग कया गया ए शया म भी 1870 तक कई कानन जार कए गए पर उ ह कभी गभीरता स लाग नह कया गया

1848 म सार यरोप म सोश ल ट व ोह ह ए और उ ह काफ आसानी स कचल दया गया इन व ोह म मजदर न बढ़ कर ह सा लया था कचल जान क बाद इन व ोह क बह त सार नता मजदर नता बन गए और फ मा लक स मजदर क भलाई क लए माग करन लग इस समय क बाद स फ मजदर क सगठन बनना श हो गए और कमशाला क हालात म सधार क लए य सगठन अपन अपन उ योग और सरकार पर जोर हालन लग ऐसा इ ह न कस तरह कया तम अ य इकाइय म पढ़ोग

97 साराश इस इकाई म तमन जाना क फ स टम अठारहवी सद म श हआ इसन

औ यो गक उ पादन म एक नए कम व यास को ज म दया फि या चलान क लए एक नए क म क अनशासन क ज रत थी जो क पहल कभी ससार म दखन को नह मला था लगातार अनशासन था पत रखन क लए फ क मय क उपर एक नए मनजमट तबक का

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ज म हआ फोरमन और सपरवाईजर य लोग लबर अ र टो स (Labour aristocrates) कहलाए इनक रहत उ योग म उ योग क मल कयत और उसक मनजमट म भद कया जान लगा मजदर क शहर म रहन स कई बराइया पनपी उ ह दर करन क लए उ नीसवी सद क म य तक अ भजा य वग स कछ समाज सधारक उबर कर सामन आए पर मजदर क सगठन अभी ठ क तरह स नह पनप पाए थ व 1848 क यरोपीय व ोह क बाद उबर

98 अ यासाथ न (I) अश पर छोट सवाल

कछ श द म जवाब द िजए (क) या फ स टम और औ यो गक ा त म स कोई एक बगर दसर क पनप

सकता था (ख) फ स टम क मख व श टता या थी (ग) या पन बनान क फ वा तव म एडम ि मथ क वणन क अनसार होती ह (घ) या फ स टम अन तक था (च) अबधनी त फ मा लक को य पसद थी (छ) इस इकाई म िजन फ सधारक का िज ह उसक अलावा दो और सधारक क

नाम बताइय (II) सार इकाई पर सवाल

दो सौ स तीन सौ श द म जवाब द (क) फ स टम इ ल ड म कस तरह पनपा (ख) फ स टम न कस तरह था पत आ थक और सामािजक स थाओ पर हार

कया (ग) फ स टम क कारण समाज म कस तरह क प रवतन आए (घ) फ स टम म सधार लान क य न क ववचना कर

99 ास गक पठनीय थ ईज हो सबाम - ाम इड ट ए पायर प गइन ईज हो सबाम - एज आफ रवो यशन प गइन ईपी टाम सन - म कग आफ द इग लश व कग लास (सभी कताब अ जी म ह बाजार म आसानी स मल जाती ह)

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Page 19: एमassets.vmou.ac.in/MAHI01-2.pdf ·  · 2014-04-056.7 इंगलैड ... अलबट[थेयर(Albert Thaer) ने1798 (Introduction to the knowledge of English Agriculture)

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गई तथा वहा पर नवीन क ष प तय का अनसरण कया गया इसस वहा क कसान क दशा कछ हद तक सधर इन दश म भी अठारहवी शता द म कोई आ दोलन नह हआ

79 साराश चौदहवी सद तक इ लड म साम तवाद का बोलबाला था तथा कषक क दशा शोचनीय

थी ल कन सोलहवी सद तक इ लड म कषक दास क था समा त हो गई यरोप क सभी दश म कषक दास क था अठारहवी सद क आर भ तक बनी रह प हवी सद म जमनी ास व पन तथा स हवी सद म ास म असफल व ोह ह ए

अठारहवी शता द म इ लड म क ष क म नवीन प त का वकास हआ तथा बाड़ब द क गई ल कन हाल ड ास व ए शया क कछ भाग को छोड़ कर शष यरोप म खती ाचीन तर क स ह होती रह साम त क अ याय भी यथावत बन रह

ासीसी ा त क आर भ होन क बाद कषक न साम त क नवास थान पर आ मण करक अपनी दासता क सा य को न ट कया 1789 ई0 म रा य सरकार न सामतो स मि त दलान क लय दो कानन पास कय 1792 व 1793 ई0 म भी इस दशा म य न कय गय

आि या - हगर सा ा य क बोह मया दश म 1768 स 1775 तक बार बार कसान क व ोह ह ए य य प वहा क स ाट जोजफ न कषक को कछ रयायत द ल कन वशषा धकार ा त वग क वरोध क कारण उसक आदश को लाग नह कया जा सका

स क शासक न साम त का समथन ा त करन क लय समय समय पर उ ह अ धकार दान कय तथा कषक का दमन कया 1705 ई0 स लकर 1775 ई0 तक स म कषक क अनक व ोह ह ए इनम स पगाचव क नत व म 1773-75 का व ोह सबस भयकर था य व ोह स क पव भाग म ह ए इन व ोह म खान व कारखान म काम करन वाल मक तथा गर सी जा तय न भाग लया असग ठत होन तथा व ोह म भाग लन वाल त व म एकता क अभाव म य सब व ोह असफल रह इन व ोह क बाद भी स क शासक न दमन क या जार रखी

य य प यरोप क अ य दश म कषक क -ि थ त खराब थी ल कन तहा पर कोई आ दोलन नह ह ए

710 बोध न 1 अठारहवी सद क आर भ म कषक क दशा का वणन क िजए इस शता द म

आि या - हगर म ह ए कषक आ दोलन का व ोह का ववचन क िजए 2 अठारहवी सद म कषक क त स क शासक क ि टकोण का व लषण

क िजए इस सद म स म ह ए कषक व ोह का स त वणन करत ह ए कषक व ोह का स त वणन करत ह ए उनक असफलता क कारण क ववचना क िजए

3 न न ल खत वा य को पढ़ कर उनक स मख सह () या गलत () का नशान लगाईय

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(1) ासीसी ा त क आर भ होन क बाद कषक न साम त क नवास थान पर आ मण करक उन द तावज को न ट कया जो उनक दासता क सा य थ

(2) आि या का स ाट जोजफ साम तवाद क अ धकार को समा त करन म सफल रहा

(3) अठारहवी शता द म स म कषक क अनक व ोह ह ए (4) अठारहवी सद म स क अ धकाश कषक व ोह क बाद वहा क सरकार न

उनक ि थ त म सधार कया

711 सदभ थ 1 पाथसारथी ग ता (स पादक) यरोप का इ तहास वतीय स करण 1987 नई

दहल 2 Peter Gay and RK Webb Modern Europe Harper and Row

New York 1973 3 History of the USSR Part I (English Translation) ndash From the

Earliest Times to the Great October Socialist Revolution Progress Publishers Moscow 1977

4 Chapter VI and VII Written by MP Vyatkin and AG Mankow on Early Eighteenth Century and Second Half of the Eighteenth Century Robert Briggs ndash Early Modern Europe 1560-1718 Oxford University Press 1977

5 Edward Eyre (Director) ndash European Civilization ndash Volume V Oxford University Press London 1977

6 Montague Fordham ndash The European Peasantry 1600-1914 7 RR Enfield European Agriculture since 1750

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इकाई-8 नगर व शहर का वकास एव म नगर करण

इकाई क परखा 80 उ य 81 तावना 82 ाचीन काल क नगर क आबाद व बनावट 83 नगर क आबाद म व व उसक आकड़ 84 जनस या म व क कारण 85 ाम स नगर क ओर पलायन 86 नय नगर का व प 87 प रणाम 88 साराश 89 बोध न 810 सदभ थ

80 उ य इस इकाई क अ ययन स आप समझ पायग क यरोप म नगर व शहर का वकास

कस हआ नगर करण क इस या स ामीण जीवन कस भा वत हआ तथा नगर करण क या प रणाम ह य

81 तावना ाचीन काल क नगर एव नाग रक वारा अ धकार क ाि त हत कय गय य न

रोम व यनान क स यता क इ तहास म अनक नगर रा य का उ लख मलता ह इटल व यनान क ऐस नगर क अ त र त रोमन सा ा य क व भ न भाग म भी नगर क अि त व क बार म जानकार मलती ह उस काल म ऐस नगर कसी राजा अथवा साम त क गढ़ क चार ओर बसाय जात थ य नगर ाम स कछ बड़ होत थ तथा इनक आबाद भी गाव स अ धक होती थी अपन अ धप त क त नगर क नवा सय को लगभग उ ह दा य व का पालन करना पड़ता था जो क गाव म कषक दास (Serf) करत थ धम य और रा य रा य क उदय क कारण सामत क शि त ीण होन लगी इस काल म वा ण यवाद का उदय व व तार भी हआ नाग रक न साम त को बा य कया क वह यक प रवार स कर वसल न करक सम त नाग रक स साम हक प स कर वसल कर उ ह न अपन-अपन नगर क बाजार का ब ध भी अपन हाथ म ल लया अपन अ धप त क अदालत म ववाद का नपटारा करान क थान पर व अपनी बनाई गई अदालत म मकदम क सनवाई और फसल करन लग ऐस सब अ धकार क स ब ध म उ ह न राजा अथवा साम त स चाटर (Charter) ा त कय इ ल ड म यापा रय क सगठन न साम त को वपल धनरा श अदा कर य अ धकार ह तगत कय ास व नीदरल ड म नाग रक क सगठन को क यन

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(Commune) कहत थ इन क यन न अपन साम त क व सफलतापवक व ोह कय जमनी म अनक नगर न मलकर ऐस अ धकार लय तथा साम हक सर ा क लय ब ध भी कय इस समय म कछ भावशाल पाद रय ( बशप) न भी कछ नगर बसाय इ ह बसात समय उ ह न नाग रक को उनक अ धकार क स ब ध म चाटर दान कय

82 ाचीन काल क नगर क आबाद व बनावट हज क अनसार चौदहवी सद क अ त म यरोप क अ धकाश नगर क आबाद अ धक

नह होती थी पाच हजार क आबाद वाला नगर बड़ा माना जाता था इसस भी अ धक आबाद वाल नगर थ ल कन उनक स या अ धक नह थी यहा तक क लदन प रस स वल व नस यबक रोम आ द जस बह त बड़ नगर क आबाद एक लाख स कम थी यरो पयन दश क अ धकाश जनस या नगर क अप ा ाम म अ धक थी

उस समय क नगर क नवासी यापार क साथ बागवानी व छोट पमान पर क ष करक अपना जीवन यापन करत थ आम तौर पर एक नगर क चार ओर मजबत ाचीर होती थी और अनम त प क वारा ह एक नगर क व भ न दरवाज स शहर म वश मलता था नगर क चारद वार क अ दर व भ न कार क मकान होत थ जो एक दसर स सट ह ए होत थ इसम चच टाउन हाल व यापा रक तथा कार गर क सगठन क इमारत भ य होती थी सड़क चौड़ी नह थी ग लया इतनी सकड़ी होती थी क उनम स घोड़ा गाड़ी आ द क ठनता स गजरत थ ग लय व बाजार म पानी क नकास क लय ना लय का ब ध नह होता था यक नगर म एक थानीय स था होती थी रात म नगर क दरवाज ब द कर लय जात थ शा त व स यव था बनाय रखन क लय प लस नय त क जाती थी ल कन उनक स या बह त कम होती थी

83 नगर क आबाद म व व उसक आकड़ चौदहवी सद स इन नगर क आबाद बढ़न लगी समय क स य साथ अनक कारण

स पहल स था पत नगर क आबाद बढ़ती गई यहा तक अनक थान म मन य नगर क चारद वार क बाहर भी बस गए प हवी सद क बाद क यग म यरोप म कई अनक नय नगर बस तथा कछ परान नगर क सम न ट हो गई ल कन फर भी 1830 म यरोप म नगर क अप ा ामीण म मन य अ धक स या म नवास करत थ इटल व ास स उसक कल जनस या क साठ तशत ए शया म स तर तशत पन म न ब तशत और स तथा पव दश म पचानव तशत आबाद गाव म रहती थी य - य इन दश म

औ यो गक वकास क ग त म तजी आती गई य - य गाव स मन य अ धका धक स या म शहर म आन लग

म य यग क अ त व आध नक यग म नगर क वकास क अनक कारण ह इनम सबस मख कारण यरोप क सभी दश म जनस या क लगातार व होना ह ोफसर कार साडस न 1300 व 1600 ई0 म यरोप क व भ न दश क जनस या क न ना कत आकड़

तत कय ह

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-स दश का नाम जनस या 1300 ई0 1600 ई0 1 इगल ड चाल स लाख पसठ लाख 2 ास 1 करोड़ 40 लाख 1 करोड़ साठ लाख 3 पन व पतगाल साठ लाख 1 करोड़ 4 जमनी (नीदरलड क साथ) 1 करोड़ 50 लाख 2 करोड़ तीस लाख 5 डनमाक दस लाख छ लाख 6 वडन छ लाख - 7 नाव तीन लाख - 8 इटल 1 करोड़ यारह लाख 1 करोड़ तीस लाख

इसस प ट ह क चौदहवी स स हवी सद म अनक दश क जनस या म व ह ई स हवी सद क बाद जनस या क व क दर और बढ़ गई य - य व भ न दश म औ यो गक वकास क ग त बढ़ य - य जनस या क व क दर भी बढ़

चौदहवी सद स यरोप म जनस या क बढ़न क कारण का स त म व लषण करना आव यक ह य क नगर करण म व स इसका घ न ठ स ब ध ह

84 जनस या म व क कारण 1 पर परागत धारणाओ का अत कार साडस क अनसार म य यग म ईसाई समाज

म शर र क प व ता (Celebeoy) को एक न तक कत य माना जाता था य क मन य क जीवन म न तकता का अ य त मह व था ल कन अनक ईसाई सत न खल बसी (Celebacy) पर जोर दत ह ए भी यह माना था क अ धकाश ि य व प ष को शाद कर लनी चा हए फर भी कछ मन य अ ववा हत ह रहत थ पनजागरण क समय स यह धारणा कमजोर पड़ती गई

2 भयकर रोग क कोप म कमी ाचीन काल स ह लग व हजा भयकर रोग स यरोप क दश म बड़ी स या म मन य म य क ास बन जात थ अतएव म य दर अ धक थी अनक शश भी बा याव था म मर जात थ ल कन प हवी शता द स औष ध व ान म नर तर ग त होती गई फल व प लग व हजा आ द का कोप बह त कम हो गया शश भी अ धक स या म जीन लग इसस ज म दर बढ़ती गई म य दर क कम होन तथा ज म दर क बढ़न स आबाद म व ह ई

3 द भ का अ त लगभग स हवी शता द तक वषा क अभाव म फसल खराब हो जाती थी तथा द भ क कोप स काफ मन य मर जात थ क ष क ldquoनवीन प तrdquo क योग स अ न का उ पादन बढ़ता चला गया फल व प अकाल का कोप समा त हो गया

4 यापार म उ न त वा ण यवाद क उदय व व तार स अ तदशीय व वदशी यापार म व ह ई यापा रक काय क लय अ धक यि तय क आव यकता पड़न लगी अब वा ण यवाद क समथक क साथ रा य क सरकार भी

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जनस या म व चाहन लगी वा ण यवाद क वशष - व लयम टपल डवीनट आ द न रा य को इस ओर कदम उठान क लय रत कया अनक रा य न ववा हत यि त को कर म छट द तथा अ ववा हत यि त पर अ त र त कर लगाय कह -कह पर बड़ प रवार वाल यि त को रा य क तरफ स आ थक सहायता भी द जान लगी

5 क ष उ पादन म व ाचीन व म य यग म यरोप म एक नगर क सम उसक आस-पास क म अनाज क उ पादन पर नभर रहती थी यातायात क क ठनाईय क कारण दसर थान स अनाज नह लाया जा सकता था एक ओर तो क ष उ पादन म व न अकाल को लगभग समा त कर दया तो दसर ओर यातायात क साधन न यह सभव कर दया क दर-दर स अनाज मगाया जा सक अतएव अब नगर अपन आस-पास क क अनाज क उ पादन पर नभर नह रहा वह अपनी बढ़ती ह ई जनस या क लय अनाज का ब ध कर सकता था

6 स नक आव यकताए यरोप क व भ न दश पार प रक सघष म लग रहत थ इ ल ड क पहल ास और बाद म हाल ड क साथ त पधा व तीस वष य य (1618-1648) इसक उदाहरण ह ास क लई चौदहव (1643-1715) न ास को य म उलझाय रखा स क पीटर महान न व तारवाद नी त अपनाई इन य क लय स नक क आव यकता बनी रहती थी अत सब दश यह चाहत थ क उनक जनस या म व हो ता क उ ह अ धक स नक मल सक

7 औ यो गक वकास इ ल ड म औ यो गक वकास क फल व प जनस या म व ह ई अठारहवी शता द क उ तराध और उ नीसवी सद म यरोप क अ य दश म यह या आर भ हो गई तथा उनक जनस या भी बढ़ती गई अठारहवी सद क म य व उ नीसवी सद क अ त तक यरोप क जनस या म तीन गनी व ह ई

85 ाम स नगर क ओर पलायन नगर करण क एक वशषता गाव स शहर क ओर मन य का पलायन था इ ल ड

म इस कार का पलायन वा ण य क वकास स आर भ हआ क ष क उ न त तथा औ यो गक ा त क समय इसम व ह ई अ य दश म भी यापार क ष व उ योग क वकास क समय इस कार क व त दखन को मलती ह म य यग व आध नक यग क आर भ तक यरोप क यक दश म नगर क आबाद क मकाबल म ामीण क आबाद बह त अ धक थी 1830 इ वी म इटल व ास म कल जनस या का साठ तशत शया म स तर तशत पन म न ब तशत और स तथा पव यरोप क दश म 95 तशत ामीण म रहता था

1851 म इ ल ड म पहल बार ाम क मकाबल म शहर क आबाद अ धक दज क गई इस समय म यरोप म प चीस नगर ऐस थ िजनक आबाद एक लाख क लगभग थी इनम स चार इ ल ड तथा एक काटलड म था इसम लदन क आबाद जो 1800 म एक

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लाख थी 1830 म डढ़ लाख हो गई थी इ ल ड को छोड़ कर शष यरोप म प रस क त त नया सट पीटसबग नप स वयना मा को ब लन एम टडम डि लन ह बग वारसा मलान रोम म ड पलरन व नस लयो बडाप ट मास लज व बास लोना क नगर क आबाद पचास हजार स लकर तीन लाख तक थी

उ नीसवी सद क उ तराध तथा बीसवी सद म नगर क आबाद बढ़ती गई तथा ाम क जनस या म कमी आई इस अव ध म एक ओर नगर क आबाद बढ़ और दसर तरफ काफ स या म भ मह न कषक कशल कार गर व मक गाव स नगर म आय

नगर क आबाद म व तथा वहा गाव स मन य क लगातार आगमन का प रणाम यह हआ क 1914 म इ ल ड म उसक कल जनस या का 80 तशत ास म 45 तशत स कछ अ धक तथा जमनी म 60 तशत यि त शहर म रहत थ इस समय म स पोल ड व डनमाक म लगभग एक तहाई जनता शहर म रहती थी 1850 क बाद बड़ शहर क आबाद म वशष प स तजी क साथ व ह ई पहल प चीस नगर को बड़ा माना जाता था ल कन 1914 म ऐस पचास नगर थ िजनक आबाद एक लाख स अ धक थी

ाम स नगर क ओर मन य क पलायन क लय न ना कत प रि थ तय िज मवार थी

1 कषक दास क मि त म य यग म जमीदार न क ष म होन वाल घाट स बचन क लय यह उ चत समझा क व कषक को हल बल आ द साधन द कर तथा उनस फसल क एक नि चत भाग लकर भ म का त क लय द द इस प त स एक ओर तो जमीदार सभा वत नकसान स बच गय तथा दसर ओर कसान जमीदार क त अ य दा य व स म त हो गय फल व प इ ल ड म धीर-धीर कषक म त हो गय सोलहवी सद तक वहा पर कषक दास (Serfdom) क था लगभग समा त हो गई अब ाम स अनक कसान शहर क ओर चल गय

2 खत क बाड़ बद इ ल ड म तथा कछ समय बाद ास व जमनी क कछ भाग म छोट-छोट खत को मला कर बड़ खत (farms) बनाय गय इसस अनक गर ब कसान भ मह न हो गय तथा रोजगार क तलाश म नगर म आय

3 अ तरा य यापार का वकास वाल बक व टलर क अनसार प हवी सद म इ ल ड एक मह वह न यापा रक रा था ल कन सोलहवी सद म इगल ड का यापार बढ़न लगा इसी समय म पि चमी यरोप क कछ दश का यापार भी बढ़ा अ तरा य यापार क क आ त रक भाग क नगर थ जहा बाहर जान वाला माल इक ा कया जाता था ल कन इनस भी अ धक हलचल उन ब दरगाह पर होती थी जहा स जहाज बाहर जात थ अतएव ऐस थान पर रोजगार क लय गाव स काफ मन य आकर बस

4 औ यो गक वकास इगल ड म औ यौ गक ा त क समय कारखान को बड़ी मा ा म मजदर क आव यकता ह ई गाव स भ मह न कषक कार गर मक व बकार यि त शहर क कारखान म काम करन आय

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86 नय नगर का व प ाचीन नगर क चार द वार क बाहर भी मन य मकान बना कर रहन लग धीर-धीर

अनक नगर म सर ा क य ाचीर तोड़ द गई औ यो गक वकास क ग त म तजी क फल व प िजन नगर क आबाद बढ़ रह थी

व नगर आस पास क दहात तक फल गय यहा तक क ऐस दहाती नगर क समह बन गय ऐस थान म नगर तथा ाम क म य का अ तर लगभग समा त हो गया इस कार का प रवतन इगल ड तथा जमनी औ यो गक दश म प ट प स दखा जा सकता

था कछ थान पर गाव न नगर का प धारण कर लया य क इन थान पर यापार

अथवा उ योग क क खल गय थ इगल ड म इस कार क या का भाव सबस अ धक हआ

इगल ड म राजधानी क अ त र त अ य थान पर भी नगर का वकास हआ ल कन यरोप म रा य क राजधा नय क आबाद ह वशष प स बढ़

87 प रणाम 1 म यम वग का उदय नगर करण क व तार क यग का सबस मह वपण प रणाम

इन नगर म म यम वग का उदय था लगर न लखा ह क नाग रक जीवन स नवो दत म यम वग का सबस घ न ठ स ब ध था यह कहना क ठन ह क इस बज य (Burgeoise) वग म कस कार क यि त सि म लत थ कवल यह कहा जा सकता ह क आम तौर पर म यम वग क सद य गर क ष काय तथा कशल कार गर क काय क अ त र त अ य काय स ा त आमदनी स अपनी जी वका चलात थ उनक पास न तो क ष क लय काफ भ म होती थी और न ह व मक बन कर कमा सकत थ

मा यम वग को भी उ च व न न णी म वभािजत कया जा सकता ह उ च वग म बड़ यापार उ योगप त बकर धनी नवषक और अ छ आय वाल यवसाय म काम करन वाल यि त थ न न म यम वग क सद य उ च वग तथा म यम वग क उ च णी क यि तय क आव यकताओ को पर करत थ इनम दकानदार कशल कार गर बक सरकार द तर औ यो गक व यापा रक त ठान म काम करत थ वक ल कलाकार व ब जी वय को भी इसम सि म लत कया जा सकता ह

इस म यम वग न यरोप क यक दश क राजनी त म मह वपण भ मका अदा क य य प उ च म यम वग क सद य सतोष पण जीवन यतीत करत थ ल कन न न म यम वग को आ थक क ठनाइय का सामना करना पड़ता था

2 मक का दखमय जीवन यरोप क नगर क औ यो गक त ठान तथा क ष फाम म एक बड़ी स या म मक को नौकर द गई फ ट रय म काम करन वाल मजदर क दशा अ य त शोचनीय थी उनक रहन क उ चत यव था नह क गई थी व तग ग लय और बना हवादार मकान म रहत थ इसस उनक तथा उनक प रवार क सद य पर बरा असर पड़ता था शहर म काम करन वाल अ य अकशल मक क दशा भी खराब थी

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3 नगर का बतरतीब वकास लगभग यरोप क सभी नगर का वकास बना कसी योजना क हआ पहल स ह नगर म तग ग लया व कम चौड़ी सड़क थी अब य बढ़ती ह ई आबाद क लए क ठनईय पदा करन लगी शहर क चारद वार क बाहर भी मकान का नमाण बतरतीब ढग स हआ थानीय स थाए उन पर कोई नय ण नह रख सक

4 वा य पर बरा असर यह पहल बताया जा चका ह क म यकाल क आर भ क नगर म पानी क नकास क सम चत यव था नह थी तथा शहर म गदगी रहती थी इसस नाग रक क वा य पर बरा असर पड़ता था परान नगर क वकास तथा नय नगर क थापना क समय इस सम या पर यान नह दया गया समय क साथ साथ यह सम या

ग भीर होती चल गई अनक ग द बि तया (Slums) बनी फल व प मन य व भ न बीमा रय स त होन लग

5 अपराध क स या म व शहर बरोजगार क स या धीर धीर बढ़ती गई इसन शहर म रहन वाल मन य म अपराध क व त को ज म दया अथवा उसको उकसाया

6 मान सक तनाव ाम क अप ा शहर का जीवन अ धक तनाव पण होता ह एक नाग रक अपनी ज रत को पर करन म वय को असमथ पाता ह और मान सक तनाव का शकार हो जाता ह

ल कन शहर क उ थान व वकास क अनक लाभ भी थ 1 ब जीवी वग का वकास ाम क अप ा शहर म रहन वाल ब जी वय क

स या अ धक थी य ब जीवी आपस म मलत भी रहत थ फल व प नगर म सा ह य व कला का वकास हआ

2 व ा नक ग त यरोप क नगर म व ा नक अनसधान क क खोल गय इसम अनसधान क स वधाए उपल ध कराई गई इसस व ा नक म ग त ह ई

3 सामािजक आ थक व राजनी तक प रवतन क क यरोप क सभी नगर सामािजक राजन तक व आ थक ा त क क बन गय वहा पर इन म काफ हलचल होती रहती थी तथा व मल कर कसी भी अ याय का वरोध करन क लय शी सग ठत हो जात थ

शहर और ाम क स यता म अ तर अभी तक व यमान ह गाव क नवासी शा तपण जीवन यतीत करत ह ल कन शहर क नवा सय का जीवन बा य आडबर व तड़क भड़क स प रपण होता ह अतएव शहर म रहन वाला सदव कसी न कसी कार क तनाव स त रहता ह शहर क कोलाहल पण जीवन म उस शा त नह मलती ल कन वह इस जीवन का अ य त हो जाता ह

88 साराश इस इकाई म आपन यरोप क ाचीन काल क नगर क ि थ त का अ ययन कया

तथा यापा रक सगठन व क यन वारा साम त स अ धकार प (ब तजमत) ा त करन क बार म जानकार ा त क उस समय क नगर क आबाद व बनावट क स ब ध म यह मालम हआ क व बतरतीब बन थ तथा उनक आबाद पाच हजार स एक लाख तक थी

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यरोप क कल जनस या म स अ धकाश ाम म ह रहती थी ल कन 1300 स 1600 ई0 क म य शहर क आबाद बढ़ इसका म य कारण सभी थान पर जनस या म व थी इसक साथ यह भी जाना क इसक या कारण थ ाम स नगर क ओर काफ स या म यि तय क पलायन स नगर क जनस या बढ़ 1851 क बाद व भ न नगर क आबाद क आकड़ स ात होता ह क उस समय एक लाख स अ धक आबाद वाल शहर क स या 25 थी नय नगर क व प क अ ययन स ात हआ क इ ल ड व शष यरोप क नगर क ि थ त व वकास म अ तर था नाग रक जीवन क लाभ और हा नय क बार म अ ययन करन स यह मालम होता ह क ामवा सय क अप ा शहर जीवन अ धक तनावपण होता ह

89 बोध न 1 ाम स नगर क ओर पलायन क या कारण थ 2 यरोप क नगर म मन य को कन क ठनाइय का सामना करना पड़ा 3 यरोप क जनस या म व क कारण का व लषण द िजए चौदहवी सद स

यरोप क दश म इसन नगर करण को कस कार स भा वत कया

810 सदभ थ 1 Chapter by RR Enfield in the book lsquoEuropean Civilization ndash Its

origin and Developmentrsquo Volume V under the direction of Edward Eyre Oxford University Press London 1937

2 Chapter by RM Hartwell in the book lsquo The Cambridge Modern History Volume IX (1793-1830) edited by CW Cramley Cambridge University Press London 1965

3 Brison D Gooch Europe in the Nineteenth Century the Macmillan Company London 1970

4 David Ogg Europe in the Seventeenth Century Hindi edition Jaipur 1967

5 Carlton JH Hayes Modern Europe to 1870 The Macmillan Company New York Sixth Print 1960

6 Langer Eadie Geanakoplos Hexter Pipes Western Civilization Volume II Harper and Row New York Second Edition 1975

7 Wallbank and Taylor Civilization ndash Past and Present Volume II Third Edition 1975

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इकाई-9 कारखाना और मजीवी वग

इकाई क परखा 90 उ य 91 फ टर स टम

911 फ टर या ह 912 फ टर स टम कस श हआ 913 एक का प नक फ का काय व यास

92 फ स टम एवम औ यो गक ा त 93 फ स टम का सामािजक असर 94 बराइया 95 बराइय को दर करन क यास एवम समाधान

951 ससद य यास 952 समाज सधार और अबधनी त 953 सधारक य न जार रह 954 सडलर क य न 955 एशल का कानन

96 समाज और सामािजक प रवतन 97 साराश 98 अ यासाथ न

981 अश पर छोट सवाल 982 सार इकाई पर सवाल

99 ास गक पठनीय थ

90 उ य लगभग 1750 स लकर 1850 तक क काल को पि चम यरोप म औ यो गक ा त

का काल माना जाता ह अ य इकाइय म तमन औ यो गक ा त क बार म व तार स पढ़ा होगा अ य बात क अलावा औ यो गक ा त का सबध उ पादन क लए एक नए सामािजक व यास को नाम दया गया ldquoफ स टमrdquo फ स टम म काम करन क लए समाज म एक नए मजीवी वग का ज म हआ इस इकाई म हम फ स टम और इसम काम करन वाल मजीवी वग क बार म जानग

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91 फ स टम 911 फ या ह

औ यो गक ा त स श आत क भी पहल क बात ह कसी तजारत करन वाल कपनी क नमाइद को ldquoफ टरrdquo बलाया जाता था उसक द तर को फ rdquo फ स कपनी खर द-फरो त करती मसलन हम अ जी ई ट इि डया कपनी को ल जब कपनी स हवी सद म भारत आई तो उसन गजरात तट पर सरत बदरगाह म अपनी पहल मख फ था पत क इस फ म कपनी अपना यापार का सामान रखती और ह द ता नय क

साथ खर द-फरो त करती याल रखन वाल बात यह ह क ई ट इि डया कपनी एक तजारती कपनी थी और उसका उ पादन स चाह वह औ यो गक हो या फर गर औ यो गक कोई सीधा सरोकार न था

जस-जस अठारहवी सद म औ यो गक ा त का व तार हआ वस-वस फ श द का च लत अथ भी बदलता गया अब फ का अथ उस थान स हआ जहा क मशीन क वारा कार गर काफ मा ा म चीज को बनात यह अथ आज तक साधारण बोलचाल क

भाषा म च लत ह सो िजस कारखान म हवाई जहाज बनता ह वह भी फ कहलाता ह और िजसम कपड़ बनत ह वह भी हाला क ldquoफ rdquo कवल चीज बनान वाल कारखान को कहा जाता था फ जसी उ पादन यव था और कम व यास उ योग म भी य त होती थी जस क कोयला खदान

इस इकाई म हम म यतः औ यो गक ा त क पहल चरण पर गौर करग इस चरण (1750-1850) म फ ट रया यादातर सत कातन क कपड़ा बनन क और लोह का काम करन वाल होती थी

912 फ स टम कस श हआ

पजीवाद यव था क श आत क दन म पि चमी यरोप म उ पादन म यतः प टग आउटrdquo स टम पर नभर करता था इस यव था म पजी का मा लक यापार कार गर को क चा माल खर द कर दता कार गर अपन-अपन घर पर अपनी ह मशीन स चीज बनात िज ह क यापार इक ा कर क बाजार म बचता इस यव था म फायदा यह था क यापार दर-दर तक फल कार गर स काम करवा सकता था और उस अपन कार गर क रहन खान क यव था भी नह करनी पड़ती

पर इस यव था म नकसान कई थ एक तो यापार को अपन कार गर तक पह चन म और उनस बना हआ माल लन म काफ समय बबाद करना पड़ता दसर काम क वा लट बरकरार रखना मि कल था तीसर कार गर स समय पर काम करवान म द कत

होती थी इन मि कल स पार पान का एक तर का था वह यह क सार कार गर को एक ह

कारखान म इक ा कर लया जाए पर ऐसा करन पर यापार को कारखान क इमारत बनान

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म पसा लगाना पड़ता मशीन खर दनी पड़ती और फोरमन और सपरवाइजर को नौकर पर लगाना पड़ता अथात यापार का उपरला खच काफ बढ़ जाता

पर जब 1700 ई0 म वीडन क यापार टोफर पोलहम न 100 कार गर वाल एक बतन-भाड क फ टर था पत क तो उसन पाया क उ पादन पर कल खच इतना कम हो जा रहा था क उपरला खच बढ़न क बावजद वह अ छा खासा मनाफा कमा लता

913 एक का प नक फ टर का काय व यास

एडम ि मथ अपनी कताब द व थ ऑफ नश स (1776) म एक साधारण पन बनान वाल फ टर का वणन करता ह जब पन घरल उ योग म बनाए जात थ तो एक या दो यि त ह पन बनान म लगत थ पर फ टर म पन बनान क या को कई ह स म बाट दया गया एक आदमी तार खीचता दसरा उस सीधा करता तीसरा काटता चौथा उसक एक सर को नक ला करता पाचवा उसक दसर सर को घसता वगरह इस तरह तार खीचन स लकर बन ह ए पन को कागज क प ड़या म पक करन तक एडम ि मथ न कोई 32 चरण गन इनम स कसी भी चरण पर ह नरमद कार गर क ज रत नह थी एक ब चा भी इनम स कसी एक चरण को बखबी परा कर सकता था यह फ स टम क मख व श टता थी

फ टर म उ पादन क या को बह त ह सरल छोट-छोट ह स म बाट दया गया हर चरण को एक साधारण अकशल मक भी आसानी स परा कर सकता था या न क अब कारखान क उ पादन- मता कसी यि त वशष क द ता पर नभर नह करती थी बि क सार कारखान क आगनाइजशन पर िजस क एक मनजर आसानी स क ोल कर सकता था फर च क द कार गर क ज रत नह थी तो फ ट रय म ि य और ब च को आसानी स मक क तौर पर इ तमाल कया जा सकता था और हाला क ि या और ब च एक प ष िजतना ह उ पादन करत उनक तन वाह आद मय क तलना म कह कम रहती इस सब स फ टर क मा लक को काफ मनाफा होता

92 फ स टम एवम औ यो गक ा त इ तहासकार हो सबाम का कहना ह क वस तो स हवी सद स ह उ पादन या म

अनक कार क या क सधार होन श हो गए थ पर सफ या क सधार ह औ यो गक ा त नह ला सक औ यो गक ा त क लए ज र था क उ पादन इतना यादा और इतना

स ता हो क बाजार म आप स आप इस उ पाद क लए माग बढ़ ऐसा तब ह हो सका जब या क सधार क साथ उ पादन क लए एक नए कम व यास का इ तमाल कया गया जब उ पादन क या स सब धत डवीजन आफ लबर को (काम क बटवार) को काफ ज टल बना दया गया उ पादन क या को कई छोट-छोट टकड़ म बाट दया गया और एक मजदर क िज म कवल एक ह ह सा रखा यह फ स टम क मख व श टता थी

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93 फ टर स टम का सामािजक असर मनाफा बढ़ान क लए यह ज र था क फ म लगी मशीन का यादा स यादा

उपयोग कया जा सक फ मा लक क च टा यह रहती थी क अपन कार गर स तब तक लगातार काम करवात रह जब तक क मशीन ह जवाब न द जाए इसका मतलब यह था क कामगार को काम करन क तर क का एक नया अनशासन सीखना पड़ा

इ तहासकार ईपी हामपसन का मानना ह क िजस लय स मशीन चलती ह उसी लय स मक को चलना सीखना पड़ा समय क पाबद सीखनी पड़ी क एक नि चत समय पर काम पर आए और एक नि चत समय पर काम स हट एक ह थान पर खड़ होकर लगातार एक ह या क काम को लगातार करत रहन क आदत डालनी पड़ी य द कसी क िज म पन का तार घसना था तो वह लगातार दनभर कवल तार ह घस सकता था िजस यि त को तार सीधा करन का काम दया गया दनभर एक ह थान पर खड़ रहकर कवल तार ह सीधा करता रहता

जस-जस समय बीतता गया इस पर स टम क दगण भी सामन आत गए सबस पहल जो बात सामन आई वह यह ह क फ म लगातार एक ह जगह पर कठपतल क तरह काम करत रहना काफ उबाऊ था मक थोड़ ह समय म इस तरह क काम स जी चरान लगत जब फ का मा लक उनस जबरद ती काम करवाता तो जा हरा तौर पर काम करन वाल को यह बात अखरती और उ ह ख दल स काम पर लग रहना पड़ता

जहा तक काम करन क प रि थ तय का सवाल ह कछ बात साफ ह एक तो यह क यह कहना मि कल ह क फ म काम करन वाल क प रि थ त दसर मक क प रि थ त स बहतर थी या बदतर ऐसा इस लए क इ तहासकार क पास औ यो गक ा त स पहल क काल क मक क बार म यादा जानकार नह ह हा यह ज र पता ह क तरहवी सद स ह उ तर यरोप म पगार पान वाल मजदर हआ करत थ और उनक हालत अ य मजदर क हालत स खराब नह थी वस भी स हवी-अठारहवी सद म कम स कम इ ल ड म प टग आउट स टम क तहत काम करन वाल बह त सार मजदर पगार क एवज म ह काम कया करत थ कहन का मतलब यह ह क फ मजदर का तन वाह मजदर होना समाज क लए कोई नह बात नह थी

94 बराइया जो नई बात थी वह यह क जब फ या बनी तो एक साथ बह त सार मजदर शहर

म इक ा ह ए इस जमाव म उनक ददशा भी समाज क सामन कह यादा खर प स उजागर ह ई

उ योग म ब च और औरत को सोलह घ ट या उसस भी यादा काम करवाया जाता थकान क कारण य द कोई काम नह कर पाता तो उस ब ट स पीटा जाता था तन वाह काट ल जाती तन वाह वस भी काफ कम मलती थी एक ह त क लए कसी ह नरमद कार गर को 1795 म कोई 25 श लग और साधारण मजदर को सफ 12 श लग मला

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करत थ म हलाओ को प ष स आधी और ब च को एक चौथाई तन वाह ह मलती हाला क व प ष िजतना ह काम करत

कोयल क खदान म तो ि थ त और भी यादा खराब थी यहा चार स पाच साल क ब च को खदान क सरग क अदर बारह स सोलह घट काम करवाया जाता इनक औसत पगार दो स तीन श लग त स ताह थी

फ स टम क आन स मजदर क गर बी भी बह त यादा उजागर होन लगी वस तो औ यो गक ा त क श क साल म ह यह साफ हो गया था क समाज म नर ह गर ब क स या बढ़ रह ह पर इस ि थ त स बचन क लए कछ खास नह कया गया पीनहमल ड नामक क ब म गर ब क मदद क लए एक स टम ज र श कया गया िजस पीनहमल ड स टम क नाम स जाना जाता था कछ दसर क ब न भी इस स टम को

अपनाया पर बढ़ती ह ई औ यो गक गर बी क सामन यह स टम प त हो गया शहर म ि थ त कछ ऐसी थी क मजदर क हालत बद स बदतर होती चल गई

शहर बगर कसी योजना क बतहाशा बढ़त चल गए उनक नगरपा लकाए इस नई आबाद क दखभाल करन म असमथ रह शहर म गद द र बि तया पनपन लगी िज ह अ जी म लम कहत ह जहा अब तक शहर म अनक तबक क लोग आपस म मल कर रहत थ

वहा धीर-धीर मजदर बि तया शहर क बाक आबाद स हट कर रहन लगी इन बि तय म न तो सडक ठ क होती न ह ना लया न ह कड़ा नकालन क कोई यव था न ह पय जल का इतजाम और न ह ठ क स बन ह ए मकान इ तहासकार हो सबाम का कहना ह क यरोप क शहर म इस क म क बि तया यादातर शहर क पव ह स म बसी सो शहर म एक नया भद श हो गया ई ट ए ड नवासी (गर ब) और व ट ए ड नवासी (अ भजा य) का

रह-रहकर औ यो गक शहर म महामा रया भी बढ़न लगी लासग म पहल बार 1818 ई0 म हाइफस जवर का कोप फला यरोप क सार औ यो गक शहर म 1831 ई0 और 1832 ई0 म टाइफाइड़ क महामार छाई रह इन शहर म कालरा मयाद बखार और तप दक का भी बोलबाला रहा य सार बीमा रया यादातर मजदर बि तय म ह रह मानो यह सा बत कर रह ह क जहा द र ता और गदगी ह वहा बीमा रया भी रहगी इस सबन मजदर बि तय क नवा सय का हौसला तोड़ दया सामािजक हौसलाप ती क कई ल ण सामन आन लग शराब का ज रत स यादा इ तमाल होन लगा बाल ह या व याव त आ मह या और मान सक व ता क घटनाए बढ़न लगी मजदर क दग त इस बात स और भी यादा उजागर ह ई क औ यो गक ा त क कारण समाज क बाक सार वग क स प नता बढ़ रह थी

95 बराइय को दर करन क यास एवम समाधान फ टर स टम क इन बराइय को ज द स ज द दर करना बड़ा ज र था य क

एक तो साधारण मानवीयता का तकाजा था क मजदर क काम करन क हालात म सधार आए इसस भी यादा बड़ा कारण यह था क फि य म अ धकाश उ पाद फ म काम करन वाल मजदर ह खर दत थ इस लए अगर मजदर क माल हालत एक सीमा स नीच जाती

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तो नकसान पजीप तय को ह होता और अगर मजदर बि तय क समाज यव था को ठ प होन दया जाता तो डर था क कह दश म व ोह न भड़क उठ व ोह न भी होता तो यह तो साफ था क म यवग क जवान इन बि तय म फल रह शराबखोर व याव त और अ य कार क अन तकता क च कर म पड़ रह थ य द म यवग को अन तकता स बचाना था तो

ज र था क मजदर वग स अन तकता को दर कया जाए

951 ससद य यास

आजकल यह माना जाता ह क य द फ मा लक अपन मजदर क भल कार दखभाल कर तो उ ह ह यादा मनाफा होता ह पर उ नीसवी सद म यह बात अ धकाश पजीप तय क समझ म नह आ रह थी इस लए हम पात ह क फ टर म मजदर क ि थ त सधारन वाल अ धकाश उपाय कवल कछ फ टर मा लक क पहल पर रा य यव था वारा व भ न दश क ससद वारा कए गए सबस यादा सधार का काम इगल ड म

हआ ऐस उपाय म स पहला था इगल ड म राबट पील वारा ससद म पास कया गया

ह थ ए ड मारटज ए ट (1802) यह ए ट कवल बड़ी फ ट रय पर लाग होता था और कवल एपरि टस पर इस ए ट म यह कहा गया क नौ साल स कम उ क ब च बतौर एपरि टस नह लगाए जा सकत फ मा लक पर इन ब च स बारह घ ट स यादा या फर रात म काम करवान पर रोक लगा द गई

1802 क ए ट म कई खा मया थी एक तो यह कवल बड़ी फ य पर लाग होता था और वहा भी कवल उन फि य पर जो क एपर टस को इ तमाल करती थी बह नर बाल मजदर को इस ए ट स कोई सर ा नह मलती थी सबस म य बात तो यह थी क इस ए ट म नर ण करन का कोई ावधान न था नतीजतन यह ए ट महज कागजी कानन बन कर रह गया

फर 1816 म पील क चयरमनी म एक ससद य कमट का गठन कया गया इस कमट क सलाह पर 1819 का फ नय ण कानन पास कया गया इस कानन म पछल कानन क ावधान को दोहराया गया और कहा गया क सार बाल मजदर को इस कानन क सर ा द जाएगी साथ ह यह नधा रत कया गया क सोलह साल स कम उ क मजदर को बारह घ ट क दन म डढ़ घ ट क खान क छ ी द जायगी च क यह ए ट सार कामकाजी ब च पर लाग होता था इस लए लोग न इसका डट कर वरोध कया वरो धय म एक बड़ा तबका उन मा-बाप का था जो अपन ब च स काम करवात थ

952 समाज सधार और अबधनी त

तमन अबधनी त क बार म पढ़ा होगा यह नी त अठारहवी सद क अ तम दशक म काफ फल चक थी अथशा ी एडम ि मथ िजसका हम पहल िज कर चक ह इसका एक बड़ा समथक था इस नी त क मतावल बय का मानना था क समाज क अथ यव था तब ह

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सफल हो सकती ह जब क सरकार अथ यव था को अपन आप पर छोड द उसम अपनी टाग न अड़ाए

जब उ नीसवी सद म ससद य य न मजदर क सधार क लए होन लग तो सधार-वरोधी उ योगप तय न अबधनी त क दहाई दत ह ए यह गहार लगाई क अगर रा य फ स टम को सधारन व नय त करन क को शश करगा तो सार अथ यव था ह ठ प हो जाएगी दरअसल बड़-बड़ दाश नक वचार क आड़ म य वरोधी कवल इतना कह रह थ क उ ह मजदर -ब च म हलाओ और प ष का खन चसन स नह रोका जाना चा हए भल ह ऐसा करत ह ए व समाज क इतनी दग त य न कर द िजसस क समाज का साधारण चाल-चलन ह ठ प हो जाए ऐस वरो धय को उनक खद क बवकफ स बचाना ज र था

953 सधारक य न जार रह

1820 क दशक म पावर लम और भाप क इजन म काफ यादा या क सधार आए इसका नतीजा यह हआ क इस दशक म धीर-धीर फ स टम सार कपड़ा उ योग और ख नज उ पादन पर छा गया फि या भी कवल कछ शहर इलाक म कि त होन लगी लकाशायर का कपड़ा उ योग इसका अ छा उदाहरण ह यहा कोई 25 वग मील क म इतनी यादा कपड़ा मल थी क इ ल ड का 80 तशत स यादा कपड़ा बनाया जाता था िजतना फ ट रय का जमाव बढ़ा उतना ह उनक दगण कट ह ए इसम सधार लान क ससद य यास भी उतन ह जोर स कए जान लग

954 सड़लर क यास

माइकल सड़लर न 1831 म टन-आवर बल इ ल ड क ससद म पश कया इस बल म यह ावधान था क कसी भी मजदर स दस घट (टन-आवर) स यादा काम नह लया जा सकगा यह बल ससद म पास नह हो सका

पर इन दन इ ल ड म व ट इ डीज क दास था को लकर काफ गहमा-गहमी चल रह थी इसक रहत अखबार और प काओ म फ टर मजदर क तलना व ट-इ डीज क नी ो दास स क जान लगी धीर-धीर यह मत फलन लगा क मजदर क ि थ त म सधार क लए कछ ठोस कदम उठाए जान चा हए इसक फल व प जब 1833 म लाड एशल न ससद म अपना ताव रखा तो वह कछ ससद य छ ना-झपट क बाद पा रत हो गया

955 एशल का कानन

लाड एशल क कानन (1833) को सार कपड़ा बनन क फि य पर लाग कया गया इसक अनसार नौ साल स कम उ क ब च को फ म काम करवान पर पाबद लगा द गई तरह साल स कम उ क मजदर स दन म नौ घ ट और स ताह म 40 घ ट स यादा काम करवाना तब धत कया गया उ ह रोज डढ़ घ ट क खान क छ ी दना ज र

रखा गया यह कहा गया क अठारह साल स कम उ क मजदर स दन म 12 घट और स ताह म 69 घट स यादा काम नह करवाया जा सकता ldquoरातrdquo क काम को ठ क तरह स

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प रभा षत कया गया साढ़ आठ बज शाम स लकर साढ़ पाच बज सबह तक क समय को ldquoरातrdquo करार दया गया और इस पार म कवल अ ारह साल स यादा उ क मजदर क योग क अनम त द गई फ म काम करन वाल हर ब च का रोज दो घट कल जाना नि चत कया गया नर क क एक बड़ी टोल नय त क गई जो फ मा लक पर नगरानी रख सक और जो मा लक कानन क अवहलना करत ह ए पकड़ जाए उन क सर बड़ी सजा का ावधान रखा गया

इस कानन म दो म य खा मया थी एक तो यह कवल कपड़ा उ योग पर ह लाग कया गया जब क अ य उ योग म भी मजदर क हालत काफ खराब थी दसर यह कवल ब च को अपन दायर म लता था जब क ि य और प ष को भी काननी सर ा क आव यकता थी

96 समाज और सामािजक प रवतन बहरहाल इस कानन स कछ बात साफ जा हर होती थी सबस पहल बात तो यह क

हाला क समाज म अब भी अबधनी त का बोलबाला था अब सरकार क समझ म यह आन लगा क समाज क कछ अश ऐस होत ह जहा क सधार लान क लए सरकार ह त प ज र होता ह दसर बात यह क अब साधारण तौर पर यह माना जान लगा क समाज म औ यो गक उ पादन क इकाई प रवार नह बि क यि त वशष था और उसक सामािजक सर ा और सखा-पढ़ क िज मदार कवल प रवार पर ह नह छोड़ी जा सकती थी समाज को भी आग बढ़कर कछ उपाय करना ज र था

धीर-धीर अ य उ योग को भी फ कानन क तहत लाया गया 1842 म लाड एशल क कानन को कोयला खदान पर लाग कया गया और म हला मजदर को भी सर ा द जान लगी 1878 म इस कानन न सार फि य और वकशाप को अपन दायर म ल लया इस बीच दसर दश म भी फ कानन क या जार थी 1841 म ास म बाल-मजदर कानन लाग कया गया ए शया म भी 1870 तक कई कानन जार कए गए पर उ ह कभी गभीरता स लाग नह कया गया

1848 म सार यरोप म सोश ल ट व ोह ह ए और उ ह काफ आसानी स कचल दया गया इन व ोह म मजदर न बढ़ कर ह सा लया था कचल जान क बाद इन व ोह क बह त सार नता मजदर नता बन गए और फ मा लक स मजदर क भलाई क लए माग करन लग इस समय क बाद स फ मजदर क सगठन बनना श हो गए और कमशाला क हालात म सधार क लए य सगठन अपन अपन उ योग और सरकार पर जोर हालन लग ऐसा इ ह न कस तरह कया तम अ य इकाइय म पढ़ोग

97 साराश इस इकाई म तमन जाना क फ स टम अठारहवी सद म श हआ इसन

औ यो गक उ पादन म एक नए कम व यास को ज म दया फि या चलान क लए एक नए क म क अनशासन क ज रत थी जो क पहल कभी ससार म दखन को नह मला था लगातार अनशासन था पत रखन क लए फ क मय क उपर एक नए मनजमट तबक का

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ज म हआ फोरमन और सपरवाईजर य लोग लबर अ र टो स (Labour aristocrates) कहलाए इनक रहत उ योग म उ योग क मल कयत और उसक मनजमट म भद कया जान लगा मजदर क शहर म रहन स कई बराइया पनपी उ ह दर करन क लए उ नीसवी सद क म य तक अ भजा य वग स कछ समाज सधारक उबर कर सामन आए पर मजदर क सगठन अभी ठ क तरह स नह पनप पाए थ व 1848 क यरोपीय व ोह क बाद उबर

98 अ यासाथ न (I) अश पर छोट सवाल

कछ श द म जवाब द िजए (क) या फ स टम और औ यो गक ा त म स कोई एक बगर दसर क पनप

सकता था (ख) फ स टम क मख व श टता या थी (ग) या पन बनान क फ वा तव म एडम ि मथ क वणन क अनसार होती ह (घ) या फ स टम अन तक था (च) अबधनी त फ मा लक को य पसद थी (छ) इस इकाई म िजन फ सधारक का िज ह उसक अलावा दो और सधारक क

नाम बताइय (II) सार इकाई पर सवाल

दो सौ स तीन सौ श द म जवाब द (क) फ स टम इ ल ड म कस तरह पनपा (ख) फ स टम न कस तरह था पत आ थक और सामािजक स थाओ पर हार

कया (ग) फ स टम क कारण समाज म कस तरह क प रवतन आए (घ) फ स टम म सधार लान क य न क ववचना कर

99 ास गक पठनीय थ ईज हो सबाम - ाम इड ट ए पायर प गइन ईज हो सबाम - एज आफ रवो यशन प गइन ईपी टाम सन - म कग आफ द इग लश व कग लास (सभी कताब अ जी म ह बाजार म आसानी स मल जाती ह)

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Page 20: एमassets.vmou.ac.in/MAHI01-2.pdf ·  · 2014-04-056.7 इंगलैड ... अलबट[थेयर(Albert Thaer) ने1798 (Introduction to the knowledge of English Agriculture)

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(1) ासीसी ा त क आर भ होन क बाद कषक न साम त क नवास थान पर आ मण करक उन द तावज को न ट कया जो उनक दासता क सा य थ

(2) आि या का स ाट जोजफ साम तवाद क अ धकार को समा त करन म सफल रहा

(3) अठारहवी शता द म स म कषक क अनक व ोह ह ए (4) अठारहवी सद म स क अ धकाश कषक व ोह क बाद वहा क सरकार न

उनक ि थ त म सधार कया

711 सदभ थ 1 पाथसारथी ग ता (स पादक) यरोप का इ तहास वतीय स करण 1987 नई

दहल 2 Peter Gay and RK Webb Modern Europe Harper and Row

New York 1973 3 History of the USSR Part I (English Translation) ndash From the

Earliest Times to the Great October Socialist Revolution Progress Publishers Moscow 1977

4 Chapter VI and VII Written by MP Vyatkin and AG Mankow on Early Eighteenth Century and Second Half of the Eighteenth Century Robert Briggs ndash Early Modern Europe 1560-1718 Oxford University Press 1977

5 Edward Eyre (Director) ndash European Civilization ndash Volume V Oxford University Press London 1977

6 Montague Fordham ndash The European Peasantry 1600-1914 7 RR Enfield European Agriculture since 1750

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इकाई-8 नगर व शहर का वकास एव म नगर करण

इकाई क परखा 80 उ य 81 तावना 82 ाचीन काल क नगर क आबाद व बनावट 83 नगर क आबाद म व व उसक आकड़ 84 जनस या म व क कारण 85 ाम स नगर क ओर पलायन 86 नय नगर का व प 87 प रणाम 88 साराश 89 बोध न 810 सदभ थ

80 उ य इस इकाई क अ ययन स आप समझ पायग क यरोप म नगर व शहर का वकास

कस हआ नगर करण क इस या स ामीण जीवन कस भा वत हआ तथा नगर करण क या प रणाम ह य

81 तावना ाचीन काल क नगर एव नाग रक वारा अ धकार क ाि त हत कय गय य न

रोम व यनान क स यता क इ तहास म अनक नगर रा य का उ लख मलता ह इटल व यनान क ऐस नगर क अ त र त रोमन सा ा य क व भ न भाग म भी नगर क अि त व क बार म जानकार मलती ह उस काल म ऐस नगर कसी राजा अथवा साम त क गढ़ क चार ओर बसाय जात थ य नगर ाम स कछ बड़ होत थ तथा इनक आबाद भी गाव स अ धक होती थी अपन अ धप त क त नगर क नवा सय को लगभग उ ह दा य व का पालन करना पड़ता था जो क गाव म कषक दास (Serf) करत थ धम य और रा य रा य क उदय क कारण सामत क शि त ीण होन लगी इस काल म वा ण यवाद का उदय व व तार भी हआ नाग रक न साम त को बा य कया क वह यक प रवार स कर वसल न करक सम त नाग रक स साम हक प स कर वसल कर उ ह न अपन-अपन नगर क बाजार का ब ध भी अपन हाथ म ल लया अपन अ धप त क अदालत म ववाद का नपटारा करान क थान पर व अपनी बनाई गई अदालत म मकदम क सनवाई और फसल करन लग ऐस सब अ धकार क स ब ध म उ ह न राजा अथवा साम त स चाटर (Charter) ा त कय इ ल ड म यापा रय क सगठन न साम त को वपल धनरा श अदा कर य अ धकार ह तगत कय ास व नीदरल ड म नाग रक क सगठन को क यन

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(Commune) कहत थ इन क यन न अपन साम त क व सफलतापवक व ोह कय जमनी म अनक नगर न मलकर ऐस अ धकार लय तथा साम हक सर ा क लय ब ध भी कय इस समय म कछ भावशाल पाद रय ( बशप) न भी कछ नगर बसाय इ ह बसात समय उ ह न नाग रक को उनक अ धकार क स ब ध म चाटर दान कय

82 ाचीन काल क नगर क आबाद व बनावट हज क अनसार चौदहवी सद क अ त म यरोप क अ धकाश नगर क आबाद अ धक

नह होती थी पाच हजार क आबाद वाला नगर बड़ा माना जाता था इसस भी अ धक आबाद वाल नगर थ ल कन उनक स या अ धक नह थी यहा तक क लदन प रस स वल व नस यबक रोम आ द जस बह त बड़ नगर क आबाद एक लाख स कम थी यरो पयन दश क अ धकाश जनस या नगर क अप ा ाम म अ धक थी

उस समय क नगर क नवासी यापार क साथ बागवानी व छोट पमान पर क ष करक अपना जीवन यापन करत थ आम तौर पर एक नगर क चार ओर मजबत ाचीर होती थी और अनम त प क वारा ह एक नगर क व भ न दरवाज स शहर म वश मलता था नगर क चारद वार क अ दर व भ न कार क मकान होत थ जो एक दसर स सट ह ए होत थ इसम चच टाउन हाल व यापा रक तथा कार गर क सगठन क इमारत भ य होती थी सड़क चौड़ी नह थी ग लया इतनी सकड़ी होती थी क उनम स घोड़ा गाड़ी आ द क ठनता स गजरत थ ग लय व बाजार म पानी क नकास क लय ना लय का ब ध नह होता था यक नगर म एक थानीय स था होती थी रात म नगर क दरवाज ब द कर लय जात थ शा त व स यव था बनाय रखन क लय प लस नय त क जाती थी ल कन उनक स या बह त कम होती थी

83 नगर क आबाद म व व उसक आकड़ चौदहवी सद स इन नगर क आबाद बढ़न लगी समय क स य साथ अनक कारण

स पहल स था पत नगर क आबाद बढ़ती गई यहा तक अनक थान म मन य नगर क चारद वार क बाहर भी बस गए प हवी सद क बाद क यग म यरोप म कई अनक नय नगर बस तथा कछ परान नगर क सम न ट हो गई ल कन फर भी 1830 म यरोप म नगर क अप ा ामीण म मन य अ धक स या म नवास करत थ इटल व ास स उसक कल जनस या क साठ तशत ए शया म स तर तशत पन म न ब तशत और स तथा पव दश म पचानव तशत आबाद गाव म रहती थी य - य इन दश म

औ यो गक वकास क ग त म तजी आती गई य - य गाव स मन य अ धका धक स या म शहर म आन लग

म य यग क अ त व आध नक यग म नगर क वकास क अनक कारण ह इनम सबस मख कारण यरोप क सभी दश म जनस या क लगातार व होना ह ोफसर कार साडस न 1300 व 1600 ई0 म यरोप क व भ न दश क जनस या क न ना कत आकड़

तत कय ह

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-स दश का नाम जनस या 1300 ई0 1600 ई0 1 इगल ड चाल स लाख पसठ लाख 2 ास 1 करोड़ 40 लाख 1 करोड़ साठ लाख 3 पन व पतगाल साठ लाख 1 करोड़ 4 जमनी (नीदरलड क साथ) 1 करोड़ 50 लाख 2 करोड़ तीस लाख 5 डनमाक दस लाख छ लाख 6 वडन छ लाख - 7 नाव तीन लाख - 8 इटल 1 करोड़ यारह लाख 1 करोड़ तीस लाख

इसस प ट ह क चौदहवी स स हवी सद म अनक दश क जनस या म व ह ई स हवी सद क बाद जनस या क व क दर और बढ़ गई य - य व भ न दश म औ यो गक वकास क ग त बढ़ य - य जनस या क व क दर भी बढ़

चौदहवी सद स यरोप म जनस या क बढ़न क कारण का स त म व लषण करना आव यक ह य क नगर करण म व स इसका घ न ठ स ब ध ह

84 जनस या म व क कारण 1 पर परागत धारणाओ का अत कार साडस क अनसार म य यग म ईसाई समाज

म शर र क प व ता (Celebeoy) को एक न तक कत य माना जाता था य क मन य क जीवन म न तकता का अ य त मह व था ल कन अनक ईसाई सत न खल बसी (Celebacy) पर जोर दत ह ए भी यह माना था क अ धकाश ि य व प ष को शाद कर लनी चा हए फर भी कछ मन य अ ववा हत ह रहत थ पनजागरण क समय स यह धारणा कमजोर पड़ती गई

2 भयकर रोग क कोप म कमी ाचीन काल स ह लग व हजा भयकर रोग स यरोप क दश म बड़ी स या म मन य म य क ास बन जात थ अतएव म य दर अ धक थी अनक शश भी बा याव था म मर जात थ ल कन प हवी शता द स औष ध व ान म नर तर ग त होती गई फल व प लग व हजा आ द का कोप बह त कम हो गया शश भी अ धक स या म जीन लग इसस ज म दर बढ़ती गई म य दर क कम होन तथा ज म दर क बढ़न स आबाद म व ह ई

3 द भ का अ त लगभग स हवी शता द तक वषा क अभाव म फसल खराब हो जाती थी तथा द भ क कोप स काफ मन य मर जात थ क ष क ldquoनवीन प तrdquo क योग स अ न का उ पादन बढ़ता चला गया फल व प अकाल का कोप समा त हो गया

4 यापार म उ न त वा ण यवाद क उदय व व तार स अ तदशीय व वदशी यापार म व ह ई यापा रक काय क लय अ धक यि तय क आव यकता पड़न लगी अब वा ण यवाद क समथक क साथ रा य क सरकार भी

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जनस या म व चाहन लगी वा ण यवाद क वशष - व लयम टपल डवीनट आ द न रा य को इस ओर कदम उठान क लय रत कया अनक रा य न ववा हत यि त को कर म छट द तथा अ ववा हत यि त पर अ त र त कर लगाय कह -कह पर बड़ प रवार वाल यि त को रा य क तरफ स आ थक सहायता भी द जान लगी

5 क ष उ पादन म व ाचीन व म य यग म यरोप म एक नगर क सम उसक आस-पास क म अनाज क उ पादन पर नभर रहती थी यातायात क क ठनाईय क कारण दसर थान स अनाज नह लाया जा सकता था एक ओर तो क ष उ पादन म व न अकाल को लगभग समा त कर दया तो दसर ओर यातायात क साधन न यह सभव कर दया क दर-दर स अनाज मगाया जा सक अतएव अब नगर अपन आस-पास क क अनाज क उ पादन पर नभर नह रहा वह अपनी बढ़ती ह ई जनस या क लय अनाज का ब ध कर सकता था

6 स नक आव यकताए यरोप क व भ न दश पार प रक सघष म लग रहत थ इ ल ड क पहल ास और बाद म हाल ड क साथ त पधा व तीस वष य य (1618-1648) इसक उदाहरण ह ास क लई चौदहव (1643-1715) न ास को य म उलझाय रखा स क पीटर महान न व तारवाद नी त अपनाई इन य क लय स नक क आव यकता बनी रहती थी अत सब दश यह चाहत थ क उनक जनस या म व हो ता क उ ह अ धक स नक मल सक

7 औ यो गक वकास इ ल ड म औ यो गक वकास क फल व प जनस या म व ह ई अठारहवी शता द क उ तराध और उ नीसवी सद म यरोप क अ य दश म यह या आर भ हो गई तथा उनक जनस या भी बढ़ती गई अठारहवी सद क म य व उ नीसवी सद क अ त तक यरोप क जनस या म तीन गनी व ह ई

85 ाम स नगर क ओर पलायन नगर करण क एक वशषता गाव स शहर क ओर मन य का पलायन था इ ल ड

म इस कार का पलायन वा ण य क वकास स आर भ हआ क ष क उ न त तथा औ यो गक ा त क समय इसम व ह ई अ य दश म भी यापार क ष व उ योग क वकास क समय इस कार क व त दखन को मलती ह म य यग व आध नक यग क आर भ तक यरोप क यक दश म नगर क आबाद क मकाबल म ामीण क आबाद बह त अ धक थी 1830 इ वी म इटल व ास म कल जनस या का साठ तशत शया म स तर तशत पन म न ब तशत और स तथा पव यरोप क दश म 95 तशत ामीण म रहता था

1851 म इ ल ड म पहल बार ाम क मकाबल म शहर क आबाद अ धक दज क गई इस समय म यरोप म प चीस नगर ऐस थ िजनक आबाद एक लाख क लगभग थी इनम स चार इ ल ड तथा एक काटलड म था इसम लदन क आबाद जो 1800 म एक

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लाख थी 1830 म डढ़ लाख हो गई थी इ ल ड को छोड़ कर शष यरोप म प रस क त त नया सट पीटसबग नप स वयना मा को ब लन एम टडम डि लन ह बग वारसा मलान रोम म ड पलरन व नस लयो बडाप ट मास लज व बास लोना क नगर क आबाद पचास हजार स लकर तीन लाख तक थी

उ नीसवी सद क उ तराध तथा बीसवी सद म नगर क आबाद बढ़ती गई तथा ाम क जनस या म कमी आई इस अव ध म एक ओर नगर क आबाद बढ़ और दसर तरफ काफ स या म भ मह न कषक कशल कार गर व मक गाव स नगर म आय

नगर क आबाद म व तथा वहा गाव स मन य क लगातार आगमन का प रणाम यह हआ क 1914 म इ ल ड म उसक कल जनस या का 80 तशत ास म 45 तशत स कछ अ धक तथा जमनी म 60 तशत यि त शहर म रहत थ इस समय म स पोल ड व डनमाक म लगभग एक तहाई जनता शहर म रहती थी 1850 क बाद बड़ शहर क आबाद म वशष प स तजी क साथ व ह ई पहल प चीस नगर को बड़ा माना जाता था ल कन 1914 म ऐस पचास नगर थ िजनक आबाद एक लाख स अ धक थी

ाम स नगर क ओर मन य क पलायन क लय न ना कत प रि थ तय िज मवार थी

1 कषक दास क मि त म य यग म जमीदार न क ष म होन वाल घाट स बचन क लय यह उ चत समझा क व कषक को हल बल आ द साधन द कर तथा उनस फसल क एक नि चत भाग लकर भ म का त क लय द द इस प त स एक ओर तो जमीदार सभा वत नकसान स बच गय तथा दसर ओर कसान जमीदार क त अ य दा य व स म त हो गय फल व प इ ल ड म धीर-धीर कषक म त हो गय सोलहवी सद तक वहा पर कषक दास (Serfdom) क था लगभग समा त हो गई अब ाम स अनक कसान शहर क ओर चल गय

2 खत क बाड़ बद इ ल ड म तथा कछ समय बाद ास व जमनी क कछ भाग म छोट-छोट खत को मला कर बड़ खत (farms) बनाय गय इसस अनक गर ब कसान भ मह न हो गय तथा रोजगार क तलाश म नगर म आय

3 अ तरा य यापार का वकास वाल बक व टलर क अनसार प हवी सद म इ ल ड एक मह वह न यापा रक रा था ल कन सोलहवी सद म इगल ड का यापार बढ़न लगा इसी समय म पि चमी यरोप क कछ दश का यापार भी बढ़ा अ तरा य यापार क क आ त रक भाग क नगर थ जहा बाहर जान वाला माल इक ा कया जाता था ल कन इनस भी अ धक हलचल उन ब दरगाह पर होती थी जहा स जहाज बाहर जात थ अतएव ऐस थान पर रोजगार क लय गाव स काफ मन य आकर बस

4 औ यो गक वकास इगल ड म औ यौ गक ा त क समय कारखान को बड़ी मा ा म मजदर क आव यकता ह ई गाव स भ मह न कषक कार गर मक व बकार यि त शहर क कारखान म काम करन आय

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86 नय नगर का व प ाचीन नगर क चार द वार क बाहर भी मन य मकान बना कर रहन लग धीर-धीर

अनक नगर म सर ा क य ाचीर तोड़ द गई औ यो गक वकास क ग त म तजी क फल व प िजन नगर क आबाद बढ़ रह थी

व नगर आस पास क दहात तक फल गय यहा तक क ऐस दहाती नगर क समह बन गय ऐस थान म नगर तथा ाम क म य का अ तर लगभग समा त हो गया इस कार का प रवतन इगल ड तथा जमनी औ यो गक दश म प ट प स दखा जा सकता

था कछ थान पर गाव न नगर का प धारण कर लया य क इन थान पर यापार

अथवा उ योग क क खल गय थ इगल ड म इस कार क या का भाव सबस अ धक हआ

इगल ड म राजधानी क अ त र त अ य थान पर भी नगर का वकास हआ ल कन यरोप म रा य क राजधा नय क आबाद ह वशष प स बढ़

87 प रणाम 1 म यम वग का उदय नगर करण क व तार क यग का सबस मह वपण प रणाम

इन नगर म म यम वग का उदय था लगर न लखा ह क नाग रक जीवन स नवो दत म यम वग का सबस घ न ठ स ब ध था यह कहना क ठन ह क इस बज य (Burgeoise) वग म कस कार क यि त सि म लत थ कवल यह कहा जा सकता ह क आम तौर पर म यम वग क सद य गर क ष काय तथा कशल कार गर क काय क अ त र त अ य काय स ा त आमदनी स अपनी जी वका चलात थ उनक पास न तो क ष क लय काफ भ म होती थी और न ह व मक बन कर कमा सकत थ

मा यम वग को भी उ च व न न णी म वभािजत कया जा सकता ह उ च वग म बड़ यापार उ योगप त बकर धनी नवषक और अ छ आय वाल यवसाय म काम करन वाल यि त थ न न म यम वग क सद य उ च वग तथा म यम वग क उ च णी क यि तय क आव यकताओ को पर करत थ इनम दकानदार कशल कार गर बक सरकार द तर औ यो गक व यापा रक त ठान म काम करत थ वक ल कलाकार व ब जी वय को भी इसम सि म लत कया जा सकता ह

इस म यम वग न यरोप क यक दश क राजनी त म मह वपण भ मका अदा क य य प उ च म यम वग क सद य सतोष पण जीवन यतीत करत थ ल कन न न म यम वग को आ थक क ठनाइय का सामना करना पड़ता था

2 मक का दखमय जीवन यरोप क नगर क औ यो गक त ठान तथा क ष फाम म एक बड़ी स या म मक को नौकर द गई फ ट रय म काम करन वाल मजदर क दशा अ य त शोचनीय थी उनक रहन क उ चत यव था नह क गई थी व तग ग लय और बना हवादार मकान म रहत थ इसस उनक तथा उनक प रवार क सद य पर बरा असर पड़ता था शहर म काम करन वाल अ य अकशल मक क दशा भी खराब थी

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3 नगर का बतरतीब वकास लगभग यरोप क सभी नगर का वकास बना कसी योजना क हआ पहल स ह नगर म तग ग लया व कम चौड़ी सड़क थी अब य बढ़ती ह ई आबाद क लए क ठनईय पदा करन लगी शहर क चारद वार क बाहर भी मकान का नमाण बतरतीब ढग स हआ थानीय स थाए उन पर कोई नय ण नह रख सक

4 वा य पर बरा असर यह पहल बताया जा चका ह क म यकाल क आर भ क नगर म पानी क नकास क सम चत यव था नह थी तथा शहर म गदगी रहती थी इसस नाग रक क वा य पर बरा असर पड़ता था परान नगर क वकास तथा नय नगर क थापना क समय इस सम या पर यान नह दया गया समय क साथ साथ यह सम या

ग भीर होती चल गई अनक ग द बि तया (Slums) बनी फल व प मन य व भ न बीमा रय स त होन लग

5 अपराध क स या म व शहर बरोजगार क स या धीर धीर बढ़ती गई इसन शहर म रहन वाल मन य म अपराध क व त को ज म दया अथवा उसको उकसाया

6 मान सक तनाव ाम क अप ा शहर का जीवन अ धक तनाव पण होता ह एक नाग रक अपनी ज रत को पर करन म वय को असमथ पाता ह और मान सक तनाव का शकार हो जाता ह

ल कन शहर क उ थान व वकास क अनक लाभ भी थ 1 ब जीवी वग का वकास ाम क अप ा शहर म रहन वाल ब जी वय क

स या अ धक थी य ब जीवी आपस म मलत भी रहत थ फल व प नगर म सा ह य व कला का वकास हआ

2 व ा नक ग त यरोप क नगर म व ा नक अनसधान क क खोल गय इसम अनसधान क स वधाए उपल ध कराई गई इसस व ा नक म ग त ह ई

3 सामािजक आ थक व राजनी तक प रवतन क क यरोप क सभी नगर सामािजक राजन तक व आ थक ा त क क बन गय वहा पर इन म काफ हलचल होती रहती थी तथा व मल कर कसी भी अ याय का वरोध करन क लय शी सग ठत हो जात थ

शहर और ाम क स यता म अ तर अभी तक व यमान ह गाव क नवासी शा तपण जीवन यतीत करत ह ल कन शहर क नवा सय का जीवन बा य आडबर व तड़क भड़क स प रपण होता ह अतएव शहर म रहन वाला सदव कसी न कसी कार क तनाव स त रहता ह शहर क कोलाहल पण जीवन म उस शा त नह मलती ल कन वह इस जीवन का अ य त हो जाता ह

88 साराश इस इकाई म आपन यरोप क ाचीन काल क नगर क ि थ त का अ ययन कया

तथा यापा रक सगठन व क यन वारा साम त स अ धकार प (ब तजमत) ा त करन क बार म जानकार ा त क उस समय क नगर क आबाद व बनावट क स ब ध म यह मालम हआ क व बतरतीब बन थ तथा उनक आबाद पाच हजार स एक लाख तक थी

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यरोप क कल जनस या म स अ धकाश ाम म ह रहती थी ल कन 1300 स 1600 ई0 क म य शहर क आबाद बढ़ इसका म य कारण सभी थान पर जनस या म व थी इसक साथ यह भी जाना क इसक या कारण थ ाम स नगर क ओर काफ स या म यि तय क पलायन स नगर क जनस या बढ़ 1851 क बाद व भ न नगर क आबाद क आकड़ स ात होता ह क उस समय एक लाख स अ धक आबाद वाल शहर क स या 25 थी नय नगर क व प क अ ययन स ात हआ क इ ल ड व शष यरोप क नगर क ि थ त व वकास म अ तर था नाग रक जीवन क लाभ और हा नय क बार म अ ययन करन स यह मालम होता ह क ामवा सय क अप ा शहर जीवन अ धक तनावपण होता ह

89 बोध न 1 ाम स नगर क ओर पलायन क या कारण थ 2 यरोप क नगर म मन य को कन क ठनाइय का सामना करना पड़ा 3 यरोप क जनस या म व क कारण का व लषण द िजए चौदहवी सद स

यरोप क दश म इसन नगर करण को कस कार स भा वत कया

810 सदभ थ 1 Chapter by RR Enfield in the book lsquoEuropean Civilization ndash Its

origin and Developmentrsquo Volume V under the direction of Edward Eyre Oxford University Press London 1937

2 Chapter by RM Hartwell in the book lsquo The Cambridge Modern History Volume IX (1793-1830) edited by CW Cramley Cambridge University Press London 1965

3 Brison D Gooch Europe in the Nineteenth Century the Macmillan Company London 1970

4 David Ogg Europe in the Seventeenth Century Hindi edition Jaipur 1967

5 Carlton JH Hayes Modern Europe to 1870 The Macmillan Company New York Sixth Print 1960

6 Langer Eadie Geanakoplos Hexter Pipes Western Civilization Volume II Harper and Row New York Second Edition 1975

7 Wallbank and Taylor Civilization ndash Past and Present Volume II Third Edition 1975

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इकाई-9 कारखाना और मजीवी वग

इकाई क परखा 90 उ य 91 फ टर स टम

911 फ टर या ह 912 फ टर स टम कस श हआ 913 एक का प नक फ का काय व यास

92 फ स टम एवम औ यो गक ा त 93 फ स टम का सामािजक असर 94 बराइया 95 बराइय को दर करन क यास एवम समाधान

951 ससद य यास 952 समाज सधार और अबधनी त 953 सधारक य न जार रह 954 सडलर क य न 955 एशल का कानन

96 समाज और सामािजक प रवतन 97 साराश 98 अ यासाथ न

981 अश पर छोट सवाल 982 सार इकाई पर सवाल

99 ास गक पठनीय थ

90 उ य लगभग 1750 स लकर 1850 तक क काल को पि चम यरोप म औ यो गक ा त

का काल माना जाता ह अ य इकाइय म तमन औ यो गक ा त क बार म व तार स पढ़ा होगा अ य बात क अलावा औ यो गक ा त का सबध उ पादन क लए एक नए सामािजक व यास को नाम दया गया ldquoफ स टमrdquo फ स टम म काम करन क लए समाज म एक नए मजीवी वग का ज म हआ इस इकाई म हम फ स टम और इसम काम करन वाल मजीवी वग क बार म जानग

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91 फ स टम 911 फ या ह

औ यो गक ा त स श आत क भी पहल क बात ह कसी तजारत करन वाल कपनी क नमाइद को ldquoफ टरrdquo बलाया जाता था उसक द तर को फ rdquo फ स कपनी खर द-फरो त करती मसलन हम अ जी ई ट इि डया कपनी को ल जब कपनी स हवी सद म भारत आई तो उसन गजरात तट पर सरत बदरगाह म अपनी पहल मख फ था पत क इस फ म कपनी अपना यापार का सामान रखती और ह द ता नय क

साथ खर द-फरो त करती याल रखन वाल बात यह ह क ई ट इि डया कपनी एक तजारती कपनी थी और उसका उ पादन स चाह वह औ यो गक हो या फर गर औ यो गक कोई सीधा सरोकार न था

जस-जस अठारहवी सद म औ यो गक ा त का व तार हआ वस-वस फ श द का च लत अथ भी बदलता गया अब फ का अथ उस थान स हआ जहा क मशीन क वारा कार गर काफ मा ा म चीज को बनात यह अथ आज तक साधारण बोलचाल क

भाषा म च लत ह सो िजस कारखान म हवाई जहाज बनता ह वह भी फ कहलाता ह और िजसम कपड़ बनत ह वह भी हाला क ldquoफ rdquo कवल चीज बनान वाल कारखान को कहा जाता था फ जसी उ पादन यव था और कम व यास उ योग म भी य त होती थी जस क कोयला खदान

इस इकाई म हम म यतः औ यो गक ा त क पहल चरण पर गौर करग इस चरण (1750-1850) म फ ट रया यादातर सत कातन क कपड़ा बनन क और लोह का काम करन वाल होती थी

912 फ स टम कस श हआ

पजीवाद यव था क श आत क दन म पि चमी यरोप म उ पादन म यतः प टग आउटrdquo स टम पर नभर करता था इस यव था म पजी का मा लक यापार कार गर को क चा माल खर द कर दता कार गर अपन-अपन घर पर अपनी ह मशीन स चीज बनात िज ह क यापार इक ा कर क बाजार म बचता इस यव था म फायदा यह था क यापार दर-दर तक फल कार गर स काम करवा सकता था और उस अपन कार गर क रहन खान क यव था भी नह करनी पड़ती

पर इस यव था म नकसान कई थ एक तो यापार को अपन कार गर तक पह चन म और उनस बना हआ माल लन म काफ समय बबाद करना पड़ता दसर काम क वा लट बरकरार रखना मि कल था तीसर कार गर स समय पर काम करवान म द कत

होती थी इन मि कल स पार पान का एक तर का था वह यह क सार कार गर को एक ह

कारखान म इक ा कर लया जाए पर ऐसा करन पर यापार को कारखान क इमारत बनान

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म पसा लगाना पड़ता मशीन खर दनी पड़ती और फोरमन और सपरवाइजर को नौकर पर लगाना पड़ता अथात यापार का उपरला खच काफ बढ़ जाता

पर जब 1700 ई0 म वीडन क यापार टोफर पोलहम न 100 कार गर वाल एक बतन-भाड क फ टर था पत क तो उसन पाया क उ पादन पर कल खच इतना कम हो जा रहा था क उपरला खच बढ़न क बावजद वह अ छा खासा मनाफा कमा लता

913 एक का प नक फ टर का काय व यास

एडम ि मथ अपनी कताब द व थ ऑफ नश स (1776) म एक साधारण पन बनान वाल फ टर का वणन करता ह जब पन घरल उ योग म बनाए जात थ तो एक या दो यि त ह पन बनान म लगत थ पर फ टर म पन बनान क या को कई ह स म बाट दया गया एक आदमी तार खीचता दसरा उस सीधा करता तीसरा काटता चौथा उसक एक सर को नक ला करता पाचवा उसक दसर सर को घसता वगरह इस तरह तार खीचन स लकर बन ह ए पन को कागज क प ड़या म पक करन तक एडम ि मथ न कोई 32 चरण गन इनम स कसी भी चरण पर ह नरमद कार गर क ज रत नह थी एक ब चा भी इनम स कसी एक चरण को बखबी परा कर सकता था यह फ स टम क मख व श टता थी

फ टर म उ पादन क या को बह त ह सरल छोट-छोट ह स म बाट दया गया हर चरण को एक साधारण अकशल मक भी आसानी स परा कर सकता था या न क अब कारखान क उ पादन- मता कसी यि त वशष क द ता पर नभर नह करती थी बि क सार कारखान क आगनाइजशन पर िजस क एक मनजर आसानी स क ोल कर सकता था फर च क द कार गर क ज रत नह थी तो फ ट रय म ि य और ब च को आसानी स मक क तौर पर इ तमाल कया जा सकता था और हाला क ि या और ब च एक प ष िजतना ह उ पादन करत उनक तन वाह आद मय क तलना म कह कम रहती इस सब स फ टर क मा लक को काफ मनाफा होता

92 फ स टम एवम औ यो गक ा त इ तहासकार हो सबाम का कहना ह क वस तो स हवी सद स ह उ पादन या म

अनक कार क या क सधार होन श हो गए थ पर सफ या क सधार ह औ यो गक ा त नह ला सक औ यो गक ा त क लए ज र था क उ पादन इतना यादा और इतना

स ता हो क बाजार म आप स आप इस उ पाद क लए माग बढ़ ऐसा तब ह हो सका जब या क सधार क साथ उ पादन क लए एक नए कम व यास का इ तमाल कया गया जब उ पादन क या स सब धत डवीजन आफ लबर को (काम क बटवार) को काफ ज टल बना दया गया उ पादन क या को कई छोट-छोट टकड़ म बाट दया गया और एक मजदर क िज म कवल एक ह ह सा रखा यह फ स टम क मख व श टता थी

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93 फ टर स टम का सामािजक असर मनाफा बढ़ान क लए यह ज र था क फ म लगी मशीन का यादा स यादा

उपयोग कया जा सक फ मा लक क च टा यह रहती थी क अपन कार गर स तब तक लगातार काम करवात रह जब तक क मशीन ह जवाब न द जाए इसका मतलब यह था क कामगार को काम करन क तर क का एक नया अनशासन सीखना पड़ा

इ तहासकार ईपी हामपसन का मानना ह क िजस लय स मशीन चलती ह उसी लय स मक को चलना सीखना पड़ा समय क पाबद सीखनी पड़ी क एक नि चत समय पर काम पर आए और एक नि चत समय पर काम स हट एक ह थान पर खड़ होकर लगातार एक ह या क काम को लगातार करत रहन क आदत डालनी पड़ी य द कसी क िज म पन का तार घसना था तो वह लगातार दनभर कवल तार ह घस सकता था िजस यि त को तार सीधा करन का काम दया गया दनभर एक ह थान पर खड़ रहकर कवल तार ह सीधा करता रहता

जस-जस समय बीतता गया इस पर स टम क दगण भी सामन आत गए सबस पहल जो बात सामन आई वह यह ह क फ म लगातार एक ह जगह पर कठपतल क तरह काम करत रहना काफ उबाऊ था मक थोड़ ह समय म इस तरह क काम स जी चरान लगत जब फ का मा लक उनस जबरद ती काम करवाता तो जा हरा तौर पर काम करन वाल को यह बात अखरती और उ ह ख दल स काम पर लग रहना पड़ता

जहा तक काम करन क प रि थ तय का सवाल ह कछ बात साफ ह एक तो यह क यह कहना मि कल ह क फ म काम करन वाल क प रि थ त दसर मक क प रि थ त स बहतर थी या बदतर ऐसा इस लए क इ तहासकार क पास औ यो गक ा त स पहल क काल क मक क बार म यादा जानकार नह ह हा यह ज र पता ह क तरहवी सद स ह उ तर यरोप म पगार पान वाल मजदर हआ करत थ और उनक हालत अ य मजदर क हालत स खराब नह थी वस भी स हवी-अठारहवी सद म कम स कम इ ल ड म प टग आउट स टम क तहत काम करन वाल बह त सार मजदर पगार क एवज म ह काम कया करत थ कहन का मतलब यह ह क फ मजदर का तन वाह मजदर होना समाज क लए कोई नह बात नह थी

94 बराइया जो नई बात थी वह यह क जब फ या बनी तो एक साथ बह त सार मजदर शहर

म इक ा ह ए इस जमाव म उनक ददशा भी समाज क सामन कह यादा खर प स उजागर ह ई

उ योग म ब च और औरत को सोलह घ ट या उसस भी यादा काम करवाया जाता थकान क कारण य द कोई काम नह कर पाता तो उस ब ट स पीटा जाता था तन वाह काट ल जाती तन वाह वस भी काफ कम मलती थी एक ह त क लए कसी ह नरमद कार गर को 1795 म कोई 25 श लग और साधारण मजदर को सफ 12 श लग मला

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करत थ म हलाओ को प ष स आधी और ब च को एक चौथाई तन वाह ह मलती हाला क व प ष िजतना ह काम करत

कोयल क खदान म तो ि थ त और भी यादा खराब थी यहा चार स पाच साल क ब च को खदान क सरग क अदर बारह स सोलह घट काम करवाया जाता इनक औसत पगार दो स तीन श लग त स ताह थी

फ स टम क आन स मजदर क गर बी भी बह त यादा उजागर होन लगी वस तो औ यो गक ा त क श क साल म ह यह साफ हो गया था क समाज म नर ह गर ब क स या बढ़ रह ह पर इस ि थ त स बचन क लए कछ खास नह कया गया पीनहमल ड नामक क ब म गर ब क मदद क लए एक स टम ज र श कया गया िजस पीनहमल ड स टम क नाम स जाना जाता था कछ दसर क ब न भी इस स टम को

अपनाया पर बढ़ती ह ई औ यो गक गर बी क सामन यह स टम प त हो गया शहर म ि थ त कछ ऐसी थी क मजदर क हालत बद स बदतर होती चल गई

शहर बगर कसी योजना क बतहाशा बढ़त चल गए उनक नगरपा लकाए इस नई आबाद क दखभाल करन म असमथ रह शहर म गद द र बि तया पनपन लगी िज ह अ जी म लम कहत ह जहा अब तक शहर म अनक तबक क लोग आपस म मल कर रहत थ

वहा धीर-धीर मजदर बि तया शहर क बाक आबाद स हट कर रहन लगी इन बि तय म न तो सडक ठ क होती न ह ना लया न ह कड़ा नकालन क कोई यव था न ह पय जल का इतजाम और न ह ठ क स बन ह ए मकान इ तहासकार हो सबाम का कहना ह क यरोप क शहर म इस क म क बि तया यादातर शहर क पव ह स म बसी सो शहर म एक नया भद श हो गया ई ट ए ड नवासी (गर ब) और व ट ए ड नवासी (अ भजा य) का

रह-रहकर औ यो गक शहर म महामा रया भी बढ़न लगी लासग म पहल बार 1818 ई0 म हाइफस जवर का कोप फला यरोप क सार औ यो गक शहर म 1831 ई0 और 1832 ई0 म टाइफाइड़ क महामार छाई रह इन शहर म कालरा मयाद बखार और तप दक का भी बोलबाला रहा य सार बीमा रया यादातर मजदर बि तय म ह रह मानो यह सा बत कर रह ह क जहा द र ता और गदगी ह वहा बीमा रया भी रहगी इस सबन मजदर बि तय क नवा सय का हौसला तोड़ दया सामािजक हौसलाप ती क कई ल ण सामन आन लग शराब का ज रत स यादा इ तमाल होन लगा बाल ह या व याव त आ मह या और मान सक व ता क घटनाए बढ़न लगी मजदर क दग त इस बात स और भी यादा उजागर ह ई क औ यो गक ा त क कारण समाज क बाक सार वग क स प नता बढ़ रह थी

95 बराइय को दर करन क यास एवम समाधान फ टर स टम क इन बराइय को ज द स ज द दर करना बड़ा ज र था य क

एक तो साधारण मानवीयता का तकाजा था क मजदर क काम करन क हालात म सधार आए इसस भी यादा बड़ा कारण यह था क फि य म अ धकाश उ पाद फ म काम करन वाल मजदर ह खर दत थ इस लए अगर मजदर क माल हालत एक सीमा स नीच जाती

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तो नकसान पजीप तय को ह होता और अगर मजदर बि तय क समाज यव था को ठ प होन दया जाता तो डर था क कह दश म व ोह न भड़क उठ व ोह न भी होता तो यह तो साफ था क म यवग क जवान इन बि तय म फल रह शराबखोर व याव त और अ य कार क अन तकता क च कर म पड़ रह थ य द म यवग को अन तकता स बचाना था तो

ज र था क मजदर वग स अन तकता को दर कया जाए

951 ससद य यास

आजकल यह माना जाता ह क य द फ मा लक अपन मजदर क भल कार दखभाल कर तो उ ह ह यादा मनाफा होता ह पर उ नीसवी सद म यह बात अ धकाश पजीप तय क समझ म नह आ रह थी इस लए हम पात ह क फ टर म मजदर क ि थ त सधारन वाल अ धकाश उपाय कवल कछ फ टर मा लक क पहल पर रा य यव था वारा व भ न दश क ससद वारा कए गए सबस यादा सधार का काम इगल ड म

हआ ऐस उपाय म स पहला था इगल ड म राबट पील वारा ससद म पास कया गया

ह थ ए ड मारटज ए ट (1802) यह ए ट कवल बड़ी फ ट रय पर लाग होता था और कवल एपरि टस पर इस ए ट म यह कहा गया क नौ साल स कम उ क ब च बतौर एपरि टस नह लगाए जा सकत फ मा लक पर इन ब च स बारह घ ट स यादा या फर रात म काम करवान पर रोक लगा द गई

1802 क ए ट म कई खा मया थी एक तो यह कवल बड़ी फ य पर लाग होता था और वहा भी कवल उन फि य पर जो क एपर टस को इ तमाल करती थी बह नर बाल मजदर को इस ए ट स कोई सर ा नह मलती थी सबस म य बात तो यह थी क इस ए ट म नर ण करन का कोई ावधान न था नतीजतन यह ए ट महज कागजी कानन बन कर रह गया

फर 1816 म पील क चयरमनी म एक ससद य कमट का गठन कया गया इस कमट क सलाह पर 1819 का फ नय ण कानन पास कया गया इस कानन म पछल कानन क ावधान को दोहराया गया और कहा गया क सार बाल मजदर को इस कानन क सर ा द जाएगी साथ ह यह नधा रत कया गया क सोलह साल स कम उ क मजदर को बारह घ ट क दन म डढ़ घ ट क खान क छ ी द जायगी च क यह ए ट सार कामकाजी ब च पर लाग होता था इस लए लोग न इसका डट कर वरोध कया वरो धय म एक बड़ा तबका उन मा-बाप का था जो अपन ब च स काम करवात थ

952 समाज सधार और अबधनी त

तमन अबधनी त क बार म पढ़ा होगा यह नी त अठारहवी सद क अ तम दशक म काफ फल चक थी अथशा ी एडम ि मथ िजसका हम पहल िज कर चक ह इसका एक बड़ा समथक था इस नी त क मतावल बय का मानना था क समाज क अथ यव था तब ह

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सफल हो सकती ह जब क सरकार अथ यव था को अपन आप पर छोड द उसम अपनी टाग न अड़ाए

जब उ नीसवी सद म ससद य य न मजदर क सधार क लए होन लग तो सधार-वरोधी उ योगप तय न अबधनी त क दहाई दत ह ए यह गहार लगाई क अगर रा य फ स टम को सधारन व नय त करन क को शश करगा तो सार अथ यव था ह ठ प हो जाएगी दरअसल बड़-बड़ दाश नक वचार क आड़ म य वरोधी कवल इतना कह रह थ क उ ह मजदर -ब च म हलाओ और प ष का खन चसन स नह रोका जाना चा हए भल ह ऐसा करत ह ए व समाज क इतनी दग त य न कर द िजसस क समाज का साधारण चाल-चलन ह ठ प हो जाए ऐस वरो धय को उनक खद क बवकफ स बचाना ज र था

953 सधारक य न जार रह

1820 क दशक म पावर लम और भाप क इजन म काफ यादा या क सधार आए इसका नतीजा यह हआ क इस दशक म धीर-धीर फ स टम सार कपड़ा उ योग और ख नज उ पादन पर छा गया फि या भी कवल कछ शहर इलाक म कि त होन लगी लकाशायर का कपड़ा उ योग इसका अ छा उदाहरण ह यहा कोई 25 वग मील क म इतनी यादा कपड़ा मल थी क इ ल ड का 80 तशत स यादा कपड़ा बनाया जाता था िजतना फ ट रय का जमाव बढ़ा उतना ह उनक दगण कट ह ए इसम सधार लान क ससद य यास भी उतन ह जोर स कए जान लग

954 सड़लर क यास

माइकल सड़लर न 1831 म टन-आवर बल इ ल ड क ससद म पश कया इस बल म यह ावधान था क कसी भी मजदर स दस घट (टन-आवर) स यादा काम नह लया जा सकगा यह बल ससद म पास नह हो सका

पर इन दन इ ल ड म व ट इ डीज क दास था को लकर काफ गहमा-गहमी चल रह थी इसक रहत अखबार और प काओ म फ टर मजदर क तलना व ट-इ डीज क नी ो दास स क जान लगी धीर-धीर यह मत फलन लगा क मजदर क ि थ त म सधार क लए कछ ठोस कदम उठाए जान चा हए इसक फल व प जब 1833 म लाड एशल न ससद म अपना ताव रखा तो वह कछ ससद य छ ना-झपट क बाद पा रत हो गया

955 एशल का कानन

लाड एशल क कानन (1833) को सार कपड़ा बनन क फि य पर लाग कया गया इसक अनसार नौ साल स कम उ क ब च को फ म काम करवान पर पाबद लगा द गई तरह साल स कम उ क मजदर स दन म नौ घ ट और स ताह म 40 घ ट स यादा काम करवाना तब धत कया गया उ ह रोज डढ़ घ ट क खान क छ ी दना ज र

रखा गया यह कहा गया क अठारह साल स कम उ क मजदर स दन म 12 घट और स ताह म 69 घट स यादा काम नह करवाया जा सकता ldquoरातrdquo क काम को ठ क तरह स

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प रभा षत कया गया साढ़ आठ बज शाम स लकर साढ़ पाच बज सबह तक क समय को ldquoरातrdquo करार दया गया और इस पार म कवल अ ारह साल स यादा उ क मजदर क योग क अनम त द गई फ म काम करन वाल हर ब च का रोज दो घट कल जाना नि चत कया गया नर क क एक बड़ी टोल नय त क गई जो फ मा लक पर नगरानी रख सक और जो मा लक कानन क अवहलना करत ह ए पकड़ जाए उन क सर बड़ी सजा का ावधान रखा गया

इस कानन म दो म य खा मया थी एक तो यह कवल कपड़ा उ योग पर ह लाग कया गया जब क अ य उ योग म भी मजदर क हालत काफ खराब थी दसर यह कवल ब च को अपन दायर म लता था जब क ि य और प ष को भी काननी सर ा क आव यकता थी

96 समाज और सामािजक प रवतन बहरहाल इस कानन स कछ बात साफ जा हर होती थी सबस पहल बात तो यह क

हाला क समाज म अब भी अबधनी त का बोलबाला था अब सरकार क समझ म यह आन लगा क समाज क कछ अश ऐस होत ह जहा क सधार लान क लए सरकार ह त प ज र होता ह दसर बात यह क अब साधारण तौर पर यह माना जान लगा क समाज म औ यो गक उ पादन क इकाई प रवार नह बि क यि त वशष था और उसक सामािजक सर ा और सखा-पढ़ क िज मदार कवल प रवार पर ह नह छोड़ी जा सकती थी समाज को भी आग बढ़कर कछ उपाय करना ज र था

धीर-धीर अ य उ योग को भी फ कानन क तहत लाया गया 1842 म लाड एशल क कानन को कोयला खदान पर लाग कया गया और म हला मजदर को भी सर ा द जान लगी 1878 म इस कानन न सार फि य और वकशाप को अपन दायर म ल लया इस बीच दसर दश म भी फ कानन क या जार थी 1841 म ास म बाल-मजदर कानन लाग कया गया ए शया म भी 1870 तक कई कानन जार कए गए पर उ ह कभी गभीरता स लाग नह कया गया

1848 म सार यरोप म सोश ल ट व ोह ह ए और उ ह काफ आसानी स कचल दया गया इन व ोह म मजदर न बढ़ कर ह सा लया था कचल जान क बाद इन व ोह क बह त सार नता मजदर नता बन गए और फ मा लक स मजदर क भलाई क लए माग करन लग इस समय क बाद स फ मजदर क सगठन बनना श हो गए और कमशाला क हालात म सधार क लए य सगठन अपन अपन उ योग और सरकार पर जोर हालन लग ऐसा इ ह न कस तरह कया तम अ य इकाइय म पढ़ोग

97 साराश इस इकाई म तमन जाना क फ स टम अठारहवी सद म श हआ इसन

औ यो गक उ पादन म एक नए कम व यास को ज म दया फि या चलान क लए एक नए क म क अनशासन क ज रत थी जो क पहल कभी ससार म दखन को नह मला था लगातार अनशासन था पत रखन क लए फ क मय क उपर एक नए मनजमट तबक का

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ज म हआ फोरमन और सपरवाईजर य लोग लबर अ र टो स (Labour aristocrates) कहलाए इनक रहत उ योग म उ योग क मल कयत और उसक मनजमट म भद कया जान लगा मजदर क शहर म रहन स कई बराइया पनपी उ ह दर करन क लए उ नीसवी सद क म य तक अ भजा य वग स कछ समाज सधारक उबर कर सामन आए पर मजदर क सगठन अभी ठ क तरह स नह पनप पाए थ व 1848 क यरोपीय व ोह क बाद उबर

98 अ यासाथ न (I) अश पर छोट सवाल

कछ श द म जवाब द िजए (क) या फ स टम और औ यो गक ा त म स कोई एक बगर दसर क पनप

सकता था (ख) फ स टम क मख व श टता या थी (ग) या पन बनान क फ वा तव म एडम ि मथ क वणन क अनसार होती ह (घ) या फ स टम अन तक था (च) अबधनी त फ मा लक को य पसद थी (छ) इस इकाई म िजन फ सधारक का िज ह उसक अलावा दो और सधारक क

नाम बताइय (II) सार इकाई पर सवाल

दो सौ स तीन सौ श द म जवाब द (क) फ स टम इ ल ड म कस तरह पनपा (ख) फ स टम न कस तरह था पत आ थक और सामािजक स थाओ पर हार

कया (ग) फ स टम क कारण समाज म कस तरह क प रवतन आए (घ) फ स टम म सधार लान क य न क ववचना कर

99 ास गक पठनीय थ ईज हो सबाम - ाम इड ट ए पायर प गइन ईज हो सबाम - एज आफ रवो यशन प गइन ईपी टाम सन - म कग आफ द इग लश व कग लास (सभी कताब अ जी म ह बाजार म आसानी स मल जाती ह)

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Page 21: एमassets.vmou.ac.in/MAHI01-2.pdf ·  · 2014-04-056.7 इंगलैड ... अलबट[थेयर(Albert Thaer) ने1798 (Introduction to the knowledge of English Agriculture)

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इकाई-8 नगर व शहर का वकास एव म नगर करण

इकाई क परखा 80 उ य 81 तावना 82 ाचीन काल क नगर क आबाद व बनावट 83 नगर क आबाद म व व उसक आकड़ 84 जनस या म व क कारण 85 ाम स नगर क ओर पलायन 86 नय नगर का व प 87 प रणाम 88 साराश 89 बोध न 810 सदभ थ

80 उ य इस इकाई क अ ययन स आप समझ पायग क यरोप म नगर व शहर का वकास

कस हआ नगर करण क इस या स ामीण जीवन कस भा वत हआ तथा नगर करण क या प रणाम ह य

81 तावना ाचीन काल क नगर एव नाग रक वारा अ धकार क ाि त हत कय गय य न

रोम व यनान क स यता क इ तहास म अनक नगर रा य का उ लख मलता ह इटल व यनान क ऐस नगर क अ त र त रोमन सा ा य क व भ न भाग म भी नगर क अि त व क बार म जानकार मलती ह उस काल म ऐस नगर कसी राजा अथवा साम त क गढ़ क चार ओर बसाय जात थ य नगर ाम स कछ बड़ होत थ तथा इनक आबाद भी गाव स अ धक होती थी अपन अ धप त क त नगर क नवा सय को लगभग उ ह दा य व का पालन करना पड़ता था जो क गाव म कषक दास (Serf) करत थ धम य और रा य रा य क उदय क कारण सामत क शि त ीण होन लगी इस काल म वा ण यवाद का उदय व व तार भी हआ नाग रक न साम त को बा य कया क वह यक प रवार स कर वसल न करक सम त नाग रक स साम हक प स कर वसल कर उ ह न अपन-अपन नगर क बाजार का ब ध भी अपन हाथ म ल लया अपन अ धप त क अदालत म ववाद का नपटारा करान क थान पर व अपनी बनाई गई अदालत म मकदम क सनवाई और फसल करन लग ऐस सब अ धकार क स ब ध म उ ह न राजा अथवा साम त स चाटर (Charter) ा त कय इ ल ड म यापा रय क सगठन न साम त को वपल धनरा श अदा कर य अ धकार ह तगत कय ास व नीदरल ड म नाग रक क सगठन को क यन

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(Commune) कहत थ इन क यन न अपन साम त क व सफलतापवक व ोह कय जमनी म अनक नगर न मलकर ऐस अ धकार लय तथा साम हक सर ा क लय ब ध भी कय इस समय म कछ भावशाल पाद रय ( बशप) न भी कछ नगर बसाय इ ह बसात समय उ ह न नाग रक को उनक अ धकार क स ब ध म चाटर दान कय

82 ाचीन काल क नगर क आबाद व बनावट हज क अनसार चौदहवी सद क अ त म यरोप क अ धकाश नगर क आबाद अ धक

नह होती थी पाच हजार क आबाद वाला नगर बड़ा माना जाता था इसस भी अ धक आबाद वाल नगर थ ल कन उनक स या अ धक नह थी यहा तक क लदन प रस स वल व नस यबक रोम आ द जस बह त बड़ नगर क आबाद एक लाख स कम थी यरो पयन दश क अ धकाश जनस या नगर क अप ा ाम म अ धक थी

उस समय क नगर क नवासी यापार क साथ बागवानी व छोट पमान पर क ष करक अपना जीवन यापन करत थ आम तौर पर एक नगर क चार ओर मजबत ाचीर होती थी और अनम त प क वारा ह एक नगर क व भ न दरवाज स शहर म वश मलता था नगर क चारद वार क अ दर व भ न कार क मकान होत थ जो एक दसर स सट ह ए होत थ इसम चच टाउन हाल व यापा रक तथा कार गर क सगठन क इमारत भ य होती थी सड़क चौड़ी नह थी ग लया इतनी सकड़ी होती थी क उनम स घोड़ा गाड़ी आ द क ठनता स गजरत थ ग लय व बाजार म पानी क नकास क लय ना लय का ब ध नह होता था यक नगर म एक थानीय स था होती थी रात म नगर क दरवाज ब द कर लय जात थ शा त व स यव था बनाय रखन क लय प लस नय त क जाती थी ल कन उनक स या बह त कम होती थी

83 नगर क आबाद म व व उसक आकड़ चौदहवी सद स इन नगर क आबाद बढ़न लगी समय क स य साथ अनक कारण

स पहल स था पत नगर क आबाद बढ़ती गई यहा तक अनक थान म मन य नगर क चारद वार क बाहर भी बस गए प हवी सद क बाद क यग म यरोप म कई अनक नय नगर बस तथा कछ परान नगर क सम न ट हो गई ल कन फर भी 1830 म यरोप म नगर क अप ा ामीण म मन य अ धक स या म नवास करत थ इटल व ास स उसक कल जनस या क साठ तशत ए शया म स तर तशत पन म न ब तशत और स तथा पव दश म पचानव तशत आबाद गाव म रहती थी य - य इन दश म

औ यो गक वकास क ग त म तजी आती गई य - य गाव स मन य अ धका धक स या म शहर म आन लग

म य यग क अ त व आध नक यग म नगर क वकास क अनक कारण ह इनम सबस मख कारण यरोप क सभी दश म जनस या क लगातार व होना ह ोफसर कार साडस न 1300 व 1600 ई0 म यरोप क व भ न दश क जनस या क न ना कत आकड़

तत कय ह

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-स दश का नाम जनस या 1300 ई0 1600 ई0 1 इगल ड चाल स लाख पसठ लाख 2 ास 1 करोड़ 40 लाख 1 करोड़ साठ लाख 3 पन व पतगाल साठ लाख 1 करोड़ 4 जमनी (नीदरलड क साथ) 1 करोड़ 50 लाख 2 करोड़ तीस लाख 5 डनमाक दस लाख छ लाख 6 वडन छ लाख - 7 नाव तीन लाख - 8 इटल 1 करोड़ यारह लाख 1 करोड़ तीस लाख

इसस प ट ह क चौदहवी स स हवी सद म अनक दश क जनस या म व ह ई स हवी सद क बाद जनस या क व क दर और बढ़ गई य - य व भ न दश म औ यो गक वकास क ग त बढ़ य - य जनस या क व क दर भी बढ़

चौदहवी सद स यरोप म जनस या क बढ़न क कारण का स त म व लषण करना आव यक ह य क नगर करण म व स इसका घ न ठ स ब ध ह

84 जनस या म व क कारण 1 पर परागत धारणाओ का अत कार साडस क अनसार म य यग म ईसाई समाज

म शर र क प व ता (Celebeoy) को एक न तक कत य माना जाता था य क मन य क जीवन म न तकता का अ य त मह व था ल कन अनक ईसाई सत न खल बसी (Celebacy) पर जोर दत ह ए भी यह माना था क अ धकाश ि य व प ष को शाद कर लनी चा हए फर भी कछ मन य अ ववा हत ह रहत थ पनजागरण क समय स यह धारणा कमजोर पड़ती गई

2 भयकर रोग क कोप म कमी ाचीन काल स ह लग व हजा भयकर रोग स यरोप क दश म बड़ी स या म मन य म य क ास बन जात थ अतएव म य दर अ धक थी अनक शश भी बा याव था म मर जात थ ल कन प हवी शता द स औष ध व ान म नर तर ग त होती गई फल व प लग व हजा आ द का कोप बह त कम हो गया शश भी अ धक स या म जीन लग इसस ज म दर बढ़ती गई म य दर क कम होन तथा ज म दर क बढ़न स आबाद म व ह ई

3 द भ का अ त लगभग स हवी शता द तक वषा क अभाव म फसल खराब हो जाती थी तथा द भ क कोप स काफ मन य मर जात थ क ष क ldquoनवीन प तrdquo क योग स अ न का उ पादन बढ़ता चला गया फल व प अकाल का कोप समा त हो गया

4 यापार म उ न त वा ण यवाद क उदय व व तार स अ तदशीय व वदशी यापार म व ह ई यापा रक काय क लय अ धक यि तय क आव यकता पड़न लगी अब वा ण यवाद क समथक क साथ रा य क सरकार भी

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जनस या म व चाहन लगी वा ण यवाद क वशष - व लयम टपल डवीनट आ द न रा य को इस ओर कदम उठान क लय रत कया अनक रा य न ववा हत यि त को कर म छट द तथा अ ववा हत यि त पर अ त र त कर लगाय कह -कह पर बड़ प रवार वाल यि त को रा य क तरफ स आ थक सहायता भी द जान लगी

5 क ष उ पादन म व ाचीन व म य यग म यरोप म एक नगर क सम उसक आस-पास क म अनाज क उ पादन पर नभर रहती थी यातायात क क ठनाईय क कारण दसर थान स अनाज नह लाया जा सकता था एक ओर तो क ष उ पादन म व न अकाल को लगभग समा त कर दया तो दसर ओर यातायात क साधन न यह सभव कर दया क दर-दर स अनाज मगाया जा सक अतएव अब नगर अपन आस-पास क क अनाज क उ पादन पर नभर नह रहा वह अपनी बढ़ती ह ई जनस या क लय अनाज का ब ध कर सकता था

6 स नक आव यकताए यरोप क व भ न दश पार प रक सघष म लग रहत थ इ ल ड क पहल ास और बाद म हाल ड क साथ त पधा व तीस वष य य (1618-1648) इसक उदाहरण ह ास क लई चौदहव (1643-1715) न ास को य म उलझाय रखा स क पीटर महान न व तारवाद नी त अपनाई इन य क लय स नक क आव यकता बनी रहती थी अत सब दश यह चाहत थ क उनक जनस या म व हो ता क उ ह अ धक स नक मल सक

7 औ यो गक वकास इ ल ड म औ यो गक वकास क फल व प जनस या म व ह ई अठारहवी शता द क उ तराध और उ नीसवी सद म यरोप क अ य दश म यह या आर भ हो गई तथा उनक जनस या भी बढ़ती गई अठारहवी सद क म य व उ नीसवी सद क अ त तक यरोप क जनस या म तीन गनी व ह ई

85 ाम स नगर क ओर पलायन नगर करण क एक वशषता गाव स शहर क ओर मन य का पलायन था इ ल ड

म इस कार का पलायन वा ण य क वकास स आर भ हआ क ष क उ न त तथा औ यो गक ा त क समय इसम व ह ई अ य दश म भी यापार क ष व उ योग क वकास क समय इस कार क व त दखन को मलती ह म य यग व आध नक यग क आर भ तक यरोप क यक दश म नगर क आबाद क मकाबल म ामीण क आबाद बह त अ धक थी 1830 इ वी म इटल व ास म कल जनस या का साठ तशत शया म स तर तशत पन म न ब तशत और स तथा पव यरोप क दश म 95 तशत ामीण म रहता था

1851 म इ ल ड म पहल बार ाम क मकाबल म शहर क आबाद अ धक दज क गई इस समय म यरोप म प चीस नगर ऐस थ िजनक आबाद एक लाख क लगभग थी इनम स चार इ ल ड तथा एक काटलड म था इसम लदन क आबाद जो 1800 म एक

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लाख थी 1830 म डढ़ लाख हो गई थी इ ल ड को छोड़ कर शष यरोप म प रस क त त नया सट पीटसबग नप स वयना मा को ब लन एम टडम डि लन ह बग वारसा मलान रोम म ड पलरन व नस लयो बडाप ट मास लज व बास लोना क नगर क आबाद पचास हजार स लकर तीन लाख तक थी

उ नीसवी सद क उ तराध तथा बीसवी सद म नगर क आबाद बढ़ती गई तथा ाम क जनस या म कमी आई इस अव ध म एक ओर नगर क आबाद बढ़ और दसर तरफ काफ स या म भ मह न कषक कशल कार गर व मक गाव स नगर म आय

नगर क आबाद म व तथा वहा गाव स मन य क लगातार आगमन का प रणाम यह हआ क 1914 म इ ल ड म उसक कल जनस या का 80 तशत ास म 45 तशत स कछ अ धक तथा जमनी म 60 तशत यि त शहर म रहत थ इस समय म स पोल ड व डनमाक म लगभग एक तहाई जनता शहर म रहती थी 1850 क बाद बड़ शहर क आबाद म वशष प स तजी क साथ व ह ई पहल प चीस नगर को बड़ा माना जाता था ल कन 1914 म ऐस पचास नगर थ िजनक आबाद एक लाख स अ धक थी

ाम स नगर क ओर मन य क पलायन क लय न ना कत प रि थ तय िज मवार थी

1 कषक दास क मि त म य यग म जमीदार न क ष म होन वाल घाट स बचन क लय यह उ चत समझा क व कषक को हल बल आ द साधन द कर तथा उनस फसल क एक नि चत भाग लकर भ म का त क लय द द इस प त स एक ओर तो जमीदार सभा वत नकसान स बच गय तथा दसर ओर कसान जमीदार क त अ य दा य व स म त हो गय फल व प इ ल ड म धीर-धीर कषक म त हो गय सोलहवी सद तक वहा पर कषक दास (Serfdom) क था लगभग समा त हो गई अब ाम स अनक कसान शहर क ओर चल गय

2 खत क बाड़ बद इ ल ड म तथा कछ समय बाद ास व जमनी क कछ भाग म छोट-छोट खत को मला कर बड़ खत (farms) बनाय गय इसस अनक गर ब कसान भ मह न हो गय तथा रोजगार क तलाश म नगर म आय

3 अ तरा य यापार का वकास वाल बक व टलर क अनसार प हवी सद म इ ल ड एक मह वह न यापा रक रा था ल कन सोलहवी सद म इगल ड का यापार बढ़न लगा इसी समय म पि चमी यरोप क कछ दश का यापार भी बढ़ा अ तरा य यापार क क आ त रक भाग क नगर थ जहा बाहर जान वाला माल इक ा कया जाता था ल कन इनस भी अ धक हलचल उन ब दरगाह पर होती थी जहा स जहाज बाहर जात थ अतएव ऐस थान पर रोजगार क लय गाव स काफ मन य आकर बस

4 औ यो गक वकास इगल ड म औ यौ गक ा त क समय कारखान को बड़ी मा ा म मजदर क आव यकता ह ई गाव स भ मह न कषक कार गर मक व बकार यि त शहर क कारखान म काम करन आय

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86 नय नगर का व प ाचीन नगर क चार द वार क बाहर भी मन य मकान बना कर रहन लग धीर-धीर

अनक नगर म सर ा क य ाचीर तोड़ द गई औ यो गक वकास क ग त म तजी क फल व प िजन नगर क आबाद बढ़ रह थी

व नगर आस पास क दहात तक फल गय यहा तक क ऐस दहाती नगर क समह बन गय ऐस थान म नगर तथा ाम क म य का अ तर लगभग समा त हो गया इस कार का प रवतन इगल ड तथा जमनी औ यो गक दश म प ट प स दखा जा सकता

था कछ थान पर गाव न नगर का प धारण कर लया य क इन थान पर यापार

अथवा उ योग क क खल गय थ इगल ड म इस कार क या का भाव सबस अ धक हआ

इगल ड म राजधानी क अ त र त अ य थान पर भी नगर का वकास हआ ल कन यरोप म रा य क राजधा नय क आबाद ह वशष प स बढ़

87 प रणाम 1 म यम वग का उदय नगर करण क व तार क यग का सबस मह वपण प रणाम

इन नगर म म यम वग का उदय था लगर न लखा ह क नाग रक जीवन स नवो दत म यम वग का सबस घ न ठ स ब ध था यह कहना क ठन ह क इस बज य (Burgeoise) वग म कस कार क यि त सि म लत थ कवल यह कहा जा सकता ह क आम तौर पर म यम वग क सद य गर क ष काय तथा कशल कार गर क काय क अ त र त अ य काय स ा त आमदनी स अपनी जी वका चलात थ उनक पास न तो क ष क लय काफ भ म होती थी और न ह व मक बन कर कमा सकत थ

मा यम वग को भी उ च व न न णी म वभािजत कया जा सकता ह उ च वग म बड़ यापार उ योगप त बकर धनी नवषक और अ छ आय वाल यवसाय म काम करन वाल यि त थ न न म यम वग क सद य उ च वग तथा म यम वग क उ च णी क यि तय क आव यकताओ को पर करत थ इनम दकानदार कशल कार गर बक सरकार द तर औ यो गक व यापा रक त ठान म काम करत थ वक ल कलाकार व ब जी वय को भी इसम सि म लत कया जा सकता ह

इस म यम वग न यरोप क यक दश क राजनी त म मह वपण भ मका अदा क य य प उ च म यम वग क सद य सतोष पण जीवन यतीत करत थ ल कन न न म यम वग को आ थक क ठनाइय का सामना करना पड़ता था

2 मक का दखमय जीवन यरोप क नगर क औ यो गक त ठान तथा क ष फाम म एक बड़ी स या म मक को नौकर द गई फ ट रय म काम करन वाल मजदर क दशा अ य त शोचनीय थी उनक रहन क उ चत यव था नह क गई थी व तग ग लय और बना हवादार मकान म रहत थ इसस उनक तथा उनक प रवार क सद य पर बरा असर पड़ता था शहर म काम करन वाल अ य अकशल मक क दशा भी खराब थी

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3 नगर का बतरतीब वकास लगभग यरोप क सभी नगर का वकास बना कसी योजना क हआ पहल स ह नगर म तग ग लया व कम चौड़ी सड़क थी अब य बढ़ती ह ई आबाद क लए क ठनईय पदा करन लगी शहर क चारद वार क बाहर भी मकान का नमाण बतरतीब ढग स हआ थानीय स थाए उन पर कोई नय ण नह रख सक

4 वा य पर बरा असर यह पहल बताया जा चका ह क म यकाल क आर भ क नगर म पानी क नकास क सम चत यव था नह थी तथा शहर म गदगी रहती थी इसस नाग रक क वा य पर बरा असर पड़ता था परान नगर क वकास तथा नय नगर क थापना क समय इस सम या पर यान नह दया गया समय क साथ साथ यह सम या

ग भीर होती चल गई अनक ग द बि तया (Slums) बनी फल व प मन य व भ न बीमा रय स त होन लग

5 अपराध क स या म व शहर बरोजगार क स या धीर धीर बढ़ती गई इसन शहर म रहन वाल मन य म अपराध क व त को ज म दया अथवा उसको उकसाया

6 मान सक तनाव ाम क अप ा शहर का जीवन अ धक तनाव पण होता ह एक नाग रक अपनी ज रत को पर करन म वय को असमथ पाता ह और मान सक तनाव का शकार हो जाता ह

ल कन शहर क उ थान व वकास क अनक लाभ भी थ 1 ब जीवी वग का वकास ाम क अप ा शहर म रहन वाल ब जी वय क

स या अ धक थी य ब जीवी आपस म मलत भी रहत थ फल व प नगर म सा ह य व कला का वकास हआ

2 व ा नक ग त यरोप क नगर म व ा नक अनसधान क क खोल गय इसम अनसधान क स वधाए उपल ध कराई गई इसस व ा नक म ग त ह ई

3 सामािजक आ थक व राजनी तक प रवतन क क यरोप क सभी नगर सामािजक राजन तक व आ थक ा त क क बन गय वहा पर इन म काफ हलचल होती रहती थी तथा व मल कर कसी भी अ याय का वरोध करन क लय शी सग ठत हो जात थ

शहर और ाम क स यता म अ तर अभी तक व यमान ह गाव क नवासी शा तपण जीवन यतीत करत ह ल कन शहर क नवा सय का जीवन बा य आडबर व तड़क भड़क स प रपण होता ह अतएव शहर म रहन वाला सदव कसी न कसी कार क तनाव स त रहता ह शहर क कोलाहल पण जीवन म उस शा त नह मलती ल कन वह इस जीवन का अ य त हो जाता ह

88 साराश इस इकाई म आपन यरोप क ाचीन काल क नगर क ि थ त का अ ययन कया

तथा यापा रक सगठन व क यन वारा साम त स अ धकार प (ब तजमत) ा त करन क बार म जानकार ा त क उस समय क नगर क आबाद व बनावट क स ब ध म यह मालम हआ क व बतरतीब बन थ तथा उनक आबाद पाच हजार स एक लाख तक थी

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यरोप क कल जनस या म स अ धकाश ाम म ह रहती थी ल कन 1300 स 1600 ई0 क म य शहर क आबाद बढ़ इसका म य कारण सभी थान पर जनस या म व थी इसक साथ यह भी जाना क इसक या कारण थ ाम स नगर क ओर काफ स या म यि तय क पलायन स नगर क जनस या बढ़ 1851 क बाद व भ न नगर क आबाद क आकड़ स ात होता ह क उस समय एक लाख स अ धक आबाद वाल शहर क स या 25 थी नय नगर क व प क अ ययन स ात हआ क इ ल ड व शष यरोप क नगर क ि थ त व वकास म अ तर था नाग रक जीवन क लाभ और हा नय क बार म अ ययन करन स यह मालम होता ह क ामवा सय क अप ा शहर जीवन अ धक तनावपण होता ह

89 बोध न 1 ाम स नगर क ओर पलायन क या कारण थ 2 यरोप क नगर म मन य को कन क ठनाइय का सामना करना पड़ा 3 यरोप क जनस या म व क कारण का व लषण द िजए चौदहवी सद स

यरोप क दश म इसन नगर करण को कस कार स भा वत कया

810 सदभ थ 1 Chapter by RR Enfield in the book lsquoEuropean Civilization ndash Its

origin and Developmentrsquo Volume V under the direction of Edward Eyre Oxford University Press London 1937

2 Chapter by RM Hartwell in the book lsquo The Cambridge Modern History Volume IX (1793-1830) edited by CW Cramley Cambridge University Press London 1965

3 Brison D Gooch Europe in the Nineteenth Century the Macmillan Company London 1970

4 David Ogg Europe in the Seventeenth Century Hindi edition Jaipur 1967

5 Carlton JH Hayes Modern Europe to 1870 The Macmillan Company New York Sixth Print 1960

6 Langer Eadie Geanakoplos Hexter Pipes Western Civilization Volume II Harper and Row New York Second Edition 1975

7 Wallbank and Taylor Civilization ndash Past and Present Volume II Third Edition 1975

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इकाई-9 कारखाना और मजीवी वग

इकाई क परखा 90 उ य 91 फ टर स टम

911 फ टर या ह 912 फ टर स टम कस श हआ 913 एक का प नक फ का काय व यास

92 फ स टम एवम औ यो गक ा त 93 फ स टम का सामािजक असर 94 बराइया 95 बराइय को दर करन क यास एवम समाधान

951 ससद य यास 952 समाज सधार और अबधनी त 953 सधारक य न जार रह 954 सडलर क य न 955 एशल का कानन

96 समाज और सामािजक प रवतन 97 साराश 98 अ यासाथ न

981 अश पर छोट सवाल 982 सार इकाई पर सवाल

99 ास गक पठनीय थ

90 उ य लगभग 1750 स लकर 1850 तक क काल को पि चम यरोप म औ यो गक ा त

का काल माना जाता ह अ य इकाइय म तमन औ यो गक ा त क बार म व तार स पढ़ा होगा अ य बात क अलावा औ यो गक ा त का सबध उ पादन क लए एक नए सामािजक व यास को नाम दया गया ldquoफ स टमrdquo फ स टम म काम करन क लए समाज म एक नए मजीवी वग का ज म हआ इस इकाई म हम फ स टम और इसम काम करन वाल मजीवी वग क बार म जानग

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91 फ स टम 911 फ या ह

औ यो गक ा त स श आत क भी पहल क बात ह कसी तजारत करन वाल कपनी क नमाइद को ldquoफ टरrdquo बलाया जाता था उसक द तर को फ rdquo फ स कपनी खर द-फरो त करती मसलन हम अ जी ई ट इि डया कपनी को ल जब कपनी स हवी सद म भारत आई तो उसन गजरात तट पर सरत बदरगाह म अपनी पहल मख फ था पत क इस फ म कपनी अपना यापार का सामान रखती और ह द ता नय क

साथ खर द-फरो त करती याल रखन वाल बात यह ह क ई ट इि डया कपनी एक तजारती कपनी थी और उसका उ पादन स चाह वह औ यो गक हो या फर गर औ यो गक कोई सीधा सरोकार न था

जस-जस अठारहवी सद म औ यो गक ा त का व तार हआ वस-वस फ श द का च लत अथ भी बदलता गया अब फ का अथ उस थान स हआ जहा क मशीन क वारा कार गर काफ मा ा म चीज को बनात यह अथ आज तक साधारण बोलचाल क

भाषा म च लत ह सो िजस कारखान म हवाई जहाज बनता ह वह भी फ कहलाता ह और िजसम कपड़ बनत ह वह भी हाला क ldquoफ rdquo कवल चीज बनान वाल कारखान को कहा जाता था फ जसी उ पादन यव था और कम व यास उ योग म भी य त होती थी जस क कोयला खदान

इस इकाई म हम म यतः औ यो गक ा त क पहल चरण पर गौर करग इस चरण (1750-1850) म फ ट रया यादातर सत कातन क कपड़ा बनन क और लोह का काम करन वाल होती थी

912 फ स टम कस श हआ

पजीवाद यव था क श आत क दन म पि चमी यरोप म उ पादन म यतः प टग आउटrdquo स टम पर नभर करता था इस यव था म पजी का मा लक यापार कार गर को क चा माल खर द कर दता कार गर अपन-अपन घर पर अपनी ह मशीन स चीज बनात िज ह क यापार इक ा कर क बाजार म बचता इस यव था म फायदा यह था क यापार दर-दर तक फल कार गर स काम करवा सकता था और उस अपन कार गर क रहन खान क यव था भी नह करनी पड़ती

पर इस यव था म नकसान कई थ एक तो यापार को अपन कार गर तक पह चन म और उनस बना हआ माल लन म काफ समय बबाद करना पड़ता दसर काम क वा लट बरकरार रखना मि कल था तीसर कार गर स समय पर काम करवान म द कत

होती थी इन मि कल स पार पान का एक तर का था वह यह क सार कार गर को एक ह

कारखान म इक ा कर लया जाए पर ऐसा करन पर यापार को कारखान क इमारत बनान

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म पसा लगाना पड़ता मशीन खर दनी पड़ती और फोरमन और सपरवाइजर को नौकर पर लगाना पड़ता अथात यापार का उपरला खच काफ बढ़ जाता

पर जब 1700 ई0 म वीडन क यापार टोफर पोलहम न 100 कार गर वाल एक बतन-भाड क फ टर था पत क तो उसन पाया क उ पादन पर कल खच इतना कम हो जा रहा था क उपरला खच बढ़न क बावजद वह अ छा खासा मनाफा कमा लता

913 एक का प नक फ टर का काय व यास

एडम ि मथ अपनी कताब द व थ ऑफ नश स (1776) म एक साधारण पन बनान वाल फ टर का वणन करता ह जब पन घरल उ योग म बनाए जात थ तो एक या दो यि त ह पन बनान म लगत थ पर फ टर म पन बनान क या को कई ह स म बाट दया गया एक आदमी तार खीचता दसरा उस सीधा करता तीसरा काटता चौथा उसक एक सर को नक ला करता पाचवा उसक दसर सर को घसता वगरह इस तरह तार खीचन स लकर बन ह ए पन को कागज क प ड़या म पक करन तक एडम ि मथ न कोई 32 चरण गन इनम स कसी भी चरण पर ह नरमद कार गर क ज रत नह थी एक ब चा भी इनम स कसी एक चरण को बखबी परा कर सकता था यह फ स टम क मख व श टता थी

फ टर म उ पादन क या को बह त ह सरल छोट-छोट ह स म बाट दया गया हर चरण को एक साधारण अकशल मक भी आसानी स परा कर सकता था या न क अब कारखान क उ पादन- मता कसी यि त वशष क द ता पर नभर नह करती थी बि क सार कारखान क आगनाइजशन पर िजस क एक मनजर आसानी स क ोल कर सकता था फर च क द कार गर क ज रत नह थी तो फ ट रय म ि य और ब च को आसानी स मक क तौर पर इ तमाल कया जा सकता था और हाला क ि या और ब च एक प ष िजतना ह उ पादन करत उनक तन वाह आद मय क तलना म कह कम रहती इस सब स फ टर क मा लक को काफ मनाफा होता

92 फ स टम एवम औ यो गक ा त इ तहासकार हो सबाम का कहना ह क वस तो स हवी सद स ह उ पादन या म

अनक कार क या क सधार होन श हो गए थ पर सफ या क सधार ह औ यो गक ा त नह ला सक औ यो गक ा त क लए ज र था क उ पादन इतना यादा और इतना

स ता हो क बाजार म आप स आप इस उ पाद क लए माग बढ़ ऐसा तब ह हो सका जब या क सधार क साथ उ पादन क लए एक नए कम व यास का इ तमाल कया गया जब उ पादन क या स सब धत डवीजन आफ लबर को (काम क बटवार) को काफ ज टल बना दया गया उ पादन क या को कई छोट-छोट टकड़ म बाट दया गया और एक मजदर क िज म कवल एक ह ह सा रखा यह फ स टम क मख व श टता थी

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93 फ टर स टम का सामािजक असर मनाफा बढ़ान क लए यह ज र था क फ म लगी मशीन का यादा स यादा

उपयोग कया जा सक फ मा लक क च टा यह रहती थी क अपन कार गर स तब तक लगातार काम करवात रह जब तक क मशीन ह जवाब न द जाए इसका मतलब यह था क कामगार को काम करन क तर क का एक नया अनशासन सीखना पड़ा

इ तहासकार ईपी हामपसन का मानना ह क िजस लय स मशीन चलती ह उसी लय स मक को चलना सीखना पड़ा समय क पाबद सीखनी पड़ी क एक नि चत समय पर काम पर आए और एक नि चत समय पर काम स हट एक ह थान पर खड़ होकर लगातार एक ह या क काम को लगातार करत रहन क आदत डालनी पड़ी य द कसी क िज म पन का तार घसना था तो वह लगातार दनभर कवल तार ह घस सकता था िजस यि त को तार सीधा करन का काम दया गया दनभर एक ह थान पर खड़ रहकर कवल तार ह सीधा करता रहता

जस-जस समय बीतता गया इस पर स टम क दगण भी सामन आत गए सबस पहल जो बात सामन आई वह यह ह क फ म लगातार एक ह जगह पर कठपतल क तरह काम करत रहना काफ उबाऊ था मक थोड़ ह समय म इस तरह क काम स जी चरान लगत जब फ का मा लक उनस जबरद ती काम करवाता तो जा हरा तौर पर काम करन वाल को यह बात अखरती और उ ह ख दल स काम पर लग रहना पड़ता

जहा तक काम करन क प रि थ तय का सवाल ह कछ बात साफ ह एक तो यह क यह कहना मि कल ह क फ म काम करन वाल क प रि थ त दसर मक क प रि थ त स बहतर थी या बदतर ऐसा इस लए क इ तहासकार क पास औ यो गक ा त स पहल क काल क मक क बार म यादा जानकार नह ह हा यह ज र पता ह क तरहवी सद स ह उ तर यरोप म पगार पान वाल मजदर हआ करत थ और उनक हालत अ य मजदर क हालत स खराब नह थी वस भी स हवी-अठारहवी सद म कम स कम इ ल ड म प टग आउट स टम क तहत काम करन वाल बह त सार मजदर पगार क एवज म ह काम कया करत थ कहन का मतलब यह ह क फ मजदर का तन वाह मजदर होना समाज क लए कोई नह बात नह थी

94 बराइया जो नई बात थी वह यह क जब फ या बनी तो एक साथ बह त सार मजदर शहर

म इक ा ह ए इस जमाव म उनक ददशा भी समाज क सामन कह यादा खर प स उजागर ह ई

उ योग म ब च और औरत को सोलह घ ट या उसस भी यादा काम करवाया जाता थकान क कारण य द कोई काम नह कर पाता तो उस ब ट स पीटा जाता था तन वाह काट ल जाती तन वाह वस भी काफ कम मलती थी एक ह त क लए कसी ह नरमद कार गर को 1795 म कोई 25 श लग और साधारण मजदर को सफ 12 श लग मला

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करत थ म हलाओ को प ष स आधी और ब च को एक चौथाई तन वाह ह मलती हाला क व प ष िजतना ह काम करत

कोयल क खदान म तो ि थ त और भी यादा खराब थी यहा चार स पाच साल क ब च को खदान क सरग क अदर बारह स सोलह घट काम करवाया जाता इनक औसत पगार दो स तीन श लग त स ताह थी

फ स टम क आन स मजदर क गर बी भी बह त यादा उजागर होन लगी वस तो औ यो गक ा त क श क साल म ह यह साफ हो गया था क समाज म नर ह गर ब क स या बढ़ रह ह पर इस ि थ त स बचन क लए कछ खास नह कया गया पीनहमल ड नामक क ब म गर ब क मदद क लए एक स टम ज र श कया गया िजस पीनहमल ड स टम क नाम स जाना जाता था कछ दसर क ब न भी इस स टम को

अपनाया पर बढ़ती ह ई औ यो गक गर बी क सामन यह स टम प त हो गया शहर म ि थ त कछ ऐसी थी क मजदर क हालत बद स बदतर होती चल गई

शहर बगर कसी योजना क बतहाशा बढ़त चल गए उनक नगरपा लकाए इस नई आबाद क दखभाल करन म असमथ रह शहर म गद द र बि तया पनपन लगी िज ह अ जी म लम कहत ह जहा अब तक शहर म अनक तबक क लोग आपस म मल कर रहत थ

वहा धीर-धीर मजदर बि तया शहर क बाक आबाद स हट कर रहन लगी इन बि तय म न तो सडक ठ क होती न ह ना लया न ह कड़ा नकालन क कोई यव था न ह पय जल का इतजाम और न ह ठ क स बन ह ए मकान इ तहासकार हो सबाम का कहना ह क यरोप क शहर म इस क म क बि तया यादातर शहर क पव ह स म बसी सो शहर म एक नया भद श हो गया ई ट ए ड नवासी (गर ब) और व ट ए ड नवासी (अ भजा य) का

रह-रहकर औ यो गक शहर म महामा रया भी बढ़न लगी लासग म पहल बार 1818 ई0 म हाइफस जवर का कोप फला यरोप क सार औ यो गक शहर म 1831 ई0 और 1832 ई0 म टाइफाइड़ क महामार छाई रह इन शहर म कालरा मयाद बखार और तप दक का भी बोलबाला रहा य सार बीमा रया यादातर मजदर बि तय म ह रह मानो यह सा बत कर रह ह क जहा द र ता और गदगी ह वहा बीमा रया भी रहगी इस सबन मजदर बि तय क नवा सय का हौसला तोड़ दया सामािजक हौसलाप ती क कई ल ण सामन आन लग शराब का ज रत स यादा इ तमाल होन लगा बाल ह या व याव त आ मह या और मान सक व ता क घटनाए बढ़न लगी मजदर क दग त इस बात स और भी यादा उजागर ह ई क औ यो गक ा त क कारण समाज क बाक सार वग क स प नता बढ़ रह थी

95 बराइय को दर करन क यास एवम समाधान फ टर स टम क इन बराइय को ज द स ज द दर करना बड़ा ज र था य क

एक तो साधारण मानवीयता का तकाजा था क मजदर क काम करन क हालात म सधार आए इसस भी यादा बड़ा कारण यह था क फि य म अ धकाश उ पाद फ म काम करन वाल मजदर ह खर दत थ इस लए अगर मजदर क माल हालत एक सीमा स नीच जाती

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तो नकसान पजीप तय को ह होता और अगर मजदर बि तय क समाज यव था को ठ प होन दया जाता तो डर था क कह दश म व ोह न भड़क उठ व ोह न भी होता तो यह तो साफ था क म यवग क जवान इन बि तय म फल रह शराबखोर व याव त और अ य कार क अन तकता क च कर म पड़ रह थ य द म यवग को अन तकता स बचाना था तो

ज र था क मजदर वग स अन तकता को दर कया जाए

951 ससद य यास

आजकल यह माना जाता ह क य द फ मा लक अपन मजदर क भल कार दखभाल कर तो उ ह ह यादा मनाफा होता ह पर उ नीसवी सद म यह बात अ धकाश पजीप तय क समझ म नह आ रह थी इस लए हम पात ह क फ टर म मजदर क ि थ त सधारन वाल अ धकाश उपाय कवल कछ फ टर मा लक क पहल पर रा य यव था वारा व भ न दश क ससद वारा कए गए सबस यादा सधार का काम इगल ड म

हआ ऐस उपाय म स पहला था इगल ड म राबट पील वारा ससद म पास कया गया

ह थ ए ड मारटज ए ट (1802) यह ए ट कवल बड़ी फ ट रय पर लाग होता था और कवल एपरि टस पर इस ए ट म यह कहा गया क नौ साल स कम उ क ब च बतौर एपरि टस नह लगाए जा सकत फ मा लक पर इन ब च स बारह घ ट स यादा या फर रात म काम करवान पर रोक लगा द गई

1802 क ए ट म कई खा मया थी एक तो यह कवल बड़ी फ य पर लाग होता था और वहा भी कवल उन फि य पर जो क एपर टस को इ तमाल करती थी बह नर बाल मजदर को इस ए ट स कोई सर ा नह मलती थी सबस म य बात तो यह थी क इस ए ट म नर ण करन का कोई ावधान न था नतीजतन यह ए ट महज कागजी कानन बन कर रह गया

फर 1816 म पील क चयरमनी म एक ससद य कमट का गठन कया गया इस कमट क सलाह पर 1819 का फ नय ण कानन पास कया गया इस कानन म पछल कानन क ावधान को दोहराया गया और कहा गया क सार बाल मजदर को इस कानन क सर ा द जाएगी साथ ह यह नधा रत कया गया क सोलह साल स कम उ क मजदर को बारह घ ट क दन म डढ़ घ ट क खान क छ ी द जायगी च क यह ए ट सार कामकाजी ब च पर लाग होता था इस लए लोग न इसका डट कर वरोध कया वरो धय म एक बड़ा तबका उन मा-बाप का था जो अपन ब च स काम करवात थ

952 समाज सधार और अबधनी त

तमन अबधनी त क बार म पढ़ा होगा यह नी त अठारहवी सद क अ तम दशक म काफ फल चक थी अथशा ी एडम ि मथ िजसका हम पहल िज कर चक ह इसका एक बड़ा समथक था इस नी त क मतावल बय का मानना था क समाज क अथ यव था तब ह

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सफल हो सकती ह जब क सरकार अथ यव था को अपन आप पर छोड द उसम अपनी टाग न अड़ाए

जब उ नीसवी सद म ससद य य न मजदर क सधार क लए होन लग तो सधार-वरोधी उ योगप तय न अबधनी त क दहाई दत ह ए यह गहार लगाई क अगर रा य फ स टम को सधारन व नय त करन क को शश करगा तो सार अथ यव था ह ठ प हो जाएगी दरअसल बड़-बड़ दाश नक वचार क आड़ म य वरोधी कवल इतना कह रह थ क उ ह मजदर -ब च म हलाओ और प ष का खन चसन स नह रोका जाना चा हए भल ह ऐसा करत ह ए व समाज क इतनी दग त य न कर द िजसस क समाज का साधारण चाल-चलन ह ठ प हो जाए ऐस वरो धय को उनक खद क बवकफ स बचाना ज र था

953 सधारक य न जार रह

1820 क दशक म पावर लम और भाप क इजन म काफ यादा या क सधार आए इसका नतीजा यह हआ क इस दशक म धीर-धीर फ स टम सार कपड़ा उ योग और ख नज उ पादन पर छा गया फि या भी कवल कछ शहर इलाक म कि त होन लगी लकाशायर का कपड़ा उ योग इसका अ छा उदाहरण ह यहा कोई 25 वग मील क म इतनी यादा कपड़ा मल थी क इ ल ड का 80 तशत स यादा कपड़ा बनाया जाता था िजतना फ ट रय का जमाव बढ़ा उतना ह उनक दगण कट ह ए इसम सधार लान क ससद य यास भी उतन ह जोर स कए जान लग

954 सड़लर क यास

माइकल सड़लर न 1831 म टन-आवर बल इ ल ड क ससद म पश कया इस बल म यह ावधान था क कसी भी मजदर स दस घट (टन-आवर) स यादा काम नह लया जा सकगा यह बल ससद म पास नह हो सका

पर इन दन इ ल ड म व ट इ डीज क दास था को लकर काफ गहमा-गहमी चल रह थी इसक रहत अखबार और प काओ म फ टर मजदर क तलना व ट-इ डीज क नी ो दास स क जान लगी धीर-धीर यह मत फलन लगा क मजदर क ि थ त म सधार क लए कछ ठोस कदम उठाए जान चा हए इसक फल व प जब 1833 म लाड एशल न ससद म अपना ताव रखा तो वह कछ ससद य छ ना-झपट क बाद पा रत हो गया

955 एशल का कानन

लाड एशल क कानन (1833) को सार कपड़ा बनन क फि य पर लाग कया गया इसक अनसार नौ साल स कम उ क ब च को फ म काम करवान पर पाबद लगा द गई तरह साल स कम उ क मजदर स दन म नौ घ ट और स ताह म 40 घ ट स यादा काम करवाना तब धत कया गया उ ह रोज डढ़ घ ट क खान क छ ी दना ज र

रखा गया यह कहा गया क अठारह साल स कम उ क मजदर स दन म 12 घट और स ताह म 69 घट स यादा काम नह करवाया जा सकता ldquoरातrdquo क काम को ठ क तरह स

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प रभा षत कया गया साढ़ आठ बज शाम स लकर साढ़ पाच बज सबह तक क समय को ldquoरातrdquo करार दया गया और इस पार म कवल अ ारह साल स यादा उ क मजदर क योग क अनम त द गई फ म काम करन वाल हर ब च का रोज दो घट कल जाना नि चत कया गया नर क क एक बड़ी टोल नय त क गई जो फ मा लक पर नगरानी रख सक और जो मा लक कानन क अवहलना करत ह ए पकड़ जाए उन क सर बड़ी सजा का ावधान रखा गया

इस कानन म दो म य खा मया थी एक तो यह कवल कपड़ा उ योग पर ह लाग कया गया जब क अ य उ योग म भी मजदर क हालत काफ खराब थी दसर यह कवल ब च को अपन दायर म लता था जब क ि य और प ष को भी काननी सर ा क आव यकता थी

96 समाज और सामािजक प रवतन बहरहाल इस कानन स कछ बात साफ जा हर होती थी सबस पहल बात तो यह क

हाला क समाज म अब भी अबधनी त का बोलबाला था अब सरकार क समझ म यह आन लगा क समाज क कछ अश ऐस होत ह जहा क सधार लान क लए सरकार ह त प ज र होता ह दसर बात यह क अब साधारण तौर पर यह माना जान लगा क समाज म औ यो गक उ पादन क इकाई प रवार नह बि क यि त वशष था और उसक सामािजक सर ा और सखा-पढ़ क िज मदार कवल प रवार पर ह नह छोड़ी जा सकती थी समाज को भी आग बढ़कर कछ उपाय करना ज र था

धीर-धीर अ य उ योग को भी फ कानन क तहत लाया गया 1842 म लाड एशल क कानन को कोयला खदान पर लाग कया गया और म हला मजदर को भी सर ा द जान लगी 1878 म इस कानन न सार फि य और वकशाप को अपन दायर म ल लया इस बीच दसर दश म भी फ कानन क या जार थी 1841 म ास म बाल-मजदर कानन लाग कया गया ए शया म भी 1870 तक कई कानन जार कए गए पर उ ह कभी गभीरता स लाग नह कया गया

1848 म सार यरोप म सोश ल ट व ोह ह ए और उ ह काफ आसानी स कचल दया गया इन व ोह म मजदर न बढ़ कर ह सा लया था कचल जान क बाद इन व ोह क बह त सार नता मजदर नता बन गए और फ मा लक स मजदर क भलाई क लए माग करन लग इस समय क बाद स फ मजदर क सगठन बनना श हो गए और कमशाला क हालात म सधार क लए य सगठन अपन अपन उ योग और सरकार पर जोर हालन लग ऐसा इ ह न कस तरह कया तम अ य इकाइय म पढ़ोग

97 साराश इस इकाई म तमन जाना क फ स टम अठारहवी सद म श हआ इसन

औ यो गक उ पादन म एक नए कम व यास को ज म दया फि या चलान क लए एक नए क म क अनशासन क ज रत थी जो क पहल कभी ससार म दखन को नह मला था लगातार अनशासन था पत रखन क लए फ क मय क उपर एक नए मनजमट तबक का

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ज म हआ फोरमन और सपरवाईजर य लोग लबर अ र टो स (Labour aristocrates) कहलाए इनक रहत उ योग म उ योग क मल कयत और उसक मनजमट म भद कया जान लगा मजदर क शहर म रहन स कई बराइया पनपी उ ह दर करन क लए उ नीसवी सद क म य तक अ भजा य वग स कछ समाज सधारक उबर कर सामन आए पर मजदर क सगठन अभी ठ क तरह स नह पनप पाए थ व 1848 क यरोपीय व ोह क बाद उबर

98 अ यासाथ न (I) अश पर छोट सवाल

कछ श द म जवाब द िजए (क) या फ स टम और औ यो गक ा त म स कोई एक बगर दसर क पनप

सकता था (ख) फ स टम क मख व श टता या थी (ग) या पन बनान क फ वा तव म एडम ि मथ क वणन क अनसार होती ह (घ) या फ स टम अन तक था (च) अबधनी त फ मा लक को य पसद थी (छ) इस इकाई म िजन फ सधारक का िज ह उसक अलावा दो और सधारक क

नाम बताइय (II) सार इकाई पर सवाल

दो सौ स तीन सौ श द म जवाब द (क) फ स टम इ ल ड म कस तरह पनपा (ख) फ स टम न कस तरह था पत आ थक और सामािजक स थाओ पर हार

कया (ग) फ स टम क कारण समाज म कस तरह क प रवतन आए (घ) फ स टम म सधार लान क य न क ववचना कर

99 ास गक पठनीय थ ईज हो सबाम - ाम इड ट ए पायर प गइन ईज हो सबाम - एज आफ रवो यशन प गइन ईपी टाम सन - म कग आफ द इग लश व कग लास (सभी कताब अ जी म ह बाजार म आसानी स मल जाती ह)

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Page 22: एमassets.vmou.ac.in/MAHI01-2.pdf ·  · 2014-04-056.7 इंगलैड ... अलबट[थेयर(Albert Thaer) ने1798 (Introduction to the knowledge of English Agriculture)

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(Commune) कहत थ इन क यन न अपन साम त क व सफलतापवक व ोह कय जमनी म अनक नगर न मलकर ऐस अ धकार लय तथा साम हक सर ा क लय ब ध भी कय इस समय म कछ भावशाल पाद रय ( बशप) न भी कछ नगर बसाय इ ह बसात समय उ ह न नाग रक को उनक अ धकार क स ब ध म चाटर दान कय

82 ाचीन काल क नगर क आबाद व बनावट हज क अनसार चौदहवी सद क अ त म यरोप क अ धकाश नगर क आबाद अ धक

नह होती थी पाच हजार क आबाद वाला नगर बड़ा माना जाता था इसस भी अ धक आबाद वाल नगर थ ल कन उनक स या अ धक नह थी यहा तक क लदन प रस स वल व नस यबक रोम आ द जस बह त बड़ नगर क आबाद एक लाख स कम थी यरो पयन दश क अ धकाश जनस या नगर क अप ा ाम म अ धक थी

उस समय क नगर क नवासी यापार क साथ बागवानी व छोट पमान पर क ष करक अपना जीवन यापन करत थ आम तौर पर एक नगर क चार ओर मजबत ाचीर होती थी और अनम त प क वारा ह एक नगर क व भ न दरवाज स शहर म वश मलता था नगर क चारद वार क अ दर व भ न कार क मकान होत थ जो एक दसर स सट ह ए होत थ इसम चच टाउन हाल व यापा रक तथा कार गर क सगठन क इमारत भ य होती थी सड़क चौड़ी नह थी ग लया इतनी सकड़ी होती थी क उनम स घोड़ा गाड़ी आ द क ठनता स गजरत थ ग लय व बाजार म पानी क नकास क लय ना लय का ब ध नह होता था यक नगर म एक थानीय स था होती थी रात म नगर क दरवाज ब द कर लय जात थ शा त व स यव था बनाय रखन क लय प लस नय त क जाती थी ल कन उनक स या बह त कम होती थी

83 नगर क आबाद म व व उसक आकड़ चौदहवी सद स इन नगर क आबाद बढ़न लगी समय क स य साथ अनक कारण

स पहल स था पत नगर क आबाद बढ़ती गई यहा तक अनक थान म मन य नगर क चारद वार क बाहर भी बस गए प हवी सद क बाद क यग म यरोप म कई अनक नय नगर बस तथा कछ परान नगर क सम न ट हो गई ल कन फर भी 1830 म यरोप म नगर क अप ा ामीण म मन य अ धक स या म नवास करत थ इटल व ास स उसक कल जनस या क साठ तशत ए शया म स तर तशत पन म न ब तशत और स तथा पव दश म पचानव तशत आबाद गाव म रहती थी य - य इन दश म

औ यो गक वकास क ग त म तजी आती गई य - य गाव स मन य अ धका धक स या म शहर म आन लग

म य यग क अ त व आध नक यग म नगर क वकास क अनक कारण ह इनम सबस मख कारण यरोप क सभी दश म जनस या क लगातार व होना ह ोफसर कार साडस न 1300 व 1600 ई0 म यरोप क व भ न दश क जनस या क न ना कत आकड़

तत कय ह

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-स दश का नाम जनस या 1300 ई0 1600 ई0 1 इगल ड चाल स लाख पसठ लाख 2 ास 1 करोड़ 40 लाख 1 करोड़ साठ लाख 3 पन व पतगाल साठ लाख 1 करोड़ 4 जमनी (नीदरलड क साथ) 1 करोड़ 50 लाख 2 करोड़ तीस लाख 5 डनमाक दस लाख छ लाख 6 वडन छ लाख - 7 नाव तीन लाख - 8 इटल 1 करोड़ यारह लाख 1 करोड़ तीस लाख

इसस प ट ह क चौदहवी स स हवी सद म अनक दश क जनस या म व ह ई स हवी सद क बाद जनस या क व क दर और बढ़ गई य - य व भ न दश म औ यो गक वकास क ग त बढ़ य - य जनस या क व क दर भी बढ़

चौदहवी सद स यरोप म जनस या क बढ़न क कारण का स त म व लषण करना आव यक ह य क नगर करण म व स इसका घ न ठ स ब ध ह

84 जनस या म व क कारण 1 पर परागत धारणाओ का अत कार साडस क अनसार म य यग म ईसाई समाज

म शर र क प व ता (Celebeoy) को एक न तक कत य माना जाता था य क मन य क जीवन म न तकता का अ य त मह व था ल कन अनक ईसाई सत न खल बसी (Celebacy) पर जोर दत ह ए भी यह माना था क अ धकाश ि य व प ष को शाद कर लनी चा हए फर भी कछ मन य अ ववा हत ह रहत थ पनजागरण क समय स यह धारणा कमजोर पड़ती गई

2 भयकर रोग क कोप म कमी ाचीन काल स ह लग व हजा भयकर रोग स यरोप क दश म बड़ी स या म मन य म य क ास बन जात थ अतएव म य दर अ धक थी अनक शश भी बा याव था म मर जात थ ल कन प हवी शता द स औष ध व ान म नर तर ग त होती गई फल व प लग व हजा आ द का कोप बह त कम हो गया शश भी अ धक स या म जीन लग इसस ज म दर बढ़ती गई म य दर क कम होन तथा ज म दर क बढ़न स आबाद म व ह ई

3 द भ का अ त लगभग स हवी शता द तक वषा क अभाव म फसल खराब हो जाती थी तथा द भ क कोप स काफ मन य मर जात थ क ष क ldquoनवीन प तrdquo क योग स अ न का उ पादन बढ़ता चला गया फल व प अकाल का कोप समा त हो गया

4 यापार म उ न त वा ण यवाद क उदय व व तार स अ तदशीय व वदशी यापार म व ह ई यापा रक काय क लय अ धक यि तय क आव यकता पड़न लगी अब वा ण यवाद क समथक क साथ रा य क सरकार भी

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जनस या म व चाहन लगी वा ण यवाद क वशष - व लयम टपल डवीनट आ द न रा य को इस ओर कदम उठान क लय रत कया अनक रा य न ववा हत यि त को कर म छट द तथा अ ववा हत यि त पर अ त र त कर लगाय कह -कह पर बड़ प रवार वाल यि त को रा य क तरफ स आ थक सहायता भी द जान लगी

5 क ष उ पादन म व ाचीन व म य यग म यरोप म एक नगर क सम उसक आस-पास क म अनाज क उ पादन पर नभर रहती थी यातायात क क ठनाईय क कारण दसर थान स अनाज नह लाया जा सकता था एक ओर तो क ष उ पादन म व न अकाल को लगभग समा त कर दया तो दसर ओर यातायात क साधन न यह सभव कर दया क दर-दर स अनाज मगाया जा सक अतएव अब नगर अपन आस-पास क क अनाज क उ पादन पर नभर नह रहा वह अपनी बढ़ती ह ई जनस या क लय अनाज का ब ध कर सकता था

6 स नक आव यकताए यरोप क व भ न दश पार प रक सघष म लग रहत थ इ ल ड क पहल ास और बाद म हाल ड क साथ त पधा व तीस वष य य (1618-1648) इसक उदाहरण ह ास क लई चौदहव (1643-1715) न ास को य म उलझाय रखा स क पीटर महान न व तारवाद नी त अपनाई इन य क लय स नक क आव यकता बनी रहती थी अत सब दश यह चाहत थ क उनक जनस या म व हो ता क उ ह अ धक स नक मल सक

7 औ यो गक वकास इ ल ड म औ यो गक वकास क फल व प जनस या म व ह ई अठारहवी शता द क उ तराध और उ नीसवी सद म यरोप क अ य दश म यह या आर भ हो गई तथा उनक जनस या भी बढ़ती गई अठारहवी सद क म य व उ नीसवी सद क अ त तक यरोप क जनस या म तीन गनी व ह ई

85 ाम स नगर क ओर पलायन नगर करण क एक वशषता गाव स शहर क ओर मन य का पलायन था इ ल ड

म इस कार का पलायन वा ण य क वकास स आर भ हआ क ष क उ न त तथा औ यो गक ा त क समय इसम व ह ई अ य दश म भी यापार क ष व उ योग क वकास क समय इस कार क व त दखन को मलती ह म य यग व आध नक यग क आर भ तक यरोप क यक दश म नगर क आबाद क मकाबल म ामीण क आबाद बह त अ धक थी 1830 इ वी म इटल व ास म कल जनस या का साठ तशत शया म स तर तशत पन म न ब तशत और स तथा पव यरोप क दश म 95 तशत ामीण म रहता था

1851 म इ ल ड म पहल बार ाम क मकाबल म शहर क आबाद अ धक दज क गई इस समय म यरोप म प चीस नगर ऐस थ िजनक आबाद एक लाख क लगभग थी इनम स चार इ ल ड तथा एक काटलड म था इसम लदन क आबाद जो 1800 म एक

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लाख थी 1830 म डढ़ लाख हो गई थी इ ल ड को छोड़ कर शष यरोप म प रस क त त नया सट पीटसबग नप स वयना मा को ब लन एम टडम डि लन ह बग वारसा मलान रोम म ड पलरन व नस लयो बडाप ट मास लज व बास लोना क नगर क आबाद पचास हजार स लकर तीन लाख तक थी

उ नीसवी सद क उ तराध तथा बीसवी सद म नगर क आबाद बढ़ती गई तथा ाम क जनस या म कमी आई इस अव ध म एक ओर नगर क आबाद बढ़ और दसर तरफ काफ स या म भ मह न कषक कशल कार गर व मक गाव स नगर म आय

नगर क आबाद म व तथा वहा गाव स मन य क लगातार आगमन का प रणाम यह हआ क 1914 म इ ल ड म उसक कल जनस या का 80 तशत ास म 45 तशत स कछ अ धक तथा जमनी म 60 तशत यि त शहर म रहत थ इस समय म स पोल ड व डनमाक म लगभग एक तहाई जनता शहर म रहती थी 1850 क बाद बड़ शहर क आबाद म वशष प स तजी क साथ व ह ई पहल प चीस नगर को बड़ा माना जाता था ल कन 1914 म ऐस पचास नगर थ िजनक आबाद एक लाख स अ धक थी

ाम स नगर क ओर मन य क पलायन क लय न ना कत प रि थ तय िज मवार थी

1 कषक दास क मि त म य यग म जमीदार न क ष म होन वाल घाट स बचन क लय यह उ चत समझा क व कषक को हल बल आ द साधन द कर तथा उनस फसल क एक नि चत भाग लकर भ म का त क लय द द इस प त स एक ओर तो जमीदार सभा वत नकसान स बच गय तथा दसर ओर कसान जमीदार क त अ य दा य व स म त हो गय फल व प इ ल ड म धीर-धीर कषक म त हो गय सोलहवी सद तक वहा पर कषक दास (Serfdom) क था लगभग समा त हो गई अब ाम स अनक कसान शहर क ओर चल गय

2 खत क बाड़ बद इ ल ड म तथा कछ समय बाद ास व जमनी क कछ भाग म छोट-छोट खत को मला कर बड़ खत (farms) बनाय गय इसस अनक गर ब कसान भ मह न हो गय तथा रोजगार क तलाश म नगर म आय

3 अ तरा य यापार का वकास वाल बक व टलर क अनसार प हवी सद म इ ल ड एक मह वह न यापा रक रा था ल कन सोलहवी सद म इगल ड का यापार बढ़न लगा इसी समय म पि चमी यरोप क कछ दश का यापार भी बढ़ा अ तरा य यापार क क आ त रक भाग क नगर थ जहा बाहर जान वाला माल इक ा कया जाता था ल कन इनस भी अ धक हलचल उन ब दरगाह पर होती थी जहा स जहाज बाहर जात थ अतएव ऐस थान पर रोजगार क लय गाव स काफ मन य आकर बस

4 औ यो गक वकास इगल ड म औ यौ गक ा त क समय कारखान को बड़ी मा ा म मजदर क आव यकता ह ई गाव स भ मह न कषक कार गर मक व बकार यि त शहर क कारखान म काम करन आय

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86 नय नगर का व प ाचीन नगर क चार द वार क बाहर भी मन य मकान बना कर रहन लग धीर-धीर

अनक नगर म सर ा क य ाचीर तोड़ द गई औ यो गक वकास क ग त म तजी क फल व प िजन नगर क आबाद बढ़ रह थी

व नगर आस पास क दहात तक फल गय यहा तक क ऐस दहाती नगर क समह बन गय ऐस थान म नगर तथा ाम क म य का अ तर लगभग समा त हो गया इस कार का प रवतन इगल ड तथा जमनी औ यो गक दश म प ट प स दखा जा सकता

था कछ थान पर गाव न नगर का प धारण कर लया य क इन थान पर यापार

अथवा उ योग क क खल गय थ इगल ड म इस कार क या का भाव सबस अ धक हआ

इगल ड म राजधानी क अ त र त अ य थान पर भी नगर का वकास हआ ल कन यरोप म रा य क राजधा नय क आबाद ह वशष प स बढ़

87 प रणाम 1 म यम वग का उदय नगर करण क व तार क यग का सबस मह वपण प रणाम

इन नगर म म यम वग का उदय था लगर न लखा ह क नाग रक जीवन स नवो दत म यम वग का सबस घ न ठ स ब ध था यह कहना क ठन ह क इस बज य (Burgeoise) वग म कस कार क यि त सि म लत थ कवल यह कहा जा सकता ह क आम तौर पर म यम वग क सद य गर क ष काय तथा कशल कार गर क काय क अ त र त अ य काय स ा त आमदनी स अपनी जी वका चलात थ उनक पास न तो क ष क लय काफ भ म होती थी और न ह व मक बन कर कमा सकत थ

मा यम वग को भी उ च व न न णी म वभािजत कया जा सकता ह उ च वग म बड़ यापार उ योगप त बकर धनी नवषक और अ छ आय वाल यवसाय म काम करन वाल यि त थ न न म यम वग क सद य उ च वग तथा म यम वग क उ च णी क यि तय क आव यकताओ को पर करत थ इनम दकानदार कशल कार गर बक सरकार द तर औ यो गक व यापा रक त ठान म काम करत थ वक ल कलाकार व ब जी वय को भी इसम सि म लत कया जा सकता ह

इस म यम वग न यरोप क यक दश क राजनी त म मह वपण भ मका अदा क य य प उ च म यम वग क सद य सतोष पण जीवन यतीत करत थ ल कन न न म यम वग को आ थक क ठनाइय का सामना करना पड़ता था

2 मक का दखमय जीवन यरोप क नगर क औ यो गक त ठान तथा क ष फाम म एक बड़ी स या म मक को नौकर द गई फ ट रय म काम करन वाल मजदर क दशा अ य त शोचनीय थी उनक रहन क उ चत यव था नह क गई थी व तग ग लय और बना हवादार मकान म रहत थ इसस उनक तथा उनक प रवार क सद य पर बरा असर पड़ता था शहर म काम करन वाल अ य अकशल मक क दशा भी खराब थी

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3 नगर का बतरतीब वकास लगभग यरोप क सभी नगर का वकास बना कसी योजना क हआ पहल स ह नगर म तग ग लया व कम चौड़ी सड़क थी अब य बढ़ती ह ई आबाद क लए क ठनईय पदा करन लगी शहर क चारद वार क बाहर भी मकान का नमाण बतरतीब ढग स हआ थानीय स थाए उन पर कोई नय ण नह रख सक

4 वा य पर बरा असर यह पहल बताया जा चका ह क म यकाल क आर भ क नगर म पानी क नकास क सम चत यव था नह थी तथा शहर म गदगी रहती थी इसस नाग रक क वा य पर बरा असर पड़ता था परान नगर क वकास तथा नय नगर क थापना क समय इस सम या पर यान नह दया गया समय क साथ साथ यह सम या

ग भीर होती चल गई अनक ग द बि तया (Slums) बनी फल व प मन य व भ न बीमा रय स त होन लग

5 अपराध क स या म व शहर बरोजगार क स या धीर धीर बढ़ती गई इसन शहर म रहन वाल मन य म अपराध क व त को ज म दया अथवा उसको उकसाया

6 मान सक तनाव ाम क अप ा शहर का जीवन अ धक तनाव पण होता ह एक नाग रक अपनी ज रत को पर करन म वय को असमथ पाता ह और मान सक तनाव का शकार हो जाता ह

ल कन शहर क उ थान व वकास क अनक लाभ भी थ 1 ब जीवी वग का वकास ाम क अप ा शहर म रहन वाल ब जी वय क

स या अ धक थी य ब जीवी आपस म मलत भी रहत थ फल व प नगर म सा ह य व कला का वकास हआ

2 व ा नक ग त यरोप क नगर म व ा नक अनसधान क क खोल गय इसम अनसधान क स वधाए उपल ध कराई गई इसस व ा नक म ग त ह ई

3 सामािजक आ थक व राजनी तक प रवतन क क यरोप क सभी नगर सामािजक राजन तक व आ थक ा त क क बन गय वहा पर इन म काफ हलचल होती रहती थी तथा व मल कर कसी भी अ याय का वरोध करन क लय शी सग ठत हो जात थ

शहर और ाम क स यता म अ तर अभी तक व यमान ह गाव क नवासी शा तपण जीवन यतीत करत ह ल कन शहर क नवा सय का जीवन बा य आडबर व तड़क भड़क स प रपण होता ह अतएव शहर म रहन वाला सदव कसी न कसी कार क तनाव स त रहता ह शहर क कोलाहल पण जीवन म उस शा त नह मलती ल कन वह इस जीवन का अ य त हो जाता ह

88 साराश इस इकाई म आपन यरोप क ाचीन काल क नगर क ि थ त का अ ययन कया

तथा यापा रक सगठन व क यन वारा साम त स अ धकार प (ब तजमत) ा त करन क बार म जानकार ा त क उस समय क नगर क आबाद व बनावट क स ब ध म यह मालम हआ क व बतरतीब बन थ तथा उनक आबाद पाच हजार स एक लाख तक थी

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यरोप क कल जनस या म स अ धकाश ाम म ह रहती थी ल कन 1300 स 1600 ई0 क म य शहर क आबाद बढ़ इसका म य कारण सभी थान पर जनस या म व थी इसक साथ यह भी जाना क इसक या कारण थ ाम स नगर क ओर काफ स या म यि तय क पलायन स नगर क जनस या बढ़ 1851 क बाद व भ न नगर क आबाद क आकड़ स ात होता ह क उस समय एक लाख स अ धक आबाद वाल शहर क स या 25 थी नय नगर क व प क अ ययन स ात हआ क इ ल ड व शष यरोप क नगर क ि थ त व वकास म अ तर था नाग रक जीवन क लाभ और हा नय क बार म अ ययन करन स यह मालम होता ह क ामवा सय क अप ा शहर जीवन अ धक तनावपण होता ह

89 बोध न 1 ाम स नगर क ओर पलायन क या कारण थ 2 यरोप क नगर म मन य को कन क ठनाइय का सामना करना पड़ा 3 यरोप क जनस या म व क कारण का व लषण द िजए चौदहवी सद स

यरोप क दश म इसन नगर करण को कस कार स भा वत कया

810 सदभ थ 1 Chapter by RR Enfield in the book lsquoEuropean Civilization ndash Its

origin and Developmentrsquo Volume V under the direction of Edward Eyre Oxford University Press London 1937

2 Chapter by RM Hartwell in the book lsquo The Cambridge Modern History Volume IX (1793-1830) edited by CW Cramley Cambridge University Press London 1965

3 Brison D Gooch Europe in the Nineteenth Century the Macmillan Company London 1970

4 David Ogg Europe in the Seventeenth Century Hindi edition Jaipur 1967

5 Carlton JH Hayes Modern Europe to 1870 The Macmillan Company New York Sixth Print 1960

6 Langer Eadie Geanakoplos Hexter Pipes Western Civilization Volume II Harper and Row New York Second Edition 1975

7 Wallbank and Taylor Civilization ndash Past and Present Volume II Third Edition 1975

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इकाई-9 कारखाना और मजीवी वग

इकाई क परखा 90 उ य 91 फ टर स टम

911 फ टर या ह 912 फ टर स टम कस श हआ 913 एक का प नक फ का काय व यास

92 फ स टम एवम औ यो गक ा त 93 फ स टम का सामािजक असर 94 बराइया 95 बराइय को दर करन क यास एवम समाधान

951 ससद य यास 952 समाज सधार और अबधनी त 953 सधारक य न जार रह 954 सडलर क य न 955 एशल का कानन

96 समाज और सामािजक प रवतन 97 साराश 98 अ यासाथ न

981 अश पर छोट सवाल 982 सार इकाई पर सवाल

99 ास गक पठनीय थ

90 उ य लगभग 1750 स लकर 1850 तक क काल को पि चम यरोप म औ यो गक ा त

का काल माना जाता ह अ य इकाइय म तमन औ यो गक ा त क बार म व तार स पढ़ा होगा अ य बात क अलावा औ यो गक ा त का सबध उ पादन क लए एक नए सामािजक व यास को नाम दया गया ldquoफ स टमrdquo फ स टम म काम करन क लए समाज म एक नए मजीवी वग का ज म हआ इस इकाई म हम फ स टम और इसम काम करन वाल मजीवी वग क बार म जानग

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91 फ स टम 911 फ या ह

औ यो गक ा त स श आत क भी पहल क बात ह कसी तजारत करन वाल कपनी क नमाइद को ldquoफ टरrdquo बलाया जाता था उसक द तर को फ rdquo फ स कपनी खर द-फरो त करती मसलन हम अ जी ई ट इि डया कपनी को ल जब कपनी स हवी सद म भारत आई तो उसन गजरात तट पर सरत बदरगाह म अपनी पहल मख फ था पत क इस फ म कपनी अपना यापार का सामान रखती और ह द ता नय क

साथ खर द-फरो त करती याल रखन वाल बात यह ह क ई ट इि डया कपनी एक तजारती कपनी थी और उसका उ पादन स चाह वह औ यो गक हो या फर गर औ यो गक कोई सीधा सरोकार न था

जस-जस अठारहवी सद म औ यो गक ा त का व तार हआ वस-वस फ श द का च लत अथ भी बदलता गया अब फ का अथ उस थान स हआ जहा क मशीन क वारा कार गर काफ मा ा म चीज को बनात यह अथ आज तक साधारण बोलचाल क

भाषा म च लत ह सो िजस कारखान म हवाई जहाज बनता ह वह भी फ कहलाता ह और िजसम कपड़ बनत ह वह भी हाला क ldquoफ rdquo कवल चीज बनान वाल कारखान को कहा जाता था फ जसी उ पादन यव था और कम व यास उ योग म भी य त होती थी जस क कोयला खदान

इस इकाई म हम म यतः औ यो गक ा त क पहल चरण पर गौर करग इस चरण (1750-1850) म फ ट रया यादातर सत कातन क कपड़ा बनन क और लोह का काम करन वाल होती थी

912 फ स टम कस श हआ

पजीवाद यव था क श आत क दन म पि चमी यरोप म उ पादन म यतः प टग आउटrdquo स टम पर नभर करता था इस यव था म पजी का मा लक यापार कार गर को क चा माल खर द कर दता कार गर अपन-अपन घर पर अपनी ह मशीन स चीज बनात िज ह क यापार इक ा कर क बाजार म बचता इस यव था म फायदा यह था क यापार दर-दर तक फल कार गर स काम करवा सकता था और उस अपन कार गर क रहन खान क यव था भी नह करनी पड़ती

पर इस यव था म नकसान कई थ एक तो यापार को अपन कार गर तक पह चन म और उनस बना हआ माल लन म काफ समय बबाद करना पड़ता दसर काम क वा लट बरकरार रखना मि कल था तीसर कार गर स समय पर काम करवान म द कत

होती थी इन मि कल स पार पान का एक तर का था वह यह क सार कार गर को एक ह

कारखान म इक ा कर लया जाए पर ऐसा करन पर यापार को कारखान क इमारत बनान

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म पसा लगाना पड़ता मशीन खर दनी पड़ती और फोरमन और सपरवाइजर को नौकर पर लगाना पड़ता अथात यापार का उपरला खच काफ बढ़ जाता

पर जब 1700 ई0 म वीडन क यापार टोफर पोलहम न 100 कार गर वाल एक बतन-भाड क फ टर था पत क तो उसन पाया क उ पादन पर कल खच इतना कम हो जा रहा था क उपरला खच बढ़न क बावजद वह अ छा खासा मनाफा कमा लता

913 एक का प नक फ टर का काय व यास

एडम ि मथ अपनी कताब द व थ ऑफ नश स (1776) म एक साधारण पन बनान वाल फ टर का वणन करता ह जब पन घरल उ योग म बनाए जात थ तो एक या दो यि त ह पन बनान म लगत थ पर फ टर म पन बनान क या को कई ह स म बाट दया गया एक आदमी तार खीचता दसरा उस सीधा करता तीसरा काटता चौथा उसक एक सर को नक ला करता पाचवा उसक दसर सर को घसता वगरह इस तरह तार खीचन स लकर बन ह ए पन को कागज क प ड़या म पक करन तक एडम ि मथ न कोई 32 चरण गन इनम स कसी भी चरण पर ह नरमद कार गर क ज रत नह थी एक ब चा भी इनम स कसी एक चरण को बखबी परा कर सकता था यह फ स टम क मख व श टता थी

फ टर म उ पादन क या को बह त ह सरल छोट-छोट ह स म बाट दया गया हर चरण को एक साधारण अकशल मक भी आसानी स परा कर सकता था या न क अब कारखान क उ पादन- मता कसी यि त वशष क द ता पर नभर नह करती थी बि क सार कारखान क आगनाइजशन पर िजस क एक मनजर आसानी स क ोल कर सकता था फर च क द कार गर क ज रत नह थी तो फ ट रय म ि य और ब च को आसानी स मक क तौर पर इ तमाल कया जा सकता था और हाला क ि या और ब च एक प ष िजतना ह उ पादन करत उनक तन वाह आद मय क तलना म कह कम रहती इस सब स फ टर क मा लक को काफ मनाफा होता

92 फ स टम एवम औ यो गक ा त इ तहासकार हो सबाम का कहना ह क वस तो स हवी सद स ह उ पादन या म

अनक कार क या क सधार होन श हो गए थ पर सफ या क सधार ह औ यो गक ा त नह ला सक औ यो गक ा त क लए ज र था क उ पादन इतना यादा और इतना

स ता हो क बाजार म आप स आप इस उ पाद क लए माग बढ़ ऐसा तब ह हो सका जब या क सधार क साथ उ पादन क लए एक नए कम व यास का इ तमाल कया गया जब उ पादन क या स सब धत डवीजन आफ लबर को (काम क बटवार) को काफ ज टल बना दया गया उ पादन क या को कई छोट-छोट टकड़ म बाट दया गया और एक मजदर क िज म कवल एक ह ह सा रखा यह फ स टम क मख व श टता थी

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93 फ टर स टम का सामािजक असर मनाफा बढ़ान क लए यह ज र था क फ म लगी मशीन का यादा स यादा

उपयोग कया जा सक फ मा लक क च टा यह रहती थी क अपन कार गर स तब तक लगातार काम करवात रह जब तक क मशीन ह जवाब न द जाए इसका मतलब यह था क कामगार को काम करन क तर क का एक नया अनशासन सीखना पड़ा

इ तहासकार ईपी हामपसन का मानना ह क िजस लय स मशीन चलती ह उसी लय स मक को चलना सीखना पड़ा समय क पाबद सीखनी पड़ी क एक नि चत समय पर काम पर आए और एक नि चत समय पर काम स हट एक ह थान पर खड़ होकर लगातार एक ह या क काम को लगातार करत रहन क आदत डालनी पड़ी य द कसी क िज म पन का तार घसना था तो वह लगातार दनभर कवल तार ह घस सकता था िजस यि त को तार सीधा करन का काम दया गया दनभर एक ह थान पर खड़ रहकर कवल तार ह सीधा करता रहता

जस-जस समय बीतता गया इस पर स टम क दगण भी सामन आत गए सबस पहल जो बात सामन आई वह यह ह क फ म लगातार एक ह जगह पर कठपतल क तरह काम करत रहना काफ उबाऊ था मक थोड़ ह समय म इस तरह क काम स जी चरान लगत जब फ का मा लक उनस जबरद ती काम करवाता तो जा हरा तौर पर काम करन वाल को यह बात अखरती और उ ह ख दल स काम पर लग रहना पड़ता

जहा तक काम करन क प रि थ तय का सवाल ह कछ बात साफ ह एक तो यह क यह कहना मि कल ह क फ म काम करन वाल क प रि थ त दसर मक क प रि थ त स बहतर थी या बदतर ऐसा इस लए क इ तहासकार क पास औ यो गक ा त स पहल क काल क मक क बार म यादा जानकार नह ह हा यह ज र पता ह क तरहवी सद स ह उ तर यरोप म पगार पान वाल मजदर हआ करत थ और उनक हालत अ य मजदर क हालत स खराब नह थी वस भी स हवी-अठारहवी सद म कम स कम इ ल ड म प टग आउट स टम क तहत काम करन वाल बह त सार मजदर पगार क एवज म ह काम कया करत थ कहन का मतलब यह ह क फ मजदर का तन वाह मजदर होना समाज क लए कोई नह बात नह थी

94 बराइया जो नई बात थी वह यह क जब फ या बनी तो एक साथ बह त सार मजदर शहर

म इक ा ह ए इस जमाव म उनक ददशा भी समाज क सामन कह यादा खर प स उजागर ह ई

उ योग म ब च और औरत को सोलह घ ट या उसस भी यादा काम करवाया जाता थकान क कारण य द कोई काम नह कर पाता तो उस ब ट स पीटा जाता था तन वाह काट ल जाती तन वाह वस भी काफ कम मलती थी एक ह त क लए कसी ह नरमद कार गर को 1795 म कोई 25 श लग और साधारण मजदर को सफ 12 श लग मला

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करत थ म हलाओ को प ष स आधी और ब च को एक चौथाई तन वाह ह मलती हाला क व प ष िजतना ह काम करत

कोयल क खदान म तो ि थ त और भी यादा खराब थी यहा चार स पाच साल क ब च को खदान क सरग क अदर बारह स सोलह घट काम करवाया जाता इनक औसत पगार दो स तीन श लग त स ताह थी

फ स टम क आन स मजदर क गर बी भी बह त यादा उजागर होन लगी वस तो औ यो गक ा त क श क साल म ह यह साफ हो गया था क समाज म नर ह गर ब क स या बढ़ रह ह पर इस ि थ त स बचन क लए कछ खास नह कया गया पीनहमल ड नामक क ब म गर ब क मदद क लए एक स टम ज र श कया गया िजस पीनहमल ड स टम क नाम स जाना जाता था कछ दसर क ब न भी इस स टम को

अपनाया पर बढ़ती ह ई औ यो गक गर बी क सामन यह स टम प त हो गया शहर म ि थ त कछ ऐसी थी क मजदर क हालत बद स बदतर होती चल गई

शहर बगर कसी योजना क बतहाशा बढ़त चल गए उनक नगरपा लकाए इस नई आबाद क दखभाल करन म असमथ रह शहर म गद द र बि तया पनपन लगी िज ह अ जी म लम कहत ह जहा अब तक शहर म अनक तबक क लोग आपस म मल कर रहत थ

वहा धीर-धीर मजदर बि तया शहर क बाक आबाद स हट कर रहन लगी इन बि तय म न तो सडक ठ क होती न ह ना लया न ह कड़ा नकालन क कोई यव था न ह पय जल का इतजाम और न ह ठ क स बन ह ए मकान इ तहासकार हो सबाम का कहना ह क यरोप क शहर म इस क म क बि तया यादातर शहर क पव ह स म बसी सो शहर म एक नया भद श हो गया ई ट ए ड नवासी (गर ब) और व ट ए ड नवासी (अ भजा य) का

रह-रहकर औ यो गक शहर म महामा रया भी बढ़न लगी लासग म पहल बार 1818 ई0 म हाइफस जवर का कोप फला यरोप क सार औ यो गक शहर म 1831 ई0 और 1832 ई0 म टाइफाइड़ क महामार छाई रह इन शहर म कालरा मयाद बखार और तप दक का भी बोलबाला रहा य सार बीमा रया यादातर मजदर बि तय म ह रह मानो यह सा बत कर रह ह क जहा द र ता और गदगी ह वहा बीमा रया भी रहगी इस सबन मजदर बि तय क नवा सय का हौसला तोड़ दया सामािजक हौसलाप ती क कई ल ण सामन आन लग शराब का ज रत स यादा इ तमाल होन लगा बाल ह या व याव त आ मह या और मान सक व ता क घटनाए बढ़न लगी मजदर क दग त इस बात स और भी यादा उजागर ह ई क औ यो गक ा त क कारण समाज क बाक सार वग क स प नता बढ़ रह थी

95 बराइय को दर करन क यास एवम समाधान फ टर स टम क इन बराइय को ज द स ज द दर करना बड़ा ज र था य क

एक तो साधारण मानवीयता का तकाजा था क मजदर क काम करन क हालात म सधार आए इसस भी यादा बड़ा कारण यह था क फि य म अ धकाश उ पाद फ म काम करन वाल मजदर ह खर दत थ इस लए अगर मजदर क माल हालत एक सीमा स नीच जाती

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तो नकसान पजीप तय को ह होता और अगर मजदर बि तय क समाज यव था को ठ प होन दया जाता तो डर था क कह दश म व ोह न भड़क उठ व ोह न भी होता तो यह तो साफ था क म यवग क जवान इन बि तय म फल रह शराबखोर व याव त और अ य कार क अन तकता क च कर म पड़ रह थ य द म यवग को अन तकता स बचाना था तो

ज र था क मजदर वग स अन तकता को दर कया जाए

951 ससद य यास

आजकल यह माना जाता ह क य द फ मा लक अपन मजदर क भल कार दखभाल कर तो उ ह ह यादा मनाफा होता ह पर उ नीसवी सद म यह बात अ धकाश पजीप तय क समझ म नह आ रह थी इस लए हम पात ह क फ टर म मजदर क ि थ त सधारन वाल अ धकाश उपाय कवल कछ फ टर मा लक क पहल पर रा य यव था वारा व भ न दश क ससद वारा कए गए सबस यादा सधार का काम इगल ड म

हआ ऐस उपाय म स पहला था इगल ड म राबट पील वारा ससद म पास कया गया

ह थ ए ड मारटज ए ट (1802) यह ए ट कवल बड़ी फ ट रय पर लाग होता था और कवल एपरि टस पर इस ए ट म यह कहा गया क नौ साल स कम उ क ब च बतौर एपरि टस नह लगाए जा सकत फ मा लक पर इन ब च स बारह घ ट स यादा या फर रात म काम करवान पर रोक लगा द गई

1802 क ए ट म कई खा मया थी एक तो यह कवल बड़ी फ य पर लाग होता था और वहा भी कवल उन फि य पर जो क एपर टस को इ तमाल करती थी बह नर बाल मजदर को इस ए ट स कोई सर ा नह मलती थी सबस म य बात तो यह थी क इस ए ट म नर ण करन का कोई ावधान न था नतीजतन यह ए ट महज कागजी कानन बन कर रह गया

फर 1816 म पील क चयरमनी म एक ससद य कमट का गठन कया गया इस कमट क सलाह पर 1819 का फ नय ण कानन पास कया गया इस कानन म पछल कानन क ावधान को दोहराया गया और कहा गया क सार बाल मजदर को इस कानन क सर ा द जाएगी साथ ह यह नधा रत कया गया क सोलह साल स कम उ क मजदर को बारह घ ट क दन म डढ़ घ ट क खान क छ ी द जायगी च क यह ए ट सार कामकाजी ब च पर लाग होता था इस लए लोग न इसका डट कर वरोध कया वरो धय म एक बड़ा तबका उन मा-बाप का था जो अपन ब च स काम करवात थ

952 समाज सधार और अबधनी त

तमन अबधनी त क बार म पढ़ा होगा यह नी त अठारहवी सद क अ तम दशक म काफ फल चक थी अथशा ी एडम ि मथ िजसका हम पहल िज कर चक ह इसका एक बड़ा समथक था इस नी त क मतावल बय का मानना था क समाज क अथ यव था तब ह

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सफल हो सकती ह जब क सरकार अथ यव था को अपन आप पर छोड द उसम अपनी टाग न अड़ाए

जब उ नीसवी सद म ससद य य न मजदर क सधार क लए होन लग तो सधार-वरोधी उ योगप तय न अबधनी त क दहाई दत ह ए यह गहार लगाई क अगर रा य फ स टम को सधारन व नय त करन क को शश करगा तो सार अथ यव था ह ठ प हो जाएगी दरअसल बड़-बड़ दाश नक वचार क आड़ म य वरोधी कवल इतना कह रह थ क उ ह मजदर -ब च म हलाओ और प ष का खन चसन स नह रोका जाना चा हए भल ह ऐसा करत ह ए व समाज क इतनी दग त य न कर द िजसस क समाज का साधारण चाल-चलन ह ठ प हो जाए ऐस वरो धय को उनक खद क बवकफ स बचाना ज र था

953 सधारक य न जार रह

1820 क दशक म पावर लम और भाप क इजन म काफ यादा या क सधार आए इसका नतीजा यह हआ क इस दशक म धीर-धीर फ स टम सार कपड़ा उ योग और ख नज उ पादन पर छा गया फि या भी कवल कछ शहर इलाक म कि त होन लगी लकाशायर का कपड़ा उ योग इसका अ छा उदाहरण ह यहा कोई 25 वग मील क म इतनी यादा कपड़ा मल थी क इ ल ड का 80 तशत स यादा कपड़ा बनाया जाता था िजतना फ ट रय का जमाव बढ़ा उतना ह उनक दगण कट ह ए इसम सधार लान क ससद य यास भी उतन ह जोर स कए जान लग

954 सड़लर क यास

माइकल सड़लर न 1831 म टन-आवर बल इ ल ड क ससद म पश कया इस बल म यह ावधान था क कसी भी मजदर स दस घट (टन-आवर) स यादा काम नह लया जा सकगा यह बल ससद म पास नह हो सका

पर इन दन इ ल ड म व ट इ डीज क दास था को लकर काफ गहमा-गहमी चल रह थी इसक रहत अखबार और प काओ म फ टर मजदर क तलना व ट-इ डीज क नी ो दास स क जान लगी धीर-धीर यह मत फलन लगा क मजदर क ि थ त म सधार क लए कछ ठोस कदम उठाए जान चा हए इसक फल व प जब 1833 म लाड एशल न ससद म अपना ताव रखा तो वह कछ ससद य छ ना-झपट क बाद पा रत हो गया

955 एशल का कानन

लाड एशल क कानन (1833) को सार कपड़ा बनन क फि य पर लाग कया गया इसक अनसार नौ साल स कम उ क ब च को फ म काम करवान पर पाबद लगा द गई तरह साल स कम उ क मजदर स दन म नौ घ ट और स ताह म 40 घ ट स यादा काम करवाना तब धत कया गया उ ह रोज डढ़ घ ट क खान क छ ी दना ज र

रखा गया यह कहा गया क अठारह साल स कम उ क मजदर स दन म 12 घट और स ताह म 69 घट स यादा काम नह करवाया जा सकता ldquoरातrdquo क काम को ठ क तरह स

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प रभा षत कया गया साढ़ आठ बज शाम स लकर साढ़ पाच बज सबह तक क समय को ldquoरातrdquo करार दया गया और इस पार म कवल अ ारह साल स यादा उ क मजदर क योग क अनम त द गई फ म काम करन वाल हर ब च का रोज दो घट कल जाना नि चत कया गया नर क क एक बड़ी टोल नय त क गई जो फ मा लक पर नगरानी रख सक और जो मा लक कानन क अवहलना करत ह ए पकड़ जाए उन क सर बड़ी सजा का ावधान रखा गया

इस कानन म दो म य खा मया थी एक तो यह कवल कपड़ा उ योग पर ह लाग कया गया जब क अ य उ योग म भी मजदर क हालत काफ खराब थी दसर यह कवल ब च को अपन दायर म लता था जब क ि य और प ष को भी काननी सर ा क आव यकता थी

96 समाज और सामािजक प रवतन बहरहाल इस कानन स कछ बात साफ जा हर होती थी सबस पहल बात तो यह क

हाला क समाज म अब भी अबधनी त का बोलबाला था अब सरकार क समझ म यह आन लगा क समाज क कछ अश ऐस होत ह जहा क सधार लान क लए सरकार ह त प ज र होता ह दसर बात यह क अब साधारण तौर पर यह माना जान लगा क समाज म औ यो गक उ पादन क इकाई प रवार नह बि क यि त वशष था और उसक सामािजक सर ा और सखा-पढ़ क िज मदार कवल प रवार पर ह नह छोड़ी जा सकती थी समाज को भी आग बढ़कर कछ उपाय करना ज र था

धीर-धीर अ य उ योग को भी फ कानन क तहत लाया गया 1842 म लाड एशल क कानन को कोयला खदान पर लाग कया गया और म हला मजदर को भी सर ा द जान लगी 1878 म इस कानन न सार फि य और वकशाप को अपन दायर म ल लया इस बीच दसर दश म भी फ कानन क या जार थी 1841 म ास म बाल-मजदर कानन लाग कया गया ए शया म भी 1870 तक कई कानन जार कए गए पर उ ह कभी गभीरता स लाग नह कया गया

1848 म सार यरोप म सोश ल ट व ोह ह ए और उ ह काफ आसानी स कचल दया गया इन व ोह म मजदर न बढ़ कर ह सा लया था कचल जान क बाद इन व ोह क बह त सार नता मजदर नता बन गए और फ मा लक स मजदर क भलाई क लए माग करन लग इस समय क बाद स फ मजदर क सगठन बनना श हो गए और कमशाला क हालात म सधार क लए य सगठन अपन अपन उ योग और सरकार पर जोर हालन लग ऐसा इ ह न कस तरह कया तम अ य इकाइय म पढ़ोग

97 साराश इस इकाई म तमन जाना क फ स टम अठारहवी सद म श हआ इसन

औ यो गक उ पादन म एक नए कम व यास को ज म दया फि या चलान क लए एक नए क म क अनशासन क ज रत थी जो क पहल कभी ससार म दखन को नह मला था लगातार अनशासन था पत रखन क लए फ क मय क उपर एक नए मनजमट तबक का

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ज म हआ फोरमन और सपरवाईजर य लोग लबर अ र टो स (Labour aristocrates) कहलाए इनक रहत उ योग म उ योग क मल कयत और उसक मनजमट म भद कया जान लगा मजदर क शहर म रहन स कई बराइया पनपी उ ह दर करन क लए उ नीसवी सद क म य तक अ भजा य वग स कछ समाज सधारक उबर कर सामन आए पर मजदर क सगठन अभी ठ क तरह स नह पनप पाए थ व 1848 क यरोपीय व ोह क बाद उबर

98 अ यासाथ न (I) अश पर छोट सवाल

कछ श द म जवाब द िजए (क) या फ स टम और औ यो गक ा त म स कोई एक बगर दसर क पनप

सकता था (ख) फ स टम क मख व श टता या थी (ग) या पन बनान क फ वा तव म एडम ि मथ क वणन क अनसार होती ह (घ) या फ स टम अन तक था (च) अबधनी त फ मा लक को य पसद थी (छ) इस इकाई म िजन फ सधारक का िज ह उसक अलावा दो और सधारक क

नाम बताइय (II) सार इकाई पर सवाल

दो सौ स तीन सौ श द म जवाब द (क) फ स टम इ ल ड म कस तरह पनपा (ख) फ स टम न कस तरह था पत आ थक और सामािजक स थाओ पर हार

कया (ग) फ स टम क कारण समाज म कस तरह क प रवतन आए (घ) फ स टम म सधार लान क य न क ववचना कर

99 ास गक पठनीय थ ईज हो सबाम - ाम इड ट ए पायर प गइन ईज हो सबाम - एज आफ रवो यशन प गइन ईपी टाम सन - म कग आफ द इग लश व कग लास (सभी कताब अ जी म ह बाजार म आसानी स मल जाती ह)

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Page 23: एमassets.vmou.ac.in/MAHI01-2.pdf ·  · 2014-04-056.7 इंगलैड ... अलबट[थेयर(Albert Thaer) ने1798 (Introduction to the knowledge of English Agriculture)

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-स दश का नाम जनस या 1300 ई0 1600 ई0 1 इगल ड चाल स लाख पसठ लाख 2 ास 1 करोड़ 40 लाख 1 करोड़ साठ लाख 3 पन व पतगाल साठ लाख 1 करोड़ 4 जमनी (नीदरलड क साथ) 1 करोड़ 50 लाख 2 करोड़ तीस लाख 5 डनमाक दस लाख छ लाख 6 वडन छ लाख - 7 नाव तीन लाख - 8 इटल 1 करोड़ यारह लाख 1 करोड़ तीस लाख

इसस प ट ह क चौदहवी स स हवी सद म अनक दश क जनस या म व ह ई स हवी सद क बाद जनस या क व क दर और बढ़ गई य - य व भ न दश म औ यो गक वकास क ग त बढ़ य - य जनस या क व क दर भी बढ़

चौदहवी सद स यरोप म जनस या क बढ़न क कारण का स त म व लषण करना आव यक ह य क नगर करण म व स इसका घ न ठ स ब ध ह

84 जनस या म व क कारण 1 पर परागत धारणाओ का अत कार साडस क अनसार म य यग म ईसाई समाज

म शर र क प व ता (Celebeoy) को एक न तक कत य माना जाता था य क मन य क जीवन म न तकता का अ य त मह व था ल कन अनक ईसाई सत न खल बसी (Celebacy) पर जोर दत ह ए भी यह माना था क अ धकाश ि य व प ष को शाद कर लनी चा हए फर भी कछ मन य अ ववा हत ह रहत थ पनजागरण क समय स यह धारणा कमजोर पड़ती गई

2 भयकर रोग क कोप म कमी ाचीन काल स ह लग व हजा भयकर रोग स यरोप क दश म बड़ी स या म मन य म य क ास बन जात थ अतएव म य दर अ धक थी अनक शश भी बा याव था म मर जात थ ल कन प हवी शता द स औष ध व ान म नर तर ग त होती गई फल व प लग व हजा आ द का कोप बह त कम हो गया शश भी अ धक स या म जीन लग इसस ज म दर बढ़ती गई म य दर क कम होन तथा ज म दर क बढ़न स आबाद म व ह ई

3 द भ का अ त लगभग स हवी शता द तक वषा क अभाव म फसल खराब हो जाती थी तथा द भ क कोप स काफ मन य मर जात थ क ष क ldquoनवीन प तrdquo क योग स अ न का उ पादन बढ़ता चला गया फल व प अकाल का कोप समा त हो गया

4 यापार म उ न त वा ण यवाद क उदय व व तार स अ तदशीय व वदशी यापार म व ह ई यापा रक काय क लय अ धक यि तय क आव यकता पड़न लगी अब वा ण यवाद क समथक क साथ रा य क सरकार भी

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जनस या म व चाहन लगी वा ण यवाद क वशष - व लयम टपल डवीनट आ द न रा य को इस ओर कदम उठान क लय रत कया अनक रा य न ववा हत यि त को कर म छट द तथा अ ववा हत यि त पर अ त र त कर लगाय कह -कह पर बड़ प रवार वाल यि त को रा य क तरफ स आ थक सहायता भी द जान लगी

5 क ष उ पादन म व ाचीन व म य यग म यरोप म एक नगर क सम उसक आस-पास क म अनाज क उ पादन पर नभर रहती थी यातायात क क ठनाईय क कारण दसर थान स अनाज नह लाया जा सकता था एक ओर तो क ष उ पादन म व न अकाल को लगभग समा त कर दया तो दसर ओर यातायात क साधन न यह सभव कर दया क दर-दर स अनाज मगाया जा सक अतएव अब नगर अपन आस-पास क क अनाज क उ पादन पर नभर नह रहा वह अपनी बढ़ती ह ई जनस या क लय अनाज का ब ध कर सकता था

6 स नक आव यकताए यरोप क व भ न दश पार प रक सघष म लग रहत थ इ ल ड क पहल ास और बाद म हाल ड क साथ त पधा व तीस वष य य (1618-1648) इसक उदाहरण ह ास क लई चौदहव (1643-1715) न ास को य म उलझाय रखा स क पीटर महान न व तारवाद नी त अपनाई इन य क लय स नक क आव यकता बनी रहती थी अत सब दश यह चाहत थ क उनक जनस या म व हो ता क उ ह अ धक स नक मल सक

7 औ यो गक वकास इ ल ड म औ यो गक वकास क फल व प जनस या म व ह ई अठारहवी शता द क उ तराध और उ नीसवी सद म यरोप क अ य दश म यह या आर भ हो गई तथा उनक जनस या भी बढ़ती गई अठारहवी सद क म य व उ नीसवी सद क अ त तक यरोप क जनस या म तीन गनी व ह ई

85 ाम स नगर क ओर पलायन नगर करण क एक वशषता गाव स शहर क ओर मन य का पलायन था इ ल ड

म इस कार का पलायन वा ण य क वकास स आर भ हआ क ष क उ न त तथा औ यो गक ा त क समय इसम व ह ई अ य दश म भी यापार क ष व उ योग क वकास क समय इस कार क व त दखन को मलती ह म य यग व आध नक यग क आर भ तक यरोप क यक दश म नगर क आबाद क मकाबल म ामीण क आबाद बह त अ धक थी 1830 इ वी म इटल व ास म कल जनस या का साठ तशत शया म स तर तशत पन म न ब तशत और स तथा पव यरोप क दश म 95 तशत ामीण म रहता था

1851 म इ ल ड म पहल बार ाम क मकाबल म शहर क आबाद अ धक दज क गई इस समय म यरोप म प चीस नगर ऐस थ िजनक आबाद एक लाख क लगभग थी इनम स चार इ ल ड तथा एक काटलड म था इसम लदन क आबाद जो 1800 म एक

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लाख थी 1830 म डढ़ लाख हो गई थी इ ल ड को छोड़ कर शष यरोप म प रस क त त नया सट पीटसबग नप स वयना मा को ब लन एम टडम डि लन ह बग वारसा मलान रोम म ड पलरन व नस लयो बडाप ट मास लज व बास लोना क नगर क आबाद पचास हजार स लकर तीन लाख तक थी

उ नीसवी सद क उ तराध तथा बीसवी सद म नगर क आबाद बढ़ती गई तथा ाम क जनस या म कमी आई इस अव ध म एक ओर नगर क आबाद बढ़ और दसर तरफ काफ स या म भ मह न कषक कशल कार गर व मक गाव स नगर म आय

नगर क आबाद म व तथा वहा गाव स मन य क लगातार आगमन का प रणाम यह हआ क 1914 म इ ल ड म उसक कल जनस या का 80 तशत ास म 45 तशत स कछ अ धक तथा जमनी म 60 तशत यि त शहर म रहत थ इस समय म स पोल ड व डनमाक म लगभग एक तहाई जनता शहर म रहती थी 1850 क बाद बड़ शहर क आबाद म वशष प स तजी क साथ व ह ई पहल प चीस नगर को बड़ा माना जाता था ल कन 1914 म ऐस पचास नगर थ िजनक आबाद एक लाख स अ धक थी

ाम स नगर क ओर मन य क पलायन क लय न ना कत प रि थ तय िज मवार थी

1 कषक दास क मि त म य यग म जमीदार न क ष म होन वाल घाट स बचन क लय यह उ चत समझा क व कषक को हल बल आ द साधन द कर तथा उनस फसल क एक नि चत भाग लकर भ म का त क लय द द इस प त स एक ओर तो जमीदार सभा वत नकसान स बच गय तथा दसर ओर कसान जमीदार क त अ य दा य व स म त हो गय फल व प इ ल ड म धीर-धीर कषक म त हो गय सोलहवी सद तक वहा पर कषक दास (Serfdom) क था लगभग समा त हो गई अब ाम स अनक कसान शहर क ओर चल गय

2 खत क बाड़ बद इ ल ड म तथा कछ समय बाद ास व जमनी क कछ भाग म छोट-छोट खत को मला कर बड़ खत (farms) बनाय गय इसस अनक गर ब कसान भ मह न हो गय तथा रोजगार क तलाश म नगर म आय

3 अ तरा य यापार का वकास वाल बक व टलर क अनसार प हवी सद म इ ल ड एक मह वह न यापा रक रा था ल कन सोलहवी सद म इगल ड का यापार बढ़न लगा इसी समय म पि चमी यरोप क कछ दश का यापार भी बढ़ा अ तरा य यापार क क आ त रक भाग क नगर थ जहा बाहर जान वाला माल इक ा कया जाता था ल कन इनस भी अ धक हलचल उन ब दरगाह पर होती थी जहा स जहाज बाहर जात थ अतएव ऐस थान पर रोजगार क लय गाव स काफ मन य आकर बस

4 औ यो गक वकास इगल ड म औ यौ गक ा त क समय कारखान को बड़ी मा ा म मजदर क आव यकता ह ई गाव स भ मह न कषक कार गर मक व बकार यि त शहर क कारखान म काम करन आय

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86 नय नगर का व प ाचीन नगर क चार द वार क बाहर भी मन य मकान बना कर रहन लग धीर-धीर

अनक नगर म सर ा क य ाचीर तोड़ द गई औ यो गक वकास क ग त म तजी क फल व प िजन नगर क आबाद बढ़ रह थी

व नगर आस पास क दहात तक फल गय यहा तक क ऐस दहाती नगर क समह बन गय ऐस थान म नगर तथा ाम क म य का अ तर लगभग समा त हो गया इस कार का प रवतन इगल ड तथा जमनी औ यो गक दश म प ट प स दखा जा सकता

था कछ थान पर गाव न नगर का प धारण कर लया य क इन थान पर यापार

अथवा उ योग क क खल गय थ इगल ड म इस कार क या का भाव सबस अ धक हआ

इगल ड म राजधानी क अ त र त अ य थान पर भी नगर का वकास हआ ल कन यरोप म रा य क राजधा नय क आबाद ह वशष प स बढ़

87 प रणाम 1 म यम वग का उदय नगर करण क व तार क यग का सबस मह वपण प रणाम

इन नगर म म यम वग का उदय था लगर न लखा ह क नाग रक जीवन स नवो दत म यम वग का सबस घ न ठ स ब ध था यह कहना क ठन ह क इस बज य (Burgeoise) वग म कस कार क यि त सि म लत थ कवल यह कहा जा सकता ह क आम तौर पर म यम वग क सद य गर क ष काय तथा कशल कार गर क काय क अ त र त अ य काय स ा त आमदनी स अपनी जी वका चलात थ उनक पास न तो क ष क लय काफ भ म होती थी और न ह व मक बन कर कमा सकत थ

मा यम वग को भी उ च व न न णी म वभािजत कया जा सकता ह उ च वग म बड़ यापार उ योगप त बकर धनी नवषक और अ छ आय वाल यवसाय म काम करन वाल यि त थ न न म यम वग क सद य उ च वग तथा म यम वग क उ च णी क यि तय क आव यकताओ को पर करत थ इनम दकानदार कशल कार गर बक सरकार द तर औ यो गक व यापा रक त ठान म काम करत थ वक ल कलाकार व ब जी वय को भी इसम सि म लत कया जा सकता ह

इस म यम वग न यरोप क यक दश क राजनी त म मह वपण भ मका अदा क य य प उ च म यम वग क सद य सतोष पण जीवन यतीत करत थ ल कन न न म यम वग को आ थक क ठनाइय का सामना करना पड़ता था

2 मक का दखमय जीवन यरोप क नगर क औ यो गक त ठान तथा क ष फाम म एक बड़ी स या म मक को नौकर द गई फ ट रय म काम करन वाल मजदर क दशा अ य त शोचनीय थी उनक रहन क उ चत यव था नह क गई थी व तग ग लय और बना हवादार मकान म रहत थ इसस उनक तथा उनक प रवार क सद य पर बरा असर पड़ता था शहर म काम करन वाल अ य अकशल मक क दशा भी खराब थी

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3 नगर का बतरतीब वकास लगभग यरोप क सभी नगर का वकास बना कसी योजना क हआ पहल स ह नगर म तग ग लया व कम चौड़ी सड़क थी अब य बढ़ती ह ई आबाद क लए क ठनईय पदा करन लगी शहर क चारद वार क बाहर भी मकान का नमाण बतरतीब ढग स हआ थानीय स थाए उन पर कोई नय ण नह रख सक

4 वा य पर बरा असर यह पहल बताया जा चका ह क म यकाल क आर भ क नगर म पानी क नकास क सम चत यव था नह थी तथा शहर म गदगी रहती थी इसस नाग रक क वा य पर बरा असर पड़ता था परान नगर क वकास तथा नय नगर क थापना क समय इस सम या पर यान नह दया गया समय क साथ साथ यह सम या

ग भीर होती चल गई अनक ग द बि तया (Slums) बनी फल व प मन य व भ न बीमा रय स त होन लग

5 अपराध क स या म व शहर बरोजगार क स या धीर धीर बढ़ती गई इसन शहर म रहन वाल मन य म अपराध क व त को ज म दया अथवा उसको उकसाया

6 मान सक तनाव ाम क अप ा शहर का जीवन अ धक तनाव पण होता ह एक नाग रक अपनी ज रत को पर करन म वय को असमथ पाता ह और मान सक तनाव का शकार हो जाता ह

ल कन शहर क उ थान व वकास क अनक लाभ भी थ 1 ब जीवी वग का वकास ाम क अप ा शहर म रहन वाल ब जी वय क

स या अ धक थी य ब जीवी आपस म मलत भी रहत थ फल व प नगर म सा ह य व कला का वकास हआ

2 व ा नक ग त यरोप क नगर म व ा नक अनसधान क क खोल गय इसम अनसधान क स वधाए उपल ध कराई गई इसस व ा नक म ग त ह ई

3 सामािजक आ थक व राजनी तक प रवतन क क यरोप क सभी नगर सामािजक राजन तक व आ थक ा त क क बन गय वहा पर इन म काफ हलचल होती रहती थी तथा व मल कर कसी भी अ याय का वरोध करन क लय शी सग ठत हो जात थ

शहर और ाम क स यता म अ तर अभी तक व यमान ह गाव क नवासी शा तपण जीवन यतीत करत ह ल कन शहर क नवा सय का जीवन बा य आडबर व तड़क भड़क स प रपण होता ह अतएव शहर म रहन वाला सदव कसी न कसी कार क तनाव स त रहता ह शहर क कोलाहल पण जीवन म उस शा त नह मलती ल कन वह इस जीवन का अ य त हो जाता ह

88 साराश इस इकाई म आपन यरोप क ाचीन काल क नगर क ि थ त का अ ययन कया

तथा यापा रक सगठन व क यन वारा साम त स अ धकार प (ब तजमत) ा त करन क बार म जानकार ा त क उस समय क नगर क आबाद व बनावट क स ब ध म यह मालम हआ क व बतरतीब बन थ तथा उनक आबाद पाच हजार स एक लाख तक थी

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यरोप क कल जनस या म स अ धकाश ाम म ह रहती थी ल कन 1300 स 1600 ई0 क म य शहर क आबाद बढ़ इसका म य कारण सभी थान पर जनस या म व थी इसक साथ यह भी जाना क इसक या कारण थ ाम स नगर क ओर काफ स या म यि तय क पलायन स नगर क जनस या बढ़ 1851 क बाद व भ न नगर क आबाद क आकड़ स ात होता ह क उस समय एक लाख स अ धक आबाद वाल शहर क स या 25 थी नय नगर क व प क अ ययन स ात हआ क इ ल ड व शष यरोप क नगर क ि थ त व वकास म अ तर था नाग रक जीवन क लाभ और हा नय क बार म अ ययन करन स यह मालम होता ह क ामवा सय क अप ा शहर जीवन अ धक तनावपण होता ह

89 बोध न 1 ाम स नगर क ओर पलायन क या कारण थ 2 यरोप क नगर म मन य को कन क ठनाइय का सामना करना पड़ा 3 यरोप क जनस या म व क कारण का व लषण द िजए चौदहवी सद स

यरोप क दश म इसन नगर करण को कस कार स भा वत कया

810 सदभ थ 1 Chapter by RR Enfield in the book lsquoEuropean Civilization ndash Its

origin and Developmentrsquo Volume V under the direction of Edward Eyre Oxford University Press London 1937

2 Chapter by RM Hartwell in the book lsquo The Cambridge Modern History Volume IX (1793-1830) edited by CW Cramley Cambridge University Press London 1965

3 Brison D Gooch Europe in the Nineteenth Century the Macmillan Company London 1970

4 David Ogg Europe in the Seventeenth Century Hindi edition Jaipur 1967

5 Carlton JH Hayes Modern Europe to 1870 The Macmillan Company New York Sixth Print 1960

6 Langer Eadie Geanakoplos Hexter Pipes Western Civilization Volume II Harper and Row New York Second Edition 1975

7 Wallbank and Taylor Civilization ndash Past and Present Volume II Third Edition 1975

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इकाई-9 कारखाना और मजीवी वग

इकाई क परखा 90 उ य 91 फ टर स टम

911 फ टर या ह 912 फ टर स टम कस श हआ 913 एक का प नक फ का काय व यास

92 फ स टम एवम औ यो गक ा त 93 फ स टम का सामािजक असर 94 बराइया 95 बराइय को दर करन क यास एवम समाधान

951 ससद य यास 952 समाज सधार और अबधनी त 953 सधारक य न जार रह 954 सडलर क य न 955 एशल का कानन

96 समाज और सामािजक प रवतन 97 साराश 98 अ यासाथ न

981 अश पर छोट सवाल 982 सार इकाई पर सवाल

99 ास गक पठनीय थ

90 उ य लगभग 1750 स लकर 1850 तक क काल को पि चम यरोप म औ यो गक ा त

का काल माना जाता ह अ य इकाइय म तमन औ यो गक ा त क बार म व तार स पढ़ा होगा अ य बात क अलावा औ यो गक ा त का सबध उ पादन क लए एक नए सामािजक व यास को नाम दया गया ldquoफ स टमrdquo फ स टम म काम करन क लए समाज म एक नए मजीवी वग का ज म हआ इस इकाई म हम फ स टम और इसम काम करन वाल मजीवी वग क बार म जानग

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91 फ स टम 911 फ या ह

औ यो गक ा त स श आत क भी पहल क बात ह कसी तजारत करन वाल कपनी क नमाइद को ldquoफ टरrdquo बलाया जाता था उसक द तर को फ rdquo फ स कपनी खर द-फरो त करती मसलन हम अ जी ई ट इि डया कपनी को ल जब कपनी स हवी सद म भारत आई तो उसन गजरात तट पर सरत बदरगाह म अपनी पहल मख फ था पत क इस फ म कपनी अपना यापार का सामान रखती और ह द ता नय क

साथ खर द-फरो त करती याल रखन वाल बात यह ह क ई ट इि डया कपनी एक तजारती कपनी थी और उसका उ पादन स चाह वह औ यो गक हो या फर गर औ यो गक कोई सीधा सरोकार न था

जस-जस अठारहवी सद म औ यो गक ा त का व तार हआ वस-वस फ श द का च लत अथ भी बदलता गया अब फ का अथ उस थान स हआ जहा क मशीन क वारा कार गर काफ मा ा म चीज को बनात यह अथ आज तक साधारण बोलचाल क

भाषा म च लत ह सो िजस कारखान म हवाई जहाज बनता ह वह भी फ कहलाता ह और िजसम कपड़ बनत ह वह भी हाला क ldquoफ rdquo कवल चीज बनान वाल कारखान को कहा जाता था फ जसी उ पादन यव था और कम व यास उ योग म भी य त होती थी जस क कोयला खदान

इस इकाई म हम म यतः औ यो गक ा त क पहल चरण पर गौर करग इस चरण (1750-1850) म फ ट रया यादातर सत कातन क कपड़ा बनन क और लोह का काम करन वाल होती थी

912 फ स टम कस श हआ

पजीवाद यव था क श आत क दन म पि चमी यरोप म उ पादन म यतः प टग आउटrdquo स टम पर नभर करता था इस यव था म पजी का मा लक यापार कार गर को क चा माल खर द कर दता कार गर अपन-अपन घर पर अपनी ह मशीन स चीज बनात िज ह क यापार इक ा कर क बाजार म बचता इस यव था म फायदा यह था क यापार दर-दर तक फल कार गर स काम करवा सकता था और उस अपन कार गर क रहन खान क यव था भी नह करनी पड़ती

पर इस यव था म नकसान कई थ एक तो यापार को अपन कार गर तक पह चन म और उनस बना हआ माल लन म काफ समय बबाद करना पड़ता दसर काम क वा लट बरकरार रखना मि कल था तीसर कार गर स समय पर काम करवान म द कत

होती थी इन मि कल स पार पान का एक तर का था वह यह क सार कार गर को एक ह

कारखान म इक ा कर लया जाए पर ऐसा करन पर यापार को कारखान क इमारत बनान

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म पसा लगाना पड़ता मशीन खर दनी पड़ती और फोरमन और सपरवाइजर को नौकर पर लगाना पड़ता अथात यापार का उपरला खच काफ बढ़ जाता

पर जब 1700 ई0 म वीडन क यापार टोफर पोलहम न 100 कार गर वाल एक बतन-भाड क फ टर था पत क तो उसन पाया क उ पादन पर कल खच इतना कम हो जा रहा था क उपरला खच बढ़न क बावजद वह अ छा खासा मनाफा कमा लता

913 एक का प नक फ टर का काय व यास

एडम ि मथ अपनी कताब द व थ ऑफ नश स (1776) म एक साधारण पन बनान वाल फ टर का वणन करता ह जब पन घरल उ योग म बनाए जात थ तो एक या दो यि त ह पन बनान म लगत थ पर फ टर म पन बनान क या को कई ह स म बाट दया गया एक आदमी तार खीचता दसरा उस सीधा करता तीसरा काटता चौथा उसक एक सर को नक ला करता पाचवा उसक दसर सर को घसता वगरह इस तरह तार खीचन स लकर बन ह ए पन को कागज क प ड़या म पक करन तक एडम ि मथ न कोई 32 चरण गन इनम स कसी भी चरण पर ह नरमद कार गर क ज रत नह थी एक ब चा भी इनम स कसी एक चरण को बखबी परा कर सकता था यह फ स टम क मख व श टता थी

फ टर म उ पादन क या को बह त ह सरल छोट-छोट ह स म बाट दया गया हर चरण को एक साधारण अकशल मक भी आसानी स परा कर सकता था या न क अब कारखान क उ पादन- मता कसी यि त वशष क द ता पर नभर नह करती थी बि क सार कारखान क आगनाइजशन पर िजस क एक मनजर आसानी स क ोल कर सकता था फर च क द कार गर क ज रत नह थी तो फ ट रय म ि य और ब च को आसानी स मक क तौर पर इ तमाल कया जा सकता था और हाला क ि या और ब च एक प ष िजतना ह उ पादन करत उनक तन वाह आद मय क तलना म कह कम रहती इस सब स फ टर क मा लक को काफ मनाफा होता

92 फ स टम एवम औ यो गक ा त इ तहासकार हो सबाम का कहना ह क वस तो स हवी सद स ह उ पादन या म

अनक कार क या क सधार होन श हो गए थ पर सफ या क सधार ह औ यो गक ा त नह ला सक औ यो गक ा त क लए ज र था क उ पादन इतना यादा और इतना

स ता हो क बाजार म आप स आप इस उ पाद क लए माग बढ़ ऐसा तब ह हो सका जब या क सधार क साथ उ पादन क लए एक नए कम व यास का इ तमाल कया गया जब उ पादन क या स सब धत डवीजन आफ लबर को (काम क बटवार) को काफ ज टल बना दया गया उ पादन क या को कई छोट-छोट टकड़ म बाट दया गया और एक मजदर क िज म कवल एक ह ह सा रखा यह फ स टम क मख व श टता थी

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93 फ टर स टम का सामािजक असर मनाफा बढ़ान क लए यह ज र था क फ म लगी मशीन का यादा स यादा

उपयोग कया जा सक फ मा लक क च टा यह रहती थी क अपन कार गर स तब तक लगातार काम करवात रह जब तक क मशीन ह जवाब न द जाए इसका मतलब यह था क कामगार को काम करन क तर क का एक नया अनशासन सीखना पड़ा

इ तहासकार ईपी हामपसन का मानना ह क िजस लय स मशीन चलती ह उसी लय स मक को चलना सीखना पड़ा समय क पाबद सीखनी पड़ी क एक नि चत समय पर काम पर आए और एक नि चत समय पर काम स हट एक ह थान पर खड़ होकर लगातार एक ह या क काम को लगातार करत रहन क आदत डालनी पड़ी य द कसी क िज म पन का तार घसना था तो वह लगातार दनभर कवल तार ह घस सकता था िजस यि त को तार सीधा करन का काम दया गया दनभर एक ह थान पर खड़ रहकर कवल तार ह सीधा करता रहता

जस-जस समय बीतता गया इस पर स टम क दगण भी सामन आत गए सबस पहल जो बात सामन आई वह यह ह क फ म लगातार एक ह जगह पर कठपतल क तरह काम करत रहना काफ उबाऊ था मक थोड़ ह समय म इस तरह क काम स जी चरान लगत जब फ का मा लक उनस जबरद ती काम करवाता तो जा हरा तौर पर काम करन वाल को यह बात अखरती और उ ह ख दल स काम पर लग रहना पड़ता

जहा तक काम करन क प रि थ तय का सवाल ह कछ बात साफ ह एक तो यह क यह कहना मि कल ह क फ म काम करन वाल क प रि थ त दसर मक क प रि थ त स बहतर थी या बदतर ऐसा इस लए क इ तहासकार क पास औ यो गक ा त स पहल क काल क मक क बार म यादा जानकार नह ह हा यह ज र पता ह क तरहवी सद स ह उ तर यरोप म पगार पान वाल मजदर हआ करत थ और उनक हालत अ य मजदर क हालत स खराब नह थी वस भी स हवी-अठारहवी सद म कम स कम इ ल ड म प टग आउट स टम क तहत काम करन वाल बह त सार मजदर पगार क एवज म ह काम कया करत थ कहन का मतलब यह ह क फ मजदर का तन वाह मजदर होना समाज क लए कोई नह बात नह थी

94 बराइया जो नई बात थी वह यह क जब फ या बनी तो एक साथ बह त सार मजदर शहर

म इक ा ह ए इस जमाव म उनक ददशा भी समाज क सामन कह यादा खर प स उजागर ह ई

उ योग म ब च और औरत को सोलह घ ट या उसस भी यादा काम करवाया जाता थकान क कारण य द कोई काम नह कर पाता तो उस ब ट स पीटा जाता था तन वाह काट ल जाती तन वाह वस भी काफ कम मलती थी एक ह त क लए कसी ह नरमद कार गर को 1795 म कोई 25 श लग और साधारण मजदर को सफ 12 श लग मला

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करत थ म हलाओ को प ष स आधी और ब च को एक चौथाई तन वाह ह मलती हाला क व प ष िजतना ह काम करत

कोयल क खदान म तो ि थ त और भी यादा खराब थी यहा चार स पाच साल क ब च को खदान क सरग क अदर बारह स सोलह घट काम करवाया जाता इनक औसत पगार दो स तीन श लग त स ताह थी

फ स टम क आन स मजदर क गर बी भी बह त यादा उजागर होन लगी वस तो औ यो गक ा त क श क साल म ह यह साफ हो गया था क समाज म नर ह गर ब क स या बढ़ रह ह पर इस ि थ त स बचन क लए कछ खास नह कया गया पीनहमल ड नामक क ब म गर ब क मदद क लए एक स टम ज र श कया गया िजस पीनहमल ड स टम क नाम स जाना जाता था कछ दसर क ब न भी इस स टम को

अपनाया पर बढ़ती ह ई औ यो गक गर बी क सामन यह स टम प त हो गया शहर म ि थ त कछ ऐसी थी क मजदर क हालत बद स बदतर होती चल गई

शहर बगर कसी योजना क बतहाशा बढ़त चल गए उनक नगरपा लकाए इस नई आबाद क दखभाल करन म असमथ रह शहर म गद द र बि तया पनपन लगी िज ह अ जी म लम कहत ह जहा अब तक शहर म अनक तबक क लोग आपस म मल कर रहत थ

वहा धीर-धीर मजदर बि तया शहर क बाक आबाद स हट कर रहन लगी इन बि तय म न तो सडक ठ क होती न ह ना लया न ह कड़ा नकालन क कोई यव था न ह पय जल का इतजाम और न ह ठ क स बन ह ए मकान इ तहासकार हो सबाम का कहना ह क यरोप क शहर म इस क म क बि तया यादातर शहर क पव ह स म बसी सो शहर म एक नया भद श हो गया ई ट ए ड नवासी (गर ब) और व ट ए ड नवासी (अ भजा य) का

रह-रहकर औ यो गक शहर म महामा रया भी बढ़न लगी लासग म पहल बार 1818 ई0 म हाइफस जवर का कोप फला यरोप क सार औ यो गक शहर म 1831 ई0 और 1832 ई0 म टाइफाइड़ क महामार छाई रह इन शहर म कालरा मयाद बखार और तप दक का भी बोलबाला रहा य सार बीमा रया यादातर मजदर बि तय म ह रह मानो यह सा बत कर रह ह क जहा द र ता और गदगी ह वहा बीमा रया भी रहगी इस सबन मजदर बि तय क नवा सय का हौसला तोड़ दया सामािजक हौसलाप ती क कई ल ण सामन आन लग शराब का ज रत स यादा इ तमाल होन लगा बाल ह या व याव त आ मह या और मान सक व ता क घटनाए बढ़न लगी मजदर क दग त इस बात स और भी यादा उजागर ह ई क औ यो गक ा त क कारण समाज क बाक सार वग क स प नता बढ़ रह थी

95 बराइय को दर करन क यास एवम समाधान फ टर स टम क इन बराइय को ज द स ज द दर करना बड़ा ज र था य क

एक तो साधारण मानवीयता का तकाजा था क मजदर क काम करन क हालात म सधार आए इसस भी यादा बड़ा कारण यह था क फि य म अ धकाश उ पाद फ म काम करन वाल मजदर ह खर दत थ इस लए अगर मजदर क माल हालत एक सीमा स नीच जाती

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तो नकसान पजीप तय को ह होता और अगर मजदर बि तय क समाज यव था को ठ प होन दया जाता तो डर था क कह दश म व ोह न भड़क उठ व ोह न भी होता तो यह तो साफ था क म यवग क जवान इन बि तय म फल रह शराबखोर व याव त और अ य कार क अन तकता क च कर म पड़ रह थ य द म यवग को अन तकता स बचाना था तो

ज र था क मजदर वग स अन तकता को दर कया जाए

951 ससद य यास

आजकल यह माना जाता ह क य द फ मा लक अपन मजदर क भल कार दखभाल कर तो उ ह ह यादा मनाफा होता ह पर उ नीसवी सद म यह बात अ धकाश पजीप तय क समझ म नह आ रह थी इस लए हम पात ह क फ टर म मजदर क ि थ त सधारन वाल अ धकाश उपाय कवल कछ फ टर मा लक क पहल पर रा य यव था वारा व भ न दश क ससद वारा कए गए सबस यादा सधार का काम इगल ड म

हआ ऐस उपाय म स पहला था इगल ड म राबट पील वारा ससद म पास कया गया

ह थ ए ड मारटज ए ट (1802) यह ए ट कवल बड़ी फ ट रय पर लाग होता था और कवल एपरि टस पर इस ए ट म यह कहा गया क नौ साल स कम उ क ब च बतौर एपरि टस नह लगाए जा सकत फ मा लक पर इन ब च स बारह घ ट स यादा या फर रात म काम करवान पर रोक लगा द गई

1802 क ए ट म कई खा मया थी एक तो यह कवल बड़ी फ य पर लाग होता था और वहा भी कवल उन फि य पर जो क एपर टस को इ तमाल करती थी बह नर बाल मजदर को इस ए ट स कोई सर ा नह मलती थी सबस म य बात तो यह थी क इस ए ट म नर ण करन का कोई ावधान न था नतीजतन यह ए ट महज कागजी कानन बन कर रह गया

फर 1816 म पील क चयरमनी म एक ससद य कमट का गठन कया गया इस कमट क सलाह पर 1819 का फ नय ण कानन पास कया गया इस कानन म पछल कानन क ावधान को दोहराया गया और कहा गया क सार बाल मजदर को इस कानन क सर ा द जाएगी साथ ह यह नधा रत कया गया क सोलह साल स कम उ क मजदर को बारह घ ट क दन म डढ़ घ ट क खान क छ ी द जायगी च क यह ए ट सार कामकाजी ब च पर लाग होता था इस लए लोग न इसका डट कर वरोध कया वरो धय म एक बड़ा तबका उन मा-बाप का था जो अपन ब च स काम करवात थ

952 समाज सधार और अबधनी त

तमन अबधनी त क बार म पढ़ा होगा यह नी त अठारहवी सद क अ तम दशक म काफ फल चक थी अथशा ी एडम ि मथ िजसका हम पहल िज कर चक ह इसका एक बड़ा समथक था इस नी त क मतावल बय का मानना था क समाज क अथ यव था तब ह

35

सफल हो सकती ह जब क सरकार अथ यव था को अपन आप पर छोड द उसम अपनी टाग न अड़ाए

जब उ नीसवी सद म ससद य य न मजदर क सधार क लए होन लग तो सधार-वरोधी उ योगप तय न अबधनी त क दहाई दत ह ए यह गहार लगाई क अगर रा य फ स टम को सधारन व नय त करन क को शश करगा तो सार अथ यव था ह ठ प हो जाएगी दरअसल बड़-बड़ दाश नक वचार क आड़ म य वरोधी कवल इतना कह रह थ क उ ह मजदर -ब च म हलाओ और प ष का खन चसन स नह रोका जाना चा हए भल ह ऐसा करत ह ए व समाज क इतनी दग त य न कर द िजसस क समाज का साधारण चाल-चलन ह ठ प हो जाए ऐस वरो धय को उनक खद क बवकफ स बचाना ज र था

953 सधारक य न जार रह

1820 क दशक म पावर लम और भाप क इजन म काफ यादा या क सधार आए इसका नतीजा यह हआ क इस दशक म धीर-धीर फ स टम सार कपड़ा उ योग और ख नज उ पादन पर छा गया फि या भी कवल कछ शहर इलाक म कि त होन लगी लकाशायर का कपड़ा उ योग इसका अ छा उदाहरण ह यहा कोई 25 वग मील क म इतनी यादा कपड़ा मल थी क इ ल ड का 80 तशत स यादा कपड़ा बनाया जाता था िजतना फ ट रय का जमाव बढ़ा उतना ह उनक दगण कट ह ए इसम सधार लान क ससद य यास भी उतन ह जोर स कए जान लग

954 सड़लर क यास

माइकल सड़लर न 1831 म टन-आवर बल इ ल ड क ससद म पश कया इस बल म यह ावधान था क कसी भी मजदर स दस घट (टन-आवर) स यादा काम नह लया जा सकगा यह बल ससद म पास नह हो सका

पर इन दन इ ल ड म व ट इ डीज क दास था को लकर काफ गहमा-गहमी चल रह थी इसक रहत अखबार और प काओ म फ टर मजदर क तलना व ट-इ डीज क नी ो दास स क जान लगी धीर-धीर यह मत फलन लगा क मजदर क ि थ त म सधार क लए कछ ठोस कदम उठाए जान चा हए इसक फल व प जब 1833 म लाड एशल न ससद म अपना ताव रखा तो वह कछ ससद य छ ना-झपट क बाद पा रत हो गया

955 एशल का कानन

लाड एशल क कानन (1833) को सार कपड़ा बनन क फि य पर लाग कया गया इसक अनसार नौ साल स कम उ क ब च को फ म काम करवान पर पाबद लगा द गई तरह साल स कम उ क मजदर स दन म नौ घ ट और स ताह म 40 घ ट स यादा काम करवाना तब धत कया गया उ ह रोज डढ़ घ ट क खान क छ ी दना ज र

रखा गया यह कहा गया क अठारह साल स कम उ क मजदर स दन म 12 घट और स ताह म 69 घट स यादा काम नह करवाया जा सकता ldquoरातrdquo क काम को ठ क तरह स

36

प रभा षत कया गया साढ़ आठ बज शाम स लकर साढ़ पाच बज सबह तक क समय को ldquoरातrdquo करार दया गया और इस पार म कवल अ ारह साल स यादा उ क मजदर क योग क अनम त द गई फ म काम करन वाल हर ब च का रोज दो घट कल जाना नि चत कया गया नर क क एक बड़ी टोल नय त क गई जो फ मा लक पर नगरानी रख सक और जो मा लक कानन क अवहलना करत ह ए पकड़ जाए उन क सर बड़ी सजा का ावधान रखा गया

इस कानन म दो म य खा मया थी एक तो यह कवल कपड़ा उ योग पर ह लाग कया गया जब क अ य उ योग म भी मजदर क हालत काफ खराब थी दसर यह कवल ब च को अपन दायर म लता था जब क ि य और प ष को भी काननी सर ा क आव यकता थी

96 समाज और सामािजक प रवतन बहरहाल इस कानन स कछ बात साफ जा हर होती थी सबस पहल बात तो यह क

हाला क समाज म अब भी अबधनी त का बोलबाला था अब सरकार क समझ म यह आन लगा क समाज क कछ अश ऐस होत ह जहा क सधार लान क लए सरकार ह त प ज र होता ह दसर बात यह क अब साधारण तौर पर यह माना जान लगा क समाज म औ यो गक उ पादन क इकाई प रवार नह बि क यि त वशष था और उसक सामािजक सर ा और सखा-पढ़ क िज मदार कवल प रवार पर ह नह छोड़ी जा सकती थी समाज को भी आग बढ़कर कछ उपाय करना ज र था

धीर-धीर अ य उ योग को भी फ कानन क तहत लाया गया 1842 म लाड एशल क कानन को कोयला खदान पर लाग कया गया और म हला मजदर को भी सर ा द जान लगी 1878 म इस कानन न सार फि य और वकशाप को अपन दायर म ल लया इस बीच दसर दश म भी फ कानन क या जार थी 1841 म ास म बाल-मजदर कानन लाग कया गया ए शया म भी 1870 तक कई कानन जार कए गए पर उ ह कभी गभीरता स लाग नह कया गया

1848 म सार यरोप म सोश ल ट व ोह ह ए और उ ह काफ आसानी स कचल दया गया इन व ोह म मजदर न बढ़ कर ह सा लया था कचल जान क बाद इन व ोह क बह त सार नता मजदर नता बन गए और फ मा लक स मजदर क भलाई क लए माग करन लग इस समय क बाद स फ मजदर क सगठन बनना श हो गए और कमशाला क हालात म सधार क लए य सगठन अपन अपन उ योग और सरकार पर जोर हालन लग ऐसा इ ह न कस तरह कया तम अ य इकाइय म पढ़ोग

97 साराश इस इकाई म तमन जाना क फ स टम अठारहवी सद म श हआ इसन

औ यो गक उ पादन म एक नए कम व यास को ज म दया फि या चलान क लए एक नए क म क अनशासन क ज रत थी जो क पहल कभी ससार म दखन को नह मला था लगातार अनशासन था पत रखन क लए फ क मय क उपर एक नए मनजमट तबक का

37

ज म हआ फोरमन और सपरवाईजर य लोग लबर अ र टो स (Labour aristocrates) कहलाए इनक रहत उ योग म उ योग क मल कयत और उसक मनजमट म भद कया जान लगा मजदर क शहर म रहन स कई बराइया पनपी उ ह दर करन क लए उ नीसवी सद क म य तक अ भजा य वग स कछ समाज सधारक उबर कर सामन आए पर मजदर क सगठन अभी ठ क तरह स नह पनप पाए थ व 1848 क यरोपीय व ोह क बाद उबर

98 अ यासाथ न (I) अश पर छोट सवाल

कछ श द म जवाब द िजए (क) या फ स टम और औ यो गक ा त म स कोई एक बगर दसर क पनप

सकता था (ख) फ स टम क मख व श टता या थी (ग) या पन बनान क फ वा तव म एडम ि मथ क वणन क अनसार होती ह (घ) या फ स टम अन तक था (च) अबधनी त फ मा लक को य पसद थी (छ) इस इकाई म िजन फ सधारक का िज ह उसक अलावा दो और सधारक क

नाम बताइय (II) सार इकाई पर सवाल

दो सौ स तीन सौ श द म जवाब द (क) फ स टम इ ल ड म कस तरह पनपा (ख) फ स टम न कस तरह था पत आ थक और सामािजक स थाओ पर हार

कया (ग) फ स टम क कारण समाज म कस तरह क प रवतन आए (घ) फ स टम म सधार लान क य न क ववचना कर

99 ास गक पठनीय थ ईज हो सबाम - ाम इड ट ए पायर प गइन ईज हो सबाम - एज आफ रवो यशन प गइन ईपी टाम सन - म कग आफ द इग लश व कग लास (सभी कताब अ जी म ह बाजार म आसानी स मल जाती ह)

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Page 24: एमassets.vmou.ac.in/MAHI01-2.pdf ·  · 2014-04-056.7 इंगलैड ... अलबट[थेयर(Albert Thaer) ने1798 (Introduction to the knowledge of English Agriculture)

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जनस या म व चाहन लगी वा ण यवाद क वशष - व लयम टपल डवीनट आ द न रा य को इस ओर कदम उठान क लय रत कया अनक रा य न ववा हत यि त को कर म छट द तथा अ ववा हत यि त पर अ त र त कर लगाय कह -कह पर बड़ प रवार वाल यि त को रा य क तरफ स आ थक सहायता भी द जान लगी

5 क ष उ पादन म व ाचीन व म य यग म यरोप म एक नगर क सम उसक आस-पास क म अनाज क उ पादन पर नभर रहती थी यातायात क क ठनाईय क कारण दसर थान स अनाज नह लाया जा सकता था एक ओर तो क ष उ पादन म व न अकाल को लगभग समा त कर दया तो दसर ओर यातायात क साधन न यह सभव कर दया क दर-दर स अनाज मगाया जा सक अतएव अब नगर अपन आस-पास क क अनाज क उ पादन पर नभर नह रहा वह अपनी बढ़ती ह ई जनस या क लय अनाज का ब ध कर सकता था

6 स नक आव यकताए यरोप क व भ न दश पार प रक सघष म लग रहत थ इ ल ड क पहल ास और बाद म हाल ड क साथ त पधा व तीस वष य य (1618-1648) इसक उदाहरण ह ास क लई चौदहव (1643-1715) न ास को य म उलझाय रखा स क पीटर महान न व तारवाद नी त अपनाई इन य क लय स नक क आव यकता बनी रहती थी अत सब दश यह चाहत थ क उनक जनस या म व हो ता क उ ह अ धक स नक मल सक

7 औ यो गक वकास इ ल ड म औ यो गक वकास क फल व प जनस या म व ह ई अठारहवी शता द क उ तराध और उ नीसवी सद म यरोप क अ य दश म यह या आर भ हो गई तथा उनक जनस या भी बढ़ती गई अठारहवी सद क म य व उ नीसवी सद क अ त तक यरोप क जनस या म तीन गनी व ह ई

85 ाम स नगर क ओर पलायन नगर करण क एक वशषता गाव स शहर क ओर मन य का पलायन था इ ल ड

म इस कार का पलायन वा ण य क वकास स आर भ हआ क ष क उ न त तथा औ यो गक ा त क समय इसम व ह ई अ य दश म भी यापार क ष व उ योग क वकास क समय इस कार क व त दखन को मलती ह म य यग व आध नक यग क आर भ तक यरोप क यक दश म नगर क आबाद क मकाबल म ामीण क आबाद बह त अ धक थी 1830 इ वी म इटल व ास म कल जनस या का साठ तशत शया म स तर तशत पन म न ब तशत और स तथा पव यरोप क दश म 95 तशत ामीण म रहता था

1851 म इ ल ड म पहल बार ाम क मकाबल म शहर क आबाद अ धक दज क गई इस समय म यरोप म प चीस नगर ऐस थ िजनक आबाद एक लाख क लगभग थी इनम स चार इ ल ड तथा एक काटलड म था इसम लदन क आबाद जो 1800 म एक

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लाख थी 1830 म डढ़ लाख हो गई थी इ ल ड को छोड़ कर शष यरोप म प रस क त त नया सट पीटसबग नप स वयना मा को ब लन एम टडम डि लन ह बग वारसा मलान रोम म ड पलरन व नस लयो बडाप ट मास लज व बास लोना क नगर क आबाद पचास हजार स लकर तीन लाख तक थी

उ नीसवी सद क उ तराध तथा बीसवी सद म नगर क आबाद बढ़ती गई तथा ाम क जनस या म कमी आई इस अव ध म एक ओर नगर क आबाद बढ़ और दसर तरफ काफ स या म भ मह न कषक कशल कार गर व मक गाव स नगर म आय

नगर क आबाद म व तथा वहा गाव स मन य क लगातार आगमन का प रणाम यह हआ क 1914 म इ ल ड म उसक कल जनस या का 80 तशत ास म 45 तशत स कछ अ धक तथा जमनी म 60 तशत यि त शहर म रहत थ इस समय म स पोल ड व डनमाक म लगभग एक तहाई जनता शहर म रहती थी 1850 क बाद बड़ शहर क आबाद म वशष प स तजी क साथ व ह ई पहल प चीस नगर को बड़ा माना जाता था ल कन 1914 म ऐस पचास नगर थ िजनक आबाद एक लाख स अ धक थी

ाम स नगर क ओर मन य क पलायन क लय न ना कत प रि थ तय िज मवार थी

1 कषक दास क मि त म य यग म जमीदार न क ष म होन वाल घाट स बचन क लय यह उ चत समझा क व कषक को हल बल आ द साधन द कर तथा उनस फसल क एक नि चत भाग लकर भ म का त क लय द द इस प त स एक ओर तो जमीदार सभा वत नकसान स बच गय तथा दसर ओर कसान जमीदार क त अ य दा य व स म त हो गय फल व प इ ल ड म धीर-धीर कषक म त हो गय सोलहवी सद तक वहा पर कषक दास (Serfdom) क था लगभग समा त हो गई अब ाम स अनक कसान शहर क ओर चल गय

2 खत क बाड़ बद इ ल ड म तथा कछ समय बाद ास व जमनी क कछ भाग म छोट-छोट खत को मला कर बड़ खत (farms) बनाय गय इसस अनक गर ब कसान भ मह न हो गय तथा रोजगार क तलाश म नगर म आय

3 अ तरा य यापार का वकास वाल बक व टलर क अनसार प हवी सद म इ ल ड एक मह वह न यापा रक रा था ल कन सोलहवी सद म इगल ड का यापार बढ़न लगा इसी समय म पि चमी यरोप क कछ दश का यापार भी बढ़ा अ तरा य यापार क क आ त रक भाग क नगर थ जहा बाहर जान वाला माल इक ा कया जाता था ल कन इनस भी अ धक हलचल उन ब दरगाह पर होती थी जहा स जहाज बाहर जात थ अतएव ऐस थान पर रोजगार क लय गाव स काफ मन य आकर बस

4 औ यो गक वकास इगल ड म औ यौ गक ा त क समय कारखान को बड़ी मा ा म मजदर क आव यकता ह ई गाव स भ मह न कषक कार गर मक व बकार यि त शहर क कारखान म काम करन आय

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86 नय नगर का व प ाचीन नगर क चार द वार क बाहर भी मन य मकान बना कर रहन लग धीर-धीर

अनक नगर म सर ा क य ाचीर तोड़ द गई औ यो गक वकास क ग त म तजी क फल व प िजन नगर क आबाद बढ़ रह थी

व नगर आस पास क दहात तक फल गय यहा तक क ऐस दहाती नगर क समह बन गय ऐस थान म नगर तथा ाम क म य का अ तर लगभग समा त हो गया इस कार का प रवतन इगल ड तथा जमनी औ यो गक दश म प ट प स दखा जा सकता

था कछ थान पर गाव न नगर का प धारण कर लया य क इन थान पर यापार

अथवा उ योग क क खल गय थ इगल ड म इस कार क या का भाव सबस अ धक हआ

इगल ड म राजधानी क अ त र त अ य थान पर भी नगर का वकास हआ ल कन यरोप म रा य क राजधा नय क आबाद ह वशष प स बढ़

87 प रणाम 1 म यम वग का उदय नगर करण क व तार क यग का सबस मह वपण प रणाम

इन नगर म म यम वग का उदय था लगर न लखा ह क नाग रक जीवन स नवो दत म यम वग का सबस घ न ठ स ब ध था यह कहना क ठन ह क इस बज य (Burgeoise) वग म कस कार क यि त सि म लत थ कवल यह कहा जा सकता ह क आम तौर पर म यम वग क सद य गर क ष काय तथा कशल कार गर क काय क अ त र त अ य काय स ा त आमदनी स अपनी जी वका चलात थ उनक पास न तो क ष क लय काफ भ म होती थी और न ह व मक बन कर कमा सकत थ

मा यम वग को भी उ च व न न णी म वभािजत कया जा सकता ह उ च वग म बड़ यापार उ योगप त बकर धनी नवषक और अ छ आय वाल यवसाय म काम करन वाल यि त थ न न म यम वग क सद य उ च वग तथा म यम वग क उ च णी क यि तय क आव यकताओ को पर करत थ इनम दकानदार कशल कार गर बक सरकार द तर औ यो गक व यापा रक त ठान म काम करत थ वक ल कलाकार व ब जी वय को भी इसम सि म लत कया जा सकता ह

इस म यम वग न यरोप क यक दश क राजनी त म मह वपण भ मका अदा क य य प उ च म यम वग क सद य सतोष पण जीवन यतीत करत थ ल कन न न म यम वग को आ थक क ठनाइय का सामना करना पड़ता था

2 मक का दखमय जीवन यरोप क नगर क औ यो गक त ठान तथा क ष फाम म एक बड़ी स या म मक को नौकर द गई फ ट रय म काम करन वाल मजदर क दशा अ य त शोचनीय थी उनक रहन क उ चत यव था नह क गई थी व तग ग लय और बना हवादार मकान म रहत थ इसस उनक तथा उनक प रवार क सद य पर बरा असर पड़ता था शहर म काम करन वाल अ य अकशल मक क दशा भी खराब थी

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3 नगर का बतरतीब वकास लगभग यरोप क सभी नगर का वकास बना कसी योजना क हआ पहल स ह नगर म तग ग लया व कम चौड़ी सड़क थी अब य बढ़ती ह ई आबाद क लए क ठनईय पदा करन लगी शहर क चारद वार क बाहर भी मकान का नमाण बतरतीब ढग स हआ थानीय स थाए उन पर कोई नय ण नह रख सक

4 वा य पर बरा असर यह पहल बताया जा चका ह क म यकाल क आर भ क नगर म पानी क नकास क सम चत यव था नह थी तथा शहर म गदगी रहती थी इसस नाग रक क वा य पर बरा असर पड़ता था परान नगर क वकास तथा नय नगर क थापना क समय इस सम या पर यान नह दया गया समय क साथ साथ यह सम या

ग भीर होती चल गई अनक ग द बि तया (Slums) बनी फल व प मन य व भ न बीमा रय स त होन लग

5 अपराध क स या म व शहर बरोजगार क स या धीर धीर बढ़ती गई इसन शहर म रहन वाल मन य म अपराध क व त को ज म दया अथवा उसको उकसाया

6 मान सक तनाव ाम क अप ा शहर का जीवन अ धक तनाव पण होता ह एक नाग रक अपनी ज रत को पर करन म वय को असमथ पाता ह और मान सक तनाव का शकार हो जाता ह

ल कन शहर क उ थान व वकास क अनक लाभ भी थ 1 ब जीवी वग का वकास ाम क अप ा शहर म रहन वाल ब जी वय क

स या अ धक थी य ब जीवी आपस म मलत भी रहत थ फल व प नगर म सा ह य व कला का वकास हआ

2 व ा नक ग त यरोप क नगर म व ा नक अनसधान क क खोल गय इसम अनसधान क स वधाए उपल ध कराई गई इसस व ा नक म ग त ह ई

3 सामािजक आ थक व राजनी तक प रवतन क क यरोप क सभी नगर सामािजक राजन तक व आ थक ा त क क बन गय वहा पर इन म काफ हलचल होती रहती थी तथा व मल कर कसी भी अ याय का वरोध करन क लय शी सग ठत हो जात थ

शहर और ाम क स यता म अ तर अभी तक व यमान ह गाव क नवासी शा तपण जीवन यतीत करत ह ल कन शहर क नवा सय का जीवन बा य आडबर व तड़क भड़क स प रपण होता ह अतएव शहर म रहन वाला सदव कसी न कसी कार क तनाव स त रहता ह शहर क कोलाहल पण जीवन म उस शा त नह मलती ल कन वह इस जीवन का अ य त हो जाता ह

88 साराश इस इकाई म आपन यरोप क ाचीन काल क नगर क ि थ त का अ ययन कया

तथा यापा रक सगठन व क यन वारा साम त स अ धकार प (ब तजमत) ा त करन क बार म जानकार ा त क उस समय क नगर क आबाद व बनावट क स ब ध म यह मालम हआ क व बतरतीब बन थ तथा उनक आबाद पाच हजार स एक लाख तक थी

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यरोप क कल जनस या म स अ धकाश ाम म ह रहती थी ल कन 1300 स 1600 ई0 क म य शहर क आबाद बढ़ इसका म य कारण सभी थान पर जनस या म व थी इसक साथ यह भी जाना क इसक या कारण थ ाम स नगर क ओर काफ स या म यि तय क पलायन स नगर क जनस या बढ़ 1851 क बाद व भ न नगर क आबाद क आकड़ स ात होता ह क उस समय एक लाख स अ धक आबाद वाल शहर क स या 25 थी नय नगर क व प क अ ययन स ात हआ क इ ल ड व शष यरोप क नगर क ि थ त व वकास म अ तर था नाग रक जीवन क लाभ और हा नय क बार म अ ययन करन स यह मालम होता ह क ामवा सय क अप ा शहर जीवन अ धक तनावपण होता ह

89 बोध न 1 ाम स नगर क ओर पलायन क या कारण थ 2 यरोप क नगर म मन य को कन क ठनाइय का सामना करना पड़ा 3 यरोप क जनस या म व क कारण का व लषण द िजए चौदहवी सद स

यरोप क दश म इसन नगर करण को कस कार स भा वत कया

810 सदभ थ 1 Chapter by RR Enfield in the book lsquoEuropean Civilization ndash Its

origin and Developmentrsquo Volume V under the direction of Edward Eyre Oxford University Press London 1937

2 Chapter by RM Hartwell in the book lsquo The Cambridge Modern History Volume IX (1793-1830) edited by CW Cramley Cambridge University Press London 1965

3 Brison D Gooch Europe in the Nineteenth Century the Macmillan Company London 1970

4 David Ogg Europe in the Seventeenth Century Hindi edition Jaipur 1967

5 Carlton JH Hayes Modern Europe to 1870 The Macmillan Company New York Sixth Print 1960

6 Langer Eadie Geanakoplos Hexter Pipes Western Civilization Volume II Harper and Row New York Second Edition 1975

7 Wallbank and Taylor Civilization ndash Past and Present Volume II Third Edition 1975

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इकाई-9 कारखाना और मजीवी वग

इकाई क परखा 90 उ य 91 फ टर स टम

911 फ टर या ह 912 फ टर स टम कस श हआ 913 एक का प नक फ का काय व यास

92 फ स टम एवम औ यो गक ा त 93 फ स टम का सामािजक असर 94 बराइया 95 बराइय को दर करन क यास एवम समाधान

951 ससद य यास 952 समाज सधार और अबधनी त 953 सधारक य न जार रह 954 सडलर क य न 955 एशल का कानन

96 समाज और सामािजक प रवतन 97 साराश 98 अ यासाथ न

981 अश पर छोट सवाल 982 सार इकाई पर सवाल

99 ास गक पठनीय थ

90 उ य लगभग 1750 स लकर 1850 तक क काल को पि चम यरोप म औ यो गक ा त

का काल माना जाता ह अ य इकाइय म तमन औ यो गक ा त क बार म व तार स पढ़ा होगा अ य बात क अलावा औ यो गक ा त का सबध उ पादन क लए एक नए सामािजक व यास को नाम दया गया ldquoफ स टमrdquo फ स टम म काम करन क लए समाज म एक नए मजीवी वग का ज म हआ इस इकाई म हम फ स टम और इसम काम करन वाल मजीवी वग क बार म जानग

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91 फ स टम 911 फ या ह

औ यो गक ा त स श आत क भी पहल क बात ह कसी तजारत करन वाल कपनी क नमाइद को ldquoफ टरrdquo बलाया जाता था उसक द तर को फ rdquo फ स कपनी खर द-फरो त करती मसलन हम अ जी ई ट इि डया कपनी को ल जब कपनी स हवी सद म भारत आई तो उसन गजरात तट पर सरत बदरगाह म अपनी पहल मख फ था पत क इस फ म कपनी अपना यापार का सामान रखती और ह द ता नय क

साथ खर द-फरो त करती याल रखन वाल बात यह ह क ई ट इि डया कपनी एक तजारती कपनी थी और उसका उ पादन स चाह वह औ यो गक हो या फर गर औ यो गक कोई सीधा सरोकार न था

जस-जस अठारहवी सद म औ यो गक ा त का व तार हआ वस-वस फ श द का च लत अथ भी बदलता गया अब फ का अथ उस थान स हआ जहा क मशीन क वारा कार गर काफ मा ा म चीज को बनात यह अथ आज तक साधारण बोलचाल क

भाषा म च लत ह सो िजस कारखान म हवाई जहाज बनता ह वह भी फ कहलाता ह और िजसम कपड़ बनत ह वह भी हाला क ldquoफ rdquo कवल चीज बनान वाल कारखान को कहा जाता था फ जसी उ पादन यव था और कम व यास उ योग म भी य त होती थी जस क कोयला खदान

इस इकाई म हम म यतः औ यो गक ा त क पहल चरण पर गौर करग इस चरण (1750-1850) म फ ट रया यादातर सत कातन क कपड़ा बनन क और लोह का काम करन वाल होती थी

912 फ स टम कस श हआ

पजीवाद यव था क श आत क दन म पि चमी यरोप म उ पादन म यतः प टग आउटrdquo स टम पर नभर करता था इस यव था म पजी का मा लक यापार कार गर को क चा माल खर द कर दता कार गर अपन-अपन घर पर अपनी ह मशीन स चीज बनात िज ह क यापार इक ा कर क बाजार म बचता इस यव था म फायदा यह था क यापार दर-दर तक फल कार गर स काम करवा सकता था और उस अपन कार गर क रहन खान क यव था भी नह करनी पड़ती

पर इस यव था म नकसान कई थ एक तो यापार को अपन कार गर तक पह चन म और उनस बना हआ माल लन म काफ समय बबाद करना पड़ता दसर काम क वा लट बरकरार रखना मि कल था तीसर कार गर स समय पर काम करवान म द कत

होती थी इन मि कल स पार पान का एक तर का था वह यह क सार कार गर को एक ह

कारखान म इक ा कर लया जाए पर ऐसा करन पर यापार को कारखान क इमारत बनान

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म पसा लगाना पड़ता मशीन खर दनी पड़ती और फोरमन और सपरवाइजर को नौकर पर लगाना पड़ता अथात यापार का उपरला खच काफ बढ़ जाता

पर जब 1700 ई0 म वीडन क यापार टोफर पोलहम न 100 कार गर वाल एक बतन-भाड क फ टर था पत क तो उसन पाया क उ पादन पर कल खच इतना कम हो जा रहा था क उपरला खच बढ़न क बावजद वह अ छा खासा मनाफा कमा लता

913 एक का प नक फ टर का काय व यास

एडम ि मथ अपनी कताब द व थ ऑफ नश स (1776) म एक साधारण पन बनान वाल फ टर का वणन करता ह जब पन घरल उ योग म बनाए जात थ तो एक या दो यि त ह पन बनान म लगत थ पर फ टर म पन बनान क या को कई ह स म बाट दया गया एक आदमी तार खीचता दसरा उस सीधा करता तीसरा काटता चौथा उसक एक सर को नक ला करता पाचवा उसक दसर सर को घसता वगरह इस तरह तार खीचन स लकर बन ह ए पन को कागज क प ड़या म पक करन तक एडम ि मथ न कोई 32 चरण गन इनम स कसी भी चरण पर ह नरमद कार गर क ज रत नह थी एक ब चा भी इनम स कसी एक चरण को बखबी परा कर सकता था यह फ स टम क मख व श टता थी

फ टर म उ पादन क या को बह त ह सरल छोट-छोट ह स म बाट दया गया हर चरण को एक साधारण अकशल मक भी आसानी स परा कर सकता था या न क अब कारखान क उ पादन- मता कसी यि त वशष क द ता पर नभर नह करती थी बि क सार कारखान क आगनाइजशन पर िजस क एक मनजर आसानी स क ोल कर सकता था फर च क द कार गर क ज रत नह थी तो फ ट रय म ि य और ब च को आसानी स मक क तौर पर इ तमाल कया जा सकता था और हाला क ि या और ब च एक प ष िजतना ह उ पादन करत उनक तन वाह आद मय क तलना म कह कम रहती इस सब स फ टर क मा लक को काफ मनाफा होता

92 फ स टम एवम औ यो गक ा त इ तहासकार हो सबाम का कहना ह क वस तो स हवी सद स ह उ पादन या म

अनक कार क या क सधार होन श हो गए थ पर सफ या क सधार ह औ यो गक ा त नह ला सक औ यो गक ा त क लए ज र था क उ पादन इतना यादा और इतना

स ता हो क बाजार म आप स आप इस उ पाद क लए माग बढ़ ऐसा तब ह हो सका जब या क सधार क साथ उ पादन क लए एक नए कम व यास का इ तमाल कया गया जब उ पादन क या स सब धत डवीजन आफ लबर को (काम क बटवार) को काफ ज टल बना दया गया उ पादन क या को कई छोट-छोट टकड़ म बाट दया गया और एक मजदर क िज म कवल एक ह ह सा रखा यह फ स टम क मख व श टता थी

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93 फ टर स टम का सामािजक असर मनाफा बढ़ान क लए यह ज र था क फ म लगी मशीन का यादा स यादा

उपयोग कया जा सक फ मा लक क च टा यह रहती थी क अपन कार गर स तब तक लगातार काम करवात रह जब तक क मशीन ह जवाब न द जाए इसका मतलब यह था क कामगार को काम करन क तर क का एक नया अनशासन सीखना पड़ा

इ तहासकार ईपी हामपसन का मानना ह क िजस लय स मशीन चलती ह उसी लय स मक को चलना सीखना पड़ा समय क पाबद सीखनी पड़ी क एक नि चत समय पर काम पर आए और एक नि चत समय पर काम स हट एक ह थान पर खड़ होकर लगातार एक ह या क काम को लगातार करत रहन क आदत डालनी पड़ी य द कसी क िज म पन का तार घसना था तो वह लगातार दनभर कवल तार ह घस सकता था िजस यि त को तार सीधा करन का काम दया गया दनभर एक ह थान पर खड़ रहकर कवल तार ह सीधा करता रहता

जस-जस समय बीतता गया इस पर स टम क दगण भी सामन आत गए सबस पहल जो बात सामन आई वह यह ह क फ म लगातार एक ह जगह पर कठपतल क तरह काम करत रहना काफ उबाऊ था मक थोड़ ह समय म इस तरह क काम स जी चरान लगत जब फ का मा लक उनस जबरद ती काम करवाता तो जा हरा तौर पर काम करन वाल को यह बात अखरती और उ ह ख दल स काम पर लग रहना पड़ता

जहा तक काम करन क प रि थ तय का सवाल ह कछ बात साफ ह एक तो यह क यह कहना मि कल ह क फ म काम करन वाल क प रि थ त दसर मक क प रि थ त स बहतर थी या बदतर ऐसा इस लए क इ तहासकार क पास औ यो गक ा त स पहल क काल क मक क बार म यादा जानकार नह ह हा यह ज र पता ह क तरहवी सद स ह उ तर यरोप म पगार पान वाल मजदर हआ करत थ और उनक हालत अ य मजदर क हालत स खराब नह थी वस भी स हवी-अठारहवी सद म कम स कम इ ल ड म प टग आउट स टम क तहत काम करन वाल बह त सार मजदर पगार क एवज म ह काम कया करत थ कहन का मतलब यह ह क फ मजदर का तन वाह मजदर होना समाज क लए कोई नह बात नह थी

94 बराइया जो नई बात थी वह यह क जब फ या बनी तो एक साथ बह त सार मजदर शहर

म इक ा ह ए इस जमाव म उनक ददशा भी समाज क सामन कह यादा खर प स उजागर ह ई

उ योग म ब च और औरत को सोलह घ ट या उसस भी यादा काम करवाया जाता थकान क कारण य द कोई काम नह कर पाता तो उस ब ट स पीटा जाता था तन वाह काट ल जाती तन वाह वस भी काफ कम मलती थी एक ह त क लए कसी ह नरमद कार गर को 1795 म कोई 25 श लग और साधारण मजदर को सफ 12 श लग मला

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करत थ म हलाओ को प ष स आधी और ब च को एक चौथाई तन वाह ह मलती हाला क व प ष िजतना ह काम करत

कोयल क खदान म तो ि थ त और भी यादा खराब थी यहा चार स पाच साल क ब च को खदान क सरग क अदर बारह स सोलह घट काम करवाया जाता इनक औसत पगार दो स तीन श लग त स ताह थी

फ स टम क आन स मजदर क गर बी भी बह त यादा उजागर होन लगी वस तो औ यो गक ा त क श क साल म ह यह साफ हो गया था क समाज म नर ह गर ब क स या बढ़ रह ह पर इस ि थ त स बचन क लए कछ खास नह कया गया पीनहमल ड नामक क ब म गर ब क मदद क लए एक स टम ज र श कया गया िजस पीनहमल ड स टम क नाम स जाना जाता था कछ दसर क ब न भी इस स टम को

अपनाया पर बढ़ती ह ई औ यो गक गर बी क सामन यह स टम प त हो गया शहर म ि थ त कछ ऐसी थी क मजदर क हालत बद स बदतर होती चल गई

शहर बगर कसी योजना क बतहाशा बढ़त चल गए उनक नगरपा लकाए इस नई आबाद क दखभाल करन म असमथ रह शहर म गद द र बि तया पनपन लगी िज ह अ जी म लम कहत ह जहा अब तक शहर म अनक तबक क लोग आपस म मल कर रहत थ

वहा धीर-धीर मजदर बि तया शहर क बाक आबाद स हट कर रहन लगी इन बि तय म न तो सडक ठ क होती न ह ना लया न ह कड़ा नकालन क कोई यव था न ह पय जल का इतजाम और न ह ठ क स बन ह ए मकान इ तहासकार हो सबाम का कहना ह क यरोप क शहर म इस क म क बि तया यादातर शहर क पव ह स म बसी सो शहर म एक नया भद श हो गया ई ट ए ड नवासी (गर ब) और व ट ए ड नवासी (अ भजा य) का

रह-रहकर औ यो गक शहर म महामा रया भी बढ़न लगी लासग म पहल बार 1818 ई0 म हाइफस जवर का कोप फला यरोप क सार औ यो गक शहर म 1831 ई0 और 1832 ई0 म टाइफाइड़ क महामार छाई रह इन शहर म कालरा मयाद बखार और तप दक का भी बोलबाला रहा य सार बीमा रया यादातर मजदर बि तय म ह रह मानो यह सा बत कर रह ह क जहा द र ता और गदगी ह वहा बीमा रया भी रहगी इस सबन मजदर बि तय क नवा सय का हौसला तोड़ दया सामािजक हौसलाप ती क कई ल ण सामन आन लग शराब का ज रत स यादा इ तमाल होन लगा बाल ह या व याव त आ मह या और मान सक व ता क घटनाए बढ़न लगी मजदर क दग त इस बात स और भी यादा उजागर ह ई क औ यो गक ा त क कारण समाज क बाक सार वग क स प नता बढ़ रह थी

95 बराइय को दर करन क यास एवम समाधान फ टर स टम क इन बराइय को ज द स ज द दर करना बड़ा ज र था य क

एक तो साधारण मानवीयता का तकाजा था क मजदर क काम करन क हालात म सधार आए इसस भी यादा बड़ा कारण यह था क फि य म अ धकाश उ पाद फ म काम करन वाल मजदर ह खर दत थ इस लए अगर मजदर क माल हालत एक सीमा स नीच जाती

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तो नकसान पजीप तय को ह होता और अगर मजदर बि तय क समाज यव था को ठ प होन दया जाता तो डर था क कह दश म व ोह न भड़क उठ व ोह न भी होता तो यह तो साफ था क म यवग क जवान इन बि तय म फल रह शराबखोर व याव त और अ य कार क अन तकता क च कर म पड़ रह थ य द म यवग को अन तकता स बचाना था तो

ज र था क मजदर वग स अन तकता को दर कया जाए

951 ससद य यास

आजकल यह माना जाता ह क य द फ मा लक अपन मजदर क भल कार दखभाल कर तो उ ह ह यादा मनाफा होता ह पर उ नीसवी सद म यह बात अ धकाश पजीप तय क समझ म नह आ रह थी इस लए हम पात ह क फ टर म मजदर क ि थ त सधारन वाल अ धकाश उपाय कवल कछ फ टर मा लक क पहल पर रा य यव था वारा व भ न दश क ससद वारा कए गए सबस यादा सधार का काम इगल ड म

हआ ऐस उपाय म स पहला था इगल ड म राबट पील वारा ससद म पास कया गया

ह थ ए ड मारटज ए ट (1802) यह ए ट कवल बड़ी फ ट रय पर लाग होता था और कवल एपरि टस पर इस ए ट म यह कहा गया क नौ साल स कम उ क ब च बतौर एपरि टस नह लगाए जा सकत फ मा लक पर इन ब च स बारह घ ट स यादा या फर रात म काम करवान पर रोक लगा द गई

1802 क ए ट म कई खा मया थी एक तो यह कवल बड़ी फ य पर लाग होता था और वहा भी कवल उन फि य पर जो क एपर टस को इ तमाल करती थी बह नर बाल मजदर को इस ए ट स कोई सर ा नह मलती थी सबस म य बात तो यह थी क इस ए ट म नर ण करन का कोई ावधान न था नतीजतन यह ए ट महज कागजी कानन बन कर रह गया

फर 1816 म पील क चयरमनी म एक ससद य कमट का गठन कया गया इस कमट क सलाह पर 1819 का फ नय ण कानन पास कया गया इस कानन म पछल कानन क ावधान को दोहराया गया और कहा गया क सार बाल मजदर को इस कानन क सर ा द जाएगी साथ ह यह नधा रत कया गया क सोलह साल स कम उ क मजदर को बारह घ ट क दन म डढ़ घ ट क खान क छ ी द जायगी च क यह ए ट सार कामकाजी ब च पर लाग होता था इस लए लोग न इसका डट कर वरोध कया वरो धय म एक बड़ा तबका उन मा-बाप का था जो अपन ब च स काम करवात थ

952 समाज सधार और अबधनी त

तमन अबधनी त क बार म पढ़ा होगा यह नी त अठारहवी सद क अ तम दशक म काफ फल चक थी अथशा ी एडम ि मथ िजसका हम पहल िज कर चक ह इसका एक बड़ा समथक था इस नी त क मतावल बय का मानना था क समाज क अथ यव था तब ह

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सफल हो सकती ह जब क सरकार अथ यव था को अपन आप पर छोड द उसम अपनी टाग न अड़ाए

जब उ नीसवी सद म ससद य य न मजदर क सधार क लए होन लग तो सधार-वरोधी उ योगप तय न अबधनी त क दहाई दत ह ए यह गहार लगाई क अगर रा य फ स टम को सधारन व नय त करन क को शश करगा तो सार अथ यव था ह ठ प हो जाएगी दरअसल बड़-बड़ दाश नक वचार क आड़ म य वरोधी कवल इतना कह रह थ क उ ह मजदर -ब च म हलाओ और प ष का खन चसन स नह रोका जाना चा हए भल ह ऐसा करत ह ए व समाज क इतनी दग त य न कर द िजसस क समाज का साधारण चाल-चलन ह ठ प हो जाए ऐस वरो धय को उनक खद क बवकफ स बचाना ज र था

953 सधारक य न जार रह

1820 क दशक म पावर लम और भाप क इजन म काफ यादा या क सधार आए इसका नतीजा यह हआ क इस दशक म धीर-धीर फ स टम सार कपड़ा उ योग और ख नज उ पादन पर छा गया फि या भी कवल कछ शहर इलाक म कि त होन लगी लकाशायर का कपड़ा उ योग इसका अ छा उदाहरण ह यहा कोई 25 वग मील क म इतनी यादा कपड़ा मल थी क इ ल ड का 80 तशत स यादा कपड़ा बनाया जाता था िजतना फ ट रय का जमाव बढ़ा उतना ह उनक दगण कट ह ए इसम सधार लान क ससद य यास भी उतन ह जोर स कए जान लग

954 सड़लर क यास

माइकल सड़लर न 1831 म टन-आवर बल इ ल ड क ससद म पश कया इस बल म यह ावधान था क कसी भी मजदर स दस घट (टन-आवर) स यादा काम नह लया जा सकगा यह बल ससद म पास नह हो सका

पर इन दन इ ल ड म व ट इ डीज क दास था को लकर काफ गहमा-गहमी चल रह थी इसक रहत अखबार और प काओ म फ टर मजदर क तलना व ट-इ डीज क नी ो दास स क जान लगी धीर-धीर यह मत फलन लगा क मजदर क ि थ त म सधार क लए कछ ठोस कदम उठाए जान चा हए इसक फल व प जब 1833 म लाड एशल न ससद म अपना ताव रखा तो वह कछ ससद य छ ना-झपट क बाद पा रत हो गया

955 एशल का कानन

लाड एशल क कानन (1833) को सार कपड़ा बनन क फि य पर लाग कया गया इसक अनसार नौ साल स कम उ क ब च को फ म काम करवान पर पाबद लगा द गई तरह साल स कम उ क मजदर स दन म नौ घ ट और स ताह म 40 घ ट स यादा काम करवाना तब धत कया गया उ ह रोज डढ़ घ ट क खान क छ ी दना ज र

रखा गया यह कहा गया क अठारह साल स कम उ क मजदर स दन म 12 घट और स ताह म 69 घट स यादा काम नह करवाया जा सकता ldquoरातrdquo क काम को ठ क तरह स

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प रभा षत कया गया साढ़ आठ बज शाम स लकर साढ़ पाच बज सबह तक क समय को ldquoरातrdquo करार दया गया और इस पार म कवल अ ारह साल स यादा उ क मजदर क योग क अनम त द गई फ म काम करन वाल हर ब च का रोज दो घट कल जाना नि चत कया गया नर क क एक बड़ी टोल नय त क गई जो फ मा लक पर नगरानी रख सक और जो मा लक कानन क अवहलना करत ह ए पकड़ जाए उन क सर बड़ी सजा का ावधान रखा गया

इस कानन म दो म य खा मया थी एक तो यह कवल कपड़ा उ योग पर ह लाग कया गया जब क अ य उ योग म भी मजदर क हालत काफ खराब थी दसर यह कवल ब च को अपन दायर म लता था जब क ि य और प ष को भी काननी सर ा क आव यकता थी

96 समाज और सामािजक प रवतन बहरहाल इस कानन स कछ बात साफ जा हर होती थी सबस पहल बात तो यह क

हाला क समाज म अब भी अबधनी त का बोलबाला था अब सरकार क समझ म यह आन लगा क समाज क कछ अश ऐस होत ह जहा क सधार लान क लए सरकार ह त प ज र होता ह दसर बात यह क अब साधारण तौर पर यह माना जान लगा क समाज म औ यो गक उ पादन क इकाई प रवार नह बि क यि त वशष था और उसक सामािजक सर ा और सखा-पढ़ क िज मदार कवल प रवार पर ह नह छोड़ी जा सकती थी समाज को भी आग बढ़कर कछ उपाय करना ज र था

धीर-धीर अ य उ योग को भी फ कानन क तहत लाया गया 1842 म लाड एशल क कानन को कोयला खदान पर लाग कया गया और म हला मजदर को भी सर ा द जान लगी 1878 म इस कानन न सार फि य और वकशाप को अपन दायर म ल लया इस बीच दसर दश म भी फ कानन क या जार थी 1841 म ास म बाल-मजदर कानन लाग कया गया ए शया म भी 1870 तक कई कानन जार कए गए पर उ ह कभी गभीरता स लाग नह कया गया

1848 म सार यरोप म सोश ल ट व ोह ह ए और उ ह काफ आसानी स कचल दया गया इन व ोह म मजदर न बढ़ कर ह सा लया था कचल जान क बाद इन व ोह क बह त सार नता मजदर नता बन गए और फ मा लक स मजदर क भलाई क लए माग करन लग इस समय क बाद स फ मजदर क सगठन बनना श हो गए और कमशाला क हालात म सधार क लए य सगठन अपन अपन उ योग और सरकार पर जोर हालन लग ऐसा इ ह न कस तरह कया तम अ य इकाइय म पढ़ोग

97 साराश इस इकाई म तमन जाना क फ स टम अठारहवी सद म श हआ इसन

औ यो गक उ पादन म एक नए कम व यास को ज म दया फि या चलान क लए एक नए क म क अनशासन क ज रत थी जो क पहल कभी ससार म दखन को नह मला था लगातार अनशासन था पत रखन क लए फ क मय क उपर एक नए मनजमट तबक का

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ज म हआ फोरमन और सपरवाईजर य लोग लबर अ र टो स (Labour aristocrates) कहलाए इनक रहत उ योग म उ योग क मल कयत और उसक मनजमट म भद कया जान लगा मजदर क शहर म रहन स कई बराइया पनपी उ ह दर करन क लए उ नीसवी सद क म य तक अ भजा य वग स कछ समाज सधारक उबर कर सामन आए पर मजदर क सगठन अभी ठ क तरह स नह पनप पाए थ व 1848 क यरोपीय व ोह क बाद उबर

98 अ यासाथ न (I) अश पर छोट सवाल

कछ श द म जवाब द िजए (क) या फ स टम और औ यो गक ा त म स कोई एक बगर दसर क पनप

सकता था (ख) फ स टम क मख व श टता या थी (ग) या पन बनान क फ वा तव म एडम ि मथ क वणन क अनसार होती ह (घ) या फ स टम अन तक था (च) अबधनी त फ मा लक को य पसद थी (छ) इस इकाई म िजन फ सधारक का िज ह उसक अलावा दो और सधारक क

नाम बताइय (II) सार इकाई पर सवाल

दो सौ स तीन सौ श द म जवाब द (क) फ स टम इ ल ड म कस तरह पनपा (ख) फ स टम न कस तरह था पत आ थक और सामािजक स थाओ पर हार

कया (ग) फ स टम क कारण समाज म कस तरह क प रवतन आए (घ) फ स टम म सधार लान क य न क ववचना कर

99 ास गक पठनीय थ ईज हो सबाम - ाम इड ट ए पायर प गइन ईज हो सबाम - एज आफ रवो यशन प गइन ईपी टाम सन - म कग आफ द इग लश व कग लास (सभी कताब अ जी म ह बाजार म आसानी स मल जाती ह)

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Page 25: एमassets.vmou.ac.in/MAHI01-2.pdf ·  · 2014-04-056.7 इंगलैड ... अलबट[थेयर(Albert Thaer) ने1798 (Introduction to the knowledge of English Agriculture)

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लाख थी 1830 म डढ़ लाख हो गई थी इ ल ड को छोड़ कर शष यरोप म प रस क त त नया सट पीटसबग नप स वयना मा को ब लन एम टडम डि लन ह बग वारसा मलान रोम म ड पलरन व नस लयो बडाप ट मास लज व बास लोना क नगर क आबाद पचास हजार स लकर तीन लाख तक थी

उ नीसवी सद क उ तराध तथा बीसवी सद म नगर क आबाद बढ़ती गई तथा ाम क जनस या म कमी आई इस अव ध म एक ओर नगर क आबाद बढ़ और दसर तरफ काफ स या म भ मह न कषक कशल कार गर व मक गाव स नगर म आय

नगर क आबाद म व तथा वहा गाव स मन य क लगातार आगमन का प रणाम यह हआ क 1914 म इ ल ड म उसक कल जनस या का 80 तशत ास म 45 तशत स कछ अ धक तथा जमनी म 60 तशत यि त शहर म रहत थ इस समय म स पोल ड व डनमाक म लगभग एक तहाई जनता शहर म रहती थी 1850 क बाद बड़ शहर क आबाद म वशष प स तजी क साथ व ह ई पहल प चीस नगर को बड़ा माना जाता था ल कन 1914 म ऐस पचास नगर थ िजनक आबाद एक लाख स अ धक थी

ाम स नगर क ओर मन य क पलायन क लय न ना कत प रि थ तय िज मवार थी

1 कषक दास क मि त म य यग म जमीदार न क ष म होन वाल घाट स बचन क लय यह उ चत समझा क व कषक को हल बल आ द साधन द कर तथा उनस फसल क एक नि चत भाग लकर भ म का त क लय द द इस प त स एक ओर तो जमीदार सभा वत नकसान स बच गय तथा दसर ओर कसान जमीदार क त अ य दा य व स म त हो गय फल व प इ ल ड म धीर-धीर कषक म त हो गय सोलहवी सद तक वहा पर कषक दास (Serfdom) क था लगभग समा त हो गई अब ाम स अनक कसान शहर क ओर चल गय

2 खत क बाड़ बद इ ल ड म तथा कछ समय बाद ास व जमनी क कछ भाग म छोट-छोट खत को मला कर बड़ खत (farms) बनाय गय इसस अनक गर ब कसान भ मह न हो गय तथा रोजगार क तलाश म नगर म आय

3 अ तरा य यापार का वकास वाल बक व टलर क अनसार प हवी सद म इ ल ड एक मह वह न यापा रक रा था ल कन सोलहवी सद म इगल ड का यापार बढ़न लगा इसी समय म पि चमी यरोप क कछ दश का यापार भी बढ़ा अ तरा य यापार क क आ त रक भाग क नगर थ जहा बाहर जान वाला माल इक ा कया जाता था ल कन इनस भी अ धक हलचल उन ब दरगाह पर होती थी जहा स जहाज बाहर जात थ अतएव ऐस थान पर रोजगार क लय गाव स काफ मन य आकर बस

4 औ यो गक वकास इगल ड म औ यौ गक ा त क समय कारखान को बड़ी मा ा म मजदर क आव यकता ह ई गाव स भ मह न कषक कार गर मक व बकार यि त शहर क कारखान म काम करन आय

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86 नय नगर का व प ाचीन नगर क चार द वार क बाहर भी मन य मकान बना कर रहन लग धीर-धीर

अनक नगर म सर ा क य ाचीर तोड़ द गई औ यो गक वकास क ग त म तजी क फल व प िजन नगर क आबाद बढ़ रह थी

व नगर आस पास क दहात तक फल गय यहा तक क ऐस दहाती नगर क समह बन गय ऐस थान म नगर तथा ाम क म य का अ तर लगभग समा त हो गया इस कार का प रवतन इगल ड तथा जमनी औ यो गक दश म प ट प स दखा जा सकता

था कछ थान पर गाव न नगर का प धारण कर लया य क इन थान पर यापार

अथवा उ योग क क खल गय थ इगल ड म इस कार क या का भाव सबस अ धक हआ

इगल ड म राजधानी क अ त र त अ य थान पर भी नगर का वकास हआ ल कन यरोप म रा य क राजधा नय क आबाद ह वशष प स बढ़

87 प रणाम 1 म यम वग का उदय नगर करण क व तार क यग का सबस मह वपण प रणाम

इन नगर म म यम वग का उदय था लगर न लखा ह क नाग रक जीवन स नवो दत म यम वग का सबस घ न ठ स ब ध था यह कहना क ठन ह क इस बज य (Burgeoise) वग म कस कार क यि त सि म लत थ कवल यह कहा जा सकता ह क आम तौर पर म यम वग क सद य गर क ष काय तथा कशल कार गर क काय क अ त र त अ य काय स ा त आमदनी स अपनी जी वका चलात थ उनक पास न तो क ष क लय काफ भ म होती थी और न ह व मक बन कर कमा सकत थ

मा यम वग को भी उ च व न न णी म वभािजत कया जा सकता ह उ च वग म बड़ यापार उ योगप त बकर धनी नवषक और अ छ आय वाल यवसाय म काम करन वाल यि त थ न न म यम वग क सद य उ च वग तथा म यम वग क उ च णी क यि तय क आव यकताओ को पर करत थ इनम दकानदार कशल कार गर बक सरकार द तर औ यो गक व यापा रक त ठान म काम करत थ वक ल कलाकार व ब जी वय को भी इसम सि म लत कया जा सकता ह

इस म यम वग न यरोप क यक दश क राजनी त म मह वपण भ मका अदा क य य प उ च म यम वग क सद य सतोष पण जीवन यतीत करत थ ल कन न न म यम वग को आ थक क ठनाइय का सामना करना पड़ता था

2 मक का दखमय जीवन यरोप क नगर क औ यो गक त ठान तथा क ष फाम म एक बड़ी स या म मक को नौकर द गई फ ट रय म काम करन वाल मजदर क दशा अ य त शोचनीय थी उनक रहन क उ चत यव था नह क गई थी व तग ग लय और बना हवादार मकान म रहत थ इसस उनक तथा उनक प रवार क सद य पर बरा असर पड़ता था शहर म काम करन वाल अ य अकशल मक क दशा भी खराब थी

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3 नगर का बतरतीब वकास लगभग यरोप क सभी नगर का वकास बना कसी योजना क हआ पहल स ह नगर म तग ग लया व कम चौड़ी सड़क थी अब य बढ़ती ह ई आबाद क लए क ठनईय पदा करन लगी शहर क चारद वार क बाहर भी मकान का नमाण बतरतीब ढग स हआ थानीय स थाए उन पर कोई नय ण नह रख सक

4 वा य पर बरा असर यह पहल बताया जा चका ह क म यकाल क आर भ क नगर म पानी क नकास क सम चत यव था नह थी तथा शहर म गदगी रहती थी इसस नाग रक क वा य पर बरा असर पड़ता था परान नगर क वकास तथा नय नगर क थापना क समय इस सम या पर यान नह दया गया समय क साथ साथ यह सम या

ग भीर होती चल गई अनक ग द बि तया (Slums) बनी फल व प मन य व भ न बीमा रय स त होन लग

5 अपराध क स या म व शहर बरोजगार क स या धीर धीर बढ़ती गई इसन शहर म रहन वाल मन य म अपराध क व त को ज म दया अथवा उसको उकसाया

6 मान सक तनाव ाम क अप ा शहर का जीवन अ धक तनाव पण होता ह एक नाग रक अपनी ज रत को पर करन म वय को असमथ पाता ह और मान सक तनाव का शकार हो जाता ह

ल कन शहर क उ थान व वकास क अनक लाभ भी थ 1 ब जीवी वग का वकास ाम क अप ा शहर म रहन वाल ब जी वय क

स या अ धक थी य ब जीवी आपस म मलत भी रहत थ फल व प नगर म सा ह य व कला का वकास हआ

2 व ा नक ग त यरोप क नगर म व ा नक अनसधान क क खोल गय इसम अनसधान क स वधाए उपल ध कराई गई इसस व ा नक म ग त ह ई

3 सामािजक आ थक व राजनी तक प रवतन क क यरोप क सभी नगर सामािजक राजन तक व आ थक ा त क क बन गय वहा पर इन म काफ हलचल होती रहती थी तथा व मल कर कसी भी अ याय का वरोध करन क लय शी सग ठत हो जात थ

शहर और ाम क स यता म अ तर अभी तक व यमान ह गाव क नवासी शा तपण जीवन यतीत करत ह ल कन शहर क नवा सय का जीवन बा य आडबर व तड़क भड़क स प रपण होता ह अतएव शहर म रहन वाला सदव कसी न कसी कार क तनाव स त रहता ह शहर क कोलाहल पण जीवन म उस शा त नह मलती ल कन वह इस जीवन का अ य त हो जाता ह

88 साराश इस इकाई म आपन यरोप क ाचीन काल क नगर क ि थ त का अ ययन कया

तथा यापा रक सगठन व क यन वारा साम त स अ धकार प (ब तजमत) ा त करन क बार म जानकार ा त क उस समय क नगर क आबाद व बनावट क स ब ध म यह मालम हआ क व बतरतीब बन थ तथा उनक आबाद पाच हजार स एक लाख तक थी

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यरोप क कल जनस या म स अ धकाश ाम म ह रहती थी ल कन 1300 स 1600 ई0 क म य शहर क आबाद बढ़ इसका म य कारण सभी थान पर जनस या म व थी इसक साथ यह भी जाना क इसक या कारण थ ाम स नगर क ओर काफ स या म यि तय क पलायन स नगर क जनस या बढ़ 1851 क बाद व भ न नगर क आबाद क आकड़ स ात होता ह क उस समय एक लाख स अ धक आबाद वाल शहर क स या 25 थी नय नगर क व प क अ ययन स ात हआ क इ ल ड व शष यरोप क नगर क ि थ त व वकास म अ तर था नाग रक जीवन क लाभ और हा नय क बार म अ ययन करन स यह मालम होता ह क ामवा सय क अप ा शहर जीवन अ धक तनावपण होता ह

89 बोध न 1 ाम स नगर क ओर पलायन क या कारण थ 2 यरोप क नगर म मन य को कन क ठनाइय का सामना करना पड़ा 3 यरोप क जनस या म व क कारण का व लषण द िजए चौदहवी सद स

यरोप क दश म इसन नगर करण को कस कार स भा वत कया

810 सदभ थ 1 Chapter by RR Enfield in the book lsquoEuropean Civilization ndash Its

origin and Developmentrsquo Volume V under the direction of Edward Eyre Oxford University Press London 1937

2 Chapter by RM Hartwell in the book lsquo The Cambridge Modern History Volume IX (1793-1830) edited by CW Cramley Cambridge University Press London 1965

3 Brison D Gooch Europe in the Nineteenth Century the Macmillan Company London 1970

4 David Ogg Europe in the Seventeenth Century Hindi edition Jaipur 1967

5 Carlton JH Hayes Modern Europe to 1870 The Macmillan Company New York Sixth Print 1960

6 Langer Eadie Geanakoplos Hexter Pipes Western Civilization Volume II Harper and Row New York Second Edition 1975

7 Wallbank and Taylor Civilization ndash Past and Present Volume II Third Edition 1975

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इकाई-9 कारखाना और मजीवी वग

इकाई क परखा 90 उ य 91 फ टर स टम

911 फ टर या ह 912 फ टर स टम कस श हआ 913 एक का प नक फ का काय व यास

92 फ स टम एवम औ यो गक ा त 93 फ स टम का सामािजक असर 94 बराइया 95 बराइय को दर करन क यास एवम समाधान

951 ससद य यास 952 समाज सधार और अबधनी त 953 सधारक य न जार रह 954 सडलर क य न 955 एशल का कानन

96 समाज और सामािजक प रवतन 97 साराश 98 अ यासाथ न

981 अश पर छोट सवाल 982 सार इकाई पर सवाल

99 ास गक पठनीय थ

90 उ य लगभग 1750 स लकर 1850 तक क काल को पि चम यरोप म औ यो गक ा त

का काल माना जाता ह अ य इकाइय म तमन औ यो गक ा त क बार म व तार स पढ़ा होगा अ य बात क अलावा औ यो गक ा त का सबध उ पादन क लए एक नए सामािजक व यास को नाम दया गया ldquoफ स टमrdquo फ स टम म काम करन क लए समाज म एक नए मजीवी वग का ज म हआ इस इकाई म हम फ स टम और इसम काम करन वाल मजीवी वग क बार म जानग

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91 फ स टम 911 फ या ह

औ यो गक ा त स श आत क भी पहल क बात ह कसी तजारत करन वाल कपनी क नमाइद को ldquoफ टरrdquo बलाया जाता था उसक द तर को फ rdquo फ स कपनी खर द-फरो त करती मसलन हम अ जी ई ट इि डया कपनी को ल जब कपनी स हवी सद म भारत आई तो उसन गजरात तट पर सरत बदरगाह म अपनी पहल मख फ था पत क इस फ म कपनी अपना यापार का सामान रखती और ह द ता नय क

साथ खर द-फरो त करती याल रखन वाल बात यह ह क ई ट इि डया कपनी एक तजारती कपनी थी और उसका उ पादन स चाह वह औ यो गक हो या फर गर औ यो गक कोई सीधा सरोकार न था

जस-जस अठारहवी सद म औ यो गक ा त का व तार हआ वस-वस फ श द का च लत अथ भी बदलता गया अब फ का अथ उस थान स हआ जहा क मशीन क वारा कार गर काफ मा ा म चीज को बनात यह अथ आज तक साधारण बोलचाल क

भाषा म च लत ह सो िजस कारखान म हवाई जहाज बनता ह वह भी फ कहलाता ह और िजसम कपड़ बनत ह वह भी हाला क ldquoफ rdquo कवल चीज बनान वाल कारखान को कहा जाता था फ जसी उ पादन यव था और कम व यास उ योग म भी य त होती थी जस क कोयला खदान

इस इकाई म हम म यतः औ यो गक ा त क पहल चरण पर गौर करग इस चरण (1750-1850) म फ ट रया यादातर सत कातन क कपड़ा बनन क और लोह का काम करन वाल होती थी

912 फ स टम कस श हआ

पजीवाद यव था क श आत क दन म पि चमी यरोप म उ पादन म यतः प टग आउटrdquo स टम पर नभर करता था इस यव था म पजी का मा लक यापार कार गर को क चा माल खर द कर दता कार गर अपन-अपन घर पर अपनी ह मशीन स चीज बनात िज ह क यापार इक ा कर क बाजार म बचता इस यव था म फायदा यह था क यापार दर-दर तक फल कार गर स काम करवा सकता था और उस अपन कार गर क रहन खान क यव था भी नह करनी पड़ती

पर इस यव था म नकसान कई थ एक तो यापार को अपन कार गर तक पह चन म और उनस बना हआ माल लन म काफ समय बबाद करना पड़ता दसर काम क वा लट बरकरार रखना मि कल था तीसर कार गर स समय पर काम करवान म द कत

होती थी इन मि कल स पार पान का एक तर का था वह यह क सार कार गर को एक ह

कारखान म इक ा कर लया जाए पर ऐसा करन पर यापार को कारखान क इमारत बनान

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म पसा लगाना पड़ता मशीन खर दनी पड़ती और फोरमन और सपरवाइजर को नौकर पर लगाना पड़ता अथात यापार का उपरला खच काफ बढ़ जाता

पर जब 1700 ई0 म वीडन क यापार टोफर पोलहम न 100 कार गर वाल एक बतन-भाड क फ टर था पत क तो उसन पाया क उ पादन पर कल खच इतना कम हो जा रहा था क उपरला खच बढ़न क बावजद वह अ छा खासा मनाफा कमा लता

913 एक का प नक फ टर का काय व यास

एडम ि मथ अपनी कताब द व थ ऑफ नश स (1776) म एक साधारण पन बनान वाल फ टर का वणन करता ह जब पन घरल उ योग म बनाए जात थ तो एक या दो यि त ह पन बनान म लगत थ पर फ टर म पन बनान क या को कई ह स म बाट दया गया एक आदमी तार खीचता दसरा उस सीधा करता तीसरा काटता चौथा उसक एक सर को नक ला करता पाचवा उसक दसर सर को घसता वगरह इस तरह तार खीचन स लकर बन ह ए पन को कागज क प ड़या म पक करन तक एडम ि मथ न कोई 32 चरण गन इनम स कसी भी चरण पर ह नरमद कार गर क ज रत नह थी एक ब चा भी इनम स कसी एक चरण को बखबी परा कर सकता था यह फ स टम क मख व श टता थी

फ टर म उ पादन क या को बह त ह सरल छोट-छोट ह स म बाट दया गया हर चरण को एक साधारण अकशल मक भी आसानी स परा कर सकता था या न क अब कारखान क उ पादन- मता कसी यि त वशष क द ता पर नभर नह करती थी बि क सार कारखान क आगनाइजशन पर िजस क एक मनजर आसानी स क ोल कर सकता था फर च क द कार गर क ज रत नह थी तो फ ट रय म ि य और ब च को आसानी स मक क तौर पर इ तमाल कया जा सकता था और हाला क ि या और ब च एक प ष िजतना ह उ पादन करत उनक तन वाह आद मय क तलना म कह कम रहती इस सब स फ टर क मा लक को काफ मनाफा होता

92 फ स टम एवम औ यो गक ा त इ तहासकार हो सबाम का कहना ह क वस तो स हवी सद स ह उ पादन या म

अनक कार क या क सधार होन श हो गए थ पर सफ या क सधार ह औ यो गक ा त नह ला सक औ यो गक ा त क लए ज र था क उ पादन इतना यादा और इतना

स ता हो क बाजार म आप स आप इस उ पाद क लए माग बढ़ ऐसा तब ह हो सका जब या क सधार क साथ उ पादन क लए एक नए कम व यास का इ तमाल कया गया जब उ पादन क या स सब धत डवीजन आफ लबर को (काम क बटवार) को काफ ज टल बना दया गया उ पादन क या को कई छोट-छोट टकड़ म बाट दया गया और एक मजदर क िज म कवल एक ह ह सा रखा यह फ स टम क मख व श टता थी

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93 फ टर स टम का सामािजक असर मनाफा बढ़ान क लए यह ज र था क फ म लगी मशीन का यादा स यादा

उपयोग कया जा सक फ मा लक क च टा यह रहती थी क अपन कार गर स तब तक लगातार काम करवात रह जब तक क मशीन ह जवाब न द जाए इसका मतलब यह था क कामगार को काम करन क तर क का एक नया अनशासन सीखना पड़ा

इ तहासकार ईपी हामपसन का मानना ह क िजस लय स मशीन चलती ह उसी लय स मक को चलना सीखना पड़ा समय क पाबद सीखनी पड़ी क एक नि चत समय पर काम पर आए और एक नि चत समय पर काम स हट एक ह थान पर खड़ होकर लगातार एक ह या क काम को लगातार करत रहन क आदत डालनी पड़ी य द कसी क िज म पन का तार घसना था तो वह लगातार दनभर कवल तार ह घस सकता था िजस यि त को तार सीधा करन का काम दया गया दनभर एक ह थान पर खड़ रहकर कवल तार ह सीधा करता रहता

जस-जस समय बीतता गया इस पर स टम क दगण भी सामन आत गए सबस पहल जो बात सामन आई वह यह ह क फ म लगातार एक ह जगह पर कठपतल क तरह काम करत रहना काफ उबाऊ था मक थोड़ ह समय म इस तरह क काम स जी चरान लगत जब फ का मा लक उनस जबरद ती काम करवाता तो जा हरा तौर पर काम करन वाल को यह बात अखरती और उ ह ख दल स काम पर लग रहना पड़ता

जहा तक काम करन क प रि थ तय का सवाल ह कछ बात साफ ह एक तो यह क यह कहना मि कल ह क फ म काम करन वाल क प रि थ त दसर मक क प रि थ त स बहतर थी या बदतर ऐसा इस लए क इ तहासकार क पास औ यो गक ा त स पहल क काल क मक क बार म यादा जानकार नह ह हा यह ज र पता ह क तरहवी सद स ह उ तर यरोप म पगार पान वाल मजदर हआ करत थ और उनक हालत अ य मजदर क हालत स खराब नह थी वस भी स हवी-अठारहवी सद म कम स कम इ ल ड म प टग आउट स टम क तहत काम करन वाल बह त सार मजदर पगार क एवज म ह काम कया करत थ कहन का मतलब यह ह क फ मजदर का तन वाह मजदर होना समाज क लए कोई नह बात नह थी

94 बराइया जो नई बात थी वह यह क जब फ या बनी तो एक साथ बह त सार मजदर शहर

म इक ा ह ए इस जमाव म उनक ददशा भी समाज क सामन कह यादा खर प स उजागर ह ई

उ योग म ब च और औरत को सोलह घ ट या उसस भी यादा काम करवाया जाता थकान क कारण य द कोई काम नह कर पाता तो उस ब ट स पीटा जाता था तन वाह काट ल जाती तन वाह वस भी काफ कम मलती थी एक ह त क लए कसी ह नरमद कार गर को 1795 म कोई 25 श लग और साधारण मजदर को सफ 12 श लग मला

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करत थ म हलाओ को प ष स आधी और ब च को एक चौथाई तन वाह ह मलती हाला क व प ष िजतना ह काम करत

कोयल क खदान म तो ि थ त और भी यादा खराब थी यहा चार स पाच साल क ब च को खदान क सरग क अदर बारह स सोलह घट काम करवाया जाता इनक औसत पगार दो स तीन श लग त स ताह थी

फ स टम क आन स मजदर क गर बी भी बह त यादा उजागर होन लगी वस तो औ यो गक ा त क श क साल म ह यह साफ हो गया था क समाज म नर ह गर ब क स या बढ़ रह ह पर इस ि थ त स बचन क लए कछ खास नह कया गया पीनहमल ड नामक क ब म गर ब क मदद क लए एक स टम ज र श कया गया िजस पीनहमल ड स टम क नाम स जाना जाता था कछ दसर क ब न भी इस स टम को

अपनाया पर बढ़ती ह ई औ यो गक गर बी क सामन यह स टम प त हो गया शहर म ि थ त कछ ऐसी थी क मजदर क हालत बद स बदतर होती चल गई

शहर बगर कसी योजना क बतहाशा बढ़त चल गए उनक नगरपा लकाए इस नई आबाद क दखभाल करन म असमथ रह शहर म गद द र बि तया पनपन लगी िज ह अ जी म लम कहत ह जहा अब तक शहर म अनक तबक क लोग आपस म मल कर रहत थ

वहा धीर-धीर मजदर बि तया शहर क बाक आबाद स हट कर रहन लगी इन बि तय म न तो सडक ठ क होती न ह ना लया न ह कड़ा नकालन क कोई यव था न ह पय जल का इतजाम और न ह ठ क स बन ह ए मकान इ तहासकार हो सबाम का कहना ह क यरोप क शहर म इस क म क बि तया यादातर शहर क पव ह स म बसी सो शहर म एक नया भद श हो गया ई ट ए ड नवासी (गर ब) और व ट ए ड नवासी (अ भजा य) का

रह-रहकर औ यो गक शहर म महामा रया भी बढ़न लगी लासग म पहल बार 1818 ई0 म हाइफस जवर का कोप फला यरोप क सार औ यो गक शहर म 1831 ई0 और 1832 ई0 म टाइफाइड़ क महामार छाई रह इन शहर म कालरा मयाद बखार और तप दक का भी बोलबाला रहा य सार बीमा रया यादातर मजदर बि तय म ह रह मानो यह सा बत कर रह ह क जहा द र ता और गदगी ह वहा बीमा रया भी रहगी इस सबन मजदर बि तय क नवा सय का हौसला तोड़ दया सामािजक हौसलाप ती क कई ल ण सामन आन लग शराब का ज रत स यादा इ तमाल होन लगा बाल ह या व याव त आ मह या और मान सक व ता क घटनाए बढ़न लगी मजदर क दग त इस बात स और भी यादा उजागर ह ई क औ यो गक ा त क कारण समाज क बाक सार वग क स प नता बढ़ रह थी

95 बराइय को दर करन क यास एवम समाधान फ टर स टम क इन बराइय को ज द स ज द दर करना बड़ा ज र था य क

एक तो साधारण मानवीयता का तकाजा था क मजदर क काम करन क हालात म सधार आए इसस भी यादा बड़ा कारण यह था क फि य म अ धकाश उ पाद फ म काम करन वाल मजदर ह खर दत थ इस लए अगर मजदर क माल हालत एक सीमा स नीच जाती

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तो नकसान पजीप तय को ह होता और अगर मजदर बि तय क समाज यव था को ठ प होन दया जाता तो डर था क कह दश म व ोह न भड़क उठ व ोह न भी होता तो यह तो साफ था क म यवग क जवान इन बि तय म फल रह शराबखोर व याव त और अ य कार क अन तकता क च कर म पड़ रह थ य द म यवग को अन तकता स बचाना था तो

ज र था क मजदर वग स अन तकता को दर कया जाए

951 ससद य यास

आजकल यह माना जाता ह क य द फ मा लक अपन मजदर क भल कार दखभाल कर तो उ ह ह यादा मनाफा होता ह पर उ नीसवी सद म यह बात अ धकाश पजीप तय क समझ म नह आ रह थी इस लए हम पात ह क फ टर म मजदर क ि थ त सधारन वाल अ धकाश उपाय कवल कछ फ टर मा लक क पहल पर रा य यव था वारा व भ न दश क ससद वारा कए गए सबस यादा सधार का काम इगल ड म

हआ ऐस उपाय म स पहला था इगल ड म राबट पील वारा ससद म पास कया गया

ह थ ए ड मारटज ए ट (1802) यह ए ट कवल बड़ी फ ट रय पर लाग होता था और कवल एपरि टस पर इस ए ट म यह कहा गया क नौ साल स कम उ क ब च बतौर एपरि टस नह लगाए जा सकत फ मा लक पर इन ब च स बारह घ ट स यादा या फर रात म काम करवान पर रोक लगा द गई

1802 क ए ट म कई खा मया थी एक तो यह कवल बड़ी फ य पर लाग होता था और वहा भी कवल उन फि य पर जो क एपर टस को इ तमाल करती थी बह नर बाल मजदर को इस ए ट स कोई सर ा नह मलती थी सबस म य बात तो यह थी क इस ए ट म नर ण करन का कोई ावधान न था नतीजतन यह ए ट महज कागजी कानन बन कर रह गया

फर 1816 म पील क चयरमनी म एक ससद य कमट का गठन कया गया इस कमट क सलाह पर 1819 का फ नय ण कानन पास कया गया इस कानन म पछल कानन क ावधान को दोहराया गया और कहा गया क सार बाल मजदर को इस कानन क सर ा द जाएगी साथ ह यह नधा रत कया गया क सोलह साल स कम उ क मजदर को बारह घ ट क दन म डढ़ घ ट क खान क छ ी द जायगी च क यह ए ट सार कामकाजी ब च पर लाग होता था इस लए लोग न इसका डट कर वरोध कया वरो धय म एक बड़ा तबका उन मा-बाप का था जो अपन ब च स काम करवात थ

952 समाज सधार और अबधनी त

तमन अबधनी त क बार म पढ़ा होगा यह नी त अठारहवी सद क अ तम दशक म काफ फल चक थी अथशा ी एडम ि मथ िजसका हम पहल िज कर चक ह इसका एक बड़ा समथक था इस नी त क मतावल बय का मानना था क समाज क अथ यव था तब ह

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सफल हो सकती ह जब क सरकार अथ यव था को अपन आप पर छोड द उसम अपनी टाग न अड़ाए

जब उ नीसवी सद म ससद य य न मजदर क सधार क लए होन लग तो सधार-वरोधी उ योगप तय न अबधनी त क दहाई दत ह ए यह गहार लगाई क अगर रा य फ स टम को सधारन व नय त करन क को शश करगा तो सार अथ यव था ह ठ प हो जाएगी दरअसल बड़-बड़ दाश नक वचार क आड़ म य वरोधी कवल इतना कह रह थ क उ ह मजदर -ब च म हलाओ और प ष का खन चसन स नह रोका जाना चा हए भल ह ऐसा करत ह ए व समाज क इतनी दग त य न कर द िजसस क समाज का साधारण चाल-चलन ह ठ प हो जाए ऐस वरो धय को उनक खद क बवकफ स बचाना ज र था

953 सधारक य न जार रह

1820 क दशक म पावर लम और भाप क इजन म काफ यादा या क सधार आए इसका नतीजा यह हआ क इस दशक म धीर-धीर फ स टम सार कपड़ा उ योग और ख नज उ पादन पर छा गया फि या भी कवल कछ शहर इलाक म कि त होन लगी लकाशायर का कपड़ा उ योग इसका अ छा उदाहरण ह यहा कोई 25 वग मील क म इतनी यादा कपड़ा मल थी क इ ल ड का 80 तशत स यादा कपड़ा बनाया जाता था िजतना फ ट रय का जमाव बढ़ा उतना ह उनक दगण कट ह ए इसम सधार लान क ससद य यास भी उतन ह जोर स कए जान लग

954 सड़लर क यास

माइकल सड़लर न 1831 म टन-आवर बल इ ल ड क ससद म पश कया इस बल म यह ावधान था क कसी भी मजदर स दस घट (टन-आवर) स यादा काम नह लया जा सकगा यह बल ससद म पास नह हो सका

पर इन दन इ ल ड म व ट इ डीज क दास था को लकर काफ गहमा-गहमी चल रह थी इसक रहत अखबार और प काओ म फ टर मजदर क तलना व ट-इ डीज क नी ो दास स क जान लगी धीर-धीर यह मत फलन लगा क मजदर क ि थ त म सधार क लए कछ ठोस कदम उठाए जान चा हए इसक फल व प जब 1833 म लाड एशल न ससद म अपना ताव रखा तो वह कछ ससद य छ ना-झपट क बाद पा रत हो गया

955 एशल का कानन

लाड एशल क कानन (1833) को सार कपड़ा बनन क फि य पर लाग कया गया इसक अनसार नौ साल स कम उ क ब च को फ म काम करवान पर पाबद लगा द गई तरह साल स कम उ क मजदर स दन म नौ घ ट और स ताह म 40 घ ट स यादा काम करवाना तब धत कया गया उ ह रोज डढ़ घ ट क खान क छ ी दना ज र

रखा गया यह कहा गया क अठारह साल स कम उ क मजदर स दन म 12 घट और स ताह म 69 घट स यादा काम नह करवाया जा सकता ldquoरातrdquo क काम को ठ क तरह स

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प रभा षत कया गया साढ़ आठ बज शाम स लकर साढ़ पाच बज सबह तक क समय को ldquoरातrdquo करार दया गया और इस पार म कवल अ ारह साल स यादा उ क मजदर क योग क अनम त द गई फ म काम करन वाल हर ब च का रोज दो घट कल जाना नि चत कया गया नर क क एक बड़ी टोल नय त क गई जो फ मा लक पर नगरानी रख सक और जो मा लक कानन क अवहलना करत ह ए पकड़ जाए उन क सर बड़ी सजा का ावधान रखा गया

इस कानन म दो म य खा मया थी एक तो यह कवल कपड़ा उ योग पर ह लाग कया गया जब क अ य उ योग म भी मजदर क हालत काफ खराब थी दसर यह कवल ब च को अपन दायर म लता था जब क ि य और प ष को भी काननी सर ा क आव यकता थी

96 समाज और सामािजक प रवतन बहरहाल इस कानन स कछ बात साफ जा हर होती थी सबस पहल बात तो यह क

हाला क समाज म अब भी अबधनी त का बोलबाला था अब सरकार क समझ म यह आन लगा क समाज क कछ अश ऐस होत ह जहा क सधार लान क लए सरकार ह त प ज र होता ह दसर बात यह क अब साधारण तौर पर यह माना जान लगा क समाज म औ यो गक उ पादन क इकाई प रवार नह बि क यि त वशष था और उसक सामािजक सर ा और सखा-पढ़ क िज मदार कवल प रवार पर ह नह छोड़ी जा सकती थी समाज को भी आग बढ़कर कछ उपाय करना ज र था

धीर-धीर अ य उ योग को भी फ कानन क तहत लाया गया 1842 म लाड एशल क कानन को कोयला खदान पर लाग कया गया और म हला मजदर को भी सर ा द जान लगी 1878 म इस कानन न सार फि य और वकशाप को अपन दायर म ल लया इस बीच दसर दश म भी फ कानन क या जार थी 1841 म ास म बाल-मजदर कानन लाग कया गया ए शया म भी 1870 तक कई कानन जार कए गए पर उ ह कभी गभीरता स लाग नह कया गया

1848 म सार यरोप म सोश ल ट व ोह ह ए और उ ह काफ आसानी स कचल दया गया इन व ोह म मजदर न बढ़ कर ह सा लया था कचल जान क बाद इन व ोह क बह त सार नता मजदर नता बन गए और फ मा लक स मजदर क भलाई क लए माग करन लग इस समय क बाद स फ मजदर क सगठन बनना श हो गए और कमशाला क हालात म सधार क लए य सगठन अपन अपन उ योग और सरकार पर जोर हालन लग ऐसा इ ह न कस तरह कया तम अ य इकाइय म पढ़ोग

97 साराश इस इकाई म तमन जाना क फ स टम अठारहवी सद म श हआ इसन

औ यो गक उ पादन म एक नए कम व यास को ज म दया फि या चलान क लए एक नए क म क अनशासन क ज रत थी जो क पहल कभी ससार म दखन को नह मला था लगातार अनशासन था पत रखन क लए फ क मय क उपर एक नए मनजमट तबक का

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ज म हआ फोरमन और सपरवाईजर य लोग लबर अ र टो स (Labour aristocrates) कहलाए इनक रहत उ योग म उ योग क मल कयत और उसक मनजमट म भद कया जान लगा मजदर क शहर म रहन स कई बराइया पनपी उ ह दर करन क लए उ नीसवी सद क म य तक अ भजा य वग स कछ समाज सधारक उबर कर सामन आए पर मजदर क सगठन अभी ठ क तरह स नह पनप पाए थ व 1848 क यरोपीय व ोह क बाद उबर

98 अ यासाथ न (I) अश पर छोट सवाल

कछ श द म जवाब द िजए (क) या फ स टम और औ यो गक ा त म स कोई एक बगर दसर क पनप

सकता था (ख) फ स टम क मख व श टता या थी (ग) या पन बनान क फ वा तव म एडम ि मथ क वणन क अनसार होती ह (घ) या फ स टम अन तक था (च) अबधनी त फ मा लक को य पसद थी (छ) इस इकाई म िजन फ सधारक का िज ह उसक अलावा दो और सधारक क

नाम बताइय (II) सार इकाई पर सवाल

दो सौ स तीन सौ श द म जवाब द (क) फ स टम इ ल ड म कस तरह पनपा (ख) फ स टम न कस तरह था पत आ थक और सामािजक स थाओ पर हार

कया (ग) फ स टम क कारण समाज म कस तरह क प रवतन आए (घ) फ स टम म सधार लान क य न क ववचना कर

99 ास गक पठनीय थ ईज हो सबाम - ाम इड ट ए पायर प गइन ईज हो सबाम - एज आफ रवो यशन प गइन ईपी टाम सन - म कग आफ द इग लश व कग लास (सभी कताब अ जी म ह बाजार म आसानी स मल जाती ह)

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Page 26: एमassets.vmou.ac.in/MAHI01-2.pdf ·  · 2014-04-056.7 इंगलैड ... अलबट[थेयर(Albert Thaer) ने1798 (Introduction to the knowledge of English Agriculture)

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86 नय नगर का व प ाचीन नगर क चार द वार क बाहर भी मन य मकान बना कर रहन लग धीर-धीर

अनक नगर म सर ा क य ाचीर तोड़ द गई औ यो गक वकास क ग त म तजी क फल व प िजन नगर क आबाद बढ़ रह थी

व नगर आस पास क दहात तक फल गय यहा तक क ऐस दहाती नगर क समह बन गय ऐस थान म नगर तथा ाम क म य का अ तर लगभग समा त हो गया इस कार का प रवतन इगल ड तथा जमनी औ यो गक दश म प ट प स दखा जा सकता

था कछ थान पर गाव न नगर का प धारण कर लया य क इन थान पर यापार

अथवा उ योग क क खल गय थ इगल ड म इस कार क या का भाव सबस अ धक हआ

इगल ड म राजधानी क अ त र त अ य थान पर भी नगर का वकास हआ ल कन यरोप म रा य क राजधा नय क आबाद ह वशष प स बढ़

87 प रणाम 1 म यम वग का उदय नगर करण क व तार क यग का सबस मह वपण प रणाम

इन नगर म म यम वग का उदय था लगर न लखा ह क नाग रक जीवन स नवो दत म यम वग का सबस घ न ठ स ब ध था यह कहना क ठन ह क इस बज य (Burgeoise) वग म कस कार क यि त सि म लत थ कवल यह कहा जा सकता ह क आम तौर पर म यम वग क सद य गर क ष काय तथा कशल कार गर क काय क अ त र त अ य काय स ा त आमदनी स अपनी जी वका चलात थ उनक पास न तो क ष क लय काफ भ म होती थी और न ह व मक बन कर कमा सकत थ

मा यम वग को भी उ च व न न णी म वभािजत कया जा सकता ह उ च वग म बड़ यापार उ योगप त बकर धनी नवषक और अ छ आय वाल यवसाय म काम करन वाल यि त थ न न म यम वग क सद य उ च वग तथा म यम वग क उ च णी क यि तय क आव यकताओ को पर करत थ इनम दकानदार कशल कार गर बक सरकार द तर औ यो गक व यापा रक त ठान म काम करत थ वक ल कलाकार व ब जी वय को भी इसम सि म लत कया जा सकता ह

इस म यम वग न यरोप क यक दश क राजनी त म मह वपण भ मका अदा क य य प उ च म यम वग क सद य सतोष पण जीवन यतीत करत थ ल कन न न म यम वग को आ थक क ठनाइय का सामना करना पड़ता था

2 मक का दखमय जीवन यरोप क नगर क औ यो गक त ठान तथा क ष फाम म एक बड़ी स या म मक को नौकर द गई फ ट रय म काम करन वाल मजदर क दशा अ य त शोचनीय थी उनक रहन क उ चत यव था नह क गई थी व तग ग लय और बना हवादार मकान म रहत थ इसस उनक तथा उनक प रवार क सद य पर बरा असर पड़ता था शहर म काम करन वाल अ य अकशल मक क दशा भी खराब थी

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3 नगर का बतरतीब वकास लगभग यरोप क सभी नगर का वकास बना कसी योजना क हआ पहल स ह नगर म तग ग लया व कम चौड़ी सड़क थी अब य बढ़ती ह ई आबाद क लए क ठनईय पदा करन लगी शहर क चारद वार क बाहर भी मकान का नमाण बतरतीब ढग स हआ थानीय स थाए उन पर कोई नय ण नह रख सक

4 वा य पर बरा असर यह पहल बताया जा चका ह क म यकाल क आर भ क नगर म पानी क नकास क सम चत यव था नह थी तथा शहर म गदगी रहती थी इसस नाग रक क वा य पर बरा असर पड़ता था परान नगर क वकास तथा नय नगर क थापना क समय इस सम या पर यान नह दया गया समय क साथ साथ यह सम या

ग भीर होती चल गई अनक ग द बि तया (Slums) बनी फल व प मन य व भ न बीमा रय स त होन लग

5 अपराध क स या म व शहर बरोजगार क स या धीर धीर बढ़ती गई इसन शहर म रहन वाल मन य म अपराध क व त को ज म दया अथवा उसको उकसाया

6 मान सक तनाव ाम क अप ा शहर का जीवन अ धक तनाव पण होता ह एक नाग रक अपनी ज रत को पर करन म वय को असमथ पाता ह और मान सक तनाव का शकार हो जाता ह

ल कन शहर क उ थान व वकास क अनक लाभ भी थ 1 ब जीवी वग का वकास ाम क अप ा शहर म रहन वाल ब जी वय क

स या अ धक थी य ब जीवी आपस म मलत भी रहत थ फल व प नगर म सा ह य व कला का वकास हआ

2 व ा नक ग त यरोप क नगर म व ा नक अनसधान क क खोल गय इसम अनसधान क स वधाए उपल ध कराई गई इसस व ा नक म ग त ह ई

3 सामािजक आ थक व राजनी तक प रवतन क क यरोप क सभी नगर सामािजक राजन तक व आ थक ा त क क बन गय वहा पर इन म काफ हलचल होती रहती थी तथा व मल कर कसी भी अ याय का वरोध करन क लय शी सग ठत हो जात थ

शहर और ाम क स यता म अ तर अभी तक व यमान ह गाव क नवासी शा तपण जीवन यतीत करत ह ल कन शहर क नवा सय का जीवन बा य आडबर व तड़क भड़क स प रपण होता ह अतएव शहर म रहन वाला सदव कसी न कसी कार क तनाव स त रहता ह शहर क कोलाहल पण जीवन म उस शा त नह मलती ल कन वह इस जीवन का अ य त हो जाता ह

88 साराश इस इकाई म आपन यरोप क ाचीन काल क नगर क ि थ त का अ ययन कया

तथा यापा रक सगठन व क यन वारा साम त स अ धकार प (ब तजमत) ा त करन क बार म जानकार ा त क उस समय क नगर क आबाद व बनावट क स ब ध म यह मालम हआ क व बतरतीब बन थ तथा उनक आबाद पाच हजार स एक लाख तक थी

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यरोप क कल जनस या म स अ धकाश ाम म ह रहती थी ल कन 1300 स 1600 ई0 क म य शहर क आबाद बढ़ इसका म य कारण सभी थान पर जनस या म व थी इसक साथ यह भी जाना क इसक या कारण थ ाम स नगर क ओर काफ स या म यि तय क पलायन स नगर क जनस या बढ़ 1851 क बाद व भ न नगर क आबाद क आकड़ स ात होता ह क उस समय एक लाख स अ धक आबाद वाल शहर क स या 25 थी नय नगर क व प क अ ययन स ात हआ क इ ल ड व शष यरोप क नगर क ि थ त व वकास म अ तर था नाग रक जीवन क लाभ और हा नय क बार म अ ययन करन स यह मालम होता ह क ामवा सय क अप ा शहर जीवन अ धक तनावपण होता ह

89 बोध न 1 ाम स नगर क ओर पलायन क या कारण थ 2 यरोप क नगर म मन य को कन क ठनाइय का सामना करना पड़ा 3 यरोप क जनस या म व क कारण का व लषण द िजए चौदहवी सद स

यरोप क दश म इसन नगर करण को कस कार स भा वत कया

810 सदभ थ 1 Chapter by RR Enfield in the book lsquoEuropean Civilization ndash Its

origin and Developmentrsquo Volume V under the direction of Edward Eyre Oxford University Press London 1937

2 Chapter by RM Hartwell in the book lsquo The Cambridge Modern History Volume IX (1793-1830) edited by CW Cramley Cambridge University Press London 1965

3 Brison D Gooch Europe in the Nineteenth Century the Macmillan Company London 1970

4 David Ogg Europe in the Seventeenth Century Hindi edition Jaipur 1967

5 Carlton JH Hayes Modern Europe to 1870 The Macmillan Company New York Sixth Print 1960

6 Langer Eadie Geanakoplos Hexter Pipes Western Civilization Volume II Harper and Row New York Second Edition 1975

7 Wallbank and Taylor Civilization ndash Past and Present Volume II Third Edition 1975

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इकाई-9 कारखाना और मजीवी वग

इकाई क परखा 90 उ य 91 फ टर स टम

911 फ टर या ह 912 फ टर स टम कस श हआ 913 एक का प नक फ का काय व यास

92 फ स टम एवम औ यो गक ा त 93 फ स टम का सामािजक असर 94 बराइया 95 बराइय को दर करन क यास एवम समाधान

951 ससद य यास 952 समाज सधार और अबधनी त 953 सधारक य न जार रह 954 सडलर क य न 955 एशल का कानन

96 समाज और सामािजक प रवतन 97 साराश 98 अ यासाथ न

981 अश पर छोट सवाल 982 सार इकाई पर सवाल

99 ास गक पठनीय थ

90 उ य लगभग 1750 स लकर 1850 तक क काल को पि चम यरोप म औ यो गक ा त

का काल माना जाता ह अ य इकाइय म तमन औ यो गक ा त क बार म व तार स पढ़ा होगा अ य बात क अलावा औ यो गक ा त का सबध उ पादन क लए एक नए सामािजक व यास को नाम दया गया ldquoफ स टमrdquo फ स टम म काम करन क लए समाज म एक नए मजीवी वग का ज म हआ इस इकाई म हम फ स टम और इसम काम करन वाल मजीवी वग क बार म जानग

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91 फ स टम 911 फ या ह

औ यो गक ा त स श आत क भी पहल क बात ह कसी तजारत करन वाल कपनी क नमाइद को ldquoफ टरrdquo बलाया जाता था उसक द तर को फ rdquo फ स कपनी खर द-फरो त करती मसलन हम अ जी ई ट इि डया कपनी को ल जब कपनी स हवी सद म भारत आई तो उसन गजरात तट पर सरत बदरगाह म अपनी पहल मख फ था पत क इस फ म कपनी अपना यापार का सामान रखती और ह द ता नय क

साथ खर द-फरो त करती याल रखन वाल बात यह ह क ई ट इि डया कपनी एक तजारती कपनी थी और उसका उ पादन स चाह वह औ यो गक हो या फर गर औ यो गक कोई सीधा सरोकार न था

जस-जस अठारहवी सद म औ यो गक ा त का व तार हआ वस-वस फ श द का च लत अथ भी बदलता गया अब फ का अथ उस थान स हआ जहा क मशीन क वारा कार गर काफ मा ा म चीज को बनात यह अथ आज तक साधारण बोलचाल क

भाषा म च लत ह सो िजस कारखान म हवाई जहाज बनता ह वह भी फ कहलाता ह और िजसम कपड़ बनत ह वह भी हाला क ldquoफ rdquo कवल चीज बनान वाल कारखान को कहा जाता था फ जसी उ पादन यव था और कम व यास उ योग म भी य त होती थी जस क कोयला खदान

इस इकाई म हम म यतः औ यो गक ा त क पहल चरण पर गौर करग इस चरण (1750-1850) म फ ट रया यादातर सत कातन क कपड़ा बनन क और लोह का काम करन वाल होती थी

912 फ स टम कस श हआ

पजीवाद यव था क श आत क दन म पि चमी यरोप म उ पादन म यतः प टग आउटrdquo स टम पर नभर करता था इस यव था म पजी का मा लक यापार कार गर को क चा माल खर द कर दता कार गर अपन-अपन घर पर अपनी ह मशीन स चीज बनात िज ह क यापार इक ा कर क बाजार म बचता इस यव था म फायदा यह था क यापार दर-दर तक फल कार गर स काम करवा सकता था और उस अपन कार गर क रहन खान क यव था भी नह करनी पड़ती

पर इस यव था म नकसान कई थ एक तो यापार को अपन कार गर तक पह चन म और उनस बना हआ माल लन म काफ समय बबाद करना पड़ता दसर काम क वा लट बरकरार रखना मि कल था तीसर कार गर स समय पर काम करवान म द कत

होती थी इन मि कल स पार पान का एक तर का था वह यह क सार कार गर को एक ह

कारखान म इक ा कर लया जाए पर ऐसा करन पर यापार को कारखान क इमारत बनान

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म पसा लगाना पड़ता मशीन खर दनी पड़ती और फोरमन और सपरवाइजर को नौकर पर लगाना पड़ता अथात यापार का उपरला खच काफ बढ़ जाता

पर जब 1700 ई0 म वीडन क यापार टोफर पोलहम न 100 कार गर वाल एक बतन-भाड क फ टर था पत क तो उसन पाया क उ पादन पर कल खच इतना कम हो जा रहा था क उपरला खच बढ़न क बावजद वह अ छा खासा मनाफा कमा लता

913 एक का प नक फ टर का काय व यास

एडम ि मथ अपनी कताब द व थ ऑफ नश स (1776) म एक साधारण पन बनान वाल फ टर का वणन करता ह जब पन घरल उ योग म बनाए जात थ तो एक या दो यि त ह पन बनान म लगत थ पर फ टर म पन बनान क या को कई ह स म बाट दया गया एक आदमी तार खीचता दसरा उस सीधा करता तीसरा काटता चौथा उसक एक सर को नक ला करता पाचवा उसक दसर सर को घसता वगरह इस तरह तार खीचन स लकर बन ह ए पन को कागज क प ड़या म पक करन तक एडम ि मथ न कोई 32 चरण गन इनम स कसी भी चरण पर ह नरमद कार गर क ज रत नह थी एक ब चा भी इनम स कसी एक चरण को बखबी परा कर सकता था यह फ स टम क मख व श टता थी

फ टर म उ पादन क या को बह त ह सरल छोट-छोट ह स म बाट दया गया हर चरण को एक साधारण अकशल मक भी आसानी स परा कर सकता था या न क अब कारखान क उ पादन- मता कसी यि त वशष क द ता पर नभर नह करती थी बि क सार कारखान क आगनाइजशन पर िजस क एक मनजर आसानी स क ोल कर सकता था फर च क द कार गर क ज रत नह थी तो फ ट रय म ि य और ब च को आसानी स मक क तौर पर इ तमाल कया जा सकता था और हाला क ि या और ब च एक प ष िजतना ह उ पादन करत उनक तन वाह आद मय क तलना म कह कम रहती इस सब स फ टर क मा लक को काफ मनाफा होता

92 फ स टम एवम औ यो गक ा त इ तहासकार हो सबाम का कहना ह क वस तो स हवी सद स ह उ पादन या म

अनक कार क या क सधार होन श हो गए थ पर सफ या क सधार ह औ यो गक ा त नह ला सक औ यो गक ा त क लए ज र था क उ पादन इतना यादा और इतना

स ता हो क बाजार म आप स आप इस उ पाद क लए माग बढ़ ऐसा तब ह हो सका जब या क सधार क साथ उ पादन क लए एक नए कम व यास का इ तमाल कया गया जब उ पादन क या स सब धत डवीजन आफ लबर को (काम क बटवार) को काफ ज टल बना दया गया उ पादन क या को कई छोट-छोट टकड़ म बाट दया गया और एक मजदर क िज म कवल एक ह ह सा रखा यह फ स टम क मख व श टता थी

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93 फ टर स टम का सामािजक असर मनाफा बढ़ान क लए यह ज र था क फ म लगी मशीन का यादा स यादा

उपयोग कया जा सक फ मा लक क च टा यह रहती थी क अपन कार गर स तब तक लगातार काम करवात रह जब तक क मशीन ह जवाब न द जाए इसका मतलब यह था क कामगार को काम करन क तर क का एक नया अनशासन सीखना पड़ा

इ तहासकार ईपी हामपसन का मानना ह क िजस लय स मशीन चलती ह उसी लय स मक को चलना सीखना पड़ा समय क पाबद सीखनी पड़ी क एक नि चत समय पर काम पर आए और एक नि चत समय पर काम स हट एक ह थान पर खड़ होकर लगातार एक ह या क काम को लगातार करत रहन क आदत डालनी पड़ी य द कसी क िज म पन का तार घसना था तो वह लगातार दनभर कवल तार ह घस सकता था िजस यि त को तार सीधा करन का काम दया गया दनभर एक ह थान पर खड़ रहकर कवल तार ह सीधा करता रहता

जस-जस समय बीतता गया इस पर स टम क दगण भी सामन आत गए सबस पहल जो बात सामन आई वह यह ह क फ म लगातार एक ह जगह पर कठपतल क तरह काम करत रहना काफ उबाऊ था मक थोड़ ह समय म इस तरह क काम स जी चरान लगत जब फ का मा लक उनस जबरद ती काम करवाता तो जा हरा तौर पर काम करन वाल को यह बात अखरती और उ ह ख दल स काम पर लग रहना पड़ता

जहा तक काम करन क प रि थ तय का सवाल ह कछ बात साफ ह एक तो यह क यह कहना मि कल ह क फ म काम करन वाल क प रि थ त दसर मक क प रि थ त स बहतर थी या बदतर ऐसा इस लए क इ तहासकार क पास औ यो गक ा त स पहल क काल क मक क बार म यादा जानकार नह ह हा यह ज र पता ह क तरहवी सद स ह उ तर यरोप म पगार पान वाल मजदर हआ करत थ और उनक हालत अ य मजदर क हालत स खराब नह थी वस भी स हवी-अठारहवी सद म कम स कम इ ल ड म प टग आउट स टम क तहत काम करन वाल बह त सार मजदर पगार क एवज म ह काम कया करत थ कहन का मतलब यह ह क फ मजदर का तन वाह मजदर होना समाज क लए कोई नह बात नह थी

94 बराइया जो नई बात थी वह यह क जब फ या बनी तो एक साथ बह त सार मजदर शहर

म इक ा ह ए इस जमाव म उनक ददशा भी समाज क सामन कह यादा खर प स उजागर ह ई

उ योग म ब च और औरत को सोलह घ ट या उसस भी यादा काम करवाया जाता थकान क कारण य द कोई काम नह कर पाता तो उस ब ट स पीटा जाता था तन वाह काट ल जाती तन वाह वस भी काफ कम मलती थी एक ह त क लए कसी ह नरमद कार गर को 1795 म कोई 25 श लग और साधारण मजदर को सफ 12 श लग मला

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करत थ म हलाओ को प ष स आधी और ब च को एक चौथाई तन वाह ह मलती हाला क व प ष िजतना ह काम करत

कोयल क खदान म तो ि थ त और भी यादा खराब थी यहा चार स पाच साल क ब च को खदान क सरग क अदर बारह स सोलह घट काम करवाया जाता इनक औसत पगार दो स तीन श लग त स ताह थी

फ स टम क आन स मजदर क गर बी भी बह त यादा उजागर होन लगी वस तो औ यो गक ा त क श क साल म ह यह साफ हो गया था क समाज म नर ह गर ब क स या बढ़ रह ह पर इस ि थ त स बचन क लए कछ खास नह कया गया पीनहमल ड नामक क ब म गर ब क मदद क लए एक स टम ज र श कया गया िजस पीनहमल ड स टम क नाम स जाना जाता था कछ दसर क ब न भी इस स टम को

अपनाया पर बढ़ती ह ई औ यो गक गर बी क सामन यह स टम प त हो गया शहर म ि थ त कछ ऐसी थी क मजदर क हालत बद स बदतर होती चल गई

शहर बगर कसी योजना क बतहाशा बढ़त चल गए उनक नगरपा लकाए इस नई आबाद क दखभाल करन म असमथ रह शहर म गद द र बि तया पनपन लगी िज ह अ जी म लम कहत ह जहा अब तक शहर म अनक तबक क लोग आपस म मल कर रहत थ

वहा धीर-धीर मजदर बि तया शहर क बाक आबाद स हट कर रहन लगी इन बि तय म न तो सडक ठ क होती न ह ना लया न ह कड़ा नकालन क कोई यव था न ह पय जल का इतजाम और न ह ठ क स बन ह ए मकान इ तहासकार हो सबाम का कहना ह क यरोप क शहर म इस क म क बि तया यादातर शहर क पव ह स म बसी सो शहर म एक नया भद श हो गया ई ट ए ड नवासी (गर ब) और व ट ए ड नवासी (अ भजा य) का

रह-रहकर औ यो गक शहर म महामा रया भी बढ़न लगी लासग म पहल बार 1818 ई0 म हाइफस जवर का कोप फला यरोप क सार औ यो गक शहर म 1831 ई0 और 1832 ई0 म टाइफाइड़ क महामार छाई रह इन शहर म कालरा मयाद बखार और तप दक का भी बोलबाला रहा य सार बीमा रया यादातर मजदर बि तय म ह रह मानो यह सा बत कर रह ह क जहा द र ता और गदगी ह वहा बीमा रया भी रहगी इस सबन मजदर बि तय क नवा सय का हौसला तोड़ दया सामािजक हौसलाप ती क कई ल ण सामन आन लग शराब का ज रत स यादा इ तमाल होन लगा बाल ह या व याव त आ मह या और मान सक व ता क घटनाए बढ़न लगी मजदर क दग त इस बात स और भी यादा उजागर ह ई क औ यो गक ा त क कारण समाज क बाक सार वग क स प नता बढ़ रह थी

95 बराइय को दर करन क यास एवम समाधान फ टर स टम क इन बराइय को ज द स ज द दर करना बड़ा ज र था य क

एक तो साधारण मानवीयता का तकाजा था क मजदर क काम करन क हालात म सधार आए इसस भी यादा बड़ा कारण यह था क फि य म अ धकाश उ पाद फ म काम करन वाल मजदर ह खर दत थ इस लए अगर मजदर क माल हालत एक सीमा स नीच जाती

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तो नकसान पजीप तय को ह होता और अगर मजदर बि तय क समाज यव था को ठ प होन दया जाता तो डर था क कह दश म व ोह न भड़क उठ व ोह न भी होता तो यह तो साफ था क म यवग क जवान इन बि तय म फल रह शराबखोर व याव त और अ य कार क अन तकता क च कर म पड़ रह थ य द म यवग को अन तकता स बचाना था तो

ज र था क मजदर वग स अन तकता को दर कया जाए

951 ससद य यास

आजकल यह माना जाता ह क य द फ मा लक अपन मजदर क भल कार दखभाल कर तो उ ह ह यादा मनाफा होता ह पर उ नीसवी सद म यह बात अ धकाश पजीप तय क समझ म नह आ रह थी इस लए हम पात ह क फ टर म मजदर क ि थ त सधारन वाल अ धकाश उपाय कवल कछ फ टर मा लक क पहल पर रा य यव था वारा व भ न दश क ससद वारा कए गए सबस यादा सधार का काम इगल ड म

हआ ऐस उपाय म स पहला था इगल ड म राबट पील वारा ससद म पास कया गया

ह थ ए ड मारटज ए ट (1802) यह ए ट कवल बड़ी फ ट रय पर लाग होता था और कवल एपरि टस पर इस ए ट म यह कहा गया क नौ साल स कम उ क ब च बतौर एपरि टस नह लगाए जा सकत फ मा लक पर इन ब च स बारह घ ट स यादा या फर रात म काम करवान पर रोक लगा द गई

1802 क ए ट म कई खा मया थी एक तो यह कवल बड़ी फ य पर लाग होता था और वहा भी कवल उन फि य पर जो क एपर टस को इ तमाल करती थी बह नर बाल मजदर को इस ए ट स कोई सर ा नह मलती थी सबस म य बात तो यह थी क इस ए ट म नर ण करन का कोई ावधान न था नतीजतन यह ए ट महज कागजी कानन बन कर रह गया

फर 1816 म पील क चयरमनी म एक ससद य कमट का गठन कया गया इस कमट क सलाह पर 1819 का फ नय ण कानन पास कया गया इस कानन म पछल कानन क ावधान को दोहराया गया और कहा गया क सार बाल मजदर को इस कानन क सर ा द जाएगी साथ ह यह नधा रत कया गया क सोलह साल स कम उ क मजदर को बारह घ ट क दन म डढ़ घ ट क खान क छ ी द जायगी च क यह ए ट सार कामकाजी ब च पर लाग होता था इस लए लोग न इसका डट कर वरोध कया वरो धय म एक बड़ा तबका उन मा-बाप का था जो अपन ब च स काम करवात थ

952 समाज सधार और अबधनी त

तमन अबधनी त क बार म पढ़ा होगा यह नी त अठारहवी सद क अ तम दशक म काफ फल चक थी अथशा ी एडम ि मथ िजसका हम पहल िज कर चक ह इसका एक बड़ा समथक था इस नी त क मतावल बय का मानना था क समाज क अथ यव था तब ह

35

सफल हो सकती ह जब क सरकार अथ यव था को अपन आप पर छोड द उसम अपनी टाग न अड़ाए

जब उ नीसवी सद म ससद य य न मजदर क सधार क लए होन लग तो सधार-वरोधी उ योगप तय न अबधनी त क दहाई दत ह ए यह गहार लगाई क अगर रा य फ स टम को सधारन व नय त करन क को शश करगा तो सार अथ यव था ह ठ प हो जाएगी दरअसल बड़-बड़ दाश नक वचार क आड़ म य वरोधी कवल इतना कह रह थ क उ ह मजदर -ब च म हलाओ और प ष का खन चसन स नह रोका जाना चा हए भल ह ऐसा करत ह ए व समाज क इतनी दग त य न कर द िजसस क समाज का साधारण चाल-चलन ह ठ प हो जाए ऐस वरो धय को उनक खद क बवकफ स बचाना ज र था

953 सधारक य न जार रह

1820 क दशक म पावर लम और भाप क इजन म काफ यादा या क सधार आए इसका नतीजा यह हआ क इस दशक म धीर-धीर फ स टम सार कपड़ा उ योग और ख नज उ पादन पर छा गया फि या भी कवल कछ शहर इलाक म कि त होन लगी लकाशायर का कपड़ा उ योग इसका अ छा उदाहरण ह यहा कोई 25 वग मील क म इतनी यादा कपड़ा मल थी क इ ल ड का 80 तशत स यादा कपड़ा बनाया जाता था िजतना फ ट रय का जमाव बढ़ा उतना ह उनक दगण कट ह ए इसम सधार लान क ससद य यास भी उतन ह जोर स कए जान लग

954 सड़लर क यास

माइकल सड़लर न 1831 म टन-आवर बल इ ल ड क ससद म पश कया इस बल म यह ावधान था क कसी भी मजदर स दस घट (टन-आवर) स यादा काम नह लया जा सकगा यह बल ससद म पास नह हो सका

पर इन दन इ ल ड म व ट इ डीज क दास था को लकर काफ गहमा-गहमी चल रह थी इसक रहत अखबार और प काओ म फ टर मजदर क तलना व ट-इ डीज क नी ो दास स क जान लगी धीर-धीर यह मत फलन लगा क मजदर क ि थ त म सधार क लए कछ ठोस कदम उठाए जान चा हए इसक फल व प जब 1833 म लाड एशल न ससद म अपना ताव रखा तो वह कछ ससद य छ ना-झपट क बाद पा रत हो गया

955 एशल का कानन

लाड एशल क कानन (1833) को सार कपड़ा बनन क फि य पर लाग कया गया इसक अनसार नौ साल स कम उ क ब च को फ म काम करवान पर पाबद लगा द गई तरह साल स कम उ क मजदर स दन म नौ घ ट और स ताह म 40 घ ट स यादा काम करवाना तब धत कया गया उ ह रोज डढ़ घ ट क खान क छ ी दना ज र

रखा गया यह कहा गया क अठारह साल स कम उ क मजदर स दन म 12 घट और स ताह म 69 घट स यादा काम नह करवाया जा सकता ldquoरातrdquo क काम को ठ क तरह स

36

प रभा षत कया गया साढ़ आठ बज शाम स लकर साढ़ पाच बज सबह तक क समय को ldquoरातrdquo करार दया गया और इस पार म कवल अ ारह साल स यादा उ क मजदर क योग क अनम त द गई फ म काम करन वाल हर ब च का रोज दो घट कल जाना नि चत कया गया नर क क एक बड़ी टोल नय त क गई जो फ मा लक पर नगरानी रख सक और जो मा लक कानन क अवहलना करत ह ए पकड़ जाए उन क सर बड़ी सजा का ावधान रखा गया

इस कानन म दो म य खा मया थी एक तो यह कवल कपड़ा उ योग पर ह लाग कया गया जब क अ य उ योग म भी मजदर क हालत काफ खराब थी दसर यह कवल ब च को अपन दायर म लता था जब क ि य और प ष को भी काननी सर ा क आव यकता थी

96 समाज और सामािजक प रवतन बहरहाल इस कानन स कछ बात साफ जा हर होती थी सबस पहल बात तो यह क

हाला क समाज म अब भी अबधनी त का बोलबाला था अब सरकार क समझ म यह आन लगा क समाज क कछ अश ऐस होत ह जहा क सधार लान क लए सरकार ह त प ज र होता ह दसर बात यह क अब साधारण तौर पर यह माना जान लगा क समाज म औ यो गक उ पादन क इकाई प रवार नह बि क यि त वशष था और उसक सामािजक सर ा और सखा-पढ़ क िज मदार कवल प रवार पर ह नह छोड़ी जा सकती थी समाज को भी आग बढ़कर कछ उपाय करना ज र था

धीर-धीर अ य उ योग को भी फ कानन क तहत लाया गया 1842 म लाड एशल क कानन को कोयला खदान पर लाग कया गया और म हला मजदर को भी सर ा द जान लगी 1878 म इस कानन न सार फि य और वकशाप को अपन दायर म ल लया इस बीच दसर दश म भी फ कानन क या जार थी 1841 म ास म बाल-मजदर कानन लाग कया गया ए शया म भी 1870 तक कई कानन जार कए गए पर उ ह कभी गभीरता स लाग नह कया गया

1848 म सार यरोप म सोश ल ट व ोह ह ए और उ ह काफ आसानी स कचल दया गया इन व ोह म मजदर न बढ़ कर ह सा लया था कचल जान क बाद इन व ोह क बह त सार नता मजदर नता बन गए और फ मा लक स मजदर क भलाई क लए माग करन लग इस समय क बाद स फ मजदर क सगठन बनना श हो गए और कमशाला क हालात म सधार क लए य सगठन अपन अपन उ योग और सरकार पर जोर हालन लग ऐसा इ ह न कस तरह कया तम अ य इकाइय म पढ़ोग

97 साराश इस इकाई म तमन जाना क फ स टम अठारहवी सद म श हआ इसन

औ यो गक उ पादन म एक नए कम व यास को ज म दया फि या चलान क लए एक नए क म क अनशासन क ज रत थी जो क पहल कभी ससार म दखन को नह मला था लगातार अनशासन था पत रखन क लए फ क मय क उपर एक नए मनजमट तबक का

37

ज म हआ फोरमन और सपरवाईजर य लोग लबर अ र टो स (Labour aristocrates) कहलाए इनक रहत उ योग म उ योग क मल कयत और उसक मनजमट म भद कया जान लगा मजदर क शहर म रहन स कई बराइया पनपी उ ह दर करन क लए उ नीसवी सद क म य तक अ भजा य वग स कछ समाज सधारक उबर कर सामन आए पर मजदर क सगठन अभी ठ क तरह स नह पनप पाए थ व 1848 क यरोपीय व ोह क बाद उबर

98 अ यासाथ न (I) अश पर छोट सवाल

कछ श द म जवाब द िजए (क) या फ स टम और औ यो गक ा त म स कोई एक बगर दसर क पनप

सकता था (ख) फ स टम क मख व श टता या थी (ग) या पन बनान क फ वा तव म एडम ि मथ क वणन क अनसार होती ह (घ) या फ स टम अन तक था (च) अबधनी त फ मा लक को य पसद थी (छ) इस इकाई म िजन फ सधारक का िज ह उसक अलावा दो और सधारक क

नाम बताइय (II) सार इकाई पर सवाल

दो सौ स तीन सौ श द म जवाब द (क) फ स टम इ ल ड म कस तरह पनपा (ख) फ स टम न कस तरह था पत आ थक और सामािजक स थाओ पर हार

कया (ग) फ स टम क कारण समाज म कस तरह क प रवतन आए (घ) फ स टम म सधार लान क य न क ववचना कर

99 ास गक पठनीय थ ईज हो सबाम - ाम इड ट ए पायर प गइन ईज हो सबाम - एज आफ रवो यशन प गइन ईपी टाम सन - म कग आफ द इग लश व कग लास (सभी कताब अ जी म ह बाजार म आसानी स मल जाती ह)

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Page 27: एमassets.vmou.ac.in/MAHI01-2.pdf ·  · 2014-04-056.7 इंगलैड ... अलबट[थेयर(Albert Thaer) ने1798 (Introduction to the knowledge of English Agriculture)

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3 नगर का बतरतीब वकास लगभग यरोप क सभी नगर का वकास बना कसी योजना क हआ पहल स ह नगर म तग ग लया व कम चौड़ी सड़क थी अब य बढ़ती ह ई आबाद क लए क ठनईय पदा करन लगी शहर क चारद वार क बाहर भी मकान का नमाण बतरतीब ढग स हआ थानीय स थाए उन पर कोई नय ण नह रख सक

4 वा य पर बरा असर यह पहल बताया जा चका ह क म यकाल क आर भ क नगर म पानी क नकास क सम चत यव था नह थी तथा शहर म गदगी रहती थी इसस नाग रक क वा य पर बरा असर पड़ता था परान नगर क वकास तथा नय नगर क थापना क समय इस सम या पर यान नह दया गया समय क साथ साथ यह सम या

ग भीर होती चल गई अनक ग द बि तया (Slums) बनी फल व प मन य व भ न बीमा रय स त होन लग

5 अपराध क स या म व शहर बरोजगार क स या धीर धीर बढ़ती गई इसन शहर म रहन वाल मन य म अपराध क व त को ज म दया अथवा उसको उकसाया

6 मान सक तनाव ाम क अप ा शहर का जीवन अ धक तनाव पण होता ह एक नाग रक अपनी ज रत को पर करन म वय को असमथ पाता ह और मान सक तनाव का शकार हो जाता ह

ल कन शहर क उ थान व वकास क अनक लाभ भी थ 1 ब जीवी वग का वकास ाम क अप ा शहर म रहन वाल ब जी वय क

स या अ धक थी य ब जीवी आपस म मलत भी रहत थ फल व प नगर म सा ह य व कला का वकास हआ

2 व ा नक ग त यरोप क नगर म व ा नक अनसधान क क खोल गय इसम अनसधान क स वधाए उपल ध कराई गई इसस व ा नक म ग त ह ई

3 सामािजक आ थक व राजनी तक प रवतन क क यरोप क सभी नगर सामािजक राजन तक व आ थक ा त क क बन गय वहा पर इन म काफ हलचल होती रहती थी तथा व मल कर कसी भी अ याय का वरोध करन क लय शी सग ठत हो जात थ

शहर और ाम क स यता म अ तर अभी तक व यमान ह गाव क नवासी शा तपण जीवन यतीत करत ह ल कन शहर क नवा सय का जीवन बा य आडबर व तड़क भड़क स प रपण होता ह अतएव शहर म रहन वाला सदव कसी न कसी कार क तनाव स त रहता ह शहर क कोलाहल पण जीवन म उस शा त नह मलती ल कन वह इस जीवन का अ य त हो जाता ह

88 साराश इस इकाई म आपन यरोप क ाचीन काल क नगर क ि थ त का अ ययन कया

तथा यापा रक सगठन व क यन वारा साम त स अ धकार प (ब तजमत) ा त करन क बार म जानकार ा त क उस समय क नगर क आबाद व बनावट क स ब ध म यह मालम हआ क व बतरतीब बन थ तथा उनक आबाद पाच हजार स एक लाख तक थी

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यरोप क कल जनस या म स अ धकाश ाम म ह रहती थी ल कन 1300 स 1600 ई0 क म य शहर क आबाद बढ़ इसका म य कारण सभी थान पर जनस या म व थी इसक साथ यह भी जाना क इसक या कारण थ ाम स नगर क ओर काफ स या म यि तय क पलायन स नगर क जनस या बढ़ 1851 क बाद व भ न नगर क आबाद क आकड़ स ात होता ह क उस समय एक लाख स अ धक आबाद वाल शहर क स या 25 थी नय नगर क व प क अ ययन स ात हआ क इ ल ड व शष यरोप क नगर क ि थ त व वकास म अ तर था नाग रक जीवन क लाभ और हा नय क बार म अ ययन करन स यह मालम होता ह क ामवा सय क अप ा शहर जीवन अ धक तनावपण होता ह

89 बोध न 1 ाम स नगर क ओर पलायन क या कारण थ 2 यरोप क नगर म मन य को कन क ठनाइय का सामना करना पड़ा 3 यरोप क जनस या म व क कारण का व लषण द िजए चौदहवी सद स

यरोप क दश म इसन नगर करण को कस कार स भा वत कया

810 सदभ थ 1 Chapter by RR Enfield in the book lsquoEuropean Civilization ndash Its

origin and Developmentrsquo Volume V under the direction of Edward Eyre Oxford University Press London 1937

2 Chapter by RM Hartwell in the book lsquo The Cambridge Modern History Volume IX (1793-1830) edited by CW Cramley Cambridge University Press London 1965

3 Brison D Gooch Europe in the Nineteenth Century the Macmillan Company London 1970

4 David Ogg Europe in the Seventeenth Century Hindi edition Jaipur 1967

5 Carlton JH Hayes Modern Europe to 1870 The Macmillan Company New York Sixth Print 1960

6 Langer Eadie Geanakoplos Hexter Pipes Western Civilization Volume II Harper and Row New York Second Edition 1975

7 Wallbank and Taylor Civilization ndash Past and Present Volume II Third Edition 1975

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इकाई-9 कारखाना और मजीवी वग

इकाई क परखा 90 उ य 91 फ टर स टम

911 फ टर या ह 912 फ टर स टम कस श हआ 913 एक का प नक फ का काय व यास

92 फ स टम एवम औ यो गक ा त 93 फ स टम का सामािजक असर 94 बराइया 95 बराइय को दर करन क यास एवम समाधान

951 ससद य यास 952 समाज सधार और अबधनी त 953 सधारक य न जार रह 954 सडलर क य न 955 एशल का कानन

96 समाज और सामािजक प रवतन 97 साराश 98 अ यासाथ न

981 अश पर छोट सवाल 982 सार इकाई पर सवाल

99 ास गक पठनीय थ

90 उ य लगभग 1750 स लकर 1850 तक क काल को पि चम यरोप म औ यो गक ा त

का काल माना जाता ह अ य इकाइय म तमन औ यो गक ा त क बार म व तार स पढ़ा होगा अ य बात क अलावा औ यो गक ा त का सबध उ पादन क लए एक नए सामािजक व यास को नाम दया गया ldquoफ स टमrdquo फ स टम म काम करन क लए समाज म एक नए मजीवी वग का ज म हआ इस इकाई म हम फ स टम और इसम काम करन वाल मजीवी वग क बार म जानग

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91 फ स टम 911 फ या ह

औ यो गक ा त स श आत क भी पहल क बात ह कसी तजारत करन वाल कपनी क नमाइद को ldquoफ टरrdquo बलाया जाता था उसक द तर को फ rdquo फ स कपनी खर द-फरो त करती मसलन हम अ जी ई ट इि डया कपनी को ल जब कपनी स हवी सद म भारत आई तो उसन गजरात तट पर सरत बदरगाह म अपनी पहल मख फ था पत क इस फ म कपनी अपना यापार का सामान रखती और ह द ता नय क

साथ खर द-फरो त करती याल रखन वाल बात यह ह क ई ट इि डया कपनी एक तजारती कपनी थी और उसका उ पादन स चाह वह औ यो गक हो या फर गर औ यो गक कोई सीधा सरोकार न था

जस-जस अठारहवी सद म औ यो गक ा त का व तार हआ वस-वस फ श द का च लत अथ भी बदलता गया अब फ का अथ उस थान स हआ जहा क मशीन क वारा कार गर काफ मा ा म चीज को बनात यह अथ आज तक साधारण बोलचाल क

भाषा म च लत ह सो िजस कारखान म हवाई जहाज बनता ह वह भी फ कहलाता ह और िजसम कपड़ बनत ह वह भी हाला क ldquoफ rdquo कवल चीज बनान वाल कारखान को कहा जाता था फ जसी उ पादन यव था और कम व यास उ योग म भी य त होती थी जस क कोयला खदान

इस इकाई म हम म यतः औ यो गक ा त क पहल चरण पर गौर करग इस चरण (1750-1850) म फ ट रया यादातर सत कातन क कपड़ा बनन क और लोह का काम करन वाल होती थी

912 फ स टम कस श हआ

पजीवाद यव था क श आत क दन म पि चमी यरोप म उ पादन म यतः प टग आउटrdquo स टम पर नभर करता था इस यव था म पजी का मा लक यापार कार गर को क चा माल खर द कर दता कार गर अपन-अपन घर पर अपनी ह मशीन स चीज बनात िज ह क यापार इक ा कर क बाजार म बचता इस यव था म फायदा यह था क यापार दर-दर तक फल कार गर स काम करवा सकता था और उस अपन कार गर क रहन खान क यव था भी नह करनी पड़ती

पर इस यव था म नकसान कई थ एक तो यापार को अपन कार गर तक पह चन म और उनस बना हआ माल लन म काफ समय बबाद करना पड़ता दसर काम क वा लट बरकरार रखना मि कल था तीसर कार गर स समय पर काम करवान म द कत

होती थी इन मि कल स पार पान का एक तर का था वह यह क सार कार गर को एक ह

कारखान म इक ा कर लया जाए पर ऐसा करन पर यापार को कारखान क इमारत बनान

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म पसा लगाना पड़ता मशीन खर दनी पड़ती और फोरमन और सपरवाइजर को नौकर पर लगाना पड़ता अथात यापार का उपरला खच काफ बढ़ जाता

पर जब 1700 ई0 म वीडन क यापार टोफर पोलहम न 100 कार गर वाल एक बतन-भाड क फ टर था पत क तो उसन पाया क उ पादन पर कल खच इतना कम हो जा रहा था क उपरला खच बढ़न क बावजद वह अ छा खासा मनाफा कमा लता

913 एक का प नक फ टर का काय व यास

एडम ि मथ अपनी कताब द व थ ऑफ नश स (1776) म एक साधारण पन बनान वाल फ टर का वणन करता ह जब पन घरल उ योग म बनाए जात थ तो एक या दो यि त ह पन बनान म लगत थ पर फ टर म पन बनान क या को कई ह स म बाट दया गया एक आदमी तार खीचता दसरा उस सीधा करता तीसरा काटता चौथा उसक एक सर को नक ला करता पाचवा उसक दसर सर को घसता वगरह इस तरह तार खीचन स लकर बन ह ए पन को कागज क प ड़या म पक करन तक एडम ि मथ न कोई 32 चरण गन इनम स कसी भी चरण पर ह नरमद कार गर क ज रत नह थी एक ब चा भी इनम स कसी एक चरण को बखबी परा कर सकता था यह फ स टम क मख व श टता थी

फ टर म उ पादन क या को बह त ह सरल छोट-छोट ह स म बाट दया गया हर चरण को एक साधारण अकशल मक भी आसानी स परा कर सकता था या न क अब कारखान क उ पादन- मता कसी यि त वशष क द ता पर नभर नह करती थी बि क सार कारखान क आगनाइजशन पर िजस क एक मनजर आसानी स क ोल कर सकता था फर च क द कार गर क ज रत नह थी तो फ ट रय म ि य और ब च को आसानी स मक क तौर पर इ तमाल कया जा सकता था और हाला क ि या और ब च एक प ष िजतना ह उ पादन करत उनक तन वाह आद मय क तलना म कह कम रहती इस सब स फ टर क मा लक को काफ मनाफा होता

92 फ स टम एवम औ यो गक ा त इ तहासकार हो सबाम का कहना ह क वस तो स हवी सद स ह उ पादन या म

अनक कार क या क सधार होन श हो गए थ पर सफ या क सधार ह औ यो गक ा त नह ला सक औ यो गक ा त क लए ज र था क उ पादन इतना यादा और इतना

स ता हो क बाजार म आप स आप इस उ पाद क लए माग बढ़ ऐसा तब ह हो सका जब या क सधार क साथ उ पादन क लए एक नए कम व यास का इ तमाल कया गया जब उ पादन क या स सब धत डवीजन आफ लबर को (काम क बटवार) को काफ ज टल बना दया गया उ पादन क या को कई छोट-छोट टकड़ म बाट दया गया और एक मजदर क िज म कवल एक ह ह सा रखा यह फ स टम क मख व श टता थी

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93 फ टर स टम का सामािजक असर मनाफा बढ़ान क लए यह ज र था क फ म लगी मशीन का यादा स यादा

उपयोग कया जा सक फ मा लक क च टा यह रहती थी क अपन कार गर स तब तक लगातार काम करवात रह जब तक क मशीन ह जवाब न द जाए इसका मतलब यह था क कामगार को काम करन क तर क का एक नया अनशासन सीखना पड़ा

इ तहासकार ईपी हामपसन का मानना ह क िजस लय स मशीन चलती ह उसी लय स मक को चलना सीखना पड़ा समय क पाबद सीखनी पड़ी क एक नि चत समय पर काम पर आए और एक नि चत समय पर काम स हट एक ह थान पर खड़ होकर लगातार एक ह या क काम को लगातार करत रहन क आदत डालनी पड़ी य द कसी क िज म पन का तार घसना था तो वह लगातार दनभर कवल तार ह घस सकता था िजस यि त को तार सीधा करन का काम दया गया दनभर एक ह थान पर खड़ रहकर कवल तार ह सीधा करता रहता

जस-जस समय बीतता गया इस पर स टम क दगण भी सामन आत गए सबस पहल जो बात सामन आई वह यह ह क फ म लगातार एक ह जगह पर कठपतल क तरह काम करत रहना काफ उबाऊ था मक थोड़ ह समय म इस तरह क काम स जी चरान लगत जब फ का मा लक उनस जबरद ती काम करवाता तो जा हरा तौर पर काम करन वाल को यह बात अखरती और उ ह ख दल स काम पर लग रहना पड़ता

जहा तक काम करन क प रि थ तय का सवाल ह कछ बात साफ ह एक तो यह क यह कहना मि कल ह क फ म काम करन वाल क प रि थ त दसर मक क प रि थ त स बहतर थी या बदतर ऐसा इस लए क इ तहासकार क पास औ यो गक ा त स पहल क काल क मक क बार म यादा जानकार नह ह हा यह ज र पता ह क तरहवी सद स ह उ तर यरोप म पगार पान वाल मजदर हआ करत थ और उनक हालत अ य मजदर क हालत स खराब नह थी वस भी स हवी-अठारहवी सद म कम स कम इ ल ड म प टग आउट स टम क तहत काम करन वाल बह त सार मजदर पगार क एवज म ह काम कया करत थ कहन का मतलब यह ह क फ मजदर का तन वाह मजदर होना समाज क लए कोई नह बात नह थी

94 बराइया जो नई बात थी वह यह क जब फ या बनी तो एक साथ बह त सार मजदर शहर

म इक ा ह ए इस जमाव म उनक ददशा भी समाज क सामन कह यादा खर प स उजागर ह ई

उ योग म ब च और औरत को सोलह घ ट या उसस भी यादा काम करवाया जाता थकान क कारण य द कोई काम नह कर पाता तो उस ब ट स पीटा जाता था तन वाह काट ल जाती तन वाह वस भी काफ कम मलती थी एक ह त क लए कसी ह नरमद कार गर को 1795 म कोई 25 श लग और साधारण मजदर को सफ 12 श लग मला

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करत थ म हलाओ को प ष स आधी और ब च को एक चौथाई तन वाह ह मलती हाला क व प ष िजतना ह काम करत

कोयल क खदान म तो ि थ त और भी यादा खराब थी यहा चार स पाच साल क ब च को खदान क सरग क अदर बारह स सोलह घट काम करवाया जाता इनक औसत पगार दो स तीन श लग त स ताह थी

फ स टम क आन स मजदर क गर बी भी बह त यादा उजागर होन लगी वस तो औ यो गक ा त क श क साल म ह यह साफ हो गया था क समाज म नर ह गर ब क स या बढ़ रह ह पर इस ि थ त स बचन क लए कछ खास नह कया गया पीनहमल ड नामक क ब म गर ब क मदद क लए एक स टम ज र श कया गया िजस पीनहमल ड स टम क नाम स जाना जाता था कछ दसर क ब न भी इस स टम को

अपनाया पर बढ़ती ह ई औ यो गक गर बी क सामन यह स टम प त हो गया शहर म ि थ त कछ ऐसी थी क मजदर क हालत बद स बदतर होती चल गई

शहर बगर कसी योजना क बतहाशा बढ़त चल गए उनक नगरपा लकाए इस नई आबाद क दखभाल करन म असमथ रह शहर म गद द र बि तया पनपन लगी िज ह अ जी म लम कहत ह जहा अब तक शहर म अनक तबक क लोग आपस म मल कर रहत थ

वहा धीर-धीर मजदर बि तया शहर क बाक आबाद स हट कर रहन लगी इन बि तय म न तो सडक ठ क होती न ह ना लया न ह कड़ा नकालन क कोई यव था न ह पय जल का इतजाम और न ह ठ क स बन ह ए मकान इ तहासकार हो सबाम का कहना ह क यरोप क शहर म इस क म क बि तया यादातर शहर क पव ह स म बसी सो शहर म एक नया भद श हो गया ई ट ए ड नवासी (गर ब) और व ट ए ड नवासी (अ भजा य) का

रह-रहकर औ यो गक शहर म महामा रया भी बढ़न लगी लासग म पहल बार 1818 ई0 म हाइफस जवर का कोप फला यरोप क सार औ यो गक शहर म 1831 ई0 और 1832 ई0 म टाइफाइड़ क महामार छाई रह इन शहर म कालरा मयाद बखार और तप दक का भी बोलबाला रहा य सार बीमा रया यादातर मजदर बि तय म ह रह मानो यह सा बत कर रह ह क जहा द र ता और गदगी ह वहा बीमा रया भी रहगी इस सबन मजदर बि तय क नवा सय का हौसला तोड़ दया सामािजक हौसलाप ती क कई ल ण सामन आन लग शराब का ज रत स यादा इ तमाल होन लगा बाल ह या व याव त आ मह या और मान सक व ता क घटनाए बढ़न लगी मजदर क दग त इस बात स और भी यादा उजागर ह ई क औ यो गक ा त क कारण समाज क बाक सार वग क स प नता बढ़ रह थी

95 बराइय को दर करन क यास एवम समाधान फ टर स टम क इन बराइय को ज द स ज द दर करना बड़ा ज र था य क

एक तो साधारण मानवीयता का तकाजा था क मजदर क काम करन क हालात म सधार आए इसस भी यादा बड़ा कारण यह था क फि य म अ धकाश उ पाद फ म काम करन वाल मजदर ह खर दत थ इस लए अगर मजदर क माल हालत एक सीमा स नीच जाती

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तो नकसान पजीप तय को ह होता और अगर मजदर बि तय क समाज यव था को ठ प होन दया जाता तो डर था क कह दश म व ोह न भड़क उठ व ोह न भी होता तो यह तो साफ था क म यवग क जवान इन बि तय म फल रह शराबखोर व याव त और अ य कार क अन तकता क च कर म पड़ रह थ य द म यवग को अन तकता स बचाना था तो

ज र था क मजदर वग स अन तकता को दर कया जाए

951 ससद य यास

आजकल यह माना जाता ह क य द फ मा लक अपन मजदर क भल कार दखभाल कर तो उ ह ह यादा मनाफा होता ह पर उ नीसवी सद म यह बात अ धकाश पजीप तय क समझ म नह आ रह थी इस लए हम पात ह क फ टर म मजदर क ि थ त सधारन वाल अ धकाश उपाय कवल कछ फ टर मा लक क पहल पर रा य यव था वारा व भ न दश क ससद वारा कए गए सबस यादा सधार का काम इगल ड म

हआ ऐस उपाय म स पहला था इगल ड म राबट पील वारा ससद म पास कया गया

ह थ ए ड मारटज ए ट (1802) यह ए ट कवल बड़ी फ ट रय पर लाग होता था और कवल एपरि टस पर इस ए ट म यह कहा गया क नौ साल स कम उ क ब च बतौर एपरि टस नह लगाए जा सकत फ मा लक पर इन ब च स बारह घ ट स यादा या फर रात म काम करवान पर रोक लगा द गई

1802 क ए ट म कई खा मया थी एक तो यह कवल बड़ी फ य पर लाग होता था और वहा भी कवल उन फि य पर जो क एपर टस को इ तमाल करती थी बह नर बाल मजदर को इस ए ट स कोई सर ा नह मलती थी सबस म य बात तो यह थी क इस ए ट म नर ण करन का कोई ावधान न था नतीजतन यह ए ट महज कागजी कानन बन कर रह गया

फर 1816 म पील क चयरमनी म एक ससद य कमट का गठन कया गया इस कमट क सलाह पर 1819 का फ नय ण कानन पास कया गया इस कानन म पछल कानन क ावधान को दोहराया गया और कहा गया क सार बाल मजदर को इस कानन क सर ा द जाएगी साथ ह यह नधा रत कया गया क सोलह साल स कम उ क मजदर को बारह घ ट क दन म डढ़ घ ट क खान क छ ी द जायगी च क यह ए ट सार कामकाजी ब च पर लाग होता था इस लए लोग न इसका डट कर वरोध कया वरो धय म एक बड़ा तबका उन मा-बाप का था जो अपन ब च स काम करवात थ

952 समाज सधार और अबधनी त

तमन अबधनी त क बार म पढ़ा होगा यह नी त अठारहवी सद क अ तम दशक म काफ फल चक थी अथशा ी एडम ि मथ िजसका हम पहल िज कर चक ह इसका एक बड़ा समथक था इस नी त क मतावल बय का मानना था क समाज क अथ यव था तब ह

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सफल हो सकती ह जब क सरकार अथ यव था को अपन आप पर छोड द उसम अपनी टाग न अड़ाए

जब उ नीसवी सद म ससद य य न मजदर क सधार क लए होन लग तो सधार-वरोधी उ योगप तय न अबधनी त क दहाई दत ह ए यह गहार लगाई क अगर रा य फ स टम को सधारन व नय त करन क को शश करगा तो सार अथ यव था ह ठ प हो जाएगी दरअसल बड़-बड़ दाश नक वचार क आड़ म य वरोधी कवल इतना कह रह थ क उ ह मजदर -ब च म हलाओ और प ष का खन चसन स नह रोका जाना चा हए भल ह ऐसा करत ह ए व समाज क इतनी दग त य न कर द िजसस क समाज का साधारण चाल-चलन ह ठ प हो जाए ऐस वरो धय को उनक खद क बवकफ स बचाना ज र था

953 सधारक य न जार रह

1820 क दशक म पावर लम और भाप क इजन म काफ यादा या क सधार आए इसका नतीजा यह हआ क इस दशक म धीर-धीर फ स टम सार कपड़ा उ योग और ख नज उ पादन पर छा गया फि या भी कवल कछ शहर इलाक म कि त होन लगी लकाशायर का कपड़ा उ योग इसका अ छा उदाहरण ह यहा कोई 25 वग मील क म इतनी यादा कपड़ा मल थी क इ ल ड का 80 तशत स यादा कपड़ा बनाया जाता था िजतना फ ट रय का जमाव बढ़ा उतना ह उनक दगण कट ह ए इसम सधार लान क ससद य यास भी उतन ह जोर स कए जान लग

954 सड़लर क यास

माइकल सड़लर न 1831 म टन-आवर बल इ ल ड क ससद म पश कया इस बल म यह ावधान था क कसी भी मजदर स दस घट (टन-आवर) स यादा काम नह लया जा सकगा यह बल ससद म पास नह हो सका

पर इन दन इ ल ड म व ट इ डीज क दास था को लकर काफ गहमा-गहमी चल रह थी इसक रहत अखबार और प काओ म फ टर मजदर क तलना व ट-इ डीज क नी ो दास स क जान लगी धीर-धीर यह मत फलन लगा क मजदर क ि थ त म सधार क लए कछ ठोस कदम उठाए जान चा हए इसक फल व प जब 1833 म लाड एशल न ससद म अपना ताव रखा तो वह कछ ससद य छ ना-झपट क बाद पा रत हो गया

955 एशल का कानन

लाड एशल क कानन (1833) को सार कपड़ा बनन क फि य पर लाग कया गया इसक अनसार नौ साल स कम उ क ब च को फ म काम करवान पर पाबद लगा द गई तरह साल स कम उ क मजदर स दन म नौ घ ट और स ताह म 40 घ ट स यादा काम करवाना तब धत कया गया उ ह रोज डढ़ घ ट क खान क छ ी दना ज र

रखा गया यह कहा गया क अठारह साल स कम उ क मजदर स दन म 12 घट और स ताह म 69 घट स यादा काम नह करवाया जा सकता ldquoरातrdquo क काम को ठ क तरह स

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प रभा षत कया गया साढ़ आठ बज शाम स लकर साढ़ पाच बज सबह तक क समय को ldquoरातrdquo करार दया गया और इस पार म कवल अ ारह साल स यादा उ क मजदर क योग क अनम त द गई फ म काम करन वाल हर ब च का रोज दो घट कल जाना नि चत कया गया नर क क एक बड़ी टोल नय त क गई जो फ मा लक पर नगरानी रख सक और जो मा लक कानन क अवहलना करत ह ए पकड़ जाए उन क सर बड़ी सजा का ावधान रखा गया

इस कानन म दो म य खा मया थी एक तो यह कवल कपड़ा उ योग पर ह लाग कया गया जब क अ य उ योग म भी मजदर क हालत काफ खराब थी दसर यह कवल ब च को अपन दायर म लता था जब क ि य और प ष को भी काननी सर ा क आव यकता थी

96 समाज और सामािजक प रवतन बहरहाल इस कानन स कछ बात साफ जा हर होती थी सबस पहल बात तो यह क

हाला क समाज म अब भी अबधनी त का बोलबाला था अब सरकार क समझ म यह आन लगा क समाज क कछ अश ऐस होत ह जहा क सधार लान क लए सरकार ह त प ज र होता ह दसर बात यह क अब साधारण तौर पर यह माना जान लगा क समाज म औ यो गक उ पादन क इकाई प रवार नह बि क यि त वशष था और उसक सामािजक सर ा और सखा-पढ़ क िज मदार कवल प रवार पर ह नह छोड़ी जा सकती थी समाज को भी आग बढ़कर कछ उपाय करना ज र था

धीर-धीर अ य उ योग को भी फ कानन क तहत लाया गया 1842 म लाड एशल क कानन को कोयला खदान पर लाग कया गया और म हला मजदर को भी सर ा द जान लगी 1878 म इस कानन न सार फि य और वकशाप को अपन दायर म ल लया इस बीच दसर दश म भी फ कानन क या जार थी 1841 म ास म बाल-मजदर कानन लाग कया गया ए शया म भी 1870 तक कई कानन जार कए गए पर उ ह कभी गभीरता स लाग नह कया गया

1848 म सार यरोप म सोश ल ट व ोह ह ए और उ ह काफ आसानी स कचल दया गया इन व ोह म मजदर न बढ़ कर ह सा लया था कचल जान क बाद इन व ोह क बह त सार नता मजदर नता बन गए और फ मा लक स मजदर क भलाई क लए माग करन लग इस समय क बाद स फ मजदर क सगठन बनना श हो गए और कमशाला क हालात म सधार क लए य सगठन अपन अपन उ योग और सरकार पर जोर हालन लग ऐसा इ ह न कस तरह कया तम अ य इकाइय म पढ़ोग

97 साराश इस इकाई म तमन जाना क फ स टम अठारहवी सद म श हआ इसन

औ यो गक उ पादन म एक नए कम व यास को ज म दया फि या चलान क लए एक नए क म क अनशासन क ज रत थी जो क पहल कभी ससार म दखन को नह मला था लगातार अनशासन था पत रखन क लए फ क मय क उपर एक नए मनजमट तबक का

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ज म हआ फोरमन और सपरवाईजर य लोग लबर अ र टो स (Labour aristocrates) कहलाए इनक रहत उ योग म उ योग क मल कयत और उसक मनजमट म भद कया जान लगा मजदर क शहर म रहन स कई बराइया पनपी उ ह दर करन क लए उ नीसवी सद क म य तक अ भजा य वग स कछ समाज सधारक उबर कर सामन आए पर मजदर क सगठन अभी ठ क तरह स नह पनप पाए थ व 1848 क यरोपीय व ोह क बाद उबर

98 अ यासाथ न (I) अश पर छोट सवाल

कछ श द म जवाब द िजए (क) या फ स टम और औ यो गक ा त म स कोई एक बगर दसर क पनप

सकता था (ख) फ स टम क मख व श टता या थी (ग) या पन बनान क फ वा तव म एडम ि मथ क वणन क अनसार होती ह (घ) या फ स टम अन तक था (च) अबधनी त फ मा लक को य पसद थी (छ) इस इकाई म िजन फ सधारक का िज ह उसक अलावा दो और सधारक क

नाम बताइय (II) सार इकाई पर सवाल

दो सौ स तीन सौ श द म जवाब द (क) फ स टम इ ल ड म कस तरह पनपा (ख) फ स टम न कस तरह था पत आ थक और सामािजक स थाओ पर हार

कया (ग) फ स टम क कारण समाज म कस तरह क प रवतन आए (घ) फ स टम म सधार लान क य न क ववचना कर

99 ास गक पठनीय थ ईज हो सबाम - ाम इड ट ए पायर प गइन ईज हो सबाम - एज आफ रवो यशन प गइन ईपी टाम सन - म कग आफ द इग लश व कग लास (सभी कताब अ जी म ह बाजार म आसानी स मल जाती ह)

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Page 28: एमassets.vmou.ac.in/MAHI01-2.pdf ·  · 2014-04-056.7 इंगलैड ... अलबट[थेयर(Albert Thaer) ने1798 (Introduction to the knowledge of English Agriculture)

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यरोप क कल जनस या म स अ धकाश ाम म ह रहती थी ल कन 1300 स 1600 ई0 क म य शहर क आबाद बढ़ इसका म य कारण सभी थान पर जनस या म व थी इसक साथ यह भी जाना क इसक या कारण थ ाम स नगर क ओर काफ स या म यि तय क पलायन स नगर क जनस या बढ़ 1851 क बाद व भ न नगर क आबाद क आकड़ स ात होता ह क उस समय एक लाख स अ धक आबाद वाल शहर क स या 25 थी नय नगर क व प क अ ययन स ात हआ क इ ल ड व शष यरोप क नगर क ि थ त व वकास म अ तर था नाग रक जीवन क लाभ और हा नय क बार म अ ययन करन स यह मालम होता ह क ामवा सय क अप ा शहर जीवन अ धक तनावपण होता ह

89 बोध न 1 ाम स नगर क ओर पलायन क या कारण थ 2 यरोप क नगर म मन य को कन क ठनाइय का सामना करना पड़ा 3 यरोप क जनस या म व क कारण का व लषण द िजए चौदहवी सद स

यरोप क दश म इसन नगर करण को कस कार स भा वत कया

810 सदभ थ 1 Chapter by RR Enfield in the book lsquoEuropean Civilization ndash Its

origin and Developmentrsquo Volume V under the direction of Edward Eyre Oxford University Press London 1937

2 Chapter by RM Hartwell in the book lsquo The Cambridge Modern History Volume IX (1793-1830) edited by CW Cramley Cambridge University Press London 1965

3 Brison D Gooch Europe in the Nineteenth Century the Macmillan Company London 1970

4 David Ogg Europe in the Seventeenth Century Hindi edition Jaipur 1967

5 Carlton JH Hayes Modern Europe to 1870 The Macmillan Company New York Sixth Print 1960

6 Langer Eadie Geanakoplos Hexter Pipes Western Civilization Volume II Harper and Row New York Second Edition 1975

7 Wallbank and Taylor Civilization ndash Past and Present Volume II Third Edition 1975

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इकाई-9 कारखाना और मजीवी वग

इकाई क परखा 90 उ य 91 फ टर स टम

911 फ टर या ह 912 फ टर स टम कस श हआ 913 एक का प नक फ का काय व यास

92 फ स टम एवम औ यो गक ा त 93 फ स टम का सामािजक असर 94 बराइया 95 बराइय को दर करन क यास एवम समाधान

951 ससद य यास 952 समाज सधार और अबधनी त 953 सधारक य न जार रह 954 सडलर क य न 955 एशल का कानन

96 समाज और सामािजक प रवतन 97 साराश 98 अ यासाथ न

981 अश पर छोट सवाल 982 सार इकाई पर सवाल

99 ास गक पठनीय थ

90 उ य लगभग 1750 स लकर 1850 तक क काल को पि चम यरोप म औ यो गक ा त

का काल माना जाता ह अ य इकाइय म तमन औ यो गक ा त क बार म व तार स पढ़ा होगा अ य बात क अलावा औ यो गक ा त का सबध उ पादन क लए एक नए सामािजक व यास को नाम दया गया ldquoफ स टमrdquo फ स टम म काम करन क लए समाज म एक नए मजीवी वग का ज म हआ इस इकाई म हम फ स टम और इसम काम करन वाल मजीवी वग क बार म जानग

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91 फ स टम 911 फ या ह

औ यो गक ा त स श आत क भी पहल क बात ह कसी तजारत करन वाल कपनी क नमाइद को ldquoफ टरrdquo बलाया जाता था उसक द तर को फ rdquo फ स कपनी खर द-फरो त करती मसलन हम अ जी ई ट इि डया कपनी को ल जब कपनी स हवी सद म भारत आई तो उसन गजरात तट पर सरत बदरगाह म अपनी पहल मख फ था पत क इस फ म कपनी अपना यापार का सामान रखती और ह द ता नय क

साथ खर द-फरो त करती याल रखन वाल बात यह ह क ई ट इि डया कपनी एक तजारती कपनी थी और उसका उ पादन स चाह वह औ यो गक हो या फर गर औ यो गक कोई सीधा सरोकार न था

जस-जस अठारहवी सद म औ यो गक ा त का व तार हआ वस-वस फ श द का च लत अथ भी बदलता गया अब फ का अथ उस थान स हआ जहा क मशीन क वारा कार गर काफ मा ा म चीज को बनात यह अथ आज तक साधारण बोलचाल क

भाषा म च लत ह सो िजस कारखान म हवाई जहाज बनता ह वह भी फ कहलाता ह और िजसम कपड़ बनत ह वह भी हाला क ldquoफ rdquo कवल चीज बनान वाल कारखान को कहा जाता था फ जसी उ पादन यव था और कम व यास उ योग म भी य त होती थी जस क कोयला खदान

इस इकाई म हम म यतः औ यो गक ा त क पहल चरण पर गौर करग इस चरण (1750-1850) म फ ट रया यादातर सत कातन क कपड़ा बनन क और लोह का काम करन वाल होती थी

912 फ स टम कस श हआ

पजीवाद यव था क श आत क दन म पि चमी यरोप म उ पादन म यतः प टग आउटrdquo स टम पर नभर करता था इस यव था म पजी का मा लक यापार कार गर को क चा माल खर द कर दता कार गर अपन-अपन घर पर अपनी ह मशीन स चीज बनात िज ह क यापार इक ा कर क बाजार म बचता इस यव था म फायदा यह था क यापार दर-दर तक फल कार गर स काम करवा सकता था और उस अपन कार गर क रहन खान क यव था भी नह करनी पड़ती

पर इस यव था म नकसान कई थ एक तो यापार को अपन कार गर तक पह चन म और उनस बना हआ माल लन म काफ समय बबाद करना पड़ता दसर काम क वा लट बरकरार रखना मि कल था तीसर कार गर स समय पर काम करवान म द कत

होती थी इन मि कल स पार पान का एक तर का था वह यह क सार कार गर को एक ह

कारखान म इक ा कर लया जाए पर ऐसा करन पर यापार को कारखान क इमारत बनान

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म पसा लगाना पड़ता मशीन खर दनी पड़ती और फोरमन और सपरवाइजर को नौकर पर लगाना पड़ता अथात यापार का उपरला खच काफ बढ़ जाता

पर जब 1700 ई0 म वीडन क यापार टोफर पोलहम न 100 कार गर वाल एक बतन-भाड क फ टर था पत क तो उसन पाया क उ पादन पर कल खच इतना कम हो जा रहा था क उपरला खच बढ़न क बावजद वह अ छा खासा मनाफा कमा लता

913 एक का प नक फ टर का काय व यास

एडम ि मथ अपनी कताब द व थ ऑफ नश स (1776) म एक साधारण पन बनान वाल फ टर का वणन करता ह जब पन घरल उ योग म बनाए जात थ तो एक या दो यि त ह पन बनान म लगत थ पर फ टर म पन बनान क या को कई ह स म बाट दया गया एक आदमी तार खीचता दसरा उस सीधा करता तीसरा काटता चौथा उसक एक सर को नक ला करता पाचवा उसक दसर सर को घसता वगरह इस तरह तार खीचन स लकर बन ह ए पन को कागज क प ड़या म पक करन तक एडम ि मथ न कोई 32 चरण गन इनम स कसी भी चरण पर ह नरमद कार गर क ज रत नह थी एक ब चा भी इनम स कसी एक चरण को बखबी परा कर सकता था यह फ स टम क मख व श टता थी

फ टर म उ पादन क या को बह त ह सरल छोट-छोट ह स म बाट दया गया हर चरण को एक साधारण अकशल मक भी आसानी स परा कर सकता था या न क अब कारखान क उ पादन- मता कसी यि त वशष क द ता पर नभर नह करती थी बि क सार कारखान क आगनाइजशन पर िजस क एक मनजर आसानी स क ोल कर सकता था फर च क द कार गर क ज रत नह थी तो फ ट रय म ि य और ब च को आसानी स मक क तौर पर इ तमाल कया जा सकता था और हाला क ि या और ब च एक प ष िजतना ह उ पादन करत उनक तन वाह आद मय क तलना म कह कम रहती इस सब स फ टर क मा लक को काफ मनाफा होता

92 फ स टम एवम औ यो गक ा त इ तहासकार हो सबाम का कहना ह क वस तो स हवी सद स ह उ पादन या म

अनक कार क या क सधार होन श हो गए थ पर सफ या क सधार ह औ यो गक ा त नह ला सक औ यो गक ा त क लए ज र था क उ पादन इतना यादा और इतना

स ता हो क बाजार म आप स आप इस उ पाद क लए माग बढ़ ऐसा तब ह हो सका जब या क सधार क साथ उ पादन क लए एक नए कम व यास का इ तमाल कया गया जब उ पादन क या स सब धत डवीजन आफ लबर को (काम क बटवार) को काफ ज टल बना दया गया उ पादन क या को कई छोट-छोट टकड़ म बाट दया गया और एक मजदर क िज म कवल एक ह ह सा रखा यह फ स टम क मख व श टता थी

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93 फ टर स टम का सामािजक असर मनाफा बढ़ान क लए यह ज र था क फ म लगी मशीन का यादा स यादा

उपयोग कया जा सक फ मा लक क च टा यह रहती थी क अपन कार गर स तब तक लगातार काम करवात रह जब तक क मशीन ह जवाब न द जाए इसका मतलब यह था क कामगार को काम करन क तर क का एक नया अनशासन सीखना पड़ा

इ तहासकार ईपी हामपसन का मानना ह क िजस लय स मशीन चलती ह उसी लय स मक को चलना सीखना पड़ा समय क पाबद सीखनी पड़ी क एक नि चत समय पर काम पर आए और एक नि चत समय पर काम स हट एक ह थान पर खड़ होकर लगातार एक ह या क काम को लगातार करत रहन क आदत डालनी पड़ी य द कसी क िज म पन का तार घसना था तो वह लगातार दनभर कवल तार ह घस सकता था िजस यि त को तार सीधा करन का काम दया गया दनभर एक ह थान पर खड़ रहकर कवल तार ह सीधा करता रहता

जस-जस समय बीतता गया इस पर स टम क दगण भी सामन आत गए सबस पहल जो बात सामन आई वह यह ह क फ म लगातार एक ह जगह पर कठपतल क तरह काम करत रहना काफ उबाऊ था मक थोड़ ह समय म इस तरह क काम स जी चरान लगत जब फ का मा लक उनस जबरद ती काम करवाता तो जा हरा तौर पर काम करन वाल को यह बात अखरती और उ ह ख दल स काम पर लग रहना पड़ता

जहा तक काम करन क प रि थ तय का सवाल ह कछ बात साफ ह एक तो यह क यह कहना मि कल ह क फ म काम करन वाल क प रि थ त दसर मक क प रि थ त स बहतर थी या बदतर ऐसा इस लए क इ तहासकार क पास औ यो गक ा त स पहल क काल क मक क बार म यादा जानकार नह ह हा यह ज र पता ह क तरहवी सद स ह उ तर यरोप म पगार पान वाल मजदर हआ करत थ और उनक हालत अ य मजदर क हालत स खराब नह थी वस भी स हवी-अठारहवी सद म कम स कम इ ल ड म प टग आउट स टम क तहत काम करन वाल बह त सार मजदर पगार क एवज म ह काम कया करत थ कहन का मतलब यह ह क फ मजदर का तन वाह मजदर होना समाज क लए कोई नह बात नह थी

94 बराइया जो नई बात थी वह यह क जब फ या बनी तो एक साथ बह त सार मजदर शहर

म इक ा ह ए इस जमाव म उनक ददशा भी समाज क सामन कह यादा खर प स उजागर ह ई

उ योग म ब च और औरत को सोलह घ ट या उसस भी यादा काम करवाया जाता थकान क कारण य द कोई काम नह कर पाता तो उस ब ट स पीटा जाता था तन वाह काट ल जाती तन वाह वस भी काफ कम मलती थी एक ह त क लए कसी ह नरमद कार गर को 1795 म कोई 25 श लग और साधारण मजदर को सफ 12 श लग मला

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करत थ म हलाओ को प ष स आधी और ब च को एक चौथाई तन वाह ह मलती हाला क व प ष िजतना ह काम करत

कोयल क खदान म तो ि थ त और भी यादा खराब थी यहा चार स पाच साल क ब च को खदान क सरग क अदर बारह स सोलह घट काम करवाया जाता इनक औसत पगार दो स तीन श लग त स ताह थी

फ स टम क आन स मजदर क गर बी भी बह त यादा उजागर होन लगी वस तो औ यो गक ा त क श क साल म ह यह साफ हो गया था क समाज म नर ह गर ब क स या बढ़ रह ह पर इस ि थ त स बचन क लए कछ खास नह कया गया पीनहमल ड नामक क ब म गर ब क मदद क लए एक स टम ज र श कया गया िजस पीनहमल ड स टम क नाम स जाना जाता था कछ दसर क ब न भी इस स टम को

अपनाया पर बढ़ती ह ई औ यो गक गर बी क सामन यह स टम प त हो गया शहर म ि थ त कछ ऐसी थी क मजदर क हालत बद स बदतर होती चल गई

शहर बगर कसी योजना क बतहाशा बढ़त चल गए उनक नगरपा लकाए इस नई आबाद क दखभाल करन म असमथ रह शहर म गद द र बि तया पनपन लगी िज ह अ जी म लम कहत ह जहा अब तक शहर म अनक तबक क लोग आपस म मल कर रहत थ

वहा धीर-धीर मजदर बि तया शहर क बाक आबाद स हट कर रहन लगी इन बि तय म न तो सडक ठ क होती न ह ना लया न ह कड़ा नकालन क कोई यव था न ह पय जल का इतजाम और न ह ठ क स बन ह ए मकान इ तहासकार हो सबाम का कहना ह क यरोप क शहर म इस क म क बि तया यादातर शहर क पव ह स म बसी सो शहर म एक नया भद श हो गया ई ट ए ड नवासी (गर ब) और व ट ए ड नवासी (अ भजा य) का

रह-रहकर औ यो गक शहर म महामा रया भी बढ़न लगी लासग म पहल बार 1818 ई0 म हाइफस जवर का कोप फला यरोप क सार औ यो गक शहर म 1831 ई0 और 1832 ई0 म टाइफाइड़ क महामार छाई रह इन शहर म कालरा मयाद बखार और तप दक का भी बोलबाला रहा य सार बीमा रया यादातर मजदर बि तय म ह रह मानो यह सा बत कर रह ह क जहा द र ता और गदगी ह वहा बीमा रया भी रहगी इस सबन मजदर बि तय क नवा सय का हौसला तोड़ दया सामािजक हौसलाप ती क कई ल ण सामन आन लग शराब का ज रत स यादा इ तमाल होन लगा बाल ह या व याव त आ मह या और मान सक व ता क घटनाए बढ़न लगी मजदर क दग त इस बात स और भी यादा उजागर ह ई क औ यो गक ा त क कारण समाज क बाक सार वग क स प नता बढ़ रह थी

95 बराइय को दर करन क यास एवम समाधान फ टर स टम क इन बराइय को ज द स ज द दर करना बड़ा ज र था य क

एक तो साधारण मानवीयता का तकाजा था क मजदर क काम करन क हालात म सधार आए इसस भी यादा बड़ा कारण यह था क फि य म अ धकाश उ पाद फ म काम करन वाल मजदर ह खर दत थ इस लए अगर मजदर क माल हालत एक सीमा स नीच जाती

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तो नकसान पजीप तय को ह होता और अगर मजदर बि तय क समाज यव था को ठ प होन दया जाता तो डर था क कह दश म व ोह न भड़क उठ व ोह न भी होता तो यह तो साफ था क म यवग क जवान इन बि तय म फल रह शराबखोर व याव त और अ य कार क अन तकता क च कर म पड़ रह थ य द म यवग को अन तकता स बचाना था तो

ज र था क मजदर वग स अन तकता को दर कया जाए

951 ससद य यास

आजकल यह माना जाता ह क य द फ मा लक अपन मजदर क भल कार दखभाल कर तो उ ह ह यादा मनाफा होता ह पर उ नीसवी सद म यह बात अ धकाश पजीप तय क समझ म नह आ रह थी इस लए हम पात ह क फ टर म मजदर क ि थ त सधारन वाल अ धकाश उपाय कवल कछ फ टर मा लक क पहल पर रा य यव था वारा व भ न दश क ससद वारा कए गए सबस यादा सधार का काम इगल ड म

हआ ऐस उपाय म स पहला था इगल ड म राबट पील वारा ससद म पास कया गया

ह थ ए ड मारटज ए ट (1802) यह ए ट कवल बड़ी फ ट रय पर लाग होता था और कवल एपरि टस पर इस ए ट म यह कहा गया क नौ साल स कम उ क ब च बतौर एपरि टस नह लगाए जा सकत फ मा लक पर इन ब च स बारह घ ट स यादा या फर रात म काम करवान पर रोक लगा द गई

1802 क ए ट म कई खा मया थी एक तो यह कवल बड़ी फ य पर लाग होता था और वहा भी कवल उन फि य पर जो क एपर टस को इ तमाल करती थी बह नर बाल मजदर को इस ए ट स कोई सर ा नह मलती थी सबस म य बात तो यह थी क इस ए ट म नर ण करन का कोई ावधान न था नतीजतन यह ए ट महज कागजी कानन बन कर रह गया

फर 1816 म पील क चयरमनी म एक ससद य कमट का गठन कया गया इस कमट क सलाह पर 1819 का फ नय ण कानन पास कया गया इस कानन म पछल कानन क ावधान को दोहराया गया और कहा गया क सार बाल मजदर को इस कानन क सर ा द जाएगी साथ ह यह नधा रत कया गया क सोलह साल स कम उ क मजदर को बारह घ ट क दन म डढ़ घ ट क खान क छ ी द जायगी च क यह ए ट सार कामकाजी ब च पर लाग होता था इस लए लोग न इसका डट कर वरोध कया वरो धय म एक बड़ा तबका उन मा-बाप का था जो अपन ब च स काम करवात थ

952 समाज सधार और अबधनी त

तमन अबधनी त क बार म पढ़ा होगा यह नी त अठारहवी सद क अ तम दशक म काफ फल चक थी अथशा ी एडम ि मथ िजसका हम पहल िज कर चक ह इसका एक बड़ा समथक था इस नी त क मतावल बय का मानना था क समाज क अथ यव था तब ह

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सफल हो सकती ह जब क सरकार अथ यव था को अपन आप पर छोड द उसम अपनी टाग न अड़ाए

जब उ नीसवी सद म ससद य य न मजदर क सधार क लए होन लग तो सधार-वरोधी उ योगप तय न अबधनी त क दहाई दत ह ए यह गहार लगाई क अगर रा य फ स टम को सधारन व नय त करन क को शश करगा तो सार अथ यव था ह ठ प हो जाएगी दरअसल बड़-बड़ दाश नक वचार क आड़ म य वरोधी कवल इतना कह रह थ क उ ह मजदर -ब च म हलाओ और प ष का खन चसन स नह रोका जाना चा हए भल ह ऐसा करत ह ए व समाज क इतनी दग त य न कर द िजसस क समाज का साधारण चाल-चलन ह ठ प हो जाए ऐस वरो धय को उनक खद क बवकफ स बचाना ज र था

953 सधारक य न जार रह

1820 क दशक म पावर लम और भाप क इजन म काफ यादा या क सधार आए इसका नतीजा यह हआ क इस दशक म धीर-धीर फ स टम सार कपड़ा उ योग और ख नज उ पादन पर छा गया फि या भी कवल कछ शहर इलाक म कि त होन लगी लकाशायर का कपड़ा उ योग इसका अ छा उदाहरण ह यहा कोई 25 वग मील क म इतनी यादा कपड़ा मल थी क इ ल ड का 80 तशत स यादा कपड़ा बनाया जाता था िजतना फ ट रय का जमाव बढ़ा उतना ह उनक दगण कट ह ए इसम सधार लान क ससद य यास भी उतन ह जोर स कए जान लग

954 सड़लर क यास

माइकल सड़लर न 1831 म टन-आवर बल इ ल ड क ससद म पश कया इस बल म यह ावधान था क कसी भी मजदर स दस घट (टन-आवर) स यादा काम नह लया जा सकगा यह बल ससद म पास नह हो सका

पर इन दन इ ल ड म व ट इ डीज क दास था को लकर काफ गहमा-गहमी चल रह थी इसक रहत अखबार और प काओ म फ टर मजदर क तलना व ट-इ डीज क नी ो दास स क जान लगी धीर-धीर यह मत फलन लगा क मजदर क ि थ त म सधार क लए कछ ठोस कदम उठाए जान चा हए इसक फल व प जब 1833 म लाड एशल न ससद म अपना ताव रखा तो वह कछ ससद य छ ना-झपट क बाद पा रत हो गया

955 एशल का कानन

लाड एशल क कानन (1833) को सार कपड़ा बनन क फि य पर लाग कया गया इसक अनसार नौ साल स कम उ क ब च को फ म काम करवान पर पाबद लगा द गई तरह साल स कम उ क मजदर स दन म नौ घ ट और स ताह म 40 घ ट स यादा काम करवाना तब धत कया गया उ ह रोज डढ़ घ ट क खान क छ ी दना ज र

रखा गया यह कहा गया क अठारह साल स कम उ क मजदर स दन म 12 घट और स ताह म 69 घट स यादा काम नह करवाया जा सकता ldquoरातrdquo क काम को ठ क तरह स

36

प रभा षत कया गया साढ़ आठ बज शाम स लकर साढ़ पाच बज सबह तक क समय को ldquoरातrdquo करार दया गया और इस पार म कवल अ ारह साल स यादा उ क मजदर क योग क अनम त द गई फ म काम करन वाल हर ब च का रोज दो घट कल जाना नि चत कया गया नर क क एक बड़ी टोल नय त क गई जो फ मा लक पर नगरानी रख सक और जो मा लक कानन क अवहलना करत ह ए पकड़ जाए उन क सर बड़ी सजा का ावधान रखा गया

इस कानन म दो म य खा मया थी एक तो यह कवल कपड़ा उ योग पर ह लाग कया गया जब क अ य उ योग म भी मजदर क हालत काफ खराब थी दसर यह कवल ब च को अपन दायर म लता था जब क ि य और प ष को भी काननी सर ा क आव यकता थी

96 समाज और सामािजक प रवतन बहरहाल इस कानन स कछ बात साफ जा हर होती थी सबस पहल बात तो यह क

हाला क समाज म अब भी अबधनी त का बोलबाला था अब सरकार क समझ म यह आन लगा क समाज क कछ अश ऐस होत ह जहा क सधार लान क लए सरकार ह त प ज र होता ह दसर बात यह क अब साधारण तौर पर यह माना जान लगा क समाज म औ यो गक उ पादन क इकाई प रवार नह बि क यि त वशष था और उसक सामािजक सर ा और सखा-पढ़ क िज मदार कवल प रवार पर ह नह छोड़ी जा सकती थी समाज को भी आग बढ़कर कछ उपाय करना ज र था

धीर-धीर अ य उ योग को भी फ कानन क तहत लाया गया 1842 म लाड एशल क कानन को कोयला खदान पर लाग कया गया और म हला मजदर को भी सर ा द जान लगी 1878 म इस कानन न सार फि य और वकशाप को अपन दायर म ल लया इस बीच दसर दश म भी फ कानन क या जार थी 1841 म ास म बाल-मजदर कानन लाग कया गया ए शया म भी 1870 तक कई कानन जार कए गए पर उ ह कभी गभीरता स लाग नह कया गया

1848 म सार यरोप म सोश ल ट व ोह ह ए और उ ह काफ आसानी स कचल दया गया इन व ोह म मजदर न बढ़ कर ह सा लया था कचल जान क बाद इन व ोह क बह त सार नता मजदर नता बन गए और फ मा लक स मजदर क भलाई क लए माग करन लग इस समय क बाद स फ मजदर क सगठन बनना श हो गए और कमशाला क हालात म सधार क लए य सगठन अपन अपन उ योग और सरकार पर जोर हालन लग ऐसा इ ह न कस तरह कया तम अ य इकाइय म पढ़ोग

97 साराश इस इकाई म तमन जाना क फ स टम अठारहवी सद म श हआ इसन

औ यो गक उ पादन म एक नए कम व यास को ज म दया फि या चलान क लए एक नए क म क अनशासन क ज रत थी जो क पहल कभी ससार म दखन को नह मला था लगातार अनशासन था पत रखन क लए फ क मय क उपर एक नए मनजमट तबक का

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ज म हआ फोरमन और सपरवाईजर य लोग लबर अ र टो स (Labour aristocrates) कहलाए इनक रहत उ योग म उ योग क मल कयत और उसक मनजमट म भद कया जान लगा मजदर क शहर म रहन स कई बराइया पनपी उ ह दर करन क लए उ नीसवी सद क म य तक अ भजा य वग स कछ समाज सधारक उबर कर सामन आए पर मजदर क सगठन अभी ठ क तरह स नह पनप पाए थ व 1848 क यरोपीय व ोह क बाद उबर

98 अ यासाथ न (I) अश पर छोट सवाल

कछ श द म जवाब द िजए (क) या फ स टम और औ यो गक ा त म स कोई एक बगर दसर क पनप

सकता था (ख) फ स टम क मख व श टता या थी (ग) या पन बनान क फ वा तव म एडम ि मथ क वणन क अनसार होती ह (घ) या फ स टम अन तक था (च) अबधनी त फ मा लक को य पसद थी (छ) इस इकाई म िजन फ सधारक का िज ह उसक अलावा दो और सधारक क

नाम बताइय (II) सार इकाई पर सवाल

दो सौ स तीन सौ श द म जवाब द (क) फ स टम इ ल ड म कस तरह पनपा (ख) फ स टम न कस तरह था पत आ थक और सामािजक स थाओ पर हार

कया (ग) फ स टम क कारण समाज म कस तरह क प रवतन आए (घ) फ स टम म सधार लान क य न क ववचना कर

99 ास गक पठनीय थ ईज हो सबाम - ाम इड ट ए पायर प गइन ईज हो सबाम - एज आफ रवो यशन प गइन ईपी टाम सन - म कग आफ द इग लश व कग लास (सभी कताब अ जी म ह बाजार म आसानी स मल जाती ह)

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Page 29: एमassets.vmou.ac.in/MAHI01-2.pdf ·  · 2014-04-056.7 इंगलैड ... अलबट[थेयर(Albert Thaer) ने1798 (Introduction to the knowledge of English Agriculture)

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इकाई-9 कारखाना और मजीवी वग

इकाई क परखा 90 उ य 91 फ टर स टम

911 फ टर या ह 912 फ टर स टम कस श हआ 913 एक का प नक फ का काय व यास

92 फ स टम एवम औ यो गक ा त 93 फ स टम का सामािजक असर 94 बराइया 95 बराइय को दर करन क यास एवम समाधान

951 ससद य यास 952 समाज सधार और अबधनी त 953 सधारक य न जार रह 954 सडलर क य न 955 एशल का कानन

96 समाज और सामािजक प रवतन 97 साराश 98 अ यासाथ न

981 अश पर छोट सवाल 982 सार इकाई पर सवाल

99 ास गक पठनीय थ

90 उ य लगभग 1750 स लकर 1850 तक क काल को पि चम यरोप म औ यो गक ा त

का काल माना जाता ह अ य इकाइय म तमन औ यो गक ा त क बार म व तार स पढ़ा होगा अ य बात क अलावा औ यो गक ा त का सबध उ पादन क लए एक नए सामािजक व यास को नाम दया गया ldquoफ स टमrdquo फ स टम म काम करन क लए समाज म एक नए मजीवी वग का ज म हआ इस इकाई म हम फ स टम और इसम काम करन वाल मजीवी वग क बार म जानग

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91 फ स टम 911 फ या ह

औ यो गक ा त स श आत क भी पहल क बात ह कसी तजारत करन वाल कपनी क नमाइद को ldquoफ टरrdquo बलाया जाता था उसक द तर को फ rdquo फ स कपनी खर द-फरो त करती मसलन हम अ जी ई ट इि डया कपनी को ल जब कपनी स हवी सद म भारत आई तो उसन गजरात तट पर सरत बदरगाह म अपनी पहल मख फ था पत क इस फ म कपनी अपना यापार का सामान रखती और ह द ता नय क

साथ खर द-फरो त करती याल रखन वाल बात यह ह क ई ट इि डया कपनी एक तजारती कपनी थी और उसका उ पादन स चाह वह औ यो गक हो या फर गर औ यो गक कोई सीधा सरोकार न था

जस-जस अठारहवी सद म औ यो गक ा त का व तार हआ वस-वस फ श द का च लत अथ भी बदलता गया अब फ का अथ उस थान स हआ जहा क मशीन क वारा कार गर काफ मा ा म चीज को बनात यह अथ आज तक साधारण बोलचाल क

भाषा म च लत ह सो िजस कारखान म हवाई जहाज बनता ह वह भी फ कहलाता ह और िजसम कपड़ बनत ह वह भी हाला क ldquoफ rdquo कवल चीज बनान वाल कारखान को कहा जाता था फ जसी उ पादन यव था और कम व यास उ योग म भी य त होती थी जस क कोयला खदान

इस इकाई म हम म यतः औ यो गक ा त क पहल चरण पर गौर करग इस चरण (1750-1850) म फ ट रया यादातर सत कातन क कपड़ा बनन क और लोह का काम करन वाल होती थी

912 फ स टम कस श हआ

पजीवाद यव था क श आत क दन म पि चमी यरोप म उ पादन म यतः प टग आउटrdquo स टम पर नभर करता था इस यव था म पजी का मा लक यापार कार गर को क चा माल खर द कर दता कार गर अपन-अपन घर पर अपनी ह मशीन स चीज बनात िज ह क यापार इक ा कर क बाजार म बचता इस यव था म फायदा यह था क यापार दर-दर तक फल कार गर स काम करवा सकता था और उस अपन कार गर क रहन खान क यव था भी नह करनी पड़ती

पर इस यव था म नकसान कई थ एक तो यापार को अपन कार गर तक पह चन म और उनस बना हआ माल लन म काफ समय बबाद करना पड़ता दसर काम क वा लट बरकरार रखना मि कल था तीसर कार गर स समय पर काम करवान म द कत

होती थी इन मि कल स पार पान का एक तर का था वह यह क सार कार गर को एक ह

कारखान म इक ा कर लया जाए पर ऐसा करन पर यापार को कारखान क इमारत बनान

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म पसा लगाना पड़ता मशीन खर दनी पड़ती और फोरमन और सपरवाइजर को नौकर पर लगाना पड़ता अथात यापार का उपरला खच काफ बढ़ जाता

पर जब 1700 ई0 म वीडन क यापार टोफर पोलहम न 100 कार गर वाल एक बतन-भाड क फ टर था पत क तो उसन पाया क उ पादन पर कल खच इतना कम हो जा रहा था क उपरला खच बढ़न क बावजद वह अ छा खासा मनाफा कमा लता

913 एक का प नक फ टर का काय व यास

एडम ि मथ अपनी कताब द व थ ऑफ नश स (1776) म एक साधारण पन बनान वाल फ टर का वणन करता ह जब पन घरल उ योग म बनाए जात थ तो एक या दो यि त ह पन बनान म लगत थ पर फ टर म पन बनान क या को कई ह स म बाट दया गया एक आदमी तार खीचता दसरा उस सीधा करता तीसरा काटता चौथा उसक एक सर को नक ला करता पाचवा उसक दसर सर को घसता वगरह इस तरह तार खीचन स लकर बन ह ए पन को कागज क प ड़या म पक करन तक एडम ि मथ न कोई 32 चरण गन इनम स कसी भी चरण पर ह नरमद कार गर क ज रत नह थी एक ब चा भी इनम स कसी एक चरण को बखबी परा कर सकता था यह फ स टम क मख व श टता थी

फ टर म उ पादन क या को बह त ह सरल छोट-छोट ह स म बाट दया गया हर चरण को एक साधारण अकशल मक भी आसानी स परा कर सकता था या न क अब कारखान क उ पादन- मता कसी यि त वशष क द ता पर नभर नह करती थी बि क सार कारखान क आगनाइजशन पर िजस क एक मनजर आसानी स क ोल कर सकता था फर च क द कार गर क ज रत नह थी तो फ ट रय म ि य और ब च को आसानी स मक क तौर पर इ तमाल कया जा सकता था और हाला क ि या और ब च एक प ष िजतना ह उ पादन करत उनक तन वाह आद मय क तलना म कह कम रहती इस सब स फ टर क मा लक को काफ मनाफा होता

92 फ स टम एवम औ यो गक ा त इ तहासकार हो सबाम का कहना ह क वस तो स हवी सद स ह उ पादन या म

अनक कार क या क सधार होन श हो गए थ पर सफ या क सधार ह औ यो गक ा त नह ला सक औ यो गक ा त क लए ज र था क उ पादन इतना यादा और इतना

स ता हो क बाजार म आप स आप इस उ पाद क लए माग बढ़ ऐसा तब ह हो सका जब या क सधार क साथ उ पादन क लए एक नए कम व यास का इ तमाल कया गया जब उ पादन क या स सब धत डवीजन आफ लबर को (काम क बटवार) को काफ ज टल बना दया गया उ पादन क या को कई छोट-छोट टकड़ म बाट दया गया और एक मजदर क िज म कवल एक ह ह सा रखा यह फ स टम क मख व श टता थी

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93 फ टर स टम का सामािजक असर मनाफा बढ़ान क लए यह ज र था क फ म लगी मशीन का यादा स यादा

उपयोग कया जा सक फ मा लक क च टा यह रहती थी क अपन कार गर स तब तक लगातार काम करवात रह जब तक क मशीन ह जवाब न द जाए इसका मतलब यह था क कामगार को काम करन क तर क का एक नया अनशासन सीखना पड़ा

इ तहासकार ईपी हामपसन का मानना ह क िजस लय स मशीन चलती ह उसी लय स मक को चलना सीखना पड़ा समय क पाबद सीखनी पड़ी क एक नि चत समय पर काम पर आए और एक नि चत समय पर काम स हट एक ह थान पर खड़ होकर लगातार एक ह या क काम को लगातार करत रहन क आदत डालनी पड़ी य द कसी क िज म पन का तार घसना था तो वह लगातार दनभर कवल तार ह घस सकता था िजस यि त को तार सीधा करन का काम दया गया दनभर एक ह थान पर खड़ रहकर कवल तार ह सीधा करता रहता

जस-जस समय बीतता गया इस पर स टम क दगण भी सामन आत गए सबस पहल जो बात सामन आई वह यह ह क फ म लगातार एक ह जगह पर कठपतल क तरह काम करत रहना काफ उबाऊ था मक थोड़ ह समय म इस तरह क काम स जी चरान लगत जब फ का मा लक उनस जबरद ती काम करवाता तो जा हरा तौर पर काम करन वाल को यह बात अखरती और उ ह ख दल स काम पर लग रहना पड़ता

जहा तक काम करन क प रि थ तय का सवाल ह कछ बात साफ ह एक तो यह क यह कहना मि कल ह क फ म काम करन वाल क प रि थ त दसर मक क प रि थ त स बहतर थी या बदतर ऐसा इस लए क इ तहासकार क पास औ यो गक ा त स पहल क काल क मक क बार म यादा जानकार नह ह हा यह ज र पता ह क तरहवी सद स ह उ तर यरोप म पगार पान वाल मजदर हआ करत थ और उनक हालत अ य मजदर क हालत स खराब नह थी वस भी स हवी-अठारहवी सद म कम स कम इ ल ड म प टग आउट स टम क तहत काम करन वाल बह त सार मजदर पगार क एवज म ह काम कया करत थ कहन का मतलब यह ह क फ मजदर का तन वाह मजदर होना समाज क लए कोई नह बात नह थी

94 बराइया जो नई बात थी वह यह क जब फ या बनी तो एक साथ बह त सार मजदर शहर

म इक ा ह ए इस जमाव म उनक ददशा भी समाज क सामन कह यादा खर प स उजागर ह ई

उ योग म ब च और औरत को सोलह घ ट या उसस भी यादा काम करवाया जाता थकान क कारण य द कोई काम नह कर पाता तो उस ब ट स पीटा जाता था तन वाह काट ल जाती तन वाह वस भी काफ कम मलती थी एक ह त क लए कसी ह नरमद कार गर को 1795 म कोई 25 श लग और साधारण मजदर को सफ 12 श लग मला

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करत थ म हलाओ को प ष स आधी और ब च को एक चौथाई तन वाह ह मलती हाला क व प ष िजतना ह काम करत

कोयल क खदान म तो ि थ त और भी यादा खराब थी यहा चार स पाच साल क ब च को खदान क सरग क अदर बारह स सोलह घट काम करवाया जाता इनक औसत पगार दो स तीन श लग त स ताह थी

फ स टम क आन स मजदर क गर बी भी बह त यादा उजागर होन लगी वस तो औ यो गक ा त क श क साल म ह यह साफ हो गया था क समाज म नर ह गर ब क स या बढ़ रह ह पर इस ि थ त स बचन क लए कछ खास नह कया गया पीनहमल ड नामक क ब म गर ब क मदद क लए एक स टम ज र श कया गया िजस पीनहमल ड स टम क नाम स जाना जाता था कछ दसर क ब न भी इस स टम को

अपनाया पर बढ़ती ह ई औ यो गक गर बी क सामन यह स टम प त हो गया शहर म ि थ त कछ ऐसी थी क मजदर क हालत बद स बदतर होती चल गई

शहर बगर कसी योजना क बतहाशा बढ़त चल गए उनक नगरपा लकाए इस नई आबाद क दखभाल करन म असमथ रह शहर म गद द र बि तया पनपन लगी िज ह अ जी म लम कहत ह जहा अब तक शहर म अनक तबक क लोग आपस म मल कर रहत थ

वहा धीर-धीर मजदर बि तया शहर क बाक आबाद स हट कर रहन लगी इन बि तय म न तो सडक ठ क होती न ह ना लया न ह कड़ा नकालन क कोई यव था न ह पय जल का इतजाम और न ह ठ क स बन ह ए मकान इ तहासकार हो सबाम का कहना ह क यरोप क शहर म इस क म क बि तया यादातर शहर क पव ह स म बसी सो शहर म एक नया भद श हो गया ई ट ए ड नवासी (गर ब) और व ट ए ड नवासी (अ भजा य) का

रह-रहकर औ यो गक शहर म महामा रया भी बढ़न लगी लासग म पहल बार 1818 ई0 म हाइफस जवर का कोप फला यरोप क सार औ यो गक शहर म 1831 ई0 और 1832 ई0 म टाइफाइड़ क महामार छाई रह इन शहर म कालरा मयाद बखार और तप दक का भी बोलबाला रहा य सार बीमा रया यादातर मजदर बि तय म ह रह मानो यह सा बत कर रह ह क जहा द र ता और गदगी ह वहा बीमा रया भी रहगी इस सबन मजदर बि तय क नवा सय का हौसला तोड़ दया सामािजक हौसलाप ती क कई ल ण सामन आन लग शराब का ज रत स यादा इ तमाल होन लगा बाल ह या व याव त आ मह या और मान सक व ता क घटनाए बढ़न लगी मजदर क दग त इस बात स और भी यादा उजागर ह ई क औ यो गक ा त क कारण समाज क बाक सार वग क स प नता बढ़ रह थी

95 बराइय को दर करन क यास एवम समाधान फ टर स टम क इन बराइय को ज द स ज द दर करना बड़ा ज र था य क

एक तो साधारण मानवीयता का तकाजा था क मजदर क काम करन क हालात म सधार आए इसस भी यादा बड़ा कारण यह था क फि य म अ धकाश उ पाद फ म काम करन वाल मजदर ह खर दत थ इस लए अगर मजदर क माल हालत एक सीमा स नीच जाती

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तो नकसान पजीप तय को ह होता और अगर मजदर बि तय क समाज यव था को ठ प होन दया जाता तो डर था क कह दश म व ोह न भड़क उठ व ोह न भी होता तो यह तो साफ था क म यवग क जवान इन बि तय म फल रह शराबखोर व याव त और अ य कार क अन तकता क च कर म पड़ रह थ य द म यवग को अन तकता स बचाना था तो

ज र था क मजदर वग स अन तकता को दर कया जाए

951 ससद य यास

आजकल यह माना जाता ह क य द फ मा लक अपन मजदर क भल कार दखभाल कर तो उ ह ह यादा मनाफा होता ह पर उ नीसवी सद म यह बात अ धकाश पजीप तय क समझ म नह आ रह थी इस लए हम पात ह क फ टर म मजदर क ि थ त सधारन वाल अ धकाश उपाय कवल कछ फ टर मा लक क पहल पर रा य यव था वारा व भ न दश क ससद वारा कए गए सबस यादा सधार का काम इगल ड म

हआ ऐस उपाय म स पहला था इगल ड म राबट पील वारा ससद म पास कया गया

ह थ ए ड मारटज ए ट (1802) यह ए ट कवल बड़ी फ ट रय पर लाग होता था और कवल एपरि टस पर इस ए ट म यह कहा गया क नौ साल स कम उ क ब च बतौर एपरि टस नह लगाए जा सकत फ मा लक पर इन ब च स बारह घ ट स यादा या फर रात म काम करवान पर रोक लगा द गई

1802 क ए ट म कई खा मया थी एक तो यह कवल बड़ी फ य पर लाग होता था और वहा भी कवल उन फि य पर जो क एपर टस को इ तमाल करती थी बह नर बाल मजदर को इस ए ट स कोई सर ा नह मलती थी सबस म य बात तो यह थी क इस ए ट म नर ण करन का कोई ावधान न था नतीजतन यह ए ट महज कागजी कानन बन कर रह गया

फर 1816 म पील क चयरमनी म एक ससद य कमट का गठन कया गया इस कमट क सलाह पर 1819 का फ नय ण कानन पास कया गया इस कानन म पछल कानन क ावधान को दोहराया गया और कहा गया क सार बाल मजदर को इस कानन क सर ा द जाएगी साथ ह यह नधा रत कया गया क सोलह साल स कम उ क मजदर को बारह घ ट क दन म डढ़ घ ट क खान क छ ी द जायगी च क यह ए ट सार कामकाजी ब च पर लाग होता था इस लए लोग न इसका डट कर वरोध कया वरो धय म एक बड़ा तबका उन मा-बाप का था जो अपन ब च स काम करवात थ

952 समाज सधार और अबधनी त

तमन अबधनी त क बार म पढ़ा होगा यह नी त अठारहवी सद क अ तम दशक म काफ फल चक थी अथशा ी एडम ि मथ िजसका हम पहल िज कर चक ह इसका एक बड़ा समथक था इस नी त क मतावल बय का मानना था क समाज क अथ यव था तब ह

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सफल हो सकती ह जब क सरकार अथ यव था को अपन आप पर छोड द उसम अपनी टाग न अड़ाए

जब उ नीसवी सद म ससद य य न मजदर क सधार क लए होन लग तो सधार-वरोधी उ योगप तय न अबधनी त क दहाई दत ह ए यह गहार लगाई क अगर रा य फ स टम को सधारन व नय त करन क को शश करगा तो सार अथ यव था ह ठ प हो जाएगी दरअसल बड़-बड़ दाश नक वचार क आड़ म य वरोधी कवल इतना कह रह थ क उ ह मजदर -ब च म हलाओ और प ष का खन चसन स नह रोका जाना चा हए भल ह ऐसा करत ह ए व समाज क इतनी दग त य न कर द िजसस क समाज का साधारण चाल-चलन ह ठ प हो जाए ऐस वरो धय को उनक खद क बवकफ स बचाना ज र था

953 सधारक य न जार रह

1820 क दशक म पावर लम और भाप क इजन म काफ यादा या क सधार आए इसका नतीजा यह हआ क इस दशक म धीर-धीर फ स टम सार कपड़ा उ योग और ख नज उ पादन पर छा गया फि या भी कवल कछ शहर इलाक म कि त होन लगी लकाशायर का कपड़ा उ योग इसका अ छा उदाहरण ह यहा कोई 25 वग मील क म इतनी यादा कपड़ा मल थी क इ ल ड का 80 तशत स यादा कपड़ा बनाया जाता था िजतना फ ट रय का जमाव बढ़ा उतना ह उनक दगण कट ह ए इसम सधार लान क ससद य यास भी उतन ह जोर स कए जान लग

954 सड़लर क यास

माइकल सड़लर न 1831 म टन-आवर बल इ ल ड क ससद म पश कया इस बल म यह ावधान था क कसी भी मजदर स दस घट (टन-आवर) स यादा काम नह लया जा सकगा यह बल ससद म पास नह हो सका

पर इन दन इ ल ड म व ट इ डीज क दास था को लकर काफ गहमा-गहमी चल रह थी इसक रहत अखबार और प काओ म फ टर मजदर क तलना व ट-इ डीज क नी ो दास स क जान लगी धीर-धीर यह मत फलन लगा क मजदर क ि थ त म सधार क लए कछ ठोस कदम उठाए जान चा हए इसक फल व प जब 1833 म लाड एशल न ससद म अपना ताव रखा तो वह कछ ससद य छ ना-झपट क बाद पा रत हो गया

955 एशल का कानन

लाड एशल क कानन (1833) को सार कपड़ा बनन क फि य पर लाग कया गया इसक अनसार नौ साल स कम उ क ब च को फ म काम करवान पर पाबद लगा द गई तरह साल स कम उ क मजदर स दन म नौ घ ट और स ताह म 40 घ ट स यादा काम करवाना तब धत कया गया उ ह रोज डढ़ घ ट क खान क छ ी दना ज र

रखा गया यह कहा गया क अठारह साल स कम उ क मजदर स दन म 12 घट और स ताह म 69 घट स यादा काम नह करवाया जा सकता ldquoरातrdquo क काम को ठ क तरह स

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प रभा षत कया गया साढ़ आठ बज शाम स लकर साढ़ पाच बज सबह तक क समय को ldquoरातrdquo करार दया गया और इस पार म कवल अ ारह साल स यादा उ क मजदर क योग क अनम त द गई फ म काम करन वाल हर ब च का रोज दो घट कल जाना नि चत कया गया नर क क एक बड़ी टोल नय त क गई जो फ मा लक पर नगरानी रख सक और जो मा लक कानन क अवहलना करत ह ए पकड़ जाए उन क सर बड़ी सजा का ावधान रखा गया

इस कानन म दो म य खा मया थी एक तो यह कवल कपड़ा उ योग पर ह लाग कया गया जब क अ य उ योग म भी मजदर क हालत काफ खराब थी दसर यह कवल ब च को अपन दायर म लता था जब क ि य और प ष को भी काननी सर ा क आव यकता थी

96 समाज और सामािजक प रवतन बहरहाल इस कानन स कछ बात साफ जा हर होती थी सबस पहल बात तो यह क

हाला क समाज म अब भी अबधनी त का बोलबाला था अब सरकार क समझ म यह आन लगा क समाज क कछ अश ऐस होत ह जहा क सधार लान क लए सरकार ह त प ज र होता ह दसर बात यह क अब साधारण तौर पर यह माना जान लगा क समाज म औ यो गक उ पादन क इकाई प रवार नह बि क यि त वशष था और उसक सामािजक सर ा और सखा-पढ़ क िज मदार कवल प रवार पर ह नह छोड़ी जा सकती थी समाज को भी आग बढ़कर कछ उपाय करना ज र था

धीर-धीर अ य उ योग को भी फ कानन क तहत लाया गया 1842 म लाड एशल क कानन को कोयला खदान पर लाग कया गया और म हला मजदर को भी सर ा द जान लगी 1878 म इस कानन न सार फि य और वकशाप को अपन दायर म ल लया इस बीच दसर दश म भी फ कानन क या जार थी 1841 म ास म बाल-मजदर कानन लाग कया गया ए शया म भी 1870 तक कई कानन जार कए गए पर उ ह कभी गभीरता स लाग नह कया गया

1848 म सार यरोप म सोश ल ट व ोह ह ए और उ ह काफ आसानी स कचल दया गया इन व ोह म मजदर न बढ़ कर ह सा लया था कचल जान क बाद इन व ोह क बह त सार नता मजदर नता बन गए और फ मा लक स मजदर क भलाई क लए माग करन लग इस समय क बाद स फ मजदर क सगठन बनना श हो गए और कमशाला क हालात म सधार क लए य सगठन अपन अपन उ योग और सरकार पर जोर हालन लग ऐसा इ ह न कस तरह कया तम अ य इकाइय म पढ़ोग

97 साराश इस इकाई म तमन जाना क फ स टम अठारहवी सद म श हआ इसन

औ यो गक उ पादन म एक नए कम व यास को ज म दया फि या चलान क लए एक नए क म क अनशासन क ज रत थी जो क पहल कभी ससार म दखन को नह मला था लगातार अनशासन था पत रखन क लए फ क मय क उपर एक नए मनजमट तबक का

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ज म हआ फोरमन और सपरवाईजर य लोग लबर अ र टो स (Labour aristocrates) कहलाए इनक रहत उ योग म उ योग क मल कयत और उसक मनजमट म भद कया जान लगा मजदर क शहर म रहन स कई बराइया पनपी उ ह दर करन क लए उ नीसवी सद क म य तक अ भजा य वग स कछ समाज सधारक उबर कर सामन आए पर मजदर क सगठन अभी ठ क तरह स नह पनप पाए थ व 1848 क यरोपीय व ोह क बाद उबर

98 अ यासाथ न (I) अश पर छोट सवाल

कछ श द म जवाब द िजए (क) या फ स टम और औ यो गक ा त म स कोई एक बगर दसर क पनप

सकता था (ख) फ स टम क मख व श टता या थी (ग) या पन बनान क फ वा तव म एडम ि मथ क वणन क अनसार होती ह (घ) या फ स टम अन तक था (च) अबधनी त फ मा लक को य पसद थी (छ) इस इकाई म िजन फ सधारक का िज ह उसक अलावा दो और सधारक क

नाम बताइय (II) सार इकाई पर सवाल

दो सौ स तीन सौ श द म जवाब द (क) फ स टम इ ल ड म कस तरह पनपा (ख) फ स टम न कस तरह था पत आ थक और सामािजक स थाओ पर हार

कया (ग) फ स टम क कारण समाज म कस तरह क प रवतन आए (घ) फ स टम म सधार लान क य न क ववचना कर

99 ास गक पठनीय थ ईज हो सबाम - ाम इड ट ए पायर प गइन ईज हो सबाम - एज आफ रवो यशन प गइन ईपी टाम सन - म कग आफ द इग लश व कग लास (सभी कताब अ जी म ह बाजार म आसानी स मल जाती ह)

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Page 30: एमassets.vmou.ac.in/MAHI01-2.pdf ·  · 2014-04-056.7 इंगलैड ... अलबट[थेयर(Albert Thaer) ने1798 (Introduction to the knowledge of English Agriculture)

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91 फ स टम 911 फ या ह

औ यो गक ा त स श आत क भी पहल क बात ह कसी तजारत करन वाल कपनी क नमाइद को ldquoफ टरrdquo बलाया जाता था उसक द तर को फ rdquo फ स कपनी खर द-फरो त करती मसलन हम अ जी ई ट इि डया कपनी को ल जब कपनी स हवी सद म भारत आई तो उसन गजरात तट पर सरत बदरगाह म अपनी पहल मख फ था पत क इस फ म कपनी अपना यापार का सामान रखती और ह द ता नय क

साथ खर द-फरो त करती याल रखन वाल बात यह ह क ई ट इि डया कपनी एक तजारती कपनी थी और उसका उ पादन स चाह वह औ यो गक हो या फर गर औ यो गक कोई सीधा सरोकार न था

जस-जस अठारहवी सद म औ यो गक ा त का व तार हआ वस-वस फ श द का च लत अथ भी बदलता गया अब फ का अथ उस थान स हआ जहा क मशीन क वारा कार गर काफ मा ा म चीज को बनात यह अथ आज तक साधारण बोलचाल क

भाषा म च लत ह सो िजस कारखान म हवाई जहाज बनता ह वह भी फ कहलाता ह और िजसम कपड़ बनत ह वह भी हाला क ldquoफ rdquo कवल चीज बनान वाल कारखान को कहा जाता था फ जसी उ पादन यव था और कम व यास उ योग म भी य त होती थी जस क कोयला खदान

इस इकाई म हम म यतः औ यो गक ा त क पहल चरण पर गौर करग इस चरण (1750-1850) म फ ट रया यादातर सत कातन क कपड़ा बनन क और लोह का काम करन वाल होती थी

912 फ स टम कस श हआ

पजीवाद यव था क श आत क दन म पि चमी यरोप म उ पादन म यतः प टग आउटrdquo स टम पर नभर करता था इस यव था म पजी का मा लक यापार कार गर को क चा माल खर द कर दता कार गर अपन-अपन घर पर अपनी ह मशीन स चीज बनात िज ह क यापार इक ा कर क बाजार म बचता इस यव था म फायदा यह था क यापार दर-दर तक फल कार गर स काम करवा सकता था और उस अपन कार गर क रहन खान क यव था भी नह करनी पड़ती

पर इस यव था म नकसान कई थ एक तो यापार को अपन कार गर तक पह चन म और उनस बना हआ माल लन म काफ समय बबाद करना पड़ता दसर काम क वा लट बरकरार रखना मि कल था तीसर कार गर स समय पर काम करवान म द कत

होती थी इन मि कल स पार पान का एक तर का था वह यह क सार कार गर को एक ह

कारखान म इक ा कर लया जाए पर ऐसा करन पर यापार को कारखान क इमारत बनान

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म पसा लगाना पड़ता मशीन खर दनी पड़ती और फोरमन और सपरवाइजर को नौकर पर लगाना पड़ता अथात यापार का उपरला खच काफ बढ़ जाता

पर जब 1700 ई0 म वीडन क यापार टोफर पोलहम न 100 कार गर वाल एक बतन-भाड क फ टर था पत क तो उसन पाया क उ पादन पर कल खच इतना कम हो जा रहा था क उपरला खच बढ़न क बावजद वह अ छा खासा मनाफा कमा लता

913 एक का प नक फ टर का काय व यास

एडम ि मथ अपनी कताब द व थ ऑफ नश स (1776) म एक साधारण पन बनान वाल फ टर का वणन करता ह जब पन घरल उ योग म बनाए जात थ तो एक या दो यि त ह पन बनान म लगत थ पर फ टर म पन बनान क या को कई ह स म बाट दया गया एक आदमी तार खीचता दसरा उस सीधा करता तीसरा काटता चौथा उसक एक सर को नक ला करता पाचवा उसक दसर सर को घसता वगरह इस तरह तार खीचन स लकर बन ह ए पन को कागज क प ड़या म पक करन तक एडम ि मथ न कोई 32 चरण गन इनम स कसी भी चरण पर ह नरमद कार गर क ज रत नह थी एक ब चा भी इनम स कसी एक चरण को बखबी परा कर सकता था यह फ स टम क मख व श टता थी

फ टर म उ पादन क या को बह त ह सरल छोट-छोट ह स म बाट दया गया हर चरण को एक साधारण अकशल मक भी आसानी स परा कर सकता था या न क अब कारखान क उ पादन- मता कसी यि त वशष क द ता पर नभर नह करती थी बि क सार कारखान क आगनाइजशन पर िजस क एक मनजर आसानी स क ोल कर सकता था फर च क द कार गर क ज रत नह थी तो फ ट रय म ि य और ब च को आसानी स मक क तौर पर इ तमाल कया जा सकता था और हाला क ि या और ब च एक प ष िजतना ह उ पादन करत उनक तन वाह आद मय क तलना म कह कम रहती इस सब स फ टर क मा लक को काफ मनाफा होता

92 फ स टम एवम औ यो गक ा त इ तहासकार हो सबाम का कहना ह क वस तो स हवी सद स ह उ पादन या म

अनक कार क या क सधार होन श हो गए थ पर सफ या क सधार ह औ यो गक ा त नह ला सक औ यो गक ा त क लए ज र था क उ पादन इतना यादा और इतना

स ता हो क बाजार म आप स आप इस उ पाद क लए माग बढ़ ऐसा तब ह हो सका जब या क सधार क साथ उ पादन क लए एक नए कम व यास का इ तमाल कया गया जब उ पादन क या स सब धत डवीजन आफ लबर को (काम क बटवार) को काफ ज टल बना दया गया उ पादन क या को कई छोट-छोट टकड़ म बाट दया गया और एक मजदर क िज म कवल एक ह ह सा रखा यह फ स टम क मख व श टता थी

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93 फ टर स टम का सामािजक असर मनाफा बढ़ान क लए यह ज र था क फ म लगी मशीन का यादा स यादा

उपयोग कया जा सक फ मा लक क च टा यह रहती थी क अपन कार गर स तब तक लगातार काम करवात रह जब तक क मशीन ह जवाब न द जाए इसका मतलब यह था क कामगार को काम करन क तर क का एक नया अनशासन सीखना पड़ा

इ तहासकार ईपी हामपसन का मानना ह क िजस लय स मशीन चलती ह उसी लय स मक को चलना सीखना पड़ा समय क पाबद सीखनी पड़ी क एक नि चत समय पर काम पर आए और एक नि चत समय पर काम स हट एक ह थान पर खड़ होकर लगातार एक ह या क काम को लगातार करत रहन क आदत डालनी पड़ी य द कसी क िज म पन का तार घसना था तो वह लगातार दनभर कवल तार ह घस सकता था िजस यि त को तार सीधा करन का काम दया गया दनभर एक ह थान पर खड़ रहकर कवल तार ह सीधा करता रहता

जस-जस समय बीतता गया इस पर स टम क दगण भी सामन आत गए सबस पहल जो बात सामन आई वह यह ह क फ म लगातार एक ह जगह पर कठपतल क तरह काम करत रहना काफ उबाऊ था मक थोड़ ह समय म इस तरह क काम स जी चरान लगत जब फ का मा लक उनस जबरद ती काम करवाता तो जा हरा तौर पर काम करन वाल को यह बात अखरती और उ ह ख दल स काम पर लग रहना पड़ता

जहा तक काम करन क प रि थ तय का सवाल ह कछ बात साफ ह एक तो यह क यह कहना मि कल ह क फ म काम करन वाल क प रि थ त दसर मक क प रि थ त स बहतर थी या बदतर ऐसा इस लए क इ तहासकार क पास औ यो गक ा त स पहल क काल क मक क बार म यादा जानकार नह ह हा यह ज र पता ह क तरहवी सद स ह उ तर यरोप म पगार पान वाल मजदर हआ करत थ और उनक हालत अ य मजदर क हालत स खराब नह थी वस भी स हवी-अठारहवी सद म कम स कम इ ल ड म प टग आउट स टम क तहत काम करन वाल बह त सार मजदर पगार क एवज म ह काम कया करत थ कहन का मतलब यह ह क फ मजदर का तन वाह मजदर होना समाज क लए कोई नह बात नह थी

94 बराइया जो नई बात थी वह यह क जब फ या बनी तो एक साथ बह त सार मजदर शहर

म इक ा ह ए इस जमाव म उनक ददशा भी समाज क सामन कह यादा खर प स उजागर ह ई

उ योग म ब च और औरत को सोलह घ ट या उसस भी यादा काम करवाया जाता थकान क कारण य द कोई काम नह कर पाता तो उस ब ट स पीटा जाता था तन वाह काट ल जाती तन वाह वस भी काफ कम मलती थी एक ह त क लए कसी ह नरमद कार गर को 1795 म कोई 25 श लग और साधारण मजदर को सफ 12 श लग मला

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करत थ म हलाओ को प ष स आधी और ब च को एक चौथाई तन वाह ह मलती हाला क व प ष िजतना ह काम करत

कोयल क खदान म तो ि थ त और भी यादा खराब थी यहा चार स पाच साल क ब च को खदान क सरग क अदर बारह स सोलह घट काम करवाया जाता इनक औसत पगार दो स तीन श लग त स ताह थी

फ स टम क आन स मजदर क गर बी भी बह त यादा उजागर होन लगी वस तो औ यो गक ा त क श क साल म ह यह साफ हो गया था क समाज म नर ह गर ब क स या बढ़ रह ह पर इस ि थ त स बचन क लए कछ खास नह कया गया पीनहमल ड नामक क ब म गर ब क मदद क लए एक स टम ज र श कया गया िजस पीनहमल ड स टम क नाम स जाना जाता था कछ दसर क ब न भी इस स टम को

अपनाया पर बढ़ती ह ई औ यो गक गर बी क सामन यह स टम प त हो गया शहर म ि थ त कछ ऐसी थी क मजदर क हालत बद स बदतर होती चल गई

शहर बगर कसी योजना क बतहाशा बढ़त चल गए उनक नगरपा लकाए इस नई आबाद क दखभाल करन म असमथ रह शहर म गद द र बि तया पनपन लगी िज ह अ जी म लम कहत ह जहा अब तक शहर म अनक तबक क लोग आपस म मल कर रहत थ

वहा धीर-धीर मजदर बि तया शहर क बाक आबाद स हट कर रहन लगी इन बि तय म न तो सडक ठ क होती न ह ना लया न ह कड़ा नकालन क कोई यव था न ह पय जल का इतजाम और न ह ठ क स बन ह ए मकान इ तहासकार हो सबाम का कहना ह क यरोप क शहर म इस क म क बि तया यादातर शहर क पव ह स म बसी सो शहर म एक नया भद श हो गया ई ट ए ड नवासी (गर ब) और व ट ए ड नवासी (अ भजा य) का

रह-रहकर औ यो गक शहर म महामा रया भी बढ़न लगी लासग म पहल बार 1818 ई0 म हाइफस जवर का कोप फला यरोप क सार औ यो गक शहर म 1831 ई0 और 1832 ई0 म टाइफाइड़ क महामार छाई रह इन शहर म कालरा मयाद बखार और तप दक का भी बोलबाला रहा य सार बीमा रया यादातर मजदर बि तय म ह रह मानो यह सा बत कर रह ह क जहा द र ता और गदगी ह वहा बीमा रया भी रहगी इस सबन मजदर बि तय क नवा सय का हौसला तोड़ दया सामािजक हौसलाप ती क कई ल ण सामन आन लग शराब का ज रत स यादा इ तमाल होन लगा बाल ह या व याव त आ मह या और मान सक व ता क घटनाए बढ़न लगी मजदर क दग त इस बात स और भी यादा उजागर ह ई क औ यो गक ा त क कारण समाज क बाक सार वग क स प नता बढ़ रह थी

95 बराइय को दर करन क यास एवम समाधान फ टर स टम क इन बराइय को ज द स ज द दर करना बड़ा ज र था य क

एक तो साधारण मानवीयता का तकाजा था क मजदर क काम करन क हालात म सधार आए इसस भी यादा बड़ा कारण यह था क फि य म अ धकाश उ पाद फ म काम करन वाल मजदर ह खर दत थ इस लए अगर मजदर क माल हालत एक सीमा स नीच जाती

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तो नकसान पजीप तय को ह होता और अगर मजदर बि तय क समाज यव था को ठ प होन दया जाता तो डर था क कह दश म व ोह न भड़क उठ व ोह न भी होता तो यह तो साफ था क म यवग क जवान इन बि तय म फल रह शराबखोर व याव त और अ य कार क अन तकता क च कर म पड़ रह थ य द म यवग को अन तकता स बचाना था तो

ज र था क मजदर वग स अन तकता को दर कया जाए

951 ससद य यास

आजकल यह माना जाता ह क य द फ मा लक अपन मजदर क भल कार दखभाल कर तो उ ह ह यादा मनाफा होता ह पर उ नीसवी सद म यह बात अ धकाश पजीप तय क समझ म नह आ रह थी इस लए हम पात ह क फ टर म मजदर क ि थ त सधारन वाल अ धकाश उपाय कवल कछ फ टर मा लक क पहल पर रा य यव था वारा व भ न दश क ससद वारा कए गए सबस यादा सधार का काम इगल ड म

हआ ऐस उपाय म स पहला था इगल ड म राबट पील वारा ससद म पास कया गया

ह थ ए ड मारटज ए ट (1802) यह ए ट कवल बड़ी फ ट रय पर लाग होता था और कवल एपरि टस पर इस ए ट म यह कहा गया क नौ साल स कम उ क ब च बतौर एपरि टस नह लगाए जा सकत फ मा लक पर इन ब च स बारह घ ट स यादा या फर रात म काम करवान पर रोक लगा द गई

1802 क ए ट म कई खा मया थी एक तो यह कवल बड़ी फ य पर लाग होता था और वहा भी कवल उन फि य पर जो क एपर टस को इ तमाल करती थी बह नर बाल मजदर को इस ए ट स कोई सर ा नह मलती थी सबस म य बात तो यह थी क इस ए ट म नर ण करन का कोई ावधान न था नतीजतन यह ए ट महज कागजी कानन बन कर रह गया

फर 1816 म पील क चयरमनी म एक ससद य कमट का गठन कया गया इस कमट क सलाह पर 1819 का फ नय ण कानन पास कया गया इस कानन म पछल कानन क ावधान को दोहराया गया और कहा गया क सार बाल मजदर को इस कानन क सर ा द जाएगी साथ ह यह नधा रत कया गया क सोलह साल स कम उ क मजदर को बारह घ ट क दन म डढ़ घ ट क खान क छ ी द जायगी च क यह ए ट सार कामकाजी ब च पर लाग होता था इस लए लोग न इसका डट कर वरोध कया वरो धय म एक बड़ा तबका उन मा-बाप का था जो अपन ब च स काम करवात थ

952 समाज सधार और अबधनी त

तमन अबधनी त क बार म पढ़ा होगा यह नी त अठारहवी सद क अ तम दशक म काफ फल चक थी अथशा ी एडम ि मथ िजसका हम पहल िज कर चक ह इसका एक बड़ा समथक था इस नी त क मतावल बय का मानना था क समाज क अथ यव था तब ह

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सफल हो सकती ह जब क सरकार अथ यव था को अपन आप पर छोड द उसम अपनी टाग न अड़ाए

जब उ नीसवी सद म ससद य य न मजदर क सधार क लए होन लग तो सधार-वरोधी उ योगप तय न अबधनी त क दहाई दत ह ए यह गहार लगाई क अगर रा य फ स टम को सधारन व नय त करन क को शश करगा तो सार अथ यव था ह ठ प हो जाएगी दरअसल बड़-बड़ दाश नक वचार क आड़ म य वरोधी कवल इतना कह रह थ क उ ह मजदर -ब च म हलाओ और प ष का खन चसन स नह रोका जाना चा हए भल ह ऐसा करत ह ए व समाज क इतनी दग त य न कर द िजसस क समाज का साधारण चाल-चलन ह ठ प हो जाए ऐस वरो धय को उनक खद क बवकफ स बचाना ज र था

953 सधारक य न जार रह

1820 क दशक म पावर लम और भाप क इजन म काफ यादा या क सधार आए इसका नतीजा यह हआ क इस दशक म धीर-धीर फ स टम सार कपड़ा उ योग और ख नज उ पादन पर छा गया फि या भी कवल कछ शहर इलाक म कि त होन लगी लकाशायर का कपड़ा उ योग इसका अ छा उदाहरण ह यहा कोई 25 वग मील क म इतनी यादा कपड़ा मल थी क इ ल ड का 80 तशत स यादा कपड़ा बनाया जाता था िजतना फ ट रय का जमाव बढ़ा उतना ह उनक दगण कट ह ए इसम सधार लान क ससद य यास भी उतन ह जोर स कए जान लग

954 सड़लर क यास

माइकल सड़लर न 1831 म टन-आवर बल इ ल ड क ससद म पश कया इस बल म यह ावधान था क कसी भी मजदर स दस घट (टन-आवर) स यादा काम नह लया जा सकगा यह बल ससद म पास नह हो सका

पर इन दन इ ल ड म व ट इ डीज क दास था को लकर काफ गहमा-गहमी चल रह थी इसक रहत अखबार और प काओ म फ टर मजदर क तलना व ट-इ डीज क नी ो दास स क जान लगी धीर-धीर यह मत फलन लगा क मजदर क ि थ त म सधार क लए कछ ठोस कदम उठाए जान चा हए इसक फल व प जब 1833 म लाड एशल न ससद म अपना ताव रखा तो वह कछ ससद य छ ना-झपट क बाद पा रत हो गया

955 एशल का कानन

लाड एशल क कानन (1833) को सार कपड़ा बनन क फि य पर लाग कया गया इसक अनसार नौ साल स कम उ क ब च को फ म काम करवान पर पाबद लगा द गई तरह साल स कम उ क मजदर स दन म नौ घ ट और स ताह म 40 घ ट स यादा काम करवाना तब धत कया गया उ ह रोज डढ़ घ ट क खान क छ ी दना ज र

रखा गया यह कहा गया क अठारह साल स कम उ क मजदर स दन म 12 घट और स ताह म 69 घट स यादा काम नह करवाया जा सकता ldquoरातrdquo क काम को ठ क तरह स

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प रभा षत कया गया साढ़ आठ बज शाम स लकर साढ़ पाच बज सबह तक क समय को ldquoरातrdquo करार दया गया और इस पार म कवल अ ारह साल स यादा उ क मजदर क योग क अनम त द गई फ म काम करन वाल हर ब च का रोज दो घट कल जाना नि चत कया गया नर क क एक बड़ी टोल नय त क गई जो फ मा लक पर नगरानी रख सक और जो मा लक कानन क अवहलना करत ह ए पकड़ जाए उन क सर बड़ी सजा का ावधान रखा गया

इस कानन म दो म य खा मया थी एक तो यह कवल कपड़ा उ योग पर ह लाग कया गया जब क अ य उ योग म भी मजदर क हालत काफ खराब थी दसर यह कवल ब च को अपन दायर म लता था जब क ि य और प ष को भी काननी सर ा क आव यकता थी

96 समाज और सामािजक प रवतन बहरहाल इस कानन स कछ बात साफ जा हर होती थी सबस पहल बात तो यह क

हाला क समाज म अब भी अबधनी त का बोलबाला था अब सरकार क समझ म यह आन लगा क समाज क कछ अश ऐस होत ह जहा क सधार लान क लए सरकार ह त प ज र होता ह दसर बात यह क अब साधारण तौर पर यह माना जान लगा क समाज म औ यो गक उ पादन क इकाई प रवार नह बि क यि त वशष था और उसक सामािजक सर ा और सखा-पढ़ क िज मदार कवल प रवार पर ह नह छोड़ी जा सकती थी समाज को भी आग बढ़कर कछ उपाय करना ज र था

धीर-धीर अ य उ योग को भी फ कानन क तहत लाया गया 1842 म लाड एशल क कानन को कोयला खदान पर लाग कया गया और म हला मजदर को भी सर ा द जान लगी 1878 म इस कानन न सार फि य और वकशाप को अपन दायर म ल लया इस बीच दसर दश म भी फ कानन क या जार थी 1841 म ास म बाल-मजदर कानन लाग कया गया ए शया म भी 1870 तक कई कानन जार कए गए पर उ ह कभी गभीरता स लाग नह कया गया

1848 म सार यरोप म सोश ल ट व ोह ह ए और उ ह काफ आसानी स कचल दया गया इन व ोह म मजदर न बढ़ कर ह सा लया था कचल जान क बाद इन व ोह क बह त सार नता मजदर नता बन गए और फ मा लक स मजदर क भलाई क लए माग करन लग इस समय क बाद स फ मजदर क सगठन बनना श हो गए और कमशाला क हालात म सधार क लए य सगठन अपन अपन उ योग और सरकार पर जोर हालन लग ऐसा इ ह न कस तरह कया तम अ य इकाइय म पढ़ोग

97 साराश इस इकाई म तमन जाना क फ स टम अठारहवी सद म श हआ इसन

औ यो गक उ पादन म एक नए कम व यास को ज म दया फि या चलान क लए एक नए क म क अनशासन क ज रत थी जो क पहल कभी ससार म दखन को नह मला था लगातार अनशासन था पत रखन क लए फ क मय क उपर एक नए मनजमट तबक का

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ज म हआ फोरमन और सपरवाईजर य लोग लबर अ र टो स (Labour aristocrates) कहलाए इनक रहत उ योग म उ योग क मल कयत और उसक मनजमट म भद कया जान लगा मजदर क शहर म रहन स कई बराइया पनपी उ ह दर करन क लए उ नीसवी सद क म य तक अ भजा य वग स कछ समाज सधारक उबर कर सामन आए पर मजदर क सगठन अभी ठ क तरह स नह पनप पाए थ व 1848 क यरोपीय व ोह क बाद उबर

98 अ यासाथ न (I) अश पर छोट सवाल

कछ श द म जवाब द िजए (क) या फ स टम और औ यो गक ा त म स कोई एक बगर दसर क पनप

सकता था (ख) फ स टम क मख व श टता या थी (ग) या पन बनान क फ वा तव म एडम ि मथ क वणन क अनसार होती ह (घ) या फ स टम अन तक था (च) अबधनी त फ मा लक को य पसद थी (छ) इस इकाई म िजन फ सधारक का िज ह उसक अलावा दो और सधारक क

नाम बताइय (II) सार इकाई पर सवाल

दो सौ स तीन सौ श द म जवाब द (क) फ स टम इ ल ड म कस तरह पनपा (ख) फ स टम न कस तरह था पत आ थक और सामािजक स थाओ पर हार

कया (ग) फ स टम क कारण समाज म कस तरह क प रवतन आए (घ) फ स टम म सधार लान क य न क ववचना कर

99 ास गक पठनीय थ ईज हो सबाम - ाम इड ट ए पायर प गइन ईज हो सबाम - एज आफ रवो यशन प गइन ईपी टाम सन - म कग आफ द इग लश व कग लास (सभी कताब अ जी म ह बाजार म आसानी स मल जाती ह)

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Page 31: एमassets.vmou.ac.in/MAHI01-2.pdf ·  · 2014-04-056.7 इंगलैड ... अलबट[थेयर(Albert Thaer) ने1798 (Introduction to the knowledge of English Agriculture)

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म पसा लगाना पड़ता मशीन खर दनी पड़ती और फोरमन और सपरवाइजर को नौकर पर लगाना पड़ता अथात यापार का उपरला खच काफ बढ़ जाता

पर जब 1700 ई0 म वीडन क यापार टोफर पोलहम न 100 कार गर वाल एक बतन-भाड क फ टर था पत क तो उसन पाया क उ पादन पर कल खच इतना कम हो जा रहा था क उपरला खच बढ़न क बावजद वह अ छा खासा मनाफा कमा लता

913 एक का प नक फ टर का काय व यास

एडम ि मथ अपनी कताब द व थ ऑफ नश स (1776) म एक साधारण पन बनान वाल फ टर का वणन करता ह जब पन घरल उ योग म बनाए जात थ तो एक या दो यि त ह पन बनान म लगत थ पर फ टर म पन बनान क या को कई ह स म बाट दया गया एक आदमी तार खीचता दसरा उस सीधा करता तीसरा काटता चौथा उसक एक सर को नक ला करता पाचवा उसक दसर सर को घसता वगरह इस तरह तार खीचन स लकर बन ह ए पन को कागज क प ड़या म पक करन तक एडम ि मथ न कोई 32 चरण गन इनम स कसी भी चरण पर ह नरमद कार गर क ज रत नह थी एक ब चा भी इनम स कसी एक चरण को बखबी परा कर सकता था यह फ स टम क मख व श टता थी

फ टर म उ पादन क या को बह त ह सरल छोट-छोट ह स म बाट दया गया हर चरण को एक साधारण अकशल मक भी आसानी स परा कर सकता था या न क अब कारखान क उ पादन- मता कसी यि त वशष क द ता पर नभर नह करती थी बि क सार कारखान क आगनाइजशन पर िजस क एक मनजर आसानी स क ोल कर सकता था फर च क द कार गर क ज रत नह थी तो फ ट रय म ि य और ब च को आसानी स मक क तौर पर इ तमाल कया जा सकता था और हाला क ि या और ब च एक प ष िजतना ह उ पादन करत उनक तन वाह आद मय क तलना म कह कम रहती इस सब स फ टर क मा लक को काफ मनाफा होता

92 फ स टम एवम औ यो गक ा त इ तहासकार हो सबाम का कहना ह क वस तो स हवी सद स ह उ पादन या म

अनक कार क या क सधार होन श हो गए थ पर सफ या क सधार ह औ यो गक ा त नह ला सक औ यो गक ा त क लए ज र था क उ पादन इतना यादा और इतना

स ता हो क बाजार म आप स आप इस उ पाद क लए माग बढ़ ऐसा तब ह हो सका जब या क सधार क साथ उ पादन क लए एक नए कम व यास का इ तमाल कया गया जब उ पादन क या स सब धत डवीजन आफ लबर को (काम क बटवार) को काफ ज टल बना दया गया उ पादन क या को कई छोट-छोट टकड़ म बाट दया गया और एक मजदर क िज म कवल एक ह ह सा रखा यह फ स टम क मख व श टता थी

32

93 फ टर स टम का सामािजक असर मनाफा बढ़ान क लए यह ज र था क फ म लगी मशीन का यादा स यादा

उपयोग कया जा सक फ मा लक क च टा यह रहती थी क अपन कार गर स तब तक लगातार काम करवात रह जब तक क मशीन ह जवाब न द जाए इसका मतलब यह था क कामगार को काम करन क तर क का एक नया अनशासन सीखना पड़ा

इ तहासकार ईपी हामपसन का मानना ह क िजस लय स मशीन चलती ह उसी लय स मक को चलना सीखना पड़ा समय क पाबद सीखनी पड़ी क एक नि चत समय पर काम पर आए और एक नि चत समय पर काम स हट एक ह थान पर खड़ होकर लगातार एक ह या क काम को लगातार करत रहन क आदत डालनी पड़ी य द कसी क िज म पन का तार घसना था तो वह लगातार दनभर कवल तार ह घस सकता था िजस यि त को तार सीधा करन का काम दया गया दनभर एक ह थान पर खड़ रहकर कवल तार ह सीधा करता रहता

जस-जस समय बीतता गया इस पर स टम क दगण भी सामन आत गए सबस पहल जो बात सामन आई वह यह ह क फ म लगातार एक ह जगह पर कठपतल क तरह काम करत रहना काफ उबाऊ था मक थोड़ ह समय म इस तरह क काम स जी चरान लगत जब फ का मा लक उनस जबरद ती काम करवाता तो जा हरा तौर पर काम करन वाल को यह बात अखरती और उ ह ख दल स काम पर लग रहना पड़ता

जहा तक काम करन क प रि थ तय का सवाल ह कछ बात साफ ह एक तो यह क यह कहना मि कल ह क फ म काम करन वाल क प रि थ त दसर मक क प रि थ त स बहतर थी या बदतर ऐसा इस लए क इ तहासकार क पास औ यो गक ा त स पहल क काल क मक क बार म यादा जानकार नह ह हा यह ज र पता ह क तरहवी सद स ह उ तर यरोप म पगार पान वाल मजदर हआ करत थ और उनक हालत अ य मजदर क हालत स खराब नह थी वस भी स हवी-अठारहवी सद म कम स कम इ ल ड म प टग आउट स टम क तहत काम करन वाल बह त सार मजदर पगार क एवज म ह काम कया करत थ कहन का मतलब यह ह क फ मजदर का तन वाह मजदर होना समाज क लए कोई नह बात नह थी

94 बराइया जो नई बात थी वह यह क जब फ या बनी तो एक साथ बह त सार मजदर शहर

म इक ा ह ए इस जमाव म उनक ददशा भी समाज क सामन कह यादा खर प स उजागर ह ई

उ योग म ब च और औरत को सोलह घ ट या उसस भी यादा काम करवाया जाता थकान क कारण य द कोई काम नह कर पाता तो उस ब ट स पीटा जाता था तन वाह काट ल जाती तन वाह वस भी काफ कम मलती थी एक ह त क लए कसी ह नरमद कार गर को 1795 म कोई 25 श लग और साधारण मजदर को सफ 12 श लग मला

33

करत थ म हलाओ को प ष स आधी और ब च को एक चौथाई तन वाह ह मलती हाला क व प ष िजतना ह काम करत

कोयल क खदान म तो ि थ त और भी यादा खराब थी यहा चार स पाच साल क ब च को खदान क सरग क अदर बारह स सोलह घट काम करवाया जाता इनक औसत पगार दो स तीन श लग त स ताह थी

फ स टम क आन स मजदर क गर बी भी बह त यादा उजागर होन लगी वस तो औ यो गक ा त क श क साल म ह यह साफ हो गया था क समाज म नर ह गर ब क स या बढ़ रह ह पर इस ि थ त स बचन क लए कछ खास नह कया गया पीनहमल ड नामक क ब म गर ब क मदद क लए एक स टम ज र श कया गया िजस पीनहमल ड स टम क नाम स जाना जाता था कछ दसर क ब न भी इस स टम को

अपनाया पर बढ़ती ह ई औ यो गक गर बी क सामन यह स टम प त हो गया शहर म ि थ त कछ ऐसी थी क मजदर क हालत बद स बदतर होती चल गई

शहर बगर कसी योजना क बतहाशा बढ़त चल गए उनक नगरपा लकाए इस नई आबाद क दखभाल करन म असमथ रह शहर म गद द र बि तया पनपन लगी िज ह अ जी म लम कहत ह जहा अब तक शहर म अनक तबक क लोग आपस म मल कर रहत थ

वहा धीर-धीर मजदर बि तया शहर क बाक आबाद स हट कर रहन लगी इन बि तय म न तो सडक ठ क होती न ह ना लया न ह कड़ा नकालन क कोई यव था न ह पय जल का इतजाम और न ह ठ क स बन ह ए मकान इ तहासकार हो सबाम का कहना ह क यरोप क शहर म इस क म क बि तया यादातर शहर क पव ह स म बसी सो शहर म एक नया भद श हो गया ई ट ए ड नवासी (गर ब) और व ट ए ड नवासी (अ भजा य) का

रह-रहकर औ यो गक शहर म महामा रया भी बढ़न लगी लासग म पहल बार 1818 ई0 म हाइफस जवर का कोप फला यरोप क सार औ यो गक शहर म 1831 ई0 और 1832 ई0 म टाइफाइड़ क महामार छाई रह इन शहर म कालरा मयाद बखार और तप दक का भी बोलबाला रहा य सार बीमा रया यादातर मजदर बि तय म ह रह मानो यह सा बत कर रह ह क जहा द र ता और गदगी ह वहा बीमा रया भी रहगी इस सबन मजदर बि तय क नवा सय का हौसला तोड़ दया सामािजक हौसलाप ती क कई ल ण सामन आन लग शराब का ज रत स यादा इ तमाल होन लगा बाल ह या व याव त आ मह या और मान सक व ता क घटनाए बढ़न लगी मजदर क दग त इस बात स और भी यादा उजागर ह ई क औ यो गक ा त क कारण समाज क बाक सार वग क स प नता बढ़ रह थी

95 बराइय को दर करन क यास एवम समाधान फ टर स टम क इन बराइय को ज द स ज द दर करना बड़ा ज र था य क

एक तो साधारण मानवीयता का तकाजा था क मजदर क काम करन क हालात म सधार आए इसस भी यादा बड़ा कारण यह था क फि य म अ धकाश उ पाद फ म काम करन वाल मजदर ह खर दत थ इस लए अगर मजदर क माल हालत एक सीमा स नीच जाती

34

तो नकसान पजीप तय को ह होता और अगर मजदर बि तय क समाज यव था को ठ प होन दया जाता तो डर था क कह दश म व ोह न भड़क उठ व ोह न भी होता तो यह तो साफ था क म यवग क जवान इन बि तय म फल रह शराबखोर व याव त और अ य कार क अन तकता क च कर म पड़ रह थ य द म यवग को अन तकता स बचाना था तो

ज र था क मजदर वग स अन तकता को दर कया जाए

951 ससद य यास

आजकल यह माना जाता ह क य द फ मा लक अपन मजदर क भल कार दखभाल कर तो उ ह ह यादा मनाफा होता ह पर उ नीसवी सद म यह बात अ धकाश पजीप तय क समझ म नह आ रह थी इस लए हम पात ह क फ टर म मजदर क ि थ त सधारन वाल अ धकाश उपाय कवल कछ फ टर मा लक क पहल पर रा य यव था वारा व भ न दश क ससद वारा कए गए सबस यादा सधार का काम इगल ड म

हआ ऐस उपाय म स पहला था इगल ड म राबट पील वारा ससद म पास कया गया

ह थ ए ड मारटज ए ट (1802) यह ए ट कवल बड़ी फ ट रय पर लाग होता था और कवल एपरि टस पर इस ए ट म यह कहा गया क नौ साल स कम उ क ब च बतौर एपरि टस नह लगाए जा सकत फ मा लक पर इन ब च स बारह घ ट स यादा या फर रात म काम करवान पर रोक लगा द गई

1802 क ए ट म कई खा मया थी एक तो यह कवल बड़ी फ य पर लाग होता था और वहा भी कवल उन फि य पर जो क एपर टस को इ तमाल करती थी बह नर बाल मजदर को इस ए ट स कोई सर ा नह मलती थी सबस म य बात तो यह थी क इस ए ट म नर ण करन का कोई ावधान न था नतीजतन यह ए ट महज कागजी कानन बन कर रह गया

फर 1816 म पील क चयरमनी म एक ससद य कमट का गठन कया गया इस कमट क सलाह पर 1819 का फ नय ण कानन पास कया गया इस कानन म पछल कानन क ावधान को दोहराया गया और कहा गया क सार बाल मजदर को इस कानन क सर ा द जाएगी साथ ह यह नधा रत कया गया क सोलह साल स कम उ क मजदर को बारह घ ट क दन म डढ़ घ ट क खान क छ ी द जायगी च क यह ए ट सार कामकाजी ब च पर लाग होता था इस लए लोग न इसका डट कर वरोध कया वरो धय म एक बड़ा तबका उन मा-बाप का था जो अपन ब च स काम करवात थ

952 समाज सधार और अबधनी त

तमन अबधनी त क बार म पढ़ा होगा यह नी त अठारहवी सद क अ तम दशक म काफ फल चक थी अथशा ी एडम ि मथ िजसका हम पहल िज कर चक ह इसका एक बड़ा समथक था इस नी त क मतावल बय का मानना था क समाज क अथ यव था तब ह

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सफल हो सकती ह जब क सरकार अथ यव था को अपन आप पर छोड द उसम अपनी टाग न अड़ाए

जब उ नीसवी सद म ससद य य न मजदर क सधार क लए होन लग तो सधार-वरोधी उ योगप तय न अबधनी त क दहाई दत ह ए यह गहार लगाई क अगर रा य फ स टम को सधारन व नय त करन क को शश करगा तो सार अथ यव था ह ठ प हो जाएगी दरअसल बड़-बड़ दाश नक वचार क आड़ म य वरोधी कवल इतना कह रह थ क उ ह मजदर -ब च म हलाओ और प ष का खन चसन स नह रोका जाना चा हए भल ह ऐसा करत ह ए व समाज क इतनी दग त य न कर द िजसस क समाज का साधारण चाल-चलन ह ठ प हो जाए ऐस वरो धय को उनक खद क बवकफ स बचाना ज र था

953 सधारक य न जार रह

1820 क दशक म पावर लम और भाप क इजन म काफ यादा या क सधार आए इसका नतीजा यह हआ क इस दशक म धीर-धीर फ स टम सार कपड़ा उ योग और ख नज उ पादन पर छा गया फि या भी कवल कछ शहर इलाक म कि त होन लगी लकाशायर का कपड़ा उ योग इसका अ छा उदाहरण ह यहा कोई 25 वग मील क म इतनी यादा कपड़ा मल थी क इ ल ड का 80 तशत स यादा कपड़ा बनाया जाता था िजतना फ ट रय का जमाव बढ़ा उतना ह उनक दगण कट ह ए इसम सधार लान क ससद य यास भी उतन ह जोर स कए जान लग

954 सड़लर क यास

माइकल सड़लर न 1831 म टन-आवर बल इ ल ड क ससद म पश कया इस बल म यह ावधान था क कसी भी मजदर स दस घट (टन-आवर) स यादा काम नह लया जा सकगा यह बल ससद म पास नह हो सका

पर इन दन इ ल ड म व ट इ डीज क दास था को लकर काफ गहमा-गहमी चल रह थी इसक रहत अखबार और प काओ म फ टर मजदर क तलना व ट-इ डीज क नी ो दास स क जान लगी धीर-धीर यह मत फलन लगा क मजदर क ि थ त म सधार क लए कछ ठोस कदम उठाए जान चा हए इसक फल व प जब 1833 म लाड एशल न ससद म अपना ताव रखा तो वह कछ ससद य छ ना-झपट क बाद पा रत हो गया

955 एशल का कानन

लाड एशल क कानन (1833) को सार कपड़ा बनन क फि य पर लाग कया गया इसक अनसार नौ साल स कम उ क ब च को फ म काम करवान पर पाबद लगा द गई तरह साल स कम उ क मजदर स दन म नौ घ ट और स ताह म 40 घ ट स यादा काम करवाना तब धत कया गया उ ह रोज डढ़ घ ट क खान क छ ी दना ज र

रखा गया यह कहा गया क अठारह साल स कम उ क मजदर स दन म 12 घट और स ताह म 69 घट स यादा काम नह करवाया जा सकता ldquoरातrdquo क काम को ठ क तरह स

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प रभा षत कया गया साढ़ आठ बज शाम स लकर साढ़ पाच बज सबह तक क समय को ldquoरातrdquo करार दया गया और इस पार म कवल अ ारह साल स यादा उ क मजदर क योग क अनम त द गई फ म काम करन वाल हर ब च का रोज दो घट कल जाना नि चत कया गया नर क क एक बड़ी टोल नय त क गई जो फ मा लक पर नगरानी रख सक और जो मा लक कानन क अवहलना करत ह ए पकड़ जाए उन क सर बड़ी सजा का ावधान रखा गया

इस कानन म दो म य खा मया थी एक तो यह कवल कपड़ा उ योग पर ह लाग कया गया जब क अ य उ योग म भी मजदर क हालत काफ खराब थी दसर यह कवल ब च को अपन दायर म लता था जब क ि य और प ष को भी काननी सर ा क आव यकता थी

96 समाज और सामािजक प रवतन बहरहाल इस कानन स कछ बात साफ जा हर होती थी सबस पहल बात तो यह क

हाला क समाज म अब भी अबधनी त का बोलबाला था अब सरकार क समझ म यह आन लगा क समाज क कछ अश ऐस होत ह जहा क सधार लान क लए सरकार ह त प ज र होता ह दसर बात यह क अब साधारण तौर पर यह माना जान लगा क समाज म औ यो गक उ पादन क इकाई प रवार नह बि क यि त वशष था और उसक सामािजक सर ा और सखा-पढ़ क िज मदार कवल प रवार पर ह नह छोड़ी जा सकती थी समाज को भी आग बढ़कर कछ उपाय करना ज र था

धीर-धीर अ य उ योग को भी फ कानन क तहत लाया गया 1842 म लाड एशल क कानन को कोयला खदान पर लाग कया गया और म हला मजदर को भी सर ा द जान लगी 1878 म इस कानन न सार फि य और वकशाप को अपन दायर म ल लया इस बीच दसर दश म भी फ कानन क या जार थी 1841 म ास म बाल-मजदर कानन लाग कया गया ए शया म भी 1870 तक कई कानन जार कए गए पर उ ह कभी गभीरता स लाग नह कया गया

1848 म सार यरोप म सोश ल ट व ोह ह ए और उ ह काफ आसानी स कचल दया गया इन व ोह म मजदर न बढ़ कर ह सा लया था कचल जान क बाद इन व ोह क बह त सार नता मजदर नता बन गए और फ मा लक स मजदर क भलाई क लए माग करन लग इस समय क बाद स फ मजदर क सगठन बनना श हो गए और कमशाला क हालात म सधार क लए य सगठन अपन अपन उ योग और सरकार पर जोर हालन लग ऐसा इ ह न कस तरह कया तम अ य इकाइय म पढ़ोग

97 साराश इस इकाई म तमन जाना क फ स टम अठारहवी सद म श हआ इसन

औ यो गक उ पादन म एक नए कम व यास को ज म दया फि या चलान क लए एक नए क म क अनशासन क ज रत थी जो क पहल कभी ससार म दखन को नह मला था लगातार अनशासन था पत रखन क लए फ क मय क उपर एक नए मनजमट तबक का

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ज म हआ फोरमन और सपरवाईजर य लोग लबर अ र टो स (Labour aristocrates) कहलाए इनक रहत उ योग म उ योग क मल कयत और उसक मनजमट म भद कया जान लगा मजदर क शहर म रहन स कई बराइया पनपी उ ह दर करन क लए उ नीसवी सद क म य तक अ भजा य वग स कछ समाज सधारक उबर कर सामन आए पर मजदर क सगठन अभी ठ क तरह स नह पनप पाए थ व 1848 क यरोपीय व ोह क बाद उबर

98 अ यासाथ न (I) अश पर छोट सवाल

कछ श द म जवाब द िजए (क) या फ स टम और औ यो गक ा त म स कोई एक बगर दसर क पनप

सकता था (ख) फ स टम क मख व श टता या थी (ग) या पन बनान क फ वा तव म एडम ि मथ क वणन क अनसार होती ह (घ) या फ स टम अन तक था (च) अबधनी त फ मा लक को य पसद थी (छ) इस इकाई म िजन फ सधारक का िज ह उसक अलावा दो और सधारक क

नाम बताइय (II) सार इकाई पर सवाल

दो सौ स तीन सौ श द म जवाब द (क) फ स टम इ ल ड म कस तरह पनपा (ख) फ स टम न कस तरह था पत आ थक और सामािजक स थाओ पर हार

कया (ग) फ स टम क कारण समाज म कस तरह क प रवतन आए (घ) फ स टम म सधार लान क य न क ववचना कर

99 ास गक पठनीय थ ईज हो सबाम - ाम इड ट ए पायर प गइन ईज हो सबाम - एज आफ रवो यशन प गइन ईपी टाम सन - म कग आफ द इग लश व कग लास (सभी कताब अ जी म ह बाजार म आसानी स मल जाती ह)

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Page 32: एमassets.vmou.ac.in/MAHI01-2.pdf ·  · 2014-04-056.7 इंगलैड ... अलबट[थेयर(Albert Thaer) ने1798 (Introduction to the knowledge of English Agriculture)

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93 फ टर स टम का सामािजक असर मनाफा बढ़ान क लए यह ज र था क फ म लगी मशीन का यादा स यादा

उपयोग कया जा सक फ मा लक क च टा यह रहती थी क अपन कार गर स तब तक लगातार काम करवात रह जब तक क मशीन ह जवाब न द जाए इसका मतलब यह था क कामगार को काम करन क तर क का एक नया अनशासन सीखना पड़ा

इ तहासकार ईपी हामपसन का मानना ह क िजस लय स मशीन चलती ह उसी लय स मक को चलना सीखना पड़ा समय क पाबद सीखनी पड़ी क एक नि चत समय पर काम पर आए और एक नि चत समय पर काम स हट एक ह थान पर खड़ होकर लगातार एक ह या क काम को लगातार करत रहन क आदत डालनी पड़ी य द कसी क िज म पन का तार घसना था तो वह लगातार दनभर कवल तार ह घस सकता था िजस यि त को तार सीधा करन का काम दया गया दनभर एक ह थान पर खड़ रहकर कवल तार ह सीधा करता रहता

जस-जस समय बीतता गया इस पर स टम क दगण भी सामन आत गए सबस पहल जो बात सामन आई वह यह ह क फ म लगातार एक ह जगह पर कठपतल क तरह काम करत रहना काफ उबाऊ था मक थोड़ ह समय म इस तरह क काम स जी चरान लगत जब फ का मा लक उनस जबरद ती काम करवाता तो जा हरा तौर पर काम करन वाल को यह बात अखरती और उ ह ख दल स काम पर लग रहना पड़ता

जहा तक काम करन क प रि थ तय का सवाल ह कछ बात साफ ह एक तो यह क यह कहना मि कल ह क फ म काम करन वाल क प रि थ त दसर मक क प रि थ त स बहतर थी या बदतर ऐसा इस लए क इ तहासकार क पास औ यो गक ा त स पहल क काल क मक क बार म यादा जानकार नह ह हा यह ज र पता ह क तरहवी सद स ह उ तर यरोप म पगार पान वाल मजदर हआ करत थ और उनक हालत अ य मजदर क हालत स खराब नह थी वस भी स हवी-अठारहवी सद म कम स कम इ ल ड म प टग आउट स टम क तहत काम करन वाल बह त सार मजदर पगार क एवज म ह काम कया करत थ कहन का मतलब यह ह क फ मजदर का तन वाह मजदर होना समाज क लए कोई नह बात नह थी

94 बराइया जो नई बात थी वह यह क जब फ या बनी तो एक साथ बह त सार मजदर शहर

म इक ा ह ए इस जमाव म उनक ददशा भी समाज क सामन कह यादा खर प स उजागर ह ई

उ योग म ब च और औरत को सोलह घ ट या उसस भी यादा काम करवाया जाता थकान क कारण य द कोई काम नह कर पाता तो उस ब ट स पीटा जाता था तन वाह काट ल जाती तन वाह वस भी काफ कम मलती थी एक ह त क लए कसी ह नरमद कार गर को 1795 म कोई 25 श लग और साधारण मजदर को सफ 12 श लग मला

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करत थ म हलाओ को प ष स आधी और ब च को एक चौथाई तन वाह ह मलती हाला क व प ष िजतना ह काम करत

कोयल क खदान म तो ि थ त और भी यादा खराब थी यहा चार स पाच साल क ब च को खदान क सरग क अदर बारह स सोलह घट काम करवाया जाता इनक औसत पगार दो स तीन श लग त स ताह थी

फ स टम क आन स मजदर क गर बी भी बह त यादा उजागर होन लगी वस तो औ यो गक ा त क श क साल म ह यह साफ हो गया था क समाज म नर ह गर ब क स या बढ़ रह ह पर इस ि थ त स बचन क लए कछ खास नह कया गया पीनहमल ड नामक क ब म गर ब क मदद क लए एक स टम ज र श कया गया िजस पीनहमल ड स टम क नाम स जाना जाता था कछ दसर क ब न भी इस स टम को

अपनाया पर बढ़ती ह ई औ यो गक गर बी क सामन यह स टम प त हो गया शहर म ि थ त कछ ऐसी थी क मजदर क हालत बद स बदतर होती चल गई

शहर बगर कसी योजना क बतहाशा बढ़त चल गए उनक नगरपा लकाए इस नई आबाद क दखभाल करन म असमथ रह शहर म गद द र बि तया पनपन लगी िज ह अ जी म लम कहत ह जहा अब तक शहर म अनक तबक क लोग आपस म मल कर रहत थ

वहा धीर-धीर मजदर बि तया शहर क बाक आबाद स हट कर रहन लगी इन बि तय म न तो सडक ठ क होती न ह ना लया न ह कड़ा नकालन क कोई यव था न ह पय जल का इतजाम और न ह ठ क स बन ह ए मकान इ तहासकार हो सबाम का कहना ह क यरोप क शहर म इस क म क बि तया यादातर शहर क पव ह स म बसी सो शहर म एक नया भद श हो गया ई ट ए ड नवासी (गर ब) और व ट ए ड नवासी (अ भजा य) का

रह-रहकर औ यो गक शहर म महामा रया भी बढ़न लगी लासग म पहल बार 1818 ई0 म हाइफस जवर का कोप फला यरोप क सार औ यो गक शहर म 1831 ई0 और 1832 ई0 म टाइफाइड़ क महामार छाई रह इन शहर म कालरा मयाद बखार और तप दक का भी बोलबाला रहा य सार बीमा रया यादातर मजदर बि तय म ह रह मानो यह सा बत कर रह ह क जहा द र ता और गदगी ह वहा बीमा रया भी रहगी इस सबन मजदर बि तय क नवा सय का हौसला तोड़ दया सामािजक हौसलाप ती क कई ल ण सामन आन लग शराब का ज रत स यादा इ तमाल होन लगा बाल ह या व याव त आ मह या और मान सक व ता क घटनाए बढ़न लगी मजदर क दग त इस बात स और भी यादा उजागर ह ई क औ यो गक ा त क कारण समाज क बाक सार वग क स प नता बढ़ रह थी

95 बराइय को दर करन क यास एवम समाधान फ टर स टम क इन बराइय को ज द स ज द दर करना बड़ा ज र था य क

एक तो साधारण मानवीयता का तकाजा था क मजदर क काम करन क हालात म सधार आए इसस भी यादा बड़ा कारण यह था क फि य म अ धकाश उ पाद फ म काम करन वाल मजदर ह खर दत थ इस लए अगर मजदर क माल हालत एक सीमा स नीच जाती

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तो नकसान पजीप तय को ह होता और अगर मजदर बि तय क समाज यव था को ठ प होन दया जाता तो डर था क कह दश म व ोह न भड़क उठ व ोह न भी होता तो यह तो साफ था क म यवग क जवान इन बि तय म फल रह शराबखोर व याव त और अ य कार क अन तकता क च कर म पड़ रह थ य द म यवग को अन तकता स बचाना था तो

ज र था क मजदर वग स अन तकता को दर कया जाए

951 ससद य यास

आजकल यह माना जाता ह क य द फ मा लक अपन मजदर क भल कार दखभाल कर तो उ ह ह यादा मनाफा होता ह पर उ नीसवी सद म यह बात अ धकाश पजीप तय क समझ म नह आ रह थी इस लए हम पात ह क फ टर म मजदर क ि थ त सधारन वाल अ धकाश उपाय कवल कछ फ टर मा लक क पहल पर रा य यव था वारा व भ न दश क ससद वारा कए गए सबस यादा सधार का काम इगल ड म

हआ ऐस उपाय म स पहला था इगल ड म राबट पील वारा ससद म पास कया गया

ह थ ए ड मारटज ए ट (1802) यह ए ट कवल बड़ी फ ट रय पर लाग होता था और कवल एपरि टस पर इस ए ट म यह कहा गया क नौ साल स कम उ क ब च बतौर एपरि टस नह लगाए जा सकत फ मा लक पर इन ब च स बारह घ ट स यादा या फर रात म काम करवान पर रोक लगा द गई

1802 क ए ट म कई खा मया थी एक तो यह कवल बड़ी फ य पर लाग होता था और वहा भी कवल उन फि य पर जो क एपर टस को इ तमाल करती थी बह नर बाल मजदर को इस ए ट स कोई सर ा नह मलती थी सबस म य बात तो यह थी क इस ए ट म नर ण करन का कोई ावधान न था नतीजतन यह ए ट महज कागजी कानन बन कर रह गया

फर 1816 म पील क चयरमनी म एक ससद य कमट का गठन कया गया इस कमट क सलाह पर 1819 का फ नय ण कानन पास कया गया इस कानन म पछल कानन क ावधान को दोहराया गया और कहा गया क सार बाल मजदर को इस कानन क सर ा द जाएगी साथ ह यह नधा रत कया गया क सोलह साल स कम उ क मजदर को बारह घ ट क दन म डढ़ घ ट क खान क छ ी द जायगी च क यह ए ट सार कामकाजी ब च पर लाग होता था इस लए लोग न इसका डट कर वरोध कया वरो धय म एक बड़ा तबका उन मा-बाप का था जो अपन ब च स काम करवात थ

952 समाज सधार और अबधनी त

तमन अबधनी त क बार म पढ़ा होगा यह नी त अठारहवी सद क अ तम दशक म काफ फल चक थी अथशा ी एडम ि मथ िजसका हम पहल िज कर चक ह इसका एक बड़ा समथक था इस नी त क मतावल बय का मानना था क समाज क अथ यव था तब ह

35

सफल हो सकती ह जब क सरकार अथ यव था को अपन आप पर छोड द उसम अपनी टाग न अड़ाए

जब उ नीसवी सद म ससद य य न मजदर क सधार क लए होन लग तो सधार-वरोधी उ योगप तय न अबधनी त क दहाई दत ह ए यह गहार लगाई क अगर रा य फ स टम को सधारन व नय त करन क को शश करगा तो सार अथ यव था ह ठ प हो जाएगी दरअसल बड़-बड़ दाश नक वचार क आड़ म य वरोधी कवल इतना कह रह थ क उ ह मजदर -ब च म हलाओ और प ष का खन चसन स नह रोका जाना चा हए भल ह ऐसा करत ह ए व समाज क इतनी दग त य न कर द िजसस क समाज का साधारण चाल-चलन ह ठ प हो जाए ऐस वरो धय को उनक खद क बवकफ स बचाना ज र था

953 सधारक य न जार रह

1820 क दशक म पावर लम और भाप क इजन म काफ यादा या क सधार आए इसका नतीजा यह हआ क इस दशक म धीर-धीर फ स टम सार कपड़ा उ योग और ख नज उ पादन पर छा गया फि या भी कवल कछ शहर इलाक म कि त होन लगी लकाशायर का कपड़ा उ योग इसका अ छा उदाहरण ह यहा कोई 25 वग मील क म इतनी यादा कपड़ा मल थी क इ ल ड का 80 तशत स यादा कपड़ा बनाया जाता था िजतना फ ट रय का जमाव बढ़ा उतना ह उनक दगण कट ह ए इसम सधार लान क ससद य यास भी उतन ह जोर स कए जान लग

954 सड़लर क यास

माइकल सड़लर न 1831 म टन-आवर बल इ ल ड क ससद म पश कया इस बल म यह ावधान था क कसी भी मजदर स दस घट (टन-आवर) स यादा काम नह लया जा सकगा यह बल ससद म पास नह हो सका

पर इन दन इ ल ड म व ट इ डीज क दास था को लकर काफ गहमा-गहमी चल रह थी इसक रहत अखबार और प काओ म फ टर मजदर क तलना व ट-इ डीज क नी ो दास स क जान लगी धीर-धीर यह मत फलन लगा क मजदर क ि थ त म सधार क लए कछ ठोस कदम उठाए जान चा हए इसक फल व प जब 1833 म लाड एशल न ससद म अपना ताव रखा तो वह कछ ससद य छ ना-झपट क बाद पा रत हो गया

955 एशल का कानन

लाड एशल क कानन (1833) को सार कपड़ा बनन क फि य पर लाग कया गया इसक अनसार नौ साल स कम उ क ब च को फ म काम करवान पर पाबद लगा द गई तरह साल स कम उ क मजदर स दन म नौ घ ट और स ताह म 40 घ ट स यादा काम करवाना तब धत कया गया उ ह रोज डढ़ घ ट क खान क छ ी दना ज र

रखा गया यह कहा गया क अठारह साल स कम उ क मजदर स दन म 12 घट और स ताह म 69 घट स यादा काम नह करवाया जा सकता ldquoरातrdquo क काम को ठ क तरह स

36

प रभा षत कया गया साढ़ आठ बज शाम स लकर साढ़ पाच बज सबह तक क समय को ldquoरातrdquo करार दया गया और इस पार म कवल अ ारह साल स यादा उ क मजदर क योग क अनम त द गई फ म काम करन वाल हर ब च का रोज दो घट कल जाना नि चत कया गया नर क क एक बड़ी टोल नय त क गई जो फ मा लक पर नगरानी रख सक और जो मा लक कानन क अवहलना करत ह ए पकड़ जाए उन क सर बड़ी सजा का ावधान रखा गया

इस कानन म दो म य खा मया थी एक तो यह कवल कपड़ा उ योग पर ह लाग कया गया जब क अ य उ योग म भी मजदर क हालत काफ खराब थी दसर यह कवल ब च को अपन दायर म लता था जब क ि य और प ष को भी काननी सर ा क आव यकता थी

96 समाज और सामािजक प रवतन बहरहाल इस कानन स कछ बात साफ जा हर होती थी सबस पहल बात तो यह क

हाला क समाज म अब भी अबधनी त का बोलबाला था अब सरकार क समझ म यह आन लगा क समाज क कछ अश ऐस होत ह जहा क सधार लान क लए सरकार ह त प ज र होता ह दसर बात यह क अब साधारण तौर पर यह माना जान लगा क समाज म औ यो गक उ पादन क इकाई प रवार नह बि क यि त वशष था और उसक सामािजक सर ा और सखा-पढ़ क िज मदार कवल प रवार पर ह नह छोड़ी जा सकती थी समाज को भी आग बढ़कर कछ उपाय करना ज र था

धीर-धीर अ य उ योग को भी फ कानन क तहत लाया गया 1842 म लाड एशल क कानन को कोयला खदान पर लाग कया गया और म हला मजदर को भी सर ा द जान लगी 1878 म इस कानन न सार फि य और वकशाप को अपन दायर म ल लया इस बीच दसर दश म भी फ कानन क या जार थी 1841 म ास म बाल-मजदर कानन लाग कया गया ए शया म भी 1870 तक कई कानन जार कए गए पर उ ह कभी गभीरता स लाग नह कया गया

1848 म सार यरोप म सोश ल ट व ोह ह ए और उ ह काफ आसानी स कचल दया गया इन व ोह म मजदर न बढ़ कर ह सा लया था कचल जान क बाद इन व ोह क बह त सार नता मजदर नता बन गए और फ मा लक स मजदर क भलाई क लए माग करन लग इस समय क बाद स फ मजदर क सगठन बनना श हो गए और कमशाला क हालात म सधार क लए य सगठन अपन अपन उ योग और सरकार पर जोर हालन लग ऐसा इ ह न कस तरह कया तम अ य इकाइय म पढ़ोग

97 साराश इस इकाई म तमन जाना क फ स टम अठारहवी सद म श हआ इसन

औ यो गक उ पादन म एक नए कम व यास को ज म दया फि या चलान क लए एक नए क म क अनशासन क ज रत थी जो क पहल कभी ससार म दखन को नह मला था लगातार अनशासन था पत रखन क लए फ क मय क उपर एक नए मनजमट तबक का

37

ज म हआ फोरमन और सपरवाईजर य लोग लबर अ र टो स (Labour aristocrates) कहलाए इनक रहत उ योग म उ योग क मल कयत और उसक मनजमट म भद कया जान लगा मजदर क शहर म रहन स कई बराइया पनपी उ ह दर करन क लए उ नीसवी सद क म य तक अ भजा य वग स कछ समाज सधारक उबर कर सामन आए पर मजदर क सगठन अभी ठ क तरह स नह पनप पाए थ व 1848 क यरोपीय व ोह क बाद उबर

98 अ यासाथ न (I) अश पर छोट सवाल

कछ श द म जवाब द िजए (क) या फ स टम और औ यो गक ा त म स कोई एक बगर दसर क पनप

सकता था (ख) फ स टम क मख व श टता या थी (ग) या पन बनान क फ वा तव म एडम ि मथ क वणन क अनसार होती ह (घ) या फ स टम अन तक था (च) अबधनी त फ मा लक को य पसद थी (छ) इस इकाई म िजन फ सधारक का िज ह उसक अलावा दो और सधारक क

नाम बताइय (II) सार इकाई पर सवाल

दो सौ स तीन सौ श द म जवाब द (क) फ स टम इ ल ड म कस तरह पनपा (ख) फ स टम न कस तरह था पत आ थक और सामािजक स थाओ पर हार

कया (ग) फ स टम क कारण समाज म कस तरह क प रवतन आए (घ) फ स टम म सधार लान क य न क ववचना कर

99 ास गक पठनीय थ ईज हो सबाम - ाम इड ट ए पायर प गइन ईज हो सबाम - एज आफ रवो यशन प गइन ईपी टाम सन - म कग आफ द इग लश व कग लास (सभी कताब अ जी म ह बाजार म आसानी स मल जाती ह)

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करत थ म हलाओ को प ष स आधी और ब च को एक चौथाई तन वाह ह मलती हाला क व प ष िजतना ह काम करत

कोयल क खदान म तो ि थ त और भी यादा खराब थी यहा चार स पाच साल क ब च को खदान क सरग क अदर बारह स सोलह घट काम करवाया जाता इनक औसत पगार दो स तीन श लग त स ताह थी

फ स टम क आन स मजदर क गर बी भी बह त यादा उजागर होन लगी वस तो औ यो गक ा त क श क साल म ह यह साफ हो गया था क समाज म नर ह गर ब क स या बढ़ रह ह पर इस ि थ त स बचन क लए कछ खास नह कया गया पीनहमल ड नामक क ब म गर ब क मदद क लए एक स टम ज र श कया गया िजस पीनहमल ड स टम क नाम स जाना जाता था कछ दसर क ब न भी इस स टम को

अपनाया पर बढ़ती ह ई औ यो गक गर बी क सामन यह स टम प त हो गया शहर म ि थ त कछ ऐसी थी क मजदर क हालत बद स बदतर होती चल गई

शहर बगर कसी योजना क बतहाशा बढ़त चल गए उनक नगरपा लकाए इस नई आबाद क दखभाल करन म असमथ रह शहर म गद द र बि तया पनपन लगी िज ह अ जी म लम कहत ह जहा अब तक शहर म अनक तबक क लोग आपस म मल कर रहत थ

वहा धीर-धीर मजदर बि तया शहर क बाक आबाद स हट कर रहन लगी इन बि तय म न तो सडक ठ क होती न ह ना लया न ह कड़ा नकालन क कोई यव था न ह पय जल का इतजाम और न ह ठ क स बन ह ए मकान इ तहासकार हो सबाम का कहना ह क यरोप क शहर म इस क म क बि तया यादातर शहर क पव ह स म बसी सो शहर म एक नया भद श हो गया ई ट ए ड नवासी (गर ब) और व ट ए ड नवासी (अ भजा य) का

रह-रहकर औ यो गक शहर म महामा रया भी बढ़न लगी लासग म पहल बार 1818 ई0 म हाइफस जवर का कोप फला यरोप क सार औ यो गक शहर म 1831 ई0 और 1832 ई0 म टाइफाइड़ क महामार छाई रह इन शहर म कालरा मयाद बखार और तप दक का भी बोलबाला रहा य सार बीमा रया यादातर मजदर बि तय म ह रह मानो यह सा बत कर रह ह क जहा द र ता और गदगी ह वहा बीमा रया भी रहगी इस सबन मजदर बि तय क नवा सय का हौसला तोड़ दया सामािजक हौसलाप ती क कई ल ण सामन आन लग शराब का ज रत स यादा इ तमाल होन लगा बाल ह या व याव त आ मह या और मान सक व ता क घटनाए बढ़न लगी मजदर क दग त इस बात स और भी यादा उजागर ह ई क औ यो गक ा त क कारण समाज क बाक सार वग क स प नता बढ़ रह थी

95 बराइय को दर करन क यास एवम समाधान फ टर स टम क इन बराइय को ज द स ज द दर करना बड़ा ज र था य क

एक तो साधारण मानवीयता का तकाजा था क मजदर क काम करन क हालात म सधार आए इसस भी यादा बड़ा कारण यह था क फि य म अ धकाश उ पाद फ म काम करन वाल मजदर ह खर दत थ इस लए अगर मजदर क माल हालत एक सीमा स नीच जाती

34

तो नकसान पजीप तय को ह होता और अगर मजदर बि तय क समाज यव था को ठ प होन दया जाता तो डर था क कह दश म व ोह न भड़क उठ व ोह न भी होता तो यह तो साफ था क म यवग क जवान इन बि तय म फल रह शराबखोर व याव त और अ य कार क अन तकता क च कर म पड़ रह थ य द म यवग को अन तकता स बचाना था तो

ज र था क मजदर वग स अन तकता को दर कया जाए

951 ससद य यास

आजकल यह माना जाता ह क य द फ मा लक अपन मजदर क भल कार दखभाल कर तो उ ह ह यादा मनाफा होता ह पर उ नीसवी सद म यह बात अ धकाश पजीप तय क समझ म नह आ रह थी इस लए हम पात ह क फ टर म मजदर क ि थ त सधारन वाल अ धकाश उपाय कवल कछ फ टर मा लक क पहल पर रा य यव था वारा व भ न दश क ससद वारा कए गए सबस यादा सधार का काम इगल ड म

हआ ऐस उपाय म स पहला था इगल ड म राबट पील वारा ससद म पास कया गया

ह थ ए ड मारटज ए ट (1802) यह ए ट कवल बड़ी फ ट रय पर लाग होता था और कवल एपरि टस पर इस ए ट म यह कहा गया क नौ साल स कम उ क ब च बतौर एपरि टस नह लगाए जा सकत फ मा लक पर इन ब च स बारह घ ट स यादा या फर रात म काम करवान पर रोक लगा द गई

1802 क ए ट म कई खा मया थी एक तो यह कवल बड़ी फ य पर लाग होता था और वहा भी कवल उन फि य पर जो क एपर टस को इ तमाल करती थी बह नर बाल मजदर को इस ए ट स कोई सर ा नह मलती थी सबस म य बात तो यह थी क इस ए ट म नर ण करन का कोई ावधान न था नतीजतन यह ए ट महज कागजी कानन बन कर रह गया

फर 1816 म पील क चयरमनी म एक ससद य कमट का गठन कया गया इस कमट क सलाह पर 1819 का फ नय ण कानन पास कया गया इस कानन म पछल कानन क ावधान को दोहराया गया और कहा गया क सार बाल मजदर को इस कानन क सर ा द जाएगी साथ ह यह नधा रत कया गया क सोलह साल स कम उ क मजदर को बारह घ ट क दन म डढ़ घ ट क खान क छ ी द जायगी च क यह ए ट सार कामकाजी ब च पर लाग होता था इस लए लोग न इसका डट कर वरोध कया वरो धय म एक बड़ा तबका उन मा-बाप का था जो अपन ब च स काम करवात थ

952 समाज सधार और अबधनी त

तमन अबधनी त क बार म पढ़ा होगा यह नी त अठारहवी सद क अ तम दशक म काफ फल चक थी अथशा ी एडम ि मथ िजसका हम पहल िज कर चक ह इसका एक बड़ा समथक था इस नी त क मतावल बय का मानना था क समाज क अथ यव था तब ह

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सफल हो सकती ह जब क सरकार अथ यव था को अपन आप पर छोड द उसम अपनी टाग न अड़ाए

जब उ नीसवी सद म ससद य य न मजदर क सधार क लए होन लग तो सधार-वरोधी उ योगप तय न अबधनी त क दहाई दत ह ए यह गहार लगाई क अगर रा य फ स टम को सधारन व नय त करन क को शश करगा तो सार अथ यव था ह ठ प हो जाएगी दरअसल बड़-बड़ दाश नक वचार क आड़ म य वरोधी कवल इतना कह रह थ क उ ह मजदर -ब च म हलाओ और प ष का खन चसन स नह रोका जाना चा हए भल ह ऐसा करत ह ए व समाज क इतनी दग त य न कर द िजसस क समाज का साधारण चाल-चलन ह ठ प हो जाए ऐस वरो धय को उनक खद क बवकफ स बचाना ज र था

953 सधारक य न जार रह

1820 क दशक म पावर लम और भाप क इजन म काफ यादा या क सधार आए इसका नतीजा यह हआ क इस दशक म धीर-धीर फ स टम सार कपड़ा उ योग और ख नज उ पादन पर छा गया फि या भी कवल कछ शहर इलाक म कि त होन लगी लकाशायर का कपड़ा उ योग इसका अ छा उदाहरण ह यहा कोई 25 वग मील क म इतनी यादा कपड़ा मल थी क इ ल ड का 80 तशत स यादा कपड़ा बनाया जाता था िजतना फ ट रय का जमाव बढ़ा उतना ह उनक दगण कट ह ए इसम सधार लान क ससद य यास भी उतन ह जोर स कए जान लग

954 सड़लर क यास

माइकल सड़लर न 1831 म टन-आवर बल इ ल ड क ससद म पश कया इस बल म यह ावधान था क कसी भी मजदर स दस घट (टन-आवर) स यादा काम नह लया जा सकगा यह बल ससद म पास नह हो सका

पर इन दन इ ल ड म व ट इ डीज क दास था को लकर काफ गहमा-गहमी चल रह थी इसक रहत अखबार और प काओ म फ टर मजदर क तलना व ट-इ डीज क नी ो दास स क जान लगी धीर-धीर यह मत फलन लगा क मजदर क ि थ त म सधार क लए कछ ठोस कदम उठाए जान चा हए इसक फल व प जब 1833 म लाड एशल न ससद म अपना ताव रखा तो वह कछ ससद य छ ना-झपट क बाद पा रत हो गया

955 एशल का कानन

लाड एशल क कानन (1833) को सार कपड़ा बनन क फि य पर लाग कया गया इसक अनसार नौ साल स कम उ क ब च को फ म काम करवान पर पाबद लगा द गई तरह साल स कम उ क मजदर स दन म नौ घ ट और स ताह म 40 घ ट स यादा काम करवाना तब धत कया गया उ ह रोज डढ़ घ ट क खान क छ ी दना ज र

रखा गया यह कहा गया क अठारह साल स कम उ क मजदर स दन म 12 घट और स ताह म 69 घट स यादा काम नह करवाया जा सकता ldquoरातrdquo क काम को ठ क तरह स

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प रभा षत कया गया साढ़ आठ बज शाम स लकर साढ़ पाच बज सबह तक क समय को ldquoरातrdquo करार दया गया और इस पार म कवल अ ारह साल स यादा उ क मजदर क योग क अनम त द गई फ म काम करन वाल हर ब च का रोज दो घट कल जाना नि चत कया गया नर क क एक बड़ी टोल नय त क गई जो फ मा लक पर नगरानी रख सक और जो मा लक कानन क अवहलना करत ह ए पकड़ जाए उन क सर बड़ी सजा का ावधान रखा गया

इस कानन म दो म य खा मया थी एक तो यह कवल कपड़ा उ योग पर ह लाग कया गया जब क अ य उ योग म भी मजदर क हालत काफ खराब थी दसर यह कवल ब च को अपन दायर म लता था जब क ि य और प ष को भी काननी सर ा क आव यकता थी

96 समाज और सामािजक प रवतन बहरहाल इस कानन स कछ बात साफ जा हर होती थी सबस पहल बात तो यह क

हाला क समाज म अब भी अबधनी त का बोलबाला था अब सरकार क समझ म यह आन लगा क समाज क कछ अश ऐस होत ह जहा क सधार लान क लए सरकार ह त प ज र होता ह दसर बात यह क अब साधारण तौर पर यह माना जान लगा क समाज म औ यो गक उ पादन क इकाई प रवार नह बि क यि त वशष था और उसक सामािजक सर ा और सखा-पढ़ क िज मदार कवल प रवार पर ह नह छोड़ी जा सकती थी समाज को भी आग बढ़कर कछ उपाय करना ज र था

धीर-धीर अ य उ योग को भी फ कानन क तहत लाया गया 1842 म लाड एशल क कानन को कोयला खदान पर लाग कया गया और म हला मजदर को भी सर ा द जान लगी 1878 म इस कानन न सार फि य और वकशाप को अपन दायर म ल लया इस बीच दसर दश म भी फ कानन क या जार थी 1841 म ास म बाल-मजदर कानन लाग कया गया ए शया म भी 1870 तक कई कानन जार कए गए पर उ ह कभी गभीरता स लाग नह कया गया

1848 म सार यरोप म सोश ल ट व ोह ह ए और उ ह काफ आसानी स कचल दया गया इन व ोह म मजदर न बढ़ कर ह सा लया था कचल जान क बाद इन व ोह क बह त सार नता मजदर नता बन गए और फ मा लक स मजदर क भलाई क लए माग करन लग इस समय क बाद स फ मजदर क सगठन बनना श हो गए और कमशाला क हालात म सधार क लए य सगठन अपन अपन उ योग और सरकार पर जोर हालन लग ऐसा इ ह न कस तरह कया तम अ य इकाइय म पढ़ोग

97 साराश इस इकाई म तमन जाना क फ स टम अठारहवी सद म श हआ इसन

औ यो गक उ पादन म एक नए कम व यास को ज म दया फि या चलान क लए एक नए क म क अनशासन क ज रत थी जो क पहल कभी ससार म दखन को नह मला था लगातार अनशासन था पत रखन क लए फ क मय क उपर एक नए मनजमट तबक का

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ज म हआ फोरमन और सपरवाईजर य लोग लबर अ र टो स (Labour aristocrates) कहलाए इनक रहत उ योग म उ योग क मल कयत और उसक मनजमट म भद कया जान लगा मजदर क शहर म रहन स कई बराइया पनपी उ ह दर करन क लए उ नीसवी सद क म य तक अ भजा य वग स कछ समाज सधारक उबर कर सामन आए पर मजदर क सगठन अभी ठ क तरह स नह पनप पाए थ व 1848 क यरोपीय व ोह क बाद उबर

98 अ यासाथ न (I) अश पर छोट सवाल

कछ श द म जवाब द िजए (क) या फ स टम और औ यो गक ा त म स कोई एक बगर दसर क पनप

सकता था (ख) फ स टम क मख व श टता या थी (ग) या पन बनान क फ वा तव म एडम ि मथ क वणन क अनसार होती ह (घ) या फ स टम अन तक था (च) अबधनी त फ मा लक को य पसद थी (छ) इस इकाई म िजन फ सधारक का िज ह उसक अलावा दो और सधारक क

नाम बताइय (II) सार इकाई पर सवाल

दो सौ स तीन सौ श द म जवाब द (क) फ स टम इ ल ड म कस तरह पनपा (ख) फ स टम न कस तरह था पत आ थक और सामािजक स थाओ पर हार

कया (ग) फ स टम क कारण समाज म कस तरह क प रवतन आए (घ) फ स टम म सधार लान क य न क ववचना कर

99 ास गक पठनीय थ ईज हो सबाम - ाम इड ट ए पायर प गइन ईज हो सबाम - एज आफ रवो यशन प गइन ईपी टाम सन - म कग आफ द इग लश व कग लास (सभी कताब अ जी म ह बाजार म आसानी स मल जाती ह)

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Page 34: एमassets.vmou.ac.in/MAHI01-2.pdf ·  · 2014-04-056.7 इंगलैड ... अलबट[थेयर(Albert Thaer) ने1798 (Introduction to the knowledge of English Agriculture)

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तो नकसान पजीप तय को ह होता और अगर मजदर बि तय क समाज यव था को ठ प होन दया जाता तो डर था क कह दश म व ोह न भड़क उठ व ोह न भी होता तो यह तो साफ था क म यवग क जवान इन बि तय म फल रह शराबखोर व याव त और अ य कार क अन तकता क च कर म पड़ रह थ य द म यवग को अन तकता स बचाना था तो

ज र था क मजदर वग स अन तकता को दर कया जाए

951 ससद य यास

आजकल यह माना जाता ह क य द फ मा लक अपन मजदर क भल कार दखभाल कर तो उ ह ह यादा मनाफा होता ह पर उ नीसवी सद म यह बात अ धकाश पजीप तय क समझ म नह आ रह थी इस लए हम पात ह क फ टर म मजदर क ि थ त सधारन वाल अ धकाश उपाय कवल कछ फ टर मा लक क पहल पर रा य यव था वारा व भ न दश क ससद वारा कए गए सबस यादा सधार का काम इगल ड म

हआ ऐस उपाय म स पहला था इगल ड म राबट पील वारा ससद म पास कया गया

ह थ ए ड मारटज ए ट (1802) यह ए ट कवल बड़ी फ ट रय पर लाग होता था और कवल एपरि टस पर इस ए ट म यह कहा गया क नौ साल स कम उ क ब च बतौर एपरि टस नह लगाए जा सकत फ मा लक पर इन ब च स बारह घ ट स यादा या फर रात म काम करवान पर रोक लगा द गई

1802 क ए ट म कई खा मया थी एक तो यह कवल बड़ी फ य पर लाग होता था और वहा भी कवल उन फि य पर जो क एपर टस को इ तमाल करती थी बह नर बाल मजदर को इस ए ट स कोई सर ा नह मलती थी सबस म य बात तो यह थी क इस ए ट म नर ण करन का कोई ावधान न था नतीजतन यह ए ट महज कागजी कानन बन कर रह गया

फर 1816 म पील क चयरमनी म एक ससद य कमट का गठन कया गया इस कमट क सलाह पर 1819 का फ नय ण कानन पास कया गया इस कानन म पछल कानन क ावधान को दोहराया गया और कहा गया क सार बाल मजदर को इस कानन क सर ा द जाएगी साथ ह यह नधा रत कया गया क सोलह साल स कम उ क मजदर को बारह घ ट क दन म डढ़ घ ट क खान क छ ी द जायगी च क यह ए ट सार कामकाजी ब च पर लाग होता था इस लए लोग न इसका डट कर वरोध कया वरो धय म एक बड़ा तबका उन मा-बाप का था जो अपन ब च स काम करवात थ

952 समाज सधार और अबधनी त

तमन अबधनी त क बार म पढ़ा होगा यह नी त अठारहवी सद क अ तम दशक म काफ फल चक थी अथशा ी एडम ि मथ िजसका हम पहल िज कर चक ह इसका एक बड़ा समथक था इस नी त क मतावल बय का मानना था क समाज क अथ यव था तब ह

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सफल हो सकती ह जब क सरकार अथ यव था को अपन आप पर छोड द उसम अपनी टाग न अड़ाए

जब उ नीसवी सद म ससद य य न मजदर क सधार क लए होन लग तो सधार-वरोधी उ योगप तय न अबधनी त क दहाई दत ह ए यह गहार लगाई क अगर रा य फ स टम को सधारन व नय त करन क को शश करगा तो सार अथ यव था ह ठ प हो जाएगी दरअसल बड़-बड़ दाश नक वचार क आड़ म य वरोधी कवल इतना कह रह थ क उ ह मजदर -ब च म हलाओ और प ष का खन चसन स नह रोका जाना चा हए भल ह ऐसा करत ह ए व समाज क इतनी दग त य न कर द िजसस क समाज का साधारण चाल-चलन ह ठ प हो जाए ऐस वरो धय को उनक खद क बवकफ स बचाना ज र था

953 सधारक य न जार रह

1820 क दशक म पावर लम और भाप क इजन म काफ यादा या क सधार आए इसका नतीजा यह हआ क इस दशक म धीर-धीर फ स टम सार कपड़ा उ योग और ख नज उ पादन पर छा गया फि या भी कवल कछ शहर इलाक म कि त होन लगी लकाशायर का कपड़ा उ योग इसका अ छा उदाहरण ह यहा कोई 25 वग मील क म इतनी यादा कपड़ा मल थी क इ ल ड का 80 तशत स यादा कपड़ा बनाया जाता था िजतना फ ट रय का जमाव बढ़ा उतना ह उनक दगण कट ह ए इसम सधार लान क ससद य यास भी उतन ह जोर स कए जान लग

954 सड़लर क यास

माइकल सड़लर न 1831 म टन-आवर बल इ ल ड क ससद म पश कया इस बल म यह ावधान था क कसी भी मजदर स दस घट (टन-आवर) स यादा काम नह लया जा सकगा यह बल ससद म पास नह हो सका

पर इन दन इ ल ड म व ट इ डीज क दास था को लकर काफ गहमा-गहमी चल रह थी इसक रहत अखबार और प काओ म फ टर मजदर क तलना व ट-इ डीज क नी ो दास स क जान लगी धीर-धीर यह मत फलन लगा क मजदर क ि थ त म सधार क लए कछ ठोस कदम उठाए जान चा हए इसक फल व प जब 1833 म लाड एशल न ससद म अपना ताव रखा तो वह कछ ससद य छ ना-झपट क बाद पा रत हो गया

955 एशल का कानन

लाड एशल क कानन (1833) को सार कपड़ा बनन क फि य पर लाग कया गया इसक अनसार नौ साल स कम उ क ब च को फ म काम करवान पर पाबद लगा द गई तरह साल स कम उ क मजदर स दन म नौ घ ट और स ताह म 40 घ ट स यादा काम करवाना तब धत कया गया उ ह रोज डढ़ घ ट क खान क छ ी दना ज र

रखा गया यह कहा गया क अठारह साल स कम उ क मजदर स दन म 12 घट और स ताह म 69 घट स यादा काम नह करवाया जा सकता ldquoरातrdquo क काम को ठ क तरह स

36

प रभा षत कया गया साढ़ आठ बज शाम स लकर साढ़ पाच बज सबह तक क समय को ldquoरातrdquo करार दया गया और इस पार म कवल अ ारह साल स यादा उ क मजदर क योग क अनम त द गई फ म काम करन वाल हर ब च का रोज दो घट कल जाना नि चत कया गया नर क क एक बड़ी टोल नय त क गई जो फ मा लक पर नगरानी रख सक और जो मा लक कानन क अवहलना करत ह ए पकड़ जाए उन क सर बड़ी सजा का ावधान रखा गया

इस कानन म दो म य खा मया थी एक तो यह कवल कपड़ा उ योग पर ह लाग कया गया जब क अ य उ योग म भी मजदर क हालत काफ खराब थी दसर यह कवल ब च को अपन दायर म लता था जब क ि य और प ष को भी काननी सर ा क आव यकता थी

96 समाज और सामािजक प रवतन बहरहाल इस कानन स कछ बात साफ जा हर होती थी सबस पहल बात तो यह क

हाला क समाज म अब भी अबधनी त का बोलबाला था अब सरकार क समझ म यह आन लगा क समाज क कछ अश ऐस होत ह जहा क सधार लान क लए सरकार ह त प ज र होता ह दसर बात यह क अब साधारण तौर पर यह माना जान लगा क समाज म औ यो गक उ पादन क इकाई प रवार नह बि क यि त वशष था और उसक सामािजक सर ा और सखा-पढ़ क िज मदार कवल प रवार पर ह नह छोड़ी जा सकती थी समाज को भी आग बढ़कर कछ उपाय करना ज र था

धीर-धीर अ य उ योग को भी फ कानन क तहत लाया गया 1842 म लाड एशल क कानन को कोयला खदान पर लाग कया गया और म हला मजदर को भी सर ा द जान लगी 1878 म इस कानन न सार फि य और वकशाप को अपन दायर म ल लया इस बीच दसर दश म भी फ कानन क या जार थी 1841 म ास म बाल-मजदर कानन लाग कया गया ए शया म भी 1870 तक कई कानन जार कए गए पर उ ह कभी गभीरता स लाग नह कया गया

1848 म सार यरोप म सोश ल ट व ोह ह ए और उ ह काफ आसानी स कचल दया गया इन व ोह म मजदर न बढ़ कर ह सा लया था कचल जान क बाद इन व ोह क बह त सार नता मजदर नता बन गए और फ मा लक स मजदर क भलाई क लए माग करन लग इस समय क बाद स फ मजदर क सगठन बनना श हो गए और कमशाला क हालात म सधार क लए य सगठन अपन अपन उ योग और सरकार पर जोर हालन लग ऐसा इ ह न कस तरह कया तम अ य इकाइय म पढ़ोग

97 साराश इस इकाई म तमन जाना क फ स टम अठारहवी सद म श हआ इसन

औ यो गक उ पादन म एक नए कम व यास को ज म दया फि या चलान क लए एक नए क म क अनशासन क ज रत थी जो क पहल कभी ससार म दखन को नह मला था लगातार अनशासन था पत रखन क लए फ क मय क उपर एक नए मनजमट तबक का

37

ज म हआ फोरमन और सपरवाईजर य लोग लबर अ र टो स (Labour aristocrates) कहलाए इनक रहत उ योग म उ योग क मल कयत और उसक मनजमट म भद कया जान लगा मजदर क शहर म रहन स कई बराइया पनपी उ ह दर करन क लए उ नीसवी सद क म य तक अ भजा य वग स कछ समाज सधारक उबर कर सामन आए पर मजदर क सगठन अभी ठ क तरह स नह पनप पाए थ व 1848 क यरोपीय व ोह क बाद उबर

98 अ यासाथ न (I) अश पर छोट सवाल

कछ श द म जवाब द िजए (क) या फ स टम और औ यो गक ा त म स कोई एक बगर दसर क पनप

सकता था (ख) फ स टम क मख व श टता या थी (ग) या पन बनान क फ वा तव म एडम ि मथ क वणन क अनसार होती ह (घ) या फ स टम अन तक था (च) अबधनी त फ मा लक को य पसद थी (छ) इस इकाई म िजन फ सधारक का िज ह उसक अलावा दो और सधारक क

नाम बताइय (II) सार इकाई पर सवाल

दो सौ स तीन सौ श द म जवाब द (क) फ स टम इ ल ड म कस तरह पनपा (ख) फ स टम न कस तरह था पत आ थक और सामािजक स थाओ पर हार

कया (ग) फ स टम क कारण समाज म कस तरह क प रवतन आए (घ) फ स टम म सधार लान क य न क ववचना कर

99 ास गक पठनीय थ ईज हो सबाम - ाम इड ट ए पायर प गइन ईज हो सबाम - एज आफ रवो यशन प गइन ईपी टाम सन - म कग आफ द इग लश व कग लास (सभी कताब अ जी म ह बाजार म आसानी स मल जाती ह)

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Page 35: एमassets.vmou.ac.in/MAHI01-2.pdf ·  · 2014-04-056.7 इंगलैड ... अलबट[थेयर(Albert Thaer) ने1798 (Introduction to the knowledge of English Agriculture)

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सफल हो सकती ह जब क सरकार अथ यव था को अपन आप पर छोड द उसम अपनी टाग न अड़ाए

जब उ नीसवी सद म ससद य य न मजदर क सधार क लए होन लग तो सधार-वरोधी उ योगप तय न अबधनी त क दहाई दत ह ए यह गहार लगाई क अगर रा य फ स टम को सधारन व नय त करन क को शश करगा तो सार अथ यव था ह ठ प हो जाएगी दरअसल बड़-बड़ दाश नक वचार क आड़ म य वरोधी कवल इतना कह रह थ क उ ह मजदर -ब च म हलाओ और प ष का खन चसन स नह रोका जाना चा हए भल ह ऐसा करत ह ए व समाज क इतनी दग त य न कर द िजसस क समाज का साधारण चाल-चलन ह ठ प हो जाए ऐस वरो धय को उनक खद क बवकफ स बचाना ज र था

953 सधारक य न जार रह

1820 क दशक म पावर लम और भाप क इजन म काफ यादा या क सधार आए इसका नतीजा यह हआ क इस दशक म धीर-धीर फ स टम सार कपड़ा उ योग और ख नज उ पादन पर छा गया फि या भी कवल कछ शहर इलाक म कि त होन लगी लकाशायर का कपड़ा उ योग इसका अ छा उदाहरण ह यहा कोई 25 वग मील क म इतनी यादा कपड़ा मल थी क इ ल ड का 80 तशत स यादा कपड़ा बनाया जाता था िजतना फ ट रय का जमाव बढ़ा उतना ह उनक दगण कट ह ए इसम सधार लान क ससद य यास भी उतन ह जोर स कए जान लग

954 सड़लर क यास

माइकल सड़लर न 1831 म टन-आवर बल इ ल ड क ससद म पश कया इस बल म यह ावधान था क कसी भी मजदर स दस घट (टन-आवर) स यादा काम नह लया जा सकगा यह बल ससद म पास नह हो सका

पर इन दन इ ल ड म व ट इ डीज क दास था को लकर काफ गहमा-गहमी चल रह थी इसक रहत अखबार और प काओ म फ टर मजदर क तलना व ट-इ डीज क नी ो दास स क जान लगी धीर-धीर यह मत फलन लगा क मजदर क ि थ त म सधार क लए कछ ठोस कदम उठाए जान चा हए इसक फल व प जब 1833 म लाड एशल न ससद म अपना ताव रखा तो वह कछ ससद य छ ना-झपट क बाद पा रत हो गया

955 एशल का कानन

लाड एशल क कानन (1833) को सार कपड़ा बनन क फि य पर लाग कया गया इसक अनसार नौ साल स कम उ क ब च को फ म काम करवान पर पाबद लगा द गई तरह साल स कम उ क मजदर स दन म नौ घ ट और स ताह म 40 घ ट स यादा काम करवाना तब धत कया गया उ ह रोज डढ़ घ ट क खान क छ ी दना ज र

रखा गया यह कहा गया क अठारह साल स कम उ क मजदर स दन म 12 घट और स ताह म 69 घट स यादा काम नह करवाया जा सकता ldquoरातrdquo क काम को ठ क तरह स

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प रभा षत कया गया साढ़ आठ बज शाम स लकर साढ़ पाच बज सबह तक क समय को ldquoरातrdquo करार दया गया और इस पार म कवल अ ारह साल स यादा उ क मजदर क योग क अनम त द गई फ म काम करन वाल हर ब च का रोज दो घट कल जाना नि चत कया गया नर क क एक बड़ी टोल नय त क गई जो फ मा लक पर नगरानी रख सक और जो मा लक कानन क अवहलना करत ह ए पकड़ जाए उन क सर बड़ी सजा का ावधान रखा गया

इस कानन म दो म य खा मया थी एक तो यह कवल कपड़ा उ योग पर ह लाग कया गया जब क अ य उ योग म भी मजदर क हालत काफ खराब थी दसर यह कवल ब च को अपन दायर म लता था जब क ि य और प ष को भी काननी सर ा क आव यकता थी

96 समाज और सामािजक प रवतन बहरहाल इस कानन स कछ बात साफ जा हर होती थी सबस पहल बात तो यह क

हाला क समाज म अब भी अबधनी त का बोलबाला था अब सरकार क समझ म यह आन लगा क समाज क कछ अश ऐस होत ह जहा क सधार लान क लए सरकार ह त प ज र होता ह दसर बात यह क अब साधारण तौर पर यह माना जान लगा क समाज म औ यो गक उ पादन क इकाई प रवार नह बि क यि त वशष था और उसक सामािजक सर ा और सखा-पढ़ क िज मदार कवल प रवार पर ह नह छोड़ी जा सकती थी समाज को भी आग बढ़कर कछ उपाय करना ज र था

धीर-धीर अ य उ योग को भी फ कानन क तहत लाया गया 1842 म लाड एशल क कानन को कोयला खदान पर लाग कया गया और म हला मजदर को भी सर ा द जान लगी 1878 म इस कानन न सार फि य और वकशाप को अपन दायर म ल लया इस बीच दसर दश म भी फ कानन क या जार थी 1841 म ास म बाल-मजदर कानन लाग कया गया ए शया म भी 1870 तक कई कानन जार कए गए पर उ ह कभी गभीरता स लाग नह कया गया

1848 म सार यरोप म सोश ल ट व ोह ह ए और उ ह काफ आसानी स कचल दया गया इन व ोह म मजदर न बढ़ कर ह सा लया था कचल जान क बाद इन व ोह क बह त सार नता मजदर नता बन गए और फ मा लक स मजदर क भलाई क लए माग करन लग इस समय क बाद स फ मजदर क सगठन बनना श हो गए और कमशाला क हालात म सधार क लए य सगठन अपन अपन उ योग और सरकार पर जोर हालन लग ऐसा इ ह न कस तरह कया तम अ य इकाइय म पढ़ोग

97 साराश इस इकाई म तमन जाना क फ स टम अठारहवी सद म श हआ इसन

औ यो गक उ पादन म एक नए कम व यास को ज म दया फि या चलान क लए एक नए क म क अनशासन क ज रत थी जो क पहल कभी ससार म दखन को नह मला था लगातार अनशासन था पत रखन क लए फ क मय क उपर एक नए मनजमट तबक का

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ज म हआ फोरमन और सपरवाईजर य लोग लबर अ र टो स (Labour aristocrates) कहलाए इनक रहत उ योग म उ योग क मल कयत और उसक मनजमट म भद कया जान लगा मजदर क शहर म रहन स कई बराइया पनपी उ ह दर करन क लए उ नीसवी सद क म य तक अ भजा य वग स कछ समाज सधारक उबर कर सामन आए पर मजदर क सगठन अभी ठ क तरह स नह पनप पाए थ व 1848 क यरोपीय व ोह क बाद उबर

98 अ यासाथ न (I) अश पर छोट सवाल

कछ श द म जवाब द िजए (क) या फ स टम और औ यो गक ा त म स कोई एक बगर दसर क पनप

सकता था (ख) फ स टम क मख व श टता या थी (ग) या पन बनान क फ वा तव म एडम ि मथ क वणन क अनसार होती ह (घ) या फ स टम अन तक था (च) अबधनी त फ मा लक को य पसद थी (छ) इस इकाई म िजन फ सधारक का िज ह उसक अलावा दो और सधारक क

नाम बताइय (II) सार इकाई पर सवाल

दो सौ स तीन सौ श द म जवाब द (क) फ स टम इ ल ड म कस तरह पनपा (ख) फ स टम न कस तरह था पत आ थक और सामािजक स थाओ पर हार

कया (ग) फ स टम क कारण समाज म कस तरह क प रवतन आए (घ) फ स टम म सधार लान क य न क ववचना कर

99 ास गक पठनीय थ ईज हो सबाम - ाम इड ट ए पायर प गइन ईज हो सबाम - एज आफ रवो यशन प गइन ईपी टाम सन - म कग आफ द इग लश व कग लास (सभी कताब अ जी म ह बाजार म आसानी स मल जाती ह)

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Page 36: एमassets.vmou.ac.in/MAHI01-2.pdf ·  · 2014-04-056.7 इंगलैड ... अलबट[थेयर(Albert Thaer) ने1798 (Introduction to the knowledge of English Agriculture)

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प रभा षत कया गया साढ़ आठ बज शाम स लकर साढ़ पाच बज सबह तक क समय को ldquoरातrdquo करार दया गया और इस पार म कवल अ ारह साल स यादा उ क मजदर क योग क अनम त द गई फ म काम करन वाल हर ब च का रोज दो घट कल जाना नि चत कया गया नर क क एक बड़ी टोल नय त क गई जो फ मा लक पर नगरानी रख सक और जो मा लक कानन क अवहलना करत ह ए पकड़ जाए उन क सर बड़ी सजा का ावधान रखा गया

इस कानन म दो म य खा मया थी एक तो यह कवल कपड़ा उ योग पर ह लाग कया गया जब क अ य उ योग म भी मजदर क हालत काफ खराब थी दसर यह कवल ब च को अपन दायर म लता था जब क ि य और प ष को भी काननी सर ा क आव यकता थी

96 समाज और सामािजक प रवतन बहरहाल इस कानन स कछ बात साफ जा हर होती थी सबस पहल बात तो यह क

हाला क समाज म अब भी अबधनी त का बोलबाला था अब सरकार क समझ म यह आन लगा क समाज क कछ अश ऐस होत ह जहा क सधार लान क लए सरकार ह त प ज र होता ह दसर बात यह क अब साधारण तौर पर यह माना जान लगा क समाज म औ यो गक उ पादन क इकाई प रवार नह बि क यि त वशष था और उसक सामािजक सर ा और सखा-पढ़ क िज मदार कवल प रवार पर ह नह छोड़ी जा सकती थी समाज को भी आग बढ़कर कछ उपाय करना ज र था

धीर-धीर अ य उ योग को भी फ कानन क तहत लाया गया 1842 म लाड एशल क कानन को कोयला खदान पर लाग कया गया और म हला मजदर को भी सर ा द जान लगी 1878 म इस कानन न सार फि य और वकशाप को अपन दायर म ल लया इस बीच दसर दश म भी फ कानन क या जार थी 1841 म ास म बाल-मजदर कानन लाग कया गया ए शया म भी 1870 तक कई कानन जार कए गए पर उ ह कभी गभीरता स लाग नह कया गया

1848 म सार यरोप म सोश ल ट व ोह ह ए और उ ह काफ आसानी स कचल दया गया इन व ोह म मजदर न बढ़ कर ह सा लया था कचल जान क बाद इन व ोह क बह त सार नता मजदर नता बन गए और फ मा लक स मजदर क भलाई क लए माग करन लग इस समय क बाद स फ मजदर क सगठन बनना श हो गए और कमशाला क हालात म सधार क लए य सगठन अपन अपन उ योग और सरकार पर जोर हालन लग ऐसा इ ह न कस तरह कया तम अ य इकाइय म पढ़ोग

97 साराश इस इकाई म तमन जाना क फ स टम अठारहवी सद म श हआ इसन

औ यो गक उ पादन म एक नए कम व यास को ज म दया फि या चलान क लए एक नए क म क अनशासन क ज रत थी जो क पहल कभी ससार म दखन को नह मला था लगातार अनशासन था पत रखन क लए फ क मय क उपर एक नए मनजमट तबक का

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ज म हआ फोरमन और सपरवाईजर य लोग लबर अ र टो स (Labour aristocrates) कहलाए इनक रहत उ योग म उ योग क मल कयत और उसक मनजमट म भद कया जान लगा मजदर क शहर म रहन स कई बराइया पनपी उ ह दर करन क लए उ नीसवी सद क म य तक अ भजा य वग स कछ समाज सधारक उबर कर सामन आए पर मजदर क सगठन अभी ठ क तरह स नह पनप पाए थ व 1848 क यरोपीय व ोह क बाद उबर

98 अ यासाथ न (I) अश पर छोट सवाल

कछ श द म जवाब द िजए (क) या फ स टम और औ यो गक ा त म स कोई एक बगर दसर क पनप

सकता था (ख) फ स टम क मख व श टता या थी (ग) या पन बनान क फ वा तव म एडम ि मथ क वणन क अनसार होती ह (घ) या फ स टम अन तक था (च) अबधनी त फ मा लक को य पसद थी (छ) इस इकाई म िजन फ सधारक का िज ह उसक अलावा दो और सधारक क

नाम बताइय (II) सार इकाई पर सवाल

दो सौ स तीन सौ श द म जवाब द (क) फ स टम इ ल ड म कस तरह पनपा (ख) फ स टम न कस तरह था पत आ थक और सामािजक स थाओ पर हार

कया (ग) फ स टम क कारण समाज म कस तरह क प रवतन आए (घ) फ स टम म सधार लान क य न क ववचना कर

99 ास गक पठनीय थ ईज हो सबाम - ाम इड ट ए पायर प गइन ईज हो सबाम - एज आफ रवो यशन प गइन ईपी टाम सन - म कग आफ द इग लश व कग लास (सभी कताब अ जी म ह बाजार म आसानी स मल जाती ह)

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ज म हआ फोरमन और सपरवाईजर य लोग लबर अ र टो स (Labour aristocrates) कहलाए इनक रहत उ योग म उ योग क मल कयत और उसक मनजमट म भद कया जान लगा मजदर क शहर म रहन स कई बराइया पनपी उ ह दर करन क लए उ नीसवी सद क म य तक अ भजा य वग स कछ समाज सधारक उबर कर सामन आए पर मजदर क सगठन अभी ठ क तरह स नह पनप पाए थ व 1848 क यरोपीय व ोह क बाद उबर

98 अ यासाथ न (I) अश पर छोट सवाल

कछ श द म जवाब द िजए (क) या फ स टम और औ यो गक ा त म स कोई एक बगर दसर क पनप

सकता था (ख) फ स टम क मख व श टता या थी (ग) या पन बनान क फ वा तव म एडम ि मथ क वणन क अनसार होती ह (घ) या फ स टम अन तक था (च) अबधनी त फ मा लक को य पसद थी (छ) इस इकाई म िजन फ सधारक का िज ह उसक अलावा दो और सधारक क

नाम बताइय (II) सार इकाई पर सवाल

दो सौ स तीन सौ श द म जवाब द (क) फ स टम इ ल ड म कस तरह पनपा (ख) फ स टम न कस तरह था पत आ थक और सामािजक स थाओ पर हार

कया (ग) फ स टम क कारण समाज म कस तरह क प रवतन आए (घ) फ स टम म सधार लान क य न क ववचना कर

99 ास गक पठनीय थ ईज हो सबाम - ाम इड ट ए पायर प गइन ईज हो सबाम - एज आफ रवो यशन प गइन ईपी टाम सन - म कग आफ द इग लश व कग लास (सभी कताब अ जी म ह बाजार म आसानी स मल जाती ह)

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