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आचर सं हहत 2018

Código Conducta GESTAMP HI(IR) · 2019-02-19 · विषय ˜˚˛˝˙ˆ 3 विषयिस्तु 1 प्रस्तािनता 4 2 अनतुप्र िोग कता

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आचतार

संहहतता

2018

आचार संहिता

2

आचार संहिता

3

विषयिस्तु

1 प्रस्तािनता 4

2 अनतुप्रिोग कता दतािरता 5

3 विजन और कॉर्पोरेट सिदताांत 6

4 हमतारे उत्तरदतायित्व 8

5 आचरण के वनिम 9

हमतारे कताि्यस्थल में ईमतानदतारी 9

आरू्र्त श्रांखलता में ईमतानदतारी 12

हमतारे शेिरधतारको ां और व्तार्ताररक भतागीदतारो ां के बतारे में ित्यवनष्ता 16

हमतारे र्िता्यिरण में ित्यवनष्ता 19

6 गैर-अनतुर्तालन कता प्रबांधन 20

7 व्ताख्ता, वनगरतानी और प्रितार 21

8 लतागू हुई 21

आचार संहिता

4

प्रस्तावनता

इस संबंध में, यह आचतार संहहतता, जिसमें हमतारे दृष्टिकोण, कॉर्पोरेट ससदतातं और आचरण के ष्नयम ष्नधताधाररत हकए गए हैं, सत्यष्नष्ता के प्रष्त हमतारी वचनबदतता कता एक कें द्ीय सं्भ और उन लोगो ंके ललए संदभधा कता ष्बन्दु बन गयता है, जिन्ें इस बतारे में संदेह है हक उनसे हकसी खतास र्ररस्थिष्त में क्ता करने की अर्ेक्ता की िताती है।

इस आचतार संहहतता में ष्वस्तृत ितानकतारी प्रदतान नही ंकी गई ह,ै क्ोहंक इसे कतानूनो,ं ष्वष्नयमो ंऔर उन अर्ेक्ताओ ंकता एक संग्रह नही ंबननता चताहहए, जिन्ें िसैे्म्प अर्ने कमधाचताररयो ंसे र्तालन करनता आवश्यकतता मतानतता ह।ै समूह और इसमें समताष्वटि सभी कंर्ष्नयो ंके र्तास अष्तररक्त ष्नयमो,ं ष्नददेशो ंऔर कतायधाष्वसधयो ंकी एक शतृंखलता ह,ै तताहक इस संहहतता में ष्नहहत ससदतातंो ंको असधक गहनतता से कतायताधान्वित हकयता िता सके और सभी कमधाचतारी उन्ें आवश्यक रूर् से ितानें और उनकता अनुर्तालन करें।

1

आचतार सममष्त एक स्वतंत्र ष्नकताय ह ैिो यह सुष्नजचित करती ह ैहक हमतारी संहहतता को कतायताधान्वित और उसकता र्तालन हकयता ितातता है। इसके मुख्य कतधावो ंऔर संरचनता को आचतार सममष्त के ष्वष्नयमो ंमें ष्नधताधाररत हकयता गयता ह।ै

िसैे्म्प में, हमन ेएक चैनल थिताष्र्त हकयता ह ैिो हमें ष्नबताधाध ढंग से और आत्म-ष्वश्तास के सताथ संवताद करने की अनुमष्त देतता है। हमन ेप्रतासंमगक प्रहरियताएँ भी थिताष्र्त की हैं िो संवतादो ंकी हैंडललगं के संचतालन में स्वतंत्रतता और सख्ी की गतारंटी देती हैं।

आचतार सममष्त

िसैे्म्प (Gestamp) में, हम अर्नी आचतार संहहतता में ष्वश्तास करत ेहैं। उत्तरदताययत्वर्ूणधा और र्तारदशशी ढंग से कतायधा करनता ही एकमतात्र तरीकता ह ैजिसे हम ितानत ेहैं।

हम यह भी ितानत ेहैं हक प्रष्तष्ता बनतायी िताती ह ैऔर यह हक यह हमतारे ष्नणधायो ंऔर कताययों से प्रभताष्वत होती ह।ै इसललए, अर्ने ग्रताहको,ं शेयरधतारको,ं वतार्तार भतागीदतारो ंऔर रू्रे समताि को आश्स् करने के ललए हम उच्च स्र की नैष्तकतता और र्तारदर्शतता प्रताप्त करनता चताहत ेहैं, तताहक वे हमें एक ष्वश्तास करने लतायक समूह के रूर् में देख सकें ।

आचतार संहहतता

5

अनुप्रयोग कता दतायरता

यह आचतार संहहतता सभी संगठनतात्मक क्ते्रो ंमें, शतासन ष्नकताय के सभी सदसो ंऔर उन सभी कमधाचताररयो ंर्र लतागू होगी िो िसैे्म्प समूह (इसके आग ेसमूह यता िसैे्म्प) में समताष्वटि कंर्ष्नयो ंअथताधात,् िसैे्म्प ऑटोमोभशयन एस.ए. और ऐसी कंर्ष्नयो ंमें जिनमें िसैे्म्प बहुमत शेयरधतारक स्थिष्त धतारण करतता ह,ै के प्रष्त संष्वदतात्मक रूर् से बताध्य हैं।

इसके अलतावता, िसैे्म्प की आचतार संहहतता में ष्नधताधाररत उन्ी ंयता उनके समतान प्रतावधतानो ंको समताष्वटि करने वताली एक आचतार संहहतता कता अनुमोदन उन कंर्ष्नयो ंके अनुरूर्ी प्रबंधन मंडल को प्रस्ताष्वत की िताएगी जिनमें िसैे्म्प अल्पसंख्यक शेयरधतारक के रूर् में भताग लेतता ह।ै

प्रते्यक िसैे्म्प प्रबंधन प्रभताग, अर्ने उत्तरदताययत्व के क्ते्र में कतारधावताई के ष्वभशटि ष्नयमो ंको थिताष्र्त और ष्वकससत करने में सक्म होगता, बशतदे हक ये ष्नयम इस आचतार संहहतता में थिताष्र्त ष्वजन, कॉरर्ोरेट ससदतातंो ंऔर आचरण के ष्नयमो ंके सुसंगत और अनुकूल हो।ं ष्नयमो ंको आचतार सममष्त के समक् अवश्य प्रस्तु हकयता ितानता चताहहए, िो उन्ें कतायताधान्वित हकए िताने से र्हले, उनकी उर्यकु्ततता र्र ष्नणधाय लेगी।

इस आचतार संहहतता और उसके हकसी भी संशोधन को ष्नदेशक मंडल के अनुमोदन की आवश्यकतता होती ह,ै तब भी िब यह हकसी ऐसे देश के रताटिट्ीय ष्वधतान द्तारता आवश्यक होतता है िहता ंिसैे्म्प अर्नी गष्तष्वसध कतायताधान्वित करतता ह।ै

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आचतार संहहतताआचतार संहहतता

आचार संहिता

6

हमतारता ष्विन है:

“ऐसता ऑटोमोहटव आरू्र्तकतताधा होनता िो, थिताययत्वर्ूणधा आर्थक और सतामताजिक ष्वकतास को बनताए रखते हुए, ग्रताहक के ललए मूल्य सतृिन करने के ललए ववसताय को अनुकूल करने की अर्नी क्मतता के ललए सबसे प्रससद हो।”

इसमें 5 बषु्नयतादी ससदतातं हैं, जिन्ें हम ˝कॉर्पोरेट सिदताांत˝ कहत ेहैं, िो हमतारे कताययों को आधतार देत ेहैं। व ेहैं:

ववसताय के कें द् ष्बन्दु के रूर् में ग्रताहक

मतानक अनुशीलन के रूर् में संचतालन में उत्तृ टितता

हमतारे ववसताय कता आधतार नवोन्षे, मूल्य, गुणवत्तता, सुरक्ता और र्यताधावरणीय प्रभताव के संदभधा में उच्च मतान प्रदतान करने वताले उत्तादो ंके ष्वकतास और प्रतावधतान के मताध्यम से एक ग्रताहक र्ोटधाफोललयो प्रताप्त करनता और बनताए रखनता है।

सवपोत्तम समताधतान प्रस्ताष्वत करत ेसमय हमें एक कदम आगे बढ़न ेमें सक्म होनता चताहहए तताहक हमतारे प्रते्यक ग्रताहक कता वतार्तार समतृद हो िताए।

यह प्रते्यक की अल्प-, मध्यम- और दीरधा-कताललक आवश्यकतताओ ंकता वतार्क ज्तान होनता आवश्यक बनतातता ह।ै

ग्रताहको ंके सताथ ठोस, ईमतानदतार और दीरधाकतालीन संबंधो ंकता ष्नमताधाण करनता ही वतास्व में हमें दूसरो ंसे अलग हदखतातता ह।ै

प्रष्तस्पधताधात्मकतता भताग्य से र्ैदता नही ंहोती ह ैऔर नता ही रतातोरंतात होती ह।ै यह गुणवत्तता की ष्वशेषतताओ,ं दक्तता और प्रभतावशीलतता से रष्नष् रूर् से संबंसधत ह।ै इसे लंबे समय तक सीखने की प्रहरियता के मताध्यम से प्रताप्त हकयता ितातता ह ैऔर दृढ़तता, र्ूणधातता, अत्यतावश्यकतता की भतावनता के सताथ और हर कतायधा को यथतासंभव सवपोत्तम तरीके से र्ूरता करने के ललए सही प्रहरियताओ ंको अर्नता कर बनताए रखता ितातता है। िो र्हले से

ही िो अच्ता है उसे सुधतारने के ललए हर हकसी के द्तारता हकए िताने वताले सतत प्रयतास से इसमें सुधतार होतता ह।ै

ऑटोमोबताइल क्ते्र िसेै प्रष्तस्पधशी क्ते्र में, बताकी से अलग हदखताई देनता आवश्यक ह।ै अतः, हमतारता संचतालन सबसे उत्तृ टि होनता चताहहए।

ष्विन और कॉर्पोरेट ससदतातं3

आचार संहिता

7

प्रगष्त के एक मतागधा के रूर् में नवोन्षे

दीरधाकताललक स्थिरतता की कंुिी के रूर् में थिताययत्वशीलतता

सफलतता के संकेतको ंके रूर् में लोग

नवोन्षे हमें समूह के नेततृत्व को मिबतू करने और नए वैकल्ल्पक उत्तादो ंऔर प्रहरियताओ ंको प्रदतान करने में सक्म बनतातता ह ैिो हमतारे ग्रताहको ंको मूल्य और हमतारे आतंररक प्रबंधन को दक्तता प्रदतान करत ेहैं। हमतारी चुनौती हमें अर्ने क्ते्र में अर्ने आर्को नवोन्षे में सबसे आगे स्थित करनता ह।ै

हमें नवप्रवतधानशील होनता चताहहए और अर्ने ग्रताहको ंको उस अतंरीय मूल्य को दशताधाने में सफल होनता चताहहए िो िसैे्म्प उन्ें देतता ह।ै

ष्वकतास और दीरधाकताललक स्थिरतता हमतारी वतृत्त्त ह।ै ष्वत्तीय मिबतूी, लताभप्रदतता, िोखखम प्रबंधन में सतावधतानी और उन ष्वभभन्न वताततावरणो ंके ललए आदर जिनमें हम कताम करते हैं, हमतारे भष्वष्य को सुष्नजचित करने की सवपोत्तम गतारंटी हैं।

हमें अर्ने शेयरधतारको ंऔर वतार्तार भतागीदतारो ंकता ष्वश्तास हताससल करनता ह,ै िहता ँहम कताम करत ेहैं उन देशो ंके कतानूनो ंकता अनुर्तालन करनता है, मौललक मतानवतासधकतारो ंके ललए समथधान दशताधानता ह ैऔर स्वतास्थ्य, सुरक्ता और र्यताधावरण र्र महत्व देनता ह।ै

लोगो ंकी प्रष्तभता, प्ररेणता और टीमो ंमें कताम करने की योग्यतता, िसैे्म्प की सफलतता के ललए एक अष्नवतायधा र्ररसंर्त्त्त ह।ै

हमें कमधाचताररयो ंके वक्क्तगत और वतावसताययक ष्वकतास को प्रोत्ताहन देनता है, िो अन्य वतावसताययक उदे्श्यो ंकी उर्लब्धि की ओर ले ितातता ह।ै

आचतार संहहतता

8

हमतारे उत्तरदताययत्व4हमतारी प्रष्तष्ता हमतारे द्तारता प्रते्यक हदन ललए िताने वताले सभी ष्नणधायो ंर्र बनी ह।ै

हमतारी आचतार संहहतता, कंर्नी की नीष्तयता ँऔर लतागू ष्वष्नयम हमें नैष्तकतता और उत्तरदताययत्व रू्णधा ढंग से कताम करने के ललए आवश्यक ितानकतारी प्रदतान करत ेहैं।

इन्ें िताननता और, हमतारे द्तारता ललए िताने वताले ष्नणधायो ंमें इसे एक संदभधा ष्बन्दु के रूर् में उर्योग करत ेहुए, हम जिस कतायधा को करते हैं उसमें उन्ें लतागू करनता, हम सभी कता उत्तरदताययत्व ह।ै

हम सभी को सत्यष्नष्ता के सताथ कताम करनता चताहहए और ष्वश्तास को प्ररेरत करनता चताहहए। हकन्,ु आदशधा प्रस्तु करत ेहुए नेततृत्व करनता और अन्य लोगो ंको हमतारी आचतार संहहतता कता र्तालन करने के ललए ष्नम्नललखखत द्तारता प्ररेरत करनता भी हमतारता एक बडता उत्तरदताययत्व है:

ष्वश्तास के वताततावरण, खुले संप्रषेण और आदर कता ष्नमताधाण करके।

नैष्तक तरीके से ष्नणधाय लेने के ललए प्रोत्ताहहत करके।

प्रते्यक हदन उत्न्न होने वताली सभी संभताष्वत र्ररस्थिष्तयो ंको आचतार संहहतता में ष्नधताधाररत नही ंहकयता िता सकतता ह।ै िब हमें वताख्यता यता संभताष्वत अनुर्तालन मुद्ो ंके बतारे में संदेह हो तो प्रश्न र्ूछने और त्चतंताओ ंकता उले्ख करने कता उत्तरदताययत्व हम सभी कता है।

अतः, यहद हमें ऐसी हकसी चीि कता ज्तान ह ैिो हमतारी आचतार संहहतता, नीष्तयो ंयता लतागू ष्वष्नयमो ंके उलं्रन में शताममल ह ैतो हमें इसकी ररर्ोटधा अवश्य करनी चताहहए तताहक समसता कता ष्नरताकरण हकयता िता सके।

ऐसे मतामलो ंमें, सभी िसैे्म्प कमधाचताररयो ंको अर्ने तत्ताल वररष् को, मतानव संसताधन प्रबंधन को अथवता, यहद र्ररस्थिष्तयता ँऐसता आवश्यक बनताती हैं तो, नैष्तकतता सममष्त को, समूह द्तारता इस तरह के प्रयोिनो ंके ललए थिताष्र्त हॉटलताइनो ंकता उर्योग करके, अवश्य सूत्चत करनता चताहहए।

इसके ष्वर्रीत, इसकी ररर्ो�टग न करनता और बस इसे होन ेदेनता अवश्य ही आचतार संहहतता कता अनुर्तालन करने में ष्वफलतता ह।ै

िसैे्म्प उन लोगो ंकी सहतायतता करने और उनकी रक्ता करने के ललए प्रष्तबद ह ैिो सदताशय में:

उस चीि की ररर्ोटधा करते हैं जिसे वे हमतारी आचतार संहहतता, नीष्तयो ंऔर लतागू ष्वष्नयमो ंकता उलं्रन होनता मतानते हैं।

संहहतता के अनुवताद यता प्रयोग के बतारे में संदेह उठताते हैं यता हकसी ष्वभशटि प्रथता, ष्नणधाय यता कतारधावताई के बतारे में सलताह मतागँत ेहैं।

हमतारी आचतार संहहतता के हकसी संभताष्वत गैर-अनुर्तालन कता र्तता लगताने वताली िताचँ में सहयोग करत ेहैं।

हमतारी संहहतता कता अनुर्तालन करनता

आदशधा थिताष्र्त करनता

संभताष्वत गैर-अनुर्तालन के ललए सहतायतता की तलताश और संवताद थिताष्र्त करके

आचार संहिता

9

हमतारे कतायधाथिल में ईमतानदतारी

हम अर्ने कमधाचताररयो ंऔर सताथ ही उन अन्य कंर्ष्नयो ंके कमधाचताररयो ंके ललए िो हमतारे संयंत्रो ंमें कताम करत ेहैं, एक स्वथि और सुरभक्त कतायधा वताततावरण प्रस्तु करने के ललए प्रष्तबद हैं।

हमतारता मताननता ह ैहक स्वतास्थ्य और सुरक्ता के अतंगधात न केवल संयंत्रो ंऔर उर्करणो ंकता अच्छी स्थिष्त में होनता शताममल ह,ै बल्कि प्रष्तबद लोगो ंकता होनता भी शताममल है िो ष्नयमो ंकता सम्तान करत ेहैं और रोकथताम को प्रताथममकतता देते हैं।

र्ररणतामस्वरूर्, िभी जेसै्म्प कम्यचताररिो ां को चताहहए हक िे:

अर्ने कतायधाथिल र्र लतागू स्वतास्थ्य और सुरक्ता समं्धी ष्नयमो,ं ष्नददेशो ंऔर प्रहरियताओ ंके बतारे में ितानें और उनकता र्तालन करें।

सुष्नजचित करें हक कताम शुरू करने से र्हले उनके अधीन समस् कमधाचताररयो ंके र्तास अर्ेभक्त प्रभशक्ण और ितानकतारी ह।ै यह ष्नयंत्रण हमतारी कंर्नी और बताहरी कंर्ष्नयो ंके सभी कर्मयो ंर्र लतागू होतता ह।ै

स्वतास्थ्य और सुरक्ता की स्थिष्त में सुधतार करने कता प्रयतास करें और अर्ने उत्तरदताययत्व के क्ते्र में और समूह की नीष्तयो ंऔर अर्ने कताम के थितानो ंके अनुसतार कुशल वतावसताययक िोखखम प्रबंधन को लतागू करने कता प्रयतास करें।

आचरण के ष्नयमहमें अर्नी छष्व और प्रष्तष्ता को बचताने और सताथ ही कतानूनी मुद्ो ंको उठने से रोकने के ललए, न केवल सत्यष्नष्ता से कताम करनता चताहहए, बल्कि हमें यह भी अवश्य सुष्नजचित करनता चताहहए हक हम सही कताम कर रहे हैं।

ष्नम्नललखखत ष्नयम एक र्थप्रदशधाक के रूर् में कतायधा करत ेहैं तताहक हम उसी प्रकतार कताम कर सकें िसैी हमसे अर्ेक्ता की िताती ह।ै

स्वतास्थ्य और सुरक्ता

5

आचार संहिता

10

हम एक कठोर और ष्नष्पक् भतशी नीष्त बनताए रखेंगे िो ष्वशेष रूर् से उम्ीदवतारो ंकी शैक्भणक, वक्क्तगत और वतावसताययक योग्यतताओ ंऔर समूह की आवश्यकतताओ ंर्र कें हद्त ह।ै

अतः, हम िताष्त, धमधा, ललगं, उम्र, रताटिट्ीयतता, यौन अभभरुत्च, स्ती यता र्ुरुष, वैवताहहक स्थिष्त यता ष्वकलतागंतता के आधतार र्र हकसी भी वक्क्त के सताथ भेदभताव नही ंकरने के ललए स्पटि रूर् से प्रष्तबद हैं।

ष्वशेष रूर् से, िसैे्म्प रोिगतार और रे्शेवर र्दोन्नष्त के अवसरो ंके संबंध में लैंमगक समतानतता को प्रोत्ताहहत करेगता और समतान र्दो ंके ललए समतान वेतन कता सम्तान करेगता।

िसैे्म्प कमधाचताररयो ंके प्रभशक्ण को बढ़तावता देतता ह।ै प्रभशक्ण योिनताएँ समतान अवसरो ंऔर वतावसताययक ष्वकतास की गतारंटी देती हैं और समूह के उदे्श्यो ंको प्रताप्त करने में सहरिय रूर् से योगदतान देती हैं। इसके अलतावता, र्दोन्नष्त वक्क्तयो ंकी योग्यतता, क्मतता और प्रदशधान र्र आधताररत ह।ै कमधाचताररयो ंको:

उनके अधीन कताम करने वताले लोगो ंके वतावसताययक गुणो ंऔर योगदतान के आधतार र्र ष्वकतास के अवसरो ंको बढ़तावता देते हुए उनके अभभप्ररेण और वतावसताययक ष्वकतास र्र ष्वशेष ध्यतान अवश्य देनता चताहहए। इस और अन्य उदे्श्यो ंके ललए, उन्ें अवश्य अर्ने कमधाचताररयो ंकी रोिगतार क्मतता बनताए रखनी चताहहए, उनके प्रभशक्ण और भशक्ता को प्रोत्ताहहत करनता चताहहए, उनके प्रयतासो ंकता ष्वशेष रूर् से आकलन करनता और उनकी उर्लब्धियो ंको ष्नष्पक् रूर् से स्वीकतार करनता चताहहए।

उन्ें नस्ल, धमधा, ललगं, उम्र, रताटिट्ीयतता, यौन अभभरुत्च, स्ती यता र्ुरुष, वैवताहहक स्थिष्त यता ष्वकलतागंतता को उनके ष्नणधायो ंर्र कभी भी कोई प्रभताव नही ंडतालने देनता चताहहए।

उन्ें उन प्रभशक्णो ंकता लताभ लेनता चताहहए जिन्ें वे प्रताप्त करत ेहैं और अर्ने तकनीकी और प्रबंधन ज्तान को अद्यतन करत ेरहनता चताहहए।

िसैे्म्प के मूल्यो ंमें से एक है दूसरो ंकता सम्तान करनता और संयकु्त रूर् से सफलतता प्रताप्त करनता। हमतारी सफलतता केवल तभी प्रताप्त की िता सकती है िब हम कंर्नी के अदंर और बताहर दोनो ंिगह हर एक के सताथ सम्तान के सताथ ववहतार करेंगे।

ष्नष्पक् और सम्तानिनक तरीके से ववहतार हकयता ितानता सभी कमधाचताररयो ंकता असधकतार ह।ै िसैे्म्प के लक्ो ं में से एक ह ैकतायधा के ऐसे वताततावरण कता ष्नमताधाण करनता जिसमें र्तारस्पररक ष्वश्तास और सम्तान की प्रबल भतावनता हो।

कतायधा वताततावरण में र्तारस्पररक ष्वश्तास और सम्तान को प्रमुखतता देनता मुख्य रूर् से कमधाचताररयो ंके ववहतार और प्रवतृत्त्त र्र ष्नभधार करतता ह।ै इिललए, िह महत्वरू्ण्य है हक कम्यचतारी:

कभी भी उस तरह से ववहतार न करें जिसे अर्मतानिनक, भयभीत करने वतालता, ददुभताधावनतार्ूणधा यता अर्मतानिनक के रूर् में वगशीकतृ त हकयता िता सकतता हो। ष्नचले स्र के कमधाचताररयो ंके सताथ बतातचीत करत ेसमय हम हकसी भी र्ररस्थिष्त में शेष्तता यता अहंकतार की प्रवतृत्त्त कता समथधान नही ंकरत ेहैं।

समतान अवसर

सम्तानिनक कतायधा वताततावरण और ष्नष्पक् ववहतार

आचार संहिता

11

िसैे्म्प में, हम ष्नरंतर कमधाचताररयो ंके सताथ खुलता और सीधता संवताद बनताए रखने और यह सुष्नजचित करने कता प्रयतास करत ेहैं हक कमधाचताररयो ंके हहतो ंऔर कंर्नी के आर्थक हहतो ंके बीच संतलुन रखते हुए, सभी संवताद रचनतात्मक तरीके से हो।ं

हम संर बनताने की स्वतंत्रतता, ष्वचतार की स्वतंत्रतता और कमधाचताररयो ंके यह तय करने के असधकतार हक क्ता वे हकसी टट्ेड यषू्नयन यता अन्य संगठनो ंकता समथधान करनता यता उनमें शताममल होनता चताहते हैं अथवता नही,ं के ससदतातंो ंको स्वीकतार करत ेहैं।

िसैे्म्प कमधाचताररयो ंद्तारता अर्ने स्वयं के प्रष्तष्नसध चुनन ेके असधकतार कता सम्तान करतता है बशतदे हक ऐसता असधकतार लतागू ष्वष्नयमो ंद्तारता प्रदतान हकयता ितातता हो। इसी तरह, िसैे्म्प कतानूनी ढताचेँ के भीतर प्रष्तष्नसधयो ंके सताथ कतायधा करेगता।

संर बनताने की और ष्वचतार की स्वतंत्रतता कता सम्तान

आचार संहिता

12

आरू्र्त शतृंखलता में ईमतानदतारी

मताकदे ट में जिन हकन्ी ंवक्क्तयो ंके सताथ हमतारे सम्पकधा हैं, उन सबके सताथ हमें अर्ने वतार्तार के संदभधा में अवश्य ही ष्नष्पक्तता और ईमतानदतारी कता ववहतार करनता चताहहए। इसमें हमतारे ग्रताहक, आरू्र्तकतताधा और प्रष्तस्पदशी शताममल हैं।

बताितार में सत्यष्नष्ता के ललए आवश्यकतता ह ैहक ग्रताहको ंके सताथ हमतारे संबंध ईमतानदतार हो ंऔर वे सभी लतागू ष्वष्नयमो ंकता र्तालन करत ेहो।ं

इस प्रकतार, हम अर्ने ग्रताहको ंके ष्वश्तास को और एक ठोस और भरोसेमंद भतागीदतार के रूर् में िसैे्म्प के बतारे में उनकी धतारणता को बनताए रखने की आकताकं्ता करते हैं।

हमतारे आरू्र्तकतताधाओ ंके सताथ सभी कतायधा-ववहतारो ंमें हमतारे नैष्तक मतानको ंको अवश्य र्ूरता हकयता ितानता चताहहए।

हम अर्ने आरू्र्तकतताधाओ ंसे ईमतानदतारी के उन्ी ंमतानको ंको र्ूरता हकए िताने की अर्ेक्ता करते हैं जिनके सताथ हम कताम करत ेहैं। आरू्र्तकतताधा कता एक अनैष्तक यता अवैध कतायधा एक कंर्नी के रूर् में िसैे्म्प की प्रष्तष्ता को क्ष्त र्हँुचता सकतता ह ैऔर जिन समुदतायो ंमें हम कताम करत ेहैं वहता ँहमतारी सताख के ललए सम्तान खो िताने की संभतावनता हो सकती है।

ऐसे सभी देशो ंमें लतागू कतानूनी प्रतावधतान हैं जिनकता उदे्श्य अनुत्चत प्रष्तस्पधताधा को रोकनता ह।ै प्रष्तस्पधताधा-ष्वरोधी प्रथताओ ंके बतारे में कतानून आम तौर र्र बहुत िहटल हैं और उनके हकसी भी उलं्रन के र्ररणतामस्वरूर् िसैे्म्प र्र प्रष्तबंध लगताए िता सकते हैं।

उि िजह िे:

ऐसे हकसी भी कतायधा से बचता ितानता चताहहए जिसकता लक् अवैध रूर् से प्रष्तस्पधताधा को सीममत करनता हो और िो कतानूनी प्रतावधतानो ंकता उलं्रन करतता हो। ष्वशेष रूर् से, कमधाचताररयो ंको ष्नम्नललखखत कताययों में ष्बकुिल शताममल नही ंहोनता चताहहए: प्रष्तस्पर्धयो ंके सताथ मूल्य यता ष्बरिी की शतयों र्र गुप्त समझौते, प्रष्तस्पधताधा के असधत्यताग र्र गुप्त समझौते, हदखतावटी बोललयता ँप्रस्तु करनता, यता ग्रताहको ंकी सताझदेतारी करनता यता अन्य बताितार ष्वभतािनकतारी मतानदंड।

कमधाचताररयो ंको ष्वसध ष्वभताग से अवश्य संर्कधा करनता चताहहए यहद उन्ें प्रश्न यता संदेह हो हक क्ता वे हकसी खतास प्रकतार की अनुत्चत प्रष्तस्पधताधा में शताममल हैं यता नही।ं

हमतारे िां बांधो ां में

हमतारे ग्रताहक

हमतारे आरू्र्तकतताधा

हमतारे प्रष्तस्पधशी

आचार संहिता

13

सत्यष्नष्ता के प्रष्त हमतारी प्रष्तबदतता उन कताययों तक जिन्ें हम अर्ने वताभणज्यिक संबंधो ंमें करत ेहैं और कंर्नी में हमतारे कताम से बताहर के दतायरे की ऐसी गष्तष्वसधयो ंतक वतार्क ह ैिो हक िसैे्म्प के ललए एक प्रष्तकूल र्ररस्थिष्त को िन् दे सकती हैं।

हहत के टकरताव तब उठत ेहैं िब हकसी ष्वशेष र्ररस्थिष्त में हकसी कमधाचतारी के ष्निी हहत िसैे्म्प के हहतो ंके सताथ टकरतात ेहैं। हकसी कमधाचतारी कता हकसी र्ररस्थिष्त में ष्निी हहत तब मतानता ितातता ह ैिब वह प्रत्यक् यता अप्रत्यक् रूर् से इससे प्रभताष्वत होतता ह ैयता इससे िडुता होतता ह।ै

इस प्रयोिन के ललए, ष्नम्नललखखत लोगो ंको कमधाचताररयो ंसे िडुता होनता समझता ितातता ह:ै

िीवनसताथी यता उसके समतान रष्नष् ररश् ेवतालता वक्क्त, कमधाचतारी यता उसके िीवनसताथी (यता उसके समतान रष्नष् ररश् ेवताले हकसी वक्तह ) कता र्ूवधाि, वंशि और सहोदर;

कमधाचतारी के िीवनसताथी, र्ूवधाि, वंशि और सहोदर; और

ऐसी कंर्ष्नयता ँजिनमें कमधाचतारी प्रत्यक् यता अप्रत्यक् ष्नयंत्रण रखतता यता रख सकतता/सकती है; अथताधात,् िब वह मतदतान असधकतारो ंकता बहुमत धतारण करतता/करती ह,ै कमधाचतारी के र्तास ष्नदेशक मंडल के सदसो ंके बहुमत को ष्नयकु्त यता बरताधास् करने कता असधकतार है, कमधाचतारी तीसरे र्क्ो ंके सताथ सहमष्त के आधतार र्र मतो ंकता बहुमत धतारण कर सकतता/सकती ह,ै यता उसने हहतो ंकता टकरताव उत्न्न होने र्र, अर्ने मतो ंकता उर्योग करके, ष्नदेशक मंडल में सदसो ंके बहुमत को ष्नयकु्त हकयता ह।ै

िां भतावित हहत के टकरतािो ां िे बचने के ललए, कम्यचताररिो ां को चताहहए हक िे:

हहत के सभी संभताष्वत टकरतावो ंके बतारे में अर्नी कंर्नी के मतानव संसताधन ष्वभताग को बतताएँ, िो मुदे् को सँभतालेगता और यहद उत्चत समझता गयता तो आचतार सममष्त से संर्कधा करेगता।

ऐसे सभी संचतालनो ंयता गष्तष्वसधयो ंके बतारे में असधसूत्चत करनता चताहहए िो हहत कता टकरताव अर्ररहतायधा बनताती हो ंयता शताममल कर सकती हो।ं इस मतामले में, ऐसी कतारधावताइयो ंयता गष्तष्वसधयो ंको केवल तभी हकयता िताएगता िब उनकी कंर्नी के मतानव संसताधन ष्वभताग से स्पटि प्रतासधकरण प्रताप्त हो िताएगता। हकसी भी संबंसधत कतारधावताई को शुरू करने से र्हले उस ष्वभताग द्तारता ष्नणधाय ललए िताने की प्रतीक्ता करें।

िसैे्म्प कमधाचताररयो ंकी गोर्नीयतता कता सम्तान करतता ह ैऔर, इसललए, कतायधा के रंटो ंके बताहर की गष्तष्वसधयो ंसे उसकता कोई सरोकतार नही ंह।ै हकन्,ु कुछ गष्तष्वसधयता ँसमूह के प्रष्त कमधाचताररयो ंकी वफतादतारी, ष्नष्पक्तता और समर्धाण को संभताष्वत रूर् से प्रभताष्वत कर सकती हैं।

हमतारे कताियों में

हहत के टकरताव

सीमताएँ और असंगष्तयताँ

आचार संहिता

14

उि िजह िे:

कमधाचताररयो ंको चताहहए हक व ेप्रष्तदं्द्ी कंर्ष्नयो,ं मताल और सेवताओ ंकी आरू्र्तकतताधा कंर्ष्नयो ंकता यता ऐसी कंर्ष्नयो ंकता िो उक्त प्रष्तदं्दी कंर्ष्नयो ंमें हकसी भी प्रकतार र्र प्रभुत्व यता ष्नयंत्रण रखती हो,ं कोई प्रष्तष्नसधत्व न करें, उनके यहता ंहकसी र्द र्र कतायधा न करें और न उनके हकन्ी ंकतधावो ंकता ष्नवधाहन करें।

कमधाचताररयो ंको अर्नी कंर्नी के मतानव संसताधन ष्वभताग को हकसी भी ऐसे र्द के बतारे में असधसूत्चत अवश्य करनता चताहहए िो उन्ें िसैे्म्प के बताहर हदयता गयता ह ैयता जिस र्र वे ष्नयकु्त हकए गए हैं, जिसे वे स्वीकतार करनता चताहत ेहैं और िो उनकी स्वतंत्रतता यता वतावसताययक समर्धाण को प्रभताष्वत कर सकतता ह।ै मतानव संसताधन ष्वभताग यहद उत्चत समझ ेतो इस मतामले को आचतार सममष्त को अग्रेष्षत कर सकतता ह।ै

हमतारे ग्रताहक, अन्य र्हलुओ ंके सताथ-सताथ, अंतरीय मूल्य की सरताहनता करत ेहैं िो िसैे्म्प उन्ें ईमतानदतार संबंधो ंके मताध्यम से प्रदतान करतता है जिसे थिताष्र्त करने और बनताए रखने कता हम प्रयतास करत ेहैं। उर्हतार यता आष्तथ्य प्रस्ताष्वत करने के मताध्यम से, ष्नणधाय लेने के असधकतार वताले लोगो ंको प्रभताष्वत करने के हकसी भी अभभप्रताय के कतारण कंर्नी र्र अचे्-खतासे प्रष्तबंध लगताए िता सकते हैं।

अतः

कमधाचताररयो ंको यह अवश्य सुष्नजचित करनता चताहहए हक ऑडधार दी गई बोली (कोट) यता हदए गए प्रस्ताव के कतारण हदयता ितातता ह ैऔर ष्निी ष्वशेषतासधकतारो ं(उर्हतारो,ं ष्नमंत्रणो,ं मनोरंिनो ंयता अन्य सेवताओ)ं को देने के कतारण नही।ं

हकसी भी मतामले में, नकद उर्हतार प्रस्ताष्वत करनता यता देनता ष्नष्षद ह।ै

वतावसताययक संबंधो ंमें उर्हतारो ंऔर आष्तथ्यो ंकता आदतान-प्रदतान सद्तावनता कता एक प्रदशधान होतता ह।ै हतालताहँक कुछ उर्हतार अर्ने सतार यता प्रतासंमगकतता के कतारण िसैे्म्प की प्रष्तष्ता को नुकसतान र्हँुचता सकते हैं, और यहता ँतक हक वतधामतान कतानूनी संरचनता कता उलं्रन भी कर सकते हैं।

इिललए:

यहद कमधाचताररयो ंको अर्ने िॉब के र्द में आर्ूर्तकतताधाओ ंकता चयन यता उनके सताथ सहयोग करनता हो, तो उन्ें हकसी अन्य प्रकतार के र्क्र्तात के सताथ-सताथ, हहत के टकरताव और अनुत्चत उर्हतारो ंऔर आष्तथ्यो ंसे बचत ेहुए, िो चयन यता मूल्यताकंन प्रहरियता को िोखखम में डताल सकते हैं, उनकी योग्यतता के अनुसतार उनकता मूल्यताकंन करनता चताहहए।

हर हतालत में, नकद उर्हतार स्वीकतार करनता ष्नष्षद ह।ै

हकसी भी देश में एक आम प्रथता यता र्रंर्रता के अनुरूर् उर्हतार और आष्तथ्य स्वीकतार करनता केवल तभी स्वीकतार हकयता िता सकतता ह ैयहद यह ष्नणधाय-लेने-की-प्रहरियता को प्रभताष्वत नही ंकरतता यता कर सकतता हो यता ऐसता करने की संभतावनता के रूर् में नही ंदेखता िता सके। िब संदेह हो हक क्ता चीि स्वीकतायधा ह ैयता नही ंह,ै तो प्रस्ताव को अस्वीकतार कर हदयता ितानता चताहहए यता िहता ँउत्चत हो, ष्नकटथि उच्च असधकतारी के सताथ र्हले ही चचताधा कर ली ितानी चताहहए।

कमधाचताररयो ंको िसैे्म्प उर्हतार और आष्तथ्य ष्वष्नयमो ंको अवश्य िताननता और उनकता र्तालन करनता चताहहए िहता ँिसैे्म्प कमधाचताररयो ंऔर तीसरे र्क्ो ं— जिनके िसैे्म्प के सताथ वताभणज्यिक, संष्वदतात्मक यता वतावसताययक ललकं हैं यता होन ेकी संभतावनता है — के बीच उर्हतारो ंऔर आष्तथ्य कता आदतान-प्रदतान ष्वष्नयममत हकयता ितातता है और ष्वसधवत अनुमोहदत सीमताएँ और प्रवताह थिताष्र्त हकए गए हैं।

उर्हतार और आष्तथ्य कता अनुरोध करनता और स्वीकतार करनता

उर्हतार और आष्तथ्य प्रस्ताष्वत करनता और प्रदतान करनता

आचार संहिता

15

रूसखोरी और भ्रटिताचतार

रतािनीष्तक गष्तष्वसध

उन असधकताशं देशो ंमें िहता ँिसैे्म्प अर्ने ववसताय कता संचतालन करतता ह,ै ऐसे कतानून मौिदू हैं िो भ्रटिताचतार और ररश्तखोरी कता ष्नषेध करत ेहैं, भले ही वह देश की सीमताओ ंके बताहर हकए गए हो।ं इन कतानूनो ंकता कोई भी उलं्रन एक गंभीर अर्रताध ह,ै जिसके र्ररणतामस्वरूर् कंर्नी को अथधादण्ड लगतायता िता सकतता ह ैऔर वक्क्तयो ंतथता कंर्ष्नयो ंर्र आर्रतासधक दताययत्व असधरोष्र्त हकयता िता सकतता ह।ै

इिललए:

िसैे्म्प के हकसी भी कमधाचतारी के ललए ररश्त, र्रुस्तार यता सतामताजिक ष्नमंत्रण प्रस्ताष्वत करने यता देने के ललए सरकतार यता रतािनीष्तक र्ताटशी के असधकतारी के सताथ वतातताधा शुरू करनता िो ष्नणधाय लेने को उनके स्वयं के यता समूह के ष्वशेषतासधकतार को प्रभताष्वत करतता हो, वर्ित हकयता ितातता ह।ै हमें सतावधािष्नक प्रतासधकताररयो ंके सताथ अर्ने सभी संबंधो ंमें अत्यसधक ईमतानदतार और सच्चता अवश्य होनता चताहहए।

इसके अलतावता, हकसी भी कतारोबतार यता लताभ को प्रताप्त करने यता बनताए रखने के ललए, भुगततान के रूर् में हकसी भी तरह के लताभ यता बढ़त को प्रताप्त करनता, अनुरोध करनता यता स्वीकतार करनता, और सताथ ही प्रस्ताष्वत यता वतादता करनता, प्रदतान करनता, िहता ँयह सतामतान्यतः स्वीकतार हकए िताने वताले ववहतारो ंऔर प्रथताओ ंके भीतर नही ंआतता है, िसैे्म्प उर्हतार और आष्तथ्य ष्वष्नयमो ंके अनुसतार ष्नष्षद ह।ै

सभी कमधाचतारी रतािनीष्तक मतामलो ंमें वक्क्तगत रूर् से भताग लेने के हकदतार हैं। हकन् ुउनकी रतािनीष्तक भतागीदतारी को कंर्नी से संबद नही ंहकयता िताएगता।

िसैे्म्प हकसी भी रतािनीष्तक गष्तष्वसध में न तो भताग लेगता और न ही ष्वश् के हकसी भी देश को हकसी भी प्रकतार की रतािनीष्तक प्रकतृ ष्त कता ष्वत्तीय दतान देगता।

कम्यचताररिो ां को ध्तान में अिश्य रखनता चताहहए हक:

रतािनीष्त में उनकी भतागीदतारी उनके खताली समय में और उनके अर्ने स्वयं के संसताधनो ंसे ही की ितानी चताहहए।

उन्ें हमेशता इसे स्पटि रूर् से ज्तात करवता देनता चताहहए हक उनकी रताय और उनके कतायधा उनके अर्ने हैं और व ेिसैे्म्प से संबंसधत नही ंहैं।

यहद कमधाचतारी सतावधािष्नक र्द के ललए आवदेन करने यता उसे स्वीकतार करने र्र ष्वचतार कर रह ेहैं, तो उस लक् के ललए लतागू कतानून में थिताष्र्त असधकतारो ंके ललए सम्तान के बताविदू, तदनुरूर्ी आसधकताररक प्रष्तबदतताओ ंको उनके कताम को ष्बकुिल प्रभताष्वत नही ंकरनता चताहहए।

केवल उर्हतार यता आष्तथ्य तीसरे र्क्ो ं(ग्रताहको,ं संभताष्वत ग्रताहको,ं आरू्र्तकतताधाओ,ं प्रष्तस्पर्धयो,ं लेखता र्रीक्क, आहद) को तभी प्रस्ताष्वत हकए िता सकते हैं, िब इन्ें असधकतृ त हकयता ितातता हो और ष्नम्नललखखत सभी मतानदंडो ंको र्ूरता हकयता ितातता हो: उर्हतार यता आष्तथ्य उस देश की सतामतान्य र्रंर्रता और भशटिताचतार के अनुरूर् हो; वे असधमतान्यय ववहतार हते ुष्वचतार के रूर् में यता कतानूनी प्रवतृत्त्त से बचने के ललए नही ंहदए िताते हो;ं उनकता मूल्य बहुत ही कम हो; उर्हतार के बतारे में ितानन ेऔर प्रताप्तकतताधा की र्हचतान के कतारण न तो िसैे्म्प को शर्मदता होनता र्डे और न ही उक्त प्रताप्तकतताधा को; और वे लतागू कतानून कता उलं्रन नही ंकरत ेहो।ं

कमधाचताररयो ंको िसैे्म्प उर्हतार और आष्तथ्य ष्वष्नयमो ंको अवश्य िताननता और उनकता र्तालन करनता चताहहए िहता ँिसैे्म्प कमधाचताररयो ंऔर तीसरे र्क्ो ं— जिनके िसैे्म्प के सताथ वताभणज्यिक, संष्वदतात्मक यता वतावसताययक ललकं हैं यता होन ेकी संभतावनता है — के बीच उर्हतारो ंऔर आष्तथ्य कता आदतान-प्रदतान ष्वष्नयममत हकयता ितातता है और ष्वसधवत अनुमोहदत सीमताएँ और प्रवताह थिताष्र्त हकए गए हैं।

आचार संहिता

16

हमतारे शेयरधतारको ंऔर वतार्ताररक भतागीदतारो ंके बतारे में सत्यष्नष्ता

उत्तरदताययत्व र्ूणधा और र्तारदशशी ढंग से कतायधा करनता मूल्य संरक्ण के सताथ-सताथ चलतता है। सभी कमधाचतारी हमतारे शेयरधतारको ंके ललए मूल्य कता ष्नमताधाण करते हैं िब वे अर्नी कंर्नी के हहतो ंको सबसे र्हले रखते हैं, िब वे सटीक वताभणज्यिक अभभलेख रखते हैं, और िब वे कंर्नी के संसताधनो,ं सूचनताओ ंऔर संर्त्त्त की रक्ता करत ेहैं और उनकता उत्चत ढंग से उर्योग करते हैं।

सूचनता कता, चताहे ष्वत्तीय हो अथवता अन्य हकसी भी प्रकतार की, ईमतानदतार, र्ररशुद और ष्वषयष्नष् संग्रह, िसैे्म्प के ललए आवश्यक ह।ै

इिललए:

कमधाचताररयो ंको हकसी भी प्रकतार की ितानकतारी की, चताहे वह ष्वत्तीय हो अथवता अन्य हकसी भी प्रकतार की, उदताहरण के ललए, सुरक्ता यता र्यताधावरण संबंधी ितानकतारी, यता हकसी भी प्रकतार के गुणतात्मक र्ररणतामो ंकी झठूी प्रस्षु्त नही ंदेनी चताहहए।

कमधाचताररयो ंको हकसी भी ररर्ोटधा, ररकॉडधा, फताइल यता वयो ंके दतावो ंमें ितानबझूकर हकसी भी गलत यता भ्रतामक डेटता को दिधा ष्बकुिल नही ंकरनता चताहहए।

उन्ें िसैे्म्प की ओर से ऐसे संष्वदतात्मक दताययत्वो ंको ष्बकुिल स्वीकतार नही ंकरनता चताहहए, िो कंर्नी द्तारता उन्ें हदए गए असधकतार से र्रे हो।

प्रदत्त ितानकतारी की सटीकतता सुष्नजचित करत ेहुए और यहद ऐसता अनुरोध हकयता िताए, तो कतार्मक और प्रलेखन तक र्हँुच प्रदतान करत ेहुए, उन्ें लेखता र्रीक्को ंके सताथ र्ूरी तरह से सहयोग अवश्य करनता चताहहए।

िसैे्म्प की तकनीकी, संचतालनतात्मक, वताभणज्यिक और ष्वत्तीय ितानकतारी कंर्नी से संबंसधत है, यहता ँतक हक तब भी िब इसे स्वयं कमधाचताररयो ंद्तारता ष्नर्मत हकयता ितातता है। ऐसी ितानकतारी को गोर्नीय मतानता ितातता है और इसकी सुरक्ता अवश्य की ितानी चताहहए।

इिललए:

सूचनता केवल उन कमधाचताररयो ंके ललए प्रकट की िता सकती ह ैजिनके ललए इस तरह की ितानकतारी ष्नधताधाररत की गई है और इसे कंर्नी द्तारता प्रतासधकतृ त चैनलो ंके मताध्यम से हकयता ितानता ह।ै

सभी कमधाचतारी अर्ने-अर्ने उत्तरदताययत्व के क्ते्र में िसैे्म्प की फताइलो ंको सुरभक्त रखने और संरक्ण करने के ललए उत्तरदतायी हैं।

उन्ें िसैे्म्प और उसके कर्मयो ंके डेटता, ररर्ोट्धास, खतातो,ं खतातता शेषो,ं कतायधानीष्त योिनताओ ँऔर अन्य सभी गष्तष्वसधयो ंकी वतावसताययक गोर्नीयतता अवश्य बनताए रखनी चताहहए, िो हक सतावधािष्नक प्रकतृ ष्त की नही ंहैं और िो यहद प्रकट कर दी िताएँ तो िसैे्म्प के हहतो ंको प्रभताष्वत कर सकती हैं।

सूचनता की ष्वश्सनीयतता

डेटता हैंडललगं

आचार संहिता

17

िसैे्म्प वक्क्तगत डेटता के संरक्ण के बतारे में लतागू कतानून कता सम्तान करने के ललए सहमत है और इसन ेप्रदतान हकए गए वक्क्तगत डेटता के हकसी भी र्ररवतधान, हताष्न यता अनतासधकतृ त उर्योग को रोकने के ललए आवश्यक तकनीकी और संगठनतात्मक उर्तायो ंको अर्नतायता ह।ै वक्क्तगत डेटता तक र्हँुच और इसकी देख-रेख प्रतासंमगक प्रतासधकरण के सताथ कंर्नी के कुछ ष्नजचित कर्मयो ंतक सीममत ह।ै

समूह, और ष्वशेष रूर् से इसमें शताममल सभी कंर्ष्नयो ंमें, यह सुष्नजचित करने के ललए हक वक्क्तगत डेटता को सही तरीके से सँभतालता ितातता है, ष्नयमो,ं ष्नददेशो ंऔर प्रहरियताओ ंकी एक शतृंखलता है, और सभी कमधाचताररयो ंको अवश्य उन्ें िताननता और उनकता अनुर्तालन करनता चताहहए।

इिललए:

यहद कमधाचताररयो ंको अर्ने र्द में वक्क्तगत डेटता तक र्हँुच प्रताप्त है तो, डेटता की गोर्नीयतता सुष्नजचित करते हुए और डेटता संरक्ण र्र वतधामतान ष्वष्नयमो ंके अनुसतार उन्ें सँभतालते हुए, और समूह द्तारता र्ररभताष्षत मतानको,ं ष्नददेशो ंऔर प्रहरियताओ ंके अनुसतार, उन्ें अवश्य केवल उसी ष्वभशटि प्रयोिन के ललए ही उनकता उर्योग करनता चताहहए जिसके ललए वे उसके मताललक के द्तारता प्रदतान हकए गए हैं।

उन्ें वक्क्तगत डेटता को हकसी को भी, िसैे्म्प कमशी यता अन्य को, ष्बकुिल नही ंदेनता चताहहए, िब तक हक उस वक्क्त के र्तास एक ष्वसधवत प्रतासधकरण न हो, अथवता वह हकसी ऐसे प्रतासधकरण यता ष्नकताय कता प्रष्तष्नसधत्व न करतता यता करती हो िो उक्त डेटता कता अनुरोध करने के ललए कतानूनी रूर् से प्रतासधकतृ त ह ै(न्यतायताधीश, शम ष्नरीक्क, आहद)।

उन्ें िसैे्म्प डेटता संरक्ण नीष्त में थिताष्र्त आचरण और प्रदशधान के मतानको ंकता अवश्य अनुर्तालन करनता चताहहए।

िसैे्म्प में, हम ददुष्नयता भर के स्ॉक मताकदे ट की वैधतता और र्तारदर्शतता कता समथधान करने के ललए प्रष्तबद हैं। समूह से संबंसधत सभी ितानकताररयो ंकता उर्योग अतं्यत ष्ववेक और वतावसताययक भतावनता के सताथ ही हकयता ितानता चताहहए।

˝भेहदयता ितानकतारी˝ शब्द द्तारता, हम हकसी ष्वभशटि प्रकतृ ष्त की ितानकतारी को संदर्भत करत ेहैं, िो प्रत्यक् यता र्रोक् रूर् से समूह से, अथवता एक यता असधक प्रभताष्वत प्रष्तभूष्तयो ंयता उनसे संबंसधत ष्वत्तीय ललखतो ंयता उनके अन्य रूर्ो ंसे संबंसधत ह,ै िो हक सतावधािष्नक रूर् से ज्तात नही ंहै लेहकन, यहद इसे सतावधािष्नक हकयता ितातता है, तो जिसकता प्रभताष्वत प्रष्तभूष्तयो,ं उनसे यता उनके अन्य रूर्ो ंसे संबंसधत ष्वत्तीय ललखतो ंकी कीमतो ंर्र महत्वरू्णधा प्रभताव र्ड सकतता ह।ै

हम बताजतार के ददुरुर्योग, झठूी सूचनता ितारी करने में भतागीदतारी नही ंकरत ेहैं यता बताजतार में सूचीबद प्रष्तभूष्तयो ंकी कीमतो ंमें हरेफेर करने के उदे्श्य से अन्य गष्तष्वसधयो ंमें शताममल नही ंहोते हैं।

ष्नितता और गोर्नीयतता

भेहदयता ितानकतारी कता ष्नयंत्रण

आचार संहिता

18

यह सुष्नजचित करनता महत्वरू्णधा है हक िसैे्म्प की र्ररसंर्त्त्तयो ंको अचे् प्रभताव के ललए उर्योग हकयता िताए और उनकता ददुरुर्योग नही ंहकयता िताए। उक्त र्ररसंर्त्त्तयो ंमें संर्त्त्त, समय, गोर्नीय ितानकतारी, बौमदक एवं औद्योमगक सम्पदता असधकतार, कंर्नी के कोष और कंर्नी से संबंसधत कमधाचताररयो ंके उर्करण शताममल हैं।

हम दूसरो ंकी गोर्नीय सूचनताओ ंऔर बौमदक एवं औद्योमगक संर्दता कता सम्तान करने के ललए भी प्रष्तबद हैं।

इिललए:

यह सुष्नजचित करनता हमेशता सभी कमधाचताररयो ंकता वक्क्तगत उत्तरदताययत्व है हक िसैे्म्प की संर्त्त्त, जिसे वे यता तो उर्योग करत ेहैं यता जिसके संर्कधा में वे अर्ने कताम के दौरतान आते हैं, कता अनतावश्यक रूर् से उर्योग नही ंहकयता िताए है यता उसकता ददुरुर्योग नही ंहकयता िताए।

िसैे्म्प की बौमदक एवं औद्योमगक संर्दता कता हमेशता सुरभक्त रूर् से यता अचे् प्रभताव के ललए ही उर्योग हकयता ितानता चताहहए। कमधाचताररयो ंको िसैे्म्प में दी गई, ष्नर्मत की गई यता ष्वकससत की गई ररर्ोटधा, प्रोग्रताम, बौमदक एवं औद्योमगक सम्पदता असधकतारो,ं आईटी ससस्म्स, मैनुअल्स, वीहडयोि, र्ताठ्यरिमो,ं अध्ययन आहद कता, ष्निी अथवता तीसरे र्क् के लताभ के ललए, ष्बकुिल उर्योग नही ंकरनता चताहहए, न ही उनसे फतायदता यता लताभ प्रताप्त करनता चताहहए।

आतंररक क्ते्र से बताहर उर्योग करत ेसमय कमधाचतारी िसैे्म्प के समस् ज्तान को सख्ी से गोर्नीय रखेंगेI

उन्ें ितानबझूकर हकसी अन्य कंर्नी के बौमदक यता औद्योमगक सम्पदता असधकतारो ंकता उलं्रन ष्बकुिल नही ंकरनता चताहहए।

यहद इस बतात की अनुमष्त प्रदतान करत ेहुए कोई अनुबंध कतायम न हकयता गयता हो तो उन्ें अन्य संगठनो ंयता कंर्ष्नयो ंसे संबंसधत गोर्नीय ितानकतारी कता उर्योग करने से इनकतार करनता यता उससे बचनता चताहहए।

कमधाचताररयो ंके अर्ने कतायधाथिल र्र होन ेके दौरतान उनसे उनके वतावसताययक कतायधा करने की अर्ेक्ता की िताती ह,ै न हक वक्क्तगत गष्तष्वसधयता।ँ

र्ररसंर्त्त्त की सुरक्ता

इिकता अर्य है हक:

भेहदयता ितानकतारी रखते हुए, िसैे्म्प की प्रष्तभूष्तयो ंके सताथ यता शेयर बताजतार में सूचीबद हकसी अन्य कंर्नी की प्रष्तभूष्तयो ंके सताथ प्रत्यक् यता र्रोक् रूर् से टट्ेड करनता वर्ित ह।ै

हकसी भी ष्वभशटि समय र्र लतागू ससक्ोररटीि मताकदे टस् में िसैे्म्प आतंररक आचतार संहहतता में थिताष्र्त आचरण और प्रदशधान के मतानको ंकता अनुर्तालन अवश्य हकयता ितानता चताहहए।

आचार संहिता

19

हमतारे र्यताधावरण में सत्यष्नष्ता

हम र्यताधावरण र्र अर्नी गष्तष्वसध के प्रभताव को कम करनता चताहते हैं। अतः, हमतारे र्तास सभी कें द्ो ंमें र्यताधावरण प्रबंधन प्रणताललयता ँहैं, िो सुष्नजचित करती हैं हक कतानून कता अनुर्तालन हकयता ितातता है और प्रहरियताओ ंमें लगताततार सुधतार हकयता ितातता है।

हम अर्ने संयंत्रो ंके ललए उर्लधि सवपोत्तम तकनीको ंको अनुकूललत करने और उनकता उर्योग करने के ललए प्रष्तबद हैं और िब हम उन्ें हडजताइन करत ेहैं तो हम र्यताधावरण को ध्यतान में रखते हैं।

िभी कम्यचताररिो ां को अिश्य:

अर्ने कतायधाथिल में प्रवतृत्त र्यताधावरण ष्नयमो ंऔर ष्नददेशो ंऔर प्रहरियताओ ंके बतारे में ज्तान होनता और उनकता र्तालन करनता चताहहए।

र्यताधावरण के अनुसतार संयंत्रो ंकी हतालत को सुधतारने और अर्ने उत्तरदताययत्व के क्ेत्र में तथता समूह और इसके कतायधाथिलो ंकी नीष्तयो ंके अनुसतार र्यताधावरणीय मतामलो ंर्र कुशल प्रबंधन को लतागू करने कता प्रयत्न करनता चताहहए।

िसैे्म्प में, हम उन समुदतायो ंके आर्थक और सतामताजिक ष्वकतास के प्रष्त प्रष्तबद हैं जिन में हमतारी कंर्ष्नयता ँस्थित हैं। हम स्थिर रोिगतार के स्ोत बनता कर और जिन मतामलो ंमें हम मतान को बढ़ता सकते हैं उनमें थितानीय एिेंटो ंके सताथ सहयोग करके ऐसता करत ेहैं।

हम अर्ने कमधाचताररयो ंको थितानीय सतामुदताययक ष्वकतास र्हलो ंऔर नतागररक गष्तष्वसधयो ंमें भताग लेने के ललए प्रोत्ताहहत करत ेहैं।

अतः

ऐसे कमधाचताररयो ंको, जिनके र्तास कमधाचतारी चयन और भतशी कता उत्तरदताययत्व है यता ष्नणधाय लेने की क्मतता है, थितानीय, योग्य लोगो ंकी भतशी को प्रोत्ताहहत करनता चताहहए।

उन्ें िसैे्म्प के नताम र्र प्रत्यक् यता अप्रत्यक् रूर् से ऐसे कतृ त्यो ंको बढ़तावता नही ंदेनता चताहहए, िो अभशटितता, हहसंता यता ऐसे अन्य तत्वो ंको उत्न्न करत ेहो ंजिनसे वक्क्त, र्ररवतार यता सतामताजिक मूल्यो ंर्र प्रभताव र्डतता हो।

र्यताधावरण

सतामताजिक प्रष्तबदतता

आचार संहिता

20

कोई भी, उसके स्र यता र्द की र्रवताह हकए ष्बनता, हकसी भी कमधाचतारी को हकसी गैरकतानूनी कतृ त्य यता ऐसता कतृ त्य करने के ललए अनुरोध करने यता प्रोत्ताहहत करने के ललए असधकतृ त नही ंह ैिो आचतार संहहतता के प्रतावधतानो ंकता उलं्रन करतता हो।

यहद उत्चत प्रमताण ह ैहक कोई अष्नयममततता यता कोई कतृ त्य हकयता गयता ह ैिो अवैध है यता आचरण संहहतता में थिताष्र्त हरियताओ ंके ष्नयमो ंके ष्वरुद है, तो कमधाचताररयो ंको अर्ने डतायरेक्ट लताइन मैनेिर को अथवता, यहद र्ररस्थिष्तयता ँइसे अनुत्चत बनताती हैं, तो थिताष्र्त चैनलो ंके मताध्यम से आचतार सममष्त को अवश्य सूत्चत करनता चताहहए।

कसथत अष्नयममततताओ ंकी ररर्ोटधा करने वतालो ंकी र्हचतान को गोर्नीय ितानकतारी मतानता िताएगता। िसैे्म्प उन कमधाचताररयो ंके ष्वरुद हकसी भी प्रत्यक् यता अप्रत्यक् प्रष्तशोध को नही ंअर्नताने के ललए प्रष्तबद ह,ै जिन्ोनंे कसथत रूर् से अष्नयममत कतायधावताही की ररर्ोटधा की ह।ै

सभी िसैे्म्प कमधाचताररयो ंको हकसी भी संभताष्वत नकतारतात्मक र्ररणताम कता सतामनता करने से अवश्य सुरभक्त महसूस करनता चताहहए िो सदताशय में हकसी कतृ त्य को सूत्चत करने से उत्न्न होतता ह।ै आचतार सममष्त के ष्नयमो ंके अतंगधात उन लोगो ंके ललए क्ष्तरू्र्त कता प्रतावधतान हकयता गयता ह ैिो कतृ त्यो ंकी ररर्ोटधा सदताशय में करत ेहैं और इसके अतंगधात ददुभताधाग्यर्णूधा यता ष्नरताधतार ररर्ोटयों से कमधाचतारी के सम्तान और र्ररकल्ल्पत ष्नरर्रताधतता की रक्ता की गई ह।ै

िब हकसी कंर्नी कता मतानव संसताधन ष्वभताग यता िहता ँउत्चत हो, आचतार सममष्त, ष्नधताधाररत करती ह ैहक हकसी कमधाचतारी ने कतानूनी प्रतावधतानो ंयता आचतार संहहतता कता उलं्रन करने वताली गष्तष्वसधयता ँकी हैं, तो कंर्नी के अनुरूर्ी सतामूहहक सौदेबतािी समझौते में यता लतागू रोिगतार कतानून में थिताष्र्त अष्तरिमणो ंऔर शतास्स्यो ंकी प्रणताली के अनुसतार अनुशतासनतात्मक उर्ताय लतागू हकए िताएँगे।

रोकथताम प्रणताली को बहेतर बनताने में सहतायतता देने वताली आतंररक िताचं-र्डतताल यता ररर्ोटधा हकए गए हकसी भी गैर-अनुर्तालन कता ष्वश्ेषण, और सताथ ही उन्ें आरंभ कर सकन ेवताले ष्नकतायो,ं तथता उनकता आरंभ हकस तरीके से हकयता िताएगता – इन सब बतातो ंकता ष्वष्नयमन आचतार सममष्त के ष्नयमो ंके अतंगधात हकयता गयता ह।ै िताचँ के अधीन लोगो ंके असधकतारो ंऔर गतारंहटयो ंकी थितार्नता ष्वशेष सोच-ष्वचतार के सताथ की गई है।

गैर-अनुर्तालन कता प्रबंधन6

आचार संहिता

21

र्रतामशधा, प्रतासधकरण अनुरोधो,ं सूचनता और संहहतता के ष्वभभन्न अनुभतागो ंसे संबंसधत ररर्ोटयों को ललखने के संबंध में, इस आचतार संहहतता की वताख्यता कता उत्तरदताययत्व आचतार सममष्त के अनुरूर् ह।ै

हडवीिन मैनेिमेंटस् (प्रभतागीय प्रबंधन) आचतार संहहतता के प्रसतार को सहरिय रूर् से बढ़तावता देंगे और उन्ें इसे समूह के सभी कमधाचताररयो ंको अवश्य अलग-अलग सूत्चत करनता चताहहए। उन्ें इसके दीरधाकताललक कतायताधावियन को भी सुष्नजचित करनता चताहहए।

समूह के सभी प्रभतागो ंमें कतानून और इस आचतार संहहतता के अनुर्तालन की ष्नयममत रूर् से समीक्ता अवश्य की ितानी चताहहए।

वताख्यता, ष्नगरतानी और प्रसतार7

िसैे्म्प आचतार संहहतता कता र्हलता संस्रण 1 हदसंबर 2011 को लतागू हुआ। वतधामतान संस्रण 7 मई 2018 को ष्नदेशक मंडल द्तारता अनुमोहदत हकयता गयता थता। (1)

(1) यह दस्ताविे से्पष्नश में ललखे गए मूल संस्रण कता हहन्ी में अनुवताद ह ैऔर केवल सूचनता के प्रयोिनो ंके ललए ह।ै इसललए, हकसी भी ष्वसंगष्त की स्थिष्त में, से्पष्नश संस्रण मतान्य होगता।

लतागू हुई8

आर्के र्द को प्रभताष्वत करने वताले कतानूनो ंऔर कंर्नी के ष्नयमो ंको ितानें।

हमेशता इन ष्नयमो ंकता र्तालन करें।

सहतायतता र्ताने के कई तरीके हैं। सबसे महत्वरू्णधा बतात यह ह ैहक आर् उनमें से एक कता उर्योग करें।

यहद आर् आश्स् नही ंहैं हक सही समताधतान क्ता ह,ै तो र्ूछें।

िबतक संतोषप्रद उत्तर न ममल िताए, प्रश्न र्ूछते रहें।

इन वनिमो ां को िताद रखें:

आचतार संहहतता यहता ँउर्लधि है:

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